mummy ki chudai Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/mummy-ki-chudai/ Hindipornstories.org Wed, 29 Jun 2022 14:17:16 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 मम्मी की दोस्त की चूत और हमारी अन्तर्वासना https://sexstories.one/mummy-ki-saheli-ki-chut-ki-antervasna/ Wed, 29 Jun 2022 14:16:34 +0000 https://sexstories.one/?p=6172 आंटी के साइड बूब्स मुझसे टच हो रहे थे और मेरा लंड खड़ा हो गया | मैंने कहा आप इनती मस्त हैं की आपको देखके समझदारी अपने आप निकल जाती है | मुम्मी ने कहा ऋतू मैं थोड़ी देर में आती हूँ बगल वाले के घर से..

The post मम्मी की दोस्त की चूत और हमारी अन्तर्वासना appeared first on Antarvasna.

]]>
हेल्लो मेरे प्यारे दोस्तों कैसे हैं आप सब मैंने सोचा आज आपसे कुछ शेयर कर लेता हूँ क्यूंकि मुझे चुप नहीं रहा जाता | तो दोस्तों आज की कहानी में चुदाई तो है ही पर मुझे आपको ये बताना है की मैंने एक चुदाई नहीं की है | मैंने कई चुदाई की है और मुझे ये बताना है कि मैंने अपनी मैडम से लेके अपनी कुतिया तक चोदा है | हाँ ये अजीब बात है पर मेरी सेक्स की चाहत इतनी है कि मैं खुद को रोक नहीं पाता |

इसलिए मैने जो सामने आए उसको चोद डाला | अब मैं आपको एक एक करके बताऊंगा मैंने कैसे चुदाई की और किस किस को पेला मैंने तबीअत से | इसलिए तैयार हो जाइए चुदाई की कहानी सुनने के लिए | मैं हूँ मनीष और मैं रहता हूँ पुराने कंचनपुर में | इमली के पेड़ के पास मेरा घर है | मुझे ब्लू फिल्म देखने का बहुत शौक है | और मैं पहेलवान भी हूँ तो मेरे अन्दर गर्मी बहुत है | अब मुझे अपनी कहानी सुनाने में आना चाहिए क्यूंकि मैंने अपने बारे में आपको सब बता दिया और अब आप कहानी का मज़ा लीजिये | चलिए अब आरम्भ होती है मेरी चुदाई क्रिया और ये रहा आपके सामने पहला दृश्य |

आप सब तो जानते हैं हर मम्मी की कोई न कोई दोस्त होती है मेरी मम्मी की भी है | उनको मैं बड़े प्यार से ऋतू आंटी बोलता हूँ | मैंने पहली बार उनको एक पार्टी में देखा था जहाँ वो एक सलवार सूट में आई थीं | कमाल लग रही थी पता ही नहीं चल रहा था कि वो ४० साल की हैं | मैंने उनको देखते ही मन में सोचा कास ऐसी बीवी मुझे मिल जाए कभी किसी को चोदने का मन नहीं करेगा बस इसकी चूत में ही लंड डाल के रखूँगा जिंदगी भर | पहले जब उन्होंने मुझे देखा तो कहा अरे तनु तेरा बेटा कितना बड़ा हो गया है | उन्होंने मेरे कंधे पे हाथ रखा और कहा मनीष बेटा मुझे पहचानता है |

मैंने कहा नहीं तो उन्होंने कहा बेटा जब तू छोटा था न तू मेरी गोद में ही रहता था हमेशा | मेरे ऊपर कितनी बार पेशाब की है तू जानता है न | अब कोई और होता तो इस बात पे शर्मा जाता पर मैं सोच रहा था बचपन में मैं इस माल के ऊपर रहता था | कितना हसीन होगा वो मंज़र जब ये मुझे सीने से लगाती होगी और इतना देखके ही मेरी नज़र उसके दूध पर पड़ गई | मस्त बड़े बड़े थे और उसके बीच की नाली साफ दिख रही थी | मैंने सोचा मम्मी की इतनी अच्छी दोस्त मुझसे आज तक क्यूँ नहीं मिली | फिर मम्मी और वो बात करने लगे | मैं अहि खड़ा था तो मुझे पता चला उनके पति ने उनको छोड़ दिया है और उनके बच्चे भी नहीं है | मैंने सोचा कि ऐसा मौका तो किस्मत वालों को ही मिलता है | बस फिर क्या था मैंने इंतज़ार शुरू कर दिया उनके घर आने का |

मैंने सोचा क्या होगा अगर मैंने इसके साथ जबरदस्ती कर दी तो | पर मैं ये नहीं चाहता था क्यूंकि इससे हर तरफ ढिंढोरा पिट जाता | इसलिए मैंने विगोरा की गोली लाके रख ली और बस करने लगा इंतज़ार | सब्र का फल मीठा होता है ये बस सुना था मैंने पर इस बार मेरा सपना सच हो गया | पर मुझे एक बात समझ नहीं आई की आंटी मुझसे चिपक बहुर रही थी पर फिर भी मैंने सोचा की दवाई का पूर्ण इस्तमाल करूँगा | जैसे ही आंटी घर आई मुम्मी ने कहा मनीष बेटा आंटी को पानी दे | मैंने आंटी के पानी में दवाई मिला दी और उनको पिला दिया | आंटी ने मुझे पास बैठाया और गले में हाथ डालके कहा क्यों बच्चे इतने समझदार हो गए तुम |

आंटी के साइड बूब्स मुझसे टच हो रहे थे और मेरा लंड खड़ा हो गया | मैंने कहा आप इनती मस्त हैं की आपको देखके समझदारी अपने आप निकल जाती है | मुम्मी ने कहा ऋतू मैं थोड़ी देर में आती हूँ बगल वाले के घर से आज रात तो तू वैसे भी यहीं रुकेगी तो आराम से चली जाना | मैंने सोचा वाह लाटरी लग गयी | आंटी को दवाई का असर होने लगा और मुझसे थोडा दूर होक बैठ गयी | आंटी का हाथ मेने फिर से अपने गले में डाला और कहा आप बताओ न क्या चल रहा है | आंटी ने बताना शुरू किया और मेरे गले पे हाथ फिराने लगी | मैंने भी हलके से आंटी के साइड बूब्स पे हाथ फेरने लगा |

फिर एक दम से हटा लिया आंटी ने कहा कर लो बड़े तो हो ही गए कार्लो जो कर रहे थे | अब तो मेरा हौसला आसमान के ऊपर था और मैंने तुरंत आंटी के बूब्स को सामने से दबाना चालु कर दिया | अब आंटी ने अपने बूब्स बाहर निकाले ब्रा से और कहा अच्छे से करो | मैंने थोड़ी देर तक उनके बूब्स को दबाया और निपल्स को भी मसला फिर उन्होंने मेरा मुह अपने निप्प्लस पे लगाके कहा चूसो इनको | मैंने चूसते हुए उनके निप्प्लस को कड़क कर दिया और वो आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करने लगी | मैंने कई बार उनसे कहा आंटी थोडा धीरे करो पर वो सुन ही नहीं रही थी |

फिर उन्होंने अपना पूरा सूट उतार दिया अब उन्होंने मेरा एक हाथ अपनी चूत पे रखवा दिया और खुद ही रगड़ने को बोलने लगी | मैंने उनकी चोट को अपनी बीच की उन्ग्लू से रगड़ना चालु किया और वो आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करती रही | फिर मैंने अपनी ऊँगली से ही उनको चोदना चालु कर दिया |

उसके बाद उन्होंने मेरा लंड खोला और मुझे सामने बुलाया और कहा इसको डालो अन्दर | मैंने अपना लंड डाला तो मुझे गरम गरम लगा | मैं आगे पीछे हो रहा था और वो आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः कर रही थी |

करीब आधे घंटे तक चुदने के बाद जैसे ही मम्मी ने आवाज़ लगायी उन्होंने मेरा लंड निकला और अपने मुह के ऊपर हिलाने लगी | मैंने आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः कर ज़ोरदार मुठ की बारिश उनके मुह पे कर दी |

पर अब मुझे और चुदाई की तलब लगने लगी और आंटी भी दवाई के नशे से बाहर आ गयी | मुझे तो लगा बस अब तो सारा मज़ा किरकिरा हो गया | मैं रात को खाना खाने के बाद अपने रूम में गया और आंटी और मम्मी गप्पे मार रही थी | रात के 12 बजे मैंने अपना निकाल के उसको हिलाना चालु कि तभी मेरा दरवाज़ा खुला और आंटी आ गयी | वो मेरा लंड पकड़ के चूसने लगी और मेरे मुह से आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः की आवाज़ निकलने लगी | इन्होने मेरा लंड मस्त चूसा और मुझे झडवा भी दिया | उसके बाद वो अपनी छोट मेरे लंड पे रगड़ने लगी और उसके बाद मेरे मुह के पास अपनी चूत लेके आई और कहा इसको चाटो | मैंने उनकी चूत को चाटना शुरू किया |

उनकी बड़ी बड़ी गांड मेरे मुह से टकरा रही थी तो मैंने एक ऊँगली उनकी गांड के छेद में डाल दी और उसको चोदने लगा | आंटी आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः ही कर रही थी | फिर थोड़ी देर बाद मैंने उनकी चोट को चाटना बंद किया और उनके छेद में अपना लंड डाला पर इस बार गांड के छेद में डाला | मैंने उन्हें घोड़ी बना के चोदा और वो बस अपनी चूत को रगड़ते हुए सिस्कारियां ले रही थी | इतना मज़ा आया उनको चोदने में कि क्या बताऊँ मैं आपको | पूरी रात की चुदाई के बाद आंटी ने कहा अब मैं यही बाजू वाले घर में रहने आ गयी हूँ तो तु कभी भी आ जाना |

मेरी तो सच में लाटरी लग गयी और मम्मी भी खुश अपनी दोस्त से और लड़का भी खुश मम्मी की दोस्त की चूत से |

The post मम्मी की दोस्त की चूत और हमारी अन्तर्वासना appeared first on Antarvasna.

]]>
माँ और अंकल की सेवा https://sexstories.one/mummy-ki-chudai-uncle-se/ Wed, 30 Sep 2020 16:34:34 +0000 https://sexstories.one/?p=790 हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम सार्थक है और मेरी उम्र 21 साल है. मेरे पापा जिनका नाम गौरव है और उनकी उम्र 48 साल है और वो एक प्राइवेट कम्पनी में सेल्स मेनेजर है. मेरी माँ ... >> पूरी कहानी पढ़ें

The post माँ और अंकल की सेवा appeared first on Antarvasna.

]]>
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम सार्थक है और मेरी उम्र 21 साल है. मेरे पापा जिनका नाम गौरव है और उनकी उम्र 48 साल है और वो एक प्राइवेट कम्पनी में सेल्स मेनेजर है. मेरी माँ की उम्र 32 साल है और वो एक ग्रहणी है. दोस्तों में आज आप सभी चाहने वालो को मेरी माँ की एक बिल्कुल सच्ची चुदाई की कहानी बताने जा रहा हूँ. mummy ki chudai

वैसे में पिछले कुछ समय से इसकी सेक्सी कहानियाँ पढ़ता आ रहा हूँ, लेकिन अपनी कहानी आज लिख रहा हूँ.

मैंने इसे बहुत सोच समझकर और थोड़ी हिम्मत करके लिखा है और में उम्मीद करता हूँ कि यह आप लोगों को जरुर पसंद आएगी. दोस्तों मेरे पड़ोस में मेरे एक अंकल रहते है जिनका नाम राजेश है और उनकी उम्र 42 साल है वो अभी तक कुंवारे थे. दोस्तों यह मेरी कहानी उन्ही पर आधारित है और उन्ही अंकल ने मेरी माँ को चोदा. अब में सीधा अपनी आज की कहानी पर आता हूँ.

दोस्तों यह तब की बात है जब मेरी उम्र 18 साल की थी और में उस समय स्कूल में पढ़ने जाया करता था और मेरे कुछ शरारती दोस्त मुझे अपनी नूनी दिखाकर मुझे समझाते थे, लेकिन में कुछ नहीं समझता था. फिर कई बार जब में अपनी मम्मी के साथ कहीं बाहर जाता तो रास्ते में राजेश अंकल हमे मिल जाते और वो हमारे साथ बातें किया करते थे और वो मम्मी को बहुत गंदी नजर से घूरते थे…

लेकिन मैंने उस समय कभी उनकी इस बात पर इतना गोर नहीं किया, लेकिन फिर धीरे धीरे अंकल जानबूझ कर मेरे बहुत करीब होने लगे थे और हम दोनों के बीच में बहुत अच्छी बातें होने लगी थी. में अब हर कभी उनके घर पर जाने लगा था और वो भी हमारे घर आने जाने लगे थे और अब उनके साथ मेरी दोस्ती इतनी बढ़ गई थी कि वो मुझे अब अच्छा मौका देखकर ब्लूफिल्म दिखाने लगे थे और वो मेरे साथ बहुत मजाक मस्ती भी करते थे.

फिर एक दिन मैंने उनसे बातों ही बातों में पूछ लिया कि क्या आपको किसी औरत की ज़रूरत महसूस नहीं होती है और अब आपको शादी भी कर लेनी चाहिए? तो अंकल ने कहा कि मेरे लायक कोई मुझे मिलती ही नहीं जिसको में पसंद करूं और उससे शादी कर लूँ. फिर मैंने अंकल से थोड़ा झिझकते हुए पूछ ही लिया कि वो मेरी मम्मी को क्यों इतना घूरते है? तो अंकल मेरे मुहं से यह बात सुनकर एकदम से बहुत चकित रह गये और उन्होंने मुझे अपना कोई जवाब नहीं दिया.

mummy ki chudaiफिर मैंने अंकल से कहा कि मैंने आपको मेरी मम्मी की गांड को बहुत बार घूरते हुए देखा था, तो उन्होंने मुझसे कहा कि यार तू मुझसे बिल्कुल भी नाराज़ मत होना, वैसे में बहुत जल्दी तुझे यह बात बताने ही वाला था, लेकिन आज तुमने मुझसे पूछ ही लिया, मुझे तेरी मम्मी बहुत पसंद है और मुझे वो बहुत अच्छी लगती है और मेरा मन बार बार उन्हें देखने का करता है. अब तू ही बता कि में क्या करूं? तो मैंने कहा कि अंकल में आपकी इसमें कुछ भी मदद नहीं कर सकता, मुझे आपकी यह बात बहुत गलत लगी, लेकिन में क्या करूं? मेरी आपसे बहुत अच्छी बातचीत है.

फिर में उनसे यह बात कहकर अपने घर पर चला गया और वहां पर मैंने देखा कि मेरे पापा बाहर टूर पर जाने की तैयारी कर रहे थे. मैंने पापा से बहुत ज़िद की तो उन्होंने कहा कि कल मेरा पेपर है और में अंकल को यहीं पर बुलाने की अनुमति माँगने लगा और फिर वो मान भी गये. उनके जाने के बाद अंकल मेरे घर पर आ गए. फिर मम्मी ने हमारे लिए खाना बनाया और अब अंकल मुझे पड़ा रहे थे, लेकिन उनका पूरा ध्यान मेरी मम्मी की कमर पर ही था.

फिर हमने खाना खाया और हम बेडरूम में चले गये. उस समय थोड़ी ठंड थी इसलिए मैंने और अंकल ने एक कम्बल ओढ़ रखा था और वो उसके ऊपर मेरी किताब रखकर मेरा लंड और में उनका लंड हिला रहा था. तो कुछ देर बाद मम्मी भी मेक्सी पहनकर वहां पर आ गई थी और उन्होंने हमे दूध लाकर दिया और फिर मेरे एक साईड अंकल और एक साइड मम्मी लेट गई थी.

फिर अंकल ने अपना पजामा थोड़ा ढीला किया और अपना लंड मेरी गांड में रखा और सहलाने लगे फिर मेरे हाथ को अपने लंड पर रखा और सहलाने लगे, में उनकी मुठ मार रहा था. तभी मुझे गर्मी लगी और मम्मी के हिलने का अहसास हुआ. फिर में उठा और टॉयलेट में चला गया. में वापस आया तो मैंने देखा कि अंकल अब मेरी जगह पर आ गये है और में उनके पास में लेट गया.

पढ़ना न भूलें – सर ने सिखाया चुदाई के पाठ

फिर अंकल ने मेरी तरफ आंख मारी और फिर उन्होंने अपना एक हाथ मम्मी के ऊपर रख दिया और अपना अंडरवियर उतार दिया और मम्मी की मेक्सी को ऊपर करने लगे. जब वो उनके घुटनों तक हुई तो वो अपने पैर उनके पैर पर रखकर धीरे से सहलाने लगे थे और उनके बूब्स पर अपने एक हाथ से धीरे धीरे मसाज करने लगे थे और अब मम्मी भी जागने लगी थी और फिर वो मम्मी की मेक्सी के ऊपर से ही उनकी गांड पर अपने लंड का स्पर्श दे रहे थे, लेकिन दोस्तों अब मम्मी सोने का नाटक कर रही थी और उनकी सांसे तेज चलने लगी थी. वो शरम के मारे कुछ नहीं बोल सकी और अब अंकल ने उनके बूब्स को मेक्सी के ऊपर से ही दबाना चालू कर दिया था.

फिर उन्होंने मम्मी की मेक्सी में अपना एक हाथ घुसा दिया और वो अब उनकी पेंटी के किनारे से चूत में अपनी एक उंगली को डालकर अंदर बाहर करने लगे थे, जिसकी वजह से मम्मी मचलने लगी थी और मम्मी के मुहं से मादक आवाजें आहह्ह्ह्ह उह्ह्हह्ह्ह निकलने लगी थी.

तभी अंकल ने मम्मी की चूत में थोड़ा पानी की नमी को महसूस किया जिसकी वजह से उन्हे पता चल गया कि अब वो उनके साथ चुदाई करने के लिए एकदम तैयार है. फिर उन्होंने पेंटी को उतारा और उनको खींचकर पूरा अपनी तरफ किया तो वो एकदम चिपक गए थे. मम्मी ने मेरी तरफ देखा, लेकिन मैंने सोने का नाटक किया, वो थोड़ा डर भी रही थी कि कहीं में उठ गया तो बहुत समस्या हो जाएगी, तभी अंकल ने उन्हे कहा कि ऐसा कुछ नहीं होगा जैसा तुम सोच रही हो, में हूँ ना, तुम बिल्कुल भी मत डरो.

फिर उन्होंने मम्मी की मेक्सी को उतार दिया और अब मम्मी उनके सामने बिल्कुल नंगी थी और अंकल ने मम्मी को किस करना चालू कर दिया और अंकल भी अब नंगे हो गये थे. दोनों एक दूसरे से चिपक गये थे. अब अंकल मम्मी के बूब्स दबाने लगे थे और फिर उन्होंने मम्मी के मुहं से मुहं लगाकर किस करना चालू कर दिया और मम्मी ने अंकल का काला लंड पकड़ लिया और उसे अपनी मुट्ठी में बंद करने लगी.

फिर अंकल मम्मी के ऊपर आ गये और तेल लगाकर लंड को उनकी चूत पर टिकाया और मम्मी ने उनका लंड पकड़ कर अपनी चूत के मुहं पर सेट किया. फिर अंकल लंड पर ज़ोर से धक्का देकर अंदर बाहर कर रहे थे जिसकी वजह से मम्मी के मुहं से आहह उफफ्फ्फ्फ़ माँ आईईईइ की चीख निकल गई और फिर अंकल थोड़ा सा रुके और वो मम्मी को किस करने लगे और उनके बूब्स को दबाने लगे थे.

फिर धीरे धीरे चुदाई करते हुए उन्होंने अपने धक्को की गति को बढ़ा दिया और मम्मी उनकी गांड पर अपने दोनों हाथों से दबाव बनाकर अपनी तरफ खींच रही थी. पूरे कमरे में उनकी तेज़ तेज़ सांसो की आवाज़ आ रही थी. फिर अंकल ने मेरा भी एक हाथ पकड़ा और फिर मम्मी ने अपना पानी छोड़ दिया, लेकिन अब भी अंकल रुके नहीं और वो लगातार धक्के देकर चुदाई करते रहे. फिर कुछ देर धक्के देने के बाद वो झड़ने लगे और उन्होंने अपना वीर्य मम्मी की नाभी पर गिरा दिया.

फिर उसको मम्मी ने कुछ देर बाद अपनी पेंटी से साफ कर दिया और फिर वो दोनों टॉयलेट में जाकर आए और फिर दोबारा चुदाई का दौर चला. वो दोनों 69 की पोज़िशन में आ गये और दोनों ने एक दूसरे की चूत लंड को बहुत देर तक चाटा. फिर उसके बाद अंकल ने मम्मी को उल्टा किया और मम्मी को पेट के बल लेटा दिया और उनकी गांड को सहलाने लगे और अब उनकी गांड के छेद पर उन्होंने बहुत सारा तेल लगाया और अब अपना लंड उस पर रखा और वो भी मम्मी पर लेट गये और मम्मी की गांड पर धक्के लगाने लगे और मम्मी आह्ह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ कर रही थी. इतने में वो उठे और उन्होंने मम्मी को घोड़ी बना दिया और अपना लंड डालकर चोदने लगे. मम्मी पूरे मजे से अपनी चूत सहला रही थी और अंकल अब बहुत थक गये थे और लेट गये.

फिर मम्मी अंकल के ऊपर आ गई और अपनी चूत को उनके लंड से रगड़ने लगी. अंकल कराह रहे थे और भाभी आह्ह्ह. फिर मम्मी झड़ गई, लेकिन अंकल नहीं झड़े थे तो उन्होंने मेरी माँ से अपना लंड चूसने को कहा.

फिर मम्मी ने अंकल का लंड चूसा और उसके बाद ना जाने कब मुझे नींद आ गई, लेकिन जब में सुबह उठा तो अंकल और मम्मी दोनों नंगे सो रहे थे.

अंकल का लंड मम्मी की गांड की तरफ छोटा सा हुआ पड़ा था. तभी 6:30 बजे का अलार्म बजा तो मम्मी उठ गई और उन्होंने मेरी तरफ देखा, में फिर से अंकल से बोलकर उठा और हमने बाहर से नाश्ता मंगवाया, मैंने नाश्ता किया और फिर में पेपर देने चला गया, लेकिन तब तक अंकल वहीं पर थे.

दोस्तों यह थी मेरी माँ की चुदाई की कहानी.

The post माँ और अंकल की सेवा appeared first on Antarvasna.

]]>
माँ ने बोला मौसी को चोदो https://sexstories.one/maa-ke-bolne-pe-mausi-ko-choda/ Fri, 17 Apr 2020 20:37:55 +0000 https://sexstories.one/?p=598 हैंल्लो दोस्तों.. जैसे की आप लोग जानते हो की मेरा नाम मुकेश सिन्हा हैं और मैं जम्मू का रहने वाला हु. आप लोग यह भी जानते हो की मैं अक्सर अपनी माँ की चुदाई करता हु। ... >> पूरी कहानी पढ़ें

The post माँ ने बोला मौसी को चोदो appeared first on Antarvasna.

]]>
हैंल्लो दोस्तों.. जैसे की आप लोग जानते हो की मेरा नाम मुकेश सिन्हा हैं और मैं जम्मू का रहने वाला हु. आप लोग यह भी जानते हो की मैं अक्सर अपनी माँ की चुदाई करता हु। लेकिन यह बात कुछ अलग हैं. आपको मेरी कहानी पसंद आये तो मुझे मेल जरुर करना।

यह बात जून की हैं. गरमी काफी थी और मैं टीवी देख रहा था और माँ किचन मैं थी. मैंने माँ को आवाज दी तो माँ बोली की नाही यार. मेरी तबियत ठीक नहीं हैं। शायद माँ को लगा था की मैं उसे चुदाई के लिए बुला रहा हु। मैंने वापस जवाब दिया की मुझे अकेले अच्छा नहीं लग रहा तुम यहाँ पर आ जाओ साथ मैं चुदाई नहीं लेकिन टीवी देखेंगे।

Mausi ko choda – सेक्स के 7 दिन

तो माँ बोली की ओके. 7 मिनिट रुक और फिर माँ आ गयी तो वह फोन पर बात कर रही थी। फिर मैंने पुछा की कौन हैं तो माँ ने कहा की मेरे यार से बात कर रही हु। एमने पूछा की क्या कह रहा था? तो वह हंस के बोली की अरे पगले तुम्हारी मौसी हैं. दोस्तों मेरी मौसी का नाम अनीता हैं और उसकी शादी 7 महीने पहले हुई हैं।

वह बहुत अच्छी हैं और मैं उसे बुरी नजर से नहीं देखता था। मैंने भी मौसी के साथ बात की और तभी मुझे लगा की वह कुछ उदास हैं. मैंने पूछा तो मौसी ने बताया की नहीं यार मैं ठीक हु। पर उसने दोबारा माँ से बात की और फिर फोन कट कर दिया। मैं सोफे पर लेट गया और अपना सर माँ की गोद मैं रख दिया।

मैंने माँ से पूछा की मौसी उदास क्यों हैं? और यह पूछते मैंने माँ का बूब्स दबाया। माँ ने कहा नहीं ऐसी कोई बात नहीं हैं. मैंने कहा की मुझे किस करो तो माँ मुझे किस करने लगी।

मैंने माँ से पूछा की बाथ मैं प्रेग्नंट टेस्ट किट किसका था? तो माँ ने कहा की मैंने टेस्ट किया था. मैंने पूछा क्यों? तो माँ बोली की कल रात तेरे पापा के दोस्त ने मेरी चुदाई की और हँसने लगी। फिर माँ ने कहा की मैंने यह टेस्ट इसलिए किया हैं की तुमने मुझे फिर से प्रेग्नंट तो नहीं कर दिया ना लेकिन वह निगेटिव आया हैं।

फिर माँ ने कहा की मुकेश तुम्हारी अनीता मौसी को एक प्रॉब्लम हैं। मैंने कहा क्या? तो बोली की तुम्हारी मौसी 7 महीने से प्रेग्नंट नहीं हो रही हैं. मैंने उसको कहा की मौसी मैं तो कोई प्प्रॉब्लम नहीं हैं क्योंकि वह तो शादी से पहले एक बार प्रेग्नंट हो चुकी हैं।

Mausi ko choda – पति ने रण्डी बनाया

हां पर हम तो टेस्ट नहीं कर सकते ना? की किस मैं प्रॉब्लम हैं।। तेरी मौसी मैं या उसके पति मैं।

फिर मैंने कहा मी मैं कल मौसी के घर जाऊँगा तो उसने कहा की नहीं वह तो मम्मी के घर पर हैं. तो मैंने कहा की क्यों? तो माँ बोली की उसके मायके वालो ने कहा की यह बच्चे को जन्म नहीं दे सकती हैं हम उसका क्या करेंगे?

मैंने माँ से कहा की यह तो बड़ी प्रॉब्लम हैं। माँ ने कहा हां प्रॉब्लम तो हैं. पर उसका सोल्यूशन भी हैं. मैंने पूछा क्या? तो माँ ने कहा की अगर तुम्हारी मौसी को कोई प्रेग्नंट कर दे तो बात बन सकती हैं।

फिर माँ ने कहा की इस मैं भी एक प्रॉब्लम हैं. तो मैंने पूछा क्या? तो वह बोली की उसे प्रेग्नंट करने वाला तुम्हारी मौसी को ब्लेकमेल भी कर सकता हैं।

मैंने बहुत जोर लगा कर पूछा तो माँ ने बताया की मौसी का पति नामर्द हैं। तो मैंने कहा की फिर वह तलाक क्यों नहीं ले लेति हैं? तो माँ ने कहा की वह उसे बहुत प्यार करती हैं और छोड़ नहीं सकती।

दरसल वह बहुत अमीर था. मैंने पूछा की वह सेक्स के बिना कैसे रह सकती हैं? तो बोली की उसकी कोई जरुरत नहीं हैं। मैंने पूछा क्यों उसे चोदने वाला कोई मिल गया हैं क्या? तो माँ ने कहा की हां। तो मैंने कहा कौन? तो उसने मुस्कुराते मेरी तरफ इशारा किया।

मैंने मन मैं तो लड्डू फूटने लगे लेकिन मैंने कहा की मैं ऐसा कैसे कर सकता हु. वह तो मेरी मौसी हैं। तो वो बोली की अरे साले अपनी माँ को चोद सकता हैं तो अपनी मौसी को क्यों नहीं?

मैंने कहा लेकिन तो उसने मेरी बात काट दी। और कहा की लेकिन वेकिन कुछ नहीं. वह आज आ रही हैं ३ दिनों के लिए और उसको यहाँ से प्रेग्नंट करके ही वापस छोड़ देना। मैंने माँ से पूछा की तुमने उसे कह दिया तो माँ ने कहा हां।

फिर माँ ने मुज से कहा की तुम बाजार जाओ और वहा से मेरे लिए एक नाईटी ले आओ. मैं फिर घर से ५ बजे निकला और एक शोरुम चला गया. और एक ब्लेक कलर की पेंटी खरीद लाया और फिर अपने दोस्त के पास चला गया।

Desi gaand chudai kahani – सहेली के जीजू का लंड

मेरी मौसी भी बहुत सेक्सी हैं उमर 22 हैं और उसके बूब्स बहुत बड़े हैं. वहा पर मैंने दोस्त से बात की और एक मूवी देखि। फिर मैं वहा से 2 बजे निकला और अपने घर आ पहुचा।

जब मैं घर पंहुचा तो वहा मैंने देखा की मौसी आई हुई थी और वो माँ से बाते कर रही थी. जब उसने मुज को देखा तो उसने हलकी सी स्माइल दे दी और मैंने भी स्माइल का जवाब दिया और माँ के पास बैठ गया।

मैंने मौसी से पूछा की आप कब आई? तो उसने कहा की 7 बजे. फिर हम खाना खाने चले गये और और फिर मैं टीवी देखने लगा। माँ और मौसी आपस मैं बाते कर रही थी।

20मिनिट बाद माँ और मौसी रूम मैं चली गयी और मैं वही पर रुका था। 22 मिनिट बाद माँ मेरे पास आई और बोली की जल्दी अपने कमरे मैं जाना वह वही सो रही हैं. मैंने माँ से कहा ओके और बोला और वह अपने रूम मैं चली गयी।

मैं टीवी देख रहा था और पता ही नहीं चला की कब 11 बज गये. मैंने टीवी बंद किया और रूम मैं चला गया तो देखा की मौसी नींद मैं थी और उसने पिंक कलर की नाईटी पहन रखी थी. मैंने जा के उसके पास लेट गया और उसके चहरे को देखने लगा।

फिर मैंने उसके चेहरे पर हाथ रखा और प्यार करने लगा। मुझे बुहत मजा आ रहा था इसी बिच वह जाग गयी और उसने मुझे कहा की तुम प्यार करोगे ना? मेरा पति नामर्द हैं और वह मुझे कभी ख़ुशी नहीं देगा. मैंने कहा हां. मैं तुम्हैं खुश कर दूंगा।

फिर उसने कहा की मैं उसके साथ रहूंगी लेकिन मैं तुम्हारी पत्नी रहूंगी. तुम चाहैं तब मुझे चोद लेना. और मेरी चूत को शांत कर देना। मैंने उसकी नाईटी उतार दी और नंगी कर दी।

मैंने कहा की तुम्हारी जवानी तो मस्त हैं। तो उसने कहा की तुम लुट लो मेरी जवानी। मैंने ७ महीने से लंड नहीं देखा हैं आज मुझे शांत कर दो। मैं उसके बूब्स चूसने लगा उसके बूब्स बहुत बड़े थे और मैं उनको मसलता रहा और चुसता रहा।

फिर मैंने उनकी चूत पर हाथ रखा और उनकी चूत काफी चिकनी थी और उनकी चूत कुवारी लग रही थी. मैंने एक उंगली उनकी चूत मैं डाल दी और उनके मुह से आह निकली. उनकी चूत काफी टाईट थी. मैंने फिर उनकी टाँगे फैलाई और अपना मुह उनकी च्चुत पर रखा और चाटने लगा।

Mummy ko chudwaya – ट्रैन में माँ को अजनबी ने चोदा

मुझे बुहत मजा आ रहा था और उनकी चूत से मस्त महक आ रही थी. मैं तक़रीबन उनकी चूत को 26 मिनिट चाटता रहा. फिर मैं ऊपर उठा और अपना लंड उनके सामने रखा. उन्होंने मेरा लंड मुह मैं लिया और चूसने लगी. उसने फिर कहा की तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा हैं यह तो मेरी चूत फाड़ देगा।
उसने करिबन मेरा लंड 11 मिनिट चूसा और फिर मैंने उसको कहा की तुम्हैं लड़की चाहिए की लड़का? उसने कहा की बेटा मैंने कहा ओके। उसके बाद उसने कहा की अब मेरे अंदर डाल दो। मैं उनके टांगो के बिच मैं गया और उनको फैलाया और लंड को चूत पर मसलने लगा।

वो पागल हो रही थी और लंड को अंदर लेना चाहती थी. फिर मैंने अपने लंड पर प्रेस डाला तो आधा लंड उसकी चूत मैं चला गया और वह चीखने लगी आह्ह उऔउ राम मैं मर गयी। तुम्हारा लंड तो गधे जैसा हैं. मैंने एक और ज़टका मारा और वह तडपने लगी।

उसके मुह से अहः उऔ हां ओह अहह औउ इई माँ की आवाजे आ रही थी. फिर मैंने एक और ज़टका मारा तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ अंदर चला गया उसकी आँखों से आसू आने लगे. मैंने लंड अंदर ही रखा।

थोड़ी देर बाद मुझे लगा की अब वह थोडा शांत हो गयी हैं तो लंड को अंदर बहार करना शुरू कर दिया उसको बहुत दर्द हो रहा था. मुझे उसकी चींखे सुन कर बहुत मजा आ रहा था और मैंने अपने जटको की स्पीड बढ़ा दी। हर जटके से उनके मुह से दर्द भरी आह निकलती थी।

फिर मैंने मौसी को घोड़ी बनाया और पीछे से चूत मैं लंड डाल दिया. इस बार लंड एक ज़टके मैं अंदर चला गया और मौसी के मुह से आआया मर गयी निकल गयी। मौसी ने कहा अब मुझे धीरे धीरे चोदो. तुम्हारा लंड बहुत बड़ा हैं मैंने उसे कहा की अब तुम्हैं इस लंड की आदत पद जाएगी और तुम्हैं भी बहुत मजा आएगा और मैं उसकी चूत को 20 मिनिट तक मारता रहा।

फिर मैंने उसे कहा की मैं तुम्हारी गांड मरना चाहता हु तो उसने मना किया और कहा अभी ने बहुत थक गयी हु. फिर कभी मेरी गांड मार लेना। मैंने ओके कहा और चूत को चोदता रहा. करीब ५ मिनिट बाद मैं जड़ गया और मैंने अपना सारा पानी उसकी चूत मैं ही डाल दिया।

फिर मैं लेट गया और वो मेरे पास लेट गयी. हम दोनों बिलकुल नंगे थे और हम दोनों ऐसे ही सो गये। कल सुबह जब मैं उठा तो मौसी पहले से उठी हुइ थी।

The post माँ ने बोला मौसी को चोदो appeared first on Antarvasna.

]]>
माँ की चुदाई उनके दोस्त ने की https://sexstories.one/maa-ki-chudai-unke-dost-ne-ki/ Sun, 12 Apr 2020 19:09:51 +0000 https://sexstories.one/?p=586 दोस्तो, मेरा नाममनु है और अभी मैं इन्जनियरिंग कर रहा हूँ। यह बहुत पुरानी घटना है.कहानी जयपुर(राजस्थान) की है जहाँ मेरे मामाजी भी काम के सिलसिले में ठहरे हुए थे और उनके साथ उनका एक अच्छा दोस्त ... >> पूरी कहानी पढ़ें

The post माँ की चुदाई उनके दोस्त ने की appeared first on Antarvasna.

]]>
दोस्तो, मेरा नाममनु है और अभी मैं इन्जनियरिंग कर रहा हूँ। यह बहुत पुरानी घटना है.कहानी जयपुर(राजस्थान) की है जहाँ मेरे मामाजी भी काम के सिलसिले में ठहरे हुए थे और उनके साथ उनका एक अच्छा दोस्त भी था जिनका नाम महेश था।

वो मेरी माँ को अच्छी तरह से जानते थे और मेरी माँ भी उनको जानती थी.अक्सर मामाजी के साथ उनसे भी मिलना हो जाता था पर मैं उनके सम्बन्ध को नहीं जानता था। मेरी यह कहानी मेरी माँ और उन महेश अंकल की है।

जब मैं छोटा था तब ‘संभोग’ के बारे में नहीं जानता था लेकिन आज इतना बडा हो गया हूँ तो सब समझ में आता है कि उस दिन मेरी माँ और वो अंकल क्या कर रहे..

Maa ki chudai – शिमला में चुदाई

सबसे पहले मैं आपको मेरी माँ और उन अंकल का परिचय कराता हूँ। मेरी माँ एक घरेलू महिला हैं.गोरा रंग.उस वक्त उम्र 24 साल थी.कद 5 फ़ुट 3 इन्च और अंकल की उम्र करीब 50 और 55 के बीच की रही होगी।

तो अब यहाँ मेरी कहानी शुरु होती है। एक दिन मेरी माँ ने मुझसे कहा- चलो.मामाजी से मिलकर आते हैं।

उनका घर एक घुमावदार टीले पर था और थोड़े कच्चे मकान भी थे आसपास।

जब हम मामाजी के घर पहुंचे तो महेश अंकल ने दरवाजा खोला.उन्होंने अन्दर आने के लिये बोला। मुझे देख कर वो खुश भी हुए और बोले- अरेमनु भी आया है!

और उन्होंने मुझे प्यार किया और गोद में उठाया और अन्दर आ गये। मेरी माँ ने मामाजी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहाँ वो किसी काम से बाहर गये हैं।

मैं घर को इधर उधर देखने लगा.वो लोग बातें कर रहे थे पर मुझे उनकी बातों से क्या मतलब था क्योंकि मैं बहुत छोटा था। वो धीरे धीरे बातें कर रहे थे.वो दोनों एक बिस्तर पर ही बैठे थे जो एक खाट जैसी थी।

Maa ki chudai – बाबा का चक्कर

थोड़ी देर के बाद बात अंकल ने मुझे बाहर खेलने को कहा। मैंने माँ की तरफ़ देखा तो उनके चेहरे पर हल्की सी मुस्कान थी और ऐसा लग रहा था जैसे मेरी मौजूदगी से उनको किसी तरह की शर्म आ रही हो।

मैं वहाँ से जाना नहीं चाहता था क्योंकि मैं बहुत छोटा था और जिद्दी भी। फिर माँ ने मुझसे कहा- बेटा तुम थोड़ी देर बाहर जाकर खेलो.हम तुझे आवाज लगा देंगे।

अब मेरी माँ बिस्तर पर लेट गई। ऐसा लग रहा था कि दोनों की रजामंदी आँखों ही आँखों में हो गई थी पर मैं वहीं एक तरफ़ खडा हो गया.बाहर की तरफ़ देखने लगा और वो एक-दूसरे में ही खो गये। शायद उन्होंने अपना ध्यान मेरी तरफ़ से हटा लिया था। अब मेरी माँ ने अपनी साड़ी ऊपर करने के किये अपने पैर फ़ैलाए तो उनकी पायल ने मेरा ध्यान खींचा पर वो दोनों मेरी ओर ध्यान नहीं दे रहे थे।

तब मैंने देखा कि मेरी माँ ने अपने एक हाथ से अपनी साड़ी ऊपर की जिससे मैंने अपनी माँ की गोरे-गोरे गदराई हुई जांघों को देखा.माँ की जांघों को देखकर अंकल की आँखों में चमक आ गई और वो अपने होंटों पर जीभ फेरने लगे जैसे भूखे शेर के सामने गोश्त का टुकड़ा रख दिया हो।

इधर मैं हैरत में पड़ गया कि मेरी माँ की इतनी गोरी गोरी टाँगें कैसे हैं.बाहर से इतनी गोरी तो कभी नहीं दिखती थी।

इतनी देर बाद भी उनका ध्यान मेरी तरफ़ नहीं गया। उधर अंकल घुटनों क बल बिस्तर पर खड़े हुए थे। अब माँ ने अपनी गदराई हुई टांगों को फ़ैलाया.अंकल माँ को ‘संभोग’ के लिये तैयार होने तक रुके हुए थे।

Maa ki chudai – पडोसी से चुत चुदवाई

अब माँ ने अपनी साडी के अंदर हाथ डालकर अपनी अंडरवीयर का थोड़ा सा हिस्सा एक तरफ़ किया पर मैं उसे साफ़ नहीं देख सका। अब मेरी माँ अंकल को अपनी योनि का भोग देने के लिये पूरी तरह से तैयार थी और अंकल का इंतजार कर रही थी। इधर अंकल ने भी अपनी पैंट का हुक खोला और फिर जिप,, और बाद में अंडरवीयर।

तो मैंने देखा कि दस इंच का काला मोटा लण्ड मेरी माँ की योनि भोगने के लिये बैचेन हो रहा था। अब अंकल धीरे धीरे मेरी माँ के ऊपर लेटने लगे और मेरी माँ को पूरा अपने कब्जे में ले लिया और पूरी तरह से माँ के ऊपर चढ़ गये जैसे कोई उनसे माँ को छीन न ले।

अब मैंने देखा उनकी वो पैंट का वो खुला हुआ हिस्सा और माँ का खुला हुआ हिस्सा आपस मे मिल रहे हैं.पर मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि ये लोग कर क्या रहे हैं।

तभी अंकल ने झटका मारा.जिससे पूरी खाट हिल गया।

तभी उन दोनों का ध्यान मेरी ओर गया और मेरी माँ ने मुझे कहा- बेटा.तुम थोड़ी देर बाहर जाकर खेलो.थोड़ी देर बाद में आना!

तब मुझे बहुत गुस्सा आया कि मुझे बाहर क्यों भेज रहे हैं.लेकिन मैं.इन सब बातों को समझने के लिये बहुत छोटा था। करीब पांच मिनट बाद मैंने सोचा कि आखिर ये लोग कर क्या रहे हैं। तो फिर मैं एकदम से अंदर चला गया तो वो हक्के-बक्के रह गये.शायद वो दोनों गर्म हो चुके थे और मेरे एकदम से आने के कारन उनके संभोग मे बाधा पड़ गई थी तो अंकल ने मुझे कहा- तुमको कहा ना कि थोड़ी देर बाहर जाओ.हम तुझे बुला लेंगे। और कहा कि इस गेट को बंद करके जाना और अब अंदर मत आना।

इस बार अंकल के स्वभाव में थोड़ी नाराजगी थी।

तो मैं फिर बाहर चला गया। फिर मैंने उनको छुप कर देखने की योजना बनाई पर डर के मारे हिम्मत नहीं हो रही थी। तभी मैंने देखा कि दरवाजे में छोटा सा छेद है।

मैंने उसमें से अंदर झांका तो सब कुछ साफ़ दिख रहा था। वो आपस में धीरे-धीरे बात कर रहे थे पर उनकी बातें मुझे समझ में नहीं आई।

Maa ki chudai – अंकल पैंटी आए और चोद गए

फिर मैंने देखा कि अंकल माँ को जोर-जोर से झटके मार रहे थे और पूरी खाट हिल रही थी। इन झटकों की वजह से माँ की पायल भी सुर से ताल मिला रही थी। मैंने देखा कि अंकल के जबरदस्त झटकों से माँ की जांघों के लोथड़ आवाज कर रहे थे और दोनों एक दूसरे से आपस में पैरों को उलझाए हुए थे.साथ में बात भी कर रहे थे और ‘संभोग’ का भरपूर आंनद ले रहे थे।

पूरा कमरा फ़च,,फ़च,, की आवाज से गूंज रहा था और एसा लग रहा था कि खाट अभी टूट जायेगी अंकल के करारे झटकों से!

उनकी वासना भरी बातें मुझे समझ में नहीं आ रही थी क्योंकि इन सब बातों के लिये बहुत छोटा था। इधर अंकल हर चार पांच झटकों के बाद एक जोरदार झटका देते माँ को तो माँ की चूड़ियाँ और पायल भी बज उठती और अंकल को और जोश आ जाता। मेरी माँ अपने हाथ से उनकी कमर को प्यार से ऊपर से नीचे तक बच्चे की तरह सहला रही थी और उनको भरपूर यौनसुख दे रही थी।

15 मिनट बाद अंकल का शरीर अकड़ने लगा और नौ-दस झटके मारने के बाद अंकल के चेहरे से ऐसा लगा वो मेरी माँ कि योनि को जी भरकर भोगने के बाद पूरी तरह से तृप्त हो गये!

दोनों पसीने से पूरी तरह भीग चुके थे.उनकी सांसें बहुत तेज चल रही थी और फिर वो माँ के चूची पर लेट गये और स्तनो को धीरे-धीरे दबाने लगे। मेरी माँ उनके बालों में हाथ डालकर उनको प्यार से सहला रही थी और फिर बाद में उनके माथे को चूमा.उनको छोटे बच्चों की तरह प्यार देने लगी। दोनों पसीने से नहाए हुए थे और हाँफ़ भी रहे थे। थोड़ी देर मेरी माँ और अंकल एसे ही लेटे रहे.फिर अंकल मेरी माँ के उपर से हटकर बगल में लेट गये।

अब मैंने देखा कि अंकल मेरी माँ से उनके कान में कुछ बोल रहे थे.तब मेरी माँ ने अपनी साड़ी ठीक की और अंकल मेरी माँ के बराबर से थोड़ा नीचे सरक गये.मेरी माँ अंकल की तरफ़ मुँह करके लेट गई और अंकल माँ के चूची के बराबर आ गये। अब मैंने देखा कि मेरी माँ ने अपना पल्लू अपने चूची से हटाया और अपने ब्लाउज के हुक खोलने लगी और फिर हाथ पीछे करके अपनी ब्रा का हुक खोला और अपने कोमल.मुलायम चूची को अंकल के सामने परोस दिया।

Maa ki chudai – मुझे लंड मिल गया

इधर अंकल नर्म-नर्म चूची को देखकर उस पर टूट पडे और मेरी माँ प्यार से उनके बालों में हाथ फ़ेरते हुए बोली- आप तो बहुत भूखे हो!

तो अंकल बोले- पहली बार किसी जवान और दूध वाली औरतके चूची का भोग लगा रहा हूँ।

थोड़ी देर के बाद मेरी माँ एकदम से चीखी। अंकल ने कहा- क्या हुआ?

धीरे-धीरे पियो.काटो मत।दुखता है!
यह कहानी आप अन्तर्वासना पोर्न स्टोरीज पर पढ़ रहे हैं।

फिर पंद्रह मिनट तक माँ ने अंकल को अपना दूध पिलाया,, इस दौरान अंकल ने माँ के चूची काट-काट कर अनार जैसा लाल कर दिया। माँ को बहुत दर्द भी हुआ था।

जब अंकल माँ के चूची को जी भरकर भोगने के बाद पूरी तरह से सन्तुष्ट हो गये तब कहीं जाकर माँ को राहत मिली और माँ ने अपना ब्लाउज बंद किया।

अंकल का मुँह दूध से भरा हुआ था.तब वो माँ से कहने लगे- तुम्हारे चूची का दूध गरम और मीठा है.मैंने आज जी भरकर तुम्हारे चूची का भोग लगाया है।

तब मेरी माँ ने उनके बालों में प्यार से हाथ फ़ेरते हुए उनके सर को चूम लिया और उठकर दरवाजे की ओर आने लगी तो मैं वहाँ से फ़टाफ़ट भाग गया,,

मेरी माँ दरवाजा खोलते ही मुझे देखने के लिये आई.मैंने वहीं सीढ़ियों पर खड़े होकर सड़क पर चल रही गाड़ियों को देखने का बहाना बनाया और उनको एहसास भी नहीं होने दिया कि मैंने सबकुछ देख लिया था। मेरी माँ ने मुझे आवाज लगाई पर मैंने कोई जवाब नहीं दिया.मैंने देखा कि दूध रिसने के कारण मेरी माँ के ब्लाउज के आगे के हिस्से गीले हो रहे थे।

Maa ki chudai – मेरी चूत का उद्घाटन समारोह

वो मेरे पास आई.मैं तब भी चुप था.हकीकत में मैं उदास भी था क्योंकि मुझे डांट कर बाहर जाने के लिये बोला गया था.मैं अपनी माँ से नाराज था क्योंकि उन्होंने भी मुझे जाने से नहीं रोका.मैंने अपनी माँ की तरफ़ नहीं देखने की ठान ली। मेरी माँ बार-बार मुझे अपनी तरफ़ देखने के लिये मना रही थी.काफ़ी देर बाद मनाने के बाद मैंने उनकी तरफ़ देखा.तो मेरी आँखों से आँसुओं की बरसात होने लगी। तब मेरी माँ ने मुझे अपने सीने से लगा लिया और रोने का कारण पूछा।

तो मैंने अंकल के डांटने की वजह बताई.तब मेरी माँ ने बहुत प्यार किया और कहा- अब कोई नहीं डांटेगा.मैं हूँ ना।

और मुझे कमरे में ले गई और मुझे खूब प्यार किया और खाने के लिये चीजें भी दी.मैं खुश हो गया।

दोस्तो.यह मेरी पहली कहानी है.बिल्कुल सच्ची घटना है.अपने विचार जरूर भेजना।

The post माँ की चुदाई उनके दोस्त ने की appeared first on Antarvasna.

]]>