padosi ki chudai Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/padosi-ki-chudai/ Hindipornstories.org Wed, 21 Oct 2020 19:16:45 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 पडोसवाली लड़की को चोदा https://sexstories.one/padoswali-ladki-ki-chudai/ Fri, 16 Oct 2020 22:46:34 +0000 https://sexstories.one/?p=400 हैलो दोस्तों कैसे है आप सभी.. अन्तर्वासना, हिंदी सेक्स स्टोरी, मस्तराम और कामुकता के दुनिया में आपका स्वागत है.. पहले मे आप सभी को अपने बारे मे बता दूँ. मेरा नाम बब्लू है मेरी हाईड ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हैलो दोस्तों कैसे है आप सभी.. अन्तर्वासना, हिंदी सेक्स स्टोरी, मस्तराम और कामुकता के दुनिया में आपका स्वागत है.. पहले मे आप सभी को अपने बारे मे बता दूँ. मेरा नाम बब्लू है मेरी हाईड 5,9 है रंग सावला है पर दिखने बहुत हैन्डसम हूँ । और बहुत सेक्सी भी हूँ ।जब तक मुझ को चूत न मिले तब तक मे बहुत परेशान रेहता हूँ मेरी उम्र 38 बर्ष है।मे चूत का बहुत दीवाना हूँ ।

अब मे आपको एक सच्ची कहानी बताता हूँ मैं मध्य प्रदेश से हूँ ।

जब हमने पेहली बार चुदाई की, उस समय हम पढ़ते थे… तकरीबन हमारी उम्र 18 वर्ष होगी ।अक्सर हम दोस्तों से सुनते रेहते थे सेक्स के बारे में इसलिए हमारा भी दिल करता था की मे भी किसी लड़की के साथ सेक्स करू।

Antarvasna Hindi sex kahani – पडोसी की बेटी का भोसड़ा

एक भगवान ने हमारी दिल की मुराद सुन ली और एक लड़की उसका नाम में आप सभी को नहीं बताऊंगा क्यों की नाम बताने से प्यार कम हो जाता है ।मे उस लड़की को बहुत बहुत प्यार करता हूँ । उसका मुझको पता नही..

बो हमारे पड़ोसी की भाॅजी थी दिखने दूध से भी गोरी बहुत सुंदर थी उसके बारे में जितना भी बताऊंगा उतना कम है दूध की साईज ३४ – ३२ -३४ !! एक दम मस्त माल थी उम्र 20 वर्ष जब मे उसको देखता था तो मे पागल हो जाता था और सोचता था यार ऊपर बाले ने क्या खूब माल बनाया ।

और मुठ्ठ मारकर रह जाता था ।

Antarvasna Hindi sex kahani – मुझे मिला दीपा को चोदने का मौका

पर ऊपर बाले के यहाँ देर है अंधेर नही एक दिन ऊपर बाले ने हमारी सुन ही ली ।

उसकी मामी जो पेट से थी उस दिन उनके पेट मे बहुत जोर से दर्द हुआ इसलिए बो लड़की हमारे पास आई क्यों की उसके मामा एंड छोटी मामी दूर खेतों मे काम कर रही थी..

https://sexstories.one/meri-padosan-jiya-ki-chudai/

मामा मामी को बुलाने के लिये उसने हम से कहा बस फिर क्या हमने उसकी मजबूरी का फायदा उठाते हुए उस से कहा की हमारे पास टाइम नहीं है तो बो हमसे बहुत गिड़गिड़ाई मेने मन ही मन सोचा क्यों न मोका पर चोका मारदिया जाय फिर क्या था मेने अपने दिल की बात उस्से केहदी पहले उसने हमको ऑख दिखाई और मना कर दिया ..

तो मेने भी मामा को बुलाने से मना कर दिया जब जा के बो तैयार हुई उसने एक दिन बाद मिलने का समय दिया मे तैयार हो गया पूरी रात उसके सपनों मे ही निकाल दी तकरीबन २, ३ दोपहर मे उसने हमको बुलाया और सिर्फ एक ही बार करने को बोला मे भी मान गया..

Antarvasna Hindi sex kahani – बीवी ने नौकर के मोटे लंड से चुदवाया

फिर क्या था मे लग गया काम पर पहले मेने उसके गाल होंठ चूमे धीरे धीरे उसके दूध मसलता रहा अब उसको भी मजा आने लगा क्यों की उसकी न मेरी पेहली चुदाई थी इस लिए चुदाई के मामले में हम दोनों ही अनाड़ी थे..

उसकी भी चूत मे कुछ अजीब सी हल चल होने लगी और मेरा भी लंड खड़ा हो गया जब मेने उसकी सलवार के अंदर हाथ डाला तो उसकी पेंटी पानी से पूरी गीली हो चुकी थी बो बहुत गर्म हो चुकी थी उसकी साँस बहुत गर्म और तेज चल रही थी उसका भी हाथ मेरी पेंटी के अंदर चला गया और बो भी हमारे लंड से खेल रही थी ।

अब देर न करते हुए मेने उसके और अपने सारे कपड़े उतार दिए जब उसने हमारा लंड देखा तो चोक गईं और बोली इतना बड़ा मोटा !

Antarvasna Hindi sex kahani – ससुराल में तीन लंड और मैं अकेली

मेरे लंड की साईज 8 इंच लंबा 3 इंच मोटा है मेरी छोटी सी चूत मे कैसे जायगा और बो डर के मारे कपड़े पेहनने लगी जैसे भी करके मेने उसको तैयार किया बो बोली पूरा मत डालना तो ही करने दूंगी..

मे तैयार हो गया अब टाइम न बैस्ट करते हुए मेनै अपने लंड का टोपा उसकी चूत पर रखा और एक ही झटके मे आदा अंदर चला गया बो दर्द के मारे चिल्लाने रोने लगी पर मैंने उसकी एक न सुनी मैंने झटकै देना जारी रखा पता नही कम मेरा लंड उसकी छोटी सी चूत मे पूरा चला गया..

१० -१५ मिनट के बाद उसको भी अच्छा लगने लगा बो भी अपनी चूत को उठा उठा कर चुदने लगी और केहने लगी और जोर से चोदो इसको फाड़ दो …

Antarvasna Hindi sex kahani – भैया के साथ सुहागरात मनाई

इसी प्रकार हमारी चुदाई जारी रही तकरीबन २५ -३० मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों झड़ गये कुछ देर तक हम एक दूसरे लिपटे रहे..

सके बाद अपने अपने कपड़े पहने मेने उससै पूछा अच्छा लगा की नहीं बो हस कर रह गईं ।

उस दिन के बाद जब भी हमको मोका मिलता है मह चुदाई करते हैं…

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पडोसी की बेटी का भोसड़ा https://sexstories.one/padosi-ki-beti-ki-chudai/ Mon, 05 Oct 2020 10:17:46 +0000 https://sexstories.one/?p=315 हैल्लो दोस्तों, आपका हिंदी चुदाई कहानी के दुनिया में स्वागत है.. मेरा नाम बबलू है. में दिल्ली का रहने वाला हूँ और मेरी उम्र 36 साल है. में आज आप सभी लोगों को अपनी एक ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हैल्लो दोस्तों, आपका हिंदी चुदाई कहानी के दुनिया में स्वागत है.. मेरा नाम बबलू है. में दिल्ली का रहने वाला हूँ और मेरी उम्र 36 साल है. में आज आप सभी लोगों को अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ. जिसमें मैंने अपने पड़ोस की एक लड़की को चोदा. वैसे मुझेबचपन से ही सेक्स करना बहुत पसंद था और अब पिछले कुछ सालों से सेक्सी कहानियाँ पढ़ने का बहुत शौक है. मैंने अब तक बहुत सारी कहानियाँ पढ़कर उनके मज़े लिए और इसलिए मेंने सोचा कि क्यों न जो घटना मेरे साथ हुई, उसको में आप लोगों को सुनाऊँ.

मेरी यह कहानी आप सभी को जरुर अच्छी लगेगी और अब आपका ज्यादा समय बर्बाद न करते हुए सीधे आज की कहानी पर आता हूँ. दोस्तों उस समय मेरे पड़ोस में अग्रवाल साहब रहते थे और वो मेरे पापा के बहुत अच्छे दोस्त थे, इसलिए मेरा उनके घर पर आना जाना लगा रहता था. इसलिए वो लोग भी हमारे घर पर आते-जाते रहते थे, उनके पांच बच्चे थे. जिनमें तीन लड़कीयां और दो लड़के थे और उनके लड़के मेरी उम्र के ही थे, इसलिए हम लोग हमेशा साथ में खेला करते थे. ये कहानी आप हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है..

Hindi sex kahani – Koi Mil gaya – चाची की रसीली चूत और मेरा कड़क लंड

दोस्तों अग्रवाल साहब की सबसे बड़ी लड़की का नाम अनु और वो मुझसे उम्र में करीब तीन साल छोटी थी, लेकिन थी बहुत सुंदर और उसका स्वभाव भी मेरे लिए बहुत अच्छा था और वो मुझसे बहुत ज्यादा हंसी मजाक किया करती थी. मैंने कई बार सही मौका देखकर उसके बूब्स, गांड को छुआ, लेकिन वो बस मुस्कुराकर रह जाती, लेकिन मुझे कुछ ना कहती.

धीरे-धीरे हम लोग जवान हो रहे थे. हम लोग उस समय हम चुप्म चुपाई का खेल खेला करते थे और एक दिन हम सभी लोग मिलकर खेल रहे थे. उस समय हम दोनों ऊपर वाले कमरे में जाकर छुप गये, तो मैंने देखा कि उस कमरे में बहुत ज्यादा अँधेरा था और अब वो ठीक मेरे आगे खड़ी थी.

कुछ देर बाद उसने अपने कूल्हों को पीछे की तरफ दबा दिया, जिसकी वजह से वो अंजाने में मुझसे एकदम चिपक गई थी. अब उसकी गांड की गरमी पाकर मेरा लंड तनकर खड़ा हो गया, इसलिए मैंने उसको और भी आगे की तरफ धक्का दे दिया. मैंने ऐसा करीब चार पांच बार किया और मैंने हिम्मत करके अपने दोनों हाथों को उसके आगे लाकर उसके बूब्स को पकड़ लिया, मेरे दोनों हाथ उसके छोटे आकार के, लेकिन एकदम गोल गरम बूब्स पर थे. ये कहानी आप हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है..

उसकी सांसे ज़ोर से चलने की वजह से मुझे उसकी छाती अंदर बाहर होती हुई महसूस हो रही थी, लेकिन वो मुझसे कुछ नहीं बोली और मैंने उसकी तरफ से किसी भी तरह का विरोध ना देखकर तुरंत थोड़ी और हिम्मत करके उसके कपड़ो को झट से ऊपर उठाकर उसके बूब्स को नंगा कर दिया और अब में उसकी छाती को अपनी तरफ घुमाकर बूब्स को ब्रा को ऊपर करके बाहर निकालकर ज़ोर ज़ोर से चूसने दबाने लगा.

Hindi sex kahani – Koi Mil gaya – पड़ोसन आंटी से सेक्स की सुरुवात

उसके मुहं से सस्स्स्स्स्स्स आईईईइ की आवाज़ निकल रही थी. मैंने करीब पांच मिनट तक उसके बूब्स को बहुत मज़े लेकर चूसा और चूसने की वजह से उसको बहुत दर्द हुआ, इसलिए मैंने उसको छोड़ दिया और उसने जल्दी से अपने कपड़े ठीक किए.

उसके बाद हम दोनों नीचे आ गये और वो मेरी तरफ मुस्कुराती हुई अपने घर पर चली गई और में उसके चले जाने के ठीक बाद बाथरूम में चला गया और अब मैंने उसके नाम की मुठ मारी और अपने खड़े लंड को बैठा दिया, लेकिन उसके बाद मेरी हिम्मत अब इतनी बढ़ चुकी थी कि जब भी मुझे मौका मिलता तो में उसको पकड़कर अपनी बाहों में दबोच लेता और उसके बूब्स को दबा देता था. मैंने उसके साथ यह सब बहुत बार किया और उसने भी धीरे धीरे अब मेरा साथ देना शुरू कर दिया था, क्योंकि अब शायद उसको भी मेरे साथ मज़ा आने लगा था.

एक दिन हमारी अच्छी किस्मत से हम दोनों के घरवाले फिल्म देखने चले गये, लेकिन उनके घर से अन्नु और मेरे घर से में भी उनके साथ नहीं गया था, क्योंकि में उस समय अपने घर से बाहर था और मुझे घर पहुंचने में ज्यादा समय लगता, इसलिए मेरे घरवाले मुझसे फोन पर यह बात कहकर चले गए कि हम सभी लोग और अन्नु के घर वाले हम सभी फिल्म देखने जा रहे है.

जब में अपने घर पर आया तो मैंने देखा कि अन्नु मेरे घर पर बैठी हुई थी. मैंने उससे बिल्कुल अंजान बनकर पूछा कि घर के सभी लोग कहाँ है और वो मुझसे बोली कि वो सभी फिल्म देखने गये है.

मैंने उससे पूछा कि तुम भी उनके साथ क्यों नहीं गई? तो वो मुझसे हंसकर कहने लगी कि बस ऐसे ही मेरी इच्छा नहीं थी. तभी मैंने उसके बूब्स को पकड़ लिया और उसको कपड़ो के ऊपर से ही चूमने लगा और दबाने लगा, तो वो मुझसे बोली कि तुम ऊपर वाले कमरे में चलो, में पूरे घर को ताला लगाकर अभी ऊपर आती हूँ. मैंने उससे बोला कि में भी तुम्हारे साथ चलता हूँ और मैंने एक चादर को उठा लिया, वो जल्दी- जल्दी से अपना काम खत्म करने लगी और हम दोनों ऊपर वाले कमरे में आ गए.

Hindi sex kahani – Koi Mil gaya – देहाती चाची की जमके चुदाई की

मैंने उस चादर को ज़मीन पर बिछा दिया और लेट गया. वो भी मेरे साथ लेट गयी. अब मैंने उसके गुलाबी होंठो को चूमना शुरू कर दिया और धीरे धीरे मैंने महसूस किया कि उसको भी अब बहुत मज़ा आ रहा था और वो भी मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी. मैंने उसको कपड़े उतारने के लिए कहा, लेकिन वो मना करने लगी. ये कहानी आप हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है.. मैंने कहा कि तुम नंगी हो जाओ कुछ नहीं होगा, तुम मेरे होते हुए डरती क्यों हो? वो मुझसे बोली कि ठीक है, में ऊपर वाले कपड़े खोल देती हूँ, लेकिन सलवार नहीं उतारूंगी.

मैंने उससे कहा कि हाँ ठीक है और उसने जैसे ही ऊपर से अपने कपड़े उतारे. मैंने देखा कि उसके छोटी छोटी बूब्स की वो निप्पल एकदम टाईट हो चुकी थी और उसको देखकर मेरा लंड पेंट फाड़ने को तैयार हो गया और जैसे ही में पेंट खोलने लगा तो उसने मुझसे साफ मना कर दिया और वो मुझसे बोली कि तुम पूरी पेंट नहीं बस चैन खोलकर उसको बाहर निकाल लो.

अब मैंने उसके कहने पर अपनी पेंट की चैन को खोलकर अपने लंड को बाहर निकाल लिया और मेरा 6.5 इंच का लंड तनकर लोहे के सरीये की तरह खड़ा हो गया था. मैंने उससे बोला कि तुम अब इसको पकड़ लो.

उसने तुरंत मेरे लंड को अपने मुलायम हाथों से पकड़ लिया. जैसे ही उसके हाथों ने मेरे लंड को स्पर्श किया तो में पागल हो गया, जिसकी वजह से मेरे लंड ने अब हल्के हल्के झटके देना शुरू किया और अब मैंने उसके बूब्स को चूसना शुरू कर दिया और में ज़ोर-ज़ोर से उसके बूब्स चूस रहा था और वो आआआऊ उफ्फ्फफ्फ्फ़ कर रही थी. अब वो बहुत जोश में आ गई थी और में अब उसकी गरम चूत को सलवार के ऊपर से ही मसलने, सहलाने लगा, जिसकी वजह से वो सिसकियाँ लेकर और भी ज्यादा गरम हो गई.

ने जल्दी से अपनी पेंट को उतार दिया और अब में पूरा नंगा हो गया था. मैंने उसको भी नंगा होने के लिये कहा तो वो अब भी मना करने लगी. मैंने उससे कहा कि तुम अपनी सलवार को थोड़ा सा नीचे ही कर लो, मुझे बस एक बार तुम्हारी चूत को देखना है, प्लीज तुम मुझे उसके दर्शन करवा दो और मेरे बहुत कहने पर वो अब मान गई और उसने अपनी सलवार का नाड़ा खोल दिया.

Hindi sex kahani – Koi Mil gaya – मेरे घमंड से मुझे लुंड मिले

दोस्तों मैंने जब उसकी चूत देखी तो में बिल्कुल बेकाबू पागल सा हो गया, क्योंकि उसकी चूत पर बहुत छोटे छोटे बाल थे और वो बिल्कुल मासूम कली की तरह दिख रही थी, इसलिए उसकी वो कुंवारी चूत मुझे बहुत जोश दिला रही थी, इसलिए अब में उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा और उसको सहलाने लगा, जिसकी वजह से उसके मुहं से आह्ह्ह्हह्ह हूऊऊह्ह्ह्हह स्सीईईईइ तुम यह क्या कर रहे हो, प्लीज अब अपना हाथ हटाओ वहां से आह्ह्हह्ह यह सब गलत है. उसके मुहं से ऐसे शब्द निकल रहे थे.

मैंने उससे कहा कि हम दोनों बहुत गरम हो गए है, यह जोश हम दोनों में बराबर है, प्लीज मुझे एक बार प्यार करने दो और उसके बाद में अपनी जीभ से चूत को चाटने लग गया, जिससे वो मज़े से पागल हो गई और नीचे से अपने कूल्हों को उछालने लगी, जिससे में एकदम से रुक गया और अब मैंने उससे कहा कि तुम मेरे लंड को चूसो तो उसने मना कर दिया.

उसकी तरफ से ना सुनकर मैंने भी तुरंत उसकी चूत को चाटने से मना कर देने के बाद वो मुझसे बोली कि प्लीज और ज़ोर से चूसो ना, मुझे तुम्हारे चूसने से बहुत अच्छा महसूस हो रहा है और बहुत मज़ा भी आ रहा है, प्लीज एक बार चूस लो. मैंने कहा कि तुम भी मेरा लंड चूसो और में तुम्हारी चूत को चूसता हूँ और अब वो मान गई और कुछ देर मेरे लंड को चूसने के बाद अब हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए. ये कहानी आप हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है.. उसके कुछ देर बाद हम दोनों बारी बारी से झड़ गये. मैंने उसकी चूत चाटी तो उसने मेरा लंड चूसकर और चाटकर साफ किया और वो नीचे चलने की बात करने लगी. तब मैंने उससे बोला कि अभी तो हमने कुछ भी नहीं किया है और अभी तो हमें बहुत कुछ और भी करना है, लेकिन वो नहीं मानी और हम लोग नीचे आ गए और वो उसके बाद अपने घर पर चली गई.

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मुझे मिला दीपा को चोदने का मौका https://sexstories.one/choot-chudai/ Sun, 04 Oct 2020 21:56:39 +0000 https://sexstories.one/?p=310 बात उन दिनो की है जब मैं गयारहवीं कक्षा में पढ़ता था। हमारे पड़ोस में एक पंजाबी परिवार रहता था जिसमें सिरफ़ तीन ही सदस्य थे। एक 70 वर्षीय बुजुर्ग, एक लड़का और एक लड़की। ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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बात उन दिनो की है जब मैं गयारहवीं कक्षा में पढ़ता था। हमारे पड़ोस में एक पंजाबी परिवार रहता था जिसमें सिरफ़ तीन ही सदस्य थे। एक 70 वर्षीय बुजुर्ग, एक लड़का और एक लड़की। लड़के की उमर लगभग 24-25 साल की रही होगी और लड़की की उम्र 20-21 साल की होगी। बुजुर्ग उन दोनों के पिता थे और अकसर बीमार से ही रहते थे। जबकि उन दोनों की माँ की मृत्यु हो चुकी थी। वैसे तो उस परिवार में 5-6 लड़कियाँ और भी थी लेकिन वो सब काफ़ी उमर की थी और सब की शादी हो चुकी थी और अपने पति के साथ अपनी ससुराल में ही रहती थी जो कि कभी-2 अपने पिताजी को देखने परिवार के साथ 2-3 दिन के लिये आती रहती थी। हमारा भी उस परिवार में काफ़ी आना जाना था। (Antarvasna, Choot, Kamukta story, Hindi sex story)

Antarvasna Choot Chudai – कुसुम की झांट की सफाई

लड़के का नाम राजेश और लड़की का नाम दीपाली था। दीपाली बहुत ही खूबसूरत थी। मैं राजेश को भाई साहब और दीपाली को जीजी कहता था। दीपाली का बदन मानो भगवान ने सांचे में ढाल कर बनाया हो। गोरा चिट्टा रंग हल्का गुलाबीपन लिये जैसे कि दूध में चु्टकी भर केसर डाल दी हो। शरीर 36-24-38। चूची एक दम सख्त और उभरी हुई और उसके चूतड़ भारी थे, लगता था कि उसके चूतड़ की जगह दो गोल बड़ी बड़ी गेंदें हो।

choot chudaiवो अधिकतर सलवार कुरता पहनती थी और जब चलती थी तो ऐसा मालूम होता था कि दो गेंद आपस में रगड़ खा रही हो। जब वो हंसती थी तो गालो में बड़े प्यारे गढ्ढे पड़ते थे जिस से वो और भी खूबसूरत लगने लगती थी।

वोह बोलती बहुत थी और एक मिनट भी चुप नहीं बैठ सकती थी। उसमें एक खास बात थी कि वो किसी की भी चीज में कोई नुक्स नहीं निकालती थी चाहे उसको पसंद हो या ना हो।

वो हमेशा यही कहती थी कि बहुत ही प्यारी है। यदि उसको कुछ खाने के लिये दो और वो उसको पसंद नहीं आई हो पर वो तब भी उसकी तारीफ़ ही करती कि बहुत ही स्वादिष्ट बनी है।

Antarvasna Choot Chudai – आंटी और उनकी बेटी की चुदाई

इस बात की हम सब हमेशा ही दीपाली की तरीफ़ किया करते थे।

हमारी कालोनी के सभी लोग उसके दीवाने थे और एक बार बस उसको चोदना चाहते थे। मैं भी अकसर सोचता था कि काश मैं दीपाली को चोद सकूँ और एक दिन ऐसा मौका आ ही गया।

सितम्बर का महीना चल रहा था। उस दिन रविवार था और सबकी छुट्टी थी और समय रहा होगा लगभग 11 बजे सुबह का। मैं किसी काम से अपनी छत पर गया था।

हमारी दोनों की छत आपस में मिली हुई हैं और छत से उनके कमरे और बाथरूम बिलकुल साफ़ दिखाई देते हैं।

तो उस रोज जब मैं छत पर गया तो दीपाली के गाने की आवाज आ रही थी सो मैं वैसे ही उनके घर की तरफ़ देखने लगा तो मैं चौंक गया कयोंकि दीपाली बिलकुल नंगी बाथरूम में पटरे पर बैठी थी और टाँगें चौड़ी कर रखी थी।

Antarvasna Choot Chudai – चलती ट्रक में चूत और चूची का मज़ा

सच दोस्तो ! मैं तो देखता ही रह गया। दीपाली की चूचियाँ एकदम गोरी और तनी हुई थी और जैसा कि मैं ख्यालों में सोचता था, उससे भी अधिक सुंदर थी। उसकी गोरी चूचियों के बीच में हल्के गुलाबी रंग के दो छोटे-2 घेरे थे और उनमें बिलकुल गुलाबी रंग के निप्पल थे जो कि बाहर को निकले थे। उसका सारा शरीर बहुत ही चिकना और गोरा था और टाँगों के बीच में तो पूछो ही मत। वहाँ उसकी चूत पर काले रेशमी बाल नज़र आ रहे थे और उनके बीच हल्की सी गुलाबी रंग की दरार नज़र आ रही थी। दरार में ऊपर की तरफ़ एक छोटा सा चने जैसा दना चमक रहा था। वो उस वक्त कपड़े धो रही थी और उसका सारा ध्यान उस तरफ़ ही था।

दीपाली को इस हालत में देख कर मेरा लण्ड एकदम से तन कर खड़ा हो गया मानो वो इस हसीन चूत को सलामी दे रहा हो। मन कर रहा था कि मैं फ़ोरन ही वहाँ पहुँच जाऊँ और दीपाली को कस कर चोद दूँ पर मैं ऐसा नहीं कर सका। मैं काफ़ी देर तक वहाँ खड़ा रहा और दीपाली को ऐसे ही देखता रहा और ऊपर से ही अपने लण्ड को पकड़ कर सहलाता रहा। मेरी हालत बहुत खराब हो रही थी। मेरा गला एकदम से खुश्क हो गया था कि मैं थूक भी ठीक से नहीं निगल पा रहा था। मेरी टाँगें काम्प रही थी और ऐसा लग रहा था कि मेरी टाँगों में बिलकुल दम नहीं रहा और मैं गिर जाऊँगा।

मैं इस हालत में उसको करीब 15-20 मिनट तक देखता रहा। वो बार-2 सर झुका कर टाँगों में अपनी चूत की तरफ़ देख रही थी और एक कपड़े से चूत के बालों को रगड़ रही थी जिस से उसकी चूत के कुछ बाल उतर जाते थे। मैं समझ गया कि आज दीपाली अपनी चूत के बाल हेयर-रिमूवर से साफ़ कर रही है। मैं उसे बड़े ही गौर से देख रहा था कि अचनक उसकी नज़र मेरे ऊपर पड़ गई और उसने एकदम से बाथरूम का दरवाजा बंद कर लिया।

Antarvasna Choot Chudai – पड़ोसवाली भाभी की गुलाबी चुत

यह देख कर मैं बहुत डर गया और छत से नीचे उतर आया। मैं सारे दिन इसी उधेड़बुन में लगा रहा कि अगर जीजी इस बारे में पूछेंगी तो मैं क्या जवाब दूंगा लेकिन कुछ सूझ ही नहीं रहा था। मैंने सोचा कि मैं 2-3 दिन उसको दिखाई ही नहीं दूंगा और उसके बाद मामला कुछ शान्त हो ज़ायेगा और तभी देखा जयेगा कि क्या जवाब देना है।

मैं एक दिन तो दीपाली से बचा ही रहा और उसकी नज़रों के सामने ही नहीं अया।

अगले दिन पापा और मम्मी को किसी के यहाँ सुबह से शाम तक के लिये जाना था और ड्राइवर आया नहीं था तो पापा ने मुझको कहा कि मैं उनको कार से छोड़ आऊँ और शाम को वापस ले आऊँ।

मैं उनको कार से छोड़ने जा रहा था कि मैंने दीपाली को अपनी कार की तरफ़ तेजी के साथ आते हुए देखा तो डर के मारे मेरा हलक खुश्क हो गया। मम्मी पापा कार में बैठ ही चुके थे सो मैंने झट से कार आगे बढ़ा दी।

हालांकि मम्मी ने कहा भी कि दीपाली हमारी तरफ़ ही आ रही है कहीं कोई ज़रूरी काम ना हो, पर मैंने सुना अनसुना कर दिया और गाड़ी को तेजी के साथ ले गया।

Antarvasna Choot Chudai – भीगी भीगी रात में

मैंने मन ही मन सोचा कि जान बची तो लाखों पाये और लौट कर बुद्धू घर को आये।

जब मैं पापा मम्मी को छोड़ कर वापिस घर आया तो देखा कि वो हमारे गेट पर ही खड़ी है, जैसे ही मैंने कार रोकी, वो भाग कर कार के पास आ गई और मेरे से बोली कि कार को भगा कर ले जाने की कोशिश ना करना वरना बहुत ही बुरा होगा।

मैं बहुत बुरी तरह से डर गया और हकलाते हुये कहा- जीजी मैं कहाँ भागा जा रहा हूँ और मेरी इतनी हिम्मत ही कहाँ है कि जो मैं आप से भाग सकूँ?

इस पर दीपाली ने कहा- अभी जब तूने मुझे देखा था तब तो जल्दी से भाग गया था और अब बात बना रहा है।

मैंने कहा- जीजी, मुझ को कार को एक तरफ़ तो लगाने दो और फिर अंदर बैठ कर बात करते हैं।

Antarvasna Choot Chudai – सवेरे वाली चुदाई

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चोरी और लंड खोरी https://sexstories.one/chori-aur-lund-khori/ Thu, 02 Apr 2020 17:24:18 +0000 https://sexstories.one/?p=549 मैं बचपन से अच्छे माहौल में नहीं रहा हूँ। मैं चोरी बहुत कुशलता से कर लेता हूँ। पर इसके लिये भाग्य का भी आपके साथ होना जरूरी है। शारीरिक सुडौलता एक आवश्यक गुण है। इसके ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मैं बचपन से अच्छे माहौल में नहीं रहा हूँ। मैं चोरी बहुत कुशलता से कर लेता हूँ। पर इसके लिये भाग्य का भी आपके साथ होना जरूरी है। शारीरिक सुडौलता एक आवश्यक गुण है। इसके लिये मैं हमेशा कठिन योग भी करता हूँ और जिम भी जाता हूँ। मेरा शरीर एक दम चुस्त और वी शेप का है। मैं सुबह सुबह मैदान के चार से पांच चक्कर लगाता हूँ। मेरी चोरी करने के कपड़े भी एकदम बदन से चिपके हुए होते हैं। तो आईये चलते हैं चोरी करने…

मेरे सामने एक मकान है। उसमें एक छोटा सा परिवार रहता है। सिर्फ़ मियां-बीवी और उनकी एक १८-१९ साल की लड़की वहां रहती है। पैसा अच्छा है… जो सामने वाले कमरे कि अल्मारी में रखा है। उसकी अलमारी की चाबी मालकिन के पास उसके तकिये के नीचे होती है। रात की शिफ़्ट में मालिक काम करता है। मालिक ड्यूटी पर जा चुका है। मैं मकान के पास, कभी पान की दुकान पर या पास की चाय की दुकान पर मंडरा रहा हूँ।

Kamukta Padosan ki chudai – शादी के दिन सास मां की चुदाई

कमरे की लाईट अभी जल रही है… मैने समय देखा रात के साढ़े ग्यारह बज रहे थे। और अब लाईट बन्द हुई है। मैंने टहलते हुये उस घर का एक चक्कर लगाया… सभी कुछ शान्त था। १२ बज चुके हैं।… मैं घर के पिछ्वाड़े में गया और एक ही छलांग में चाहरदीवारी पार कर गया। बिना कोई आवाज किये बाल्कनी के नीचे आ गया। उछल कर बालकनी में आ गया। थोड़ी देर इन्तजार करके खिड़की को धीरे से धक्का दिया…

मेरी आशा के अनुरूप खिड़की खुली मिली…

मैने धीरे से कदम अन्दर बढ़ाया। कमरे मे पूरी शान्ति थी। सामने बिस्तर था। मैं दबे पांव वहां पहुँचा। वहां पर, जैसा मैंने सोचा था, घर की मालकिन सो रही थी। मै चाबी निकालने के लिये ज्यों ही झुका…

“मैने दरवाजा खुला रखा था… खिड़की से क्यों आये…” फ़ुसफ़ुसाते हुये मालकिन ने कहा।

मै घबरा गया। पर मेरा दिमाग कंट्रोल में था। …

“बाहर से कोई देख लेता तो…” मैंने हकलाते हुए कहा…

“लेट क्यो आये … इतनी देर कर दी…”

“लाईट जली थी…मैं समझा कि कोई है……” उसने मुझे अपने बिस्तर पर मुझे खींच लिया…

“तुम मनोज के दोस्त हो ना… क्या नाम है तुम्हारा…”

“जी… सोनू… है…”

“अरे… मनोज तो रवि को भेजने वाला था… तुम कौन हो…”

” जी… मैं रवि ही हूँ…सोनू तो मुझे प्यार से कहते हैं…”

Kamukta Padosi ki chudai – पडोसी से चुत चुदवाई

“अरे सोनू हो या मोनू … तुम तो बस शुरू हो जाओ… ” उसने मुझे अपनी बांहों मे कस लिया।

मुझे अहसास हुआ वो बिलकुल नन्गी थी। मैं चोरी के बारे में भूल गया। मेरे शरीर मे गर्मी आने लगी। वो किसी का इन्तजार कर रही थी। शायद रवि का…

“दरवाजा खुला है क्या…?”

“अरे हां…” वो जल्दी से उठी और दरवाजा बन्द करके आ गई। मैने भी अपने कपड़े उतार लिये और नंगा हो गया।

“आपका नाम क्या है …” मैने उसका नाम पूछ ही लिया

“कामिनी… क्यों मनोज ने बताया नहीं क्या…”

मैने कुछ नहीं कहा … उसने मुझे अपनी बाहों में जकड़ लिया… और बेशर्मी से अपने होंठ मेरे होंठो से चिपका दिये। मेरे बदन में वासना भड़क उठी। उसका नंगा बदन मुझे रोमान्चित कर रहा था। मेरा लण्ड जाग चुका था। और अपने काम की चीज़ ढूंढ रहा था। फ़ड़फ़ड़ाती चिड़िया को कामिनी ने तुरन्त अपने कब्जे में ले लिया। मेरे लण्ड पर उसके हाथ कस चुके थे और अब उसे मसल रहे थे। मेरे मुख से आह निकल गई…

मैंने उसे चूमना जारी रखा… तभी.. “बहन के लौड़े… मेरी चूंचियां तो दबा … ” उखड़ती हुई सांस और एक गाली दी… मैं और उत्तेजित हो गया। उसके बोबे बड़े थे… दबा दिये और उन्हें मसलने लगा।

“मेरी जान… जल्दी क्या है … देख तेरी चूत को कैसा चोद कर भोंसड़ा बना दूंगा”

कामिनी मेरे लण्ड की खाल को ऊपर नीचे मुठ मारने जैसी चलाने लगी। मैने जोश में आकर उसके चूतड़ों को दबा डाला।

Kamukta Padosi ki chudai – पति ने रण्डी बनाया

“हाय रे… मेरी गाण्ड मसल दी … बहन चोद… मेरी गाण्ड मारनी है क्या…” वो वासना में डूब चुकी थी।

“इच्छा है तो कहो… आपका गुलाम हूँ… ” मैने उसकी चमचागिरी की।

“तो चल चोद दे पहले मेरी गाण्ड… फिर मेरा भोंसड़ा चोद देना…” उसकी भाषा … हाय रे… मुझे उत्तेजित कर रही थी। शायद वो बहुतों से चुदा चुकी थी … और उसकी गाली देने की आदत पड़ गई थी। मैंने उसके मस्त चूतड़ दबाने और मसलने चालू कर दिये। उसके मुख से सिसकियाँ निकलने लगी।

वो सीधी लेटी थी। मैंने उसकी चूतड़ों के नीचे तकिया लगाया और गाण्ड ऊंची कर दी। मैने उसकी गाण्ड पर अपना लण्ड टिका दिया और जोर लगाने लगा। मेरे दोनो हाथ फ़्री थे। मेरा लण्ड उसकी गाण्ड मे उतर गया…

मैने उसके बोबे दबाये और और उसकी गाण्ड को चोदना चालू कर दिया। वो मस्त होने लगी। कुछ देर बोबे मसलने के बाद बोबे छोड़ कर उसकी चूत में अपनी अंगुली घुसा दी।

वो चिंहुक उठी। बोली -”हरामी ये तरीका किसने बताया रे…… मस्त स्टाईल है… अब तो चूत में भी मजा आ रहा है…।”

” कामिनी जी … आपकी चूत मस्त है…अगर इसकी मां चुद जाये तो आपको मजा आ जायेगा ना…”

“हाय मेरे सोनू…… तूने ये क्या कह दिया … मां चोद दे मेरी भोसड़ी की…हाय…सच में बहुत प्यासी है रे…”

मेरा लण्ड अब थोड़ा तेजी पर था। मेरी उत्तेजना बढ़ती जा रही थी, उसकी गाण्ड थोड़ी सी टाईट भी थी। मेरे धक्के उसकी गाण्ड में और उसकी चूत में मेरी अंगुलियां तेजी से चल रही थी। वो लगभग चीखती हुई सिसकारियां भर रही थी। उसे डबल मजा जो मिल रहा था। अब मेरा भी लण्ड फूल कर बहुत ही मस्त हो रहा था।

Kamukta Ajnabi se chudai – चूत का जुगाड़

मुझे लग रहा था कि ऐसे ही अगर गाण्ड चोदता रहा तो मैं झड़ जाऊंगा। मैने अपना लण्ड अब गाण्ड में से निकाला और उसकी चूत में फ़ंसा दिया। मेरा सुपाड़ा उसकी चूत में फ़क से फ़िट हो गया ।

“हाय्…री… गया अन्दर… चुद गई…रे……” वो मस्त होती हुई सिसकने लगी।

मुझे भी तेज आनन्द की अनुभूति हुई… उसे अपनी चूत में लण्ड उतराता हुआ मह्सूस हो रहा था। मेरे लण्ड की चमड़ी रगड़ खाती हुई तेज मजा दे रही थी। मैने अपने धक्के लगा कर चूत की गहराई तक अपना लण्ड गड़ा दिया। अब मै उसके ऊपर लेट गया और अपने हाथो से शरीर को ऊंचा उठा लिया। मुझे लण्ड और चूत को फ़्री करके तेजी से धक्के लगाना अच्छा लगता है। अब मेरी बारी थी तेजी दिखाने की। जैसे ही मैने अपना पिस्टन चलाना चालू किया वो भी बड़े जोश से उतनी ही तेजी से अपने चूतड़ों को उछाल उछाल कर साथ देने लगी।

“तू तो गजब का चोदता है रे… मुझे तू ही रोज़ चोद जाया कर…”

“मत बोलो कुछ भी…… मुझे बस चोदने दो… हाय रे…कितना मजा आ रहा है…”

“मादरचोद…रुक जा…झड़ना मत……वर्ना मेरी चूत को फिर कौन चोदेगा…”

“चुप रहो … छिनाल… अभी तो चुद ले… झड़े तेरी मां… कुतिया…”

मेरे धक्के बढ़ते गये। उसकी सिसकारियां भी बढ़ती गई…उसकी गालियां भी बढ़ती गई… अचानक ही गालियों की बौछार बढ़ गई…

“हरामी … चोद दे……मेरी भोसड़ी फ़ाड़ डाल…… मेरी बहन चोद दे… कुत्ते… मार लण्ड चूत पर… हाय रे मेरी मां…”

मैं समझ गया कि अब कामिनी चरमसीमा पर पहुंच रही है। मैंने भी अपने आप को अब फ़्री छोड़ दिया झड़ने के लिये।

Kamukta Ajnabi se chudai – चुत चुदाई गन्ने के खेत में

“मर गई रे…… भोंसड़ी के… लगा… दे धक्के… निकाल दे मेरा पानी… मादरचोद रे…अरे…गई… निकला रे……हाऽऽऽऽय री मां…”
और वो झड़ने लगी। मैने भी लण्ड अब उसके भोंसड़े में जोर से गड़ा दिया। और जोर लगाता रहा…दबाव से मेरे लण्ड ने वीर्य की पिचकारी छोड़ दी। मेरा लण्ड झटके मार मार कर वीर्य उसके चूत में छोड़ रहा था। कामिनी ने मुझे अपनी टांगों के बीच मुझे जकड़ लिया था। दोनो का रस एक साथ ही निकल रहा था। हम आपस में चिपके रहे। अब मैं बिस्तर से नीचे उतर गया था।
“बस कामिनी जी… आपने तो मेरा पूरा रस निकाल दिया…”

“……ये लो… कल दरवाजे से आना……” कामिनी ने मुझे ५०० का एक नोट दिया…”तुम बहुत अच्छा चोदते हो…अब मुझे किसी दूसरे की जरूरत नहीं है…”

मैने झिझकते हुए रुपये ले लिये और चुपचाप सर झुका कर दरवाजा खोला और बाहर निकल गया।

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शादी में मेरी पहली चुदाई https://sexstories.one/shaadi-me-pehli-baar-chudai/ Sun, 15 Mar 2020 08:56:46 +0000 https://sexstories.one/?p=433 अन्तर्वासना, कामुकता और हिंदी सेक्स स्टोरी की दुनिया में आपका स्वागत है.. मैं अमिता सिंह, 35 वर्षीय शादीशुदा महिला हु। मेरे में वो सब कुछ है जो किसी भी मर्द को मस्त कर दे। 36 ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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अन्तर्वासना, कामुकता और हिंदी सेक्स स्टोरी की दुनिया में आपका स्वागत है.. मैं अमिता सिंह, 35 वर्षीय शादीशुदा महिला हु। मेरे में वो सब कुछ है जो किसी भी मर्द को मस्त कर दे। 36 कि चूची .. मांसल बदन .. हल्का गोरा रंग। लेकिन ये कहानी 13 साल पहले की है।जब मैं कॉलेज जाती थी 22 साल की उम्र , 34 की चूची, छरहरा बदन। [desi kahani, antarvasna]

मैं मिडिल क्लास परिवार से थी। लेकिन कॉलेज में लड़कों की आंखों की तारा थी।

अधिकतर लड़के अपनी आदत से मजबूर मेरे पीछे भी पड़े हुए थे। स्कूल के एनुअल फंक्शन में तो कई लड़को ने छेड़छाड़ भी की थी क्योंकि मैं स्कर्ट और टॉप में खूब सज संवर कर गयी थी।

कुछ ने चूची भी मसल दी थी। मैं सब कुछ समझती भी थी। होस्टल की लड़कियों से दोस्ती थी वे सब कई बार ब्लू फिल्म भी दिखा देती थी। इसलिए मैं सब कुछ जानती थी लेकिन खुद पर कंट्रोल करती थी और लड़कों से दूर रहती थी।

Mastram Desi kahani – पड़ोसवाली मामी को चोदा

मेरी सहेली थी रेनू बड़े परिवार की खुले विचारों की.. कार से आती जाती थी .. लड़को के साथ दोस्ती यारी चलती रहती थी। लेकिन स्वभाव की बहुत अच्छी.. कोई घमण्ड नही और मेरे ख्याल से लड़को से भी एक दूरी मेंटेन किये रहती थी।

मुझसे काफी पटती थी।

उसके घर शादी थी उसने मुझे भी बुलाया था।

मुझे क्या सारे स्कूल को ही बुला लिया था। यहां तक कि टीचर्स को भी।

बहुत बड़ा घर था उसके लान में ही शादी का प्रोग्राम हो रहा था उसकी बुआ का। मैं खाश थी इसलिए दोपहर में ही आ गयी थी और पूरे घर मे घुल मिल गयी थी।

शाम को मैं रेनू के कमरे में ही तैयार हुई। घाघरा चोली पहना खूब अच्छे से तैयार हुई। रेनू तो देखकर मजाक भी करने लगी कि तेरी भी शादी आज ही करवा दु क्या ?

अपने रूम की चाभी उसने मुझे दे दिया कि मैं रखु वो किसी दूसरे कमरे में सेट हो जाएगी। बारात आ गयी सब कार्यक्रम चल रहा था मैं भी सब एन्जॉय कर रही थी।

Mastram Desi kahani – कुसुम की झांट की सफाई

रात में 11 बजे मुझे बाथरूम जाना था। तो मैं रेनू के कमरे में गयी। बाथरूम जाना था तो कपड़े गंदे न हो जाये इसलिए घाघरा और पैंटी रूम में उतार कर बाथरूम में घुस गई लेकिन कमरे का दरवाजा लॉक करना भूल गयी।

बाथरूम से वापस आयी तो कमरे में अंधेरा था ही मैंने लाइट नही जलाया था। लेकिन घाघरा और पैंटी गायब थी!!

मैं परेशान और शॉक्ड की कौन कपड़े ले गया। दरवाजे की तरफ देखा तो अब दरवाजा भी अंदर से बंद था। जो कि मैने बन्द नही किया था। मैंने तुरंत लाइट जलाया लेकिन जो देखा तुरंत बेड से चादर खींच कर अपने को लपेट लिया। क्योकि सामने सोफे पर मेरे 35 वर्षीय इंग्लिश के सर मेरी पैंटी हाथ मे लिए बैठे थे। और सूंघ रहे थे।

कॉलेज के सबसे स्मार्ट और कड़क टीचर माने जाते थे और काफी लोकप्रिय भी।

लेकिन इस स्थिति में देखकर मुझे तो साँप सूंघ गया।

मैंने पूछा यहां क्या कर रहे है सर तो बोले तुम्ही ने तो बुलाया था दरवाजा खुला छोड़ कर।

मैं समझ गयी कि सर मुझे फसाना चाहते है कि मैं अगर शोर मचाऊं तो सर कहे कि मैने खुद बुलाया है।

इतने में मनीष सर उठे और पैंटी को सूंघते हुए मेरे पास और बोले कितनी अच्छी महक है तुम्हारे बुर की।

सर के मुँह से इतने खुले शब्दो को सुनकर मैं तो चौक पड़ी।

Mastram Desi kahani – तेरी बीवी मेरी, मेरी बीवी तेरी

तभी सर मेरे पास आये और आते ही एक झटके से चादर खींच दी। मैं एकदम नीचे से नंगी सर के सामने खड़ी थी।

मैने अपने हाथ से अपने बुर को ढक लिया सर नीचे बैठे और जबरदस्ती मेरा हाथ हटाने लगे और बोले चुपचाप खड़ी रहो नही तो जबरदस्ती तो चोदना ही है कॉलेज में भी बदनाम कर दूंगा। कॉलेज में मेरी छवि इतनी अच्छी है कि कोई मेरी बात नही कटेगा और इंग्लिश में फेल भी कर दूंगा।

मैं रुआंसी हो गयी सर प्लीज् मत करिए मेरी इज्जत मत खराब करिये।

सर बोले देखो बाहर तो किसी को पता चलेगा नही और जिसे तुम इज्जत कह रही हो ये जवानी के मजे है।

आराम और प्यार से करवाओ तो मजा भी आएगा और कष्ट भी नही होगा।

सर बोले कॉलेज की कई लड़कियों और टीचर को चोद चुका हूं। कभी किसी को पता चला। मेरी नजर बहुत पहले से थी तुम पर एक दिन रेनू को चोदते समय मैने उससे तुम्हारे बारे में बात की तो उसने बोला शादी में मैनेज करती हूं और उसी ने चाभी तुम्हे दी और मुझे पीछे से भेजा..

मैंने कहा आप झूठ बोल रहे है रेनू तेज तो है लेकिन आपके साथ कुछ नही किया होगा..

तभी सर खड़े हुए मोबाइल निकाला और एक वीडियो ओपन कर दिया..

Mastram Desi kahani – अदला बदली की शुरुआत – निशा के जलवे

वीडियो देख कर मेरा तो दिमाग सुन्न हो गया..

रेनू सर के साथ पूरी नंगी होकर कार में चुदवा रही थी।

मुझे याद आया वो कार भी रेनू की थी।

तभी सर नीचे बैठे मेरा हाथ हटाया अब मैं विरोध की स्थिति में नही थी। और मेरी 2 दिन पहले सेव की हुई बुर पर अपने होठ रख दिये..

पहले सुंघा फिर किश करने लगे..

मेरे पैर कांप रहे थे..

तभी सर ने जीभ निकाला और मेरी बुर को चाटने लगे.. गुदगुदी और उत्तेजना हो रही थी.. सही कहूँ तो अच्छा लग रहा था लेकिन घबराहट से पैर कांप रहे थे..

बिना बुर को खोले जीभ से 2 मिन तक चाटते रहे।

फिर खड़े हुए मेरे होठों को किस किया और कान में बोले – मुझे मालूम है तुम्हे अच्छा लग रहा है साथ दो तो और अच्छा लगेगा..

फिर मेरे होठों पर टूट पड़े ..।5 मिन तक चूसते रहे।

सर की स्टाइल थी एक समय मे एक काम होठ चूसते समय दोनों हाथ पीछे किये रहे । मेरे सरीर से दूर किये रहे । फिर गले पर किश करना शुरू किया। गालो पर आंखों पर लेकिन जब कानो के नीचे किश किया तो मेरी हालत खराब हो गयी मन किया कि मैं भी टूट पडू.. किश करू लेकिन कंट्रोल किये रही..

Mastram Desi kahani – देहाती चाची की जमके चुदाई की

तभी सर ने झटके से चोली खोल दी और फेक दी ।

अब मैं सिर्फ ब्रा में सामने खड़ी थी।

सर ने धकेल कर मुझे दीवार के सहारे किया और ब्रा के ऊपर से मेरी चुचियो को दबाने लगे… मैं तो हवा में उड़ रही थी.. रोकना भी चाहती थी लेकिन आवाज ही नही निकल रही थी।

तभी सर ने मेरी ब्रा खोल दी और मेरे 34 के सुदर सुडौल सुसंगठित चुचियो को मसलना चालू किये.. मेरे मुंह से अब मस्ती की सिसकारियां निकल रही थी सर को भी ये अहसास था कि मुझे मजा आ रहा है..

तभी सर ने इतनी तेज से मेरी चूची को दबाया तो मैं चीख पड़ी और मेरे मुंह से पहली बार निकला.. कि सर धीरे करिये..

सर ने तुरंत मेरी चूची को मुह में लिया और पीने लगे.. एक चूची पी रहे थे.. दूसरे चूची को मसल रहे थे..

घुंडीयो को उंगलियों से सहला रहे थे.. तभी एक हाथ नीचे ले गए और चूची पीते हुए बुर को सहलाने लगे..

बुर के दाने पर उनका हाथ जाते ही मैं उछल पड़ी और सर के गले लग गयी और बोली सर मुझे पता नही क्या हो रहा है कुछ करिये..

Mastram Desi kahani – मकान मालिक की बेटी को चोदा

सर मुझे पीछे किये और हँसते हुए मेरे होठो को किस किया..

लेकिन मैं इतनी उत्तेजित थी कि मैं उनके होठो पर टूट पड़ी और चूसने लगी.. सर मेरे चुचियो को मसल रहे थे.. फिर मेरे हिप्प को दबाने लगे.. और एकाएक एक उंगली झटके से बुर में डाल दिये.. पहली बार कुछ बुर में गया था मैं उछल पड़ी और हांफने लगी ..

गर्मी से पसीना आने लगा.. वही बिस्तर पर बैठ गयी.. सर पीछे गए कमरे की ऐसी को चालू किया.. और एक गिलाश पानी लेकर मुझे दिया..

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पड़ोसवाली मामी को चोदा https://sexstories.one/padosiwali-mami-ki-chudai/ Sat, 14 Mar 2020 08:39:59 +0000 https://sexstories.one/?p=427 हैलो दोस्तो मेरा नाम प्रणीत है.. अन्तर्वासना, कामुकता और हिंदी सेक्स स्टोरी की दुनिया में आपका स्वागत है.. मेरी उम्र २२ साल है. मैं लम्बा तगड़ा हु, और मेरा लंड मोटा, लम्बा और काला है.. ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हैलो दोस्तो मेरा नाम प्रणीत है.. अन्तर्वासना, कामुकता और हिंदी सेक्स स्टोरी की दुनिया में आपका स्वागत है.. मेरी उम्र २२ साल है.
मैं लम्बा तगड़ा हु, और मेरा लंड मोटा, लम्बा और काला है.. आज मैं आपको मेरी पड़ोसन मामी को कैसे पटाकर उसे चोदा उसके बारे में आपको बताऊंगा!

मामी का नाम सावित्री है!

वो बहुत हॉट है जब भी मैं उसको देखता हूं मेरा लन्ड खड़ा होने लगता है..

दरहसल हुआ है था कि जब मै आठवीं क्लास में था तब उनके घर पर बैठा हुआ था.. तब मामी घर पर झाड़ू लगा रही थी.

Kamukta Hindi sex story – पडोसी की बेटी का भोसड़ा

उस वक़्त उसने मैक्सी पहनी थी तभी वो नीचे झुकी और उसके दोनों निपल्स पूरी तरह से मुझे दिखाई दिए… निपल्स की चूचियां भी दिखाई दी बस वो लम्हा जब भी याद आता है तब तब उसे चोदने का बड़ा मन करता है ..

अब मुझसे और कंट्रोल नहीं हो रहा था.. मैंने ठान लिया था इसकी चूत में अपना लन्ड डालकर रहूंगा… मैं बस मौका ढूंढ रहा था..

तभी मुझे एक आइडिया आया.. मैंने सोचा कि मामी के साथ दोस्ती बढ़ता हूं.. मैं हमेशा उनके साथ बातें करता था ..

उनके घर जाकर बस कुछ दिन बाद मौका देखकर मैंने उनका व्हाट्सप्प नंबर मांग लिया.. उसने मुझे अपना नंबर दे दिया..

एक दिन मैंने मामी के व्हाट्सअप नंबर पर सनी लियोन का बिकनी फोटो भेज दिया ..

तभी मामी ने बोला कि क्या तुम ऐसी तस्वीर देखते हो नेटपर..?

मैंने हां कहा तो वो कुछ नहीं बोली… बस अभी वो लाइन पर आ रही थी ..

वहीं दूसरे दिन मै सिर्फ टॉवल लपेटकर उनके घर गया.. तब वो अकेले घर पर थी…

अंदर मैंने चड्डी नहीं पहनी थी.

Kamukta Hindi sex story – ट्रैन में माँ को अजनबी ने चोदा

तभी मामी ने मुझसे पूछा क्या हुआ.. कुछ काम है ..?

मैंने कहा हां और तभी मैंने जान बूझकर अपने टॉवल खोल लिया..

तभी उसने शरमाते हुए कहा जल्दी अपने टॉवल पहन लो …

अब उसने मुझे नंगा देख लिया था …

अब मै भी उसे नंगा करे चोदना चाहता था..

मैं घर गया और कपड़े पहनकर वापस मामी के पास आया वो किचन में खाना बना रही थी .. मुझसे अब कंट्रोल नहीं हो रहा था..

मै पीछे से जाकर उसे पकड़ लिया और उसे पीठ पर चुम्मिया देने लगा…

मामी बोली छोड़ो मुझे ये क्या कर है तुम ..?

पर मै कहा सुनने वाला था …

Kamukta Hindi sex story – अदला बदली की शुरुआत – निशा के जलवे

मैंने उसे और जोर से पकड़ लिया …अब वो भी गरम हो रही थी … तभी मैंने रूम के सारे दरवाजे और खिड़की बंद लिए और मामी को उठाकर बेडरूम ले गया…

अब मेरी मनोकामना पूर्ण होने वाली थी… मैंने जल्दी उसकी साडी खोल दी .. वो लहंगा और ब्लाउस में थी…

उसका पेट बहुत मुलायम था … अब उसके निपल्स पर मेरी अब नजर थी… तो मैंने जल्दी जल्दी उसके ब्लाउस के हुक खोल दिए..

उसने अन्दर ब्रा नहीं पहनी थी ..  मै उस पर टूट पड़ा ..

मैंने जितना सोचा था उसके निपल्स उससे काफी बड़े थे… मैंने उसे जोर जोर से चूसने लग गया..

मामी मेरा भरपूर साथ दे आवाज निकाल रही थी ..आह ..आह ..आह ..आह.. आह ..आह…. पर मेरा मन इतने से कहा भरने वाला था..

मैं अपने सारे कपड़े उतारकर नंगा हो गया और मामी को भी पूरी तरह से नंगा कर दिया..

मेरा ६ इंच का लन्ड खड़ा हो चुका था..

फिर मैंने बिना सोचे अपना लन्ड मामी के चू त में घुसा दिया

मामी- चोद मुझे साले और जोर से चोद आह आह आह

मैं -रण्डी तुझे इतने दिन तक चोदने के सपने देखता था आज तेरी चूत फाड़ दूंगा

मामी – चोद और जोर से रण्डी बना दे मुझे

Kamukta Hindi sex story – पड़ोसवाली भाभी की गुलाबी चुत

मै – मामी मुझे रोज चोदने दोगी ना

मामी – पहले मेरी चूत अपनी जीभ से चाट फिर रोज दूंगी..

फिर मैंने अपना लन्ड चूत से बाहर निकाला और उसकी चूत चाटने लग गया… बहोत टेस्टी थी उसकी चूत…

उस दिन बाद मैंने मामी को लगातार १ महीने तक रोज चोदता था…

उसका निपल्स चूसता था… में बहोत खुश था… मामी भी बहुत खुश थी …

ठीक २ महीने बाद मामी प्रेगनेंट हुई …

उसके पति को लगता था कि ये बच्चा मेरा दिया हुआ है लेकिन वो मेरा दिया हुआ बच्चा था..

तो ठीक है दोस्तो अगली बार एक नई कहानी सुनाऊंगा की कैसे मैंने भाभी अपना दीवाना बनाया

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