kaamwali ki chudai Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/kaamwali-ki-chudai/ Hindipornstories.org Wed, 03 Nov 2021 07:18:54 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 कामवाली को चोद डाला https://sexstories.one/kamwali-ko-chod-diya/ Wed, 03 Nov 2021 07:18:41 +0000 https://sexstories.one/?p=3260 मेने देखा के नीचे ब्लड पड़ा हुआ था मतलब वो वर्जिन थी अभी तक ओर इसलिए ही उसने मुझे रोका था ओर बस फिर काम खत्म करके वो चली गयी ओर जब वो दूसरे दिन आई तो बहोत धीरे धीरे चल रही थी जैसे दर्द हो रहा हो उसे ओर में भी वेट कर रहा था उसका क्यूकी मुझे पता था...

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Kamwali ko chod diya यह एक सच्ची स्टोरी है चलो पहले में अपने बारे में बता देता हूँ. मेरा नाम है लक्की और में सूरत का रहने वाला हूँ. तो अब स्टोरी स्टार्ट करते है. ये उन दिनो की बात है और उस साल ही मेरे भाई की भर्ती मुंबई मे हुई थी तो मेरी मम्मी उसके साथ मुंबई चली गयी रहने ओर यहा मेरे लिए एक मस्त कामवाली छोड़ गयी तो घर मे सिर्फ़ में ओर पापा ही रहते थे और पापा तो सुबह 8 बजे ही जॉब पर चले जाते थे वो कामवाली उस टाइम पर 18-19 साल की होगी शायद पर थी बहोत मस्त पर मेरा ध्यान कभी उसकी तरफ नही गया था की कभी उसे में चोदुंगा।

अब में बताता हूँ की मेरा मन कैसे गया उसकी तरफ वो रोज पोछा लगाते टाइम पर अपनी चुन्नी बाथरूम मे ही छोड़ आती थी वो जब भी पोछा लगाती तो उसके बोब्स दिखते पर वो पूरे तो नही दिखते सिर्फ़ गली ही दिखती पर उतना ही काफ़ी था मुझमें हवस जगाने के लिए. कुछ दिन ऐसा ही चलता रहा में उसे ऐसे ही देखता रहता पर मेरा मन अभी भरा नही था इतने से तो अब में वो जहाँ जहाँ पोछा लगाती वहाँ वहाँ जाकर देखता पर इतना भी काफ़ी नही था कुछ दिन ऐसा ही चलता रहा मेरी हिम्मत बढ़ रही थी क्यूकी वो मेरी तरफ देखती भी नही तो अब में वो जब भी बाथरूम में कपड़े धो रही होती तो गेट के पास जाकर खड़ा हो जाता उसे पता रहता की में खड़ा हूँ पर वो ध्यान नही देती ओर कपड़े धोती रहती।

उस टाइम मुझे भी नही पता था की में क्या कर रहा हूँ पर कुछ भी हो मजे आ रहे थे तो ओर हिम्मत बढ़ा दी गेट पर बेठ जाता ओर उसे कपड़े धोते हुए देखते रहता वो गेट के बिल्कुल पास बेठ कर कपड़े धोती थी तो एक दिन मेने उसके पैर पर हाथ रख दिया उसने उस टाइम भी कुछ नही कहा मुझे उस टाइम ये समझ नही आया के उसने कुछ बोला क्यू नही में तो बस मज़े लूटने मे लगा था तो ऐसे ही में डेली अपना हाथ थोड़ा थोड़ा उपर ले जाता ओर एक दिन मैने अपना हाथ उसकी चूत पे पहुचा दिया ओर जैसे ही वहा मेने हाथ रखा उसने झट से मेरा हाथ हटा दिया।

में डर गया उस टाइम तो मेने फिर ऐसा कभी नही किया फिर में डेली जाकर वैसे ही गेट पर बेठ जाता ओर बस मोका देखता की वो कपड़े निचोड़े अरे हाँ वो कपड़े निचोड़ते टाइम खड़ी हो जाती थी। बाथरूम तो में उसके पीछे चला जाता ओर जैसे ही मोका मिलता में उसकी गांड पर अपना लंड टच करवा देता अब सोचो दोस्तो कितना टाइम लगा होगा उसकी चूत मारने में तो चलो आगे सुनो. तो कुछ दिन ऐसा ही चलता रहा फिर एक दिन मैने अपना लंड अपनी पेंट मे से निकाल के टच किया उसकी गांड पर सोच नही सकते की कितना मज़ा आता था मुझे उस टाइम पर तो धीरे धीरे में आगे बढ़ रहा था ओर वो कुछ बोल भी नही रही थी तो में डेली अब ज्यादा ज़ोर से लंड को दबाता उसकी गांड पर ओर फिर एक दिन मेने उसकी नीचे वाली ड्रेस उतारी थोड़ी सी की गांड तो दिख जाए पर कुछ नही दिखा तो मैने थोड़ी ओर उतारने की कोशिश की पर इस बार वो घूम गयी ओर बोली।

वो: नही लक्की प्लीज़ ऐसा मत कर….

sex story कॉलेज की मजेदार चुदाई

मैने फिर कुछ भी नही बोला ओर वो मुझ से चिपक गयी ओर रोने लगी की तू ऐसा क्यू करता हे मुझे कुछ भी समझ मे नही आ रहा था की क्या करू में पर वो रो रही थी तो बाथरूम से आवाज़ बाहर ना जाए इसलिए में उसे रूम मे ले गया वो रो रही थी अभी भी पर वो मुझसे चिपकी हुई थी. फिर पता नही क्या हुआ वो बेड पर लेट गयी मुझे चिपका कर अपने से ओर बेड पर गिर गयी वो रोती रोती ओर में उसके उपर पड़ा हुआ था मेरा लंड तो जैसे उसके कपड़े मे से निकल कर चूत मे घुस जाए ऐसा हो रहा था तो मेने फिर नीचे जाकर उसकी ड्रेस नीचे से उतार दी पर वो उतारने नही दे रही थी।

फिर भी मैने जैसे तैसे करके उतार दी ओर वापस उसके उपर चड गया अब में अपना लंड उसकी चूत में डालने की ट्राइ करने लगा पर वो डालने ही नही दे रही थी पता नही क्यू ऐसा कर रही थी वो पर जैसे ही में ट्राइ करता डालने की वो पैर चिपका लेती ओर मना करती। पर मुझे पता था की वो चाहती तो हे तो मैने जैसे तैसे करके डाल दिया एक बार अंदर ओर पता नही उसे इतना दर्द हुआ की वो चिल्ला दी ओर मुझे हटा दिया अपने उपर से ओर रूम से निकाल दिया मुझे ओर बंद कर लिया रूम उसने अब मुझे डर लगने लगा था में भी उसे मनाने लगा की प्लीज़ खोल दे गेट आगे से नही करूँगा ऐसा पर उसने नही खोला।

में बोलता रहा ओर थोड़ी देर बाद उसने गेट खोल दिया ओर वो बाहर पोछा लेने गयी तो मेने देखा के नीचे ब्लड पड़ा हुआ था मतलब वो वर्जिन थी अभी तक ओर इसलिए ही उसने मुझे रोका था ओर बस फिर काम खत्म करके वो चली गयी ओर जब वो दूसरे दिन आई तो बहोत धीरे धीरे चल रही थी जैसे दर्द हो रहा हो उसे ओर में भी वेट कर रहा था उसका क्यूकी मुझे पता था की अब वो मना नही करेगी. कभी तो फिर वो जैसे ही कपड़े धोने गयी में बाथरूम मे घुसा ओर उसे बाहर रूम मे ले आया. फिर मेने उसका ड्रेस खोला नही पर उपर कर दिया तो उसके बोब्स दिखने लगे. फिर में उन बोब्स को चूसने लगा वो मना तो कर ही नही रही थी. कुछ भी करने से तो थोड़ी देर बाद चूसने के बाद मैने उसकी नीचे वाली ड्रेस भी उतार दी ओर अपना लंड डालने की ट्राइ करने लगा पर लंड अंदर जा ही नही रहा था।

मुझसे बहुत ट्राइ करने के बाद उसने खुद अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ा ओर अंदर डाल दिया जैसे ही मेने अपना लंड उसकी चूत मे डाला उसने आँखे बंद कर ली ओर लंबी सी साँस लेने लगी में चोदता रहा ऐसे ही उसे ओर फिर जब पानी निकलने वाला था तब मेने अपना लंड निकाल दिया ओर जल्दी से बेड से उतर के पानी नीचे ही निकाल दिया ओर फिर वो खड़ी हुई ओर जल्दी से कपड़े पहन के पोछे से साफ़ कर दिया.

मेरा निकला हुआ पानी ओर फिर वो अपना काम करने लगी फिर ऐसे ही चलता रहा वो रोज काम करने आती ओर मुझसे काम करवा के चली जाती थी ।

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साथ काम करने वाली की चूत और मेरी अन्तर्वासना https://sexstories.one/kaamwali-ke-saath-sex-kiya/ Fri, 08 Jan 2021 12:05:42 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%9a%e0%a5%82%e0%a4%a4-%e0%a4%94%e0%a4%b0/ हेल्लो मेरे प्यारे भाई लोगों कैसे हैं आप सभी और कैसा है आपका लंड ? तो मतलब मैं ये मानलूं ना कि आपका लंड और आप दोनों अच्छे हैं | ठीक है मान लेता हूँ ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हेल्लो मेरे प्यारे भाई लोगों कैसे हैं आप सभी और कैसा है आपका लंड ? तो मतलब मैं ये मानलूं ना कि आपका लंड और आप दोनों अच्छे हैं | ठीक है मान लेता हूँ पर छोटी नुन्नु वाले कृपया इस कहानी से दूर रहे क्यूंकि ये मर्द और बड़े लंड वालों की कहानी है | अरे दोस्तों मजाक कर रहा हूँ मैं तो ऐसा कुछ नहीं ये सब के लिए है और सब इसे पढके मज़ा लो | तो अब शुरू करता हूँ मैं अपना परिचय देना और मेरा नाम है कृष्णा | kaamwali

हाँ जैसा मेरा नाम है वैसा ही मेरा काम है मैं गोपियों को बहुत पसंद करता हूँ और उन्हें हमेशा अपनी बांसुरी बजाने के लिए देता हूँ | बांसुरी से मेरा मतलब मेरे लंड से है और वो लड़कियां भी इसको दिल खोल के बजाती हैं जब इससे गीला गीला और गरमा गरम मुठ बाहर न निकल आये |

जैसे ही वो बाहर निकलता है तब मेरा काम शुरू होता है और मैं उसकी फुद्दी को जमके बजाता हूँ और तब तक बताता हूँ जब तक उनका माल मेरे लंड को गीला न कर दे | आज की जो कहानी है वो आधारित है मेरे जीवन के ऐसे अंश पे जो मैं याद करता हूँ तो मुझे अपार शान्ति मिलती है क्यूंकि वो मेरा पहला प्यार था और शायद हमेशा वो ही रहेगा |

उसका नाम महिमा था और मेरे साथ काम करती थी | desi kaamwali

जी हाँ मैं एक काम करने वाला बंदा हूँ और मैं नगर निगम में झाड़ू लगाने का काम करता हूँ | kaamwali

वो भी मेरे साथ ही झाड़ू लगाने जाती थी पर मुझे पता ही नहीं चला कब मैंने उसकी चूत पे हाथ साफ़ कर दिया | क्या गदराया हुआ बदन क्या मोटे मोटे दूध और कमर | और गांड तो ऐसी जैसे उसपे सर रखके सो जाओ और तकिये की ज़रूरत न पड़े | मैंने उससे कई बार कहा मेरी हो जा पर वो मानी ही नहीं पर हाँ चुदने के लिए वो आज भी तैयार रहती है और मैं भी कभी पीछे नहीं हटना चाहता था पर नौकरी है जहा ले जाए | इसलिए मैंने उसको बस दो साल तक चोदा फिर उसके बाद मुझे इ जगह भेज दिया और उसको भी कही और भेज दिया गया नगर निगम के द्वारा |

पर मुझे आज भी लगता है जैसे हम कभी न कभी मिलेंगे और फिर से जमके चुदाई करेंगे | kaamwali

पर अभी तक तो कुछ हो नहीं पाया है और मुझे उम्मीद है की हो जाये तो बस मज़ा आ जाये | तो दोस्तों अब मैं सुनाता हु आपको वो दास्ताँ जिसका आप बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं और मैं भी | महिमा एक गरीब घर से थी और हम लोग एक ही मोहल्ले के थे तो हमारा आना जाना साथ होता था | एक दिन हम दोनों निर्मल वार्ड में झाड़ू लगा रहे थे.

तभी हमारा ठेकेदार आया और उससे कहा महिमा तुम्हरे घर में आग लग गयी है मेरे पास फोन आया है जल्दी चलो | अब मैं तो उसके साथ वाला ही था इसलिए मैंने कहा साहब मैं भी चलूँ क्यूंकि मेरा घर भी इसके घर के पास है कही आग फ़ैल गयी तो मेरा सब कुछ बर्बाद न हो जाए | उसने कहा ठीक है तुम दोनों जाओ तब तक मैं इस वार्ड में किसी और को काम पे लगा देता हूँ |

हम दोनों निकले तो देखा पूरी बस्ती में आग थी.. sexy kaamwali ke saath sex

पर मेरा घर पीछे था तो उसका कुछ हिस्सा ही जल पाया था | अब जब आग बुझ गयी तब महिमा अपने घर गयी और मैं भी उसके साथ गया तो देखा सब कुछ खाख हो चुका था और उसका रो रो के बुरा हाल हो गया था | मैंने सोचा इसको गले लगा लेता हूँ | पर मैंने बस उसके कंधे पे हाथ रखा और उससे कहा डर मत सब ठीक हो जाएगा | वो मेरे गले लग गयी और रोने लगी और कहा अब मेरा क्या होगा मैं कहाँ जाउंगी |

मैंने कहा मेरा घर मतलब तेरा घर जब तक सब कुछ ठीक नहीं हो जाता तू मेरे घर में रह सकती है. kaamwali

फिर अगले दिन ठेकेदार से हूँ दोनों मिले और कहा साहब सब कुछ जल गया इसके घर में अगर आप हमारे पेसे आज दे डोज तो इसका घर फिरसे बनवाना शुरू कर सकते हैं | उसने मौके की नजाकत को समझा और पैसे दे दिए | ५००० रुपये महिना मिलते हैं हम लोगों को और उसने तीन हज़ार रुपये में घर बनवाने का थोडा सामान मंगवाया और मैंने भी एक हज़ार की मदद कर दी |

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अब उसका घर बनना शुरू हो गया था और चार दिन ही काम चला क्यूंकि माल ख़तम हो गया था और पैसे भी नहीं थे पर उसके घर की आधी आधी दीवारें बन गयी थी और ये देखकर मुझे बड़ा सुकून मिल रहा था | वो तो तब से मेरे घर में ही थी पर आज उसने सुबह उठके पानी भर दिया चाय नाश्ता करा दिया और मुझे और भी ज्यादा अच्छा लगने लगा क्यूंकि ये सब करने वाला मेरे लिए कोई नहीं था |

मैंने उससे पुछा ये क्यों कर रही है महिमा मैंने तो कहा नहीं तुझे ये सब करने के लिए ? तब उसने कहा तेरे घर में रह रही हूँ किराया तू लेगा नहीं तो यही कर देती हूँ | और वैसे भी कौन रखता है किसी को अपने घर में आज के समय में | मैंने कहा तेरे लिए तो मै नंगा नाचने लगूंगा और वो ये सुनके हसने लगी | फिर हम काम पे निकल गये और एक साथ काम कर रहे थे तब गलती से मेरा हाथ उसके द्दोह पे लग गया |

उसने कहा ठीक से काम कर | kaamwali bai ki chuda kahani

मैंने कहा अच्छा तुझे ऐसा करना बुरा लगता है क्या और उसके दूध पे फिर से हाथ लगा दिया | अब उसने कहा अरे यार क्या कर रहा है | वहां कोई नहीं था इसलिए मैं उसके पास गया और उसके दूध को अच्छे से पकड़ते हुए बोला कि तेरे दूध को मसल रहा हूँ | उसने कहा चल काम कर अपना और मैंने कहा ठीक है और उसके दूध पे पप्पी लेके काम करने लगा | मैंने जब उसको देखा तो वो हल्का सा मुस्कुरा रही थी और मुझे लगा आज मेरे घर में दंगल होने वाला है |

और मैं भी मन ही मन खुश होने लगा | फिर जब वो जाने लगी तो मैंने उसकी गांड पे हाथ फेरा और कहा बहुत गरम है रे ये तो | तब उसने मुझसे कहा चाट ले न तू भी गरम हो जाएगा | मैंने कहा अरे कहाँ जा रही है वो बोली कि ठेकेदार से पैसे ले लूँ और माल माँगा लुंगी तो काम चालू हो जाएगा | मैंने कहा ठीक है चली जा और मेरा भी ले लेना | उसने मेरे पैसे भी ले लिए और मुझे लाकर दे दिए | मैंने उसे एक हज़ार दिए और कहा ले और मिला दिए काम थोडा सा ज्यादा हो जाएगा |

मैं सब्जी लेकर शाम को घर आया और महिमा खाना बनाने की तैयारी कर चुकी थी.. kaamwali

बस सब्जी काट के बनाना बाकी था | उसने सब कुछ बनाया और हमलोगों ने खाना खाया | वेसे तो हम लोग एक ही कमरे में सोते थे पर इस बार मैं उससे जाके सैट गया और उसके पेट और नाभि में हाथ फिराने लगा | वो मेरी तरफ पलती और कहा मैं समझती हूँ तुझे क्या चाहिए | मैंने कहा तो दे दे न उसने कहा इतनी आसानी से दे दूँ क्या | थोड़ी मेहनत कर मुझे गरम कर और फिर करले मेरी चुदाई |

मैंने उसके होंटों को चूमना चालु कर दिया और उसके बाद उसके दूध को ब्लाउज के ऊपर से मसलना चालु कर दिया और फिर उसके निप्पल को चूसने लगा | थोड़ी देर बाद जब उसके निप्पल कड़े हो गये और मैंने उनपे हलके से काटा और फिर से चूसना शुरू किया |

वो ऊऊउम्म्म्म ऊऊन्न्ह्ह आआआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आअह्ह्ह्हऊऊउम्म्म्म ऊऊन्न्ह्ह आआआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आअह्ह्ह्हऊऊउम्म्म्म ऊऊन्न्ह्ह आआआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आअह्ह्ह्ह कर रहे थे | उसके बाद एक बन्दे ने मेरी गांड के छेद में अपना लंड आला और एक ने मेरी चूत में और एक का लंड मेरे मुह में ही था |

मैं बड़ी जोर जोर से ऊऊउम्म्म्म ऊऊन्न्ह्ह आआआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आअह्ह्ह्हऊऊउम्म्म्म ऊऊन्न्ह्ह आआआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आअह्ह्ह्हऊऊउम्म्म्म ऊऊन्न्ह्ह आआआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आअह्ह्ह्ह करने लगी | थोड़ी देर बाद मैंने उसकी साड़ी को ऊपर किया और उसकी गीली चूत में ऊँगली डालने लगा और वो थोडा जोर से ऊऊउम्म्म्म ऊऊन्न्ह्ह आआआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आअह्ह्ह्हऊऊउम्म्म्म ऊऊन्न्ह्ह आआआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आअह्ह्ह्हऊऊउम्म्म्म ऊऊन्न्ह्ह आआआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आअह्ह्ह्ह कर रहे थे |

उसके बाद एक बन्दे ने मेरी गांड के छेद में अपना लंड आला.. kaamwali

और एक ने मेरी चूत में और एक का लंड मेरे मुह में ही था | मैं बड़ी जोर जोर से ऊऊउम्म्म्म ऊऊन्न्ह्ह आआआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आअह्ह्ह्हऊऊउम्म्म्म ऊऊन्न्ह्ह आआआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आअह्ह्ह्हऊऊउम्म्म्म ऊऊन्न्ह्ह आआआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आअह्ह्ह्ह करने लगी | मुझे लगा लंड डालने का यही सही समय है और मैंने उसकी चूत में लंड डाला और वो सिस्कारियां भरने लगी और मुझे कहने लगी चोद ले अब तो तुजसे ही चुदवाउंगी |

मैंने उसको तीन घंटे तक चोदा और उसकी चूत को चोद चोद के फाड़ दिया | उसकी चूत से सफ़ेद पानी निकल रहा था पर मेरा माल नहीं गिरा | मैंने उसको उठाया और उसकी गांड में लंड पेल दिया | फिर उसको एक घंटे और चोदा और उसकी गांड के अन्दर ही माल गिराया |

अब मैं उसको रोज़ चोदता और उसकी गांड पे सर रखके सोता और उसे भी बहुत अच्छा लगता ये सब |

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