teacher ne choda Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/teacher-ne-choda/ Hindipornstories.org Sat, 18 Dec 2021 07:22:31 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 मेरा लंड मैडम का साथी https://sexstories.one/mera-lund-madam-ke-choot-ka-saathi/ Sat, 18 Dec 2021 07:22:31 +0000 https://sexstories.one/?p=3485 डायरेक्टर सर का जब भी मन करता था मैडम को चोदने का तो वो अपने बंगले में मैडम को बुला कर खूब चोदते थे | स्कूल में हम लोगो का लास्ट साल था मेरा मन तो नहीं कर रहा था इस स्कूल से जाने का क्योकि मुझे मैडम को चोदना था..

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Mera lund madam ke choot ka saathi दोस्तों आज मैं आप लोगो को अपने स्कूल की प्रिंसिपल मैडम की रियल कहानी बताने जा रहा हूँ | इस कहानी पढने में आप लोगो को चोदने की खूब उत्सुकता मिलेगी और आप लोगो को पढने में भी बहुत मजा आएगा | इस कहानी के पढने के बाद चोदने के लिए आप लोग बेताब हो जाओगे और सोचोगे कि काश कोई लड़की चोदने के लिए मिल जाये |

दोस्तों मैं भोपाल का रहने वाला हूँ और मेरा नाम अतुल है मेरी उम्र 26 साल है और लम्बाई 6 फीट २ इंच है | मेरे चेहरे का रंग सांवला है और अब जबलपुर में रहता हूँ | जबलपुर में मैं टाटा कंपनी में मनेजर हूँ | मेरे मम्मी पापा भोपाल मैं ही रहते है | हां तो दोस्तों अब आप लोग तैयार हो जाओ क्योकि अब मैं आप लोगो को अपनी कहानी बताने जा रहा हूँ |

दोस्तों जब मैं 19 साल का था तो मैं एन के जे हाई सेकेन्ड्री स्कूल भोपाल में पढता था | मेरे स्कूल में एक बहुत ही सेक्सी प्रिंसिपल मैडम थी | उनका नाम सुल्जा कोरी था पूरा स्कूल उनकी खूबसूरती का दीवाना था | स्कूल के सभी सर लड़के और कर्मचारी तक मैडम को पटाने में लगे हुए थे | मुझे भी मैडम बहुत अच्छी लगती थी ऐसा लगता था कि बस एक बार मैडम चोदने को दे दें | मुझे उनको चोदने का खूब मन करता था | वो बहुत ही ज्यादा सेक्सी थी और खूब गोरी थी उनके उनके दूध बहुत ही अच्छे थे जब भी मैं उनके सामने जाता था तो उनको देख कर मेरा लंड खड़ा हो जाता था और उनको चोदने का खूब मन करता था |

मैडम मुझसे बहुत अच्छे से बात किया करती थी स्कूल में हम दो तीन दोस्त बहुत ही फेमस थे क्योकि स्कूल में जब कोई भी कार्यक्रम होता था तो हम लोग ही पूरे कार्यक्रम की तैयारी करते थे | मैं स्कूल का प्रेसिडेंट भी था तो मेरी मैडम से अच्छी बनती थी | फिर एक दिन पता चला कि डायरेक्टर सर भी मैडम को पाटने में लगे हुए है | डायरेक्टर सर भी दिखने में बहुत स्मार्ट थे | वो प्रिंसिपल मैडम से खूब बात किया करते थे | इसी तरह धीरे धीरे प्रिंसिपल मैडम डायरेक्टर सर की लाइन में आ गई और डायरेक्टर सर से पट गई | प्रिंसिपल मैडम डायरेक्टर सर से बहुत चुदती थी डायरेक्टर सर मैडम को अपने बंगले में बुला कर बहुत चोदते थे | उस टाइम मैडम कि शादी नहीं हुई थी और प्रिंसिपल मैडम डायरेक्टर सर से इसलिए पट गई थी क्योकि मैडम के पास जो कुछ भी गाड़ी घर था वो सब डायरेक्टर सर ने मैडम को दिया था |

Antrawasna एक चुडक्कड़ परिवार की कहानी

मैडम बाहर से थी वो बिहार की रहने वाली थी प्रिंसिपल मैडम की पूरी फैमिली बिहार में ही रहती थी | प्रिंसिपल मैडम अपनी जॉब के कारण यही रहती थी | डायरेक्टर सर से खूब चुदती थी | डायरेक्टर सर का जब भी मन करता था मैडम को चोदने का तो वो अपने बंगले में मैडम को बुला कर खूब चोदते थे | स्कूल में हम लोगो का लास्ट साल था मेरा मन तो नहीं कर रहा था इस स्कूल से जाने का क्योकि मुझे मैडम को चोदना था लेकिन मैं क्या करता मेरी पढाई पूरी होने वाली थी फिर उसके कुछ दिन बाद हम लोगो की बिदाई हो गयी | बिदाई होने के बाद प्रिंसिपल मैडम ने हम लोगो को अपने ऑफिस में बुलाया और हम लोगो का मोबाइल नंबर ले लिया और कहा जब भी इस स्कूल में कोई भी कार्यक्रम होगा तो मैं तुम लोगो को फ़ोन करके स्कूल में बुलाऊंगी और तुम लोगो को स्कूल आना पड़ेगा | उसके बाद जब भी स्कूल में कार्यक्रम होता था तो प्रिंसिपल मैडम हम लोगो को जरुर बुलाया करती थी |

हम लोग हमेशा स्कूल जाया करते थे जब भी स्कूल में कार्यक्रम होता था | मैं तो मैडम से हमेशा मिलने जाया करता था क्योकि मुझे मैडम बहुत अच्छी लगती थी और मुझे उनको चोदना था | मैं जब भी उनसे मिलने के लिए जाता था तो मेरी नजर सीधे उनके दूध में जाती थी और मेरा लंड खड़ा हो जाता था उनको चोदने का खूब मन करता था पर अफ़सोस डायरेक्टर अपनी माँ चुदा रहा था | उसके एक साल बाद मैडम की शादी हो गयी और अपनी शादी में भी मैडम ने हम लोगो को भी बुलाया था | शादी हो जाने के बाद भी प्रिंसिपल मैडम अपने पति के साथ यही रहती थी और डायरेक्टर सर से खूब चुदती थी | यह बात मैडम के पति को नहीं मालूम थी कि मैडम डायरेक्टर सर से पटी है और और उनके बंगले में जाके उनसे खूब चुदती है | फिर उसके कुछ महीनो बाद मैडम को लड़का हो गया |

दो लोगों से चुदती थी इसलिए इतनी जल्दी मैडम को लड़का हो गया था | सब लोगो को तो शक भी था कि ये लड़का मैडम के पति का है कि डायरेक्टर सर का क्योकि सबको यह बात पता थी कि मैडम डायरेक्टर सर से चुदती है | जब मैं एक दिन मैडम के लड़के को देखने स्कूल गया तो उनका लड़का बहुत सुंदर था उसका नाम मैडम ने आदि रखा था | फिर एक दिन मैडम का फ़ोन मेरे पास आया और मैडम मुझसे कहने लगी कि अतुल तुम आज मेरे घर आ सकते हो मुझे तुमसे कुछ काम है | मैंने मैडम से कहा बिलकुल आ जाऊंगा मैडम मैं आपके घर |

यह बात सुनकर मेरा मन खुश हो गया मुझे लग रहा था कि शायद आज मुझे मैडम को चोदने मिल जाये | जब में मैडम के घर पहुंचा और जब मैडम को देखा तो देखता ही रह गया क्योकि घर में मैडम ने गाउन पहना था और वो उसमे में बहुत ही ज्यादा सेक्सी लग रही थी उनके दूध भी दिख रहे थे | मेरा लंड खड़ा हो गया था | मैंने मैडम से बोला आपको क्या काम था मुझसे तो मैडम बोलने लगी कुछ काम नहीं है आदि के बाल कटवाना है तुम इसे अपने साथ ले जाओ और अपने जैसे बाल कटा दो |

मैंने मैडम से बोला ओके मैडम कटवा दूंगा बाल | प्रिंसिपल मैडम को मेरे बाल और हेअर स्टाइल बहुत अच्छी लगती थी इसलिए उन्होंने मुझे आदि के बाल कटवाने को बोला | जब मैडम ने आदि के बाल कटे देखे तो खुश हो गयीं और मुझसे कहने लगी कि अतुल तुम अभी जाना नहीं मैं खाना बना रही हूँ खाना खा कर जाना और सबसे पहले आदि को नहला के सुला दिया | मैडम खाना बनाने लगी पर मुझे तो उस टाइम बस मैडम को चोदने का मन कर रहा था में तो बैठे बैठे मैडम को ही देख रहा था और उनके दूध भी दिख रहे थे | मैं तो उनके दूध को ही देख रहा था और सोच रहा था कि कब मैडम के दूध पीने मिलेंगे | और मेरा लंड भी खड़ा था बेठने का नाम भी नहीं ले रहा था |

मैडम ने मुझे देख लिया कि मैं उनके दूध को देख रहा हूँ और उनकी नजर भी मेरे लंड में पढ़ गयी और फिर मैडम मेरे पास आकर बैठ गयीं | वो मुझसे कहने लगी अतुल मैं बहुत देर से देख रही हूँ तुम मेरे दूध देख रहे हो और जब भी तुम मुझसे मिलने आते थे तो तुम्हारा लंड खड़ा रहता था और आज भी खड़ा है | क्या मुझे चोदने का मन कर रहा है ? मैंने मैडम से बोला आपको देख कर किसका लंड खड़ा नहीं होगा और चोदने का मन नहीं करेगा आप हो ही इतनी सेक्सी, किसी का भी लंड आपको देख कर खड़ा हो जायेगा और चोदने का मन करेगा |

यह बात सुनकर मैडम ने अपने गाउन के आगे की चेन पूरी दी और मेरा मुंह पकड़कर अपने दूध में लगा दिया | मैं बहुत खुश हो गया फिर मैं उनके मस्त दूध पीने लगा | उसके बाद मैडम ने मेरा लंड अपने हाथ से पकड़कर बाहर निकाला और पीने लगी | उसके बाद मैडम ने अपना गाउन उतार दिया और फिर मैंने मैडम को पलंग में लेटा कर उनके दूध के बीच में लंड हिलाने लगा | मैडम मुझसे कहने लगी कि अब मेरे दूध से ही खेलते रहोगे कि चोदोगे भी | वो मेरा लंड अपनी चूत में डालने को कहने लगी | फिर मैंने अपना लंड में की चूत में डाला और उनको बहुत चोदा |

मैं मैडम को बहुत तेज मन लगा कर चोद रहा था | मैडम आह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह ऊह्ह्ह कर रही थी और कह रही थी कि अतुल मुझे तुमसे चुदने में बहुत मजा आ रहा है और खूब आह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह ऊह्ह्ह्हह उह्ह्हह्ह कर रही थी | मैडम ने उस दिन अपने घर मैं ही रोक लिया मुझे और पूरी रात मुझसे चुदती रही | उनको मुझसे चुदने में बहुत मजा आ रहा था और मुझे तो मजा आ गया था | मेरा मन तो कर रहा था कि बस चोदता ही जाऊ | मेरा सुपाडा मैडम को चोदने के बाद फूल गया था | मैडम अब बस मेरे लंड से ही अपनी प्यास बुझाती थी |

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मेरी चुड़क्कड़ टीचर https://sexstories.one/hotel-mein-chudakad-teacher-ki-chudai/ Wed, 21 Jul 2021 03:21:11 +0000 https://sexstories.one/?p=3977 मेरा नाम अनिल है और मेरी उम्र 26 साल है। में 5.6 इंच लंबा और मेरा गोरा गठीला बदन है। में एक टीचर हूँ और में आज आप सभी लोगों को अपनी एक सच्ची स्टोरी ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मेरा नाम अनिल है और मेरी उम्र 26 साल है। में 5.6 इंच लंबा और मेरा गोरा गठीला बदन है। में एक टीचर हूँ और में आज आप सभी लोगों को अपनी एक सच्ची स्टोरी सुनाने जा रहा हूँ जो कि कुछ दिन पहले मेरे साथ में घटित हुई एक सच्ची घटना है जिसमे मैंने अपने साथ की एक टीचर के साथ चुदाई की और बहुत मज़े किये.

दोस्तों मेरे ऊपर हमेशा से ही भगवान बहुत मेहरबान रहे है जिस कारण मुझे अलग अलग लड़कियों के साथ सेक्स करने का मौका मिलता रहा है। मैंने इसकी कहानियाँ पढ़कर बहुत सारे चुदाई के तरीके सीखे और उन्हे चुदाई करते समय अपनाए भी है। मैंने हर बार एक नए तरीके से चुदाई की और मैंने बहुत बार इसकी सेक्सी कहानियों को पढ़कर मुठ मारकर भी काम चलाया। अब में अपनी कहानी की तरफ आगे बढ़कर आपको पूरी कहानी विस्तार में सुनाता हूँ।

तो दोस्तों हुआ यह कि मेरे साथ पढ़ाने वाली एक टीचर अपने मायके कोलकात्ता से लौटकर आ रही थी और मेरे उसके साथ पहले से ही शारीरिक संबंध थे। तो उसने मुझे फोन किया कि में तुमसे मिलना चाहती हूँ और तुम पास के ही रेलवे स्टेशन पर 8 बजे के बाद मिलो।

तो मैंने अपनी सभी तैयारी की और 70 किलोमीटर दूर सतना रेलवे स्टेशन पर पहुंच गया, वहां पर जैसे ही वो एक्सप्रेस ट्रेन आकर रुकी उसमे से वो मुझे मुस्कुराती हुई दिखी और वहीं से वो बोली कि ऊपर आ जाओ। तो में तुरंत बोगी में चढ़ गया, वो बोली कि हम लोग यहाँ से पास की एक माता जी के दर्शन के लिए जायेगें और वहीं पर रात भर रुकेंगे। तो मैंने उससे कहा कि मेरे पास ना तो इतने पैसे है और ना समय, में तो बस तुम्हारे कहने से ऐसे ही चला आया।

तो वो बोली कि में हूँ ना तो फिर तुम चिंता क्यों करते हो? तो मैंने कहा कि ठीक है और फिर हम दोनों 30 किलोमीटर दूर मैहर स्टेशन पर उतर गये और स्टेशन से बाहर निकलते ही हम लोग कमरे की तलाश में आगे बड़ने लगे और तभी वहां पर हमे कई लोज दिखे। तो वो मुझसे बोली कि तुम अपनी आई-डी बाहर निकाल लो, हमे रूम लेने के लिए उसे दिखानी होगी।

तो मैंने अपना लाईसेन्स जेब से बाहर निकाल लिया और हम एक लोज में गए और मैंने वहां पर अपनी आई-डी दिखाई और अपने नाम से एक कमरा बुक किया और वहां पर मैंने हम दोनों को एक दूसरे का पति-पत्नी लिखवाया था और फिर हमें 1000 रूपये में 24 घंटे के लिए एक एसी रूम मिल गया, हम रूम में अंदर गए और अपना समान रखा और फिर मैंने उससे कहा कि में अभी आता हूँ। में नीचे गया और कुछ देर बाद एक सिगरेट पीकर वापस आया।

तो मैंने जाते समय दरवाजे को बाहर से बंद किया था इसलिए में बाहर से दरवाजा खोलकर अंदर चला गया और फिर मैंने देखा कि वो बाथरूम के अंदर थी, मैंने सोचा कि क्यों ना में भी नहा लेता हूँ? मैंने अपने कपड़े उतारे और बाथरूम के खुले हुए दरवाजे से जब अंदर गया तो मैंने देखा कि वो अंदर एकदम नंगी खड़ी हुई नहा रही थी, मैंने उसको पीछे से पकड़ लिया तो वो मुस्कुराने लगी और अब में भी बिल्कुल गीला हो गया था।

उसने साबुन लिया और मुझे नहलाने लगी, उसने मेरी अंडरवियर को उतार दिया और मेरे लंड को साबुन से मलकर धोने लगी और अब उसके नाज़ुक नाज़ुक हाथों के छूने के कारण मेरा लंड एकदम टाईट हो गया और इधर में भी उसके गोरे-गोरे जिस्म को साफ करने और लगा साबुन लगाकर धीरे धीरे मसलने लगा। तभी उसने मुझे पीछे की तरफ धकेल दिया, में दीवार से सट गया तो उसने ढेर सारा साबुन का झाग मेरे लंड पर लगाया और फिर वो अपने पंजो के बल थोड़ा ऊपर हुई।

उसकी लम्बाई मुझसे ज़्यादा नहीं थी, लेकिन वो दिखने में उसका सेक्सी जिस्म बिल्कुल मदहोश कर देने वाला था।

उसकी चूत में वो नशा था जिसमें हर कोई अपने आप को डुबोना चाहता था। उसके बड़े बड़े बूब्स उसकी सुन्दरता पर चार चाँद लगाते थे और जब वो चलती तो हर किसी का लंड उसकी गांड को देखकर एकदम मजबूर होकर खड़ा हो जाता और उसकी गांड, चूत को सलामी देने लगता था, वो शादीशुदा होने के बाद भी अनछुई कली की तरह दिखती थी। उसकी चूत की गुलाबी पंखुड़ियां मुझे चूत चाटने पर मजबूर करती।

दोस्तों फिर उसने लंड को पकड़कर अपनी चूत की गुलाबी पंखड़ियों पर रगड़ना शुरू किया और फिर अपनी कामुक चूत में डालने लगी, तो मैंने भी उसकी मदद की और थोड़ी ही देर में मेरा लंड उसकी चूत में फिसलता हुआ अंदर चला गया।

तो मैंने उसकी कमर को पकड़ा और खुद थोड़ा नीचे होकर उसको धीरे धीरे धक्के देकर चोदने लगा, ऊपर से उस गर्मी के मौसम में ठंडे पानी की बरसात हम दोनों के ऊपर हो रही थी जिसकी वजह से हमारे बदन एक दूसरे को और भी जोश से भर रहे थे और फिर में चुदाई के साथ साथ उसके एक बूब्स को चूसने लगा और दूसरे को दबाने लगा और मेरे ऐसा करने से वो मदमस्त हो रही थी, लेकिन उससे ज़्यादा तो में मस्त हो रहा था।

तो कुछ देर बाद मैंने उसको अपनी गोद में उठाया और बाथरूम के फर्श पर नीचे लेटा दिया। तो वो बोली कि क्या तुम मुझे यहाँ पर लेटाओगे? तो मैंने कहा कि में लेटाउंगा भी और साथ तुम्हारी चुदाई भी करूंगा। फिर वो झट से मुझसे लिपटकर बोली कि में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ, लेकिन क्यों में तुम्हे इतना प्यार करती हूँ मुझे नहीं पता? तो मैंने कहा लेकिन में तो तुम्हे प्यार नहीं करता, में तो बस तुम्हारे इन अंगो का दीवाना हूँ।

तो वो बोली कि तुम्हारे अंग अंग में सेक्स भरा है मुझे यह सारा चाहिए। तो में उससे लिपट गया और अपने लंड को उसकी चूत के मुहं पर घिसने लगा तो वो बोली कि इसे थोड़ा अंदर करो ना और फिर मैंने तुरंत ही एक जोरदार धक्का देकर चूत में लंड को पूरा घुसा दिया।

फिर में फर्श पर लेटाकर उसको धक्के देकर चोदने लगा, में जितना उसकी चुदाई में अपनी स्पीड को बढ़ता वो उतना ही मुझे ज़ोर ज़ोर से चूमने लगती। फिर कुछ देर बाद मैंने उसके दोनों पैरों को अपने कंधो पर रखा और फिर चोदने लगा। वो अपने होंठो को दातों में दबाए हुए थी और अपनी दोनों आँखे बंद किए हुई थी और कुछ देर तक चोदने के बाद मेरा काम तमाम हो गया और में उसकी चूत में ही झड़ गया।

मैंने अपना सारा माल उसकी चूत में निकाल दिया, लेकिन वो अभी बाकी थी और फिर मैंने उसकी चूत में उंगलियाँ डालकर ज़ोर ज़ोर से हिलाई तब जाकर उसका काम तमाम हुआ वो कुछ समय एकदम निढाल होकर पड़ी रही। फिर हम दोनों वहां पर नहाए, में उससे पहले बाथरूम से बाहर निकल आया और अपने शरीर को साफ करके बेड पर लेटकर टीवी देखने लगा।

तभी वो बाथरूम से बाहर आई तो उसने अपने सुंदर जिस्म पर सिर्फ़ एक टावल लपेटा हुआ था, तभी उसने उसी टावल को एकदम से खोल दिया और खुद को नीचे ऊपर तक साफ करने लगी और फिर साफ करके मेरे पास लेट गई, वो एकदम ताजी खिली खिली सी लग रही थी, वो मुझसे बातें करते करते मेरे लंड से खेल रही थी और में भी उसके बूब्स दबा रहा था।

फिर थोड़ी देर बातें करने के बाद में फिर से चुदाई के लिए तैयार हो गया। तो मैंने उसको चूमना शुरू किया और में उसके माथे से चूमते हुए नीचे की तरफ आया बूब्स चूसे, फिर मैंने उसके दोनों पैरों को दूर करते हुए चूत को चूमते हुए चूसना भी शुरू कर दिया वो इस कदर तड़प रही थी मानो पहली बार उसके साथ यह सब हो रहा हो और थोड़ी ही देर के बाद मैंने अपने तने हुए लंड पर थूक लगाया और चूत में घुसा दिया।

तो वो आआहहहहा अहहहहा यार और ज़ोर से चोदो मुझे अह्ह्ह्ह प्लीज और ज़ोर से कह कहकर मुझे जोश दिलाते रही और में भी उसको ताबड़तोड़ धक्के देकर चोद रहा था और मेरे हर एक धक्के से उसके बूब्स हिलते हुए दिख रहे थे। तभी मेरी नज़र सामने की तरफ लगे हुए शीशे पर पड़ी उसमें हम दोनों अपनी चुदाई करते हुए दिखाई दे रहे थे…

तो मैंने उससे कहा कि देखो शीशे में। वो हम दोनों को शीशे में देखकर और भी जोश में आकर बोली कि बिल्कुल ब्लूफिल्म जैसा लग रहा है और मैंने भी उसको लगातार धक्के लगाकर बिल्कुल मस्त कर दिया और कुछ ही देर में हमारा यह तूफान थम गया और थोड़ी देर आराम करने के बाद हम दोनों मार्केट गए। वहां पर हमने खाना खाया और फिर वापस आकर कमरे में लेट गए। हम लोगो को नींद आ गई, फिर अचानक से मेरी नींद खुली तो मैंने उसकी तरफ देखा और उसके चेहरे पर हाथ फेरा।

तो वो बोली कि में अभी सोई नहीं हूँ, मैंने कहा कि क्यों नहीं सोई हो? वो मुझसे लिपटकर बोली कि अगर मुझे सोना ही होता तो घर ना चली जाती। तो मैंने कहा कि अगर ऐसा है तो में तुम्हे जगा सकता हूँ? वो बोली कि तो फिर जगाओ ना मुझे सारी रात। हम दोनों फिर से लिपट गये और शुरू हो गए, पूरी रात हम दोनों सिर्फ़ सेक्स में डूबे रहे और 5 बजे सोए।

7 बजे फिर से जाग गए तैयार हुए फिर माता के दर्शन के लिए गये और वहां से दो घंटे बाद वापस आए। कमरे पर आकर हम अपने कपड़े बदलने लगे, मैंने सिर्फ़ अंडरवियर पहना हुआ था और में जैसे ही पलटा तो वो बिल्कुल नंगी थी और थोड़ा झुककर अपनी पायल उतार रही थी। उसके गोरे गोरे कूल्हे देखकर में चुपके से पास गया और पीछे से उसके कूल्हों को चूमने लगा, वो पायल उतारकर झुके हुए मेरी तरफ देखकर मुस्कुराई।

फिर मैंने कहा कि तुम बहुत सेक्सी लग रही हो और तुम ऐसे ही झुकी रहो और वो झुकी रही। मैंने अपने लंड पर थोड़ा थूक लगाया और पीछे से लंड को डालकर चोदने लगा और कुछ ही देर में उसके पैर दर्द होने लगे, तो वो सीधी हो गई और बेड के पास आकर दो तकियों को किनारे पर रखकर उन पर अपने दोनों हाथ रखकर झुक गई और में फिर से उसे चोदने लगा।

तो मैंने उससे कहा कि मुझे ऐसा बहुत अच्छा लग रहा है और में साथ में उसकी पीठ को चूम रहा था और बूब्स भी दबा रहा था और बहुत देर की इस धमाचौकड़ी के बाद हम लोग ढेर हो गये और थोड़ी देर लेट गये। फिर हमने चाय मंगवाई उसके बाद टीवी देखने लगे और फिर बाहर होटल में जाकर खाना खाकर वापस आए और थोड़ी ही देर आराम किया और फिर से हम लोग शुरू हो गये, वो मेरे लंड को पकड़कर चूसने लगी।

वो बिल्कुल अनुभवी लग रही थी और वो सेक्सी फिल्म देखने की बहुत शौकीन थी और मेरे साथ हर तरह से सेक्स करने के लिए तैयार थी। वो एक 32 साल की शादीशुदा औरत थी। फिर मैंने उसको बहुत देर तक लंड चुसवाया। वो लंड चूसते हुए एकदम गरम हो चुकी थी और वो लंड चूसते हुए जब मुझे देखती तो उसकी लाल बड़ी बड़ी आँखे देखकर मुझे उसके जोश का अंदाज़ा साफ साफ मिल रहा था और अब में भी बहुत जोश में आ चुका था।

फिर मैंने एक तकिया उठाया और उसके कूल्हों के नीचे रख दिया और अब उसकी चूत ज़्यादा खुलकर ऊपर की तरफ आ गई थी। तो मैंने तुरंत ही उसमे लंड डाल दिया, लेकिन इस बार पता नहीं क्यों वो ज़्यादा ज़ोर ज़ोर से मोनिंग कर रही थी और इस बार वो चोदो हाँ अह्ह्हह्ह्ह्ह और ज़ोर से मेरे राजा आईईईईइ इसी चुदाई के लिए तो में तुम्हारे साथ हूँ और ज़ोर से चोदो मुझे आहहह्ह्ह्ह यह सब सुनकर में और भी जोश में आ रहा था और मेरे हर एक धक्के में हम दोनों के जिस्म टकराने की ठप-ठप की आवाज़ हमे और भी मदमस्त कर रही थी और वो आवाज़ तेज थी इसलिए मुझे टीवी की आवाज को तेज करना पड़ा।

फिर तो मानो हम दोनों ने जिस्मो को इस तरह से आगोश में ले लिया कि मानो बस एक दूसरे के लिए ही बने हो। उस वक़्त हम दोनों ए.सी. चालू होने के बावजूद भी पसीने से भीग गए थे। वो बार बार मेरे चेहरे, सीने से पसीने को साफ करती जा रही थी और इधर उसके शरीर से निकलने वाली मादक खुश्बू आ रही थी, जिससे में और भी ज़्यादा मज़ा ले रहा था और बहुत देर बाद जब मेरे अंदर का लावा फूटा तो उसने पूरी ताक़त से मुझे जकड़ लिया और मैंने उस वक़्त उसके जिस्म को जी भरकर भोगा।

इस तरह हम लोगों ने 24 घंटे साथ में बिताए और इस बीच हमने कितनी बार सेक्स कर लिया यह तो हमे याद ही नहीं था। लेकिन हम दोनों बहुत खुश थे। फिर उसी शाम को हम लोग वहां से अपने शहर वापस आ गए और बस में वो मेरे पास में बैठी हुई थी और फिर मेरे कंधे पर अपना सर रखकर सो गई और उसने एक बेग मेरी गोद में रख दिया और उसके नीचे से अपना हाथ मेरे लंड के ऊपर रखकर सहलाने लगी और नीचे पैर में पैर फंसाकर घिसने लगी और में मज़े लेता रहा।

दोस्तों मुझे इस बात से बहुत हैरानी हो रही थी कि उसकी चूत चुदते चुदते एकदम फूल गई थी, लेकिन वो अब भी मुझसे चुदवाने को तैयार थी और कुछ घंटो के सफर के बाद बस हमारे शहर में आ गई।

फिर बस से दोनों उतरे और अपने अपने घर को चल दिए ।।

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