गाँव की देसी लड़की की अन्तर्वासना
वो अपनी चूत को सहला रही थी और मैं उसके दूध को एक एक करके चूस रहा था | मैं ऐसे कुछ देर तक उसके दोनों दूधो को चूसता रहा | फिर मैंने उसकी पेंटी को निकाल कर उसकी टांगो को थोडा सा फेला….
वो अपनी चूत को सहला रही थी और मैं उसके दूध को एक एक करके चूस रहा था | मैं ऐसे कुछ देर तक उसके दोनों दूधो को चूसता रहा | फिर मैंने उसकी पेंटी को निकाल कर उसकी टांगो को थोडा सा फेला….
उसने उसके दाहिने स्तन को खोल दिया और पहली बार उसने उसके नग्न भव्य स्तन को देखा, वह उसके खुले स्तन के ऊपर झुक गया और उसके निप्पल पर चूमा, लेकिन वह और अधिक चाहता था…
मैंने उन्हें दो से तीन मिनट तक सुना क्योंकि तब तक मेरा डिक धड़क रहा था और मैं खुद को रोक नहीं पाया। आवेग में आकर मैं जल्दी से उठा, अपने बाएं हाथ से उसका दाहिना हाथ पकड़ लिया…
उसने मेरी पेंट की ज़िप खोल कर मेरा लंड बाहर निकाला। और अपने मुहं मे भर लिया दोस्तो कसम ख़ाके कहता हूँ। क्या मज़ा आया मुझे और मैने कहा रूको अभी पहले देख लो कोई है तो नहीं फिर वो कमरे से बाहर गई…
सुचेता और तान्या बिष्णु के सामने नग्न खड़े थे। वह उनके निप्पल घुमा रहा था। फिर उसने सुचेता को चूसने के लिए नीचे धकेल दिया और तान्या को किस करने के लिए अपने पास खींच लिया…
में भी तड़प रहा था उसकी चूत लेने के लिये करीब 15 मिनिट के इस खेल के बाद मैने उसको लेटा दिया और उसके बूब्स दबाने लगा वो बोली की मेरे राजा अब देर मत करो अब मुझ से रहा नही जा रहा है…
मैने माँ के बूब्स पकड लिए और उन्हे दबाने लगा तो माँ ने भी हाथ आगे करके मेरे लंड को अपने हाथ मे थाम लिया और रब करने लगी। फिर क्या था मैने माँ के बूब्स को बारी बारी से दबाना चालू कर दिया और उसे मुँह मे लेकर चूसने लगा