लंड के सब हार जाते हैं… और अगर वही एक रसीली चुत, जिसकी गर्मी आपको मदहोश कर दे मिल जाये तो, लंड खुद सलाम मारने लगता है.. ऐसी ही एक मस्त देसी चुदाई कहानी आपके सामने पेश कर रहा हु.. आशा है आपको पसंद आएगी..
मेरा नाम पंडित जी है और मैं 19 साल का हु मेरी लम्बाई 5,8 है और मेरे लंड की लंबाई 7 और 4 मोटाई हैं ।
ये मेरी पहली कहानी हैं उम्मीद है कि आप लोगो को जरूर पसंद आयेगी..
दोस्तो मै बहुत सालो से मुठ मारता था. लेकिन मुझे कभी कोई चूत का स्वाद नही मिला था. मस्त देसी चुदाई की कहानी पढ़िए हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर..
मुझे ये मौका बहुत मुश्किल से मिला. चलिए ज्यादा बोर न करते हुऐ अपनी कहानी पे आता हूं. वैसे ये कोई देसी चुत चुदाई कहानी नही है, सत्य घटना है जो मेरे साथ घटित हुई.
मस्त देसी चुदाई की कहानी पढ़िए हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर.. ये बात गर्मियों की थी जब मेरे मामी की बहन की सादी थी, तो मामी मेरे पूरे फैमिली को बुलाई थी.
लेकिन मेरे पापा काम मे व्यस्त होने के कारण नही जा सके. वे अकेले मेरे को ही भेजे.
मैं शादी से 3 दिन पहले ही पहुँच गया. मस्त देसी चुदाई की कहानी पढ़िए हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर.. आप लोगो को तो पता ही है, शादी व्याह में कितना काम होता है, इसी लिए पहले ही पहुच गया..
जैसे ही मैं मामी के घर गया, मुझे पानी पिलाने के लिए मामी की बुआ की लड़की, जो कि पहले ही आ चुकी थी, वे पानी लेकर आई..
मैं तो उसको पहले नजर मे देख के ही पागल हो गया.. सोचने लगा कि अब इसको चोद के ही जाऊँगा.
दोस्तो वे भी 5,6 की थी. दोस्तो उसके साइज के बारे में तो नही पता पर एकदम सुडौल बॉडी वाली लड़की.. किसी को भी चोदने को मजबूर कर सकती थी।
मैं पानी पी के शादी के काम मे लग गया और उससे बात करने का बहाना ढूढने लगा… धीरे धीरे हम लोग करीब भी आ गए जब मैं उससे बात करने लगा तो वे अपना नाम राजनदनी बताई और उसकी ऐज 18 की थी..
शादी भी हो गयी और जिस दीन बिदाई हुआ. उसी दिन मैं भी मौका का फायदा उठा लिया.
घर में सभी लोग बिदाई से थके थे और सभी लोग सो भी गए… जो जगा था उनसे मुझे कोई मतलब नही था..
मैं इसी दिन का इंतजार कर रहा था… मैं अपने एक दोस्त, जो वहा का था, उसका एक द्वार था जो चारो ओर से घिरा हुआ था… उसमें कोई जाता भी नही था..
मैं उसी से उसका चाभी लेके राजनंदिनी को इशारा किया और चल दिया…
वे बोली कि 5 मिनेट में आ रही हु… मै वहाँ पहुच चुका था…. बारिश भी हो रहा था रफ़्तार में…
10 मिनेट हो गया वे आयी नही… मैं सोचने लगा फिर वे 30 मिनेट बाद आई…
दोस्तों वे बारिश में भीगते हुए आयी थी… उसका सारा कपड़ा भीग चुका था…. जैसे ही वे आयी मै पकड़के उसको चुम्बन करने लगा और वे भी मेरे को कसके पकड़ ली थी… मेरा साथ दे रही थी..
मैं सबसे पहले उसका सूट को और ब्रा को निकाल के उसके गले को और उसके निप्पल्स को जोर जोर से चाटने लगा और उसके चूची को जोर जोर से दबाने लगा.
मस्त देसी चुदाई की कहानी पढ़िए हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर.. मैं भी अपना सर्ट उतार दिया मैं उसको जमीन पे लिटा के उसके आर्म के बाल के जगह पे भी कि चाटने लगा..
वे एकदम गर्म हो गयी थी बोलने लगी जल्दी करो लेकिन मुझे कोई जल्दी नही थी मैं धीरे धीरे उसके पूरे सरीर को चाटने लगा एक पागल कुत्ते की तरह..
अब मैं उसका सलवार भी निकाल दिया अब वे मेरे सामने सिर्फ पैंटी में थी..
मैं अपना भी जीन्स निकल दिया और अंडवेयर भी जब मेरा लंड वे देखी तो डर गई और बोली कि नही मैं मर जरुगी मैं उसको अपना लंड चूसने को बोला वे मना करने लगी..
आगे की कहानी पार्ट 2