desi sex Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/desi-sex/ Hindipornstories.org Sun, 17 Oct 2021 09:27:23 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 बहन का देवर – पार्ट ३ https://sexstories.one/behan-ka-devar/ Sun, 17 Oct 2021 09:27:23 +0000 https://sexstories.one/?p=3025 राकेश ने अपने मुहँ को और नीचे किया और मेरी नाभि का चाटने लगा. यह सब मेरे बर्दाश्त से बाहर हो रहा था. मैं आँखें बंद किए शावर के ठंडे पानी से भीगती हुई ज़ोर-ज़ोर से साँसें ले रही थी. राकेश ने अपनी एक हथेली मेरी पेंटी पर रख दी और…मेरी चूत को रगड़ने लगा.

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मैं उत्सुकता के कारण दरवाजे के पास खड़ी हो गयी और दरवाज़ेके करीब अपना कान लगा दिया. यह क्या? उम्म्म.. हाआअँ… उफफफ्फ़… जैसी सिसकारियाँ सुनाई दे रही थी. यह लोग क्या टीवी पर ब्लू फिल्म देख रहे है? सोचते ही मन मे और देखने की तमन्ना जाग उठी. दीदी के बेडरूम का टीवी रूम के दरवाजे से सॉफ दिखता था. मैं भी क्यों ना इस ब्लू फिल्म को देखु यह सोचकर दरवाजे को थोडा और खोल दिया. देखते ही मैं सकते मे आ गयी. desi incest sex

यहाँ टीवी पर ब्लू फिल्म नही बल्कि लाइव टेलीकास्ट चल रहा था. बेड पर दो नही बल्कि चार जने थे. ग्रूप चुदाई चल रही थी. क्या है यह सब? कौन है यह लोग? दिल मे कई प्रश्न थे. गौर से देखा तो मालूम पड़ा की नीचे कोई एक मर्द लेटा हुआ अपने ऊपर रजनी दीदी को लेटा रखा था और अपना लंड दीदी की चूत मे डाल रखा था. दीदी की पीठ पर जीजाजी सोए हुए थे और अपना लंड दीदी की गांड मे डाल रखा था।

तीनो के सामने एक लड़की पलंग के ऊपर बैठी हुई थी. उसकी चूत को नीचे सोया हुआ आदमी अपनी जीभ से चाट रहा था और दीदी उसके एक बोब्स को अपने मुहँ मे ले रखा था. दूसरा बोब्स लड़की ने आँखे बंद किए हुए पकड़ रखा था. मेरे जीजाजी दीदी की गांड, मारते हुए उस लड़की का होंठ और चेहरा चूम रहे थे. उफ़फ्फ़! दीदी और जीजाजी ऐसी हालत मे. मेरा दिमाग ही घूमने लगा. मेरी आँखें ही बंद होने लगी. दीदी इतनी मॉडर्न हो गयी. कल तक की एक छोटे शहर की सीधी-सादी लड़की आज ब्लू फ़िल्मो की हिरोईन्स को भी मात दे रही थी. वाकई मे कोई कितना जल्दी बदल जाता है. अब मैने फिर से आँखें खोली और उनको हैरत से देखती रही. एक धक्का नीचे से लगा रहा था तभी दूसरा धक्का ऊपर से जीजाजी गांड मे मार रहे थे. आवाजे अब साफ सुनाई दे रही थी।

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सब लोग उफ़फ्फ़..हाइईइ.. ह.. करते हुए सिसकारियाँ ले रहे थे. आवाज़ें धड़ल्ले से आ रही थी. तभी दीदी बोली, “अग्रवाल.. स्टॉप…”अब मुझे समझ मे आया की यह कौन है. दोपहर मे जब जीजाजी ने कहा की मिस्स. & मिस्टर. अग्रवाल आ रहे है और दीदी का चेहरा खिल उठा था. यानी यह ग्रूप मे चुदाई के लिए एकत्रित हुए थे. उनकी चुदाई देखते हुए मैं मस्त हो गयी. मेरा हाथ मेरी मिनी स्कर्ट के अंदर चला गया और भीगी हुई चूत को सहलाने लगा. दूसरा हाथ मेरे टॉप के ऊपर से ही अपने बोब्स को दबाने लगा. मेरे मुहँ से सिसकारियाँ निकल रही रही थी. बेड रूम मे से कोई बाहर आने वाला नही था. सिवाय अग्रवाल के किसी की नज़र मुझ पर नही पड़नी थी. और मिस्स. अग्रवाल का चेहरा जीजाजी ने ढ्ख रखा था उसका चुंबन लेने के लिए।

मैं बेकौफ़ होकर अपनी चूत मे पेंटी को साइड कर अपनी अंगुली डाल दी. लाइव टेलीकास्ट के साथ मैं भी चुदसी हो गयी. कोई मुझे भी अपनी बाहों मे ले. कोई मेरे भी बोब्स चूसे. कोई मुझे भी चोदे. मैं आँखें बंद किए हुए अपनी चूत को अपनी अंगुली से रग़ड और छोड़ रही थी. मेरी सिसकारियों की आवाज़ तेज हो रही थी की अचानक किसी ने मुझे अपनी बाहों मे ले लिया. और मेरे होंठो को चूमने लगा. मैं घबरा कर अपनी आँख खोली. यह तो राकेश था. मैने उस से अपने से अलग करना चाहा और कुछ बोलने लगी ही थी की राकेश ने अपने होंठ पर एक अंगुली रख कर मुझे चुप रहने का इशारा किया. फिर मुझे उसने अपनी बाहों मे उठा लिया.

मैं विरोध करने की परिस्थिति मे नही थी. मेरे पूरे बदन मे सामूहिक चुदाई को देखते हुए वासना की लहरें उठ रही थी. मेरी साँसे गर्म हो चुकी थी. मेरे बोब्स उन गहरी सांसो के साथ काफ़ी ऊपर-नीचे हो रहे थे. राकेश के नंगे सीने पर हाथ रख कर मैं और मतवाली हो गयी. तभी राकेश ने मुझे कोई विरोध ना करते हुए देख मुझे बाहों मे लिए मेरे होंठो पर अपने होंठ रख दिए. मैं तड़प उठी. उसकी बाहों मेरा तन-बदन मचल उठा. उसने अपनी गिरफ़्त बढ़ा दी और अपनी जीभ मेरे मुहँ मे डाल दी. राकेश के बेडरूम मे पहुँचते ही मैं उसकी बाहों से उतर गयी लेकिन राकेश ने मुझे अपनी बाहों से आज़ाद नही किया और ना ही मेरे सुलगते होंठो को छोड़ा. उसने अपने आलिग्न मे मुझे कस कर जकड़ लिया और मेरे सुर्ख गुलाबी होंठो को चूमता जा रहा था. मुझे ऐसी दीवानगी ही पसंद थी।

मैं चाह भी रही थी की राकेश मेरे होंठो का सारा रस पी ले. तभी राकेश ने मुझे बिस्तर पर लेटा दिया और मेरे बदन पर चढ़ गया. उसने अपने बदन से मेरे बदन को मसलते हुए मेरे गाल, मेरे कान और मेरी गर्दन को चूमता रहा. अपने गरमा-गर्म चुंबनो की छाप छोड़ता रहा. मैं सुलग उठी. मुझ से रहा नही जा रहा था. अब मैं भी उसके चुंबनो का जवाब अपने गर्माते चुंबनो से देने लगी. उसके कान और उसकी गर्दन बेतहासा चूमने लगी. उसे चूमते हुए मेरा दिल धड़क रहा था. और मन मे ही यह शायरी आ गयी: चूम लू होंठ तेरे, दिल की यह ख्वाइश है! यह ख्वाइश हमारी नही, यह तो दिल की फरमाइश है! काफ़ी देर की चुम्मा चाटी के बाद हम दोनो की साँसे उखड़ने लगी थी. तभी राकेश खड़ा हो गया और मुझे फिर अपनी बाहों मे उठा कर बाथरूम की और ले चला. बाथरूम मे पहुँचते ही उसने शावर चालू कर दिया. मैं और राकेश आपस मे चिपके हुए शावर के नीचे भीगने लगे।

सुबह-सुबह का ठंडा पानी पड़ते ही मैं और राकेश दोनो काँपने लगे. लेकिन दोनो के चिपके हुए जिस्म आपस मे एक दूसरे को गर्मी भी दे रहे थे. मेरे टॉप मे से अब मेरी ब्रा झाँकने लगी. राकेश ने अपने मुहँ को मेरी गर्दन से नीचे लाते हुए मेरे दोनो बोब्स के बीच की घाटी मे अपनी जीभ डालने लगा. उसने अपने दांतो से मेरे टॉप के बटन को खोलने लगा. दो-तीन मिनट की कोशिश के अंदर ही मेरा टॉप नीचे उतर गया. अब मेरी ब्रा मे से मेरे बोब्स की गोलाई और निप्पल का कलर दिखाई पढ़ रहा था. राकेश ने अपने हाथ आगे बढाते हुए मेरे दोनो बोब्स को चोली के साथ ही थाम लिया और अपनी अंगुलियों से दबाने लगा. मैं सिहर उठी. उत्तेजना के मारे मुहँ से सिसकारियाँ निकल रही थी।

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मैने राकेश की कमर को कश कर जकड़ लिया और उसकी जांघों के बीच अपनी जांघें घुसाने लगी. इधर राकेश ने मेरी चोली के ऊपर से ही मेरे दोनो बोब्स को बारी-बारी से अपने गाल से रगड़ने लगा. अब मुझ से रहा नही जा रहा था. मैने सिसकारी भरते हुए कहा, “राकेश.. निकाल फेंको मेरी चोली को और मेरे दोनो क़ैद कबूतरो को आज़ाद कर दो… इनको अपने मुहँ मे लेकर चाटो… राकेश..” मेरी बात को सुनकर राकेश ने अपने हाथ से मुझे दीवार की और धकेल दिया और मुझे पलट दिया. अब मेरी पीठ राकेश के सामने थी. राकेश ने अपनी जीभ से मेरी पूरी पीठ को चाटने लगा. जिससे मेरे पूरे जिस्म मे वासना की लहरे और ज़ोर मारने लगी. मैं काँप रही थी. इस बार पानी के ठण्डेपन से नही बल्कि उसकी हरकतो के कारण।

मैने सिसकारी लेते हुए अपना चेहरा ऊपर उठाया और शवर के पानी को अपने चेहरे पर पड़ने दिया. तभी राकेश ने अपने दाँत से मेरी चोली का हुक खोल दिया और मुझे पलट कर अपनी बाहों मे जकड़ लिया. अब मेरे दोनो कबूतर चोली से आज़ाद होकर राकेश के सीने से सट गये. मैं सेक्स के हिलोरे लेते हुए अपने दोनो बोब्स को उसके सख़्त सीने से रगड़ने लगी. ऐसा करते देख राकेश ने मेरे होंठो को फिर अपने होंठो की गिरफ़्त मे ले लिया और लगा मेरे मादक होंठो का रस पीने. मुझसे रहा नही जा रहा था. मैने राकेश के दोनो हाथो को पकड़ा और अपने दोनो बोब्स उसकी हथेली की गिरफ़्त मे दे दिए. और बोली, “राकेश.. अब रहा नही जा रहा है. पकड़ के रग़ड दो इन शैतानो को… मुझे अपनी बाहों मे लेकर मेरे दोनो बोब्स (बोब्स) को मसल दो. इन्हे अपने मुहँ मे लेकर चूसो राकेश.. “राकेश ने अब अपने दोनो हाथो से मेरे भरे हुए सख़्त बोब्स को जकड़ लिया और लगा उन्हे मसलने।

मसलने के साथ ही मेरी सिसकारियाँ बढ़ गयी. मैं झूम उठी. मैं पानी से भीगते हुए राकेश की हरकतो का मजा ले रही थी. राकेश मेरे दोनो कबूतरो को मसलते हुए चूम रहा था. मेरे दोनो निपल्स उसके मुहँ मे बारी- बारी से जा रहे थे. साथ ही मैं उसके सिर को पकड़ कर मेरे सीने पर ज़्यादा से ज़्यादा दबाने मे लगी हुई थी. अब राकेश ने अपने एक हाथ से मेरी स्कर्ट की ज़िप खोल दी. मेरे स्कर्ट मेरे टागो से चिपकती हुई नीचे गिरने लगी।

राकेश ने अपने मुहँ को और नीचे किया और मेरी नाभि का चाटने लगा. यह सब मेरे बर्दाश्त से बाहर हो रहा था. मैं आँखें बंद किए शावर के ठंडे पानी से भीगती हुई ज़ोर-ज़ोर से साँसें ले रही थी. राकेश ने अपनी एक हथेली मेरी पेंटी पर रख दी और…मेरी चूत को रगड़ने लगा. हाईईईई… मेरी तो जान ही अटक गयी. एक तो राकेश की थियेटर की हरकत और दूसरी दीदी के रूम मे चल रही सामूहिक चुदाई ने मुझे वासना से भर कर रख दिया था. अब राकेश की भरपूर हरकतो ने मुझे उतावला कर दिया. राकेश ने अपने दूसरे हाथ से मेरी पेंटी को नीचे उतार दिया और मैं एकदम मर्दजात नंगी उसके सामने भीगती हुई खड़ी थी. राकेश अब थोड़ी दूर होकर मुझे निहारने लगा. मेरे जिस्म की शराब को अपनी आँखों से पीने लगा. तभी तो किसी शायर ने क्या खूब कहा है:.”हुस्न पर जब मस्ती छाती है, शायरी पर बहार आती है.., पी कर महबूब के बदन की शराब, जिंदगी झूम-झूम जाती है…”ऐसा ही हाल उसके लंड का था जो बॉक्सर के अंदर झूम रहा था।

मेरे बदन की शराब का नशा मैं उसके लंड पर देख रही थी जोकि बॉक्सर के बटन के बीच अटका हुआ था. उसका लंड मेरे हुस्न का दीदार करने को उतावला हो चुका था. यह कमीना बॉक्सर ही उसके आड़े आ रहा था. उसका लंड बॉक्सर के बटन्स के बीच से चीख-चीख कर कह रहा था: पलट के देख ज़ालिम, तमन्ना हम भी रखते हैं, हुस्न तुम रखती हो तो जवानी हम भी रखते हैं.. गहराई तुम रखती हो तो लंबाई हम भी रखते हैं…अब मुझसे रहा नही जा रहा था. दिल तड़फ़ रहा था लाइट के उजाले उसे भरपूर देखने के लिए।

इससे आगे कि कहानी अगले भाग में . .

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मेरी दीदी ही मेरी दुश्मन https://sexstories.one/didi-ne-mujhe-apne-pati-se-chudwaya/ Wed, 06 Oct 2021 07:30:09 +0000 https://sexstories.one/?p=4446 जीजू दीदी से बोले चल तू भी नंगी हो और फिर मेरे भी सारे कपडे निकाल के नंगा कर .मै अन्नू रानी को पकड़ के रखता हूँ. दीदी ने अपने सारे कपडे निकाल कर नंगी हो गई फिर जीजू के पास आई और उनकी पैंट और चड्डी निकाल दी .जैसे ही दीदी ने जीजू की चड्डी निकाली जीजू का मोटा लम्बा डंडा मेरी चुत से टकराया

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Didi ne mujhe chudwaya – ये कहानी 2 साल पहले की है जब मेरी उम्र १८ साल की थी. मैं बिलकुल सीधी सादी किसी सेक्स के लफडे में नहीं पड़ी थी. मैं अपनी पढाई में ही ध्यान लगाती थी. और कभी भी फालूत बात मेरे दिमाग में नहीं आती थी. मेरे पापा मम्मी फोरहन घूमने गए हुए थे . और मैं घर पे अकेली न रहूँ इसलिए मेरी बड़ी बहन और जीजू हमारे घर पर रहने के लिए आ गए थे. मैं कभी भी जीजू के बारे में गलत नहीं सोचती थी. लेकिन मुझे नहीं मालूम था की मेरी दीदी ही मेरी दुश्मन थी.

पहली रात को मुझे अपने कमरे में दीदी की आह ऊह जैसी आवाज़ साफ सुने दे रही थी . मुझे बड़ा अजीब सा लगा . मैं समझी दीदी को शायद कहीं दर्द हो रहा है.मैं दीदी के कमरे की तरफ गई तो देखा दरवाजा खुला हुआ था. दीदी दरवाज़ा खुला रख कर सो रही थी.सोचा दीदी को कोई दवाई की जरुरत होगी तो दे दूंगी. लेकिन अन्दर कमरे मे तो मुझे कुछ और ही दिखाई दिया .दीदी और जीजू एक दम नंगे थे.और जीजू का लंड दीदी के मुह मे था .मुझे नहीं मालूम था की अन्दर क्या हो रहा है.न ही मैंने आज तक कभी इस बारे में सोचा था. जैसे ही मैं दरवाजे के पास पहुची मुझे दीदी और जीजू की आवाजें सुनाई देने लगी .मैं दरवाज़े के बाहर ही रुक गई. अन्दर से बड़ी गन्दी गन्दी आवाजे आ रही थी.

जीजू बोल रहे थे भोस्डिकी मेरा लंड पूरा मुह में लेकर चूस, क्या जरा सा लंड का सुपाडा मुह में ले रखा है.

दीदी बोली ले तो रही हूँ . मैं क्या करू तुम्हारा लंड है भी तो कितना मोटा और लम्बा .

जीजू बोले तो फिर अन्नू ( मेरा नाम है ) को बुला ले वो चूस लेगी मेरा लंड .दीदी बोली अन्नू को पहले मैं तैयार कर लूँ फिर चोद लेना . अभी तो यहाँ १४ दिन रहना है. इस बार तुमसे अन्नू को जरुर चुदवा दूंगी पक्का वादा. लेकिन आज तो मुझे जी भर के चोद दो . मेरी चुत को फाड़ के भोसडा बना दो.

दीदी की बातें सुन कर मुझे बड़ा डर लगाने लगा . मैंने तो कभी सपने मैं भी नहीं सोचा था ये क्या हो रहा है. ये पहला मौका था जब मैं किसी को नंगा देख रही थी. वहां खड़े रहने में डर भी लग रहा था और कुछ उत्सुकता भी थी की दोनों क्या कर रहे हैं .

जीजू : मादरचोद मुझे तेरी भोसड़ी तो पहले से ही चूदी चुदाई मिली थी. मुझे भी तो सिल पैक चुत चाहिए थी. और उसने जोर से एक लप्पड़ दीदी को मारा.

दीदी बोली हाँ तो मैं अपनी छोटी बहन की सिल पैक चूत तुझे दिलवाउंगी ना. थोडा इन्तेज़ार तो करो उसको मैं मना तो लूँ.

जीजू बोले अगर वो भी तेरी तरह खूब चुदी चुदाई हुई तो .

दीदी बोली नहीं वोह सिल पैक ही होगी वोह सिर्फ अपनी पढाई में ही ध्यान लगाती है वोह हर साल पहले नंबर से पास होती है. जरुर उसे चुत लंड चुदाई का जरा भी नहीं पता होगा. उसको चोद कर अपनी मन की तमन्ना पूरी कर लेना .
जीजू ने अपना लंड दीदी के मुह से निकाल दिया और ६९ की पोसिशन में लेट गए और दीदी के मुह मे फिर से लंड दे दिया और खुद दीदी की चुत लगे चाटने . वोह दीदी की चुत को दांतों से काट रहे थे और दीदी दर्द से कराह रही थी धीरे धीरे काटो डार्लिंग दर्द हो रहा है .

Kamuk kahani दोस्त की साली को चोदा

जीजू बोले चुप हरामजादी तू खूब चूदी हुई है पता नहीं कितनो ने तुझे चोद चोद कर तेरी चुत को इंडिया गेट बना दिया है. आज तुझे लहू लुहान कर दूंगा. अगर तू अपनी बहन नहीं चुदवाएगी तो तेरा सारा खून पि जाऊंगा .और जीजू जोर जोर से दीदी की चुत काटते रहे. दीदी चिल्लाती रही.फिर जीजू ने दीदी को घोडी बनने को कहा और अपना लंड दीदी कीऔर अपना लंड दीदी की गांड मे घुसेडने लगे .

दीदी बोली अरे आगे चुत मे डालो ना गांड मे मत डालो ना .जीजू बोले तेरी चुत नहीं भोसडा है उस मे डाल के मज़ा नहीं आता है तेरी गांड टाइट है गांड ही मारूंगा. चुप चाप गांड मे डालने दे.और जीजू ने ९ इंच लम्बा मोटा लंड दीदी की गांड में डालने लगे.दीदी को दर्द हो रहा था वो दर्द से करह रही थी ओह आह मै मर गई रे जालिम . फिर जीजू ने लंड बहार निकाल कर उस पर थोडी क्रीम लगाई और फिर गांड मे डालने लगे इस बार लंड गांड के अन्दर घुस गया .जीजू ने गांड मे लंड डाल कर धक्के देना सुरु किया और आगे से दीदी की चुचियों को पकड़ कर दबाते रहे .अब दीदी को भी मज़ा आ रहा था

दीदी बोली और जोर से फटाफट धक्के दो फाड़ दो मेरी गांड को. मेरी गांड को बड़ा चौराहा बना दो.

जीजू बोले क्यूँ गांडू अब मज़ा आ रहा है ना. अब बोल अन्नू को कब चुदवा रही है नहीं तो मे तेरी गांड मे से लंड बाहर निकालता हूँ .

दीदी बोली ना ना लंड मत निकालना वरना मे तड़फती रह जाउंगी . तुम्हे अन्नू चोदनी हैं ना मै कल ही उसको पटा के तुमसे चुदवा दूंगी लेकिन अभी गांड से लंड मत निकालना मेरे राजा. मार मेरी गांड और तोड़ दे मेरे बदन की सारी हड्डियों का सुरमा बना दे .आह मज़ा आ रहा है और धक्के दे.

मैं सब देख सुन रही थी मुझे बड़ा डर लग रहा था फिर भी खड़ी इस लिए थी की ये दोनों मेरे बारे में क्या प्लान बना रहे हैं .जीजू बोले मेरा रस निकलने वाला है और जीजू ने अपना लंड बाहर निकाल कर दीदी के मुह मे दे दिया और बोले पी जा मेरे लंड का सारा रस और दीदी लंड मुह मे लेकर चूसने लगी और ऐसा लगा जैसे गले मे कुछ निगल रही हो. फिर दोनों शांत हो गए और मैं अपने कमरे मे चली गई . मुझे डर लग रहा था और मुझे पूरी रात नीद नहीं आई.

अगले दिन सुबह जब जीजू काम से बाहर चले गए दीदी मेरे पास आई और बड़ा प्यार जताने लगी.

दीदी मुझ से बोली अन्नू आज तुझे तेरे जीजाजी के साथ सोना है .

मैं बोली क्यूँ ? दीदी बोली देख अगर तू अपने जीजा के साथ नहीं सोएगी तो तेरा जीजा मुझे मार मार के मेरा बुरा हाल कर देगा. मैं शादी से पहले अपने दोस्त के साथ सेक्स कर चुकी थी और तेरे जीजाजी मुझ से इसी बात को लेकर झगडा करते हैं .वो कहते हैं की तू तो मुझे सिल पैक नहीं मिली लेकिन अन्नू की सिल तू मुझ से तुड़वा दे तो मैं फिर तुझे कुछ नहीं बोलूँगा.

मैं बोली नहीं दीदी मुझे बड़ा डर लगता है . कल रात को मैंने थोडी देर आपके कमरे मे जो हुआ देखा था . मैं कुछ नहीं करने वाली हूँ . दीदी जो गलती आपने की है वो आप भुगतो.मुझे मत घसीटो.

दीदी बोली तुने रात को क्या देखा था .

मैं बोली आप को रोते हुए देखा था. जीजू आप को काट रहे थे , मार रहे थे और आप चिल्ला रही थी दर्द के मारे आप का बुरा हाल था .

दीदी बोली पगली वो तो मेरा स्टाइल है जब तक कोई मुझे जानवर की तरह नहीं चोदता ( दीदी अब खुल के बोलने लगी ) मुझे मारता नहीं है मुझे मज़ा ही नहीं आता है. वो मुझे कोई गु़स्से से थोड़े ही मार रहे थे .मुझे कोई दर्द थोड़े ही हो रहा था वो तो मुझे मज़े दे रहे थे.

लेकिन दीदी अगर मै भी शादी से पहले सेक्स करुँगी तो मेरे पति भी तो मुझको बोलेंगे की उनको सिल पैक नहीं मिली तब मैं क्या करुँगी.

दीदी बोली तेरी शादी मैं अपने देवर के साथ करवा दूंगी.

मैं बोली वोह भी बोलेंगे की सिल पैक नहीं मिली. फिर मेरा क्या होगा.

दीदी बोली वो ऐसा नहीं बोलेगा .

मैंने पूछा वो क्यूँ नहीं बोलेगा.

तब दीदी ने ठंडी साँस भरी और बोली अच्छा मैं आज तुम्हे अपनी सारी बात खुल के बताती हूँ.

दीदी बोली एक बार तेरे जीजू काम से शहर से बाहर गए हुए थे और मैं घर मे अकेली थी . मेरे देवर ने उस दिन मेरे साथ बलात्कार कर के मुह काला किया था . जब मैंने जीजू को बताया तो उन्होंने देवर को बुलाया .मै समझी वो उसकी खबर लेंगे .लेकिन वहां तो मामला उल्टा ही था .तेरे जीजू बोले क्यों भाई कल रात भाभी को कैसे चोदा जरा बता तो सही और देवर ने उनके सामने ही मुझे फिर चोदा . ये दोनों की मिली भगत थी.तेरे जीजू बोले शादी से पहले भी तू पता नहीं कितने कुत्तो से चुदवा चुकी है तो देवर ने भी चोद लिया तो क्या आफत आ गई .

ये तो वही मिसाल हो गई कुत्तो से फडवानी मंजूर लेकिन देवरों को नहीं देनी . मेरे देवर ने मुझे कई बार चोदा है और तो और दोनों भाई मिल कर मेरी चुदाई करते हैं.सच तो ये है अन्नू की अब एक लंड से मेरा मन भी नहीं भरता मुझे २/ ३ लंड जब तक नहीं चोदे मुझे तस्सली नहीं होती. अगर मेरा देवर बोला की सिल पैक नहीं मिली तो मैं कह दूंगी तू कौन सा सिल पैक है. शादी से पहले कितनी बार तो मुझे चोदा है और पता नहीं कितनी लड़कियों को और भी चोदा होगा. उसकी हिम्मत ही नहीं होगी कुछ बोलने की. तू उस बात की चिंता छोड़ दे , मैं हूँ ना सब सम्हाल लुंगी. बस तू आज की रात जीजू के साथ सो जाना . और चिंता मत कर मैं भी साथ में रहूंगी कोई डर की बात नहीं है मेरी प्यारी बहन अन्नू. दीदी इस तरह मुझे फुसलाती रही. दीदी बाज़ार गई और मेरे लिए एक दम पारदर्शी नएटी और काले रंग की ब्रा और चड्डी लेकर आई.

समीक्षा ने मुझे तसल्ली दी aur chudwa kar chali gayi..

शाम के समय दीदी बोली जा कर नहा लो और नहा के ये कपडे पहन लो. मैं नहाने गई तो दीदी भी बाथरूम के पास आकर खड़ी हो गई.और बोली दरवाज़ा खुला रख के नहाओ. दीदी के सामने नंगी हो कर नहाने मे.मुझे बड़ी शर्म आ रही थी बोली शर्म मत करो मैं तुम्हारी दीदी हूँ अभी से थोडी शर्म खुल जायेगी तो अच्छा है रात को इतनी शर्म नहीं आएगी. और दीदी ने जबदस्ती मेरे सूट के बटन खोल कर सूट और सलवार निकाल दी. और फिर मेरी ब्रा चड्डी भी निकाल दी .
मेरी चूची देख कर दीदी बोली हाय कितनी प्यारी कड़क चूची हैं तेरी और ये क्या तुने अपनी चुत के बाल कभी काटे नहीं हैं क्या ? देख तो जरा बाल कितने बड़े बड़े हो गए हैं. तेरी चुत तो दीखती ही नहीं है. पूरा जंगल बना रखा है तुने.

दीदी क्या बाल भी काटे जाते हैं. मुझे नहीं मालूम था. दीदी बोली तू बड़ी भोली हे रे. दीदी ने अपने कपडे निकाले और अपना चिकना भोसड़ा दिखाया . बोली देख मेरा भोसड़ा.

मैं बोली दीदी इसको चुत बोलते हैं या भोसड़ा .दीदी बोली देख तू चुदी नहीं है और तेरी चुत एक दम टाइट सिल्पैक है इसलिए इसे चुत कहते है और मैं खूब चुदवा चुकी हूँ और मेरी चुत काफी चौडी हो गई है इस लिए इसे भोसड़ा बोलते हैं . चुत को हमेशा बाल काट के चिकनी बना के रखा कर, जैसे मै रखती हूँ .अच्छा रहने दे इन बालो को तेरे जीजाजी को भी विश्वास आ जायेगा की तू एक दम फ्रेश सिल पैक ही है.

मैं अच्छी तरह नहाई. दीदी ने नेइटी चड्डी ब्रा जो लेकर आई थी पहन ने को दी .उस ड्रेस को पहन कर मुझे बड़ी शर्म लग रही थी. लेकिन दीदी बोली अरे वाह मेरी बन्नो रानी इस ड्रेस मे बड़ी खुबसूरत मॉल लग रही है .तेरा जीजा का लंड तुझे इए ड्रेस मे देख कर तो और भी फूल कर लम्बा मोटा हो जायेगा .तेरा जीजा बहुत मस्त चोदता है .

मैं बोली प्लीज दीदी रहने दो , मुझे छोड़ दो .

दीदी बोली आज तेरे जीजा के साथ तेरी सुहाग रात मनवाती हूँ , तू क्याचाहती है तेरा जीजा मेरी जान ले ले . अपनी दीदी के लिए इतना भी नहीं कर सकती क्या ? और फिर चुदवाने मे तो बड़ा मज़ा आता है .तुझे कोई सजा थोड़े ही दे रही हूँ . मैं तो तुझे भी लंड का मज़ा चखा रही हूँ .एक बार चुदाने के बाद तू खुद चुदवाने के लिए मरी जायेगी .मैं चुप हो गई.

करीब ८ बजे जीजू आये .मेरा दिल धक् धक् कर रहा था. मैं अपने कमरे मे बैठी थी. जीजू ने दीदी से पूछा अन्नू मानी या नहीं. दीदी बोली हाँ मैंने मना लिया है लेकिन जरा प्यार से धीरे से चोदना बेचारी बड़ी डर रही है. दीदी ने मुझे आवाज़ देकर बुलाया . मैं ड्राइंग रूम मे आई . जीजू मुझे इस ड्रेस मे देख कर एक दम ख़ुशी से चिल्ला पड़े . अरे वाह मेरी साली इतनी खुबसूरत सेक्सी है. देख तो मेरी साली की चूचियां कितनी तनी हुई हैं एक दम कड़क चाहे इस पर बादाम रख के अपने लंड से बादाम फोड़ लो. और हसने लगे हा हा हा हा. मज़ा आ गया साली को देख कर आज तो पूरी रात चोद चोद के इसकी सुहागरात मनाऊंगा. आजा मेरी अन्नू रानी अपने कपडे उतार के मेरे पास नंगी हो कर आजा .हम भी तो देखे तेरी चुत सिलपैक है या चुदा हुआ भोसड़ा . ये बातें सुनकर मेरा मन कर रहा था की धरती फट जाये और मैं उसमे समां जाऊँ .जीजू ने दारू की बोतल निकाली और दीदी के साथ दारू पिने लगे . दीदी ने मुझे अपने पास बुलाया और बोली थोडी सी तू भी पी ले बड़ी कमाल की चीज़ है ये दारू..

थोडी सी अन्दर जाते ही पूरी हिम्मत आ जायेगी सारी शर्म और डर ख़तम हो जायेगा और फिर खूब मज़ा करेगी. मैंने साफ मना कर दिया .और मै अपने कमरे मे भाग गई और दरवाज़ा अन्दर से बंद कर लिया .जीजू ने जोर से दरवाज़े पे लात मारी लेकिन दरवाज़ा नहीं टुटा फिर थोडी दूर जाकर भाग के आये दरवाज़े को जोर से अपने शरीर से टक्कर मारी ,दरवाज़ा टूट गया .जीजू को दारू के साथ मेरे शरीर का पूरा नशा हो रहा था वो मेरे कमरे मे घुस आये.मैंने कहा जीजाजी प्लीज आप कमरे से चले जाइये . लेकिन वो तो और आगे बढे और मुझे पकड़ने की कोशिश करने लगे.मै भागी .जीजू मेरे पीछे . मै भाग कर ड्राइंग रूम मै आ गई और ऊपर वाले कमरे मे जाने के लिए सीढ़ी की तरफ भागी . जीजू ने दीदी को बोला पकड़ इस हरामजादी कुतिया को साली भाग रही है.

दीदी भी भाग कर मुझे पकड़ने आई दीदी ने मेरा हाथ पकडा मेरी निएटी फट गई और मैंने बचने के लिए कस के एक लात दीदी की टांगो पर दे मारी.लेकिन दीदी की पकड़ मजबूत थी और इतने मे ही जीजू भी आ गए और मैं दोनों के बिच मे बकरी की तरह फसी हुई थी और निकल कर भाग जाने के लिए फड फडा रही थी, जीजू ने मुझे कस के २ थप्पड़ मारे आज इसको नहीं छोड़ना है . दीदी बोली भाग क्यूँ रही है . तुझे प्यार ही तो करेंगे कोई जान से मार तो नहीं देंगे. ऐसे भागेगी तो अच्छा नहीं होगा. जीजू ने मुझे जोर से पकड़ के दबाया और मेरे मुह पर जबरदस्ती किस किया और मेरे होठों को काटने लगे .

मेरे होठ कट गए और थोडा खून भी निकला . खून देख के जीजू को और भी करंट आया वो दीदी से बोले ले चाट ले अपनी बहन का खून .जीजू ने मुझे कस के पकड़ रखा था और दीदी मेरे होठ पे लगा खून चाटने लगी जीजू मेरी चूची मसल रहे थे . मै जोर जोर से चिल्ला रही थी मुझे छोड दो .मेरे ऊपर रहम करो.और किसी तरह उनकी पकड़ से निकल कर भागने की कोशिश कर रही थी . जीजू बोले पहले इसको नंगी कर दो जिससे ये घर से बाहर भाग कर नहीं जा सके.जीजू ने मेरी नएटी पूरी फाड़ के मेरे शरीर से अलग कर दी और भूखे भेडिये की तरह मेरी पूरी बॉडी को देखने लगे जैसे मुझे कच्चा खा जायेंगे . जीजू ने मुझे पकड़ रखा था मैं बेबस थी जीजू ने मेरी ब्रा खिंचके फाड़ कर उतार दी और मुझे अपनी बाँहों मै जकड लिया . दीदी से बोले चल जल्दी से इसकी चड्डी भी निकाल दे मैं इसको पकड़ के रखता हूँ.

दीदी ने मेरी चड्डी निकाल दी .मैं पूरी नंगी जीजू की बाँहों मै थी .मैंने बहुत कोशिश करी की किसी तरह उनके चंगुल से निकाल जाऊँ लेकिन जीजू ने मुझे कस के पकड़ रखा था. मै चिल्ला रही थी. दीदी बोली चिल्ला ले तेरी आज यहाँ कोई नहीं सुन ने वाला. ज्यादा नखरे चोदेगी तो मेरे देवर को भी यहीं बुला लुंगी. फिर दोनों मिल के तेरी चुत का हलवा बना देंगे.

जीजू दीदी से बोले चल तू भी नंगी हो और फिर मेरे भी सारे कपडे निकाल के नंगा कर .मै अन्नू रानी को पकड़ के रखता हूँ. दीदी ने अपने सारे कपडे निकाल कर नंगी हो गई फिर जीजू के पास आई और उनकी पैंट और चड्डी निकाल दी .जैसे ही दीदी ने जीजू की चड्डी निकाली जीजू का मोटा लम्बा डंडा मेरी चुत से टकराया , ऐसा लगा कोई मोटा गरम लोहे का रोड मेरी चुत पे दबाव डाल रहा है .जैसे ही टीशर्ट निकालने के लिए जीजू ने अपने हाथ ऊपर किये जीजू की पकड़ ढीली हो गई और मैं बचने के लिए कमरे की तरफ भागी. दीदी और जीजू को बड़ा गुस्सा आया दोनों ने भाग कर मुझे पकडा और कस के दो थप्पड़ मारे .मै रोने लगी .दीदी बोली देख अन्नू आज तो तेरी चुदाई होनी ही है राजी या बिना राजी .राजी से चुदवाएगी तो हमें और तुझे सब को मज़ा आएगा .

मैं बोली दीदी मैं नहीं करने दूंगी. मुझे छोड दो .मेरी जान निकल जायेगी. जीजू बोले अगर इसी तरह से नखरे करेगी और भागम भाग करेगी तो जरुर मरेगी. चुपचाप चुदवा ले हमें भी मज़ा लेने दे. नहीं तो मार मार के तेरा बुरा हाल कर दूंगा और चुदेगी तो तू तब भी. लेकिन मैं किसी भी कीमत पे अपनी इज्ज़त बचाना चाहती थी. जीजू और दीदी मुझे घसीट कर कमरे मे ले गए. और मुझे पलंग पर पटक दिया.जीजू मेरी छाती पर बैठ गए और जोर जोर से मेरी चुचियों को मसलने लगे मुझे बड़ा दर्द हो रहा था जीजू ने अपने डंडे से मेरे मुह पे पिटाई करनी चालू कर दी. वो कोशिश कर रहे थे की मेरे मुह मे अपना डंडा डाल देवे. दीदी ने मेरा मुह पकड़ कर खोला और जीजू ने अपना डंडा मुह मै घुसेडना चाहा लेकिन डंडा मेरे मुह मे गया नहीं .

दीदी ने फिर मुझे जोर से मुक्का मारा और जैसे ही मेरा मुह थोडा खुला जीजू का डंडा थोडा मेरे मुह मे अन्दर घुस गया, . फिर पता नहीं दीदी को कहाँ से आईडिया आया उसने मेरी चुत के बालों को जोर से खिंचा .मै दर्द से तड़फ उठी और मेरा मुह काफी खुल गया . जीजू ने अपना डंडा पूरा मेरे मुह मे घुसेड दिया .अब जीजू का डंडा मेरे गले तक फंस गया मुझे लगा जैसे मेरा दम घुट रहा है. मुझे साँस लेने मे परेशानी हो रही थी और ना ही कुछ बोल पाने की स्तिथि मे थी. दीदी ने निचे मेरी चुत पे वार किया अपने दांतों से चुत को चाटने लगी. लेकिन मै ना तो बोल सकती थी ना चिल्ला सकती थी .सिर्फ मेरी आँख से आंसू निकल रहे थे. दोनों मै से किसी को भी मेरे ऊपर रहम नहीं आया.दीदी ने मेरी चुत के दोनों पाट को कस के पकडा और खिंचा फिर मुह मे लेकर पहले प्यार किया और फिर लगी दातों से काटने . मुझसे दर्द सहन नहीं हो रहा था.जीजू अपने डंडे को मेरे मुह मे आगे पीछे कर के मेरे मुह को चोद रहे थे.

इतने मे बाहर से दरवाज़े की घंटी बजी . मैंने सोचा चलो लगता है भगवान ने मुझे बचाने के लिए किसी अवतार को अचानक बिना किसी उम्मीद के भेज दिया है. मैं भगवान को याद करने लगी. लेकिन मैं देख कर चोंक गई दीदी नंगी ही दरवाज़ा खोलने गई. मुझे बड़ा अजीब सा लगा की क्या चक्कर है .दीदी एक दम से पूरी नंगी दरवाज़ा कैसे खोलेंगी.लेकिन हे भगवान जब वो अन्दर आया तो मेरी जान और भी सुख गई. आने वाला कोई देवता नहीं बल्कि शैतान था मेरी दीदी का देवर.शायद दीदी ने ही इसको बुलाया होगा इसी लिए नंगी ही जाकर दरवाज़ा खोलने चली गई.

कहो भाभी कैसा चल रहा है. बकरी दूध पी गई या नहीं. दीदी बोली कहाँ अभी तो मान ही नहीं रही है सती सावित्री कमिनी कहीं की . अब तू आ गया है तो उसको दूध और तेरे लंड की दही सब पिलायेंगे. देवर ने मुझे नंगी देख कर बोला हाय भाभी ये तुम्हारी बहन कितनी गोरी है पूरी बॉडी संगेमरमर की तरह चिकनी है अभी तक ये कैसे बची रह गई थी. भाभी बोली तो मैं क्या काली कलूटी हूँ सालों चूतियों नया मॉल देख कर पुराना मॉल क्या बासी सडा हुआ लगने लग गया. देवर बोला अरे भाभी तुम तो बस तुम ही हो मैं तो अन्नू की तारीफ कर रहा था इसका मतलब ये तो नहीं की तुम काली हो .अपनी झांटे क्यूँ सुलगाती हो . देवर बोला क्यूँ अन्नू जान मादरचोद कहीं की क्यों अपना बुरा हाल करवा रही हो चुप चाप मान जाओ और मज़े से चुदवा लो हमें भी मज़ा आएगा . नहीं तो तेरी गांड भी आज ही मारेंगे. एक तेरी चुत मे और एक तेरी गांड मे एक साथ लंड घुसेड के चोदेंगे जैसे तेरी बहन को चोदते हैं . वैसे मुझे तो जबदस्ती चोदने मै भी खूब मज़ा आता है.तेरी बहन को भी पहली बार मैंने जबरदस्ती बलात्कार कर के ही चोदा था .अब देख तेरी बहन को कैसे चोदता हूँ फिर चुदवा लेना . आओ भाभी मेरी कुतिया रानी मेरे पुराने बासी मॉल मेरे पास आओ जरा अपनी चूची से दूध पिला कर मेरा लंड मोटा ताज़ा कर दो. फिर अन्नू जान को चोदुंगा.

दीदी देवर के पास गई उसके सारे कपडे निकाल दिए और वो दीदी की चूचियां मुह मे लेकर चूसने लगा फिर दीदी उसका लंड अपने मुह मे लेकर चूसने लगी.दीदी ने उसके लंड के निचे लटक रही दोनों गोलियों को भी चूसा देवर दीदी की चूचियां मसलता रहा . दीदी बोली रंडी की औलाद क्या तेरे हाथ मे दम नहीं है जोर से मसल मेरी चुचियों को .जीजू बोले देख अन्नू रानी हरामजादी तेरी दीदी बहन की लोडी कैसे देवर का लंड चूस रही है कितना मज़ा आ रहा है उन दोनों को .तू भी ऐसे ही प्यार से चूसेगी तो क्या तेरी गांड फट जायेगी भेन्चोद कहीं की.मै बोल तो सकती थी ही नहीं सिर्फ सुन ही सकती थी. और मजबूर थी. मेरे सामने देवर ने दीदी को खड़े खड़े ही चोदा फिर दोनों ने आकर मुझे पकडा. दीदी ने मेरे हाथों को और देवर ने मेरी दोनों टांगो को कस के पकड़ लिया .

जीजू अब अपना लंड मेरे मुह से निकाल कर मेरी चुत पे हमला करने वाले थे. जीजू मेरे ऊपर चढे और लंड से मेरी चुत पे ५ / ६ बार पिटाई करी. बोले बड़ी करारी चुत है .देवर बोले हाँ भैया बड़ी कड़क चुत है इसको चोदने मे बड़ा मज़ा आएगा, जीजू बोले तू पहले चोदेगा या मै पहले चोदु .देवर बोला भैया आप बड़े हैं आप के होते हुए मैं कैसे पहले करूँगा . पहले भोग तो आप ही लगाओ.आप राम हैं मैं लछमन हूँ, दीदी बोली वाह रे राम लछमन बड़ा प्यार है भाई यों मे , अपनी सीता का भी तो ध्यान रखो . देवर हंस के बोला सीता को चोदने के लिए अभी रावण आने वाला है. भाभी चिंता मत करो नई चुत देख कर पुरानी को भूल थोड़े ही जायेंगे . नया नौ दिन पुराना सौ दिन . आप के सहारे ही तो दाल रोटी चलेगी.

और जीजू ने मेरी चुत पे अपना लंड लगाया धीरे से अन्दर घुसेडने लगे लेकिन अन्दर नहीं गया . फिर जीजू ने मेरी चुत खोल के चुत के दरवाज़े पे लंड को सेट किया और जोर से धक्का मारा मै चिल्लाई मरी गई रे. मेरी चुत की झिल्ली फट गई और चुत से काफी खून निकलने लगा.देवर बोला भैया खून निकल रहा है मैं चाट लूँ क्या ? जीजू बोले चाट ले कमीने मादरचोद तुझे खून चाटने का बड़ा शौख है. छोड दे टांगे अब ये कहाँ बच के भागेगी. चाट इसका खून चाट इसको भी थोडी राहत मिलेगी.

उसने मेरी टांगे छोड दी और मेरी चुत के पास आ गया और चुत से निकले खून को चाटने लगा.मुझे कुछ ठंडक पड़ी. फिर जीजू ने अपने लंड को और अन्दर घुसेदा और फिर जोर जोर से धक्के देने लगा .मेरा बुरा हाल था. लेकिन किसी को भी मुझ पे तरस नहीं आ रहा था. देवर मेरी चुत चाट रहा था और दीदी ने भी मेरे हाथ छोड दिए और देवर का लंड चूसने लगी. १५ मिनट बाद जीजू ने मेरी चुत मे अपना रस छोड दिया .ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने गरम गरम दूध डाल दिया हो. मैं थक कर चूर हो गई थी. फिर जीजू निचे लेट गए और मुझे अपने ऊपर लिटाया और अपना लंड मेरी चुत मे डाल दिया .इस बार मुझे पहले जितना दर्द नहीं हुआ.वो देवर से बोले तू ऊपर आके अन्नू रानी की गांड मे अपना लंड डाल के इसकी गांड मार. वो बोला जो हुकम भैया.

उसने मेरी गांड देखी और मेरी गांड मे एक उंगली डाली बड़ी मुस्किल से थोडी सी अन्दर गई.वो बोला भैया इसकी गांड को आज रहने दो बड़ी टाइट है .बेचारी मर जायेगी. जीजू बोले अच्छा अब ये बेचारी हो गई . तेरी भाभी की गांड मारी थी तो क्या वो मर गई थी. अरे पगले पहली बार तो जोर लगाना ही पड़ेगा ना .दीदी बोली इसकी आज चुत की सिल तोडी है कल गांड भी मार लेना देखो क्या बुरा हाल हो गया है इसका.जीजू बोले चुप भोसिडिकी वर्ना तेरी गांड मे दोनों लंड डाल के मारेंगे. दीदी बोली आजा चोदु कहीं के मार मेरी गांड मार. देवर ने तुंरत दीदी को घोडी बनाया और दीदी की गांड मे लंड घुसेड दिया . जीजू बोले देख अन्नू रानी अपनी दीदी को कैसे गांड मरवा रही है अपने देवर से .साली पूरी रंडी है मादरचोद ४/५ लोडों से एक साथ चुदवा सकती है.

डर मत तू भी २/४ बार चुदवा कर इसके जैसी ही बन जायेगी तब तुझे भी रोज़ लंड की जरुरत पड़ेगी. जीजू ने दूसरी बार अपना रस मेरी चुत मे छोड दिया . अब देवर बोला भैया एक बार मैं भी अन्नू रानी को चोद लू. जीजू बोले क्यूँ नहीं. और इसको चोद के बता इसको अपनी बीबी बनाएगा या नहीं. वो बोला भैया ये तो आप को सोचना है.जीजू बोले मुझे तो इसको चोद के खूब मज़ा आया है मेरी तरफ से तो हाँ है, बस तू भी हाँ कह दे तो तेरी शादी अन्नू के साथ करवा देंगे.दीदी बोली शादी तो करनी ही पड़ेगी .तुम ने इसकी सिल भी तोड़ डाली अब क्या शादी नहीं करोगे.

जीजू बोले तू चुप रह भेन्चोद .सिल तोडी है तो कौन सी आफत आ गई. वो तो तेरा बदला लिया है. चल डाल अपना लंड इसकी चुत मे.देवर ने अपना लंड मेरी चुत मे डाला और दीदी से बोला भाभी लाओ अपनी चुत मेरे मुह मे दे दो. देवर मेरी चुत चोद रहा था और साथ मे दीदी की चुत को काट रहा था.जीजू दीदी की चूचियां भींच रहे थे,वो तीनो मज़ा कर रहे थे और मै दर्द से मरी जा रही थी. जब देवर का रस निकला तो वो मेरे ऊपर से उतरा और बोला अन्नू रानी थोडा आराम कर लो .थोडी सी दारू पी लो सारी थकान दूर हो जायेगी . और जबरदस्ती मेरे मुह मै दारू डाल दी .मेरा गला जलने लगा .

और धीरे धीरे उन्होंने दारू का पूरा ग्लास मेरे मुह मे डाल दिया.मुझे थोडी ही देर मे नींद आ गई . थोडी देर बाद उठी तो देखा जीजू दीदी की चुत मे और देवर गांड मे लंड डाल कर चोद रहा था . तीनो खूब हंस रहे थे और गलियां बक रहे थे. मुझे दारू का नशा हो गया था कुछ भी होश नहीं था. मैं उठी और जीजू का लंड दीदी की चुत मे से बाहर नीकाल कर चूसने लगी. मुझे मालूम ही नहीं था की मैं क्या कर रही हूँ.जीजू बड़े खुश हुए और मुझे किस करने लगे बोले ये हुई न बात .अब तू भी अपनी दीदी की तरह पूरी रंडी बन गई है. आजा अब तुझे प्यार से चोदेंगे.मैं खुद जीजू से चिपट गई उनको किस करने लगी और शर्म छोड़ कर उनका लंड अपनी चुत पे रगडने लगी . ये सब मैं नशे मे कर रही थी . नशे मे मुझे लग रहा था की कोई मुझे कस् के प्यार करे और मुझे खूब चोदे .

मैं अपनी चुत का दर्द भी भूल गई.

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मेरा कुंवारा लंड और मस्त रंडी https://sexstories.one/desi-randi-sex-kahani/ Fri, 08 Jan 2021 00:02:06 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%b0%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%81%e0%a4%82%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%be-%e0%a4%b2%e0%a4%82%e0%a4%a1-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%b0/ हेल्लो मेरे साथियों कैसे हैं आप सब और कैसा है आपका नुन्नु | मुझे माफ़ करिए अगर आपको बुरा लगा तो मेरा मतलब आपके लंड से था | नुन्नु तो मैं बस ऐसे ही बोल ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हेल्लो मेरे साथियों कैसे हैं आप सब और कैसा है आपका नुन्नु | मुझे माफ़ करिए अगर आपको बुरा लगा तो मेरा मतलब आपके लंड से था | नुन्नु तो मैं बस ऐसे ही बोल देता हूँ क्यूंकि बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जिनके पास मुझ जैसा मर्दाना लंड होता है | मैं हूँ कल्लू सुपारी और अपनी पान की दूकान है नार्मन मोहल्ले में | randi sex

मैंने कई लोगों की जिंदगी बनायीं है क्यूंकि मेरा सट्टे का काम भी है और मैंने एक से बढ़के एक लोगों को को सट्टे में जिताया है क्यूंकि मैंने देखा है मेरे हाथ से पत्ते कभी फिसल नहीं सकते |

कई बार तो बड़े खान भी मेरे सामने पानी मांग जाते हैं | randi sex

ये जो बावन परी है न इसकी कृपा मुझपे हमेशा बरसती रहती है और इसलिए लोगों ने मेरा नाम सुपारी रख दिया क्यूंकि मैं पत्तो को सुपारी लेके मिलाता था और जीत भी जाता था | अगर मेरा बापू आज जिंदा होता तो कित्नमा गर्व करता मुझपे |

उसके लड़के ने उसकी याद में बाबू सटोरिया खेल का मैदान खोला है जिसमे हार्ट तरह का सत्ता लगवाया जाता है | मेरे बाप का सपना था कि मैं बड़े होकर लोगों के पैसे ढीले करूँ और एक मस्त जुआरी बनू | मैंने आज उसका सपना सच कर दिया और खुद पे मुझे याद है |

मैंने कई बार सोचा कि मैं किसी लड़की को भी चोद लूँ पर मुझे वक़्त नहीं मिलता था किसी को बी चोदने का इसलिए मेरा लंड प्यासा हो गया था और मुझे बहुत ही चुदास लगी रहती थी | मैंने सोचा कि अब मैं अपना काम दूर से बैठ के करूँगा और किस लड़के को लगा दूंगा जो की विश्वासी हो | मुझे वो लड़का मिल गया और उसका नाम सत्तू पहाड़ी है | उसने मेरा पूरा काम संभल लिया और मैं लग गया किसी लड़की की खोज में |

मैंने सोचा कि यार लड़की तो मिल नहीं रही एक रंडी को ही चोद लूँ | randi sex kahani

पर मेरी किस्मत है ही गांडू पर इस बार मुझे कुछ मिल गया इसलिए मैंने सोचा कि ये मौका तो हाथ से जाने नहीं दूंगा | हुआ ये की एक लड़की आई वो दिखने में अच्छी नहीं थी पर उसने मुझसे कहा भैया एक गुटखा दे देना | मैंने उसको गुटका देते हुए उसका हाथ पकड़ा और उससे कहा मैंने चलो हम चलते हैं | उसने कहा कहाँ चल रहे हो मैंने कहा तुमको बजाने |

साला मैंने तो बस ऐसे ही बोला था मुझे क्या पता रंडी निकलेगी वो | randi sex chudai

उसने तपाक से मुझसे कहा सुन न अभी धंधा कम है चल न लेके मुझे | मैं तुझे पूरी चुदाई करने दूंगी और मज़ा भी दोगुना हो जाएगा क्यूंकि पैसे कम लुंगी | मैंने कहा वाह यार तू तो यार मेरे बहुत काम आएगी और मुझे मज़ा देगी | मैंने उससे कहा चल कहाँ चलना है तुझसे | मैंने सोचा बस आज तो मैं चुदाई कर ही लूँगा | मैंने अपनी ही दूकान से कंडोम निकाला और उसके बाद मैंने उससे कहा चल मेरे घर चल |

वो तैयार हो गयी और उसने कहा मैं ३०० रुपये में तुझसे पूरा दिन और पूरी रात चुदुंगी |

उसके बाद मैंने उससे कहा ठीक है मैं तुझे पूरा पैसा दूंगा | अब वो गयी मेरे साथ और मैंने उसको बैठाया कमरे में | उसके बाद मैंने उससे कहा चलो मेरा लंड खड़ा करदो जल्दी से मैंने कभी चुदाई नहीं की है इसलिए मेरा लंड कड़क है |

उसने जैसे ही मेरे लंड पे हाथ लगाया मेरा लंड फडफडा गया और मेरे लंड से पानी बहने लगा | मेरा लंड खड़ा हूके 12 इंच का हो गया और अब रंडी की हालत ख़राब | उसके बाद मैंने उससे कहा बस अब इसको मुह में ले लो |

उसने बड़े अच्छे से मेरा लंड मुह में लिया | sexy randi sex story

मैंने तुरंत आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करने लगा |

Behan ki chodayi ki sex katha

उसने अपने होंठों से मेरे लंड को इतने अच्छे से चूसा कि मैंने बस आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करता रहा और उसके बाद मेरे माल से उसने अपना मुह भर लिया |

मैंने उसके बाद उससे कहा अब तुम नंगी हो जाओ और वो तुरंत हो गयी | randi sex

ऐसे भरे हुए दूध मैंने कभी नहीं देखे थे और उसके बाद उसने अपने दूध मेरे लंड पे रगड़ना चालु किया | मैंने उससे कहा और करो | अब वो लेट गयी और मैं उसके दूध को चोदने लगा और उसके बीच में अपना लंड डालके हिलाता गया |

उसके बाद फिर एक बार मेरा मुठ निकला और वो भी उसने पी लिया और बाकि अपने निप्पल पे फैला दिया |

उसका जोश बढ़ता जा रहजा था और मेरा भी | फिर मैंने उससे कहा मेरी गांड को चाटो और उसने चाटना शुरू कर दिया | और इसके साथ में वो मेरे गोटे भी हिला रही थी और ये मेरे लंड को एक अलग ही एहसास दे रहा था |

उसके बाद मैंने उससे कहा अब मुझे तुम्हरे दूध पीना है | randi sex

मैंने उसके दूध पीना शुरू किया | randi sex

थोड़ी देर बाद उसकी निप्पल खड़ी हो गयी और वो आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करने लगी | मैंने उससे कहा अच्छा लग रहा है न | उसने मेरा मुह अपने दूध में घुसा दिया और कहने लगी बस करते जा मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा है |

उसके बाद मैंने उसके दूध को बस एक घंटे तक चूसा और वो अपनी चूत में ऊँगली करते हुए आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः कर रही थी |

मैंने उससे कहा बस अब मैं तेरी चूत को चाटना चाहता हूँ | उसने कहा ठीक है | क्या गीली चूत थी उसकी | मैंने जैसे ही उसकी चूत चाटना चालु कर दिया और वो मज़े लेके अपनी चूत के दाने को सहलाने लगी | उसकी चूत से इतना पानी निकला कि मैं क्या बताऊँ और उसके बाद मैंने उसके सारे पानी को पी लिया और और वो मुझसे कहने लगी अब मुझे चोदो मुझसे रहा नहीं जा रहा |

मैंने उससे कहा चलो अब घुसाओ मेरा लंड चूत में | randi sex

मेरा लंड खड़ा ही था और उसने मेरे लंड के ऊपर अपनी चूत को सेट लिया और जैसे ही मेरा लंड अन्दर गया मेरी चीख निकल गयी | मेरे लंड की सील खुल गयी थी उसके बाद मैंने उससे कहा निकालो मेरा लंड बाहर | उसने मेरी बात नहीं सुनी और चोदना चालु रखा |

वो आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः कर रही थी और मैं रो रहा था |

उसके बाद मैंने उससे कहा निकालो जब उसने निकाल तो मेरे लंड से खून आ रहा था | पर थोड़ी देर बाद उसने मेरा लंड चूसा और फिर अपनी चूत में डाल लिया और आगे प[पीछे होने लगी अब मुझे भी मज़ा आने लगा और मैं भी मज़े लेने लगा चुदाई के |

हम दोनों आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः कर रहे थे और मुझे मस्त चुदाई का एहसास हो रहा था | मैंने ऐसा कभी मेहोस्सो नहीं किया था जैसा में कर रहा था |

फिर मेरे लंड से मुठ निकला जो की उसकी चूत में ही रह गया | randi sex aur chudai kahani

अब वो घोड़ी बनी और उसके बाद उसने कहा चलो अपना लंड मेरी गांड में डाल दो | मैंने बोला वाह आज तो ताबड़तोड़ चुदाई का कार्यक्रम चलेगा |

जैसे ही मैउने लंड अन्दर डाला वो आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करने लगी और मुझे भी एक बहुत अच्छा नशा छा गया | उसकी गांड इतनी टाइट थी की मेरा आधा लंड ही अन्दर तक गया था |

पर थोड़ी देर बाद मेरा पूरा लंड अन्दर तक गया और मैंने उसकी गांड और चूत पूरी रात और और दिन चोदी |

अगले दिन मेरा लंड सूज गया और मुझसे पेशाब तक करते बन रही थी |

पर मैंने सोचा चलो बस एक ही बार है आगे के लिए अब में फुर्सत हो गया | randi sex

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