threesome sex Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/threesome-sex/ Hindipornstories.org Thu, 11 Feb 2021 12:11:01 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 एक के साथ दूसरी चूत फ्री मिली https://sexstories.one/desi-threesome-sex-story/ Sun, 07 Feb 2021 22:55:19 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%a6%e0%a5%82%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%9a%e0%a5%82%e0%a4%a4-%e0%a4%ab%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a4%bf/ मुझे जॉब करते हुए 5 वर्ष हो चुके हैं, मैंने अपने एमबीए की पढ़ाई पुणे से की और उसके बाद मैंने पुणे की एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी कर ली। मैंने जब पहले दिन अपनी ... >> पूरी कहानी पढ़ें

The post एक के साथ दूसरी चूत फ्री मिली appeared first on Antarvasna.

]]>
मुझे जॉब करते हुए 5 वर्ष हो चुके हैं, मैंने अपने एमबीए की पढ़ाई पुणे से की और उसके बाद मैंने पुणे की एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी कर ली। मैंने जब पहले दिन अपनी कंपनी में काम शुरू किया तो उस दिन मेरी मुलाकात मेरे बॉस से हुई, मैं जब भी अपने बॉस को देखता तो मुझे ऐसा लगता कि मुझे भी उन्हीं की तरह बनना है और मैंने उन्हें अपना रोल मॉडल बना लिया. threesome sex

उन्होंने बड़ी ही कठिनाइयों से अपना काम शुरू किया. threesome sex

और वह जिस ऊंचाई पर थे मैं भी उस ऊंचाई पर पहुंचना चाहता था लेकिन उसके लिए मुझे कड़ी मेहनत करनी थी और मैंने इन 5 वर्षों में काफी मेहनत की जिससे कि मेरा प्रमोशन होता चला गया। मैं जिस कंपनी में जॉब करता था उसकी ब्रांच काफी जगह पर थी लेकिन हेड ऑफिस हमारा पुणे में ही था एक बार मुझे बेस्ट एम्पलाई का अवार्ड मेरी कंपनी के द्वारा दिया गया जिसके लिए पुणे में ही सारा आयोजन किया गया था, पुणे के एक बड़े होटल में सब कुछ आयोजित हुआ था उस दौरान काफी लोग वहां पर आए भी थे मैं भी बहुत खुश था क्योंकि मुझे बेस्ट एम्पलाई का आवार्ड मिल रहा था और मेरे लिए यह किसी खिताब से कम नहीं था।

Indiansexstories

जिस दिन मुझे अवॉर्ड मिला.. threesome sex

Threesome sex desi style me hone wala tha!

उस दिन मेरे परिवार के लोग भी वहां पर आए हुए थे और सब लोग बहुत ही ज्यादा खुश थे, मेरी भी खुशी का ठिकाना नहीं था क्योंकि मुझे वह अवार्ड मेरे बॉस ने हीं दिया था मैं इतना ज्यादा खुश था कि उस दिन मेरे दोस्तों ने भी मुझे बधाई दी और उस दिन उस होटल में जमकर पार्टी हुई, पार्टी में हमारे ब्रांच के काफी मेम्बर आए हुए थे उस दौरान मेरी मुलाकात एक लड़की से हुई जो कि जयपुर ब्रांच में काम करती है।

वह मुझे कहने लगी सर क्या मैं आपके साथ कुछ देर बात कर सकती हूं, मैंने सबसे पहले उसका नाम पूछा उसका नाम शमिता है, मैंने शमिता से कहा तुम कौन सी ब्रांच में जॉब करती हो तो उसने मुझे बताया कि मैं जयपुर की ब्रांच में काम करती हूं, वह मुझसे कहने लगी कि सर आपसे मुझे पांच मिनट चाहिए इसके लिए मैं आपका धन्यवाद कहना चाहती हूं, मैं और शमिता आपस में बात करने लगे मैंने शमिता से कहा क्या तुम मुझे अपने एक्सपीरियंस के बारे में बता सकती हो, वह मुझे कहने लगी कि मुझे इस कंपनी में काम करते हुए दो वर्ष हो चुके हैं और मैंने काफी मेहनत से इस कंपनी में काम किया है, मैंने भी शमिता से अपने एक्सपीरियंस शेयर किए और उसके साथ मैं काफी देर तक बात करता रहा।

मैंने उसे बताया कि कैसे मैंने इस कंपनी में अपने काम की शुरुआत की और कैसे मैं आज कंपनी का बेस्ट एम्पलाई बना, वह भी बहुत खुश थी और मुझे कहने लगी कि सर मुझे भी आपकी तरह ही बनना है, मैंने उसे कहा देखो तुम अपने काम पर फोकस करो और अपने काम पर पूरा ध्यान दो, वह कहने लगी सर मैं तो अपने काम पर पूरा ध्यान देती हूँ लेकिन क्या मुझे आपका नंबर मिल सकता है?

मैंने शमिता से कहा क्यों नहीं तुम मेरा नंबर ले लो.. threesome sex

यदि तुम्हें कभी भी कोई जरूरत हो तो तुम मुझे फोन करना। मैंने शमिता को अपना नंबर दे दिया और उस दिन हम दोनों की काफी अच्छे से बात हुई, शमिता से बात कर के मुझे अपने पुराने दिन याद आने लगे मुझे वह दिन याद आने लगे जब मैं कॉलेज में एक लड़की के पीछे पड़ा हुआ था लेकिन वह मुझे कभी भी भाव नहीं देती थी परंतु आज मुझे एहसास हुआ कि यदि कोई इतना सफल है तो सब लोग आपके पीछे खुद ही चले आते हैं इसलिए शमिता ने भी शायद मेरा नंबर लिया यदि मैं आज सफल व्यक्ति नही होता तो शायद वह मुझसे कभी भी बात नहीं करती.

मैंने शमिता से यह बात भी शेयर की शमिता इस बात पर हंसने लगी और कहने लगी कि सर सारी लड़कियां एक जैसी नहीं होती आपसे बात कर के मुझे बहुत अच्छा लगा और आप के अंदर कुछ एक अलग ही बात है, मैंने समिता से कहा ठीक है शमिता अभी मैं चलता हूं क्योंकि मेरे और भी गेस्ट आए हुए हैं और मुझे उनसे भी मिलना है, उस दिन की पार्टी बड़ी ही धमाकेदार रही और अगले दिन जब मैं ऑफिस में गया तो सब लोग मुझे बधाई दे रहे थे वैसे तो सब लोगों ने मुझे पहले दिन ही बधाई दे दी थी लेकिन उस दिन भी सब लोग मुझे बधाइयां दे रहे थे.

मैं जब अपने बॉस के साथ उनके कैबिन में बैठा.. threesome sex

तो उन्होंने मुझसे कहा देखो तुम मेरे बेटे की उम्र के हो और मैं जब भी तुम्हें देखता हूं तो मुझे तुम्हारे अंदर अपना सा महसूस होता है और लगता है कि जैसे मेहनत मैंने कि वैसे ही मेहनत तुम भी कर रहे हो, मैं चाहता हूं तुम एक दिन मेरी तरह ही किसी अच्छी कंपनी में रहो या फिर खुद का ही कोई काम खोलो।

Mote lund se chudai ki dono ke maine…

मैंने उस दिन अपने सर से कहा कि सर मैं आपको पहले से ही अपना रोल मॉडल मानता हूं और आप से ही मुझे काफी कुछ सीखने को मिलता है, वह कहने लगे कि बेटा तुम्हें जब भी मेरी जरूरत हो तो तुम हमेशा मुझसे बात कर सकते हो। जैसे ही मैं कैबिन से बाहर आया तो मैंने देखा कि शमिता का मेरे फोन पर फोन आया हुआ था लेकिन मैंने अपना फोन साइलेंट मोड पर किया हुआ था, मैंने जब उसे कॉल बैक किया तो शमिता मुझे कहने लगी कि सर मैं कुछ दिनों के लिए पुणे में ही रुकी हूं और आपसे मैं मिलना चाहती हूं, मैंने शमिता से कहा लेकिन अभी तो मैं ऑफिस आ चुका हूं, वह कहने लगी कोई बात नहीं सर जब आप फ्री हो तो आप मुझे कॉल कर लीजिएगा।

मुझे समझ नहीं आ रहा था कि वह मुझे इतना फोन क्यों कर रही है लेकिन मुझे इस बात का तो एहसास हो चुका था कि वह मेरे पीछे पड़ी है और इसी वजह से वह मुझे बार-बार फोन कर रही है, मैं अपने ऑफिस का काम करने के बाद जैसे ही फ्री हुआ तो मैंने शमिता को फोन किया शमिता कहने लगी कि सर मुझे आपसे मिलना था, मैंने उसे कहा ठीक है मैं तुमसे मिलता हूं लेकिन मुझे अभी एक कुछ जरूरी काम है मैं वह काम निपटा कर तुम्हारे पास आता हूं।

मैंने अपना काम जैसे ही खत्म किया तो उसके बाद मैंने शमिता को फोन किया शमिता ने मुझे अपनी लोकेशन व्हाट्सएप पर भेज दी और जब मैं उसकी लोकेशन पर पहुंचा तो उसके साथ एक लड़की और थी मैंने उन दोनों को अपनी कार में बैठा लिया और शमिता ने मेरा परिचय उस लड़की से करवाया, वह उसकी मामा की लड़की थी।

शमिता कहने लगी सर कल आप से ज्यादा देर तक बात नहीं हो पाई इसलिए सोचा आज आपके पास समय हो तो मैं आपके साथ कुछ समय और बिताना चाहती हूं, मैंने समिता से कहा कि मेरे पास तो आज इतना टाइम नहीं है लेकिन हम लोग दो-तीन घंटे साथ में बिता सकते हैं, शमिता मेरे साथ आगे वाली सीट पर बैठी हुई थी मैंने उसे कहा क्या हम लोग कहीं पर डिनर करें, शमिता कहने लगी कि हां सर हम लोग कहीं पर डिनर कर लेते हैं हम तीनों ने साथ में डिनर किया और हम लोग आपस में बात करने लगे.

शमिता से भी मुझे काफी कुछ चीजें उसके बारे में पता चली और मैंने भी उसे अपने बारे में काफी कुछ बताया, उसके मामा की लड़की का नाम रोशनी है उसने भी मुझसे अपनी बातें शेयर की हम तीनों ने जब डिनर कर लिया तो मैंने होटल का बिल पे किया और हम लोग वहीं पर बैठ कर कुछ देर तक बात करते रहे, उस दिन मौसम भी काफी अच्छा था शमिता मुझे कहने लगी कि सर आप जब भी जयपुर आओ तो मुझे जरूर बताइएगा, मैंने उसे कहा की मैं कुछ समय पहले तो जयपुर आया था.

लेकिन वहां मेरा आना बहुत कम ही होता है। threesome sex

शमिता मुझसे कहने लगी सर आप हमे घर छोड़ दीजिए उसकी बहन और उसको मैंने घर तक छोड़ा लेकिन शमिता ने मेरे हाथ को पकड़ लिया और कहने लगी मेरा मन नहीं हो रहा सर आपको छोड़कर जाने का। मैंने उसे कहा तो फिर हम लोग कहां चले वह कहने लगी जहां आपकी इच्छा हो। मुझे ऐसा लगा जैसे मेरी झोली में कोई टाइट चूत आकर गिर गई और उसके साथ उसके मामा की लड़की भी मेरे साथ आ गई। मैं उन दोनों को लेकर एक सुनसान जगह पर चला गया मैंने उन दोनों के कपड़े उतारे और उन दोनों को नंगा कर दिया। उन्होंने मेरे लंड को अपने मुंह में लिया वह दोनो मेरे लंड को बड़े अच्छे से चूस रही थी।

Threesome chudai aur sex videos dekhiye https://desihotmasala.com/ par

मैंने उसके बाद उन दोनों को घोड़ी बना दिया घोड़ी बनाते हुए मैंने जब शमिता की चूत में अपने लंड को घुसाया तो उसकी चूत से खून निकल आया मेरे लंड में बहुत दर्द होने लगा मुझे नहीं पता था कि शमिता एकदम टाइट और फ्रेश माल है। मैं उसे तेजी से चोद रहा था और उसे धक्के दिए जा रहा था उसके मुंह से आवाज निकल रही थी।

उसने गाडी का सहारा लिया हुआ था उसकी बहन की चूत में मैने उंगली डाल दी। मैंने जब रोशनी की चूत में उंगली डाली तो वह चिल्लाने लगी मेरा वीर्य जैसे ही शमिता की योनि में गिरा तो मैंने उसकी चूत से लंड को निकालते हुए साफ किया। मैने रोशनी की चूत के अंदर अपने लंड को डाल दिया उसकी चूत में लंड जाते ही दोबारा से कड़क अवस्था में आ गया। मैं उसे धक्के देने लगा उसकी चूत मे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था उसमे मुझे बड़ा आनंद आता रोशनी भी अपने मुंह से सिसकिया ले रही थी। मैं जब रोशनी को चोद रहा था तब शमिता मेरे पास आई और वह मेरे होठों को किस करने लगी।

वह मेरे होठों को चूम रही थी..

मैं रोशनी को धक्के दे रहा था जब मेरा वीर्य गिरने वाला था तो मैंने रोशनी से कहा मेरा वीर्य गिरने वाला है। मैंने उन दोनों के मुंह को अपने लंड के आगे कर दिया जैसे ही मेर वीर्य उन दोनो के मुंह के ऊपर गिरा तो वह दोनों खुश हो गई कुछ एक बूंद उनके मुंह के अंदर भी जा चुकी थी। मुझे उन दोनों के साथ सेक्स करने मे बड़ा अच्छा लगा मैंने उसके बाद उन दोनों से कहा क्या मैं तुम दोनों को घर छोड़ दूं लेकिन उन दोनों का मन मुझे छोड़कर जाने को हो ही नहीं रहा था परंतु मैंने उन्हें उनके घर छोड़ दिया। शमिता अगले दिन जयपुर जा चुकी थी परंतु उससे मेरी फोन पर बात होती रहती, रोशनी मुझे कभी-कभार मिल जाती है।

The post एक के साथ दूसरी चूत फ्री मिली appeared first on Antarvasna.

]]>
दोस्त बोले भाभी मान जाओ https://sexstories.one/pati-ke-dost-ne-choda-mujhe/ Mon, 01 Feb 2021 04:46:03 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%ac%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%93/ सुबह उठते ही मैंने जब खिड़की खोली तो बाहर हल्का अंधेरा था और पक्षी चहचा रहे थे मैंने सोचा छत पर चलती हूं। मैं सीढ़ियों से चढ़ती हुई छत पर गई तो मैंने देखा मौसम ... >> पूरी कहानी पढ़ें

The post दोस्त बोले भाभी मान जाओ appeared first on Antarvasna.

]]>
सुबह उठते ही मैंने जब खिड़की खोली तो बाहर हल्का अंधेरा था और पक्षी चहचा रहे थे मैंने सोचा छत पर चलती हूं। मैं सीढ़ियों से चढ़ती हुई छत पर गई तो मैंने देखा मौसम काफी सुहाना था और आसमान बिल्कुल साफ था लेकिन उस दिन पक्षियों की चहचहाहट कुछ ज्यादा ही हो रही थी। मैंने छत में दो-तीन चक्कर लगाये और उसके बाद मैं सीढ़ियों से नीचे उतर आई जब मैं सीढ़ियों से नीचे उतर रही थी तभी मुझे मेरी मां का फोन आ गया। pati ke dost ne choda

मैं सोचने लगी आज मां ने सुबह फोन कर दिया मेरी कुछ समझ में नहीं आया फिर मैंने फोन उठाया मैंने जैसे ही फोन उठाया तो मां कहने लगी सुगंधा बेटी कैसी हो। मैंने मां का जवाब देते हुए कहा मैं तो अच्छी हूं आप सुनाइए आप कैसी हैं और घर में पापा और भाभी कैसे है मां कहने लगी बेटा तुम्हारे पापा तो ठीक है लेकिन तुम्हारी भाभी आजकल अपने मायके गई हुई है।

मैंने मां से पूछा महिमा आजकल कहां है? pati ke dost ne choda

तो वह कहने लगी महिमा आजकल अपने कॉलेज की पढ़ाई में कुछ ज्यादा ही बिजी है उसने ट्यूशन पढ़ाना भी छोड़ दिया है और वह कहती है कि उसे अब ट्यूशन नहीं पढ़ाना। मैंने मां से कहा यह सब तो ठीक है लेकिन आज आपने सुबह के वक्त मुझे कैसे फोन कर दिया मेरी मां मुझे कहने लगी कि मैं सोच रही थी कि काफी दिनों से तुमसे बात नहीं हुई है आज तुमसे बात करने का मन हुआ तो मैंने सुबह ही फोन कर दिया। मैं मां से बात कर ही रही थी कि मैंने घड़ी की तरफ नजर मारी तो घड़ी में उस वक्त 6:30 हो रहे थे.

मैंने मां से कहा अभी तो सिर्फ 6:30 हुए हैं आज आप जल्दी उठ गई। pati ke dost ne choda

मां कहने लगी आजकल तुम्हारे पिताजी जल्दी उठ जाते हैं उन्हें कुछ योगा का शौक लगा है और कुछ दिनों से वह योगा करते हैं तो मैं भी उनके साथ सुबह ही उठ जाती हूँ। मैंने मां से कहा मैं भी सोच रही थी कि आप से बात करुं लेकिन समय ही नहीं मिल पाता घर के कामों में इतनी उलझी रहती हूं कि अपने लिए समय निकाल पाना ही मुश्किल होता है। मां कहने लगी कोई बात नहीं बेटी मैं सब जानती हूं मैं तुम्हारी भावनाओं को अच्छे से समझती हूं तभी मां ने पूछा कि आजकल अविनाश क्या कर रहे हैं। मैंने मां से कहा आजकल उन्होंने अपना एक नया कारोबार शुरू किया है मां कहने लगी कुछ समय पहले ही तो अविनाश ने कोई काम शुरू किया था उसका क्या हुआ।

Pati ke dost se chudwane ka plan bana tha mera!

मैंने मां को जवाब देते हुए कहा उन्होंने जो काम शुरू किया थर उसमें उनके पार्टनर ने उन्हें धोखा दे दिया जिस वजह से उनका उसमें नुकसान हुआ और वह अब तक उस नुकसान की भरपाई कर रहे हैं। मां कहने लगी बेटा क्या कुछ पैसे बचते भी हैं मैंने मां से कहा हां पैसे तो बच जाते हैं लेकिन अविनाश थोड़ा परेशान रहने लगे हैं और उनकी परेशानी का कारण सिर्फ और सिर्फ उनके दोस्त के द्वारा दिया गया धोखा है उनके दोस्त ने उन्हें बहुत बड़ा धोखा दिया जिस वजह से उन्हें इतना बड़ा नुकसान सहना पड़ा। मेरी और अविनाश की शादी को अभी दो साल ही हुए थे हम दोनों के जीवन में सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन अविनाश के नुकसान के बाद से वह थोड़ा चिंतित रहने लगे थे और अपने काम के प्रति कुछ ज्यादा ही सीरियस रहने लगे थे।

Kamukta2

सब कुछ ठीक चल रहा था. pati ke dost ne choda

अविनाश के पिताजी एक बड़े अधिकारी रह चुके थे इसलिए अविनाश को कभी कुछ नहीं कहते थे वह चाहते थे कि अविनाश अपने काम को अच्छे से करें। अविनाश अपने काम में पूरी मेहनत करते थे लेकिन कोई ना कोई समस्या उनके काम के आड़े आ ही जाती थी जिस वजह से वह परेशान हो जाया करते थे। मुझे भी लगता था कि अविनाश वाकई में अपने काम से परेशान हो चुके थे मैं अविनाश को हमेशा से ही कहती थी कि आप अपने ऊपर हौसला रखिए सब कुछ ठीक हो जाएगा। कुछ समय तक तो कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था परंतु अविनाश को भी शायद नहीं मालूम था कि सब कुछ अब ठीक होने वाला है क्योंकि अविनाश को एक बहुत ही बड़ा प्रोजेक्ट मिलने वाला था। अविनाश ने कंपनी में टेंडर डाला था जिससे कि अविनाश का टेंडर वहां पर पास हो गया और उसके बाद अविनाश को काम मिलने लगे वह बहुत खुश थे। उस दिन अविनाश मुझे कहने लगे कि चलो ना सुगंधा कहीं चलते हैं काफी समय बाद अविनाश के चेहरे पर मुस्कुराहट थी तो मैं भी कैसे मना कर सकती थी।

मैंने अविनाश से कहा लेकिन मुझे तैयार होने में थोड़ा समय लगेगा.. pati ke dost ne choda

तो अविनाश कहने लगे ठीक है मैं तुम्हारा इंतजार कर रहा हूं लेकिन तुम जल्दी से तैयार हो जाना। मैंने अविनाश से कहा ठीक है मैं जल्दी तैयार होती हूं मैं तैयार होने लगी लेकिन मुझे तैयार होने में समय लग गया था अविनाश कहने लगे जल्दी से तैयार हो जाओ मैं तुम्हारा इंतजार कर रहा हूं हमें चलना भी तो है। जब मैं तैयार होकर आई तो अविनाश मेरी तरफ देखने लगे काफी समय बाद उनके चेहरे पर मुस्कुराहट थी वह मुझे कहने लगे आज तुम बहुत अच्छी लग रही हो। उसके बाद हम दोनों साथ में मूवी देखने के लिए गए इतने लंबे अंतराल के बाद साथ में मूवी देखना बहुत ही सुखद एहसास था ऐसा लग रहा था कि बस मूवी में ही खोए रहे। अविनाश के साथ समय बिता कर मुझे बहुत अच्छा लगा इतनी खुशी तो शायद मुझे उस वक्त भी नहीं हुई थी जब अविनाश मुझे पहली बार अपने साथ लेकर गए थे लेकिन आज मुझे बहुत खुशी हो रही थी। हम दोनों जब मूवी खत्म होने के बाद बाहर आए तो अविनाश और मैं मॉल के सबसे ऊपर वाले फ्लोर पर फूड कोर्ट में बैठे हुए थे तभी अविनाश ने मुझे कहा सुगंधा क्या तुम कुछ लोगी।

मैंने अविनाश को कहा नहीं रहने दो.. pati ke dost ne choda

लेकिन अविनाश ने मुझसे जिद की और कहने लगे कि तुम्हें कुछ तो लेना ही पड़ेगा। मैंने अविनाश से कहा चलो ठीक है कुछ ले लेते हैं हम दोनों ही पास के एक काउंटर पर गये और वहां पर हम लोगों ने ऑर्डर कर लिया। हम दोनों साथ में बैठ कर बात कर रहे थे तभी अचानक से अविनाश के कंधे पर किसी व्यक्ति ने हाथ रख मैंने भी जैसे ही उस व्यक्ति को देखा उसके बाद वह मुझे देख कर कहने लगा भाभी जी कैसी है। मैंने उस व्यक्ति को पहचाना नहीं लेकिन अविनाश ने पहचान लिया था अविनाश ने उसे गले लगाते हुए कहा कमलेश तुम इतने समय से कहां थे।

मैं कमलेश को नहीं जानती थी अविनाश ने उसे हमारे साथ ही बैठने के लिए कहा कमलेश हमारे साथ बैठ गया। जब मुझे अविनाश ने कमलेश का परिचय दिया तो तब मुझे पता चला कि कमलेश अविनाश के बचपन का दोस्त है। मैंने अविनाश से कहा अच्छा तो तुम दोनों की दोस्ती के ही किस्से मुझे माजी सुनाया करती है कमलेश हंसते हुए कहने लगे हां वह हम दोनों की ही किस्से है। हम लोग साथ में काफी देर तक बैठे रहे मैंने अविनाशी कहा कि अब हमें चलना चाहिए। अविनाश ने कमलेश से कहा कि कभी तुम घर पर आना काफी समय हो गया है तुम घर पर नहीं आए हो।

कमलेश कहने लगा मैं घर पर जरूर आऊंगा और फिर हम लोग घर लौट आए थे। pati ke dost ne choda

कमलेश हमारे घर पर आने जाने लगे थे लेकिन कमलेश की नजर मुझ पर कुछ ठीक नहीं थी वह चाहते थे कि वह मेरे साथ संभोग करें लेकिन मैं बिल्कुल भी नहीं चाहती थी परंतु एक दिन उन्होंने मुझे जो पोर्न मूवी दी उसे मैं देखने लगी। उस दिन अविनाश घर पर नहीं थे और उसे देखकर मेरे अंदर भी कुछ अलग ही फीलिंग पैदा होने लगी उसे मैं कमलेश के साथ साझा करना चाहती थी क्योंकि कमलेश के अंदर कुछ तो बात थी और कमलेश को मैंने उस दिन फोन कर कर के बुला लिया। मैंने कमलेश को कहा आप अपने मकसद में कामयाब रहे तो कमलेश कहने लगे भाभी ऐसा कुछ नहीं है मेरे अंदर आपको लेकर कुछ अलग ही फीलिंग थी उसे मैं आप को बयां करना चाह रहा था लेकिन आपने मुझे मना कर दिया।

मैं आपके साथ सेक्स करना चाहता हूं. pati ke dost ne choda

मैंने भी कमलेश को रोका नहीं और कमलेश को पूरी छूट दे दी। कमलेश को छूट मिली तो कमलेश ने भी मेरे होठों को अपने होठों में ले लिया और कमलेश जिस प्रकार से मेरे होठों को चूम रहे थे उससे मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था और कमलेश को भी अच्छा लगता। काफी देर तक कमलेश ने मेरे होठों का रसपान किया और जब उन्होंने मेरे होठों से खून निकाल दिया तो मेरे लिए यह एक अद्भुत फीलिंग थी। उन्होंने मेरे कपड़ों को उतारते हुए मेरे नरम और मुलायम स्तनों को अपने मुंह में लिया और उसे चूसने लगे। वह काफी देर तक ऐसा ही करते रहे अब उनके अंदर इस बात को लेकर बेचैनी थी वह मेरी योनि के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवाएंगे और आखिरकार ऐसा हो गया। जब उन्होंने मेरी योनि को चाटकर उससे पानी बाहर निकाला तो मैं भी अपने आपको ना रोक सकी और जैसे ही उन्होंने मेरी योनि के अंदर अपने लंड को डाला तो मैं भी चिल्ला उठी। मुझे भी थोड़ा अजीब सा लगा लेकिन बाद में मुझे मजा आने लगा कमलेश का लंड अविनाश से तो मोटा ही था और जिस प्रकार से उन्होंने मेरे दोनों पैरों को अपने कंधों पर रख लिया उससे तो मैं और भी ज्यादा उनके ऊपर फिदा हो गई। मुझे भी बहुत मजा आ रहा था और कमलेश भी पूरा आनंद ले रहे थे।

कमलेश मुझे कहने लगे भाभी कसम से आप तो बड़ी लाजवाब हो और आपका बदन किसी परी से कम नहीं है। मैंने कमलेश को कहा आप इतनी भी तारीफ ना कीजिए आप बस मुझे धक्के दीजिए। हम दोनों के बदन से अब गर्मी बाहर निकलने लगी थी और मेरे शरीर से तो पसीना बाहर की तरफ निकल आया था। कमलेश मुझे कहने लगे लगता है अब मैं ज्यादा देर तक आपके बदन को महसूस ना कर सकूंगा मैंने कमलेश से कहा कोई बात नहीं आप अंदर ही अपने माल को गिरा दीजिएगा। कमलेश ने भी अपनी गर्दन को हिलाया और उसी के साथ उन्होंने जैसे राजधानी ट्रेन की स्पीड से मुझे चोदना शुरू किया और कुछ ही देर बाद उन्होंने अपने वीर्य को मेरी योनि के अंदर प्रवेश करवा दिया। मैंने कहा अब तो आपकी इच्छा पूरी हो गई होगी वह कहने लगे हां अब तो मेरी इच्छा पूरी हो चुकी है और मैं जो चाहता था वह भी पूरा हो गया है। मैंने उन्हें कहा चलिए मैं आपको गरमा गरम चाय पिलाती हूं।

वह कहने लगे नहीं गर्मी काफी हो रही है आप मुझे शरबत पिला दीजिए तो मैंने उन्हें शरबत पिलाया और उसके बाद वह चले गए। कुछ देर बाद अविनाश आए और अविनाश ने भी मेरे साथ अपनी रात को रंगीन किया।

The post दोस्त बोले भाभी मान जाओ appeared first on Antarvasna.

]]>
दोनों नशे में और हम मज़े में https://sexstories.one/desi-threesome-sex-ka-mazaa/ Thu, 14 Jan 2021 00:41:06 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%a8%e0%a4%b6%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b9%e0%a4%ae-%e0%a4%ae%e0%a5%9b%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82/ हैल्लो दोस्तों मेरा नाम कार्तिक है और मैं अभी दिल्ली में रहकर पढाई कर रहा हूँ | मैं फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रहा हूँ | मेरी उम्र 20 साल है और मेरी लम्बाई 5 ... >> पूरी कहानी पढ़ें

The post दोनों नशे में और हम मज़े में appeared first on Antarvasna.

]]>
हैल्लो दोस्तों मेरा नाम कार्तिक है और मैं अभी दिल्ली में रहकर पढाई कर रहा हूँ | मैं फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रहा हूँ | मेरी उम्र 20 साल है और मेरी लम्बाई 5 फुट 8 इंच है | मेरा रंग साफ है और दिखने में अच्छा हूँ | आपको तो पता है फैशन लाइन में एक से एक लड़कियां है और रहीस भी | और अमीर लड़कियों के शौक तो बड़े बड़े होते है | मेरी जान पहचान भी कुछ ऐसी लड़कियों से है जो मेरे ही साथ पढ़ती है और मुझे उनका फायदा मिलता है | desi threesome sex

मैंने उनका बहुत फायदा उठाया है और वो भी मेरे मज़े लेती रहती है | desi threesome sex

चलिए मैं एक ऐसा ही किस्सा आपको बताता हूँ जिसमें मैंने अपनी एक दोस्त का फायदा उठाया था |

मैं पहले आपको अपनी दोस्त के बारे में बताता हूँ मेरा तीन लोगों का ग्रुप है जिसमें मैं हूँ और मेरी दो दोस्तों है अलीशा और डिप्स ( दीप्ती) | दोनों ही बहुत मस्त आइटम है और अमीर घराने से है | अलीशा के दूध बड़े है और डिप्स की गांड मस्त है | दोनों ही मस्त मिजाज़ की है और दो साली दारु तो पानी की तरह पीती है | वैसे दारु तो मैं भ पीता हूँ लेकिन उनके मुकाबले कुछ नहीं हूँ | दोनों दिल्ली की रहने वाली है और मैं बाहर का हूँ इसलिए किराये के रूम में रहता हूँ तो दोनों मेरे रूम में ही आकर पीती है | मेरा रूम उनके लिए किसी आहाते से कम नहीं है पीती है औरउलटी जाके बाथरूम में करती है |फिर भी मुझे उनकी किसी भी बात का बुरा नहीं लगता क्योंकि इसी बहाने मुझे भी पीने मिलती है |

हम सबकी अच्छी कट रही थी.. desi threesome sex

एक दिन की बात है दोनों ने कहा आज रात तुम्हारे रूम पर ही रुकेंगे और दोनों ने घर में प्रोजेक्ट का बहाना बनाया था | दोनों का रात में मेरे कमरे में रुकना था लेकिन थी दिन भर मेरे ही रूम में | जब वो दोनों मेरे साथ होती थी मुझे अपनी जेब में हाँथ डालने की ज़रूरत नहीं पड़ती थी और मुझे जो भी खाना या पीना हो सबका खर्चा वोही दोनों उठाती थी | उस रात को भी हम तीनो बाहर खाना गए और एक बड़ी होटल में खाना खाया और एक महंगी दारु की बोतल लेकर मेरे रूम पर आ गए | प्लान था की रात को 12 बजे से पीना शुरू करेंगे  लेकिन इतना सब्र उनमें नहीं था उन्होंने ने आधे घंटे पहले ही बोतल खोल ली और पेग बना के पीना शुरू हो गई |

मैं थोड़ी देर से उनको जॉइन किया और हम तीनो बड़े मज़े से बैठकर पीने लगे | मेरी आदत ऐसी है अगर मुझे ऐसा लगता है कि मुझे नशा हो रहा है तो मैं उसके बाद नहीं पीता तो मैं दो पेग में ही आउट हो गया | वो दोनों लगातार एक के बाद एक पेग मारे जा रही थी और फिर उन दोनों को नशा हो गया | मैंने उनसे बोतल ले ली और बंद करके रख दी | वो दोनों मुझे ज़िद करने लगी कि उन्हें और पीनी है लेकिन मैंने मना कर दिया | वो दोनों मान गई और मेरे बिस्तर पर बैठ गई | हम तीनो बिस्तर पर बैठे थे और बातें कर रहे थे | पहले दोनों एक दुसरे से थोड़ी दुरी पर बैठी थी लेकिन थोड़ी देर बाद अलीशा डिप्स के साथ जाके बैठ गई | दोनों पहले आपस में बातें कर रही थी और मैं बीच बीच में कुछ कुछ ही बोल रहा था |

फिर दोनों ने एकदम से मुझे घूरना शुरू कर दिया | desi threesome sex

मैंने पूछा क्या हुआ ऐसे क्यों देख रही हो दोनों मुझे ? तो दोनों ने एक दुसरे को देखा और हँसने लग गई | मैंने पूछा क्यों ऐसा क्या हुआ हँस क्यों रही हो ? तो उन्होंने ने कहा हमने सिर्फ तुम्हें देखा और तुम डर गए | तो मैंने कहा मैं डरा नहीं था बस थोडा अजीब सा लग रहा था क्योंकि तुम दोनों ऐसे मुझे देखती नहीं हो | तो अलीशा मेरे पास आई और मेरे गाल पकड़कर कहने लगी इतना क्यूट है है ना डिप्स ?तो डिप्स ने कहा हाँ |मैंने उसके हाँथ पकडे और कहा क्या ज्यादा हो गई है क्या ? यो उन्होंने कहा नहीं क्यों तुम्हें ऐसा क्यों लग रहा है ? तो मैंने कहा क्योंकि इससे पहले कभी ऐसा नहीं किया तुम दोनों ने |

Mastaram

दोनों अलीशा ने डिप्स की तरफ देखा और कहा मुझे तो ऐसा लग रहा है जैसे ये आज ज्यादा भोला बन रहा है | तो डिप्स भी मेरे पास आ गई और कहने लगी अच्छा बताओ कार्तिक हम दोनों में से तुम्हें कौन पसंद है ? तो मैंने कहा ये क्या बात हुई मुझे तुम दोनों ही पसंद हो | तो डिप्स ने कहा अच्छा अगर हम दोनों तुझे प्रोपोसे करेंगे तो तू क्या दोनों को हाँ कर देगा ? मैं समझ गया दोनों नशे में है | तो मैंने भी ऐसे ही कह दिया हाँ क्यों नहीं | दोनों शांत हो गई और एक दुसरे को देखने लगी | फिर अलीशा ने कहा ये ऐसे नहीं समझेगा सीधे सीधे ही बोलना पड़ेगा |

तो दोनों ने मेरे सीने पर हाँथ रखा और कहा अच्छा क्या तुम हमारे बॉयफ्रेंड बनोगे ?

तो मैंने कह दिया हाँ | desi threesome sex

जैसे ही मैंने हाँ कहा दोनों ने मेरे गाल को चूमना शुरू कर दिया |मैंने कहा अरे रुको क्या कर रही हो ? तो डिप्स ने कहा चलो ना सेक्स करते है | मुझे लगता था कि दिल्ली की लड़कियां खुले विचारों की होती है लेकिन इतनी खुले विचारों की होती है मुझे पता नहीं था | लेकिन कुछ भी हो फायदा तो मुझे ही मिल रहा था तो मैं पीछे क्यों हटता |तो मैंने भी कहा ठीक है चलो करते है | तो पहले अलीशा ने मुझे किस करना शुरू किया और डिप्स मेरी शर्ट के अन्दर हाँथ डालकर मेरे सीने को मलने लगी | मैं भी किस करने में अलीशा का साथ देने लगा और मज़े लेने लगा |

फिर अलीशा रुक गई और डिप्स आगे आ गई और हम दोनों किस करने लग गए | desi threesome sex

फिर अलीशा मेरा पजामा खोलने लगी और मुझे नीचे से नंगा कर दिया | वो मेरा लंड हिलाने लगी और मैं डिप्स को किस करने में लगा हुआ था| फिर डिप्स रुक गई और उसने अलीशा से कहा मुझे दो और उसने मेरा लंड पकड़कर चूसना शुरू कर दिया | फिर अलीशा ने अपने कपडे उतारना शुरू कर दिया मैं उसको फाड़कर देखने लगा | उसने अपने कपडे उतारे और मेरे पास आ गई और मैंने उसके दूध पकड़कर दबाना शुरू कर दिए | फिर मैंने उसको अपने और करीब खींचा और उसके दूध चूसने लगा | मैंने थोड़ी देर तक उसके दूध चुसे और फिर डिप्स ने मेरा लंड चूसना बंद कर दिया और अलीशा ने चूसना शुरू कर दिया |

फिरडिप्स ने अपने कपडे उतारे और मैंने उसके दूध चूसना शुरू कर दिया | desi threesome sex

फिर मेरा निकलने को हुआ तो मैंने उनसे कहा निकलने वाला है तो डिप्स ने पैर पोंछ उठाया और उसके ऊपर मैंने सारा माल गिरा दिया | फिरमेरा लंड बैठ गया और मैंने दोनों को लिटा दिया और एक एक करके दोनों की चूत चाटने लगा | मैं थोड़ी देर तक उनकी चूत चाटता रहा और वो दोनों अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह उह्ह्हह्ह्ह्ह उह्ह्ह्हह्ह्ह्ह उम्म्मम्म्म्म उम्म्मम्म उम्म्मम्म आह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह उह्ह्हह्ह्ह्ह करती रही | मैंने पहले भी चुदाई की है लेकिन दो चूत एक साथ कभी नहीं मिली और ये मेरा पहले बार था | चूत चाटते चाटते मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और मैंने उनसे कहा डाल दूँ क्या ? तो उन्होंने कहा इनविटेशन दे क्या | तो मैं उठा और डिप्स के पास चला गया और उसकी चूत पर अपना लंड घिसने लगा | वो इस्स्स्सस ईस्स्स्स स्सस्सस्सस स्सस्सस्स इस्स्स्सस करने लगा | फिर मैंने उसकी चूत में लंड डाल दिया और उसे चोदने लगा | वो आह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह ह्ह्ह्हह्ह ह्ह्हह्ह्ह्ह ऊह्ह्हह्ह्ह्ह उह्ह्हह्ह्ह्ह उम्म्मम्म उम्म्मम्म य्याह्ह्ह्हह्ह याह्ह्हह्ह्ह्ह आह्ह्ह्हह्ह अह्हह्ह्ह करने लगी और मैं उसे चोदता रहा |

मैंने थोड़ी देर तक डिप्स को चोदता रहा.. desi threesome sex

और अलीशा और डिप्स आपस में किस करती रही | फिर मैंने अपना लंड डिप्स की चूत से निकाला और अलीशा की चूत में डाल दिया | जैसे ही मैंने अलीशा की चूत में लंड डाला उसकी आह्ह्हह्ह निकल गई | फिर मैंने अलीशा को चोदना शुरू किया और वो आह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह उह्ह्हह्ह उह्ह्ह्हह्ह उम्म्मम्म उम्म्मम्म उह्ह्ह्हह्ह यह्ह्ह्हह याय्य्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हह्ह करती रही | डिप्स अलीशा के दूध चूस रही थी और अलीशा अह्ह्ह्हह हह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह्ह ह्ह्ह्हह उह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह करती रही | मेरा फिर से निकलने को हुआ तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला और अलीशा के ऊपर पिचकारी मार दी |

फिर अलीशा और डिप्स बाथरूम में चली गई और खुद को साफ करके आ गई और मैं बिस्तर पर नंगा लेटा था | फिर दोनों आई और वो भी मेरे साथ बिस्तर पर नंगी लेट गई |

उसके हम दोनों ने कई बार चुदाई की आज भी करता हूँ | desi threesome sex

The post दोनों नशे में और हम मज़े में appeared first on Antarvasna.

]]>
दोस्त ने दिलवाया चुदाई का सुख https://sexstories.one/desi-threesome-chudai-story/ Fri, 01 Jan 2021 19:23:46 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%95%e0%a4%be/ हैल्लो दोस्तों मेरा नाम है मयंक कुमार और राजस्थान में रहता हूँ | मैं वहां रहकर अपनी अपनी पढाई पूरी कर रहा हूँ और मेरी कुछ सब्जेक्ट में बैक आ गई थी इसलिए मुझे वहां ... >> पूरी कहानी पढ़ें

The post दोस्त ने दिलवाया चुदाई का सुख appeared first on Antarvasna.

]]>
हैल्लो दोस्तों मेरा नाम है मयंक कुमार और राजस्थान में रहता हूँ | मैं वहां रहकर अपनी अपनी पढाई पूरी कर रहा हूँ और मेरी कुछ सब्जेक्ट में बैक आ गई थी इसलिए मुझे वहां पर कुछ ज्यादा दिन तक रुकना पड़ा | मेरे दोस्तों का कंपनी सिलेक्शन हो गया था और वो काम करने के लिए चले गए थे | मैं अब जल्दी से पढाई ख़त्म करने वहां से जाना चाहता था और मेरा वहां पर मन भी नहीं लगता था क्योंकि मेरी कोई गर्लफ्रेंड भी नहीं थी और कभी हुई भी नहीं थी | desi threesome

मेरे दोस्त मुझे इस बात का बहुत ताना देते थे क्योंकि सबकी गर्लफ्रेंड थी और वो सब आए दिन चुदाई भी करते थे लेकिन मैं तो सिर्फ अपने हाँथ से ही काम चलाता था | अब मैं आपको अपनी कहानी बताता हूँ जिसमें मुझे चूत नसीब हुई |

मेरे सभी दोस्त वहां से जा चुके थे. desi threesome

कुछ अपने घर चले गए थे और कुछ की नौकीलग गई थी तो वो नौकीकरने चले गए थे | मेरा एक दोस्त था उसको हम लोग पंडित बुलाते थे और ये वही महान शख्स है जिसने मुझ पर तरस खाया और मुझे चुदाई करने का सुख दिलवाया | इसकी नौकीजयपुर में लगी थी और वहां ये एक रूम में रहता था | इसने वहां पर भी एक लड़की फसा रखी थी और उसको चोदता भी था | एक दिन मुझे उसका फ़ोन आया और उसने कहा कैसी कट रही है ? तो मैंने कहा ठीक ही है और हमारी बातें चलने लगी |

बातें करते हुए उसने मुझसे पूछा कि कोई पटी की नहीं ? desi threesome

तो मैंने कहा तेरे को तो पता है बे फिर क्यों पूछ रहा है | उसने कहा हाँ पता है तू बहुत बड़ा निकम्मा है एक लड़की नहीं पटा सकता | तो मैंने कहा हाँ चल ठीक है ज्यादा मत बोल | तो उसने कहा अच्छा एक काम कर तू यहाँ पर आजा जयपुर मैं तेरे से एक लड़की पटवा दूंगा | तो मैंने कहा अच्छा मतलब जैसे मैं वहां आऊंगा और लड़की मेरे से पट जाएगी ? ऐसा भी कहीं होता है | उसने कहा मेरी गर्लफ्रेंड की एक दोस्त है उसका नाम याशिका पांडे और वो बहुत बड़ी वाली है | तू बस इधर आजा मैं सब सेटिंग कर लूँगा तो मैंने सोचा वैसे जयपुर ज्यादा दूर नहीं है और एक बार जाने में क्या जाता है |

तो मैं तीन बाद जयपुर चला गया लेकिन मुझे पता था मेरा कुछ होना जाना नहीं है लेकिन इसी बहाने जयपुर घूम लेंगे | फिर मैं जयपुर पहुँच गया और अपने दोस्त के रूम पर पहुँच गया | मैं सो रहा था तभी मेरी एकदम से नींद टूटी और मैंने देखा कि पंडित अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बैठा है और उससे बात कर रहा है | मैं उठ गया और जैसे ही उसकी गर्लफ्रेंड की नज़र मुझ पर पड़ी तो उसने मुझे कहा हाय मैं नीलम इसकी गर्लफ्रेंड तो मैं कहा हाय भाभी मैं.. | तो उसने कहा मुझे पता है इसने सब बता दिया है मुझे, तुम टेंशन मत लो | मैं उसकी बात कुछ समझ नहीं पाया और उठकर बाथरूम में चला गया और मुंह धोके बाहर आके बैठ गया |

तभी भाभी ने मुझसे कहा तुम इतने क्यूट हो और तुम्हारी एक भी गर्लफ्रेंड नहीं है अभी तक ?

मैं हाँ भाभी क्या कर सकते हैं | desi threesome

तो पंडित बोल पड़ा अरे बहुत बड़ा निकम्मा है इससे कुछ नहीं हो सकता | तो मैंने गुस्से से पंडित की तरफ देखा और बोला हाँ तो इसमें कौन सी बुरी बात है ? अब हर किसी की गर्लफ्रेंड नहीं होती है | तो भाभी ने कहा अच्छा मैं अभी तुम्हारे लिए एक लड़की का इंतजाम कर सकती हूँ | मैंने ये सब पहली बार देखा था क्योंकि मैं गाँव से हूँ इसलिए मैंने कभी लड़कियों को ऐसे बात करते हुए नहीं देखा था लेकिन मुझे बाद में समझ में आया ये बड़ा शहर है | तो मैंने सोचा चलो हाँ करके देखते हैं देखो क्या होता है अभी तक तो कुछ हुआ नहीं अब क्या हो जायेगा |

Indiansexstories2

तो मैंने हामी भर दी और भाभी ने अपनी दोस्त को फ़ोन लगा के उसे बुला लिया | वो 15 मिनिट में वहां आ गई और जैसे ही वो अन्दर आई भाभी ने उससे कहा जाओ जाके उसके बाजु में बैठ जाओ और वो आके मेरे पास बैठ गई | भाभी ने कहा ये है याशिका और याशिका ये वही है जिसके बारे में मैंने बताया था | याशिका ने मुझसे हाँथ मिलाया और कहा हाय मैंने भी डरते हुए उससे हाय कहा | पंडित एकदम से हस पड़ा और सब उसकी तरफ देखने लगे तो पंडित ने नीलम से कहा देखो ये डर रहा है | तो भाभी ने स्माइल करते हुए कहा डरने की क्या बात है ? तो मैंने कहा मैं कहाँ डर रहा हूँ |

अब एक दो दिन तक भाभी और याशिका रूम पर आते थे और हम सब बैठके आपस में बहुत बातें किया करते थे | एक दिन मैं और याशिका साथ बैठे थे और पंडित और नीलम हमारे पीछे बैठे थे तभी हमें कुछ आवाज़ आई और हमने पीछे मुड कर देखा तो वो दोनों किस कर रहे थे | फिर हम दोनों घूम गए और बात करने लगे | मैंने कहा शर्म नहीं आती इन दोनों को तो उसने कहा इसमें शर्म की क्या बात है ये कुछ गलत तो नहीं है | तो मैंने कहा हम दोनों यहाँ बैठे हैं और ये दोनों शुरू हो गए | तो उसने कहा तो तुम भी शुरू हो जाओ तो मैंने कहा क्या किससे ?

तो वो मुस्कुराने लगी.. desi threesome

और मैं समझ गया लड़की किस करने चाहती है और मैं धीरे धीरे उसकी ओर बढ़ने लगा | उसने कहा क्या तुम डर रहे हो ? तो मैंने कहा नही तो | तो उसने कहा इतनी धीरे धीरे क्यों आ रहे हो ? तो मैंने जल्दी से उसकी कमर में हाँथ डाला और उसको अपनी तरफ खिसका लिया | अब वो मुझसे बिलकुल चिपक चुकी थी तो मैंने कहा तो शुरू करें ? तो उसने कहा हाँ | तो मैंने फ़ौरन उसके प्यारे से छोटे छोटे होंठों पर अपने होंठ रख दिया और उसको किस करना शुरू कर दिया | मैंने उसको थोड़ी देर तक किस किया और फिर रुक गया | उसने कहा रुक क्यों गए मैं 18 साल के ऊपर हूँ कुछ नहीं होगा तुम्हें |

तो मैंने फिर से उसको किस करना शुरू कर दिया और उसके होंठों को दांत से दबाके खींचने लगा | desi threesome

वो मेरे सीने पे हाँथ रगड़ने लगी और मैं अब और ज्यादा जोश में आ गया | तो मैंने उसका टॉप उतारा और ब्रा खोलकर उसके दूध दबाते हुए चूसने लगा | वो ऊउम्मम्म ऊम्म्मम्म करने लगी और मैंने उसकी जीन्स के अन्दर हाँथ डाल दिया और उसकी चूत सहलाने लगा | उसकी चूत से हल्का हल्का सा पानी आ रहा था और उसकी पैंटी भी गीली होने लगी थी | तो मैंने उसकी जीन्स उतार दी और पैंटी भी और उसकी चूत को मलने लगा |

फिर थोड़ी देर में वो उठी और मेरी पेंट खोलने लगी | उसने मेरी बेल्ट खोली और पेंट खोलके मेरी चड्डी नीचे कर दी | अब मेरा खड़ा लंड उसके सामने था और वो उसे हाँथ में लेकर हिलाने लगी | मैं पहले बार ये एहसास कर रहा था कि मेरे हाँथ खाली हैं और मेरा लंड कोई और हिला रहा है | सच में दोस्तों बहुत मज़ा आ रहा था | फिर उसने मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया और मैं तो जैसे पागल सा होने लगा | मुझे अपने लंड पर बहुत प्यारा सा एहसास हो रहा था और इतनी ज्यादा मज़ा आज तक कभी नहीं आई थी |

फिर मैंने बड़े प्यार से उसको पकड़ा और लिटा दिया और उसकी चूत पे लंड घिसने लगा | वो मुझे देखकर आह्ह्ह्हह्ह ईस्स्स्सस्स्स्स स्सस्सस्सस की आवाजें निकाल रही थी | फिर मैंने अपना लंड चूत के छेड़ में रखा और अन्दर कर दिया | जैसे ही मेरा लंड अन्दर गया मुझे तो चाँद तारे दिखने लगे | फिर मैंने खुद को काबू में किया और उसको चोदना शुरू कर दिया | मैं उसको चोद रहा था और उसको चोदते हुए मेरी नज़र पंडित पर पड़ी | वो भी नीलम को चोद रहा था तभी उसने मुझे देखा और कहा लगे रहो |

फिर मैंने उसके लेट गया और उसको किस करते हुए उसने चोदने लगा | desi threesome

मुझे चुदाई का बिलकुल भी अनुभव नहीं था लेकिन मुझे उसकी चूत ढीली से लग रही थी तो मैंने उसको कहा क्या मैं गांड मार सकता हूँ प्लाज़ | तो उसने कहा ठीक है मार लो और मैंने उसकी गांड में लंड डाल दिया | अब जाके मुझे थोडा टाइट सा लगा और चोदने का मज़ा और बढ़ गया | फिर मैंने उसको 15 मिनिट तक चोदा और लंड बाहर निकल कर उसके ऊपर सारा मुट्ठ गिरा दिया | जैसे ही मेरा मुट्ठ गिरा मैंने सोचा इसको तो मैंने कभी आई लव यू भी नहीं कहा नहीं ये मेरी गर्लफ्रेंड है और इसने मुझसे चुदवा भी लिया वाकई में शहर के लोगों ने बहुत तरक्की कर ली है |

तो दोस्तों कैसे लगी मेरी सैक्सी कहानी कमेंट में जरुर बताइयेगा | desi threesome

The post दोस्त ने दिलवाया चुदाई का सुख appeared first on Antarvasna.

]]>
थ्रीसम चुदाई का सुख https://sexstories.one/indian-groping/ Thu, 19 Nov 2020 10:21:08 +0000 https://sexstories.one/?p=1534 मेरे कॉलेज में गर्मी की छुट्टिया चल रही थी. हम चार लोग है घर में मैं, भैया, माँ और पापा. मैं एकदिन मेरे मामा के घर गया था. उनकी बेटी की शादी तय हो गयी ... >> पूरी कहानी पढ़ें

The post थ्रीसम चुदाई का सुख appeared first on Antarvasna.

]]>
मेरे कॉलेज में गर्मी की छुट्टिया चल रही थी. हम चार लोग है घर में मैं, भैया, माँ और पापा. मैं एकदिन मेरे मामा के घर गया था. उनकी बेटी की शादी तय हो गयी थी और पापा ने मुझे पहले ही उनके घर भेज दिया. क्योंकि लड़की वालो के घर में कुछ काम ज्यादा ही होता है. जब मैं मामा जी के यहाँ पर गया, तो हम खूब खुश हुए. indian groping

कॉलेज के चक्कर में, मैं कहीं नहीं जा पाता था और मैं उनके घर पर भी काफी दिनों के बाद गया था. मामा – मामी, नाना – नानी, भैया – भाभी सभी बहुत से लोग आये हुए थे शादी में. वो सब मुझे देख कर बहुत खुश थे. खास कर भैया की बीवी मुझे देख कर बहुत खुश थी. मेरी उनसे बहुत अच्छी पटती थी. मैं जब भाभी के यहाँ होता था, तो उनके इर्द –गिर्द मंडराता रहता था. यह कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे रहे ।

भाभी बहुत ही सुंदर थी. indian groping

उनका नाम पिंकी है. उनका रंग एकदम गोरा और नीली आँखे एकदम नशीली है. उनके शराबी होठ और देखने का अंदाज़ एकदम से होश उड़ा देता है. उनके चेहरे पर हर समय एक क्युटी सी स्माइल होती है, जो उन्हें परी की तरह सुंदर बना देती है. उस दिन तो वो ब्लैक साड़ी में कयामत लग रही थी. उनकी ऐज २८ की होगी और फिगर का तो पुछो मत.. क्या मस्त है फिगर उनका ३६ – २८ – ३८ का होगा. कोई भी देख ले, तो उसके मुह में पानी आ जाए. पता नहीं भैया की किस्मत इतनी अच्छी कैसे थी. भाभी ने मुझे फ्रेश होने के लिए एक रूम में ले गयी और खुद नीचे चली गयी.

मैंने फ्रेश होकर नीचे गया और खाना खा कर काम में लग गया. indian groping

२ बीत जाने के बाद, थोड़ा आराम करने का टीम मिला. तो मैं भाभी के रूम में टीवी देखने लगा. भाभी तभी चाय लेकर आ गयी. हम दोनों ने साथ में बैठ कर चाय पी और बातें करने लगे.

मैंने कहा – भाभी काम नहीं है क्या? भाभी ने जवाब दिया – यार, पूरा शरीर दुःख रहा है. थोड़ा आराम करना चाहती हु. मैंने कहा – ओके भाभी. आप आराम कीजिये. मैं बाहर जाता हु. भाभी बोली – बैठ जा यहीं. बातें करते रहनेगे. भाभी ने पूछा – तू आता नहीं है. याद नहीं आती है क्या हमारी?

मैं – ऐसी बात तो नहीं है भाभी. बस टाइम ही नहीं मिलता. पढाई में बिजी रहता हु. देखो, टाइम मिलते ही आ गया आप लोगो से मिलने.

भाभी – बस कर. पढाई या लड़की. वैसे तेरी गर्लफ्रेंड का क्या हुआ?

मैं – भाभी, ब्रेकअप हो गया. (भाभी मुझ से पहले से ही खुल कर बातें करती थी) अब दूसरी बनाने की तैयारी में हु.

भाभी – अच्छा, कौन है? indian groping

मैं – आपकी बहन पूजा. मुझे बहुत पसंद है. कुछ हेल्प कर दो.

भाभी – अच्छा बच्चू. मेरी बहन पर नज़र है तेरी. वैसे वो पटने वाली नहीं है तुझसे.

मैं – क्यों? क्या कोई है पहले से उसका?

भाभी – पता नहीं. लेकिन वो प्यार के खिलाफ है. उसे प्यार में ट्रस्ट नहीं है.

मैं – ओह, अब तो अकेले ही रहना पड़ेगा. वैसे भाभी, आपका और भाई का प्यार तो मस्त होगा ना. ( भाभी पहले ये सुनकर एकदम से उदास हो गयी और फिर चुप हो गयी. मैं एकदम से चुप रहा). मुझे कुछ गड़बड़ लगा और फिर मैं ने उन से पूछ लिया – क्या हुआ भाभी? आपके चेहरे पर उदासी क्यु है? आप मुझे बता सकती हो. हम दोनों दोस्त है ना…

भाभी – प्यार बहुत करते है. कभी घर की याद नहीं आने देते है. हमेशा खुश रखते है. किसी भी चीज़ की कमी नहीं होने देते है. इनके घर वाले भी मुझे एकदम बेटी की तरह से रखते है.

मैं – तो प्रॉब्लम क्या है? फिर भाभी ने जो कहा – मैं एकदम से चौक गया. वो बोली – मैं कभी माँ नहीं बन पाऊँगी और वो एकदम से रोने लगी. मैंने कहा – ओएम्जी.. भाभी ने डॉक्टर को दिखाया.

वो बोली – देखा, तुमने भी मुझे ही बोला ना. प्रॉब्लम मुझ में नहीं.. तुम्हारे भाई में है. ये बात मुझे और सिर्फ तुम्हारे भाई को ही मालूम है. घर में किसी को पता नहीं है. लोग जान जायेंगे.. तो बड़ी बदनामी होगी… घर वाले भी दुखी होंगे.. मैंने नहीं चाहती, कि किसी की बदनामी हो.

मैं – पर भाभी, कब चुप रहोगे आप लोग? कभी ना कभी तो बताना पड़ेगा और दूसरा कोई उपाय भी तो नहीं है.

भाभी – उपाय है. लेकिन तुम्हे मेरी हेल्प करनी पड़ेगी. indian groping

मैं – क्या मतलब? कैसे उपाय और कैसी हेल्प? (भाभी ने जो कहा, उसको सुनते ही.. मेरे पैरो के तले से जमीन सरक गयी).

भाभी – तुम्हारे भाई और मैंने डीसाईड किया है, किसी के बच्चे को अपने पेट में लेना है और फिर हम किसी को पता नहीं चलने देंगे.

मैं – भाभी क्या बोल रहे हो? और किसका बच्चा?

भाभी – तुम्हारे भाई चाहते है, कि तुम मुझे बच्चा दो.

Samuhik chudaiमेरी चुत की चटाई और हॉट चुदाई

मैं – मैं कैसे भाभी? नहीं भाभी और मैं चुप हो गया. लेकिन मुझे पता ही नहीं चला, कि कब भैया हमारे बातें सुन रहे थे. भाई आये और बोले – राज.. प्लीज हम लोगो की हेल्प करो. वो मेरे पैर पड़ने लगे और मैं बहुत सोचा और फिर मुझे ठीक लगा और मैंने उनको ओके बोल दिया. वो दोनों एकदम से खुश हो गये और फिर फिर भैया बोले – तुम दोनों को २ दिन के लिए बाहर भेजने की तैयार कर देता हु.

थोड़ी देर बाद उन्होंने हमसे आ कर कहा, कि मैंने घर वालो को बोला है, भाभी की सहेली बहुत बीमार है और भाभी को जाना है. सब मान गये है. यह कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे रहे । अगले दिन, मैं और भाभी एक होटल में गये और एक कमरा ले लिया और रेस्ट करने लगे. कुछ देर हम खामोश रहे और फिर मैंने भाभी को डायरेक्ट लिप किस करना शुरू कर दिया.

भाभी भी पूरा साथ देने लगी और किस करते – करते दोनों पुरे नंगे हो गये और एक दुसरे को चूमने लगे. मैंने भी भाभी के बूब्स को चूमना शुरू कर दिया और भाभी अहः अहः अहः अहः उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ करके मोअन करने लगी. indian groping

मैंने कहा – भाभी चुदाई के लिए तैयार हो? भाभी ने कहा – अभी नहीं. पहले मैं तुम्हारे लंड से खेलना चाहती हु. चुदाई के लिए बहुत टाइम है. पर मैं नहीं माना और भाभी के ऊपर आ गया और मैंने फिर अपने लंड को उनकी चूत पर सेट किया और एक जोर का धक्का मारा. मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुस गया. भाभी जोर से चिल्लाई – आहाहह्हा अहहह्हा मर गयी… तुम्हारा लंड, तो तुम्हारे भाई के लंड से बहुत बड़ा है… अहहः अहहाह अहहाह… मुझे उनकी सिस्कारिया सुन कर जोश आ रहा था और मैंने फिर से एक और धक्का मारा और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में उतर गया.

भाभी दर्द से काँप रही थी और उनकी आँखों में आंसू आने लगे थे. वो बोल रही थी – राज धीरे करो.. मैंने होले – होले उनको चोदता रहा.. हाहाह अहः अहः. भाभी को अब मज़ा आने लगा था और वो बोलने लगी – राज अब जोर से चोद… और जोर से मेरी चुदाई करो हाहाह अहः अहहाह अह्हह.. वो सिस्कारिया और आहे भर रही थी और मैं उनकी जोरदार चुदाई करता रहा.

वो बोलने लगी – राज… आज आया है असली चुदाई का मज़ा… इतने साल में. अहहहा अहहाह चोदो मुझे… आई लव यू… अहहहा अहहाह अहः ऊउफ़ुफ़ुफ़ुफ़ चोद मुझे चोद डाल हाहाह अहहाह अहः… मैंने उनको कहा… भाभी मुझे पूजा को चोदना है… वो बोली – साले.. पहले मुझे तो माँ बना दे… फिर पूजा को भी चुदवा दूंगी… अहहह अहहाह.. मस्त… एस एस… चोदो मुझे और जोर से चोदो… मैंने कहा – भाभी, मैं आपको हमेशा से ही चोदना चाहता था.

हम दोनों की चुदाई पुरे ३५ मिनट तक चली और इस बीच भाभी ३ बार झड चुकी थी. जब मैंने आने वाला था, तो मैंने अपना माल भाभी की चूत में छोड़ दिया. फिर मैंने भाभी को २ दिन लगातार मस्त जोरदार चोदा और फिर मेरी इस चुदाई से भाभी मेरे बच्चे की माँ बन गयी.

उन्होंने उसका नाम आकाश रखा है. indian groping

The post थ्रीसम चुदाई का सुख appeared first on Antarvasna.

]]>