chuttad Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/chuttad/ Hindipornstories.org Thu, 28 Oct 2021 07:54:52 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 मामी के साथ पहली बार चुदाई https://sexstories.one/pehli-baar-apni-mami-ko-choda/ Thu, 28 Oct 2021 07:54:32 +0000 https://sexstories.one/?p=3182 मैने अपना लंड चूत पर रखा और ज़ोर से एक धक्का मारा, मेरा पूरा लंड उनकी चूत को चीरता हुआ अंदर घुस गया, वो चीख पड़ी और बोली साले फाड़ दिया मेरी चूत को, ज़रा आराम से कर फिर मैं धीरे धीरे धक्के मारने लगा अब उन्हे भी अच्छा लग रहा था, वो भी अपनी गांड उठा उठा...

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Pehli Baar Apni Mami ko choda में आर्यन उम्र 23, लम्बाई 5’9″ स्लिम बॉडी, सुन्दर हूँ और कलर गोरा, फ्रॉम पटना और में इंजिनियर हूँ ऑटोमोबाइल कंपनी में. तो अब में आपको अपनी रियल लाइफ की स्टोरी के बारे में बता रहा हूँ. गाइस मैं आप सब को बता दूँ की ये मेरी पहली स्टोरी है और ये बिल्कुल सच्ची घटना है. पिछले कई महीनो से मैं ये सोच रहा था आप सब को अपनी स्टोरी बताऊं. तो अब में सीधे कहानी पर आता हूँ.

दोस्तो ये कहानी है मेरी मामी और मेरे बारे मे मेरी मामी का नाम प्रिया है, ये कहानी उन दिनो की है जब मैं क्लास 12 वी मे था, उन दिनो मैं अपने नाना-नानी के यहा पटना मे ही रहता था, घर के मेंबर मे मेरे नाना, नानी और उनके दो बेटे थे दोनो बेटो की शादी हो चुकी थी तो दोनो अपनी वाइफ के साथ रहते थे दोनो मामा के कोई बच्चे नही थे ये कहानी मेरी छोटी मामी के बारे मे है, मेरी मामी उम्र में मुझसे काफी ज्यादा और हेल्ती थी लेकिन बहुत सेक्सी औरत है, वैसे मेरी बड़ी मामी भी काफ़ी अच्छी थी पर उनके साथ मेरा ज़्यादा खुल कर बात करने का रीलेशन नही था, मैं छोटी मामी के साथ काफ़ी खुला हुआ था, और शुरू से ही उनकी तरफ आकर्षित था, उनका फिगर 34-26-36 है. उन दिनो मामी 25 साल की और में 19 साल का था, जैसा की मैं बचपन से ही काफ़ी सुन्दर था तो सब लोग मुझे पसन्द करते थे, 11 वी क्लास मे भी सारी लड़कियां मुझसे काफ़ी खुली हुई थी, तो मामी भी मुझे पसन्द करती थी.

फ्रेंड्स तब तक मैने किसी के साथ सेक्स नही किया था, पर हाँ जब मैं 10 वी क्लास मे था तब से ही मुट्ठ मारता था. तो जब भी मैं मामी को देखता था तो उनको चोदना चाहता था, इसी चक्कर मे मैं उनके पीछे पीछे लगा रहता था, शायद वो भी समझने लगी थी की ये कुछ ज़रूरत से ज़्यादा ही मेरा पीछा कर रहा है, लेकिन कुछ बोलती नही थी. कभी कभी तो मैं ऐसा सोचता था की मामी से साफ साफ कह दूँ की मामी आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो और मैं आपको चोदना चाहता हूँ, पर उतनी हिम्मत नही होती थी. वैसे मामी भी मुझसे आकर लड़कियो के बारे मे पूछती थी की कोई लड़की मुझे अच्छी लगती है या मेरी कोई गर्लफ्रेंड है? में हमेशा ना कहता था.

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एक दिन स्कूल से मैं जल्दी घर वापस आ गया था, घर पर नानी और दोनो मामी थी, नाना बज़ार गये थे और दोनो मामा अपने काम पर थे, मेंरे दोनो मामा मील के बिज़नस करते थे मामा घर से सुबह 9 बजे निकलते थे और रात को 10 बजे तक वापस आते थे वो लोग लंच भी बाहर ही करते थे, घर पर बड़ी मामी खाना बनाके अपने कमरे मे आराम कर रही थी, और नानी भी शायद खा कर सो रही थी, में भी अपने रूम मे चला गया चेंज करने, फिर अचानक मुझे बाहर के बाथरूम से पानी गिरने की आवाज़ सुनाई दी, फिर मैं रूम से बाहर निकला और बाथरूम की तरफ गया फिर मेंने दरवाजे के होल से देखने की कोशिश की तो एक कपड़ा दिख रहा था.

फिर अचानक मैने देखा की मेरी प्रिया मामी पूरी नंगी है, पीछे से उनकी गांड दिख रही थी मैं उनके गांड का शेप देख कर पागल हो गया, क्या बताऊं यारो गांड एकदम गोरी और अच्छे शेप में थी, वो अपने बदन पर साबुन लगा रही थी फिर वो साबुन लगाते हुये मूड गयी और फिर जो सीन मैने देखा, उसके बाद मेरा लंड एकदम से खड़ा हो गया, मामी एकदम मॉडल लग रही थी, उनके बूब्स एकदम टाइट और निपल गुलाबी थे, कमर पतली सी थी और उसके नीचे तो क़यामत ही था, उनकी चूत एकदम क्लीन शेव और गोरी थी, में लाइफ में पहली बार किसी जवान औरत को नंगा देख रहा था, मेरा दिल एकदम तेज़ी से धड़क रहा था.

फिर मुझसे रहा नही गया और मैंने अपना लंड निकाल लिया उन दिनो मेरा लंड 6 इंच का था, मेरे लंड से वीर्य निकल रहा था, फिर में मूठ मारने लगा और मामी को चोदने का इमेंजिन करता रहा, मूठ मारते मारते जब मैं झड़ने ही वाला था की बड़ी मामी के आने की आहट सुनाई दी मैने तुरंत ही अपने लंड को पैंट के अंदर कर लिया और में किसी तरह वहा से निकल के अपने कमरे मे आ गया लेकिन में अपने लंड को रोक नही पाया और अंडरवेयर के अन्दर ही झड़ गया, मेरी पूरी चड्डी गीली हो गयी. थोड़ी देर बाद मैने अपना अंडरवेयर चेंज किया और लंच करने चला गया, बड़ी मामी ने खाना निकाल के दिया और में खाने लगा तभी प्रिया मामी भी नहा के बाहर निकली, वो क्या लग रही थी उन्होने बस टावल लपेटा हुआ था फिर वो भागकर अपने रूम मे चली गयी और अपना रूम लॉक कर लिया.

फिर में खाने लगा, अकेले खाने मे तो मज़ा नही आ रहा था मेरा ध्यान तो कही और ही था, फिर मैने लंच ख़त्म किया और अपने रूम मे जाकर लेट गया, मेरे दिमाग़ मे तो बस प्रिया मामी ही चल रही थी. फिर मैं मामी के रूम के पास गया तो रूम खुला था, में अंदर गया मामी तैयार हो कर कपड़े ठीक कर रही थी, वो लाइट पिंक कलर की साड़ी और लो कट ब्लाउज पहन रखी थी, उस ड्रेस मे तो वो एकदम माल लग रही थी. मैं एकटूक हो कर उनका ब्लाउज देखे जा रहा था, मन तो कर रहा था की अपना मुँह उनके ब्लाउज के अंदर डाल दूँ, फिर मामी ने नोटीस किया और अपना पल्लू ठीक कर लिया और बोला, ऐसे क्या देख रहे थे, मैने शरमाते हुये कहा कुछ नही. फिर वो बोली की में लंच करने जा रही हूँ, तुम भी चलो खाने तो मैने बोला की मैने खा लिया है. फिर वो और बड़ी मामी दोनो एक साथ लंच करने लगी. और लंच करने के बाद आराम करने चली गयी उन दिनो गर्मी का मोसम था तो लोग ख़ान खाने के बाद आराम करते है.

मैं अपने रूम मे आ कर सोच रहा था की मामी को कैसे चोदू, फिर 15-20 मिनिट के बाद में मामी के रूम की तरफ गया, रूम का दरवाजा लगा हुआ था पर लॉक नही था, में धीरे से अंदर घुस गया, मामी सो रही थी, फिर में उनके पास जा कर बैठ गया और उनको उपर से नीचे तक देख रहा था, उनके ब्लाउज के उपर पल्लू नही था और बूब्स एकदम उभरे हुये थे, देखते देखते मेरा लंड खड़ा हो गया, फिर मैने अपना हाथ हिम्मत करके उनकी चुचियो के उपर रखा, हाथ रखते ही मेरी बॉडी मे करंट दोड़ गया, फिर में धीरे धीरे उसको दबाने लगा, अचानक वो जाग गयी और बोली की आर्यन ये क्या कर रहे तो तुम? कितने गंदे हो तुम, मैने तुमसे कभी ऐसा एक्सपेक्ट नही किया था, में एकदम डर गया और फिर मैने बोला मामी आई एम सॉरी, मुझे माफ़ कर दो. पहले तो वो गुस्से मे थी फिर धीरे धीरे नॉर्मल हो गयी, फिर बोली ऐसा क्यों कर रहे थे तुम? मैने नज़र नीचे रख कर बोला मामी आइ लव यू, फिर वो बोली पागल हो गये हो क्या तुम? मैने बोला मामी सच मे आइ लाइक यू और आपके साथ…….वो बोली क्या आपके साथ…..?

मैने हिम्मत जुटा के धीरे से कहा सेक्स करना चाहता हूँ. वो एकदम चुप हो गयी फिर बोली तुम पागल हो गये हो क्या ये सही नही है, मैने बोला मामी प्लीज़… वो बोली नही नही, मैने बोला प्लीज़ मामी कुछ देर बाद मुस्कुराते हुए बोली लड़का जवान हो गया है, लेकिन तेरे मामा को अगर पता चला तो हम दोनो को मार डालेंगे, मैने बोला कैसे पता चलेगा वो रात को 10 बजे तक आते है ओर अभी दोपहर के 3 बजे है, और मैं किसी से कहूँगा भी नही. फिर वो स्माइल देने लगी शायद उनका भी मन हो रहा था. फिर उनका ध्यान मेरे खड़े लंड पर गया, वो बोली तुमने पहले किसी को अपने इस लंड से चोदा है!!! मामी के मुँह से ऐसे खुला सुन के में एकदम सॉक रह गया. मैने बोला नही चोदा है. फिर वो बोली तब तो तुम्हे ट्रैनिंग भी देनी पड़ेगी, तो मैने बोला दो ना, फिर वो उठ के पहले दरवाजा लॉक कर दिया और बोली तू स्टार्ट कर.

फिर मैने उनको अपनी बाहो मे जकड़ लिया और उनको किस करने लगा उनके होठों को चूसने लगा, वो भी मेरे होठों को चूसने लगी, मेरा लंड एकदम टाइट हो गया, मानो चड्डी और पेन्ट चीरकर बाहर निकल जायेगा. फिर किस करते करते मैने उनके बूब्स को उपर से ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा, वो आहें भरने लगी और मोन करने लगी. फिर मैने कहा मामी अपने कपड़े निकालो, वो बोली निकाल ले ना हाथ नही है क्या, फिर मैने उनके ब्लाउज का हुक खोल दिया, उनके बूब्स काली ब्रा मे क्या लग रहे थे, फिर मैने ब्रा भी निकाल दी और उसके बाद में तो समझो पागल ही हो गया उनके बड़े बड़े, टाइट चुचि और गुलाबी निपल देख कर. मुझसे रहा नहीं गया और मैने अपना मुँह उनकी चुचियो से लगा दिया और निपल को चूसने लगा, कैसे बताऊं यारों की उस टाइम क्या मज़ा आ रहा था, मामी भी मुझे ज़ोर से जकड़ी हुई थी, वो बोली और ज़ोर से चूसो, मैं और ज़ोर से चूसने लगा, फिर मैने उनकी साड़ी और पेटीकोट को उनके जिस्म से अलग कर दिया.

अब वो केवल एक काले कलर की पेंटी मे थी, फिर मैने उनकी चूत को उपर से ही रगड़ने लगा, वो अपना बदन हिलाने लगी, फिर जल्दी ही मैने उनकी पेंटी को भी खोल दिया, दोस्तो फिर तो……. मैं पागल ही हो गया किसी औरत को पहली बार इतने करीब से नंगा देख रहा था. मेरे सपने सच हो रहे थे मेरी खुशी का तो ठिकाना ही नही था. उनकी चूत एकदम गोरी और क्लीन शेव थी, चूत का कलर पिंक था, मैने मामी से कहा “आप कितनी सेक्सी हो मामी” फिर वो मुस्कुराते हुये मेरे कपड़े उतारने लगी, उन्होने मेरा पेन्ट उतार दिया, अब मैं बस चड्डी मे था.

फिर वो मेरी चड्डी भी उतार रही थी मुझे थोड़ी शर्म आ रही थी, और उन्होने मुझे नंगा कर दिया. फिर मैने देरी ना करते हुये मामी को बेड पर लिटा दिया, और अपना लंड उनकी चूत मे डालने लगा, वो बोली रुक जा! इतनी जल्दी क्या कर रहा है, पहले इसको टेस्ट तो कर ले में बोला मतलब? वो बोली इसको चाट….. फिर में किसी तरह से अपना मुँह उनकी चूत पर ले गया और फिर अपनी जीभ से उनकी चूत चाटने लगा, बड़ा अज़ीब सा खारा टेस्ट लग रहा था, वो बोली और ज़ोर से चूसो, फिर मुझे भी मज़ा आ रहा था और में ज़ोर ज़ोर से उनकी चूत को चूस रहा था.

वो अपनी गांड उपर नीचे हिला रही थी और उम्म्म हूंम्म उम्म्म की आवाज़ निकल रही थी, वो अपनी पूरी चूत उठा के मेरे मुँह मे डाल रही थी, और बोल रही थी साले खा जा मेरी चूत को, ऐसा सुनते ही मुझे और जोश आ गया और में और ज़ोर ज़ोर से उनकी चूत को चाटने लगा और हाथो से उनके बूब्स को दबाता रहा, अब में भी पूरे नशे मे था, चूत चटवाते हुये मामी बोली आज मैं बहुत खुश हूँ, में कब से अपना चूत चूसवाना चाहती थी पर तेरा मामा नही चूसता था, फिर में करीब 5-7 मिनिट वैसे ही उनकी चूत चूसता रहा, वो अपनी गांड उपर-नीचे हिलाती रही और मोन करती रही फिर उन्होने अपनी चूत से पानी छोड़ दिया, में भी जोश मे था तो उनके पानी को पी गया.

फिर मामी उठी और मेरे लंड से खेलने लगी और उसके उपर लगे पानी को चाटने लगी, फिर उन्होने मेरा पूरा लंड अपने मुँह मे ले लिया और चूसने लगी, में कैसे बताऊं दोस्तो की मुझे कितना मज़ा आ रहा था, पहली बार कोई मेरा लंड चूस रहा था, फिर में भी उनके मुँह मे अपने लंड को आगे पीछे करने लगा, और 2-3 मिनिट मे ही मेरा वीर्य आ रहा था, तो मैने मामी को बोला की में झड़ने वाला हूँ और उनके मुँह मे ही झड़ गया, मामी मेरा पूरा वीर्य पी गयी, मुझे बहुत मज़ा आया, लंड चुसवाके. फिर मेरा लंड ठंडा पड़ गया ओर में बेड पर लेट गया, फिर मामी मुझे किस करने लगी और मेरी छाती को किस करके मुझे तड़पाने लगी, धीरे धीरे मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया, फिर वो बोली अब सहन नही हो रहा, चोदो मुझे फिर मैं उठा और मामी को लेटा दिया, और उनकी गांड के नीचे तकिया डाल दिया.

फिर मैने अपना लंड चूत पर रखा और ज़ोर से एक धक्का मारा, मेरा पूरा लंड उनकी चूत को चीरता हुआ अंदर घुस गया, वो चीख पड़ी और बोली साले फाड़ दिया मेरी चूत को, ज़रा आराम से कर फिर मैं धीरे धीरे धक्के मारने लगा अब उन्हे भी अच्छा लग रहा था, वो भी अपनी गांड उठा उठा के मेरा साथ दे रही थी, और बोल रही थी और ज़ोर से चोद, बुझा दे मेरी प्यास, बहुत दिनो से तेरे मामा ने मुझे अच्छे से नही चोदा है, वो काम से आता है और थक के सो जाता है, फिर 5 मिनिट तक में उसी पोज़ मे चोदता रहा, फिर वो मेरे उपर आ गयी और अपनी गांड उठा उठा के चुदवा रही थी, मैं भी नीचे से धक्के मारता जा रहा था, फिर कुछ देर वैसे ही चोदने के बाद वो डॉगी पोज़ मे आ गयी फिर मैं कुत्ते की तरह उनकी चूत को चोदता जा रहा था वो पूरी मधहोश थी और मोन कर रही थी, फिर करीब 20 मिनिट के बाद मैं झड़ने वाला था, मैने मामी को बोला तो बोली अंदर ही डाल दे और बुझा दे मेरी चूत की प्यास को, जैसे ही मेरे वीर्य की धार उनकी चूत मे गयी वो भी तुरंत झड़ गयी.

फिर कुछ देर तक हम दोनो एक दूसरे से लिपट कर लेटे रहे. फिर मामी ने मुझे किस करते हुये कहा आर्यन बहुत खुश हूँ में आज, आजतक तेरे मामा ने कभी मुझे ऐसा सुख नही दिया था.फिर अगले 2 दिन बाद ही मामी अपने मायके चली गयी, कुछ महीनो के बाद मेरा भी इंजिनियरिंग मे बेंगलूर मे ऐड्मिशन हो गया, वहा पर भी मैने कई लड़कियो की चूत और गांड मारी, छुट्टियों मे भी जब में अगर नानी के यहा आता और मौका मिलता था तो मामी को और भी अच्छे से चोदता था और उनकी गांड भी मारता था. और अब तो मैं सेक्स का एक्सपर्ट बन चुका हूँ

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लौड़े में दम नहीं फिर भी हम किसी से कम नहीं https://sexstories.one/laude-me-dum-nahi-hum-kisise-kum-nahi/ Tue, 19 Oct 2021 09:59:13 +0000 https://sexstories.one/?p=3062 उन्होंने भी कई बार मुझे उस तरीके की नजर से देखा था। मैं उनके ख्यालात भाप चुकी थी। इसलिए मैं भी इशारे करने लगी थी। एक दिन वह समय आ ही गया जब उन्होंने मुझे मेरे बिस्तर पर लेटा कर मेरे चूचो को दबाने लगे। वह बोलने लगे मैं तो कब से इस मौके का इंतजार कर रहा था।....

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antarvasna, desi laude porn kahani बबीता के पिता पुलिस में कांस्टेबल थे। बबीता के पिता का देहांत जब हो 15 साल की थी तभी हो गया था। उसके परिवार में पांच बहने थी।बबीता एक सामान्य परिवार से होने के नाते कोई दुख और तकलीफ  का सामना  अपने जीवन में किया था। अब 42 साल की हूं। अभी मे हसीन और मस्त हू। इसलिए मैं एक नंबर वन की गस्ती बन गई। जो आज पूरे पंजाब में बबीता गस्ती के नाम से मसहूर हूं।मैंने कई लंडो की प्यास को बुझाया है। इसीलिए लोग आज मुझे इतना मानते हैं। मैं अपने बारे में आपको बताती हूं कि मैं एक कॉल गर्ल कैसे बनी। मैं बचपन से बहुत ही सीधी और शरीफ थी। मुझे तो चूत और लंड के बारे में कुछ भी पता नहीं था। मैं आपको बताती हूं। किस प्रकार से कुछ लोगों का हाथ मुझे बबीता गस्ती बनाने में है। मैं आपको बताती हूं।

मेरी मां काफी जुगाडू  किस्म की महिला हैं। उसका अहम योगदान रहा  मुझे  कॉल गर्ल बनाने में और मुझे कभी भी ऐसा करने से रोकती नहीं। मैं जब अपने रिश्तेदारी के यहाँ जाती थी। वहां पर मेरे रिश्तेदार मेरे साथ कई बार मेरी गांड पर हाथ फेर देते थे। पेहले मुझे इस बात का एहसास नहीं था। एक दो बार तो उन्होंने मुझे चॉकलेट खिलाने के बहाने अपना लंड भी चुसवा दिया। और मुझे बोलते थे यह वाली ओरिजिनल चॉकलेट है। मुझे भी बहुत मजा आता था। और मैं ज्यादा से ज्यादा ओरिजिनल वाली चॉकलेट खाना पसंद करती थी। मेरे चाचा ने भी कई बार मुझे ऐसे ही अपना लंड चुसवा दिया। यह मेरी शुरुआती दिनों की ट्रेनिंग थी। और हमारे घर पर जो भी आता मैं उन सबके लंड चुस्ती। मुझे बहुत आनंद आता ओरिजिनल चॉकलेट खाने में यह तो मेरे बचपन के दिनों की बात है।

मैं स्कूल में 12 वी क्लास में थी। और मेरी एक दोस्त थी।जो हमेशा मुझे अपने काम के लिए बोलती थी। एक अच्छी दोस्त की तरह मैंने कभी मना नहीं किया। मै हमेशा उसकी हेल्प करती थी। जब उसका कुछ काम होता नहीं था स्कूल का तो वह मुझे टीचरों के आगे खड़ा कर देती थी। और बोल देती इसकी वजह से मेरा काम नहीं हुआ। फिर वह टीचर मेरी स्कर्ट उठाकर मेरी गांड पर छड़ी से प्रहार करते। और वह टीचर मुझे अपने घर  बुलाते थे। और मुझे अपना लंड चुसवाते थे। कुछ मुझसे कहते थे। चलो अपनी स्कर्ट ऊपर करो और घोड़ी बन जाओ।

फिर वह मेरी चुत और गाड़ लेते थे। मेरे चलते मेरी सहेली को भी कभी भी कोई फेल नहीं करता था। बाद में मैंने भी एक बार अपनी सहेली की सहायता ली और उसे कहां मेरा काम कर दे। अपना काम करवाने के बहाने मैंने उसे अपने घर पर बुलवा लिया। और मेरे चाचा से उसकी बुंड फड़वा दी। क्योंकि उसने भी मेरा बहुत फायदा उठाया था। हमें भी समझ गई थी दुनिया को चाचा मैं मेरा काम इसलिए किया क्योंकि वह रोज मेरी गांड मारते थे। मैंने उनके सामने प्रस्ताव रखा आज मैं आपको नई सील बंद गांड दिलऊंगी।

तो आप मुझे क्या दोगे उन्होंने कहा जो मांगेगी वह दे दूंगा। उन्होंने मुझे एक सोने की अंगूठी थी और कुछ पैसे भी तब से मुझे इसकी प् प्रेरणा मिलने लगी थी। ऐसे मैं पैसे कमाए जा सकते हैं। मेरे चाचा ने उस दिन मेरी सहेली की सरसों का तेल लगाकर ऐसे लिए उसके गांड के गूदे से खून निकलने लगा था। और उसकी चूत तो पूछो मत क्या हाल किया मेरे चाचा ने क्योंकि उनका काफी सख्त और कड़क था। मैं तो उनका रोज लेती थी। इसलिए मुझे एहसास था कि मेरी सहेली पर क्या बीत रहा होगा। मेरी सहेली मुझे कहने लगी तूने मेरे साथ गलत किया। मैंने उसको कहा कोई बात नहीं यह कुछ गलत नहीं है मैंने भी तेरे लिए बहुत कुछ किया है। फिर मैंने उसको कुछ पैसे दिया और कहा दवाई ले लेना क्योंकि तेरी गांड से 1 महीने तक बैठा नहीं जाएगा।

पैसे देखकर उसका भी मन ललचा गया। तब से हम दोनों यही काम करने लगे। लेकिन अभी भी कुछ कसर बची थी। मार्केट में हमारा नाम था नहीं और हमारी उम्र भी कम थी तो हम घर से बाहर भी नहीं जा सकते थे। मेरी सहेली भी आज दिल्ली में नंबर एक की जुगाड़ है। उसने भी आज दिल्ली के  लोड़ो को ले लिया है। वह भी बहुत पैसे कमाती है।

जब मेरी जॉब लगी।वह शुक्ला जी थे।जो मुझसे अपनी काम में मदद लेते थे। शुक्ला जी ने मुझे पहचान लिया। कि मैं एक नंबर की जुगाड़ हूं। तो उन्होंने मुझे पैसे दिए और अपनी कैबिन में बुलाया। और कई बार मेरी गांड और योनि का आनंद लिया। तब तक मैं भी पूरी खाई खेली बन चुकी थी। अब मैं कोई कच्ची कली नहीं थी अब मैं बड़े बूढ़ों को लेने लगी थी। मुझे भी बहुत मजा आता था। मुझे पैसे भी मिल जाते थे और मुझे भी हो जाते थे। देखते ही देखते मेरी चर्चाए और ऑफिस में भी होने लगी। हां मैं सब जगह बुकिंग पर जाने लगी। मेरी डिमांड बढ़ने लगी थी। मुझे शुक्ला जी ने फेमस कर दिया था अपने दोस्तों के बीच में सब एक से बढ़कर एक अय्याश और बड़े-बड़े लंड वाले थे। 9 इंच से कम तो किसी का भी नहीं था। मुझे बुड्ढों के साथ बहुत मजा आता था।

उन्होंने ही मेरा नाम बबीता रांड रखा था। सब के सब मेरी बहुत तारीफ करता है। बोलते हैं तेरे जैसा कोई नहीं देखा। और मैं भी उनकी तारीफों से अपने आप को खुशनसीब मानती हूं उन्होंने मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया। अब इसके बाद और बचा था। फिर मेरा मन भरने लगा था। फिर मेरे घर वालों ने मेरे लिए लड़का देखना है शुरू किया। क्योंकि मेरे पिताजी का देहांत हो चुका था। मुझे भी मेरे पिता के मरने का अफसोस हुआ। उसी के कुछ समय बाद मेरे चाचा जी भी मर गए। जो कि मुझे पैसे दिया करते थे। अपनी बुड़ फडवाने के लिए इसलिए मेरे पास अब कोई चारा नहीं बचा था।

फिर मैंने शादी का फैसला कर ही लिया। मेरी शादी रवि नाम के एक लड़के से हो गई। घर वालों ने  अपने हिसाब से मेरे लिए लड़का देखा था। वह बहुत ही शरीफ था। वह किसी सरकारी नौकरी पर था। वह एक चिकना लौंडा था। हमारी शादी की पहली रात उसको कुछ पता ही नहीं था क्या करना है। उस कुत्ते को मैंने ही सब कुछ सिखाया। लेकिन उसमें कुछ दम नहीं था। क्योंकि मुझे सख्त और कड़क लंड लेने की आदत थी। इस वजह से मुझे कुछ मजा नहीं आ रहा था। लेकिन मेरे ससुर जी एक रौबदार और कड़क तरीके व्यक्ति थे।

उन्होंने भी कई बार मुझे उस तरीके की नजर से देखा था। मैं उनके ख्यालात भाप चुकी थी। इसलिए मैं भी इशारे करने लगी थी। एक दिन वह समय आ ही गया जब उन्होंने मुझे मेरे बिस्तर पर लेटा कर मेरे चूचो को दबाने लगे। वह बोलने लगे मैं तो कब से इस मौके का इंतजार कर रहा था। मैं भी बोल दिया ससुर जी आपने मेरे दिल की बात छीन ली। उसके बाद तो उन्होंने मुझे नंगा करना शुरू कर दिया और बोलने लगी बहू मैंने तो अपनी प्यास बुझाने के लिए तुमसे अपने लड़के की शादी करवाई। मे दिल ही दिल खुश हो उठी। और अपने ससुर से बोली आपने अपने बेटे को क्या खाकर पैदा किया है। साला पूरा का पूरा फुस पटाखा है।

फिर तो जैसे मैं मेरे ससुर का बीपी हाई हो गया। बोलने लगे बताता हूं क्या खाकर पैदा किया था। उन्होंने मेरे दोनों पैरों को चोड़ा किया। फिर अपना 9 इंच का सरिया मेरे चूत मैं बड़ी तेजी से उतार दिया। जैसे ही वह मेरी योनि में उत्तरा वैसे ही मेरे बदन में हलचल पैदा हो गई। उसके बाद तुम्हें भी तड़पने लगी। तड़प तड़प कर मैंने अपने ससुर का गला दबा दिया। उन्होंने कहा मादरचोद मुझे मारेगी क्या मैंने कहा हां इतने दिनों से तुमने ऐसा क्यों नहीं किया। मेरा तो मन ही नहीं हो रहा था। फिर मेरे से सुनना है लंबी गहरी सांस लेते हुए कहा।

रंडी तू देखती है ना सब लोग घर में अपनी मां  बहन करवाते रहते हैं। बातों बातों में मेरे ससुर ने ऐसा झटका मारना शुरू किया मानो ऐसा लगा जैसे मेरी चूत मेरे गले में आ गई हो। उसके बाद मेरे ससुर का झडने को हुआ। उन्होंने अंदर ही गिरा दिया। और आज जो मेरी बेटी है वह मेरे ससुर की पैदाइश है। क्योंकि मेरा पति कुछ काम का था नहीं मेरे ससुर को भी यह काम करना पड़ा। खुश मैं बहुत मेरे ससुर चल बसे। मुझे यह सब अच्छा नहीं लगा और मैं दोबारा से जुगाड़ बनने के लिए निकल पड़ी।

और देखते ही देखते पता नहीं कब मैं बबीता गस्ती बन चुकी थी।

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दोपहर में मिली एक रंडी https://sexstories.one/dopehar-mein-mili-randi-xxx/ Mon, 18 Oct 2021 06:17:14 +0000 https://sexstories.one/?p=4559 मेरा लंड इतना कड़क हो गया था की मेरा अंडरवेर फटने को हो गया था. उसने अंडरवेर के अंदर ही पकड़ा और हिलाया, और फिर थोड़ी देर बाद मेंरी अंडरवेर उतार दी. मेने शवर को चालू किया और उसे किस करने लगा, मुझे बदबू नही आ रही थी अब मुझे कोलगेट की मिंटी खुशबु आ रही थी...

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Chudas randi ki chodayi ki kahani में 23 साल का सॉफ्टवेयर इंजीनियर हूं और दिल्ली में रहता हूं गुडगाँव में एक सॉफ्टवेयर डेवलपर कम्पनी में जॉब करता हूं l पहले में अपने बारे में कुछ बताना चाहता हूं. इस घटना को अभी 2-3 सप्ताह ही हुए होंगे l में ऑफिस से दोपहर 12, 1 बजे मेरे घर आ रहा था मेरा घर ब्लू लाइन मेंट्रो स्टेशन के पास ही है यह एक सुनसान जेसा है जहा कोई आता जाता नही है स्टेशन के आगे एक रोड है जो अब बंद है…उसके साइड से एक नयी रोड है अब जो चलती है…परन्तु में पुरानी रोड को उपयोग में लेता हूं क्योंकी बहुत कम भीड़ होती है तो दिन के समय में बाइक पे घर आ रहा था l

तो अचानक मेने देखा 3-4 आंटियां एक एक कर के हाथ दिखा के जेसे लिफ्ट मांगते है l मेने सोचा देखे तो सही क्या बोल रही है में उनके पास रुक गया और बोला क्या हुआ, तब मेने सोचा ये आंटीयां नही है इनमें तो एक ही आंटी है और दो लड़कियां तो मेंरी उम्र की ही थी, उनमें से एक ने सुपर टाइट टॉप पहने हुआ था, कुछ ज्यादा ही लिपस्टिक लगा रखा था और दो ने सूट पहना हुआ था, जिसमें से टॉप पार्ट मतलब बोब्स दिख रहे थे और आंटी साधारण कपडे पहने हुए थे.

आंटी: करेगा क्या?.

में: क्या बोल रहे हो आंटी?

आंटी: अरे करेगा क्या?

में: क्या करना है?

आंटी: ज्यादा भोला मत बन तुझे पता है क्या बोल रही हू…

मेरे तो कुछ समझ में नही आया क्या बोलू मेने पहले घबरा के कह दिया की…

में: ”क्यों टाइम वेस्ट कर रही हो मेरा मुझे कुछ भी नही करना…” और में बाई और से मेरे घर आ गया (जो मेरा दोस्त था शरद वो ऑफिस में ही था) मेने सोचा की एक लड़की को यहा ले आता हू मज़े आएँगे…मेने एक पैकिट कोंडम का खरीदा और में वापिस उसी जगह 5 मिनट्स में पहुंच गया और वही रुक गया.

में: आंटी रेट क्या है l

Mast chodayi बहन का देवर – पार्ट ३

आंटी: अब आया ना लाइन पे 500 किसी का भी.

में: 500 तो ज्यादा है.

आंटी: ऐसी चूत कही नही मिलेगी 500 में.

में: आंटी देख लो कुछ कम कर दो.

आंटी: चल साले बनिए तू 400 दे देना.

में: (उस टाइट टॉप वाली को बुलाया ओर उसके बूब टच करके कहने लगा), चल तू आ जा l

आंटी: ठीक है, यही करेगा या कही ओर

में: मेरा घर है यही पास में…

आंटी: लेजा पर आधे पैसे दे दे अभी l

मेने 200 आंटी को दिए ओर उसे बाइक पे बीटा के ले गया… मेने गेट खोला ओर अपने बेडरूम में ले गया, उसे पानी दिया तो वो बोली “जल्दी जल्दी कर टाइम नही है”, मेने उसे बताया ये मेरा पहला टाइम है आराम से करना तो वो हंस के कहने लगी चलो आज मज़ा आएगा. उसने कहा यहाँ आ मेरे कपडे खोल, मेने उसका टॉप उतारा उसके बूब्स क्या दिख रहे थे में क्या बताऊ, उसकी ब्रा गुलाबी कलर कि थी मेने कहा ऐसे बोबे तो मेने आज तक नही देखे, वो कह रही थी “तूने फिर देखा ही क्या है आगे आगे देखते जाओ”.

और वो मेरे पास आई और उसका हाथ मेरे लंड पर गया, तो वो बोली अरे ये तो अभी से खड़ा हो गया. में हंस के उसके मुह के पास आके उसको किस करने लगा परन्तु उसके मुह से बदबू आ रही थी तो मेने कहा की घोड़े का मुह में लिया है क्या केसी बदबू आ रही है उसने कहा अरे यार ब्रश करने का टाइम ही नही मिला आज.

में उसको अपने बाथरूम में ले गया और उसे अपने रूम मेंट का ब्रश दिया और कहा ब्रश करले ऐसे मुझसे नही होगा. वो हंस ने लगी और उसके दांतों को साफ करने लगी. मेने उससे कहा कपड़े खोल दोनो नहा लेते हैं, उसने कहा 1 घंटा है तेरे पास, मेने कहा बहुत है, मेने उसकी ब्रा उतारी और उसने उसकी जीन्स (एक लड़की की जीन्स को उतारना मेरे लिए हमेंशा की समस्या थी), मेने उसकी पेंटी देखी, उसपे हाथ लगाया वहां थोड़े थोड़े बाल थे परन्तु इतने ज्यादा भी नही थे. मेने उसकी पेंटी उतारी और मेने देखा क्या चूत थी मेरा लोडा आज भी सलाम करता है याद कर-कर के अब वो मेरे सामने नंगी खड़ी थी उसने हंस ते हुए मेंरी शर्ट और जीन्स उतार दी,

Randi ki chodayi दम लगा के चोद भोसड़ी के

मेरा लंड इतना कड़क हो गया था की मेरा अंडरवेर फटने को हो गया था. उसने अंडरवेर के अंदर ही पकड़ा और हिलाया, और फिर थोड़ी देर बाद मेंरी अंडरवेर उतार दी. मेने शवर को चालू किया और उसे किस करने लगा, मुझे बदबू नही आ रही थी अब मुझे कोलगेट की मिंटी खुशबु आ रही थी, मेने उसके बूब्स को भी दबाया मजा आ गया एसा लग रहा था जेसे कोई गुब्बारा हो, बस दबाते जाओ, उसके निप्पेल्स तो थोड़े काले थे पॉर्न में तो पिंक पिंक होते ही है परन्तु फिर भी टाइट हो गये थे, उसने मेरा लंड आगे पीछे करना शुरू कर दिया, मेने उसे चाटना स्टार्ट कर दिया,

पहले उसकी गर्दन फिर एक बूब फिर उसकी निपल चाटने लगा. उसकी निपल मेने थोड़ी सी काटी, उसके मुह से निकला आउच!!… खाएगा क्या और हंस ने लगी, थोड़ी देर बाद में नीचे उसकी चूत पर आया l क्या बताऊ दोस्तों जिंदगी में पहली बार चूत चाटी है में केसे बताऊ कितना मजा आया मेरा लंड तो पागल ही हो गया, फिर मेने शावर बंद किया और उसको उठाकर बेड पर ले गया और डौगी स्टाइल में उसकी चूत चाटने लगा. फिर वो सेक्सी आवाज निकालने लगी अववव…ह्म….आह्ह …उम्म्म्मम…. . और मेने बोला ये नकली आवाज मत निकाल, कोई जरुरत नही है,

तो वो बोली साले ये नकली आवाज नही है कभी किसी की चूत नही चाटी ? आवाजे खुद ही निकलने लगती है पांच मिनट चूत चाटने के बाद मेरे दिमाग में एक आईडिया आया और हम 69 की अवस्था में आ गये l अब वो मेरा लंड चाट रही थी और में उसकी चूत को, जब उसने मेरा लंड मुह में लिया तो कितनी ख़ुशी हुई उसका गरम गरम मुह हाय रे लंड मजा आ गया l फिर मेने कहा करें ? उसने कहा तेरी मर्जी. मेने अपनी जींस की जेब से कॉन्डोम निकाला और उसे दे दिया उसने मेरे लंड पर उसे पहना दिया l मेने उसे किस किया और उसे बेड पर लिटा दिया l

मेने उसको देखा और उसके ऊपर लेट गया l फिर मेने अपना लंड उसकी चूत में डाला तो बहुत मजा आया मेने अपने जीवन में जितनी भी बार मुठ मरी थी सब फैल था इसके सामने, मेने उससे कहा केसा लग रहा है, उसने कहा मस्त और मेने जोर के झटके देने चालू कर दिए, वो तो आवाजे निकालने लगी …उम्म्म…ओर ज़ोर से आआआअअ…बोहोत बाड़िया…उम्म्म…. मेने झटके और तेज कर दिए, फिर में लेट गया और उसको मेरे लंड पर बिठा दिया बहुत अच्छा वो भी मस्त करने लगी थी और मेने दोनों हाथों से उसके बोब्स को पकड़ लिया और उनको ऊपर नीचे – ऊपर नीचे करने लगा, तो उसने कहा ओर कितना करोगे, मेने कहा 23 साल की भड़ास निकालूँगा अभी और मेने उसे कुतिया स्टाइल में लिया और उसकी चूत मारने लगा l

दोस्तों कुतिया स्टाइल अच्छी पोजीशन है यह सेक्स को और भी सेक्सी बना देता है l फिर मेने उससे कहा की मेरा निकलने वाला है तो उसने कहा तो निकलना फिर मेने उसको सीधा किया और उसके ऊपर लेटके झड गया l मेने कहा केसा लगा, उसने कहा मस्त और हंसने लगी l अभी 10 मिनट बचे थे उसने मेरे कॉन्डोम को हटाया और लंड को साफ किया और बोली बढ़िया लंड है तेरा मेने उसको और उसके बूब्स को किस किया l मेने कहा एक फोटो ले लूँ तेरा नंगे बदन का तो उसने कहा ले ले 10 मिनट है अभी और मेने 5 – 6 फोटो ली और उसने अपनी ड्रेस पहन ली l फिर मेने उसको 300 रू दिया.

वो हंसने लगी और कहने लगी तो में जाऊ ? या और कुछ मेने कहा चलो में तुम्हे छोड़ आता हूं पास में ही तो है तू रुक. और में हंसने लगा और मेरे ऑफिस का टाइम भी हो गया था l उसको छोड़ के में ऑफिस के लिए निकल गया l तो दोस्तों केसी लगी मेंरी कहानी l

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ফাকা রুমে বন্ধুর গার্লফ্রেন্ডকে পেয়ে চোদার গল্প https://sexstories.one/phaka-rume-bandhura-garlaphren%e1%b8%8dake-pe%e1%ba%8fe-codara-galpa/ Sun, 17 Oct 2021 09:18:20 +0000 https://sexstories.one/?p=2966 বুক ঢিপ ঢিপ শুরু হয়ে গেল আমার, জমে রইলাম, একটুও নড়লাম না, মনিকাকে বুঝতে দিতে চাই না যে আমার ঘুম ভেঙেছে। মনিকা এমনভাবে আমাকে জড়িয়ে ধরে শুয়ে আছে তাতে এর বড় বড় নরম মাইগুলো আমার পিঠের সাথে সেঁটে আছে।

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Choti bangla golpo কলেজ হোস্টেলে সিট পাওয়াটা ছিল আমার জন্য দুধ-ভাত। bangla choti club কারন হোস্টেল সুপার ছিলেন সম্পর্কে আমার দূর সম্পর্কের দাদা। banglachati story শুধু সিট পাওয়াই নয় আরো অনেক সুযোগ সুবিধাই আমি সেখানে ভোগ করতাম। chotigolpo bangla new যেমন, অন্যান্য রুমে চারজন করে ছাত্র থাকলেও আমার রুমে থাকতাম দুইজন। bangla hot golpo

এছাড়া কলেজ লম্বা ছুটিতে হোস্টেলে কোন ছাত্র থাকার নিয়ম ছিল না কারন ক্যান্টিন বন্ধ থাকতো। কিন্তু আমি হোস্টেল ছাড়তাম না, রুমেই হিটার বসিয়ে নিজে রান্না করে খেতাম আর আমার কিছু বিশেষ বন্ধুর সাথে আড্ডা মারতাম, তাস-দাবা খেলতাম। আসলে এসবের প্রধান কারন ছিল, আমি একটা রাজনৈতিক দলের মোটামুটি উপর সারির কর্মী, ফলে আমার রুমটা দলীয় মিটিং বা অন্যান্য আলাপ-আলোচনার জন্য আদর্শ স্থান ছিল। Choti bangla golpo

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আমার সেইসব বিশেষ বন্ধুদের মধ্যে রায়হান ছিল অন্যতম। ও আমার এতোটাই ঘনিষ্ঠ বন্ধু ছিল যে ও প্রায়ই আমার সাথে আমার বিছানায় ঘুমাতো। একবার রোজার জন্য কলেজ প্রায় ৪০ দিনের জন্য বন্ধ হয়ে গেল এবং যথারিতী সব ছাত্ররা হোস্টেল ছেড়ে চলে গেল, একমাত্র আমি ছাড়া। একদিন রায়হান এসে আমাকে বললো যে ওর দুই রাতের জন্য একটা রুম লাগবে, আমি যেন ওকে আমার রুমটা দুই রাতের জন্য ছেড়ে দেই। Choti bangla golpo

কারন জিজ্ঞেস করাতে ও অকপটে সত্যি কথাটাই বললো যে ওর এক গার্লফ্রেন্ড (ওর গার্লফ্রেন্ডের অভাব ছিল না) আসবে সিলেট থেকে। মেয়েটা দুই রাত থাকবে, সুতরাং আমার রুমটা পেলে ও নিশ্চিন্তে মেয়েটাকে দুই রাত ধরে চুদতে পারবে। কি আর করা, আমি রাজি হয়ে গেলাম। এতো সহজে রাজি হওয়ার পিছনে অবশ্য একটা কারন ছিল। প্রথমতঃ সুদুর সিলেট থেকে একটা মেয়ে রায়হানকে চুদা দিতে আসছে, তাকে দেখার লোভ সামলাতে পারলাম না।

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দ্বিতীয়ত আমি তালা খোলার কৌশল জানি, যে কোন একটা রুম সহজেই তালা খুলে আমি সেখানে ঘুমাতে পারবো, আমার কোনই কষ্ট করতে হবে না। সেদিনই রাত প্রায় নয়টার দিকে রায়হান এলো একটা সুন্দরী মেয়েকে সাথে নিয়ে। এতো সুন্দর একটা মেয়েকে রায়হানের মত একটা ছেলে কি করে পটালো ভেবে অবাক হলাম। ৫ ফুট ৫ ইঞ্চি, ৩৪-২৬-৩৮ ফিগারের মেয়েটা দেখতে খুবই সুন্দর। Choti bangla golpo

আমি মেয়েটার দিকে অপলক তাকিয়ে আছি দেখে মেয়েটাই আমাকে হ্যালো বলে হাসলো। দারুন স্মার্ট মেয়ে। রায়হান মেয়েটার সাথে আমার পরিচয় করিয়ে দিল, মেয়েটার নাম মনিকা। আমি ওদের সাথে কয়েক মিনিট গল্প করলাম, রায়হান ইশারায় আমাকে যেতে বললে আমি বিদায় নিলাম। আগেই আমি আরেকটা রুম খুলে রেখেছিলাম, তীব্র শীত হলেও একটা বিছানায় লেপ ছিল, মুড়ি দিয়ে ঘুমিয়ে গেলাম। Choti bangla golpo

যদিও আমার মাথার পোকাটা বারবার আমাকে খোঁচাচ্ছিল, “যা দরজায় কান পেতে শুনে আয় ওরা কি করছে”। আমি পোকাটাকে ধমক দিয়ে বললাম, “শোনার কি আছে? আমিতো জানিই ওরা চুদাচুদি করছে”, তারপর ঘুমিয়ে গেলাম। সকালে উঠে ওদের খবর নিতে গিয়ে দেখি রুম ফাঁকা, কেউ নেই। সম্ভবত ওরা ভোরে উঠে চলে গেছে। পরদিন রাতে রায়হান মনিকাকে নিয়ে আবার এলো আর ভোরে চলে যাওয়ার কারনে ক্ষমা চাইলো। Choti bangla golpo

সেই রাতটাও ওরা আমার রুমেই কাটালো। রায়হান মজা করে সারা রাত ধরে মনিকাকে চুদছে অথচ আমি লেপের মধ্যে শুয়ে ধোন নেড়ে রাত পার করছি। অন্য কেউ হলে ধরে বসতাম, কিন্তু রায়হানের প্রেমিকা বলে কথা। সেদিনও সকালে উঠে ওদেরকে পেলাম না। পরে ২ দিন রায়হানের দেখা পাওয়া গেল না, ভাবলাম মনিকা হয়তো সিলেটে ফিরে গেছে আর রায়হান হয়তো মনিকার সাথে গেছে অথবা অন্য কোথাও গেছে।

যাকগে, আমি রায়হানের কথা ভুলে গেলাম, তবে মনিকাকে আমি ভুলতে পারলাম না। ৫ দিন পর, সন্ধ্যার পর আমি পড়তে বসেছি, এমন সময় কে যেন দরজায় বেশ জোরে জোরে ঘা দিতে লাগলো। বিরোধী পার্টির শত্রু ভেবে ভয়ে আমি প্রতিরক্ষার প্রস্ততি নিয়ে দরজা খুলতেই আমার একটা হার্টবিট মিস হয়ে গেল। Choti bangla golpo

আমার নিজের চোখকে বিশ্বাস করতে পারছিলাম না, চোখ কচলে ভাল করে তাকালাম। বাইরে ঘুটঘুটে অন্ধকার, রুমের আলোতে স্পষ্ট দেখা যাচ্ছে, আগন্তুক আর কেউ নয়, মনিকা। মনিকার হাতে একটা লাগেজ ব্যাগ, আমাকে ঠেলে ভিতরে ঢুকে দরজা বন্ধ করতে বললো ও। আমি অবাক হয়ে একবার ওর দিকে আরেকবার বাইরে তাকাতে লাগলাম। মনিকা বললো, “ওদিকে কি দেখছো, আর কেউ নেই, আমি একাই এসেছি, তাড়াতাড়ি দরজা লাগাও।

আমি কোন কিছু চিন্তা না করেই দরজা বন্ধ করে দিলাম। মনিকাকে বেশ বিধ্বস্ত আর বিষন্ন লাগছিল, মনে হচ্ছিল সারা দিন ওর পেটে দানাপানি পড়েনি। আমি প্রথমে মানসিক ধাক্কাটা সামলামাম তারপরে ওকে বসতে বললাম। যত দ্রুত সম্ভব রান্নার আয়োজন করলাম, মনিকাও সাহায্য করলো। রান্না শেষে ওকে ফ্রেস হয়ে আসতে বললাম। মনিকা ঘরের বাতি নিভিয়ে দিল, বললাম, “কি ব্যাপার মনিকা, বাতি নিভালে কেন?” মনিকা ধমক দিয়ে বলল, “গাধা কোথাকার, আলো জ্বেলে আমি বাইরে বেরোই আর দূর থেকে কেউ দেখে ফেলুক, তখন অবস্থাটা কি হবে ভেবে দেখেছো, দুজনকেই প্যাদাবে লোকজন”।

মনে মনে ওর বুদ্ধির প্রশংসা না করে পারলাম না। খেতে বসে গোগ্রাসে গিলল মনিকা, বলতে গেলে একটু বেশিই খেলো, বুঝলাম প্রচন্ড ক্ষিদে পেয়েছিল ওর। খাওয়ার পরে আমি *ওর কাছে জানতে চাইলাম সব কথা। প্রথমে ইতস্তত করলেও আমার চাপাচাপিতে পরে বলল যে, আমার রুমে দুই রাত কাটানোর পর রায়হান ওকে নিয়ে রায়হানের এক দূর সম্পর্কের মামার বাসায় রাখে। Choti bangla golpo

যদিও রায়হান বলেছিল পরদিনই ওকে নিয়ে যাবে কিন্তু পরপর ২ দিন চলে গেল রায়হান আসেওনি কোন খবরও দেয়নি। তাতে অবশ্য কোন সমস্যা হচ্ছিল না, বেশ খাচ্ছিল আর আরাম করছিল মনিকা কিন্তু কপাল খারাপ হলে যা হয়, রায়হানের সেই মামার শ্বশুড় হঠাৎ করে মারা গেছে রাতে। ভোরে খবর পেয়ে তারা বাড়িঘর তালা দিয়ে চলে গেছে। যাওয়ার সময় বলে গেছে, ওদের আসতে ৪/৫ দিন দেরি হবে, মনিকা যেন অন্য কোথাও গিয়ে থাকে। Choti bangla golpo

রায়হানের সাথে যোগাযোগের কোন পথ নেই মনিকার কাছে, রায়হানের বাসার ঠিকানা জানে কিন্তু সেখানে গেলে রায়হান ওকে খুন করে ফেলবে। তাছাড়া মনিকার কাছে কোন টাকা পয়সাও নেই যে সে সিলেট ফিরে যাবে। এই অবস্থায় সারাদিন এদিক ওদিক ঘুরে রায়হানের খবর নেওয়ার চেষ্টা করেছে, কিন্তু পায়নি। সারাদিন খাওয়াও হয়নি। শেষ পর্যন্ত হঠাৎ করেই ওর আমার কথা মনে পড়ায় সন্ধ্যার জন্য অপেক্ষা করেছে যাতে আমার কাছে ওর আসাটা কেউ না জানতে পারে। কাঁদছিল মনিকা।

আমি ওকে আশ্বস্ত করে বললাম, আচ্ছা ঠিক আছে, আমার কাছে যখন এসেছ অসুবিধা নেই, তোমার যে কয়দিন খুশি থাকো। রায়হান এলে আমার কাছে আসবেই। তবে দিনে তোমাকে অন্য রুমে লুকিয়ে থাকতে হবে, কারন আমার কাছে অনেক বন্ধু আসে, তাদের চোখে পড়া চলবে না। কিন্তু মনিকা আমাকে বললো যে ওর পক্ষে বেশি দিন এখানে থাকা সম্ভব না, আমি যদি ওকে সিলেটের ট্রেনের টাকাটা ধার দেই তাহলে ও সিলেট ফিরে যাবে আর টাকাটা পরে পাঠিয়ে দেবে, ও পরদিনই চলে যেতে চায়। Choti bangla golpo

আমি বললাম, “আচ্ছা সে দেখা যাবে, তুমি যেতে চাইলে যাবে, আর তুমি রায়হানের বন্ধু, টাকা ফেরৎ দিতে হবে না, আমি ওটা রায়হানের কাছ থেকে বুঝে নেবো”। মনিকা হাসলো আর আমাকে ধন্যবাদ জানালো। অনেক রাত হয়ে গিয়েছিল, ঘুমাতে যেতে হবে। আমি মনিকাকে বললাম, “তুমি এই রুমে আমার বিছানায় ঘুমাও, আমি অন্য একটা রুমে যাচ্ছি, সকালে দেখা হবে”। মনিকা বললো, “না না মনি, আমি একা একটা রুমে থাকতে পারবো না, ভয়েই মরে যাবো।

তুমি এই রুমেই ঘুমাও”। আমি একটু ইতস্তত করাতে ও বললো, “ধুর, এতো ভাবছো কেন? আমিই তো তোমাকে বলছি। দুটো বিছানা আছে, দুজন দুটোতে ঘুমাই, একটা মাত্র রাত”। অগত্য রাজি হলাম, ভয় ভয় করতে লাগলো, রায়হান যদি জানতে পারে আমি মনিকার সাথে একই রুমে রাত কাটিয়েছি ও শালা আমাকে প্যাদাবে। খেলাম না ছুঁলাম না তবুও প্যাদানি খেতে হবে মনে করে মনটা বিষিয়ে গেল মনিকার উপরে। Choti bangla golpo

শালা কোন পাপে যে হোস্টেলে থাকতে গেছিলাম! রুমে ডিমলাইট ছিল না, বাতি নেভানোর পর নিকষ অন্ধকার। আমি মনিকার চুড়ির শব্দ পাচ্ছিলাম। কখন ঘুমিয়ে গেছি বলতে পারবো না। গভীর রাতে হঠাৎ কি যেন একটা অস্বস্তিতে আমার ঘুম ভেঙে গেল। আমি একদিকে কাত হয়ে শুয়েছিলাম, প্রথমে পিঠের দিকে কি একটা চাপ অনুভব করলাম। তারপর বুঝতে পারলাম, আমার পিঠের দিকে একটা মানুষ আমাকে জড়িয়ে ধরে শুয়ে আছে এবং এই রুমে আমি ছাড়া আর একজনই আছে, সে মনিকা। Choti bangla golpo

বুক ঢিপ ঢিপ শুরু হয়ে গেল আমার, জমে রইলাম, একটুও নড়লাম না, মনিকাকে বুঝতে দিতে চাই না যে আমার ঘুম ভেঙেছে। মনিকা এমনভাবে আমাকে জড়িয়ে ধরে শুয়ে আছে তাতে এর বড় বড় নরম মাইগুলো আমার পিঠের সাথে সেঁটে আছে। পিঠে নরম মাইয়ের স্পর্শ অনুভব করতেই চড়চড় করে আমার ৮ ইঞ্চি লম্বা ধোনটা শক্ত হয়ে দাঁড়িয়ে গেল। আমার বুকের মধ্যে ধরফর করতে লাগলো। ঘুমের ঘোরে মানুষ যেভাবে নড়ে সেভাবে আমি একটু নড়লাম, মনিকা আমাকে আরো শক্ত করে জড়িয়ে ধরলো আর একটা পা আমার গায়ের উপরে তুলে দিল।

তাতে মনিকার মাইগুলো আরো বেশি করে আমার পিঠের সাথে লেপ্টে গেলো। আমি কিছুক্ষণ অপেক্ষা করলাম, তারপর আবার একটু নড়ে চিৎ হয়ে শুলাম। মনিকা একইভাবে আমাকে চেপে ধরে রাখলো, কেবল ওর পা-টা নেমে গেল। কাৎ হয়ে শোয়ার ফলে আমার হাত ওর মাইয়ের মধ্যে চেপে গেল। ওর মাইগুলোর চাপ থেকে বুঝতে পারলাম যে ওর কাপড়ের নিচে ব্রা পড়েনি। আমি আবার একটু নড়ে আমার হাতটা ওর নরম মাইয়ের মধ্যে আরো ডুবিয়ে দিলাম।

আমার নড়ার সাথে সাথে মনিকাও নড়ে উঠলো আর আবারও ওর পা আমার গায়ের উপরে তুলে দিল। আর তখনি ঘটনাটা ঘটলো। আমার ধোনটা শক্ত লোহার রডের মত খাড়া হয়ে ছিল, মনিকার হাঁটু গিয়ে সরাসরি সেটার সাতে ধাক্কা খেলো। আমি ঠিক বুঝতে পারছিলাম না যে, মনিকা কি আসলেই ঘুমাচ্ছে না আমার মতো ঘুমের ভান করে আছে। তবে ওর কাজকর্মে মনে হচ্ছিল যে ও ঘুমাচ্ছে না, আমার সাখে খেলছে। Choti bangla golpo Choti bangla golpo

আমিও ঘুমের মধ্যে চুলকাচ্ছি এমন ভান করে আমার বুকে চুলকাতে লাগলাম, ওর নরম মাইগুলোকে ইচ্ছে করেই একটু চেপে দিলাম। তাতে আমার ধোন আরো বেশি শক্ত হয়ে টনটন করতে লাগলো। বুঝতে পারলাম ধোনের মাথা দিয়ে রস গড়িয়ে আমার লুঙ্গি ভিজে যাচ্ছে। মনিকার নিপলগুলি শক্ত হয়ে আমার শরীরে চাপ দিচ্ছিল, সেটাও আমি বুঝতে পারছিলাম। চুলকানোর সময় ওর একটা নিপল আমার দুই আঙুলের মাঝে পেয়ে একটু চাপ দিয়ে ডলে দিলাম।

আমার গায়ের সাথে লেগে থাকায় পরিষ্কার বুঝতে পারলাম মনিকার শরীর কেঁপে কেঁপে উঠতে লাগলো। আমার লালসা এতো বেড়ে গেল যে নিজেকে কন্ট্রোল করা খুব কঠিন হয়ে যাচ্ছিল। কিন্তু নিজেকে এই বলে শাসন করলাম যে, না, মনিকার সম্মতি ছাড়া আমি ওকে চুদতে পারি না কারন ও আমার ঘনিষ্ঠ বন্ধু রায়হানের প্রেমিকা। তাই আমি মনিকার ইচ্ছের উপরেই নিজেকে সঁপে দিলাম। হঠাৎ করেই মনিকা আরেকটু এগিয়ে এলো। Choti bangla golpo

ওর গুদের নরম স্পর্শ আমার উরুর সাথে আর ওর মাথা আমার বুকের উপর তুলে দিল, ওর ঘন কালো লম্বা চুলে আমার চোখ মুখ ঢেকে গেল, আমি সুন্দর স্যাম্পূর গন্ধ পেলাম। যা আমাকে মাতাল করে তুলছিল, মনে হচ্ছিল এই মুহুতেৃ ওকে চেপে ধরে আচ্ছামত তুলোধুনো করে চুদি কিন্তু আমি কিছুই করতে পারছিলাম না। আমি আরেকবার একটু নড়েতেই মনিকার যে হাতটা আমার বুকের উপরে ছিল সেটা পিছলে নিচের দিকে নামিয়ে নিল। আমার নাভির ওখানে নিয়ে একটু আদর করলো, আমার ধোনটা টনটন করতে লাগলো, এখন ওর একটা গুদ চাই।

মনিকা ওর মুখ উপর দিকে টেনে এনে আমার গালের সাথে গাল ঘসাতে লাগলো, সেই সাথে ওর হাতটা আরো টান করে আমার ধোনের গোড়ায় নিয়ে গেল। তারপর উপর দিকে উঠিয়ে শক্ত করে আমার লোহার রডের মতো শক্ত ধোনটা চেপে ধরলো। আমি নিজেকে আর ঠেকাতে পারলাম না, ওর দিকে মুখ ফেরাতেই ও আমার ঠোঁটদুটো মুখে নিয়ে চুষতে লাগলো আর আমার মুখের মধ্যে জিভ ঢুকিয়ে দিল। আমিও ওর জিভ নিয়ে চুষতে লাগলাম। Choti bangla golpo

তখন মনিকা সব ভান ছেড়ে দিয়ে আমার ধোনটা শক্ত করে ধরে উপর নিচে খেঁচতে লাগলো। তারপর আমার লুঙ্গি টেনে উপরে তুলে আমার ধোন বের করে নিয়ে চেপে ধরে খেঁচতে লাগলো। ধোনর মাথা দিয়ে সমানে রস বেরুচ্ছিল, মনিকা ওর বুড়ো আঙুল দিয়ে ধোনের পুরো মাথায় সেই পিছলা রস লেপ্টে দিল। আমি এদিকে ওর একটা মাই ধরে টিপতে লাগলাম, কি নরম! মনিকার গায়ে একটা ঢোলা মেক্সি ছিল, সম্ভবত ও রাতে সালোয়ার কামিজ খুলে মেক্সিটা পড়েছিল।

আমি একটু একটু করে টেনে মনিকার মেক্সিটা উপরে তুলে ফেললাম আর ওর মাইগুলো আলগা করে নিয়ে চেপে ধরে টিপতে লাগলাম। মনিকার মুখ থেকে কেবল আআআআ্হহহহহহ শব্দ বের হলো। তখন আমি ওকে ঠেলে দিয়ে উপরে উঠলাম এবং ওর দুটো মাই দুই হাতে ধরে আচ্ছামত চটকাতে লাগলাম। তখন মনিকা ইইইইশশশশ ইইইইইশশশশ করতে লাগলো। আমি আঙুল দিয়ে বুঝতে পারলাম ওর নিপল দুটো শক্ত হয়ে উঠেছে, আমি একটু পিছনে সরে নিচু হয়ে ওর একটা নিপল মুখে নিয়ে চুষতে লাগলাম।

ক্ষুধার্ত ছোট বাচ্চা যেভাবে তার মায়ের মাইয়ে হামলে পরে দুধ চুষে চুষে খায়, আমিও সেভাবেই মনিকার মাইদুটো চুষতে লাগলাম, এছাড়া জিভ দিয়ে নিপলটা বেশি করে নেড়ে দিতে লাগলাম। মনিকা আনন্দের আবেশে সিৎকার দিতে লাগলো উউউউম উউউউম উউউউম উউউউম। মনিকা একনাগাড়ে আমার ধোনটা নিয়ে খেলা করছিল। এবারে আমি মনিকার তলপেটের নিচে হাত দিলাম, গুদটা বেশ নরম ফোলা ফোলা। পরনে পেটিকোট ছিল, টেনে উপরে তুলে ফেললাম। গুদে হাত দিয়ে দেখি পুরু কার্পেটের মত বালের ঝোপ। Choti bangla golpo

বিলি কেটে গুদের চেরা বের করে আঙুল ঢুকিয়ে দিলাম। রসে জবজবে হয়ে রয়েছে জায়গাটা। গুদের ফুটোয় আঙুল ঢুকিয়ে দিতেই আআআআআআআহহহহহহহহহহহহ করে আরাম প্রকাশ করল মনিকা। আমার হাঁটু ধরে টেনে এক পা এপাশে নিয়ে এলো ও, তখন ওর গুদের উপরে আমার ধোনটা ঝুলছে। ধোনটা এমনই শক্ত হয়েছে যে সেটা সটান উপর দিকে উঠে গেছে অর্থাৎ ঐ অবস্থায় মনিকার মুখের দিকে ধোনের মাথা। মনিকা ধোনটা ঠেলে নিচের দিকে সোজা করে নিয়ে নিজের গুদের চেরার সাথে ধোনের মাথাটা ঘষাতে লাগলো। Choti bangla golpo

কয়েকবার উপর নিচে চেরা বরারবর ঘষিয়ে শেষে গুদের ফুটোর মুখে সেট করে ফিসফিস করে বললো, “আর পারছি না, আহ্, ঢোকাও এখন”। মনিকার গুদের ফুটোটা রসে জবজবে হয়ে ছিল, ফলে দারুন পিছলা গুদে আমার ধোনের সূচালো মাথাটা পকাৎ করে ঢুকে গেল, পুরো মাথা ঢুকে গলার ওখানে গিয়ে টাইট মনে হলো, কারন ওর পর থেকেই ধোনটা ক্রমশঃ মোটা হয়ে গেছে। আমি ওকটু চাপ দিতেই মনিকা আমার তলপেটে হাত রেখে বাধা দিয়ে বলল, “ইইইইশশশশশ ব্যাথা পাচ্ছি, ব্যাথা পাচ্ছি, উউউহহহ উউউহহহ”।

আমি একটু থামলাম, ভাবলাম, এভাবে হবে না, যা করার আচমকা করতে হবে। এই ভেবে আমি আস্তে করে ধোনটা পিছিয়ে আনতে লাগলাম একটু একটু করে। মনিকা ওর হাত সরিয়ে নিল। যখন ধোনের মাথাটা একেবারে গুদের ফুটোর মুখে চলে এলো, তখুনি একটু নিচু হয়ে দিলাম এক রাম ঠাপ। এক ঠাপে ধোনের অর্ধেকটা ঢুকে গেল। মনিকা ব্যাথায় কুঁকড়ে গেল। তারপর দম নিয়ে বলল, “মাদারচোদ আমার ভুদাটা ছিঁড়ে ফেলেছে, উহুহুহুহুহুহ, শালা তোর ঐটা কি ধোন না কলাগাছ?” আমি ওর কথায় কান না দিয়ে আরো কয়েকবার ধোনটা আগুপিছু করে পুরোটা ওর গুদে ভরে দিয়ে পকাৎ পকাৎ করে ঠাপাতে লাগলাম। Choti bangla golpo

কিছুক্ষনের মধ্যেই মনিকা সব ব্যাথা সহ্য করে নিল এবং ক্রমে ক্রমে তলঠাপ দিতে শুরু করলো। বেশ কায়দা করে ওর গুদ দিয়ে আমার ধোনটা নিয়ে খেলছিল, আমার প্রতিটা ঠাপের সাথে সাথে মনিকাও নিচ থেকে সুন্দরভাবে একটা ঢেউ তুলে আমার ধোনটা গিলে নিচ্ছিল। আমি দুই হাতে ওর দুটো মাই আলুভর্তা করছিলাম। পরে আমি আরো নিচু হয়ে ওর গায়ের উপরে শুয়ে পড়লাম, আমার হাঁটু আরো ভাঁজ করে ওর উরুর নিচ দিয়ে বাঁকা করে দেওয়াতে আমার হাঁটু প্রায় ওর বগলের কাছে চলে এলো, ওর মাইদুটো আমার বুকের নিচে চিড়েচ্যাপ্টা হতে লাগলো। আমি ওর ঠোঁটদুটো মুখে পুরে চুষতে লাগলাম। আমি আমার শরীরের নিচেরটুকু দিয়ে সমানে ঠাপাচ্ছিলাম আর উপরের দিকে আমাদের দুজনের জিভ যুদ্ধ করছিল।

মনিকার তলঠাপ পেত পেতে হঠাৎ আমার একটা বুদ্ধি মাথায় এলো আর আমি মনিকাকে জড়িয়ে ধরে একটা গড়ান দিয়ে ওকে আমার গায়ের উপরে তুলে দিয়ে আমি চিৎ হয়ে গেলাম। মনিকা আমার উদ্দেশ্য বুঝতে পেরে বিছানায় হাঁটুতে ভর দিয়ে সমানে ঠাপাতে লাগলো। মেয়েদের উপরে তুলে দিলে ওরা বেশিক্ষণ অর্গাজম ধরে রাখতে পারে না। মনিকার বেলাতেও এর ব্যতিক্রম হলো না। ৩/৪ মিনিটের মধ্যেই ওর মুখ দিয়ে অজস্র খিস্তি বেরোতে লাগলো। তারপর একেবারে শেষের দিকে দুই হাঁটু দিয়ে আমার দুই পাঁজর জোরসে চেপে ধরে গোঁ গোঁ করতে করতে আমার ধোনটা গুদ দিয়ে চেপে ধরে রস খসিয়ে দিল, আমি ওর গুদের ভিতরের খিঁচুনি ধোনের মাথায় অনুভব করলাম। Choti bangla golpo

রস খসিয়ে মনিকা নেতিয়ে পড়লো, তখন আমি ওকে টেনে বিছানার কিনারে নিয়ে গেলাম। মনিকাকে উপুড় করে রেখে ওর দুই পা আমার কোমড়ের দুই পাশ দিয়ে টেনে নিয়ে হাতে ধরে রাখলাম এবং বিছানার কিনারে দাঁড়িয়ে আমার ধোন ওর গুদে ঢোকানোর চেষ্টা করলাম, কিন্তু আমার ধোনটা উপর দিকে বাঁকা হযে থাকায় সেটা সম্ভব হচ্ছিল না। তখন মনিকা ওর হাত দিয়ে আমার ধোনটা ধরে নিচের দিকে বাঁকা করে ওর গুদের মুখে সেট করে দিল। তখন আমি ঠেলা দিয়ে পুরো ধোনটা ঢুকিয়ে দিয়ে চুদতে লাগলাম। ৪/৫ মিনিট চুদার পর আমার হাঁফ ধরে গেল। তখন আমি মনিকার পা নামিয়ে রেখে ওর কোমড় ধরে ঠাপাতে লাগলাম। ওর দুই হিপের সাথে আমার উরুর সংঘর্ষে থাপ থাপ শব্দ হতে লাগলো। Choti bangla golpo

এভাবে কিছুক্ষণ চোদার পর আমি ওকে বিছানার কিনার বরাবর শুইয়ে দিলাম এবং একটা পা তুলে আমার মাথার উপরে খাড়া করে দিলাম এবং আমি আমার ওক পা ওর আরেক পায়ের উপর দিয়ে তুলে দিলাম বিছানায়, আমার এক পা থাকলো মেঝেতে। এই অবস্থায় ওর পা-টা বুকের সাথে জগিয়ে ধরে আমি ওকে চুদতে লাগলাম। প্রথম দিকে মনিকার গুদের ভিতরটা আঠালো হয়ে আসলেও চুদতে চুদতে ক্রমে ওর ভিতরের রসটা বেরোতে লাগলো এবং গুদের ভিতরটা পিছলা হয়ে এলো, আমি প্রচন্ড গতিতে চুদতে লাগলাম, আমার বিচি গিয়ে ওর উরুর সাথে লাগছিল আর আমার ধোনটা ওর গুদটাকে তুলোধুনো করছিল। এভাবে চুদতে চুদতে মনিকা আবার গরম হয়ে উঠলো। আমার অবস্থা ক্রমেই শোচনীয় হয়ে এলো, মাল আউট হওয়ার জন্য নয়, হাঁফিয়ে যাচ্ছিলাম। সেজন্য আমি আবার মনিকাকে উপরে তুলে দিয়ে নিজে চিৎ হয়ে শুয়ে থাকলাম। Choti bangla golpo

মনিকা ঠাপাতে ঠাপাতে উহ মাগো, গেলাম গো, মাদারচোদ আমার ভুদটা আলুভর্তা কোর দিল রে, উহ যাচ্ছে যাচ্ছে, এই গেল গেল, আর পারিনা ওসসসসসস বলে কয়েকবার খিঁচুনি দিয়ে দ্বিতীয়বার রস খসিয়ে নেতিয়ে পড়লো। আমি ওর উপরে উঠে পকাপক ঠাপাতে লাগলাম। মিনিট তিনেকের মধ্যেই আমার মাল আউট হওয়ার সময় হয়ে গেল, আমি ধোনটা টেনে বের করে নিয়ে ওর পুরো বুক পেট মাল দিয়ে ভাসিয়ে দিলাম। পরে আমরা দুজনেই গা মুছে জড়াজড়ি করে শুয়ে ঘুমিয়ে পড়লাম। পরদিন ঘুম ভাঙলো বেলা ১০ টায়। আমি মনিকাকে বললাম, “তুমি চাইলে চলে যেতে পারো, আমি তোমার গাড়ি ভাড়া দিয়ে দিচ্ছি”। মনিকা বললো, “আমি যদি আরো দুই এক দিন থাকি, তোমার অসুবিধা হবে?” বলে মুচকি হাসলো। আমি বললাম, “হ্যাঁ আছে, তুমি ঘুমাতে দিবে না”। Choti bangla golpo

মনিকা এগিয়ে এসে আমার নাক টিপে দিয়ে বললো, “ওওও আমি তোমাকে ঘুমাতে দেইনা, আর তুমি সাধু সন্যাসী, কিছুই জানো না, না? শালা বানচোত, রাতে আমার ভুদাটা ভর্তা করে ফেলাইছে, এরকম চুদন আমি জীবনে খাইনি, তোমার বন্ধুতো ১০ মিনিটের বেশি পারে না, আর তুমি? শালা প্রায় পোনে এক ঘন্টা ধরে চুদেছ, আবার কয় আমি নাকি ঘুমাতে দেবোনা, ঠিক আছে, আমি তোমারে কিছুই বলবো না, রাজী?” যাই হোক পরে মনিকা থেকে গেল আরো দুই দিন আর ওই দুই দিন আমরা শুধু ঘুমানো আর খাওয়ার সময় বাদে চুদাচুদি করলাম। পরে মনিকা ভয় পেয়ে গেল, যদি রায়হান চলে আসে আর জানতে পারে ও তিন দিন ধরে আমার রুমে তাহলে দুজনেই বিপদে পড়বো, রেগে গেলে রায়হানের মাথা ঠিক থাকে না। পরে আমি ওকে কিছু টাকা দিলাম, ও বিদায় নিয়ে চলে গেল। Choti bangla golpo

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