hindi sex stories नमस्कार दोस्तों मेरा नाम नफ़ीसा है | मेरी उम्र 26 साल है और मैं रहने वाली झांसी की हूँ | मैं जॉब करती हूँ क्यकी मेरे पति की एक कार हादसे में मौत हो गयी थी | मेरे पति की मौत को काफी टाइम हो गया है और मैं उसी टाइम से जॉब करती हूँ | मैं जिस ऑफिस में जॉब करती हूँ | वहां के मेरे बॉस बहुत अच्छे हैं | मैं दिखने में गोरी हूँ और मेरा फिगर भी सेक्सी है | मेरे फिगर का साइज़ 36 34 38 है | जब मैं चलती हूँ तो मेरी गांड मटकती है | मेरे प्यारे दोस्तों मैं आज एक कहानी लिखने जा रही हूँ और ये कहानी मेरी पति के मौत के बाद की है | मैंने कैसे अपने घर बुलाकर चूत चुदवाई | मैं आप आप लोगो का ज्यादा समय ने लती हुई अपनी कहानी पर आती हूँ |
ये कहानी कुछ दिन पहले की है जब मैं अपने ऑफिस में जॉब करती थी | जब से मेरी पति की मौत हुई थी तब से मुझे लंड को सुख भी नही मिला था और मैं कभी – कभी अपने घर में अपनी चूत में ऊँगली डाल कर अपनी चूत के गर्म पानी निकाल दिया करती थी | मेरा एक छोटा लड़का भी है जो 6 साल का है और वो हॉस्टल में रहता है क्यकी मैं जॉब की वजह से घर बहुत कम रूकती हूँ | एक दिन की बात है जब मैं अपने बॉस के साथ काम कर रही थी तक मेरे बॉस मुझे बहुत ही ध्यान से देख रहे थे और तब मैंने अपने बॉस से पूछा क्या हुआ सर तो वो बोले कुछ नही पर मैं समझ गयी थी की मेरे बॉस मुझे लाइन मार रहे हैं | मैं आप सभी को अपने बॉस के बारे में बता देती हूँ उनका नाम राजवीर है और उनकी अभी भी शादी नही हुई है | मैं इसलिए उन्हें पसंद भी करती थी मेरे भी पति नही थे इसलिए मैंने सोचा की राजवीर को पटा लेती हूँ तो मेरा काम भी हो जाया करेगा और इस तरह से मुझे भी लंड का सुख मिल जायेगा | फिर एक दिन की बात है जब राजवीर ने मुझे रात को डिनर के लिए कहा | मैं तैयार हो गयी और उनके साथ डिनर के लिए चली गयी और फिर कुछ ही देर में मैं और राजवीर एक होटल में पहुच गए | फिर हमने वहां पर खाना खाया और फिर मैं खाना खाने के बाद कार में बैठ गयी | तब राजवीर ने मुझे बताया की वो मुझे प्यार करता है पर कह नही पा रहा था | मैं कुछ नही बोली तो कुछ देर बाद जब वो मुझे मेरे घर छोड़ने गया तब मैंने उसे हाँ कहा और अपने घर चली गयी | तब रात में राजवीर ने मुझे कॉल की और उस रात को मैं और राजवीर ने बात की | इस तरह से राजवीर की और मेरी बाते होने लगी | अब मैं जब ऑफिस जाती थी तो वो मेरे साथ लंच भी करता था | एक दिन की बात है ऑफिस में कोई नही था और उस दिन ऑफिस में राजवीर थे | तब वो मेरे पास करीब आकर मेरे पास बैठ गया और फिर कुछ देर बाद वो मेरे होठो पर अपने होठो को रख के किस करने लगा | वो मेरी होठो को किस करने लगा तो मैं भी उसकी होठो को चूसने लगी | वो मेरी होठो को किस करने के साथ में मेरे दूधो को कपड़े के अन्दर हाथ को डाल कर मेरे दूधो को मसलने लगा तो मेरे मुंह से फ्फफ्फ्फ्फ़ ह्ह्ह्ह उम्म्म उह्ह्हअह्ह्ह,,, की सिसिकियाँ लेने लगी | वो मेरी दोनों दूध को कुछ देर तक ऐसे ही मसलता रहा साथ में वो मेरी निप्पल को अपनी उँगलियों से दबता था जिससे मेरी चूत गीली हो गयी थी | फिर मैंने उसे मना कर दिया और फिर मैं अपने घर चली गयी | जब मैं अपने घर पहुची तो उसने मुझे फ़ोन किया और मैं उससे बाते करने लगी | तब उसने मुझसे कहा की ऑफिस में मज़ा तो आया था तो मैंने कहा हाँ मेरी तो चूत गीली हो गयी थी | तब उसने कहा मैं तुम्हे और मज़ा दे सकता हूँ तुम मुझे मौका दो | तब मैंने उसे बताया की आज नही आज मेरा बेटा हॉस्टल से आया हुआ है फिर कभी मैं तुम्हे बताउंगी और इतनी बाते करने के बाद मैंने फ़ोन कट कर दिया |
फिर उसके दुसरे दिन मैंने राजवीर को फ़ोन करके अपने घर बुलाया और वो कुछ ही देर में मेरे घर आ गया | फिर मैं और वो बैठ कर बाते करने लगे | फिर कुछ देर बाद उसने मेरे हाथ को पकड कर मेरे गले में किस करने लगा | वो मेरे गले में किस करते हुए वो मेरे दूधो पर किस करते हुए मेरे कपडे उतार दिए और मैं उसके सामने ब्रा और पेंटी में आ गयी | तब वो मेरे गले में किस करते हुए अपने हाथ से मेरी पीठ को सहलाते हुए मेरे पेट में किस करने लगा | वो इसे ही कभी मेरे पेट में किस करता तो कभी मेरे बूब्स को मसल देता इस तरह से वो मेरे पुरे बदन को टच कर रहा था | फिर वो मेरे पेट में लिपट गया और मेरे पेट में जोर जोर से किस करते हुए मेरी जांघों में किस करने लगा तो मैं उम्म्म… उह्ह्ह उफ्फ्फ उईइ उईई अह्ह्ह मम्म की सिसिकियाँ लेने लगी | उसके बाद उसने मेरे पीठ में किस करते हुए मेरे ब्रा का हुक खोल दिया और फिर मेरे एक दूध को मुंह में भर कर चूसने लगा तो मेरे मुंह से उह्ह्ह इम्म उन्नन… उम्म्म उह्ह्ह्ह,,,, उफ्फ्फ्फ़.. की सिसिकियाँ निकल गयी | वो मेरे एक दूध को मुंह में रख कर चूसने लगा और दुसरे को हाथ में पकड कर दबाने लगा | वो मेरे एक दूध को मुंह में रख कर दबा रहा था जिससे मेरे बदन में आग सी लग गयी और मैं उसके चिपक गयी | तब वो मेरे दोनों दूधो को जोर जोर से चूसने लगा | वो मेरे दोनों दूधो को एक एक करके चूस रहा था और मैं उसके सर को पकड कर दबाती हुई अपने बूब्स को चूसा रही थी | वो मेरे बूब्स को ऐसे ही चूसता रहा फिर उसने मेरे दोनों दूधो को छोड़ दिया तो मैंने उसे अपनी चूत को चाटने को कहा तो मैंने अपनी टांगो को फैला दिया और वो मेरी चूत में अपने मुंह में घुसा कर मेरी चूत को चाटने लगा | वो मेरी गुलाबी चूत को अपने मुंह से पकड कर खीच खीच कर चाटने लगा तो मेरे मुंह से उम्.. उफ्फ्फ उह्ह माँ माँ उईइ उई उह्ह्ह…. की सिसिकियाँ निकल गयी | वो मेरी चूत में अपनी जीभ को घुसा कर मेरी चूत को चाटने लगा तो मेरे जिस्म से आग के लावे निकलने लगे | तब मैंने उसके सर को पकड कर अपनी चूत में घुसाने लगी | तब वो समझ गया की मैं अब पूरी तह से गर्म हो गयी हूँ और तब उसने में चूत में अपने एक ऊँगली भी घुसा दी जिससे में उम् उह्ह्ह उह्ह्ह उफ़ उईई उईईइ की सिसिकियाँ लेती हुई अपने निप्पल को मसलने लगी वो मेरी चूत में अपनी ऊँगली को जोर जोर से घुसा कर चाट रहा था | वो मेरी चूत को ऐसे ही 10 मिनट तक अपने मुंह को घुसा कर चाटता रहा और मैं अब गर्म हो गयी थी और चुदने के लिए तैयार थी |
मैंने – राजवीर से कहा यार मुझे कितना सताओगे ?? तब उसने अपने कपड़े निकाल कर अपने लंड पर थोडा थूक लगा कर मेरी चूत के मुंह पर अपने लंड को रख कर मेरी चूत में लंड को घुसा कर मुझे चोदने लगा तो मेरे मुंह से ऊं ऊं हा हाँ हाँ उह उह उम्म उम्… की आवाज निकल गयी | वो मेरी चूत में अपने लंड को अन्दर बाहर करते हुए मुझे चोदने लगा | वो मेरी टांगो को अपने कंधे पर रख कर मेरी चूत में जोर जोर के धक्के मारने लगा और मैं अब मस्त होकर चुदने लगी | वो मेरी चूत में जोरदार धक्को के साथ आदर बाहर करते हुए मुझे चोद रहा था और मेरे बूब्स को भी दबाने लगा जिससे मेरे मुंह से ऊं उन् उन ऊं हाँ हाँ हाँ उम् उम्म्म उह्ह की सिसिकियाँ निकल गयी | वो मुझे ऐसे ही जोरदार धक्को के साथ चोद रहा था और फिर मेरी चूत से अपने लंड को निकाल कर मेरे मुंह में घुसा कर चुसाने लगा तो मैं उसके लंड को मुंह में रख कर चूसने लगी | वो मेरे सर को पकड़ कर मेरे मुंह में धीरे धीरे धक्के मारने लगा | वो कुछ देर तक ऐसे ही मेरे मुंह में धक्के मारता रहा और फिर मुझे बेड को पकड़ा कर घोड़ी बना कर मेरी चूत में पीछे से लंड को डाल कर मुझे चोदने लगा तो मेरे मुंह से ऊं उह्ह्ह ऊं हाँ हाँ हाँ ऊम ऊम्म उह्ह अहह…. की सिसिकियाँ निकल गयी | वो मेरी कमर को पकड कर जोर जोर से मेरी चूत में अन्दर बाहर करते हुए मुझे चोदने लगा तो उसका 7 इंच का लम्बा लंड मेरी बच्चेदानी में जाकर रगड़ता तो मेरे जिस्म से आग की भभकियां निकलने लगी | मुझे अब बहुत मज़ा आने लगा था और मैं मस्त होकर चुदने लगी | वो मेरी चूत में पीछे से जोरदार धक्को के साथ मेरी चूत में लंड को अन्दर बाहर करने लगा साथ में मेरे बूस को पकड कर दबा रहा था | वो मुझे ऐसे ही जोर जोर के धक्को के साथ मेरी चूत में अन्दर बाहर करते हुए चोद रहा था | मैं अपनी चूत को आगे पीछे करती हुई चुद रही थी | मैं ऐसे ही कुछ देर तक चुदती रही और फिर उसके लंड से गर्म माल निकल गया |
मैं आशा करती हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आई होगी | कहानी पढने के लिए धन्यवाद |