kamuk kissa Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/kamuk-kissa/ Hindipornstories.org Mon, 09 Aug 2021 07:11:22 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 सहेली के भाई की साथ घर पर चुदाई https://sexstories.one/saheli-ke-bhai-ke-sath-ghar-akeli/ Mon, 09 Aug 2021 07:11:22 +0000 https://sexstories.one/?p=3137 मेरा नाम निशा गुप्ता है मे राजस्थान की रहने वाली हूँ मेरी फिगर 32-28-32 है और मेरा कलर फेयर है मेरी सहेलियां मुझे बोलती है की निशा तुम इतनी सेक्सी हो यार की लड़को का ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मेरा नाम निशा गुप्ता है मे राजस्थान की रहने वाली हूँ मेरी फिगर 32-28-32 है और मेरा कलर फेयर है मेरी सहेलियां मुझे बोलती है की निशा तुम इतनी सेक्सी हो यार की लड़को का लंड तुमको देखकर ही खड़ा हो जाता होगा लेकिन मे तो अभी तक चुदी भी नही थी मन मे चुदवाने की बहुत इच्छा होती लेकिन शर्म आती की किसी लड़के को केसे बोलू की वो मुझे प्यार करते हुए मेरी चुदाई करे मेने अपने आसपास ध्यान दिया की कोई सुन्दर लड़का हो जो मुझे चोद सके और मुझे मज़ा दे सके.

मेरी सहेली ऋतु के घर मे बराबर जाती थी उसका भाई रितेश बहुत सुन्दर था और वो मुझे देखते ही मुस्कुरा देता था और मेरे बूब्स की तरफ प्यासो की तरह देखता था मेने सोचा की रितेश हो ही लाइन दूँ हो सकता है कोई मोका मिल जाये और रितेश मेरी प्यास बुझा दे इसके बाद मे जब भी ऋतु के घर जाती तो रितेश को देखकर मुस्कुरा देती शायद वो भी समझ गया था की मे भी चुदवाना चाहती हूँ एक बार जब ऋतु पानी लेने गई तो उसने चुपके से मुझे आँख मार दी मे शरमा गई इसी तरह रितेश के साथ मुस्कुराना चलता रहा.

एक दिन ऐसा मोका मिल गया की रितेश ने मुझे चोद चोद कर मेरी प्यास बुझा दी मे एक दिन ऋतु के घर गई और डोर बेल बजाई तो रितेश ने डोर खोला मे अंदर चली गई मेने पूछा रितेश यार ऋतु कहा है तो रितेश बोला यार निशा मम्मी पापा और ऋतु शादी मे आउट स्टेशन गये है कल दोपहर तक आयेगे मे सुनकर वापस जाने का नाटक करने लगी क्योंकी मे जाना नही चाहती थी मे सोच रही थी की आज अच्छा मोका है रितेश से चुदवा लूँ रितेश भी ब्लेक जींस और वाइट टी शर्ट मे बहुत सुन्दर लग रहा था.

मे जाने लगी तो वो बोला यार निशा चाय तो पी कर जाओ क्या ऋतु नही है तो रुकोगी भी नही मे भी यही चाहती थी मे बोली एक शर्त पर चाय पी सकती हूँ की चाय मे ही बनाउंगी क्योंकी मे आपको तकलीफ़ नही देना चाहती हूँ. रितेश बोला कोई बात नही यार तुम बना लो मे चाय बनाने चली गई मेने दो कप चाय बनाई एक कप रितेश को दिया और उसके सामने वाले सोफे पर बेठ कर मे भी चाय पीने लगी मेने सोचा आज मोका है कुछ ऐसा किया जाये की रितेश मुझे चोद कर मेरी प्यास बुझा दे रितेश मेरी तरफ प्यासी नज़रो से देख रहा था मे बोली रितेश ऐसे क्यों देख रहे हो तो वो बोला निशा तुम इस ड्रेस मे बहुत सुन्दर और सेक्सी लग रही हो.

मे मन ही मन खुश हो रही थी की रितेश भी मुझे चोदना चाहता है मेने चाय पीते पीते अपने कप को ज़रा सा टेढ़ा कर दिया जिससे थोड़ी चाय मेरे टॉप पर गिर गई मे चिल्लाई रितेश गर्म है उसको ऐसा ही लगा की ग़लती से चाय गिर गई है वो एक रुमाल लेकर आया उसको पानी में भिगोया और मेरे टॉप पर से चाय साफ करने लगा ऐसे करने से उसका हाथ मेरे बूब्स दबा रहा था मुझे बहुत अच्छा लग रहा था.

मेने देखा की रितेश की जीन्स भी आगे से उठ गई है मे समझ गई की उसका लंड भी मुझे चोदने के लिए खड़ा हो गया है मे शर्माने का नाटक करते हुए बोली रितेश ये क्या कर रहे हो तो वो बोला की चाय साफ कर रहा हूँ निशा तुमको जलन हो रही है क्या मे बोली नही रितेश जलन तो नही हो रही है लेकिन मेरा टॉप चाय से खराब हो गया है और मेरी ब्रा भी चाय से खराब हो गई है उसने कहा की ऋतु की ब्रा और टॉप पहन लो तो मेने ऋतु की ब्रा और टॉप ले ली और रितेश को बोला आप दूसरे रूम मे जाओ तो वो बोला मे आँख बंद कर लेता हूँ मे बोली नही यार मुझे शर्म आयेगी रितेश बोला और कोई नही है घर मे यार और मे आँखे बंद कर रहा हूँ तो मेने अपना टॉप उतार दिया और ब्रा भी उतार दी.

तब अचानक रितेश ने मुझे बाहों मे ले लिया मेने मना किया की ये चीटिंग है लेकिन वो नही माना बोला प्लीज मुझे मत रोको निशा डार्लिंग वरना मे पागल हो जाऊंगा मे भी मन ही मन खुश हो रही थी फिर भी दिखाने के लिए बोली नही रितेश ये ग़लत है मुझे छोड़ दो लेकिन वो नही माना मुझे बाहों मे लेकर मेरे लिप्स चूमने लगा काफ़ी देर तक मेरे लिप्स चूमता रहा फिर मुझे गोद मे उठाया और बेड पर लेटा दिया और मेरे बूब्स प्रेस करने लगा मुझे बहुत मज़ा आ रहा था लेकिन फिर मे बोलती रही नही रितेश नही यार लेकिन वो बोला निशा डार्लिंग सिर्फ़ एक बार प्लीज और ऐसे करते करते मेरे निपल चूसने लगा मेरे मुँह से सिसकारी निकल गई अहह रितेश ने निपल पर ज़ोर से काट दिया उईईईई रितेश धीरे धीरे आआअहह फिर रितेश ने अपनी टी शर्ट और बनियान भी निकाल दी उसकी चेस्ट देखकर मुझे नशा आने लगा मुझे लगा की रितेश से चुदवाने का मेरा सपना आज पूरा हो जायेगा.

रितेश मेरी जींस खोलने लगा तो में बोली नही रितेश ये सब ग़लत है लेकिन उसने मेरी ज़रा भी नही सुनी और मेरी जींस निकाल दी और फिर अपनी भी जींस निकाल दी अब वो चड्डी मे और मे पेंटी मे थी मुझे बहुत शर्म आ रही थी उसने अपनी चड्डी और मेरी पेंटी भी निकाल दी मे उसका लंड देखकर डर गई उसका लंड बहुत बड़ा और मोटा था वो बोला निशा केसा है मेरा मे बोली बहुत बड़ा है रितेश मे नही लूँगी मेरी बहुत छोटी है वो बोला निशा मुझे चुदाई का बहुत अनुभव है तुमको पता भी नही चलेगा तुम्हारी चूत मे पूरा चला जायेगा और वो मेरी टांगो के बीच आकर मेरी चूत चूसने लगा आअहह रितेश नहीईईई क्या कर रहे हो मुझे जाने दो लेकिन वो मेरी चूत चूसता रहा फिर मेरी पूरी बॉडी को किस करने लगा लिप्स नेक्स बूब्स लेग्स सब जगह किस किया उसने मुझे बहुत मज़ा आ रहा था फिर मे मुझे जाने दो ऐसे ही बोल रही थी.

फिर रितेश ड्रेसिंग टेबल पर से क्रीम लेकर आया और अपने लंड पर क्रीम लगाई और उंगली से मेरी चूत के अंदर भी क्रीम लगाई मे बोली नॉटी रितेश ये क्या कर रहे हो यार वो बोला निशा क्रीम लगाने से तुम्हारी चूत मे आसानी से चला जायेगा फिर उसने मेरे पैर ऊपर किये और अपना लंड मेरी चूत पर रखा और एक ज़ोर का धक्का दिया मुझे लगा जेसे मेरी जान निकल जायेगी मर गईईईईई निकालो रितेश मुझे बहुत दर्द हो रहा है बाहर निकालो लेकिन उसने मेरी नही मानी और मेरे बूब्स चूसने लगा और बोला कुछ नही होगा मेरी जान पहली बार चुद रही हो इसलिये थोड़ा दर्द हो रहा है उसके बूब्स चूसने से मेरा दर्द कम हुआ फिर रितेश ने ज़ोर का धक्का दिया तो उसका पूरा लंड मेरी चूत मे चला गया मुझे फिर दर्द हुआ क्या किया ये रितेश निकालो प्लीज मे मर जाउंगी लेकिन रितेश मेरे बूब्स चूसता रहा.

फिर वो लंड अंदर बाहर करके मुझे चोदने लगा मेरा दर्द भी कम हुआ और मुझे भी मज़ा आने लगा आअहहाआ चोदो रितेश तेज़्ज़्ज चोद रहा हूँ मेरी जान ऐसे बोलते हुए मुझे रितेश चोदने लगा वो भी आहह कर रहा था और चुद ले निशा ऐसे करते करते काफ़ी देर तक रितेश मुझे चोदता रहा फिर मेरी चूत मे गर्म गर्म टिप टिप गिरा मे समझ गई की रितेश झड़ रहा है मे भी डिस्चार्ज हो चुकी थी मुझे चुदवाने मे बहुत मज़ा आया था रितेश हाफ़ता हुआ मेरे उपर गिर गया फिर वो उठ गया मे भी उठी तो मेने देखा की मेरी चूत और बेडशीट खून से सनी हुई है मे डर गई की मेरी चूत मे ये क्या हो गया तो रितेश ने बताया की सभी लड़कियों को पहली बार चुदवाने पर खून आता ही है तो मेरा डर कम हुआ मेने बाथरूम मे जाकर अपनी चूत और बेडशीट को साफ़ किया.

रितेश बोला डार्लिंग केसा लगा मुझसे चुदवाने मे तो मे बोली यार रितेश मुझे पता होता की बॉय से चुदवाने मे इतना मज़ा आता है तो मे पहले से आपसे चुदवा लेती रितेश बोला मेरी जान एक बार और चुदवा लो आज बहुत अच्छा मोका है मुझे भी लगा रितेश सही बोल रहा है फिर रितेश ने ज़ोर ज़ोर से शॉट लगा कर एक बार और मेरी जमकर चुदाई की इस बार मुझे दर्द भी बहुत कम हुआ और मज़ा भी बहुत आया इसके बाद मुझे जब भी मोका मिलता है मे रितेश का लंड अपनी चूत मे डलवा कर चुदाई का स्वर्ग जेसा मज़ा लेती हूँ .

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पति की रुसवाई को मेरे दोस्त ने दूर किया https://sexstories.one/meri-chudai-ki-antarvasna-poori-karo/ Sun, 14 Feb 2021 17:04:03 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b0%e0%a5%81%e0%a4%b8%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%b0%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%b8%e0%a5%8d/ मेरा नाम प्रतिभा है मैं मुंबई की रहने वाली हूं, मैं मुंबई में ही पली बढ़ी हूं और मैं पहले से ही खुले विचारों की हूं लेकिन जब से मेरी शादी हुई है तब से ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मेरा नाम प्रतिभा है मैं मुंबई की रहने वाली हूं, मैं मुंबई में ही पली बढ़ी हूं और मैं पहले से ही खुले विचारों की हूं लेकिन जब से मेरी शादी हुई है तब से मुझे मेरे पति के हिसाब से चलना पड़ता है। मेरे पति का नाम गगन है। वह मुंबई में कारोबार करते हैं और कभी कबार काम के सिलसिले में बाहर भी चले जाते हैं। हम दोनों की शादी को काफी वर्ष हो चुके हैं लेकिन अभी तक हम लोगों ने फैमिली प्लानिंग नहीं की है क्योंकि वह कहते हैं कि मुझे अभी थोड़ा समय और चाहिए। meri antarvasna

मैं घर में जब अकेले बोर हो जाती हूं.. meri antarvasna

तो मैं अपने पड़ोस में ही अपनी सहेली के पास चली जाती हूं, हम दोनों एक दूसरे को बहुत ही अच्छे से समझते है, मैं उसे अपनी हर बात शेयर करती हूं मेरी सहेली का नाम कविता है।

कविता भी इंडिपेंडेंट विचारों की है.. meri antarvasna

लेकिन उसके पति उसे कुछ भी नहीं कहते, मैं उससे हमेशा ही इस बारे में कहती हूं कि मेरे पति गगन तो मुझे किसी के साथ बात भी नहीं करने देते यदि वह मुझे किसी के साथ बात करते हुए देख लेते हैं तो मुझे वह घर में बहुत डांटते हैं।

कविता मुझे कहने लगी कि तुम्हें इस बारे में तो गगन से बात करनी चाहिए और तुम दोनों को आपस में ही अपना मैटर सुलझाना चाहिए क्योंकि यदि गगन का नेचर इसी प्रकार से रहा तो तुम्हें आगे चलकर इन सब चीजों से बहुत ही तकलीफ होगी, मैं उसे कहने लगी मैंने तो गगन से कई बार इस बारे में बात की थी लेकिन गगन मुझे हमेशा ही हो यह कह कर टाल देते हैं कि क्या मैं तुम्हारे बारे में गलत सोच रहा हूं या तुम पर शक कर रहा हूं।

एक दिन मैं सुबह सफाई का काम कर रही थी, उस दिन मैंने सोचा काफी समय हो चुका है मैंने घर में अच्छे से सफाई नहीं की है, क्यों ना आज सफाई कर ली जाए। मैंने उस दिन घर की अच्छे से सफाई की, सफाई करने के बाद मैं जब अपने सोफे पर बैठी हुई थी तो उस वक्त दोपहर के 1 बज रहे थे और मेरे फोन पर मेरे पुराने दोस्त सारांश का फोन आया। सारांश और मेरी बात काफी समय से नहीं हुई थी हम दोनों कॉलेज में साथ ही पढ़ते थे।

सारांश ने मुझे फोन किया.. meri antarvasna

तो मैंने उसे पूछा तुमने आज मुझे इतने सालों बाद कैसे याद कर लिया, वह कहने लगा मैं तो तुम्हें हमेशा ही याद करता हूं लेकिन तुम ही मुझे कभी याद नहीं करती। मैंने सारांश से कहा कि मैं अब घर की लाइफ में इतना ज्यादा बिजी हो चुकी हूं कि बिल्कुल भी वक्त नहीं मिल पाता। सारांश मुझसे पूछने लगा तुम्हारा शादीशुदा जीवन कैसा चल रहा है, मैंने उसे कहा कि मेरी शादी शुदा जिंदगी तो अच्छी चल रही है, पर तुम बताओ तुम आजकल कहां हो।

वह मुझे कहने लगा मैं आजकल मुंबई में हूं… meri antarvasna

मैंने उसे कहा तुम तो मुझे काफी सालों बाद फोन कर रहे हो, तुम आजकल क्या कर रहे हो, वह कहने लगा मैंने अपना ही बिजनेस खोल लिया है और मैं दिल्ली में ही काम करता हूं इसीलिए मैं मुंबई बहुत ही कम रहता हूं। मैंने कहा चलो यह तो अच्छी बात है यदि तुमने अपना ही कारोबार शुरू कर लिया है। हम दोनों की उस दिन काफी देर तक बात हुई, मुझे भी सारांश से बात कर के अच्छा लगा।

सारांश मुझे कहने लगा किसी दिन तुम मुझे मिलो तो हम दोनों उस दिन बैठ कर बात करते हैं, मैंने उसे कहा तुम मेरे घर पर ही आ जाना, वैसे भी मैं घर पर अकेली बोर होती हूं, तुम्हें जब भी वक्त मिले तो तुम मुझे फोन कर लेना मैं तुम्हें अपने घर का एड्रेस भेज दूंगी। सारांश कहने लगा ठीक है तुम मुझे अपने घर का एड्रेस दे देना, अभी फिलहाल तो मेरे पास वक्त नहीं है लेकिन कुछ दिनों बाद ही मैं मुंबई लौटूंगा, मैं अभी दिल्ली जा रहा हूं।

मैंने सारांश से कहा ठीक है तुम्हें जब भी वक्त मिले तो तुम मुझे फोन कर लेना। meri antarvasna

उसके बाद मैंने सारांश का फोन कट कर दिया और मैंने सोचा मैं कविता के पास चलती हूं। मैं उस दिन कविता के पास चली गई कविता और मैं उस दिन काफी देर तक बैठे रहे, जब मैं घर गई तो उसके कुछ देर बाद गगन भी आ गये। फिर मैं अपना खाना बनाने लगी, जब मैं खाना बना रही थी तो गगन बेडरूम में ही बैठे हुए थे और उन्होंने मेरा फोन उस दिन देख लिया,  वह मुझे कहने लगे यह सारांश कौन है, मैंने उन्हें बताया कि वह मेरा पुराना दोस्त है और हम लोग कॉलेज में साथ ही थे, अब उसने अपना काम शुरू कर लिया है इसलिए उसने काफी समय बाद मुझे फोन किया।

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जब मैंने यह बात गगन को बताई तो गगन का मुंह बिगड़ सा गया और वह चुपचाप अपने काम पर लग गए। मैं समझ चुकी थी कि वह मेरी इस बात से गुस्सा हो चुके हैं, मैंने उन्हें कहा कि हम दोनों खाना खा लेते हैं खाना बन चुका है। हम दोनों ने डिनर किया और उसके बाद हम लोग अपने बेडरूम में सो गए लेकिन मैं सोचने लगी कि गगन और मेरी शादी कितने वर्ष हो चुके हैं लेकिन अब भी हम दोनों एक दूसरे को बिल्कुल भी नहीं समझ पाये।

मुझे रात भर नींद नहीं आई और मैं यही सोचती रही। meri antarvasna

अगले दिन गगन ने मुझसे कहा मैं काम के सिलसिले में कहीं बाहर जा रहा हूं और कुछ दिन बाद ही लौटूंगा, तुम अपना ध्यान रखना।  यह कहते हुए वह चले गए, मुझे बहुत ही बुरा सा फील हो रहा था। मुझे अपने आप को देख कर बहुत ही ज्यादा बुरा लग रहा था। उसके कुछ दिनों बाद ही मुझे सारांश का फोन आया वह मुझे कहने लगा तुम कहां हो। मैंने उसे कहा मैं तो घर पर ही हूं। वह कहने लगा क्या मैं तुम्हारे घर आ सकता हूं मैंने उसे कहा हां तुम मेरे घर आ जाओ। जब वह मेरे पास आया तो हम दोनों ही साथ में बैठे हुए थे और सारांश मुझसे पूछने लगा तुम्हारी लाइफ कैसी चल रही है।

मैंने उसे अपनी सारी बात बताई  उसे यहां सब सुनकर अच्छा नहीं लगा वह कहने लगा तुम तो बिल्कुल ही इंडिपेंडेंट विचारों की थी लेकिन अब तुम्हें क्या हो चुका है। मैंने उसे कहा मेरे पति के साथ मै बिल्कुल भी खुश नहीं हू। उसने मुझे गले लगा लिया और कहने लगा तुम चिंता मत करो मैं तुम्हारे साथ हूं। जब उसने यह सब मुझे कहा तो मेरे अंदर से एक आग सी निकल गई, मैंने उसे कस कर पकड़ लिया मेरे स्तनों सारांश से टकरा रहे। सारांश ने भी मुझे सोफे पर लेटा दिया और सोफे पर लेटाते ही उसने मेरे नरम और मुलायम होठों का रसपान किया। काफी देर तक हम दोनों एक दूसरे के होठों को चूसते रहे उसने मेरे होठों से खून भी निकाल दिया।

जब उसने मुझे नंगा किया तो वह प्यासी नजरों से मुझे बहुत देर तक  घूरता रहा। meri antarvasna

मैंने  सारांश से कहा अब तुम देर मत करो मैं काफी समय से सेक्स की भूखी बैठी हूं तुम मेरी इच्छा पूरी कर दो। सारांश ने भी अपना लंड बाहर निकाला और मैंने उसके कडक और मोटे लंड को बहुत देर तक सकिंग किया। वह पूरा मूड में था मैंने उसे कहा तुम मेरी योनि के अंदर अपने लंड को डाल दो। उसने जब मेरे दोनों पैर खोले तो कुछ देर तक तो उसने मेरी योनि को अच्छे से चाटा जिससे कि मेरी योनि से और भी ज्यादा पानी निकलने लगा। उसने मेरी योनि के अंदर जब अपनी उंगली को डाला तो मैं बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गई।

कुछ देर में ही उसने अपने मोटे लंड को जैसे ही मेरी योनि के अंदर प्रवेश करवा दिया तो मैं बहुत ज्यादा चिल्लाने लगी। वह कहने लगा तुम्हारी चूत तो बहुत ही टाइट है मुझे बहुत अच्छा लग रहा है जब मैं तुम्हें झटके दे रहा हूं। मैंने सारांश से कहा मुझे भी तुम्हारे साथ में सेक्स कर के बहुत मजा आ रहा है मैं इतने दिनों से भूखी बैठी थी मेरे पति तो मेरी तरफ देखते भी नहीं है और वह सिर्फ मुझ पर शक करते रहते हैं।

सारांश कहने लगा तुमने भी आज मेरी इच्छा पूरी कर दी है। meri antarvasna

15 मिनट बाद जब सारांश का वीर्य गिरा तो वह मुझे कहने लगा मुझे आज तुमने खुश कर दिया है। मैंने अपनी योनि से वीर्य को साफ किया और कुछ देर बाद उसके ऊपर बैठ गई। मैं अपनी चूतडो को बड़ी तेजी से हिला रही थी और वह भी मुझे बड़ी तेज गति से धक्के दे रहा था। जिस प्रकार से हम दोनों ने एक दूसरे के साथ संभोग किया हम दोनों ही बहुत खुश हो गए और जब दोबारा से सारांश का वीर्य मेरी योनि में गया तो उसने मेरी योनि से अपने लंड को निकाल लिया।

मैंने सारांश को गले लगा लिया। meri antarvasna

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चलो आज कहीं घूम आते हैं https://sexstories.one/sex-with-girlfriend/ Mon, 08 Feb 2021 16:56:05 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%9a%e0%a4%b2%e0%a5%8b-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a5%80%e0%a4%82-%e0%a4%98%e0%a5%82%e0%a4%ae-%e0%a4%86%e0%a4%a4%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%88%e0%a4%82/ मेरे पिताजी गांव के सरपंच है इसीलिए उनके गांव में बहुत चलती है। हमारा गांव राजस्थान में है मैंने अपनी पढ़ाई गांव से ही की है और मैं अपने गांव में ही रहकर खेती का ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मेरे पिताजी गांव के सरपंच है इसीलिए उनके गांव में बहुत चलती है। हमारा गांव राजस्थान में है मैंने अपनी पढ़ाई गांव से ही की है और मैं अपने गांव में ही रहकर खेती का काम करता हूं, मेरी उम्र 26 साल हो चुकी है लेकिन मैंने कभी भी शहर जाने की नहीं सोची और गांव में ही मैं अपने पिताजी के साथ खेती का काम करता हूं, हमारे घर में नौकर चाकर भी हैं लेकिन मुझे खेती का बहुत शौक है। sex with girlfriend

एक बार हमारे गांव में मेरे चाचा के लड़के की शादी थी.. sex with girlfriend

वह शहर में ही पला बढ़ा है, मेरे चाचा और चाची गांव में ही रहते हैं लेकिन उन्होंने रवि को शहर में ही पढाया है, जब रवि गांव आ गया तो रवि मुझसे कहने लगा तुम्हें ही घर में सारा काम देखना है, मैंने रवि से कहा आखिरकार तुम मेरे भाई हो तो मैं ही तुम्हारा काम देखूंगा। रवि और मेरे बड़े भैया की उम्र लगभग एक जितनी ही है और उन दोनों के बीच बहुत घनिष्ठ मित्रता भी है रवि मुझसे कहने लगा कि दीदी तो शादी में आएंगी, मैंने उससे कहा मेरी दीदी से फोन पर बात हुई थी तो वह शादी में आने के लिए तो कह रही थी, मेरी दीदी विदेश में रहती हैं और उनकी शादी को 10 वर्ष हो चुके हैं।

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रवि मुझसे कहने लगा मेरे दोस्त भी शहर से आएंगे तुम्हें ही उनका ध्यान रखना है.. sex with girlfriend

मैंने रवि से कहा तुम चिंता मत करो मैं ही उनका ध्यान रखूंगा, रवि की शादी की सारी तैयारियां हो चुकी थी और अब उसके दोस्त भी शहर से आने लगे थे मेरी मुलाकात जब उसकी दोस्त शगुन से हुई तो शगुन से मुझे जैसे प्रेम होने लगा था लेकिन वह रवि की दोस्त थी इसलिए मैं उससे यह बात नहीं कह सकता था..

लेकिन शगुन को भी मेरा साथ अच्छा लग रहा था और गांव मे उसे मैं अपने साथ घुमाने के लिए भी ले गया। हमारे गांव से कुछ दूरी पर एक पुराना किला है जब उसने मुझसे कहा कि क्या तुम हम लोगों को वहां घुमाने के लिए लेकर चल सकते हो तो मैंने उसे कहा क्यों नहीं, मैंने उसे कहा लेकिन वहां हम लोग ट्रैक्टर से ही चलेंगे मैं उन लोगों को ट्रैक्टर से ही उस किले में ले गया जब वह लोग उस किले में गए तो वह बहुत खुश हुए शगुन भी बहुत खुश थी वह मुझे कहने लगी तुम्हारे साथ तो समय बिता कर बहुत अच्छा लग रहा है।

मैंने उससे पूछा क्या रवि को तुम पहले से ही जानती हो? sex with girlfriend

शगुन कहने लगी हां रवि हमारे पड़ोस में ही रहता है इसलिए उससे मेरी अच्छी दोस्ती हो गई और रवि एक अच्छा लड़का भी है। जब रवि ने मुझे बताया कि मेरी शादी गांव में ही होगी तो मैं बहुत ज्यादा खुश हो गई और मैंने सोचा कि चलो इस बहाने गांव की सैर भी हो जाएगी क्योंकि हम लोगों का अब गांव से कोई भी जुड़ाव नहीं है इसलिए मैं रवि की शादी में आकर बहुत खुश हूं, मैं जब से तुमसे मिली हूं तो मुझे बहुत अच्छा लग रहा है।

शगुन के साथ मुझे भी अच्छा लग रहा था मैंने पहली बार ही किसी लड़की से इतनी ज्यादा बात की थी, मैं जब स्कूल में पढ़ता था तो उस वक्त भी मेरी बात किसी लड़की से नहीं होती थी। शगुन मुझसे कहने लगी तुम जब भी फरीदाबाद आओ तो मुझे जरूर मिलना, मैंने उससे कहा वहां कर मैं भला क्या करूंगा मैं तो अब गांव में ही खेती बाड़ी का काम संभालता हूं और गांव में ही खुश हूं, वह मुझे कहने लगी फिर भी कभी तुम्हें मौका मिले तो तुम जरूर आना, तुमने भी मेरा बहुत ध्यान रखा है।

रवि की शादी में सब लोग बड़े ही धूम धड़ाके से मस्ती कर रहे थे और सब लोग बहुत खुश थे. sex with girlfriend

मैंने भी उस दिन शगुन के साथ जमकर डांस किया, जब शगुन शहर लौट गई तो मुझे भी उससे मिलने की चाह होने लगी लेकिन उससे मैं मिल नहीं सकता था। रवि मुझसे कहने लगा कि तुम भी मेरे साथ फरीदाबाद चलो, मैंने उससे कहा वहां चलकर मैं क्या करूंगा लेकिन मेरा मन तो बहुत था इसलिए मैं रवि के साथ फरीदाबाद कुछ दिनों के लिए चला गय..

Mera mota lund dekh uski choot geeli ho gayi..

मैं जब रवि के साथ फरीदाबाद गया तो वहां मुझे शगुन भी मिल गई. sex with girlfriend

शगुन मुझे देखते ही खुश हो गई और कहने लगी कि मैंने तो सोचा भी नहीं था कि तुम इतनी जल्दी ही यहां आ जाओगे। मैं भी शगुन से मिलकर बहुत खुश था, अगले दिन रवि ऑफिस जा चुका था और उस दिन शगुन घर पर आ गई और कहने लगी तुम जल्दी से तैयार हो जाओ, मैंने उसे कहा लेकिन हम लोग कहां जाने वाले हैं? वह कहने लगी कि तुम तैयार हो जाओ मैं भी तैयार होकर आती हूं।

मैं भी तैयार हो गया और शगुन भी तैयार होकर आ गई जब वह तैयार होकर आई तो उस दिन वह बहुत ही सुंदर लग रही थी वह मुझे अपने साथ लेकर गई उसने मुझे अपने कई दोस्तों से भी मिलवाया और हम लोगों ने साथ में बहुत अच्छा टाइम बिताया, मुझे उसके साथ में उस दिन बहुत अच्छा लगा हम लोग शाम के वक्त घर लौट आए। शगुन और मै साथ मे बैठे हुए थे शगुन ने उस दिन जो जींस पहनी थी..

उसकी चैन खुली हुई थी मैं उसकी जींस की तरफ देख रहा था। sex with girlfriend

जब मैंने उससे कहा कि तुम्हारी जींस की चैन खुली है तो वह शर्माने लगी उसके चेहरे की मुस्कान से मैं उस पर पूरा फिदा हो गया और उसके पास जाकर बैठ गया जैसे ही मैंने उसकी मोटी जांघ के ऊपर अपने हाथ को रखा तो उसकी गर्मी बढ़ने लगी वह भी मेरी बाहों में आ गई। शगुन मुझसे कहने लगी मुझसे अब रहा नहीं जा रहा मैंने शगुन से उस दिन पूछा कि क्या तुमने इससे पहले भी कभी सेक्स किया है।

वह कहने लगी हां मैंने इससे पहले भी सेक्स किया है शगुन कि बात से मै अंदाजा लग चुका था कि वह बड़े ही खुले विचार की लड़की है परंतु उस वक्त मेरे पास उसके बदन के सुख भोगने का मौका था। मैंने भी वह मौका नहीं गवाया मैंने शगुन को नीचे लेटा दिया जब मैंने उसके कपड़ों को उतारना शुरू किया तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि उसका बदन इतना शेप में होगा उसका बदन पूरी तरीके से एकदम शेप में था उसके स्तन बहुत बड़े थे।

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जब मैंने उसके गुलाबी होठों को चूमा तो वह भी जोश में आ गई उसने मेरे लंड को अपने आप अपने मुंह में ले लिया उसने मेरे लंड को 2 मिनट तक अपने मुंह में अंदर बाहर किया उसके इस अंदाज से मैं तो उस पर पूरा फिदा हो गया। जब मैंने उसकी चूत पर अपने लंड को रगडना शुरू किया तो उसकी चूत से गिला पदार्थ बाहर निकल रहा था और उसकी चूत इतनी ज्यादा गिली हो गई थी कि मैंने धक्का देते हुए उसकी चूत के अंदर अपने लंड को डाल दिया।

जैसे ही मेरा लंड उसकी चूत के अंदर घुसा तो उसने मुझे कसकर पकड़ लिया और मेरी कमर पर उसने अपने नाखून घुसा दिए उसने अपने नाखूनो से मेरी कमर पर निसान मार दिए मुझे दर्द भी हुआ लेकिन उसकी गर्मी का अंदाजा मैंने लगा लिया था। मैंने भी उसके दोनों पैरों को चौड़ा किया और जब उसकी चूत थोड़ा ज्यादा खुल चुकी थी मैंने उसकी चूत पर इतनी तेज गति से प्रहार किया कि उसकी चूत से तरल पदार्थ लगातार तेजी से बाहर निकलने लगा और उसे बहुत दर्द भी होने लगा।

Mere mote lund se chudwakar uski choot phat gayi!

मेरा 10 इंच मोटा लंड जब उसकी चूत के अंदर था तो वह अपने मुंह से सिसकियां लेते हुए कहने लगी आकाश तुम्हारा लंड तो बहुत मोटा है ऐसा लंड मैंने पहली बार ही किसी का लिया है।

मैंने उससे कहा मैं तो मेहनत करने वाला व्यक्ति हूं इसीलिए मेरा लंड इतना मोटा है। sex with girlfriend

उस दिन मैंने उसकी चूत पूरी तरीके से छिलकर रख दी। जब हम दोनों की रगडन से गर्मी ज्यादा पैदा होने लगी तो उस गर्मी को ना तो शगुन ज्यादा देर तक बर्दाश्त कर पाई और ना ही मैं ज्यादा देर तक बर्दाश्त कर पाया परंतु मैंने उस दिन उसकी चूत का भोसड़ा बना कर रख दिया था। जब मैंने अपने माल को उसके मुंह पर गिराया तो वह खुश हो गई उसने अपने मुंह को पानी से धोया और अपने कपड़े पहन लिए। मैंने उसे कहा शगुन आज तुम्हारे साथ सेक्स करके तुमने मेरी सारी इच्छा पूरी कर दी है। उस दिन उसकी चूत का भोसड़ा बना कर मुझे बहुत अच्छा लगा मैं जितने दिन रवि के पास रुका उतने दिन हर सुबह वह मेरे पास आ जाया करती और मुझे कहती चलो आज कहीं घूम आते हैं और घूमने के बाद मैं उसे चोदा करता।

मैं जब फरीदाबाद से वापस लौट आया तो शगुन और मेरी हमेशा फोन पर बात होती, उससे जब भी मेरी फोन पर बात होती तो वह मुझे कहती की तुम अब दोबारा फरीदाबाद कब आओगे, मैंने उसे कहा अभी तो मेरा कुछ पता नहीं है लेकिन जब भी मैं आऊंगा तो मैं तुम्हें बता दूंगा। मैंने उसे पूछा क्या तुम्हारी बात रवि से होती है, वह कहने लगी हां रवि तो मुझे हमेशा ही मिल जाता है और रवि से तो मेरी बात होती रहती है..

शगुन ने मुझे बताया कि रवि और उसकी पत्नी फॉरेन टूर पर घूमने के लिए जा रहे हैं, मैंने शगुन से कहा चलो यह तो अच्छी बात है तुमने मुझे यह बात बताइ मुझे तो रवि ने यह बात नहीं बताई लेकिन मैं उससे इस बारे में जरूर पूछुंगा। मैंने जब  रवि को फोन किया तो रवि कहने लगा मैंने और तुम्हारी भाभी ने घूमने का प्लान बनाया है, मैंने रवि से कहा लेकिन तुमने तो यह बात किसी को भी नहीं बताई, रवि कहने लगा यह बात तुम किसी को मत बताना मैं घर में यह बात बताऊंगा तो वह लोग मुझ पर गुस्सा हो जाएंगे इसलिए मैंने घर पर किसी को यह बात नहीं बताई।

रवि मुझे कहने लगा कि तुम अपनी भाभी को फरीदाबाद ले आना, मैंने रवि से कहा ठीक है मैं भाभी को फरीदाबाद ले आऊंगा और इस बहाने मेरी मुलाकात शगुन से भी हो जाएगी। मैं भाभी को अपने साथ फरीदाबाद ले गया और जब शगुन मुझसे मिली तो वह खुश हो गई और कहने लगी चलो कम से कम तुमसे मिलने का मौका तो मिला नहीं तो तुम मुझसे मिलने भी वाले नहीं थे, मैंने शगुन से कहा नहीं ऐसी बात नहीं है मैं तुमसे जरूर मिलता।

कुछ दिनों बाद रवि और भाभी फॉरेन टूर पर चले गए उस बीच मैं और शगुन घूमने के लिए जाया करते थे।

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पति की गैरमौजूदगी मे मैं और मेरा आशिक़ https://sexstories.one/boyfriend-ne-choda-mujhe/ Wed, 13 Jan 2021 20:40:15 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%97%e0%a5%88%e0%a4%b0%e0%a4%ae%e0%a5%8c%e0%a4%9c%e0%a5%82%e0%a4%a6%e0%a4%97%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%88%e0%a4%82-%e0%a4%94/ महेश हर दिन की तरह ऑफिस से शाम 7:00 बजे घर लौटे महेश जब घर आए तो उनके चेहरे पर वह खुशी नहीं थी जो कि पहले रहती थी महेश का चेहरा बिल्कुल उतरा सा ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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महेश हर दिन की तरह ऑफिस से शाम 7:00 बजे घर लौटे महेश जब घर आए तो उनके चेहरे पर वह खुशी नहीं थी जो कि पहले रहती थी महेश का चेहरा बिल्कुल उतरा सा था। मैंने महेश से पूछा महेश क्या मैं आपके लिए चाय बना कर ले आऊं तो महेश कहने लगे हां तुम मेरे लिए चाय बना कर ले आओ। boyfriend ne choda

मैं रसोई में गई और उनके लिए चाय बना कर ले आई.. boyfriend ne choda

मैंने जब महेश के लिए चाय बनाई तो मैंने उनके हाथ में गरमा गरम चाय का प्याला थमाया। जब मैंने उन्हें चाय दी तो वह कहने लगे चाय में तो बड़ी अच्छी खुशबू आ रही है मैंने उन्हें कहा मैंने चाय में इलायची और अदरक डाला है तो खुशबू तो आएगी ही। इस बात से महेश के चेहरे पर हल्की सी मुस्कान आई लेकिन वह मुस्कान सिर्फ कुछ ही पल की थी उसके बाद वह दोबारा से जैसे गुमसुम से हो गए।

वह चाय की चुस्कीयां ले रहे थे. boyfriend ne choda

लेकिन उनका ध्यान पता नहीं कहां था मैंने खांसते हुए उन्हें अपनी ओर देखने के लिए मजबूर कर दिया उन्होंने अपने चश्मे को उतारकर मेज पर रखा और मुझे कहने लगे राधिका लगता है हमें फिर अपना सामान बांधना पड़ेगा। मैंने महेश से कहा क्या आप का ट्रांसफर हो गया है तो महेश कहने लगे हां मेरा ट्रांसफर हो गया है मैंने महेश से कहा लेकिन इस बार आपका ट्रांसफर बड़ी जल्दी हो रहा है हमें तो अभी अजमेर में सिर्फ दो वर्ष ही हुए हैं। महेश कहने लगे अब अपने विभाग के बारे में क्या कहूं जब मन करता है तो वह लोग ट्रांसफर करवा देते हैं हमारा ट्रांसफर पुणे में हो गया है।

मैंने महेश से कहा तो फिर बच्चों का भी अब दाखिला पुणे में ही करवाना पड़ेगा यह भी हमारे लिए बड़ी ही विडम्बना वाली स्थिति थी क्योंकि हर दो-तीन वर्ष में हमारा ट्रांसफर होता रहता था। बच्चों को भी नए स्कूल में दाखिला दिलवाना था और मुझे तो सबसे पहले सामान बांधने की चिंता हो रही थी सामान भी काफी जुड़ चुका था और अब हम लोग इस बात से परेशान थे कि कैसे सामान को इतने दूर लेकर जाएंगे। अजमेर से पुणे की दूरी काफी थी तो कुछ दिनों के लिए महेश पुणे हो आए थे महेश जब पुणे से लौटे तो उन्होंने बताया कि वहां पर रहने के लिए तो सरकारी क्वार्टर बडे ही अच्छे हैं और व्यवस्थाएं भी अच्छे से हैं लेकिन महेश को वहां पर अच्छा नहीं लग रहा था।

महेश वापस अजमेर लौट आए थे. boyfriend ne choda

जब महेश वापस लौटे तो महेश मुझे कहने लगे राधिका तुमने सामान तो बांध दिया है ना मैंने महेश से कहा बस थोड़ा टाइम और लगेगा तुम्हें मालूम है ना कितना सामान है सामान को बंधने में बड़ी तकलीफ हो रही है। महेश और मैंने मिल कर सामान अच्छे से पैक कर लिया था अब हम लोगों को पुणे के लिए निकलना था तो हम लोग ट्रेन से चले गए और महेश ने एक बड़ा ट्रक बुक कर लिया था उसमें ही हम लोगों ने सारा सामान रखवा दिया। जब हम लोग पुणे पहुंचे तो हमारे पड़ोस में रहने वाली निकिता दीदी ने हमारी बड़ी मदद की उनके ही मदद से मैं घर का सारा सामान अच्छे से रख पाई। मैंने अब अपने सामान को अच्छे से रख दिया था मुझे इस बात की बहुत खुशी थी कि चलो कम से कम किसी ने तो मेरी मदद की। काफी दिन तक तो हम लोगों को एडजस्ट करने में दिक्कत हुई पर अब हम लोग एडजेस्ट कर चुके थे लेकिन इस बात की समस्या थी कि बच्चों का दाखिला कब करवाया जाए।

Ajnabi ne choda

कुछ ही दिन में यह समस्या भी हमारी हल हो गई और हम लोगों ने बच्चों का दाखिला भी करवा दिया था। महेश अब अपने ऑफिस से आते तो वह मुझे कहते यहां एडजस्ट करने में मुझे तो बड़ी दिक्कत हो रही है मैंने महेश से कहा लेकिन यहां अच्छा तो है। महेश कहने लगे अच्छा तो है लेकिन ऑफिस में कुछ लोग बड़े ही ढीट किस्म के हैं यदि उनसे कुछ काम करने के लिए बोलो तो वह मुंह चढ़ा लेते हैं। मैंने महेश से कहा कोई बात नहीं सब ठीक हो जाएगा और महेश भी कुछ दिनों बाद अच्छे से एडजस्ट करने लगे थे। हालांकि महेश का मन तो नहीं था परंतु फिर भी महेश ने एडजेस्ट कर ही  लिया था, महेश अपने ऑफिस में एक उच्च अधिकारी के पद पर थे। मेरी सासू मां ने एक दिन मुझे फोन किया और कहने लगी बेटा मैंने महेश को फोन किया था लेकिन वह फोन नहीं उठा रहा है..

मैंने सासू मां से कहा मां जी क्या कोई जरूरी काम था। boyfriend ne choda

वह कहने लगीन हां महेश को मुझे बताना था कि उसके पिताजी की कुछ दिनों से तबियत ठीक नहीं है तो क्या वह कुछ दिनों की छुट्टी लेकर घर आ सकता है। मैंने माजी से कहा माजी महेश जब ऑफिस से आ जाएंगे तो मैं उन्हें बता दूंगी और मैं उनकी बात आपसे करवा दूंगी। वह कहने लगी ठीक है बेटा जब महेश ऑफिस से आए तो तुम महेश से मेरी बात करवा देना मैंने फोन रख दिया था मैंने जैसे ही फोन रखा तो बच्चे भी स्कूल से आ चुके थे। बच्चों को बहुत तेज भूख लग रही थी तो वह कहने लगे मम्मी कुछ बना दो..

मैंने उनके लिए गरमा गरम पकौड़े बना दिए.. boyfriend ne choda

बच्चों को पकोड़े खाने का बड़ा शौक है वह लोग पकोड़े खा कर खुश थे। श्याम के वक्त जैसे ही महेश आये तो मैंने महेश को कहा आज माजी का फोन आया था तो माजी कह रही थी कि पिताजी की तबीयत कुछ ठीक नहीं है क्या आप उन्हें फोन कर देंगे। महेश ने अपने फोन को अपने जेब से निकाला और कहने लगे मेरे दिमाग से उतर गया था जिस वक्त मां का फोन आ रहा था उस वक्त मैं अपने ऑफिस का कुछ जरूरी काम कर रहा था इसलिए मेरे दिमाग से यह बात उतर गई। मैंने महेश से कहा आप फोन कर लीजिए महेश ने माजी को फोन किया और वह उनसे फोन पर बात करने लगे।

मैं महेश के पास ही बैठी हुई थी हम दोनों अपने बैठक में बैठे हुए थे और महेश की करीब 5 मिनट तक अपनी मां से बात हुई महेश कहने लगे लगता है मुझे कुछ दिनों के लिए घर जाना पड़ेगा। महेश को कुछ दिनों के लिए अंबाला जाना था तो महेश कहने लगे मैं कुछ दिनों के लिए अंबाला हो आता हूं तुम बच्चों का ध्यान रख लोगी ना। मैंने महेश से कहा हां मैं बच्चों का ध्यान रख लूंगी तुम निश्चिंत रहो लेकिन पहले यह तो बताओ आखिर हुआ क्या है। महेश मुझे कहने लगे पिताजी की तबीयत कुछ दिनों से खराब चल रही है और मां चाहती है कि मैं भी घर आ जाऊं मैंने महेश से कहा तो क्या तुम्हारे छोटे भाई को उन्होंने नहीं बताया। महेश कहने लगे तुम्हें तो उसके बारे में मालूम हीं है ना वह कितना लापरवाह है उसे अपने आप से ही फुर्सत नहीं है तो भला वह क्या मां और पापा का ख्याल रखेगा।

यह कहते हुए महेश अपने कपड़े चेंज करने के लिए रूम में चले गए और थोड़ी देर बाद वह बाहर आये तो कहने लगे मैं सोच रहा हूं कि परसों ही मैं निकल जाऊं। मैंने महेश से कहा ठीक है आप देख लीजिए आपको जैसा सही लगता है तो महेश कहने लगे ठीक है मैं परसों ही निकल जाता हूं। उसके बाद महेश ट्रेन से अंबाला के लिए निकल चुके थे मैं घर में बच्चों के साथ अकेली थी। मैं घर पर अकेली थी लेकिन मुझे महेश ने अंबाला पहुंच कर फोन कर दिया था और जब महेश अंबाला पहुंच गए थे तो मैंने उन्हें कहा था कि आप अपना ध्यान रखिएगा। वह मुझे कहने लगे  तुम भी अपना ध्यान रखना और यदि कोई परेशानी हो तो मुझे बता देना। मैंने महेश को कहा हां यदि मुझे कोई परेशानी होगी तो जरूर मैं तुम्हें बता दूंगी और इसी के साथ मैं महेश की यादों में अपने रूम में बैठी हुई थी बच्चे भी स्कूल जा चुके थे।

मुझे काफी अकेलापन सा महसूस हो रहा था.. boyfriend ne choda

और अकेलापन महसूस होता भी क्यों नहीं क्योंकि मेरे अंदर भी जवानी अब भी बची हुई है उसे मुझे बाहर निकालना ही था। उसे बाहर निकालने के लिए मैंने सोचा क्या किया जाए तो मैं इधर उधर देखने लगी मैंने कुछ देर देखा तो मुझे कुछ नहीं मिला फिर मैंने अपने घर पर रखे बैंगन को ही अपनी चूत के अंदर घुसा दिया। मुझे बड़ा मजा आया काफी देर तक मैं उस बैगन के साथ मजे लेकर अपनी इच्छा को पूरी करती रही। उस दिन तो मेरी इच्छा पूरी हो चुकी है लेकिन उसके बाद भी मुझे किसी ना किसी की तो जरूरत थी तो हमारे कॉलोनी में रहने वाले साकेत के साथ मैंने शारीरिक संबंध बनाने के बारे में सोचा। साकेत अभी बैचलर है वह मुझसे मिलने आए तो उन्होंने मेरे होठों को चूसा और मेरे स्तनों का भी जमकर रसपान किया। जब उन्होंने मेरी योनि को चाटना शुरू किया तो मुझे मज़ा आने लगा और वह भी पूरी तरीके से आनंदित होने लगे मैंने भी उनके मोटे लंड को अपने मुंह में लेकर चूसना शुरू किया तो साकेत को भी मजा आने लगा और मुझे भी मज़ा आ रहा था। साकेत ने अपने लंड को मेरी योनि में डाला तो मेरी चूत से गर्मी बाहर निकलती।

काफी समय से अच्छी तरीके से मेरी इच्छा पूरी नही हो पाई थी। मैंने साकेत से कहा तुम और तेजी से मुझे धक्के दो साकेत ने मुझे बड़े ही तेजी से धक्के मारे और काफी देर तक वह मेरी चूत के मजे लेता रहा लेकिन जब मेरी योनि से पानी बाहर निकाला है तो वह कहने लगा लगता है अब मैं आपको नहीं चोद पाऊंगा परंतु उसके बावजूद भी साकेत ने मुझे धक्के दिए और कहा मेरा वीर्य गिरने वाला है। साकेत मेरी चूत की गर्मी को बर्दाश्त नहीं कर पाया और साकेत ने अपने वीर्य को मेरी योनि के अंदर गिरा दिया। साकेत अगले दिन भी मुझसे मिलना आया तो मैंने उससे अपनी चूत दोबारा से मरवाई लेकिन मुझे अपनी गांड मारवानी थी। साकेत ने अपने लंड पर  कंडोम चढ़ाते हुए मेरी गांड के अंदर प्रवेश करवाया तो मैं मचलने लगी और मुझे दर्द होने लगा था लेकिन साकेत अपने लंड को मेरी गांड के अंदर बाहर करता तो मेरे मुंह से चीख निकल जाती लेकिन मुझे मजा आ रहा था। साकेत काफी देर तक ऐसा ही करते रहे मेरी  गांड की गर्मी से कंडोम फट चुका था और वीर्य मेरी गांड मे गिर गया था।

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चूत देकर खुश कर दो https://sexstories.one/main-callgirl-ban-gayi/ Fri, 08 Jan 2021 08:04:09 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%9a%e0%a5%82%e0%a4%a4-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%96%e0%a5%81%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%8b/ मैं बिहार के एक छोटे से गांव की रहने वाली हूं मेरा नाम राधिका है। मेरे पिताजी की गांव में ही एक छोटी सी दुकान है और उनका सपना हमेशा से यह था कि मैं ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मैं बिहार के एक छोटे से गांव की रहने वाली हूं मेरा नाम राधिका है। मेरे पिताजी की गांव में ही एक छोटी सी दुकान है और उनका सपना हमेशा से यह था कि मैं एक अच्छी जगह पढ़ाई करूं क्योंकि हमारे गांव में पढ़ाई का बहुत आभाव है इसलिए उन्होंने हमेशा ही मुझे कहा कि बेटा तुम पढ़ लिख कर किसी अच्छी जगह नौकरी करो मेरा तो यही सपना है और मैं उनका सपना पूरा भी करना चाहती थी.. indian callgirl

क्योंकि उन्होंने अपने जीवन में बहुत मेहनत की इसलिए मैं अपने स्कूल के समय से ही उन्हें कहती कि आप लोगों का बुढ़ापे का सहारा में ही बनुंगी.

मेरे पिता ने भी मुझे कभी कोई कमी नहीं होने दी। हमारे स्कूल में बच्चों के पास साइकिल होती तो मेरे पिता ने भी मेहनत कर के मुझे एक साइकिल दिलवा दी, मुझे उस वक्त उस साइकिल की कीमत का तो ज्यादा अंदाजा नहीं था लेकिन मुझे इस बात का एहसास हो गया था कि मेरे पिताजी ने मुझे अपने खून पसीने की मेहनत से यह साइकिल दिलवाई है, उन्होंने कभी भी मुझे एहसास नहीं होने दिया कि मुझे किसी चीज की कमी हो और जब भी मुझे कभी कोई मुसीबत आती तो वह हमेशा मेरे साथ खड़े होते।

मेरी स्कूल की पढ़ाई भी अब पूरी हो गई थी.. indian callgirl

और मैंने पुणे के कॉलेज में एडमिशन लेने की सोची क्योंकि मुझे एमबीए करना था और मैंने पुणे से ही अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने की सोची.

मैंने जब प्रथम वर्ष में वहां दाखिला लिया तो मेरे पापा मेरे साथ कुछ दिनों के लिए पुणे में आए थे और उन्होंने मेरी रहने की सारी व्यवस्था की, मैं पुणे में हॉस्टल में रहती थी लेकिन मुझे हॉस्टल का माहौल कुछ ठीक नहीं लगा इसलिए कुछ समय बाद ही मैंने हॉस्टल से दूसरी जगह शिफ्ट कर लिया, मैं जिस घर में रहती थी वहां पर मेरी क्लासमेट मेरे साथ रहती उसका नाम शिखा है।

Desi randi ki mote lund se chudai

शिखा महाराष्ट्र की ही रहने वाली है और वह पढ़ने में भी बहुत अच्छी थी, पुणे में हमारे क्लास में जितने भी बच्चे थे वह सब अच्छे घरानों से थे इसलिए मैं भी उनकी तरह ही बनने की कोशिश करने लगी लेकिन मेरे पिताजी के पास जितना पैसा था वह उतने ही पैसों में मुझे पढ़ा रहे थे उन्होंने मेरी फीस तो भर दी थी..

लेकिन मेरे खर्चे भी अब बढ़ने लगे थे। indian callgirl

शिखा भी अच्छे घर से थी इसलिए वह मेरे लिए कभी कपड़े ले आती और कभी मेरी और जरूरतों को पूरा कर दिया करती, शिखा को मैं अपनी बहन की तरह मानती क्योंकि वह मुझे अपने साथ ही रखती थी और जब भी मुझे कुछ जरूरत होती तो वह मेरी जरूरतों को पूरा कर दिया करती।

कॉलेज का पहला बर्ष तो मेरा अच्छे से बीत गया था और जब हम लोग अगले वर्ष में पहुंचे तो मुझे लगने लगा कि मुझे भी अब पैसों की आवश्यकता है और मुझे कुछ करना चाहिए इसलिए मैंने कॉलेज के बाद एक पार्ट टाइम नौकरी करने की सोची क्योंकि कॉलेज के बाद काफी समय मेरे पास बच जाया करता था, मैंने शिखा से इस बारे में बात की तो वह कहने लगी यदि तुम्हें नौकरी चाहिए तो मैं तुम्हारी मदद कर सकती हूं।

शिखा ने एक दिन मुझे अपने एक भैया से मिलवाया.. indian callgirl

उनसे मैं पहले भी एक दो बार मिल चुकी थी लेकिन मेरा उनसे इतना ज्यादा परिचय नहीं था परंतु उस दिन जब हम लोग साथ में बैठे हुए थे तो शिखा ने अपने भैया के बारे में मुझे बताया, वह किसी कंपनी में मैनेजर थे। मैंने उनसे कहा कि भैया मुझे यदि आप कहीं पार्ट टाइम नौकरी दिलवा दे तो मेरा खर्चा भी चल जाया करेगा, वह कहने लगे ठीक है..

मैं अपने किसी दोस्त से तुम्हारी नौकरी की बात करता हूं जैसे ही मुझे कहीं नौकरी के बारे में पता चलता है तो मैं तुम्हें तुरंत बता दूंगा। शिखा के भैया कुछ देर हमारे साथ बैठे रहे और उसके बाद वह अपने ऑफिस चले गए, शिखा मुझसे कहने लगी कि तू चिंता मत कर भैया पक्का कहीं ना कहीं तेरे लिए जॉब देख लेंगे, मैंने सिखा से कहा हां यार मुझे तो जॉब की बहुत ज्यादा जरूरत है क्योंकि तुम्हें तो पता है कि अब खर्चे कितने बढ़ने लगे हैं और थोड़े पैसे भी मुझे पार्ट टाइम नौकरी से मिल जाए तो मैं अपना रहने का खर्चा उठा सकती हूं..

शिखा कहने लगी चलो यह तो तुमने बहुत अच्छा सोचा। indian callgirl

मेरा कॉलेज चार बजे छूट जाया करता था और उसके बाद मेरे पास समय बच जाता था, एक दिन शिखा के भैया का फोन आया और वह कहने लगे कि रेस्टोरेंट में नौकरी है यदि तुम वहां नौकरी कर सकती हो तो मैं तुम्हारी वहां बात करूं, मैंने उन्हें कहा हां भैया मैं वहां काम कर लूंगी, वह कहने लगे वहां पर तुम्हें पांच घंटे काम करना पड़ेगा, पांच बजे से दस बजे तक तुम्हारी शिफ्ट होगी.

मैंने उन्हें कहा हां भैया यह काम तो मैं जरूर करूंगी क्योंकि चार बजे मेरा कॉलेज छूट जाता है और उसके बाद मेरे पास समय बच जाता है। उन्होंने मुझे कहा मैं तुम्हें वहां का एड्रेस भेज देता हूं तुम वहां पर चले जाना और मेरा रेफरेंस दे देना, मैंने उन्हें कहा हां भैया आप एड्रेस भेज दीजिए मैं कल ही वहां चली जाऊंगी।

जिस दिन मैं सुबह सुबह इंटरव्यू देने गई.. indian callgirl

तो वह मुझसे बहुत इंप्रेस हुए और उन्होंने मुझे काम पर रख लिया मेरा काम वहां पर अकाउंट्स का था मैंने कुछ दिनों तक तो काम के बारे में समझा और उसके बाद मैं ही सारा काम देखने लगी, पांच बजे से दस बजे तक की शिफ्ट में मैं काम करती मुझे उसके बदले कुछ पैसे मिल जाए करते थे जिन पैसों से मैं अपने रहने का खर्चा उठाती और रहने का किराया भर दिया करती..

अब मुझे घर से पैसे मांगने की जरूरत भी नहीं पड़ती लेकिन फिर भी पापा घर से पैसे भिजवा ही दिया करते, मैंने उन्हें मना भी किया था लेकिन उसके बाद भी वह हर महीने मेरे अकाउंट में पैसे भिजवा दिया करते मैं उन पैसों को संभाल कर रखती क्योंकि मुझे पता था कि कभी ना कभी उन पैसों की जरूरत जरूर पड़ेगी, मेरे पास वह पैसे जमा हो जाते थे।

एक दिन शिखा का बर्थडे था तो मुझे उसे कुछ गिफ्ट देना था मेरे पास वह पैसे बचे थे, उन पैसो से मैंने शिखा को गिफ्ट दिया, जब उसने वह गिफ्ट देखा तो वह खुश हो गई और कहने लगी कि यह तो बहुत महंगा है, मैंने उसे कहा क्या मैं तुम्हारे लिए इतना भी नहीं कर सकती, शिखा खुश होकर कहने लगी तुमने तो मुझे सबसे महंगा गिफ्ट दिया है। उसने मुझे गले लगा लिया मैं भी बहुत खुश थी क्योंकि शिखा ने मेरे लिए बहुत कुछ किया है उसी की वजह से मैं पार्ट टाइम नौकरी कर पाई और जब भी मुझे जरूरत होती तो शिखा हमेशा मेरे साथ ही रहती, शिखा का मुझ पर बहुत एहसान था।

अब हमारे एग्जाम आने वाले थे इसलिए मुझे नौकरी छोड़नी पड़ी.. indian callgirl

मैंने उन्हें कह दिया कि सर मैं एग्जाम के बाद नौकरी पर आ पाऊंगी, वह कहने लगे कोई बात नहीं,  उन्होंने कुछ समय बाद ही दूसरी लड़की को काम पर रख लिया, मैं अब अपने पेपर की तैयारी करने लगी और जब हमारे एग्जाम हो गए तो मैं एग्जाम में पास भी हो गयी मेरे नंबर भी ठीक आए थे लेकिन मेरे पास अब काम करने के लिए कुछ भी नहीं था और जो पैसे पिताजी घर से भेजा करते वह पैसे खर्च हो जाया करते क्योंकि मेरा खर्चा भी बढ़ने लगा था लेकिन मैं पापा से नहीं कह सकती थी कि वह कुछ पैसे मुझे और दें।

हमारे कॉलेज की टाइमिंग भी अब बढ़ चुकी थी इसलिए मेरे पास काम करने का समय भी नहीं था और ना ही मुझे ऐसी कोई नौकरी मिल पा रही थी जिसमें कि मैं काम कर पाती इसलिए मैं अब सिर्फ कॉलेज जाती और कॉलेज से घर आती मेरे खर्चे बढ़ने लगे थे और पैसों के लिए मुझे तकलीफ होने लगी थी। शिखा मुझे कहती तुम चिंता ना करो लेकिन मुझे तो पैसों को लेकर बहुत टेंशन होती थी।

मेरे कॉलेज की एक लड़की मुझे मिली.. indian callgirl

वह मुझे कहने लगी आजकल तुम बहुत ज्यादा टेंशन में दिखाई देती हो। मैंने उसे कहा हां टेंशन की तो बात है क्योंकि पैसों की बहुत दिक्कत होने लगी है मुझे नहीं पता था कि वह एक कॉल गर्ल है जो कि पार्ट टाइम में कॉल गर्ल का काम करती है।

उसने मुझे अपने घर पर बुलाया और अपनी असलियत बताइ मुझे उसकी असलियत से कोई दिक्कत नहीं थी। उसने मुझे कहा यदि तुम भी यह काम करना चाहती हो तो तुम्हें उसके अच्छे पैसे मिल सकते हैं।

मैंने उसे कहा लेकिन मुझे यह सब करने में डर लगता है वह कहने लगी इसम डरने जैसी कोई भी बात नहीं है तुम मुझ पर भरोसा कर सकती हो मैं पिछले 2 सालों से यह काम कर रही हूं।

मैंने उससे सोचने का वक्त मांगा और उस रात में बड़ी बेचैन थी.. indian callgirl

मैं रात भर सोचती रही लेकिन मेरे पास कोई और दूसरा रास्ता नहीं था क्योंकि मैं अपने पापा पर और बोझ नहीं बनना चाहती थी और मेरे खर्चे भी दिन-ब-दिन बढ़ने लगे थे इसलिए मैंने कॉल गर्ल बनने की ठान ली। मैं अपनी पहली बुकिंग पर चली गई वहां पर मुझे एक अधेड़ व्यक्ति मिले जिन्होंने अपने घर पर मुझे बुलाया था। मैंने उन्हें देखा तो मुझे अजीब सा महसूस हुआ लेकिन मुझे तो अब यह काम करना ही था मैं उनके साथ बैठ गई।

उन्होंने मुझे कहा मेरा इस दुनिया में कोई भी नहीं है मेरे पास पैसों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने मुझे पैसे देते हुए कहा तुम मुझे खुश कर दो मैं तुम्हें हमेशा अपने पास बुला लिया करूंगा।

मैंने भी उन्हें खुश करने में कोई कमी नहीं रखी मैंने उनके कपड़े उतारे और उनके लंड को तब तक सकिंग करती रही जब तक उनका लंड पूरी तरीके से खड़ा नहीं हो गया जब उनका लंड पूरी तरीके से कठोर हो गया तो मैंने उन्हें नीचे लेटा दिया।

यह मेरा पहला ही मौका था.. desi sexy callgirl

मैं उनके ऊपर बैठ गई मैंने अपनी चूत में लंड को लिया तो मेरे वर्जिनिटी खत्म हो गई और मेरी चूत से खून निकलने लगा मुझे काफी दर्द हो रहा था वह मेरे क्लाइंट थे इसलिए मैं उनके सामने अपने दर्द को बयां नहीं कर सकती थी।

वह मुझे अपनी बाहों में लेकर जोरदार झटके मारने लगे उनके झटको से मेरा पूरा शरीर हिलने लगा। मेरी चूत टाइट थी इसलिए वह ज्यादा समय तक मेरे साथ संभोग नहीं कर पाए मेरे अंदर उन्होंने अपने माल को गिरा दिया।

उसके बाद वह अक्सर मुझे अपने घर पर बुला लिया करते, मैं उन्हें खुश कर दिया करती।

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चोरी-चोरी मिलना https://sexstories.one/kamuk-teacher-ki-sex-kahani/ Tue, 05 Jan 2021 07:46:09 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%9a%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%9a%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%a8%e0%a4%be-indian-sex-stories/ मैं एक सरकारी स्कूल में अध्यापक हूं  मैंने अपने 15 साल के कार्यकाल में कई बच्चों को पढ़ाया है और मैं इस वक्त आगरा में पढ़ा रहा हूं आगरा में मुझे करीब 3 वर्ष होने ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मैं एक सरकारी स्कूल में अध्यापक हूं  मैंने अपने 15 साल के कार्यकाल में कई बच्चों को पढ़ाया है और मैं इस वक्त आगरा में पढ़ा रहा हूं आगरा में मुझे करीब 3 वर्ष होने को आ गए हैं, मेरे घर मे मेरी पत्नी और मेरा एक 10 साल का लड़का है वह भी अभी स्कूल पढ रहा है। मेरी शादी को 12 साल हो चुके हैं और मैं जब शुरू में आगरा में आया था तो मेरे पास बच्चे ट्यूशन पढ़ने आया करते थे. kamuk sex kahani

मैं बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाया करता था क्योंकि जिस कॉलोनी में हम लोग रहते हैं वहां पर काफी लोग ट्यूशन पढ़ाते थे लेकिन जब मैंने ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया तो मेरे पास बच्चों की बहुत भीड़ आने लगी। kamuk sex kahani

मुझे आज भी याद है जब पहली बार मेरे पास राकेश पढ़ने के लिए आया था राकेश के उस वक्त 12वीं के एग्जाम थे और वह सबसे पहले मेरे पास पढ़ने आया था उस वक्त राकेश ही मेरे पास आता था उसके कुछ महीनों बाद तो और भी बच्चा आने लगे थे लेकिन राकेश पढ़ने में बहुत अच्छा था और वह चाहता था कि उसके अच्छे नंबर आए मैंने भी उसे बड़े अच्छे से पढ़ाया और उसके बाद जब उसका रिजल्ट आया तो उसके बहुत अच्छे नंबर आए वह अच्छे नंबरों से पास हो गया था।

जब वह पास हुआ तो वह मेरे घर में मिठाई भी लेकर आया था. kamuk sex kahani

मेरी पत्नी भी राकेश को बहुत अच्छे से जानती है और राकेश का परिवार भी मुझे अच्छे से जानता है सब लोग मुझे मिश्रा जी कहकर बुलाते हैं। समय के साथ साथ पता ही नहीं चला कि कब 3 वर्ष आगरा में होने को आ गए हैं काफी समय बाद मुझे जब राकेश मिला तो मैंने राकेश से पूछा तुम क्या कर रहे हो? वह कहने लगा सर मैं तो कॉलेज कर रहा हूं और कुछ समय बाद मेरा कॉलेज भी पूरा हो जाएगा। राकेश का कॉलेज पूरा हो चुका था और उसकी एक अच्छी कंपनी में नौकरी लग गई थी उसके बाद वह मुंबई में रहने लगा था। एक दिन राकेश का मुझे फोन आया और वह कहने लगा सर मैं शादी करने वाला हूं मैंने राकेश से कहा लेकिन तुम इतनी जल्दी शादी कर रहे हो अभी तो तुम्हारी उम्र भी कम है वह कहने लगा सर मेरी उम्र 22 वर्ष हो चुकी है और अब मैं अच्छी कंपनी में नौकरी करता हूं, उसने मुझे सारी बात बताई तो वह कहने लगा दरअसल मैं जब मुंबई में आया था तो हमारी कॉलोनी में एक लड़की रहती है उसका नाम माधुरी है माधुरी के साथ मेरा प्रेम प्रसंग शुरू हो गया था जिस वजह से मैंने और माधुरी ने शादी करने की सोची।

मैंने राकेश से कहा लेकिन तुम्हें कुछ समय और देना चाहिए.. kamuk sex kahani

राकेश कहने लगा सर अब हम दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते हैं और मैं चाहता हूं कि मैं माधुरी के साथ अच्छा समय बिताऊ। राकेश अब पूरी तरीके से मुंबई में ही सेटल हो चुका था राकेश को उसके जीवन के लिए मैंने बधाई दी और कहा तुम्हारे जीवन में कभी भी कोई परेशानी हो तो तुम मुझे जरुर याद करना वह कहने लगा सर मैं आपकी सबसे ज्यादा इज्जत करता हूं यदि मैं अपने माता पिता के बाद किसी के बारे में सोचता हूं तो वह आप हैं। राकेश मुझे कहने लगा कि आपको भी शादी में आना है मैंने राकेश से कहा ठीक है मैं जरूर शादी में आऊंगा और मैं अपने साथ अपनी पत्नी और बच्चे को भी ले आऊंगा।

सब कुछ इतनी जल्दी में हो रहा था कि कुछ पता ही नहीं चला कि कब राकेश की पढ़ाई पूरी होने के बाद उसकी जॉब लग गई और अब वह शादी करने जा रहा था मैं अपनी पत्नी और अपने बच्चों को लेकर कुछ दिनों के लिए मुंबई चला गया, राकेश ने हम लोगों को कोई भी कमी नहीं होने दी राकेश ने एक होटल में ही छोटा सा रिसेप्शन रखा था उसके कुछ मेहमान थे और कुछ मेहमान माधुरी के थे सब कुछ बड़े ही अच्छे से हुआ।

जब राकेश की शादी हो गई तो मैंने उसे बधाइयां दी और कहा तुम्हारा जीवन बहुत अच्छे से चले. kamuk sex kahani

मैंने माधुरी से भी कहा कि तुम्हे ही अब राकेश का ध्यान रखना है वह मुझे कहने लगी सर राकेश आपकी बहुत तारीफ करते हैं और वह हमेशा कहते हैं कि आपकी वजह से ही आज मैं इस मुकाम तक पहुंच पाया हूं मैंने माधुरी से कहा ऐसा कुछ भी नहीं है राकेश की अपनी मेहनत थी और अपनी ही मेहनत से वह यह सब हासिल कर पाया है, मैं चाहता हूं कि तुम दोनों का जीवन बड़े ही अच्छे से चले और तुम दोनों को कभी कोई परेशानी ना हो।

मैंने उन दोनों को अपना आशीर्वाद दिया और उसके बाद कुछ दिन तक हम लोग मुंबई में ही रुके मैं भी काफी समय से अपने फैमिली के साथ कहीं घूमने नहीं गया था तो सोचा इस बार मुंबई में ही घूम लिया जाए हम लोगों ने मुंबई में एक हफ्ते तक रुकने का प्लान बना लिया मैं अपने परिवार को पूरा समय दे रहा था और कितने समय बाद उनके चेहरे पर खुशी थी वह लोग बहुत ही ज्यादा खुश थे मेरा बच्चा तो बहुत इंजॉय कर रहा था। जब हम लोग मुंबई से वापस आगरा के लिए लौटे तो राकेश हमें छोड़ने के लिए रेलवे स्टेशन तके आया हम लोग अब आगरा पहुंच चुके थे मैंने आगरा पहुंचते ही राकेश को फोन कर दिया था सब कुछ बहुत ही सामान्य तरीके से चल रहा था।

एक दिन मुझे राकेश का फोन आया.. kamuk sex kahani

और वह कहने लगा सर मैं कुछ दिनों के लिए आगरा आ रहा हूं मैंने राकेश से कहा हां राकेश तुम आगरा आओ तो मुझे जरूर मिलना और कुछ समय बाद राकेश और माधुरी आगरा आ गए जब वह दोनों आगरा आये तो वह लोग हमारे घर पर भी आए थे उन्होंने हमारे घर में रात का भोजन किया मुझे राकेश के साथ बात करके अच्छा लगा मैंने माधुरी से भी उस वक्त पूछा तुम दोनों का जीवन कैसा चल रहा है तो वह कहने लगी सब कुछ बहुत ही अच्छे से चल रहा है राकेश मेरा बहुत ध्यान रखते हैं और हम दोनों एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताते हैं राकेश जब अपने ऑफिस से आ जाते हैं तो हम लोग साथ में बैठकर समय बिताते हैं।

Bangla boudi 

यह सब बात जब मुझे माधुरी ने कहीं तो मुझे लगा वह दोनों बहुत खुश हैं और उसके बाद वह लोग अपने घर चले गए राकेश और माधुरी कुछ दिन आगरा में रुकने वाले थे और जब वह लोग मुंबई चले गए तो मेरा भी ट्रांसफर लखनऊ में हो चुका था मैंने यह बात राकेश को भी बता दी थी कि मैं अब लखनऊ में रहने लगा हूं और मेरा ट्रांसफर लखनऊ हो चुका है राकेश ने मुझे कहा सर मैं जब भी आऊंगा तो आपसे जरूर मिलूंगा। हम दोनों की बात अक्सर होती रहती थी लखनऊ में भी अब लोग मुझे जानने लगे थे लेकिन मैं बच्चों को ट्यूशन नहीं पढ़ाता था क्योंकि ट्यूशन की वजह से मैं अपने परिवार को समय नहीं दे पाता था इसलिए मैंने ट्यूशन पढ़ाना ही छोड़ दिया था मैं चाहता था कि मैं अपने परिवार को समय दूँ इसलिए मैं जब स्कूल से आता था तो मैं अपने परिवार के साथ ही ज्यादा समय बिताया करता था।

लखनऊ में मेरी पत्नी का मायका भी है इसलिए वह कभी कभार अपने मायके भी चले जाया करती थी और मुझे भी अब ज्यादा दिक्कत नहीं थी क्योंकि जब भी मेरी पत्नी मायके जाती तो घर का काम मैं संभाल लिया करता था और वह भी खुश थी क्योंकि उसे भी अपने माता पिता से मिलने का मौका मिल जाता था। मेरी पत्नी के परिवार में 4 लोग ही हैं मेरी पत्नी की बड़ी बहन की भी शादी को 15 वर्ष हो चुके हैं और वह लंदन में रहती है इसलिए उसके माता-पिता अब घर में अकेले ही रहते हैं। राकेश और माधुरी लखनऊ मुझसे मिलने के लिए आ गए उस वक्त मेरी पत्नी अपने मायके गई हुई थी क्योंकि उसके पिताजी की तबीयत ठीक नहीं थी।

मधुरी घर का सारा काम संभाल रही थी. kamuk sex kahani

मैंने अपनी पत्नी को फोन कर दिया था और उसे कह दिया था कि राकेश और माधुरी आए हुए हैं। वह मुझसे कहने लगी मैं घर आ जाती हूं लेकिन माधुरी ने मना कर दिया और कहा मैं घर का सारा काम संभाल लूंगी। मैं अपने स्कूल जाया करता और शाम को घर लौटता। राकेश भी कुछ काम के सिलसिले में आया हुआ था एक दिन मैं जल्दी घर लौट आया मैने माधुरी से कहा राकेश अभी आया नहीं तो वह कहने लगी नहीं अभी वह नहीं आए, मैं माधुरी से बात करने लगा हम दोनों आपस में बात कर रहे थे।

माधुरी ने मुझे कहा मैं आपके लिए चाय बनाती हूं उसने मेरे लिए चाय बनाई वह मेरे लिए चाय लाई तो उसका पैर फिसल गया और वह मेरे ऊपर आ गिरी चाय भी मेरे ऊपर गिर चुकी थी। जब उसके बड़े स्तन मुझसे टकराए तो मैं अपने आपको रोक ना सका उस दिन मेरा मन पूरी तरह से माधुरी के ऊपर आ चुका था। मैंने माधुरी को वही नीचे लेटा दिया उसे यह सब अच्छा नहीं लग रहा था। मैंने उसे कहा देखो मैं यह बात किसी को नहीं बताऊंगा लेकिन माधुरी को यह पसंद नहीं था पर मैंने उसके होठों को चूमना शुरू किया तो उसे भी शायद अच्छा लगा।

जब मै उसके स्तनों को दबाता तो वह पूरी तरीके से उत्तेजित हो जाती। kamuk sex kahani

जब मैंने अपने लंड को बाहर निकाला तो उसने मेरे लंड को अपने हाथ में लेकर उसे अपने मुंह में लेने लगी उसे बहुत मजा आ रहा था और मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था। मैंने जैसे ही माधुरी की चूत मै अपने लंड को घुसाया तो उसे बहुत दर्द महसूस हुआ और वह चिल्ला पड़ी। उसकी योनि बड़ी टाइट थी वह मेरे लंड को बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी और अपने मुंह से तेज आवाज में सिसकिया ले रही थी। मैंने उसके दोनों पैर चौडे कर लिए वह पूरी तरीके से जोश मे थी मैं उसे धक्के देने पर लगा था। मैं जब उसे धक्के मारता तो उसके मुंह से चीख निकल जाती और वह मुझे कहती आपने तो मेरी योनि में दर्द कर दिया है।

जब हम दोनों के अंदर गर्मी बढ़ने लगी तो मेरा वीर्य गिर गया और माधुरी भी पूरी तरीके से संतुष्ट हो चुकी थी लेकिन हम दोनों ने यह बात किसी को नहीं पता चलने दी। माधुरी ने ना तो राकेश को इस बारे में बताया और ना ही कभी मैंने अपनी पत्नी को इस बारे में कोई जानकारी होने दी। हम दोनों जब भी मिलते तो चोरी छुपे हम दोनों एक दूसरे के साथ शारीरिक संबंध बनाते।

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देवर से चुदवाया https://sexstories.one/indian-sex-chudai-kahani/ Sat, 02 Jan 2021 03:25:55 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b5%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be-indian-sex-stories/ हेल्लो फ्रेंड्स कैसे हो आप लोग | आशा करती हूँ की आप लोग सब ठीक ठाक होकर रोज सेक्सी कहानियां पढ़ते होंगे | दोस्तों मेरा नाम अंजली है और मैं देहरादून की रहने वाली हूँ| ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हेल्लो फ्रेंड्स कैसे हो आप लोग | आशा करती हूँ की आप लोग सब ठीक ठाक होकर रोज सेक्सी कहानियां पढ़ते होंगे | दोस्तों मेरा नाम अंजली है और मैं देहरादून की रहने वाली हूँ| दोस्तों मैं आज आप लोगो को एक नयी कहानी बताउंगी जिसे पढके आप लोगो को बहुत आनंद प्रयाप्त होगा | indian sex

दोस्तो थोडा मैं आप को अपनी डिटेल बताती हूँ फिर मैं आप लोगो को सीधा कहानी की ओर ले चलती हूँ |

मैं एक बैंक में क्लर्क का काम करती हूँ | indian sex

मेरी शादी हो चुकी है है और मेरे पति का फॉरेन में बिज़नस है और वो वहीँ रहते है | मेरी शादी के अभी लगभग 4-5 महीने ही हुए हैं | तो चलिए दोस्तों मैं आप लोगो को अपनी ज्यादा जानकारी न बांटते हुए आप लोगो को कहानी की ओर ले चलती हूँ |

तो मेरे प्रिय भाइयों और बहनो ये बात उस समय की है जब मैं अपनी 12 वीं की पढाई देहरादून पब्लिक स्कूल में कर रही थी | मैं अपने कॉलेज ,कॉलेज की बस से जाया करती थी | मेरा कॉलेज मेरे घर बहुत दूर था इसी लिए मेरे पापा ने मेरे लिए कॉलेज की बस लगवा दी थी | कॉलेज की बस रोज टाइम से सुबह घर आर आ जाती थी और टाइम से छुट्टी में घर ले आती थी | मैं अपने घर की बहुत लाडली थी |

मेरे पापा-मम्मी मुझे बहुत मानते थे | indian sex

मैं अपने घर की अकेली थी इसीलिये मैं जो कुछ अपने पापा-मम्मी से मांगती थी वो मुझे झट से लेकर दे देते थे मुझे किसी चीज की कमी नही थी | मैं अपने कॉलेज में भी सबकी बहुत प्यारी थी मुझे सब लोग मानते थे | मैं अपने कॉलेज की टोपर थी 1 क्लास से लगाकर अभी तक मैं अपने कॉलेज में फर्स्ट ही आती थी | इससे मुझसे कई लडकिया चिढती भी थी | मेरी मेरे कॉलेज में एक सहेली थी वो मुझे बहुत मानती थी और मैं भी उसे उतना ही मानती थी जीतन वो मुझे मानती थी  indian sex

हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे |

उसका घर मेरे घर से कुछ ही दूरी पर था | हम लोग क्लास से लगाकर बस की एक ही सीट पर बैथते थे | हम लोग इंटरवल में खाना एक जी साथ बैठकर खाते थे और जब भी कभी छुट्टी होती थी तब मैं या वो एक दुसरे के घर जाके खूब मस्त किया करते थे |

मेरी सहेली का एक बॉयफ्रेंड था उसका नाम सत्यम था | वो दिखने में बहुत स्मार्ट और चिकना था | मेरी सहेली ने मुझे उससे एक-दो बार मिलवाया भी था | वो मेरे ही कॉलेज के साइड में एक दूसरा कॉलेज था उसमे पढता था | एक दिन मैं और मेरी सहेली छुट्टी के बाद बस मे बैठकर घर जा रहे थे | तभी हम लोगो की बस के साइड में मेरी सहेली का बॉयफ्रेंड और उसका एक दोस्त बाइक से मेरी सहेली के साथ बात करते हुए आ रहे था | मैं सीट किनारे चुपचाप बैठी हई थी और उनकी बाते सुन रही थी | जो मेरी सहेली के बॉयफ्रेंड का दोस्त मुझे घूरे जा रहा था |

थोड़ी देर के बाद हम लोगो के घर आने वाले थे तो यो लोग चले गये थे | indian sex

बस मुझे मेरे घर पर उतार कर चली गयी | जब शाम हुयी तब मेरी सहेली मेरे घर पर आयी और बोली की कल तुझे किसी से मिलवाना है तु तैयार रहना मैं काल तुझे लेने आउंगी | अगले दिन वो मुझे अपनी दीदी की स्कूटी से लेने आयी और मुझे लेके एक अच्छे से रेस्टोरेंट में चली गयी | मैं वहां कुछ देर तक बैठी रही और फिर मैंने अपनी सहेली से पूंछा की किस्से मिलवाने लायी है बता तो दे | उसने कहा की शबर कर आत ही होगा | मैं थोड़ी देर तक और बैठी रही और फिर्देखा की उसका बॉयफ्रेंड और उसके साथ में उसका दोस्त जो मुझे घूर रहा था |

वो लोग आके मेरी सामने वाली टेबल पर बैठ गये | मेरी सहेली ने मुझसे कहा की इनको तुमसे कुछ बात करनी है इसलिए मैं तुझे इससे मिलवाने के लिए आयी हूँ यह कहकर वो दोनों वहां से चले गये और बोला की हम लोग थोड़ी देर में आयेंगे तब तक तुम दोनों आपस में बात करो | अब हम दोनों बैठे हुए थे उसने मेरे लिए कॉफ़ी आर्डर की | कॉफ़ी पिने के बाद मे मैंने उससे पूंछा की क्या बात करनी है तो वो थोड़ी देर के बाद बोला की मैं तुम्हे लाइक करने लगा हूँ और मैं तुम्हे पसंद करता हूँ | अगर मैं आप को पसंद हूँ तो आप हाँ कर दो वरना कोई बात ही नही मैं दोबारा तुमसे कुछ नही कहूँगा और न ही तुम्हारे पीछे आऊंगा | वो दिखने में बिलकुल भोला था उसका मूझे पर्पोस करने का तरीका बहुत पसंद आया | मैंने थोड़ी देर तक अपने मन में सोंचा और फिर उसको हाँ बोल दिया |

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अब मैं और मेरी सहेली दोनो लोग अपने-अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर खूब मस्त करते थे | हम लोगो के एग्जाम हो गये थे | मैंने अपने बॉयफ्रेंड के बारे में अपने पापा को बताया | मेरे पापा ने उसके पापा से बात करके हम लोगो का रिश्ता पक्का कर दिया था | हम लोगो ने पानी पढाई पूरी कर ली थी | मेरी बैंक में जॉब लग गयी थी और मेरा जो बॉयफ्रेंड था वो फॉरेन में जाके बिज़नस कर रहा था | हम लोगो की अगले महीने की 15 तारीख को शादी थी | मेरा बॉयफ्रेंड भी आ गया था | मैंने अपने सहेली और उसके बॉयफ्रेंड को भी अपनी शादी पर बुलाया था |

हम लोगो की शादी बड़े धूम धाम से हुयी थी | indian sex

जब मेरी सुहाग रात आयी तब मेरे पति ने मुझे पूरा नंगा कर दिया और अपना लंड मेरे मुह में देके पहले मुझे चूसाया और फिर जब उनका लंड खड़ा हो गया तब उन्होंने मुझे बेड पर लिटा कर मेरी चूत में अपना लंड डाल कर जोर-जोर से अन्दर-बाहर धक्के देने लगे और मैं अपने मुह से आह आह अह अहह अहह आह आह्ह्ह अह्ह्ह आह्ह्ह आः अहः अहः अह आहा अह औंह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ईह्ह इउह की सिस्कारिया निकाल रही थी | उस दिन मुझे मेरे पति ने तीन बार चोदा था क्योकि अगले दिन उन्हें वापस जाना था | अगले दिन वो सुबह की फ्लाइट से चले गये थे | मैं दिन को अपने बैंक में अपना टाइम बिताती थी और जब रात को घर आती थी तब मुझे उनकी कमी महशूस होती थी | एक दिन मेरी बैंक मैं छुट्टी थी और मैं घर पर ही थी | पापा जी और माँ जी घर से कहीं बाहर गये थे घर पर खली मेरा देवर था | मैं अपने कमरे में लेट कर अपने पति से नंगी होकर विडियो काल पर बात कर रही थी ओर अपनी चूत में ऊंगली डाल कर अंदर-बाहर कर रही थी | थोड़ी देर तक मैंने अपने पति से बात की और फिर उन्हें कोई काम आ गया तो उन्होंने काल काट दी |

मैं उनसे बात करते-करते गरम हो गयी थी और मुझे अब लंड की जरुरत थी | indian sex

मैंने कुछ देर तक अपना दिमाक लगाया और फिर बाद मैं मैं अपने देवर के कमरे में गयी | वो लेता था और कुछ पढ़ रहा था | वो मुझे देख कर अपनी बुक को छिपा लिया था मैंने उससे वो बुक ली और देख क्या वो सेक्सी कहानिया पढ़ रहा था | मैंने फिर उसके लंड की ओर देखा तो उसका लंड एकदम खड़ा था | मैंने बुक साइड में रखी और उसकी पैंट नीचे उतार कर मैं भी नीचे बैठ गयी और उसका लंड अपनी मुह में रख कर चूसने लगी | उसको इतना मजा आ रहा था की वो अपने मुह से आह आह आह आह आह आह आहा अह आहा आहा अह आहा अह आहा उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह की सिस्कारियां निकाल रहा था | थोड़ी देर तक मैंने उसका लंड चूसा फिर मैंने उसको अपनी चूत चाटने को कहा और बेड पर लेट गयी |

मेरे देवर ने अपना मुह मेरी चूत में डाल कर चाटने लगा और मेरे भी मुह से आह आह आह अह आहा आहा अह आहा हा आहा हा हह आहा हाहिह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह उन्ह उन उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्घ इह्ह इह्ह इह्ह आह आह आहा अह आहा की सिस्कारिया निकाल रही थी | फिर मैंने अपनी दोनों टांगो को फैला दिया और उसे अपनी चूत चोदने को कहा | उसने अपना लंड मेरी चूत में डाल कर मेरी चूत में जोर-जोर धक्के देके चोदने लगा | मैं वो मेरा देवर दोनों को ही मजा आ रहा था और दोनों ही अपने मुह से आह हाह आहा अह आहा अह अह आहा अह अह्हह अहाह आहा हा अह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उहोह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्हिह्ह इह्घ की सिस्कारिया निकाल रहे थे | थोड़ी देर के बाद हम दोनों देवर-भाभी एक साथ ही झड गये थे |

तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी आशा करती हूँ की आप लोगो को पसंद आएगी | indian sex

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रैगिंग में मेरी गांड का बलात्कार https://sexstories.one/meri-gand-chudai-ki-gay-sex-kahani/ Fri, 01 Jan 2021 03:19:39 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%b0%e0%a5%88%e0%a4%97%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%97-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%a1-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%ac%e0%a4%b2/ लंड के मालिकों, मैं सबील हाजिर हूँ अपनी एक सेक्स कहानी लेकर | मैं एक 18 साल का लड़का हूँ और दिल्ली का रहने वाला हूँ पर आकर सेक्स कहानियां पढना मेरा एक शौक है ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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लंड के मालिकों, मैं सबील हाजिर हूँ अपनी एक सेक्स कहानी लेकर | मैं एक 18 साल का लड़का हूँ और दिल्ली का रहने वाला हूँ पर आकर सेक्स कहानियां पढना मेरा एक शौक है और मैं ये रोज करता हूँ | आज मैंने सोचा की क्यूँ न मैं भी अपनी कहानी सुनाऊं आप लोगों को जो अभी कुछ दिन पहले हुआ मेरे साथ | दोस्तों मेरी हाइट 5 फुट 2 इंच है और मेरी बॉडी अच्छी है | gay sex kahani

मेरा लंड बहुत बडा नही है और एक और बात बताना चाहूँगा मैं की मैंने कई बार गे पोर्न मूवीज देखि हैं और उन्हें देखकर मुझे कभी कभी मन करता है की क्यूँ न मैं भी एक बार अपनी गांड मरवा कर देखूं |

खैर, अब सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ | gay sex kahani

मैं 12वीं में पढ़ता था और फिर मैंने एक कॉलेज में एडमिशन लिया | ये मेरा पहला साल है | मैंने रहने के लिए कॉलेज का हॉस्टल लिया लेकिन मुझे नही पता था की मेरा ये करना मुझे इतना भारी पड़ जाएगा | कॉलेज स्टार्ट होने के 2 दिन मैं हॉस्टल गया और अपना सामान रखकर बाथरूम की तरफ जाने लगा | बाथरूम की तरफ जाने पर मैंने देखा की वहां तो रैगिंग चल रही है | मैं उलटे पाँव वापस आ गया | शायद मुझे किसी एक सीनियर ने देख लिया था | उसने आवाज दी लेकिन मैं रुका नही | उसे गुस्सा आ गया और वो मेरे पीछे आने लगा | मैंने चाल तेज कर दी लेकिन वो लम्बा चौड़ा था इसीलिए उसने मुझे पकड़ लिया | मैं छुड़ाने की कोशिश करने लगतो वो शायद और गुस्सा हो गया | उसने मुझे पकड़ा और बाथरूम में ले आया | अब उसने बाकी सारे जूनियर लड़कों को जाने को बोला और कहा की शाम को फिर से मिलते हैं |

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फिर उसने बाथरूम का दरवाजा अन्दर से बंद कर दिया | gay sex kahani

मैंने देखा की उसके अलावा 2 लड़के और थे और सब के सब हट्टे कट्टे | मुझे लगा की अब मुझे तगड़ी मार पड़ेगी | अब जिसने मुझे पकड़ा था वो बोला – हाँ, अब बोल तू | बडा गांड हिलाते हुए भाग रहा था न, अब बता | मेरे पास बोलने के लिए कुछ भी नही था | मैंने रहम की बात करते हुए बोला – सॉरी, मुझे मारना मत प्लीज आप लोग | आप जो कहोगे मैं करूंगा लेकिन मारना मर प्लीज | वो बोला – अच्छा !! मेरा लौड़ा चुसेगा ? चल नही मारूंगा, मैं क्या ये बाकी और कोई भी सीनियर नही मारेगा तुझे | बस आज तुझे मेरे लंड को खुश करना है |

मैं सोच में पड़ गया | gay sex kahani

मुझे पता था की अगर उन्होंने मारा मुझे तो मैं सीधा हॉस्पिटल में जाऊंगा और उन्हें कोई सजा भी नही मिलेगी | मैं सोच ही रहा था की वो फिर बोला – अबे, टाइम नही है मेरे पास, जल्दी से बता | वो फिर से बोला – अबे शरमा मत, ले | इतना कह कर उसने अपनी पैंट की चैन खोल दी | अब उसका 7 इंच का लंड मेरे सामने था | मैंने हलके से देखा तो उसका लंड साफ़ था और झांटें भी नही थीं | मैं सोच ही रहा था की मार से बचने का यही तरीका है की उसने मुझे पकड़ा और मेरा मुंह पकड़ में उसमे अपना लंड घुसेड़ दिया | मैंने उस दिन पहली बार किसी का लंड लिया था अपने मुंह में | एक अजीब सा स्वाद था और साफ़ होने की वजह से बदबू नही आ रही थी | अब उसने मेरे मुंह को चोदना शुरू कर दिया | मेरे सामने कोई चारा न होने की वजह से मैंने भी अपनी जीभ को उसके लंड पर फिराना शुरु कर दिया और उसके लंड को अच्छे से चूसने लगा|

थोड़ी देर तक ऐसे ही चूसने के बाद मुझे भी मजा आने लगा | gay sex kahani

अब मैंने उसके लंड को हाथ से पकड़ा और अच्छे से चूसने लगा किसी लोलीपॉप की तरह | मैं मन ही मन सोच रहा था की मुझे कैसा लगेगा अगर ये लंड मेरी गांड में जाएगा | अचानक से मुझे अपने पीछे कुछ महसूस हुआ | मैंने लंड निकाल कर देखा तो बाकी लड़कों में से एक मेरी पैंट के ऊपर से ही अपना लंड निकाल कर सहला रहा था | मैं डर गया और सोच में पड़ गया की आज तो गयी मेरी गांड | अब उसने मेरी बेल्ट खोलनी शुरू कर दी तो मैंने रोका | वो बोला – हलके से करूंगा, दर्द नही होगा तुझे | शराफत से करवा ले वरना मार भी खाएगा और गांड भी देगा | मैं सहम गया | अब उसने मेरी बेल्ट खोल दी | मेरी पैंट निकालने के बाद उसको इतना जोश आ गया की उसने मेरी चड्ढी निकाली नही बल्कि फाड़ दी | मैं अच्छे से समझ चूका था की इस चड्ढी की तरह आज मेरी गांड भी फटने वाली है |

उसने अब मुझे घोड़ी बनाया | gay sex kahani

मेरे पास कोई चारा तो था नही, मजबूरन बनना पड़ा | अब उसने अपना लंड मेरी गांड पर टिकाया | मैंने डर के मारे अपनी गांड को और कसा कर लिया | उसने मेरे चुतड पर एक जोर का थप्पड़ मारा और गांड खोलने के लिए बोला | मज़बूरी में मैंने गांड को ढीला किया | अब उसने अपने लंड पर थूक लगाया और एक जोर का धक्का दिया | उसका लंड तो घुसा नही लेकिन मेरी हालत खराब हो गयी और मैं ऊऊऊ ऊ इ इ ईई इ ई इ इ इ ई इ इ इ ई इ इ इ ई इ इ इ इ ई इ ई ईई इ इ ईईइ इ इ इ इ आह ह हह ह ह हह करने लगा | उसने अब और ज्यादा थूक लगाया और फिर से धक्का दिया | इस बार उसके लंड का टोपा मेरी गांड में अन्दर था | मेरी गांड में असह्य दर्द हो रहा था | मुझे रोना आ गया और मैं जोर जोर से आह्ह्ह ह ह ह हह ह हह ह हह हह ह ह ह ऊऊ उ उ ऊ उ उई इओई इ इ ई इ इ इ ई इ ई इ ईई इ ई इ इ ई इ करने लगा |

वो बोला – अबे तेरी गांड से तो खून आ रहा है, लगता है आज तेरी गांड फट गयी | gay sex kahani

खून की बात सुनकर मैं और डर गया | उसने खून को पोछा और फिर से अपना लौड़ा टिका कर धक्का दिया | इस बार धक्का बहुत जोर का था और उसका आधा लंड मेरी गांड में था | मुझे बहुत दर्द हो रहा था लेकिन वो मेरी मानने के मूड में नही था | उसने अपने लंड को अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया | इधर दूसरा बंदा अब मेरे सामने अपना लंड लेकर खड़ा था | मेरे सामने कोई चारा नही था इसीलिए मैंने उसका लंड चुसना शुरू कर दिया | मुझे दर्द हो रहा था इसिलए मैं आह्ह्ह ह ह ह ह हह ह ह हह ह हह उ ऊ उ उ ऊ इ ई इ इ ई इ इ ईई ईई इ ई इ ई इ ओह्ह ह हह ह ह हह ह ह हह हह ह हह ह ऊई इ ई इ इ ई इ इ ई इ इ इ ई इ ईईइ इ ईईइ इ इ इ कर रहा था |

धीरे धीरे उसने पूरा लंड मेरी गांड में डाल दिया और चोदने लगा | gay sex kahani

अब मुझे दर्द के साथ साथ थोडा थोड़ा मजा भी आने लगा | मैंने भी अपनी गांड आगे पीछे करते हुए चुदवाना शुरू कर दिया | थोड़ी देर बाद वो मेरी गांड में ही झड गया | मुझे लगा की चलो अब तो फुर्सत मिली लेकिन तभी दूसरा लड़का आ गया और उसने अपना लंड घुसेड दिया मेरी गांड में | उसका लंड थोडा छोटा था इसीलिए मुझे कम दर्द ही रहा था | मैंने अब उससे अच्छे चुदवाना शुरू कर दिया | अब मैंने दो लड़कों के लंड चूस रहा था और एक से अपनी गांड मरवा रहा था | ऐसे करके तीनो लड़कों ने बारी बारी मेरी गांड मारी और मेरी गांड का कबाड़ा बना कर छोड़ दिया |

चुदवाने ले बाद मैंने कपडे पहने | gay sex kahani

मुझे चला नही जा रहा था लेकिन फिर भी मैं किसी तरह अपने अपने रूम तक पहुंचा और अगले दिन ही मैंने हॉस्टल छोड़ दिया | ये थी मेरी गांड चुदाई की कहानी | आशा है की मुझे तो दर्द हुआ था लेकिन इस कहानी को पढ़ के आप लोगों को मजा आया होगा |

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तरकीब से की चुदाई https://sexstories.one/desi-chudai-indiansexstorie/ Wed, 30 Dec 2020 19:12:10 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%80%e0%a4%ac-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%88-indian-sex-stories/ नमस्कार प्यारे पाठकों, कैसे हैं आप सब ? मैं आशा करता हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे और सभी अपनी चुदाई क्रिया में मगन हो कर मजे ले रहे होंगे | मेरा नाम पंकज उदास ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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नमस्कार प्यारे पाठकों, कैसे हैं आप सब ? मैं आशा करता हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे और सभी अपनी चुदाई क्रिया में मगन हो कर मजे ले रहे होंगे | मेरा नाम पंकज उदास है ( सिंगर वाला नहीं ) मेरा रियल नेम है और मैं अहमदाबाद का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 24 साल है और मैं अभी बेरोजगार हूँ | Indiansexstorie

मैं दिखने में गोरा हूँ और मेरा बदन सेक्सी व गठीला है | Indiansexstorie

दोस्तों मैं इस साईट का दैनिक पाठक हूँ और मुझे इस साईट में चुदाई की कहनियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है क्यूंकि मेरा इसमें बहुत अच्छा टाइमपास होता है | दोस्तों आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी लिखने जा रहा हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की सच्ची घटना है | मैं उम्मीद करता हूँ कि आप लोगो को मेरी ये कहानी पसंद आयगी और मेरी कहानी पढ़ कर आप लोगो को मजा भी बहुत आयगा | तो अब मैं समय बर्बाद न करते हुए अपनी कहानी की शुरुआत करता हूँ |

दोस्तों ये घटना कुछ समय पहले की है | Indiansexstorie

जैसा की मैंने आप लोगो को बताया कि मैं बेरोजगार हूँ | मैं बेरोजगार इसलिए नहीं हूँ कि मेरे पास डिग्री नहीं है या मुझे कोई अच्छी जॉब नहीं मिल रही है | बल्कि मैं इसलिए बेरोजगार हूँ क्यूंकि मेरे पापा का एक्वा गार्ड का बहुत बड़ा बिज़नस है | मैं ये बात बहुत अच्छे से जनता हूँ कि पापा का बिज़नस मुझे ही संभालना है | मैं अपने मम्मी पापा की एकलौती संतान हूँ |

हम लोग रिच हैं और हमारे पास किसी भी चीज़ की कोई नहीं है |

जब मैं स्कूल में पढाई करता था तब लोग बाइक से आते थे तब मैं मर्सिडीज़ ओल्ड मॉडल से आता था | कॉलेज में आने के बाद पापा ने मुझे जन्मदिन पर ऑडी r8 दिलवा दी थी | कॉलेज में कई सारी लड़कियां मुझे लाइन देती थी लेकिन मैं किसी को भी भाव नहीं देता था क्यूंकि जिस कॉलेज में पढ़ता था वहां कई सारी लड़कियां काली और अजीब से बदन वाली थी | इसलिए मेरा कभी मन ही नहीं किया कि मैं कॉलेज में बटेरबाजी करूँ |

मैं दूसरे कॉलेज जाया करता था और लड़कियों को अपनी कार चमकाता और बटेरबाजी किया करता था | लेकिन दूसरे कॉलेज की वो लड़कियां जो बहुत सेक्सी और हॉट होती थी वो मुझे लाइन नही देती थी | मुझे ये लगता था कि शायद ये लड़कियां ऐसे नहीं पटेंगी |

फिर मैंने एक तरकीब लगायी | Indiansexstorie

एक दिन मेरे सामने से दो लड़कियां आ रही थी जिसमे से एक काली थी पर उसका फिगर बहुत ही ज्यादा सेक्सी था और दूसरी गोरी थी उसका फिगर भी अच्छा था पर उसके दूध मध्यम साइज़ के थे और गांड भी ज्यादा बड़ी नही थी | लेकिन काली वाली के दूध और गांड दोनों ही बड़े थे | मैं अपनी कार से बाहर निकला और काली वाली लड़की को रोक कर उसका नाम पूछा ?

Bangala chati story padhiye parivar me chudai kahaniya!

तो गोरी वाली लड़की उसे आगे चलने के लिए कहने लगी और काली वाली रुक कर बहुत खुश हो गई कि एक ऑडी वाला लड़का मुझे देख कर मेरा नाम पूछ रहा है और मेरी साथ वाली का नही | उसने अपनी गोरी वाली फ्रेंड से कहा कि तू आगे जा मैं आती हूँ | वो मेरे पास आई और अपना नाम पूजा बताया और मैंने अपना नाम पंकज बताया | मैंने तुरंत ही उससे उसका नंबर मांग लिया और ड्राप करने के लिए कहा पर उसने मना कर दिया क्यूंकि उसकी गोरी वाली दोस्त भी थी |

मैंने कहा ठीक है और उसे कॉल करने के लिए कहा | शाम को उसका कॉल आया तो हम दोनों में थोड़ी देर बस नार्मल बात हुई उसके बाद उसने कहा कि मेरी फ्रेंड नेहा को बहुत जलन हुई तुमसे | मैंने पूछा क्यूँ ? तो उसने बताया कि उसे इस बात से जलन हो रही थी कि तुमने मुझसे मेरा नाम पूछा पर उसका नहीं और दिखने में वो अच्छी है मैं नहीं | मैंने कहा नहीं यार ऐसी बात नहीं है लेकिन मुझे तुम अच्छी लगी वो नहीं |

तब मुझे पता चला कि उसका नाम नेहा है | Indiansexstorie

फिर उसने कहा कि कल तुम हमारे कॉलेज आना तो मैं तुम्हे अपनी दोस्त से मिलाती हूँ | मैंने कहा ओके और कल अपनी ऑडी से उसके कॉलेज गया | उसके बाद मैंने उसे कॉल किया तो वो अपनी फ्रेंड के साथ बाहर आई | मैंने उनसे पूछा कि लंच पर चले | तो पूजा ने तुरंत हाँ कर दिया और नेहा को भी मना लिया | फिर हम एक महेंगे होटल गए | वहां पर मैंने कहा इनको जो खाना पीना है ला कर दो |

फिर यही सब सिलसिला चलता रहा |

मैं और पूजा ही बात करते रहे और नेहा को बहुत जलन हो रही थी | वो बार बार कह रही थी कि चलो चलो | फिर मैंने नेहा से पूछा कि नेहा क्या हुआ है ? तुम्हे कुछ काम है क्या ? तो उसने कहा कि नहीं काम नहीं है पर यहाँ तुम दोनों आपस में ही बात कर रहे हो तो मेरे यहाँ रहने का मतलब ही क्या है ? मैंने कहा हाँ ये बात भी सच है | फिर हम तीनो वहां से निकल गए और मैं उन्हें मूवी दिखाने ले गया |

मूवी देखते देखते पूजा को वाशरूम जाना पड़ा तो मैंने सोच लिया कि यही सही मौका है नेहा को पटाने का | मैंने नेहा से कहा कि पसंद मुझे तुम हो वो नहीं | मैं तुम तक पंहुच सकूँ इसलिए मुझी ऐसा सब कुछ करना पड़ा | ये बात सुन कर वो खुश हो गई जल्दी से हम दोनों ने नंबर चेंज कर लिया | फिर मैं दोनों से बात करने लगा और नेहा से मेरी प्यार भरी बात होने लगी |

पूजा को लगता था कि मैं उसे चाहता हूँ लेकिन मैं नेहा को चाहता था | पूजा मन में खयाली पुलाव पकाती रह गई और यहाँ पर मेरी और नेहा की चुदाई की कहानी शुरू हो चुकी थी | फिर एक दिन मैंने नेहा से कहा कि नेहा मेरे फार्म हाउस चलते हैं वहां अपन चुदाई को अंजाम देंगे | वो भी तैयार हो गई थी | हम दोनों ने पूजा को कुछ भी नही बताया और मेरे फार्म हाउस पर गए |

वहां पर ले जा कर मैंने नेहा का हाँथ पकड़ लिया और धीरे से उसे अपनी बांहों में ले लिया | वो भी मेरी बांहों में सिमट गई और हम दोनों की आँखे चार हो गई | फिर मैं अपने होंठ को उसके होंठ में रख कर किस करने लगा रस को तो वो भी मेरा साथ देते हुए मेरे होंठ को चूसने लगी | हम दोनों एक दूसरे को बहुत प्यार से किस कर रहे थे |

किस करने के बाद मैंने अपने पूरे कपड़े उतार दिए और उसने भी अपने पूरे कपड़े उतार दिए | हम दोनों अब नंगे एक दूसरे की बांहों में थे | फिर मैंने उसके दूध को अपने मुँह में ले कर चूसने लगा तो वो अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊमंह आहाआअ ऊन्ह्ह करते हुए मेरे सिर के बालो को सहलाने लगी | मैं जोर जोर से उसके दूध को चूस रहा था और वो अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊमंह आहाआअ ऊन्ह्ह करते हुए सिस्कारियां ले रही थी |

फिर उसने मेरे लंड को चाटना शुरू किया.. Indiansexstorie

तो मैं अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊमंह आहाआअ ऊन्ह्ह करते हुए उसके निप्पलस को मसलने लगा | लंड को चाटने के बाद वो मुँह में ले कर चूसने लगी तो मैं अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊमंह आहाआअ ऊन्ह्ह करते हुए उसके सिर को पकड़ कर मुँह को चोदने लगा | उसने मेरे लंड को 10 मिनट तक चूसा |

फिर मैंने उसे लेटा दिया और उसके दोनों पैरो को खोल कर उसकी चूत पर अपनी जीभ रख कर चाटने लगा तो वो अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊमंह आहाआअ ऊन्ह्ह करते हुए मचलने लगी | मैं उसकी चूत को जीभ से अच्छे से चाट रहा था और चूत के दाने को भी होंठ से दबा कर चूस रहा था और वो अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊमंह आहाआअ ऊन्ह्ह करते हुए कसमसा रही थी |

उसके बाद मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर टिकाया और  अन्दर डाल दिया | Indiansexstorie

मैं शॉट मारते हुए उसे चोद रहा था और वो अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊमंह आहाआअ ऊन्ह्ह करते हुए चुदाई के मजे ले रही थी | कुछ देर की चुदाई के बाद मैंने अपनी चुदाई की रफ़्तार बढ़ा दिया और जोर जोर से उसकी चूत को चोदने लगा तो वो भी अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊमंह आहाआअ ऊन्ह्ह करते हुए चुदाई में साथ दे रही थी | कुछ देर की चुदाई के बाद मैंने अपना वीर्य उसके दूध के ऊपर निकाल दिया | उसके बाद हम दोनों ने दो बार और चुदाई की और फिर मैंने उसे घर छोड़ दिया |

आज भी हम चुदाई करते हैं और पूजा इस बात से अनजान है | Indiansexstorie

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स्कूल में चुदवाते हुए पकड़ी गयी https://sexstories.one/school-me-chudai-xxx-storiez/ Thu, 29 Oct 2020 04:20:32 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%95%e0%a5%82%e0%a4%b2-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a4%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%8f-%e0%a4%aa%e0%a4%95%e0%a5%9c/ हेल्लों फ्रेंड्स, मेरा नाम रूचि है | मैं कोलकाता की रहने वाली हूँ | मैं दिखने में गोरी हूँ, और मेरा फिगर ऐसा है कि अच्छे अच्छे लौंडो का लंड खड़ा हो जाता है मुझे ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हेल्लों फ्रेंड्स, मेरा नाम रूचि है | मैं कोलकाता की रहने वाली हूँ | मैं दिखने में गोरी हूँ, और मेरा फिगर ऐसा है कि अच्छे अच्छे लौंडो का लंड खड़ा हो जाता है मुझे देख कर | मेरे दूध बड़े हैं और गांड चौड़ी है साथ में पतली कमर है | मैं स्कूल में कक्षा 11वी में हूँ | दोस्तों, वैसे तो मैं बिगड़ी हुई हूँ, और मैं 11वी कक्षा में आते आते कई लंड अपनी चूत में ले चुकी हूँ | मुझे बड़े और मॉटे लंड वाले लड़के हो या आदमी बहुत पसदं है | xxx storiez

चलिए मैं आप लोगो को ज्यादा नहीं पकाऊंगी और सीधा कहानी पे आती हूँ | xxx storiez

ये घटना तब कि है जब मैं कक्षा 9वी में थी | तब ही मेरी पहली चुदाई हुई थी पर मैं अपनी चूत में कुछ न कुछ डालती रहती थी | मेरी चुदाई मेरे बॉयफ्रेंड के दोस्त ने की थी | मेरा एक बॉयफ्रेंड था जिसका नाम भार्गव था | वो मुझसे बहुत प्यार करता था, पर मैं नहीं करती थी | क्यूंकि उसके पास पैसा रहता था इसलिए मैं उससे पटी थी | एक दिन उसने मुझसे कहा कि मैं तुम्हे चोदना चाहता हूँ तो मैंने कहा चोदेगा ? तो उसने कहा कि स्कूल की छत पर चलते हैं | मैंने बोला ठीक है, गेम्स के पीरियड मे गेम न खेल के हम अब एडल्ट गेम खेलने वाले थे |

जैसा प्लान हुआ था वैसा ही हुआ | xxx storiez

मैं स्कूल की छत पर चली गयी बाकि सारे बच्चे खेलने गये थे | 5 मिनट के बाद भार्गव आया और मुझे अपनी बांहों में भर कर किस करने लगा था | तभी मेरी नजर रोबिन पर पड़ी तो मैं भार्गव से अलग हुई और उसे कहा कि ये यहाँ क्या कर रहा है ? तो भार्गव ने जवाब दिया कि वो ये देखने के लिए यहाँ आया है कि कोई हमे चुदाई करते देख न ले | तो मैंने कहा ठीक है और भार्गव फिर मेरे होंठो में अपने होंठ रख कर किस करने लगा | मैं भी उसका साथ देने लगी | वो बहुत अच्छी किसिंग कर रहा था और मैं भी मदहोश हुए जा रही थी | फिर उसने मेरी शर्ट खोली और ब्रा ऊपर कर के मेरे दूध पीने लगा |

मझे अच्छा लग रहा था उसका ऐसा करना जिस वजह से मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करते हुए सिस्कारिया भर रही थी |( ये सब रोबिन के सामने हो रहा था ) वो बहुत जोर जोर से मेरे दूध को पी रहा था और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रही थी |

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दूध पीने के बाद मैंने अपनी पेंटी उतारी और उसे अपनी चूत चाटने के इशारा की | तो वो झट से मेरी चूत सहलाते हुए उसे चाटने लगा और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करने लगी | वो बहुत अच्छे से मेरी चूत को चाटने लगा था तभी मेरी नजर रोबिन पर पड़ी | शायद वो भी हमारी चुदाई देख कर गरम हो चुका था ओर अपना लंड पेन्ट से निकाल कर मुठ मार रहा था | मैं उसका लंड देख कर ये सोच रही थी कि काश ऐसा लंड भार्गव का भी हो |

उसने मेरी चूत बहुत अच्छे से चाटा | xxx storiez

फिर मैंने उसका लंड उसके पेन्ट से निकाला तो मैंने बहुत गुस्सा हो गयी | उसका लंड 5 इंच का ही था और वो भी खड़ा था उसका लंड | मैंने उसे हटाते हुए कहा कि अबे तेरा लंड तो बच्चो वाला है मैं एसा लंड अपनी चूत में नहीं डालूंगी | तो वो बहुत मिन्नतें करने लगा पर मैं नहीं मानने वाली थी | मैं बहुत गरम हो गयी थी तो मैंने रोबिन से कहा रोबिन मेरी चूत तू मार ले तेरा लंड अच्छा है | इस बच्चे के जैसे लंड वाले से मैं नहीं चुदवाउंगी | फिर भार्गव रोबिन की जगह चला गया और मैं रोबिन का लंड मुंह में ले कर चूसने लगी | रोबिन का लंड सच में बहुत अच्छा था | मुझे उसका लंड पीने में बहुत मजा आ रहा था और वो अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रहा था | भार्गव वहीँ खड़ा हो कर मुठ मारने लगा | फिर रोबिन ने मुझे वहीँ पर लेटाया और अपना लंड मेरी चूत में डाल कर चोदने लगा |

वो बहुत शानदार चुदाई कर रहा था मेरी चूत की | xxx storiez

मैं जोर जोर से अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रही थी और वो जोर जोर से मेरी चूत में झटके मार मार के चोद रहा था | फिर उसने अपना माल मेरी चूत के ऊपर ही निकाल दिया था | मुझे भार्गव पर बहुत तरस आ रहा था पर मैं क्या करती उसका लंड मेरे हिसाब का नहीं था |

उसके बाद भार्गव और मेरी बात होना बंद हो चुकी थी | मैं अब रोबिन से चुदवाती थी क्यूंकि उसका लौड़ा बड़ा था | फिर एक दिन ऐसा हुआ कि मैं केमिस्ट्री में फैल हो गयी | और मैं अपना रिजल्ट का फैल का नहीं चाहती थी क्यूंकि मेरे पापा बहुत स्ट्रिक्ट थे और वो मेरी गांड तोड़ देते | इसी डर से मैं केमिस्ट्री वाले सर के पास गयी उनके लैब में | तो सर कुछ काम कर रहे थे तो मैं वेट करने लगी | फिर सर जब फ्री हुए तो उन्होंने कहा कि हाँ बेटा बोलो क्या हुआ ? स्कूल की तो छुट्टी हो चुकी है तुम अब तक घर नहीं गयी ? तो मैंने सर से कहा कि सर ! मुझे आपसे बात करनी है | तो सर ने जवाब दिया हाँ कहो क्या केहना है ? तो मैंने कहा कि सर मुझे बहुत कम नंबर मिले हैं आपके विषय में तो सर प्लीज मुझे पास कर दीजिये न | तो सर ने कहा कि बेटा ऐसा नहीं हो सकता है अब मैं कैसे बढ़ा सकता हूँ नंबर ? जैसा तुमने पेपर किया था वैसा ही तुम्हे परिणाम मिला है |

मैंने रोते हुए सर से कहा कि सर प्लीज मुझे पास कर दीजिये आप जो बोलेंगे मैं वो सब करने के लिए तैयार हूँ ? तब तक सर कि भी आँखे चमक गयी भले ही सर शादीशुदा थे पर मुझे अपने मार्क्स से मतलब था | तो सर ने मुझे अपना पास बुलाया और अपनी जांघ में बैठने का इशारा किया | तो मैं उनकी जांघ पर बैठ गयी और उनके कंधे में हाँथ रख लिया | सर भी गरम हो गये थे तो वो मेरे दूध दबाते हुए मुझे किस करने लगे | मैं भी सर का साथ किस करने में देने लगी और जोर जोर से किस करने लगी | फिर सर ने मेरे शर्ट के बटन खोले और मेरे ब्रा के ऊपर से ही मेरे दूध दबाने लगे |

मैं भी मदहोश होने लगी | xxx storiez

सर मेरे दूध दबाते जा रहे थे और फिर एक हाँथ से सर ने मेरे मार्क्स बढ़ा दिए और मैं पासिंग मार्क्स से पास हो चुकी थी | मैं बहुत खुश हो गयी और सर को अपने दूध निकाल के पीने के लिए कहा तो सर भी जोर जोर से मेरे दूध पीने लगे और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करने लगी थी |

कुछ देर सर ने मेरे दूध बहुत अच्छे से चूसे और फिर उन्होंने अपना लंड बाहर निकाला | मैं सर का लंड देख के चौंक गयी क्यूंकि उनका लंड बहुत बड़ा और मोटा था | फिर मैं उनके लंड को हिलाते हिलाते हुए चूसने लगी और सर अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रहे थे |

मैं सर का लंड बहुत जोर जोर से चूस रही थी कि तभी हमारे स्कूल के चौकीदार ने हमे ये सब करते हुए देख लिया | मेरी गांड फट गयी तो मैंने जोर जोर से रोते हुए उसके पास पंहुच गयी | मुझे कुछ भी कहने कि जरुरत नहीं थी सब कुछ वो रोने से समझ गया था | फिर उसने आवाज़ लगाते हुए पूरे स्टाफ को बुला लिए और सर को पुलिस के हवाले कर दिया गया | सब कुछ मेरे हाथ में था मैं चाहती तो सर को बचा सकती थी पर मैंने ऐसा कुछ न करना ही ठीक समझा |

क्यूंकि अगर मैं उनको बचाती तो शायद मैं ही गलत हो जाती | xxx storiez

इस वजह से सर को जेल हुई और उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया था | फिर कुछ समय बाद खबर मिली कि उन्होंने आत्महत्या कर ली है पर अब क्या कर सकते हैं मुझे नंबर तो मिल गए |

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