savita bhabhi Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/savita-bhabhi/ Hindipornstories.org Mon, 26 Oct 2020 08:13:25 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 भाभी संग चुदाई का मजा https://sexstories.one/desi-bhabhi-nude-sex/ Fri, 30 Oct 2020 08:04:21 +0000 https://sexstories.one/?p=1400 हाय दोस्तों में इसका बहुत चाहने वाला हूँ. दोस्तों मेरा नाम मितेश है, उम्र 22 साल की है, लम्बाई 6, सुंदर लुकिंग है. में हरयाणा का रहने वाला हूँ, मेरी स्टोरी थोड़ी लंबी है, पर ... >> पूरी कहानी पढ़ें

The post भाभी संग चुदाई का मजा appeared first on Antarvasna.

]]>
हाय दोस्तों में इसका बहुत चाहने वाला हूँ. दोस्तों मेरा नाम मितेश है, उम्र 22 साल की है, लम्बाई 6, सुंदर लुकिंग है. में हरयाणा का रहने वाला हूँ, मेरी स्टोरी थोड़ी लंबी है, पर आपको पसंद आएगी. में 2 महीने पहले पढ़ाई के लिए दिल्ली आया था. यहाँ पर मुझे जानने वाला कोई नहीं है, तो में वहाँ पर कमरा ढूँढने लगा था. nude bhabhi

मुझे एक प्रॉपर्टी डीलर ने घर दिखाया जो मुझे पसंद आया, उस घर मे सिर्फ़ दो लोग रहते थे, एक भईया और उनकी वाईफ, भईया की उम्र लगभग 35 साल थी और भाभी की उम्र 26 उनकी कोई संतान नहीं थी. nude bhabhi

भईया एक कम्पनी मे काम करते है, जब की भाभी हॉट हाउस वाईफ है. भाभी देखने मे बहुत सुंदर है, उनके बूब्स तो ज़्यादा मोटे नहीं है, लेकिन 32 30 38 होंगी लेकिन उनकी गांड देखने लायक है. भाभी बहुत ही फ्रेंक है, उन्होने लव मेरिज की है. में शुरू शुरू मे उनसे ज़्यादा बात नहीं करता था, बस पढ़ाई और काम से काम रखता था. बस शाम को में भईया के आने के बाद कुछ देर के लिये टीवी देखने उनके पास मे जाता था.

Hot bhabhi – हॉट भाभी और उसकी सहेली

एक दिन भईया रात 10 बजे तक घर नहीं आए, तो भाभी ने मुझे बुलाया और कहा कि तुम्हारे भईया अब तक नहीं आए है. क्या में तुम्हारा फोन यूज़ कर सकती हूँ. तो मैने उन्हे अपना मोबाइल दे दिया था, भाभी ने बात करने के बाद बताया कि वो ट्रॅफिक जाम मे फंसे है, थोड़ी देर मे आ जाएँगे. वो फिर मुझसे कहने लगी कि आज मेरे मोबाईल मे बॅलेन्स नहीं था तुमने मेरी मदद की तो थॅंक्स. nude bhabhi

मैने कहा कि अरे कैसी बात करती है आप, भाभी जी थेंक्स तो मुझे कहना चाहिए कि आपने मुझे अपना समझ कर मेरा मोबाइल यूज़ किया है. तभी वो हंसने लगी थी, हंसते हुए वो बड़ी सेक्सी लग रही थी. दिल किया कि अभी पटक कर चोद दूँ. लेकिन मैने अपने आप को रोक लिया था, तभी वो बोली कि तुम्हारा मोबाइल नम्बर तो दो कभी मुसीबत मे ज़रूरत पड़ सकती है. तो मैने उन्हे अपना नम्बर दिया उस दिन में मूठ मार कर सो गया था.

अगले दिन क्लास कि छुट्टी थी तो में 11 बजे तक कमरे पर सो रहा था, 11 बजे मेरा फोन बजा तो मेरी नींद खुली. तभी मैने फोन उठाया वो भाभी का था. हमने नॉर्मल बाते की और तभी वो बोली कि में अकेले बौर हो रही हूँ, तुम नीचे आ जाओ प्लीज़. मैने कहा ठीक है और फ्रेश होकर में नीचे चला गया था. उन्होने मुझे नाश्ता दिया और टीवी चालू किया. उन्होने रेड कलर का पंजाबी सूट पहना था. उसमे वो बहुत सेक्सी लग रही थी. मैने जल्दी नाश्ता किया और उन्हे देखने लगा था.

वो मेरे बिल्कुल सामने बैठी हुई थी, मेरा लंड खड़ा हो गया था, वो हंसते हुए बोली ऐसे क्या देख रहे हो. तो में हड़बड़ा कर बोला कुछ नहीं भाभी, तो वो हंसने लगी थी और मेरा बहुत बुरा हाल था. वो बोली देखो मुझमे और तुम्हारी उम्र मे ज़्यादा फर्क नहीं है. हम दोस्त जैसे है बताओ तुम क्या देख रहे थे. मैने हड़बड़ाते हुए कहा कुछ नहीं पर आप इस ड्रेस मे बहुत सुंदर लग रही हो. nude bhabhi

उन्होने मुझे कहा थेंक्स, तभी वो बोली क्या में एक बात पूछ सकती हूँ. मैने कहा हाँ पूछिए, उन्होने कहा क्या तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है. में थोड़ा हैरान होकर बोला कि नहीं है. मैने पूछा क्यों क्या हुआ, वो बोली नहीं ऐसे ही पूछ रही थी, क्योकि तुम हरयाणा के रहने वाले हो तो मैने सुना है कि दिल्ली की लड़कियां उन्हे बहुत पसंद करती है, ज़रा बच के रहना और एक स्माइल दी.

मैने कहा ऐसा कुछ नहीं है, यहाँ की लड़कियां तो बहुत हाई स्टॅंडर्ड की है. उन्हे तो हम जैसे देसी जाट मे कहाँ दिलचस्पी होगी, वो बोली यही तो बात है पर तुम नहीं समझते और हंसने लगी थी. मुझे रियल मे उनकी बात समझ मे नहीं आई. लेकिन उनसे बात करते हुए मेरा लंड साला तब से खड़ा था और दुखने लगा था. फिर में ज़रूरी काम का बहाना बनाकर वहाँ से चला गया. nude bhabhi

लेकिन मुझे उनकी बातो से ऐसा लग रहा था, की वो भी शायद मुझसे कुछ चाहती है. मैने अपने कमरे मे जाते ही मुठ मार कर अपना लंड शांत किया. रात को करीब दस बजे उनका मैसेज आया कि क्या सो गये हो, मैने रिप्लाई किया नहीं. नींद नहीं आ रही ऐसे ही लेटा था, उन्होने रिप्लाई किया किसके बारे मे सोच रहे हो रात को, मैने मज़ाक मे कहा आपके बारे मे सोच रहा था. मेरा मतलब आपकी दिन वाली बात के बारे मे, वो बोली ज़्यादा सोचोगे तो नींद उड़ जाएगी जनाब की, अब सो जाओ.

मैने कहा प्लीज़ बताओ ना कि देसी लड़को मे ऐसा क्या है जो लड़कियां पसंद करती है. वो बोली कि वक़्त आने पर सब बता दूंगी. अब बाए गुड नाईट, उसके बाद कैसे उन्होने मुझे कुछ नहीं कहा और फोन बंद कर दिया, अब मैने मन ही मन सोचा कि में अब कैसे उनको चोदूं, में ये सोचकर पूरी रात नहीं सोया था, लेकिन मुझे सुबह कब नींद आई मुझे नहीं पता था. nude bhabhi

अब सुबह भाभी का कॉल आया और मेरी नींद खुली, भाभी कहने लगी कि क्या तुम रात को नहीं सोये. अब में बिना कुछ कहे भाभी को सुनता रहा और वो बोलती गई, कुछ देर बाद हमारी बात खत्म हो गई, अब उठकर नहा लिया और बहुत देर तक भाभी के बारे में ही सोचता रहा में बस हर बार यही सोच रहा था कि मुझे कैसे भी भाभी की चूत मारनी है. तभी कुछ देर के बाद भाभी मेरे कमरे पर आ गई, में उन्हें ऐसे देख रहा था कि वो मेरे सामने नहीं, में उन्हें नींद में देख रहा हूँ.

तभी भाभी ने मुझे छुआ और फिर कहने लगी, अब तो जागो नींद से और हंसने लगी. तभी मैने कहा आप कब आए मुझे तो मालूम नहीं, वो कहने लगी तुम गहरी नींद में थे. अब हम दोनों बाते करते रहे भाभी मेरे पास बैठी थी, तभी उनकी नजर मेरे लंड पर गई और कहने लगी शायद तुम्हारे लंड को भूख लगी है.

The post भाभी संग चुदाई का मजा appeared first on Antarvasna.

]]>
सविता भाभी की गुलाबी चूत https://sexstories.one/savita-bhabhi-ki-chudai/ Thu, 22 Oct 2020 20:59:41 +0000 https://sexstories.one/?p=1343 मेरा लंगोटिया यार बहुत सालो बाद मुझसे मिला। उसकी शादी हुई ही थी। सविता भाभी से मैं पहली बार मिल रहा था। कातिल बदन था उनका। बहुत ही ‘प्यारी’ है मेरी गोरी भाभी। मेरा नाम ... >> पूरी कहानी पढ़ें

The post सविता भाभी की गुलाबी चूत appeared first on Antarvasna.

]]>
मेरा लंगोटिया यार बहुत सालो बाद मुझसे मिला। उसकी शादी हुई ही थी। सविता भाभी से मैं पहली बार मिल रहा था। कातिल बदन था उनका। बहुत ही ‘प्यारी’ है मेरी गोरी भाभी। मेरा नाम योगेश है। मैं और रजत बचपन के दोस्त हैं। बचपन में हम लोग पास-पास ही रहते थे, हम साथ-साथ खेलते और हम पढ़ते भी साथ थे। हमेशा हमलोग पढ़ाई में आगे रहते थे। savita bhabhi

हम सब दोस्त बचपन में मस्ती करते हुए चुनिआ से चुनिआ मिलाते थे और बड़े होने पर हम अपने लंड की लंबाई और मोटाई नापने लगे। मेरा लंड सबसे लम्बा और मोटा था। रजत के लंड की लंबाई छ: इंच और मेरे लंड की लंबाई आठ इंच थी। हम इन मस्ती के साथ बड़े हुए। हम दोनों ने बारहवीं की परीक्षा पास करने के बाद एक ही इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लिया और इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद हम दोनों को अलग-अलग कम्पनी में नौकरी लग गयी। यह 1995 की बात है! मैंने दिल्ली की एक एम.एन.सी में जॉयन किया और रजत ने मुम्बई में। रजत ने बाद में अपना खुद का बिज़नेस शुरू किया। उसे खूब सफ़लता मिली और अब वोह लाखों-करोड़ों में खेलने लगा था। उसने एक अलिशान फ़्लैट जूहू में खरीद लिया था। उसके पास इम्पॉर्टेड कार, नौकर इत्यादि सब कुछ था। उसकी देखा देखी मैंने भी दिल्ली में अपना बिज़नेस शुरू किया और भगवान की कृपा से मेरा भी बिज़नेस ज़ोरों से चल पड़ा। savita bhabhi

धीरे-धीरे मेरे पास भी आधुनिक जीवन की आवश्यक हर चीज़ हो गयी। हम अपने-अपने काम में काफ़ी मशगूल हो गये और हम एक दूसरे से नहीं मिल पाये लेकिन फोन और पत्रों के ज़रिये हमारा संबंध हमेशा बना रहा। एक दिन रजत का फोन आया कि वो सविता नाम की लड़की से शादी कर रहा है। उसने बताया कि सविता बेहद खूबसूरत है। रजत ने मुझे शादी पर आने का निमंत्रण दिया। लेकिन बिज़नेस के सिलसिले में मैं उस समय विदेश जा रहा था। मैंने अपनी मजबूरी बतायी और वादा किया कि विदेश से लौटने के बाद मैं उन लोगों के पास मिलने जरूर आऊँगा। दिन बीतते गये। मैं अपने काम में मशगूल होता गया और रजत के पास जाने का मौका नहीं मिला। लेकिन हम एक दूसरे के साथ सम्पर्क में रहे। रजत अक्सर मुझे अपने घर बुलाता रहा। एक दिन रजत का फोन आया और शिकायत करने लगा कि उसके बार-बार बुलाने पर भी मैं क्यों नहीं आ रहा हूँ। सौभाग्य से मैं एक हफ़्ते के बाद कुछ दिनों के लिए खाली रहने वालाथा। मैंने उससे कहा कि मैं अगले हफ़्ते में कुछ दिनों के लिए आ रहा हूँ। savita bhabhi

मैं मुम्बई पहुँचा और वहाँ एयरपोर्ट पे रजत और सविता मुझे लेने आये हुए थे। रजत ने अपनी बीवी से परिचय कराया। रजत की बीवी, सविता भाभी, वाकय में बेहद खूबसूरत औरत थीं। उनकी लंबाई करीब पाँच फुट चार इंच थी और उनके फिगर के तो क्या कहने। उनकी चूचियाँ काफी बड़ी बड़ी (छत्तीस इंच) थी, उनकी कमर तो बहुत ही पतली सी (छब्बीस इंच) थी और उनके चूत्तड़ बहुत भरे-भरे हुए थे। मेरे अंदाज़ में सविता भाभी कि गाँड कम से कम अढ़तीस इंच थी। वो हँसती थी तो उनके गाल पर डिम्पल पड़ रहे थे जिससे कि वो बहुत सैक्सी लग रही थीं। मैंने उनसे कहा कि, “सविता भाभी आप बहुत ही खूबसूरत हैं।”

अपनी तारीफ़ सुन कर सविता भाभी बहुत ही खुश हो गयीं। उस दिन हम लोग इधर-उधर दो-चार जगह घूमे और एक अच्छे से होटल में खाना खाया। दूसरे दिन भी हम लोग मुम्बई घूमने निकले और बाहर डीनर ले कर घर वापस आये। उस दिन रजत ने व्हिस्की की बोतल खोली और कहने लगा कि आज हम बहुत दिनों के बाद एक साथ बैठ कर साथ-साथ पियेंगे। रजत ने सविता भाभी से ग्लास, सोडा और कुछ खाने के लिए लाने को कहा। मैंने सविता भाभी से कहा, “भाभी आप को भी हमारा साथ देना होगा। अपने लिए भी एक ग्लास लाइयेगा।” रजत ने भी हाँ में हाँ मिलाई। सविता भाभी तीन ग्लास, सोडा और भुने हुए काजू ले आयीं। हम तीन लोगों का पीने का दौर शुरू हुआ। savita bhabhi

धीरे-धीरे हम सब पर व्हिस्की का नशा छाने लगा। कुछ पुरानी बात खुल गयी और फिर एक के बाद एक पुरानी बातें खुलती गयी। बात पुराने दिनों की मस्ती की आयी तो रजत ने कहा, “सविता तुम्हें एक बात बताते हैं, हमारे सभी दोस्तों में योगेश का लंड सबसे बड़ा और मोटा है।”

फिर रजत बात आगे बढ़ाते हुए वो सुब कुछ कहने लगा जो हम बचपन में करते थे। सविता भाभी ने पूछा, “क्या तुम लोगों ने एक दूसरे की गाँड मारी है, क्योंकि मैंने किताबों में पढ़ा है कि अक्सर होस्टल में रहने वाले लड़के एक दूसरे की गाँड मारते हैं।”

रजत ने कहा, “ऐसा कुछ भी नहीं है,किताब वाले अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए इस तरह की उल्टी-सीधी बात छाप देते हैं।” रजत कहने लगा, “हम जिगरी दोस्त हैं… होमो सेक्ज़ुअल थोड़ा ना हैं! वैसे भी मैंने ज़िंदगी में अब तक सिर्फ़ तुम्हारी ही गाँड मारी है।”

रजत की बात सुन कर मैंने सविता भाभी से पूछा, “भाभी आपको कैसा लगा जब रजत ने आपकी गाँड मारी?” savita bhabhi

सविता भाभी ने पहले आनाकानी की फिर मुस्कुरा के बोली, “पहले तो बेहद दर्द हुआ था, बाद में मज़ा आने लगा और अब तो माशाल्लाह बेहद मज़ा आता है।”

फिर मैं उनकी होस्टल की लाईफ के बारे में पूछने लगा। उस पर वो बोलीं, “हम खास सहेलियाँ आपस में काफी मज़े किया करती थीं। हम एक दूसरे की चूंची मसलतीं और चुसतीं, एक दूसरे की चूत में अँगुली करतीं और अपनी जीभ से एक दूसरे की चूत चाटा करती थीं। कभी-कभी हम एक दूसरे की चूत की घुँडी मुँह में लेकर जोर-जोर से चूसतीं और कभी-कभी हम एक दूसरे से आपस में चूत रगड़ा करती थें। इसमे हम लोगों को बेहद मज़ा आता था।”

सविता भाभी फिर शराब के झोँके में बोलने लगीं, “हमारे होस्टल में कुछ लड़कियाँ ऐसी भी थीं जो कि पैसे और मस्ती के लिए रात-रात भर होस्टल से बाहर रहतीं और जब वो सुबह आतीं तो साफ मालूम पड़ता था कि वो रात भर सोयी नहीं हैं और खूब रगड़-रगड़ कर उनकी चूत की चुदाई हुई है।”

मैंने फिर सविता भाभी से पूछा, “आप लोगों को कैसे पता लगता था कि वो लड़कियाँ रात भर अपनी चूत चुदा कर आयी हैं?”

सविता भाभी बोलीं, “अरे इसमे कौन सी बड़ी बात है? जब वो लड़कियाँ आती थीं तो उनकी चाल कुछ अटपटी होती थी। उनके चेहरे पर दाँत के निशान पड़े होते थे और उनकी कमर कुछ झुकी रहती थी।”

मैंने फिर पूछा, “क्या कमर झुकने का मतलब चुदाई से है?” savita bhabhi

उन्होंने कहा, “और नहीं तो क्या? जब कोई लड़की या औरत रात भर अपनी टाँगों को उठाये अपनी चूत में लंड पिलवाती है तो उसके बाद दो-तीन घंटों तक उनकी टाँगें सीधी नहीं हो पाती और वो झुक कर चलती हैं। लड़कियाँ चुदाई के बाद अपनी टाँगों को फैला कर ही चलती हैं।”

“क्यों,”

“अरे इसलिये कि लड़कियों की चूत पैर फैला कर ही चुदती है और चुदाई के बाद उनकी चूतसे निकल कर मर्द का पानी उनकी जाँघों पर बहता रहता है, जो कि काफी चिप-चिपा होता है और इसलिये लड़कियाँ चुदाई के बाद अपनी टाँगें फैला कर चलती हैं।”

सविता भाभी से मैंने फिर पूछा, “क्यों भाभी आपने कभी इन लड़कियों से उनकी चुदाई के बारे में पूछा था?” savita bhabhi

सविता भाभी बोलीं, “हाँ उन लड़कियों में से एक मेरे बगल वाले कमरे में रहती थी। एक दिन मैने उससे पूछा कि रात भर कहाँ थी। पहले तो उसने आनाकानी की मगर बाद में बोली कि रात भर वो और उसका बॉय फ़्रैंड, दोनों एक ऑर्गी-पार्टी में गये हुए थे। उस पार्टी में और भी लड़के और लड़कियाँ थी। रात को करीब बारह बजे उन सब ने ड्रिंक करने के बाद खाना खाया और एक बड़े से हाल में आ कर बैठ गये। कमरे में हल्की सी रोशनी थी और धीमे-धीमे म्युज़िक बज रहा था। फिर एक लड़का सब से बोला कि अब काफी रात हो गयी है और हम लोगों को पार्टी की आगे की कारवाही शुरू कर देनी चाहिए। इस पर सब ने हामी भरी और सब अपने अपने कपड़े उतारने लगे। लड़कियाँ सिर्फ़ ब्रा और पैंटी और लड़के सिर्फ़ अपने अंडरवियर पहने हुए थे। फिर सब लड़कों ने अपनी-अपनी गाड़ी की चाबी निकाल कर बीच की मेज पर रख दी और लाईट ऑफ कर दी गयी। अब लड़कियों ने उठ कर अन्धेरे में एक-एक चाबी उठा ली और उसके बाद लाईट ऑन कर दी गयी। जिस लड़की के पास जिस लड़के की चाबी थी वो लड़का उस लड़की को अपनी बाहों में उठा कर डाँस करने लगा। वो सब डाँस तो क्या, एक दूसरे के बाकी कपड़े उतार कर लिपट रहे थे। लड़के उन लड़कियों की चूंची मसल रहे थे और कभी-कभी झुक कर लड़कियों की चूंची मुँह में भर कर चूस रहे थे। कुछ लड़कियाँ भी कभी-कभी झुक कर लड़कों के लंड चूस रही थी। फिर इसके बाद सबने एक-एक करके उसी कमरे में, जहाँ जगह मिली, चुदाई शुरू की। चुदाई का दौर खतम होते ही लड़के अपनी-अपनी पार्टनर बदल कर फिर चुदाई करने लगे। यह पार्टनर बदल-बदल कर चुदाई का दौर रात भर चलता रहा।”

The post सविता भाभी की गुलाबी चूत appeared first on Antarvasna.

]]>