अंकल का मोटा लंड

फ्रेंड्स मैंने दिल्ली में किराए पर एक रूम ले लिया था और में उस समय फरीदाबाद में रहती थी। में पहले दिन अपनी ट्रैनिंग पर चली गई और मुझे वहां पर जाने के बाद पता … >> पूरी कहानी पढ़ें

सख्ख्या भाभीला प्रेग्नंट केले

हेल्लो मित्रांनो माझे नाव वासू आहे आणि माझे वय २१ आहे. माझा लंड ८ इंच लांब आहे आणि आता माझी गोष्ट ऐकून तुम्हाला पूर्ण मजा मिळेल. आज ची घटना माझी आणि माझ्या भाभी ची आहे. … >> पूरी कहानी पढ़ें

हमारी किरायेदार

मेरा नाम राहुल है, बीस साल का हूँ, मैं महाराष्ट्र में कोल्हापुर में रहता हूँ और सांगली के कॉलेज में पढ़ता हूँ। यह मेरा पहला यौन अनुभव है जिसे मुझे आप सबके साथ बांटने में ख़ुशी … >> पूरी कहानी पढ़ें

नशीली पाडोसन

इस मिशन के लिए मैंने उनके घर आना-जाना शुरू कर दिया। मैं किसी न किसी बहाने से उनके घर चला जाता कि शायद वो कभी कपड़े बदलते हुए मिल जाएँ.. पर ऐसा न हुआ.. लेकिन … >> पूरी कहानी पढ़ें

আমি আপনাকে লিঙ্গ করতে চান

আমার বয়স তখন ২২, কলকাতায় থাকি আর পড়াশোনা করি। আমার মাসির বাড়ি হুগলী ডিস্ট্রিক্টে, ওদের বাড়িতে দুর্গাপূজা হয়। আমাকে যেতে বলেছিল, তাই আমি গেছিলাম আর ঘটনাটা ওখানেই ঘটে। এর আগে অভিজ্ঞতা বলতে সিনেমা হলে গার্লফ্রেন্ডদের … >> पूरी कहानी पढ़ें

छोटी मेम आइ लव यू

काम के सिलसिले में लुधियाना अक्सर जाना रहता था ! वहीं कुकरेजा साहब को नौकर की ज़रूरत थी तो सोचा क्यों न मैं ही लग जाऊँ ! साहब का बड़ा कारोबार था ! वो अक्सर … >> पूरी कहानी पढ़ें

बीवी के बाद साली चुद्वाकर माँ बनी

मेरी प्यारी बीवी मेरे बेटे की डेलिवरी के वक्त इस दुनिया मे मुझे अकेला छ्चोड़ कर चली गयी. मनीषा के गुजर जाने से मैं बिल्कुल अकेला हो गया था. और वैसे भी मैं शालिनी को … >> पूरी कहानी पढ़ें

गैर मर्द से चुत चुदवाई

पापा ने कहा कि वो नहीं जा पाएँगे, उनको ऑफीस के काम से बाहर जाना है। तभी मम्मी गुस्सा हो गई, उन्होंने कहा ठीक है आप मना कर दो फोन पर, में मना नहीं कर … >> पूरी कहानी पढ़ें

तीन मोटे लंड और मम्मी की अकेली चूत

हाय दोस्तो, मैं आज आपके सामने एक सच्ची हिंदी एडल्ट स्टोरी प्रस्तुत कर रहा हूँ जो मेरी अपनी मम्मी की है. वैसे तो सभी लोग माँ की बड़ी इज्जत करते हैं लेकिन जब मम्मी ही … >> पूरी कहानी पढ़ें

लेडीज़ टॉयलेट

मैं एक बार दिल्ली से आगरा जा रहा था। मैं बस में दो वाली सीट पर जा कर बैठ गया। सर्दियों के दिन थे, बस खली पड़ी थी। अचानक एक मुस्लिम परिवार बस में चढ़ … >> पूरी कहानी पढ़ें