mastaram stories Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/mastaram-stories/ Hindipornstories.org Thu, 07 Jan 2021 04:02:21 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 अपनी चाची को बनाया माँ https://sexstories.one/chahi-ki-chut-chodi/ Sat, 02 Jan 2021 23:30:41 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%85%e0%a4%aa%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%9a%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%81/ हैल्लो दोस्तों मैं हूँ आपका यार विक्की और आज मैं आपको अपनी चुदाई की एक दास्ताँ बताने जा रहा हूँ जिसमे मैंने अपनी चाची को चोदा था | मैं आपको पहले अपने बारे में बता ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हैल्लो दोस्तों मैं हूँ आपका यार विक्की और आज मैं आपको अपनी चुदाई की एक दास्ताँ बताने जा रहा हूँ जिसमे मैंने अपनी चाची को चोदा था | मैं आपको पहले अपने बारे में बता दूँ, मैं गुजरात का रहने वाला हूँ और मेरे घरवालों का कपडे का कारोबार है | हमारे घर में मेरे मुम्मी पापा चाचा चाची बुआ फूफा और दादा दादी सब मिल कर एक ही घर में रहते है लेकिन कमरे अलग अलग हैं | chachi ki chut chodi

अब ज्यादा बकचोदी न करते हुए मैं सीधे कहानी पर आता हूँ और आपको बताता हूँ कैसे मैंने अपनी चाची को चोदा था |

कहानी शुरू होती है. chachi ki chut chodi

तब से जब मेरे चाचा की शादी को पांच साल हो गए थे और उनके बच्चे नहीं थे और वो लोग बच्चा गोद लेने की सोच रहे थे | लेकिन हमारी दादी ने मना कर दिया था | ऐसे ही कभी मैं चाची के दूध देखा करता था जब भी वो झुकती थी | मैं कभी कभी होली पे चाची को रंग लगाने के बहाने उनके दूध छुआ करता था और कभी तो उनकी ब्रा पैंटी सूंघ कर मुट्ठ मारा करता था | मेरा चाची को चोदने का बहुत मन करता था लेकिन मुझे मौका नहीं मिल पता था | मैंने एक बार चाची के कमरे की खिड़की से झाँका तो मैंने देखा था तो चाची अपने कपडे बदल रही थी और उन्होंने सिर्फ पेटीकोट पहना था और उनके दूध मुझे साफ साफ दिखाई दे रहे थे |

चाची के दूध बहुत गोरे थे और बड़े तो बहुत थे.. chachi ki chut chodi

और उनके ऊपर काले निप्पल देख कर तो मुझे मज़ा ही आ गया था | मैंने तो उस दिन तीन बार मुट्ठ मारा था वही सोच सोच के | चाची जब भी बाहर जाती थी तो मैं उनके कमरे में जाकर उनकी पैंटी सुंघा करता था | ऐसे ही एक बार मैं चाची क कमरे में उनकी पैंटी सूंघ रहा था तो एकदम से चाची आ गई और मुझे पीछे से देखा और कहा अरे ! विक्की कुछ काम था क्या ? तो मैंने पैंटी वहीँ फेक दी और चाची ने मुझे फेकते हुए देख लिया लेकिन कुछ नहीं कहा और फिर मैं वहाँ से चला गया |मुझे लगा था कि चाची मुझसे गुस्सा हो जाएगी लेकिन चाची मुझे और फ्रैंक हो गई |

Ajnabi ki chudai

अब चाची मेरे को हाँथ पकड़ कर अपने पास बैठा लिया करती थी और बातें किया करती थी | chachi ki chut chodi

चाची मुझसे पूछती रहती थी शादी कब करोगे और तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है क्या ? मुझे कभी कभी समझ नहीं आता नहीं था कि आखिर चाची ये सब पूछ क्यूँ रही है ? फिरएक दिन चाची ने मुझसे पूछा तुमने कभी वो किया है ? तो मैंने पूछा वो क्या ? तो चाची ने मुंह घूमते हुए कहा वही, तो मैं समझ गया और कहा नहीं चाची नहीं किया | तो चाची बोली मतलब अच्छे लड़के हो | तो मैंने कहा हाँ चाची अच्छा हूँ | एक बार मेरे मम्मी पापा और चाचा को किसी फंक्शन में गए हुए थे | उस दिन खूब बारिश हो रही थी और बिजली चमक रही थी चाची ने मुझे अपने साथ सोने के लिए बुला लिया |

रात को मैंने हाँथ सीधा किया.. chachi ki chut chodi

और थोड़ी देर बाद चाची ने करवट ली तो चाची का दूध मेरे हाँथ पर आके रख गया और मेरी नींद तो वैसे ही टूटी हुई थी | जैसे ही चाची का दूध मेरे हाँथ आके रखा तो मेरी आँखें पूरी तरह से खुल गई और मैंने सोच की अब क्या करूँ ? तो मैंने थोड़ी देर अपना हाँथ वहीँ रहने दिया और थोड़ी तक चाची ने कोई हरकत नहीं की तो मुझे लगा चाची की अच्छी नींद लगी है मौके का फायदा उठा लो | तो मैं धीरे धीरे चाची के दूध दबाने लगा | तभी चाची ने मेरा हाँथ पकड़ लिया तो मेरी गांड फट गई और चाची ने कहा मत करो सोच जाओ जिगर (मेरे चाचा का नाम) | मुझे लगा चाची नींद में हैं और मुझे चाचा समझ रही है, तो मैं चुपचाप सो गया |

फिर कुछ दिन बाद फिर से मेरे घरवाले बाहर चले गए और मैं और चाची ही घर पर थे | chachi ki chut chodi

मैं अपने कमरे में सो रहा था जैसे मेरी नींद हलकी सी खुली तो मैंने देखा कि चाची आ रही है | तो मैं फिर से सोने का नाटक करने लगा | मैंने अपना पजामा उता और मेरा लंड तो खड़ा ही था तो मेरे लंड का उठाव कम्बल से दिख रहा था | जैसे ही चाची मेरे पास आई और मुझे उठाने लगी और मैं नहीं उठा तो वो उठी और बोली शायद गहरी नींद में है, सोने दो | फिर एकदम से मुझे आवाज़ आई इसका तो बड़ा लग रहा है देखूँ क्या, अगर उठ गया तो ? तो चाची ने मेरा कम्बल उठाया और मेरा लंड देख कर कहा वाह ऐसा लंड तो इसके चाचा का भी नहीं है, अगर ये मेरी में जाये तो मज़ा ही आ जाये | तो चाची ने कम्बल हटा दिया और मेरे लंड पकड़ के हिलाने लगी और बोल रही थी कि मेरे उठाने से नहीं उठा तो इससे क्या उठेगा ? लेकिन चाची को नहीं पता था कि मैं तो नाटक कर रहा हूँ |

मैं एकदम से उठ गया और चाची की तरफ हैरानी से देखने लगा | chachi ki chut chodi

चाची ने मेरा लंड हाँथ में पकड़ा था और मेरी तरफ देख रही थी | तो मैंने कहा ये क्या कर रही हो चाची ? तो चाची ने कहा बदला ले रही हूँ | तो मैंने पूछा कैसा बदला ? तो चाची ने कहा उस दिन जब रात को तुमने मेरे दूध दबाये थे | मैं हैरान रह गया और चाची ने मेरा लंड हिलाना शुरू कर दिया | जब चाची अपने कोमल हांथों से मेरा लंड पकड़ कर हिला रही थी तो मुझे अन्दर से बड़ी ख़ुशी हो रही थी | फिर चाची ने मेरे लंड को चांटा और मुंह में डाल लिया | जैसे ही चाची ने मेरा लंड अपने मुंह में डाला तो मुझे तो जन्नत ही नज़र आ गई | फिर चाची ने मेरा लंड चूसा और मेरा छूट गया |

फिर चाची उठी और जाने को हुई तो मैंने चाची का हाँथ पकड़ के कहा अब मेरी बारी है | chachi ki chut chodi

फिर मैंने चाची को पकड़ा और उनके होंठ चूमने लगा | चाची के होंठ बहुत ही प्यारे थे और मुझे उनका रस चूसने में बड़ा मज़ा आ रहा था | फिर मैंने चाची को लिटा दिया और उनके ऊपर लेट कर चुम्मा चाटी करने लगा | चाची भी मेरे साथ बराबरी से चुम्मा चाटी कर रही थी और पुरे मज़े ले रही थी | फिर मैंने चाची के ब्लाउज के हुक खोले और ब्रा उठा दिया | चाची के दूध बहुत बड़े थे और दबाने में मेरे पुरे हाँथ में समां रहे थे इसलिए चाची के दूध दबाने में बड़ा मज़ा आ रहा था | फिर मैंने चाची के दूध को मुंह से लगाया और चूसने लगा |

चाची ऊउम्मम्म ऊऊम्म्म्म कर रही थी और कह रही थी और चुसो विक्की, तो मैंने चाची के निप्पल कटाने शुरू कर दिए | अब चाची गरम होने लगी थी तो मैंने चाची की साड़ी उतार दी | और जैसे ही मैंने उनकी पेटीकोट का नाडा खोला और उतारने लगा तो उनके ग्रे और चिकने पैर देख के मेरा लंड और जमके के खड़ा होने लगा | चाची ने नीले कलर कि पैंटी पहनी थी और वो नीचे से थोड़ी दी गीली हो गई थी | फिर मैंने चाची को चूमने लगा और उनकी चूत को उनकी पैंटी के ऊपर से घिसने लगा | मैंने चाची की चूत में हाँथ डाला और उनकी चूत को छुआ तो लगा कि जैसे नीचे आग लगी है | फिर मैंने चाची की पैंटी उतार दी और अब चाची मेरे सामने बिलकुल नंगी पड़ी थी | फिर मैंने चाची की चूत में ऊँगली की और फिर दोनों ऊँगली डाल दी |

फिर मैंने चाची के चूत पे रगड़ने लगा.. chachi ki chut chodi

तो चाची ऊउम्म् आअह्ह्ह्ह करने लगी तो मैंने कहा अभी डाला नहीं है | फिर मैंने चाची की चूत में लंड डाल दिया तो चाची की आअह्ह्ह्ह निकल गई और चाची ने कहा तुम्हारे चाची का तो बहुत छोटा है और तुम्हारे चाचा मुझे संतुष्ट भी नहीं कर पाते | तो मैंने चाची को ज़ोर ज़ोर से चोदना शुरू किया और चाची दर्द भरी सिस्कारियां लेने लगी | मैं चाची को चोदे जा रहा तभी चाची ने कहा अब दुसरे तरीके से चोदो तो हमे पोजीशन चेंज की और फिर से चुदाई करने लग गए |

मैंने चाची को करीब 20 मिनिट तक चोदा.. chachi ki chut chodi

और फिर मैंने अपना दही चाची की चूत में ही झाडा दिया और फिर वहीँ चाची से लिपट के लेट गया | हम दोनों थोड़ी देर तक सोये और जैसे ही मैं उठा तो देखा कि चाची मुझे देख रही है तो मैंने फिर से चाची को चोद दिया | चाची ने मुझ से कहा इतनी बार चुदी लेकिन मज़ा तो आज आया है, असली चुदाई इसे बोलते है | अब चाची का एक बच्चा है और आपको तो पता है वो किसका है ?

तो दोस्तों कैसी लगी मेरी दास्ताँ, वैसे मैंने एक बार चाची की सहेली को भी चोदा है लेकिन मैं वादा करता हूँ वो अगली कहानी में ज़रूर बताऊंगा |

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असंतुष्ट आंटी की गुलाबी चूत https://sexstories.one/aunty-ko-choda-ghar-pe/ Thu, 22 Oct 2020 12:27:46 +0000 https://sexstories.one/?p=406 हेलो दोस्तों मेरा नाम संजय हैं, अन्तर्वासना, हिंदी सेक्स स्टोरी, मस्तराम और कामुकता के दुनिया में आपका स्वागत है.. मैं बलरामपुर, यूपी में रहता हूं. बात तब की है जब मैं बलरामपुर में कोचिंग क्लास ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हेलो दोस्तों मेरा नाम संजय हैं, अन्तर्वासना, हिंदी सेक्स स्टोरी, मस्तराम और कामुकता के दुनिया में आपका स्वागत है.. मैं बलरामपुर, यूपी में रहता हूं. बात तब की है जब मैं बलरामपुर में कोचिंग क्लास कर रहा था. मेरी सोशल नेटवर्किंग साइट के अकाउंट पर गोंडा जिले की एक शादीशुदा आंटी थी जिनसे मैं कभी-कभी बात करता था. कुछ दिनों तक बात करने के बाद हम दोनों एकदम क्लोज़ हो गए. वो अपने बारे में हर बात मुझे बताने लगी. उसकी 3 बेटियाँ थीं जो अभी कम उम्र की ही थीं.

एक बार आंटी ने मुझे मिलने के लिये बुलाया तो मैं उनके घर जाने के लिए राज़ी हो गया.

जब मैं उससे पहली बार मिलने गया तो उसने मुझे एक रेस्तराँ में बुलाया. उसे देख कर मैं हैरान रह गया. उसको देख कर लगा ही नहीं कि वो तीन बच्चों की माँ है. देखने में वह केवल 25-26 साल की लग रही थी. वो जीन्स और टॉप पहन कर आई थी.

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रेस्तराँ में हम दोनों ने कॉफी पी. फिर वह मुझसे यह कहकर चली गई कि तुम कुछ देर इंतजार करो, मैं थोड़ी देर के बाद तुम्हें फोन करूंगी. मैं वहीं पर होटल में उसका इंतजार करने लगा. दस मिनट के बाद उसका फोन आया और उस लेडी ने मुझे अपने घर बुला लिया.

पहले तो मैं थोड़ा घबरा रहा था क्योंकि मैं इससे पहले कभी किसी शादीशुदा औरत से नहीं मिला था. मैं सोच रहा था कि जाऊं या न जाऊं. उसके बाद मैंने हिम्मत करके उसको आने के लिए हाँ कर दी. उसने अपने घर की लोकेशन मुझे इंटरनेट के जरिये फोन पर भेज दी.

उसकी बताई जगह पर पहुंचकर मैंने उसको फोन किया तो उसने अपना क्वार्टर नम्बर बता दिया. उसके बाद मैं उसके घर पर पहुंच गया और जाकर डोर बेल बजाई. जब अंदर से दरवाजा खुला तो वह नाइट ड्रेस में थी. जब तक मैं कुछ समझ पाता उसने मुझे अंदर खींच लिया और घर का दरवाजा बंद कर दिया. अंदर आते ही वह मुझे अपने बेडरूम में ले गयी.

हम दोनों बेड पर जाकर बैठ गये और कुछ बातें करने लगे. उसने बताया कि उसके पति सरकारी नौकरी करते हैं. उसको पता नहीं क्या हुआ कि कहते-कहते वो रोने लगी कि उसके पति उसको टाइम ही नहीं देते हैं.

मैंने उससे चुप होने के लिए कहा. मगर वह नहीं रुकी. फिर मैंने उसके कंधे पर हाथ रख दिया. वह मुझसे लिपट गई और सुबकने लगी.

मैंने उससे कहा- ऐसे नहीं रोते, आपको जो चाहिए वो मैं आपका दूंगा. लेकिन आप दिल छोटा मत करो.

मेरा हाथ उसकी चूची पर टच हो गया. उसकी चूची का स्पर्श पाते ही मेरा ध्यान उसके बूब्स पर चला गया. अब मैंने जान-बूझकर उसको सांत्वना देने के बहाने से उसकी चूचियों को दो बार और टच कर दिया. उसकी तरफ से कोई रिएक्शन नहीं हो रहा था.

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वह चुप हो गई थी. उसने मेरी जांघ पर हाथ रख दिया. मेरी हिम्मत बढ़ी और मैंने उसकी चूची को अपने हाथ में भर लिया और उसको दबाने लगा.

मेरी इस हरकत पर वह थोड़ी सहम सी गई और उसने मुझे अपने से अलग कर दिया.

वह बोली- मैं जानती हूँ कि तुम्हारा मन कर रहा है. लेकिन तुम इस बात के बारे में किसी को नहीं बताओगे, मुझसे वादा करो.
मैंने कहा- ठीक है, जब तक तुमको मुझ पर भरोसा नहीं हो जाता मैं तुम्हारी तरफ देखूंगा भी नहीं.

मैं उठ कर बेडरूम से बाहर जाने लगा और उसने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे रोक लिया. मैंने पीछे पलट कर देखा तो वह खड़ी हो गयी और एकदम से मुझे अपनी बांहों में भर कर मुझसे लिपट गई.

वह बोली- तुम मुझे छोड़ कर मत जाओ प्लीज.

कहकर उसने मेरे गाल पर किस कर दिया.

मैंने कहा- तो अब तुमको मुझ पर विश्वास हो गया या नहीं?

वह बोली- हाँ, मुझे तुम पर विश्वास है.

उसके बाद मैंने भी उसको अपनी बांहों में भर लिया और हम दोनों एक दूसरे के होंठों को वहीं खड़े होकर चूसने लगे. मैंने उसके होंठों को चूसते हुए उसकी नाइटी के ऊपर से ही उसकी गांड को सहलाना शुरू कर दिया. मेरा लंड मेरी पैंट में तन गया था और उसके शरीर से रगड़ खा रहा था. मेरा लंड उसकी जांघों के बीच में घुस जाना चाहता था मगर बीच में उसकी नाइटी आ रही थी.

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मैं उसको जल्दी से नंगी कर देना चाहता था ताकि उसकी चूत में अपने लंड को डाल सकूं लेकिन मैंने सब कुछ धीरे-धीरे करना ही ठीक समझा ताकि उसका विश्वास मुझ पर बना रहे.

कई मिनट तक ऐसे ही किस करने के बाद वह बोली- संजय, मेरे पति मुझे संतुष्ट नहीं कर पाते.

मैंने कहा- तो क्या हुआ, मैं हूँ न. मुझे अपना पति मान सकती हो तुम.

कहकर मैंने उसकी नाइटी को निकलवा दिया और अब वह मेरे सामने ब्रा और पैंटी में खड़ी थी. उसके बदन को देखकर मेरी हवस जाग गई. मैंने उसकी ब्रा को किस किया और फिर उसकी गर्दन पर चूमने लगा. वह भी गर्म होने लगी. उसने मुझे अपने से लिपटा लिया और मुझे बांहों में लेकर मेरी गर्दन पर किस करने लगी.

उसके बाद मैंने उसको पलटा कर उसकी ब्रा के हुक खोल दिये और उसकी ब्रा को निकाल कर बेड पर फेंक दिया. उसके लम्बे बाल उसकी कमर पर बिखरे हुए थे. पीछे से उसकी कमर नंगी हो गई थी. उसकी गोरी, नंगी पीठ, जो काले बालों के नीचे ढकी हुई थी, को देख लग रहा था जैसे किसी फिल्म की हिरोइन हॉट सीन देने के लिए तैयार खड़ी हो.

मैंने उसको अपनी तरफ घुमाया और उसके चूचों को देखते ही मैं उन पर टूट पड़ा. मैंने उसके चूचों को सीधा मुंह में भर लिया और उसकी गांड को दबाते हुए मैं उसके चूचों को चूसने लगा. बहुत मजा आ रहा था दोस्तो. वह खूबसूरत तो थी ही, साथ ही उसका बदन भी सुडौल था.

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मेरा लंड मेरी पैंट में तन कर फटने को हो रहा था. जब मैंने नीचे झांक कर देखा तो मेरे लंड ने मेरी पैंट पर पानी का निशान बना दिया था. मैंने उस लेडी को नीचे बैठा दिया और वह घुटनों पर मेरे सामने बैठ गई. मैंने अपनी पैंट को खोल दिया और अंडरवियर समेत उसको नीचे गिरा दिया. मेरा लौड़ा तन कर उसके मुंह के सामने आ गया.

वह भी समझ गई कि मैं उसको अपना लंड चुसवाना चाहता हूँ. उसने मेरे लंड को हाथ में लिया तो मेरी आह्ह … निकल गई. बड़े ही नर्म हाथ थे उसके. फिर उसने एक दो बार मेरे लंड की मुट्ठ मारी और उसको मुंह में लेकर चूसने लगी. उसके मुंह में लंड गया तो मुझे बहुत ही ज्यादा उत्तेजना होने लगी. मैंने उसके सिर को हल्के से पकड़ कर अपने लंड को उसके मुंह में धीरे-धीरे अंदर बाहर करना शुरू कर दिया.

वह पूरी तबियत के साथ मेरे लंड को चूस रही थी. बीच-बीच में वह मेरी गोलियों को किस कर लेती थी और कभी पूरी की पूरी मुंह में भर लेती थी. वह मुझे पागल बना रही थी. मेरा जोश बढ़ता ही जा रहा था.

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