padosan ki chudai Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/padosan-ki-chudai/ Hindipornstories.org Mon, 28 Feb 2022 09:05:27 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 बंद कमरा, मैं और वो https://sexstories.one/chudas-padosan-ko-choda/ Mon, 28 Feb 2022 09:05:27 +0000 https://sexstories.one/?p=4322 वह अपनी चूत के अंदर उंगली कर रही थी और मैंने जब उनकी चूत के अंदर अपनी उंगली को डाला तो वह मुझे कहने लगी मुझे अच्छा लग रहा है। मैंने उनकी चूत के अंदर बाहर अपनी उंगली को करना जारी रखा..

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Chudas Padosan ko Choda हमारा पूरा परिवार अभी संयुक्त परिवार में रह रहा है घर में छोटी मोटी अनबन तो होती ही रहती हैं लेकिन फिर भी मेरी मां ने आज तक घर की बागडोर संभाल कर रखी हुई है और वह परिवार को एकजुट करने में हमेशा ही लगी रहती हैं। पिताजी के देहांत के बाद हम चारों भाइयों ने हीं घर की जिम्मेदारी को अपने कंधों पर संभाल लिया घर में मैं ही सबसे बड़ा था इसलिए मेरे ऊपर ही सब की जिम्मेदारी है। मेरी पत्नी मीना ने भी मेरा बहुत साथ दिया और हम लोग अभी भी सब साथ में रहते हैं हम चारों भाइयों ने मिलकर अपना कारोबार शुरू किया और अभी तक हम उस कारोबार को करते आ रहे है हमारा काम बहुत ही अच्छे से चल रहा है। मेरी पत्नी कई बार मुझे कहती है कि तुमने अपने परिवार के लिए इतना कुछ किया है लेकिन तुम्हारे भाई तुम्हें बिल्कुल भी नहीं मानते हैं। मैंने अपनी पत्नी को कई बार समझाया कि तुम ऐसी बातें मेरे सामने मत किया करो क्योंकि मुझे नहीं लगता कि तुम कुछ सही कहती हो।

मेरी पत्नी एक बड़े घराने की है और वह चाहती थी कि हम लोग अलग हो जाएं लेकिन मैं कभी भी अपने भाइयों से अलग नहीं होना चाहता था और ना ही वह मुझसे अलग होना चाहते थे। हमारे पत्नियों के बीच में हमेशा ही झगड़े होते रहते थे लेकिन उसके बावजूद भी मेरी मां ने अपने घर को एकजुटता में बांधा हुआ था। अब हम लोग अपने कारोबार को और बढ़ाना चाहते थे और उसके लिए हम लोगों ने दिल्ली तक काम करने के बारे में सोच लिया था क्योंकि दिल्ली में हम लोगों के कारोबार की खबर बहुत ज्यादा होने वाली थी इसलिए हम लोग अब दिल्ली में अपना काम शुरू करना चाहते थे। लखनऊ से हम लोगों ने दिल्ली में अपना काम शुरू करने के बारे में सोचा तो मैंने कुछ दिन दिल्ली में रहने के बारे में अपने मन में ख्याल बना लिया। मैं कुछ दिनों तक दिल्ली में ही था मैं अपने मसाले के बिजनेस के लिए ढूंढ रहा था ताकि मुझे कोई डिस्ट्रीब्यूटर मिल सके और हमारे सामान को बाजार तक पहुंचा पाए।

मेरी एक दो डिस्ट्रीब्यूटर से बात तो हुई थी लेकिन उनके साथ कुछ बात नहीं जमी इसलिए मैंने फिलहाल तो दिल्ली में अपना काम शुरू करने के बारे में अपने दिमाग से ख्याल निकाल दिया था लेकिन कुछ ही समय बाद जब मुझे एक डिस्ट्रीब्यूटर का फोन आया और वह कहने लगे कि मुझे आपका नंबर रतन ने दिया है। मैंने उन्हें कहा हां भाई साहब कहिये तो वह मुझे कहने लगे कि मैं आपसे यह कहना चाहता हूं कि आप दिल्ली में कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो मैं उसमे आपकी मदद कर सकता हूं। मैंने उन्हें कहा यदि आप मेरी मदद कर दे तो मुझे बहुत खुशी होगी और आपको भी उसमें मुनाफा हो जाएगा वह मुझे कहने लगे कि क्या आप मुझसे मिलने आ सकते हैं। मैंने उन्हें कहा हां क्यों नहीं मैं आपसे मिलने के लिए आ जाता हूं।

मेरा छोटा भाई रतन जो कि काम को लेकर बहुत ही ज्यादा ईमानदार और वफादार है रतन ने हीं मेरा नंबर अभिषेक को दिया था। अभिषेक से मिलने के लिए मैं जब दिल्ली गया तो मेरी और अभिषेक की बात हुई अभिषेक ने मुझे कहा कि भाई साहब आप बिल्कुल भी फिक्र ना करें मैं आपके कारोबार को यहां दिल्ली में पूरी तरीके से सेट कर दूंगा। मैंने अभिषेक से कहा चलो यदि ऐसा हो जाता है तो आपको भी हम लोग उसमें अच्छा खासा मुनाफा दे देंगे। वह मुझे कहने लगे कि देखिए अजय भाई साहब मुझे काम शुरू करने में कोई भी परेशानी नहीं है लेकिन यदि आप मुझे बता देते कि आप मुझे सामान किस दाम में देने वाले हैं तो आगे चलकर भी हम लोगों का व्यापार अच्छा रहेगा।

मैंने अभिषेक को सब कुछ बता दिया तो अभिषेक भी मान गए अब अभिषेक ने दिल्ली में काम करना शुरू कर दिया था दिल्ली में हमारे मसाले का कारोबार चलने लगा था और धीरे-धीरे वह और भी आगे बढ़ने लगा। हमारे पास अब दिल्ली से काफ़ी ऑर्डर आने लगा था यह सब अभिषेक की वजह से ही हो पाया था इसलिए अभिषेक को हम लोगों ने दिल्ली में डिस्ट्रीब्यूटर बना दिया था और वही अपने माध्यम से बाजार में सामान बेचा करते थे। मुझे भी काफी मुनाफा हो रहा था इसलिए मैंने दिल्ली में ही अब एक छोटी सी फैक्ट्री डालने के बारे में सोच लिया था जिससे कि थोड़ा बहुत पैसा बच सके। दिल्ली में मैंने अब एक फैक्ट्री शुरू कर दी थी और हम लोगों का मसाला काफी बिकने लगा था इसलिए मुझे अब दिल्ली में ही काम संभालना पड़ा।

मेरे तीनो भाई लखनऊ में ही काम संभाल रहे थे क्योंकि लखनऊ में बहुत ज्यादा काम था इसलिए वहां पर वह तीनों मिलकर काम कर रहे थे। दिल्ली में भी अब काम बहुत अच्छा चलने लगा था अभिषेक से मेरी मुलाकात हर रोज हो जाया करती थी मुझे दिल्ली में और भी लोगों के फोन आ रहे थे लेकिन मैंने सब को मना कर दिया था क्योंकि अभिषेक के साथ मेरा व्यवहार बहुत ही अच्छा था और वह मुझे अच्छा काम भी कर के दे रहे थे मुझे और किसी की जरूरत ही नहीं थी। अब धीरे-धीरे दिल्ली के आसपास के जितने भी छोटे-मोटे इलाके थे वहां तक भी हमारा सामान पहुंचने लगा था अभिषेक के साथ मेरी अच्छी बोल चाल हो गई थी तो मैं उनसे मिलने के लिए उनके घर पर चला जाया करता था। अभिषेक के परिवार में भी अब सब लोग मुझे पहचानने लगे थे और अभिषेक मुझे कहने लगे कि अजय भाई साहब आप की बदौलत ही आज मैंने यह घर खरीदा है। अभिषेक ने कुछ दिनों पहले ही नया घर खरीदा था और वह सब अच्छा कारोबार चलने की वजह से ही हो पाया था। मैंने अभिषेक से कहा कि यदि ऐसा ही काम चलता रहा तो तुम जल्दी और तरक्की कर लोगे अभिषेक कहने लगा हां जी भाई साहब आप बिल्कुल ठीक कह रहे हैं यदि ऐसा ही काम चलता रहा तो जल्द ही और भी तरक्की हो जाएगी।

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अभिषेक न एक दिन अपने घर पर एक छोटी सी पार्टी रखी हुई थी और उस दिन का अभिषेक ने मुझे घर पर डिनर के लिए भी इनवाइट किया था। मैं अभिषेक के घर पर चला गया और जब मैं उस दिन अभिषेक के घर गया तो अभिषेक के पड़ोस में रहने वाली एक महिला भी आई हुई थी मुझे वह बहुत अच्छी लगी अभिषेक ने मुझे बताएं कि उनके पति नहीं है और उनके पति का देहांत कुछ वर्षों पहले हो गया था। मुझे भी तो कोई ऐसा चाहिए था जिससे कि मैं दिल्ली में रह कर बात कर सकूं मैंने उनसे बात करनी शुरू कर दी उनका नाम बबीता है और बबीता से बात करना मुझे अच्छा लगता। हम लोग आपस में बात करते तो मैं उनसे कई बार सेक्स की डिमांड कर दिया करता था लेकिन वह मुझे कहती कि घर में बच्चे होते हैं इसलिए मैं आपको घर पर नहीं बुला सकती।

मैंने उन्हे कहा आप मेरे पास ही आ जाइए लेकिन वह मुझे तड़पाती रहती थी परंतु वह मुझे कितने दिन तक तड़पाती एक दिन मैंने उन्हें अपने घर पर बुला लिया। मैं घर पर अकेला ही रहता था जब वह मेरे पास आई तो मैंने उन्हें अपनी गोद में बैठा लिया और जब मैंने उन्हें गोद में बैठाया तो उनकी गांड से मेरा लंड टकराने लगा था और मुझे भी अच्छा लग रहा था। काफी देर तक मैंने उनके होठों को अपने होठों में लेकर चूमा और गर्मि बढ़ती ही जा रही थी हम दोनों के चुम्मा चाटी के बाद मैंने जब उनके ब्लाउज को खोला तो उनके स्तन मेरे सामने थे। मै अपने हाथो से उनके स्तनों को दबाने लगा जब मैंने उनके स्तनो को मुंह में लिया तो बबीता को भी मजा आने लगा और मुझे भी अच्छा लग रहा था।

मैंने उनके बड़े स्तनों को बहुत देर तक चूसा और उनके स्तनों से मैंने पानी निकालकर रख दिया था उनके स्तनों से खून निकलने लगा था और वह तड़पने लगी थी। वह अपनी चूत के अंदर उंगली कर रही थी और मैंने जब उनकी चूत के अंदर अपनी उंगली को डाला तो वह मुझे कहने लगी मुझे अच्छा लग रहा है। मैंने उनकी चूत के अंदर बाहर अपनी उंगली को करना जारी रखा और उन्हें बहुत ही मजा आ रहा था उनकी चूत गिली हो चुकी थी और गरम भी हो चुकी थी। उनकी चूत से गर्मी इतनी ज्यादा बाहर निकलने लगी थी जैसे ही उनकी चूत के अंदर मेरा लंड प्रवेश होने लगा तो वह खुश होने लगी।

वह मुझसे लिपट चुकी थी मेरा लंड उनकी चूत के अंदर जाते ही वह चिल्लाने लगी और वह बड़ी तेज आवाज मे सिसकिया ले रही थी मैंने अपने हाथ को उनके मुंह पर रखते हुए कहा कि आप आराम से सिसकिया लिजिए कही कोई आ ना जाए लेकिन वह तो बड़ी तेज आवाज म सिसकिया ले रही थी। उनकी सिसकियां इतनी तेज होती कि मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे मेरा माल अभी गिर जाएगा। मुझे बहुत अच्छा लगा लेकिन काफी देर तक ऐसा करने के उपरांत जब मेरा वीर्य बाहर गिरने वाला था तो मैंने अपने वीर्य को बबीता जी की योनि के अंदर ही प्रवेश करवा दिया और अपने लंड को बाहर निकाल कर मैंने अपने लंड को बबीता के मुंह मे डाल दिया।

उन्होंने मेरे लंड को बहुत ही अच्छे से चूसा और मुझे उन्होंने पूरा मजा दिया काफी देर ऐसा करने के बाद जब मेरे लंड दोबारा से तन कर खड़ा हुआ तो उनकी चूत से टपकता हुआ वीर्य अब भी टपक रहा था। मैंने अपने लंड को उनकी गांड पर सटाते हुए अंदर की तरफ को धकेलना शुरू कर दिया था। मैंने जब अपने लंड को उनकी गांड मे घुसाया तो वह चिल्लाने लगी और मुझे कहने लगी मुझे बहुत ज्यादा गर्मी महसूस हो रही है। मैंने बबीता की गांड के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवा दिया था वह कहने लगी तुमने तो आज मेरी पूरे गांड फाड दी है।

मैंने बबीता से कहा कि यही तो मेरा अंदाज है मै ऐसे ही गांड मारता हूं अब उनकी गांड के अंदर बाहर मेरा लोड आसानी से हो रहा था क्योंकि उनकी गांड क चिकनाई बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी और गांड की चिकनाई बहुत ज्यादा बढ़ चुकी थी। मेरा लंड आसानी से गांड के अंदर बाहर हो रहा था जब मेरा वीर्य निकलने वाला था तो मैंने अपने लंड को बबीता के मुंह के अंदर डाला और आपने वीर्य को बबीता के मुंह के अंदर घुसा दिया उन्होने सब चाट कर साफ कर दिया था।

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पड़ोसी की पत्नी https://sexstories.one/padosi-ki-patni-ki-chudai/ Fri, 12 Nov 2021 08:31:16 +0000 https://sexstories.one/?p=4779 मैंने धीरे-धीरे उसकी चूत की रेखाओं का स्वाद चखा, जो बहुत अधिक नमी के साथ थी और वह अपनी जांघों को हिला रही थी, जिससे उसका संभोग के पहले चरण का संकेत मिला। मैं पहले से ही तैयारी के साथ वहाँ गया था क्योंकि मेरे पास कंडोम था...

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Padosi ki patni ki chudai – मैं इंदौर से जॉन हूं और यहां एक कंपनी में सॉफ्टवेयर असिस्टेंट के पद पर कार्यरत हूं। यह धीमी प्रलोभन और पड़ोसी गृहिणी के साथ हॉट वाइल्ड सेक्स की कहानी है। मैं उसे हमारे स्कूल के समय से जानता हूं और हम साथ में पढ़ते रहे हैं, लेकिन कॉलेज के दौरान, उसने किसी और कॉलेज में दाखिला लिया, लेकिन छुट्टियों के दौरान घर वापस आ जाती थी। हां उसका नाम संध्या है और तेज विशेषताओं वाली बहुत प्यारी और खूबसूरत लड़की है। उसका आकार 34-30-34 है एक आदर्श सेक्सी फिगर!

शुरुआत में, यह हमारे बीच सिर्फ हाय और हैलो था और कई बार मुस्कुराता था। और अचानक एक दिन वह हमारे घर चली गई और एक निमंत्रण पत्र दिया कि वह अगले महीने शादी कर रही है और चाहती है कि हम इसमें शामिल हों।
ऐसा लगा जैसे मैंने शादी से पहले उसे गुनगुनाने का एक बड़ा मौका गंवा दिया लेकिन कौन जानता था कि यह हमारे बीच के समीकरण को बदल देगा।

एक दिन, मैंने उसे शादी के ठीक 3 महीने बाद छत पर एक कप कॉफी पीते हुए देखा और मैंने सिर्फ “हाय” कहा और उससे बातचीत की कि उसकी शादी और अन्य सभी चीजें कैसी हैं।

उसे इतनी दिलचस्पी नहीं लग रही थी और उसने कहा कि क्या हम कहीं बाहर एक कप कॉफी के लिए जा सकते हैं और मैंने इसे सामान्य समझा और उसे बाहर ले गया।

जब मैं बाइक चला रहा था तो वह मुझे पकड़ रही थी, हालांकि धीमी गति के कारण इसकी आवश्यकता नहीं थी जिस पर मैं सवारी कर रहा था। उसने मुझे पीछे से गले लगाया और कॉफी शॉप पहुंचने पर एक शब्द भी नहीं बोला, उसने कहा कि मैं तुम्हें लंबे समय से पसंद कर रही हूं लेकिन कभी भी इसे आपसे व्यक्त नहीं कर सकती और सोचा कि शादी के बाद मैं भूल जाऊंगा और आगे बढ़ूंगा लेकिन यह है मामला नहीं।

मैं यहाँ कुछ समय अकेले बिताने के लिए वापस आया क्योंकि मैं अपने वैवाहिक जीवन में उतना खुश नहीं हूँ और मैंने अपना हाथ मजबूती से पकड़ रखा है। मैं असमंजस में था लेकिन मेरा डिक स्पष्ट था कि मैं उसे जल्द ही बिस्तर पर लिटाने जा रहा हूं। हम वापस घर पहुँचे और अगले दिन उसके माता-पिता एक समारोह के लिए गए और वह अपने घर पर रुकी रही। मैं उसके बारे में सोच रहा था और जिस तरह से चीजें बदलीं।

शाम को एक फोन आया कि मुझे उसे रात के खाने के लिए बाहर ले जाने के लिए कहा, लेकिन मैंने कहा कि हम इसे आपके घर पर रख सकते हैं क्योंकि कोई भी हमारे पड़ोसी होने पर संदेह नहीं करेगा।

इसलिए इसकी योजना बनाई और मैं शराब की बोतल और ढेर सारी चॉकलेट लेकर पहुंचा। शुरू में हम बस बातें कर रहे थे और धीरे-धीरे एक दूसरे के करीब आ गए और हमारी जांघें छू रही थीं। इससे मेरे शरीर में एक झटका लगा और मैं अपने उठे हुए डिक में दबाव महसूस कर सकता था। वह शीशा उठाने के बहाने आगे आई और गहरी घाटी के साथ अपनी भरपूर दरार का प्रदर्शन किया। चिढ़ाने वाले स्वभाव से उसके बूब्स को मेरी नाक पर थोड़ा सा ब्रश किया और पलक झपकते ही मुस्कुरा कर किचन में चली गई।

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हां, मैं यह उल्लेख करना भूल जाता हूं कि उसने स्ट्रैपलेस ब्रा के साथ एक ढीली टी-शर्ट पहनी हुई थी और उसके घुटने तक स्कर्ट थी क्योंकि यह गर्मी की गर्मी के अनुकूल था। लेकिन इसके बजाय, उसने मुझमें गर्मी बढ़ा दी थी।

मैंने बस उसका हाथ थाम लिया और एक तेज प्रतिक्रिया के साथ उसे पीछे कर दिया, वह मेरे सीने पर झुक गई और सख्त निपल्स को सहलाते हुए अपने स्पंजी स्तनों को दबा दिया।

मैंने अपना हाथ उसके कूल्हे पर रखा और उसके नरम मांस को महसूस करने के लिए शर्ट को बगल की तरफ घुमाया.. यह इतना चिकना था कि मैं उसे सुखाकर ही एक भार सह सकता था।

और मुझे नहीं पता था कि उसे क्या ले गया, उसने मुझे इतनी बेतहाशा स्मूच करना शुरू कर दिया जैसे कि वह इस पल का सालों से इंतजार कर रही हो।

हमारा स्मूच काफी देर तक चला कि हमने एक-दूसरे के होठों, सबसे छोटे और उसकी मीठी लार को भी खंगाला।

और मैंने उसकी स्कर्ट को थाम लिया और उसकी टी-शर्ट को फाड़ने के लिए अपना हाथ घुमाया और स्पंजी मांस के खूबसूरत ग्लोब पर थपथपाया, जो सबसे अच्छा चूसा जाने की प्रतीक्षा कर रहा था। उसके नुकीले निप्पल नुकीले चाकू की तरह इतने सीधे थे कि उसके उत्तेजित होने का तरीका दिखा रहे थे।

और कुछ ही समय में हम अपने कपड़े उतार कर हॉल में सोफे पर बेतहाशा किस कर रहे थे और उसने धीरे से मेरे कानों में कहा कि वह अपने कॉलेज के समय से इस पल का इंतजार कर रही है। मैंने उसके स्तनों पर बची हुई शराब डालकर और चूत को चमकाकर उसे यहाँ से ले लिया और उसे बेतहाशा चूसना शुरू कर दिया। वह अपने बेतहाशा तरीके से कराह रही थी और इस तरह के और अधिक चूसने के लिए कह रही थी क्योंकि उसने कभी भी ऐसी जंगली जीभ बकवास का अनुभव नहीं किया था।

मैंने धीरे-धीरे उसकी चूत की रेखाओं का स्वाद चखा, जो बहुत अधिक नमी के साथ थी और वह अपनी जांघों को हिला रही थी, जिससे उसका संभोग के पहले चरण का संकेत मिला।

मैं पहले से ही तैयारी के साथ वहाँ गया था क्योंकि मेरे पास कंडोम था और उसे बाहर निकालना शुरू कर दिया और उसने कहा कि मैं तुम्हें कच्चा और कठोर महसूस करना चाहती हूँ इसलिए आगे बढ़ो मैं गोलियाँ ले लूँगा।

इसने मुझे ऐसी सुंदरता को बिना कंडोम के गुनगुनाने का मौका दिया। उसने मुझे लेटने के लिए कहा और मेरे सीने को पकड़े हुए मेरे ऊपर आ गई, वह मेरे सीधे लंड पर बैठ गई और पूरी ताकत से कूदने लगी और अपने 34b स्तनों को हथकंडा बनाने लगी और जब तक वह मेरी सवारी कर रही थी, मैंने उसे पकड़ रखा था।

वहाँ पर मैंने इस हॉट कुतिया को कुत्ते की शैली में चोदने और उसके चूतड़ों को पीटने की अपनी शुरुआत और कल्पना की और सही जगह पर मामूली वसा के साथ पतले कूल्हों को पकड़ना बहुत बढ़िया एहसास था।

आपको अच्छा लगेगा जब आप किसी लड़की को डॉगी स्टाइल में चोद रहे हों और वह उठकर अपनी नंगी पीठ को अपने शरीर से छू ले और आप उसके स्तन पकड़ कर उसकी गर्दन को चूम लें.. यह एक अनुभव और अवर्णनीय अनुभव है।

हमने एक-दूसरे को सोफे पर चोदना शुरू किया और उसके बाद बिस्तर पर और यहां तक ​​कि शॉवर भी अकेला छोड़ दिया। हमने एक-दूसरे को चम्मच देने की कल्पना की कोशिश की और पूरी रात उसके साथ सोए और सुबह-सुबह संध्या द्वारा घुटनों पर हाथ फेरते हुए उसकी आँखों पर मुस्कान और उम्मीद के साथ उठा।

यह तब तक जारी रहा जब तक वह अपनी माँ के यहाँ छुट्टी पर नहीं थी। हम अभी भी उसके घर या इंदौर में अपने स्नातक कक्ष में एक साथ कुछ निजी समय का आनंद लेते हैं .. अब 2 साल हो गए हैं और बिना किसी तार के अवैध और सुखद संबंध एक सुंदर अंत में आ गए क्योंकि वह गर्भवती हो गई और अमेरिका चली गई। अपने पति के साथ। मुझे यकीन है कि मैं उसकी गर्भावस्था का कारण नहीं हूं क्योंकि हमारी योजना स्पष्ट थी कि हम कोई बंधन नहीं रखेंगे और केवल शुद्ध मनोरंजन और यौन संबंध होंगे।

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ऐसी पड़ोसन सबको मिले.. https://sexstories.one/chudas-padosan-ko-chod-daala/ Sat, 06 Nov 2021 07:12:16 +0000 https://sexstories.one/?p=3294 उसके बाद मैने अपना लंड उसकी चूत पे टीका दिया और उसके पैरो को फोल्ड करके उसके मूउः तक ले आया और अपने लंड का प्रेसूर्रे उसकी चूत पे बनाने लगा उसके मूउः से आवाज़ आने लगी वो एंजाय कर री थी शायड. उसके बाद मई अपने लंड को...

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Chudas Padosan ko Chod daala हेलो फ्रेंड्स ! काफ़ी टाइम से सोच राह था की कोई स्टोरी लिखू , सो अब जाके टाइम मिल पाया है मेरा नाम रोहित है. मैं उत्तर प्रदेश गाज़ियाबाद का रहने वाला हूँ. मेरी हाइट 5 फिट 8 इंच है. बॉडी भी मस्त है. ये मेरी पहली सेक्स कहानी है, गलती को नजर अंदाज कर दीजिएगा. मेरा लंड इतना बड़ा है की मई किसी भी लड़की की ज़रूरत को पूरा कर सकता हू . मई जनता हू की सभी लड़कियो को और भाभी जी को उत्सुकता होगी मेरे लंड के साइज़ को जानने की सो बता देता हू . मेरा लंड 8 इनचसे बड़ा है ३ इंच मोटा है.

अब कहानी पार आते है मेरा एक फ्रेंड है उसकी आगे 29 य्र्स ओल्ड है हमारा घर आस पास ही है . घर की वॉल लगी हुई है . उसकी एक सिस्टर है जो अभी अभी 18 की हुई है लास्ट वीक ही . मैने उससे वैसे देखा है सुंदर है काफ़ी स्लिम लंबी और गोरी भी. कोई भी लड़का उस्स पर मार मिट जाए इतनी सुन्दार. मुझे अची लगी है वो पर कभी बोल नि पाया दोस्ती के कारण. वो मेरी सिस्टर की भी फ्रेंड है बहुत अची. घर आना जाना है उसका. मेरे घरवाले एक शादी मई गये थे
मई अकेला था घर पर. जब मई अकेला होता हू तो बहुत मस्ती करता हू. मुझे न्यूडिटी से बहुत प्यार है, मुझे नंगा रहना बहुत पसंद है . मई नंगे नगे ही घर के सारे काम करता हू. म्यूज़िक लगा के डॅन्स भी .

जब मई अकेला था तो मेरी दूर्वेल्ल बाजी , मुझे लगा की कोई मेरा ही फ्रेंड होगा. जल्दी से मैने टवल लपेट ली. पर मई अप्पर नंगा ही था और टवल के अंदर भी , जब मैने गेट ओपन किया तो वो ही थी .शी स्माइल्स और बोली की भैया ये खाना मम्मी ने भेजा है आपके लिए . मैने काह ओक अंदार्र आजओ. वो बोली नही पर वो अंदर आना छाती थी . वो मेरे चेस्ट को बार बार देख री थी ,वो अंदर आके बैठ गी मेरे दोबारा कहने पार मैने कह रूको मई तुमहरे लिए चाइ लेके आता हू .

पहले तो माना कर्नेलागी फिर मान गयी ये बोलके की वो भी अभी अकेली है घर पे मम्मी मार्केट गयी है मई उसके सामने बैठ गया गया और उससे बात करने लगा. उसके बारे मई जानने लगा तभी धयन आया की मैने तो चाइ बनानाए को रख दी है जल्दी मई उठा वैसे ही मेरी टवल टेबल मई फास गी औट खुल गी . उसने मेरे बट्स को देख लिया और मेरी नज़रे उससे मिल गी मैने जल्दी से टवल लपेटा और किचन मई चाइ लेने चला गया.चाइ लेके आया तो शी वाज़ स्माइलिंग उससे देख कर मई भी स्माइल कर दिया . मैने उससे बोला तोड़ा साइड हो मई उसके पास ही आकर बैठ गया.

मैने उससे बोला की चाइ पीलो . तभी वो बोली क इएक ग्लास पानी देव दो, मई उठा और फिर से मेरी टवल फास गयी और फिर से खुल गयी और मेरा पैर भी फास गेया टेबल ई साइड मई और मई उसके अप्पर आ गिरा, मैने काफ़ी कंट्रोल किया काफ़ी फिर भी मेरा एक हॅंड उसके बूब्स पर जाके रुका और एक हॅंड साइड मई होठ होठसे जा लगे…

Sexy kahani रिश्तेदार के भाई की सेक्सी बेटी

मई तो खो सा गाय उंसकी होटकी सुंदरता मई. जैसे ही उठने को हुआ मेरा हॅंड चाइ पे लगा और चाइ मेरे हॅंड पे फैल गयी मई जल्दी से ही बातरूम की तरफ गया.

मुझे बा कुछ समझ न ई आ रहा था आज क्या हो राहा है

तभी मेरे माइंड ने अपनी शैतानी बत्ती जला दी और मैने उससे आवाज़ दी .

वो जैसे ही रूम मई आई मैने उससे काज़ के पकड़ लिया पीछे से और उसकी गर्दन पर किस करने लगा और उसके कान को जीब से चाटने लगा, वो मेरा साथ देने लगगी मैने उससेके होतो पे किस किया उसके होतो को मूउः म्भर लिया अपनी जीब से उसकी जीब भर ली उसके बूबसको दबाने लगा

थोड़ी देर के बाद मैने उसके गोदी मई लिया और बेड पे डाल दिया और उसके अप्पर आ गया. उसके टॉप को अप्पर किया और उसके पेट पे किस करने लगा मज़ा आने लगा मुझे और उसके मूउः से आवाज़ आने लगी .

उसका टॉप उतार दिया मैने उसने अंदर कुछ नि पहना था उसे दो कबूतर आज़ाद थे मैने एक एक करके दोनो चूसना सुरू किया मज़ा आ राह था दोनो को . मैने उसकी शॉर्ट का बटन खोलडिया और उससे नीचे की तरफ खीच दिया और पैरो मई लेके उतार दिया. वओ क्या लग री थी वो उसकी टाँगे कितनी सुंदर थी हिरनी जैसी अब वो मेरे सामने पनटी मई थी ब्लॅक कलर की . क्या क्यमत लग री थी वो

मैने अपना मूउः अप्पर से ही टीका दिया उसकी चूत चाटने लगा और वो पागल से होने लगी. चूत की साइड को मई उंगली से रब करने लगा. उसके बात उसकी चड्डी उतार दी मैने. उसकी चूत पे सुनहरे बाल थे छोटे छोटेउसकी चूत की सुंदरता की मई क्या तारीफ करू , जितनी करू उतनी काम है . इतनी सुंदर छूट हर किसी लड़की नि होती , वैसे सभी चूत सुन्दर होती है.

उसके बाद मैने अपना लंड उसकी चूत पे टीका दिया और उसके पैरो को फोल्ड करके उसके मूउः तक ले आया और अपने लंड का प्रेसूर्रे उसकी चूत पे बनाने लगा उसके मूउः से आवाज़ आने लगी वो एंजाय कर री थी शायड. उसके बाद मई अपने लंड को उक्सी चूत मई घुसना लगा वो बोली की दर्द हो रहा है मैने अपना लंड बाहर निकाल लिया और उसकी चूत को फिर से चाटने लगा इश्स बार मैने उसकी चूत को अंदर तक चटा और रास्ते को पूरा गीला कर दिया जीब सेआब मैने फिर से अपना लंड उसकी चूत पे टीका दिया और फिर एक शॉट मई अपना पूरा लंड उसकी चूत मई उतार दिया अंदर तक.

उसकी चीक्क निकल गयी , वो अपने अप्पर से हटाने की कोशिश करने लगी पर वो मुझे नि हटा पाई मई थोड़ी देर ईयसे ही रहा और वो चीकती छिलाती रही उसकी आवाज़ मई एक लगा एहस्सा तोउसके बाद मैने अपना लंड बाहर निकाला तो देखा की मेरा लंड पर ब्लड लगा है , पर ज़डा नि था और उसकी छूट पे भी तोड़ा सा ही सा और फिर से एक बार मैने पाना लंड अंदर डाला.अब मई धक्के दें लगा. उसकी चूत मेरे लंड से ऐसे चिपक गी जैसे जन्मो का साथ हो चूत और लंड का.

उसने मेरे लंड को काज़ के पकड़ किया वो मेरेल अंड के साथ आयेज पीछे होने लगी.

हमारी चुदाई चल ही री थी तभी उसकी मा का फोन आ गया. उसने फोन उठाया तो पता चली की वो घर आ गयी है और गेट पर उसका इंतज़ार कर री है .हमारी चुदाई अधूरी रह गी उसने कपड़े पहने और वो अपने घर चली गयी.

उसके बाद हम दो दिन के बाद फिर से मिले. बोल री थी की अब उसको बहुत खुजली हो री है .

आप लोगो को फिर बतौँगा कभी की आयेज मैईएन कैसे उसकी चूत ली खुल के और गॅंड भी. अभी तक मैने काफ़ी लड़कियो की सील ब्रेक की है और सभी को सेक्स मई फुल सॅंटुस्त किया है Kai बार की चुदाई के बाद तो हम दोनों ने बहुत बार सेक्स किया और बहुत मजा लिया. वो सेक्स कहानी फिर कभी लिखूंगा.

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भाभी संग चूत से खेली मुठ की होली https://sexstories.one/padosan-bhabhi-ki-chudayi/ Fri, 13 Nov 2020 04:57:04 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%97-%e0%a4%9a%e0%a5%82%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%96%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%a0-%e0%a4%95%e0%a5%80/ हेलो फ्रेंड्स मैं जोधपुर में पला हुआ हूँ| आज मुझे भी ऐसा लगा की मैं अपनी सच्ची स्टोरी आप सभी से शेयर करूँ तो मैं आज आप सभी को अपनी एक सच्ची स्टोरी सुनाने जा ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हेलो फ्रेंड्स मैं जोधपुर में पला हुआ हूँ| आज मुझे भी ऐसा लगा की मैं अपनी सच्ची स्टोरी आप सभी से शेयर करूँ तो मैं आज आप सभी को अपनी एक सच्ची स्टोरी सुनाने जा रहा हूँ| दोस्तो मेरा नाम विजय है और मेरे घर में पिछले 3 महीनों से एक नये किरायेदार रहने के लिए आए हुए है| उनकी फॅमिली में 3 लोग है भाभी, भैया और उनकी एक छोटी लड़की और वो लोग मेरे घर के सबसे उपर वेल हिस्से में रहते हैं| bhabhi ki chudayi

जहाँ पर 3 रूम है और एक किचन है और एक टाय्लेट बाथरूम अटॅच है| भाभी के पति वीक में 5 दिन बाहर रहते हैं और सनडे को ही पूरा दिन साथ में रहते थे| भाभी दिखने में अच्छी थी और उन्हे देखकर लगता था की शादी को केवल अभी 3 या 4 साल हुए हैं| मेरा रूम भी छत पर ही था|

भाभी रात तक काम करती थीं और वो मेरे सामने कई बार आती जाती थीं … क्यूंकी किचन रूम के बाहर था और इतना ज़्यादा बार बार दिखने की वजह से मेरा मन उनको बार बार देखने को होता था| और मैं छत पर कुछ समान फैंकने के बहाने या फोन पर बात करने के बहाने से उनके सामने बार बार जाता था|

फिर मैं रात को भी उनके बारे में सोचने लगा| bhabhi ki chudayi

उनके ख़याल से ही मेरा 7 इंच का लम्बा लंड खड़ा हो जाता था| तभी मैने एक प्लान बनाया क्यूँ ना भाभी से बात की जाए और फ्रेंडशिप बढाई जाए और फिर मैं उनसे कभी पानी मगाने के बहाने जाता या कुछ और काम से और मैने उनसे बाते करना शुरू कर दिया| धीरे-धीरे हमारी दोस्ती बढ़ने लगी और मैं उनसे बहुत सी बातें करने लगा| उनको कोई समान माँगना होता तो वो मुझसे कहने लगती थीं और धीरे-धीरे वो मुझे बहुत अच्छी लगने लगी|

तभी एक दिन मैने इनसे कहा भाभी हम फिल्म देखने चले तो उन्होने मना कर दिया और यह सुनकर मुझे उनके उपर बहुत गुस्सा आया…. लेकिन मैं क्या कर सकता था ?  फिर एक दिन मैं कंप्यूटर पर थोड़ी तेज़ आवाज़ में गाने सुन रहा था तो भाभी मेरे रूम में आई और उन्होने मुझसे कहा की क्या तुम्हारे पास कंप्यूटर है ?  और तुमने मुझे कभी बताया ही नही वो क्यों ?  फिर मैने उनसे बोला की इसमें बताने वाली क्या बात है ?  तो उन्होने कहा की उन्होने पिछले 6 महीनो से कोई नयी फिल्म नही देखी है और बोली एक अच्छी सी फिल्म की डीवीडी लेकर आओ और हम साथ में फिल्म देखेंगे|

तभी मैने कहा ठीक है और फिर मैने उनसे पूछा की क्या आपको इंग्लिश फिल्म पसंद है ? bhabhi ki chudayi

वो बोली- हाँ| bhabhi ki chudayi

मैने कहा की मेरे कंप्यूटर में 100 से ज़्यादा फिल्म है क्या आप देखोगी ?  उन्होने कहा की हाँ लेकिन खाना खाने के बाद| मैने कहा कि ठीक है और वो जल्दी से खाना बनाने चली गयी और मैने भी खाना खाने के बाद अपने रूम का डोर बंद कर दिया और लाइट बुझा दी और मुझे लगा की भाभी नही आने वाली है तो मैने क्या किया की अपने कपड़े उतारे और केवल अपनी चड्डी में ही सो गया|

रात को करीब 11:30 बजे मेरे रूम के डोर पर आवाज़ हुई तो मैने झटके से डोर खोला तो क्या देखा भाभी सामने खड़ी है और मई उनके सामने चड्डी में ही था और मैने इस पर पर ज़्यादा ध्यान नही दिया और फिर मैने उनसे बोला की मुझे लगा की आप नही आयोगी… तो उन्होने कहा की चलो अंदर चल कर बात करें| तभी यह सुनकर मेरा लंड एकदम खड़ा होने लगा… खैर मैने उनके सामने शर्ट पहनी और बैठ गया| वो बोली मैं सोच रही थी की बेबी सो जाए तब आराम से फिल्म देखेंगे| भाभी ने उस समय सूट पहन रख था और दुपट्टा नही डाला हुआ था और मेरी नज़ारे बार बार उनकी चूची को देख रही थी और तभी भाभी ने मुझे फिल्म चलाने को कहा और मैने फिल्म चलाई|

Poos ki raat me padosi ki chudai aur sex chat chudai

45 मिनिट देखने के बाद भाभी बोली की कोई हिन्दी फिल्म नही है तुम्हारे पास ? bhabhi ki chudayi

तभी मैने कहा की एक है तो उन्होने कहा की चलो तो मैने बोला की ठीक है और मैने मर्डर फिल्म लगा दी… फिल्म चलने लगी भाभी सोफे पर लेट कर फिल्म देख रही थी और मैं अपने बिस्तेर पर|

फिर जब फिल्म चल रही थी तो मैं भाभी को बार बार देख रहा था और भाभी भी कभी कभी मुझे देखती तभी बहुत गरम सीन शुरू हुआ और भाभी मुझे धीरे से देखकर मंद मंद मुस्कुरई| और मैं भाभी को धीरे से देखता और मुस्कुरा देता| तभी मैने भाभी से कहा की आप बिस्तर पर आराम से लेटो और मैं सोफे पर लेट जाता हूँ| तभी उन्होने कहा कि ठीक है और मैं उठकर गया और फिर मेरे लंड ने मेरे कपड़ो में टेंट बनाया हुआ था और भाभी ने भी यह देख लिया था और उन्होने लंड को देखकर अपनी गर्दन को हल्का सा घुमा लिया और मूह उधर की तरफ घुमा कर हल्का सा मुस्कुरई| मुझे यह देखकर माज़ा आ गया| फिर मैं सोफे पर लेट गया और भाभी बिस्तेर पर आराम से लेटी हुई थी| मेरा लंड एकदम लम्बा सरिया बन चुका था… मन तो कर रहा था की अभी भाभी को लिटाकर पूरा का पूरा लंड उनकी चूत में डाल दूँ लेकिन हिम्मत नही हो रही थी|

तभी मैने अपने लंड पर बार बार हाथ फेरना शुरू किया.. sexy bhabhi ki chudai

और मैं भाभी को भी देख रहा था और वो भी हल्का हल्का मुस्कुराती और जब उनसे मेरी नज़ारे मिली तभी फिल्म ख़तम हो गयी और फिर मैने दूसरी इंग्लिश फिल्म जो की हिन्दी में डब थी वो लगा दी| फिल्म चलते चलते 2 बाज चुके थे और भाभी को जब मैने मुड़कर देखा तो वो किसी भी तरह से नही हिल रही थी| फिर मैने उठकर उनको पास से देखा क्या  ग़ज़ब लग रही थी… मैने मोबाइल की लाइट जला कर देखा तो वो सो चुकी थी|

मेरे लंड का बुरा हाल हो चुका था और फिर मैने हिम्मत की और उनके पास में लेट गया| करीब 20 मिनिट लेटने के बाद मैने धीरे से उनको टच किया… लेकिन वो कुछ नही बोली और मैने फिर से उनको कसकर टच किया  और उनकी पीठ पर हाथ फेरा तो उन्होने कोई विरोध नही किया और मैने धीरे से उनकी चूत सहलाई| क्या बताऊ दोस्तो दिल की धड़कन तेज़ी से बढ़ती जा रही थी और इतना मज़ा आ रहा था की क्या बताऊ और अब डर पूरी तरह से ख़तम हो चुका था|

मैने उनके सूट के अंदर हाथ डालकर चूचियो को दबाना शुरू किया और उनके निप्पल को रगड़ना शुरू किया| लेकिन यह सब ठीक से नही हो पा रहा था| बार बार ब्रा बीच में फँस रही थी| फिर मैने भाभी का सूट उतारा और जब सूट पीठ तक आया तो उपर नही हो पा रहा था| तभी मैने भाभी को हल्का सा उपर उठाया और मैं क्या बताऊ दोस्तो… मैं उनके उपर कूद पड़ा और उनको पागलो की तरह किस करने लगा|

तभी भाभी उठी और उन्होने अपनी सलवार को भो उतार दिया| bhabhi ki chudayi

मैने उनकी चूचियो को मूह में लिया और ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा| मुझे इतना मज़ा कभी नही आया था और मैने उनको बहुत देर तक चूसा, चांटा और दबाया| तभी मैने अपनी शर्ट और चड्डी उतार दी और मेरा लंड भाभी की नाभि और उनके पेट पर लग रहा था|

मैने एक हाथ से उनकी पेंटी को उतरा और उनकी चूत को सहलाने लगा… उनकी चूत पर बहुत छोटे-छोटे बाल थे| लगता था 5 दिन पहले उन्होने अपनी झांटे सॉफ की थी और फिर मैने बीच की उंगली को उनकी चूत में डाल दिया| उनकी चूत से पानी निकल रहा था और मैं उनकी चूचियो को लगातार चूस रहा था|

अब भाभी ने कहा की बस ब मुझसे रहा नही जाता… प्लीज़ डालो ना इसे मेरी चूत में| बहुत दिनों से यह लंड की प्यासी है प्लीज़| तभी मुझे और भी जोश आ गया और मैने अपना लंड उनकी चूत पर सेट किया और जोश में आकर एक ज़ोर का झटका मारा और मेरा पूरा लंड उनकी गीली चूत में एक बार में चला गया और उनके चेहरे से सॉफ पता चल रहा था की उनको कितना दर्द हुआ है|

थोड़ी देर बाद वो सिस्कारियां लेने लगी और मैं धीरे-धीरे लंड को चूत में आगे पीछे करने लगा और चुदाई में वयस्त हो गया| फिर करीब 20 मिनिट की चुदाई के बाद मैं उनकी चूत में ही झड़ गया और पूरा का पूरा मुठ चूत में डाल दिया और उनके उपर ही पड़ा रहा और उनकी चूचियो को चूसने लगा और वो मस्त होकर चुदाई के मज़े ले रही थी और कुछ देर बाद में मैं उठा और अपना लंड बहार निकला तो पूरी बेडशीट मुठ से गीली हो चुकी थी|

फिर हमने उठकर कपड़े पहने और भाभी अपने रूम पर चली गयी… bhabhi ki chudayi

लेकिन उसके बाद हमारी चुदाई के सिलसिला जारी रहा और हमने बहुत बार चुदाई का मज़ा लिया|

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मेरी चुदास पड़ोसन https://sexstories.one/meri-chudas-padosan/ Sun, 04 Oct 2020 22:01:39 +0000 https://sexstories.one/?p=307 मुझे उसकी चूत से कुछ बहने का अहसास हुआ, नीचे देखा तो उसकी चूत पूरी खून से भरी हुई थी। मैंने इस पर ध्यान ना देते हुए एक और जोर का झटका दिया जिससे मेरा तीन चौथाई लण्ड उसकी चूत में समा गया। इस झटके के लिए वो तैयार नहीं थी। और इस झटके के साथ ही जिया अपना सर जोर जोर से इधर उधर पटकने लगी।

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प्यारे दोस्तो, मेरा नाम वीरू, बीस साल का हूँ। Hindi Sex Stories Antarvasna Kamukta Sex Kahani Indian Sex Chudai मैं कॉलेज के प्रथम वर्ष में हूँ। मैं एक मध्यवर्गीय परिवार से हूँ। मैं शर्मीले स्वभाव का सीधा सा दिखने वाला लड़का हूँ, राजस्थान के श्री गंगानगर में रहता हूँ।

मैं आपको अपनी पड़ोसन जिया के साथ हुए पहला अनुभव बताने जा रहा हूँ। वह 18 साल की एक ख़ूबसूरत और गोरी-चिट्टी लड़की है, उसकी चूचियाँ इतनी मदमस्त कर देने वाली हैं कि किसी का भी लण्ड खड़ा हो जाए। मेरा और उसका घर एक दम साथ-साथ था। मेरे को वो बहुत अच्छी लगती थी। पर मैं उससे कभी बात नहीं कर पाया, मेरा मन बहुत करता था उससे बात करने का और उसको पटाने का, पर यह कैसे होगा समझ नहीं आता था।

मेरे को एक आईडिया आया, उसका एक छोटा भाई था राहुल। मैंने उसको पटाने की सोची, अगर इसको पटा लिया तो जिया को पटाना आसान हो जायेगा। इसलिए मैं जिया के भाई को पटाने लगा और उसके साथ खेल खेलने लगा। उसको अपने घर पर बुला कर पीसी पर गेम भी खिलाता, इस तरह वो मेरे साथ रहने लग गया और कभी कभी मैं भी उसके घर भी चला जाता। कुछ समय बाद जिया से भी मेरी थोड़ी-थोड़ी बातें होने लग गई और हम एक साथ मिल कर खेलने लग गए।

पर मैं तो जिया को पटा कर चोदना चाहता था, पर कैसे हो सकता था। मैं नए-नए आईडिया सोचने लग गया कि किस तरह जिया को चोदूँ, मेरे मन में फ़िर एक आईडिया आया।

Kamukta & Antarvasna Hindi sex story – किरायेदार की बीवी की सील तोड़ी

मैं एक ब्लू फिल्म की सीडी लेकर आया, उस दिन उसके घर वाले बाहर गए हुए थे। मैंने अपनी छत से उसकी छत पर पर उस सीडी को फेंक दिया और अपनी छत पर घूमने लग गया। उसने मुझे देखा और वो भी छत पर आ गई और आते ही उसको वो सीडी मिल गई। वो मेरे पास उस सीडी को ले कर आई और बोली- यह सीडी छत पर मिली है।

मैंने पूछा- क्या है इसमें ?

तो उसने बोला- मुझे नहीं पता, मुझे तो छत पर पड़ी मिली है।

मैं उससे कहा- चलो देखते हैं कि क्या है इसमें !

तो वो राजी हो गई और मैं अपनी छत से उसकी छत पर आकर उसके घर पर चला गया।

वो जाते ही सीडी प्लेयर में उस सीडी को लगाने लगी। मेरा दिल बहुत जोर जोर से धक-धक कर रहा था, पता नहीं क्या होगा। कहीं उसने अपने घर वालों को इसके बारे में बता दिया तो?

मैं बहुत डर गया था।

उसने सीडी लगा कर टीवी ऑन किया। मैं अभी भी डर रहा था और टीवी चालू होते ही एक लड़का और एक लड़की आपस बातें कर रहे थे।

उसने मुझ से कहा- यह कोई हॉलीवुड फिल्म लगती है !थोड़ी देर में उस लड़के ने उस लड़की के सारे कपड़े उतार दिए। उसने एक दम अनजान की तरह कहा- ये क्या कर रहे हैं?

तो मैंने उससे कहा- यह एक ब्लू फिल्म है। पहले नहीं देखी क्या कभी ? उसने कहा- नहीं तो।

Kamukta & Antarvasna Hindi sex story – लंड और गांड का मिलन

फिर धीरे धीरे वो लड़का उस लड़की की चूचियाँ दबाने और चूसने लग गया। उस लड़की ने उस लड़के के भी सारे कपड़े उतार दिए और फिर उसका लण्ड चूसने लग गई।

उसने कहा- मुझे तो शर्म आ रही है, कितने गंदे है ये।

मैंने उससे कहा- ऐसे तो सब लोग ही करते हैं, इसको ही तो सेक्स बोलते हैं।

मैंने उससे पूछा- तूने कभी सेक्स किया है?

उसने कहा- नहीं किया।

मैंने उससे कहा- इसमें बहुत मजा आता है।

तभी मैंने उसके पास जाकर बैठ गया और अपना हाथ धीरे उसकी चूचियों पर रखा, तो उसने मेरा हाथ हटा दिया और बोली- यह क्या कर रहे हो तुम?

मैंने कुछ न बोलते हुए फिर से अपना हाथ उसकी चूचियों पर रखा और उसके टॉप के ऊपर से चूचियाँ दबाने लगा। उस समय उसकी शक्ल देख कर ऐसा लग रहा था कि उसको मजा आ रहा था। फिर मैं दोनों चूचियों को एक साथ मसल मसल कर दबाने से ऐसा लगा और फिर मैं उसके टॉप मैं हाथ डाल कर चूचियों दबाने लगा और वो सिसकियाँ लेने गई। अब मुझे पता चल गया कि उसको मजे आ रहे हैं।

मैंने उसको पूछा- मज़ा आ रहा है क्या?

तो उसने कहा- हाँ, आ रहा है। क्या इसको ही सेक्स कहते हैं?

मैंने कहा- अभी तो कुछ भी नहीं हुआ है, अभी तो और बहुत मजे आयेंगे।

Kamukta & Antarvasna Hindi sex story – ट्रैन में माँ को अजनबी ने चोदा

उसने- कहा कैसे?

तो मैं कहा- तुझे मेरा साथ देना होगा !

तो उसने हामी भर दी।

मैंने उसका टॉप और जींस उतार दी। उसने लाल रंग की ब्रा और पैंटी पहन रखी थी। वो बहुत ही गोरी थी और गोरे रंग पर लाल रंग बहुत सुन्दर लग रहा था। फिर मैंने दोनों को उतार फेंका। मैं पहली बार किसी लड़की की नंगी चूत के दर्शन कर रहा था, उसकी चूत में हल्के भूरे रंग के बाल थे।

उसने कहा- मुझे शर्म आ रही है !

और उसने अपने दोनों हाथ अपनी चूत और मोमो पर लगा लिए।

मैंने कहा- इसमें शर्माने की क्या बात है? सेक्स तो नंगे होकर ही किया जाता है।

मैंने प्यार से उसके दोनों हाथ हटा दिए और उसकी दोनों चूचियों को चूमने लगा तो वह पागल होने लगी। मैंने दूसरा हाथ उसकी चूत पर रखा, उसकी चूत एक दम गीली हो चुकी थी। अब मैं समझ गया कि ज़िया एक दम चुदने को तैयार है।

पर मैं उस को इतनी जल्दी नहीं चोदना चाहता था। इसलिए मैं उसकी चूत में अपनी एक उंगली डालने लगा और थोड़ी सी उंगली अन्दर जाते ही वह चिहुँक उठी,”दर्द हो रहा है।”

तो मैंने कहा,”जान पहली बार ज़रा दर्द होता है, आज तो इस दर्द सहन करना ही पड़ेगा।”

Kamukta & Antarvasna Hindi sex story – कामिनी और दिव्या

उसने कहा,” ठीक है।”

फिर मैं उसको ऊँगली से चोदने लगा और उसके मुँह से सी सी की आवाज आ रही थी। फिर मैंने उसको मेरी शर्ट-पैंट उतारने के लिए बोला।

उसने कहा- मुझे शर्म आ रही है।

मैंने कहा- अब काहे की शर्म !

और मेरे कपड़े उतारने के लिए बोला तो उसने मेरी शर्ट-पैंट उतार दी और लगे हाथ अण्डरवियर भी उतारने को बोला। ना ना करते हुए उसने उसको भी उतार ही दिया। उसने मेरा लण्ड देखा और अपनी आँखें बंद कर ली।

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बगलवाली मस्त पड़ोसन https://sexstories.one/mast-padosan-ki-chudai/ Wed, 06 May 2020 14:17:01 +0000 https://sexstories.one/?p=887 अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार. मेरा नाम आकाश हें. मेनें मॅचनिकल इंजिनीरिंग खतम कर के हैद्राबाद में जॉब करता हूं. मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ. मैं बहुत दिनों से सोच रहा था ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार. मेरा नाम आकाश हें. मेनें मॅचनिकल इंजिनीरिंग खतम कर के हैद्राबाद में जॉब करता हूं. मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ. मैं बहुत दिनों से सोच रहा था कि मैं भी अपनी कहानी लिखूँ. पर लिखने का कभी समय ही नहीं मिला, आज मन बना कर अपनी कहानी लिख रहा हूँ. यह घटना बगलवाली मस्त पड़ोसन (padosan) के साथ चुदाई बिलकुल सत्य है.

मेरी हाईट 5 फिट 3 इंच है. मेरा लंड 7 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा है.

Sexy Padosan – शादी के दिन सास मां की चुदाई

अपने इस लंड से मुझे इतना भरोसा है कि मैं किसी भी चुत को चोद कर संतुष्ट कर सकता हूँ.

Hindipornstories.org - sexy padosan ki chudai sex kahaniमेरी दूसरी ख़ास बात ये है कि मैं सीधे चुदाई करना पसंद नहीं करता हूँ, बल्कि आराम से और पूरे मज़े से करता हूँ.

मेरे मकान मलिक के एक बेटा और एक बेटी है, बेटा अमेरिका में जॉब करता है और बेटी अभि इंजिनीरिंग के तिसरे साल में पढ रही है, उसका नाम अनन्या है.

वो दिखने में बहुत ही सेक्सी है. उसका रंग सावलां है लेकिन उसकी फिगर बहुत ही सेक्सी है.

उसकी फिगर लगबग 32-26-34 ऐसी होगी. पुरा मोहल्ला उसके पीछे पागल है. मुझे लगता है कि जो भी कोई उसको एक बार देख लेगा, तो मुठ मारे बगैर नहीं रह सकता.

वो भी मैकेनिकल कि ही स्टुडन्ट है तो हम अक्सर एक साथ बातें करते है कभी कभी एक साथ मूवी और पार्टी भी करते है. मै ऊसपे लट्टू था लेकीन उसको कभीभी मालूम नाही होने दिया.

Sexy Padosan – पड़ोसवाली मामी को चोदा

बात अभि मे महिने कि है, उसके फोर्थ सेमिस्टर के एक्साम्स थे. एक्साम्स के कारण वो देर रात तक पढाई करती थी और में भी नॉर्मली लेट नाईट ही सोता हूं.

मुझे अभि भी याद है उस रात वो थर्मोडायनामिक्स कि पढाई कर रही थी जो कि मेलानिकेल का बहुत ही हार्ड सब्जेक्ट है.

लेकिन वो मेरा फेवरेट सब्जेक्ट होणे के कारण मेरे सब कन्सेप्ट क्लिअर थे और में अच्छे से पढा भी सकता था इसलिये उस रात ओ मेरे रूम में पढाई के लिये आगयी.

मानो मेरे मन ही मन अलग सी ख़ुशी हो रही थी.

करीब 8-8.30 बजे वो मेरे कमरे में आयी और हम पढाई शुरु करे.

उसने नाईट ड्रेस पेहनी थी इसलिये उसका टी -शर्ट बहुत ही लूस था और उसने उस दिन ब्रा भी नही पेहना था इसलिये उसके बूब्स मेरेको क्लिअरली दिख रहे थे, लेकिन शुरु में मेनें इग्नोर किया और उसको पुरे कन्सेप्ट सिखाया.

करीब 11.30-12 बजेतक मेनें उसको पुरे सुबजेक्ट खतम किया और उसको खुद से प्रॅक्टिस करने को कहा और में टॉयलेट के लिये निकल गया.

Sexy Padosan – मयूरी, मेरी गर्लफ्रेंड

वो खुद से प्रॅक्टिस कर रही थी और में उसके बाजू में बैठ कर मजे ले रहा था.

थोडी देर बाद अचानक उसने मेरी तरफ घूर के देखा तो शायद उसको मालूम हुआ इस डर से में डर गया.

उसने मेरी तरफ देख के हलकी सी स्माईल दी तब मेरेको हलका सुकून मिला.

में भी उसकी तरफ देखने लगा.

करीब 10 मिनिट हम ऐसेही एक -दुसरे को देख के हंस रहे थे.

तभी मेनें कुछ भी सोचेबीना उसके गालों पे पप्पी दे दाली.

तब वो शर्मा गयी और मेरेको कुछ भी नही बोली.

तब में समज गया कि काम हो सकता हें, तो में उसको अपनी तरफ खिंचके उसके ओठोपे किस कर दिया, उसके सर को पीछे से पकड कर उसको में किस करने लगा.

वो भी अब मेरा साथ दे रही थी.

Sexy Padosan – शादी में मेरी पहली चुदाई

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लंड कन्या https://sexstories.one/hijre-ke-saath-chudai/ Sun, 05 Apr 2020 18:04:21 +0000 https://sexstories.one/?p=565 दोस्तों मेरा नाम अशोक है। मेरी आयु २४ साल है.मैं अजमेर में पिछले तीनसालों से टूरिस्ट गाइड का काम कर रहा हूँ,मेराकाम टूरिस्टों को होटलों में ठहराने और शहर घुमाने का है.कयी बार विदेशी टूरिस्ट ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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दोस्तों मेरा नाम अशोक है। मेरी आयु २४ साल है.मैं अजमेर में पिछले तीनसालों से टूरिस्ट गाइड का काम कर रहा हूँ,मेराकाम टूरिस्टों को होटलों में ठहराने और शहर घुमाने का है.कयी बार विदेशी टूरिस्ट भी मिल जाते हैं.जिन से काफी कमाई हो जाती है. [antarvasna]

इस लिए मैंने अंग्रेजी,स्पेनिश और इटालियन भाषा भी सीख रखी है.मैं टूरिस्टों की तलाश ने रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर चक्कर लगाता रहता हूँ.काफी दिनों से मेरी इच्छा किसी विदेशी लड़की को चोदने की थी.लेकिन आज तक कोई ऐ\ऐसा मौका नहीं मिला था।

वैसे मैंने अपने ही शहर की कई लड़कियों को चोदा है.मेरा लंड भी ९ इंच का है .जिसे लडकियां बहुत पसंद करती हैं.एक दिन मेने रैलवा स्टेशन पर दो विदेशी लड़कियों को देखा ,जो काफी परेशान दिखाई दे रहींथीं और फोन पर किसी से जोर जोर से बातें कर रही थीं.मेंने हिम्मत कर के उन से पूछा की क्या मैं आपकी कोई मदद कर सकता हूँ.

Hindi sex kahaniyan – शादी के दिन सास मां की चुदाई

मेने उन्हें अपना आई कार्ड दिखाया.और उनकी समस्या के बारे में पूछा .तो उन्होंने बतायाकि उन्होंने जिस होटल में अपना कमरा बुक किया था वह कन्फर्म नहीं हो सका है.इसलिए उन्हें सिर्फ़ दो दिनों के लिए ठहराने की व्यवस्था चाहिए .मेने दो तीन होटलों से पता किया लेकिन कहीं जगह नहीं मिल सकी.इस से दोनों लडकियां काफी निराश हो गयीं.

उन में एक लड़की काली और दूसरी गोरी थी.जब मेने उनके बारे में पूछा तो काली ने अपना नाम फ्रेंकी बताया और आयु २४ साल बतायी .दूसरी लड़की का नाम ब्रियाना बताया.आयु २२ साल.दोनों अमेरिकन थीं लेकिन फ्रेंकी ब्राजीलियन थी.दोनों अजमेर का पुष्कर मेला देखने आयीं थीं और उन्हें दो दिन बाद ही अपने देश वापिस जाना था। मेला के कारण सभी होटलों केसारे कमरे भरे हुए थे.

तभी मुझे अचानक याद आया की मेरे दोस्त बंटी का अजमेर से २० मील दूर ख़ुद का एक फार्म हाउस है .जिसका बंगला खाली पडा हुआ है ,मेने लड़कियों से पूछा की अगर वह चाहें तो में उस बंगले में उनके रहने की व्यवस्था करा सकता हूँ ,

ऎसी दशा में और कोई उपाय नहीं है.मेने लड़कियों को भरोसा दिलाया की की उन्हें मेरे दोस्त के बंगले कोयी डर नहीं होगा,वह आराम से जितने दिन चाहें रह सकतीं हैं.उनके लिए सारा इंतज़ाम कर दिया जाएगा.

और उन्हें इसके लिए कोई पैसा भी नहीं देना पडेगा.दोनों फ़ौरन तय्यार हो गयीं।मेने उनका सामान टेक्सी में रखवाया.और,अपने दोस्त को फोन से बताया की वह जल्दी से खाने पीने का सारा सामानौर दो बोतल व्हिस्की लेकर जल्दी से अपने फार्म हाउस वाले बंगले पर पहुँच जाए आज मेने दो विदेशी लड़किया फांस ली हैं.जिसमे एक गोरी और एक काली है.

Antarvasna Hindi sex kahaniyan – पडोसी से चुत चुदवाई

अगर किस्मत ने साथ दिया तो मिल कर दोनों की चुदायी करेंगे,मेरा दोस्त बंटी भी विदेसी चूत का दीवाना है उसकी उमर २२ साल है .वह थोड़ी अंग्रेजी भी जानता है.वह एक घंटे में ही सारा सामान लेकर आगयी.यह देख कर लडकियां बहत खुश हो गयीं.और थैंक्स देने लगीं.फ्रेश होने के बाद हम सब सोफे पर बैठगए.मेने चार पैग बनाए और प्लेट\में चिप्स और काजू रख दिए .

फ़िर हम बातें करने लगे.मेने लड़किओं से पूछा की क्या वह अपने देश में जाकर शादी करने जा रही हैं.तो वह बोलीं एसा नहीं है .हम लोग लोग शादी में विशवास नहीं रखते.हम तो ओपन सेक्स में विशवास रखते हैं .हमारा मानना है की हमारा जीवन सिर्फ़ सेक्स के लिए ही बना है.हर इंसान को मरते दम तक सेक्स करना चाहिए.दुनिया में इस से अच्छा कुछ भी नहीं है.हमारा शरीर मौजमस्ती के लिए ही बना है.इतना सुनते ही मेरे दोस्त ने फ्रेंकी को चूम लिया.और बाहों में ले लिया.

फ्रेंकी ने भी मेरे दोस्त को चूम कर उसके मुंह में अपनी जीभ घुसा दी . मेरे दोस्त का लंड खडा हो गया था.फ्रेंकी ने उसके पेंट को खोल कर लैंड बाहर निकाला और चूसने लगी लड़कियों ने भी अपनी अपनी शर्ट निकाल दी.उनके बड़े बड़े गोरे काले बूब्स बड़े सेक्सी लग रहे थे.मैं ब्रियाना के मम्मे दबाने लगा और चूसने लगा.

मरे दोस्त का लैंड १० इंच का है.फ्रेंकी उसे मुंह में लेकर चूसने लगी .मेरा दोस्त फ्रेंकी को नंगा करना चाहता था.और चोदना चाहता था.जब उसने फ्रेंकी के कपड़े उतारे तो वह भौंचक्का रह गया.लड़की की जाँघों के बीच में चूत की जगह १२ इंची लंबा मोटा लंड लटक रहा था.यह देख कर मैंने भी ब्रियाना के कपड़े उतार दिए.वहाँ भी लंबा लंड चमक रहा था.,

Antarvasna Hindi sex kahaniyan – ऑडिशन से चुत चुदाई तक का सफर

जिसका सुपारा खुला हुआ था.मरे दोस्त को समझ में नहीं आ रहा था.यह क्या माजरा है .वह मेरी तरफ़ देखने लगा,मैंने उसे समझाया की यह लडकियां नहीं बल्कि लंड कन्याएं हैं. इन्हें विदेशों में शीमेल या लेडी बॉय कहते हैं.दुनिया में ऎसी लाखों लेडी बॉय हैं.यह अक्सर गांड मरवाती हैं और मार भी सकती हैं .यह लड़कियों की चुदायी भी कर सकती हैं.अगर कोई एक बार इनकी गांड मार लेगा तो वह चूत को भूल जाएगा.क्योंकि इनकी गांड काफी टाइट होती है.जिसमे लंड पुरी तरह से फिट हो जाता है.

इनसे गांड मरवाने से भी बहुत मजा आता है .और मारने वाले को चूत से दस गुना आनंद आता है।तभी फ्रेंकी ने मेरे दोस्त को झुकने कहा,जिस से मेरे दोस्त की गांड साफ़ दिखायी देने लगी फ़िर फ्रेंकी ने अपने बैग से एक क्रीम निकाली और मेरे दोस्त की गांड पर लगा दी मेरे दोस्त की गांड लुप्लुपा रही थी.फ्रेंकी ने अपने लंबे मोटे काले लंड का सुपारा मेर डी\दोस्त की गांडछेद केपर रख दिया.सुपारा गांड में घुस गया.फ़िर धीमे धीमे आधा लंड अन्दर उतार दिया.

और जोर का एक ऐसा ढका मारा का सारा लंड गांड फाड़ कर भीतर चला गया.मेरादोस्त चिल्लाया अशोक मेरी गांड फट रही है .इसने मेरी गांड में मूसल घुसा दिया है.मेने कहा ज़रा हिम्मत रखो। कुछ नहीं होगा.पाँच मिनट बाद फ्रेंकी ने लंड की स्पीड तेज कर दी.और दनादन गांड मारने लगी.दोस्त की गांड ढीली हो चुकी थी.वह मज़े से गांड मरवा ने लगा.उसे मजा आने लगा.बीस मिनट तक गांड मारने के बाद फ्रेंकी ने लंड बाहर निकाला.और अपना सारा वीर्य मेरे दोस्त के मुंह में निकाल दिया .

Hindi sex kahaniyan – मुझे मिला दीपा को चोदने का मौका

जिसे वह बड़े मजे से पी गया.फ़िर फ्रेंकी ने मेरे दोस्त लंड चूस कर उसे खडा किया और अपनी गांड सामने कर दी.मेर दोस्त ने भी दबादब फ्रेंकी गांड मारना शुरू करदी.उसे अपना बदला भी लेना था.उसने फ्रेंकी की इतनी जोर से गांड मारी की वह हर धक्के पर ओह ओह ओ माय फक .फक मी .फक मी.उ उ उ .करीब चालीस मिनटतक गांड मारने बाद ही मेरा दोस्त झड़ सका ।

इसी तरह ब्रियाना मेरी और मैंने उसकी रात तक गांड मारी.इतना मजा हमने जिन्दगी में नहीं पाया था।सवेरे ब हम सो कर उठे तो हमारी गांड सूजी हुयी थीं.लेकिन हम बहुत खुश थे,हम अजमेर के पाहिले व्यक्ति थे जिन्होंने लंड कन्याओं की गांड मारी और उनसे गांड भी मरवाई थी.बाद में हम सब एक साथ बैठे और अपना वीर्य निकाल कर एक ग्लास में डाला और व्हिस्की में मिला कर सबने पीया.

और हमेशा के लिए दोस्ती पक्की कर ली।आज भही हमें ऎसी और लंड कन्याओं की तलाश है .

अगर आप को मिलें तो गांड जरूर मरवा लें….

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चोरी और लंड खोरी https://sexstories.one/chori-aur-lund-khori/ Thu, 02 Apr 2020 17:24:18 +0000 https://sexstories.one/?p=549 मैं बचपन से अच्छे माहौल में नहीं रहा हूँ। मैं चोरी बहुत कुशलता से कर लेता हूँ। पर इसके लिये भाग्य का भी आपके साथ होना जरूरी है। शारीरिक सुडौलता एक आवश्यक गुण है। इसके ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मैं बचपन से अच्छे माहौल में नहीं रहा हूँ। मैं चोरी बहुत कुशलता से कर लेता हूँ। पर इसके लिये भाग्य का भी आपके साथ होना जरूरी है। शारीरिक सुडौलता एक आवश्यक गुण है। इसके लिये मैं हमेशा कठिन योग भी करता हूँ और जिम भी जाता हूँ। मेरा शरीर एक दम चुस्त और वी शेप का है। मैं सुबह सुबह मैदान के चार से पांच चक्कर लगाता हूँ। मेरी चोरी करने के कपड़े भी एकदम बदन से चिपके हुए होते हैं। तो आईये चलते हैं चोरी करने…

मेरे सामने एक मकान है। उसमें एक छोटा सा परिवार रहता है। सिर्फ़ मियां-बीवी और उनकी एक १८-१९ साल की लड़की वहां रहती है। पैसा अच्छा है… जो सामने वाले कमरे कि अल्मारी में रखा है। उसकी अलमारी की चाबी मालकिन के पास उसके तकिये के नीचे होती है। रात की शिफ़्ट में मालिक काम करता है। मालिक ड्यूटी पर जा चुका है। मैं मकान के पास, कभी पान की दुकान पर या पास की चाय की दुकान पर मंडरा रहा हूँ।

Kamukta Padosan ki chudai – शादी के दिन सास मां की चुदाई

कमरे की लाईट अभी जल रही है… मैने समय देखा रात के साढ़े ग्यारह बज रहे थे। और अब लाईट बन्द हुई है। मैंने टहलते हुये उस घर का एक चक्कर लगाया… सभी कुछ शान्त था। १२ बज चुके हैं।… मैं घर के पिछ्वाड़े में गया और एक ही छलांग में चाहरदीवारी पार कर गया। बिना कोई आवाज किये बाल्कनी के नीचे आ गया। उछल कर बालकनी में आ गया। थोड़ी देर इन्तजार करके खिड़की को धीरे से धक्का दिया…

मेरी आशा के अनुरूप खिड़की खुली मिली…

मैने धीरे से कदम अन्दर बढ़ाया। कमरे मे पूरी शान्ति थी। सामने बिस्तर था। मैं दबे पांव वहां पहुँचा। वहां पर, जैसा मैंने सोचा था, घर की मालकिन सो रही थी। मै चाबी निकालने के लिये ज्यों ही झुका…

“मैने दरवाजा खुला रखा था… खिड़की से क्यों आये…” फ़ुसफ़ुसाते हुये मालकिन ने कहा।

मै घबरा गया। पर मेरा दिमाग कंट्रोल में था। …

“बाहर से कोई देख लेता तो…” मैंने हकलाते हुए कहा…

“लेट क्यो आये … इतनी देर कर दी…”

“लाईट जली थी…मैं समझा कि कोई है……” उसने मुझे अपने बिस्तर पर मुझे खींच लिया…

“तुम मनोज के दोस्त हो ना… क्या नाम है तुम्हारा…”

“जी… सोनू… है…”

“अरे… मनोज तो रवि को भेजने वाला था… तुम कौन हो…”

” जी… मैं रवि ही हूँ…सोनू तो मुझे प्यार से कहते हैं…”

Kamukta Padosi ki chudai – पडोसी से चुत चुदवाई

“अरे सोनू हो या मोनू … तुम तो बस शुरू हो जाओ… ” उसने मुझे अपनी बांहों मे कस लिया।

मुझे अहसास हुआ वो बिलकुल नन्गी थी। मैं चोरी के बारे में भूल गया। मेरे शरीर मे गर्मी आने लगी। वो किसी का इन्तजार कर रही थी। शायद रवि का…

“दरवाजा खुला है क्या…?”

“अरे हां…” वो जल्दी से उठी और दरवाजा बन्द करके आ गई। मैने भी अपने कपड़े उतार लिये और नंगा हो गया।

“आपका नाम क्या है …” मैने उसका नाम पूछ ही लिया

“कामिनी… क्यों मनोज ने बताया नहीं क्या…”

मैने कुछ नहीं कहा … उसने मुझे अपनी बाहों में जकड़ लिया… और बेशर्मी से अपने होंठ मेरे होंठो से चिपका दिये। मेरे बदन में वासना भड़क उठी। उसका नंगा बदन मुझे रोमान्चित कर रहा था। मेरा लण्ड जाग चुका था। और अपने काम की चीज़ ढूंढ रहा था। फ़ड़फ़ड़ाती चिड़िया को कामिनी ने तुरन्त अपने कब्जे में ले लिया। मेरे लण्ड पर उसके हाथ कस चुके थे और अब उसे मसल रहे थे। मेरे मुख से आह निकल गई…

मैंने उसे चूमना जारी रखा… तभी.. “बहन के लौड़े… मेरी चूंचियां तो दबा … ” उखड़ती हुई सांस और एक गाली दी… मैं और उत्तेजित हो गया। उसके बोबे बड़े थे… दबा दिये और उन्हें मसलने लगा।

“मेरी जान… जल्दी क्या है … देख तेरी चूत को कैसा चोद कर भोंसड़ा बना दूंगा”

कामिनी मेरे लण्ड की खाल को ऊपर नीचे मुठ मारने जैसी चलाने लगी। मैने जोश में आकर उसके चूतड़ों को दबा डाला।

Kamukta Padosi ki chudai – पति ने रण्डी बनाया

“हाय रे… मेरी गाण्ड मसल दी … बहन चोद… मेरी गाण्ड मारनी है क्या…” वो वासना में डूब चुकी थी।

“इच्छा है तो कहो… आपका गुलाम हूँ… ” मैने उसकी चमचागिरी की।

“तो चल चोद दे पहले मेरी गाण्ड… फिर मेरा भोंसड़ा चोद देना…” उसकी भाषा … हाय रे… मुझे उत्तेजित कर रही थी। शायद वो बहुतों से चुदा चुकी थी … और उसकी गाली देने की आदत पड़ गई थी। मैंने उसके मस्त चूतड़ दबाने और मसलने चालू कर दिये। उसके मुख से सिसकियाँ निकलने लगी।

वो सीधी लेटी थी। मैंने उसकी चूतड़ों के नीचे तकिया लगाया और गाण्ड ऊंची कर दी। मैने उसकी गाण्ड पर अपना लण्ड टिका दिया और जोर लगाने लगा। मेरे दोनो हाथ फ़्री थे। मेरा लण्ड उसकी गाण्ड मे उतर गया…

मैने उसके बोबे दबाये और और उसकी गाण्ड को चोदना चालू कर दिया। वो मस्त होने लगी। कुछ देर बोबे मसलने के बाद बोबे छोड़ कर उसकी चूत में अपनी अंगुली घुसा दी।

वो चिंहुक उठी। बोली -”हरामी ये तरीका किसने बताया रे…… मस्त स्टाईल है… अब तो चूत में भी मजा आ रहा है…।”

” कामिनी जी … आपकी चूत मस्त है…अगर इसकी मां चुद जाये तो आपको मजा आ जायेगा ना…”

“हाय मेरे सोनू…… तूने ये क्या कह दिया … मां चोद दे मेरी भोसड़ी की…हाय…सच में बहुत प्यासी है रे…”

मेरा लण्ड अब थोड़ा तेजी पर था। मेरी उत्तेजना बढ़ती जा रही थी, उसकी गाण्ड थोड़ी सी टाईट भी थी। मेरे धक्के उसकी गाण्ड में और उसकी चूत में मेरी अंगुलियां तेजी से चल रही थी। वो लगभग चीखती हुई सिसकारियां भर रही थी। उसे डबल मजा जो मिल रहा था। अब मेरा भी लण्ड फूल कर बहुत ही मस्त हो रहा था।

Kamukta Ajnabi se chudai – चूत का जुगाड़

मुझे लग रहा था कि ऐसे ही अगर गाण्ड चोदता रहा तो मैं झड़ जाऊंगा। मैने अपना लण्ड अब गाण्ड में से निकाला और उसकी चूत में फ़ंसा दिया। मेरा सुपाड़ा उसकी चूत में फ़क से फ़िट हो गया ।

“हाय्…री… गया अन्दर… चुद गई…रे……” वो मस्त होती हुई सिसकने लगी।

मुझे भी तेज आनन्द की अनुभूति हुई… उसे अपनी चूत में लण्ड उतराता हुआ मह्सूस हो रहा था। मेरे लण्ड की चमड़ी रगड़ खाती हुई तेज मजा दे रही थी। मैने अपने धक्के लगा कर चूत की गहराई तक अपना लण्ड गड़ा दिया। अब मै उसके ऊपर लेट गया और अपने हाथो से शरीर को ऊंचा उठा लिया। मुझे लण्ड और चूत को फ़्री करके तेजी से धक्के लगाना अच्छा लगता है। अब मेरी बारी थी तेजी दिखाने की। जैसे ही मैने अपना पिस्टन चलाना चालू किया वो भी बड़े जोश से उतनी ही तेजी से अपने चूतड़ों को उछाल उछाल कर साथ देने लगी।

“तू तो गजब का चोदता है रे… मुझे तू ही रोज़ चोद जाया कर…”

“मत बोलो कुछ भी…… मुझे बस चोदने दो… हाय रे…कितना मजा आ रहा है…”

“मादरचोद…रुक जा…झड़ना मत……वर्ना मेरी चूत को फिर कौन चोदेगा…”

“चुप रहो … छिनाल… अभी तो चुद ले… झड़े तेरी मां… कुतिया…”

मेरे धक्के बढ़ते गये। उसकी सिसकारियां भी बढ़ती गई…उसकी गालियां भी बढ़ती गई… अचानक ही गालियों की बौछार बढ़ गई…

“हरामी … चोद दे……मेरी भोसड़ी फ़ाड़ डाल…… मेरी बहन चोद दे… कुत्ते… मार लण्ड चूत पर… हाय रे मेरी मां…”

मैं समझ गया कि अब कामिनी चरमसीमा पर पहुंच रही है। मैंने भी अपने आप को अब फ़्री छोड़ दिया झड़ने के लिये।

Kamukta Ajnabi se chudai – चुत चुदाई गन्ने के खेत में

“मर गई रे…… भोंसड़ी के… लगा… दे धक्के… निकाल दे मेरा पानी… मादरचोद रे…अरे…गई… निकला रे……हाऽऽऽऽय री मां…”
और वो झड़ने लगी। मैने भी लण्ड अब उसके भोंसड़े में जोर से गड़ा दिया। और जोर लगाता रहा…दबाव से मेरे लण्ड ने वीर्य की पिचकारी छोड़ दी। मेरा लण्ड झटके मार मार कर वीर्य उसके चूत में छोड़ रहा था। कामिनी ने मुझे अपनी टांगों के बीच मुझे जकड़ लिया था। दोनो का रस एक साथ ही निकल रहा था। हम आपस में चिपके रहे। अब मैं बिस्तर से नीचे उतर गया था।
“बस कामिनी जी… आपने तो मेरा पूरा रस निकाल दिया…”

“……ये लो… कल दरवाजे से आना……” कामिनी ने मुझे ५०० का एक नोट दिया…”तुम बहुत अच्छा चोदते हो…अब मुझे किसी दूसरे की जरूरत नहीं है…”

मैने झिझकते हुए रुपये ले लिये और चुपचाप सर झुका कर दरवाजा खोला और बाहर निकल गया।

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पडोस की सेक्सी भाभी https://sexstories.one/pados-wali-bhabhi-ki-chudai/ Thu, 19 Mar 2020 21:26:32 +0000 https://sexstories.one/?p=465 मेरा नाम रवि है।में गुजरात के राजकोट शहर में रहता हूं।में 18 साल का हु।मेरे लंड का साइज 6 इंच है।मुझे भाभी ओर कुवारी लड़की को चोदना बहुत पसंद है। मुझे लड़की यो की गांड ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मेरा नाम रवि है।में गुजरात के राजकोट शहर में रहता हूं।में 18 साल का हु।मेरे लंड का साइज 6 इंच है।मुझे भाभी ओर कुवारी लड़की को चोदना बहुत पसंद है। मुझे लड़की यो की गांड मारना ओर चूत चाटना बहुत पसंद है।मैं आप सब से मेरी पहली चुदाई की कहानी बताना चाहता हु। कैसे मैंने मेरे पड़ोस में रहने आयी भाभी को कि चोदा।

कहानी सुरु करने से पहले में आपको भाभी के बारे में बताना चाहता हु।

भाभी का नाम अंजलि है।भाभी की उम्र 28 साल की है।और उसका फिगर साइज 34-28-36 है।और उसकी उभरी हुई बड़ी गांड बहोत मस्त है।

वो जब चलती है तो अच्छे अच्छे के लंड खड़े हो जाते है

यह कहानी एक साल पहले की है।जब भाभी मेरे पड़ोस में रहने आयी थी।वो थोड़े दिनों सब लोगो से अच्छे से घुलमिल गयी।अंजली भाभी ओर मेरी मम्मी थोड़े दिनों में अच्छी दोस्त बन गयी।

Antarvasna bhabhi ki chudai – पड़ोसवाली मामी को चोदा

इसीलिए भाभी अकसर मेरे घर आया करती है।ओर जैसे ही में उसे देखता तो मेरा लंड सलामी देने लगता है।

भाभी का पति का ट्रांसपोर्ट का बिसनेस है।इसीलिए वो ज्यादा बाहर रहते है हफ्ते में सिर्फ 2-3 बार घर आते है।इसीलिए भाभी घरमे ज्यादातर अकेली होती है ओर मैंने जब से उसे देखा तब से में उसे चोदना चाहता था।

में आप सबका का ज्यादा समय न लएते हुए कहानी सुरु करता हु।

एक दिन मेरे घर मे में अकेला था।तब में आंख बंद करके मुठ मार रहा था तब अचानक भाभी आ गयी और मुझे देखलिया पर मेरी आँख बंद थी ऐसीलिये मुझे कुछ पता ना चला।वो मुझे ऐसे देखकर चली गयी।ओर मुझे कुछ पता नही चला कि भाभी ने मुझे मुठ मरते देख लिया।

फिर दूसरे दिन में कुछ काम से भाभी के घर गया तो उसका देखने का नज़ररिया बदल गया ओर मुझे थोड़ा अजीब सा लग रहा था कि अचानक भाभी को क्या हुआ।और फिर में अपने घर आ गया।

में तब में बाहरवी कक्षा में था। ओर मैथ्स मेरा कमजोर था। तब मेंने मा को ये बताया तब मा ने भाभी को रिक्वेस्ट की के मुझे मैथ्स पठाये क्योंकि भाभी ने बहोत पठाय की है। तब उसी दिन साम को 5 बजे मुझे पठाने आयी।

Antarvasna bhabhi ki chudai – अजनबी लड़के ने टाँगें उठा कर चोदा

मैं ओर भाभी मेरे रूम में अकेले थे और भाभी मुझे पठा रही थी।पर मेरा ध्यान पढ़ने के अलावा भाभी के बड़े बूब्स पे मेरा ध्यान था।और भाभी को ये पता चल गया और उसने कुछ नही कहा और मुझे मैथ्स सीखाने लगी ओर मुझे एक मैथ्स की प्रॉब्लम सॉल्व करने दे दी।जब मैं प्रॉब्लम सॉल्व कर रहा था तब भाभी ने अचानक कहा कि कल तुम जब घर पर अकेले थे तब तुम जो कर रहे थे वो मैंने देख लिया ।और ये सुनते ही मेरे हाथ से पेन छूट गयी और में कांपने लगा।

तभी भाभी ने कहा के डरो मत में किसीको कुछ नही कहूंगी।तब मुझे थोड़ी राहत मिली।और उसी वक्त भाभी खुल के बात करने लगी।उसने मुझे पूछा के तुम्हारी कोई गर्लफ्रैंड नही है जो तुम ये सब करते हो।मेने कहाँ की कोई मिली ही नही।तब उसने मेरे गाल पर एक किस किया और कहा मैं तो हु तुम्हारी गर्लफ्रैंड तो तुम्हे ओर किसीकी ज़रूरत है।फिर मेने थोड़ी हिम्मत करके उसको भी एक किस कर दिया।

फिर उसने दरवाजा अंदर से बंध किया और मेरे पास आके मुझे जोर से गले लगा दिया और पागलो की तरह मुझे किस करने लगी।
उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि वो सेक्स की बहोत प्यासी है।थोड़ी देर बाद मैंने भी उसका साथ देना सुरु कर दिया।

किस करते हुए मेने उसकी गांड दबाना सुरु कर दिया।पंद्रह मिनट के किस के बाद वो घुटनो के बल बैठ गयी और मेरा पैंट उतारकर लंड मुह में ले और जोर से वो चूस रही।मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था क्योंकि पहली बार किसीने मेरा मुह में लिया ओर लंड पाँच मिनट चूसने के बाद उसने मेरे सभी कपड़े उतार दिए और पूरे बदन को चूमने लगी।

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बादमे उसने मुझे कहाकि तुम क्यू ऐसे ही खड़े हो तुम भी कुछ करो।फिर मैंने उसका ब्लाउज उतार दिया।उसने नीचे पिंक कलर की ब्रा पहनी थी ।में उपरसे ही बूब्स जोर से दबाने लगा और वोह आह ऊह ऐसी आवाजे निकालने लगी फिर मैंने एक जटके में ब्रा उतार दी ओर दोनो बूबस को बारी बारी से चूसने लगा ओर चूस चूस के लाल कर दिए।बादमे में उसके पेट को चूमा ओर धीरे से नीचे की ओर गया।

मेने उसके पेटिकोट का नाड़ा खोल दिया और पेटिकोट नीचे गिरा तो मेने देखा की उसने नीचे भी पिंक पैंटी पहनी थी।मेने उसकी चूत को उपरसे चूमा ओर पैंटी निकल दी।उसकी चूत गीली थी और एक मोहक खुसबू आ रही थी वो मुझे अपनि ओर खींच रही थी।
फिर मेने उसका रस पिया तो भाभी कांप उठी मेंने उसकी चूत में जीभ से चोदता रहा और वो कहने लगी ऐसे ही करते रहो।बहोत दिनों के बाद ऐसा मज़ा मिला है।में आज से तुम्हारी हु तुम जो चाहो वो कर सकते हो।ओर थोड़ी जोर से उसने कहा अब तड़पाओ मत जल्दी से अंदर डाल दो।

फिर उसको बेड पर लिटा दिया ओर उसकी दोनो टांगे चौड़ी कर दी।

फिर लंड का सूपाड़ा चूत के मुँह पर रख के एक जोर से धक्का दिया तो सूपाड़ा अंदर चला गया और भाभी की चीख निकल गयी।उसकी चूत टाइट थी क्युकी उसने बहोत टाइम से नही चुदवाया।उसका पति भी उसको नही चोदता था।

फिर मैंने उसके मुंह पर हाथ रखा और जोर से एक धक्का दिया तो लंड चूत चिर कर अंदर चला गया तो भाभी के आंख में आंसू गए।फिर थोड़ी देर रुकने के बाद जब दर्द कम हुआ तब धीरे धीरे धक्के देने चालू करे बादमे स्पीड बढ़ा दी अब वो भी मजा ले रही थी।
बिस मिनीट में वो 2 बार जड़ी ओर दोनो बार उसकी चूत का पानी मे पी गया। अब मेरा भी होने वाला था तो मैंने कहा कहा पानी छोड़ु , तो उसने कहा अंदर ही छोड़ दो बाद में में गोली खा लूँगी और 5-6 जोरदार जटके के बाद में जड़ गया और उसकी चूत मेरे पानी से भर गई।

Antarvasna bhabhi ki chudai – अदला बदली की शुरुआत – निशा के जलवे

बादमे हम दोनों थक कर वही लेटे रहे।फिर हमने खुदको साफ किया और कपड़े पहने ओर 10 मिनिट बाद भाभी ने मुझे लिप किस दी ओर कहा अब मैं चलती हु अब कल करेंगे।और वो माँ के पास गई और कहा मैंने रवि को अच्छे से मैथ्स पढा दिया है।अब में कल आउंगी।जब तब रवि बारहवीं में है तब तक मै रोज पढ़ाऊंगी।अब मैं चलती हु ऐसा कहकर वो चली गयी…

हम सात महीने तक रोज ऐसे सेक्स करते रहे और बादमे वो दूसरी जगह रहने चली गयी।

वो कभी कभी हमारे घर आती है और हम टैब सब करते है।

आप लोगो को ये कहानी कैसी लगी मुझे मेल करके ज़रूर बताये – Bharadvapragnesh0[at]gmail.com

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