group sex Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/group-sex/ Hindipornstories.org Sat, 29 Jan 2022 07:33:10 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 दोस्त की माँ को चोदने का प्लान बनाया https://sexstories.one/plan-dost-ki-maa-ko-chodne-ka/ Sat, 29 Jan 2022 07:33:10 +0000 https://sexstories.one/?p=4531 मैं पूरी तैयारी में था मेरा लंड खड़ा था. सेक्स बडाने के लिए सेक्सी किताब पड़ रहा था, उतने में आंटी आई, बोली क्या पड़ रहे हो, तो मैं जोश में बोला कि आज अपनी सुहागरात है ना इसलिए सेक्सी किताबे पड़ रहा हूँ..

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Plan Dost Ki Maa Ko Chodne Ka सोनू और मैं अच्छे दोस्त थे मुझे पता था सोनू भी मेरी तरह चूत का प्यासा है. हम दोनो ने कुछ कॉल गर्ल को भी चोदा है. अब तो रोज मुझे उषा आंटी को चोदने के सपने आने लगे. मुझे पता था सोनू अपनी माँ को चोदने नहीं देगा और आंटी भी ऐसी औरत नहीं है, तो मैंने सोनू को फंसाने कि सोची और उसे कहा कि मेरी माँ आ रही है और सीमा आंटी (मेरे दूसरे दोस्त कि माँ जो गावं में रहती है जिसे मैं पहले चोद चुका था) को बुला लिया, मैंने सीमा आंटी को पहले ही प्लान बता दिया था कि आप मेरी माँ है।

फ़िर एक दिन सोनू मेरे से मिलने आया मैं जानबुझ कर थोड़ी देर के लिए बाहर गया और इसी बीच सीमा ने सारे घर में झाड़ू और पोछा लगाया जिससे उसके मस्त बोबे सोनू को दिखे. उसके बाद वो रोज आने लगा और माँ के शरीर के मज़े लेने लगा. एक दिन मैंने उससे कहा कि कल मैं अपनी गर्लफ़्रैन्ड के साथ मसुरीं जा रहा हूँ.

अगले दिन सोनू घर आया और माँ से पूछा राहुल कहाँ है. तो वो बोली वो तो कहीं गया है शाम तक आयेगा उस दिन मैंने माँ को कुछ इस तरह से तरिके बताये ताकी वो आसानी से माँ को चोद ले. पहले माँ ने उसके कपड़ो पर पानी डाल दिया, सोनू ने अपने कपड़े बदल लिए फ़िर माँ ने बाथरुम में फ़िसलने का नाटक किया और सोनू उन्हें रूम में उठा के ले आया फ़िर माँ ने सोनू से मालिश करवाई और फ़िर चुदाई भी. मेरे घर में लगे केमरे में उनकी चुदाई रिकार्ड हो रही थी.
तभी मैं घर आ गया और उन दोनो को रंगे हाथो पकड़ लिया सोनू मेरे घर से चला गया.

अगले दिन मैं उससे मिलने उसके घर गया वो बहुत झिजक रहा था मैंने उसे बहुत बुरा भला कहा और वो कुछ ना बोला. अगले दिन सोनू ने मुझसे माफ़ी माँगी तो मैंने कहा कि एक शर्त पर माफ़ कर सकता हूँ वो बोला क्या मैंने कहा माँ के बदले माँ चाहिए, वो तो चोक गया और बोला ये क्या कह रहा है. ऐसा नहीं हो सकता मैंने कह अच्छा मेरी माँ को चोदते वक्त नहीं सोचा, फ़िर मैंने उसको अपनी माँ कि और उसकी चुदाई कि विडिओ दिखाई और कहा कि ये तेरी माँ को भी दिखाउगां. वो थोड़ा शांत हुआ और सोचने लगा और बोला मैं कल सोच के बताऊंगा, मुझे पता था अगर ये सोचेगा तो ना ही कहेगा. तो मैंने उसे समझाया कि उसके पापा को मरे हुये 6 साल हो गये उसकी माँ को भी तो इन सब कि जरुरत है और अगर वो मेरी माँ को सुख दे सकता है तो उसकी माँ को मैं क्यों नहीं.

वो तैयार तो हो गया पर डरा हुआ था कि माँ कैसे मानेगी. मैंने उससे कहा कि वो मेरे ऊपर छोड़ दे पर दोस्तो उसकी माँ को मनाना इतना आसान नहीं था. मैंने बहुत सोचा फ़िर एक प्लान समझ में आया मैंने एक दिन सोनू को कहा कि किसी शादी में अगर जाना हो तो आंटी के साथ मैं जाऊँगा तभी एक दिन शादी में जाना था तो सोनू ने कहा कि माँ मुझे बुखार है आप राहुल को ले जाये उषा आंटी तैयार हो गयी, मैं उन्हें उनकी गाड़ी में ले के शादी में गया दोस्तो आज वो परी से कम नहीं लग रही थी ब्राउन कलर कि साड़ी में मस्त माल लग रही थी मन कर रहा था कि अभी चोद दूँ, फ़िर हम शादी में पहुँचे वहाँ डिनर करते वक्त मैं आंटी से कई बार टच हुआ.

फ़िर मैंने एक कोल्ड ड्रिन्क ली और सफाई के साथ उसमे नींद कि गोली डालकर आंटी को पिला दी, हम वहाँ से लोटने लगे तो राते में सुनसान राता पड़ता है. और थोड़ा सा जंगल भी है शादी भलावला में थी, आंटी नींद में थी मैंने गाड़ी रोकी और देखा आंटी सो चुकी है. मैंने आंटी को उठाया और जंगल में पेड़ो के पास ले जाकर उनके कपड़े उतारे और उनकी नंगी विडिओ बना ली (दोस्तो मैं चाहता तो उन्हें चोद भी सकता था पर मेरा लंड औरत को जागते हुये ही चोदता है और वो भी उसकी मर्जी से) फ़िर मैंने आंटी को ऐसे ही गाड़ी में डाला और उनके ऊपर उनके कपड़े डाल दिए और गाड़ी को वहीं झाडियों में पेड़ से टकर मारी और अपने माथे में थोड़ी चोट भी लगा ली..

फ़िर वहाँ से गाड़ी निकाली और घर ले आया. सोनू और उसकी बहन आई और आंटी को घर ले गयी वहाँ मैंने बताया कि हमारी गाड़ी का एक्सीडेन्ट हो गया और मैंने कुछ लोगो से मदद माँगी तो उन्होने मुझे बाँध कर आंटी के साथ रेप किया. सुबह आंटी को होश आया तो हमने उन्हें सारी बात बताई पर आंटी को यकीं नहीं हुआ तो मैंने कहा आप सो गयी थी और फ़िर एक्सीडेन्ट के कारण बेहोश हो गयी थी.अगले दिन एक कोरियर में आंटी कि नंगी विडिओ उनके पास भेजी और कहा अगर विडिओ चाहिए तो 2 लाख रुपए चाहिए…

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आंटी रोने लगी और वो ये बात अपने रिशतेदारों को भी नहीं बता सकती थी ओर 2 लाख केश कहाँ से आते मैंने कहा आंटी मैं आपकी मदद करुगां और वो विडिओ ले आऊँगा.फ़िर मैंने आंटी को वो विडिओ ला के दी जिसमें सोनू मेरी माँ को चोद रहा था, आंटी ने अकेले में वो विडिओ देखी और मुझे फोन किया कि ये वो विडिओ नहीं है तो मैंने कहा कि इसमे सोनू जिसे चोद रहा है वो मेरी माँ है और वो विडिओ मेरे पास है अगर वो भी मुझसे चूदेगी तो मैं ये विडिओ उसे दूँगा, वो मना करने लगी मैंने फोन काट दिया उसने कई बार मिलाया मैंने फोन स्विच ऑफ कर दिया, तब उसने सोनू को बहुत डाटा और कहा कि उसने ऐसा क्यों किया और अब क्या होगा। फ़िर सोनू ने कहा कि अब राहुल कि बात माननी पड़ेगी.

सोनू अपनी मम्मी को लेकर मेरे घर आया उसकी मम्मी ने मुझे समझाया कि सोनू से ग़लती हो गयी उसे माफ़ कर दो, मैंने मना किया तो वो कहने लगी कि इसमे तेरी मम्मी कि भी ग़लती है तो मैंने कहा मुझे कुछ नहीं पता मुझे माँ के बदले माँ को चोदना है. जब मैं नहीं माना तो वो गुस्से में चली गयी, मैंने सोनू को फोन करके कहा कि वो अपनी माँ को मना ले सोनू ने अपनी माँ को कहा कि माँ केवल एक बार उससे वो विडिओ ले लो फ़िर मैं सब देख लूँगा, उसकी माँ तैयार हो गयी. और उसने मुझे फोन किया मैंने उससे कहा कि आज रात कहीं जाने का बहाना बना कर अपनी माँ को मेरे घर छोड़ दे और मेरी माँ के साथ किसी होटल में रंगरलियां मना ले.

ऐसा ही हुआ सोनू ठीक 8 बजे उषा को लेकर मेरे घर आ गया और थोड़ी देर बाद मेरी माँ को लेकर जाने लगा उसकी माँ ने कहा कि तुम कहाँ जा रहे हो तो मैंने कहा कि ये लोग होटल में रात बिताएगें यहां मेरे रूम में ज्यादा जगह नहीं है. वो चले गये आंटी एक सादा साड़ी पहन कर आई थी, मैंने उन्हें माँ कि लाल साड़ी दी और तैयार होने को कहा वो थोड़ा डरी हुई थी और शर्म भी आ रही थी, मैंने उन्हें समझाया और कह कि अपनी दूसरी सुहागरात का मजा लो. फ़िर वो थोड़ा सही हुई और तैयार होने लगी मैं इतने में ऊपर चला गया.मैं ऊपर बिस्तर डाल के आंटी का इन्तजार कर रहा था. मैंने सारा इंतज़ाम कर रखा था, जैसे कि मेरी सुहागरात हो, कोंडोम भी रखा था. मैं बनियान में था. उतने में आंटी आई लेकिन आंटी भूल गयी कि आज चुदवाना है,

मैं पूरी तैयारी में था मेरा लंड खड़ा था. सेक्स बडाने के लिए सेक्सी किताब पड़ रहा था, उतने में आंटी आई, बोली क्या पड़ रहे हो, तो मैं जोश में बोला कि आज अपनी सुहागरात है ना इसलिए सेक्सी किताबे पड़ रहा हूँ. मेरा लंड खड़ा था. आंटी सिर्फ़ मेक्सी पहनकर आई थी और अंदर कुछ भी नहीं था, मेक्सी में वो एकदम सेक्सी दिख रही थी, आंटी मेरे बाजू में आ के लेट गई, मैंने हल्के से आंटी कि चूत के ऊपर हाथ फेरा मुझे मज़ा आ रहा था, मैंने आंटी कि मेक्सी को नीचे से उठाया, तो मुझे गोरी टाँगे देखी.

देखते ही मैंने चाटना शुरू किया आंटी भी मेक्सी पूरी निकाल के नंगी हो गयी, अंदर चडी नहीं थी, मैं चाट रहा था, चाटते-चाटते मैं उनकी चूत के पास गया, क्या मस्त गोरी चूत थी, क्लीन शेव था, मैं अपनी उंगली अंदर घुसा रहा था लेकिन अंदर जा नहीं पा रही थी, आंटी बोली अभी 10 साल से कुँवारी है ऐसे नहीं घुसेगी. मैं अपनी टांग आंटी के चूत पर रगड़ने लगा, आंटी के मुहँ से आआहह कि आवाज़ निकल रही थी मस्त 5 मिनट तक चाट रहा था, बाद में आंटी बोली, तड़पाओ मस्त चोदो मेरे पतिदेव, आज मुझे बहन से बीवी बनाओ, मैं आंटी के ऊपर चड़ने लगा, आंटी के बोबे एकदम टाइट थे…

मैंने एक मुहँ में लिया और एक को मसलने लगा, आंटी के पूरे बदन में आग लग गयी थी, मेरे को बहुत मज़ा आ रहा था, बाद में आंटी को मुहँ मैं फ़्रैन्च किस किया, 5 मिनट तक आंटी के लिप्स चूस रहा था.बाद में आंटी बोली तेरा लंड चुसवायेगा तो मैं जल्दी से नंगा हो गया और टाइट लंड आंटी के हाथ में दिया, आंटी ने उसे सहलाया फ़िर मुहँ में लिया और चूसने लगी, मैं तो खुशी के मारे उछल रहा था, मैं आंटी के मुहँ को चोद रहा था, आंटी बहुत टाइम तक चूस रही थी. मैं भी आंटी के मुहँ में चोद रहा था, अचानक मेरा विर्य गिरने को आया आंटी कि गदन पकड़ के ज़ोर ज़ोर से चोदा बाद में मेरा विर्य आंटी के मुहँ में गिर गया..

आंटी उसे पूरा पी गयी. मेरा लंड सकुड गया. 5 मिनट के बाद आंटी ने वापस मेरा लंड चूस के कड़क बनाया और बोली मेरी चूत में डाल दे और मेरी चूत को फाड़ दे, मैंने आंटी कि चूत के नीचे एक तकिया लगाया और मैं उसके ऊपर चड़ गया लंड को चूत के ऊपर सेट किया और लंड को घुसाने लगा लेकिन आंटी कि चूत टाइट होने के कारण चूत में लंड नहीं घुस रहा था. अभी मैं आंटी के ऊपर था, चूत में लंड को बराबर सेट करके और जोर जोर से धक्के दे रहा था आंटी भी मेरा साथ दे रही थी. मुझ से रहा नहीं गया और मैंने मुहँ में रखकर एक जोरदार शॉट लगाया वैसे आंटी दर्द के मारे चिल्ला उठीं मगर मेरे किस और बोबे दबाने से उसे मज़ा आ रहा था, आंटी कि चूत फट गई. मैं जोर ज़ोर से चोद रहा था. आंटी आआहह आआहह करके तड़प रही थी मैं पूरे जोश में था.मैं ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा, आंटी भी चूत उठा के साथ दे रही थी,

बटर कि वजह से पिच-पिच-पिच कि आवाज रूम में गूँज रही थी. बाद में आंटी ने मुझे कस के पकड़ लिया और बोली जोर ज़ोर से चोद मेरी चूत को भोसड़ा बना दे बहनचोद, मैं समझ गया आंटी झड़ने वाली है मैं भी जोर ज़ोर से चोदने लगा, और आंटी कि चूत से गरम वीर्य निकल गया. उसके बाद मैंने आंटी को खूब चोदा बाद में मैंने आंटी को कहा आंटी मैं झड़ने वाला हूँ, तो आंटी बोली मेरी चूत में झड़ ज़ा मैंने अपनी रफ़्तार बड़ाई और आंटी कि चूत में झड़ गया, और मैं शांत हो गया और आंटी के ऊपर सो गया, बाद में आंटी को मैं रोजाना चोदता और वीर्य चूत में छोड़ देता.

आंटी भी आई -पिल खाती थी.

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वेट्रेस के साथ गैंगबैंग https://sexstories.one/desi-group-sex-with-waitress/ Mon, 17 Jan 2022 07:00:04 +0000 https://sexstories.one/?p=5109 हेतल अपने घुटनों और कोहनियों के बल उठ खड़ी हुई, पहले एक फिर दो उँगलियाँ पूजा की चूत में घुसाते हुए, पूजा की योनि पर अपनी जीभ से फड़फड़ाती रहीं। हेतल की कोमल कोमल उँगलियाँ उसके अंदर इतनी अच्छी...

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Group sex with waitress – पूजा नग्न खड़ी थी, और खुली खिड़की के बगल में कांपती हुई, चाँद की रोशनी अपने तनी हुई देह के कोमल वक्रों को स्नान कर रही थी। ठंडी हवा के कारण उसके निप्पल उसके भरे हुए स्तनों से बाहर निकल आए। बाहर से हल्की रोशनी के अलावा कमरे में अंधेरा था। उसे जो शर्मिंदगी महसूस हुई, वह उसकी उत्तेजना से खत्म हो गई थी। वह अपने आप को छूना चाहती थी, उन सख्त निपल्स को एक अच्छी चुटकी और टग देने के लिए, लेकिन उसे अनुमति नहीं थी।

बिस्तर पर उसका प्रेमी उस वेट्रेस से प्यार कर रहा था जिसे वे उस शाम पहले उठाकर घर ले आए थे। पूजा को अपना नाम ठीक से याद नहीं था। जिनाल थी या लता? जो कुछ भी था, धीरज को याद रहेगा। अभी के लिए, यह देखना पूजा की भूमिका थी।

महिला ने हांफते हुए धीरज को जोर से धक्का दिया, फिर विलाप किया, “मैंने अभी-अभी अपना रस तुम्हारे लंड पर गिराया है!”

“उसे बताओ,” धीरज ने पूजा की दिशा में सिर हिलाते हुए निर्देश दिया।

लगभग भूल जाने के बाद कि पूजा वहाँ थी, महिला ने कहा, “मैं अभी-अभी तुम्हारे प्रेमी के लंड पर आई हूँ!”

उसके सामने कामुक दृश्य खेलने के बावजूद, पूजा को खुद को खुश करने की अनुमति नहीं थी। धीरज ने उसे एक विकल्प दिया था। वह उसे एक कुर्सी से बांध देगा और उसकी घड़ी बना देगा, या वह खुली खिड़की से नग्न खड़ी हो सकती है, लेकिन उसकी अनुमति के बिना कोई स्पर्श नहीं कर सकता। वह चुपके से अपनी तना हुआ जांघों को सहलाने में सक्षम थी, लेकिन यह शायद ही संतोषजनक था क्योंकि उसका गीलापन उसके पैरों के अंदरूनी हिस्से से नीचे बहने लगा था। पूजा सख्त सींग वाली थी, लेकिन उसे धीरज की बात माननी पड़ी।

जिन चौदह महीनों में वह धीरज के साथ बाहर जा रही थी, पूजा का जीवन नाटकीय रूप से बदल गया था। हालांकि एक सुंदर और बाहरी रूप से सामान्य युवा जोड़े, अकेले में धीरज और पूजा ने एक-दूसरे की विकृत जरूरतों को पूरा किया। न तो धीरज के बैंक में और न ही डॉक्टर के कार्यालय में जहां पूजा नर्स के रूप में काम करती थी, किसी को भी यह संदेह नहीं होगा कि इन दो आकर्षक युवाओं के बीच पारंपरिक संबंधों के अलावा कुछ भी था। वे कभी नहीं जानते थे कि पूजा को नियंत्रित करने की गहरी जरूरत है, या धीरज की उस जरूरत को पूरा करने की इच्छा के बारे में।

उसने उसकी रूढ़िवादी परवरिश से कई लटके हुए झगड़ों को दूर करने में उसकी मदद की, उसे सिखाया कि कैसे उसकी शर्म का इस्तेमाल उसकी उत्तेजना को बढ़ाने के लिए, शरारती होने का आनंद लेने के लिए, उसके उत्कृष्ट शरीर से अधिकतम आनंद प्राप्त करने के लिए किया जाए। पहली बार जब उसने अपने पर्याप्त स्तनों पर वीर्य छिड़का तो उसने जो गिरावट महसूस की, वह उसके बाद के संभोग की तुलना में कुछ भी नहीं थी, यह वास्तव में अनिवार्य शर्त थी।

थोड़े समय के भीतर ऐसा कुछ भी नहीं था जो वह उसके लिए नहीं करती थी, या उसे उसके साथ करने देती थी, यहाँ तक कि पहली बार शॉवर में जब उसने अपना चिकना गीला अंगूठा उसकी पीठ पर खिसका दिया, जबकि उसकी बीच की उँगली उसकी भीगी हुई चूत के अंदर खेल रही थी . वह शुरुआती घुसपैठ पर चिल्लाई, लेकिन उसके और उसके विशेषज्ञ ने अपने स्तनों को सानने के बीच तौलिया रैक को पकड़ने की कोशिश करते हुए एक कंपकंपी चरमोत्कर्ष को सहन किया। उसके रोने की आवाज़ टाइलों से उछल कर नीचे की गली में सुनाई देती अगर खिड़की खुली होती।

उन्होंने विचारों के लिए अश्लील साहित्य का खनन किया और स्क्रीन पर जो देखा उसका अनुकरण किया। पूजा अंतरजातीय और समूह सेक्स से हैरान थी, लेकिन उनके बारे में सोचना बंद नहीं कर सकी। जब धीरज व्यवसाय के लिए शहर से बाहर थे, तब उन्होंने कई एकान्त सत्रों को हवा दी।

अब वे अपना पहला थ्रीसम शुरू कर रहे थे। उन्होंने इसके बारे में हफ्तों तक बात की और जब उन्होंने अपनी खूबसूरत वेट्रेस को देखा, परिपक्व और एक हत्यारे शरीर और जीतने वाली मुस्कान के साथ आत्मविश्वास से, उन्होंने एक मौका लिया। हेतल (वह उसका नाम था!) स्वेच्छा से अच्छे युवा जोड़े के साथ एक नाइट कैप के लिए घर गई और जल्द ही सभी नग्न थे। हेतल को निपुणता से धीरज पर नीचे जाते देखना पूजा को हल्का और ईर्ष्यालु बना देता है। यह कोई फिल्म नहीं थी; यह ठीक उसके सामने हो रहा था!

पूजा निश्चित रूप से जानती थी कि चीजें कहाँ जा रही हैं। वह कभी किसी अन्य महिला के साथ नहीं रही, लेकिन धीरज ने उससे कहा कि वह अक्सर उसे समलैंगिक प्रेम में लिप्त देखने के बारे में सोचता है। वह समझ नहीं पा रही थी कि कहाँ से शुरू करूँ, लेकिन ऐसा लग रहा था जैसे हेतल को इसका कुछ अनुभव हो। अब वह पता लगा लेगी।

हेतल और धीरज उसके बारे में ऐसे बात करते रहे जैसे वह वहां नहीं है। वह एक बाहरी व्यक्ति की तरह महसूस कर रही थी, एक दृश्यरतिक, दो लोगों को उनके सबसे अंतरंग क्षणों में देख रही थी।

“मैं कब ले सकती हूं?” हेतल ने पूछा, जैसे ही धीरज ने उसे चोदा।

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“जल्द ही,” धीरज ने जवाब दिया। “सबर रखो।”

“लेकिन वह बहुत सेक्सी है।”

“मुझे पता है। यह बहुत अच्छा होने वाला है।”

अंत में, धीरज ने पूजा को बिस्तर के पास खड़े होने का इशारा किया। यह था! कुछ छोटे कदमों के साथ, पूजा उन असामान्य युवतियों में से एक बन जाती जो समूह सेक्स में संलग्न होती हैं। वह झिझकते हुए बिस्तर के पास खड़ी हो गई, और धीरज ने हेतल को लुढ़का दिया, उसका इरेक्शन अभी भी प्रभावशाली रूप से मोटा था। हेतल उठी और अपने घुटनों पर बैठ गई, पूजा को गले लगा लिया, जो पूरी तरह से सुनिश्चित नहीं थी कि क्या करना है।

“ठीक है, प्रिये,” हेतल फुसफुसाई, उसे आश्वस्त करते हुए। “बस यह होने दो।” पूजा के बड़े कोमल स्तनों को सहलाते हुए हेतल ने पूजा को पहले गाल पर और जल्द ही मुंह पर धीरे से किस किया। “मेरे भगवान, तुम एक सेक्सी युवा चीज हो!” हेतल उत्साह से फुसफुसाई, हालांकि खुद केवल 35.

एक लंबे समय के बाद एक जोड़े ने हेतल को बिस्तर पर अपने साथ आने के लिए आमंत्रित किया था। उसके बिसवां दशा के दौरान परिपक्व जोड़ों द्वारा उससे तीन बार संपर्क किया गया था, जो उसे त्रिगुट में रखना चाहते थे, लेकिन यह पहली बार था जब एक छोटे जोड़े ने उससे पूछा था। वह भूमिकाओं में बदलाव से चिंतित थी। अब वह एक झिझकने वाली लेकिन इच्छुक युवा महिला की मदद करने वाली अनुभवी हाथ थी, जो उस उम्र में खुद को जानने वाली खुशियों की खोज करती थी।

पूजा ने महसूस किया कि हेतल की उंगलियां उसके पैरों के बीच खेल रही हैं और लगभग तुरंत ही एक संभोग सुख के कारण दम तोड़ दिया जिससे उसका शरीर कांप गया। उसने खुली खिड़की से डरकर और गली से केवल तीन मंजिल की दूरी पर होने के कारण, जोर से कराहने की कोशिश की। भले ही लगभग आधी रात हो चुकी थी, फिर भी उनकी इमारत के सामने फुटपाथ पर कुछ राहगीर हो सकते थे।

हेतल ने पूजा के एक निप्पल को अपने मुंह में लिया और उसे चूसने लगी और अपने लाल सुनहरे बालों को सहलाने लगी…

पूजा खुशी से कांप उठी।

तब हेतल ने पूजा को बिस्तर के सिरहाने लेटने और अपने पैर फैलाने का निर्देश दिया।

वह पूजा की तंग जाँघों के बीच में चली गई और अपने नए युवा दोस्त को ज़ुबानी देने लगी।

इसने पूजा को ट्रान्स में भेज दिया, क्योंकि वह विलाप करने लगी और अपने निपल्स को टटोलने लगी और अपने बड़े स्तनों की मालिश करने लगी।

पूजा को हेडबोर्ड और हेतल पर थोड़ा ऊपर उठाया गया था, जबकि अभी भी यह देखने की कोशिश कर रहा था कि पूजा की चूत कितनी दूर तक वह अपनी जीभ काम कर सकती है, पूजा के जघन बाल के मोटे पैच से परे … उसके स्तनों के टीले के बीच और उसकी आँखों में जैसे पूजा ने पीछे मुड़कर देखा, उसकी अपनी आँखें खुशी के झोंकों में आधी बंद थीं।

पल में खोई हुई पूजा को विश्वास नहीं हो रहा था कि हेतल की कुशल जुबान ने उसे जो आनंद दिया है।

मैं लेस्बियन नहीं हूं, उसने खुद से दोहराया। मैं लेस्बियन नहीं हूं। मुझे मर्द पसंद है।

लेकिन अब रुकना बहुत अच्छा लगा।

एक और चरमोत्कर्ष उसके ऊपर आ गया और उसके पैर बेकाबू हो गए।

उसका चेहरा इस तरह से विकृत था कि ऐसा लग रहा था कि वह रो रही है, लेकिन वह वास्तव में उस पल का अधिक आनंद ले रही थी, जिसकी उसने कल्पना भी नहीं की थी।

यह धीरज की कल्पना मानी जा रही थी, लेकिन वह इसमें इस तरह फंस गई कि उसने उसे चौंका दिया।

वह और धीरज मुख मैथुन से प्यार करते थे और उनहत्तर उनकी पसंदीदा फोरप्ले गतिविधियों में से एक थी; कभी-कभी यह सब नाटक था!

हेतल अपने घुटनों और कोहनियों के बल उठ खड़ी हुई, पहले एक फिर दो उँगलियाँ पूजा की चूत में घुसाते हुए, पूजा की योनि पर अपनी जीभ से फड़फड़ाती रहीं।

हेतल की कोमल कोमल उँगलियाँ उसके अंदर इतनी अच्छी लग रही थीं कि उसे इस बात की ज्यादा परवाह नहीं थी कि क्या हुआ।

हेतल एक दुष्ट मुस्कान के साथ धीरज की ओर मुड़ी।

“तुम्हारी प्रेमिका की चूत बहुत गर्म है!”

“मुझे पता है,” उन्होंने कहा।

“तुम मुझे पीछे से क्यों नहीं चोदते?” उसने कहा, “जबकि मैं उसकी चूत से खेलती हूँ”

फिर से, हेतल और धीरज ने पूजा को लगभग इस तरह संदर्भित किया जैसे वह वहां नहीं थी।

धीरज को किसी प्रोत्साहन की आवश्यकता नहीं थी। अपने हर जोरदार धक्का से धीरज ने हेतल के चेहरे को पूजा की चूत में धकेल दिया..

अंत में धीरज ने पूजा की ओर देखा.. और दोनों ने अपने पहले थ्रीसम की सफलता पर बुरी तरह से उत्साही मुस्कान का आदान-प्रदान किया।

क्या वे अकेले अपने सपनों में ऐसे अनुभव की कामना कर सकते थे?

पूजा ने परवाह नहीं की, भले ही धीरज ने अपना सारा वीर्य हेतल की चूत में गिरा दिया।

धीरज का पूरा शरीर तनावग्रस्त हो गया और दोनों महिलाओं को पता चल गया कि उसका संभोग चरम पर है, जिसके कारण हेतल ने अपनी चूत के रस को गिरा दिया और फिर उस शाम को आखिरी बार पूजा का चरमोत्कर्ष आया।

निश्चित रूप से गली में शारीरिक विलाप सुना जा सकता था।

जब यह सब खत्म हो गया, तो पूजा ने खुद को हेतल और धीरज के बीच में पाया, दोनों ने धीरे से उसके शरीर पर हाथ फेरा, क्योंकि वे सभी इसके बाद का स्वाद ले रहे थे। जल्द ही हेतल को उसकी कार में बार की पार्किंग में वापस करने का समय होगा जहां उसने काम किया था।

पूजा बहुत थकी हुई थी, इसलिए धीरज गाड़ी चला रहा था। जैसे ही वह कार से बाहर निकली, हेतल ने धीरज से पूछा – क्या यह ठीक है, क्या वह और पूजा किसी समय आपस में मिल जाते हैं।

“ज़रूर,” धीरज ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया।

हेतल ने कहा, “ऐसा नहीं है कि मैं पुरुषों से ज्यादा महिलाओं में हूं।” “आखिरकार मेरा एक प्रेमी है। लेकिन पूजा के बारे में कुछ ऐसा है जिससे मेरे रॉकेट दागे जाते हैं।”

“मैं समझता हूँ,” धीरज ने उत्तर दिया और एक सज्जन की तरह हेतल को उसकी कार तक पहुँचाया। “मुझे व्यवसाय के सिलसिले में अगले सप्ताह शहर से बाहर जाना है। आप उसे फोन क्यों नहीं करते?”

“मैं!” हेतल ने गुप्त रूप से उत्तर दिया। धीरज ने उसे पूजा का नंबर देने के बाद हेतल मुस्कुराई और अपनी उम्रदराज वोल्वो में चढ़ गई। “वैसे,” उसने कार को गियर में डालने से पहले धूर्तता से कहा। “उसे अपने अंगूठे के नीचे रखना जैसे आप करते हैं? यह दुष्ट रूप से सेक्सी है।”

जैसे ही वह रात में चली गई, वह खुद से मुस्कुराई, सोच रही थी कि वह अपने प्रेमी को अपनी शाम के बारे में क्या बताएगी।

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सुहागरात पर तिन लोगों ने चोदा मुझे https://sexstories.one/group-me-chod-gaye-suhagraat-pe/ Thu, 04 Nov 2021 08:44:39 +0000 https://sexstories.one/?p=3266 चोदो भचाभच और देख अगर मुझे मज़ा नहीं आया तो मैं तेरी गांड पर लात मारूंगी ? वह बोला भाभी लात नहीं तू मेरा लण्ड काट कर फेंक देना अगर मैं तेरी चूत का तेल पहले न निकाल लूं . तेरी चूत क्या मैंने बड़े बड़े भोषडा का तेल निकाल है . मैं तेरी माँ का भोषडा भी चोद डालूँगा...

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3 Log chod gaye suhagraat pe कितनी सुहावनी रात थी वो जिस दिन मैंने सुहागरात मनाई थी . पहले तो आया मेरे हाथ में मेरे शौहर का लौड़ा. मैंने खूब मजे से चुदवाया फिर अचानक मेरे हाथ में एक टन टनाता हुआ नया लण्ड आ गया . मैंने जब उसका चेहरा देखा तो वह मेरा नंदोई .था .उसने खड़ा लण्ड चुपके से मेरे हाथ में रख दिया था . मैं मन ही मन बहुत खुश हुई लेकिन दिखावे के लिए ना नुकुर करने लगी . फिर मुठ्ठी में भर कर सहलाने लगी लौड़ा . मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था क्योंकि लौडा मेरी पसंद का निकला ?

फिर 2 मिनट के बाद उसने कहा भाभी ये मेरे दोस्त का लौडा है इसे भी पकड़ लो प्लीज ? मेरे लण्ड की ही तरह है इसका लण्ड ? हां भाभी इसका लण्ड मेरी बीवी बहुत पसंद करती है . इसलिए मेरी बीवी इससे चुदवाती है और इसकी बीवी मुझसे चुदवाती है . दोनों कर लेती है मर्दों की अदला बदली . मुझे तो इसकी बीवी चोदने में ज्यादा मज़ा आता है और इसको मेरी बीवी चोदने में . फिर हम दोनों इसी तरह एक दूसरे की बीवी चोदने लगे .

भाभी, मर्दों की अदला बदली करके चुदवाने में वाकई ज्यादा मज़ा आता है. न मानो तो तुम अपनी नन्द से पूंछ लो ?

तुम बड़ी नसीब वाली हो भाभी, जिसको आज से ही लन्ड की अदला बदली का मौका मिल रहा है . आज से ही पराये मर्दों से चुदवाने की आज़ादी मिल रही है . हां भाभी तुम चिंता न करो तेरा शौहर इस बात के लिए राज़ी है . तभी तो वह इसकी बीवी बगल के कमरे में चोद रहा है और ये मेरे साथ तुम्हे चोदने आया है .अब आज से हम तीनो मैं, मेरा दोस्त और तेरा शौहर मिलकर एक ही कमरे में एक दूसरे की बीवियां चोदा करेंगे ? धीरे धीरे और भी कपल शामिल हो जायेंगे .
बस ये सुन कर मैंने उसका लण्ड जोर से पकड़ लिया और फिर मस्त होकर दोनों लण्ड चाटने लगी मेरा नाम है कम्मो, मेरा नंदोई आसिफ और उसका दोस्त कादर . कादर की बीवी नाजिया है . .

मेरा निकाह जब हुआ तो मेरे शौहर ने मुझे गोवा ले जाने का प्रोग्राम बनाया . हां जी हनीमून मनाने . मैं बहुत खुश थी . होटल में चेक इन किया . उस होटल में बहुत सारे कपल आये थे . सबको हनीमून मनाना था . मैं कपल को आते जाते देखती थी . बीवियों को कम मर्दों को ज्यादा देखती थी . मैं मन ही मन उन मर्दों के लण्ड के बारे सोचने लगी . हाय अल्ला, कितना प्यारा होगा इसका लौड़ा ? कितना मोटा होगा उसका लौड़ा ? कैसे चोदता होगा ये मर्द ? कैसे बुर लेता होगा वो मर्द ? बस यही सब सोचने में लगी थी . मैं आपको बता दूं मुझे दुनियां में सबसे अच्छा “लण्ड” ही लगता है .

मैं तो अल्ला से दुआ करती हूँ की ये खुदा मुझे दुनिया बस खाना और चुदाना दे ? मेरा निकाह आज हुआ है लेकिन मैं बहुत सारे लण्ड पकड़ चुकी हूँ . कॉलेज में लडको के लण्ड और घर में जीजू का लण्ड, अंकल का लण्ड, खालू का लण्ड, और कजिन भाई जान का लण्ड पकड़ चुकी हूँ . अपनी बुर में पेल चुकी हूँ . ये बात मेरी अम्मी के अलावा कई लोग जानते है .

खैर होटल में आने के बाद हम लोग घूमने चले गए . मेरा शौहर करीम बड़ा स्मार्ट और रोमांटिक किस्म का आदमी है . निकाह के पहले मैं उससे कभी नहीं मिली . हा मैं उसे पसंद जरुर करती हूँ . शाम को एक पार्टी रखी गयी जिसमे मेरा नदोई भी था . वह अकेला ही आया था . मेरी नन्द नहीं थी . उसका एक दोस्त कादर था और उसकी बीवी नाजिया . दारू पीने की पार्टी थी . मैं भी पीती हूँ लेकिन वहां ना नुकुर करने लगी तो मेरे हसबैंड ने कहा यार पी लो सबका मन है . सबका साथ दो . बस मैं भी पीने में शामिल हो गयी . पीते पीते हंसी मजाक शुरू हो गयी . मेरा नंदोई मादर चोद ज्यादा ही मस्ती के मूड में था

वह बोला :- दारू के साथ और कुछ पीना चाहोगी ? मेरा मन हुआ की मैं कहूं हां लण्ड पियूंगी ? पर मैं चुप रही . मना कर दिया मैंने .

नाजिया बोली :- हां भाभी मैं तो पीती हूँ . ये बहन चोद शराब अकेले नहीं पी जाती .

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आसिफ (नंदोई) बोला :- तो पी लो यार जो चाहो ?

नाजिया बोली :- तुम भोषडी के भाभी की बड़ी मक्खन बाज़ी कर रहे हो ? उसकी गालियाँ सुन कर मज़ा आया . मेरा शौहर बोला :- नाजिया भाभी तुम जो पियो उसे मेरी बीवी को भी पिलाओ . बड़ी शर्मीली है मेरी बीवी ?

नाजिया बोली :- यार यही तो कमी है इसमें .पीने में बेशरम होना चाहिए .

मैंने कहा :- नहीं भाभी मैं बेशरम ही हूँ . आज थोडा डर रही हूँ .

नाजिया बोली :- अरे डरने की क्या जरुरत है . आज की रात तो निडर होकर लण्ड पकड़ने का है .

आसिफ बोला :- भाभी लण्ड ही नहीं चूंचियाँ भी पकड़ने की रात है .

नाजिया बोली :- तू माँ का लौड़ा मानेगा नहीं .

मैंने कहा :- मैं जब इसकी गांड मारूंगी तब यह मानेगा .

मेरा ऐसा कहते ही सब लोग खिलखिलाकर हंस पड़े .

खैर रात के 12 बजे हम सब अपने अपने कमरे में चले गए . मेरा शौहर मेरे कपडे उतारने लगा . मैं नशे में थी . जल्दी नंगी हो गयी . वह भी हो गया नंगा , मैंने उसका लौड़ा देखा तो जान में जान आयी . लौड़ा तगड़ा भी था और कड़क भी . मैंने जम कर चुदवाया रात में . मैं बाथ रूम गयी और जब वापस आयी तो मुझे शौहर नहीं दिखाई पड़ा ? लेकिन मेरे सामने एक खड़ा टन टनाता हुआ लण्ड आ गया . मेरे हाथ में आ गया लण्ड . लण्ड खूबसूरत था . मैंने जब उसका चेहरा देखा तो मुह से निकला तुम हो भोषडी के आसिफ ? तेरी माँ का भोषडा साले आज तो मेरे शौहर की रात है तू माँ का लौड़ा यहाँ क्या कर रहा है ? जा मैं नहीं पकडती तेरा लौड़ा ? अपनी माँ के भोषडा में पेल अपना लौड़ा ? जा नहीं तो मैं यही तेरी माँ चोदूंगी अभी के अभी ? . मेरी गालियाँ सुन सुन कर उसका लौड़ा और टन्नाता जा रहा था .

मैं मन से गालियाँ नहीं दे रही थी . उसके लण्ड में जोश भरने के लिए बक रही थी . मुझे लण्ड पसंद आया और फिर मैं मुस्करा कर लण्ड सहलाने लगी ? इतने में एक और लौड़ा अपना सर हिलाता हुआ मेरे सामने आ गया . उसका सुपाडा बहन चोद सबसे ज्यादा फूला हुआ था . एकदम जैसे गुब्बाडा ? आसिफ बोला भाभी के कादर है का लौड़ा है ? मैंने कहा तो क्या कादर भी मादर चोद चोदेगा मेरी चूत ? आसिफ बोला भाभी तेरा शौहर बगल के कमरे में इसकी बीवी नाजिया को चोद रहा है . इसलिए ये तेरी बुर चोदेगा ? मुझे यकीं नहीं हुआ मैंने कहा दिखाओ मुझे पहले ?

मैंने उसके साथ गयी और झांक कर देखने लगी . मैंने देखा की मेरा मियां का लण्ड नाजिया की चूत में घुसा है और वह मस्ती से चुदवा रही है . बस फिर क्या ? मैं वापस आयी और कादर का लौड़ा अपनी बुर में मुह पर रखा और कहा घुसेड मादर चोद अपना लौड़ा और भकाभक चोदों मेरी चूत ? वह चोदने लगा और मैं आसिफ का लण्ड मुह में लेकर चूसने लगी . दोनों लौड़े मस्त थे . अब मैं भी हो गयी थी बड़ी बेशरम. निर्लज्ज और बेहाया ? कादर से चुदवाने का मज़ा उठाने .लगी फिर मैंने कहा अबे आसिफ भोषडी अब तू पेल अपना लौड़ा मेरी बुर में और कस के चोद मेरी बुर चोदी बुर को .

आसिफ तो इसी ताक में था ही ? वह बोला भाभी जाने कबसे मैं तेरी चूत चोदने के फिराक में था . आज मेरी तमन्ना पूरी.हुई . इतना कहा और लौड़ा उसकी बुर के अन्दर . मैंने कहा अबे साले तेरा लौड़ा तो कुछ मोटा लगता है ? चोदो भचाभच और देख अगर मुझे मज़ा नहीं आया तो मैं तेरी गांड पर लात मारूंगी ? वह बोला भाभी लात नहीं तू मेरा लण्ड काट कर फेंक देना अगर मैं तेरी चूत का तेल पहले न निकाल लूं . तेरी चूत क्या मैंने बड़े बड़े भोषडा का तेल निकाल है . मैं तेरी माँ का भोषडा भी चोद डालूँगा ? मैंने कहा अबे पहले तू मेरा भोषडा चोद फिर मेरी माँ का भोषडा चोदना ? उधर कादर का लौड़ा साला मेरी चूंचियों पर शैर कर रहा था .

थोड़ी देर में मैंने कहा यार आसिफ तू मुझे पीछे से चोद . बीच बीच में मेरी गांड में भी घुसेड दे लांड ? अब मैं बुर और गांड दोनों एक साथ चुदवाने लगी ?

इतना मज़ा मुझे पहले कभी नहीं आया ? फिर मैंने एक एक करके दोनों लण्ड पर बैठ कर चुदवाया ? मैंने सोचा की क्यों न दोनों लण्ड एक साथ पेलू चूत में ? मैंने आसिफ को नीचे लिटा दिया और उसकी तरफ गांड करेके बैठ गयी लण्ड पर . मैं चित लेट गयी आसिफ के ऊपर . मेरी चूत फ़ैल गयी जिसमे पहले से ही आसिफ का लौड़ा घुसा था . तब मैंने कादर से कहा अब तू भी पेल अपना लौदा मेरी चूत में . उसने पेला और मैं दोनों लण्ड से चुदाने लगी बुर . मुझे लगा की यह मेरी बड़ी कामयाबी है . जब लण्ड झड़ने को आये तो दोनों का मुठ्ठ गचागच मारा और मज़ा लिया

तब तक सुबह के 4 बज चुके थे . मैं नंगी नंगी ही सो गयी . मैं जब उठी तो मेरे मियां ने पूंछा :- उन दोनों के लण्ड पसंद आये तुम्हे कम्मो ? उन दोनों ने ठीक से चोदा तुम्हे की नहीं ?

मैंने कहा :- लण्ड तो बड़े मस्त थे और चोदा भी भोषडी वाले ने खूब ? ( मैं बिलकुल रंडी की तरह बात कर रही थी .) अच्छा तुम बताओ तुम्हे नाजिया की बुर कैसी लगी ? तुम्हारा लण्ड उसे पसंद आया ?

वह बोला :- हां वह तो चुदाने में बिलकुल मस्त हो जाती है . खुल कर चुदवाती है बुर चोदी ? वो तो मेरे जैसे ही लण्ड पसंद करती है . बस अब मेरा रास्ता साफ़ हो चुका था . मैं समझ गयी की अब मैं किसी से भी खुल कर चुदा सकती हूँ और कहीं भी चुदा सकती हूँ . मेरी हिम्मत बढ़ गयी .

अब जब भी मुझे कोई स्मार्ट आदमी मिलता है तो मैं उसके लण्ड के बारे में सोचने लगती हूँ . और सोचने लगती हूँ कैसे इसका लण्ड पकडूं ?

दो दिन बाद उसी होटल में मैं सवेरे सवेरे बैठी हुई नास्ता कर रही थी . अचानक मेरी पीठ पर हाथ मारते हुए किसी ने कहा अरी कम्मो ? तू किसके साथ आयी है अपनी सुहागरात मनाने ? सवाल बड़ा अटपटा था ? सुहागरात मनाने तो हर कोई अपने मर्द के साथ ही आती है यार ?

मैंने जबाब दिया ? फिर कहा अरे तू प्रीती यहाँ कैसे आयी है . तेरी शादी कब हुई यार ?

प्रीती बोली :- अभी दो दिन पहले ?

मैंने कहा :- तो क्या तू किसी और के साथ सुहागरात मनाने आयी है .

प्रीती बोली :- हां, और नहीं तो क्या ? अपने मर्द के साथ सुहागरात मनाना तो पुराणी बात हो गयी है . मैं तो गैर मर्दों के साथ मना रही हूँ सुहागरात ? आज दूसरा दिन है ?

मैंने कहा :-अरे यार क्यों मजाक कर रही हो ?

प्रीती बोली :- मजाक नहीं हकीकत है यार ? देख बड़ी मजेदार बात है . हम तीन कपल है . सब एक ही कमरे में मनाते है सुहागरात . उनमे से कोई भी अपनी बीवी नहीं चोदता . तीनो एक दूसरे की बीवी चोदते है और वो भी सबके.सामने इस तरह मैं दोदो गैर मर्दों से चुदवा रही हूँ कल से . बड़ा मज़ा आ रहा है यार ?

प्रीती बोलती जा रहा थी . मैं तो अकेली ही चली थी . टूरिस्ट बस में मुझे दो कपल मिल गए . रिया साजन और लूसी डेविड . दिन भर उनके साथ घूमते फिरते रहे और फिर शाम को एक साथ बैठ बातें करने लगे . वह कमरा मेरा ही था . दारू का प्रोगाम बन गया और फिर बिना रोक टोक सबको पीना पड़ा शराब .

नशा चढ़ने के बाद लूसी बोली :- आज की रात मैं एक नया खेल करना चाहती हूँ . देखो हमसब लोग सुहागरात मानाने आये है . मेरा कहना है की वैसे तो हर एक बीवी अपने मियां के साथ ही सुहागरात मनाती है पर मेरा सुझाव है की आज की रात हम लोग दूसरों मर्दों के साथ सुहागरात मनाएं ? .हां अपने मियां से चुदवाना तो ज़िन्दगी भर होता रहेगा पर ऐसा मौका कभी नहीं मिलेगा की हम एक साथ एक दूसरे मर्द से चुदवाये ? अपनी अपनी मर्जी से चुदवायें ? मर्द भी अपनी अपनी मर्जी से एक दूसरे की बीवी चोदें और जवानी का पूरा मज़ा ले ? यहाँ न कोई हमें जानता है और न ही पहचानता है . इसलिए कोई खतरा भी नहीं है . यह बात हम तीनो के बीच गुप्त रहेगी .

साजन बोला :- भाभी आपका तर्क सही है . हां मैं तैयार हूँ और मेरी बीवी भी राजी है .

मैंने कहा (प्रीती) :- हां मैं भी और मेरे हसबैंड को कोई ऐतराज नहीं है .

फिर जानती हो कम्मो क्या हुआ ? सबसे पहले लूसी ही नंगी हो गयी सबके सामने . फिर मैंने सारे कपडे उतारे और मेरे बाद रिया ने . हम तीनो बीवियों को नंगी देख कर मर्दों के लण्ड आसमान ताकने लगे . खड़े हो गए बहन चोद लण्ड ? खड़े खड़े अपना अपना सर हिलाने लगे मादर चोद सभी लण्ड ? उसके बाद होने लगी भकाभक चुदाई . हर एक बीवी ने दो दो पराये मर्दों से चुदवाया और हर एक मर्द ने दो दो परायी बीवियां चोदी . कल जब इतना मज़ा आया तो आज भी वही होगा

मैंने कहा :- प्रीती आज तुम मुझे भी शामिल कर लो . मेरा मियां तैयार है .

तब तक नाजिया, आसिफ और कादर चले गए थे . उस रात मैं अपने मियां ताहिर को लेकर प्रीती के कमरे में चली गयी . अब चार कपल हो गए . मैं कम्मो ताहिर, प्रीती विक्रम, रिया साजन और लूसी डेविड

इन चारों कपल ने मिलकर चुदाई का खूब धमाल मचाया . सभी बीवियों ने तीन तीन गैर मर्दों से चुदवाया और सभी मर्दों ने तीन तीन परायी बीवियां चोदीं

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दोस्त और उसकी बीवी के साथ ग्रुप सेक्स https://sexstories.one/dost-ke-biwi-ki-saath-groupsex/ Tue, 12 Oct 2021 08:01:29 +0000 https://sexstories.one/?p=2979 मैं रानी के स्तनों को अपने मुंह में ले रहा था और मेरा  दोस्त अब भी मेरी पत्नी को चोदने मे लगा हुआ था। मैंने उससे पूछा तुम्हारा अभी नहीं हुआ है वह कहने लगा नही यार मुझे बहुत मजा आ रहा है तेरी बीवी को चोदने में मैंने उसे कहा आज के बाद ऐसे ही चोदना। मैंने तुरंत रानी के मुंह में अपने लंड को दे दिया और वह मेरे लंड को चूसने लगी।

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antarvasna, groupsex stories हम लोगों का कपड़े का कारोबार है। मेरी दुकान बहुत ही अच्छी चलती है। मेरी पत्नी मेरी दुकान में काफी सहायता कर देती है। जब मैं दुकान पर नहीं होता हूं तो, वही दुकान का सारा काम संभालती है। मेरा नाम अजय है और मेरी पत्नी का नाम शालिनी है। जब से उसने दुकान में मेरा हाथ बटाना शुरू किया है तब से मेरा काम काफी अच्छे से चलने लगा है। जितनी भी लेडीस कस्टमर आती हैं उन सब को वहीं संभालती है। ताकी हमारे यहां जो भी लेडीस कस्टमर आये उन्हें  कोई समस्या न हो और वह उसके पास ही सारा सामान लेते हैं।

अब  कुछ समय बाद सर्दियां पढ़ने वाली है। तो हमने सोचा कि क्यों ना लुधियाना से ही सामान ले आए। वहां सर्दी का सामान काफी अच्छे और सस्ते दामों पर मिलता है। हम लोगों ने लुधियाना जाने का प्लान कर लिया। कुछ दिनों में मेरे एक दोस्त का फोन आया। उसकी भी कपड़ों की दुकान है। वह मुझे कहने लगा कि मैं भी सोच रहा था कि लुधियाना जाकर कुछ कपड़े ले आऊं। तो मैंने उससे कहा कि मैं और मेरी पत्नी भी वहां जा रहे हैं, तो तुम भी अपनी पत्नी को साथ में ले आओ। वह कहने लगा ठीक है। मैं भी अपनी पत्नी को अपने साथ ले आता हूं। कुछ दिन हम लोग वहां पर घूम भी लेंगे और अपना सामान भी ले आएंगे। मैंने उसे कहा ठीक है। इस तरीके का प्रोग्राम बना लेते हैं और  कुछ दिनों बाद  हम लोग लुधियाना के लिए  निकल पड़ेंगे।

मैंने अपने दुकान का जितना भी हिसाब किताब और जो भी लेनदेन बाकी था वह सब क्लियर करने के बाद अपने दोस्त को दोबारा से फोन किया। मेरे दोस्त का नाम सुमित है और उसकी दुकान भी बहुत अच्छी चलती है। जब भी मेरे पास कुछ सामान नहीं होता तो मैं उससे ही वह सामान मंगा लेता हूं। जब मैंने अपने दोस्त को फोन किया तो मैंने उसे बताया कि मेरा सारा काम हो चुका है। अगले हफ्ते हम लोग जाने का प्लान कर लेते हैं। दोस्त ने कहा ठीक है मैं भी तब तक 1 हफ्ते में अपना काम निपटा लेता हूं। उसके बाद हम लोग चल पड़ेंगे। मैंने उससे पूछा कि मैं टिकट करवाऊं या तुम ही टिकट करवा लोगे। तो उसने बोला कि तुम टिकट करवा लो। उसके बाद जितना भी पैसा होगा वह हम आपस में देख लेंगे। मैंने कहा ठीक है मैं टिकट करवा देता हूं अब मैंने ट्रेन की टिकट करवा ली और हमारा जाने का फाइनल हो गया।

Desi Groupsex तुम रोशनी को अपना लो

जब हम स्टेशन पहुंचे तो सुमित भी वहां अपनी पत्नी के साथ खड़ा था। सुमित ने अपनी पत्नी से हमें मिलाया। मैं उसकी पत्नी से पहली बार ही मिला था। क्योंकि उसके घर पर मेरा आना जाना इतना नहीं था। उसने अपनी पत्नी नाम बताया। उसकी पत्नी का नाम रानी था। अब हम लोग ट्रेन में बैठ गए और अगले दिन लुधियाना पहुंच गए। हमने उस दिन तो आराम किया। क्योंकि हम लोग काफी थक चुके थे। अब हम शाम को मार्केट निकल गए और जो हमारी पहचान के कपड़ो की दुकाने थी उन सब से हमने अपना सामान पैक करवा लिया। हम लोगों ने अपना सारा सामान ट्रांसपोर्ट से ही भिजवा दिया था। हम लोग घूमने के प्लान से भी आए थे तो हम लोग लुधियाना ही घूमने लगे। आसपास की जितने भी घूमने की जगह थी वहां पर भी हम काफी घूमे। मैंने सुमित से कहा कि एक काम करते हैं, आज रात को डिनर पर कहीं अच्छी जगह चलते हैं।

अब हम लोग एक अच्छे से रेस्टोरेंट में चले गए। वहां हम लोगों ने काफी अच्छे से बात किया। हम सब बहुत हंसी मजाक कर रहे थे।मेरी पत्नी का नेचर भी बहुत ज्यादा फ्रैंक है और उसकी पत्नी का भी नेचर फ्रेंक था। दोनो का नेचर बहुत अच्छा था। उन दोनों की आपस में बहुत अच्छी दोस्ती हो गई थी। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था जब हम लोग काफी इंजॉय कर रहे थे। क्योंकि बहुत समय बाद ऐसा हुआ था कि मुझे कहीं बाहर जाने का समय मिल पाया था। नहीं तो मैं सिर्फ अपनी  दुकान में ही रहता था। मैंने सुमित से कहा यार बहुत अच्छा लग रहा है। काफी समय बाद ऐसा माहौल बना है। वह भी बहुत खुश था कि इतने समय बाद वह भी कहीं घूमने के लिए गया था। अब हम लोग वापस होटल चले गए। हम चारों ने बहुत ही एंजॉय किया।

हम दोनों ने रास्ते में बात कर ली थी कि हम दोनों एक दूसरे की बीवी को आज चोदेंगे। यह बात हमारी पत्नियों पता नहीं थी और जैसे हम होटल में पहुंचे तो हम दोनों एक दूसरे के कमरे में चले गए। मेरा दोस्त मेरी पत्नी के कमरे में चला गया और मैं उसके कमरे में चला गया। हमारी पत्नियां हमें देख कर बहुत ज्यादा शॉक्ड हो गई हम दोनों उनके सामने नंगे थे। मेरी पत्नी शालिनी मुझे कहने लगी तुम दूसरे कमरे में क्या कर रहे हो। मैंने उसे पकड़कर किस कर लिया और मेरे दोस्त ने भी अपनी पत्नी को किस कर लिया। हम दोनों उन्हें वही बिस्तर पर लेटा कर किस करने लगे।

मैंने अपने  लंड को अपने दोस्त की बीवी के मुंह में घुसेड़ दिया और मेरे दोस्त ने शालिनी के मुंह में अपना लंड डाल दिया। अब वह दोनों हमारे लंड को अच्छे से चूसने लगी और हम दोनों बड़ी तेज आवाज में चिल्ला रहे थे। मुझे तो बहुत ही मजा आ रहा था जब उसकी बीवी मेरे लंड को अच्छे से चूस रही थी। हमने ऐसे ही अब उन्हें बिस्तर पर लेटा दिया मैंने रानी की चूत को चाटना शुरु किया और उसने मेरी पत्नी शालिनी की चूत को चाटना शुरू किया। वह दोनों बहुत ही ज्यादा मस्त हो गई थी और बड़ी तेज सिसकियां लेने लगी। हम दोनों भी ऐसे काफी देर तक उन्हें चाटते रहे।

अब मैंने थोड़ी देर अपनी पत्नी की भी योनि में चाटना शुरु किया और अपनी पत्नी शालिनी की चूत में अपना लंड डाल दिया। थोड़ी देर तक तो मैं उसे ही चोदता रहा लेकिन अब मैंने रानी की चूत मे अपना लंड डाल दिया और मेरे दोस्त ने मेरी पत्नी शालिनी की चूत मे अपना लंड डाल दिया। हम दोनों ने उन दोनों को ऐसा चोदा कि वह बड़ी तेजी से चिल्ला रही थी। उनकी तेज आवाज पूरे होटल में गूंजने लगी लेकिन हम दोनों रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे। जिस पोज में मैं उसकी पत्नी को चोद रहा था वह भी उसी पोज में मेरी पत्नी को चोद रहा था। मेरा वीर्य तो जल्दी ही गिर गया लेकिन मेरे दोस्त क अभी भी नहीं गिरा था और शालिनी बड़ी तेजी से चिल्लाए जा रही थी।

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मैं रानी के स्तनों को अपने मुंह में ले रहा था और मेरा  दोस्त अब भी मेरी पत्नी को चोदने मे लगा हुआ था। मैंने उससे पूछा तुम्हारा अभी नहीं हुआ है वह कहने लगा नही यार मुझे बहुत मजा आ रहा है तेरी बीवी को चोदने में मैंने उसे कहा आज के बाद ऐसे ही चोदना। मैंने तुरंत रानी के मुंह में अपने लंड को दे दिया और वह मेरे लंड को चूसने लगी।

मेरा लंड खड़ा हो गया जैसे ही मेरा लंड खड़ा हुआ तो मैंने उसे वही बिस्तर पर लेटा दिया और उसके चूतड़ों को पकड़ते हुए उसकी चूत मे अपना लंड डाल दिया। जैसे ही मैंने अपने लंड को दोबारा से उसकी योनि में डाला तो वह बड़ी तेजी से चिल्लाने लगी और मैं उसकी चूतडो को पकड़ते हुए ऐसे ही बड़ी तीव्र गति से झटके मारता जाता। जिससे कि उसका पूरा शरीर हिल रहा था और उसकी चूतडे बड़ी तेजी से मेरे आगे आ रही थी और मैं ऐसे ही उसे धक्के देकर शांत कर देता। अब मेरे दोस्त ने भी शालिनी के मुंह में अपना वीर्य गिरा दिया था और उसने वीर्य निगल लिया था।

उसने भी मेरी पत्नी को घोड़ी बनाकर चोदना शुरू कर दिया और वह बड़ी तेजी से उसे धक्के देते जा रहा था। वह तो इतनी तेजी से झटके मार रहा था कि मुझे ऐसा लग रहा था कि कहीं वह बेहोश ना हो जाए। मैंने भी रानी को बड़ी तीव्र गति से धक्के देना शुरू किया और उसके चूतड़ों से फच फच की आवाज आने लगी। जैसे ही मैं उसे चोदता तो मेरा दोस्त शालिनी को बड़े गंदे तरीके से चोद रहा था। उसका पूरा शरीर हिल रहा था जो कि मुझे साफ दिखाई दे रहा था उसके स्तन बहुत ही बड़े थे। इस बार मेरे दोस्त का वीर्य जल्दी से गिर गया लेकिन मेरा वीर्य अब भी नहीं गिरा था और मैं ऐसे ही उसे चोदता जा रहा था 5 मिनट के बाद मेरा वीर्य गिरने को हो गया।

मैंने वह रानी के मुंह के अंदर ही डाल दिया। अब हम चारों ऐसे ही बैठ कर बातें करने लगे हम चारों यह बात कर रहे थे।

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Roshan Ko Gogi Aur Sodhi Ne Choda https://sexstories.one/roshan-ka-group-xxx-story/ Wed, 06 Jan 2021 22:29:14 +0000 https://sexstories.one/roshan-ko-gogi-aur-sodhi-ne-choda-xxx-storiez/ Yahan Roshan bhabhi or sodhi gogi ko sulaane ki koshish kar rahe hai taaki wo log apni pichli raat ki adhoori chudai poori kar sake. Lekin Gogi sone ka naam hi nahi le raha hai. ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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Yahan Roshan bhabhi or sodhi gogi ko sulaane ki koshish kar rahe hai taaki wo log apni pichli raat ki adhoori chudai poori kar sake. Lekin Gogi sone ka naam hi nahi le raha hai. group xxx

Gogi- Oye papa mai sirf ek shart pe sounga.

Sodhi(khushi mai)- Kaisi shart puttar bata mughe?

Gogi- Mai bhi baloon phulanunga?

Roshan- Kaisi balloon dikra? group xxx

Gogi- wohi balloon jo papa kal raat phula rahe the.

Or fir gogi roshan ke boobs ki taraf ishara karte hue kehta hai. Yeh sunke Roshan and Roshan ki sitti bitti gul ho gaye or unhe nahi pata tha ki gogi ki is baat ka kaisi jawab de or yeh bhi soch rahe the ki gogi ko unke sex ke baare mai kaise pata? Fir sodhi or roshan kamre ke bahar aate hai.

Roshan- hamare sex ki baat gogi ko kaisi pata, kahi tune ne to nahi bataya roshan?

Sodhi- Na roshan meri jaan, mai bhu yeh he soch aha hoon ki gogi ko ye baat kaisa pata. Chal ussi se poochte hai

Roshan- wo to thik hai lekin wo nahi mana to…

Sodhi- to tughe usse apni chuchiya chuswani padegi..

Roshan- Nah re bava… group xxx

Sodhi- Fir to hamari chudai fir adhoori reh jayegi.

Chudai ki baat sunte he roshan taiaar ho jati hai or fir wo dono gogi ke room mai chale jaate hai.

Roshan- gogi dikra tune papa ko mere baloon fulaate kab dekha?

Anal sex

Sodhi- haa puttar bol. group xxx

Gogi- wo mammi papa jab kal raat aap dono nange the tab.

Yeh baat sunke ek baar fir sodhi or roshan ke pairo tale zammeen nikal gayi.

Roshan- Gogi dikra wo mere chest mai dard ho raha tha isliye papa use daba rahe the.

Gogi- Acha.

Sodhi-Oye gogi puttar ab tu soja.

Gogi-Nahi papa!!

Sodhi- Kyu

Gogi- Mughe bhi ab phookh marni hai.

Roshan ko ab haan bolna hi pada kyuki uske paas ab koi chaara nahi tha. Roshan ka faisla sunke sodhi thoda hakka bakka reh gaya lekin usne kuch nahi kahah. Ab roshan ne apne white suit khola aur fir…

Jaise jaise Roshan apna suit khol rahi thi waise waise sodhi or gogi ke lund khade hote gaye.

Ye dekh ke Roshan sharma jati hai par usse ye karna he padta hai.

Suit utaarne ke baad Roshan gogi se phookh marne ke liye bolti hai par gogi mana karta hai or bra bhi utaarne ke bolta hai.

Ye sunke Roshan ko bahut sharam aati hai par wo bra kholti hai. group xxx

Ye sab hote dekh Sodhi se raha nahi gaya or usne upna lund nikal ke Roshan ke panty fad ke uski gaand me daa diya.

Ye dekh kar Roshan or gogi ke hosh udd jaate hai par ab Roshan kuch nahi kar sakti thi.

Ab gogi ne bhi Roshan ke boobs ko choosna shuru kar diya tha or roshan ko ab maza aane laga tha.

Fir gogi ne apne baap ki tarah apne lund nikal kar Roshan ke mooh mai daal diya or Roshan usse choosne lagi.

Karib 5-7 minute baad sodhi jhaad gaya or gogi ne ab apni maa ki choot maari or sodhi ne roshan ko uska lund chooskar saaf karne ko kaha.

10 minute ke andar gogi jhaad gaya or roshan bhi jhaad chuki thi, fir sab log nange he so gaye. group xxx

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एक दुसरे की बहन के साथ ग्रुप चुदाई https://sexstories.one/behan-ki-nangi-chudai/ Mon, 02 Nov 2020 19:28:49 +0000 https://sexstories.one/?p=1426 हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम योगेश है और जो में आज आप लोगों को बताने जा रहा हूँ वो मेरी लाईफ की एक सच्ची घटना है। दोस्तों मैं इस साईट का रेगुलर रीडर हूँ ये रोजाना ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम योगेश है और जो में आज आप लोगों को बताने जा रहा हूँ वो मेरी लाईफ की एक सच्ची घटना है। दोस्तों मैं इस साईट का रेगुलर रीडर हूँ ये रोजाना मेरी रात को खास बना देती है मुझे इस पर भाई बहन की सेक्स कहानियाँ बहुत पसंद है। दोस्तों अब में अपनी कहानी पर आता हूँ. nangi chudai

यह कहानी भाई बहन के ग्रुप सेक्स की है और इसमें बहुत सारे लोग शामिल है जिनका परिचय में कहानी के साथ ही करवाता रहूँगा और सबसे पहले में अपनी बड़ी बहन का परिचय दे दूँ। nangi chudai

दोस्तों मेरी दीदी का नाम माधुरी है वो अपनी पढ़ाई मुंबई के एक कॉलेज में कर रही है और मेरे पापा और मम्मी हमारी एक कम्पनी को सम्भालते है इसलिए वो अधिकतर समय बाहर ही रहते है और इसलिए घर पर सिर्फ़ में और मेरी बहन ही रहते है। मेरी बहन बहुत ही सुंदर है और उसका फिगर तो एकदम कमाल है 36- 28- 38। दोस्तों भगवान ने मेरी दीदी को हर एक चीज़ एकदम अच्छी दी है उसके बूब्स, उसकी कमर, उसकी गांड, उसकी जांघे, उसका चेहरा, उसके बाल, उसकी हाइट, उसकी आवाज़ हर एक चीज़ अच्छी है।

मेरी दीदी का जिस्म ऐसा है कि उसको देखकर इंसान तो क्या जानवरों के भी लंड खड़े हो जाए, मेरी दीदी में सिर्फ़ एक ही कमी है उसका नखरा और उसमे नखरा बहुत ज्यादा है जिसकी वजह से दीदी का कोई भी बॉयफ्रेंड नहीं है और ना ही ज़्यादा दोस्त है। दोस्तों इस कहानी का एक और किरदार है जो मेरी ही बिल्डिंग में रहता है, उससे मेरी बहुत अच्छी दोस्ती हो गई और उसका नाम सुरेन्द्र है। nangi chudai

एक बार में और सुरेन्द्र बाहर खड़े हुए थे तो एक बहुत ही हॉट और सेक्सी लड़की आई तो मैंने सुरेन्द्र से कहा कि यार देख क्या मस्त आईटम जा रही है, फिर उसने देखा और फिर अपना मुहं दूसरी तरफ कर लिया, लेकिन में उसको ही देख रहा था और उसको बोल रहा था कि यार इसके क्या मस्त फिगर है? देख इसके तो बूब्स गांड सब कुछ बहुत मस्त है और इसके साथ सेक्स करने में कितना मजा आएगा? तभी मैंने देखा कि वो मेरी ही बिल्डिंग में घुस गई। अब में और भी खुश हो गया और मैंने सुरेन्द्र से पूछा कि यार क्या वो अपनी ही बिल्डिंग में रहती है? तो वो कुछ नहीं बोला और फिर कुछ देर बाद वो मुझसे बोला कि चल हम कहीं घूमकर आते है और फिर हम घूमने चले गये।

दूसरे दिन रविवार था उसने मुझे अपने घर पर बुलाया, में उसके घर पर गया और मैंने दरवाजा खटखटाया तो दरवाजा खुल गया तभी मैंने देखा कि ठीक मेरे सामने वही सेक्सी आईटम खड़ी हुई थी और में उसको देखकर बहुत चकित हो गया। में कुछ देर उसको घूरता रहा और फिर मैंने उससे कहा कि मुझे सुरेन्द्र से मिलना है तो उसने मुझसे कहा कि आप अंदर आ जाओ, सुरेन्द्र अपने रूम में है, में अभी उसे बुला देती हूँ या फिर आप खुद चले जाईए। nangi chudai

अब मैंने उसको धन्यवाद बोला और में खुद सुरेन्द्र के रूम में चला गया और अंदर जाते ही उससे पूछने लगा कि यह यहाँ पर कैसे? तब वो मुझसे बोला कि यह मेरी दीदी है, में उसके मुहं से यह शब्द सुनकर बहुत डर गया और उससे बोला कि यार तू मुझे माफ़ कर दे, कल मैंने जो भी कहा उन सभी बातों के लिए प्लीज और अब उसके चेहरे पर स्माइल थी और वो मुझसे बोला कि नहीं यार तू मुझसे माफ़ी क्यों मांग रहा है मेरी दीदी है ही इतनी सेक्सी कि कोई भी ऐसा बोलेगा।

दोस्तों पहले तो में समझ नहीं पाया, लेकिन फिर कुछ देर बाद में समझ गया कि यह भी मेरी तरह अपनी बहन से बहुत प्यार करता है, अब मैंने उससे कहा कि हाँ यार यह बात तो तू एकदम सही कह रहा है, तेरी बहन एकदम जबरदस्त माल है और जिसके साथ एक बार सो जाए उसकी तो किस्मत ही बदल जाएगी। तभी वो बोला कि हाँ यार और तेरी भी बहन कोई कम नहीं है, वो तो सबकी पहली पसंद है और मैंने कई बार यहाँ के लड़को को तेरी बहन के बारे में बातें करते हुए सुना है। फिर मैंने उससे पूछा कि तूने क्या सुना है? वो बोला कि यही कि तेरी बहन मस्त माल है और तेरी बहन के सामने दुनिया की सारी हिरोईने भी बेकार है और तेरी बहन के बारे में जब भी वो लोग बात करते है तो वो अपना लंड भी रगड़ते है।

दोस्तों मुझे पता नहीं क्यों उसकी बातें सुनकर अजीब सा लग रहा था, लेकिन बिल्कुल भी बुरा नहीं लग रहा था और में उसकी बातें सुनकर बहुत ही खुश हो रहा था। फिर मैंने कहा कि हाँ यार यह तो है मेरी दीदी बहुत ही सेक्सी और सुंदर भी है और अब हम दोनों एक दूसरे की बहनों के बारे में बातें करते रहे जिसकी वजह से अब हमारे लंड खड़े हो गये और हम दोनों को बहुत मजा आ रहा था। nangi chudai

दोस्तों ऐसे ही मेरे 6 और दोस्त बन गए जो अपनी सेक्सी हॉट और सुंदर बहन को चोदना चाहते थे या कह लीजिए कि अपनी बहन को चोदने के लिए इच्छा रखते थे। हम सब मिलते थे और एक दूसरे की बहन के नाम की मुठ मारते थे और एक दूसरे से उनकी बहनों के बारे में पूछते थे क्योंकि ऐसा करने में हम सभी को बहुत मजा आता था।

फिर हम सब और भी खुल गये और अपनी अपनी बहनों की ब्रा, पेंटी भी लेकर आने लगे और एक दूसरे की बहनों की ब्रा, पेंटी लेकर उसको अपने लंड पर रगड़ते कभी पहनते भी और गंदे गंदे शब्द बोलते थे, ऐसा करते करते एक महीना निकल गया और फिर मेरे एक दोस्त ने मुझसे कहा कि काश सोचने की जगह सच में हमारी बहनें हमसे चुदाई करवाती।

फिर मैंने कहा कि दोस्तों हम अपनी खुद की बहनों को पटा नहीं सकते क्योंकि हमें अपने घरवालों का डर लगता है, लेकिन हम एक दूसरे की बहनों को तो जरुर पटा सकते है, तुम खुद सोचो कि हमारी बहनें बाहर कभी किसी और से चुदवाएगी तो इससे अच्छा है कि हमारी बहनें हमारे ही किसी दोस्त से चुदवा ले और इससे हमको पता भी रहेगा कि हमारी बहनें कहाँ और किससे चुदवा रही है? nangi chudai

दोस्तों सभी को मेरा यह विचार बहुत पसंद आया और सभी ने कहा कि हम अपनी बहन को पटवाने में मदद भी कर देंगे और इस काम के लिए हम सब सुरेन्द्री हो गये और हमने एक दूसरे की बहन को पटाकर चोदने के लिए चुन लिया था। फिर मैंने सुरेन्द्र की बहन को चुना और योगेश ने मेरी दीदी को और ऐसे ही सबने पसंद कर लिया था, तभी मैंने योगेश से कहा कि तू अभी मेरे घर पर चल में तुझे अपनी दीदी से मिलवा देता हूँ, वो बोला कि ठीक है और हमने कपड़े पहन लिए और अपने काम पर लग गए और मैंने योगेश का परिचय अपनी दीदी से करवा दिया।

दीदी ने उसको हैल्लो बोला, हाथ मिलाया और थोड़ी बातें भी की और बोली कि मुझे माफ़ करना, मुझे इस समय कहीं जाना है और फिर वो चली गई। दोस्तों मेरी दीदी के भाव बहुत है और हो भी क्यों नहीं, वो इतनी सुंदर जो है? तो मैंने योगेश से कहा कि यार मेरी दीदी का जिस्म चाहिए तो तुझे मेहनत तो बहुत करनी होगी। तभी मेरे पास सुरेन्द्र का कॉल आया और वो मुझसे बोला कि मेरे घर पर आ जा, में तेरा परिचय अपनी दीदी से करा दूँ और में उसके घर पर चला गया और उसने मेरा परिचय अपनी दीदी से करवा दिया और मैंने थोड़ी देर उसकी दीदी से बात की और अपने घर पर आ गया।

फिर सुरेन्द्र का मेरे पास कॉल आया और वो मुझसे बोला कि मेरी दीदी सुबह 8 बजे अपने कॉलेज के लिए निकलती है तो तू अपनी बाइक पर उसको छोड़ देना। दोस्तों आप ये कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है। nangi chudai

दोस्तों उसके मुहं से यह बात सुनते ही मेरा लंड एकदम टाइट हो गया और मैंने उससे कहा कि ठीक है कल सुबह तेरी बहन मेरी बाइक पर होगी और फिर मैंने योगेश को कॉल करके बोला कि मेरी बहन 9 बजे अपने कॉलेज जाती है तू कल जाकर उसको लिफ्ट दे देना, वो भी बहुत खुश हो गया और दूसरे दिन में सुबह 7.30 बजे ही तैयार होकर उसका इंतजार करने लगा और वो ठीक 8 बजे आ गई।

फिर मैंने उसको हाए बोला और उसको मेरे साथ बैठने को कहा तो उसने पहले मना किया, लेकिन फिर मान गई और ऐसे ही हर दिन में उसको लिफ्ट देने लगा और हम अच्छे दोस्त हो गये और एक हफ्ते में ही बहुत खुलकर बातें करने लगे और फिर मैंने उसको एक दिन फिल्म देखने जाने को बोला और वो मान गई और वो उस दिन अपने कॉलेज से बंक कर गई।

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भाई और उसके चार दोस्तों ने खूब चोदा https://sexstories.one/meri-grop-sex-kahani/ Sat, 24 Oct 2020 16:00:07 +0000 https://sexstories.one/?p=1355 हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम मिनी है, में 18 साल की हूँ। मेरी यह स्टोरी मेरे और मेरे भाई के दोस्त शिवा, विजय, केसरी और हरी के बीच की है। में आशा करती हूँ कि आपको ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम मिनी है, में 18 साल की हूँ। मेरी यह स्टोरी मेरे और मेरे भाई के दोस्त शिवा, विजय, केसरी और हरी के बीच की है। में आशा करती हूँ कि आपको मेरी यह स्टोरी बहुत पसंद आएगी। मेरी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर यह पहली स्टोरी है। अब में आपको मेरे बारे में बता देती हूँ। में 18 साल की एकदम गोरी चिठ्ठी लड़की हूँ। grop sex

मेरा फिगर साईज 34-24-34 है, भूरी आँखें, हाईट 5 फुट 5 इंच, मेरे पापा और भैया मुंबई में एक कंपनी में काम करते है। ये 2 महीने पहले की बात है, मम्मी को सुबह जॉब के लिए जाना पड़ता था। हमारी नौकरानी ही हमारे लिए ब्रेकफास्ट और लंच बनाती थी और डिनर मम्मी ही बनाती थी। मेरे बी.एस.सी फर्स्ट ईयर के एग्जॉम ख़त्म हो चुके थे। अब में बिल्कुल फ्री थी, मेरे भैया का दोस्त शिवा मुंबई से दिल्ली कुछ काम से आया था, उसके साथ उसके 3 दोस्त भी आए थे विजय, केसरी और हरी।

अब हम सब आपस में बहुत घुलमिल गये थे। grop sex

अब हम सारा दिन हंसी मज़ाक करते रहते थे। फिर एक दिन अचानक से मम्मी ने कहा कि मुझे अपनी दोस्त के साथ कानपुर जाना है। फिर शिवा ने कहा कि चाची हम लोग नहीं जाएँगे, आप चली जाओ, मिनी भी हमारे साथ ही रह लेगी तो मैंने भी कहा कि मम्मी मुझे नहीं जाना है, तुम चली जाओं, में यहीं रहूंगी। तो मम्मी ने कहा कि ठीक है, कमला भी यही तुम्हारे पास रहेगी, तो मैंने कहा कि ठीक है।

फिर दूसरे दिन मम्मी 3 दिन के लिए कानपुर चली गयी। उस दिन मैंने रेड टॉप और ब्लेक स्कर्ट पहन रखी थी। फिर विजय ने मुझे देखा और बोला कि तुम आज बहुत ही सेक्सी लग रही हो, तो में हंस पड़ी। फिर मैंने देखा कि उन सबकी नजर मेरी चूचीयों पर थी तो में थोड़ा शर्मा गयी। तो तभी इतने में कमला ने कहा कि खाना तैयार है, तुम सब आ जाओ और खाना खा लो। grop sex

फिर हम सबने खाना खाया और खाना खाने के बाद कमला ने कहा कि आज मुझे घर जल्दी जाना है, में रात को आकर खाना बना दूँगी। तो शिवा ने कहा कि कोई बात नहीं है रात को हम लोग बाज़ार जा रहे है तो रात का खाना हम लोग बाहर ही खा लेंगे, तुम सुबह आ जाना। फिर कमला बोली कि ठीक है और फिर कमला चली गयी। अब में हैरान हो गयी थी और शिवा को देखने लगी थी।

Bhabhi ki chut chudai – पड़ोस वाली भाभी की जमके चुदाई

तो तभी शिवा बोला कि इसमें हैरान होने की कोई बात नहीं है, आज हम लोग खूब मज़े करेंगे और यह कहकर शिवा हँसने लगा और साथ ही साथ उसके तीनों दोस्त भी हँसने लगे थे। अब मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था और फिर में अपने रूम में चली गयी और अपनी बुक्स को उठाकर अलमारी में रखने लगी। तो तभी मेरे पीछे शिवा मेरे रूम में आ गया और बुक्स रखने में मेरी मदद करने लगा। grop sex

अब में बुक्स रख रही थी और वो भी मेरे पीछे से आकर बुक्स रखने लगा था। grop sex

फिर तभी मुझे एहसास हुआ कि कोई चीज मेरे कूल्हों को टच कर रही है, वो शिवा ही था, वो अपना लंड मेरी गांड से घिस रहा था। अब मुझे उसके लंड का स्पर्श अंदर से बहुत अच्छा लग रहा था, लेकिन मैंने जाहिर नहीं होने दिया था। फिर शिवा ने कहा कि हम लोग मूवी देख रहे है, तुम भी हमारे साथ चलकर मूवी देखो। में भी मूवी की बहुत शौकीन थी इसलिए में झट से शिवा के साथ उसके बेडरूम में चली आई।

फिर केसरी ने सी.डी ऑन कर दी, वो एक इंग्लिश ब्लू फिल्म थी। grop sex

अब में ब्लू फिल्म देखकर घबरा गयी थी। फिर शिवा ने मुझे अपने पास आकर बैठने को कहा, लेकिन में भागकर अपने रूम में चली गयी। तो तभी मेरे पीछे-पीछे विजय मेरे रूम में आ गया। अब उसने मुझे पीछे से पकड़ लिया था और ज़ोर-ज़ोर से मेरे बूब्स को दबाने लगा था। तो में चिल्ला उठी और उसने मुझे 3-4 थप्पड़ मेरे गाल पर मारे और मुझे उठाकर शिवा के बेडरूम में ले आया और बेड पर लेटा दिया। फिर मैंने उठकर भागने की कोशिश की तो हरी ने दौड़कर बेडरूम का दरवाज़ा अंदर से लॉक कर दिया और चाबी शिवा की तरफ फेंक दी।

फिर शिवा ने मुझसे कहा कि मिनी, तुम हमारे साथ सेक्स को इन्जॉय करो और अगर नहीं करोगी तो हम लोग करवाना अच्छी तरह से जानते है। अब में डर के मारे बुरी तरह से कांप रही थी। फिर हरी ने मुझे वापस से बेड पर खींच लिया और ब्लू फिल्म ऑन कर दी। अब विजय अपनी शर्ट उतार चुका था और केसरी ने मेरी टॉप निकाल दी थी और विजय ने मेरी स्कर्ट एक झटके से उतार दी थी। अब में उन सबके सामने सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी और शिवा, केसरी, विजय और हरी अब सिर्फ़ चड्डी में ही थे। फिर वो सभी बेड पर आ गये और में उनके बीच में लेटी हुई थी। फिर शिवा ने मुझे पकड़कर किस करना शुरू कर दिया। फिर थोड़ी देर तक किस करने के बाद उसने मेरी ब्रा के हुक को खोल दिया।

अब मेरे बूब्स एकदम आज़ाद हो गये थे। grop sex

फिर हरी ने मेरे लेफ्ट बूब्स को काटना करना शुरू कर दिया, तो शिवा मेरे राईट बूब्स को चूसने लगा। अब में उनसे बार-बार रिक्वेस्ट कर रही थी कि मुझे छोड़ दो, लेकिन उन सबने मेरी एक ना सुनी। फिर मेरे बहुत ज़्यादा ज़िद करने पर विजय ने मेरे मुँह पर एक थप्पड़ जड़ दिया और चुप रहने को कहा। अब में बहुत ज़्यादा डर गयी थी और चुप हो गयी थी। फिर केसरी ने एक झटके से मेरी पेंटी निकाल दी, अब में एकदम नंगी हो गयी थी। अब केसरी ने मुझको सहलाना शुरू कर दिया था। फिर विजय ने अपना अंडरवेयर उतार दिया। अब विजय का लंड देखकर तो मेरी साँसें ही रुक गयी थी। फिर उसने कहा कि तुमको मेरा ये लंबा और मोटा लंड पूरा अपनी कुँवारी चूत के अंदर लेना पड़ेगा, तो में और डर गयी। अब वो सभी एकदम नंगे हो चुके थे, उन सबका लंड एक से बढ़कर एक था। फिर हरी ने कहा कि साली आज 4-4 लंड तेरी चुदाई करने के लिए बेताब है।

फिर तभी विजय ने अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया और मेरे लेफ्ट बूब्स के साथ खेलने लगा।

फिर थोड़ी ही देर के बाद उसने मेरे मुँह में अपना लंड अंदर बाहर करना शुरू कर दिया। grop sex

अब केसरी किसी पागल कुत्ते की तरह मेरी चूत को चाट रहा था। अब में भी जोश में आ गयी थी और मुझे भी मज़ा आने लगा था। फिर हरी और शिवा ने मुझसे अपना लंड सहलाने को कहा तो में उन दोनों का लंड सहलाने लगी। अब उधर विजय मेरे मुँह में ही एक बार झड़ चुका था, तो मैंने उसका पानी थूकना चाहा। तो उसने मुझे थूकने नहीं दिया और बोला कि तुम ये सारा पानी पी जाओ।

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बॉस ने बीवी के चूत का भोसड़ा बनाया https://sexstories.one/biwi-ko-boss-ne-choda/ Wed, 30 Sep 2020 16:39:34 +0000 https://sexstories.one/?p=231 हेलो दोस्तो मेरा नाम राहुल है.. मैं हिंदी सेक्स कहानियां (hindi sex kahaniyan))पढ़ने का शौक़ीन हु और अक्सर हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर सेक्स कहानियां (sex kahaniyan) पढ़ने आता हु.. मेरी उम्र 30 साल है ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हेलो दोस्तो मेरा नाम राहुल है.. मैं हिंदी सेक्स कहानियां (hindi sex kahaniyan))पढ़ने का शौक़ीन हु और अक्सर हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर सेक्स कहानियां (sex kahaniyan) पढ़ने आता हु.. मेरी उम्र 30 साल है और यह मेरी पहली और रियल स्टोरी है.

मेरी बीवी का नाम अंकिता है  और उसकी उम्र 28 साल है…. देखने में गोरी चिट्टी है…  5:30 फुट हाइट है… उसकी चुचियों का साइज  34 है… उसकी गांड का साइज 36 के करीब है   और स्वभाव से भी बहुत अच्छी है.

एक बार  हम पैसों की तंगी से बहुत परेशान चल रहे थे और मेरी नौकरी भी छुट्टी हुई थी इसलिए हम थोड़ी परेशानी में चल रहे थे…. एक दिन मैंने न्यूज़ पेपर में देखा एक कंपनी में लेडीस अकाउंटेंट की नौकरी है..

मैं अगले दिन अपनी बीवी को साथ लेकर उस ऑफिस में आ गया और वहां मैं  मैनेजर से मिला मैनेजर ने मेरी बीवी का इंटरव्यू लिया और मेरी बीवी  इंटरव्यू मैं पास हो गई और हमें जॉब का ऑफर मिल गया … अंकिता को सोमवार को नौकरी ज्वाइन करने के लिए बोला और मेरी बीवी खुशी-खुशी सोमवार को ऑफिस चली गई…

हम दोनों बहुत खुश थे कि अब पैसों की तंगी थोड़ी दूर होगी और इस तरह लगातार काम चलता रहा… लगभग 6 महीने बाद मेरी बीवी का प्रमोशन हो गया और एक दिन मेरी बीवी ने मुझसे कहा बिग बॉस की रिश्तेदारी में शादी है और वह मुझे भी चलने को कह रहे हैं…

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शादी थोड़ी दूर पर ही कैलाश मे थी. लगभग आधे घंटे का सस्ता था. मेरी बीवी को मैंने जाने की इजाजत दे दी और वह बहुत खुश हुई और तैयार होने लगी… उसने गहरे नीले रंग की साड़ी पहनी और और शादी में जाने के लिए तैयार होने लगी..

थोड़ी देर बाद ही उसके बॉस की गाड़ी ड्राइवर लेकर आया और मेरी बीवी को चलने को कहा मेरी बीवी गाड़ी में बैठ कर चली गई. मैंने सोचा की बॉस ने मेरी बीवी को ही क्यों इनवाइट किया, और किसी स्टाफ की लेडीस को क्यों नहीं कहा ?

मुझे कुछ शक हुआ और मैं भी बाइक लेकर पीछे पीछे चल दिया. थोड़ी दूर जाने पर ही वह पैलेस आ गया और मैं पैलेस की पार्किंग मैं ही रुक गया.. लगभग आधे घंटे बाद मेरी बीवी और बॉस वापस आ रहे थे. मैं उनको देखकर छुप गया और मैंने सोचा कितनी जल्दी कैसे आ गए…

मेरी बीवी और बॉस गाड़ी में बैठ कर चल दिए मैं भी पीछे पीछे इनको फॉलो करने लगा. थोड़ी दूर जाने पर एक फार्म हाउस के बाहर उनकी गाड़ी रुकी और मेरी बीवी और बॉस अंदर चले गए. शुक्र है वहां कोई वहां कोई गार्ड नहीं था…

मैं वहां बैक साइड में लगाकर साइड वाली खिड़की से अंदर देखने लगा… वहां एक सोफे पर दो आदमी और एक औरत बैठी थी.  मेरी बीवी और बॉस  भी जाकर बैठ गए. मेरी बीवी कंफ्यूज थी. बॉस शादी छोड़ कर इतनी जल्दी यहां क्यों आ गए.. और वह यही सोच रही थी कि वह औरत जो वहां बैठी थी वो क्यों आयी थी…

वो औरत थोड़ी देर में एक विस्की की बोतल और चार गिलास ले आई और गिलासों में व्हिस्की डालने लगी. सबको व्हिस्की सर्व की मेरी बीवी को भी दी. पर मेरी बीवी ना मना कर दिया. बॉस कहने लगा की व्हिस्की ना लो कोल्ड ड्रिंक तो पी लो..

और वह औरत मेरी बीवी के लिए कोल्ड ड्रिंक ले आई. कोल्ड ड्रिंक मेरी बीवी ने ले लिया और पीने लगी. थोड़ी देर में ही मेरी बीवी को नशा सा होने लगा और वह वही लेट गई.

बॉस के कहने पर मेरी बीवी को वह औरत एक कमरे में ले गई और जाकर बेड पर लिटा दिया. मैं भी दूसरी साइड जाकर उस कमरे की तरफ देखा तो साइड में से सब अंदर का दिख रहा था. थोड़ी देर बाद बॉस और यह तीनों उस कमरे में आ गए.

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मेरी बीवी नशे में पूरी चूर थी और बेड पर लेटी हुई थी. मेरी बीवी की साड़ी जांघो तक ऊपर थी और वह सीधी लेटी हुई थी. बॉस के इशारे पर उस औरत ने मेरी बीवी के ब्लाउज के हुक खोलने शुरू कर दिए. मेरी बीवी की चूचियां एकदम खड़ी खड़ी थी और ब्लाउज खुलते ही अंदर से पिंक ब्रा दिखाई देने लगी,  इसमें मेरी बीवी के दोनों संतरे कैद थे.

बॉस ने मेरी बीवी के ऊपर झुककर मेरी बीवी के होंठ चूसने लगा और दोनों संतरे दबाने लगा. मेरी बीवी के चूचियां एकदम उसकी मुट्ठी में थी और  बॉस उनको ऐसे दबा रहा था कि जैसे रबड़ की कोई गेंद हो. बॉस ने मेरी बीवी की पेट पर से साड़ी हटा दी और उसकी गहरी नाभि को चाटने लगा.

थोड़ी देर बाद ही बॉस ने मेरी बीवी की साड़ी उतार दे मेरी बीवी पेटीकोट और ब्रा मे थी. बॉस ने मेरी बीवी का पेटीकोट ऊपर करना शुरू कर दिया. पूरा पेटीकोट ऊपर कर दिया.  मेरी बीवी की गोरी जांघ केले के पेड़ की तरह चिकनी थी.

बॉस ने जब पेटीकोट पूरा ऊपर कर दिया तो नीचे मेरी बीवी की गुलाबी रंग की पेंटी नजर आने लगी. बॉस मेरी बीवी की चूत पेंटी पर से ही देखने लगा..

मेरी बीवी की चूत के लिप्स एक पावरोटी की तरह फूली हुई थी… बॉस ने चूत की दरार को ऊपर से ही रगड़ना शुरू कर दिया.

उसके बाद बॉस ने मेरी बीवी की जांघों को हाथ फेरते हुए उसकी पैंटी उतार दी. उसके बाद बॉस  की  खें जब मेरी बीवी की चूत पर पड़ी…

बॉस देखता ही रह गया मेरी बीवी की चूत पर एक भी बाल नहीं था और चूत पावरोटी जैसी फूली हुई थी..

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माँ और बहन को एक साथ चोदा https://sexstories.one/maa-aur-behan-ko-choda/ Mon, 28 Sep 2020 08:26:46 +0000 https://sexstories.one/?p=1170 हैल्लो दोस्तों, आशा करता हूँ कि आप सभी लोग ठीक होंगे। दोस्तों पहली रात को मैंने अपनी माँ की बहुत जमकर चुदाई की और उनकी चुदाई के मज़े लिए और उस चुदाई के समय अचानक ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हैल्लो दोस्तों, आशा करता हूँ कि आप सभी लोग ठीक होंगे। दोस्तों पहली रात को मैंने अपनी माँ की बहुत जमकर चुदाई की और उनकी चुदाई के मज़े लिए और उस चुदाई के समय अचानक से बहन ने अंदर आकर मुझे अपनी माँ के ऊपर चड़ते हुए धक्के देते मुझे देख लिया और वो हम दोनों को सेक्स करते हुए देखकर बहुत चकित थी, जिसके बाद वो उल्टे पैर अपने कमरे में चली गई और में अपनी चुदाई को खत्म करके अपने कमरे में उसके पास आकर सो गया। maa behan

दोस्तों अब में अपनी आगे की कहानी को शुरू करता हूँ और आप सभी को पूरी तरह विस्तार से बताता हूँ कि मेरे साथ आगे क्या हुआ? दोस्तों अगले दिन से मेरी बहन मुझसे और में अपनी बहन से ना जाने क्यों आँख नहीं मिला पा रहा था? क्योंकि मुझे बिल्कुल भी नहीं पता था कि पिछली रात की उस चुदाई के समय मेरी बहन बीच में उठकर हमें वो काम करते हुए देख लेगी और हम पकड़े जाएगें? maa behan

तभी मेरी मम्मी भी आ गई और वो कहने लगी कि अरे तुम सुबह से उठे हो, लेकिन अभी तक नहीं नहाए हो चलो सब नहाते है। फिर मैंने और मेरी बहन ने कहा कि हाँ ठीक है और हम सभी नहाने बाथरूम के अंदर चले गए। हमने अपने कपड़े भी उतार दिए थे और में मेरी बहन और मेरी मम्मी ने कोई झिझक नहीं हुई।

फिर तब मम्मी ने देखा कि में अपनी बहन से बात नहीं कर रहा हूँ। फिर वो मुझसे पूछने लगी कि क्या हुआ क्या बात है तुम दोनों एक दूसरे से बात क्यों नहीं कर रहे हो? तब मैंने कहा कि कुछ नहीं, तो उसी समय वो मुझसे पूछने लगी कि क्या कल रात की वजह से तुम दोनों ऐसे बैठे हो? मैंने कहा कि हाँ, तब उसी समय मेरी मम्मी ने मुझसे कहा कि क्या हुआ इतना समझदार होकर भी तुम ऐसे हो, चलो अब रोज़ की तरह नहाओ।

अब मेरी बहन ने मेरे ऊपर पानी डाला और मैंने भी उसके ऊपर पानी डाल दिया। उसके बाद उसने मेरे बदन पर साबुन लगाया और तभी मेरा लंड उसने पकड़ लिया और वो उसको सहलाने लगी और खुश होकर बड़ी मस्त हो गई। maa behan

फिर मैंने भी उसके गोरे, सेक्सी बदन पर साबुन लगाया और फिर में उसके बूब्स को दबाने लगा और मैंने अपना लंड उसकी चूत पर लगा दिया। वो भी गरम हो गई और वो मुझसे बोली कि अब शरम छोड़ो क्या हम चुदाई नहीं कर सकते? फिर मैंने उससे कहा कि हाँ कर सकते है, लेकिन तुम उसके लिए पहले मम्मी से इजाजत ले लो।

फिर मम्मी ने हमारी तरफ मुस्कुराते हुए देखकर कहा कि हाँ तुम वो सब कर लो, लेकिन कंडोम जरूर लगा लेना नहीं तो बहुत बड़ी समस्या हमारे सामने खड़ी हो जाएगी। फिर मैंने बहुत खुश होकर मम्मी से कहा कि हाँ ठीक है और उसी समय मैंने उनसे पूछा कि क्या कल रात को आपको मज़ा आया था?

फिर वो बोली कि हाँ बहुत और अब में बाहर किसी और से अपनी चुदाई नहीं करवाया करूंगी जब मेरे घर में ही दो, दो लंड हैं तो मुझे बाहर जाकर किसी और के साथ मज़े नहीं लेना चाहिए। तभी मेरी बहन कहने लगी कि आज से मैंने भी एक फ़ैसला कर लिया है कि में अपनी शादी हो जाने के बाद भी पापा से और आपसे ही अपनी चुदाई करवाती रहूंगी। heena roy naked

फिर मैंने कहा कि हाँ मैंने भी एक फ़ैसला किया है कि में भी मम्मी और तुम्हारी शादी होने के बाद भी तुम्हारी चुदाई लगातार करता रहूँगा और अब मम्मी ने कहा कि तुम्हारे पापा और मैंने भी फ़ैसला किया है कि जब तुम चाहो तब में तुमसे चुदाई करवा सकती हूँ और यह काम हम सभी मिलकर भी कर सकते है। दोस्तों आप ये सेक्सी अन्तर्वासना सेक्स स्टोरी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं… maa behan

फिर मैंने अपनी बहन की चूत में तेल लगाया और फिर मम्मी के पहले मैंने अपनी बहन की चूत में अपना लंड डालकर उसकी चुदाई करके उसकी चूत को शांत किया और चुदाई से पहले उसने मेरा लंड अपने मुहं में लेकर बहुत मज़े से किसी अनुभवी रंडी की तरह चूसा और मुझे बहुत मज़े दिये और फिर मैंने भी उसकी चूत को चूसकर मज़े लिए। फिर उसके बाद मैंने अपनी मम्मी की चुदाई भी शुरू कि तब मैंने महसूस किया कि मेरी बहन की चूत अभी भी बहुत टाइट थी और वो एकदम गरम भी थी।

फिर उसी समय मेरी मम्मी ने हम दोनों से कहा कि अब कभी तुम दोनों बाहर जाकर सेक्स मत करना और तुम किसी लड़के से और किसी लड़की से चुदाई के मज़े मत करना। फिर उन दोनों की चुदाई खत्म होने के थोड़ी देर बाद में बाहर घूमकर आया और मैंने फिर से अपनी बहन से बोला कि मुझे आज तुम्हारी गांड मारनी है। फिर वो बोली कि नहीं रहने दो वरना मुझे बहुत दर्द होगा अभी तक मेरी गांड कुंवारी है।

तब में बोला कि में बहुत आराम से करूंगा और तुम्हे पहली बार थोड़ा सा दर्द जरुर होगा, लेकिन फिर तुम्हे बड़ा मज़ा आएगा और धीरे धीरे तुम्हे इसकी भी आदत हो जाएगी और बाद में तो तुम्हे दर्द भी नहीं होगा और मज़ा भी बहुत आयगा और इतना कहने के बाद मैंने अपनी बहन की गांड पर तेल लगाया और अपनी एक उंगली को गांड के अंदर डाल दिया, वो चीख पड़ी आईईईई ऊउईईईइ माँ प्लीज मुझे दर्द हो रहा है। आप यह क्या कर रहे हो? धीरे धीरे उसको अंदर बाहर करके उसकी गांड को फैलाने लगा। neha nair nudes

फिर कुछ देर बाद मैंने उसको अपने सामने घोड़ी बना लिया और अपने लंड पर थोड़ा सा तेल लगाकर उसको बिल्कुल चिकना कर दिया। उसके बाद लंड को गांड के मुहं पर लगा दिया और ज़ोर लगाकर अंदर की तरफ धकेलने लगा और दर्द की वजह से वो बहुत ज़ोर से चिल्ला पड़ी आईईईईइ प्लीज बाहर निकालो इसको ऊऊईईईईईइ माँ मेरी फट गई उह्ह्हह्हहह थोड़ा धीरे से करो, मेरी गांड बहुत टाईट है आह्ह्हह्ह आराम से डालो वरना आज में मर ही जाउंगी। दोस्तों ये कहानी आप मस्ताराम.नेट पर पड़ रहे है। maa behan

फिर मैंने फिर धीरे धीरे अपने लंड को उसकी गांड के अंदर डालना शुरू किया और फिर जब मेरा पूरा लंड उसकी गांड में चला गया तब मैंने बहुत ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर उसकी चुदाई के मज़े लिए और अब उसको भी मेरे धक्को से मज़ा आने लगा में उसके कूल्हों को अपने दोनों हाथों से पकड़कर जोरदार धक्के देकर चोदता रहा और कुछ देर बाद मैंने अपना वीर्य उसकी गांड में डाल दिया और उसके बाद मैंने लंड को बाहर निकाला और में उसके ऊपर से हट गया।

दोस्तों तब उस रात को हम तीनों ने मिलकर बहुत चुदाई के मज़े लिए और मैंने बारी बारी से उन दोनों को चोदकर बड़े मज़े लिए। एक दिन हम सभी घर वाले कहीं बाहर घूमने चले गये और हमारे बेग में कपड़े थे, लेकिन बाहर बड़ी जोरदार बारिश हो रही थी जिसकी वजह से हमारे सारे कपड़े भीग गये थे।

फिर हमने एक होटल में रूम ले लिया क्योंकि वहां पर हमें करीब चार पांच दिन रुकना था इसलिए उसी रात को हम सभी ने यह फैसला किया कि हमारे सभी कपड़े तो भीग ही गये है इसलिए हम सभी बिना कपड़ो के एक ही रज़ाई में सो जाएँगे, क्योंकि हमारे पास इसके अलावा कोई और दूसरा रास्ता भी नहीं था। तब पापा मेरी बहन के साथ और में अपनी मम्मी के साथ एक रजाई में सो गया और रातभर हम सभी ने चुदाई के बहुत मज़े किए। दोस्तों आप ये सेक्सी अन्तर्वासना सेक्स स्टोरी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं…

हमने कभी चूत मारी तो कभी गांड और फिर कुछ घंटो बाद हमने बदलकर मेरी मम्मी, पापा के साथ और में मेरी बहन के साथ उसकी गरम गरम चूत की चुदाई के मैंने बहुत मज़े किए। फिर मैंने अपनी बहन की गांड भी मारी और रात को में ऐसे ही अपना लंड अपनी बहन की गांड के अंदर ही डालकर सो गया। दोस्तों हम सभी को वहां पर पूरे पांच दिन रुकना था और हम ज्यादा बाहर घूमने नहीं गए, बस दिन रात हमने चुदाई के मज़े लिए। maa behan

दोस्तों में अपने पूरे परिवार को मन से बहुत बहुत धन्यवाद देना चाहता हूँ, क्योंकि उसकी वजह से हमे कहीं बाहर नहीं भटकना पड़ा और हम अब रोज़ जब जिस समय दिन हो या रात जिसका भी दिल करता है उसके साथ चुदाई करते है, लेकिन हमने अब हमारी पढ़ाई भी बड़ी ज़ोर शोर से शुरू कर दी और पूरे स्कूल में हम फर्स्ट आए ।

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कामिनी और दिव्या – अनोखी दास्ताँ (पार्ट 1) https://sexstories.one/kamini-divya-samuhik-chudai-kahani/ Wed, 16 Sep 2020 23:25:14 +0000 https://sexstories.one/?p=177 नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम लाला है। मेरी उम्र 28 साल है और मेरी हाइट 5’10” है मेरे लन्ड का साइज 6 इंच है। आज मैं जो कहानी आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ वह मेरे ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम लाला है। मेरी उम्र 28 साल है और मेरी हाइट 5’10” है मेरे लन्ड का साइज 6 इंच है।

आज मैं जो कहानी आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ वह मेरे जीवन के सबसे हसीन पलों में से एक है।

जॉब लगने के बाद मेरी पहली पोस्टिंग एक जंगल एरीया मे हुई। एक छोटा शहर वहाँ से 30 किलोमिटर दूर था.काम के सिलसिले मे गाढ़े जंगल के आसपास के स्थानो मे मेरा आना जाना लगा रहता था। एक बार मुझे काम के लिए थोडे दूर जाना पड़ा। सुबह जल्दी निकलने के बाद भी मुझे रात के 9 बज गए। बस पकड़ने के लिए बसस्टैंड पहुँचा ही था कि बारिश शुरू हो गयी, वापस जाने के लिए सीधी बस का इंतजार करते करते रात के 11 बज गए, अब मुझे लगा कि सुबह तक इंतजार करना पड़ेगा, सुबह निकलूंगा तो देर हो जायेगी, इसलिए मैं बस स्टैंड से बाहर आया तो एक जीप खड़ी थी जो मेरे जाॅब वाले गाँव के लिये चिल्ला रहा था, मैं भी उसी जीप में चढ़ गया।
जीप में मुश्किल से 3 आदमी थे। मैं, ड्राइवर और एक सवारी और थी। 8-10 किलोमीटर चलने के बाद वह सवारी उतर गई। अब बचे हम दो, ऊपर से बारिश की वजह से जीप भी धीरे चल रही थी,
कुछ दूर चलने के बाद ड्राइवर ने शराब के ठेके के पास रोक कर शराब खरीद ली।
मैंने मना किया तो वह हंस कर बोला- साहब रोज का काम है कुछ नहीं होगा.

वह पीते पीते गाड़ी चला रहा था, 3-4 किलोमीटर चलने के बाद उसने गाड़ी रोक दी और मुझे उतरने के लिए कहने लगा, कहने लगा- मेरा गांव आ गया है आगे नहीं जाऊंगा।

जब मैंने उसे आगे तक चलने के लिए कहा तो बोला- बस और आगे नहीं जाएगी गाड़ी।
मुझे वहीं उतार कर उसने अपनी गाड़ी एक कच्चे रास्ते पर मोड़ दी।

अब सुनसान सड़क पर अकेले मेरी गांड फटके हाथ में आ गयी। ऊपर से हल्की हल्की बारिश भी हो रही थी।

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कुछ देर इंतजार करने के बाद मैंने चलने का फैसला किया, थोड़ा आगे चलने के बाद पता चला मैं तो जंगल में फंस गया हूँ, रात के लगभग 1 बजे का समय था, जंगल के जानवरों की आवाजें आ रही थी, ऊपर से मोबाइल की बैटरी भी जवाब दे गई थी। वह सड़क मेन हाईवे से दूर होने की वजह से कोई गाड़ी भी नहीं आ रही थी। अब तो बस ऐसे लगने लगा कि बस मौत नजदीक है, तो मैंने कुछ गुनगुनाने का फैसला किया.

अभी कुछ कदम चला ही था कि अचानक कुछ आवाज हुई, मेरी गले में सांसें अटक गई क्योंकि मेरे ठीक सामने एक तेंदुआ खड़ा था।

अब काटो तो खून नहीं … कुछ समझ नहीं आ रहा था, सब भगवान याद आ गए। गला सूख चुका था पूरी तरह … फिर भी मैं हिम्मत करके एक पगडंडी पर तेज दौड़ लगा दी, वह तेंदुआ मेरे पास आता जा रहा था, मैं बेतहाशा दौड़ता जा रहा था चारों और घना जंगल था कोई मदद की उम्मीद भी नहीं नजर आ रही थी.

मेरी सांस भी फूलने लगी थी, तेंदुआ पास आता जा रहा था, मेरे पैर लड़खड़ाए और मैं गिरने ही वाला था कि अचानक कहीं से एक हाथ आया और मुझे किसी झोपड़ी में खींच लिया.
और मैं तेंदुए से बाल बाल बच गया।

मैं गिरते ही बेहोश हो गया।
कुछ देर बाद मुझे होश आया तो देखता हूं मैं एक झोपड़ी में लेटा हुआ हूं, मेरे ठीक पास एक औरत बैठी थी।
मैं उठ खड़ा हुआ और उस औरत को पूछा- मैं कहां हूँ।
उस औरत ने बताया- तुम आराम करो, अभी सुरक्षित हो।

मैं उठकर बैठा तो देखा कि उस औरत के पास लड़की भी सोई हुई थी, चाँद की रोशनी में 18-19 साल की सी लगी। मैंने उस लड़की की तरफ देखा तो वह औरत बोली- यह मेरी बेटी है, इसी ने कल आपकी जान बचाई थी, अभी सोई है वरना आपके पास बैठी थी।

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