maid ko choda Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/maid-ko-choda/ Hindipornstories.org Mon, 31 Jan 2022 07:21:00 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 गांड का छेद माल से भर डाला https://sexstories.one/naukrani-ki-gaand-me-lund-daala/ Mon, 31 Jan 2022 07:21:00 +0000 https://sexstories.one/?p=4378 नौकरानी की उभरी हुई गांड को देखकर में उसे चोदने  के बारे में सोचने लगा। वह मेरे पास आई और वह मुझे कहने लगी साहब पानी पी लो जब उसने मुझे पानी दिया तो मैंने देखा कि उसके स्तनों बाहर झांक रहे हैं..

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Naukrani ki Gaand – रोहित और मेरी दोस्ती पूरे कॉलेज में बड़ी फेमस थी.. हम दोनों ही एक दूसरे के साथ हमेशा ही खड़े नजर आते थे.. एक दिन रोहित मुझसे कहने लगा यार अब तो कॉलेज भी खत्म होने वाला है तुमने क्या सोचा है। मैंने रोहित से कहा मैं क्या सोचूंगा पापा ने मुझे पहले ही कह दिया है कि तुम मेरा काम संभालोगे और इसके अलावा तो शायद मैं और कुछ भी नहीं सोच सकता। मुझे रोहित कहने लगा चलो पारस तुमने तो अच्छा किया जो अपने पापा की हां में हां मिला दी लेकिन मैं कुछ अलग करना चाहता हूं मैं चाहता हूं कि मैं अपना फैमिली बिजनेस ना संभाल कर कुछ और काम शुरू करूं। मैंने रोहित से कहा लेकिन इसमें तुम्हें दिक्कत भी हो सकती है रोहित कहने लगा अरे यार इसमें दिक्कत वाली क्या बात है अब तुम ही मुझे बताओ कि मैं भी क्या करूं मेरा मन पापा के बिजनेस को करने का बिल्कुल भी नहीं है और मैं अपनी जिंदगी जीना चाहता हूं।

मैंने रोहित से कहा वह तो तुम अपने पापा का काम संभाल कर भी कर सकते हो और उन्होंने इतने साल की मेहनत की है उसके बाद तुम्हे ही तो सारा काम संभालना है। रोहित और मेरे बीच में काफी समानताएं थी रोहित के पिताजी भी एक बिजनेसमैन है और मेरे पिताजी भी बिजनेसमैन है हम दोनों ही घर में एकलौते हैं लेकिन रोहित चाहता था कि वह कुछ अलग करें इसलिए उसने अमेरिका जाने के बारे में सोच लिया था। मैंने रोहित से कहा कि तुमने क्या अपना पूरा मन बना लिया है कि तुम अमेरिका चले जाओगे रोहित मुझे कहने लगा हां पारस मैंने पूरा मन बना लिया है अब मैं अमेरिका में ही कुछ काम शुरू करना चाहता हूं।

रोहित के पिताजी भी शायद उसे मना ना कर सके और वह अमेरिका चला गया। मैं दिल्ली में रहकर ही अपने पापा का काम संभालने लगा और देखते ही देखते कब समय बीत गया कुछ मालूम ही नहीं पड़ा समय बड़ी तेजी से निकला और मुझे काम करते हुए 5 वर्ष हो चुके थे। इन 5 वर्षों में मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला था और यह सब पापा की वजह से ही संभव हो पाया था क्योंकि पापा ने ही मुझे अपने बिजनेस के तौर तरीके और अपने काम की बारीकियों को सिखा दिया था।

रोहित से मेरी बात तो होती रहती थी लेकिन उससे मेरी मुलाकात सिर्फ एक या दो बार ही हो पाई थी अब वह अमेरिका में ही सेटल हो चुका था। एक दिन उसका मुझे फोन आया तो वह मुझे कहने लगा पारस मैं दिल्ली आ रहा हूं मैंने रोहित से कहा चलो यह तो बहुत अच्छा है कम से कम इतने समय बाद तुम मुझे मिलोगे तो सही पिछले दो वर्षों से हम लोगों की मुलाकात भी नहीं हो पाई है। रोहित मुझे कहने लगा हां क्यों नहीं मैं बस तुम्हारे पास अगले हफ्ते पहुंच जाऊंगा मैंने रोहित से कहा चलो ठीक है तो फिर हम लोग मुलाकात करते हैं।

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रोहित कहने लगा मैं तुम्हें पहुंच कर फोन करता हूं मैंने उससे कहा हां तुम मुझे पहुंच कर फोन कर देना, रोहित जब अपने घर पहुंच गया था तो उसने मुझे फोन किया और उसके बाद मैं उससे मिलने के लिए उसके घर पर गया। जब मैं उसके घर पर गया तो उसके पापा का चेहरा उतरा हुआ था मेरी तो कुछ समझ में नहीं आया मैं सोफे पर बैठा हुआ था रोहित के पापा मेरी तरफ देख रहे थे उन्होंने मुझसे पूछा पारस बेटा तुम क्या कर रहे हो। मैंने उन्हें बताया कि अंकल मैं तो अपने पापा का ही काम संभाल रहा हूं, रोहित के घर पर मैं काफी सालों बाद गया था तो रोहित के पापा के मन में कई सवाल थे।

वह मुझसे कुछ पूछने लगे तो मैंने उनके सवालों का जवाब दे दिया लेकिन वह रोहित को कहने लगे कि देखा पारस भी तो अपने पापा का काम संभाल रहा है और एक तुम हो कि तुम हमें अकेला छोड़ कर अमेरिका चले गए। मैंने रोहित और उसके पापा के बीच में बोलना उचित नहीं समझा इसलिए मैंने कुछ भी नहीं कहा और जब रोहित ने मुझे कहा कि चलो मेरे रूम में चलते हैं तो हम दोनों उसके रूम में चले गए। रोहित और मैं साथ में बैठे हुए थे रोहित ने मुझे कहा कि तुम्हारा काम कैसा चल रहा है मैंने रोहित से कहा मेरा काम तो अच्छा चल रहा है लेकिन तुम सुनाओ तुम तो लगता है अमेरिका में ही सेटल हो चुके हो। रोहित मुझे कहने लगा यार अब तुम्हें क्या बताऊं यहां रहने का बिल्कुल भी मन नहीं करता है और मैं तो सोच रहा हूं कि अमेरिका में ही शादी करूं।

रोहित की बातों से इतना तो प्रतीत हो चुका था कि उसने अपने लिए कोई लड़की देख ली है रोहित मुझे कहने लगा कि क्या तुमने अपने लिए कोई लड़की देख ली है। मैंने उसे कहा कहां यार मैंने तो अपने लिए कोई लड़की नहीं देखी है लेकिन इतना जरूर है कि पापा और मम्मी मेरे लिए लड़की देख रहे हैं। रोहित मुझे कहने लगा अच्छा तो वह तुम्हारे लिए लड़की देख रहे हैं मैंने कहा हां वह लोग मेरे लिए लड़की देख रहे हैं। रोहित ने मुझे जब नताशा की फोटो दिखाई तो वह कहने लगा यह तुम्हारे होने वाली भाभी हैं मैंने उसे कहा अच्छा तो तुम्हारी इतनी आगे बात बढ़ चुकी है और तुम मुझे अब बता रहे हो। रोहित मुझे कहने लगा कि नताशा और मैंने सगाई भी कर ली है मैंने रोहित से कहा लेकिन तुमने तो घर में किसी को भी नहीं बताया। रोहित कहने लगा यार यदि मैं घर में यह सब बताऊंगा तो पापा मुझ पर गुस्सा हो जाएंगे इसलिए मैंने उन्हें यह सब बताना ठीक नहीं समझा।

मैंने रोहित से कहा लेकिन तुम्हें उन्हें बता देना चाहिए रोहित कहने लगा उन्हे मैं कुछ समय बाद बता दूंगा। रोहित पूरी तरीके से बदल चुका है वह पहले वाला रोहित नहीं रह गया है जो कि पहले बातें सीधा ही किया करता था। रोहित अब बातों को बहुत ही तोड़ मरोड़ कर पेश किया करता है।

रोहिता पूरी तरीके से बदल चुका था और वह पहले वाला रोहित नहीं रह गया था मैं उसके साथ बैठा हुआ था और उससे बात कर रहा था। मैंने रोहित से कहा रोहित मैं घर जा रहा हूं तो वह कहने लगा कि चलो मैं तुमसे दोबारा मुलाकात करता हूं। मैंने रोहित से कहा ठीक है, मैं जब घर आया है तो मैं सोचने लगा कि रोहित कितना बदल चुका है क्योंकि वह तो बिल्कुल भी पहले जैसा नहीं रहा और उसके बदलने का कारण सिर्फ यही था कि वह अमेरिका चला गया था। वह अपने पापा के साथ रहना ही नहीं चाहता था यही कारण था कि उसके पापा और उसके बीच में अब दूरियां पैदा होने लगी थी। रोहित अपनी जिंदगी अच्छे से जी रहा था वह अपने जीवन को पूरा एंजॉय करना चाहता था। जब में रोहित के घर दोबारा से गया तो उसके घर में 22, 23 वर्ष की उसकी नौकरानी थी।

मैंने रोहित से पूछा नौकरनी कब रखी तो वह कहने लगा पापा ने ही रखी है मुझे तो इसके बारे में ज्यादा नहीं मालूम और ना ही मैं उनसे इस बारे में बात करता हूं। उसकी नौकरानी की उभरी हुई गांड को देखकर में उसे चोदने  के बारे में सोचने लगा। वह मेरे पास आई और वह मुझे कहने लगी साहब पानी पी लो जब उसने मुझे पानी दिया तो मैंने देखा कि उसके स्तनों बाहर झांक रहे हैं। मैंने उसे कहा आओ ना मेरे पास बैठो मैंने उसे अपने पास बैठा दिया वह शर्मा रही थी रोहित मुझे कहने लगा मैं कुछ देर बाद आता हूं।

रोहित भी चला गया था मैं अकेला ही था इसलिए मैं उसे चोदना चाहता था मैंने उसे कुछ पैसे दिए और वह भी पैसों के लालच में आ गई। मैंने उससे अपने लंड को चूसने के लिए कहा वह मेरे लंड को अच्छे से मुंह में लेकर चूस रही थी और मुझे भी बड़ा मजा आ रहा था। काफी देर तक उसने ऐसे ही मेरे लंड को अपने मुंह मे लेकर चूसा। जब मैंने उसके बदन से कपडे उतारे तो उसकी जालीदार पैंटी और उसका सावला रंग मेरे सामने था। मैंने उसकी चूत के अंदर उंगली को डाला लेकिन उंगली जा ही नहीं रही थी।

मैंने उसे कहा लगता है तुम्हारी चूत मैं अपने लंड को ही घुसाना पड़ेगा। उसने अपनी गर्दन नीचे कर ली और कहने लगी साहब अगर कोई आ गया। मैंने उसे कहा कोई बात नहीं तुम बिस्तर में लेट जाओ वह बिस्तर में लेट गई। जब वह लेटी मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया मैं उसकी गांड मारना चाहता था मुझे बड़ा मजा आ रहा था। मैंने उसके स्तनों के बीचो-बीच अपने लंड को लगाया और अपने लंड को उसके स्तनों पर रगडने लगा लेकिन जब उसने दोबारा से मेरे लंड को अपने मुंह में लिया तो उसे अच्छा लग रहा था। वह लंड को ऐसे ही चूस रही थी लेकिन जैसे ही मैंने उसकी चूत मे लंड घुसाना शुरू किया तो मेरा लंड उसकी योनि के अंदर तक घुस चुका था। मेरा लंड उसकी योनि में जाते ही उसके मुंह से चीख निकल और उसकी चीख के साथ मैंने उसक चूतडो को खोल कर रख दिया। उसके दोनों पैरों को मैंने चौड़ा कर लिया था मैंने उसे तेज धक्के देने शुरू कर दिए वह पूरी तरीके से चिल्लाने लगी थी।

वह मुझे कहने लगी कि मुझसे नहीं रहा जा रहा मैंने उसे कहा कोई बात नहीं तुम्हें अब अच्छा लगने लगेगा। मैंने उसके दोनों पैरों को अपने कंधों पर रखकर उसे तेजी से धक्के मारने शुरू कर दिए और मैंने इतनी तेज गति से उसे धक्के मारे। वह मुझे कहने लगी मालिक मुझे छोड़ दो लेकिन मैंने उसे अपनी बाहों में जकड़ लिया था और उसे छोड़ने का तो कोई सवाल ही नहीं था। मैंने उसे कहा मैं तुम्हें और पैसे दूंगा तुम मुझसे अपनी गांड मरवा लो पैसे के लालच में वह आ गई और मुझसे भी गांड मरवाने के लिए तैयार हो गई।

मैंने जब अपने लंड पर थूक लगाते हुए उसके अंदर प्रवेश करवाया तो मेरा लंड उसकी गांड मे जाने को बेताब था जैसे ही मेरा लंड अंदर की तरफ घुसा तो उसके मुंह से तेज चीख निकल पड़ी। वह कहने लगी मुझसे नहीं रहा जाएगा वह अपनी चूतडो को पकडकर मेरी तरफ करने लगी। मैं उसकी चूतड़ों के अंदर बाहर अपने लंड को कर रहा था और 5 मिनट के बाद जब मेरे वीर्य की बूंदों से मैंने उसकी गांड के छेद को भर दिया तो वह मुझे कहने लगी कि मुझे मजा आ गया। मैंने उसे कहा अच्छा तो तुम्हें अब मजा आ गया लेकिन तुमने मुझे बहुत अच्छा मजा दिया।

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कामवाली को चोद डाला https://sexstories.one/kamwali-ko-chod-diya/ Wed, 03 Nov 2021 07:18:41 +0000 https://sexstories.one/?p=3260 मेने देखा के नीचे ब्लड पड़ा हुआ था मतलब वो वर्जिन थी अभी तक ओर इसलिए ही उसने मुझे रोका था ओर बस फिर काम खत्म करके वो चली गयी ओर जब वो दूसरे दिन आई तो बहोत धीरे धीरे चल रही थी जैसे दर्द हो रहा हो उसे ओर में भी वेट कर रहा था उसका क्यूकी मुझे पता था...

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Kamwali ko chod diya यह एक सच्ची स्टोरी है चलो पहले में अपने बारे में बता देता हूँ. मेरा नाम है लक्की और में सूरत का रहने वाला हूँ. तो अब स्टोरी स्टार्ट करते है. ये उन दिनो की बात है और उस साल ही मेरे भाई की भर्ती मुंबई मे हुई थी तो मेरी मम्मी उसके साथ मुंबई चली गयी रहने ओर यहा मेरे लिए एक मस्त कामवाली छोड़ गयी तो घर मे सिर्फ़ में ओर पापा ही रहते थे और पापा तो सुबह 8 बजे ही जॉब पर चले जाते थे वो कामवाली उस टाइम पर 18-19 साल की होगी शायद पर थी बहोत मस्त पर मेरा ध्यान कभी उसकी तरफ नही गया था की कभी उसे में चोदुंगा।

अब में बताता हूँ की मेरा मन कैसे गया उसकी तरफ वो रोज पोछा लगाते टाइम पर अपनी चुन्नी बाथरूम मे ही छोड़ आती थी वो जब भी पोछा लगाती तो उसके बोब्स दिखते पर वो पूरे तो नही दिखते सिर्फ़ गली ही दिखती पर उतना ही काफ़ी था मुझमें हवस जगाने के लिए. कुछ दिन ऐसा ही चलता रहा में उसे ऐसे ही देखता रहता पर मेरा मन अभी भरा नही था इतने से तो अब में वो जहाँ जहाँ पोछा लगाती वहाँ वहाँ जाकर देखता पर इतना भी काफ़ी नही था कुछ दिन ऐसा ही चलता रहा मेरी हिम्मत बढ़ रही थी क्यूकी वो मेरी तरफ देखती भी नही तो अब में वो जब भी बाथरूम में कपड़े धो रही होती तो गेट के पास जाकर खड़ा हो जाता उसे पता रहता की में खड़ा हूँ पर वो ध्यान नही देती ओर कपड़े धोती रहती।

उस टाइम मुझे भी नही पता था की में क्या कर रहा हूँ पर कुछ भी हो मजे आ रहे थे तो ओर हिम्मत बढ़ा दी गेट पर बेठ जाता ओर उसे कपड़े धोते हुए देखते रहता वो गेट के बिल्कुल पास बेठ कर कपड़े धोती थी तो एक दिन मेने उसके पैर पर हाथ रख दिया उसने उस टाइम भी कुछ नही कहा मुझे उस टाइम ये समझ नही आया के उसने कुछ बोला क्यू नही में तो बस मज़े लूटने मे लगा था तो ऐसे ही में डेली अपना हाथ थोड़ा थोड़ा उपर ले जाता ओर एक दिन मैने अपना हाथ उसकी चूत पे पहुचा दिया ओर जैसे ही वहा मेने हाथ रखा उसने झट से मेरा हाथ हटा दिया।

में डर गया उस टाइम तो मेने फिर ऐसा कभी नही किया फिर में डेली जाकर वैसे ही गेट पर बेठ जाता ओर बस मोका देखता की वो कपड़े निचोड़े अरे हाँ वो कपड़े निचोड़ते टाइम खड़ी हो जाती थी। बाथरूम तो में उसके पीछे चला जाता ओर जैसे ही मोका मिलता में उसकी गांड पर अपना लंड टच करवा देता अब सोचो दोस्तो कितना टाइम लगा होगा उसकी चूत मारने में तो चलो आगे सुनो. तो कुछ दिन ऐसा ही चलता रहा फिर एक दिन मैने अपना लंड अपनी पेंट मे से निकाल के टच किया उसकी गांड पर सोच नही सकते की कितना मज़ा आता था मुझे उस टाइम पर तो धीरे धीरे में आगे बढ़ रहा था ओर वो कुछ बोल भी नही रही थी तो में डेली अब ज्यादा ज़ोर से लंड को दबाता उसकी गांड पर ओर फिर एक दिन मेने उसकी नीचे वाली ड्रेस उतारी थोड़ी सी की गांड तो दिख जाए पर कुछ नही दिखा तो मैने थोड़ी ओर उतारने की कोशिश की पर इस बार वो घूम गयी ओर बोली।

वो: नही लक्की प्लीज़ ऐसा मत कर….

sex story कॉलेज की मजेदार चुदाई

मैने फिर कुछ भी नही बोला ओर वो मुझ से चिपक गयी ओर रोने लगी की तू ऐसा क्यू करता हे मुझे कुछ भी समझ मे नही आ रहा था की क्या करू में पर वो रो रही थी तो बाथरूम से आवाज़ बाहर ना जाए इसलिए में उसे रूम मे ले गया वो रो रही थी अभी भी पर वो मुझसे चिपकी हुई थी. फिर पता नही क्या हुआ वो बेड पर लेट गयी मुझे चिपका कर अपने से ओर बेड पर गिर गयी वो रोती रोती ओर में उसके उपर पड़ा हुआ था मेरा लंड तो जैसे उसके कपड़े मे से निकल कर चूत मे घुस जाए ऐसा हो रहा था तो मेने फिर नीचे जाकर उसकी ड्रेस नीचे से उतार दी पर वो उतारने नही दे रही थी।

फिर भी मैने जैसे तैसे करके उतार दी ओर वापस उसके उपर चड गया अब में अपना लंड उसकी चूत में डालने की ट्राइ करने लगा पर वो डालने ही नही दे रही थी पता नही क्यू ऐसा कर रही थी वो पर जैसे ही में ट्राइ करता डालने की वो पैर चिपका लेती ओर मना करती। पर मुझे पता था की वो चाहती तो हे तो मैने जैसे तैसे करके डाल दिया एक बार अंदर ओर पता नही उसे इतना दर्द हुआ की वो चिल्ला दी ओर मुझे हटा दिया अपने उपर से ओर रूम से निकाल दिया मुझे ओर बंद कर लिया रूम उसने अब मुझे डर लगने लगा था में भी उसे मनाने लगा की प्लीज़ खोल दे गेट आगे से नही करूँगा ऐसा पर उसने नही खोला।

में बोलता रहा ओर थोड़ी देर बाद उसने गेट खोल दिया ओर वो बाहर पोछा लेने गयी तो मेने देखा के नीचे ब्लड पड़ा हुआ था मतलब वो वर्जिन थी अभी तक ओर इसलिए ही उसने मुझे रोका था ओर बस फिर काम खत्म करके वो चली गयी ओर जब वो दूसरे दिन आई तो बहोत धीरे धीरे चल रही थी जैसे दर्द हो रहा हो उसे ओर में भी वेट कर रहा था उसका क्यूकी मुझे पता था की अब वो मना नही करेगी. कभी तो फिर वो जैसे ही कपड़े धोने गयी में बाथरूम मे घुसा ओर उसे बाहर रूम मे ले आया. फिर मेने उसका ड्रेस खोला नही पर उपर कर दिया तो उसके बोब्स दिखने लगे. फिर में उन बोब्स को चूसने लगा वो मना तो कर ही नही रही थी. कुछ भी करने से तो थोड़ी देर बाद चूसने के बाद मैने उसकी नीचे वाली ड्रेस भी उतार दी ओर अपना लंड डालने की ट्राइ करने लगा पर लंड अंदर जा ही नही रहा था।

मुझसे बहुत ट्राइ करने के बाद उसने खुद अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ा ओर अंदर डाल दिया जैसे ही मेने अपना लंड उसकी चूत मे डाला उसने आँखे बंद कर ली ओर लंबी सी साँस लेने लगी में चोदता रहा ऐसे ही उसे ओर फिर जब पानी निकलने वाला था तब मेने अपना लंड निकाल दिया ओर जल्दी से बेड से उतर के पानी नीचे ही निकाल दिया ओर फिर वो खड़ी हुई ओर जल्दी से कपड़े पहन के पोछे से साफ़ कर दिया.

मेरा निकला हुआ पानी ओर फिर वो अपना काम करने लगी फिर ऐसे ही चलता रहा वो रोज काम करने आती ओर मुझसे काम करवा के चली जाती थी ।

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