naukar se chudai Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/naukar-se-chudai/ Hindipornstories.org Thu, 07 Jan 2021 07:56:42 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 नौकरानी की बेटी को चोदा https://sexstories.one/naukrani-ke-beti-ko-choda/ Fri, 01 Jan 2021 00:08:23 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%a8%e0%a5%8c%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%9f%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%9a%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a4%be/ नमस्कार दोस्तों मेरा नाम संजीव खुराना है और मैं गुजरात का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 26 साल है और मैं आज आप लोगो के सामने अपनी पहली खानी लेकर आया हूँ | ये ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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नमस्कार दोस्तों मेरा नाम संजीव खुराना है और मैं गुजरात का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 26 साल है और मैं आज आप लोगो के सामने अपनी पहली खानी लेकर आया हूँ | ये मेरी कहानी सच्ची घटना पर आधारित है जो की मेरे साथ घटी है मुझे आशा है की ये आपको पसंद आयेगी | naukrani ke beti ko choda

मैं आप लोगो को बात दूं की मेरा रंग गोरा और मैं दिखने में काफी हैण्डसम हूँ | naukrani ke beti ko choda

मैंने जिम जाकर काफी अच्छी बॉडी भी बना रखी है मुझसे लड़कियां बहुत जल्दी इम्प्रेस हो जाती है | अब मैं आप सब को सीधे कहानी पर ले चलता हूँ |

मैं गुजरात में अपने मम्मी-पापा के साथ रहता हूँ और मेरी पापा सरकारी नौकरी करते है और मेरी माँ हाउसवाइफ है | आज जो कहानी मैं आप लोगो के लिए लेकर आया हूँ वो मेरी नौकरानी की बेटी की है | मैं आपको बता दूं की कुछ दिन पहले मेरी नौकरानी तबियत कुछ खराब थी जिसके कारण उसने अपनी बेटी को मेरे घर काम पर भेज दिया | उसका नाम आयशा था वो बहुत ही खूबसूरत और सेक्सी थी | वो जब मेरे घर आई तो मैं तो उसको देखता ही रह गया | वो किसी तरह से नौकरानी तो लग ही नहीं रही थी |

उसका फिगर 34-30-36 होगा | naukrani ke beti ko choda

उसकी उम्र 23 साल होगी उसकी अभी शादी नहीं हुई थी | वो सलवार और कुरते में बहुत ही खुबसूरत लग रही थी | उसकी उठी हुई गांड देखकर मेरा लंड पैंट फाड़कर बाहर आने की कोसिस करने लगा  | मैं उसको खड़ा होकर देखने लगा वो पोछा लगा रही थी तो उसके बूब्स उसके कुरते से बाहर झाँक रहे थे | उसने मुझे खड़ा देखा तो और झुक कर मुझे अपने बूब्स के दर्शन कराने लगी | मैंने खुद को कंट्रोल किया और मैं जाकर बाथरूम में मुठ मारने लगा | उस दिन वो अपना काम निपटाकर चली गयी मैं पूरा दिन उसके बारे में सोंचता रहा और रात को फिर उसकी मस्त गांड को याद करके मुठ मारी | मैं उस दिन बस यही सोंचता रहा की आयशा की चुदाई कैसे की जाए | मेरे एक रिश्तेदार के यहाँ शादी थी मेरे मम्मी-पापा अगले दिन वहां जा रहे थे | उन्होंने मुझसे भी चलने को कहा मैंने सोंचा की आज अगर मैं उनके साथ नहीं जाता हूँ तो मेरी बात कुछ आयशा के साथ बन सकती है |

मैंने उनसे बहाना बना कर कह दिया की मेरी कुछ तबियत ठीक नहीं है आप लोग चले जाईये | वो लोग सुबह जल्दी ही निकल गए और मैं घर पर अकेला था | मैं बहुत खुश था अमिने सोंचा की आज आयशा की चुदाई करके ही रहूँगा | मैं आयशा का इंतज़ार करने लगा | किसी ने दरवाजे की घंटी बजाई मैं खुसी से उचल पड़ा की आयशा आ गयी | मैंने जाकर दरवाजा खोला तो देखा की उसकी माँ आई हुई थी | मेरा मन बहुत ही निराश हुआ मैंने उसने पूछा की आंटी आप की तबियत ठीक हो गयी | उन्होंने कहा की हाँ अब कुछ पहले से बेहतर है और फिर वो अपना काम करने लगी | मैं अन्दर से झल्लाकर रह गया की आंटी आज और नहीं आती तो कितना अच्छा होता | मैं मन में सोच रहा था की मैं अगर शादी में चला गया होता तो ही सही था|

फिर आंटी ने अपना काम किया और फिर वो चली गई | naukrani ke beti ko choda

मैं दिन भर बहुत ही उदास रहा क्यूंकि मेरा बनाया प्लान फेल हो गया था | मैंने दरवाजे बंद किये और मैं सो गया | मैं दिन भर पद सोता रहा शाम के चार बज गए किसी ने मेरे घर की बेल बजाई मेरी नींद खुल गयी और मैंने सोंचा की आंटी फिर आ गयी होंगी |

मैंने उठकर दरवाजा खोला तो सामने आयशा खड़ी थी | मैं उसे देखकर बहुत खुश हुआ और वो मुझे देखकर हसने लगी क्यूंकि मैं सिर्फ अंडरवियर पहने हुआ था और मेरा लंड भी खड़ा था | मैंने नीचे देखा तो मुझे शरम आ गयी मैं जल्दी से अपने कमरे में गया और अपने कपडे पहन कर वापस आया | मैंने आयसा से पूछा की आंटी फिर नहीं आयी क्या बात है | उसने बताया की उनकी तबियत फिर खराब हो गयी और मुझे आना पड़ा | मैंने मन में सोंचा की बहुत अच्छा हुआ फिर क्या था वो अपना काम करने लगी वो झाड़ू लगा रही थी और मैं उसके मस्त चूतडो को देख रहा था मेरा लंड खड़ा होने लगा |

फिर थोड़ी देर बाद वो रसोई में चली गयी और बर्तन धुलने लगी | naukrani ke beti ko choda

मैं भी उसके पीछे रसोई में पहुँच गया और उसको पीछे से पकड़ लिया | वो मुझसे खुद को छुड़ाने लगी और बोली की आप ये क्या कर रहे हैं साहब ये ठीक नहीं है कोई आ जायेगा | मैंने उसको कसकर पकड़ रखा था मैंने उसे कहा की कोई नहीं आएगा और मैंने कहा  की आयशा तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो और मुझको तुमसे प्यार हो गया है | वो मुझसे कहने लगी नहीं साहब कहाँ आप और कहाँ मैं ये ठीक नहीं है | मैंने उससे कहा की तुम प्लीज मुझे साहब मत बोलो मुझे अच्छा नहीं लगता तुम मुझे संजीव बोल सकती हो | वो मुझसे छूटने की कोसिस करती रही पर मैंने अपनी पकड़ और मजबूत कर ली और उसकी गर्दन को चुमते हुए उसके होंठों पर किस करने लगा |

थोड़ी देर बाद उसने विरोध करना बंद कर दिया और वो भी मेरा साथ देने लगी थी | मैंने उसके कुरते में हाँथ डाल दिया और उसके बूब्स को मसलने लगा | वो गरम होने लगी थी फिर मैंने उसको अपनी बाँहों में उठा लिया और उसको अपने बेड रूम में ले गया और उसको बेड पर लिटा कर उसको किस करने लगा | फिर मैंने उसके कुरते को निकाल दिया उसने ब्लैक कलर की ब्रा पहन रखी थी | मैंने उसकी ब्रा भी निकाल दी और उसके बूब्स को आजाद कर दिया | क्या मस्त बूब्स थे उसके एकदम दूध की तरह सफ़ेद थे | मैं उसकी चूचियों को अपने मुहँ में लेकर चूसने लगा |

मैंने उसके निपल्स चूस कर लाल कर दिए थे | naukrani ke beti ko choda

फिर मैंने उसकी सलवार का नाडा खोल दिया और उसकी सलवार निकाल कर उसकी चूत को पैंटी के ऊपर से ही सहलाने लगा | वो मदहोश होने लगी थी मैंने उसकी पैंटी निकाल दी उसकी गुलाबी चूत पर एक भी बाल नहीं था | मैंने उसकी चूत पर अपना मुहँ रखा और उसकी चूत को चाटने लगा | वो मेरे सिर को अपनी चूत पर दबाने लगी और अपनी चूत को चटवाने लगी | मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ डाल दी और घुमाने लगा वो मचल उठी उसने मुझसे कहा की मुझे बहुत ही मजा आ रहा है और चाटो इसे जोर से चाटो | मैं उसकी चूत को अपनी जीभ से चोदने लगा | उसके मुहँ सी बहुत ही मादक सिसकियाँ निकल रही थी | फिर उसने मुझको बेड पर लेटने को कहा फिर उसने मेरी शर्ट उतार दी और मेरे बदन को चूमने लगी मेरा पूरा बदन चूमते हुए उसने मेरी पैंट को खोल दिया और मेरी पैंट निकाल कर फेंक दिया | फिर उसने मेरी अंडरवियर को निकाल दिया और मेरे 8 इंच के लंड को देखकर वो बहुत खुश हुई |

उसने मुझसे कहा की तुम्हारा लंड तो बहुत ही मस्त है | naukrani ke beti ko choda

वो कहने लगी की मैंने इतना मस्त लंड आज तक नहीं देखा | मैंने उससे पूछा की इससे पहले तुमने किसी के साथ सेक्स किया है | उसने बताया की उसका बहुत पहले अपने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स किया था | जो उसके पड़ोस में ही रहता था और अब उससे लड़ाई हो गयी है | फिर वो मेरे लंड को अपने मुहँ में डालकर चूसने लगी जैसे की वो लोलीपॉप चूस रही हो | मुझे बहुत मजा आ रहा था पहली बार कोई मेरा लंड चूस रहा था | उसने चूस कर मेरा लंड एक दम खड़ा कर दिया | मैंने उसको ऊपर किया और मैं नीचे लेट गया मैंने उससे अपने लंड पर बैठने को कहा | वो मेरे लंड को अपनी चूत में डाल कर बैठ गयी | मैं धीरे-धीरे नीचे से धक्के लगाने लगा वो भी अपनी कमर चलकर मुझसे चूत चूत चुदवाने लगी |

मैंने धक्के लगाने जोर किये तो उसके मुहँ से अह्ह्ह ओह्ह्ह्ह इस्श्ह्हह जोर से चोदो आह्ह्ह और जोर से मारो मेरी चूत अह्ह्ह ओह्ह्ह मुझे बहुत मजा आ रहा है चोदो जो से फाड़ दो मेरी चूत आह्ह्ह ओह्ह्ह की मादक आवाजे निकल रही थी | मैंने उसकी मस्त चुदाई की फिर वो झड गयी | मेरा लंड अब भी नहीं झडा था फिर मैंने उससे कहा की मुझे तुम्हारी गांड मारनी है पहले तो कहने लगी की मैं गांड में नहीं लूंगी | पर मेरे बहुत कहने पर वो तैयार हो गयी मैंने उसको घोड़ी बनाया और उसकी गांड में लंड डाल दिया और वो चीख पड़ी उसकी गांड टाइट थी फिर मैंने उसकी कमर पकड़ी और उसकी गांड को चोदने लगा मैंने उसकी जमकर गांड मारी और फिर मैंने उसको बाथरूम में ले जाकर नहाते हुए उसके साथ सेक्स किया फिर वो अपने घर चली गयी |

मैंने उसका नंबर ले लिया और मुझे जब भी चोदना होता था तो मैं उसको बुलाकर उसकी चुदाई करता था |

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घर में सामूहिक चुदाई https://sexstories.one/maa-ki-samuhik-chudai/ Sat, 18 Jul 2020 10:01:23 +0000 https://sexstories.one/?p=618 हाय दोस्तो। मैं मोनू. एक बार फिर से आपके लिए हिंदी सेक्सी स्टोरी लाया हूँ। जिसमें मेरे एक मित्र रमेश नें अपनी सौतेली माँ और नानी की गाँव में चुदाई की। मैंनें नीचे उसकी कहानी ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हाय दोस्तो। मैं मोनू. एक बार फिर से आपके लिए हिंदी सेक्सी स्टोरी लाया हूँ। जिसमें मेरे एक मित्र रमेश नें अपनी सौतेली माँ और नानी की गाँव में चुदाई की। मैंनें नीचे उसकी कहानी का वर्णन उसी के शब्दों में किया है.  Maa ki Samuhik Chudai मैं रमेश 19 साल का तंदरुस्त जवान हूँ. हम लोग उत्तर प्रदेश के एक गाँव में रहते हैं।

जब मैं 12 साल का था तभी मेरी माँ का देहान्त हो गया और पिताजी नें 22 साल की एक गरीब लड़की से दूसरी शादी कर ली। हम लोग खेती-बाड़ी करके अपना दिन गुजारते थे।

maa ki samuhik chudaiमेरे ज्यादा पढ़ा लिखा न होनें की वजह से पिताजी नें एक छोटी सी किरानें की दुकान खोल ली। पिताजी खेती पर जाते थे और मैं या मेरी सौतेली माँ दुकान पर बैठते थे। जब मैं 19 साल का हुआ तो पिताजी का अचानक देहान्त हो गया। अब घर में केवल मैं और मेरी सौतेली माँ रहते थे। मेरी सौतेली माँ को मैं माँ कहकर बुलाता था। घर का इकलौता बेटा होनें के कारण मेरी माँ मुझे बहुत प्यार करती थी।

Maa ki Samuhik chudai – ट्रेनिंग में आयी भाभी की मस्त चुदाई

मेरी माँ थोड़ी मोटी और सावली हैं. और उनकी उम्र 30 साल की है। उसके चूतड़ काफी मोटे हैं. जब वो चलती है तो उसके चूतड़ हिलते हैं। उसके बूब्स भी बड़े-बड़े हैं। मैंनें कई बार नहाते समय उनके बूब्स देखे हैं।

पिताजी के देहान्त के बाद हम माँ बेटे ही घर में रहते थे और अकेलापन महसूस करते थे। दुकान में रहनें के कारण हम लोग खेती नहीं कर पाते थे इसलिए खेत को हमनें किसी और को जुताई के लिए दे दिया था। मैं सुबह सात बजे से दोपहर साढ़े बारह बजे तक दुकान में बैठता था और तीन बजे तक घर में रहता था। फिर दुकान खोलकर सात बजे तक दुकान बंद कर घर चला जाता था।

जब मुझे दुकान का माल खरीदनें शहर जाना पड़ता तो माँ दुकान पर बैठती थी।

एक दिन माँ नें दोपहर में खाना खाते वक़्त मुझसे पूछा- रमेश बेटे। अगर तुम्हे ऐतराज न हो तो. क्या मैं अपनी माँ को यहाँ बुला लूँ. क्योंकि वो भी गाँव में अकेली रहती है। उनके यहाँ आनें से हमारा अकेलापन दूर हो जाएगा।

मैंनें कहा- कोई बात नहीं माँ। आप नानी जी को यहाँ बुला लो।

Maa ki Samuhik chudai – रास्ते में चुदाई

अगले हफ्ते नानी जी हमारे घर पहुँच गईं। वो करीब 45 साल की थी और उनके पति का देहान्त 3 साल पहले हुआ था। नानी भी मोटी और सांवली थी और उनका बदन काफी सेक्सी था।

जाड़े का समय था. इसलिए सुबह दुकान देर से खुलती थी और शाम को जल्दी ही बंद भी कर देता था।

घर पर माँ और नानी दोनों साड़ी और ब्लाउज पहनती थीं और रात को सोते समय साड़ी खोल देती थी और केवल ब्लाउज और पेटीकोट पहन कर सोती थी।

मैं सोते समय केवल अंडरवियर और लुंगी पहन कर सोता था।

एक दिन सुबह मेरी आँख खुली तो. देखा नानी मेरे कमरे में थी और मेरी लुंगी की तरफ आँखें फाड़-फाड़ कर देख रही थी।

मैंनें झट से आँखे बंद कर ली ताकि वो समझे कि मैं अभी तक सो रहा हूँ।

मैंनें महसूस किया कि मेरा लंड खड़ा होकर अंडरवियर से बाहर निकला था और लुंगी थोड़ी सरकी हुई थी इसलिए मेरा लंड जो 8 इंच लम्बा और काफी मोटा था. नानी उसे आखें फाड़-फाड़ कर देख रही थी।

कुछ देर इसी तरह देखनें के बाद वो कमरे से बाहर चली गई। तब मैंनें उठ कर मेरा मोटा लंड अंडरवियर के अन्दर किया और लुंगी ठीक करके मूतनें चला गया।

Maa ki Samuhik chudai – देहाती चाची की जमके चुदाई की

नहा धोकर जब हम सब मिलकर नाश्ता कर रहे थे. नानी बार-बार मेरे लंड की तरफ देख रही थी। शायद वो इस ताक में थी कि उसे मेरे लंड के दर्शन हो जायें।

जाड़े के दिनों में हम दुकान देर से खोलते थे इसलिए मैं बाहर आकर खेत पर बैठकर धूप का आनंद ले रहा था।

बाहर एक छोटा पार्टीशन था जिसमें हम लोग पेशाब वगैरह करते थे।

थोड़ी देर बाद मैंनें देखा कि नानी आई और पेशाब करनें चली गई। वो पार्टीशन में जाकर अपनी साड़ी और पेटीकोट कमर तक ऊंची की और इस तरह बैठी की नानी की काली फांकों वाली. झांटों से घिरी चूत मुझे साफ दिखाई दे रही थी।

नानी का सर नीचे था और मेरी नजर उनकी चूत पर थी। पेशाब करनें के बाद नानी करीब पांच मिनट उसी तरह बैठी रही और अपनें दाहिनें हाथ से चूत को रगड़ रही थी।

ये सब देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया और जब नानी उठी तो मैंनें नजर घुमा ली। मेरे पास से गुजरते हुए नानी नें पूछा- आज दुकान नहीं खोलनी है क्या?

मैंनें कहा- बस नानी जी. दस मिनट में जाकर दुकान खोलता हूँ।

और मैं दुकान खोलनें चला गया।

Maa ki Samuhik chudai – स्कूल के लड़कों से चुदाई

शाम को दुकान से जब घर आया तो नानी फिर से मेरे सामनें पेशाब करनें चली गई और सुबह की तरह पेशाब करके अपनी चूत रगड़ रही थी।

थोड़ी देर बाद मैं बाहर घूमनें निकल गया। जाते वक़्त माँ नें कहा। बेटा जल्दी आ जाना. जाड़े का समय है न। मैंनें कहा ठीक है माँ. और निकल गया।

रास्ते में. मेरे दिमाग में केवल नानी की चूत ही चूत घूम रही थी। मैं कभी-कभी एक पौवा देशी शराब पिया करता था। हालाँकि आदत नहीं थी। महीनें दो महीनें में एक आध बार पी लिया करता था।

आज मेरे दिमाग में केवल चूत ही चूत घूम रही थी इसलिए मैंनें देसी ठेके पे डेढ़ पौवा पी लिया और चुपचाप घर की ओर चल पड़ा। मेरे पीनें के बारे में मेरी माँ जानती थी। लेकिन कुछ बोलती नहीं थी क्योंकि मैं पी कर चुप चाप सो जाता था।

रात करीब नौ बजे हम सबनें साथ में खाना खाया। खाना खानें के बाद माँ घर के काम में लग गई और मैं और नानी खेत पर बैठकर बातें करनें लगे। थोड़ी ही देर में माँ भी आ गई और बातें करनें लगी।

नानी नें कहा- चलो। कमरे में चलते हैं. वहीं बातें करेंगे क्योंकि बाहर ठण्ड लग रही है।

इसलिए हम सब कमरे में आ गए। माँ नें अपना और नानी का बिस्तर जमीन पर लगाया और हम सब नीचे बैठकर बातें करनें लगे।

Maa ki Samuhik chudai – मुझे लंड मिल गया

बातों-बातों में नानी नें कहा- रमेश। आज तू हमारे साथ ही सो जा।

माँ नें कहा- ये यहाँ कहाँ सोयेगा। और वैसे भी मुझे मर्दों के बीच सोनें में शर्म आती है और नींद भी नहीं आती है।

नानी बोली- बेटी क्या हुआ? ये भी तो तेरे बेटे जैसा ही है। हालाँकि तुम इसकी सौतेली माँ हो लेकिन इसका कितना ध्यान रखती हो। अगर बेटा साथ सो रहा है तो इसमें शर्म की क्या बात है।

खैर नानी की बात माँ मान गई। मैं माँ और नानी की बीच में सो गया। मेरी दाहिनी तरफ माँ सो रही थी और बाईं तरफ नानी।
शराब के नशे के कारण पता नहीं चला कि मुझे कब नींद आ गई।

करीब 1 बजे मुझे पेशाब लगी। मैंनें आँख खोली तो बगल से अआह उम्म्ह.. अहह.. हय.. याह.. की धीमी आवाज सुनाई दी। मैंनें महसूस किया कि ये तो माँ की फुसफुसाहट थी इसलिए मैंनें धीरे से माँ की ओर देखा।

माँ को देखकर मेरी आखें खुली की खुली रह गईं।

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