meri chudai kahani Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/meri-chudai-kahani/ Hindipornstories.org Wed, 08 Dec 2021 11:45:25 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 खुल्लम खुल्ला चुदाई करेंगे हम दोनों https://sexstories.one/college-me-ladki-ke-saath-khule-me-sex-kiya/ Wed, 08 Dec 2021 11:45:25 +0000 https://sexstories.one/?p=3412 मैंने उसकी कार का पीछे का दरवाज़ा खोला और हम दोनों लिपट कर एक दुसरे को किस करने लगे | फिर मैंने उसका टॉप उठाया और उसकी ब्रा हटा के उसके दूध चूसने लगा | वो कहने लगी छोडो कोई आ जायेगा लेकिन मैं लगा रहा...

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College me ladki ke saath khule me sex kiya हैल्लो मेरे भाइयों और उनकी बहनों, मैं हूँ सूरज दास और मैं उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ | मेरी लम्बाई 6 फीट है और रंग सांवला है | मैं अपने कॉलेज में जाना माना डांसर हूँ और गिटार भी बजा लेता हूँ | और आपको तो पता ही है डांस करने वाले और गिटार बजाने वाले लड़के लड़कियों को बहुत पसंद है | मैं इन्ही सब चीज़ों का फयादा उठा कर एक से एक लड़कियां पटाता था | मैंने एक बार कॉलेज की एक लड़की को बाहर सुनसान रास्ते पे चोदा था | अब मैं सीधे अपनी कहानी पे आता हूँ |

मैं जब कॉलेज में पढता था और सेकंड इयर में था तो हमारी जूनियर्स में एक लड़की आई जो बहुत मस्त माल लगाती थी और गांड मटका के चलती थी | वो लड़की अमीर भी थी क्योंकि वो कॉलेज कार में आती थी और उसका ड्राईवर उसे छोड़ने आता था | जिस दिन मैंने पहली बार उसको देखा था तो मैंने सोच लिया था कि मेरी अगली गर्लफ्रेंड कोई बनेंगी तो यही बनेगी और सोचने लगा कि कैसे इसको पटाऊ |

एक बार कुछ लड़के उसकी रैगिंग ले रहे थे, तो मैंने देखा और उसके पास गया और कहा अरे ! तुम यहाँ हो चलो सर बुला रहे है ऊपर | फिर मैंने उसका हाँथ पकड़ा और उसे लेके वहां से चला गया | अन्दर जाते वक़्त उसने पूछा कि कौन से सर बुला रहे हैं ? तो मैंने कहा कोई नहीं बुला रहा है, वो तो लड़के तुम्हारी रैगिंग ले रहे थे इसलिए मैं तुम्हें वहां से ले आया | उसने स्माइल करते हुए कहा थैंक यू सो मच | फिर मैंने पूछा अच्छा तुम्हारा नाम क्या है ? तो उसने बताया मेरा नाम दीप्ति है और मैं अभी फर्स्ट इयर में हूँ |

मैंने उससे पूछा उन लडको ने कोई बद्तामिज़ी तो नहीं की | तो उसने कहा नहीं की लेकिन अगर आप नहीं आते तो शायद ज़रूर करते | तो मैंने सर झुकाते हुए कहा बंदा आपकी खिदमत में हमेशा हाज़िर है | तो उसने प्यारी सी स्माइल दी और कहा थैंक यू | फिर उसने पूछा आपकी ब्रांच कौन सी है तो मैंने कहा वही जो तुम्हारी है | तो उसने कहा वाओ मतलब मैं आपकी जूनियर हूँ, तब तो आपसे मिलना जुलना होता रहेगा | तो मैंने कहा हाँ तुमसे मिलने में भी मज़ा आएगा | तो हमने एक दुसरे को देखा और हस दिया | फिर वो गुड बाय कह कर चली गई और मैंने अपने दिल से उन लडको को दुआ दी जिसने उसकी रैगिंग की और मैंने बीच में से मौका मार लिया |

Antarwasna Kahani भाभी और उसकी सहेली रीना

हम दोनों कभी कभी मिलते थे और एक दिन कॉलेज में एक इवेंट था तो हम दोनों साथ बैठ गए और फिर मैंने अपनी सारी सैटिंग कर ली | मैंने उसका नंबर ले लिया और हमारी फ़ोन पर बातें शुरू हो गई | हम रात रात भर चैटिंग करते थे और फ़ोन पर बातें भी कर लिया करते थे लेकिन फ़ोन वही लगाती थी या फिर मैं मिस कॉल मार दिया करता था | एक बार उसने मुझसे कहा कि यार शौपिंग चलो न मेरा कोई फ्रेंड मेरे साथ नहीं जा रहा है | शौपिंग के लिए हम मॉल गए और मैं एक लड़की को देखने लगा तो वो गुस्सा हो गई और कहा ऐसे किसी भी लड़की को देखा गन्दी बात होती है | मैं समझ गया की लड़की सेट हो चुकी है बस बोलना बाकी है | फिर हम मॉल में घूम रहे थे तो मुझे एक जीन्स अच्छी लगी लेकिन वो बहुत महंगी थी 6500 की | तो उसने कहा ले लो तो मैंने कहा मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं, तो उसने कहा मेरी तरफ से गिफ्ट समझ के रख लो और उसने जबरदस्ती वो जीन्स मुझे दिलवा दी |

फिर उसने मुझे अपनी कार में मेरे घर छोड़ा और चली गई | उस दिन रात को उसका फ़ोन आया और उसने यहाँ वहां की बातें शुरू कर दी | उसने पूछा वो जीन्स तुम कल पहन के आना, तो मैंने कहा ठीक है | तो मैंने कहा मुझे एक बात कहनी थी तो उसने कहा मुझे भी कुछ कहना है | तो मैंने कहा ठीक है पहले तुम बताओ, मैंने कहा पहले तुम और 5-10 मिनिट तक यही करते रहे | फिर उसने कहा मुझे पता है तुम क्या कहना चाहते हो | मैंने कहा क्या बताओ ? तो उसने कहा यही न जीन्स बहुत महंगी थी और मुझे अच्छा नहीं लग रहा है लेकिन मैं जो कहना चाहती हूँ वो ज्यादा ज़रूरी है | तो मैंने कहा हाँ बताओ | तो उसने कहा तुमने कॉलेज में मुझे रैगिंग से बचाया, फिर मेरी कई बार पढाई में मदद की और तुम ही एक ऐसे लड़के हो जो मेरे बहुत अछे दोस्त हो | तो मैंने कहा हाँ तो | तो उसने कहा समझ जाओ अब तो मैंने कहा नहीं समझा बताओ | तो उसने कहा आई लव यू इडियट |

फिर मैंने कहा बस बाकी बातें कल करेंगे | अगले दिन हम मिले और कहीं घूमने जाने का मन बना कर निकल गए | हम एक जगह पहुंचे और जैसे ही मैं उतरा तो वो मेरे पास आकर मुझ से लिपट गई और आई लव यू कह कर मुझे गाल पर किस करने लगी | फिर हम वहीँ पर एक दुसरे का हाँथ पकड़ कर घूमने लगे और एक जगह जा कर बैठ गए | वहां पर ज्यादा कोई आता जाता नहीं था | मैंने मौका देख कर उसे होंठों पर किस कर दिया और भी मुझे किस करने लगी | हम अक्सर वहां पर आकर बैठते थे और किस किया करते थे और मैं कभी कभी उसके दूध दबा दिया करता था और चूत पे हाँथ लगा दिया करता था |

एक दिन हमने कहीं दूर जाने का प्लान बनाया और कॉलेज से बंक मार कर लम्बे से निकल गए | मुझे एक जगह पता थी तो मैं और वो उसकी कार में वहां पहुँच गए | हम वहां पहुंचे और उसने पूछा हम यहाँ क्यों आये है, यहाँ तो कुछ नहीं है और कोई दिखाई भी नहीं दे रहा है | तो मैं उसके पास गया और बड़े प्यार से उसे किस करने लगा वो भी मेरा साथ दे रही थी | फिर मैंने उसकी कार का पीछे का दरवाज़ा खोला और हम दोनों लिपट कर एक दुसरे को किस करने लगे | फिर मैंने उसका टॉप उठाया और उसकी ब्रा हटा के उसके दूध चूसने लगा | वो कहने लगी छोडो कोई आ जायेगा लेकिन मैं लगा रहा | उसके दूध एक दूँ सफेद थे लेकिन ज्यादा बड़े नहीं थे पर उन्हें चूसने में बड़ा मज़ा आ रहा था | मैं उसके निप्पल से खेल रहा था और वो ऊऊम्मम्म ऊऊम्म्म्म य्य्याय्य्य कर रही थी |

फिर मैंने उसकी जीन्स खोली और उतार दी और पैंटी भी उतारने लगा तो वो बोली फिर कभी कर लेंगे | मैंने कहा पहली बार है क्या, जो डर रही हो तो उसने कहा नहीं | तो मैंने उसकी तरफ देखा लेकिन फिर मैं उसकी पैंटी उतारने लगा और फिर मैंने उसकी पैंटी उतार दी | मैंने उसकी चूत देखी तो वो बहुत छोटी सी प्यारी सी और एक दम साफ़ थी | मैंने अपनी जीभ उसकी चूत में लगाई तो उसने कहा आअह्ह्ह्ह और फिर मैं उसकी चूत चाटने लगा |

उसकी चूत से पानी आ रहा था और वो पानी मैं पीता जा रहा था | फिर मने उसकी चूत में ऊँगली करना शुरू कर दिया और वो आह्ह्ह्हः आह्हह्हा य्याह्ह्ह्ह ऊऊम्म्म्म येह्ह्ह्हह्ह कि आवाजें निकालने लगी | फिर मैंने उसको उठाया और जीन्स से लंड बाहर निकल के कहा चूस डालो इसे | तो उसने थोड़ी देर तक मेरा लंड चूसा लेकिन मुझे मज़ा नहीं आया तो मैंने उसका सिर पकड़ा और उसके मुंह को चोदने लगा | मेरा लंड उसके मुंह के पुरे अन्दर तक जा रहा था | फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसे सीट पर लिटा दिया |

फिर मैंने उसकी चूत पे अपना लंड रखा और धीरे से अन्दर डाला तो मेरा लंड अन्दर नहीं गया | तो मैंने एक झटका मारा तो मेरा लंड ऊपर से थोडा सा अन्दर चला गया और उसने आवाज़ की जैसे मैंने चाकू घुसा दिया हो | फिर मैंने थोड़ी देर तक उसकी चूत में अपना लंड रहने दिया और बहुत धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा और वो आअह्ह्ह्ह ह्ह्हह्ह्ह्ह य्य्याह्ह्ह्ह ईएह्ह्ह्ह ऊम्म्म्म करने लगी | जैसे ही मुझे लगा कि उसका दर्द थोडा सा कम हो गया है तो मैंने ज़ोर ज़ोर के झटके मारना शुरू कर दिया और वो अब ज़ोर ज़ोर से आह्ह्ह्ह ऊउह्ह्ह्ह ऊऊम्म्म ह्हान्न्नन्न आःह्ह ऊह्ह्ह्ह करने लगी | मैंने करीब 15 मिनिट उसको चोदा और फिर मेरा मुट्ठ निकलने को हुआ तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसकी चूत के सामने हिलाने लगा | फिर मेरा मुट्ठ निकला और उसकी एक बूंद उसके दूध पर जा गिरी और वो एकदम से हिल गई |

फिर हमने कपडे पहने और घर चले गए और फिर्जब भी हमारा मन होता है तो हम यहीं पर आ जाते हैं और मस्त चुदाई करके घर चले जाते है | बस दोस्तों इतना ही था, तो दोस्तों कैसी लगी मेरी कहानी |

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पूर्णा का सेक्सी एडवेंचर https://sexstories.one/poorna-ki-office-porn-kahani/ Mon, 29 Nov 2021 06:28:12 +0000 https://sexstories.one/?p=4868 उसका हाथ उसके अंडरवियर में चला गया और उसकी चूत पर उंगली करने लगा, जबकि उसने उसकी गर्दन को चाटा। खिड़की की सलाखों पर उसकी पकड़ मजबूत हो गई। वह हवा के लिए हांफने लगी और उसके कराहने...

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Office Porn Kahani Antarvasnax यह एक विभागीय उत्सव था। सभी ने अच्छे कपड़े पहने और अच्छी तरह से वाकिफ थे। उस अवसर की मुस्कान और सुंदरता की मात्रा अवर्णनीय थी। पूर्णा एक साड़ी में विशेष रूप से सुंदर थी वह भी काले और लाल रंग में साड़ी लाल रंग की थी जो उसकी त्वचा के साथ जाती थी और काले फीता की सीमा होती थी।

उनका ब्लाउज भी ब्लैक कलर का था जो उन्हें गुड़िया जैसा बना रहा था। सब अपने-अपने काम में व्यस्त थे। हमारी सेक्सी महिला सीढ़ियाँ चढ़कर डिपार्टमेंट स्टाफ रूम की ओर बढ़ी। उसके चेहरे पर भावनाओं का मिश्रण था। उसके हाथ कांप रहे थे कि क्या होगा। वह वही थी जिसे आप ‘शरारती लड़की’ कहेंगे।

अपने बॉयफ्रेंड के साथ उसकी नटखटता की कोई सीमा नहीं थी। वह कॉलेज की सेक्स डॉल के रूप में काफी लोकप्रिय थीं। उसका शानदार शरीर इसका कारण था। पूर्णा, एक जादूगरनी, उसकी आँखें उसका सबसे बड़ा हथियार थीं। वह उन अच्छी आँखों से किसी भी आदमी को दुगनी नज़र से देख सकती थी।

उसका शरीर उसकी सुंदरता का जलवा बिखेर रहा था और उसे केवल गर्म कहा जा सकता था। उसकी काफ़ी गोरी त्वचा, उसके रसीले होंठों से मुँह में पानी आ गया था। उसने एक शानदार फिगर बनाए रखा था। उसके स्तन उसके गर्म शरीर के लिए एक गहना थे। एक गोल गधे के साथ, उसने कई राय व्यक्त की हैं।

कॉरिडोर से होते हुए स्टाफ रूम की ओर भागते समय उसके हाथ थोड़े काँप रहे थे। वहां वह एचओडी केबिन में दाखिल हुई। कमरे में अंधेरा था। नीचे क्या हो रहा था, यह देखने के लिए वह अपने दोस्तों के साथ खिड़की के पास चली गई। अचानक दो बड़े हाथों ने उसे पीछे से पकड़ लिया।

यह कोई और नहीं बल्कि उनके एचओडी सूरज थे। उसने उसके हाथ जबरदस्ती खिड़की से पकड़ लिए, उसकी गर्दन चाटने और उसकी नाभि को सहलाने लगा। सूरज एक जिम्मेदार और आकर्षक एचओडी थे। वह छोटा था लेकिन उसके पास कई डिग्रियां और काफी अनुभव था। कुछ लोग कहते हैं कि उन्हें राजनीतिक समर्थन से वह मिला जहां वे हैं।

लेकिन वह जितना चालाक है उतना ही चतुर भी है। उसने उसकी सुडौल नाभि को दबाना शुरू कर दिया, जबकि उसके दूसरे हाथ उसके गोल 32c स्तन पर चले गए। उसके निप्पल सख्त और दिलेर थे। जैसे ही उसने उन्हें छुआ, एक झटका उसके शरीर से नीचे चला गया और उसे अपनी चूत में झुनझुनी दे दी। उसके निपल्स पर उसके हल्के और कामुक स्पर्शों ने उसके कराहों से कमरा भर दिया।

जल्द ही उसकी सांस उसके कान में आ गई और एक हाथ उसके स्तन में पूरी तरह से लीन हो गया। वह उन्हें पीछे से दबा रहा था। उसने उन्हें अपने ब्लाउज के माध्यम से निचोड़ा। वह जानता था कि उसने ब्रा नहीं पहनी हुई थी क्योंकि उसने उससे पूछा था। उसके हाथ उसकी नाभि से होते हुए उसके पेट के बटन में चले गए और उसकी श्रोणि और फिर उसकी चूत तक पिंच किया।

उसने अपनी चार अंगुलियों से उसकी टांगों के बीच में ताला लगा दिया, और जोर से उसकी श्रोणि को सहलाया। उसने उसके बैकलेस ब्लाउज को चाटा और उसके स्तनों को ऐसे सहलाया जा रहा था जैसे वह उसका अपना हो। उसने उसे विलाप किया और खुशी से कराह उठा। उस खुशी के आलोक में उसने खिड़की के हैंडलबार को पकड़ लिया।

वह इस तथ्य को भूल गई कि उसकी शिक्षिका उसका आनंद उठा रही थी और वह एक खिड़की के पास थी। उनकी इस मासूमियत को पूरी जनता देख सकती थी. वह पूरी तरह से उस आनंद में डूबी हुई थी। उसे याद आया कि वह इस तरह के जाल में कैसे फंस गई।

Porn Kahani भिखारी लड़की के जलवे

विभाग आंतरिक मूल्यांकन को अंतिम रूप देने की तैयारी कर रहा था। उन्होंने पाया कि कुछ छात्र अपेक्षित प्रदर्शन तक नहीं पहुंच सके। उन सभी को सीढ़ी पर आने के लिए दया का मौका दिया गया था। लेकिन कुछ के लिए मौका अभी तक व्यर्थ था।

हॉट गर्ल गैंग के बीच चर्चा थी कि एचओडी कुछ ‘फॉर्म’ भरने के इच्छुक लोगों के लिए एक विशेष ‘व्यवस्था’ दे रहा है। पूर्णा सीधी-सादी छात्रा नहीं थी। फिर भी वह अपने चालाकी और चतुर स्वभाव के साथ यहाँ तक पहुँचने में सफल रही। वह इससे बाहर निकलने का रास्ता नहीं खोद सकी।

फिर भी उसका आकर्षक स्वभाव कई दिनों तक दोषपूर्ण हो गया था जब तक कि वह एक जन्मदिन की पार्टी में नहीं गई। वहीं उनकी मुलाकात काजल से हुई। वह परीक्षा में भी फेल हो गई थी, फिर भी वह ज्यादा तनाव में नहीं लग रही थी, बल्कि शांत हो गई थी। पूर्णा ने रहस्य को बाहर निकालने और उसे बाहर निकालने की पूरी कोशिश की।

एचओडी ने कुछ समय के लिए उसकी गांड में चुदाई की थी। उसने उसे जो संतुष्टि दी, वह उसकी अपेक्षा से कहीं अधिक थी और उसे पास होने के लिए अतिरिक्त श्रेय मिला। यह रहस्योद्घाटन मुस्कान और भय दोनों लेकर आया। वह परिणामों से डरती थी।

लेकिन वह डर जल्द ही उस आनंद से जीत लिया गया जिसे वह जानती थी कि वह अनुभव करेगी। उसकी नटखटता जिससे वह हर दिन उसके मोटे लंड की कल्पना करते हुए खुद को रगड़ती और उँगली उठाती थी। यह उस दिन की बात है जब उसने झाँका और देखा कि सूरज ने लाइब्रेरियन को अपने मोटे शाफ्ट से कहाँ चोदा।

वह सभी विचारों से भीग चुकी थी और आगे बढ़ना चाहती थी। वह एक महान अवसर की प्रतीक्षा कर रही थी। उसकी यादें अचानक पटरी से उतर गई जब सूरज ने उसकी पीठ को काटना शुरू किया। वह उसकी पीठ पर लव बाइट दे रहा था जबकि उसके हाथों ने उसके स्तन को जीत लिया था।

वह उसके मालिक से भूरे रंग के सख्त बटन के निप्पल खींच रहा था, जिससे वह विलाप कर रही थी। उसकी गाढ़ी हार्ड कॉक ड्राई उसकी गांड को कूबड़ देती है। उसके कपड़े से फर्श को अच्छी तरह से सजाया गया था। उसका ब्लाउज हटा दिया गया था। उसके सीने के सामने जो कुछ भी खड़ा था वह उसकी लेस वाली पारदर्शी साड़ी थी।

जबकि उनकी साड़ी को सूरज ने उनके कूल्हों तक उठाया था। फिर वह उसकी गीली चूत पर उसकी चूत रगड़ने लगा। उसकी चूत फोरप्ले से लेस पैंटी पर गीली हो गई थी। उसने उसे जोर से रगड़ा ताकि उसे मुर्गा चाहने की कामुक भावना का एहसास हो। फिर उसने उसकी पीठ को महसूस करना शुरू कर दिया, अपने हाथों को एक के बाद एक उसके भूरे रंग के निप्पल की तरफ घुमाते हुए उन्हें पिंच किया।

उसका हाथ उसके अंडरवियर में चला गया और उसकी चूत पर उंगली करने लगा, जबकि उसने उसकी गर्दन को चाटा। खिड़की की सलाखों पर उसकी पकड़ मजबूत हो गई। वह हवा के लिए हांफने लगी और उसके कराहने से उसका शरीर कांपने लगा। वह अपने हाथों से उसके स्तनों पर अच्छा काम कर रहा था। घुटने टेक दिए और अपने अंडरवियर को दूर फेंक दिया।

फिर उसने उसकी चूत पर और साथ ही उसके गधे को भी मला। उसने लटकते निप्पल पर हाथ रखे। भूरे रंग के निपल्स उसके स्तन से मृत पुरुषों की तरह लटके हुए थे। उसने उन्हें और भी नीचे खींच लिया। उसने अपनी उँगलियों को उसके गधे की गहराई में धकेल दिया और वह चिल्ला पड़ी। उसके कराह और विलाप से कमरा भर गया।

उसकी उँगलियाँ उसकी चूत तक पहुँच गईं जबकि उसकी जीभ अंदर से रगड़ रही थी। उसके दाँतों ने उसकी चूत के होठों को पकड़ लिया। वह उसकी गांड पर उंगली करने लगा। उसकी चूत में उसकी उंगलियाँ उसके सारे सुख-स्थानों को छू गयीं जिससे उसका शरीर काँपने लगा। उसके प्रेम रस को उसकी जीभ ने चाटा।

स्तन और उसकी उंगलियों के साथ उसकी सामयिक चंचलता ने उसे एक हिंसक कराह के साथ सह दिया क्योंकि वह हवा के लिए हांफ रही थी।

एक और फ्लैशबैक।

जैसे ही उसने अपने प्यार के रस को फर्श पर उतारा, उसे उस समय की याद दिला दी गई। उसे उसके प्रेमी और उसके दोस्त रोड ट्रिप पर ले गए थे। उसे बांधकर चारों ओर सहलाया गया था। उसके स्तन के साथ खेला गया था जबकि केवल उसकी गांड चोद रही थी।

उसकी चूत में दर्द हो रहा था एक लंड के लिए। वह लंड के लिए भीख माँगती थी और उसे चूसा जा रहा था और बिल्ली में उँगलियाँ पकड़ी जा रही थीं, जबकि उन्होंने उसके मुँह को चोद दिया। अभी…

सूरज ने फिर खुद को उठाया। और पूर्णा को पकड़ कर उसकी टांगें ऊपर उठा दीं और अपनी कठोर मोटी छड़ को उसके गधे में डाल दिया। उसका मुंह ढका होने के कारण केवल उसकी कराह निकली। उसके पैर उसके हाथ में थे क्योंकि वह उस खिड़की के सामने चुदाई कर रही थी और एक रहस्यमय फोन ने यह सब रिकॉर्ड कर लिया।

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मेरी दीदी ही मेरी दुश्मन https://sexstories.one/didi-ne-mujhe-apne-pati-se-chudwaya/ Wed, 06 Oct 2021 07:30:09 +0000 https://sexstories.one/?p=4446 जीजू दीदी से बोले चल तू भी नंगी हो और फिर मेरे भी सारे कपडे निकाल के नंगा कर .मै अन्नू रानी को पकड़ के रखता हूँ. दीदी ने अपने सारे कपडे निकाल कर नंगी हो गई फिर जीजू के पास आई और उनकी पैंट और चड्डी निकाल दी .जैसे ही दीदी ने जीजू की चड्डी निकाली जीजू का मोटा लम्बा डंडा मेरी चुत से टकराया

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Didi ne mujhe chudwaya – ये कहानी 2 साल पहले की है जब मेरी उम्र १८ साल की थी. मैं बिलकुल सीधी सादी किसी सेक्स के लफडे में नहीं पड़ी थी. मैं अपनी पढाई में ही ध्यान लगाती थी. और कभी भी फालूत बात मेरे दिमाग में नहीं आती थी. मेरे पापा मम्मी फोरहन घूमने गए हुए थे . और मैं घर पे अकेली न रहूँ इसलिए मेरी बड़ी बहन और जीजू हमारे घर पर रहने के लिए आ गए थे. मैं कभी भी जीजू के बारे में गलत नहीं सोचती थी. लेकिन मुझे नहीं मालूम था की मेरी दीदी ही मेरी दुश्मन थी.

पहली रात को मुझे अपने कमरे में दीदी की आह ऊह जैसी आवाज़ साफ सुने दे रही थी . मुझे बड़ा अजीब सा लगा . मैं समझी दीदी को शायद कहीं दर्द हो रहा है.मैं दीदी के कमरे की तरफ गई तो देखा दरवाजा खुला हुआ था. दीदी दरवाज़ा खुला रख कर सो रही थी.सोचा दीदी को कोई दवाई की जरुरत होगी तो दे दूंगी. लेकिन अन्दर कमरे मे तो मुझे कुछ और ही दिखाई दिया .दीदी और जीजू एक दम नंगे थे.और जीजू का लंड दीदी के मुह मे था .मुझे नहीं मालूम था की अन्दर क्या हो रहा है.न ही मैंने आज तक कभी इस बारे में सोचा था. जैसे ही मैं दरवाजे के पास पहुची मुझे दीदी और जीजू की आवाजें सुनाई देने लगी .मैं दरवाज़े के बाहर ही रुक गई. अन्दर से बड़ी गन्दी गन्दी आवाजे आ रही थी.

जीजू बोल रहे थे भोस्डिकी मेरा लंड पूरा मुह में लेकर चूस, क्या जरा सा लंड का सुपाडा मुह में ले रखा है.

दीदी बोली ले तो रही हूँ . मैं क्या करू तुम्हारा लंड है भी तो कितना मोटा और लम्बा .

जीजू बोले तो फिर अन्नू ( मेरा नाम है ) को बुला ले वो चूस लेगी मेरा लंड .दीदी बोली अन्नू को पहले मैं तैयार कर लूँ फिर चोद लेना . अभी तो यहाँ १४ दिन रहना है. इस बार तुमसे अन्नू को जरुर चुदवा दूंगी पक्का वादा. लेकिन आज तो मुझे जी भर के चोद दो . मेरी चुत को फाड़ के भोसडा बना दो.

दीदी की बातें सुन कर मुझे बड़ा डर लगाने लगा . मैंने तो कभी सपने मैं भी नहीं सोचा था ये क्या हो रहा है. ये पहला मौका था जब मैं किसी को नंगा देख रही थी. वहां खड़े रहने में डर भी लग रहा था और कुछ उत्सुकता भी थी की दोनों क्या कर रहे हैं .

जीजू : मादरचोद मुझे तेरी भोसड़ी तो पहले से ही चूदी चुदाई मिली थी. मुझे भी तो सिल पैक चुत चाहिए थी. और उसने जोर से एक लप्पड़ दीदी को मारा.

दीदी बोली हाँ तो मैं अपनी छोटी बहन की सिल पैक चूत तुझे दिलवाउंगी ना. थोडा इन्तेज़ार तो करो उसको मैं मना तो लूँ.

जीजू बोले अगर वो भी तेरी तरह खूब चुदी चुदाई हुई तो .

दीदी बोली नहीं वोह सिल पैक ही होगी वोह सिर्फ अपनी पढाई में ही ध्यान लगाती है वोह हर साल पहले नंबर से पास होती है. जरुर उसे चुत लंड चुदाई का जरा भी नहीं पता होगा. उसको चोद कर अपनी मन की तमन्ना पूरी कर लेना .
जीजू ने अपना लंड दीदी के मुह से निकाल दिया और ६९ की पोसिशन में लेट गए और दीदी के मुह मे फिर से लंड दे दिया और खुद दीदी की चुत लगे चाटने . वोह दीदी की चुत को दांतों से काट रहे थे और दीदी दर्द से कराह रही थी धीरे धीरे काटो डार्लिंग दर्द हो रहा है .

Kamuk kahani दोस्त की साली को चोदा

जीजू बोले चुप हरामजादी तू खूब चूदी हुई है पता नहीं कितनो ने तुझे चोद चोद कर तेरी चुत को इंडिया गेट बना दिया है. आज तुझे लहू लुहान कर दूंगा. अगर तू अपनी बहन नहीं चुदवाएगी तो तेरा सारा खून पि जाऊंगा .और जीजू जोर जोर से दीदी की चुत काटते रहे. दीदी चिल्लाती रही.फिर जीजू ने दीदी को घोडी बनने को कहा और अपना लंड दीदी कीऔर अपना लंड दीदी की गांड मे घुसेडने लगे .

दीदी बोली अरे आगे चुत मे डालो ना गांड मे मत डालो ना .जीजू बोले तेरी चुत नहीं भोसडा है उस मे डाल के मज़ा नहीं आता है तेरी गांड टाइट है गांड ही मारूंगा. चुप चाप गांड मे डालने दे.और जीजू ने ९ इंच लम्बा मोटा लंड दीदी की गांड में डालने लगे.दीदी को दर्द हो रहा था वो दर्द से करह रही थी ओह आह मै मर गई रे जालिम . फिर जीजू ने लंड बहार निकाल कर उस पर थोडी क्रीम लगाई और फिर गांड मे डालने लगे इस बार लंड गांड के अन्दर घुस गया .जीजू ने गांड मे लंड डाल कर धक्के देना सुरु किया और आगे से दीदी की चुचियों को पकड़ कर दबाते रहे .अब दीदी को भी मज़ा आ रहा था

दीदी बोली और जोर से फटाफट धक्के दो फाड़ दो मेरी गांड को. मेरी गांड को बड़ा चौराहा बना दो.

जीजू बोले क्यूँ गांडू अब मज़ा आ रहा है ना. अब बोल अन्नू को कब चुदवा रही है नहीं तो मे तेरी गांड मे से लंड बाहर निकालता हूँ .

दीदी बोली ना ना लंड मत निकालना वरना मे तड़फती रह जाउंगी . तुम्हे अन्नू चोदनी हैं ना मै कल ही उसको पटा के तुमसे चुदवा दूंगी लेकिन अभी गांड से लंड मत निकालना मेरे राजा. मार मेरी गांड और तोड़ दे मेरे बदन की सारी हड्डियों का सुरमा बना दे .आह मज़ा आ रहा है और धक्के दे.

मैं सब देख सुन रही थी मुझे बड़ा डर लग रहा था फिर भी खड़ी इस लिए थी की ये दोनों मेरे बारे में क्या प्लान बना रहे हैं .जीजू बोले मेरा रस निकलने वाला है और जीजू ने अपना लंड बाहर निकाल कर दीदी के मुह मे दे दिया और बोले पी जा मेरे लंड का सारा रस और दीदी लंड मुह मे लेकर चूसने लगी और ऐसा लगा जैसे गले मे कुछ निगल रही हो. फिर दोनों शांत हो गए और मैं अपने कमरे मे चली गई . मुझे डर लग रहा था और मुझे पूरी रात नीद नहीं आई.

अगले दिन सुबह जब जीजू काम से बाहर चले गए दीदी मेरे पास आई और बड़ा प्यार जताने लगी.

दीदी मुझ से बोली अन्नू आज तुझे तेरे जीजाजी के साथ सोना है .

मैं बोली क्यूँ ? दीदी बोली देख अगर तू अपने जीजा के साथ नहीं सोएगी तो तेरा जीजा मुझे मार मार के मेरा बुरा हाल कर देगा. मैं शादी से पहले अपने दोस्त के साथ सेक्स कर चुकी थी और तेरे जीजाजी मुझ से इसी बात को लेकर झगडा करते हैं .वो कहते हैं की तू तो मुझे सिल पैक नहीं मिली लेकिन अन्नू की सिल तू मुझ से तुड़वा दे तो मैं फिर तुझे कुछ नहीं बोलूँगा.

मैं बोली नहीं दीदी मुझे बड़ा डर लगता है . कल रात को मैंने थोडी देर आपके कमरे मे जो हुआ देखा था . मैं कुछ नहीं करने वाली हूँ . दीदी जो गलती आपने की है वो आप भुगतो.मुझे मत घसीटो.

दीदी बोली तुने रात को क्या देखा था .

मैं बोली आप को रोते हुए देखा था. जीजू आप को काट रहे थे , मार रहे थे और आप चिल्ला रही थी दर्द के मारे आप का बुरा हाल था .

दीदी बोली पगली वो तो मेरा स्टाइल है जब तक कोई मुझे जानवर की तरह नहीं चोदता ( दीदी अब खुल के बोलने लगी ) मुझे मारता नहीं है मुझे मज़ा ही नहीं आता है. वो मुझे कोई गु़स्से से थोड़े ही मार रहे थे .मुझे कोई दर्द थोड़े ही हो रहा था वो तो मुझे मज़े दे रहे थे.

लेकिन दीदी अगर मै भी शादी से पहले सेक्स करुँगी तो मेरे पति भी तो मुझको बोलेंगे की उनको सिल पैक नहीं मिली तब मैं क्या करुँगी.

दीदी बोली तेरी शादी मैं अपने देवर के साथ करवा दूंगी.

मैं बोली वोह भी बोलेंगे की सिल पैक नहीं मिली. फिर मेरा क्या होगा.

दीदी बोली वो ऐसा नहीं बोलेगा .

मैंने पूछा वो क्यूँ नहीं बोलेगा.

तब दीदी ने ठंडी साँस भरी और बोली अच्छा मैं आज तुम्हे अपनी सारी बात खुल के बताती हूँ.

दीदी बोली एक बार तेरे जीजू काम से शहर से बाहर गए हुए थे और मैं घर मे अकेली थी . मेरे देवर ने उस दिन मेरे साथ बलात्कार कर के मुह काला किया था . जब मैंने जीजू को बताया तो उन्होंने देवर को बुलाया .मै समझी वो उसकी खबर लेंगे .लेकिन वहां तो मामला उल्टा ही था .तेरे जीजू बोले क्यों भाई कल रात भाभी को कैसे चोदा जरा बता तो सही और देवर ने उनके सामने ही मुझे फिर चोदा . ये दोनों की मिली भगत थी.तेरे जीजू बोले शादी से पहले भी तू पता नहीं कितने कुत्तो से चुदवा चुकी है तो देवर ने भी चोद लिया तो क्या आफत आ गई .

ये तो वही मिसाल हो गई कुत्तो से फडवानी मंजूर लेकिन देवरों को नहीं देनी . मेरे देवर ने मुझे कई बार चोदा है और तो और दोनों भाई मिल कर मेरी चुदाई करते हैं.सच तो ये है अन्नू की अब एक लंड से मेरा मन भी नहीं भरता मुझे २/ ३ लंड जब तक नहीं चोदे मुझे तस्सली नहीं होती. अगर मेरा देवर बोला की सिल पैक नहीं मिली तो मैं कह दूंगी तू कौन सा सिल पैक है. शादी से पहले कितनी बार तो मुझे चोदा है और पता नहीं कितनी लड़कियों को और भी चोदा होगा. उसकी हिम्मत ही नहीं होगी कुछ बोलने की. तू उस बात की चिंता छोड़ दे , मैं हूँ ना सब सम्हाल लुंगी. बस तू आज की रात जीजू के साथ सो जाना . और चिंता मत कर मैं भी साथ में रहूंगी कोई डर की बात नहीं है मेरी प्यारी बहन अन्नू. दीदी इस तरह मुझे फुसलाती रही. दीदी बाज़ार गई और मेरे लिए एक दम पारदर्शी नएटी और काले रंग की ब्रा और चड्डी लेकर आई.

समीक्षा ने मुझे तसल्ली दी aur chudwa kar chali gayi..

शाम के समय दीदी बोली जा कर नहा लो और नहा के ये कपडे पहन लो. मैं नहाने गई तो दीदी भी बाथरूम के पास आकर खड़ी हो गई.और बोली दरवाज़ा खुला रख के नहाओ. दीदी के सामने नंगी हो कर नहाने मे.मुझे बड़ी शर्म आ रही थी बोली शर्म मत करो मैं तुम्हारी दीदी हूँ अभी से थोडी शर्म खुल जायेगी तो अच्छा है रात को इतनी शर्म नहीं आएगी. और दीदी ने जबदस्ती मेरे सूट के बटन खोल कर सूट और सलवार निकाल दी. और फिर मेरी ब्रा चड्डी भी निकाल दी .
मेरी चूची देख कर दीदी बोली हाय कितनी प्यारी कड़क चूची हैं तेरी और ये क्या तुने अपनी चुत के बाल कभी काटे नहीं हैं क्या ? देख तो जरा बाल कितने बड़े बड़े हो गए हैं. तेरी चुत तो दीखती ही नहीं है. पूरा जंगल बना रखा है तुने.

दीदी क्या बाल भी काटे जाते हैं. मुझे नहीं मालूम था. दीदी बोली तू बड़ी भोली हे रे. दीदी ने अपने कपडे निकाले और अपना चिकना भोसड़ा दिखाया . बोली देख मेरा भोसड़ा.

मैं बोली दीदी इसको चुत बोलते हैं या भोसड़ा .दीदी बोली देख तू चुदी नहीं है और तेरी चुत एक दम टाइट सिल्पैक है इसलिए इसे चुत कहते है और मैं खूब चुदवा चुकी हूँ और मेरी चुत काफी चौडी हो गई है इस लिए इसे भोसड़ा बोलते हैं . चुत को हमेशा बाल काट के चिकनी बना के रखा कर, जैसे मै रखती हूँ .अच्छा रहने दे इन बालो को तेरे जीजाजी को भी विश्वास आ जायेगा की तू एक दम फ्रेश सिल पैक ही है.

मैं अच्छी तरह नहाई. दीदी ने नेइटी चड्डी ब्रा जो लेकर आई थी पहन ने को दी .उस ड्रेस को पहन कर मुझे बड़ी शर्म लग रही थी. लेकिन दीदी बोली अरे वाह मेरी बन्नो रानी इस ड्रेस मे बड़ी खुबसूरत मॉल लग रही है .तेरा जीजा का लंड तुझे इए ड्रेस मे देख कर तो और भी फूल कर लम्बा मोटा हो जायेगा .तेरा जीजा बहुत मस्त चोदता है .

मैं बोली प्लीज दीदी रहने दो , मुझे छोड़ दो .

दीदी बोली आज तेरे जीजा के साथ तेरी सुहाग रात मनवाती हूँ , तू क्याचाहती है तेरा जीजा मेरी जान ले ले . अपनी दीदी के लिए इतना भी नहीं कर सकती क्या ? और फिर चुदवाने मे तो बड़ा मज़ा आता है .तुझे कोई सजा थोड़े ही दे रही हूँ . मैं तो तुझे भी लंड का मज़ा चखा रही हूँ .एक बार चुदाने के बाद तू खुद चुदवाने के लिए मरी जायेगी .मैं चुप हो गई.

करीब ८ बजे जीजू आये .मेरा दिल धक् धक् कर रहा था. मैं अपने कमरे मे बैठी थी. जीजू ने दीदी से पूछा अन्नू मानी या नहीं. दीदी बोली हाँ मैंने मना लिया है लेकिन जरा प्यार से धीरे से चोदना बेचारी बड़ी डर रही है. दीदी ने मुझे आवाज़ देकर बुलाया . मैं ड्राइंग रूम मे आई . जीजू मुझे इस ड्रेस मे देख कर एक दम ख़ुशी से चिल्ला पड़े . अरे वाह मेरी साली इतनी खुबसूरत सेक्सी है. देख तो मेरी साली की चूचियां कितनी तनी हुई हैं एक दम कड़क चाहे इस पर बादाम रख के अपने लंड से बादाम फोड़ लो. और हसने लगे हा हा हा हा. मज़ा आ गया साली को देख कर आज तो पूरी रात चोद चोद के इसकी सुहागरात मनाऊंगा. आजा मेरी अन्नू रानी अपने कपडे उतार के मेरे पास नंगी हो कर आजा .हम भी तो देखे तेरी चुत सिलपैक है या चुदा हुआ भोसड़ा . ये बातें सुनकर मेरा मन कर रहा था की धरती फट जाये और मैं उसमे समां जाऊँ .जीजू ने दारू की बोतल निकाली और दीदी के साथ दारू पिने लगे . दीदी ने मुझे अपने पास बुलाया और बोली थोडी सी तू भी पी ले बड़ी कमाल की चीज़ है ये दारू..

थोडी सी अन्दर जाते ही पूरी हिम्मत आ जायेगी सारी शर्म और डर ख़तम हो जायेगा और फिर खूब मज़ा करेगी. मैंने साफ मना कर दिया .और मै अपने कमरे मे भाग गई और दरवाज़ा अन्दर से बंद कर लिया .जीजू ने जोर से दरवाज़े पे लात मारी लेकिन दरवाज़ा नहीं टुटा फिर थोडी दूर जाकर भाग के आये दरवाज़े को जोर से अपने शरीर से टक्कर मारी ,दरवाज़ा टूट गया .जीजू को दारू के साथ मेरे शरीर का पूरा नशा हो रहा था वो मेरे कमरे मे घुस आये.मैंने कहा जीजाजी प्लीज आप कमरे से चले जाइये . लेकिन वो तो और आगे बढे और मुझे पकड़ने की कोशिश करने लगे.मै भागी .जीजू मेरे पीछे . मै भाग कर ड्राइंग रूम मै आ गई और ऊपर वाले कमरे मे जाने के लिए सीढ़ी की तरफ भागी . जीजू ने दीदी को बोला पकड़ इस हरामजादी कुतिया को साली भाग रही है.

दीदी भी भाग कर मुझे पकड़ने आई दीदी ने मेरा हाथ पकडा मेरी निएटी फट गई और मैंने बचने के लिए कस के एक लात दीदी की टांगो पर दे मारी.लेकिन दीदी की पकड़ मजबूत थी और इतने मे ही जीजू भी आ गए और मैं दोनों के बिच मे बकरी की तरह फसी हुई थी और निकल कर भाग जाने के लिए फड फडा रही थी, जीजू ने मुझे कस के २ थप्पड़ मारे आज इसको नहीं छोड़ना है . दीदी बोली भाग क्यूँ रही है . तुझे प्यार ही तो करेंगे कोई जान से मार तो नहीं देंगे. ऐसे भागेगी तो अच्छा नहीं होगा. जीजू ने मुझे जोर से पकड़ के दबाया और मेरे मुह पर जबरदस्ती किस किया और मेरे होठों को काटने लगे .

मेरे होठ कट गए और थोडा खून भी निकला . खून देख के जीजू को और भी करंट आया वो दीदी से बोले ले चाट ले अपनी बहन का खून .जीजू ने मुझे कस के पकड़ रखा था और दीदी मेरे होठ पे लगा खून चाटने लगी जीजू मेरी चूची मसल रहे थे . मै जोर जोर से चिल्ला रही थी मुझे छोड दो .मेरे ऊपर रहम करो.और किसी तरह उनकी पकड़ से निकल कर भागने की कोशिश कर रही थी . जीजू बोले पहले इसको नंगी कर दो जिससे ये घर से बाहर भाग कर नहीं जा सके.जीजू ने मेरी नएटी पूरी फाड़ के मेरे शरीर से अलग कर दी और भूखे भेडिये की तरह मेरी पूरी बॉडी को देखने लगे जैसे मुझे कच्चा खा जायेंगे . जीजू ने मुझे पकड़ रखा था मैं बेबस थी जीजू ने मेरी ब्रा खिंचके फाड़ कर उतार दी और मुझे अपनी बाँहों मै जकड लिया . दीदी से बोले चल जल्दी से इसकी चड्डी भी निकाल दे मैं इसको पकड़ के रखता हूँ.

दीदी ने मेरी चड्डी निकाल दी .मैं पूरी नंगी जीजू की बाँहों मै थी .मैंने बहुत कोशिश करी की किसी तरह उनके चंगुल से निकाल जाऊँ लेकिन जीजू ने मुझे कस के पकड़ रखा था. मै चिल्ला रही थी. दीदी बोली चिल्ला ले तेरी आज यहाँ कोई नहीं सुन ने वाला. ज्यादा नखरे चोदेगी तो मेरे देवर को भी यहीं बुला लुंगी. फिर दोनों मिल के तेरी चुत का हलवा बना देंगे.

जीजू दीदी से बोले चल तू भी नंगी हो और फिर मेरे भी सारे कपडे निकाल के नंगा कर .मै अन्नू रानी को पकड़ के रखता हूँ. दीदी ने अपने सारे कपडे निकाल कर नंगी हो गई फिर जीजू के पास आई और उनकी पैंट और चड्डी निकाल दी .जैसे ही दीदी ने जीजू की चड्डी निकाली जीजू का मोटा लम्बा डंडा मेरी चुत से टकराया , ऐसा लगा कोई मोटा गरम लोहे का रोड मेरी चुत पे दबाव डाल रहा है .जैसे ही टीशर्ट निकालने के लिए जीजू ने अपने हाथ ऊपर किये जीजू की पकड़ ढीली हो गई और मैं बचने के लिए कमरे की तरफ भागी. दीदी और जीजू को बड़ा गुस्सा आया दोनों ने भाग कर मुझे पकडा और कस के दो थप्पड़ मारे .मै रोने लगी .दीदी बोली देख अन्नू आज तो तेरी चुदाई होनी ही है राजी या बिना राजी .राजी से चुदवाएगी तो हमें और तुझे सब को मज़ा आएगा .

मैं बोली दीदी मैं नहीं करने दूंगी. मुझे छोड दो .मेरी जान निकल जायेगी. जीजू बोले अगर इसी तरह से नखरे करेगी और भागम भाग करेगी तो जरुर मरेगी. चुपचाप चुदवा ले हमें भी मज़ा लेने दे. नहीं तो मार मार के तेरा बुरा हाल कर दूंगा और चुदेगी तो तू तब भी. लेकिन मैं किसी भी कीमत पे अपनी इज्ज़त बचाना चाहती थी. जीजू और दीदी मुझे घसीट कर कमरे मे ले गए. और मुझे पलंग पर पटक दिया.जीजू मेरी छाती पर बैठ गए और जोर जोर से मेरी चुचियों को मसलने लगे मुझे बड़ा दर्द हो रहा था जीजू ने अपने डंडे से मेरे मुह पे पिटाई करनी चालू कर दी. वो कोशिश कर रहे थे की मेरे मुह मे अपना डंडा डाल देवे. दीदी ने मेरा मुह पकड़ कर खोला और जीजू ने अपना डंडा मुह मै घुसेडना चाहा लेकिन डंडा मेरे मुह मे गया नहीं .

दीदी ने फिर मुझे जोर से मुक्का मारा और जैसे ही मेरा मुह थोडा खुला जीजू का डंडा थोडा मेरे मुह मे अन्दर घुस गया, . फिर पता नहीं दीदी को कहाँ से आईडिया आया उसने मेरी चुत के बालों को जोर से खिंचा .मै दर्द से तड़फ उठी और मेरा मुह काफी खुल गया . जीजू ने अपना डंडा पूरा मेरे मुह मे घुसेड दिया .अब जीजू का डंडा मेरे गले तक फंस गया मुझे लगा जैसे मेरा दम घुट रहा है. मुझे साँस लेने मे परेशानी हो रही थी और ना ही कुछ बोल पाने की स्तिथि मे थी. दीदी ने निचे मेरी चुत पे वार किया अपने दांतों से चुत को चाटने लगी. लेकिन मै ना तो बोल सकती थी ना चिल्ला सकती थी .सिर्फ मेरी आँख से आंसू निकल रहे थे. दोनों मै से किसी को भी मेरे ऊपर रहम नहीं आया.दीदी ने मेरी चुत के दोनों पाट को कस के पकडा और खिंचा फिर मुह मे लेकर पहले प्यार किया और फिर लगी दातों से काटने . मुझसे दर्द सहन नहीं हो रहा था.जीजू अपने डंडे को मेरे मुह मे आगे पीछे कर के मेरे मुह को चोद रहे थे.

इतने मे बाहर से दरवाज़े की घंटी बजी . मैंने सोचा चलो लगता है भगवान ने मुझे बचाने के लिए किसी अवतार को अचानक बिना किसी उम्मीद के भेज दिया है. मैं भगवान को याद करने लगी. लेकिन मैं देख कर चोंक गई दीदी नंगी ही दरवाज़ा खोलने गई. मुझे बड़ा अजीब सा लगा की क्या चक्कर है .दीदी एक दम से पूरी नंगी दरवाज़ा कैसे खोलेंगी.लेकिन हे भगवान जब वो अन्दर आया तो मेरी जान और भी सुख गई. आने वाला कोई देवता नहीं बल्कि शैतान था मेरी दीदी का देवर.शायद दीदी ने ही इसको बुलाया होगा इसी लिए नंगी ही जाकर दरवाज़ा खोलने चली गई.

कहो भाभी कैसा चल रहा है. बकरी दूध पी गई या नहीं. दीदी बोली कहाँ अभी तो मान ही नहीं रही है सती सावित्री कमिनी कहीं की . अब तू आ गया है तो उसको दूध और तेरे लंड की दही सब पिलायेंगे. देवर ने मुझे नंगी देख कर बोला हाय भाभी ये तुम्हारी बहन कितनी गोरी है पूरी बॉडी संगेमरमर की तरह चिकनी है अभी तक ये कैसे बची रह गई थी. भाभी बोली तो मैं क्या काली कलूटी हूँ सालों चूतियों नया मॉल देख कर पुराना मॉल क्या बासी सडा हुआ लगने लग गया. देवर बोला अरे भाभी तुम तो बस तुम ही हो मैं तो अन्नू की तारीफ कर रहा था इसका मतलब ये तो नहीं की तुम काली हो .अपनी झांटे क्यूँ सुलगाती हो . देवर बोला क्यूँ अन्नू जान मादरचोद कहीं की क्यों अपना बुरा हाल करवा रही हो चुप चाप मान जाओ और मज़े से चुदवा लो हमें भी मज़ा आएगा . नहीं तो तेरी गांड भी आज ही मारेंगे. एक तेरी चुत मे और एक तेरी गांड मे एक साथ लंड घुसेड के चोदेंगे जैसे तेरी बहन को चोदते हैं . वैसे मुझे तो जबदस्ती चोदने मै भी खूब मज़ा आता है.तेरी बहन को भी पहली बार मैंने जबरदस्ती बलात्कार कर के ही चोदा था .अब देख तेरी बहन को कैसे चोदता हूँ फिर चुदवा लेना . आओ भाभी मेरी कुतिया रानी मेरे पुराने बासी मॉल मेरे पास आओ जरा अपनी चूची से दूध पिला कर मेरा लंड मोटा ताज़ा कर दो. फिर अन्नू जान को चोदुंगा.

दीदी देवर के पास गई उसके सारे कपडे निकाल दिए और वो दीदी की चूचियां मुह मे लेकर चूसने लगा फिर दीदी उसका लंड अपने मुह मे लेकर चूसने लगी.दीदी ने उसके लंड के निचे लटक रही दोनों गोलियों को भी चूसा देवर दीदी की चूचियां मसलता रहा . दीदी बोली रंडी की औलाद क्या तेरे हाथ मे दम नहीं है जोर से मसल मेरी चुचियों को .जीजू बोले देख अन्नू रानी हरामजादी तेरी दीदी बहन की लोडी कैसे देवर का लंड चूस रही है कितना मज़ा आ रहा है उन दोनों को .तू भी ऐसे ही प्यार से चूसेगी तो क्या तेरी गांड फट जायेगी भेन्चोद कहीं की.मै बोल तो सकती थी ही नहीं सिर्फ सुन ही सकती थी. और मजबूर थी. मेरे सामने देवर ने दीदी को खड़े खड़े ही चोदा फिर दोनों ने आकर मुझे पकडा. दीदी ने मेरे हाथों को और देवर ने मेरी दोनों टांगो को कस के पकड़ लिया .

जीजू अब अपना लंड मेरे मुह से निकाल कर मेरी चुत पे हमला करने वाले थे. जीजू मेरे ऊपर चढे और लंड से मेरी चुत पे ५ / ६ बार पिटाई करी. बोले बड़ी करारी चुत है .देवर बोले हाँ भैया बड़ी कड़क चुत है इसको चोदने मे बड़ा मज़ा आएगा, जीजू बोले तू पहले चोदेगा या मै पहले चोदु .देवर बोला भैया आप बड़े हैं आप के होते हुए मैं कैसे पहले करूँगा . पहले भोग तो आप ही लगाओ.आप राम हैं मैं लछमन हूँ, दीदी बोली वाह रे राम लछमन बड़ा प्यार है भाई यों मे , अपनी सीता का भी तो ध्यान रखो . देवर हंस के बोला सीता को चोदने के लिए अभी रावण आने वाला है. भाभी चिंता मत करो नई चुत देख कर पुरानी को भूल थोड़े ही जायेंगे . नया नौ दिन पुराना सौ दिन . आप के सहारे ही तो दाल रोटी चलेगी.

और जीजू ने मेरी चुत पे अपना लंड लगाया धीरे से अन्दर घुसेडने लगे लेकिन अन्दर नहीं गया . फिर जीजू ने मेरी चुत खोल के चुत के दरवाज़े पे लंड को सेट किया और जोर से धक्का मारा मै चिल्लाई मरी गई रे. मेरी चुत की झिल्ली फट गई और चुत से काफी खून निकलने लगा.देवर बोला भैया खून निकल रहा है मैं चाट लूँ क्या ? जीजू बोले चाट ले कमीने मादरचोद तुझे खून चाटने का बड़ा शौख है. छोड दे टांगे अब ये कहाँ बच के भागेगी. चाट इसका खून चाट इसको भी थोडी राहत मिलेगी.

उसने मेरी टांगे छोड दी और मेरी चुत के पास आ गया और चुत से निकले खून को चाटने लगा.मुझे कुछ ठंडक पड़ी. फिर जीजू ने अपने लंड को और अन्दर घुसेदा और फिर जोर जोर से धक्के देने लगा .मेरा बुरा हाल था. लेकिन किसी को भी मुझ पे तरस नहीं आ रहा था. देवर मेरी चुत चाट रहा था और दीदी ने भी मेरे हाथ छोड दिए और देवर का लंड चूसने लगी. १५ मिनट बाद जीजू ने मेरी चुत मे अपना रस छोड दिया .ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने गरम गरम दूध डाल दिया हो. मैं थक कर चूर हो गई थी. फिर जीजू निचे लेट गए और मुझे अपने ऊपर लिटाया और अपना लंड मेरी चुत मे डाल दिया .इस बार मुझे पहले जितना दर्द नहीं हुआ.वो देवर से बोले तू ऊपर आके अन्नू रानी की गांड मे अपना लंड डाल के इसकी गांड मार. वो बोला जो हुकम भैया.

उसने मेरी गांड देखी और मेरी गांड मे एक उंगली डाली बड़ी मुस्किल से थोडी सी अन्दर गई.वो बोला भैया इसकी गांड को आज रहने दो बड़ी टाइट है .बेचारी मर जायेगी. जीजू बोले अच्छा अब ये बेचारी हो गई . तेरी भाभी की गांड मारी थी तो क्या वो मर गई थी. अरे पगले पहली बार तो जोर लगाना ही पड़ेगा ना .दीदी बोली इसकी आज चुत की सिल तोडी है कल गांड भी मार लेना देखो क्या बुरा हाल हो गया है इसका.जीजू बोले चुप भोसिडिकी वर्ना तेरी गांड मे दोनों लंड डाल के मारेंगे. दीदी बोली आजा चोदु कहीं के मार मेरी गांड मार. देवर ने तुंरत दीदी को घोडी बनाया और दीदी की गांड मे लंड घुसेड दिया . जीजू बोले देख अन्नू रानी अपनी दीदी को कैसे गांड मरवा रही है अपने देवर से .साली पूरी रंडी है मादरचोद ४/५ लोडों से एक साथ चुदवा सकती है.

डर मत तू भी २/४ बार चुदवा कर इसके जैसी ही बन जायेगी तब तुझे भी रोज़ लंड की जरुरत पड़ेगी. जीजू ने दूसरी बार अपना रस मेरी चुत मे छोड दिया . अब देवर बोला भैया एक बार मैं भी अन्नू रानी को चोद लू. जीजू बोले क्यूँ नहीं. और इसको चोद के बता इसको अपनी बीबी बनाएगा या नहीं. वो बोला भैया ये तो आप को सोचना है.जीजू बोले मुझे तो इसको चोद के खूब मज़ा आया है मेरी तरफ से तो हाँ है, बस तू भी हाँ कह दे तो तेरी शादी अन्नू के साथ करवा देंगे.दीदी बोली शादी तो करनी ही पड़ेगी .तुम ने इसकी सिल भी तोड़ डाली अब क्या शादी नहीं करोगे.

जीजू बोले तू चुप रह भेन्चोद .सिल तोडी है तो कौन सी आफत आ गई. वो तो तेरा बदला लिया है. चल डाल अपना लंड इसकी चुत मे.देवर ने अपना लंड मेरी चुत मे डाला और दीदी से बोला भाभी लाओ अपनी चुत मेरे मुह मे दे दो. देवर मेरी चुत चोद रहा था और साथ मे दीदी की चुत को काट रहा था.जीजू दीदी की चूचियां भींच रहे थे,वो तीनो मज़ा कर रहे थे और मै दर्द से मरी जा रही थी. जब देवर का रस निकला तो वो मेरे ऊपर से उतरा और बोला अन्नू रानी थोडा आराम कर लो .थोडी सी दारू पी लो सारी थकान दूर हो जायेगी . और जबरदस्ती मेरे मुह मै दारू डाल दी .मेरा गला जलने लगा .

और धीरे धीरे उन्होंने दारू का पूरा ग्लास मेरे मुह मे डाल दिया.मुझे थोडी ही देर मे नींद आ गई . थोडी देर बाद उठी तो देखा जीजू दीदी की चुत मे और देवर गांड मे लंड डाल कर चोद रहा था . तीनो खूब हंस रहे थे और गलियां बक रहे थे. मुझे दारू का नशा हो गया था कुछ भी होश नहीं था. मैं उठी और जीजू का लंड दीदी की चुत मे से बाहर नीकाल कर चूसने लगी. मुझे मालूम ही नहीं था की मैं क्या कर रही हूँ.जीजू बड़े खुश हुए और मुझे किस करने लगे बोले ये हुई न बात .अब तू भी अपनी दीदी की तरह पूरी रंडी बन गई है. आजा अब तुझे प्यार से चोदेंगे.मैं खुद जीजू से चिपट गई उनको किस करने लगी और शर्म छोड़ कर उनका लंड अपनी चुत पे रगडने लगी . ये सब मैं नशे मे कर रही थी . नशे मे मुझे लग रहा था की कोई मुझे कस् के प्यार करे और मुझे खूब चोदे .

मैं अपनी चुत का दर्द भी भूल गई.

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सब्जी वाले का फौलादी लंड https://sexstories.one/sabzi-wale-ka-faulaadi-mota-lund/ Sat, 17 Apr 2021 02:33:39 +0000 https://sexstories.one/?p=3246 हाय फ्रेंड्स, कैसे हैं आप सभी ? मैं आशा करती हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे | मेरा नाम प्रतिमा है और मैं झारखण्ड की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 34 साल है और ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हाय फ्रेंड्स, कैसे हैं आप सभी ? मैं आशा करती हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे | मेरा नाम प्रतिमा है और मैं झारखण्ड की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 34 साल है और मैं शादीशुदा हूँ | मैं दिखने में गोरी हूँ और मेरा बदन एक दम भरा हुआ है | मेरी हाईट 5 फुट 5 इंच है और मेरे दूध और चूतड़ बड़े हैं | मेरे दो बेटे हैं और दोनों स्कूल में पढाई करते हैं | मेरे पति प्राइवेट जॉब करते हैं |

दोस्तों आज जो मैं आप लोगो के लिए`कहानी लिखने जा रही हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की एक दम सच्ची घटना है | मैं उम्मीद करती हूँ कि आप लोगो को मेरी कहने पसंद आयगी | मेरी ये पहली कहानी है तो हो सकता है कि मुझसे गलती हो सकती है | अगर आप लोगो को मेरी गलती नजर आये तो कृपया नजरंदाज करके कहानी का मजे लेना | तो अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय ना लेते हुए सीधा अपनी कहानी शुरू करती हूँ |

दोस्तों मेरे घर में मैं और मेरे पति साथ में दो बेटे रहते हैं | हमारा परिवार एक दम अच्छे से और हँसते खेलते रहता था | लेकिन सिर्फ मेरा परिवार मैं नहीं | मैं इसलिए खुश नहीं रहती थी क्यूंकि मेरे पति अब नामर्द जैसे हो गए हैं | मेरा पति मुझे नहीं चोदता और मैं मेरी चूत को लंड चाहिए | मेरा पति रात को काफी लेट घर आता था और शराब पी कर आता था |

मुझे उसके शराब पीने से कोई दिक्कत नहीं थी क्यूंकि वो मेरे साथ कभी बदतमीजी नहीं करता था | लेकिन वो मेरी चुदाई भी नहीं करता था ये बात मुझे बहुत खलती थी | मैं हर बार सोचती कि काश कोई अच्छा सा मोटा लंड मेरी चूत में घुसे और मेरा रोम रोम भड़का दे | यही सब सोच कर मेरी चूत गीली हो जाती | मेरी चूत को लंड ऐसा चाहिए कि बस मेरी चूत को भोसड़ा बना दे |

Sex Katha padhiye – Kunwari Dulhan

एक दिन की बात है और मेरा पति काम पर गया हुआ था और मेरे दोनों बेटे भी स्कूल गए हुए थे | उस दिन मेरी चूत में ऐसी आग लगी हुई थी कि मैं बता नहीं सकती | मैं अपने आँगन में पीछे गई और वहां सीड़ी पर बैठ कर अपने ब्लाउज के दोनों हुक खोल कर और ब्रा को ऊपर खिसका कर अपने दूध बाहर निकाल कर बैठ गयी | फिर अपनी साड़ी को ऊपर खिसका कर पेंटी भी उतार दी |

उसके बाद मैं जोर जोर से अपनी चूत को रगड़ने लगी और एक हाँथ से अपने दोनों दूध को बारी बारी से मसल रही थी | जब मैं ऐसा कर रही थी तब मेरे मुँह से आहा ऊनंह ऊम्मंह आहाआ ऊनंह ऊम्म्ह आहा ऊउन्न्ह उम्म्हं आआहा ऊउन्न्ह की सिस्कारियां निकल रही थी | मैं जोर जोर से अपनी चूत को आहा ऊनंह ऊम्मंह आहाआ ऊनंह ऊम्म्ह आहा ऊउन्न्ह उम्म्हं आआहा ऊउन्न्ह की सिस्कारियां लेते हुए रगड़ रही थी |

करीब 15 मिनट तक मैंने अपनी चूत को खूब रगड़ा और वहीँ रस्खलन हो गया मेरी चूत का | मुझे बहुत अच्छा लगा तो मैं 5 मिनट तक वहीँ नंगी ही लेटी रही | फिर मैं उठी और नहाने चले गई | जब मैं नहा कर आई तो बाहर सब्जी वाले की आवाज़ आई | मैंने सोचा कि चलो रात के लिए सब्जी ले लूं | उस समय मैंने ब्रा और पेंटी नहीं पहनी थी और एक पतले से कपड़े का गाउन पहना हुआ था | मेरा बदन गीला था तो उसमे मेरा गाउन चिपक गया और मेरे निप्पलस साफ़ नजर आने लगे थे | ये बात मुझे मालुम थी लेकिन मुझे कोई भी फर्क नहीं पड़ रहा था |

मैं सब्जी लेने बाहर गई और सब्जी लेने लगी | मैं देख रही थी कि सब्जी वाला मुझे और मेरे दूध को घूर घूर कर देख रहा था | मुझे उसका ऐसा देखना अच्छा लग रहा था पर मैं उससे चुदवा तो नहीं सकती थी क्यूंकि और भी लेडीज वहां पर सब्जियां ले रही थी | सब्जी लेने के बाद मैं घर आ गई | मुझे इतना अंदाजा हो गया था कि सब्जी वाले का तो पक्का लंड खड़ा हो ही गया होगा | वो सब्जी वाला हर हफ्ते आता था क्यूंकि वो हर एक एरिया में जाता था | हमारे कॉलोनी के काफी लोग उसे सब्जी लेते थे क्यूंकि वो एक दम ताजा सब्जियां बाजार से लाता था |

अगले हफ्ते वो फिर आया लेकिन उस समय मेरे घर में सब लोग थे तो मैं उससे नहीं चुदा सकी लेकिन हाँ मैंने उसे इशारो इशारो में समझा दिया था कि मेरी चूत प्यासी है और मुझे एक तगड़े लंड की जरुरत है | ऐसे ही करते करते मुझे काफी दिन हो गए पर मौका नहीं मिल पा रहा था कि कैसे मैं उसे अन्दर बुलाऊं और उससे अपनी चूत चुद्वाऊ ? मैं हर दिन बस उस सब्जी वाली याद में अपनी उँगलियाँ चूत में चलाती | वो सब्जी वाला लगभग 40 साल की उम्र का होगा और उसका बदन एक दम गठीला था और उसकी कदकाठी एक पहलवान के जैसी थी |

मैं तो बस ये सोच कर चूत से पानी निकाल लेती कि कितनी बेरहमी से वो मुझे चोदेगा | फिर दिन वो मेरे घर के सामने से निकल रहा था और उस दिन उसने सब्जी का ठेला भी नहीं लिया था | मैंने उसे रोका और पूछा कि आज तुम सब्जी नहीं लाये क्या ? तो उसने कहा मेम साब गया था बाजार लेने सब्जी | पर बहुत महंगी पड़ रही थी क्यूंकि जहाँ से सब्जियां आती हैं वहां ट्रक फंसे हुए हैं |

मैंने कहा अच्छा तो अभी कहाँ जा रहे हो ? तो उसने कहा कि मैडम कहीं नहीं बस पान की दुकान जा रहा हूँ गुटका लगवाने | मैंने सोचा कि ये अच्छा मौका है अगर आज मैं इसे अपनी चूत चुदवा भी लूं तो किसी को शक भी नहीं होगा | मैंने उससे कहा कि अन्दर आओ मुझे तुमसे एक काम है | उसने अन्दर आते हुए कहा हाँ बोलिए | मैंने कहा देख आज मेरे घर में कोई नहीं है और मुझे लंड की बहुत जरूरत है |

मुझे तुझसे अपनी चूत चुदवाना है | तो उसने कहा अरे डार्लिंग इसके लिए तो मैं हमेशा तैयार हूँ | इतना कह कर उसने मुझे अपने गले से लगा लिया और वो कभी मेरे बदन को सहलाता तो कभी मेरी गांड को दबाता | मुझे भी अच्छा लग रहा था उसका ऐसा करना और मैं भी उसका पूरा साथ दे रही थी | फिर वो अपने होंठ मेरे होंठ के पास ले कर आया तो मैंने तुरंत उसके चेहरे को पकड़ कर अपने होंठ से उसके होंठ को दबा दिया और चूसने लगी | वो भी मेरे होंठ को चूस रहा था | हम दोनों ने 10 मिनट तक होंठ को चूसा |

फिर मैंने अपना गाउन उतार दिया और बस ब्रा पेंटी में उसके सामने खड़ी हो गई | वो मेरे पास आया और मेरे ब्रा के ऊपर से ही मेरे दूध को मसलने लगा तो मेरे मुँह से आहा ऊनंह ऊम्मंह आहाआ ऊनंह ऊम्म्ह आहा ऊउन्न्ह उम्म्हं आआहा ऊउन्न्ह की सिस्कारियां निकलने लगी | फिर उसने ब्रा को भी अलग कर दिया और मेरे दोनों दूध को अपने मुँह में ले कर चूसने लगा तो मैं भी आहा ऊनंह ऊम्मंह आहाआ ऊनंह ऊम्म्ह आहा ऊउन्न्ह उम्म्हं आआहा ऊउन्न्ह करते हुए उसके लंड को पेंट के ऊपर से ही मसलने लगी |

उसके बाद मैंने उसके कपड़े उतार कर उसे भी पूरा नंगा कर दिया और उसके लंड को अपने हाँथ में ले कर जीभ से चाटने लगी तो वो आहा ऊनंह ऊम्मंह आहाआ ऊनंह ऊम्म्ह आहा ऊउन्न्ह उम्म्हं आआहा ऊउन्न्ह करते हुए निप्पलस दबाने लगा | उसके लंड को चाटने के बाद मैं उसके लंड को अपने मुँह के अन्दर ले कर चूसने लगी तो वो भी आहा ऊनंह ऊम्मंह आहाआ ऊनंह ऊम्म्ह आहा ऊउन्न्ह उम्म्हं आआहा ऊउन्न्ह करते हुए मेरे मुँह को चोदने लगा |

मुझे काफी मजा आ रहा था | फिर उसने मुझे लेटा दिया और पेंटी को उतार कर मेरी चूत को चाटने लगा तो मैं आहा ऊनंह ऊम्मंह आहाआ ऊनंह ऊम्म्ह आहा ऊउन्न्ह उम्म्हं आआहा ऊउन्न्ह करते हुए आन्हे भरने लगी | मेरी चूत को उसने बहुत अच्छे से चाटा और मुझे मदहोश कर दिया |

फिर उसने अपने फौलादी लंड को मेरी चूत में टिका कर अन्दर पेल दिया और चुदाई शुरू कर दी तो मैं भी आहा ऊनंह ऊम्मंह आहाआ ऊनंह ऊम्म्ह आहा ऊउन्न्ह उम्म्हं आआहा ऊउन्न्ह करते हुए चुदाई के मजे लेने लगी | वो काफी देर तक मुझे ऐसे ही चोद रहा था और फिर उसने एक दम से अपनी चुदाई तेज कर दी  और जोर जोर से शॉट लगाते हुए चोदने लगा तो मैं भी आहा ऊनंह ऊम्मंह आहाआ ऊनंह ऊम्म्ह आहा ऊउन्न्ह उम्म्हं आआहा ऊउन्न्ह की सिस्कारियां भरते हुए चुदाई में उसका साथ देने लगी | करीब आधे घंटे की चुदाई करने के बाद उसने अपना वीर्य मेरे मुँह में छोड़ दिया |

उसके बाद उसको मैंने चुपके से घर से बाहर किया |

तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी |

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क्या तुम अब तक कुंवारी हो? https://sexstories.one/ajnabi-uncle-ke-saath-sex/ Tue, 09 Feb 2021 10:57:08 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%a4%e0%a5%81%e0%a4%ae-%e0%a4%85%e0%a4%ac-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%81%e0%a4%82%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b9%e0%a5%8b/ मेरा नाम सागरिका है. मैं बिहार के एक छोटे से गांव की रहने वाली हूं, मेरी पैदाइश गांव में ही हुई थी लेकिन वहां पर अच्छी शिक्षा ना होने के कारण हम लोगों ने पटना ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मेरा नाम सागरिका है. मैं बिहार के एक छोटे से गांव की रहने वाली हूं, मेरी पैदाइश गांव में ही हुई थी लेकिन वहां पर अच्छी शिक्षा ना होने के कारण हम लोगों ने पटना जाने की सोची, मेरे पिताजी मुझे और मेरे भाई को पटना ले आए। मेरे पिताजी की आय उस वक्त इतनी ज्यादा नहीं थी लेकिन उन्होंने मेहनत कर के हमें एक अच्छे स्कूल में दाखिला करवा दिया. uncle sex

हमारे स्कूल की फीस उस वक्त काफी ज्यादा थी और मेरे पिताजी की इतनी ज्यादा तनख्वाह होती नहीं थी परंतु उन्होंने हमारी पढ़ाई में कोई कमी नहीं रखी, मेरी मां को भी ऐसा लगा कि शायद मेरे पापा के काम करने से घर का खर्चा उतना अच्छे से नहीं चल पा रहा है इसलिए उन्होंने भी सिलाई बुनाई का काम शुरू कर दिया और वह सिलाई बुनाई कर के जो पैसे कमाती उससे वह घर के राशन में लगा देते।

Ajnabi Uncle ke saath Sex Kia!

उन दोनों ने हमारे लिए बहुत बड़ा योगदान दिया.. uncle sex

और जब हम दोनों भाई-बहनों की पढ़ाई पूरी हो गई तो उसके बाद मुझे वकालत करने का मौका मिला, मैं एक बड़ी वकील बन गई लेकिन मेरे जीवन में इतनी कठिनाइयां होने के बावजूद भी मेरे माता-पिता ने कभी भी हार नहीं मानी और उन्होंने मुझे एक अच्छे स्कूल में पढ़ाया और एक अच्छी तालीम दी जिससे कि मैं आज एक अच्छी वकील हूं, मैं पढ़ाई में इतना ज्यादा खो गई थी कि मैंने अपनी निजी जिंदगी के बारे में कभी सोचा ही नहीं और शायद इसी वजह से मैं कभी इस तरफ ध्यान ही नहीं दे पाई.

लेकिन तब तक मेरी उम्र निकल चुकी थी और जब मुझे लगा कि मेरे सारे रिश्तेदारों के बच्चों की शादी हो चुकी है तो मैंने भी अपने पिताजी से शादी के बारे में बात की,  वह कहने लगे बेटा यह फैसला तुम अब खुद ही लो क्योंकि हमने कभी भी तुम्हें तुम्हारी पढ़ाई के बीच परेशान नहीं किया और यदि तुम्हें कोई लड़का पसंद है तो तुम हमें बता सकती हो लेकिन मेरी उम्र निकल चुकी थी और मैंने कभी भी इस तरफ देखा भी नहीं था परंतु अब मुझे लगने लगा कि मुझे किसी जीवन साथी की जरूरत है और मैं उसी की तलाश में थी परंतु मुझे कोई भी अच्छा लड़का नहीं मिला।

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एक बार मैं अपनी स्कूटी से घर लौट रही थी तो रास्ते में मेरी स्कूटी खराब हो गई, मैं रास्ते के किनारे ही खड़ी थी तभी एक व्यक्ति मेरे पास आया और कहने लगे क्या आपकी स्कूटी खराब हो चुकी है?

मैंने उन्हें कहा हां मेरी स्कूटी खराब हो चुकी है. uncle sex

वह कहने लगे मैं आपको आपके घर तक छोड़ देता हूं लेकिन मैंने उनके साथ जाना ठीक नहीं समझा क्योंकि मैं उन्हें पहचानती नहीं थी, उनकी उम्र 50, 55 वर्ष के करीब थी, मैंने उन्हें कहा मैं आपके साथ नहीं आ सकती क्योंकि मैं आपको पहचानती नही हूं, वह मुझे कहने लगे तुमने मुझे नहीं पहचाना लेकिन मैं तुम्हें पहचानता हूं, मै उसके चेहरे को बड़े ध्यान से देखने लगी लेकिन मुझे समझ नहीं आया कि आखिर यह कौन हैं, वह मुझे कहने लगे तुम मुझे नहीं पहचान पाओगे, मैंने उन्हें कहा आप मुझे बताइए कि आप कौन हैं? वह मुझे कहने लगे मैं तुम्हारे गांव का चाचा हूं और मैंने तुम्हें पहचान लिया।

Meri geeli chut chudne wali thi aaj!

जब उन्होंने मुझे अपना नाम बताया तो मुझे ध्यान आया कि हां यह मेरे गांव के ही चाचा हैं वह मुझे कहने लगे बेटा मैंने सुना है तुम अब वकील बन चुकी हो, मैंने उन्हें कहा हां चाचा मैं वकील बन चुकी हूं लेकिन आप हमारा गांव के लोगों से कोई संपर्क ही नहीं रह गया है इसलिए मैं आपको नहीं पहचान पाई इसके लिए मैं आपसे क्षमा मांगती हूं, वह कहने लगे कोई बात नहीं यदि हम इतने वर्षों बाद किसी को मिले तो शायद मैं भी नहीं पहचान पाता लेकिन वह तो मुझे तुम्हारे पिताजी अक्सर मिलते रहते हैं तो उन्होंने मुझे तुम्हारी तस्वीर दिखाई थी इसलिए मैंने तुम्हें पहचान लिया।

अब मुझे उन पर पूरा भरोसा हो चुका था. uncle sex

इसलिए मैं उनके साथ उनकी गाड़ी में बैठ गई, वह मुझसे पूछने लगे तुम्हारा काम तो अच्छा चल रहा है, मैंने उन्हें कहा जी चाचा जी सब कुछ अच्छा चल रहा है, वह मुझे कहने लगे कि तुमने शादी का फैसला नहीं लिया, मैंने उन्हें कहा चाचा अभी शादी के बारे में तो नहीं सोचा लेकिन यदि कोई अच्छा लड़का मिल जाएगा तो मैं शादी का निर्णय ले लूंगी, वह कहने लगे कोई बात नहीं बेटा शादी हो जाएगी। मैंने उनसे पूछा चाचा आप क्या करते हैं? वह कहने लगे मैं भी सरकारी विभाग में नौकरी करता हूं और जब मैंने तुम्हें देखा तुम्हारी स्कूटी खराब है तो मैंने सोचा तुम्हें मैं लिफ्ट दे दूं। मैंने चाचा से कहा चाचा आपने तो यह बड़ा अच्छा किया कम से कम इसी बहाने हमारी मुलाकात तो हो गई।

जब मेरा घर आ गया तो मैंने चाचा से कहा चाचा मैं आपको धन्यवाद कहती हूं यदि आपको कभी भी कोई जरूरत हो तो आप मुझे बता दीजिएगा, चाचा कहने लगे ठीक है बेटा मुझे कभी भी जरूरत होगी तो मैं तुम्हें जरूर फोन कर दूंगा, मैंने उन्हें कहा आप घर में नहीं बैठेंगे? वह कहने लगे नहीं मैं अभी चलता हूं फिर कभी आऊंगा, अभी मुझे कहीं जाना है, यह कहते हुए चाचा जी चले गए, जब मैं घर में आई तो मैंने पापा को उनके बारे में बताया तो पापा कहने लगे वह तो बड़े ही अच्छे व्यक्ति हैं और यदि किसी को भी कभी उनकी आवश्यकता होती है तो वह जरूर उनकी मदद करते हैं, मैं उन्हें बचपन से जानता हूं और वह बड़े ही नेक दिल इंसान हैं।

पिताजी ने उनकी काफी तारीफ की तो मुझे भी लगा कि वह अच्छे हैं.. uncle sex

हमारा हमेशा की तरह अपने काम पर जाना होता था उसी दौरान मेरी मुलाकात उन्ही चाचा से हो गई, चाचा कहने लगे अरे बेटा आज तो तुम मिल गए अच्छा हुआ मैं तुम्हें ही याद कर रहा था, मैंने चाचा से कहा हां चाचा कहिए क्या परेशानी है, वह कहने लगे कि हमारे घर के पास एक जमीन है जो कि मेरे एक मित्र ने ली थी लेकिन उस पर किसी व्यक्ति ने कब्जा कर लिया है और उसी के लिए मैं तुमसे मदद लेना चाहता हूं।

Maine chacha ka mota lund liye apne chut me

मैंने उन्हें कहा कोई बात नहीं चाचा आप कि मैं मदद कर देती हूं आप उनके खिलाफ मुकदमा दायर करवा दीजिए, मैंने उन्हें सब कुछ बता दिया और उसके बाद चाचा कहने लगे बेटा यदि तुम भी घर पर आकर उस जगह को देख लो तो तुम्हें भी अंदाजा हो जाएगा, मैंने कहा ठीक है चाचा मैं आपके साथ चलती हूं। मैं चाचा के साथ उनके घर पर चली गई.

उन्होंने मुझे वह जमीन दिखाई तो वह कहने लगे कि यही वह जमीन है जिस पर कुछ लोगों ने अपना कब्जा कर लिया है। uncle sex

जब हम लोगों ने वह जगह देख ली तो चाचा जी कहना लगे आओ बेटा घर पर बैठते है। हम दोनों उनके घर पर बैठ कर बात कर रहे थे और उसी बीच चाचा ने मेरी मेरी शादी की बात छेड दी।

चाचा कहने लगी तुम तो इतनी सुंदर हो तुम्हें कोई लड़का अभी तक कैसे नहीं मिल रहा यदि मैं जवान होता तो मैं तुमसे शादी कर लेता। चाचा की यह बात सुनकर मुझे थोड़ा अजीब सा लगने लगा लेकिन उनकी बातों से मुझे अच्छा भी लग रहा था, इतने बरसों बाद मैंने कभी किसी की तरफ सेक्सी नजरों से देखा था। चाचा कहने लगे बेटा तुम वाकई में बहुत सुंदर हो मैंने चाचा से कहा चाचा तो फिर आप मुझसे शादी क्यों नहीं कर लेते।

चाचा कहने लगे मैं तुम्हारे साथ कैसे शादी कर सकता हूं तुम तो रिश्ते में मेरी बेटी हो उनके पास आकर बैठ गई और उनकी छाती को मैं सहलाने लगी, जब उनका शरीर भी गरम हो गया तो वह मेरे होठों को चूमने लगे और कहने लगे तुम्हारे होंठ बड़े मुलायम और अच्छे हैं। जब हम दोनों पूरी तरीके से गरम हो गए तो उन्होंने मेरे कपड़े उतारते हुए मेरी योनि के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवा दिया।

लड़ बढ़ाने का उपाय अंकल से सीख लो!

जब उनका मोटा लंड मेरी योनि के अंदर बाहर होता तो मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा था मैंने अपने जीवन में पहली बार किसी के लंड को अपनी योनि में लिया था। जिस प्रकार से उन्होंने मुझे चोदा मुझे बहुत अच्छा लग रहा था, मैं पूरे चरम सीमा पर पहुंच गई थी जैसे ही चाचा का वीर्य पतन हुआ। उन्होंने अपने लंड को मेरी योनि से बाहर निकाल लिया, वह मुझे कहने लगे क्या तुम्हारी अभी तक सील नहीं टूटी थी।

मैंने उन्हें कहा नहीं चाचा मैं तो कब से कुंवारी बैठी हुई थी आज आपने ही मेरी इच्छा को पूरा किया। उस दिन चाचा का लंड मुझे अपनी चूत में लेने में बहुत अच्छा लगा और उस दिन के बाद मुझे बुड्ढो के लंड लेने की आदत हो चुकी थी, मुझे बुजुर्ग लोगों के लंड लेने में बहुत मजा आता है क्योंकि वह पूरी तरीके से अनुभवी होती है। मैं चाचा के साथ तो कई बार सेक्स कर चुकी थी, मैने उसके अलावा और भी कई लोगों के साथ सेक्स का आनंद लिया है।

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मेरी चुत की चटाई और हॉट चुदाई https://sexstories.one/meri-chut-chatai-aur-chudai/ Sun, 15 Nov 2020 19:02:39 +0000 https://sexstories.one/?p=1505 हैल्लो दोस्तों, आप सभी को मेरा नमस्ते, मेरा नाम दीपिका है, में 28 साल की हूँ और अजमेर की रहने वाली एक हाउसवाईफ हूँ, मेरे एक 3 साल की छोटी बच्ची है। मेरे पति के ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हैल्लो दोस्तों, आप सभी को मेरा नमस्ते, मेरा नाम दीपिका है, में 28 साल की हूँ और अजमेर की रहने वाली एक हाउसवाईफ हूँ, मेरे एक 3 साल की छोटी बच्ची है। मेरे पति के पास खुद का बिजनेस है, जिसमें वो दिन रात मस्त रहते है, उनके पास हमारे लिए टाईम ही नहीं है और वो ना ही मेरी सेक्स की भूख मिटा सकते है। वो पहले शादी के समय तो ठीक थे, लेकिन शराब और गलत संगत में पड़कर बहुत कमजोर हो गये है, अब संभला मुश्किल लगता है जबकि में एक सुंदर जवान और बहुत ही सेक्सी औरत हूँ, मेरी साईज 36-32-36 है और में हमेशा एक मस्त चुदाई की चाहत रखती हूँ, लेकिन मेरे दिल की तमन्ना कभी पूरी नहीं होती थी। chut chatai

में हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग की बहुत बड़ी फैन हूँ और में चाहती थी कि कोई अजमेर का रहने वाला लड़का मिल जाए, जिससे में अपनी प्यास बुझा सकूँ। फिर मैंने फेसबुक पर आई-डी एक बनाई और मुझे फेसबुक पर एक लड़का मिला और मुझे लगा कि ये मेरी समस्या का हल निकाल सकता है तो मैंने उसको एक मैसेज किया, उसमें मैनें अपनी समस्या लिख डाली। फिर उसने उसका जवाब इतने प्यार और विश्वास के साथ दिया कि में तुरंत तैयार हो गयी थी।

फिर मैंने उनसे उनका फोन नंबर मैल के ज़रिए ही लिया और उनको फोन पर बातें करने लगी थी। अब हम रोज घंटो बातें करने लगे थे। अब उसके साथ बात करना मुझे भी अच्छा लगने लगा था। फिर वो सेक्स की बातें करने लगा। अब जब वो सेक्सी बातें करता तो मुझे कुछ-कुछ होने लगता था। फिर हम रोल प्ले करने लगे और इंटरनेट पर ही सेक्स करते थे। फिर एक दिन मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने उसको अपने घर बुला लिया। वो दिखने में भी बहुत स्मार्ट और बोल्ड है। मैंने पहले तो सोचा कि क्या यही वही आदमी है? जो इंटरनेट पर सेक्सी बातें कर-करके ही मुझे फ्री कर देता है।

फिर वो मेरे करीब आया और उसने मुझे अपनी बाहों में ले लिया। chut chatai

एक पल के लिए तो मेरी साँसे थम गयी थी कि अब मेरे साथ क्या होने वाला है? लेकिन दूसरे ही पल मुझे अच्छा लगने लगा था। फिर उसके लिप्स मेरे लिप्स से जा मिले। अब उसके हाथ मेरे बूब्स को दबाने लगे थे, तो मुझ पर नशा छाने लगा और में उसकी बाहों में सिमटने लगी थी। अब मुझे उसके हाथों में जादू सा लगने लगा था, जो मुझे पागल करने लगा था। फिर तब मुझे लगा कि यह आदमी मेरे लिए कमाल का काम करेगा और फिर में भी उसका साथ देने लगी और उसको अपनी बाहों में कसने लगी थी।

अब उसके जादू भरे हाथ मेरे बदन पर फिरने लगे थे और मुझको बहाल करने लगे थे, पता नहीं उसमें क्या जादू था? कि में बस बिखरती जा रही थी। अब मेरा मन कर रहा था कि बस वो मुझे चोद दे। फिर जब वो अपने हाथ मेरे बदन पर ऊपर से लेकर नीचे तक लेकर जाता तो बस मेरे मुँह से आहह, उउउफफफफफफ्फ़ की आवाज ही निकलती थी। फिर उसने मेरे कपड़े उतारने शुरू किए, तो मुझे कुछ पता ही नहीं चला कि कब में उसके सामने नंगी हो गयी, क्योंकि उसके हाथों और उसके लिप्स के जादू में मानो में खो गयी थी।

Aunty ki chudaiचुदास आंटी के साथ सुहागरात मनाई

फिर थोड़ी देर तक तो मुझे पता ही नहीं चला कि वो मेरे बदन से अलग होकर मुझे नंगा देख रहा है। फिर जब में होश में आई तो मुझे पता चला तो मुझे बहुत शर्म आने लगी। फिर मैंने उसको पास आने को कहा, तो वो नहीं आया। अब में उसकी पागल तो हो चुकी थी तो में ही नंगी उठकर उसको पकड़ने लगी। अब वो रूम में इधर उधर भागने लगा था, लेकिन उसने मुझे पागल कर दिया था तो में भी नंगी ही उसको पकड़ने लगी थी।

दोस्तों ये कहानी आप हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पड़ रहे है। chut chatai

फिर जब वो मुझे अपनी बाहों में लेकर प्यार करने लगा, तो में फिर से मदहोश होने लगी थी। फिर थोड़ी देर के बाद मुझे होश आया तो मैंने पाया कि अब वो भी नंगा है और मुझे तब पता चला जब प्यार करते-करते उसने मेरा एक हाथ पकड़कर नीचे ले जाकर अपना लंड मेरे हाथ में दे दिया। फिर तब मुझे एकदम से होश आया कि यह क्या है? अब उसको देखकर मुझे थोड़ा डर लगने लगा था कि में इसको कैसे लूँगी? लेकिन मुझे नहीं पता था कि आगे क्या होने वाला है? फिर उसने मुझे बेड पर लेटाकर मेरे पूरे बदन पर अपने लिप्स का जादू डाल दिया और मेरी चूत को इस तरह सक किया कि में तो दो बार झड़ गयी। अब में उसके प्यार से पागल हो गयी थी। फिर जब मुझे थोड़ा होश आया तो में उसके लंबे गुदगुदे खड़े लंड को अपने हाथ में लेकर सहलाने लगी थी।

अब उसके लंड को देखकर मेरा मन उसे चूसने को किया तो में बड़े ही प्यार से उसके लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी, वाह क्या स्वाद था? उसका टोपा तो एकदम गुलाबी और बहुत ही अच्छा था। फिर उसने मुझे बेड पर लेटा दिया और कब मैंने उसके लिए अपनी दोनों टांगे खोल दी? मुझे पता ही नहीं चला। फिर जब उसका मस्त लंबा और मोटा गर्मा गर्म लंड जब मेरी चूत पर लगा तो एक पल के लिए मुझे होश आया, लेकिन थोड़ी देर के बाद वो अपने लिप्स मेरे लिप्स से मिलाकर मुझे चोदने लगा।

मुझे पता ही नहीं चला कि कब उसका गर्म लंड मेरी चूत में समा गया.. chut chatai

फिर जब वो मुझे चोदने लगा, तो मुझे पता चला कि कब उसका लंड मेरे अंदर चला गया? सच में वो बहुत अच्छा सेक्स करता था। उसके सेक्स स्टाइल ने मुझे इतना मस्त कर दिया था कि मुझे दर्द का भी अहसास नहीं हुआ था। उसके लिप्स और हाथों में अजीब सा जादू था, सच में ऐसा पार्टनर मिले जाए तो सेक्स का डर भी गायब हो जाए।

अब उस दिन से मेरा सेक्स से डर बिल्कुल दूर हो गया था। फिर थोड़ी देर के बाद वो फ्री हो गया। अब में हैरान थी कि इस बीच में 4 बार फ्री हो चुकी हूँ, लेकिन वो सिर्फ़ एक बार फ्री हुआ है। फिर जब वो मुझसे अलग हुआ तो मैंने देखा कि उसका लंड मेरी चूत के खून में नहाया हुआ है, तो यह देखकर में डर गयी, लेकिन मुझे अच्छा लगा कि मुझे दर्द का एहसास नहीं हुआ था।

फिर मैंने उसको अपनी बाहों में लेकर प्यार करना शुरू किया, सच में पता नहीं वो क्या जादूगर है? फिर उसने मुझे 3 बार और चोदा। अब वो सिर्फ़ 3 बार ही फ्री हुआ था, लेकिन में ना जाने कितनी बार फ्री हो चुकी थी? फिर थोड़ी देर के बाद हम दोनों नहा धोकर बैठ गये और फिर थोड़ी देर के बाद वो चला गया। आज भी जब भी मुझे कोई मौका मिलता है तो में उसको बुला लेती हूँ और सेक्स का मज़ा लूटती हूँ।

सच में वो इतने प्यार से करता है कि मुझे पता ही नहीं चलता है, बस में खुद को मजे में पाती हूँ। अब उसके चले जाने के बाद भी उसके हाथों और उसके लिप्स का जादू मेरे बदन पर छाया रहता है। अब हम दोनों रोज फोन पर सेक्स करते है। में उसकी बातें सुन-सुनकर ही फ्री हो जाती हूँ। फिर हमें जब भी कोई मौका मिलता है तो हमें रियल में करने में खूब मज़ा आता है।

अब उसके कारण आज में हर पल खुश रहती हूँ और एक बच्चे की माँ भी हूँ । chut chatai

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पंजाबन लड़की की चुदाई https://sexstories.one/punjaban-ladki-ki-chudai/ Thu, 16 Apr 2020 20:16:53 +0000 https://sexstories.one/?p=596 पिछले एअर मे मुम्बई में जॉब कर रहा था। वहा मेरी मुलाकात एक ऐसी हसीन परी से हुई, जिसका नाम कुमकुम था। वो पंजाबन थी और आपको तो पता ही है कि पंजाबी लड़कियां कैसी ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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पिछले एअर मे मुम्बई में जॉब कर रहा था। वहा मेरी मुलाकात एक ऐसी हसीन परी से हुई, जिसका नाम कुमकुम था। वो पंजाबन थी और आपको तो पता ही है कि पंजाबी लड़कियां कैसी कड़क और एकदम माल जैसी दिखती हैं। कुमकुम भी एक ऐसी ही हसीना थी, जो उसे एक बार देख लेता। बस फिर वो उसे देखता ही रहता है।

क्या कहूँ उसके बारे में। बड़ी-बड़ी आँखें, पिंक कलर के होंठ और मदमस्त फिगर तो सन्नी लियोनी से भी अच्छा 32-28-34 का जानलेवा फिगर था। यारों वो चलती-फिरती किलर मशीन थी। उसका रंग तो ऐसा गोरा कि दूध भी शर्मा जाए। बस एक ही दिक्कत थी कि वो शादीशुदा थी। उसकी 3 साल पहले अरेंज मैरिज हो चुकी थी और उसका एक बेबी भी था।

Ladki ki chudai – ऑडिशन से चुत चुदाई तक का सफर

लेकिन समस्या ये थी कि उसका पति उसको सेक्स का सुख तो देता था लेकिन साथ में उसको मारता भी था।

उसकी और मेरी मुलाकात एक दिन जब हुई, जब वो अपनी सहेली से मिलने हमारे ऑफिस आई। वहा आकर वो रोने लगी कि कैसे उसके ससुराल वाले उस पर जुल्म किया करते थे। मे उसकी बातें वहीं एक तरफ बैठ कर ध्यान से सुनता रहा और बातें सुनने के साथ धीरे-धीरे उसको बार-बार देख भी रहा था।

अचानक उसने मुझे देख लिया कि मे उसे बार-बार देख रहा हूँ। मेरी तो गांड ही फट गई थी। मुझे लगा कहीं वो मुझे आकर कुछ बोल ना दे। फिर कुछ देर बाद वो वहा से चली गई, लेकिन मेने देर ना करते हुए उसकी सहेली से उससे फ्रेंडशिप करने के लिए बोला।

बहुत देर तक समझाने के बाद उसकी फ्रेंड मान गई और अगले ही दिन उसने कुमकुम को बोल दिया कि विराट तुमसे फ्रेंडशिप करना चाहता है।

लेकिन कुमकुम ने बोला कि क्या उसे पता है कि मेरी शादी हो चुकी है और मेरा बेबी भी है?

उसने कहा- हा उसे पता है।

लेकिन फिर भी कुमकुम ने मना कर दिया।

फिर मेने उसकी सहेली को बोला कि वो उससे रात में बात करके उसको मेरा नम्बर दे दे और उसकी सहेली ने ऐसा ही किया, उसने कुमकुम को मेरा नम्बर दे दिया।

फिर दो दिन बाद रात को करीब 11 बजे उसका व्हाटसैप पर मैसेज आया। मे समझ गया कि वो भी फ्रेंडशिप करना चाहती है।

हम लोग फिर बातें करने लगे और बात करते-करते रात कब निकल गई। कुछ पता ही नहीं चला।

फिर अगले दिन उसका कॉल आया और मेने उससे उसकी मॅरीड लाइफ के बारे में पूछा तो वो रोने लगी। फिर वो रोते हुए अपने पति के बारे में बताने लगी।

मेने उसे चुप कराया और कहा- पति की जगह मे हूँ ना।

वो हंस पड़ी और उसने मुझे ‘आई लाइक यू।’ बोला।

हम लोग ऐसे ही बात करते-करते सेक्स की बातें करने लगे।

फिर एक दिन ऐसा आया कि उसने मुझे अपने घर बुलाया क्योंकि उसका पति अक्सर बाहर ही रहता था। उस दिन जब मे उसके घर गया तो वो एक सोफे पर बड़ी मादक अंदाज में बैठी थी। इस तरह बैठे हुए वो एकदम स्वर्ग की अप्सरा सी लग रही थी। क्या मस्त ड्रेस पहन रखी थी उसने। ग्रीन सूट और सलवार में वो एकदम पटाखा लग रही थी।

Ladki ki chudai – पडोस की सेक्सी भाभी

उसके मम्मे पहले के मुक़ाबले और भी बड़े लग रहे थे। क्या उठी हुई गांड थी यार। मेरा तो लंड ही खड़ा हो गया।

मेरे अन्दर जाते ही वो खड़ी हो गई। वो मेरे लिए पानी लेकर आई और फिर कोल्डड्रिंक लेकर आई। मे धीरे-धीरे शिप करते हुए कोल्डड्रिंक पीने लगा और उससे बातें करने लगा। कुछ ही देर में मे उसके साथ मस्ती करने लगा।

इतना करने के बाद वो रोने लगी कि एक तुम हो जो मुझे बात-बात पर हंसाते हो और एक मेरा पति है जो मुझे मारता है।
मेने बोला- जानू मे हूँ ना तेरा पति।

मेरे इतना कहते ही वो मुझसे बोली- सिर्फ नाम के ही पति हो। या कुछ काम के भी हो?

मे समझ गया था कि आज ये पक्का चुदेगी मुझसे।

मे बोला- क्यों क्या काम करना है बताओ।?

वो शरमा गई।

फिर मेने आगे बढ़ कर उसके गाल पर किस किया उसने मुस्कुरा कर मेरे किस का स्वागत किया तो मेने अगला चूमा उसकी गर्दन पर अपनी गरम साँसें छोड़ते हुए किया। मेरे इतना करने पर वो एकदम हिल गई थी।

फिर उसने मुझे धक्का दिया और दूसरे कमरे में चली गई। कुछ पल रुकने के बाद मे अपनी कोल्डड्रिंक लेकर उसके पीछे गया तो देखा कि वो सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में मेरे सामने बेड पर लेटी है।

मेरे अन्दर आते ही वो मुझे उंगली के इशारे से बुलाने लगी। उसको इस कामुक अंदाज में देख कर लगा कि आज मुझे जन्नत का दरवाजा दिख रहा है।

वाकयी लग रहा था कि खुद स्वर्ग की अप्सरा मुझे अपनी चूत चोदने का बुलावा दे रही है।

मे भी देर ना करते हुए उसके पास गया। पहले उसके होंठ पर होंठ रख दिए। हम दोनों करीब 15 मिनट तक ऐसे ही बैठ कर एक-दूसरे के होंठ चूसते रहे।

अह। क्या रसीले होंठ थे उसके। एकदम मुलायम और रस भरे। मदमस्त चुसाई चल रही थी।

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फिर मेने उसकी गर्दन पर किस किया और धीरे-धीरे उसके मम्मों को ब्रा के ऊपर से ही चूसने लगा। इतने में ही वो तड़प उठी और उसने अपनी ब्रा उतार दी। फिर उसने मेरे मुँह में अपना एक चुची दे दी, मे उसको रगड़ कर पीने लगा। साथ ही मे उसकी पेंटी में हाथ घुसा कर चूत में एक उंगली करने लगा।

मेरे ऐसा करते ही वो और भी कामुकता से आहें भरने लगी ‘ऊहह। उम्म्ह… अहह… हय… याह… उम्म्म।’

उसकी मादक सीत्कारें सुनकर मे और मस्ती से चूत को कुरेदने में लगा रहा। फिर मेने उसकी पैंटी फाड़ दी और अपना मुँह उसकी चूत पर रख दिया और उसको अन्दर से चाटने लगा।

मेरे ऐसा करने पर वो तड़प उठी और बोली- यार मे मर जाऊँगी प्लीज़ अब चोद दे प्लीज़ यार आह।

इतना कहते ही करीब दो ही मिनट बाद वो झड़ गई और मे उसका पूरा पानी पी गया। अब मे अपने कपड़े उतारने लगा तो उसके मेरा अंडरवियर पकड़ कर मुझे अपने पास खींच लिया। मेरा लंड निकाल कर अपने मुँह में ले लिया और उसको लॉलीपॉप की तरह चाटने लगी और चूसने लगी।

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करीब दस मिनट तक वो ऐसे ही करती रही। फिर ऐसा करने के बाद वो बोली- प्लीज़ विराट आज तुम मुझे अपनी बना लो। हमेशा के लिए। मे तुम्हारे साथ रहना चाहती हूँ। मुझे क्या ऐसे ही तड़पाओगे। आओ ना। आज मुझे चोद दो और मुझे अपना बना लो।

मेने ऐसा ही किया। उसकी चूत पर अपना लंड रखा और ज़ोर से धक्का दे मारा। इस तगड़े झटके से मेरा आधा लंड उसकी चूत में एक ही बार में चला गया। उसकी चीख निकल गई- क्या कर रहा है। भैनचोद ऐसे तो मेरा पति भी नहीं करता। आह। बाहर निकाल अपने लंड को। मे मर जाऊँगी प्लीज़ जल्दी से बाहर निकाल।

मेने उसको कुछ नहीं कहा और न ही उसकी बात पर कोई ध्यान दिया। बस मे उसके मम्मों को पीने लगा और चुपचाप उसके ऊपर लेट गया।
फिर उसके मुँह से सीत्कारें निकलने लगीं ‘आआ हह। उहह प्लीज़। आआह।’

अब मे धीरे-धीरे लंड को अन्दर-बाहर करने लगा। लेकिन अभी मेरा आधा लंड ही अन्दर था।

फिर अचानक मेने जोर से धक्का दिया तो इस बार मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ घुस गया।

वो फिर से तड़प उठी और बोली- मुझे नहीं बनाना तुझे अपना खसम। अआह। उउह। मार डाला बस कर।

अब वो मुझे गालियां देने लगी।

मुझे उस पर गुस्सा आ गया, मेने एक हाथ से उसका मुँह दबाया और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा। ऐसा करने पर उसका चेहरा लाल पड़ गया और उसकी आँखों से आंसू आ गए।

लेकिन कुछ देर बाद सब शांत हो गया और वो भी अब मुझे अन्दर लेने लगी। मेरा साथ देने लगी। फिर कभी उसको घोड़ी बना कर चोदता। तो कभी उसकी एक टाँग अपने कंधे पर रख कर चूत पेलता, उसको मम्मों को और होंठों को बारी-बारी से चूसता हुआ उसको चोदता।

उसको भी मजा आ रहा था।

करीब दस मिनट बाद वो अकड़ गई और झड़ गई। लेकिन मे उसे लगातार चोदता रहा। फिर 5 मिनट बाद मे भी झड़ गया। मेने अपना सारा पानी उसकी चूत में अन्दर ही छोड़ दिया।

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फिर हम दोनों एक-दूसरे के ऊपर लेट गए। उस दिन मेने उसकी चूत को 3 बार चोदा और उसकी गांड भी मारी।

बाद में मे जब जाने लगा तो वो बोली- आज से तुम ही मेरे पति हो और तुम जब कहोगे, मे तुम्हारे पास आ जाऊँगी।
उसके बाद हम लोग बार-बार मिलने लगे। वो काफ़ी रिच थी इसलिए वो मुझे पैसे भी देती थी।

एक दिन उसके पति को हमारे बारे में पता चल गया और फिर उसकी और मेरी बातें होना और मिलना बंद हो गया। पिछले महीने एक अननोन नम्बर से उसका कॉल आया था।
उसने बताया- तू बाप बन चुका है। मेने एक लड़के को पैदा किया है। जो कि तेरा है।

इतना कह कर उसने फोन कट कर दिया। आज भी मे उसको याद करता हूँ तो मूड खराब हो जाता है।

आपको मेरी हिंदी चुदाई कहानी कैसी लगी मुझे ज़रूर बताएं।

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