mote chuche Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/mote-chuche/ Hindipornstories.org Mon, 08 Nov 2021 11:13:13 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 भाभी का मीठा दूध https://sexstories.one/bhabhi-ka-mitha-dudh/ Mon, 08 Nov 2021 11:13:13 +0000 https://sexstories.one/?p=3295 मैने विधि भाभी के बूब्स को और सारे शरीर को अपनी छाती से चिपका कर उनके होठों अपने होठों में ले लिया. विधि भाभी की कसी हुई बड़ी बड़ी चूचियाँ मेरे सीने में रगड खाने लगी फिर विधि भाभी ने मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत से सटा लिया..

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Bhabhi Ka Mitha Dudh में आप के लिये फिर से एक कहानी लेकर आया हूँ. आज जैसे ही मुझे पता चला की भैया बाहर 3 दिन के लिये बिज़नस के काम से जा रहे है तो में मन ही मन खुशी से झूम उठा और रात का इंतज़ार करने लगा. मेरी विधि भाभी बहुत ही सेक्सी ओरत है, उनका फिगर भी बहुत ही आकर्षक है, बड़े बड़े बूब्स, गोरा रंग, मदमस्त चीज़ है. अब चूँकि विधि भाभी से में पहले सेक्स कर चुका था. इसलिये हम आपस मे खुल गये थे.

इस बार काफ़ी दिनो के बाद यह मौका आया था. शाम को भैया के जाने के बाद विधि भाभी किचन मे काम कर रही थी तो मेंने किचन मे जाकर विधि भाभी को पीछे से पकड़ लिया और बोला की विधि भाभी आज तो में दूध पीऊँगा, तो वो हंसते हुये बोली पी लेना अभी गर्म तो होने दो, मैने हंसते हुये कहा तो गर्म करो ना में तो पीना चाहता हूँ, तो वो बोली आज स्पेशल दूध केसर डालकर पिलाऊँगी.

मैने कहा मुझे काली भैस का नही, तुम्हारा पीना है इससे स्पेशल और कहाँ होगा विधि भाभी हंस के बोली बदमाश हो गया है चल भाग, काम करने दे. विधि भाभी जल्दी करना और में बाहर आकर टी.वी सीरियल देखने लगा और फिर टीवी पर एक सेक्सी फिल्म आने लगी बहुत सेक्सी फिल्म थी. में उसे देखने लगा, सीरियल ख़त्म होने पर विधि भाभी अपने कमरे में जाते हुये बोली “तो दूध गर्म करके रखा है जाकर पी लेना, मैने कहा मुझे यह नही पीना, में सोने जा रही हूँ और ख्याल रखना ज़्यादा देर नही हो” विधि भाभी दूध लेकर पहले अपने कमरे में गयी. में समझ गया. और मैने जल्दी ही टी.वी बंद कर दी और विधि भाभी के रूम मे चला गया देखा तो विधि भाभी लेटी हुई थी में भी उनके बगल में जाकर लेट गया. में विधि भाभी के बूब्स पर हाथ फेरने लगा,

भाभी ने ब्लाउज के बटन खोल रखे थे. मैने कहा विधि भाभी क्या हुआ और मैने ब्रा का हुक खोल दिया और बोला क्यो क़ैद कर रखा है इनको कम से कम रात को आज़ाद कर दो और मैने उनके बूब्स को दबा दिया उन्होने ब्लाउज उतार दिया अब विधि भाभी की चूचियां आज़ाद थी. क्या मद मस्त थी और विधि भाभी बोली दूध साइड में टेबल पर रखा है, पी लो ना और विधि भाभी उठकर दूध का ग्लास लाई, मैने उनके पेटीकोट का नाडा खोल दिया और वो झट से नीचे आ गिरा और वो नीचे कुछ भी नही पहने थी…

फिर वो बोली यह दूध पी लो” मैने कहा जब सामने खुद इतनी सुंदर दूधवाली खड़ी हो तो यह काली भैंस का दूध कौन पियेगा और मैने उनकी चूचियो को ज़ोर से दबा दिया और उन्हे मुहँ मे ले लिया विधि भाभी ने कहा “पर इसमें दूध कहाँ है” यह कहते हुये मेरे मुहँ मे से अपनी चूचि छुड़ा कर उठी और दूध का ग्लास उठा कर मेरे मुहँ मे लगा दिया. मैने थोड़ा पिया और ग्लास लेकर बाकी पीने के लिये विधि भाभी के मुहँ में लगा दिया. विधि भाभी ने भी थोड़ा पिया और मुहँ से ग्लास हटाते हुये कहा, “मैने दूध पी लिया था” इस बीच दूध उछल कर विधि भाभी की चूचियों पर गिर गया. में उसे अपनी जीभ से चाटने लगा.

अब तो विधि भाभी ग्लास लेकर अपनी चूचियों पर धीरे-धीरे दूध गिराती रही और में मज़ा ले-ले कर उसे चाटते गया. चूचियां चाटने से विधि भाभी के सारे बदन में सुरसुरी होने लगी, इस बीच थोड़ा दूध बह कर विधि भाभी की नाभि से होता हुआ चूत तक चला गया. मेरी जीभ दूध चाटते-चाटते नीचे आ रही थी और विधि भाभी के बदन में सनसनी फैल रही थी. विधि भाभी दूध गिराये जा रही थी दूध बूब्स से होता हुआ वही से नीचे आ गया था अब मेरे होठ विधि भाभी की चूत के ठीक उपर होकर दूध चाट रहे थे.

में फिर जीभ को उपर की तरफ कर बूब्स के पास ले आया और उनके बूब्स दबा कर ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा विधि भाभी भी गर्म हो रही थी और बोलने लगी “ओह राजा! इसी तरह चूसते और चाटते रहो. बहुत अच्छा लग रहा है. मैने कहा क्या मस्त दूध है ऐसा नशा और कहाँ है. मुझे तो यही पीना है रोज विधि भाभी बोली ये क्या कर रहे हो मैं मस्ती से पागल हो रही हूँ….. ओह राजा चलो और….. ज़ोर से चूसो….बहुत अच्छा लग रहा है मेरी विधि भाभी और में उनके बूब्स को चूसता रहा फिर विधि भाभी ने मेरे लंड को हाथों मे ले लिया तो में बोला तुम भी पी लो ना इसका दूध …बोली इसमे दूध कहाँ होता है. में बोला दूध नही तो मलाई तो होती है ना….और उस पर विधि भाभी ने दूध गिरा दिया और ग्लास मे जो मलाई थी मेरे लंड पर डाल दी और उसे अपनी जीभ से चाटने लगी और अपनी जीभ फेरने लगी.

मैने उसके सिर को पकड़ कर कहा चूस ले ना अब इसका मलाई वाला दूध और लंड को विधि भाभी के मुहँ की तरफ ठेला और अब तो उसे चूसने लगी और मेरे लंड को अंदर बाहर कर ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी उम्म्म्म….उम्म्म अहह…की आवाज़ आ रही थी मेरा लंड तन कर बड़ा हो गया था और चुदाई के लिये पूरा तैयार था विधि भाभी भी अब रुक नही पा रही थी. विधि भाभी की चूत भी उसे पाने के लिये बेकरार थी.

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मेरा लंड भी अब विधि भाभी की चूत से मिलने के लिये बेकरार था. विधि भाभी अब सीधे लेट गयी और उसने चुदाई का निमंत्रण दे दिया. में भी तुरंत ही विधि भाभी के उपर आ गया और एक झटके मे विधि भाभी की चूत में अपना पूरा लंड घुसा दिया. विधि भाभी भी नीचे से कमर उठा कर लंड और चूत दोनो को आपस मे मिलने मे सहयोग देने लगी. दोनो इस समय इस प्रकार मिल रहे थे मानो कई बरसो बाद मिले हो. मैने रफ्तार बडाते हुये पूछा, “क्या करूँ रानी विधि भाभी?”

विधि भाभी बोली अंदर तक तो कर दिया अब पूछता है क्या करूँ चल चुदक्कड़ कहीं का” उन्होने मेरे होठ चूम लिये और बोली किये जा जैसे तेरी इच्छा हो.

में अब और धक्के लगा रहा था और विधि भाभी की चूत नीचे से उनका जबाब दे रही थी. घमासान चुदाई चल रही थी. और विधि भाभी के मुहँ से सिसकारियां निकलने लगी…आह…उईईईईईईईईईईईई… .क्या कर रहा है रे……..ज़ोर से चोदो राजा चोदो… मेरी चूत भी कम नही है….. कस-कस कर धक्के मारो मेरे राजा, चोदो ज़ोर से इस साली चूत को, जो हर समय चुदाने के लिये बेचैन रहती है… चोदो अब तो में भी तूफान मैल की तरह चुदाई करने लगा. चूत से पूरा लंड निकलता और पूरी गहराई तक पेल रहा था. में तो स्वर्ग की हवाओ मे उडने लगा.. विधि भाभी क्या मजा आ रहा है मेरी रानी..खा..जमके.. “हाँ राजा ! और ज़ोर…से… बड़ा मजा आ रहा है……और जोर से……. ..ओह माआअ ओह मेरे राजा बहुत अच्छा लग रहा है…में भी अब उपर से कस कस कर धक्के पर धक्का लगाते हुये बोल रहा था.

रानी तुम्हारी चूत ने तो आज मेरे लंड को पागल बना दिया है वो इस सुंदर चूत का दीवाना हो गया है इसे चोद चोद कर जब तक तुम चाहोगी जन्नत की सैर करूँगा रानी बहुत मज़ा आ रहा है. फिर विधि भाभी भी बोली उईईईईईई….चोदो …चोदो….चोदो…और चोदो, राजा साथ-साथ झड़ना….ओह हाईईईईईईईईई आ जाओ…. चोद दो…. ओह….ओह अहह ईईसस्सस्स मेरे सनम…..अब नही रुक पाऊँगी ओह में … मर…गई.” इधर में कस कस कर धक्के लगाकर साथ-साथ झड़ गया. सचमुच इस चुदाई से में बहुत खुश था और विधि भाभी ने भी पूरी मस्ती मे चुदाई का भरपूर मज़ा लिया. अब हम दोनो झड़ चुके थे मैने विधि भाभी का जोरदार किस लिया और विधि भाभी की चूंचियों के बीच सिर रख कर उनके उपर थोरी देर पड़े रह कर अपनी सांसो को शान्त करने के बाद विधि भाभी के बगल में ही लेट के उनके पास मे लिपट कर सो गया, सुबह विधि भाभी ने उठाया और कहा उठना नही है क्या…… और मेरे लंड को दबा दिया….कहा जल्दी फ्रेश हो जाओ….मेंने ब्रश किया फिर विधि भाभी चाय लाई और हमने चाय पी.

फिर मैने देखा विधि भाभी और अपने चूत मटकाती हुई बाथरूम की तरफ चली गयी. में भी विधि भाभी के पीछे पीछे बाथरूम मे चला गया और अंदर जाकर गेट बन्द कर दिया. विधि भाभी ने अपने कपड़े उतार दिये, मैने भी सारे कपड़े उतार दिये और अब मैने शावर खोल दिया. हम दोनो के नंगे जिस्म पर पानी की फुवारे पड़ने लगी. बाथरूम में लगे बड़े शीशे में मैं देख रहा था, शावर के नीचे विधि भाभी के उत्तेजक बदन और बड़ी बड़ी चूचियो पर पानी पड़ रहा था, वो चूचियो से टपकता पानी जो पैरों के बीच विधि भाभी कि चूत से होता हुआ पेरों पर छोटी-छोटी धार बनाते हुये नीचे गिर रहा था. जो बहुत ही सेक्सी लग रहा था मेरी छाती से गिरता हुआ पानी लंड पर से धार बनाकर बहता पानी आज बहुत अच्छा लग रहा था. विधि भाभी ने मेरा लंड हाथ में ले लिया और सुपडे को खोलने और बंद करने लगी. लंड हाथ में आते ही कड़क हो कर खड़ा हो गया.

अब मैने विधि भाभी के बूब्स को और सारे शरीर को अपनी छाती से चिपका कर उनके होठों अपने होठों में ले लिया. विधि भाभी की कसी हुई बड़ी बड़ी चूचियाँ मेरे सीने में रगड खाने लगी फिर विधि भाभी ने मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत से सटा लिया और थोड़ा पैर फेला कर चूत पर रगड़ने लगी. फिर मैने विधि भाभी के सारे बदन पर साबुन लगाया उनके बूब्स को और चूत के उपर भी खूब मसला फिर हम दोनो एक दूसरे के बदन पर फिसलने लगे विधि भाभी अपने बूब्स को पूरे बदन पर दबाकर फिसला रही थी, बड़ा मज़ा आ रहा था फिर मैने शावर को तेज कर दिया और हमारे बदन पर लगे साबुन को पानी से हटा दिया.

इसके बाद में विधि भाभी के बूब्स को दबाते और सहलाते हुये विधि भाभी के होठों को चूस रहा था और मेरे लंड को विधि भाभी की चूत अपने होठ से सहला रही थी. बैठकर नहाने के लिये रखे स्टूल पर विधि भाभी ने अपना एक पैर उठा कर रख लिया और मेरे लंड को चूत मे घुसने का मौका मिल गया. शीशे में दिख रहा था मेरा लंड अंदर बाहर होते हुये मेरी प्यारी चूत से खिलवाड़ कर रहा था. विधि भाभी की चूत उसे पूरा अपने अन्दर लेने की कोशिश कर रही थी. कुछ देर बाद विधि भाभी अपने आप को छुड़ा कर बाथ-टब को पकड़ कर झुक गयी. विधि भाभी के गोल गोल बड़े बड़े चूतर उठे हुये थे में उन्हे दबा दबा कर जीभ से चाटने लगा और दाँत से काटा भी विधि भाभी बोली क्या करता है अब रहा नही जा रहा है और मै विधि भाभी की चूत को देखने लगा. मैने उस पर अपने तनतनाते हुये लंड को लगा कर धक्का दिया. पूरा लंड झट से चूत में समा गया. फिर क्या था लंड और चूत का खेल शुरू हुआ. शीशे मे जैसे ब्लू फिल्म चल रही हो, जिसकी हीरोइन विधि भाभी थी और हीरो में.

मेरा लंड विधि भाभी की चूत में अंदर बाहर हो रहा था जिससे विधि भाभी की चूत पागल हो रही थी पर मुझे शीशे में लंड का घुसना और निकलना बहुत अच्छा लग रहा था. शावर से पानी की फुहार हम दोनो पर पड़ रही थी, हम लोग उसकी परवाह ना कर तन की आग मिटाने मे लगे थे. में पीछे से विधि भाभी की चूचियाँ पकड़ कर बराबर धक्के लगाये जा रहा था. शीशे में अपनी चुदाई देख कर विधि भाभी भी काफ़ी गर्म हो चुकी थी इसलिये विधि भाभी भी अपनी चूत को आगे पीछे कर गपगप लंड को चूत में ले रही थी और बोलती जा रही थी, “अरे यार….. ! बहुत अच्छा लग रहा है….इस चुदाई में चोदो मेरे सनम जिंदगी का पूरा मज़ा ले लो…. मेरे बलम…… तुम्हारा लंड बड़ा जानदार है…… मारो राजा धक्का….. और ज़ोर से….. राजा और ज़ोर से…. और ज़ोर से…… इस जालिम लंड से फाड दो मेरी चूत बहुत अच्छा लग रहा है….”पीछे से चुदाई में भाभी के हाथ झुके-झुके होने के कारण दुखने लगे फिर विधि भाभी बोली- “राजा ज़रा रूको, इस तरह पूरी चुदाई नही हो पा रही है, लेटा कर चोदने में पूरा लंड घुसता है तो झड़ने में बहुत मज़ा आता है”

फिर मैने शावर बंद किया. और विधि भाभी वही गीले में ज़मीन पर लेट गयी और बोली, “अब उपर आ कर चुदाई करो” अब में विधि भाभी के उपर था. और विधि भाभी की चूत मे लंड डालकर भरपूर चुदाई करने लगा. और विधि भाभी की चूत मे लंड पूरा का पूरा अंदर बाहर हो रहा था और विधि भाभी नीचे से उछल उछल कर साथ देते हुये कह रही थी, “अब चुदाई का मजा मिल रहा है मारो राजा मारो धक्का… और ज़ोर से हाँ! राजा इसी तरह से चोदो इस चूत को… अहह ईसस्स्स्स्स्स्स्सस्स ओह. में कस-कस कर धक्का मार मार कर विधि भाभी की चूत को चोद रहा था. थोड़ी देर बाद मेरा लंड विधि भाभी की चूत की गहराई में चला गया और हम दोनो साथ-साथ झड़ गये.

विधि भाभी सेफ पीरियड में थी विधि भाभी ने पहले बता दिया था. इसलिये मैने किसी बात की परवाह नही की. तब में भी टावल लपेट कर बाथरूम से बाहर आ गया और कपड़े पहन कर तैयार हो गया. फिर विधि भाभी भी बाथरूम से निकल कर कपड़े पहनकर तैयार हो गयी. फिर उस रात को फिर भरपूर मस्ती ली.

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भाभी के दूध का दीवाना https://sexstories.one/bhabhi-ke-mote-doodh-chuche-piye/ Thu, 04 Nov 2021 08:49:41 +0000 https://sexstories.one/?p=3269 वो खड़ी हुई और उसने अपनी साड़ी उतार दी और सिर्फ पेटीकोट में अन्दर गई और कंडोम लेकर आई और उसके ऊपर जो वीर्य गिरा था वो भी साफ़ कर आई | फिर मैंने कहा अच्छा बेबी एक हवस का नंगा नाच हो जाये, तो उसने कहा क्या ? तो मैंने कहा अरे तुम नंगी हो कर नाचो न मज़ा आएगा...

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Bhabhi ke mote doodh piye हाय दोस्तों मेरा नाम नितिन चौहान है और मैं लखनऊ का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 20 साल है और अभी मैं बी.कॉम. कर रहा हूँ | मेरे कॉलेज में मेरी एक गर्लफ्रेंड है लेकिन मेरा इंटरेस्ट बड़ी औरतों में है | मेरा ध्यान हमेशा अपने से बड़ी औरतों में रहता है और उनको पटाने के फायदे भी बहुत है | ये मेरी कहानी इसी पर आधारित है, मेरे घर के सामने रहने वाली एक औरत दीपिका और मेरे बीच की | मैंने अपने बारे में तो बताया ही है थोडा दीपिका के बारे में भी जान लो | रंग गोरा, पतली कमर, दूध बड़े और दिखने में बहुत मस्त | उसकी उम्र 28 साल है और उसकी शादी को 3 साल हो चुके है और उसकी एक बेटी भी है |

वो हमारे घर के सामने किराये से रहती थी और जैसा की मैंने बताया मेरा इंटरेस्ट ऐसी औरतों में है तो मैं आए दिन उसको आँख भर कर देखा करता था | वो भी मेरी हवस भरी निगाहों से वाकिफ़ थी कि मैं उसको ताड़ता हूँ लेकिन वो कुछ बोलती नहीं थी बल्कि नज़रें झुकाके निकल जाया करती थी | उसकी एक बेटी थी जिसका नाम शिल्पी था | मुझे समझ नहीं आ रहा था कि उससे कैसे बात शुरू करूँ और कैसे उसे पटाऊं ? तो मेरे एक दोस्त जिसका नाम अमन है उसने मुझे दिमाग दिया कि पहले उस बच्ची से बात करना, खेलना शुरू करो, उससे बात अपने आप हो जाएगी |

मैंने ऐसा ही किया वो बच्ची जब भी बाहर आती थी मैं उसे खिलाता रहता था और ये पैंतरा काम कर गया | ऐसा करते करते मेरी उससे बात शुरू हो गई | मेरे दोस्त ने मुझे कहा था कि पहले उसको मैं आंटी ही बोलूं अगर उसे बुरा लगे तो समझ लेना कुछ बात बन सकती है और हुआ भी ऐसा | एक दिन उसने मुझे कहा देखो मुझे ठीक से मैं क्या आंटी लगती हूँ ? तो मैंने कहा नहीं, तो उसने कहा अच्छा तो तुम मुझे आज से आंटी नहीं कहोगे | तो मैंने उनसे पूछा कि क्या बुलाऊं फिर आपको ? तो उसने थोडा सोचा और मुस्कुराते हुए कहा दीपू भाभी |

मुझे अपने दोस्त कि कही हुई बात याद आ गई और मैंने मन में सोचा कि थोड़े दिन और रुक जाओ दीपू मैं तुम्हे बेबी बुलाऊंगा | उसके पति की मार्केट में दूकान थी इसलिए वो सुबह जल्दी चला जाता था और रात में देर से आता था | क्या देखकर उसे पसंद किया था | खैर जो भी हो मुझे तो उसकी चूत चाहिए थी और मैं वही पाने में लगा हुआ था | एक दिन मैं उसके घर गया और शिल्पी को आवाज़ लगाते हुए अन्दर गया | दीपु घर पर अकेली थी और अपने लिए नाश्ता बना रही थी तो उसने कहा शिल्पी स्कूल गई है, तो मैंने कहा अच्छा ठीक है थोड़ी देर बाद आता हूँ |

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तो उसने कहा अरे रुको मैं नाश्ता बना रही थी तुम नाश्ता करके जाना | मैंने कहा नहीं मुझे भूख नहीं है तो उसने कहा चल नाटक नहीं कर बैठ जाके मैं नाश्ता लेकर आती हूँ | वो आई और जैसे ही उसने नाश्ता टेबल पर रखा तो उसका पल्लू नीचे हो गया और उसके थोड़े थोड़े दूध दिखने लगे और उसने मुझे ये देखते हुए देख लिया कि मैं उसके दूध देख रहा हूँ लेकिन उसने कुछ नहीं कहा |

फिर हम दोनों बैठकर नाश्ता करने लगे तभी मेरा फ़ोन बजा और मैंने फ़ोन काट दिया | मुझे फिर से फ़ोन आया लेकिन कॉल कंपनी से था तो मैंने फिर से काट दिया | तो दीपू ने मज़ाक में कहा अरे उठा लो भाभी के सामने गर्लफ्रेंड से बात नहीं कर सकते क्या ? तो मैंने कहा गर्लफ्रेंड का नहीं था | तो दीपू ने कहा अच्छा तो गर्लफ्रेंड का फ़ोन कब आता है रात में | तो मैंने कहा नहीं मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है | दीपू मुझसे ज्यादा दूर नहीं बैठी थी और उसने जो कहा वो मुझे सुनाई दे गया जबकि उसने बहुत धीमी आवाज़ में कहा था | उसने कहा बेचारा हाँथ से काम चलाता है तो मैंने कहा क्या ?

तो उसने कहा नहीं कुछ नहीं | फिर नाश्ता करके मैं अपने घर चला गया और जाते से ही अपने दोस्त अमन को फ़ोन लगाया और उसे पूरी बात बताई | उसने मुझे कहा एक काम कर कल सुबह फिर से उसके घर जाना और इस बार कंडोम लेकर जाना | ये सुनकर मुझे थोडा अटपटा सा लगा जैसे अगली बार जाऊंगा तो वो मुझसे चुदवा लेगी लेकिन फिर भी एक बार उसकी बात अजमाने के लिए मैं अगली दिन सुबह उसके घर गया लेकिन कंडोम लेकर नहीं गया | उसने फिर से मुझे नाश्ते के लिए रोक लिया और नाश्ता करने के बाद मैं जाने को हुआ तो उसने मुझे रोक लिया और कहा कोई काम है क्या घर में ? तो मैंने कहा नहीं तो उसने कहा तो यहीं बैठो मेरे साथ, तो मैं वहीँ बैठ गया | तो उसने कहा वहां नहीं यहाँ मेरे पास आकर बैठो तो मैं उसके बाजू में जाके बैठ गया |

बात करते हुए बार बार नीचे झुक रही थी और उसकी साड़ी भी नीचे हो रही थी जिसकी वजह से उसके ऊपर के दूध दिखने लगे थे लेकिन वो अपनी साड़ी ठीक नहीं कर रही थी और मेरी नज़र बार बार उसके दूध पर जा रही थी | तो मैंने उससे कहा जो आपने कल कहा था न वो मैंने सुन लिया था | तो उसने कहा क्या ? तो मैंने कहा जब कहा था मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है और उसके बाद जो आपने कहा था | तो एक पल के लिए वो शांत रही फिर उसने मेरी जांग पर हाँथ रखा और कहा तो मैंने कुछ गलत नहीं कहा था तुम्हें कोई तो चाहिए न अपनी मदद करने के लिए | तो मैंने कहा अच्छा तो आप ही कर दो मेरी मदद | तो वो एकदम से शांत हो गई और नीचे देखने लगी, तो मैंने सोचा चलो अब बारी है अपनी पैंट खोलने की और मैंने अपनी पैंट खोलना शुरू किया और जैसे ही मैंने अपनी पैंट उतारी उसने एक लम्बी साँस ली | फिर मैंने अपनी चड्डी भी उतार दी और जैसे ही मैं अपना लंड पकड़ने को हुआ तो उसने कहा नहीं और मेरा लंड पकड़ लिया और हिलाने लगी |

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मैं वहीँ बैठ गया और वो ज़मीन पर बैठ कर लंड हिलाने लगी | फिर उसने मेरा लंड चूसा और मेरी गोटियाँ भी | फिर उसने अपना ब्लाउज खोला और अपने दूध के बीच में मेरा लंड दबा के ऊपर नीचे करने लगी | मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और इतना मज़ा आया की मेरे लंड ने माल छोड़ दिया | फिर मैंने कहा दीपू बेबी बहुत मज़ा आया तो उसने कहा जानेमन अभी तो असली काम बाकी है | तो मैंने कहा अरे मैं कंडोम तो लाया ही नहीं, तुम रुको मैं अभी लेकर आता हूँ | तो उसने कहा तुम बच्चों की यही प्रॉब्लम है कुछ पता ही नहीं होता है, रुको मेरे पास रखा है कंडोम लेकर आती हूँ |

फिर वो खड़ी हुई और उसने अपनी साड़ी उतार दी और सिर्फ पेटीकोट में अन्दर गई और कंडोम लेकर आई और उसके ऊपर जो वीर्य गिरा था वो भी साफ़ कर आई | फिर मैंने कहा अच्छा बेबी एक हवस का नंगा नाच हो जाये, तो उसने कहा क्या ? तो मैंने कहा अरे तुम नंगी हो कर नाचो न मज़ा आएगा | तो उसने अपना पेटीकोट और पैंटी उतारी और एक दो ठुमके लगाये | फिर मैंने उसका हाँथ पकड़ा और अपने पास खींच लिया और किस करने लगा | किस करते हुए मैं उसके दूध भी दबा रहा था, उसके दूध बड़े बड़े थे | फिर मैंने उसको वहीँ पर लेटाया और उसकी चूत में ऊँगली करने लगा और वो अपने दूध दबाते हुए आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह अहह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह आआआआअ करने लगी |

Sex katha कॉलेज के डायरेक्टर ने चोद दिया

फिर मैंने चूत से ऊँगली बाहर निकाली और उसके मुंह में डाल दी और अपना लंड उसकी चूत में डालने लगा | तभी मुझे याद आया मैंने कंडोम तो पहना ही नहीं तो मैंने जल्दी से कंडोम पहना और उसकी चूत में लंड डाल दिया | मैं उसको धीरे धीरे चोद रहा था और वो भी बिना पूरा लंड अन्दर डाले, तो उसने कहा बाकी का किसके लिए बचा रखा है पूरा डालो | तो मैंने एक जोर का झटका मारा और पूरा अन्दर कर दिया और उसकी अह्ह निकल गई | लेकिन अब मुझे मज़ा नहीं आ रहा था तो मैंने चूत से लंड निकाल के गांड में डाल दिया और जोर जोर के झटके मारने लगा | जब मैंने उसकी गांड मारना शुरू किया तो उसकी आह्ह्ह्हह्ह्ह्हा ह्ह्ह्हह्हह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह हह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह आआआआआ की चीखें निकलने लगी | फिर मेरा वीर्य निकल गया और मैं उसके ऊपर लेट गया | फिर उसके बाद जब भी वो घर पर अकेली रहती थी मैं पहुँच जाता था और हम चुदाई करते थे | ये सिलसिला कई सालों तक चलता रहा जब तक वो वहां से चली नहीं गयी | अब मैंने नयी भाभी पटाई है |

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क्या मस्त बोबे हैं यार… https://sexstories.one/girlfriend-ki-friend-ke-bade-boobs/ Thu, 28 Oct 2021 07:38:29 +0000 https://sexstories.one/?p=3178 उसने लंड को पकड़कर अपने छेद पर लगाया और मैंने ज़ोर से एक धक्का मारा तो लंड का सुपाड़ा पूरा अंदर चला गया, वो एकदम चिल्लाई, आह्ह माँ धीरे डाल ना, बहुत दर्द हो रहा है। फिर मैंने लंड को धीरे-धीरे पूरा 8 इंच अंदर डाल दिया और उसके लिप को किस करने लगा...

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Girlfriend Ki Friend Ke Bade Boobs – में हार्दिक आपके लिए एक कहानी लेकर आया हूँ। मेरी गर्लफ्रेंड की एक फ्रेंड थी प्रीति, उसको टू-व्हीलर सीखनी थी। एक दिन में मेरी गर्लफ्रेंड से मिलने हॉस्टल गया तो पता चला कि वो ऑफिस गयी है। फिर में वापस आने लगा तो बीच में मुझे मेरी गर्लफ्रेंड की फ्रेंड मिली, उसने पूछा कैसे हो। में बोला ठीक हूँ, फिर इधर उधर की बातें हुई, फिर वो पूछती है कि अब कहाँ जा रहे हो तो में बोला अभी थोड़ा काम से जा रहा हूँ तो वो बोली की गाड़ी लाये हो तो मैंने कहा हाँ, फिर वो बोली मुझे ड्राइविंग सिख़ाओ ना तो में बोला चलो मेरे साथ अभी सिखाता हूँ तो वो बोली सच, तो में बोला हाँ सच।

अब में आपको उसके बारे में बताता हूँ, उसका नाम प्रीति है और उसकी हाईट 5 फुट 6 इंच है। रंग गोरा और भूरी आँखे थी। उसकी सबसे खूबसूरत बात उसके बड़े बड़े बूब्स आम जैसे रसीले थे। फिर वो मेरे साथ टू व्हीलर पर बैठी और हम निकल गये। मैंने मेरा जो काम था, वो किया और उसको सिटी के बाहर ग्राउंड पर ले गया। अब मैंने स्कूटर रोकी और उसको चलाने के लिए दिया। फिर उसने स्कूटर चालू की और में उसके हाथ पकड़कर पीछे बैठा और उसको सिखाने लगा। वो धीरे-धीरे चला रही थी और में उसके चिपक कर बैठा था कि कही स्कूटर गिरा ना दे, अब उसके टच से में गर्म हो गया था। फिर में उसके ज्यादा चिपक गया। फिर मैंने स्कूटर रोकने के लिए कहा तो उसने स्कूटर रोक दी। फिर मैंने उसे किक मारकर स्कूटर चालू करने के लिए कहा तो वो किक मारने के लिए थोड़ी उचक गयी, इसी दौरान मैंने अपना खड़ा लंड एड्जस्ट किया और फिर वो किक मार कर मेरे लंड पर बैठ गयी। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, अब वो ठीक से स्कूटर चला रही थी और खुश हो रही थी।

प्रीति : अब मुझे चलाना आ रहा है।

में : हाँ अब तुम चला सकती हो, ये सुनकर उसने अचानक स्पीड बढ़ा दी।

में : अरे ये क्या कर रही हो? इतनी स्पीड क्यो बढ़ा दी।

प्रीति : डर गये क्या?

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में : हाँ, और मैंने उसको कस कर पकड़ लिया।

में : अरे यार डर लग रहा है।

वो खुश हो कर हंस रही थी और स्कूटर तेज चला रही थी, में उसकी कमर को कस के पकड़कर बैठा था और ग्राउंड के 3-4 राउंड मारने के बाद मैने धीरे से एक हाथ को उसके बूब्स पर रखा तो वो बोली ये क्या कर रहे हो?

में : अरे यार हॉर्न पकड़ रहा हूँ, टाईम आने पर बजाना पड़ेगा, वो गुस्से से बोली मुझे ये सब अच्छा नहीं लगता (ये लड़कीयों का डायलॉग है) फिर मैंने डर कर हाथ हटा दिया। फिर कुछ समय बाद वो बोली अब बस हो गया अब वापस चलते है। फिर हम हॉस्टल वापस आ गये। फिर 2-3 दिन बाद फिर उसका फोन आया कि स्कूटर सीखा दो।

में : कब सीखनी है।

प्रीति : आज मेरी छुट्टी है आज सिखा दो।

में : ठीक है, में फ्री होकर तुमको फोन करता हूँ फिर मेरे दिमाग़ में शैतान जाग गया और मैंने उसे चोदने की ठान ली और एक फ्रेंड को फोन करके उसके फ्लेट की चाबी माँगी। फिर हॉस्टल जाकर उसको लिया और 1 घंटे तक उसको स्कूटर सिखाया, इस बीच में मैंने 2-3 बार धीरे से उसके बूब्स दबाए तो वो कुछ नहीं बोली। अब मेरी हिम्मत बढ़ गयी, मैंने उससे कहा कि धूप बहुत है तो वो बोली हाँ, यार बहुत तेज है।

में : चल थोड़ा ठंडा होते है।

प्रीति : कहाँ जायेंगे।

में : मेरे फ्रेंड के फ्लेट पर चलते है वहां ए.सी है थोड़ा आराम करेंगे और ए.सी में ठंडा भी हो जायेंगे। फिर हम मेरे फ्रेंड के फ्लेट पर आ गये, मैंने ए.सी चालू किया और बेड पर लेट गया, वो मेरे बगल में सोफे पर बैठी थी। फिर कुछ देर इधर उधर की बातें की तो वो अचानक बोली।

प्रीति : अब हो गये ठंडे, स्कूटर सिखाते वक़्त तो बहुत गर्म थे।

में : ये सुनकर में हैरान हो गया।

में : गर्म तो अब भी हूँ शायद अब ज्यादा गर्म हो गया हूँ ए.सी भी ठंडा नहीं करेगा।

प्रीति : लगता नहीं, अगर गर्म होते तो.. इतना बोल कर वो रुक गयी। में उसका इशारा समझ गया और बेड से उठकर उसको पकड़ लिया और उसके बूब्स को दबा दिया।

प्रीति : छोड़ो, मुझे ये सब अच्छा नहीं लगता।

में : अभी किया ही क्या है जो तुझे अच्छा नहीं लगता, एक बार कर तो ले, फिर बताना अच्छा लगा की नहीं।

वो हंस पड़ी और में उसको चूमने लगा, बूब्स दबाने लगा। फिर कुछ टाईम के बाद वो भी मेरे साथ देने लगी उसने मेरी शर्ट उतार दी, फिर मैंने भी उसका कुर्ता उतार दिया। अब मुझे जो अच्छे लगते थे, वो प्यारे आम सफ़ेद ब्रा मेरे सामने थे और बाहर आने को मचल रहे थे। फिर मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया और निप्पल चूसने लगा और एक हाथ से दूसरा बूब्स दबाने लगा। थोड़ी देर चूसने के बाद मैंने उसकी सलवार खोल दी, अब वो सिर्फ़ चॉकलेट कलर की पेंटी में मेरे सामने खड़ी थी, बिल्कुल अप्सरा जैसे। फिर वो शर्म के मारे मेरी बाहों मे आ गई और बोली मुझे तो पूरा नंगा कर दिया और खुद को कपड़ो में छुपा रखा है। तो में बोला तो मेरे कपड़े भी निकाल दो ना जान, ये सुनते ही उसने मेरी पैंट खोल दी, अब में भी सिर्फ़ अंडरवेयर में था। उसमे मेरा 8 इंच का लंड तंबू बनाये बैठा था।

फिर में उसको बेड पर लेकर गया तो वो मेरे ऊपर थी और मेरी छाती को किस कर रही थी। फिर धीरे धीरे वो नीचे सरक गयी और मेरा अंडरवेयर निकाल दिया। मेरा खड़ा लंड अब फ्री हो गया और अब आसमान में उड़ने लगा था। फिर उसने लंड को हाथ में पकड़ लिया और बोली कि कितना बड़ा है ये, एकदम मूसल के जैसा।

Chudas Bhabhi भाभी बोली, आ तुझे मर्द बनती हूँ

में : में बोला तुझे पसंद है?

प्रीति : हाँ बहुत पसंद है ये खूब मज़ा देगा।

में : तूने कभी किसी का लंड लिया है।

प्रीति : हाँ, एक बार लिया है मेरे जीजा का।

में : कैसा था वो?

प्रीति : वो लंबा तो था, लेकिन पतला था। अब में खुश हो गया कि ये तो अनुभव वाली है। इसे चोदने में ज्यादा मज़ा आयेगा फिर हम एक दूसरे को फिर से किस करने लगे और चिपकने लगे।

फिर मैंने उसकी पेंटी उतार दी और उसके ऊपर लेट गया और बूब्स चूसने करने लगा, वो भी नीचे से थोड़े धक्के मारने लगी थी में उसका इशारा समझ गया कि ये चुदने के लिए बिल्कुल तैयार है, लेकिन मैंने उसको थोड़ा तड़पाने की सोचा और बूब्स को चूसने लगा, वो मोन करने लगी, आआहहाआआ म्‍म्म्मम सस्स्स्स्स्स्स्स्सस्स।

प्रीति : अब डाल भी दे ना।

में : क्या डालूँ?

प्रीति : तेरा ये मूसल डाल दे और चटनी बना दे।

में : तो सेट करना अपनी चूत पर।

फिर उसने लंड को पकड़कर अपने छेद पर लगाया और मैंने ज़ोर से एक धक्का मारा तो लंड का सुपाड़ा पूरा अंदर चला गया, वो एकदम चिल्लाई, आह्ह माँ धीरे डाल ना, बहुत दर्द हो रहा है। फिर मैंने लंड को धीरे-धीरे पूरा 8 इंच अंदर डाल दिया और उसके लिप को किस करने लगा और वो भी मेरा साथ दे रही थी। फिर मैंने उसकी जुबान मेरे मुँह में डाल दी और में उसको सक करने लगा और धीरे धीरे धक्के मारने लगा। उसको बहुत मज़ा आ रहा था। फिर वो बोली अब मुझे ज़ोर से चोद, मैंने भी स्पीड बढ़ा दी और करीब करीब 20 मिनट तक उसको चोदा। इस बीच वो मोन कर रही थी, आआाआ मेरे राजा और ज़ोर से, म्‍म्म्ममममममम ठोक दे पूरा लंड अंदर आआआअहहाआआआआ। उसने करीब 10 मिनट की चुदाई के बाद मुझे कसकर पकड़ लिया और अपने नाख़ून मेरी पीठ में चुबा दिए। में समझ गया कि उसका पानी निकल गया है और उसको ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा। फिर 10 मिनट और चोदने के बाद, मैंने अपना लंड उसकी चूत से निकाल दिया तो वो बोली क्या हुआ? क्यों निकाला? बहुत मज़ा आ रहा है चोदो ना मुझे, तो मैंने कहा कि मेरा पानी निकलने वाला है।

प्रीति : अंदर ही निकालो अपना गर्म पानी।

में : कुछ हो गया तो।

प्रीति : नहीं होगा में सेफ हूँ, तो मैंने फिर से अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया और चोदने लगा। फिर मेरा पानी निकल गया तो उसने मुझे कसकर पकड़ लिया और फिर 10 मिनट तक हम एक दूसरे के ऊपर लेटे रहे। फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत से निकाला और उसके साईड में लेट गया तो वो मुझ से चिपक गयी।

में : मज़ा आया डार्लिंग।

प्रीति : बहुत मज़ा आया।

में : अच्छा लगा या नहीं।

प्रीति : बहुत अच्छा लगा, सोनू सच कहती है कि तेरा लंड बड़ा मजेदार है, वो तो तेरे लंड की बहुत तारीफ करती थी। अब यकीन आया और फिर अब जब भी मौका मिलता है तो हम खूब चुदाई करते है ।।

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