मम्मी की दोस्त की चूत और हमारी अन्तर्वासना

आंटी के साइड बूब्स मुझसे टच हो रहे थे और मेरा लंड खड़ा हो गया | मैंने कहा आप इनती मस्त हैं की आपको देखके समझदारी अपने आप निकल जाती है | मुम्मी ने कहा ऋतू मैं थोड़ी देर में आती हूँ बगल वाले के घर से..

समाज सेवा के साथ चूत सेवा

उसके बाद फिर से हम थोड़ी देर के लिए चुप हो गए. लेकिन दोनों ही समझ चुके थे कि हम एक दूसरे के साथ सेक्स करने के लिए तैयार हैं. इंतजार सिर्फ इस बात का है की पहल कौन करता है. मेरे तन बदन में गुदगुदी सी हो रही थी.

दोस्त की बीवी गैर मर्द की दीवानी

अब भाभी ने उसके लंड को कसकर पकड़ा और कहा कि सिर्फ़ पेटीकोट ही उतारना, उसने अब अपना अंडरवियर भी उतारा और पूरा नंगा हो गया। अब वो उसके लंड को ज़ोर ज़ोर से मसलने लगी, इस बीच उसने भाभी की मेक्सी को और पेटीकोट दोनों ऊपर उठाए….

चूत की बिछ गयी है बिसात

मैं मोहनी के साथ ही मिलकर काम करने लगा। मोहनी काफी अच्छे से काम करती थी। वह अपने काम में काफी ध्यान देती थी और अपना हर काम पर अच्छे से करती थी। जिससे मुझे वह काफी अच्छी लगती थी। मैं कभी भी कोई भी समस्या होती थी तो मै मोहनी को पूछ लेता था…

शादी का सुख – पार्ट २

उफ़्फ़ ! जब उसने अपनी जीभ मेरी चूत के दाने पर फेरी तो मेरे तो बदन में जैसे बिजलियाँ दौड़ गई। मैंने अपनी दोनों जांघों में उसका सर दबा लिया और अपने दोनों हाथ उसकी पीठ पर फिराने लगी। गर्मी तो पहले ही मेरे दिमाग में चढ़ी पड़ी थी, सो दो मिनट में ही मैं तो झड़ गई…

सेक्सी गाँववाली भाभी

में सेंडी मेरी उम्र 22 साल है मे मुंबई (दादर) मे रहता हूँ मेने इसकी सारी कहानियां पढ़ी है आज मे अपनी एक कहानी लिख रहा हूँ पसंद आये तो रिप्लाई ज़रूर करना यह बात … >> पूरी कहानी पढ़ें

हमारी किरायेदार

मेरा नाम राहुल है, बीस साल का हूँ, मैं महाराष्ट्र में कोल्हापुर में रहता हूँ और सांगली के कॉलेज में पढ़ता हूँ। यह मेरा पहला यौन अनुभव है जिसे मुझे आप सबके साथ बांटने में ख़ुशी … >> पूरी कहानी पढ़ें

खट्टी मीठी चुत की चुदाई

मेरे भैया की शादी मेरे कॉलेज में आने के कुछ ही दिनों बाद तय हो गई और कुछ ही दिनों बाद शादी भी हो गई। मैं कॉलेज परीक्षा के कारण शादी में नहीं जा सका। शादी के … >> पूरी कहानी पढ़ें

खेत में माँ की चुदाई देखी

मेरा नाम राज है हमांरे परिवार में मैं, माँ और पापा हैं। मेरे पापा सेल्समैन हैं, वो कई कई दिनो तक बाहर रहते हैं…।वैसे भी हमांरे सारे सम्बन्धी गांव में रहते हैं, हम साल में … >> पूरी कहानी पढ़ें