meri chut chudai ki kahani Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/meri-chut-chudai-ki-kahani/ Hindipornstories.org Wed, 01 Dec 2021 06:52:22 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 चोर को अपने हुस्न जाल में फसाकर मैंने चुदवा लिया https://sexstories.one/xxx-story-meri-chudai-ki/ Fri, 16 Oct 2020 02:22:41 +0000 https://sexstories.one/?p=1289 दोस्तों मैं गौरी आप सभी का इंडियन सेक्स कहानी में बहुत बहुत स्वागत करती हूँ, मैं बरेली की रहने वाली हूँ। मैं बहुत गोरी और सुंदर लड़की हूँ। मेरा फिगर 36 30 32 का है। ... >> पूरी कहानी पढ़ें

The post चोर को अपने हुस्न जाल में फसाकर मैंने चुदवा लिया appeared first on Antarvasna.

]]>
दोस्तों मैं गौरी आप सभी का इंडियन सेक्स कहानी में बहुत बहुत स्वागत करती हूँ, मैं बरेली की रहने वाली हूँ। मैं बहुत गोरी और सुंदर लड़की हूँ। मेरा फिगर 36 30 32 का है। मेरा जिस्म भरा और गदराया हुआ है। मेरे कपड़ों से ही मेरे जिस्म के उतार चढ़ाव दिखते है। मेरे होठ बहुत सेक्सी और रसीले है पर दोस्तों मेरी चूत के होठ उससे भी जादा बड़े बड़े, रसीले और सेक्सी है।  मुझे चुदना और मोटा लंड खाना बहुत पसंद है। real story xxx

मेरे घर के आसपास के लकड़े मुझे माल, सामान, आईटम, टोटा और ना जाने क्या क्या बुलाते है। मैं अच्छी तरह से जानती हूँ की वो मुझे बहुत पसंद करते है और मेरे मस्त मस्त मम्मे वो पीना चाहते है और मेरी रसीली बुर वो चोदना चाहते है। जब मैं किसी सड़क से निकलती हूँ तो लड़के मुझे बार बार पलट कर देखते है और मन ही मन मुझसे प्यार करने लग जाते है। मेरी एक एक मुस्कान पर कितने लड़कों का क़त्ल हो जाता है और उनका दिल उछलकर बाहर आ जाता है। सब मुझसे बात करना चाहते है और बस मिलने का कोई बहाना ढूँढना चाहते है। सभी मुझे बस एक बार जी भर के चोदना और खाना चाहते है। मैं बहुत गोरी और जवान लड़की हूँ। मेरा बदन बहुत गोरा और सुडौल हूँ। मेरा फिगर कमाल का है। real story xxx

Also read – चुदने को जश्नेबहारा है

दोस्तों एक दिन की बात है मेरे पति अपने काम से कुछ दिनों के लिए अमेरिका चले गये थे। मेरे पति एक प्राइवेट कम्पनी में साइंटिस्ट थे और अक्सर अमेरिका रिसर्च के काम से जाया करते थे। उस दिन मेरा सेक्स करने के बहुत मन कर रहा था पर पति को अमेरिका जाना पड़ा। मैं उनको कार से ऐयरपोर्ट छोड़ आई थी। जब घर पहुची तो वही सन्नाटा मुझे काट खाने को दौड़ रहा था। किसी तरह मैं टीवी देखकर टाइम काटने लगी पर जैसे ही रात के 10 बजे मेरे अंदर सेक्स करने की इक्षा बहुत प्रबल हो गयी। दोस्तों मैं घर पर पूरी तरह से अकेली थी और मोटा लंड खाने को तडप रही थी।

फिर मैं बेडरूम में चली गयी। मैंने अलमारी से जबरदस्त और हॉट चुदाई वाली dvd निकाली और टीवी में लगा दी। एक 6 फुट का काला निग्री आदमी एक गोरी अमेरिकन औरत को अपने 12” के लौड़े से जल्दी जल्दी चोद रहा था। विडियो देखकर मैं बहुत अधिक गर्म हो गयी थी। फिर मैंने अपने सारे पकड़े निकाल दिए। मैं घर पर साड़ी में रहती थी। मैंने साड़ी ब्लाउस और पेटीकोट उतार दिया था। अब मेरे जिस्म पर सिर्फ ब्रा और पेंटी थी। मैंने अपनी पेंटी उतार दी। फिर अलमारी से वाईब्रेटर निकाला। मैं बेड पर लेट गयी और दोनों पैर मैंने खोल दिए और अपनी चूत पर लगा दिया। जैसे ही मैंने वाईब्रेटर का बटन ऑन किया वो मेरे चूत पर घूं घूं करने लगा और मेरी चूत थरथराने लगी और कांपने लगी। मुझे आनंद मिल रहा था। फिर मैं जल्दी जल्दी डिलडो अपनी चूत में डालने लगी। उसी समय पता नही कैसे मेरे घर में एक चोर घुस आया और सीधा मेरे कमरे में आ गया। उसने मुंह पर काली मंकी कैप पहन रखी थी। उसके हाथ में एक लम्बा चाक़ू था।

“खबरदार!! अगर अपनी जगह से हिली तो। तिजोरी की चाबी दो!! मुझे अपने सारे पैसे और गहने दे दो” चोर जोर से चिल्लाया। दोस्तों उसे देखकर मुझे लंड खाने का मन करने लगा। वो चोर तो मेरे पैसे और गहने लूटना चाहता था पर मैं उसका मोटा लंड खाना चाहती थी।

“देती हूँ!!! देती हूँ” मैंने कहा और मैं बेड से नीचे उतर आई। मेरे घर की तिजोरी घर के कोने वाले कमरे में थी। चोर ने मेरी तरफ अपना लम्बा चाकू तान रखा था। मैंने धीरे धीरे उस कमरे की तरफ जा रही थी। चोर मेरे पीछे चल रहा था। वो सावधान था की कहीं मैं कोई पैतरा ना मार दूँ। तभी मैंने जमीन पर गिरने का नाटक किया और जल्दी से अपनी ब्रा खोल दी और दूर फेक दी और पैर में मोच आने का नाटक करने लगी। ये सेक्स कहानी आप हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं.

“अईईई….. अईईई…. अईईई….मेरे पैर में मोच आ गयी!!!” मैंने तेज से चिल्लाई real story xxx

Mere sasur ne choda – आप बड़े वो हो, ससुरजी..

दोस्तों मेरी ब्रा के उतरने के बाद मेरे 36” के बेहद बड़े बड़े और कसे मम्मे चोर को दिख रहे थे और अब वो मेरे खूबसूरत चिकने जिस्म को बार बार उपर से नीचे ताड़ रहा था। उसने चाक़ू अपनी जेब में रख लिया और जल्दी जल्दी अपनी जीभ मेरी खूबसूरत जवानी देखकर लपलपाने लगा।

“आह आह चोर जी!! तिजोरी में कुछ नही है। आप मुझे चोद के मजे ले लो। मेरे पति घर में कोई पैसा नही रखते है। आप प्लीस मुझे चोद के मजे ले लो और यहाँ से चले आओ” मैंने कहा “ठीक है ….ठीक है—चलो कमरे में चलो। और देखो किसी तरह की कोई होशियारी नही करना। मैं एक बहुत खतरनाक चोर हूँ” वो बोला। उसने अपना काला मंकी कैप लगाया हुआ था। जिससे मैं उसे पहचान ना सकू।

“चलो बिस्तर पर लेट जाओ!!” चोर बोला real story xxx

दोस्तों वो मेरे हुस्न के जाल में फंस चुका था। आज मेरे पति घर पर नही थे पर फिर भी मेरे लिए मोटे लंड का जुगाड़ हो गया था। वो देखने देखने में काफी मोटा तगड़ा था। मुझे उम्मीद थी की उसका लंड भी काफी लम्बा और मोटा होगा। फिर उनसे अपनी पेंटी और अंडरवियर निकाल दिया। उसका लंड 9” लम्बा था और डेढ़ इंच मोटा था। उसके लंड को देकते ही मुझे मजा आ गया। चोर ने अपनी शर्ट और वो काली मंकी कैप नही उतारी। उसे डर था की कहीं मैं उसे पहचान ना लूँ। फिर वो मेरे उपर आकर लेट गया। और मेरे रसीले होठ चूसने लगा। दोस्तों मैं गोरी चिट्टी और भरे हुए जिस्म वाली औरत थी। चोर को मैं पसंद आ गयी थी। उसने मेरे मम्मे पर हाथ रख दिया और सहलाने लगा। 36” की मेरी चूचियां बेहद बड़ी बड़ी और गोल गोल थी और देखने में किसी गेंद की तरह लग रही थी। चोर मेरे जिस्म को हर जगह छू रहा था। ये सेक्स कहानी आप हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं.

मेरी नंगी रसीली छातियों पर उसके हाथ नाच रहे थे। फिर उसने मेरे होठो पर अपने होठ रख दिए और जल्दी जल्दी मेरे रसीले होठ चूसने लगा। मुझे मजा आ रहा था। मैं “..अहहह्ह्ह्हह स्सीईईईइ….अअअअअ….आहा …हा हा हा” की सेक्सी आवाजे निकाल रही थी। चोर तो बेहद चुदासा और चूत का प्यासा लग रहा था। वो मेरे होठ को ऐसी चूस रहा था जैसे मैं उसकी बीवी हूँ। आज सही मौके पर वो मेरे घर में आया था। उसने काफी देर तक मेरे होठ चूसे। मैं पूरी तरह गर्म हो गयी थी। मेरी कामुक आवाजे और जादा उसका मनोबल बढ़ रही थी। फिर वो मेरे बूब्स पर आ गया और मेरी गोल मटोल चूची को उसने हाथ में पकड़ लिया। दोस्तों मेरी चुचियाँ इतनी बड़ी थी की वो मुश्किल से चोर के हाथों में समा रही थी। चोर जल्दी जल्दी मेरे मम्मे दबाने लगा।

Maa beta sex – माँ बेटे की चुदाई की कहानी

मैं “……अई…अई….अई……अई….इसस्स्स्स्स्स्स्स्…….उहह्ह्ह्ह…..ओह्ह्ह्हह्ह….” बोलकर सेक्सी और कामुक आवाजे निकालने लगी। चोर की मेरी आवाजे और अधिक चुदासा बना रही थी। वो मेरे मम्मे को किसी टमाटर की तरह दबा रहा था। फिर वो मेरे उपर लेट गया और मेरी बायीं चूची मुंह में लेकर चूसने लगा। मैं तड़पने लगी। लगा लग रहा था की एक साल से उसने किसी औरत की चूची नही पी है। वो जल्दी जल्दी मुंह चलाकर मेरी बायीं चूची चूस रहा था। चोर भरपूर मजा ले रहा था। मैं भी उसका पूरा साथ निभा रही थी क्यूंकि आज मेरा भी सेक्सी करने का बहुत मन था। चोर तो मेरी जवानी और हुस्न पर पूरी तरह लट्टू हो गया था। वो जल्दी जल्दी मेरी बायीं चूस रहा था। फिर उसने मेरी दाई चूची मुंह में भर ली और दबा दबाकर पीने लगा। real story xxx

मैं “…..ही ही ही……अ अ अ अ .अहह्ह्ह्हह उहह्ह्ह्हह….. उ उ उ…” की आवाजे निकाल रही थी और सेक्सी और कामुक आवाजे निकाल रही थी। मेरा तो मन था की चोर बस जल्दी से मुझे कसके चोद दे। मेरे जिस्म में काम की अग्नि जल गयी थी। मैं तडप रही थी और अपने होठ खुद ही चबा रही थी और दांत से काट रही थी। चोर मेरे सफ़ेद निपल्स की चूची को जल्दी जल्दी पी रहा था। मुझे भरपूर मजा मिल रहा था। उसने 20 मिनट मेरी रसीली चूची को चूसा। फिर मेरे पैर खोल दिए। मेरी चूत में उनसे अपना 9” का लंड डाल दिया फिर वो मुझे जल्दी जल्दी चोदने लगा। ये कहानी आप इंडियन सेक्स कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

मैंने हाथ के पंजों से बिस्तर की चादर पकड़ ली और कसकर भींच ली क्यूंकि मेरी [चूत] में अब तूफान आ चुका रहा। वो हौक हौंक के मेरी चूत मारने लगा। इस तरह चुदवाने में बहुत मजा मिल रहा था। खाली मुट्ठी चुदवाने में बड़ा अजीब लगता है। मैं “अई…..अई….अई… अहह्ह्ह्हह…..सी सी सी सी….हा हा हा…” बोलकर चिल्ला रही थी। चोर जल्दी जल्दी मेरे भोसड़े में अपना लंड चला रहा था। मैं चुद रही थी। मुझे सेक्स का नशा चढ़ गया था। चोर फक फक करके मुझे फक कर रहा था। मैं अच्छी तरह जानती थी की वो मेरे रूप, रंग और खूबसूरती को भोगना चाहते है।

वो मेरी जवानी का मजा लूटना चाहता है। real story xxx

वो मुझे पेट पर हाथ से गोल गोल सहला सहलाकर चोद रहे थे। कुछ देर बाद मेरी चूत रवां हो गयी और चूत का छेद पूरी तरह से खुल गयी। उसका रास्ता खुल गया। चोर पूरी ताकत लगाकर मुझे पेल रहा था। मेरी चूत से ढेर सारा ताजा मक्खन निकला रहा था जो चुदते समय चोर के मोटे लौड़े पर ग्रीस की तरह अच्छे से चुपड़ गया था। इससे वो अच्छे से फट फट करके मुझे चोद पा रहे थे। मैं लगातार “आऊ…..आऊ….हमममम अहह्ह्ह्हह…सी सी सी सी..हा हा हा..” की कामुक आवाजे निकाल रही थी। चोर इन आवाजो को सुनकर और अधिक जोश में आ जाता था।

Must read – अन्तर्वासना और हिंदी सेक्स कहानी

किसी पिस्टन की तरह उनका लौड़ा मेरी चूत में फिसल रहा था, अंदर बाहर हो रहा था और मेरी चूत को चोद रहा था। 15 मिनट बाद चोर जल्दी जल्दी लम्बे और गहरे धक्के मेरी रसीली चूत में मारने लगा और फिर 20 मिनट तक पटक पटक कर चोदने के बाद वो मेरी चूत में ही वीर्य छोड़ दिया। उसने अपना गर्म गर्म लावा मेरे भोसड़े में छोड़ दिया। उसके साथ साथ मैं भी स्खलित हो गयी थी। फिर वो बिस्तर पर लेट गया। मैं उसका लंड चूसने लगी। मैंने आधे घंटे तक उसका लंड चूसा। फिर वो बिना कोई पैसे लिए मेरे घर से चला गया। दोस्तों आज मेरे पति घर पर नही थे फिर भी मुझे मोटा लंड खाने को मिल गया था।

मेरी चुदाई की आग अब शांत हो चुकी थी। real story xxx

The post चोर को अपने हुस्न जाल में फसाकर मैंने चुदवा लिया appeared first on Antarvasna.

]]>
मेरी चूत का उद्घाटन समारोह https://sexstories.one/desi-choot-ki-chudai/ Sun, 04 Oct 2020 21:51:39 +0000 https://sexstories.one/?p=305 जबसे मेरी दीदी गीता मेहरा के ज़रिये मुझे इस वेबसाइट का पता चला, मैंने उनकी बताई साईट खोली। जब कहानियाँ पढ़ी तो लोगों की बिस्तर की बातें इसमें देख मेरी तो चूत गीली हो गई ... >> पूरी कहानी पढ़ें

The post मेरी चूत का उद्घाटन समारोह appeared first on Antarvasna.

]]>
जबसे मेरी दीदी गीता मेहरा के ज़रिये मुझे इस वेबसाइट का पता चला, मैंने उनकी बताई साईट खोली। जब कहानियाँ पढ़ी तो लोगों की बिस्तर की बातें इसमें देख मेरी तो चूत गीली हो गई थी। मैं भी अपनी जिन्दगी का पहला सेक्स आपके सामने लाकर शुरुआत करने जा रही हूँ, उम्मीद से दुनिया कायम है, मुझे आशा है कि मेरी यह चुदाई – desi choot, जल्द ही आप सबके सामने अन्तर्वासना के ज़रिये आपकी कंप्यूटर स्क्रीन पर होगी।

Antarvasna desi choot – सेक्सी चाची

मेरा नाम वैशाली, ५ फुट ५ इंच कद, गुन्दाज़ बदन, गोरे-चिट्टे मखमल जैसे वक्ष ! मै बारहवीं जमात की छात्रा हूँ। पहले हम एक संयुक्त परिवार में रहते थे, चाचू-चाची, बुआजी, ताया-ताई, घर इतना बड़ा नहीं था, इसलिए मैं चुदाई के लाइव सीन देख देख बड़ी हुई।

एक दिन चाचू-चाची अकेले थे। मैं तबीयत ठीक न होने की वजह से पहले घर आ गई। चाचू के कमरे से सिसकी की आवाज़ सुन मैं पिछली खिड़की की ओर बढ़ी। मैं जब मॉम-डैड के बीच सोती थी तो कई बार डैड को मॉम पर सवार होते देखा था, लेकिन अच्छी तरह से नहीं देख पाई। आज मौका था, अन्दर चाचू बेड के किनारे बैठे थे नंगे, चाची फर्श पर घुटनों के बल बैठी चाचू के लौड़े को मजे ले ले कर चूस रहीं थी। फिर चाची बिस्तर पर आई। नंगी चाची को चाचू ने लिटा अपना लौड़ा चाची की चूत में घुसा दिया। यह देख मेरी पैंटी भी गीली हो गई।

फिर डैड ने शहर में आकर अपना बढ़िया मकान बनाया और हम शहर आकर बस गए। गाँव में पंजाबी मीडियम से सातवीं जमात तक पढ़ी, वो एक कन्या-विद्यालय था। यहाँ आकर मैंने एक प्राइवेट और अंग्रेजी मीडियम लड़के-लड़कियों के स्कूल में मैंने आठवीं में दाखला लिया और मेरी सहेलियां भी बन गई। हमारा चार लड़कियों का ग्रुप बन गया। श्वेता, मरियम, नूरी और मैं !

Antarvasna desi choot – सुहागरात की कहानी मेरी जुबानी

उनका अभी से लड़कों में ध्यान था, नूरी का तो अफेअर भी चल निकला था। हमारे ग्रुप की चर्चा चालू लड़कियों में होती थी। अब मेरी जवानी भी अंगड़ाई लेने लगी। सबमें से मेरी जवानी की बातें लड़कों में ज्यादा होने लगी। सब जब घर से निकलती तो लड़कों की निगाहें मेरी छातियों पर रहने लगी। देख देख मुझे मजा आने लगा। तभी मुझे मेरे ही स्कूल में पढ़ने वाले अमृत नाम के एक लड़के ने मुझे परपोज़ किया। उसको मैंने कोई जवाब नहीं दिया।

जब मैं स्कूल से घर जाती तो मेरे पीछे होंडा सिटी कार में एक दूसरा लड़का आने लगा हर रोज़ सुबह और स्कूल के बाद ! बहुत हैण्डसम था, बड़े घर का लड़का था। उसने मुझे एक दो बार कार पास लाकर अपना मोबाइल नंबर दिया, मेरे साथ नूरी भी रहती थी, उसने नंबर पकड़ के रख लिया और मुझे कहने लगी- पटा ले मेरी जान ! और क्या चाहिए !

मैंने कहा- जो अमृत ने परपोज़ किया उसका क्या?

उसको स्कूल तक सीमित रख !

मैंने नूरी से नंबर लिया, दोनों पास की एस.टी.डी पर गई और कॉल की। उसने अपना नाम करण बताया और मुझे कहा- मैं आप पर फ़िदा हूँ प्लीज़ !

मैंने उसको हाँ कर दी।

वो बोला- मैं इसी मार्केट में ही हूँ ! चलिए मैं आपको घर छोड़ देता हूँ, प्लीज़ मना मत करना ! मुड़ कर देखो !

Antarvasna desi choot – चूत का जुगाड़

मैंने केबिन से देखा, उसने हाथ हिलाया। नूरी का घर पास था, वो पैदल चली गई। मैं उसकी कार में बैठ गई। कुछ देर ऐसे ही घूमते रहे। उसने मेरा हाथ पकड़ा- आप बहुत सेक्सी हो, बहुत सुन्दर हो !

उसने हाथ पर किस किया- आई लव यू सो मच !

मैंने कहा- आई लव यू टू !

उसने पास खींचते हुए मेरे होंठों पे किस कर दी, मुझे करंट सा लगा। उसने कार साइड पर कर मेरे होंठ चूसने शुरु किये।

मैंने कहा- प्लीज़ छोड़ो न !

वो बोला- कितने दिन से आपके इन होंठों का रसपान करने का दिल था ! आप कहती हैं छोड़ो !

मुझे भी कुछ होने सा लगा- मैं भी लिप-किस में उसका साथ देने लगी। पता ही नहीं चला कब उसका हाथ मेरी शर्ट में घुसता हुआ मेरे मम्मों तक पहुँच गया। उसने सीट पीछे कर दी और मेरे ऊपर बैठ गया। एक हाथ उसने मेरी स्कर्ट में डाल मेरी जांघें सहलाने लगा। मैं इतनी गरम हो गई कि सब भूल गई। बस दोनों जवानी के जोश में एक दूसरे में खोने लगे।उसने बटन खोल मेरा मम्मा ब्रा से निकाल लिया और उसको मसलने लगा। मुझे तब होश आया जब मैंने उसका हाथ अपनी पैंटी पर महसूस किया। एकदम से अलग होकर हांफने लगी। वो बोला- क्या हुआ?

Antarvasna desi choot – तीन मोटे लंड और मम्मी की अकेली चूत

प्लीज़ ! हम सड़क पर हैं, कोई पकड़ लेगा तो आफत आ जायेगी !

बोला- इसको तो छोड़ो !

एकदम से मैं चौंक गई, मेरा हाथ उसके लौड़े पर था। मैं शरमा सी गई। उसने कहा- कोई नहीं आयेगा ! इतनी कड़ी गर्मी में कौन आएगा !

फिर भी उसने मुझे घर छोड़ दिया। बाथरूम में जाकर अपनी पैंटी देखी जो गीली हो गई थी। अपने मम्मे पर जब उसके दांत का निशान देखा तो मुझे अजीब सी हलचल हुई। उसके बाद कुछ दिन ऐसे ही कार में मिलते रहे। घूमने के बहाने चूमा-चाटी चलती रही।

एक रोज़ जब मैंने शाम को उसको कॉल किया। उसने कहा- आज ट्यूशन मिस कर दो, एअरपोर्ट रोड की तरफ घूमने जायेंगे। वहां सुनसान सी एक सड़क है।

मैंने कहा- ठीक है ! मुझे पिक कर लो ! ए एन टी ए आर वी ए एस एन ए .सी ओ एम

Antarvasna desi choot – शादी के दिन सास मां की चुदाई

हम निकल पड़े। वहां एक रेस्तराँ था, बिलकुल एअरपोर्ट के कार्नर पर था, वहां कई लोग अपनी अपनी कार में ही बैठे थे। आज वो अपनी बड़ी कार लाया था। उसने पार्किंग की बजाये वो साथ वाली खाली सड़क पर कार मोड़ ली और रेस्तराँ के पीछे ले गया। वहीं वेटर आया। उसने अपने लिए चिल्ड बियर ली, मैंने कोल्ड काफी आर्डर की।

उसने मुझे बाँहों में लिया। अब तो हम दोनों घुल मिल चुके थे, उसने फोर्ड एंडवर की सीट फ्लैट की। लग्ज़री कार किसी फाइव स्टार होटल से कम नहीं थी। मैंने उसका साथ देते हुए खुद ही उसके होंठ चूसने शुरु किये। वो मेरे मम्मों को बेरहमी से मगर मजा आने वाले अंदाज़ में मसल रहा था। मैं गरम होने लगी और उसने मेरा टॉप उतार दिया। मैंने अपनी ब्रा की स्ट्रिप खोल दी जिससे मेरे दोनों कबूतर आज़ाद हो गए। उसने उड़ते कबूतर पकड़ने में वक्त न लगाया और टूट पड़ा मुझे पर। मैं भी पूरी गर्म हो चुकी थी, मैं लगातार उसके लौड़े को मसल रही थी। उसने मेरी जींस खोल कर घुटनों तक सरका दी और आज खुल कर मेरी जांघें सहलाने लगा।

उसने स्पोर्ट्स ड्रेस डाली थी, मैंने भी लोअर खींच के नीचे करके उसके लौड़े को हाथ में पकड़ लिया, पहली बार इतना खुलकर पकड़ा था। मेरे हाथ लगते ही फनफ़ना उठा उसका लौड़ा ! इतने में वेटर आया। उसने कहा- खुद पी ले और बिल ले जाना ! वेटर बोला- जी साहिब !

Antarvasna desi choot – बीवी ने नौकर के मोटे लंड से चुदवाया

स्टार्ट कार, ए.सी ओन किया हुआ था, फिल्मिंग वाले शीशे थे, उसने सीट पूरी फ्लैट कर दी, बिस्तर सा बन गया। खींच कर मेरी जींस उतार दी और अपना लौड़ा मेरे होंठों पर रगड़ने लगा। मैंने झट से उसके लौरे को मुँह में डाल लिया और अच्छी तरह चूसने लगी। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। उसने थोड़ा चुसवाने के बाद मुझे पीछे लिटाते हुए बीच में बैठ अपना लौड़ा मेरी सील बंद चूत पे रखा। एक बार सोचा कि पता नहीं कैसे यह घुसेगा?

कार के आस पास दूर तक कोई न दिख रहा था। उसने मुझे पूरी नंगी कर दिया था खुद नीचे घुटनों तक ! मैंने सोचा- चल वैशाली ! आज तेरी लाडो रानी का उदघाटन समारोह कैसा रहेगा ? !

उसने झटका दिया और लौड़े का सर मेरी चूत में फंस गया। उसको भी तकलीफ हो रही थी। मैंने कस के सीट के कपड़े को पकड़ रखा था। उसने दूसरे झटके में आधा लौड़ा अन्दर डाल दिया। मेरी जान निकल गई- निकाल लो प्लीज़ ! यहाँ अच्छे से नहीं होगा ! जगह कम है, बहुत तकलीफ होगी ! दोनों का ही पहली बार है। लेकिन उसने तीसरा ऐसा झटका मारा कि लौड़ा पूरा घुस गया। मेरी चीख निकल गई। खून टपकने लगा ! आँखों में आंसू आ गए !

उसने मेरे होंठ अपने होंठो में ले रखे थे ताकि चीख न निकले। उसने फिर सारा निकाल के डाला ऐसे तीन चार बार जब किया तो दर्द की जगह मजे ने ले ली। आंखें खुद ब खुद बंद होने लगीं। उसके एक एक झटके का मुझे इतना मजा आया कि सिसकारी ले ले कर मैं चुदवाने लगी- हाय और करो ! और करो !

Antarvasna desi choot – मुस्लिम सब्ज़ीवाले ने मेरी बड़ी चूची वाली बीवी को चोदा

अचानक मुझे अपने अन्दर से कुछ गरम गरम सा पानी महसूस हुआ, मैं झड़ गई और मेरी चूत की गर्मी में तीन चार मिनट बाद ही करण भी झड़ गया। दोनों हांफने लगे। उसने कार में पड़ा एक कपड़ा मुझे दिया, जिससे मैंने अपनी चूत को साफ़ कर लिया, खून साफ़ किया !

दोनों ने कपड़े पहन लिए और सामान्य होकर एक दूसरे की बाँहों में लिपट गए। उसने मेरे होंठ चूमते हुए कहा- कैसा लगा?

बहुत अच्छा लगा !

सुबह उठने पर चूत पर सूजन सी थी, चलने में थोड़ी सी अजीब लग रही थी। नूरी इन कामों में से कई बार निकली थी, उसने मुझसे सब कुछ बकवा लिया। अन्तर्वासना पर इसके छपते ही मैं अपनी करण के अलावा किसी से चुदवाई लेकर सबके लौड़ों पर बैठने आऊँगी।

The post मेरी चूत का उद्घाटन समारोह appeared first on Antarvasna.

]]>