Wife Sex Stories (Antarvasna) - Free Sex Kahaniya https://sexstories.one/category/desi-wife-sex-stories/ Hindipornstories.org Tue, 14 Dec 2021 07:36:35 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 माता-पिता बनने के लिए एक जोड़े की मदद की – 3 https://sexstories.one/couple-ke-saath-chudai-story/ Sat, 18 Dec 2021 07:30:05 +0000 https://sexstories.one/?p=4983 मैंने अपना लिंग पीछे खींच लिया और फिर से थोड़ा सा धक्का दिया। अब इस बार यह थोड़ा और आगे बढ़ गया। वो मेरे पुश को बहुत एन्जॉय कर रही थी। फिर से मैंने अपना डिक वापस खींच लिया और फिर से धक्का दिया...

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Couple ke saath chudai story – मेरे पास वास्तव में शब्दों की कमी थी। मैं बस कुछ देर चुप रहना चाहता था। हो सकता है कि मेरी खामोशी उसे सबसे अच्छे शब्द दे सके। मैंने उसका धन्यवाद स्वीकार किया और उसे किस भी किया। कुछ देर हम वहीं बिस्तर पर लेटे रहे। हम दोनों थोड़े थके हुए थे और 15 मिनट का ब्रेक लिया।

15 मिनट के बाद, हम पूरी ऊर्जा के साथ और शानदार कमबख्त के लिए तैयार होकर, प्राकृतिक अवस्था में वापस आ गए। चोदने के लिए जाने से पहले, उसने मेरी मर्दानगी को अपनी बाहों में ले लिया और मेरे सुंदर डिक को देखकर चकित रह गई। यह ऊपर से गुलाबी रंग का 7 इंच लंबा और 2.5 इंच घेरा था, उसने उसे अपने मुंह के पास ले जाकर चूमा और चाटा। वह एक अनोखी महक दे रही थी और उसे यह बहुत पसंद आई। उसने बताया कि उसके पति के डिक से बदबू आती है और उसे इसका स्वाद ज्यादा पसंद नहीं है।

लेकिन मेरा लंड सुंदर है और किसी भी महिला को संतुष्ट करने के लिए काफी बड़ा है। बहुत अच्छी महक आ रही थी और खम्भे की तरह खड़ी थी। वह पूरी तरह से खड़ी थी और उसकी सुंदरता को सलाम करने के लिए खड़ी थी। मैंने उसे वही बताया और वह एक बार फिर शरमा गई। वह उसे चूमने और चाटने लगी। मैंने उससे कहा कि वह इसे न चूसें क्योंकि मैं वीर्य को उसकी योनि में इंजेक्ट करने के लिए जमा करना चाहता था। उसने भी यही राय दी और केवल मेरे डिक और बॉल्स को किस और चाट रही थी। उसने मेरे डिक की बहुत सराहना की क्योंकि उसे गुलाबी रंग बहुत पसंद है। मेरा डिक एक गुलाबी पोल की तरह था जो गुलाबी बिल्ली के होंठों के माध्यम से उसकी बिल्ली की गुलाबी दुनिया में प्रवेश करने के लिए तैयार था। मैंने उसके कान में वही बुदबुदाया और वह इसके लिए मुस्कुरा दी।

उसने मेरे डिक के साथ खेला, मेरे डिक और गेंदों को 10 मिनट तक चूमा और चूमा और फिर वह चाहती थी कि मेरा डिक उसकी योनि में इंजेक्ट करे। उसने खुद को पारंपरिक स्थिति में रखा और मैं उसके ऊपर सबसे ऊपर आ गया। उसने मेरे लिंग को अपने दाहिने हाथ में लिया और अपनी चूत के द्वार पर रख दिया। मैंने अभी-अभी अपने लिंग को उसकी योनि में धकेला। यह धीरे-धीरे उसकी सुंदर योनी में प्रवेश कर गया, जैसे कोई चूहा छेद में प्रवेश कर रहा हो। वह थोड़ा कराह रही थी और आह की आवाज कर रही थी।

Couple chudai story part 2 – माता-पिता बनने के लिए एक जोड़े की मदद की – 2

मैंने अपना लिंग पीछे खींच लिया और फिर से थोड़ा सा धक्का दिया। अब इस बार यह थोड़ा और आगे बढ़ गया। वो मेरे पुश को बहुत एन्जॉय कर रही थी। फिर से मैंने अपना डिक वापस खींच लिया और फिर से धक्का दिया। इस बार वह उसकी चूत के और भी अंदर चली गई। उसका प्रेम रस किसी भी चीज की तरह बह रहा था और मेरे मोटे लिंग से उसे अतिरिक्त आनंद मिल रहा था। वह लगातार कराह रही थी। इस बीच मैंने उसके नितंबों के नीचे एक तकिया समायोजित किया ताकि लिंग इतनी आसानी से प्रवेश कर सके और वीर्य भी बाहर नहीं आ रहा हो। मैंने अपना लिंग उसकी चूत में करीब 8-10 सेकेंड तक रखा।

वह आनंद का अनुभव कर रही थी और मेरे नितंबों के चारों ओर हाथ रखकर अपनी चूत की ओर खींच रही थी। फिर से मैंने अपने लिंग को पीछे खींच लिया और गहरा धक्का दिया। मैंने इसे लगातार करना शुरू कर दिया, कुछ खींचने और धक्का देने के बाद, मैंने अपना सारा वीर्य उसकी बिल्ली में छोड़ दिया जब मेरा डिक उसकी बिल्ली में बहुत गहरा था। उसने मेरे लिंग को अपनी चूत में ही रखा और मेरे लंड को अपनी चूत की गहराई में खींच लिया। मेरा वीर्य उसकी चूत में फव्वारे की तरह और गोली की तरह उसके शरीर में चला गया। उसने मेरे सारे वीर्य को खुशी से स्वीकार कर लिया और भगवान से इस बार गर्भवती होने की प्रार्थना कर रही थी। मैंने उसे अपना सारा प्यार का रस भी आखिरी बूंद तक दिया ताकि वह उसके गर्भ में प्रवेश कर भ्रूण बना सके। उसने मेरे नितंबों को अपने पैरों से गोल किया और मुझे अपनी ओर खींच लिया। मेरा लिंग चूत की बहुत गहरी भीतरी दीवारों को छू रहा था और मुझे लगा कि वो सच में मुझे छोड़ना नहीं चाहती थी। मैंने बस अपना सारा वीर्य उसकी चूत में डाल दिया और उस पर लेट गया। उसने भी कुछ देर मुझे कसकर गले लगाया ताकि सारा वीर्य पूरी तरह से उसकी योनि की गहराई में जा सके। वह वास्तव में चाहती थी कि कुछ भी बाहर न आए।

कुछ मिनटों के बाद हम चले गए और मैंने खुद को उसके बगल में रख दिया और उसे अपने पैरों को मोड़ने के लिए कहा ताकि सारा वीर्य उसके गर्भ तक पहुँच सके। उसने मुझे सुंदर बीज देने के लिए मेरे कानों में धन्यवाद कहा ताकि वह जल्द ही गर्भवती हो सके। उसने मुझसे कहा कि वह वास्तव में मेरी बेटी जैसी बच्ची चाहती है। मुझे याद आया कि मेरी पोटेंसी का अंदाजा लगाने के लिए मैंने अपनी बेटी की फोटो दंपत्ति को भेजी थी। मेरी बेटी की तस्वीर देखने के बाद ही उसने इस कमबख्त के लिए बच्ची की तरह एक ही परी के लिए स्वीकार किया।

मैंने उससे कहा कि यह जरूर होगा और उसके सारे सपने पूरे होंगे। उसने बस फिर से मुझे एक किस किया और कहा थैंक्यू, मैंने उसकी पीठ को किस करके थैंक्स लिया और फिर मैं अपने कमरे में चला गया। मैंने उसे केवल 20 मिनट और उस स्थिति में रहने के लिए कहा ताकि मेरा वीर्य उसके गर्भ में अंडे तक पहुंच सके। उसने कहा ठीक है। कुछ देर बाद उसका पति आया और अपने मास्टर बेडरूम में चला गया और उसने मुझे थैंक्यू कहा और सोने चला गया। अगले दिन सुबह हम लगभग 9 बजे उठे और मैं तैयार हो गया और कुछ खरीदारी के लिए बैंगलोर के फोरम मॉल में गया और शाम तक टाइम पास किया। उनके घर पहुंचने के बाद, मैंने सचिन के साथ कॉफी और थोड़ी चिट चैट की। मैं भी श्रद्धा चेक कर रहा था।

मेरे सामने जब भी आती वो शरमा जाती थी और मुस्कुरा भी देती थी। मुझे पता था कि वह आज के सत्र का भी बेसब्री से इंतजार कर रही थी। जैसा कि मैंने पहले ही उल्लेख किया है, मेरा प्रवास 2 रातों के लिए था और मेरी उड़ान सोमवार सुबह 7 बजे मेरे गृहनगर के लिए थी। मैंने उन्हें पहले ही बता दिया था कि यह दो दिन की चुदाई की योजना होगी ताकि गर्भधारण की संभावना अधिकतम हो और वे भी यही चाहते थे। हमने खाना खाया और खाना खाने के तुरंत बाद सचिन फिर बाहर गए और मैं उनके बेडरूम में चला गया। श्रद्धा आज के सेशन के लिए बेसब्री से तैयार थी। वह फिर से बड़ी चुदाई के लिए तैयार थी। उसने मुझे बताया कि कल उसके पास वास्तव में अद्भुत और सुंदर कमबख्त और योनि थी और यह उसकी अब तक की सबसे अच्छी चुदाई थी।

उसने बताया कि उसका पति उतना रोमांटिक नहीं था। उसने मेरी चूत चाटने के कौशल और फोरप्ले सत्र की बहुत सराहना की। मैंने कहा कि बहुत से पुरुष वास्तव में फोरप्ले की कला नहीं जानते हैं और एक महिला को कामोन्माद तक पहुंचाते हैं। मैंने उन महत्वपूर्ण कौशलों में महारत हासिल कर ली है जिनका मैं उपयोग कर रहा था। मैंने उसे यह भी बताया कि वह परी की तरह सुंदर है और उसकी सुंदरता मुझे उसे और अधिक देने के लिए प्रेरित कर रही है। उसने बहुत धन्यवाद दिया और उसने इस बार मुझे किस करना शुरू कर दिया। हमने फिर से किस करने से कनीलिंगस तक की शुरुआत की। उसने मुझे तुरंत अपनी योनि पर खींच लिया और मेरे चेहरे को उसकी चूत पर मल दिया। मैंने उससे कहा कि आज हम 69 पोजीशन ट्राई करते हैं। उसे भी यह विचार अच्छा लगा और जल्द ही मेरा लिंग उसके मुँह में और उसकी चूत मेरे मुँह में आ गई। मैं फिर से बढ़िया ओरल सेशन दे रहा था और वो मेरे लिंग को चाट रही थी।

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मेरी पलागतोड़ चुदाई https://sexstories.one/meri-palagtod-chudai-story/ Sat, 11 Dec 2021 07:03:02 +0000 https://sexstories.one/?p=4890 उनका मोटा लंड खड़ा हो गया था फिर से.. मेरे कपडे उतारकर उन्होंने एक झटके में पूरा लंड मेरे चूत में घुसेड़ दिया.. मैं चिल्ला उठी फिर से... वो रुके नहीं.. पेलते रहे.. एकदम जानवर बन चुके थे वो आज...

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Meri Chudai / Patni ki Palagtod Chudayi Story – हेलो दोस्तों! कैसे हो सब? आज फिर से लेके आयीं हूँ उस सेक्सी स्टोरी का दूसरा भाग.. मैं अपने बारे में फिरसे बता दूँ.. मैं एक इंटीरियर डिज़ाइनर हूँ और मेरा फिगर बहुत ही सेक्सी और स्लिम है.. उम्र २५ साल और मैं पूरी दूध की तरह गोरी चिट्टी हूँ.. एकदम सेक्सी कर्व्स, पेट स्लिम टीम और फ्लैट है… बेल्ली तो लगभग है ही नहीं.. और मेरे बूब्स और गांड बड़े हैं.. मैंने अपनी फोटो पहले भाग में शेयर की थी..

मेरा एक छोटा बच्चा है जो ४ महीने का है.. ऐसे तो मेरे पति मुझे रोज़ चोदते है.. वो भी एक जंगली जानवर की तरह…लेकिन आज रात तो वो एक अलग ही जानवर बन गए थे… चुदाई से घर में आधा सामान टूट चूका है… मेरे पति ऑफिस में थे और मैं अपना काम कर रही थी, वर्क फ्रॉम होम वाली… तभी मेरे पति का मुझे कॉल आया.. वो बोले के वो आज रात अलग ही जोश में होंगे… आज रात वो पूरी रात इतनी ज़ोर से चुदाई करेंगे की पूरा घर हिलने लगेगा.. मैं बोली, ठीक है.. मेरे पतिदेव.. पहले घर तो आ जाओ..

रात के १० बज चुके थे.. मैंने टेबल पे काम करते करते खाना लगा दी थी..

और मैं खुद काम करने लग गयी.. मेरे पति १० बजे आये और वो मुझे किस करना चाहते थे.. लेकिन मैंने उनको करने नहीं दिया क्योंकि मैं कांफ्रेंस कॉल पर ट्रेनिंग दे रही थी नई कैंडिडेट्स को… वो फ्रेश होक आये और खाना खाने बैठ गए.. मैं भी कांफ्रेंस कॉल ख़त्म करके खाने बैठ गयी.. फिर खाने के बाद, उन्होंने मुझे पीछे से पकड़ लिया और किस करने लगे.. लेकिन मुझे अभी भी एक फाइल भेजना था कैंडिडेट को..

मैंने उनको बोला प्लीज अभी नहीं.. क्योंकि मुझे ये लास्ट फाइल भेजनी थी.. लेकिन वो माने ही नहीं… और मेरे बूब्स को और गांड को दबाने लगे ज़ोर से…

फिर उन्होंने अपना पायजामा खोल दिया और सैंडो भी उतार फेका और अपना अंडरवियर भी खोल दिया.. हमारा बेटा हमारे बेडरुम में सो रहा था.. फिर उन्होंने मुझे उठाया और टेबल पर लेटा दिया.. टेबल पर बहुत सारे खाने का सामान था और मेरे काम की चीज़े भी थी जैसे की पेपर्स, लैपटॉप और पेंसिल बॉक्स… मैं अपने ऑफिस से एक १८ साल के इंटर्न कैंडिडेट से पेंसिल बॉक्स लेके आयी थी.. क्योंकि वो गलती से छोड़ के चला गया था.. लेकिन मेरे पति ने मुझे टेबल पे उन सब के ऊपर लेटा दिया था… और मेरे कपडे फाड़ दिए.. और मेरे ऊपर आ गए.. मिशनरी पोजीशन में… और अपने बदन से मेरे बदन को ज़ोर से दबाने लगे…

मेरे पति बहुत भारी है क्योंकि उनका बड़ा सा पेट है.. मैं पेपर्स और पेंसिल बॉक्स के ऊपर लेटी हुई थी.. पेंसिल बॉक्स ठीक मेरी गांड के निचे था और मेरे पति मेरे ऊपर पूरे जोश में थे और मेरे बॉडी को काट रहे थे.. फिर उन्होंने अपना १० इंच का काला मोटा लंड ज़ोर से मेरी कमसिन चूत में घुसा दिया.. मैं चिल्ला उठी… लेकिन वो माने नहीं..

उन्होंने अपनी चुदाई को स्पीड बढ़ा दी..

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मैं चिल्ला रही थी… सिसकारियां निकाल रही थी..उउउउउ…. आआह्ह्ह्हह…. उम्म्म्म…. आउच! थोड़ा आराम से… लेकिन वो मान ही नहीं रहे थे.. उन्होंने और वज़न दाल दिया और ज़्यादा स्पीड से चोदने लगे… पूरा टेबल धप-धप-धप के आवाज़ कर रहा था.. और ज़ोर से हिल रहा था…

मेरे गांड के निचे जो पेंसिल बॉक्स था वो पूरा टूट गया और पेपर्स भी फट गए चुदाई से.. पेंसिल बॉक्स के टुकड़े मेरे गांड में चुभ रहे थे..

लेकिन मेरे पति पूरे जोश में जंगली सेक्स कूद-कूद के कर रहे थे.. जब वो मेरे ऊपर कूद-कूद के चुदाई कर रहे थे तो पूरा टेबल इतना ज़ोर से हिल रहा था आगे-पीछे की जैसे टूट ही जायेगा.. सारा खाना निचे ज़मीन पे गिर रहा था.. और देखते ही देखते टेबल टूट गया हम दोनों के चुदाई से…

हम दोनों निचे गिर गए.. फिर भी वो रुके नहीं… चुदाई करते रहे.. मैं आअह्ह्ह…. आह्ह्ह्ह… उईईई माँ…… मर गयी… आअह्ह्ह.. आह्ह्ह्हह… आउच… आउच… उउउउउ….. सससस, करती रही… मेरी सेक्सी सिसकारियां सुन कर वो और भी ज़ोर से चुदाई करने लगे.. सब खाना मेरे बदन पर चिपक रहा था…

फिर वो अकड़ गए और एक ज़ोर का झटका मारते हुए उन्होंने अपने लंड का माल मेरी गर्म चूत में छोड़ दिया.. मुझे थोड़ी राहत मिली.. वो मेरे ऊपर ही लेटे रहे.. फिर जब हमलोग उठे तो हमने निचे देखा.. पूरा सत्यानाश हो चूका था टेबल का.. खाना बिखरा था.. सब टूट गया था..

मैं फ्रेश होने चली गई..

कुछ देर बाद मेरे पति फ्रेश हो कर बैडरूम में मेरे पास आ गए और सोने लगे.. १ घंटे बाद वो फिर उठ गए.. उनका मोटा लंड खड़ा हो गया था फिर से.. मेरे कपडे उतारकर उन्होंने एक झटके में पूरा लंड मेरे चूत में घुसेड़ दिया.. मैं चिल्ला उठी फिर से… वो रुके नहीं.. पेलते रहे.. एकदम जानवर बन चुके थे वो आज.. उनके अंदर पता नहीं कितना माल और पड़ा था.. चोदे और पेले जा रहे थी मेरी गीली गर्म चूत… मैं कराह रही थी.. और उनकी स्पीड बढ़ती जा रही थी…

पूरा बेड हिल रहा था.. बेटा भी बेड पर हील रहा था.. मुझे डर था की कहीं वो जाग न जाए…

चुदाई के समय के कराह रही थी… ओह्ह्ह्ह… आअह्ह्ह्ह… आराम से… पर मेरे पति कहा रुकने वाले थे… ५ मिनट चूत चोदने के बाद उन्होंने मुझे उल्टा किआ और मेरे मोटे गांड पर हाथ फेरा.. मुझे भी रूमानी नशा सा हो गया था.. मेरे गांड के होल पर उन्होंने थूक लगा और अपने लंड पर भी और एक-दो जटके में पूरा लंड अंदर घुसा दिया… मैं दबी आवाज़ में चिल्ला उठा… वो कूद-कूद कर मेरी गांड मारने लगे… उनके चुदाई के रिथम से पूरा बेड हिल रहा था.. करीब आधे घंटे गांड मारने के बाद मुझे फिर से सीधा लेटा दिया और जमके १५ मिनट तक मेरी चूत मारी…

तो ये थी मेरी दुसरी चुदाई की कहानी। इस चुदाई के बाद मेरे पति मुझसे रोज, हर रात, रफ वाइल्ड मिशनरी सेक्स करते हैं। जिस कामरे मैं हमलोग सोटे है वहा का बिस्तर बहुत मजबूत था। लेकिन मेरे पति की कच्ची चुदाई से, वो बिस्तर भी हिलने लगता है, और चूर-चूर की आवाज आती है।

आशा करती हूं आपको मेरी कहानी अच्छी लगी होगी…

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पूर्णा का सेक्सी एडवेंचर https://sexstories.one/poorna-ki-office-porn-kahani/ Mon, 29 Nov 2021 06:28:12 +0000 https://sexstories.one/?p=4868 उसका हाथ उसके अंडरवियर में चला गया और उसकी चूत पर उंगली करने लगा, जबकि उसने उसकी गर्दन को चाटा। खिड़की की सलाखों पर उसकी पकड़ मजबूत हो गई। वह हवा के लिए हांफने लगी और उसके कराहने...

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Office Porn Kahani Antarvasnax यह एक विभागीय उत्सव था। सभी ने अच्छे कपड़े पहने और अच्छी तरह से वाकिफ थे। उस अवसर की मुस्कान और सुंदरता की मात्रा अवर्णनीय थी। पूर्णा एक साड़ी में विशेष रूप से सुंदर थी वह भी काले और लाल रंग में साड़ी लाल रंग की थी जो उसकी त्वचा के साथ जाती थी और काले फीता की सीमा होती थी।

उनका ब्लाउज भी ब्लैक कलर का था जो उन्हें गुड़िया जैसा बना रहा था। सब अपने-अपने काम में व्यस्त थे। हमारी सेक्सी महिला सीढ़ियाँ चढ़कर डिपार्टमेंट स्टाफ रूम की ओर बढ़ी। उसके चेहरे पर भावनाओं का मिश्रण था। उसके हाथ कांप रहे थे कि क्या होगा। वह वही थी जिसे आप ‘शरारती लड़की’ कहेंगे।

अपने बॉयफ्रेंड के साथ उसकी नटखटता की कोई सीमा नहीं थी। वह कॉलेज की सेक्स डॉल के रूप में काफी लोकप्रिय थीं। उसका शानदार शरीर इसका कारण था। पूर्णा, एक जादूगरनी, उसकी आँखें उसका सबसे बड़ा हथियार थीं। वह उन अच्छी आँखों से किसी भी आदमी को दुगनी नज़र से देख सकती थी।

उसका शरीर उसकी सुंदरता का जलवा बिखेर रहा था और उसे केवल गर्म कहा जा सकता था। उसकी काफ़ी गोरी त्वचा, उसके रसीले होंठों से मुँह में पानी आ गया था। उसने एक शानदार फिगर बनाए रखा था। उसके स्तन उसके गर्म शरीर के लिए एक गहना थे। एक गोल गधे के साथ, उसने कई राय व्यक्त की हैं।

कॉरिडोर से होते हुए स्टाफ रूम की ओर भागते समय उसके हाथ थोड़े काँप रहे थे। वहां वह एचओडी केबिन में दाखिल हुई। कमरे में अंधेरा था। नीचे क्या हो रहा था, यह देखने के लिए वह अपने दोस्तों के साथ खिड़की के पास चली गई। अचानक दो बड़े हाथों ने उसे पीछे से पकड़ लिया।

यह कोई और नहीं बल्कि उनके एचओडी सूरज थे। उसने उसके हाथ जबरदस्ती खिड़की से पकड़ लिए, उसकी गर्दन चाटने और उसकी नाभि को सहलाने लगा। सूरज एक जिम्मेदार और आकर्षक एचओडी थे। वह छोटा था लेकिन उसके पास कई डिग्रियां और काफी अनुभव था। कुछ लोग कहते हैं कि उन्हें राजनीतिक समर्थन से वह मिला जहां वे हैं।

लेकिन वह जितना चालाक है उतना ही चतुर भी है। उसने उसकी सुडौल नाभि को दबाना शुरू कर दिया, जबकि उसके दूसरे हाथ उसके गोल 32c स्तन पर चले गए। उसके निप्पल सख्त और दिलेर थे। जैसे ही उसने उन्हें छुआ, एक झटका उसके शरीर से नीचे चला गया और उसे अपनी चूत में झुनझुनी दे दी। उसके निपल्स पर उसके हल्के और कामुक स्पर्शों ने उसके कराहों से कमरा भर दिया।

जल्द ही उसकी सांस उसके कान में आ गई और एक हाथ उसके स्तन में पूरी तरह से लीन हो गया। वह उन्हें पीछे से दबा रहा था। उसने उन्हें अपने ब्लाउज के माध्यम से निचोड़ा। वह जानता था कि उसने ब्रा नहीं पहनी हुई थी क्योंकि उसने उससे पूछा था। उसके हाथ उसकी नाभि से होते हुए उसके पेट के बटन में चले गए और उसकी श्रोणि और फिर उसकी चूत तक पिंच किया।

उसने अपनी चार अंगुलियों से उसकी टांगों के बीच में ताला लगा दिया, और जोर से उसकी श्रोणि को सहलाया। उसने उसके बैकलेस ब्लाउज को चाटा और उसके स्तनों को ऐसे सहलाया जा रहा था जैसे वह उसका अपना हो। उसने उसे विलाप किया और खुशी से कराह उठा। उस खुशी के आलोक में उसने खिड़की के हैंडलबार को पकड़ लिया।

वह इस तथ्य को भूल गई कि उसकी शिक्षिका उसका आनंद उठा रही थी और वह एक खिड़की के पास थी। उनकी इस मासूमियत को पूरी जनता देख सकती थी. वह पूरी तरह से उस आनंद में डूबी हुई थी। उसे याद आया कि वह इस तरह के जाल में कैसे फंस गई।

Porn Kahani भिखारी लड़की के जलवे

विभाग आंतरिक मूल्यांकन को अंतिम रूप देने की तैयारी कर रहा था। उन्होंने पाया कि कुछ छात्र अपेक्षित प्रदर्शन तक नहीं पहुंच सके। उन सभी को सीढ़ी पर आने के लिए दया का मौका दिया गया था। लेकिन कुछ के लिए मौका अभी तक व्यर्थ था।

हॉट गर्ल गैंग के बीच चर्चा थी कि एचओडी कुछ ‘फॉर्म’ भरने के इच्छुक लोगों के लिए एक विशेष ‘व्यवस्था’ दे रहा है। पूर्णा सीधी-सादी छात्रा नहीं थी। फिर भी वह अपने चालाकी और चतुर स्वभाव के साथ यहाँ तक पहुँचने में सफल रही। वह इससे बाहर निकलने का रास्ता नहीं खोद सकी।

फिर भी उसका आकर्षक स्वभाव कई दिनों तक दोषपूर्ण हो गया था जब तक कि वह एक जन्मदिन की पार्टी में नहीं गई। वहीं उनकी मुलाकात काजल से हुई। वह परीक्षा में भी फेल हो गई थी, फिर भी वह ज्यादा तनाव में नहीं लग रही थी, बल्कि शांत हो गई थी। पूर्णा ने रहस्य को बाहर निकालने और उसे बाहर निकालने की पूरी कोशिश की।

एचओडी ने कुछ समय के लिए उसकी गांड में चुदाई की थी। उसने उसे जो संतुष्टि दी, वह उसकी अपेक्षा से कहीं अधिक थी और उसे पास होने के लिए अतिरिक्त श्रेय मिला। यह रहस्योद्घाटन मुस्कान और भय दोनों लेकर आया। वह परिणामों से डरती थी।

लेकिन वह डर जल्द ही उस आनंद से जीत लिया गया जिसे वह जानती थी कि वह अनुभव करेगी। उसकी नटखटता जिससे वह हर दिन उसके मोटे लंड की कल्पना करते हुए खुद को रगड़ती और उँगली उठाती थी। यह उस दिन की बात है जब उसने झाँका और देखा कि सूरज ने लाइब्रेरियन को अपने मोटे शाफ्ट से कहाँ चोदा।

वह सभी विचारों से भीग चुकी थी और आगे बढ़ना चाहती थी। वह एक महान अवसर की प्रतीक्षा कर रही थी। उसकी यादें अचानक पटरी से उतर गई जब सूरज ने उसकी पीठ को काटना शुरू किया। वह उसकी पीठ पर लव बाइट दे रहा था जबकि उसके हाथों ने उसके स्तन को जीत लिया था।

वह उसके मालिक से भूरे रंग के सख्त बटन के निप्पल खींच रहा था, जिससे वह विलाप कर रही थी। उसकी गाढ़ी हार्ड कॉक ड्राई उसकी गांड को कूबड़ देती है। उसके कपड़े से फर्श को अच्छी तरह से सजाया गया था। उसका ब्लाउज हटा दिया गया था। उसके सीने के सामने जो कुछ भी खड़ा था वह उसकी लेस वाली पारदर्शी साड़ी थी।

जबकि उनकी साड़ी को सूरज ने उनके कूल्हों तक उठाया था। फिर वह उसकी गीली चूत पर उसकी चूत रगड़ने लगा। उसकी चूत फोरप्ले से लेस पैंटी पर गीली हो गई थी। उसने उसे जोर से रगड़ा ताकि उसे मुर्गा चाहने की कामुक भावना का एहसास हो। फिर उसने उसकी पीठ को महसूस करना शुरू कर दिया, अपने हाथों को एक के बाद एक उसके भूरे रंग के निप्पल की तरफ घुमाते हुए उन्हें पिंच किया।

उसका हाथ उसके अंडरवियर में चला गया और उसकी चूत पर उंगली करने लगा, जबकि उसने उसकी गर्दन को चाटा। खिड़की की सलाखों पर उसकी पकड़ मजबूत हो गई। वह हवा के लिए हांफने लगी और उसके कराहने से उसका शरीर कांपने लगा। वह अपने हाथों से उसके स्तनों पर अच्छा काम कर रहा था। घुटने टेक दिए और अपने अंडरवियर को दूर फेंक दिया।

फिर उसने उसकी चूत पर और साथ ही उसके गधे को भी मला। उसने लटकते निप्पल पर हाथ रखे। भूरे रंग के निपल्स उसके स्तन से मृत पुरुषों की तरह लटके हुए थे। उसने उन्हें और भी नीचे खींच लिया। उसने अपनी उँगलियों को उसके गधे की गहराई में धकेल दिया और वह चिल्ला पड़ी। उसके कराह और विलाप से कमरा भर गया।

उसकी उँगलियाँ उसकी चूत तक पहुँच गईं जबकि उसकी जीभ अंदर से रगड़ रही थी। उसके दाँतों ने उसकी चूत के होठों को पकड़ लिया। वह उसकी गांड पर उंगली करने लगा। उसकी चूत में उसकी उंगलियाँ उसके सारे सुख-स्थानों को छू गयीं जिससे उसका शरीर काँपने लगा। उसके प्रेम रस को उसकी जीभ ने चाटा।

स्तन और उसकी उंगलियों के साथ उसकी सामयिक चंचलता ने उसे एक हिंसक कराह के साथ सह दिया क्योंकि वह हवा के लिए हांफ रही थी।

एक और फ्लैशबैक।

जैसे ही उसने अपने प्यार के रस को फर्श पर उतारा, उसे उस समय की याद दिला दी गई। उसे उसके प्रेमी और उसके दोस्त रोड ट्रिप पर ले गए थे। उसे बांधकर चारों ओर सहलाया गया था। उसके स्तन के साथ खेला गया था जबकि केवल उसकी गांड चोद रही थी।

उसकी चूत में दर्द हो रहा था एक लंड के लिए। वह लंड के लिए भीख माँगती थी और उसे चूसा जा रहा था और बिल्ली में उँगलियाँ पकड़ी जा रही थीं, जबकि उन्होंने उसके मुँह को चोद दिया। अभी…

सूरज ने फिर खुद को उठाया। और पूर्णा को पकड़ कर उसकी टांगें ऊपर उठा दीं और अपनी कठोर मोटी छड़ को उसके गधे में डाल दिया। उसका मुंह ढका होने के कारण केवल उसकी कराह निकली। उसके पैर उसके हाथ में थे क्योंकि वह उस खिड़की के सामने चुदाई कर रही थी और एक रहस्यमय फोन ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया।

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करवाचौथ का दिन मेरी बीवी की जबरजस्त चुदाई https://sexstories.one/karvachauth-par-biwi-ki-jabardast-chudai/ Tue, 26 Oct 2021 05:56:34 +0000 https://sexstories.one/?p=4650 में उठा दरवाजे से सामना लाया दरवाजा बंद किया अंदर आया तो देखा मेरी रण्डी बीवी ब्रा पेंटी में बोस से चूम चती रही है मेने बोलै अरे मेरी रंडी बीवी व्रत तो तोड़ ले कुटिया बनाना बाद में.. बॉस तो आजा मेरे रखेल के पति चूस ले मेरा लंड और लगा अपनी रंडी बीवी की चूत में..

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Karvachauth par biwi ki jabardast chudai सभी दोस्तो को मेरा नमस्कार में अनुज फिर एक बार अपनी कहानी ले कर आया हु. दोस्ती बात करवाचौथ के दिन को हे मेरी बीवी ने करवाचौथ का व्रत रखा खूब सजी धजी मेने। अपनी बीवी से कहा. संजना सज धज लो रात को बाजोगी. संजना आप के लिए सज धज रही रही बजाओ या बजवाओ आप की मर्जी

में तो बताओ तो बॉस को भी बुला लू दोनी जाने मिल कर आज तुम्हरा करवाया चौथ म व्रत खुलवाएंगे

संजान आप की मर्जी

में समझ गया कि मेरी बीवी को आज जबरजस्त चुदाई चाइये

मेने अपने बोस को कॉल किया जिन्होंने मेरी पिछली कहानी पढी उन सब को पता ही होगा कि मेरी बीवी मेरे बोस अमित की रखेल है

मेने बोस को बताया कि संजना ने करवा चौथ का व्रत रखा है और आप के हाथ से पानी पियगी बोस ने बोला ठीक है में आऊंगा मेने संजान को बताया संजान खुस हुई संजान मेरी बीवी चुदने के लिए बेचन थी और मेरे से बोली अनुज सुनो मेरे हाथ मे मेहदी लगी है औए मेरे चूत पे थोड़े बाल आ गए है क्या करूँ आप के बॉस को तो मेरी चिकनी चूत पसंद है और चूसते भी है वो बाल होगा तो नही चूसेंगे

में तो क्या करना है

संजान मेरी बीवी आप चाहो तो मेरी चूत के बाल साफ सकते हो में तो चुदाई मेरा बॉस और चूत साफ में करू मुझे क्या फायदा होगा

Biwi ki jabardast xxx chudai लंड तो लेकर रहूंगी मैं

संजान अगर चुत आप ने साफ कर दी तो में रात आप के सामने बॉस का लंड चुसुनगी और गालिया दूंगी मुझे पता है आप को चुदाई के समय डर्टी गालिया पसंद है

मेने भी सोचा चलो आज रात रंगीन होने वाली है क्यो न अपनी बीवी की चूत साफ कर दु मेने veet निकल और अपनी बीवी की चूत पे लगया और साफ कर दिया मेरी बीवी की चिकनी चुत क्या मस्त लग रही थी मेने उसे चोदना चाहा लेकिन मेरी रंडी बीवी संजान ने मना कर दिया कि नही अब यो य चुत आप के बॉस अमित से चूदेगी

में तो अपने लंड की आग कैसे संत करू

संजान मेरी बीवी :तो आप मेरी चुत चूस के मुठ मार लो

में ठीक है मेने अपनी बीवी की चूत में अपनी जीभ लगा चाटने लगा मेरी बीवी भी गर्म होने लगी में चुत चाटते हुए क्या मस्त चुत है मेरी बीवी की आज तो मेरा बॉस खुल के चोदेगा मेरी रंडी बीवी को खूब chudwana मेरे बॉस से रंडी खुस कर देना

संजान मेरी बीवी है मेरे नामर्द पति देव जी आप चाहो तो अपने बॉस अनुज का लंड चूस के सेट करने अपनी रंडी बीवी की चूत में में ha मेरी रंडी बीवी क्यो नही आज में तुझे अपने बॉस की रखेल बनाता हूँ जो मर्जी वो करना में कुछ नही इसी के साथ मेने अपना पानी अपनी बीवी की चूत के ऊपर निकल दिया

मेरी बीवी संजान आप तो अभी ठंडे हो गए मेरी चुत में खुजली होने लगा कब शाम होगी कब बॉस आयंगे और मुझे रंडी बनाएंगे

में सब्र करो सब्र का फल मीठा होता है हम इंतज़ार करने लगे

शाम होने लगी 7 बजे डोर बेल बजी मेने अपनी बीवी से कहा जाओ अपने आशिक को ले आओ मेरी बीवी करवाचौथ था इस लिए फूल 7 सिंगार कर के किसी रंडी की तरह मस्त तयार थी मेरी बीवी ने दरवाजा खोला बोस बहुत सारा गिफ्ट लाये थे बीवी देख कर बहुत खुश हिये और बिस की बाहों समा गई

मेरे अरे मेरी रंडी में तेरे लिए कुछ और भी लाया हु बोस ने अपने जेब से सोने का चेन निकली और मेरी बीवी को पहना दिया और मेरी बीवी जो बहो में उठा लिया और रूम में ले आये बेड पे पटक दिया और मेरे से अनुज दरवाजे पे कुछ सामान रखा है तू अंदर ले आए और दरवाजा भी बंद कर देना जब तक में तेरी बीवी की जवानी चूसता हु

में उठा दरवाजे से सामना लाया दरवाजा बंद किया अंदर आया तो देखा मेरी रण्डी बीवी ब्रा पेंटी में बोस से चूम चती रही है मेने बोलै अरे मेरी रंडी बीवी व्रत तो तोड़ ले कुटिया बनाना बाद में

संजान अरे मेरे नामर्द पति देव जरा छत पे जा के देखो चाँद निकल है या नही में ठीक है छत पे गया देख के नीचे आया देखा मेरी बीवी की ब्रा निकल चुकी थी अब सिर्फ पेंटी में थी

मेने बताया चली छत पे चंद निकल गया मेरी बॉस ने मेरी प्यासी बीवी को अपनी बाहों में उठाया और छत पे ले गए पीछे पीछे में भी गया अब मेरी बीवी ने चंद देख के हम दिनों को देख और बॉस औए मेरे हाथ से पानी पिया और इतनी चुदास हो गई थी मेरी बीवी की तुरंत बॉस के पेंट उतार लंड चूसने लगी मेने बॉस से बोला इसे नीचे ले चलो नही तो कल से पूरा मोहला आप की रखेल को चोदने आ जाएगा सब देख रहे है मेरे बॉस ने बहो में उठा कर नीचे ले आये औए चूसना चालू कर दिया और

मेरी बीवी संजान ने मेरे से सिसकिया लेते हुये बोलै अनुज सुबह याद है न हमारी क्या बात हुई थी तुम चाहो तो कर सकते बॉस चूसते हुए बोले क्या बात हुई थी मेरी रखेल बता मेरे को मेरी बीवी अनुज को तुम्हरा लंड चूस के अपने हाथ से सेट करना है मेरी चुत में

बॉस तो आजा मेरे रखेल के पति चूस ले मेरा लंड और लगा अपनी रंडी बीवी की चूत में

झट से गया और बोस के पेंट निकल दिया और अंडरवियर में से ही बॉस का लंड निकल के चुसनेलगा बोस मेरी बीवी की चूत चट रहे थे कुछ देर बाद बॉस बोले अनुज लंड निकल अपने मुह में से नही तो साले तेरे मुह में ही झर जाऊंगा मेने झट से निकल और अपनी बीवी की चूत को चूसा और बॉस का लंड अपनी बीवी की चूत पे सेट किया बोस झटका मारने लगे अब मेरी बीवी की चूत से पच पच की आवाज आने लगा मेरी बीवी के मुह से सींकिया ahhhhhh uhhhhhhhh auccccc अनुज ahhhhhhhhh क्या मस्त लंड दिलाया रे तूने auchhhhhhhh मेरे भड़वे पती

xxx sex बटेर की चुदाई

में अपनी रण्डी बीवी के कानों के पास जा कर उसके हॉट बॉब्स चूसने लगा मेरी बीवी अबे मेरे कुते पति जा मेरी चुत से निकलता हुए मेरे यार का लंड चूस तेरी जीभ से टकरा कर लंड अंदर बाहर जाना चाइये जा चूस में झट से नीचे आया और बीवी के आशिक का लंड और अंडा चूसने लगा लगभग 20 mnt की लगातार चुदाई के बाद मेरे बॉस ने पानी निकाल दिया औए बॉस का गर्म पानी मेरी बीवी की चुत में गया तो मेरी बीवी नव भी अपनी गर्मी नही रोक आए और वसने भी इतनी जोर से पिचकारी छोरी की मेरे मुह पे आ गया में पीछे हट गया अब वी दोनी 1 दूसरे की बहो में सिमट कर सो गए में भी अपनी बीवी की चूत पे अपना सिर रख के मुठ मारने लगा तभी मेरी बीवी की चूत से मेरे बॉस का माल निकलता हुआ मेरी बीवी की जांघो में आ गया और मैने अपनी जभी से ऊनी बीवी की जांघों से ले कर चुत तक चाट के साफ किया

अब वो दोनों उठे बॉस ने बोला में अब जा रहा हु मुझे ऊनी बीवी को भी पानी पिलाना है बिस ने कपड़ा पहना और हमे byyy बोले चल दिया अब मेरी रंडी बीवी मेरी बहो में सिमट कर सो गई लंगी 1 घ घण्टा की लगातार चुदाई के बाद मेरी बीव थक के सो गई थी दोस्तो केसी लगी मेरी कहानी जरूर बताएगा आप का अपना अनुज [email protected]

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पानी और चुत https://sexstories.one/paani-aur-chuth/ Wed, 20 Oct 2021 06:20:31 +0000 https://sexstories.one/?p=3095 मैने उसकी साड़ी खींच डाली उसकी पीठ से सट कर उसके बोब्स को ब्लाउस के उपर से ही दबाने लगा और उसके होंठ चूस रहा था. मेरा लंड टाइट होकर उसकी गांड से मस्ती कर रहा था. मैने अपने हाथ उसके ब्लाउस मे डाल दिए और उसके बोब्स दबाने लगा....

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Chuth chudai मेरा नाम अरुण है मैं गुजरात का रहेने वाला हूँ।एक वाक्या आपको बताने जा रहा हूँ. ये उन दिनों की बात है जब मैं अफ्रिका मे मेरे अंकल के साथ रहता था। एक दिन अंकल ने मुझे कहा “अरुण तेरी बहन की शादी तय हो गयी है पापा की चिट्टी आई है और तुझे इंडिया बुलाया है..” बहन की शादी की बात सुन के मैं खुश हो गया. अंकल फ्लाइट की इंक्वाइरी की तो पता चला सब फ्लाइट फुल है। फिर समुन्द्र के रास्ते जाने का डिसाइड हुआ. और टिकिट बुक करवा दी। मैं पॅकिंग करके तैयार हो गया.

दूसरे दिन मैं क्र्यूज़ पर पहुच गया सब यात्री आ रहे थे. मैने एक बंगाली बाबू को देखा वो सीधा मेरी तरफ आए. और कहा ”हेलो, इंडियन जान पड़ते हो.., मैं घोस और ये मेरी पत्नी कामिनी” उसके बाजू मैं खड़ी एक कामुक सेक्सी जवान औरत ने मुझे नमस्ते किया। मैने भी नमस्ते कहते हुए मिस्टर घोस को कहा ”हा मैं भी इंडियन हूँ और इंडिया जा रहा हूँ.” हू बोले “अच्छा तो ठीक है कामिनी का ख्याल रखना…” और मुस्कुराए. साइरन बजा तो हंसी ऑफ करते हुए चल दिए। मै और कामिनी वही डेक पर खड़े थे. मै कामिनी को देख रहा था।

वो कुछ 35-36 साल की होगी गोरा रंग फिगर उसका शिल्पा शेट्टी जैसा था पर उतनी लंबी नही थी. बस 36-26-36 का होगा. कामिनी मेरी और बाल ठीक करते हुए मुस्कुरई और बोली “आप कहा जा रहे है कोलकाता ?” मैने कहा “नही मैं कंडला जाऊंगा.. फिर वहा से बाइ रोड आबाद..” फिर हम अपने रूम की और चले उसका रूम मेरे रूम से 3 रूम छोड़कर था।

मैने अपने रूम का लॉक खोलते हुए कहा आइए चाय पीते है और नास्ता करते है. वो बोली “मैं समान रख कर आती हूँ…”

Chuth Chudai जॉब के बहाने चाचा ने बनाया बीवी

मैं अपने रूम मैं चला गया फिर 2 चाय का और स्नॅक्स का ऑर्डर रूम सर्विस को देकर बाथरूम मे चला गया. बातरूम मे चेंज कर रहा था और आईने मे देख कर बोल रहा था “वाह भगवान क्या किस्मत दी है समुन्द्र की सीतल ल़ाहरो का सफर दिया.. और इतना हसीन सेक्सी हुस्न दिया किस्मत मे.. जिसका पति खुद आकर मुझे देकर गया.. वाह कामिनी आप इतनी सेक्सी वा……..” ऐसा बोलते हुए मे चेंज करके बाहर आया देखा कामिनी सामने बेड पर बेठी थी. मे सकपका रह गया।

मैने उसकी और देखा वो मेरी और देख रही थी थोड़ी देर बाद वो हंसने लगी और बोली “अरे तुम तो ऐसे घबरा रहे जैसे कोई पाप करके आए हो… अपनी किस्मत का धन्यवाद करना अच्छी बात है…” मैं समज गया उसने सब सुन लिया है मैं चुप चाप अपने समान को अरेंज करने लगा। वो मुझे देख रही थी फिर बोली लाओ मैं अरेंज कर देती हूँ… और वो सब कबोर्ड मे लगाने लगी उस समय मेरी नज़र उसकी कमर पर थी उसमे जो बाल पड़ रहे थे वो देख मेरा लंड खड़ा हो गया था।

फिर एक बार बेड पर रखे मेरे कपड़े लेते उसका पल्लू खिसक के नीचे गिर गया मैं उसके ब्लाउस मे से बाहर झांक रहे बोब्स को देख रहा था. उसने मेरी ओर देखा और बोली हॅट बेशर्म कहीं के.., सब मर्द एक जैसे ही होते है..” मैने कहा अगर औरत को देख कर भगवान या योगी भी फिसल सकते है हम मर्द है.. “ तब तक चाय और नास्ता आ गया हमने नास्ता किया फिर टीवी देखने लगे ऐसे ही एक दिन निकल गया। रात मे सोते सोते मैं कामिनी को चोदने का सोच रहा था. पर डर भी लग रहा था. दूसरे दिन शाम को हम ऐसे ही खड़े थे हम ने देखा एक इंग्लीश कपल किस कर रहे थे हम दोनो लगातार उसको देखे जा रहे थे मैने कामिनी की और देखा वो शरमा कर मुस्कुराई ओर नीचे नज़र कर दी।

मैने मन मे सोच लिया आज कामिनी को किस करने की ट्राइ तो करूँगा मानी तो ठीक है. वरना फिर अपना हाथ जगन्नाथ। ऐसा सोच कर यहा वहा की बाते करते हम वहा से निकल गये रात को खाना खाने के बाद मैने कामिनी को कहा चलो डेक पर चलते है.. थोड़ी ठंडी हवा मे घुमकर आते है… डेक पर अंधेरा था इसलिए मैं उसे डेक पर ले गया। वहा जाकर खड़े रह कर एक दूसरे को देख रहे थे. मेने कामिनी की कमर मे हाथ डालकर अपनी और खींचा और अपने होंठ उसके नज़दीक ले गया उसने भी मेरे कंधे पर हाथ रख कर अपने होंठ मेरे होंठो के साथ सटा दिए और मैं जैसे जंग जीत गया हूँ ऐसे उसे अपनी बाहों मे दबोच कर किस करने लगा।

10 मिनट के बाद हम ना चाहते हुए भी अलग हुए. मैने कामिनी को धन्यवाद कहा वो बोली “अरुण मैं तो कब से तैयार थी लेकिन पहल तो नही कर शक्ति थी…” मैने उसके गाल पर किस किया. वो बोली “मैने जब तुम्हे देखा तब से सोच लिया था की मैं अपना सब कुछ तुम पर लूटा दूँगी. इन 7 दीनो मे…” मैने उसका हाथ पकड़ कर सीधा रूम मे गये वहा जाकर मैने दरवाजा बंद किया और सीधा उसको पकड़ कर किस करने लगा वो भी काबू खो चुकी थी।

मैने उसकी साड़ी खींच डाली उसकी पीठ से सट कर उसके बोब्स को ब्लाउस के उपर से ही दबाने लगा और उसके होंठ चूस रहा था. मेरा लंड टाइट होकर उसकी गांड से मस्ती कर रहा था. मैने अपने हाथ उसके ब्लाउस मे डाल दिए और उसके बोब्स दबाने लगा उसने अपने होंठ मेरे होंठो से हटा कर कहा “अरुण आज ऐसा लग रहा है की आज मेरी सुहागरात है आज मुझे चोदो तुम अपनी बीवी समज कर..” मैने उसका ब्लाउस निकाल दिया। पेटीकोट उसने ही निकाल कर मेरे कपड़े निकालने लगी मुझे नंगा करके मेरे लंड को सहलाते नीचे बेठ कर और धीरे से मेरा लंड पूरा अपने मूह मे ले लिया अंदर बाहर करने लगी।

Chuth Chudai কক্সবাজারে শীতের রাতে বন্ধুর সাথে বউ বদল

मैं बेकाबू हो रहा था इतनी सेक्सी औरत चोदने मिली थी आज कैसे काबू रहता. मैने उसे उठाया बेड पर डालते हुए उसके उपर चढ़ गया उसे चूमने लगा वो बोल रही थी “ अरुण करो अब डाल दो मेरी चूत मे अपना लंड मैं प्यासी हूँ मेरी प्यास बुजा दो अरुण…” मैने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और धक्का दिया. मूह से उउई माँ करते हुए चीख निकल पड़ी लंड अंदर नही गया उसकी चूत टाइट थी मैं पूरा ज़ोर लगा कर धक्का दिया तो भी आधा ही लंड अंदर गया. उसकी आँखों मे आँसू आ गये थे मैं देख रहा था वो बोली “ अरुण मेरी चिंता मत करो चोदो मुझे मेरे दर्द पर ध्यान मत दो बस बहरे हो जाओ और चोदो मुझे मेरी इस भूख के सामने ये दर्द कुछ भी नही बस चोदो मुझे..”

मैने ऐसा ही किया उसका दर्द नज़र अंदाज करके उसे चोदने मे जुट गया और लगातार धक्के देने लगा अब उसे भी मज़ा आ रहा था वो मुह से सिसकारियाँ निकाल रही थी और बोल रही थी “ और ज़ोर से अरुण मुझे चोदो और जोर से चोदो फाड़ डालो मेरी चूत..” ।

मैं लगातार 25 मिनिट तक चोदता गया उस दौरान वो 3 बार झड़ चुकी थी. अब मै भी झड़ने वाला था मैने उसे पूछा कामिनी बाहर निकालूं की अंदर उसने कहा डाल दो अंदर मैने उसकी चूत मे पूरा मेरा वीर्य डाल दिया। हम थोड़े शांत हुए. मैं उसके बाजू मे लेट गया वो खड़ी हुई बाल ठीक करते मेरी और देखा और फ्लाइयिंग किस दिया और बोली “i love u जान..” और मेरे लंड को पकड़ कर सहलाने लगी। फिर से मूह मे लेकर चूसने लगी मेरा लंड फिर से तन कर खड़ा हो गया मैं बेठ गया बेड पर और उसकी नाभि पर अपनी जीभ घूमाते हुए चाटने लगा उसे खींच कर अपनी गोद मे बिठा लिया उसकी चूत मे फिर से लंड डाल दिया अब वो उछल कर मेरा लंड अंदर बाहर करने लगी मैं उसके बोब्स दबाता चूसता गया।

फिर से उसकी कामुक आवाज़ से मेरा कमरा गूँज उठा आहह.. अरुण उउउहा.. अरूण अरुण चोदो मुझे और चोदो ऐसे ही फिर से 30-35 मीं. तक हम चोदते रहे. फिर मैने कहा कामिनी क्या मैं तुम्हारी गांड मार सकता हूँ तो उसने मेरा लंड चूत से निकाल कर अपनी गांड के होल पर रख कर उस पर बेठने लगी दर्द हुआ उसे आमम्म्ममाआ मर गयी… फिर भी पूरा लंड अंदर ले लिया और चिल्लाते हुए गांड मरवाने लगी। मैने उसे कुत्तिया बनकर भी उसकी गांड मारी पूरी रात मेरे कमरे मे कामिनी की चुदाई चली। 4.00 बजे हम लोग सोए सुबह जब मे उठा घड़ी देखी तो 9.15 हो रही थी बेड पर कामिनी नही थी।

बाथरूम से शावर की आवाज़ आ रही थी मैं बाथरूम मे गया बाथरूम मे जाकर पीछे से उसे पकड़ लिया वो भी खुश होकर मेरी और घूम गयी बाथरूम मे भी उसे चोदा. लगातार 7 दिन ऐसे ही बीते इंडिया आकर वो भी मेरे साथ उतर गयी। मेरे घर आबाद आई मेरी बहन की शादी अटेंड की उस दौरान मैने उसे होटल मे ले जाकर भी चोदा।

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दोस्त और उसकी बीवी के साथ ग्रुप सेक्स https://sexstories.one/dost-ke-biwi-ki-saath-groupsex/ Tue, 12 Oct 2021 08:01:29 +0000 https://sexstories.one/?p=2979 मैं रानी के स्तनों को अपने मुंह में ले रहा था और मेरा  दोस्त अब भी मेरी पत्नी को चोदने मे लगा हुआ था। मैंने उससे पूछा तुम्हारा अभी नहीं हुआ है वह कहने लगा नही यार मुझे बहुत मजा आ रहा है तेरी बीवी को चोदने में मैंने उसे कहा आज के बाद ऐसे ही चोदना। मैंने तुरंत रानी के मुंह में अपने लंड को दे दिया और वह मेरे लंड को चूसने लगी।

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antarvasna, groupsex stories हम लोगों का कपड़े का कारोबार है। मेरी दुकान बहुत ही अच्छी चलती है। मेरी पत्नी मेरी दुकान में काफी सहायता कर देती है। जब मैं दुकान पर नहीं होता हूं तो, वही दुकान का सारा काम संभालती है। मेरा नाम अजय है और मेरी पत्नी का नाम शालिनी है। जब से उसने दुकान में मेरा हाथ बटाना शुरू किया है तब से मेरा काम काफी अच्छे से चलने लगा है। जितनी भी लेडीस कस्टमर आती हैं उन सब को वहीं संभालती है। ताकी हमारे यहां जो भी लेडीस कस्टमर आये उन्हें  कोई समस्या न हो और वह उसके पास ही सारा सामान लेते हैं।

अब  कुछ समय बाद सर्दियां पढ़ने वाली है। तो हमने सोचा कि क्यों ना लुधियाना से ही सामान ले आए। वहां सर्दी का सामान काफी अच्छे और सस्ते दामों पर मिलता है। हम लोगों ने लुधियाना जाने का प्लान कर लिया। कुछ दिनों में मेरे एक दोस्त का फोन आया। उसकी भी कपड़ों की दुकान है। वह मुझे कहने लगा कि मैं भी सोच रहा था कि लुधियाना जाकर कुछ कपड़े ले आऊं। तो मैंने उससे कहा कि मैं और मेरी पत्नी भी वहां जा रहे हैं, तो तुम भी अपनी पत्नी को साथ में ले आओ। वह कहने लगा ठीक है। मैं भी अपनी पत्नी को अपने साथ ले आता हूं। कुछ दिन हम लोग वहां पर घूम भी लेंगे और अपना सामान भी ले आएंगे। मैंने उसे कहा ठीक है। इस तरीके का प्रोग्राम बना लेते हैं और  कुछ दिनों बाद  हम लोग लुधियाना के लिए  निकल पड़ेंगे।

मैंने अपने दुकान का जितना भी हिसाब किताब और जो भी लेनदेन बाकी था वह सब क्लियर करने के बाद अपने दोस्त को दोबारा से फोन किया। मेरे दोस्त का नाम सुमित है और उसकी दुकान भी बहुत अच्छी चलती है। जब भी मेरे पास कुछ सामान नहीं होता तो मैं उससे ही वह सामान मंगा लेता हूं। जब मैंने अपने दोस्त को फोन किया तो मैंने उसे बताया कि मेरा सारा काम हो चुका है। अगले हफ्ते हम लोग जाने का प्लान कर लेते हैं। दोस्त ने कहा ठीक है मैं भी तब तक 1 हफ्ते में अपना काम निपटा लेता हूं। उसके बाद हम लोग चल पड़ेंगे। मैंने उससे पूछा कि मैं टिकट करवाऊं या तुम ही टिकट करवा लोगे। तो उसने बोला कि तुम टिकट करवा लो। उसके बाद जितना भी पैसा होगा वह हम आपस में देख लेंगे। मैंने कहा ठीक है मैं टिकट करवा देता हूं अब मैंने ट्रेन की टिकट करवा ली और हमारा जाने का फाइनल हो गया।

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जब हम स्टेशन पहुंचे तो सुमित भी वहां अपनी पत्नी के साथ खड़ा था। सुमित ने अपनी पत्नी से हमें मिलाया। मैं उसकी पत्नी से पहली बार ही मिला था। क्योंकि उसके घर पर मेरा आना जाना इतना नहीं था। उसने अपनी पत्नी नाम बताया। उसकी पत्नी का नाम रानी था। अब हम लोग ट्रेन में बैठ गए और अगले दिन लुधियाना पहुंच गए। हमने उस दिन तो आराम किया। क्योंकि हम लोग काफी थक चुके थे। अब हम शाम को मार्केट निकल गए और जो हमारी पहचान के कपड़ो की दुकाने थी उन सब से हमने अपना सामान पैक करवा लिया। हम लोगों ने अपना सारा सामान ट्रांसपोर्ट से ही भिजवा दिया था। हम लोग घूमने के प्लान से भी आए थे तो हम लोग लुधियाना ही घूमने लगे। आसपास की जितने भी घूमने की जगह थी वहां पर भी हम काफी घूमे। मैंने सुमित से कहा कि एक काम करते हैं, आज रात को डिनर पर कहीं अच्छी जगह चलते हैं।

अब हम लोग एक अच्छे से रेस्टोरेंट में चले गए। वहां हम लोगों ने काफी अच्छे से बात किया। हम सब बहुत हंसी मजाक कर रहे थे।मेरी पत्नी का नेचर भी बहुत ज्यादा फ्रैंक है और उसकी पत्नी का भी नेचर फ्रेंक था। दोनो का नेचर बहुत अच्छा था। उन दोनों की आपस में बहुत अच्छी दोस्ती हो गई थी। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था जब हम लोग काफी इंजॉय कर रहे थे। क्योंकि बहुत समय बाद ऐसा हुआ था कि मुझे कहीं बाहर जाने का समय मिल पाया था। नहीं तो मैं सिर्फ अपनी  दुकान में ही रहता था। मैंने सुमित से कहा यार बहुत अच्छा लग रहा है। काफी समय बाद ऐसा माहौल बना है। वह भी बहुत खुश था कि इतने समय बाद वह भी कहीं घूमने के लिए गया था। अब हम लोग वापस होटल चले गए। हम चारों ने बहुत ही एंजॉय किया।

हम दोनों ने रास्ते में बात कर ली थी कि हम दोनों एक दूसरे की बीवी को आज चोदेंगे। यह बात हमारी पत्नियों पता नहीं थी और जैसे हम होटल में पहुंचे तो हम दोनों एक दूसरे के कमरे में चले गए। मेरा दोस्त मेरी पत्नी के कमरे में चला गया और मैं उसके कमरे में चला गया। हमारी पत्नियां हमें देख कर बहुत ज्यादा शॉक्ड हो गई हम दोनों उनके सामने नंगे थे। मेरी पत्नी शालिनी मुझे कहने लगी तुम दूसरे कमरे में क्या कर रहे हो। मैंने उसे पकड़कर किस कर लिया और मेरे दोस्त ने भी अपनी पत्नी को किस कर लिया। हम दोनों उन्हें वही बिस्तर पर लेटा कर किस करने लगे।

मैंने अपने  लंड को अपने दोस्त की बीवी के मुंह में घुसेड़ दिया और मेरे दोस्त ने शालिनी के मुंह में अपना लंड डाल दिया। अब वह दोनों हमारे लंड को अच्छे से चूसने लगी और हम दोनों बड़ी तेज आवाज में चिल्ला रहे थे। मुझे तो बहुत ही मजा आ रहा था जब उसकी बीवी मेरे लंड को अच्छे से चूस रही थी। हमने ऐसे ही अब उन्हें बिस्तर पर लेटा दिया मैंने रानी की चूत को चाटना शुरु किया और उसने मेरी पत्नी शालिनी की चूत को चाटना शुरू किया। वह दोनों बहुत ही ज्यादा मस्त हो गई थी और बड़ी तेज सिसकियां लेने लगी। हम दोनों भी ऐसे काफी देर तक उन्हें चाटते रहे।

अब मैंने थोड़ी देर अपनी पत्नी की भी योनि में चाटना शुरु किया और अपनी पत्नी शालिनी की चूत में अपना लंड डाल दिया। थोड़ी देर तक तो मैं उसे ही चोदता रहा लेकिन अब मैंने रानी की चूत मे अपना लंड डाल दिया और मेरे दोस्त ने मेरी पत्नी शालिनी की चूत मे अपना लंड डाल दिया। हम दोनों ने उन दोनों को ऐसा चोदा कि वह बड़ी तेजी से चिल्ला रही थी। उनकी तेज आवाज पूरे होटल में गूंजने लगी लेकिन हम दोनों रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे। जिस पोज में मैं उसकी पत्नी को चोद रहा था वह भी उसी पोज में मेरी पत्नी को चोद रहा था। मेरा वीर्य तो जल्दी ही गिर गया लेकिन मेरे दोस्त क अभी भी नहीं गिरा था और शालिनी बड़ी तेजी से चिल्लाए जा रही थी।

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मैं रानी के स्तनों को अपने मुंह में ले रहा था और मेरा  दोस्त अब भी मेरी पत्नी को चोदने मे लगा हुआ था। मैंने उससे पूछा तुम्हारा अभी नहीं हुआ है वह कहने लगा नही यार मुझे बहुत मजा आ रहा है तेरी बीवी को चोदने में मैंने उसे कहा आज के बाद ऐसे ही चोदना। मैंने तुरंत रानी के मुंह में अपने लंड को दे दिया और वह मेरे लंड को चूसने लगी।

मेरा लंड खड़ा हो गया जैसे ही मेरा लंड खड़ा हुआ तो मैंने उसे वही बिस्तर पर लेटा दिया और उसके चूतड़ों को पकड़ते हुए उसकी चूत मे अपना लंड डाल दिया। जैसे ही मैंने अपने लंड को दोबारा से उसकी योनि में डाला तो वह बड़ी तेजी से चिल्लाने लगी और मैं उसकी चूतडो को पकड़ते हुए ऐसे ही बड़ी तीव्र गति से झटके मारता जाता। जिससे कि उसका पूरा शरीर हिल रहा था और उसकी चूतडे बड़ी तेजी से मेरे आगे आ रही थी और मैं ऐसे ही उसे धक्के देकर शांत कर देता। अब मेरे दोस्त ने भी शालिनी के मुंह में अपना वीर्य गिरा दिया था और उसने वीर्य निगल लिया था।

उसने भी मेरी पत्नी को घोड़ी बनाकर चोदना शुरू कर दिया और वह बड़ी तेजी से उसे धक्के देते जा रहा था। वह तो इतनी तेजी से झटके मार रहा था कि मुझे ऐसा लग रहा था कि कहीं वह बेहोश ना हो जाए। मैंने भी रानी को बड़ी तीव्र गति से धक्के देना शुरू किया और उसके चूतड़ों से फच फच की आवाज आने लगी। जैसे ही मैं उसे चोदता तो मेरा दोस्त शालिनी को बड़े गंदे तरीके से चोद रहा था। उसका पूरा शरीर हिल रहा था जो कि मुझे साफ दिखाई दे रहा था उसके स्तन बहुत ही बड़े थे। इस बार मेरे दोस्त का वीर्य जल्दी से गिर गया लेकिन मेरा वीर्य अब भी नहीं गिरा था और मैं ऐसे ही उसे चोदता जा रहा था 5 मिनट के बाद मेरा वीर्य गिरने को हो गया।

मैंने वह रानी के मुंह के अंदर ही डाल दिया। अब हम चारों ऐसे ही बैठ कर बातें करने लगे हम चारों यह बात कर रहे थे।

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पति के पास चोदने का वक्त ही नहीं था https://sexstories.one/gair-mard-se-chudai-karwai/ Mon, 06 Sep 2021 09:42:43 +0000 https://sexstories.one/?p=4247 रजत अपने ऑफिस के काम से कुछ दिनों के लिए शहर से बाहर जा रहे थे तो मैंने रजत को कहा कि मुझे कुछ पैसे चाहिए थे रजत ने मुझे कहा कि ठीक है मैं ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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रजत अपने ऑफिस के काम से कुछ दिनों के लिए शहर से बाहर जा रहे थे तो मैंने रजत को कहा कि मुझे कुछ पैसे चाहिए थे रजत ने मुझे कहा कि ठीक है मैं कल तुम्हें जाने से पहले पैसे दे दूंगा। अगले दिन सुबह जब रजत गए तो उन्होंने मुझे जाने से पहले पैसे दे दिए थे रजत और मेरी शादी को 10 वर्ष हो चुके हैं रजत और मेरा शादीशुदा जीवन अच्छे से चल रहा है। रजत ने हमेशा ही मुझे खुश रखने की कोशिश की है उन्होंने मुझे कभी किसी चीज की कोई कमी महसूस नहीं होने दी रजत और मैं एक दूसरे से जब भी बात करते हैं तो हमें बहुत ही अच्छा लगता। रजत कुछ दिनों के लिए घर से बाहर थे इसलिए मैं अपने आपको काफी अकेला महसूस कर रही थी वह अक्सर अपने काम के सिलसिले में बाहर जाते रहते थे। मैंने उस दिन सोचा कि मैं क्यों ना अपनी दोस्त सुमन के घर चली जाऊं और फिर मैं अपनी सहेली सुमन से मिलने के लिए चली गई। सुमन हमारे घर के पास ही रहती है और काफी दिनों बाद मैं सुमन से मिलने के लिए गई थी।

उस वक्त करीब 11:00 बज रहे थे मैं अपने घर का सारा काम कर के सुमन से मिलने के लिए गई और जब मैं सुमन के घर पहुंची तो सुमन घर पर ही थी सुमन ने मुझे देखते ही कहा कि राधिका तुम कितने दिनों बाद मुझसे मिलने के लिए आ रही हो। मैंने सुमन को कहा कि हां सुमन मैं तुमसे काफी दिनों बाद मिल रही हूं। हम दोनों साथ में बैठे हुए थे कि तभी मैंने देखा कि सुमन के घर पर कोई मेहमान भी आए हुए थे सुमन ने मुझे बताया कि वह उसके चाचा जी हैं सुमन ने मुझे अपने चाचा जी से मिलवाया। थोड़ी देर हम उनके साथ ही बैठे रहे और सुमन रसोई में चाय बनाने के लिए चली गई थी। सुमन चाय लेकर आई और हम लोग साथ में बैठे हुए थे तो सुमन के चाचा जी भी अब चाय पीकर रूम में चले गए। सुमन ने मुझे बताया कि उसके चचेरे भाई का सिलेक्शन हुआ है और वह कुछ दिनों के लिए हमारे साथ ही रहने वाला है लेकिन उस वक्त वह घर पर नहीं था क्योंकि वह अपने ऑफिस गया हुआ था।

Mastram chudai – तमन्ना कॉलेज की

सुमन ने मुझे बताया कि उसके चाचा जी कल रोहतक चले जाएंगे सुमन और मैं काफी देर तक साथ में बैठे रहे करीब दोपहर के 1:00 बज रहे थे तो मैंने सुमन से कहा कि मैं अब चलती हूं और मैं अपने घर चली आई। मैं जब घर आई तो उस वक्त मुझे रजत का फोन आया और रजत के साथ मैं फोन पर बात करने लगी रजत के साथ मैंने फोन पर काफी देर तक बात की। मैंने रजत से कहा कि आप वापस कब लौट रहे हैं तो उन्होंने कहा कि मैं बस दो दिनों बाद वापस लौट आऊंगा। उसके बाद मैं भी खाना बनाने की तैयारी करने लगी थी क्योंकि बच्चे भी थोड़ी देर बाद स्कूल से आने वाले थे। मैंने खाना बनाया ही था कि बच्चे भी घर पहुंच चुके थे बच्चे घर पहुंचते ही शरारत करने लगे मेरी सासू मां मुझे आवाज देते हुए कहने लगी कि राधिका बेटा जरा इन बच्चों को देखना। वह मेरी सासू मां को काफी ज्यादा परेशान कर रहे थे इसलिए मैं उन्हें उनके कमरे से बाहर ले आई और फिर उन्हें मैंने खाना खिलाया।

खाना खाने के बाद वह लोग कुछ देर आराम करने लगे फिर शाम के वक्त मैं उन्हें छोड़ने के लिए ट्यूशन चली गई मेरे दोनों ही बच्चे पड़ोस में ट्यूशन पढ़ने के लिए जाते हैं। मैं उन्हें लेने के लिए करीब 6:00 बजे गई, जब मैं उन्हें लेकर घर आ रही थी तो सुमन से मैंने कुछ देर बात की और फिर मैं अपने घर लौट आई। रजत भी दो दिन बाद वापस लौट आए थे रजत उस दिन घर पर ही थे तो मैंने रजत को कहा कि क्या आज आप ऑफिस नहीं जा रहे हैं तो रजत ने मुझे बताया कि नहीं आज वह ऑफिस नहीं जा रहे हैं। मैं और रजत एक दूसरे से बात कर रहे थे तो रजत ने मुझे कहा कि राधिका तुम मेरे लिए चाय बना देना मैंने रजत के लिए चाय बनाई। रजत अखबार पढ़ने में इतने व्यस्त थे कि वह मेरी तरफ देख ही नहीं रहे थे और उन्होंने जब अखबार पढ़ कर एक किनारे रखा तो मैंने रजत को कहा कि क्या आज हम लोग साथ में समय बिता सकते हैं? रजत कहने लगे क्यों नहीं। काफी समय बाद रजत मुझे और बच्चों को शॉपिंग कराने के लिए ले गए थे मुझे याद है करीब 6 महीने पहले हम लोग साथ में शॉपिंग करने के लिए गए थे।

उस दिन जब हम लोग साथ में थे तो हमें काफी अच्छा लगा बच्चे भी काफी खुश थे और जब हम लोग घर लौटे तो उस वक्त शाम हो चुकी थी शाम के करीब 7:00 बज रहे थे और हम लोग घर लौट आये थे। मैं रसोई में खाना बनाने की तैयारी करने लगी थी मैं खाना बनाकर करीब एक घंटे बाद फ्री हुई और 9:00 बजे के आसपास हम लोगों ने डिनर कर लिया था हम लोगों ने डिनर किया। रजत कहने लगे कि राधिका मुझे कल जल्दी ऑफिस जाना है मैंने रजत को कहा कि कल आप कितने बजे तक हो ऑफिस जाएंगे तो रजत कहने लगे कि मैं कल सुबह 8:00 बजे ही घर से निकल जाऊंगा। मैंने रजत से कहा ठीक है मैं आपके लिए सुबह नाश्ता बना दूंगी और अब रजत और मैं सो चुके थे। उस रात मुझे नींद नहीं आ रही थी और मेरे अंदर एक अलग ही बेचैनी सी हो रही थी। मैंने रजत को कहा कि मुझे आज आपके साथ सेक्स करना है तो रजत मुझे कहने लगे राधिका आज मेरा बिल्कुल भी मन नहीं है मैं तुम्हारे साथ सेक्स नहीं कर सकता। उस रात रजत ने मेरी तड़प अधूरा ही रखी जो कि मैं अगले दिन पूरा करवाने के लिए सुमन के घर चली गई। जब मैं सुमन के घर पर गई तो मैंने देखा कि उस दिन उसका चचेरा भाई संजय भी घर पर ही था संजय से मैं पहली बार ही मिली थी मुझे नहीं पता था कि संजय से मैं अपनी चूत की खुजली को मिटा दूंगी।

संजय को मैंने अपने बदन के मायाजाल में पूरी तरीके से फंसा लिया था और संजय मेरे साथ सेक्स करने के लिए तैयार हो चुका था। मैंने उसे उस दिन अपने घर पर बुलाया वह भी घर पर आ गया वह घर पर आया तो संजय के लंड को मैं अपनी चूत में लेना चाहती थी मेरी सासू मां अपने कमरे में सो रही थी अब संजय और मैं ही मेरे रूम में थे हम दोनों बेडरूम में थे। मैंने संजय से कहा तुम अपने लंड को तो दिखाओ संजय ने मुझे अपने लंड को दिखाया। संजय का मोटा लंड देखते ही तुरंत उसे अपने हाथ में ले लिया जब मैंने उसे अपने हाथों में लेकर हिलाना शुरू किया तो मुझे बहुत अच्छा लगने लगा। मैं संजय के लंड को बड़े अच्छे तरीके से अपने हाथों में लेकर हिला रही थी और मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था लेकिन अब मेरे अंदर की गर्मी बढ़ चुकी थी। मैंने उसके मोटे लंड को अपने मुंह के अंदर समा लिया और उसे तब तक मैं चूसती रही जब तक संजय के लंड से मैंने पानी बाहर नहीं निकाल दिया। संजय पूरी तरीके से तड़पने लगा था और उसकी तड़प को मैंने इतना अधिक बढ़ा दिया था कि वह जल्दी से मेरी चूत मारने के लिए तैयार हो चुका था।

मैंने भी अपने बदन से कपड़े उतार दिए और जब मैंने अपने बदन के कपड़े उतारे तो उसने मेरी तरफ देखा और कहने लगा मैं आपकी चूत मारने के लिए तैयार हूं। मेरी चूत भी उसके मोटे लंड को लेने के लिए बेताब हो रही थी मैंने उसके सामने अपने पैरों को चौड़ा कर लिया जब उसने मेरी चूत की तरफ देखा तो उसने मेरी चूत के अंदर अपनी उंगली को घुसाया और काफी देर तक उसे वह अंदर बाहर करता रहा उसकी उंगली जब मेरी चूत के अंदर जा रही थी तो मुझे ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे कि किसी का मोटा लंड मेरी चूत में जा रहा हो। उसने जब मेरी चूत को अपनी जीभ से चाटना शुरू किया तो मुझे और भी अधिक मज़ा आने लगा मुझे इतना अधिक मज़ा आने लगा था कि मैं उसके मोटे लंड को अपनी चूत में लेने के लिए बड़ी बेताब थी।

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उसने भी मेरी चूत पर अपने लंड को सटाया और धीरे धीरे अंदर की तरफ डलाना शुरू किया जैसे ही उसका मोटा लंड मेरी चूत के अंदर घुसा तो मुझे बहुत ही मजा आया मैंने अपनी चूतडो को थोड़ा सा ऊपर उठाया तो उसका मोटा लंड मेरी चूत के अंदर तक चला गया था अब मुझे बहुत ही अच्छा लगने लगा था। वह मुझे बड़ी तीव्रता से चोद रहा था और मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कि उसका मोटा लंड मेरी चूत का भोसड़ा बना देगा। यह पहला ही मौका था जब मैंने किसी गैर पुरुष के साथ संभोग किया था इससे पहले रजत ने ही मेरी चूत मारी थी और रजत ने ही मेरी इच्छा को पूरा किया था लेकिन अब मुझे संजय के साथ अपनी चूत मरवाने में मजा आ रहा था। संजय जिस प्रकार से मुझे धक्के देता उस से मेरी गर्मी में भी बढ़ोतरी होती जा रही थी और मेरी सिसकारी इतनी अधिक बढ़ने लगी थी कि संजय कहने लगा कि कहीं आपकी सासू मां ना सुन ले।

मैंने उसे कहा कोई बात नहीं तुम मुझे धक्के देते रहो। अब वह लगातार मुझे बड़े अच्छे से चोद रहा था और काफी देर तक उसने मेरी चूत का आनंद लिया लेकिन जब मुझे एहसास होने लगा कि मैं झड़ने वाली हूं तो मैंने उसे अपने दोनों पैरों के बीच में जकडना शुरू किया जब मैंने उसे अपने दोनों पैरों के बीच में जकड़ लिया तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा। अब मेरी चूत कुछ ज्यादा ही टाइट हो गई थी इसलिए वह मुझे कहने लगा आपकी चूत बहुत ही ज्यादा टाइट हो चुकी है। मैंने उसे कहा कि तुम अपने माल को मेरी चूत के अंदर ही गिरा दो तो उसने भी अपने माल को मेरी चूत के अंदर ही गिरा दिया। जब उसने अपने माल को गिराया तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा उस दिन संजय से अपनी चूत मरवाकर मैं बहुत ही ज्यादा खुश हो गई थी और वह भी बड़ा खुश था।

उसके बाद भी जब मेरा मन होता तो मैं उसे बुला लिया करती और वह मेरी इच्छा को पूरा कर दिया करता मेरे लिए तो बहुत ही अच्छी बात थी कि मै उसके साथ संभोग कर पाती थी क्योंकि रजत तो अक्सर अपने काम से थक जाते थे और उनके पास मुझे चोदने का वक्त ही नहीं होता था।

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असंतुष्ट आंटी की गुलाबी चूत https://sexstories.one/aunty-ko-choda-ghar-pe/ Thu, 22 Oct 2020 12:27:46 +0000 https://sexstories.one/?p=406 हेलो दोस्तों मेरा नाम संजय हैं, अन्तर्वासना, हिंदी सेक्स स्टोरी, मस्तराम और कामुकता के दुनिया में आपका स्वागत है.. मैं बलरामपुर, यूपी में रहता हूं. बात तब की है जब मैं बलरामपुर में कोचिंग क्लास ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हेलो दोस्तों मेरा नाम संजय हैं, अन्तर्वासना, हिंदी सेक्स स्टोरी, मस्तराम और कामुकता के दुनिया में आपका स्वागत है.. मैं बलरामपुर, यूपी में रहता हूं. बात तब की है जब मैं बलरामपुर में कोचिंग क्लास कर रहा था. मेरी सोशल नेटवर्किंग साइट के अकाउंट पर गोंडा जिले की एक शादीशुदा आंटी थी जिनसे मैं कभी-कभी बात करता था. कुछ दिनों तक बात करने के बाद हम दोनों एकदम क्लोज़ हो गए. वो अपने बारे में हर बात मुझे बताने लगी. उसकी 3 बेटियाँ थीं जो अभी कम उम्र की ही थीं.

एक बार आंटी ने मुझे मिलने के लिये बुलाया तो मैं उनके घर जाने के लिए राज़ी हो गया.

जब मैं उससे पहली बार मिलने गया तो उसने मुझे एक रेस्तराँ में बुलाया. उसे देख कर मैं हैरान रह गया. उसको देख कर लगा ही नहीं कि वो तीन बच्चों की माँ है. देखने में वह केवल 25-26 साल की लग रही थी. वो जीन्स और टॉप पहन कर आई थी.

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रेस्तराँ में हम दोनों ने कॉफी पी. फिर वह मुझसे यह कहकर चली गई कि तुम कुछ देर इंतजार करो, मैं थोड़ी देर के बाद तुम्हें फोन करूंगी. मैं वहीं पर होटल में उसका इंतजार करने लगा. दस मिनट के बाद उसका फोन आया और उस लेडी ने मुझे अपने घर बुला लिया.

पहले तो मैं थोड़ा घबरा रहा था क्योंकि मैं इससे पहले कभी किसी शादीशुदा औरत से नहीं मिला था. मैं सोच रहा था कि जाऊं या न जाऊं. उसके बाद मैंने हिम्मत करके उसको आने के लिए हाँ कर दी. उसने अपने घर की लोकेशन मुझे इंटरनेट के जरिये फोन पर भेज दी.

उसकी बताई जगह पर पहुंचकर मैंने उसको फोन किया तो उसने अपना क्वार्टर नम्बर बता दिया. उसके बाद मैं उसके घर पर पहुंच गया और जाकर डोर बेल बजाई. जब अंदर से दरवाजा खुला तो वह नाइट ड्रेस में थी. जब तक मैं कुछ समझ पाता उसने मुझे अंदर खींच लिया और घर का दरवाजा बंद कर दिया. अंदर आते ही वह मुझे अपने बेडरूम में ले गयी.

हम दोनों बेड पर जाकर बैठ गये और कुछ बातें करने लगे. उसने बताया कि उसके पति सरकारी नौकरी करते हैं. उसको पता नहीं क्या हुआ कि कहते-कहते वो रोने लगी कि उसके पति उसको टाइम ही नहीं देते हैं.

मैंने उससे चुप होने के लिए कहा. मगर वह नहीं रुकी. फिर मैंने उसके कंधे पर हाथ रख दिया. वह मुझसे लिपट गई और सुबकने लगी.

मैंने उससे कहा- ऐसे नहीं रोते, आपको जो चाहिए वो मैं आपका दूंगा. लेकिन आप दिल छोटा मत करो.

मेरा हाथ उसकी चूची पर टच हो गया. उसकी चूची का स्पर्श पाते ही मेरा ध्यान उसके बूब्स पर चला गया. अब मैंने जान-बूझकर उसको सांत्वना देने के बहाने से उसकी चूचियों को दो बार और टच कर दिया. उसकी तरफ से कोई रिएक्शन नहीं हो रहा था.

Kamukta Hindi chudai kahani – चाची की रसीली चूत और मेरा कड़क लंड

वह चुप हो गई थी. उसने मेरी जांघ पर हाथ रख दिया. मेरी हिम्मत बढ़ी और मैंने उसकी चूची को अपने हाथ में भर लिया और उसको दबाने लगा.

मेरी इस हरकत पर वह थोड़ी सहम सी गई और उसने मुझे अपने से अलग कर दिया.

वह बोली- मैं जानती हूँ कि तुम्हारा मन कर रहा है. लेकिन तुम इस बात के बारे में किसी को नहीं बताओगे, मुझसे वादा करो.
मैंने कहा- ठीक है, जब तक तुमको मुझ पर भरोसा नहीं हो जाता मैं तुम्हारी तरफ देखूंगा भी नहीं.

मैं उठ कर बेडरूम से बाहर जाने लगा और उसने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे रोक लिया. मैंने पीछे पलट कर देखा तो वह खड़ी हो गयी और एकदम से मुझे अपनी बांहों में भर कर मुझसे लिपट गई.

वह बोली- तुम मुझे छोड़ कर मत जाओ प्लीज.

कहकर उसने मेरे गाल पर किस कर दिया.

मैंने कहा- तो अब तुमको मुझ पर विश्वास हो गया या नहीं?

वह बोली- हाँ, मुझे तुम पर विश्वास है.

उसके बाद मैंने भी उसको अपनी बांहों में भर लिया और हम दोनों एक दूसरे के होंठों को वहीं खड़े होकर चूसने लगे. मैंने उसके होंठों को चूसते हुए उसकी नाइटी के ऊपर से ही उसकी गांड को सहलाना शुरू कर दिया. मेरा लंड मेरी पैंट में तन गया था और उसके शरीर से रगड़ खा रहा था. मेरा लंड उसकी जांघों के बीच में घुस जाना चाहता था मगर बीच में उसकी नाइटी आ रही थी.

Kamukta Hindi chudai kahani – पिंकी की चुत का भोसड़ा बनाया

मैं उसको जल्दी से नंगी कर देना चाहता था ताकि उसकी चूत में अपने लंड को डाल सकूं लेकिन मैंने सब कुछ धीरे-धीरे करना ही ठीक समझा ताकि उसका विश्वास मुझ पर बना रहे.

कई मिनट तक ऐसे ही किस करने के बाद वह बोली- संजय, मेरे पति मुझे संतुष्ट नहीं कर पाते.

मैंने कहा- तो क्या हुआ, मैं हूँ न. मुझे अपना पति मान सकती हो तुम.

कहकर मैंने उसकी नाइटी को निकलवा दिया और अब वह मेरे सामने ब्रा और पैंटी में खड़ी थी. उसके बदन को देखकर मेरी हवस जाग गई. मैंने उसकी ब्रा को किस किया और फिर उसकी गर्दन पर चूमने लगा. वह भी गर्म होने लगी. उसने मुझे अपने से लिपटा लिया और मुझे बांहों में लेकर मेरी गर्दन पर किस करने लगी.

उसके बाद मैंने उसको पलटा कर उसकी ब्रा के हुक खोल दिये और उसकी ब्रा को निकाल कर बेड पर फेंक दिया. उसके लम्बे बाल उसकी कमर पर बिखरे हुए थे. पीछे से उसकी कमर नंगी हो गई थी. उसकी गोरी, नंगी पीठ, जो काले बालों के नीचे ढकी हुई थी, को देख लग रहा था जैसे किसी फिल्म की हिरोइन हॉट सीन देने के लिए तैयार खड़ी हो.

मैंने उसको अपनी तरफ घुमाया और उसके चूचों को देखते ही मैं उन पर टूट पड़ा. मैंने उसके चूचों को सीधा मुंह में भर लिया और उसकी गांड को दबाते हुए मैं उसके चूचों को चूसने लगा. बहुत मजा आ रहा था दोस्तो. वह खूबसूरत तो थी ही, साथ ही उसका बदन भी सुडौल था.

Kamukta Hindi chudai kahani – चलती ट्रक में चूत और चूची का मज़ा

मेरा लंड मेरी पैंट में तन कर फटने को हो रहा था. जब मैंने नीचे झांक कर देखा तो मेरे लंड ने मेरी पैंट पर पानी का निशान बना दिया था. मैंने उस लेडी को नीचे बैठा दिया और वह घुटनों पर मेरे सामने बैठ गई. मैंने अपनी पैंट को खोल दिया और अंडरवियर समेत उसको नीचे गिरा दिया. मेरा लौड़ा तन कर उसके मुंह के सामने आ गया.

वह भी समझ गई कि मैं उसको अपना लंड चुसवाना चाहता हूँ. उसने मेरे लंड को हाथ में लिया तो मेरी आह्ह … निकल गई. बड़े ही नर्म हाथ थे उसके. फिर उसने एक दो बार मेरे लंड की मुट्ठ मारी और उसको मुंह में लेकर चूसने लगी. उसके मुंह में लंड गया तो मुझे बहुत ही ज्यादा उत्तेजना होने लगी. मैंने उसके सिर को हल्के से पकड़ कर अपने लंड को उसके मुंह में धीरे-धीरे अंदर बाहर करना शुरू कर दिया.

वह पूरी तबियत के साथ मेरे लंड को चूस रही थी. बीच-बीच में वह मेरी गोलियों को किस कर लेती थी और कभी पूरी की पूरी मुंह में भर लेती थी. वह मुझे पागल बना रही थी. मेरा जोश बढ़ता ही जा रहा था.

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ऑफिस में माया की सामूहिक चुदाई https://sexstories.one/maya-ki-office-me-samuhik-sex/ Fri, 16 Oct 2020 22:16:34 +0000 https://sexstories.one/?p=330 दोस्तों, मेरा नाम अमित शर्मा है ओर मैं जयपुर राजस्थान का रहने वाला हू. मेरी उम्र ३१ साल है ओर मैं एक मल्टिनॅशनल मैं अच्छे पद पर हू. ये मेरी अंतर्वनसा पर पहली कहानी हैं ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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दोस्तों, मेरा नाम अमित शर्मा है ओर मैं जयपुर राजस्थान का रहने वाला हू. मेरी उम्र ३१ साल है ओर मैं एक मल्टिनॅशनल मैं अच्छे पद पर हू. ये मेरी अंतर्वनसा पर पहली कहानी हैं ओर पूरी तरह काल्पनिक हैं. अगर कुछ भूल हुई हो तो माफ़ कीजिएगा ओर अपने विचार भेजना ना भूलिएगा. office sex stories

आआह्ह्ह. आआह्ह्ह. आआह्ह्ह्ह. आआअह्ह्ह्हह चिल्लाते हुए माया अपनी गांड उछाल रही थी. आज माया का जोश सातवे आसमान पे था और अंकित भी उसे चोदने मैं कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता था. वो बस अपनी बीवी को रगड़ के चोदना चाहता था. अंकित और माया की शादी को लगभग १० साल हो गए थे. वैसे तो उनकी सेक्स लाइफ शुरू से ही अच्छी थी, लेकिन पिछले ४-५ सालो मैं माया की वासना बढ़ने लगी थी. अंकित को भी इससे कोई शिकायत नहीं थी. माया को चोदते हुए अंकित की नज़र माया के चुच्चो पे पड़ी. ३६C के भरी भरी मम्मे अंकित के हर धक्के से ताल से ताल मिला रहे थे. ३५ साल की उम्र मैं भी माया ने खुद को फिट रखा था.

३६-२८-३४ का फिगर किसी को भी पागल करने के लिए काफी था. office sex stories

Antarvasna Hindi – भैया के साथ सुहागरात मनाई

बेड के कोने पे लेटी माया ने अपनी टाँगे अंकित की कमर मैं डाल राखी थी. अंकित बेड के नीचे खड़ा हुआ माया की चुत मैं अपना लन्ड अंदर बाहर कर रहा था. अंकित जानता था माया किसी भी पल झड सकती है और अंकित भी झड़ने ही वाला था. अंकित ने झुक के माया का एक निप्पल मुँह मैं ले लिए और दूसरे को मरोड़ने लगा. अंकित के झुकने से उसके लन्ड के ऊपर का हिस्सा माया के दाने को रगड़ने लगा. अपने दाने और मम्मे पर हुए इस हमले से माया पिघलने लगी.

आआह्ह्ह्हह आआआअह्ह्ह्हह. “और जोर से अंकित. जोर से चोदो. चूस लो मेरे मम्मो को. और जोर से डालो.

आह्ह्हह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह्ह्ह.” अपनी कमर उठाते हुए माया झड़ने लगी. अंकित भी माया की चुत की गर्मी सहन नहीं कर पाया और माया की चुत मैं झड़ने लगा और माया के ऊपर गिर गया. माया को अंकित का भार अपने बदन पे अच्छा लग रहा था. दोनों हाफ्ते हुए एक दूसरे से लिपट गए और जब माया की आँख खुली, सुबह हो चुकी थी. माया सीधे नहाने चली गई. आज उसके लिए बड़ा दिन था. माया आज एक नयी कंपनी ज्वाइन करने वाली थी. यह एक बढ़ती हुई कंपनी थी और यहाँ माया जल्दी ही अपने बॉस, कंपनी के MD को इम्प्रेस करना चाहती थी.

माया नहा के निकली और अपनी अलमारी से एक पंजाबी सूट निकला. माया बोहोत सुन्दर थी. गोरा चिट्टा रंग, ५’५” की हाइट और ऊपर से ३६C-२८-३४ का फिगर. आज भी माया २८ साल से ज्यादा नहीं लगती थी. माया खुले विचारो वाली मोर्डर्न औरत थी. ऑफिस में कई लोग उससे फ़्लर्ट करते थे और माया को इससे कोई परहेज़ नहीं था. जब माया के फ़्लर्ट करने की वजह से लोगो का लन्ड खड़ा हो जाता था, माया को बोहोत मज़ा आता था. उसे लगता था के वो किसी को भी अपने वश में कर सकती है. अंकित उसका पहला प्यार था और शादी के बाद माया अंकित के अलावा किसी भी मर्द से नहीं चुदी थी. या कहिये माया को किसी से चुदने की जरुरत नहीं पड़ी.

अंकित उसे हर तरह से खुश रखता था और दोनों हफ्ते में ३-४ बार सेक्स कर ही लेते थे. office sex stories

माया ने पंजाबी सूट में खुद को निहारा. वो जानती थी आज बोहोत ले लोग उसे देख के उसके नाम की मुठ मरेंगे. टाइट फिटिंग की वजह से माया के मम्मे और भी बड़े लग रहे थे. मम्मो का ऊपर का हिस्सा सूट से बाहर झांक रहा था. अपनी बलखाती हुई कमर पे माया ने हाथ फिराया और १ चुन्नी डाल ली. माया ने अपनी गाडी निकली और चल दी ऑफिस की और.

Sex story – पति के भतीजे और एक पंजाबी से चुदवाया

ऑफिस मे माया का वेलकम खुद MD ने किया और माया को सभी से मिलवाया. माया लोगो की नज़रो में अपने लिए हवस देख सकती थी. खासकर कोने में खड़ा हुआ १ आदमी, जो की उसे ४० के आस पास लगा, लगातार माया को ही घूरे जा रहा था. “बहनचोद आज तो आखो से ही बलात्कार कर देगा ये हरामी” सोचते हुए माया ने उससे हाथ मिलाया. “माया, यह है Mr अमित. आपके पहले प्रोजेक्ट पे ये आपके साथी होंगे और इसलिए आप दोनों का केबिन एक ही है” कहते हुए MD ने माया को अमित से मिलवाया. माया ने मुस्कुराते हुए अमित से हाथ मिलाया और सोचने लगी “पहला प्रोजेक्ट इस हरामी के साथ. बोहोत संभल के रहना होगा”.

माया को ऑफिस ज्वाइन किये हुए २ दिन हो चुके थे और अमित के बारे में जिस भी लड़की से पूछा, माया को उससे और चीड़ होती गई. अमित MD का साला था और एक नंबर का ठरकी था. ऑफिस में कोई भी लड़की ऐसी नहीं थी जिसपे अमित ने लाइन न मारी हो. “मुझसे पन्गा लिया तो इस हरामी को ऐसा सबक सिखाऊंगी, साला अपनी बीवी को भी आँख उठा के नहीं देखेगा” सोचते हुए माया अपने कैबिने मे एक फाइल ढूंढ रही थी.

उसे याद आया के वो फाइल ऊपर वाले शेल्फ में रखी है. office sex stories

आज माया ने साडी पहनी थी और जैसे ही माया ने अपना हाथ बढ़ाया फाइल उतरने के लिए, उसे अपने पेट पे एक हाथ महसूस हुआ. माया फ़ौरन पलटी उसके सामने अमित खड़ा था. माया ने सोचा भी नहीं था अमित की इतना हिम्मत हो सकती है. अमित के चेहरे की मुस्कराहट माया से बर्दास्त नहीं हुई और माया ने कस के अमित को थप्पड़ मार दिया. अमित ने कुछ नहीं कहा और सीधे कमरे से बाहर निकल गया. माया का चेहरा गुस्से से लाल हो रहा था लेकिन उसने किसी तरह खुद को शांत किया.

अगले ४-५ अमित और माया में बस उतनी ही बात हुई जितनी जरुरी थी. माया को देखते ही अमित अपनी आखें झुका लेता. माया को लगने लगा था के अमित को उसका सबक मिल गया है और आगे से अमित अपनी लिमिट में रहेगा. उसे ये भी लगने लगा था के शायद उसे अमित को थप्पड़ नहीं मारना चाहिए था और उसे अमित से इस बारे में बात करनी चाहिए. माया ये सब सोच ही रही थी के अमित की आवाज उसके कानो में पड़ी “माया, आपके लिए कॉफी लाया हूँ. आपकी मीटिंग से पहले ये आपमें एनर्जी भर देगी”. आज माया की एक बोहोत ही बड़े क्लाइंट क साथ मीटिंग थी जिसमे खुद MD होने वाले थे.

Chudai story – किरायेदार की बीवी की सील तोड़ी

ये प्रेजेंटेशन इस कंपनी में माया का भविष्य बना और बिगड़ सकती थी. माया ने जैसे ही कॉफी लेने के लिए हाथ बढ़ाया, कॉफी माया की साडी पे गिर गई. “रियली सॉरी माया, सब मेरी गलती है. जल्दी से इससे साफ़ कर लो” कहते हुए अमित ने माया को साडी साफ़ करने के लिए टिश्यू पकड़ाया. माया तुरंत लेडीज वाशरूम की तरफ भागी. गरम कॉफी गिरने की वजह से माया जो पेट पे जलन हो रही थी. माया ने पहले अपने पेट पर से, फिर अपनी सेमि-ट्रांसपेरेंट साडी पर से कॉफी साफ़ की. “साला चूतिया, देख के कॉफी भी नहीं दे सकता” सोचते हुए माया साडी ठीक करने लगी. लेकिन पेट पे जलन की वजह से माया साडी ठीक से नहीं पहन पा रही थी. माया ने साडी अपनी नाभि से २ इंच नीचे की, तब जाके उसे अच्छा लगा.

ठन्डे पानी की वजह से जलन तो काम हो गई थी, लेकिन माया को ये पता था के वो साडी ऊपर नहीं बांध पाएगी. माया ने खुद को शीशे में देखा. साडी नीचे बाँधने की वजह से माया और भी सेक्सी लग रही थी. “ये ट्रांसपेरेंट साडी भी आज ही पहननी थी मुझे” बड़बड़ाते हुए माया बाहर निकली और सीधे अपने केबिन में घुस गई जहा अमित नहीं था.

माया ने घडी की तरफ देखा और अपनी फाइल ढूंढ़ने लगी. “यार तू इतनी लापरवाही कैसे कर सकती है माया. इतनी महत्वपूर्ण फाइल और तू रख के भूल गई”. तभी माया को अमित की आवाज सुनाई दी “माया, क्या ढूंढ रही हो? वो आपकी महत्वपूर्ण फाइल?” माया का ग़ुस्सा सातवे आसमान पे था. वो अमित का खेल समझ चुकी थी. “अमित, अगर वो फाइल तुमने अभी के अभी मुझे नहीं दी, तो में MD सर से कंप्लेंट कर दूंगी” माया गरजते हुए बोली.

“जिसको बोलना है बोल दो, लेकिन सब यही सोचेंगे के मीटिंग से पहले तुमने फाइल कही खो दी और इलज़ाम मुझपे डाल रही हो. MD सर को में आराम से मन लूंगा” अमित अपनी चेयर पे बैठते हुए बोलै, उसके चेहरे पे विजयी मुस्कान थी और माया जानती थी, इस समय वो कुछ नहीं कर सकती थी. “अमित प्लीज वो फाइल मुझे दे दो, उस थप्पड़ के लिए मुझे दिल से दुःख है” माया लगभग गिड़गिड़ाते हुए बोली. “नाटक करती है रंडी, उस दिन तो बोहोत लाल पीली हो रही थी. निकल गई सारी हेकड़ी”.

अमित के बात करने के तरीके से माया को झटका लगा, लेकिन वो जानती थी के वो फाइल कंपनी के लिए बोहोत महत्वपूर्ण है. “मैं तुम्हे वो फाइल दे सकता हूँ, लेकिन बदले में मुझे क्या मिलेगा?” “कितने पैसे चाहिए तुम्हे, बोलो.” माया ने कहा, हलाकि वो जानती थी अमित ये सब पैसो के लिए नहीं कर रहा. “फाइल के बदले में मुझे तुम्हारी ब्रा चाहिए, अभी”. माया की आखे खुली की खुली रह गई और उसे एक मिनट लगा समझने में अमित क्या मांग रहा था. “मैं बाहर जा रहा हूँ, ५ मिनट में वापस आऊंगा. तब तक मुझे तुम्हारी ब्रा तुम्हारी टेबल पे मिलनी चाहिए” कहते हुए अमित रूम से बाहर चला गया.

अपनी सीट पे बैठते हुए माया उस दिन को कोसने लगी जब उसने अमित को थप्पड़ मारा था. office sex stories

खुद को संभाते हुए माया उठी, और गेट बंद किया. उसे पता था ५ मिनट जल्दी ही निकल जाएंगे. अपना पल्लू हटाया और जल्दी से ब्लाउज खोलने लगी. फिर ब्रा निकल के टेबल पे रखी, और ब्लाउज का हुक बंद ही कर रही थी के दरवाजे पे दस्तक हुई. माया जैसे ही ब्लाउज बंद कर के मुड़ी, सामने सुमित खड़ा था. वो माया का जूनियर था और माया को शायद मीटिंग के लिए याद दिलाने आया था. टेबल पे रखी ब्रा देख कर सुमित का मुँह खुला का खुला रह गया. “मैं थोड़ी देर में वापस आता हूँ” कह के सुमित केबिन से बाहर निकल गया.

Interfaithxxx – मुस्लिम सब्ज़ीवाले ने मेरी बड़ी चूची वाली बीवी को चोदा

“पता नहीं आज क्या क्या और देखना बचा है” कहते हुए माया दरवाजे की तरफ बढ़ने लगी के तभी अमित अंदर आ गया, और उसके पीछे था उस्मान. उस्मान ऑफिस में पियोन था. “ये यहाँ क्या कर रहा है” माया ने गुस्से से अमित को देखते हुए पूछा. “उस्मान अपना ही दोस्त है और जिस दिन तुम पहली बार आई थी, मेरी उस्मान से शर्त लगी थी के तुम पैडेड ब्रा पहनती हो. बस वही शर्त जीतने के लिए उस्मान को यहाँ लेके आया हूँ.” अमित ने शांत रहते हुए कहा. “लाओ अब जल्दी से तुम्हारी ब्रा मुझे दे दो, जिससे में उस्मान को बता सकू के में कभी गलत नहीं होता”. माया ने अपनी ब्रा उठाई और अमित की तरफ फेक दी. अमित ने ब्रा को अपने हाथ में लिए, और नंबर पढ़ते हुए कहा “३६C. देखा उस्मान, सही कहा था ना मैंने. पैडेड भी और साइज भी”. “हां सर. आपका अंदाजा बिलकुल सही निकला” अमित के हाथ से ब्रा लेते हुए उस्मान बोला.

फिर उस्मान माया की ब्रा को अपने चेहरे के पास ले गया और सूंघने लगा. ये सब देख के माया का मन कर रहा था के ऑफिस से भाग जाए. शर्म क मारे वो जमीन में गड़े जा रही थी. “अब तो मुझे वो फाइल दे दो अमित” माया ने कहा. फाइल आगे बढ़ाते हुए अमित बोला “है, ये लो तुम्हारी फाइल”. लेकिन तभी उस्मान बोला, सर, हम कैसे मान ले ये वही ब्रा है जो मैडम आज पहन के आई है. ये सुनते ही माया आग बबूला हो गई और उस्मान को थप्पड़ मारने के लिए आगे बढ़ी. उसने जैसे ही साथ उठाया, अमित ने माया हाथ पकड़ लिए और झट से उसका पल्लू कंधे पे से नीचे खींच लिया. ट्रांसपेरेंट साडी की तरह ब्लाउज भी थोड़ा झीना था और ध्यान से देखने पर माया के काले निप्पल देखे जा सकते थे. माया का पारा बढ़ता ही जा रहा था, लेकिन वो चाह के भी कुछ नहीं कर सकती थी. माया ने अपने चेहरा दूसरी तरफ घुमा लिया.

मौके का फायदा उठा के उस्मान ने माया की नाभि के नीचे अपनी ऊँगली फिरा दी. office sex stories

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चोरों ने चूत फाड़ी https://sexstories.one/biwi-ko-chor-ne-choda/ Fri, 16 Oct 2020 22:11:34 +0000 https://sexstories.one/?p=323 हैल्लो दोस्तों, हिंदी चुदाई और सामूहिक चुदाई के दुनिया में आपका स्वागत है.. में एक शादीशुदा औरत हूँ और मेरी उम्र 34 साल है. मेरे पति एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते है, वो मार्केटिंग ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हैल्लो दोस्तों, हिंदी चुदाई और सामूहिक चुदाई के दुनिया में आपका स्वागत है.. में एक शादीशुदा औरत हूँ और मेरी उम्र 34 साल है. मेरे पति एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते है, वो मार्केटिंग में है इसलिए वो अक्सर शहर से बाहर रहते है, मेरे दो बच्चे है, एक लड़का एक लड़की है. अब में आपको अपने बारे में बता दूँ में एक खूबसूरत औरत हूँ और मेरे बूब्स का साईज 40 होगा. अब में आपको ज्यादा बोर ना करती हुई सीधी अपनी स्टोरी पर आती हूँ.

यह बात दिसम्बर की है. में अपने घर में अपने बच्चों के साथ अकेली थी और बाहर काफ़ी ठंड थी और धुंध भी पड़नी शुरू हो गयी थी. अब खाना खाने के बाद बच्चे अपने कमरे में सोने चले गये थे. में काफ़ी टाईम तक टी.वी देखती रही और टी.वी देखते-देखते कब मेरी आँख लग गयी मुझे पता ही नहीं चला.

Desi kahani | Hindi sex story – पडोसी की बेटी का भोसड़ा

कुछ देर के बाद अचानक से कुछ टूटने की आवाज़ से मेरी नींद खुल गयी तो मैंने आस पास देखा तो कोई भी नहीं था. अब मेरे रूम की लाईट बंद थी और टी.वी चल रहा था. में उठी और टी.वी बंद किया, अब में समझी शायद टी.वी में से आवाज़ आई है. मैंने टी.वी बंद करके जैसे ही बाथरूम का दरवाजा खोला तो मेरे होश उड़ गये. ये कहानी आप हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है.. अब मेरे सामने दो आदमी खड़े थी, जिनके चेहरे पर कपड़ा बँधा हुआ था और हाथ में चाकू था.

उनमें से एक आदमी ने मुझे धक्का मारा और अपने हाथों से मेरा मुँह बंद कर दिया, तो में कुछ भी समझ नहीं पाई कि क्या हो रहा है? अब में बहुत डर गयी थी और शायद इसी कारण मेरी चीख भी नहीं निकल पाई थी. अब तक उन दोनों ने मुझे कुर्सी पर बैठा दिया था और धीरे से एक आदमी बोला कि अगर तूँ चीखी तो समझ लेना कि यह तेरी आखरी चीख होगी. मेरी तरफ से कोई हरकत नहीं हुई और अब मेरी बॉडी डर के मारे काँप रही थी.

दूसरा आदमी मेरे कान के पास आकर बोला कि बता घर के सारे गहने और पैसे कहाँ पर रखे है? और यह कहते हुए दूसरे ने चाकू मेरी गर्दन पर लगा दिया. अब में समझ गयी थी कि यह दोनों चोर है. मैंने अपने मुँह में से दबी हुई आवाज निकाली, तो वो समझ गये कि में कुछ बोलना चाहती हूँ, तो एक ने मेरा मुँह खोल दिया.

Desi kahani | Hindi sex story – मेरी पड़ोसन जिया

में डरी हुई आवाज़ में बोली कि मेरे पास सिर्फ़ एक मंगलसूत्र और कान के झुमके है और मेरे पास कुछ भी नहीं है. तब दूसरा चोर चाकू दिखाता हुआ बोला कि साली सीधे से बताती है कि चाकू तेरे अंदर घुसेड़ दूँ. ये कहानी आप हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है.. में बोली कि में सच कह रही हूँ. वो चोर बोला कि बता घर में और कौन है? तो में बोली कि सिर्फ़ में और मेरे बच्चे. उन दोनों ने मुझे कुर्सी से बांधना शुरू कर दिया और एक चोर मेरे पास खड़ा रहा और दूसरा चोर कमरे का सामान देखने लगा.

में बोली कि में सच कह रही हूँ मेरे पास इस समय कुछ भी नहीं है, सब बैंक के लॉकर में है. मेरी बात सुनकर एक ने मुझसे अलमारी की चाबी माँगी, तो में कुछ नहीं बोली. तब एक बोला कि साली बताती है या तेरे बच्चो को मार दूँ. अब में बहुत डर गयी थी और उनको चाबी दे दी. उन्होंने पूरी अलमारी और बाकी का सामान चैक कर लिया मगर उनको कुछ भी नहीं मिला. वो दोनों चोर गुस्से से मेरे पास आए और मेरा मंगलसूत्र और कान से झुमके उतारने लगे, तो में कुछ नहीं बोली.

अब में समझी कि शायद अब यह दोनों चले जाएँगे, लेकिन मेरी सोच ग़लत थी. अब मेरा मंगलसूत्र उतारते समय एक चोर के हाथ मेरे मोटे-मोटे बूब्स पर चले गये. वो तभी अपने साथी से बोला कि यार क्या हुआ अगर माल नहीं मिला? यह माल तो हमें जरूर मिलेगा. अब उसके हाथ मेरे बूब्स पर थे, तो में डर गयी और बोली कि प्लीज़ मुझे जाने दो, में दो बच्चो की माँ हूँ. दूसरा चोर बोला कि तीसरे बच्चे की माँ बनने के लिए तैयार हो जा.

Desi kahani | Hindi sex story – मुझे मिला दीपा को चोदने का मौका

अब मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था, वो दोनों ही चोर काफ़ी लंबे ऊँचें थी. अब उन दोनों ने अपने मुँह के कपड़े खोल लिए थे, अब वो दोनों मुझे ललचाई नजरों से देखने लगे थे. एक ने मेरे ब्लाउज के हुक खोलने शुरू कर दिए. अब मेरे ब्लाउज के सभी हुक खुल चुके थी, अब मेरे मोटे-मोटे बूब्स मेरी ब्रा से बाहर आ रहे थे. वो दोनों मेरी ब्रा के ऊपर से ही मेरे बूब्स को दबाने लगे.

अब एक ने मेरी ब्रा का हुक भी खोल दिया था और अब मेरे दोनों बूब्स आज़ाद थे. उन दोनों ने मेरा एक-एक बूब्स पकड़ लिया और जोर-जोर से दबाने लगे. अब मेरी आँखों से आँसू निकलने शुरू हो गये थे. मैंने उनसे बहुत मिन्नते की मगर वो दोनों कहाँ मानने वाले थे? एक ने मुझे खोल दिया और मेरी साड़ी को मेरी टाँगों से ऊपर तक उठा दिया. ये कहानी आप हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है.. अब वो दोनों यह सब कुछ बहुत जल्दी-जल्दी कर रहे थे. अब में समझ गयी थी कि मेरे साथ क्या होने वाला है? वो दोनों मुझे कुर्सी से उठाकर बेड पर ले गये.

अब मेरे बूब्स नीचे लटक रहे थे और अब उन दोनों के लंड पेंट में खड़े हो गये थे. अब वो दोनों मेरे बूब्स को जोर-जोर से चूस रहे थे. अब मुझे भी कुछ होने लगा था और अब में कुछ नहीं बोल रही थी. तो तब एक चोर बोला कि साली क्या बूब्स है? दिल करता है कि चूस-चूसकर लाल कर दूँ. अब मेरे दोनों निपल्स लाल हो चुके थे, अब मुझे भी मजा आने लगा था. ये कहानी आप हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है..

Desi kahani | Hindi sex story – पड़ोसवाली भाभी की गुलाबी चुत

इतने में एक ने मेरी साड़ी खोल दी और मेरे पेटीकोट का नाड़ा ढूँढने लगा और जब उसे नाडा नहीं मिला तो उसने मेरा पेटीकोट मेरी जांघों से ऊपर तक उठा दिया. मैंने नीचे पेंटी नहीं पहनी थी तो मेरी चिकनी चूत देखकर उन दोनों की आँखे फट गयी, अब वो दोनों पागल हो गये थे. वो दोनों खड़े हुए और उन दोनों ने अपनी पेंट उतार दी, उन दोनों का लंड उनका अंडरवेयर फाड़कर बाहर की तरफ आ रहा था. जैसे ही उन दोनों ने अपने अंडरवेयर खोले, तो मेरी आँखे फटी की फटी ही रह गयी एक का लंड 9 इंच का तो दूसरे का 8 इंच से कम नहीं होगा.

एक चोर ने मुझे बेड पर सीधा लेटाकर अपना 9 इंच लंबा लंड मेरी चूत के लिप्स पर रख दिया और दूसरे ने अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया. अब में उसका लंड लॉलीपोप की तरह चूसने लगी थी. अब वो दूसरा वाला धीरे-धीरे अपना लंड मेरी चूत में डालता जा रहा था. अब में दर्द से पागल हो रही थी मगर में चीख भी नहीं सकती थी, क्योंकि एक लंड मेरे मुँह में था.

उसने अपना पूरा लंड मेरी चूत में डाल दिया और आगे पीछे धक्के मारने लगा. अब मुझे भी मज़ा आने लगा था और अब मेरे मुँह से उम्म्म्म, आह की आवाजे आने लगी थी. अब मुझे उसका लंड चूसना अच्छा लग रहा था, ये कहानी आप हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है.. अब पूरे कमरे में छप-छप की आवाजे आने लगी थी. कुछ देर के बाद एक चोर ने मेरे मुँह में ही अपना वीर्य गिरा दिया मगर नीचे वाला फुल स्पीड में अंदर बाहर कर रहा था.

Desi kahani | Hindi sex story – भैया के साथ सुहागरात मनाई

उसने भी एक ज़ोरदार झटका मारकर अपना वीर्य मेरी चूत के अंदर ही गिरा दिया और ऊपर वाले चोर का वीर्य मेरे गले के अंदर जा रहा था. कुछ देर तक लेटे रहने के बाद में बाथरूम की तरफ भागी कि कहीं में सच में गर्भवती ना हो जाऊं. जब में वापस आई तो मैंने देखा कि वो दोनों चोर अपने कपड़े पहनकर वहाँ से भाग चुके थे.

अब मुझे अपने आपसे शर्म और हँसी दोनों आ रही थी. मैंने ज़िंदगी में भी नहीं सोचा था कि इस तरह दो चोर मुझे चोदोंगे.

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