mast chudai kahani Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/mast-chudai-kahani/ Hindipornstories.org Thu, 17 Mar 2022 10:04:48 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 नेहा की कुंवारी चूत https://sexstories.one/neha-ki-kunwari-choot/ Thu, 17 Mar 2022 10:04:48 +0000 https://sexstories.one/?p=5164 मैंने उसके मम्मे चूसने शुरू किए और वो बिल्कुल गर्म हो गई थी, उससे खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था और वो मेरी बाँहों में झूलने लगी, मैंने उसे उठा कर बेड पर लिटा लिया...

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Kunwari Choot ki Chudai ki kahani – दोस्तो, मेरी जिन्दगी में भी ऐसा एक मौका आया जब मैंने बारहवीं कक्षा की पढ़ाई के लिए स्कूल जाना शुरू किया था। मेरे स्कूल का रास्ता एक ऐसी कालोनी से होकर गुजरता था जहाँ पर जयादातर लोग व्यापारी थे, उन घरों में आदमी सुबह जल्दी दुकानों पर चले जाते थे और देर शाम तक घर आते थे।

स्कूल से आते समय एक घर की खिड़की में एक लड़की अक्सर बैठी दिखाई देती, शुरू शुरू में तो ज्यादा ध्यान नहीं दिया पर कुछ ही दिनों में ऐसा लगने लगा कि वो भी मुझे देख कर मुस्कुरा देती है और नीचे देखने लगती है।

मुझे बहुत मज़ा आने लगा और यह हर रोज़ का काम हो गया, हम एक-दूसरे को देख कर मुस्कुराते, हाथ से इशारा करते और मैं अपने घर आ जाता।

एक दिन वो मुझे बैठी नहीं दिखाई दी तो मेरे मन जैसे बेचैन हो गया और दिल में बुरे बुरे ख्याल आने लगे कि कहीं किसी ने हम दोनों को इशारे करते हुए देख तो नहीं लिया और मैं अचानक उसके घर के सामने खड़ा हो गया कि शायद वो अभी आ जाएगी।

मैं लगभग आधा घंटा खड़ा रहा, पर वो नहीं आई।

उस रात मुझे नींद नहीं आई, सोचा कि चलो कल मुलाकात हो जाएगी, पर वो अगले दिन भी नहीं दिखाई दी तो दिल में एक दर्द सा का एहसास हुआ।

पर मेरी भी लाचारी थी और मैं घर आ गया।

कहते हैं सबर का फल मीठा होता है और मुझे भी शायद मीठा फल ही मिलना था।

अगले दिन मैं बुझे मन से स्कूल से आ रहा था कि वो मुझे उसे खिड़की में बैठी दिखाई दी, उसने मुझे देखा पर उसके देखने में वो चमक नहीं थी, बस हल्के से मुस्कुराई और उठ कर चली गई।

मेरा मन जैसे तड़प उठा क्यूंकि मुझे ऐसा लग रहा था कि कुछ न कुछ बात जरूर है पर मैं उससे पूछ नहीं सकता था।

खैर अगले दिन वो बैठी दिखाई दी, मैं भी थोड़ा दूर खड़ा हो गया और उसे मिलने का इशारा किया, वो भी जैसे तैयार बैठी थी, उसने खिड़की से नीचे एक कागज़ फेंका और अन्दर चली गई।

मैंने भाग कर वो उठाया और तेज़ कदमों से अपने घर आ गया और वो कागज़ खोल कर पढ़ा तो जैसे मुझे तो जैसे भगवान् मिल गया हो, उसमें उसने अपना मोबाइल नंबर लिखा था और बताया था कि रात को दस बजे के बाद ब्लैंक मेसेज कर देना, अगर मेरा जवाब आ गया तो हम चैट करेंगे।

मैं तो बस दस बजने का इंतज़ार करने लगा, और ठीक दसे बजे उसे ब्लैंक मेसेज कर दिया।

मेरा दिल जोर जोर से धड़कने लगा पर दो तीन मिनट के बाद एक मेसेज आया जिसमें उसने अपना नाम लिखा था और मेरा पूछा था। दोस्तो, हमारा बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया था और हम दोनों देर रात तक मेसेज से बात करते और सो जाते।

बातों में हम बहुत खुल गए थे और सेक्सी बातें भी करने लगे थे। उससे बात करके मुझे ऐसा लगता था कि जैसे वो सेक्स के लिए उतावली है, शायद उसने ब्ल्यू फिल्में देख रखी हैं…

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दोस्तो, मैं बता दूँ कि उसका नाम मेघा था और वो भी बारहवीं कक्षा की छात्रा थी पर उसका स्कूल अलग था।

उसने बताया कि उसके मम्मी पापा दोनों काम से बाहर जाते हैं पर मम्मी जल्दी आ जाती हैं। शनिवार के दिन मम्मी लेट आती हैं क्यूँकि उनको घर का सामान लेन के लिए मार्किट जाना पड़ता है।

हमने शनिवार को मिलने का प्रोग्राम बनाया, देखते देखते शनिवार भी आ गया और मैं स्कूल से थोड़ा जल्दी आ गया क्यूंकि मुझे मेघा के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना था, वो भी जैसे बेसबरी से मेरा इंतज़ार कर रही थी, उसने इशारा किया और मैं सीधा ऊपर चला गया, उसने दरवाजा खोल के रखा था, मैं सीधा अन्दर गया और दरवाज़ा बंद कर दिया।

उसने मुझे सोफे पैर बैठने का इशारा किया पर मुझे सबर कहाँ था, मैंने उसका हाथ पकड़ा और अपने सीने से लगा लिया और उसे चूमने लगा।

उसने कहा- सांस तो ले लो!

पर मुझे तो जैसे होश ही नहीं था, मैं उसे दीवानों की तरह चूमे जा रहा था, मेरे हाथ उसके मम्मे दबाने लगे थे और मेरा लंड खड़ा हो चुका था, उसे शायद मेरा लंड चुभने लगा था, वो थोड़ा पीछे हुई तो मैंने उसे जोर से अपने से सटा लिया और जोर से उसके मम्मे दबाने लगा।

उसके होटों को तो जैसे मैं खा जाना चाहता था, बहुत रस भरी थी मेघा!

अब तक मेघा भी गरम होने लगी थी और मेरा साथ देने लगी, उसका हाथ मेरी पैंट पर गया और उसने मेरा लंड बाहर निकाल लिया और उसे हिलाने लगी।

लंड पकड़ कर तो वो और भी मस्त हो गई थी उसके मुख से सिसकारी निकलने लगी थी, मैंने आपना लंड उसके नरम होंटों पर लगाया तो पूरा लंड अपने मुंह में ले गई और जोर से चूसने लगी।

इतने में मैंने उसकी शर्ट के बटन खोल दिए थे और स्कर्ट उतार दी थी, वो सिर्फ ब्रा और पेंटी में मेरे मेरा लंड चूस रही थी। मैंने उसकी ब्रा खोल कर उतार दी।

यारो, इतनी मस्त लड़की मैंने पहली बार देखी थी, और सही तो यह है कि इस हालत में लड़की ही पहली बार देखी थी।

मैंने उसके मम्मे चूसने शुरू किए और वो बिल्कुल गर्म हो गई थी, उससे खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था और वो मेरी बाँहों में झूलने लगी, मैंने उसे उठा कर बेड पर लिटा लिया और उसके ऊपर आकर उसका नंगा बदन चूमने लगा।

दोस्तो, वो मुझे ऐसे लग रही थी जैसे माखन में मिसरी मिली हो, उतनी ही चिकनी और उतनी ही मीठी… मैंने उसकी पेंटी में हाथ डाला और उसकी चूत को ऊपर से सहलाने लगा।

वो जैसे मचल उठी और बेकाबू हो कर मुझसे लिपट गई, उसकी चूत बहुत भीगी हुई थी, मैंने उसकी पेंटी उतार दी और अपने होंठ उसकी भीगी चूत पर रख दिए, उसकी चूत की खुशबू से मैं भी दीवाना हो गया था, बस अब रुका नहीं जा रहा था और मैं अपना लंड उसकी कुंवारी चूत में डालना चाहता था।

वो बहुत मस्त हो रही थी पर शायद चुदाई से डर रही थी।

मैंने उसके कान में कहा- डरो नहीं, इसमें बहुत मज़ा है।

मेरे कहने पर वो मान गई, मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और जोर से धक्का दिया, वो चिल्लाने लगी और चूत से लंड बाहर निकालने की कोशिश करने लगी, पर मुझे पर तो जैसे काम सवार था मैंने उसे जोर से पकड़े रखा और अपना लंड उसकी चूत से निकलने नहीं दिया बल्कि उस पर लेट कर उसके मम्मे चूसने और दबाने लगा।

वो कुछ देर में ही अपना दर्द भूल कर मेरा साथ देने लगी, मैंने भी मौका देखा और उसकी चूत में अपना लंड अन्दर बाहर करने लगा, वो भी अपने चूतड़ उठा कर चुदाई में साथ देना लगी, पूरा कमरा उसकी सिसकारियों से गूंजने लगा।

दस मिनट के बाद मैंने अपना लंड निकाल लिया और उसके नरम नरम पेट पर अपना वीर्य गिरा दिया।

कुछ देर बाद उसने मुझे बताया कि थोड़ी देर में ही उसकी मम्मी आ जाएगी तो मुझे अब जाना चाहिए।

मन तो नहीं कर रहा था लेकिन मज़बूरी थी और मैं वहाँ से अपने घर आ गया, उसके बाद तो जैसे हर शनिवार को हम हनीमून मनाने लगे। उसने बताया कि उसके चाचा की लड़की भी छुट्टियों में आ जाएगी..

दोस्तो आगे की बात अगली कहानी में!

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कोमल की चुदने की सज़ा https://sexstories.one/komal-ko-chudne-ki-saja/ Wed, 13 Oct 2021 07:55:15 +0000 https://sexstories.one/?p=2992 उसकी चूत बेहद टाइट थी.. कुँवारी जो थी.. उसकी चूत से खून निकल रहा था.. समीर ने लिंग बाहर निकाला और फुल स्पीड से और एक ज़टका दिया.. कोमल की सील तोड़ते हुए उसका लिंग कोमल के चूत की गहराई तक चला गया.. कोमल सिसक रही थी.. समीर अब धीरे धीरे अपनी कमर हिला हिला के कोमल को धक्का लगा रहा था. उसकी दोनो टाँगो को उसके नितंबो को सहला रहा था

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chudne ki story – समीर एक कॉलेज मे प्रोफेसर था उम्र 31साल स्मार्ट था. शादी को 2 साल हुए थे पर उसकी बीवी ज़्यादा खूबसूरत नही थी. इसलिय कॉलेज की कमसिन लड़कियो की जवानी लूटने की उसकी फॅंटेसी थी. कोमल फाइनल इयर मे पढ़ने वाली एक खूबसूरत लड़की थी. जो लास्ट 2 साल से कॉलेज का

ब्यूटी कॉंपिटेशन जीतती आ रही थी. हर लड़का उसका दीवाना था. वो चीज़ ही कुछ ऐसी थी. 5’6″ का कद.. फिगर 34-24-36. आँखे काली..लंबे बाल..और टाइट सलवार-कुर्ता पहनती थी. जिसकी वजह से उसके बोब्स और फ्लेशी थाइस का अंदाज़ा आता था. पर वो पढ़ाई मे ज़्यादा होशियार नही थी. सब के साथ घुल-मिल के रहती थी. समीर भी जब-जब उसे देखता मचल के रह जाता।

वो कमसिन 20 साल की कयामत थी पढ़ाते वक़्त वो साइड से जाकर उसकी टांगे बोब्स निहारता जब वो सामने होती तो जानबुझ कर पेन गिरा के उसे उठाने के लिए कहता और उसके झुकने के बाद उसके गोरे बोब्स देखता. एक दिन समीर ने अनाउन्स किया की 3 दिन बाद वो एग्जाम लेने वाला हे.. जिसका पेपर वो खुद सेट कर चुका हे.. जिसके मार्क्स फाइनल एग्जाम के मार्क्स मे जुडेगे. कोमल का वो सब्जेक्ट काफ़ी वीक था. कोमल के लिए समीर के टेस्ट मे पास होना बड़ा ज़रूरी था. इसलिय कोमल ने डिसाइड किया की वो समीर के कॅबिन से एग्जाम पेपर चुरा लेगी..

वो जानती थी की दोपहर 4 बजे समीर चाय पीने बाहर जाता हे और उस वक़्त कॅबिन के आस- पास भी कोई नही रहता.. तब वो पेपर चुरा सकती हे..और वो ये भी जानती थी की समीर अलमारी की चाबिया कहा रखता हे.. अगले दिन 4 बजे पहले ही वो समीर पर ध्यान दे रही थी.. समीर जैसे ही कॅबिन से बाहर गया..वो चुपके से कॅबिन मे घुस गयी.. उसने कपबोर्ड की चाबी ड्रॉर से निकाली और पेपर बाहर निकाल के अपने मोबाइल मे पेपर के फोटो लेने लगी. वापस पेपर अलमारी मे कर लॉक किया और चाबी रखने के लिए पीछे मूडी तभी एकदम से उसके होश ही उड गये। पीछे समीर उसकी सारी हरकते न की सिर्फ़ देख रहा था बलकी अपने मोबाइल मे रेकॉर्ड भी कर रहा था।

desi kahani जेठालाल और आयुषी का धमाल सेक्स

समीर एकदम भड़क गया था.. उसने कहा..” अच्च्छा !! तो अब चोरी करके के पास होगी तुम? में तुम्हारी कंप्लेंट अभी प्रिन्सिपल से करता हूँ..सबूत भी हे.. फिर वो तुम्हे निकाल देंगे.. कही भी एड्मिशन नही मिलेगा..” कोमल रोने लगी.. गिड़गिडाने लगी.. सर माफ़ कर दीजिए.. दोबारा यह ग़लती नही होगी.. कह के समीर के पैर पकड़ लिए.. तभी समीर की नज़र उपर से उसके बोब्स की और चली गयी.. समीर ने सोचा.. इस से अच्छा कौनसा मौका मिलेगा.. इस हसीन कली को चोदने का.. वो मन ही मन मुस्कुराया..और बोला..नही..सज़ा तो तुम्हे मिलेगी ही..कोमल फिर रोने लगी.. सर ऐसा मत कीजिए… मेरी लाइफ खराब हो जाएगी मेरे पेरेंट्स भी मुझसे नाराज़ हो जाएँगे.. सर ” समीर बोला ठीक हे.. में तुम्हारी कंप्लेंट प्रिन्सिपल से नही करूँगा.. पर उसके बदले मुझे क्या मिलेगा?

कोमल स्माइल कर के बोली..” सर!” उसके बदले जो आप कहेंगे..में करूँगी.. किसी को मेरे चोरी के बारे मे मत बताना.. समीर ने उसके शोल्डर्स को पकड़ के उठाते हुए कहा.. तो फिर ठीक हे.. अपनी यह खूबसूरत जवानी मेरे नाम कर दो.. यह सुन कर वो एकदम से पीछे हट गयी..बोली..” सर यह आप क्या कह रहे है? नही! बिल्कुल नही…ऐसा नही हो सकता..” और वो कॅबिन से बाहर जाने लगी.. समीर बोला ठीक हे.. में ज़बरदस्ती नही करूंगा पर तुम जैसे ही कॅबिन से बाहर जाओगी में प्रिन्सिपल के ऑफीस जाकर यह कारनामा दिखा दूँगा.. फिर तुम कॉलेज से निकाली जाओगी.. तुम्हारे दोस्त तुम्हे ताने मारेंगे..तुम्हारे माता पिता तुम्हारे वजह से शर्म महसूस करेगे.. या फिर मेरी बात मानो..तो सब कुछ पहले जैसा ही रहेगा..बस यह बात हम दोनो के बीच ही रहेगी.. और में तुम्हे पेपर की कॉपी भी दे दूँगा.. फ़ैसला तुम्हारा.. या तो कॅबिन से बाहर जाओ.. या तो कॅबिन का दरवाजा बंद कर के मेरी और आ जाओ.. कोमल थोड़ी देर गुम-सूम सी खड़ी रह सोचती रही.. दो आँसू पलकों से गाल पर आ गये.. और उसने कॅबिन का दरवाज़ा बंद कर दिया.. और समीर की तरफ आ गयी।

समीर का हथियार पूरा खड़ा हो चुका था समीर ने कोमल की कमर मे हाथ डाल कर अपनी तरफ खिच लिया…कोमल की धड़कने ग़ज़ब की तेज हो चुकी थी.. वो धीरे धीरे सिसक रही थी.. अब वो समीर की बाहो मे नज़रे झुकाए खड़ी थी..समीर ने कोमल के सिर को उपर उठाया. और कहा जान मत घबराओ.. में तुम्हे चाँद की सैर करा दूँगा.. तुम ज़िंदगी भर नही भूलोगी. में अभी आया. समीर कही 2 मिनिट के लिए जाकर वापस आ गया. कोमल की आँखे आँसू से तो समीर की हवस से पूरी भर चुकी थी.. समीर ने लौटते ही कोमल की कमर मे हाथ डाल अपनी और खिच लिया।

और उसके नितंबो पर दोनो हथेली रख कर गालो पर किस करते हुए बोला जान अब तक तुमने मुझे बहोत तडपाया हे आज तेरे खूबसूरती का रस पी कर रहूँगा..कोमल बस खड़ी थी..समीर ने कोमल की बाहे अपने गले मे डाल दी..और उसका दुपट्टा निकाल फेक दिया. उसके टाइट कुर्ती मे से उसके बोब्स का शेप आसानी से दिख रहा था. अब समीर का हथियार पेंट मे समा ही नही रहा था. उसने कोमल के चेहरे को निहारा. बला की खूबसूरती झलक रही थी. उसकी जुल्फ चेहरे पर लटक रही थी.. आँसू बह रहे थे।

समीर ने उसके आँसू पीते हुए कहा रो मत जान. समीर ने कोमल के लाल होंठो पर अपने होंठ रख दिए और कभी उपर के लीप को होंठो के बीच ले चूमा. कभी नीचे के लीप को..कोमल ने आँखे बंद कर ली थी.. उसी दरमियाँ वो कोमल के गोलाकार नितंबो को उसकी सलवार पर से ही सहला रहा था, कभी मसल रहा था. उसका पूरा बदन इतना सॉफ्ट था.. समीर ज़्यादा टाइम वेस्ट नही करना चाहता था. 2-3 मिनिट के बाद वो कोमल के गर्दन, कानो पर किस करने लगा, एक हाथ से बोब्स तो दूसरे से उसकी ज़ुल्फो को सहलाने लगा. समीर ने रुक कर अपनी शर्ट और बनियान उतार दी।

समीर फिर से किस करते हुए गले से नीचे आने लगा सीने तक आते ही उसने अपने दोनो हाथो से कोमल के बोब्स को कस के पकड़ लिया..और कहा कोमल तुम तो कामदेवी हो..उसने टेबल से सारा सामान नीचे गिरा दिया..और टेबल पर बैठ गया..कोमल को खिच के उसने अपने पैरो को कोमल के पीछे से क्रॉस कर के लॉक किए..और उसके बोब्स को दोनों हाथो से मसलने लगा… कोमल के मुहं से आवाज़ निकल गइ..” उयईईई माआ….” पर समीर को कोई परवाह नही थी..समीर के कॅबिन से आवाज़ बाहर जा नही सकती थी.. उसने पीछे हाथ डाल ज़िप को धीरे धीरे नीचे खिच लिया..और कंधे से कुर्ती नीचे खिच खिच के कमर तक उतार दी।

पिंक टाइट ब्रा मे कोमल के बोब्स ज़ोर-ज़ोर से उपर नीचे हो रहे थे वो बोब्स को ब्रा के उपर से ही सहलाने लगा और उसकी क्लीवेज पर किस करने लगा.. कोमल ने अपनी उंगलिया समीर के बालो मे फसा दी..और एग्ज़ाइट्मेंट की वजह से उपर मुहं कर दिया.. समीर ने नीचे से कोमल की सलवार भी ढीली कर दी।

कुर्ती और सलवार दोनो पैरो तक उतार दी. अब कोमल बस दो कपड़ो मे थी.. मानो कोई मॉडल बिकनी मे पोज़ दे रही हो.. उसकी पिंक पेंटी बड़ी स्टाइलिश थी. समीर ने नीचे उतार कर अपनी पेंट उतार दी.. उसका हथियार उच्छल उच्छल कर बाहर आने की कोशिश कर रहा था।

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उसने कोमल को टेबल से सटा दिया और उसकी ब्रा के हुक को एक ज़टके मे खोल कर ब्रा उतार फेक दी उसके वाइटिश बोब्स और एरेक्ट पिंक निपल्स कमाल थे..उसने लेफ्ट वाला निप्पल चूसना स्टार्ट किया और राईट वाले निप्पल को भी मसलना चालू किया.. कोमल..उफफफ्फ़..ब्सस्सस्स सीईईइइर्ररर.. कर रही थी. पर समीर कहा रुकने वाला था.. फिर उसने एक हाथ से उस की नाज़ुक कमर और नेवेल को सहलाना चालू किया..कोमल गुद-गुदी के कारण उच्छल रही थी.. समीर ने अपनी जॉकी उतार दी.. उसका 6″सोल्जर पूरा अटेन्षन था..समीर ने कोमल को टेबल पर लेटा दिया फिर शोल्डर से लेकर दोनो तरफ से हाथ नीचे नीचे लेकर कमर को पकड़ लिया..और उसकी नेवेल पर किस करने लगा।

कोमल अपने नितंब उपर उठा रही थी..उसी का फ़ायदा उठाते हुए समीर ने कोमल की पेंटी उतार फेकि जब समीर ने कोमल की चूत देखी तो मचल उठा.. कोमल सॉफ लड़की थी…उसकी चूत बिल्कुल शेव्ड गोरी और 3 उंगलियो जितनी ब्रॉड थी. उसने कोमल के थाइस को सहलाते हुए.. किस करते करते उपर आने लगा..कोमल ने टेबल अपने नाखूनो से नोच रखा था… समीर ने टेबल के ड्रॉर मे कुछ तो टटोल के वासलीन की डिबिया बाहर निकाली.. वासलीन निकाल अपने लिंग पर पूरी मालिश की।

फिर कोमल के बाल ज़ोर से पकड़ के उसके होंठो पर किस किया तभी वासलीन कोमल के चूत पर लगा दिया.. बीच वाली उंगली से उसके चूत के अंदर तक.. वॅसलीन भर दिया..उसकी चूत गजब की सॉफ्ट थी..वो उसके लिप्स को तो कभी निपल्स को दातो से धीरे धीरे काट रहा था..और एक हाथ से अपने हथियार को सहला रहा था..अब उसका कंट्रोल ख़त्म हो गया.. वो कोमल के टाँगो के बीच खड़ा हो गया..उसने कोमल की टाँगो को अपनी कमर के उपर पीछे से लपेट लिया..उसकी कमर को पकड़ लिया।

और अपना पूरा तना लिंग कोमल की कुँवारी चूत पर रख दिया और उसके बोब्स को पूरा मुहं मे और एक ज़टके के साथ आधा लिंग चूत के अंदर डाल दिया.. कोमल के मुहं से ज़ोर की चीख निकल पड़ी…”मररररर गईिईईई…उयययययीीईई माआसा……”

उसकी चूत बेहद टाइट थी.. कुँवारी जो थी.. उसकी चूत से खून निकल रहा था.. समीर ने लिंग बाहर निकाला और फुल स्पीड से और एक ज़टका दिया.. कोमल की सील तोड़ते हुए उसका लिंग कोमल के चूत की गहराई तक चला गया.. कोमल सिसक रही थी.. समीर अब धीरे धीरे अपनी कमर हिला हिला के कोमल को धक्का लगा रहा था. उसकी दोनो टाँगो को उसके नितंबो को सहला रहा था, उसे किस कर रहा था. हर एक धक्के के साथ कोमल की पायल “चन्न” कर रही थी.. वो मीठी आवाज़ समीर को और उकसा रही थी.

समीर ने अपने गाड़ी फुल स्पीड मे दौड़नी चालू कर दी… कमरे मे बस “छनन्न…च्चनन्न…छनन्न” आवाज़ आने लगी. कोमल भी ज़ोर ज़ोर से आ…आह. कर रही थी. तभी 5 मिनिट मे कोमल झड़ गई. तभी “पचक पचक आवाज़ भी उसकी सेक्स शोर मे शामिल हो गयी.. समीर अब खुद टेबल पर लेट गया और कोमल को अपने उपर खिच के नीचे से अपनी कमर उठा उठा के कोमल को धक्के लगाने लगा।

थोड़ी देर बाद उसने वैसे ही कोमल को गोदी मे उठा कर खड़े खड़े ही धक्के देना शुरू कर दिया उसने अपनि स्पीड बहोत तेज कर दी… और आख़िर झड़ गया… उसका वीर्य का फव्वारो से कोमल की चूत भर के बहने लगी…वो थक के कोमल के उपर गिर गया. दोनो साँसे भरते भरते पडे रहे… फिर समीर कही चला गया और मोबाइल लिए वापस आ गया.. तभी कोमल अपनी पेंटी..ब्रा पहन रही थी.. समीर ने कोमल को मोबाइल दिखाया.. उन दोनो का सेक्स प्रोग्राम पूरा रेकॉर्ड हो गया था. कोमल तो हक्की– बक्की रह गई।

उसने कहा सिर अब तो जो आप को चाहिए था वो मिल गया अब ये क्यू? डेलीट कर दीजिए समीर ने कहा जान तू एक बार चोदने की नही…रोज़ रोज़ चोदने वाली चीज़ हे… अब जा…कल इसी टाइम यहा आ जाना..खूब मज़ा करेंगे…. अगर नही आई तो यह वीडियो क्लिप.. कॉलेज के हर स्टूडेंट के मोबाइल मे नज़र आएगी. उसके बाद लगभग हर रोज़ समीर कोमल को चोदता रहा.. कभी कॉलेज, तो कभी अपने फार्म हाउस पर.. कुछ दिन बाद कोमल की शादी हो गई.. पर अब भी जब वो मायके आती हे.. समीर उसे बुला कर चोद देता हे.. क्युकी वो क्लिप वो उसके पति को भी दिखा सकता हे ना

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मॉल में मिली पल्लवी भाभी https://sexstories.one/meri-bhabhi-ko-chod-daala/ Thu, 31 Dec 2020 19:17:48 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%ae%e0%a5%89%e0%a4%b2-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a4%b5%e0%a5%80-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%ad%e0%a5%80/ हेल्लो दोस्तों कैसे है आप लोग मुझे आशा है की आप लोग ठीक ही होंगे | अज मैं आप लोगों के लिए बहुत ही मस्त कहानी लेकर आया हूँ | ये मेरी पहली और सच्ची ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हेल्लो दोस्तों कैसे है आप लोग मुझे आशा है की आप लोग ठीक ही होंगे | अज मैं आप लोगों के लिए बहुत ही मस्त कहानी लेकर आया हूँ | ये मेरी पहली और सच्ची कहानी है जो की मेरी जीवन की एक हसीन घटना पर आधारित है | मेरा नाम अमर है और मैं पटना का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 23 साल है और मैं काफी हैण्डसम भी हूँ | अब मैं आप सब को ज्यादा इन्तजार ना करवाकर सीधे कहानी पर ले चलता हूँ | bhabhi ko chod daala

ये कहानी कुछ दिन पहले की है जब मेरे एक दोस्त जा जन्मदिन था | उसके जनम दिन की पार्टी मनाने के लिए हम कुछ दोस्त एक माल में पहुंचे | हम सभी मिलकर पांच लोग थे हम सभी लोग मिलकर मस्ती कर रहे थे | मैं और मेरा दोस्त कमलेश हम दोनों आर्डर बोलने के लिए काउंटर की लाइन में पहुंचे हम दोनों वहां पहुंचे ही थे की एक भाभी वहां से काफी लेकर मुड़ी और मुझसे आकर टकरा गयी | उनकी साड़ी काफी मेरी शर्ट पर गिर गयी पहले तो मुझे बहुत गुस्सा आया पर वो सॉरी बोलने लगी | मैंने उनको जैसे ही देखा मेरा सारा गुस्सा शांत हो गया क्यूंकि वो थी इतनी खूबसूरत | उन्होंने मुझसे कहा सॉरी आपकी पूरी शर्ट मेरी वजह से खराब हो गयी चलो मैं आपको नयी शर्ट दिला देती हूँ | मैंने कहा कोई बात नहीं है मैं ले लूँगा पर वो नहीं मानी उन्होंने कहा नहीं अगर आप शर्ट नहीं लेंगे तो मैं समझूंगी की आपने मुझे माफ़ नहीं किया | मैंने कहा कोई बात नहीं मैंने आपको माफ़ कर दिया |

पर वो जिद करने लगी और कहने लगी की आपको शर्ट लेनी ही पड़ेगी | bhabhi ko chod daala

जब वो बहुत कहने लगी तो मुझे उनकी बात माननी पड़ी मैंने कमलेश से कहा की तू आर्डर देकर चल मैं अभी आता हूँ | फिर मैं उनके साथ एक एक शॉप पे पहुंचा और शर्ट देखने लगा मैंने उनसे कहा की आप मेरी कुछ मदद कीजिये | तो उन्होंने एक शर्ट सेलेक्ट की और मुझे देते हुए उन्होंने कहा की ये अच्छी है और आप पर और भी अच्छी लगेगी | मैंने चेंजिंग रूम में जाकर उसको पहना और बहार निकला वो शर्ट मुझपर सच में बहुत अच्छी लग रही थी |

मैंने उनको धन्यवाद बोला तो वो मुझसे कहने लगी की वो क्यूँ | bhabhi ko chod daala

तो मैंने उनसे कहा की आपकी पसंद बहुत ही अच्छी है इसीलिए | फिर उन्होंने जाकर उस शर्ट के पैसे दिए फिर मैंने उनसे पुछा की आप अकेली आई हो | तो उन्होंने कहा हाँ मैं अकेले ही आई हूँ | मैंने सोंचा क्यूँ न मैं इनको पटा लूं | फिर मैंने उनकी तारीफ करते हुए उनसे कहा की आप बहुत ही खूबसूरत है | तो वो शर्मा गयी और कहने लगी की तुम भी ना | मैंने उनसे पूछा आपका नाम क्या है | उन्होंने अपना नाम पल्लवी बताया | मैंने कहा की आपका नाम भी आपकी तरह बहुत अच्छा है | फिर उन्होंने मेरा नाम पुछा |

मैंने अपना नाम उनको बताया | bhabhi ko chod daala

वो मुझसे पूछने लगी की तुम यहाँ मॉल में क्या करने आये हो तो मैंने उनको बताया की मेरे एक दोस्त का जन्मदिन है और हम सब मिलकर उसका जन्म दिन मनाने आये है | मैंने उनसे कहा की अगर आप चाहे तो हम लोगो को ज्वाइन कर सकती है | उन्होंने कहा नहीं मैं क्या करूंगी आप लोगो के साथ में | मैंने कहा की पार्टी करना और क्या | फिर उन्होंने कहा की अरे तुम्हारे दोस्तों को अच्छा नहीं लगेगा | मैंने कहा की अगर आप चलेंगी तो वो सब और खुश हो जायेंगे |

उन्होंने कहा चलो तुम इतना कह रहे हो तो मैं मना भी नहीं कर सकती | bhabhi ko chod daala

फिर उसने कहा की चलो तुम्हारे दोस्त के लिए कुछ गिफ्ट खरीद लेते है | मैंने कहा की क्या जरूरत है आप ऐसे ही चलिए | पर वो कहने लगी नहीं तो फिर मैं नहीं जाउंगी | मैंने कहा चलो बाबा जैसी तुम्हारी मर्जी फिर उन्होंने एक बहुत ही महंगी घडी खरीदी | मैं मन में सोंच रहा था की भाभी के पास बहुत पैसा है | वो सच में बहुत अमीर घर की लग भी रही थी |

फिर हम दोनों मेरे दोस्तों के पास पहुंचे मैंने उनको अपने सभी दोस्तों से मिलवाया | उन्होंने कमलेश को वो घडी गिफ्ट की और उसको जन्मदिन की मुबारकबाद दी फिर हम सभी लोग बैठ कर बातें करने लगी हमने मिलकर खूब मस्ती की हम लोग लगभग 4 घंटे तक वहां रुके फिर उन्होंने मुझसे कहा की अच्छा अब मैं चलती हूँ मुझे देर हो रही है | मैंने कहा ठीक है फिर मैं उनको बाहर तक छोड़ने गया | उन्होंने मुझसे मेरा नंबर माँगा और अपना नंबर मुझको दे दिया | जाते समय उन्होंने मुझे एक बहुत ही प्यारी सी स्माइल दी फिर वो चली गयी |

मैं अपने दोस्तों के पास वापस गया फिर हम लोग भी चले आये | bhabhi ko chod daala

मैंने शाम को उनके नंबर पर मैसेज किया पर उन्होंने कोई भी उतार नहीं दिया | फिर थोड़ी देर बाद मेरे फोन की घंटी बजी मैं तो ख़ुशी से उछल पड़ा | मैंने सोंचा नहीं था की वो सीधे कॉल करेंगी | हम दोनों आपस में बातें करने लगे उन्होंने मुझसे कहा की आज मुझे बहुत अच्छा लगा तुम लोगों के साथ समय बिताकर मैंने उनसे कहा की मुझे भी बहुत अच्छा लगा फिर हम दोनों इधर-उधर की बातें करने लगे | उन्होंने मुझसे बताया की उनके पति बिजनेस करते है और बहुत ही कम घर आते है | उन्होंने बताया की वो अपने फ़्लैट पर सिर्फ अकेली ही रहती है |

Ladki ki chudai

हम दोनों को बातें करते कब दो घंटे हो गए हमको पता भी नहीं चला | उस दिन के बाद हम रोज फोन पर बातें करने लगे | एक दिन उन्होंने मुझे डिनर के लिए निमंत्रण दिया | मैंने कहा ठीक है पर मैं आपका घर तो जानता नहीं हूँ उन्होंने कहा तुम मुझे वही मॉल में मिलना मैं तुमको वही से पिक कर लूंगी मैंने कहा ठीक है | अगले दिन मैं शाम को मॉल पहुंचा मैं खड़ा उनका इन्तजार करने लगा | थोड़ी देर बाद मेरे सामने एक चार आकर रुकी | उसमे पल्लवी भाभी ही थी और वो ही गाडी चला रही थी | उन्होंने मुझसे बैठने को कहा मैं जाकर उनकी गाडी में बैठ गया | वो क्या कमाल लग रही थी उन्होंने नीले रंग की साडी पहन रखी थी | मैंने उनसे कहा की आज आप बहुत ही खूबसूरत लग रही है | उन्होंने मुझे एक प्यारी सी स्माइल दी और थैंक्स कहा | फिर हम दोनों उनके घर पहुंचे | वो मेरे लिए कॉफ़ी बना कर लायी फिर हम दोनों ने बैठकर काफी पी |

हम दोनों बैठकर बातें करने लगे मैं उनकी तारीफे किये जा रहा था | bhabhi ko chod daala

वो मेरे पास आकर बैठ गयी और मुझसे कहने लगी अमर मुझे तुमसे प्यार हो गया है | मैं तो उनकी बात सुनकर बहुत खुश हुआ मैंने कहा की आप भी मुझे बहुत पसंद है | फिर वो मेरे और करीब आ गयी और मुझे किस करने लगी | मैं भी उनको किस किये जा रहा था | मैंने उनके ब्लाउस में हाँथ डाल दिया और उनके बूब्स को सहलाने लगा वो गरम होने लगी थी | मैंने उनकी साडी निकाल दी और उनको सोफे पे लिटा दिया और उनके पूरे बदन को चूमने लगा | वो मदहोश हुए जा रही थी मैंने उनका बब्लाउस निकाल दिया और उनके ब्रा को खोलकर उनके बूब्स से खेलने लगा | उनके बूब्स बहुत ही मस्त थे एकदम कसे हुए | मैंने उनके उनके निपल्स को अपने मुहँ में ले लिया और उनकी चूचियों को चूसने लगा |

वो मादक सिसकियाँ निकाल रही थी फिर मैंने उनके पेटीकोट का नाडा खोल दिया और उनकी चूत को पैंटी के ऊपर से ही सहलाने लगा उनकी चूत गीली हो चुकी थी | मैंने उनकी पैंटी को निकाल दिया क्या गुलाबी चूत थी | उन्होंने आज ही शेव किया था जिसके कारण उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं था | मैं उनकी चूत को सहलाने लगा और फिर मैंने उनकी चूत को चाटना सुरु किया | पर उन्होंने मुझे ज्यादा देर चूत नहीं चाटने दी | उन्होंने मुझसे कहा की चलो बेडरूम में चलते है | हम दोनों उनके बेडरूम में पहुंचे उन्होंने मेरे कपडे निकाल दिए और मुझे बिलकुल नंगा कर दिया |

मेरे फूले हुए लंड को देखकर वो बहुत खुश हुई उन्होंने मुझसे कहा की मेरे जान तेरा लंड तो मेरे पति से भी मस्त है | मैंने कहा डार्लिंग आज से ये तुम्हारा है जो मर्जी में आये करो | फिर उन्होंने मेरे लंड को चुसना सुरु किया वो मेरे लंड को बहुत ही अच्छी तरह से चूस रही थी | मैं उनके मुहँ को धीरे-धीरे चोदने लगा और उनके मुहँ में ही झड गया | उन्होंने मेरा सारा माल पी लिया और मेरे लंड को चाटकर साफ़ करने लगी |

उन्होंने मेरे लंड को चूसकर फिर खड़ा कर दिया | bhabhi ko chod daala

मैंने उनकी दोनों टांगो को फैलाया और उनकी चूत पर अपना लंड रगड़ने लगा | वो बहुत ही गरम हो चुकी थी उन्होंने मुझसे कहा की आब डाल भी दो अमर मेरी जान कब तक तडपाओगे मुझे | फिर मैंने एज झटके में पूरा लंड उनकी चूत में पेल दिया उनके मुहँ से आह की आवाज़ निकली | मैं उनको किस करने लगा और उनकी चुदाई करने लगा | 20 मिनट की चुदाई के बाद वो झड गयी और थोड़ी देर बाद मैं भी झड गया | मैंने सारा माल उनकी चूत में ही छोड़ दिया | हम दोनों कुछ देर ऐसे ही लेटे रहे फिर हम दोनों ने अपने कपडे पहने और खाना खाया | फिर मैंने कहा की मैं चलता हूँ पर उन्होंने मुझे नहीं आने दिया और उस रात मैंने उनकी चार बार चुदाई की वो मुझसे बहुत ही खुश थी |

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मकान मालकिन और किरायेदार की चुदाई https://sexstories.one/kiraydaar-ki-chudai/ Tue, 29 Dec 2020 11:03:51 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%ae%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%b0/ हेल्लो यार आज मेरा मूड थोडा ठीक नहीं है इसलिए मैं आज आपको कुछ बताना तो चाहता हूँ पर मुझे समझ नहीं आ रहा कहा से शुरू करूँ| मुझे तो आप जानते ही हैं मेरा ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हेल्लो यार आज मेरा मूड थोडा ठीक नहीं है इसलिए मैं आज आपको कुछ बताना तो चाहता हूँ पर मुझे समझ नहीं आ रहा कहा से शुरू करूँ| मुझे तो आप जानते ही हैं मेरा नाम है छुट्टन बड्डा और मैं आपके सामने हर बार कुछ नया पेश करता हूँ| पर आज पता नहीं मेरा दिमाग किसने घुमा दिया है शायद वो साली मकान मालकिन होगी जिसको देख के मेरा पूरा दिन बर्बाद हो जाता है | kiraydaar ki chudai

साली है ही काली बिल्ली जिसका भी रास्ता काट दे उसके रस्ते लग जाते हैं | मैंने कई बार देखा है अब कल की ही बात लेलो मैं इंटरव्यू देने जा रहा था पुलिस का और मेरा नाम नहीं आया | तो दोस्तों ऐसे लोगों से बचके रहो आप पता नहीं कहाँ आपका बुरा हो जाये | पर मुझे अपना काम तो करना ही है आपको कहानी तो सुनानी ही है इसलिए आपका मज़ा किरकिरा नहीं करूँगा और इस कहानी में आपको पूरा मज़ा दूंगा और आपको यह भी बताऊंगा कि साली मेरी मकान मालकिन दुहिया कितनी बड़ी चुदक्कड़ है और उसके पटरी से वो दिन में कितनी बार चुदती है |

कमीनी किराया समय पे चाहिए पर बंदोबस्त के नाम पे कुच्ग नहीं | kiraydaar ki chudai

इस की माकाचूत इसका पति भी बहुत बड़ा गांडू है मादरचोद | kiraydaar ki chudai

साला जैसे ही ठंड शुरू होती है नहाना बंद कर देता है | और तो और तीन महीने बाद मुझे कहेगा बेटा मेरे बाल सूंघो कही बदबू तो नहीं आ रही | मुझे मजबूरी में सूंघना पड़ता है और मैं उस दिन बेहोशी की हालत में घूमता हूँ | मुझे पता नहीं कितनी सजा और मिलना बाकी है | साला दोनों मियां बीवी लाखो की कमाई करते हैं हर महीने और एक पानी की टंकी नहीं लगा पाए इतने बड़े घर में | एक बेचारा ड्राईवर रहता है नीचे वो स्कूल की बस चलाता है और उसके घर में घुसी रहती है बुढिया और खाने के लिए भी उसी के घर से ले जाती है | अब आप बताओ इतनी कंजूसी ठीक है क्या | अब वो बेचारा कुछ बोल नहीं पाता क्यूंकि उसको दूध मिल जाता है फ्री का इसके घर से | पर मैं तो मुह पे बोलने वालों से हूँ क्यूंकि मुझे अगर कुछ गलत लगता है तो मैं उसे बर्दास्त नहीं कर पाता और उसके लिए कुछ भी कर सकता हूँ |

Kamuk kissa

तो दोस्तों ये तो हुयी बात मेरी अब बात होगी मेरी कहानी की | kiraydaar ki chudai

क्यूंकि अब मेरे बर्दाश्त करने की हद ख़तम हो चुकी है | अबमैं सीधा कहानी पे आता हूँ और आपको बताता हूँ कि आखिर हुआ क्या |

तो पहले बात करता हूँ मकान मालकिन की जो की चुदक्कड़ बुढिया है | गर्मी का समय था शायद माय का महीना था और उत्तर भारत में आप जानते हैं न कितनी गर्मी पड़ती है | अब मैं तो छत पे ही सो जाता था क्यूंकि मुझे बाहर सोना अच्छा लगता है और हवा भी लगती रहती है | पर उसके बाद मैंने सोचा क्यूँ न एक दिन मैं छत पर ही दारु पियून और मुर्गा खाऊ | वो घर पंडितों का है और मुझे तो सब खंडित करना ही आता है | अब मैं लाया एक पेटी बियर वो भी बिलकुल ठंडी और उसको रख लिया अपने पास बक्से में बर्फ डालके | मुझे लगा कि मैं सुबह तक पियूँगा तो मुझे एक पेटी और लानी चाहिए | इसलिए मैं जल्दी गया क्यूंकि दस बजने वाले थे और दूकान तब तक बंद हो जाती है | इसलिए मैं भागके गया और एक पेटी बियर और ले आया |

अब मेरे पास दो किलो तंदूरी मुर्गा बियर और चखना सब कुछ था | kiraydaar ki chudai

मैं आराम से छत पे बैठा और दारु पीने लगा और दो बूतले ख़तम ही हुयी थी कि वो ड्राईवर आ गया | वो मुझे बहुत मानता है इसलिए मैंने कहा आओ रामदास | वो मेरे बगल में बैठा और कहा भैया दारु पी रहे हैं हमने कहा ना इसको दारु न कहो ये बुरा मान जाएगी ये सोमरस है | इसको बियर कहो और इससे इश्क करो जनाब | फिर उसने कहा भैया आपको किसीने देख लिया तो दिक्कत हो जाएगी अन्दर जाके पीलो | मैंने कहा अरे मेरे भाई दारु अन्दर और डर बाहर | फिर मैंने कहा ले तू भी अपना डर निकाल बाहर | मैंने उसको एक बियर की बोतल पकड़ा दी और कहा ये मुर्गा है और ये चखना है जो खाना है खालो | उसने मुर्गे की एक टांग उठायी और कहा चलिए अब इसके साट पीते हैं | फिर हम लोग उस मकान मालकिन की बात करने लगे और उसने दो बोतल ख़त्म कर दी और मैंने चार | मुझे चढ़ गयी थी और उसको भी | उसने कहा भैया ये साला मकान मालिक हमको देख रहा है क्या |

मैंने कहा देख लेने दे इसकी माकाचूत क्या उखाड़ लेगा अपना | kiraydaar ki chudai

फिर हमलोगों ने बातें शुरू की और उसने मुझसे पुछा भैया ये नीचे वाली आपसे चुदती है न | मैंने कहा तुझे कैसे पता | तब उसने कहा भैया मुझे आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः की आवाज़े आती है | मैंने कहा नहीं मैंने उसको बस दो बार चोदा है बाकी तो उसका पटरी उसको रगड़ता रहता है | उसने कहा अच्छा पर आप उसको कैसे पटा लिए चोदने के लिए | मैंने कहा भाई मेरे मुझे उसको पटाने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी | बस उसके बेवडे पति को सहारा दिया और बंदी अपनी बाहों में | उसने कहा सच में अगर उस को हम सहारा देंगे तो हमसे भी चुदवा लेगी | मैंने कहा तू बियर पे ध्यान लगा और मुर्गा खा | अब उसकी 5 बोतल हो गयी थी और मेरी 8 और हम दोनों को मस्त नशा चढ़ चूका था | हमको पता था मकान मालिक ने हमको देख लिया है पर वो मादरचोद बस फ्री के बियर लेने आ गया मेरे पास और मैंने भी एक बोतल देके उसको भगा दिया | अब हम बात कर रहे थे नीचे वाली की चोट की और मैं रामदास को बता रहा था देख भाई उसकी चूत फट गयी है पर उसमे माल बहुत बनता है |

उसने कहा आप ने उसकी चूत चाटी है मैंने कहा हाँ चाटी है न पर साली चिल्लाती बहुत है | उसने कहा अच्छा जब आप उसकी चूत को चाटने लगते थे तब वो आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करती थी | उतने में मुझे एक बहुत जोर की की आवाज़ आई | “ए कुत्ता हमरी चूत फाड़ दे रे” आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः इतना सुनते ही मेरे हाथ से बियर की बोतल गिर गयी और रामदास भी चौंक गया | मैंने सोचा ये क्या हो गया | फिरमेरा नशा थोडा कम हुआ और मैंने गौर से देखा तो साली मकान मालकिन चुद रही थी |

वो साली खूब जोर से आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहःआआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करनेलगी थी |

अब मुझे थोडा सा जोश चढ़ा और मैंने गौर से देखा तो वो साली उसके लंड पे बैठ के खुले छत में आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः कर रही थी | सब देख रहे थे पर वो तो बेशरम थी | मुझे जोस्घ चड़ने लगा और मैंने भी नीचे वाली को बुलाया छत पे और कहा कल रे मेरा लंड चूस और मुझे मुठ मरवा | मैं नशे में था तो मेरा लंड खड़ा होने में टाइम ले रहा था | वो मुझे बड़े अच्छे से चूस रही थी और मैंआआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः कर रहा था |

मुझे मज़ा आने लगा और मेरा लंड धीरे धीरे खड़ा होने लगा | kiraydaar ki chudai

मुझे इतना जोश चढ़ गया कि मैंने उसके मुह में ही अपने मुठ की धार मार दी और उससे कहा चल आज तुझे फिर से चोदुंगा | वो तो साली मुझसे चुदने के लिए हमेशा तैयार रहती थी | उसने तुरंत अपनी साड़ी ऊपर की और ब्लाउज खोल दूध मेरे मुह से लगा दिए |

मैं उसके निप्लोए काट रहा था और उसकी चूत में ऊँगली कर रहा था और वो भी जोर जोर से आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः कर रही थी| मैं उसे अन्दर ले गया और अपनी बियर भी | अब मेरे एक हाथ में बियर और एक हाथ से दूध दबा रहा था और लंड से उसकी चूत पेल रहा था | नशा मुझे था इसलिए मैंने उसे एक घंटा चोदा और उसके बाद माल उसकी चूत के अन्दर गिरा दिया | वो भी चली गयी और फिर मैंने उसको रात में बुला के चोदा और जब तक बियर ख़त्म नहीं हुयी तब तक चोदता रहा |

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बेडरूम में मौसी के साथ मज़े https://sexstories.one/bedroom-me-mausi-ki-chudai/ Fri, 16 Oct 2020 02:32:41 +0000 https://sexstories.one/?p=327 मैं आशा करता हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आयेगी और इस कहानी को पढने में मज़ा भी आयेगा | ये कहानी अभी कुछ महीने पहले की है | दोस्तों में जब पढाई ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मैं आशा करता हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आयेगी और इस कहानी को पढने में मज़ा भी आयेगा |
ये कहानी अभी कुछ महीने पहले की है | दोस्तों में जब पढाई करता हूँ | उस टाइम की बात है मेरी एक मौसी हैं वो अक्सर मुझे अपने घर बुलाया करती थी पर मैं उनके घर नही जा पता था | (Antarvasna, Hindi sex kahani)

मेरे कॉलेज में मेरे दोस्त भी हैं और मैं 12 में पढता हूँ | मेरे पेपर भी आ रहे थे तो मैं अपने पेपर की तैयारी कर रहा था | उस टाइम मेरी मौसी मुझे अपने यहाँ आने के लिए कह रही थी |

तब मैंने मौसी से कहा की मौसी मेरे एग्जाम आने वाले है और जब मेरे एग्जाम हो जायेंगे तो मैं पक्का आऊंगा तो मौसी ने कहा ठीक है |

तुम अच्छे से पढो और पास हो जाओ फिर आना और फोन रख दिया | दोस्तों मैंने अपनी मौसी को 5 सा पहले देखा था और उन्होंने मुझे तब से न हीं मैंने मौसी को देखा है न ही मौसी ने मुझे देखा है | फिर मैं अपनी एग्जाम की तैयरी करने लगा और कुछ दिनों में मेरे एग्जाम भी आ गए थे |

Antarvasna Hindi sex kahani – ढोंगी बाबा से मैं और मेरी भाभी चुद गयी

मैं एग्जाम देने चला गया क्यूंकि मेरे पेपर दुसरी जगह पर हो रहे थे और मेरे दोस्तों के दूसरी जगह उस बार मेरे कॉलेज का सेन्टर दो कॉलेज में गया था | मैं रूम लेकर अकेले ही रह रहा था और जो मेरे दोस्त थे | वो साथ में रहते थे | मैं यहीं सोचता था की ये पेपर कितनी जल्दी ख़त्म हो जाये और मैं घर जाऊ | फिर धीरे धीरे मेरे भी एग्जाम ख़त्म हो गए और मैं अपने घर चला गया |

फिर एग्जाम के बात तीन महीनो की छुट्टी होती है और उन दिनों मेरा मन हुआ की कहीं घूम कर आता हूँ तो मैंने सोचा की मौसी बहुत दिनों से बुला रही है | उनके यहाँ ही घूम आता हूँ | मैंने उस दिन मौसी को फ़ोन किया और कहाँ मैं आज निकल रहा हूँ तुम्हारे यहाँ आने के लिए और फिर मैं उनके घर के लिए निकल गया|

फिर मैं मौसी के यहाँ पहुच गया पर मुझे उनका घर नही पता था | तब मैंने मौसी को बतया की मैं यहाँ पर खड़ा हूँ कोई घर हो तो भेज दो तो वो बोली की थीक है | मैं अपनी ननद को भेज रही हूँ |

उसके 5 मिनट बाद ही एक लडकी ने मुझे फ़ोन किया और बोली किस तरह के कपडे पहने हो तो मैंने उसे अपने बारे में बतया | तब एक लड़की आई दोस्तों वो दिखने में मस्त लग रही थी | फिर मैं उसके साथ मौसी के घर गया |

जब मैंने मौसी को देखा तो मैं उनको देखता ही रह गया | वो जितनी अच्छी शादी के पहले लगती थी | अब तो उससे भी ज्यादा अच्छी लग रही हैं और उनका मस्त सेक्सी फिगर उनके मस्त बूब्स थे और उनकी गांड तो पहले से ज्यादा बड़ी हो गयी थी |

Antarvasna Hindi sex kahani – पडोसी की बेटी का भोसड़ा

फिर मौसी ने मुझे बैठाया और फिर चाय लाई और खाने के लिए नमकीन बिस्केट और कुछ चीजे थी | मैं खाने के बाद मौसी से पूछा की मौसा जी कहाँ है | वो बोली की वो तो काम करने की वजह से बाहर ही रहते हैं साल में 4 -5 बार ही घर आते हैं और जब आते हैं तो 5 – 6 दिन रुकते हैं |

फिर चले जाते हैं | मैं तो इतने बड़े घर में अकेली ही रहती हूँ | तब मैंने पूछा की ये लड़की कहाँ रहती है | मौसी ने बताया की ये सामने रहती हैं और जब मैं अकेली रहती हूँ तो इसे बुला लेती हूँ |

मैं और मौसी ऐसे ही बात करते रहे और फिर रात हो गयी और मैं खाना खाने के बाद सो गया | जब सुबह उठा तो ब्रस किया और नहा कर नाश्ता किया | फिर छत पर जाकर इधर उधर देखा रहा था |

जब मैं नीचे गया तो मौसी ने मुझे खाना खाने को कहा | फिर मैं खाना खाने के लिए बैठा था की वो मुझे जब खाने देने के लिए झुकी तो उनके मस्त चिकने बूब्स मुझे दिखने लगे | मैं उनके बूब्स को देखने लगा | वो मुझको बूब्स देखते हुए देख लिया और हँसती हुई अन्दर चली गयी |

इस तरह से मुझे वहां पर 8 दिन हो गए थे और वो मुझसे मजाक में कभी कभी मेरी गांड में हाथ लगा देती थी | मैं भी उनकी गांड में हाथ लगा देता था | वो ये देखकर हँसने लगती और मेरे माथे पर किस भी कर देती | मैं समझ गया की ये मुझसे चुदना चाहती हैं पर मैं उनसे ये कह नही सकता था | मैं उनके कहने का इंतजार कर रहा था |

Antarvasna Hindi sex kahani – मेरी चूत का उद्घाटन समारोह

फिर उस रात में वो मेरे पास आई और उस टाइम वो साड़ी पहने हुई थी | वो मेरे पर बैठ कर मेरे हाथ को पकड कर अपनी जांघों पर रख कर सहलाने लगी | मैं अपना एक हाथ उनके बूब्स पर ले गया और धीरे से दबा दिया | वो मेरे साथ ऐसे ही 20 मिनट तक मस्ती करती रही | फिर वो मुझे अपने बेडरूम में ले गयी और मैने उनकी साड़ी उतार दी तो वो मेरे सामने ब्लाउज में आ गयी | मैंने उनके ब्लाउज और पेटीकोट को भी खोल दिया तो वो मेरे सामने ब्रा और पेंटी में आ गयी थी |

मैंने उसके एक दूध को अपने हाथ में पकड कर कहा की आप के दूध कितने बड़े हैं | वो बोली की हाँ कुछ करके देखो मज़ा आयेगा | मैं उनके एक दूध को ब्रा के ऊपर से ही मुंह मे रख लिया और चूसने लगा | मैं उनके बूब्स को चूसने के साथ में उनकी ब्रा भी खोल दी और उनके दूध उछल कर मेरे सामने आ गए |

तब मैं उनके एक दूध को मुंह में रख कर चूसने लगा | वो मेरे सर को पकड कर सहलाने लगी | मैं उनके एक दूध को मुंह में रख कर चूस रहा था और दुसरे को हाथ से पकड कर मसलते हुए दूध के निप्पल को घुमा घुमा कर चूस रहा था | मैं उनके दूध को चूसने के साथ में उनकी होठो को भी मुंह में रख कर चूसने लगा |

जब मैं उनकी पतली और रसीली होठो को चूसने लगा | वो भी मेरी होठो को मुंह में रख कर चूसने लगी |

मैं उनकी होठो को ऐसे ही कुछ देर तक चूसने के बाद मैंने उनके बूब्स को पकड कर जोर से मसलते हुए मुंह में रख लिया तो उनके मुंह से मस्त सेक्सी आवाजे में आ आ आ आ…. उ उ उ उ उ… ह ह ह ह ह.. अ अ अ अ अ…. उई उई उई माँ माँ माँ….. की आवाजे निकल गयी |

फिर मैंने उनकी पैंटी को निकाल कर उनकी टांगो को थोडा सा चौड़ा करके उनकी चूत में थूक लगाकर उनकी चूत के मुंह पर अपने लंड को रख कर उनकी चूत के ऊपर अपने लंड को रगड़ने लगा |

वो उ उ उ उ उ… ह ह ह ह ह.. अ अ अ अ अ…. उई उई उई माँ माँ माँ….. की सिसकियाँ लेती हुई बिस्तर को कस के पकड लिया | मैं उनकी चूत के ऊपर लंड को रगड़ते हुए उनकी चूत में एक ही धक्के में अपने लंड को आधा घुसा दिया तो उनके मुंह से चीख निकल गयी |

Antarvasna Hindi sex kahani – पड़ोसवाली भाभी की गुलाबी चुत

मैं उनकी चूत में अपने लंड को जोर जोर से अन्दर बाहर करते हुए उनको चोदने लगा | वो अपने बूब्स को सहलाती हुई उ उ उ उ उ… ह ह ह ह ह.. अ अ अ अ अ…. उई उई उई माँ माँ माँ….. कर रही थी |

मैं उनकी कमर को पकड कर अपनी और खीच लिया और जोर जोर के धक्को के साथ अन्दर बाहर करने लगा | वो पुरे बिस्तर पर इधर उधर होती हुई तडप रही थी | मैं उनकी चूत में जोर जोर से अन्दर बाहर करते हुए उन्हें चोद रहा था |

मैं उनके दोनों बूब्स को पकड कर चूत में जोर जोर से अन्दर बाहर करते हुए चोद रहा था | वो मेरी होठो पर किस करती हुई चुद रही थी | मैं उनको ऐसे ही कुछ देर तक चोदने के बार में झड गया |

वो बोली की मेरी चूत में ऊँगली डाल कर जोर जोर से हिलाओ और मैं उनकी चूत में ऊँगली डाल कर जोर जोर से हिलाने लगा फिर कुछ ही देर में उनकी चूत से पानी की धार निकल गयी |

फिर मैं और मेरी मौसी ऐसे ही सो गए जब मैं सुबह उठ तो उनके खुले बदन को देखकर मेरा लंड फिर खड़ा हो गया | मैं उनको सुबह फिर चोदा इस तरह से मैं जब तक मौसी के घर रुका उतने दिन रोज उनकी मस्त चुदाई की |

ये थी मेरी कहानी मुझे उम्मीद है की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आई होगी |

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