Matwali Padosan ki Chooth Chudai Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/matwali-padosan-ki-chooth-chudai/ Hindipornstories.org Sat, 06 Nov 2021 07:12:52 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 ऐसी पड़ोसन सबको मिले.. https://sexstories.one/chudas-padosan-ko-chod-daala/ Sat, 06 Nov 2021 07:12:16 +0000 https://sexstories.one/?p=3294 उसके बाद मैने अपना लंड उसकी चूत पे टीका दिया और उसके पैरो को फोल्ड करके उसके मूउः तक ले आया और अपने लंड का प्रेसूर्रे उसकी चूत पे बनाने लगा उसके मूउः से आवाज़ आने लगी वो एंजाय कर री थी शायड. उसके बाद मई अपने लंड को...

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Chudas Padosan ko Chod daala हेलो फ्रेंड्स ! काफ़ी टाइम से सोच राह था की कोई स्टोरी लिखू , सो अब जाके टाइम मिल पाया है मेरा नाम रोहित है. मैं उत्तर प्रदेश गाज़ियाबाद का रहने वाला हूँ. मेरी हाइट 5 फिट 8 इंच है. बॉडी भी मस्त है. ये मेरी पहली सेक्स कहानी है, गलती को नजर अंदाज कर दीजिएगा. मेरा लंड इतना बड़ा है की मई किसी भी लड़की की ज़रूरत को पूरा कर सकता हू . मई जनता हू की सभी लड़कियो को और भाभी जी को उत्सुकता होगी मेरे लंड के साइज़ को जानने की सो बता देता हू . मेरा लंड 8 इनचसे बड़ा है ३ इंच मोटा है.

अब कहानी पार आते है मेरा एक फ्रेंड है उसकी आगे 29 य्र्स ओल्ड है हमारा घर आस पास ही है . घर की वॉल लगी हुई है . उसकी एक सिस्टर है जो अभी अभी 18 की हुई है लास्ट वीक ही . मैने उससे वैसे देखा है सुंदर है काफ़ी स्लिम लंबी और गोरी भी. कोई भी लड़का उस्स पर मार मिट जाए इतनी सुन्दार. मुझे अची लगी है वो पर कभी बोल नि पाया दोस्ती के कारण. वो मेरी सिस्टर की भी फ्रेंड है बहुत अची. घर आना जाना है उसका. मेरे घरवाले एक शादी मई गये थे
मई अकेला था घर पर. जब मई अकेला होता हू तो बहुत मस्ती करता हू. मुझे न्यूडिटी से बहुत प्यार है, मुझे नंगा रहना बहुत पसंद है . मई नंगे नगे ही घर के सारे काम करता हू. म्यूज़िक लगा के डॅन्स भी .

जब मई अकेला था तो मेरी दूर्वेल्ल बाजी , मुझे लगा की कोई मेरा ही फ्रेंड होगा. जल्दी से मैने टवल लपेट ली. पर मई अप्पर नंगा ही था और टवल के अंदर भी , जब मैने गेट ओपन किया तो वो ही थी .शी स्माइल्स और बोली की भैया ये खाना मम्मी ने भेजा है आपके लिए . मैने काह ओक अंदार्र आजओ. वो बोली नही पर वो अंदर आना छाती थी . वो मेरे चेस्ट को बार बार देख री थी ,वो अंदर आके बैठ गी मेरे दोबारा कहने पार मैने कह रूको मई तुमहरे लिए चाइ लेके आता हू .

पहले तो माना कर्नेलागी फिर मान गयी ये बोलके की वो भी अभी अकेली है घर पे मम्मी मार्केट गयी है मई उसके सामने बैठ गया गया और उससे बात करने लगा. उसके बारे मई जानने लगा तभी धयन आया की मैने तो चाइ बनानाए को रख दी है जल्दी मई उठा वैसे ही मेरी टवल टेबल मई फास गी औट खुल गी . उसने मेरे बट्स को देख लिया और मेरी नज़रे उससे मिल गी मैने जल्दी से टवल लपेटा और किचन मई चाइ लेने चला गया.चाइ लेके आया तो शी वाज़ स्माइलिंग उससे देख कर मई भी स्माइल कर दिया . मैने उससे बोला तोड़ा साइड हो मई उसके पास ही आकर बैठ गया.

मैने उससे बोला की चाइ पीलो . तभी वो बोली क इएक ग्लास पानी देव दो, मई उठा और फिर से मेरी टवल फास गयी और फिर से खुल गयी और मेरा पैर भी फास गेया टेबल ई साइड मई और मई उसके अप्पर आ गिरा, मैने काफ़ी कंट्रोल किया काफ़ी फिर भी मेरा एक हॅंड उसके बूब्स पर जाके रुका और एक हॅंड साइड मई होठ होठसे जा लगे…

Sexy kahani रिश्तेदार के भाई की सेक्सी बेटी

मई तो खो सा गाय उंसकी होटकी सुंदरता मई. जैसे ही उठने को हुआ मेरा हॅंड चाइ पे लगा और चाइ मेरे हॅंड पे फैल गयी मई जल्दी से ही बातरूम की तरफ गया.

मुझे बा कुछ समझ न ई आ रहा था आज क्या हो राहा है

तभी मेरे माइंड ने अपनी शैतानी बत्ती जला दी और मैने उससे आवाज़ दी .

वो जैसे ही रूम मई आई मैने उससे काज़ के पकड़ लिया पीछे से और उसकी गर्दन पर किस करने लगा और उसके कान को जीब से चाटने लगा, वो मेरा साथ देने लगगी मैने उससेके होतो पे किस किया उसके होतो को मूउः म्भर लिया अपनी जीब से उसकी जीब भर ली उसके बूबसको दबाने लगा

थोड़ी देर के बाद मैने उसके गोदी मई लिया और बेड पे डाल दिया और उसके अप्पर आ गया. उसके टॉप को अप्पर किया और उसके पेट पे किस करने लगा मज़ा आने लगा मुझे और उसके मूउः से आवाज़ आने लगी .

उसका टॉप उतार दिया मैने उसने अंदर कुछ नि पहना था उसे दो कबूतर आज़ाद थे मैने एक एक करके दोनो चूसना सुरू किया मज़ा आ राह था दोनो को . मैने उसकी शॉर्ट का बटन खोलडिया और उससे नीचे की तरफ खीच दिया और पैरो मई लेके उतार दिया. वओ क्या लग री थी वो उसकी टाँगे कितनी सुंदर थी हिरनी जैसी अब वो मेरे सामने पनटी मई थी ब्लॅक कलर की . क्या क्यमत लग री थी वो

मैने अपना मूउः अप्पर से ही टीका दिया उसकी चूत चाटने लगा और वो पागल से होने लगी. चूत की साइड को मई उंगली से रब करने लगा. उसके बात उसकी चड्डी उतार दी मैने. उसकी चूत पे सुनहरे बाल थे छोटे छोटेउसकी चूत की सुंदरता की मई क्या तारीफ करू , जितनी करू उतनी काम है . इतनी सुंदर छूट हर किसी लड़की नि होती , वैसे सभी चूत सुन्दर होती है.

उसके बाद मैने अपना लंड उसकी चूत पे टीका दिया और उसके पैरो को फोल्ड करके उसके मूउः तक ले आया और अपने लंड का प्रेसूर्रे उसकी चूत पे बनाने लगा उसके मूउः से आवाज़ आने लगी वो एंजाय कर री थी शायड. उसके बाद मई अपने लंड को उक्सी चूत मई घुसना लगा वो बोली की दर्द हो रहा है मैने अपना लंड बाहर निकाल लिया और उसकी चूत को फिर से चाटने लगा इश्स बार मैने उसकी चूत को अंदर तक चटा और रास्ते को पूरा गीला कर दिया जीब सेआब मैने फिर से अपना लंड उसकी चूत पे टीका दिया और फिर एक शॉट मई अपना पूरा लंड उसकी चूत मई उतार दिया अंदर तक.

उसकी चीक्क निकल गयी , वो अपने अप्पर से हटाने की कोशिश करने लगी पर वो मुझे नि हटा पाई मई थोड़ी देर ईयसे ही रहा और वो चीकती छिलाती रही उसकी आवाज़ मई एक लगा एहस्सा तोउसके बाद मैने अपना लंड बाहर निकाला तो देखा की मेरा लंड पर ब्लड लगा है , पर ज़डा नि था और उसकी छूट पे भी तोड़ा सा ही सा और फिर से एक बार मैने पाना लंड अंदर डाला.अब मई धक्के दें लगा. उसकी चूत मेरे लंड से ऐसे चिपक गी जैसे जन्मो का साथ हो चूत और लंड का.

उसने मेरे लंड को काज़ के पकड़ किया वो मेरेल अंड के साथ आयेज पीछे होने लगी.

हमारी चुदाई चल ही री थी तभी उसकी मा का फोन आ गया. उसने फोन उठाया तो पता चली की वो घर आ गयी है और गेट पर उसका इंतज़ार कर री है .हमारी चुदाई अधूरी रह गी उसने कपड़े पहने और वो अपने घर चली गयी.

उसके बाद हम दो दिन के बाद फिर से मिले. बोल री थी की अब उसको बहुत खुजली हो री है .

आप लोगो को फिर बतौँगा कभी की आयेज मैईएन कैसे उसकी चूत ली खुल के और गॅंड भी. अभी तक मैने काफ़ी लड़कियो की सील ब्रेक की है और सभी को सेक्स मई फुल सॅंटुस्त किया है Kai बार की चुदाई के बाद तो हम दोनों ने बहुत बार सेक्स किया और बहुत मजा लिया. वो सेक्स कहानी फिर कभी लिखूंगा.

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पडोसन की चूत https://sexstories.one/padosan-ki-chooth/ Fri, 22 Oct 2021 07:07:33 +0000 https://sexstories.one/?p=3099 मेरे लंड का सुपाड़ा उसके अन्दर जाते ही वो जोर से बोली कि मुझे बहुत दर्द हो रहा है। फिर में वहीं पर रूक गया और उसकी चूचियों को सहलाने लगा और फिर उसके होठों को चूमने लगा। तभी थोड़ी देर में विनीता जोश में आ गई और अपने चूतड़ उठाने लगी।...

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Matwali Padosan ki Chooth Chudai हैल्लो फ्रैण्ड्स मेरा नाम ऋषि है , सच कहूँ तो मुझे बहुत मजा आता है ये कहानियाँ पढ़कर और मुझे लगा कि मुझे भी अपनी स्टोरी लिखनी चाहिए। जो कहानी आपको बताने जा रहा हूँ वो सच है और दो साल पहले की है। दोस्तों मेरी उम्र 21 साल की है और हाईट 5.11 फुट है और वजन 60 किलो है। मैं मोरादाबाद का वासी हु औऱ अभी अपने कॉलेज के आखरी साल पर हु। मुझे लड़कियों की चूत चाटना और मुझसे मेरे उम्र में बड़े लड़कियों के साथ चुदाई करना बहुत पसंद है। अब में सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ।

दोस्तों में दो साल पहले बहुत दिनों के बाद अपनी मौसी के घर गया था। तो मौसी मुझे देखकर बहुत ख़ुश हुई। मेरी मौसी के घर मौसी, मौसा कजिन ब्रदर जो मुझसे दो साल छोटा है। मेरा भाई मुझसे बहुत फ्रैंक है तो हम दोनों हर तरह की बातें शेयर कर लेते है। फिर रात को खाना खाने के बाद सोने की तैयारी होने लगी। तभी में और भाई छत पर सोने गए.. हमारी छत खुली थी।

आप तो जानते है कि गाँव में लोग बहुत घुले मिले है। फिर हुआ ये कि रात को पड़ोस वाले घर के जो मेरे मौसा जी के चाचा लगते है.. वो और उनकी वाईफ और उनकी एक बेटी भी सोने आ गए। वो लोग अपनी छत पर सो रहे थे और हम अपनी छत पर। इधर अजय (मेरा भाई) और में बातें कर रहे थे।

अजय ने मुझे बताया कि विनीता (जो पड़ोस वाले अंकल की बेटी है और छत पर ही सो रही थी) का गाँव के कई लड़कों के साथ चक्कर चल रहा है और कई बार तो में भी उसके साथ किस कर चुका हूँ लेकिन आगे मौका नहीं मिला। फिर मैंने भी कभी किसी लड़की को छुआ नहीं था तो आज मुझे थोड़ा सा अजीब लग रहा था और मजा भी बहुत आ रहा था।

फिर बातें करते करते बहुत देर हो गई और सभी लोग सो चुके थे लेकिन आज मुझे नींद कहाँ आनी थी। फिर अजय बोला में तो सो रहा हूँ तू क्या चाह रहा है। तभी मैंने कहा कि आज कुछ नहीं हो सकता.. तू अभी मत सो.. रुक देखते है अगर कुछ हो सके तो। मैंने विनीता को पहले कई बार देखा था। वो 5.5 फिट लम्बी थी। उसके बूब्स बहुत बड़े थे.. उसका साईज 32-28-34 था। रंग की बहुत गोरी थी.. उसके होंठ लाल थे.. लेकिन आज तक कभी मैंने उसके बारे में सोचा ही नहीं था। लेकिन आज उसकी बातें सुनकर एक तड़प सी उठ रही थी।

आज शायद मेरी किस्मत बहुत अच्छी थी। तभी ऊपर मच्छर काट रहे थे तो विनीता के मम्मी पापा नीचे चले गये सोने के लिये। फिर अजय बोला अब शायद कुछ हो जाय और तभी वो उठा और विनीता के पास जाकर सोने के लिए कहने लगा। फिर मुझे डर लग रहा था.. लेकिन अजय ने कहा कि कुछ नहीं होगा.. तो में भी उसके साथ चला गया।

अब हम लोग उसके साथ छत पर थे। पहले में, अजय फिर विनीता। तभी अजय ने विनीता की तरफ हाथ बड़ाया और उसे जगा लिया और फिर बूब्स पर हाथ डालने लगा। क्योंकि वो तो पहले भी कई बार सबकुछ कर चुके है तो उन्हें कोई डर ही नहीं लग रहा था। लेकिन विनीता मना कर रही थी कि नहीं अभी मेरा मूड नहीं है। फिर अजय नहीं माना तो वो मुझसे बोली जय तुम बड़े हो इसे मना करो ना प्लीज। तभी मैंने मना किया तो वो मान गया। फिर वो उठी और मेरी तरफ आकर लेट गई, अब में बीच में था।

Chudai pados wali bhabhi ki चूत की बिछ गयी है बिसात

फिर 12 बज चुके थे। फिर मैंने अजय को इशारा करके सुला दिया और अजय भी सो गया। अब मेरा भी मन विनीता को पकड़ कर अपनी तड़प मिटाने का था। फिर वो मेरी तरफ पीठ करके लेटी थी। फिर मैंने बहुत हिम्मत करके अपना पैर उसके पैरों से टच किया और उसके पैरों के बीच रख लिया। तभी उसकी कोई हलचल ना देखकर मेरी हिम्मत और बड़ गयी।

फिर थोड़े देर बाद पैर को अच्छी तरह उसकी पैरों के बीच फंसा दिया और फिर ऐसे ही लेटा रहा। तभी कुछ देर बाद मैंने अपना एक हाथ विनीता के गाल पर रख दिया और हल्के हल्के घुमाने लगा। फिर मेरी हिम्मत और तड़प दोनों बढ रही थी। विनीता कोई हलचल नहीं कर रही थी।

फिर मैंने हाथ को उसकी गर्दन पर लेकर धीरे से घुमाकर उसके बहुत पास आ गया। फिर धीरे धीरे मैंने हाथ उसकी छाती पर लगा दिया। फिर थोड़ी देर बाद में उसके बूब्स को सहलाने लगा और गर्दन पर अपनी सांसें छोड़ने लगा। अब मुझे लगा कि वो सो गई है। तभी मैंने उसे कमर से पकड़ा और अपनी और खींचा.. तभी वो एकदम से मेरी तरफ पलटी और बोली कि में तो इधर लेटी थी कि तुम मुझे बचा लोगे.. लेकिन तुम तो खुद ही शुरू हो गये.. प्लीज मुझे क्यों नहीं सोने देते?

फिर मैंने कहा कि तुम बहुत सो चुकी.. अब मत सोओ और फिर ये कहकर उसे कमर से पकड़कर अपनी तरफ खींच लिया। अब वो मेरे बिल्कुक पास थी। तभी वो बोली ये ठीक नहीं है। मैंने कहा कि मुझे सब पता है.. तुम्हारा भी मूड है फिर भी तुम क्यों इतना टाईम लगा रही हो? तभी वो हंस गयी और फिर एकदम से उसने मेरे होंठ पर किस कर लिया और फिर बोली कि रुको में अभी आई।

फिर वो उठकर नीचे गयी और 5 मिनट में आ गई। फिर मैंने पूछा कि तुम कहाँ पर गई थी? तभी बोली कि मम्मी पापा को देखने गई थी कि वो सो गये या वो भी चुदाई में व्यस्त है।

फिर वो साथ में क्रीम और तेल भी लेकर आई थी। फिर मैंने कहा कि इधर अजय है चलो उधर दूसरी तरफ चलें। फिर हम दूसरी छत पर आ गए और लेटते ही मैंने उसे पकड़ कर उसके होंठो को अपने होंठो से दबा लिया और फिर उसे चूमने लगा। फिर पांच मिनट किस करने के बाद में नीचे हुआ और उसके बूब्स को कुर्ती के ऊपर से दबाने लगा। दोस्तों ये मेरी लाईफ का पहला मौका था..

जब में किसी लड़की के इतने पास था और उसके बूब्स दबा था। तभी विनीता की भी सांसे तेज होती जा रही थी। फिर उसने मुझे अपने ऊपर खींच लिया और में उसके ऊपर था और उसके बूब्स दबा रहा था और फिर उसकी गर्दन को अपनी जीभ से चाट रहा था।

तभी में ऊपर से हटा और फिर उसे बैठाकर उसकी कुर्ती को उतार दिया.. उसने ब्रा नहीं पहनी थी। फिर जैसे ही मैंने कुर्ती उतारी उसके गोर गोर 32 के बूब्स मेरे सामने आ गए। में पागल सा होने लगा और विनीता को नीचे दबाकर उसके बूब्स पर टूट पड़ा। फिर एक हाथ से उसके सीधे बूब्स को और जोर से और फिर दूसरे बूब्स को मेरे मुहं में लेकर चूस रहा था और हल्के हल्के दबा रहा था।

फिर मेरे हर बार दबाने के साथ विनीता का जोश बढ़ता जा रहा था और फिर वो मेरे सर को पकड़कर अपने बूब्स में दबा रही थी। में भी भूखे शेर की तरह उन पर टूट पड़ा और उनको जोर से चूसने और मसलने लगा। विनीता को भी मजा आने लगा और उसके मुँह से सिसकियाँ निकलने लगी उम्म हहाहा मरी में थोड़ा धीरे चूसो प्लीज सीईईई। क्या मस्त चूचियाँ थी उसकी.. बहुत गोरी, सॉफ्ट और बहुत ही नाज़ुक में बेकाबू हो गया था।

फिर मैंने उसकी चूचियों को जी भर कर चूसा और चूसते-चूसते ही में एक हाथ से उसकी चूत पर ले गया और सलवार के ऊपर से ही उसकी चूत सहलाने लगा। फिर थोड़ा नीचे आकर उसकी चूत पर जीभ फैरने लगा तो वो पागल हो उठी। फिर में धीरे-धीरे उसकी सलवार में हाथ डाल कर पेंटी के अन्दर अपना हाथ ले गया और उसकी चूत को सहलाने लगा।

सच में विनीता की चूत बहुत ही सेक्सी और कोमल थी.. में तो बस मदहोश हो गया था। फिर में धीरे धीरे उसकी चिकनी चूत को सहलाने लगा और उसकी चूत के दाने को उँगलियों से धीरे धीरे मसलने लगा। तभी उसकी चूत बहुत गीली हो चुकी थी और वो अपने पैरो को सिकोड़ने लगी थी।

तभी में समझ गया कि अब ये पूरी तरह से गरम हो चुकी है। फिर मैंने जल्दी से उसकी सलवार का नाड़ा खोलकर उसे उतार दिया और फिर पेंटी के ऊपर से ही उसको चूसने लगा। तभी वो मेरे सर को जोर जोर से दबाने लगी और में भी जोश में आकर उसकी चूत को चूसने लगा। तभी में अपने आपे से बाहर हो रहा था। फिर मैंने अब मौका गंवाए बिना उसकी पेंटी को भी उतार फेंका। फिर में अपना मुँह उसकी चूत के पास लेकर गया और फिर उस पर चूम लिया। तभी उसने अपने दोनों पैर चौड़े कर दिये थे।

फिर उसकी चूत को देख कर साफ़ पता लग रहा था कि उसने अपने बाल आज ही साफ़ किये थे.. मतलब आज वो चुदाई लिए तैयार थी। फिर में उसके दाने को जीभ से चाट रहा था और जीभ को अंदर भी डाल रहा था। फिर वो बहुत गरम हो गई थी और अपनी कमर उठाकर मेरी जीभ को अंदर लेने लगी। फिर उनके हाथ मेरे सर पर थे और वो मेरे सर को दबा कर मेरा मुँह अपनी चूत के और पास ले जाने की कोशिश कर रही थी।

Padosan ki chooth स्वीटी भाभी की स्वीट चुदाई

तभी में उठा और जल्दी से अपने कपड़े उतार दिए और फिर में जल्दी से नीचे आया और फिर अपने दोनों पैर फैलाकर लेट गया और उसे अपने ऊपर खींच लिया। तभी वो समझ गई और मेरे लंड को हाथ में लेकर ऊपर नीचे करने लगी। फिर जैसे ही उसने हिलाना शुरू किया.. में तो जन्नत का मजा महसूस करने लग। पहली बार किसी लड़की के हाथ में मेरा लंड था। फिर मैंने उसे मुहं में लेने कहा वो तुरंत मान गई। फिर धीरे-धीरे उसने लंड के टोपे को मुँह में ले ही लिया और लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी। फिर कुछ 15 मिनट तक उसने मेरे लंड को चूसा होगा।

फिर वो बोली कि अब कंट्रोल नहीं होता जान अब डाल दो। में भी अब तैयार था। फिर मैंने एक तकिया उसकी कमर के नीचे लगाया और फिर उसकी जाँघें अपनी जाँघों पर चढ़ा लीं। फिर में अपने लंड को उसकी चूत पर फैरने लगा। अब उसकी चूत तन्दूर की भट्टी की तरह गरम थी। तभी उसने कहा कि उसने कभी चुदवाया नहीं है और मेरा इतना मोटा लंड उसकी चूत में कैसे जायेगा?

तभी मैंने कहा कि थोड़ा सा दर्द होगा लेकिन बाद में बहुत मज़ा भी आएगा। डर तो मुझे भी था.. क्योंकि मेरा भी पहली बार था.. पता नहीं था कि कैसे करूं? फिर मैंने अपने लंड और उसकी चूत पर क्रीम लगाई और अपना लंड धीरे से उसकी चूत में घुसाने लगा लेकिन उसकी चूत बहुत टाईट थी।

मेरे लंड का सुपाड़ा उसके अन्दर जाते ही वो जोर से बोली कि मुझे बहुत दर्द हो रहा है। फिर में वहीं पर रूक गया और उसकी चूचियों को सहलाने लगा और फिर उसके होठों को चूमने लगा। तभी थोड़ी देर में विनीता जोश में आ गई और अपने चूतड़ उठाने लगी। तभी मैंने ऊपर से थोड़ा जोर लगाया, तभी मेरा लंड उसकी चूत में तीन इंच घुस गया। तभी वो जोर से चिल्लाने लगी.. तो मैंने अपने होंठ उसके होंठो पर रख दिये। अब मुझे महसूस हुआ की कोई चीज लंड को अंदर जाने से रोक रही है।

तभी में समझ गया की ये उसकी चूत की झिल्ली है जो अभी तक फ़टी नहीं है। फिर में बहुत खुश हो रहा था कि मुझे पहली चुदाई में बिना चुदी हुई चूत मिली है। फिर विनीता आँखें बंद किये सिसकियां भर रही थी। तभी मुझे सही मौका मिला और अचानक मैंने एक जोर का झटका दिया और अपना पूरा 8 इंच का लंड उसकी चूत में घुसेड़ दिया। तभी वो बहुत जोर से चीखी और जोर से तड़पने लगी। तभी में वहीं पर रूक गया और उसकी चूत में से खून निकलने लगा था। तभी वो जोर जोर से रोने लगी। तभी मैंने उसे प्यार से समझाया कि मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चल गया है। अभी थोड़ा सा दर्द होगा.. लेकिन बाद में जो मज़ा आएगा वो तुम्हे तुम्हारा पूरा दर्द भुला देगा।

फिर मैंने उसके लाख कहने पर भी अपना लंड उसकी चूत से बाहर नहीं निकाला। फिर पाँच मिनट तक में सिर्फ़ उसके बूब्स को चूसता रहा और उसके पूरे शरीर पर हाथ फैरता रहा। तभी धीरे धीरे उसका दर्द कम हुआ और फिर उसे जोश आने लगा और वो मुझसे चिपक गई और अपने चूतड़ उठाने लगी। उसकी चूत मेरे लंड को कभी जकड़ती और कभी ढीला छोड़ती। फिर में इशारा समझ गया और मैंने धीरे धीरे अपने लंड को उसकी चूत में अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया।

तभी थोड़ी देर में उसे भी मज़ा आने लगा और वो भी हिल हिल कर चुदाई का मज़ा लेने लगी। फिर करीब 15 मिनट तक में उसे बिना रुके चोदता रहा और इतनी देर में उसकी चूत गीली हो गई और उसका दर्द कम हो गया और वो बहुत मज़े लेकर चुदवाने लगी। फिर वो भी नीचे से गांड हिला कर मेरा साथ दे रही थी और बोल रही थी अह्ह्ह ईईइ जोर से तेज और तेज करो.. मुझे चोदते रहो जोर से और जोर से चोदो मुझे मीईईइ।

Chooth chudai बीवी और डोली भाभी

तभी मैंने लंड को चूत से बाहर निकाल कर फिर से मैंने उसके दोनों पैरो को अपने कंधे पर रखकर अपने लंड को उसकी चूत में डाल दिया और तेज तेज धक्के लगाने शुरू कर दिए। फिर उसकी चूत से खून आ रहा था लेकिन अब दर्द नहीं था। तभी वो एकदम से अकड़ने लगी और मेरी पीठ और कन्धों पर नाख़ून चुभाने लगी और फिर एकदम से मुझसे लिपट गई और झड़ गई। लेकिन में तो अभी भी जोश में था। तभी विनीता बोली कि रुको मत.. पता नहीं कब मौका मिले। फ़िर उसकी आँखों से आँसू निकल पड़े लेकिन में रुका नहीं। फिर में अपने लंड को अंदर बाहर करता रहा और कुछ देर बाद उसे फिर मज़ा आने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी।

तभी वो अपनी कमर को मेरे साथ साथ आगे पीछे करने लगी। चूँकि वो अभी अभी झड़ी थी इसलिए दोबारा इतनी जल्दी झड़ना मुमकिन नहीं था। इसलिया मज़ा और ज़्यादा आने लगा। ऐसा करते करते कुछ देर बाद वो फिर झड़ गयी। उसकी गरम चूत गीली हो गई और वो शांत पड़ गई। लेकिन में रुका नहीं और फिर में उसे चोदता रहा। तभी उसने मुझे अब रुकने को कहा.. लेकिन में रुका नहीं और अपना काम करता रहा। फिर लगभग 5 मिनट के बाद में झड़ने लगा तो मैंने पूछा कि बाहर निकाल दूँ.. तो वो बोली कि मेरा पहला मौका है में मजा लेना चाहती हूँ अंदर ही डाल दो। तभी मैंने जल्दी जल्दी झटके मारे और फिर थोड़ी देर में अपना सारा वीर्य विनीता की चूत में निकाल दिया।

दोस्तों क्या बताऊँ जिस टाईम में झड़ रहा था तो ऐसा लगा कि में सातवें असमान में उड़ रहा हूँ ऐसा मजा मुझे आज तक नहीं मिला था। पहली बार था तो बहुत गाड़ा और बहुत ज्यादा वीर्य निकला था। तभी विनीता बोली कि तुम्हारे गर्म वीर्य को में अपनी चूत में साफ साफ महसूस कर रही हूँ। तभी मैंने पूछा कि तुम्हे मजा आया ना? फिर बोली कि अभी पूरी रात है तुम तो बिना रुके मजा रहो। फिर उस रात हमने 3 बार और सेक्स किया और फिर हम दोनों वापस से अपनी जगह पर आकर सो गये। फिर में सुबह उठकर अपने घर चला आया। फिर मुझे उसे चोदने का कभी दुबारा मौका नहीं मिला।

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