ghar me chudai Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/ghar-me-chudai/ Hindipornstories.org Tue, 01 Feb 2022 09:14:01 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 भाभी ने बुझाई हवस ही आग https://sexstories.one/bhabhi-ko-chodne-ki-hawas/ Tue, 01 Feb 2022 09:14:01 +0000 https://sexstories.one/?p=3507 भाभी ने मेरे लण्ड को कस कर पकड़ा और धीरे से सामने की चमड़ी को पीछे करते हुए मेरे गुलाबी टोपे को बाहर निकाला। भाभी अपने दोनों होठो से मेरा गुलाबी टोपा चूस रही थी। मेरे लण्ड के टोपे को होंठो में जकड़कर...

The post भाभी ने बुझाई हवस ही आग appeared first on Antarvasna.

]]>
Bhabhi ko chodne ki hawas – हैल्लो दोस्तो मेरा नाम भावेश है और में इंदौर के पास एक छोटे से गाँव का रहने वाला हूं। मेरी उम्र 20 वर्ष है और कद 6 फ़ीट ओर लण्ड साढ़े 8 इंच का लंबा तगड़ा फौलाद है। आज मै आपसे अपनी एक सच्ची घटना साझा करने जा रहा हूँ कि कैसे मैने अपनी गोरी चिकनी भाभी की चुदाई का आंनद लिया और लेता आ रहा हूँ।

मेरे घर में 5 सदस्य हैं जिनमें मेरे बुढ़े माता पिता, बड़े भईया ओर भाभी है।

मेरी भाभी का नाम शीतल है और उनकी उम्र 35 साल है। दिखने में गोरी चिट्ठी, क़ातिलाना शक़्ल ओर बेहद चिकनी कमर वाली हुस्न की परी है। उनकी मोटी तगड़ी गांड का आकार देखकर कोई भी मर्द खड़े खड़े अपनी पेंट गीली कर दे। भाभी के टाइट तरबूज का स्वाद मै हमेशा से चकना चाहता था और वह मौका एक दिन मिल ही गया। तो चलिए दोस्तो बिना वक्त जाया किए मै चुदाई के रहस्य से पर्दा उठाता हूँ।

घर की हालत कुछ खास न होने के कारण बड़े भईया शहर में नौकरी करते हैं और ज्यादातर समय बाहर ही रहते हैं।

बचपन से में पोर्न और सेक्स की कहानियां पड़ता आ रहा हु जिससे कि मेरे अंदर की हवस बढ़ चुकी है और मेरी भाभी को देखकर मेरी हवस बेक़ाबू हो जाती हैं और में बाथरूम में जाकर उस आग को शांत कर देता हूँ।

गर्मियों के वक्त हम सब छत पर ही सोते हैं, बाउजी ओर अम्मा छत के एक कोने पर भाभी से अलग सोते है ताकि भाभी को आराम से नींद आये और मै भाभी के बगल में ही सोता हू क्योकि छत पर ज्यादा तर खेत का सामान पडा रहने के कारण जगह नही बचती। मैं कई बार रात को जब भाभी गहरी नींद में होती है तब धीरे से कभी अपना हाथ उनके बोबो पर रख देता हूं या कभी उनसे चिपकर सोते हुए अपना हाथ भाभी की मोटी झंगो पर रख देता हूं पर भाभी की जब नींद खुलती तो वे मेरा हाथ हटा देती है बिना कुछ बोले ओर फिर से सो जाती है। बस इससे ज्यादा मैं कुछ कर नही पा रहा था और सारा दिन मेरे मन में भाभी को पेलने के अलग अलग विचार आते रहते और बस में हाथ से काम चला रहा था पर कुछ करने का मौका मिल नही रहा था।

पर कहते हैं ना जब आप कुछ ठान लेते है तब रास्ते अपने आप खुलते हैं। बस एक दिन वह मौका आ ही गया।

एक दिन भाभी मेरे कमरे में आकर बोली के भावेश देखो ना यह फ़ोन में नेट सही से चल नही रहा। भाभी टाइट सलवार में क्या माल लग रही थी मन कर रहा था कि अभी लपेट लू , इतने में भाभी ने कहा मुझे मत देखो भावेश मेरा फ़ोन देखो। भाभी बिककुल मुझसे चिपकर खड़ी थी और अपने फोन को देख रही थी। में उनके सामने फ़ोन में सब कुछ चेक कर रहा था इतने में मैने देखा कि भाभी के फोन में सेक्स वीडियोस डाऊनलोड कर रखी थी,यह देखकर मैं दंग रह गया और भाभी की ओर एक शरारती हसी से देखा। भाभी मुझे देखकर शर्मा गयी और फ़ोन छीनकर बाहर जाने लगी और बोली बाद में ठीक कर लेना मुझे काम है और चली गयी।

अब मै समझ गया था कि भईया के दूर रहने के कारण भाभी के अंदर भी हवस उफान पर है और मौके पर चौका मार लेना चाहिए। और मैने मन ही मन थान लिया कि आज रात को भाभी को पेल ही लूंगा।

भाभी जब शाम की चाय बना रही थी तब फिरसे मेने खुराफात करने की सोची ओर ओर रसोई में एक शैतानी हसी लिए मेने भाभी से पूछा कि भाभी आपके फ़ोन में ये चीज़े?? तो नज़रे छुपाती भाभी धिरे से बोली के भईया तो है नही बस यही सहारा है तो मैने भी बिना शर्म के जवाब दिया कि मै हूंना। मेरे जवाब से भाभी एकाएक सन्न सी हो गई और बात को काटते हुए बोली हटो चाय ठंडी हो रही है, अम्मा बाउजी को दे आओ। मै भाभी के इस उत्तर को एक छोटा सा इशारा समझ चूका था,बस रात का इंतजार था।

अम्मा बाउजी जल्दी छत पर सो चुके थे और मैने भी रोज की तरह अपना बिस्तर भाभी के बगल में लगा लिया, भाभी मेरी तरफ अपनी पीठ करकर सो रही थी। मैने भाभी को फिरसे पूछा कि भाभी आपका फ़ोन ठीक कर देता हूं, पर भाभी ने जवाब नही दिया शायद गहरी नींद में थी तो मेने अपना हाथ भाभी की कमर पर रख दिया और भाभी की गांड से अपना लण्ड सटा कर औऱ नज़दीक आ गया ओर भाभी से धीरे से कहा कि भाभी आपको बोहोत समय से पेलने की इच्छा है पर कभी मौका नही मिला आपकी गांड बोहोत रसीली है।

भाभी को नींद में देखकर मेने भाभी की लाल टाइट सलवार को थोड़ा नीचे किया और देखा कि भाभी ने पेंटी नही पहन रखी है। भाभी की गोरी गट चिकनी गांड पर में हाथ धीरे धीरे सहला रहा था। अब मेने अपनी दोनों उंगलियों पर थूक लेकर भाभी की चूत पर धीमे धीमे सहला रहा था। भाभी की चूत एक दम क्लीन शेव औऱ नाजुक मुलायम सी थी। मैने एक बार फिर थूक से भीगी उंगीयो के बीच मे भाभी की चूत को पकड़ा और धिरे से अपनी उंगली भाभी की चूत में कर दी, ऐसा कई बार करने के बाद मैने आने फौलाद को चड्डी से बाहर निकाला और भाभी की चूत पर हल्के से रख दिया।

भाभी की गीली चूत से मेरे फौलाद का टोपा भीग चुका था, मैंने बिना ज्यादा समय लिए भाभी की चूत में अपने लण्ड का टोपा गुसा दिया। जैसे ही मेरा लण्ड भाभी की चूत में जाने लगा भाभी सिसकिया लेने लगी ‘सससस, उफ्फ’। भाभी की सांसें बढ़ गयी और तेज़ धड़कन को मै महसूस कर पा रहा था। भाभी नींद में नहीं थी, सब सुन रही थी बस सोने का नाटक कर रही थी।

मै घबरा गया और अपना लण्ड भाभी की चूत से बाहर निकाल कर भाभी से कहा “भाभी आप जग रही थी?”

भाभी ने बिना कोई उत्तर दिए अपनी मोटी गोल चिकनी गांड मेरे झांगो से बीच में चिपका दी ओर मेरा लण्ड अपने हाथों से अपनी चूत में डालती हुई बोली “रुक क्यो गए जल्दी करो”।

मुझे हरि झंडी मिल चुकी थी, मेने फिर से भाभी के पेट पर अपना हाथ रखा और अपना फौलाद को फिर से धीरे धीरे भाभी की चूत की गहराईयों में उतारने लगा।

हर एक इंच के अंदर जाने पर भाभी पहले से तेज़ सिसकियां ले रही थी। अब मेने एक जोर का ध्क्का मारकर अपना पूरा साढ़े 8 इंच का लण्ड भाभी की चूत में उतार दिया ओर भाभी धिरे से चीखी ” अरे मोरी मइया,उफ्फ्फ, आह”। में अब तेज़ी से भाभी की चूत में धक्के दे रहा था और भाभी तेज़ी से सिसकियां ले रही थी, अम्मा बाउजी रात में बहुत गहरी नींद में थे।

हम दोनों लेटे हुए थे, मै भाभी को बिना रुके पेल रहा था और कस कर भाभी की ब्रा में हाथ डालकर बोबो को दबा रहा था। मै भाभी की गर्दन को चूमते हुए भाभी की चूत में जोर जोर से धक्के दे रहा था और भाभी भी साथ दे रही थी। भाभी की चूत से निकलते पानी से मेरी झांगे तक गीली हो गयी थी पर मै बेक़ाबू हो चूका था। थोड़ी देर बाद मैने अपना रस भाभी की चूत में ही खाली कर दिया ओर धीरे धीरे धक्के देता रहा।

अब मै ओर भाभी दोनों पसीने से लथपथ एक दूसरे के पास में लेटे हुए थे, भाभी मेरे तरफ बढ़ी और मेरे कान के पास आकर धीमी आवाज़ में मुस्कराते हुए बोली ” भावेश तूने तो मेरी सालो की प्यास बुझा दी, तू तो छुपा रुस्तम निकला” और मेरे गालो पर चुम कर मुसकराने लगी। मैने भी भाभी को चूमते हुए कहा “भाभी अब यह प्यास में रोज़ बुझाया करूँगा” । हम दोनों ऐसे ही एक दूसरे को देखते रहे और न जाने कब सुबह हुई पता ही नही चला।

शीतल भाभी को चोदना अब भी मुझे सपने जैसा लग रहा था, मेरा मन कर रहा था कि भाभी से अलग ही न हु बस उनके गोरे बदन से लिपटा रहू ओर दिन रात चुदाई मचाता रहूं।

आज भाभी पहले से बहुत ज्यादा खुश और खिली खिली लग रही थी। सुबह सुबह भाभी को चाय बनाते देख मैने भाभी को पीछे से कस कर पकड़ लिया और उनकी गांड पर अपना लोडा रगड़ने लगा। भाभी की गर्दन को चूमते हुए कहा”क्यों भाभी रात को मज़ा आया,आप बोहोत सेक्सी हो, उममममम” ।

भाभी- “हटो भावेश बाद में, कोई देख लेगा, हटो”।

Chudas गांड का छेद माल से भर डाला

हमारा घर काफी छोटा होने के कारण भाभी को अम्मा बाउजी के होते चोदना खतरे से खाली नही था इसलिए में बस रात के भरोसे ही दिन काट रहा था। मैं भाभी को ठीक से चोदना चाहता था, उनके जिस्म के हर एक हिस्से हो नापना चाहता था पर कैसे करता, इसी सोच में बेचैन था।

लेकिन मेरी किस्मत ने मेरा साथ फिरसे दिया और सुबह सुबह मेरे चाचा घर आये। चाचा ने आकर अम्मा बाउजी को एक हफ़्ते की तीर्थ यात्रा पर चलने की तैयारी करने को कहा। चाचा चाय पीते हुए बोले “भावेश तू जल्दी से अम्मा बाउजी का सामान बांधकर तैयारी कर दे, बड़ी मुशकिल से कल सुबह ट्रैन की टिकिट मिली है, देरी मत करना”।

चाचा की यह बात सुनकर में खुशी से झूम उठा, मेरे मन मे बस भाभी को पेलने के ख्याल ही घूम रहे थे, मै भाभी को अच्छे से पेलने के लिए उतावला हो रहा था, मन मे लड्डू फुट रहे थे। मैने भाभी की और हवस वाली शैतानी नज़र से देखा और मुसकराने लगा, भाभी भी मुझे ही देख रही थी और मन्द मन्द मुस्कराह रही थी।

चाचा अपनी चाय खत्म कर के जल्दी में चल दिए। पूरा दिन अम्मा बाउजी के लिए तैयारी करते करते में ओर भाभी थक चुके थे और रात को बिना कुछ किए सो गए। मै अगली सुबह अम्मा बाउजी को चाचा के साथ ट्रैन में बैठा कर घर लौट आया।

मेरे अंदर हवस की सुनामी उफान पर थी। मै घर लौटकर सीधा भाभी के कमरे में गया। शीतल भाभी लाल रेशम की साड़ी में पूरी तरह सज संवर कर बैठी आईने के सामने अपने खुले बालो को संवार रही थी। मै भाभी के इस क़ातिलाना अवतार को देखकर एकाएक स्तम्ब रह गया,मेरे मुंह से मानो लार टपक रही थी। भाभी के डीप ब्लाऊज से दोनों बूब्स आपस में मानो बाहर आने को उतारू थे। मुझे भाभी के साथ सुहागरात वाली फीलिंग आने लगी।

मैने भाभी को चिकनी कमर से पकड़कर अपनी और खींचा, भाभी के तरबूज मेरी छाती से पूरी तरह दब चुके थे, भाभी ओर मेरे होंठो के बीच नाममात्र दूरी थी, मै भाभी की सांसो को महसूस कर पा रहा था, मेरा लोडा टावर कि तरह तन्न चुका था मानो बस पेंट फाड़कर बाहर आने को बेताब था।

मेने भाभी से कहा ” शीतल मेरी जान, आज तुझे चोद चोदकर पागल कर दूंगा”

भाभी- “भाभी से सीधा शीतल, नटखट”

मेने भाभी के लाल गुलाबी होंटो पर अपने होठ रखते एक कस कर चुम्बन लिया। मेने अपनी जीभ को पूरा भाभी के मुह में डालते हुए उनकी जीभ पर फेरा। मै भाभी को बुरी तरह चुम रहा था और भाभी भी पूरा साथ दे रही थी। भाभी के होठों को मै चूमता गया कभी गर्दन पर चुंबन ले रहा था तो कभी भाभी की जीभ को खा जाने वाला था हम दोनों चुम्बन में मदहोश थे, एक दूसरे से कस कर लिपटे हुए काफी देर तक चुबंन का मज़ा मै लूटता रहा।

अब मैने भाभी को अपनी बाहों में उठाकर बेड पर लेटाया। भाभी का पेटीकोट मैने घुटनो तक उठा दिया और भाभी की गोरी पिंडलियों को चूमने लगा।

अब मै थोड़ा और ऊपर बड़ा और भाभी के पेटीकोट में अपना सर डालकर भाभी की गोरी गोरी झांगो को चूमने लगा। चूमते चूमते मेने भाभी का पेटीकोट उतार कर दिया।भाभी की गोरी लाल चूत को देखकर मेरे मुंह में लार भर आयी। मैने लपकते हुए भाभी की चूत पर अपनी जीभ फेरकर लाल चूत को चाटने लगा। भाभी को चूत में पूरी जीभ डालकर में किसी प्यासे की तरह चूत चाट रहा था, इस बार भाभी जोर जोर से सिसकियां ले रही थीं। मै ओर उत्तेजना से भाभी की चूत चाट रहा था, भाभी ने मेरे बालो को खीचते हुए अपनी दोनों गोरी झांगो की बीच मे मेरा सर दबाया ओर अपने दोनों पैर मेरे कंधो पर रखकर “उफ्फ उम्म भावेश ओह्ह,और तेज और तेज़” कहती हुई चूत चटवा रही थी। भाभी के चूत के रस से मेरी हवस की प्यास और उत्तेजित हो रही थी। अब मैने भाभी को उल्टा लेटाकर भाभी की मोटी गांड के बीचों बीच अपना मुँह दे मारा। भाभी की गांड चाटने को मै दोस्तो किसी शब्दो मे बयां नही कर सकता। भाभी की गांड को मानो दोस्तो में खा जाऊ।

अब मेने दोस्तो भाभी की कमर को चूमते हुए भाभी का ब्लाऊज उतारा और बिना वक्त गवाएं भाभी के ब्रा का हूक खोलकर दोनों कैदी बोबो को रिहा करवाया। भाभी के गोरे गोल रसीले तरबूज़ जैसे बोबो को देख में झूम उठा। गोरे बोबो पर काले निप्पल “उफ्फ्फ ससससससस’। शितल भाभी वाक़ई हूर की परी है।

एक एक कर दोनों काले निप्पल समेत मैं भाभी के तरबूज को पूरा मुँह में डाल चूस रहा था, कभी दाई वाला बूब कभी बायीं वाला बूब कभी दोनों को कसकर दबाते हुए दोनों एक साथ चूस रहा था। दोनों रसीले बूब दूध से भरे हुए थे, में इस दूध को मुँह में भरकर मन्त्रमुक्त हो चुका था। मैंने भाभी की जिस्म के हर एक अंग को चूमा, चूमता गया।

शीतल भाभी का नंगा जिस्म मैं अपने होठों से भीगा चुका था। भीगी हुई भाभी बेड पर पूरी तरह से नंगी लेटी हुई थी। दोस्तो मैने पहली बार किसी औरत को नंगी देखा था और वह नंगी औरत मेरी शीतल भाभी थी, गोरी चिठ्ठी, लाल चूत और काले निप्पल वाली हवसी भाभी। मेरा लण्ड बुरी तरह से तन्न चुका था मानो पेंट से बाहर आने को तड़प रहा हो।

भाभी उठकर अपने घुटनों पर बैठते हुए । मेरे पेंट को खोलने लगी। मैने भी साथ देते हुए अपने सारे कपड़े उतार दिए केवल अंडरवियर में खड़ा था। भाभी ने जैसे ही मेरी अंडरवेयर उतारकर निचे की, मेरा फौलादी लण्ड कूद कर बाहर आ निकला। तीर की तरह सीधा, आसमां को सलामी देता हुआ मेरा साढ़े 8 इंच का मोटा तगड़ा लम्बा काला लण्ड भाभी के मुँह के सामने था।

भाभी की आँखे फ़टी की फ़टी रह गयी और मेरा लण्ड सहलाते हुए बोली “इतना लंबा लण्ड , तुमहारे भईया का तो कुछ नही इसके सामने” और मेरी तरफ देखकर हँसने लगी।

भाभी ने मेरे लण्ड को कस कर पकड़ा और धीरे से सामने की चमड़ी को पीछे करते हुए मेरे गुलाबी टोपे को बाहर निकाला। भाभी अपने दोनों होठो से मेरा गुलाबी टोपा चूस रही थी। मेरे लण्ड के टोपे को होंठो में जकड़कर जो भाभी ने अपनी जीभ घुमाई है “उफ़्फ़फ़, शीतल मेरी जान” ।

मैने भाभी के बालों को पकड़कर अपना लण्ड भाभी के मुँह में डालने के लिए आगे किया तो मेरा साढ़े 8 इंच का चॉकलेटी लोडा भाभी के मुँह से फिसलता हुआ गले तक जा उतरा। शीतल भाभी की आँखे बाहर आ गयी पर भाभी रुकी नही बल्कि आँखे बंद कर लण्ड तेज़ी से चूस रही थीं। शीतल भाभी लण्ड चूसने में किसी पोर्नस्टार से कम नही लग रही थी। भाभी ने मेरा पूरा लण्ड मेरे दोनों गोटो समेत मुँह में भर लिया और सब कुछ गिला कर दिया। भाभी ने एक क्षण के लिए भी मेरे लण्ड से अपना मुँह अलग नहीं किया मानो सदियों से लण्ड की प्यासी हो ।

भाभी के मुलायम होठ ओर गीली जीभ मेरे लण्ड पर जादू कर चुके थे और देखते ही देखते मैने अपना पुरा मुठ ,अपने पुरे वीर्य रस से भाभी का मुँह भर दिया भाभी अभी भी मेरा लण्ड हर तरफ से चूस रही थी मानो एक बूंद मुठ भी व्यर्थ ना चली जाए।

मै अब भी उतना ही जोश में था। मैने नंगी भाभी को एक बार फिर उठा कर बेड पर लेटा दिया। अपने लण्ड पर थूक लगाकर मै अपने औज़ार की धार तेज़ करने लगा।

भाभी की गोरी टांगो को मैने चौड़ी कर भाभी की चूत पर अपना थूक लगाया। फिर अपने लण्ड को भाभी की चूत पर रखकर एक धीरे से ध्क्का दिया। मेरा लण्ड अभी आधा भी अंदर नही गया था कि भाभी सिसकिया लेने लगी ” ओह्ह भावेश उफ़्फ़फ़ मैईया ससससस ,और अंदर भावेश उफ़्फ़फ़” ।

भाभी की सिसकियों में अलग ही नशा था, मै जोश में आ गया और भाभी की चूत में एक जोर का धक्का दिया और भाभी चीख़ उठी ” आआहहहहहहह ससस मार ही डालेगा भावेश उफ़्फ़फ़ ओह्ह ओह्ह और तेज़ आआआहहहह”।

मै शीतल भाभी को चूमते हुए बुरी तरह चोद रहा था। मेरा लण्ड भाभी की चूत में जोर जोर से धक्के मार रहा था ” पच्च पच्च पच्च” ओर भाभी भी बिना किसी शर्म ओर प्रवाह के चिल्ला रही थी “भावेश उफ्फ आह और अंदर और आहहहह ससस भावेश और तेज़” मै भाभी को लबालब चोद रहा था।

कभी भाभी को घोड़ी बनाकर चोदने लगा तो कभी भाभी को उल्टा लेटाकर पेलने लगा, कभी भाभी मुझपर तो कभी मै भाभी पर “आह भाभी आह एसस एसस उफ़्फ़फ़ शीतल मेरी रांड, उम्मम हह हह ऊऊएह” ।

भाभी के जिस्म का एक एक कोना मै नाप चुका था पर मै फिर भी रुका नही में चोदते रहा बिना रुके।

भाभी की मोटी गोरी गोल गोल चिकनी गांड मे मैने जोर जोर से धक्के दिए, भाभी को चोद चोद कर भाभी की गांड चौड़ी कर दी।

मै और भाभी चुदाई में पूरी तरह मस्त थे, पूरा कमरा हम दोनों ही चीख़ से गूँज रहा था पर हम बेपरवाह चुदाई मचा रहे थे।

मैने अपना पूरा रस भाभी की चूत में खाली कर दिया ओर अब भी लण्ड के धक्के भाभी की चूत में देता गया।

मै और भाभी पूरी तरह थक चुके थे और चुदाई करते करते रात कब हुई पता ही नही चला।

पसीने से लथपथ भाभी और मै एक दूसरे से अब भी लिपटे हुए थे। भाभी बोली ” भावेश ऐसी चुदाई तेरे भईया ने आज तक नहीं कि, तेरा लण्ड लण्ड नहीं फौलाद है, आज में सालो बाद संतुष्ट हुई हु” और यह कहने के बाद मै ओर भाभी दोनों एक साथ नहाने चले गए।

उस दिन के बाद दोस्तो शीतल भाभी और मैं लगभग रोज़ चुदाई करते हैं। जब कोई घर पर नही होता तो रसाई, बाथरूम कही भी चालू हो जाते हैं और जब कभी मौका नही मिलता तो रात को भाभी को चोदता हु।

दोस्तो भाभियों को चोदने में अलग ही मज़ा है।

The post भाभी ने बुझाई हवस ही आग appeared first on Antarvasna.

]]>
मम्मी ने मुझे सेक्स करना सिखाया https://sexstories.one/mummy-ke-saath-lesbian-sex-stories/ Mon, 17 Jan 2022 06:35:22 +0000 https://sexstories.one/?p=3500 मम्मी ने जैसे ही ब्रा की हुक खोली वेसे ही मम्मी के दूध नीचे लटक गए | उसके दूध बहुत ही ढीले थे और मैं उनके दूध को मुंह में रख कर चूसने लगी | मैं उनके निप्पल को अपनी होठो से खीच खीच कर चूसने लगी तो...

The post मम्मी ने मुझे सेक्स करना सिखाया appeared first on Antarvasna.

]]>
lesbian sex stories हाय फ्रेंड्स कैसे हो आप सभी लोग ? मैं आशा करती हूँ की आप सभी लोग ठीक ही होगे | मैं आज आप लोगो के सामने अपनी एक कहानी प्रस्तुत करने जा रही हूँ | मैं अपनी कहानी शुरू करने से पहले आप लोगो को अपने बारे में बता देती हूँ |

मेरा नाम शीतल है | मेरी उम्र 18 साल है | मैं रहने वाली अमृतसर की हूँ | मेरे घर में मेरी मम्मी और मैं रहती हूँ क्यूंकि मेरे पापा काम की वजह से बाहर रहते हैं | मैं दिखने में गोरी हूँ और मेरा फिगर भी सेक्सी हैं | मेरी बूब्स काफी बड़े और गोल है और मेरी गांड भी मस्त चौड़ी है | फ्रेंड्स मैं आज आप लोगो को बताने जा रही हूँ की कैसे मेरी माँ ने मेरे साथ सेक्स किया | मैं उम्मीद करती हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आयेगी और कहानी को पढने में मज़ा भी आयेगा | मैं आप अभी का ज्यादा समय न लेती हुई सीधे अपनी कहानी पर आती हूँ |

ये कहानी अभी कुछ दिन पहले की हैं अब मैं कहानी प्रस्तुत करती हूँ | मेरी मम्मी का नाम अनीता हैं और वो दिखने में गोरी हैं | उनका चेहरा हल्का गोल है | मेरी मम्मी और मैं अपने घर में अकेली रहती हूँ इसलिए मेरी मम्मी कभी कभी सेक्सी मूवी भी देखा करती हैं | मेरी मम्मी को चुदाई करना बहुत पसंद हैं और वो चुदाई कराने में एक्सपर्ट हैं उनको पता हैं कैसे आदमी को खुश किया जाता हैं | मैंने कई बार मम्मी को पापा से चुदते देखा है जब पापा मम्मी को चोदते हैं तब मम्मी पापा के लंड को मुंह में भी रख कर चूसती हैं |

एक दिन मैं और मम्मी घर पर बोर हो रहे थे तो मम्मी ने कहा चलो घूम के आते हैं | तब मैं मम्मी के साथ घुमने चली गयी और मैं मेरी मम्मी घूम ही रही थी की रास्ते में कोई आदमी मिला मैं उस आदमी को नही जानती हूँ पर मेरी मम्मी उस आदमी को जानती हैं इसलिए वो आदमी मम्मी को और मुझे एक रेस्टोरेन्ट में ले गया | फिर उसने कुछ खाने के लिए मंगाया और मैं खाना खाने लगी मैं खाना खा ही रही थी की मुझे उसका हाथ मम्मी की जांघों पर दिखा तो मैं समझ गयी की ये मम्मी का बॉयफ्रेंड होगा |

फिर मैं खाना खाती रही और मेरी मम्मी के साथ वो अन्दर चला गया और फिर 5 मिनट बाद मम्मी आई तो मैं ये सोच सोच के मेरी चूत में खुजली होने लगी की अन्दर क्या हुआ होगा | फिर मम्मी वहां से 5 मिनट बाद आई तो मैंने पूछा ये कौन हैं तक मम्मी ने कहा मेरा बहुत पुराना दोस्त है मेरे कॉलेज के टाइम का और फिर मैं और मम्मी बात करती हुई घर चली आई | तब मम्मी बाथरूम में गयी और नहाने लगी वो कुछ देर बाद नहा कर आई | फिर मैं भी फ्रेश होकर आई और फिर मैंने रेड कलर की टी शर्ट पहनी और रेड ही कलर की लिपस्टिक लगाई थी | मम्मी भी उस दिन मेक्सी में मस्त लग रही थी | फिर मैं और मम्मी सोफे पे बैठ कर टीवी देखने लगी | मैं कुछ देर तक मम्मी के साथ टीवी देखती रही और फिर मुझे नीद आ गयी तो मैं जाकर अपने रूम में लेट गयी |

फिर कुछ देर बाद मम्मी भी मेरे ही रूम में आई और मेरे पास लेट गयी | तब मैंने मम्मी से पूछा क्या हुवा अपने बेडरूम में नही गयी तो वो बोली कुछ नही और लेट गयी | फिर वो मेरी टी शार्ट के अन्दर हाथ डाल कर मेरे पेट को सहलाती हुई धीरे से मेरे स्तन पर हाथ ले गयी और मेरे निप्पल को ऊँगली से मसलने लगी | तब मैं कुछ देर तक तो कुछ नही बोली क्यूंकि मुझे अच्छा लग रहा था और कुछ देर बाद मम्मी ने मेरे होठो पर अपनी होठो को रख कर मेरी होठो को चूसने लगी और साथ मेरे गोल स्तन को भी मसल रही थी |

वो मेरे होठो की सारी लिपस्टिक को चूस लिया जिससे मैं कुछ दी देर में गर्म हो गयी और सेक्स करने में माँ का साथ देने लगी | मैं भी उनकी होठो को अपनी होठो से दबा दबा कर चूसने लगी | वो भी मेरे होठो को जोर जोर से चूस रही थी | वो ऐसे ही मेरी होठो को 5 मिनट तक चूसती रही और फिर मम्मी ने मेरी टी शार्ट निकाल दी | फिर वो मेरे एक दूध को मुंह में रख कर चूसने लगी | वो मेरे दूध को मुंह में रख कर दबाती हुई चूसने लगी तो मेरे मुंह से सी सी सी सी……. आ आ आ आ अ…… ऊ ऊ ऊ उ….. ई ई ई ई ई ई… ऊ ऊ ऊ ऊ…… उई उई उई माँ माँ माँ…… की सिसिकियाँ निकल गयी | वो मेरे निप्पल को अपनी होठो से दबा दबा कर खीच कर चूस रही थी और दुसरे दूध को अपने हाथ में पकड़ कर दबा रही थी | मेरे गोल और चिकने स्तन को वो अपने हाथो से पकड पकड़ कर मसल रही थी |

Sex Erotica कश्मीर का सफर

फिर मम्मी ने अपने कपडे निकलने लगी और 1 ही मिनट में वो ब्रा और पेंटी में आ गयी | उनके दोनों दूध ब्रा के अन्दर से साफ दिख रहे थे और उनके बूब्स मेरे बूब्स से बहुत बड़े थे | उनके बड़ी काले निप्पल ब्रा के ऊपर उठे हुए थे और लग रहा था की अब ये ब्रा को फाड़ कर बाहर निकल आयेगे | फिर मैं उनके स्तन को ब्रा के ऊपर से ही दबाती हुई अपने मुंह में रख कर चूसने लगी | मैं उनके बूब्स के निप्पल को मुंह में दांतों से दबा कर खीच खीच कर चूसने लगी और तब मम्मी ने ब्रा की हुक खोल दी | मम्मी ने जैसे ही ब्रा की हुक खोली वेसे ही मम्मी के दूध नीचे लटक गए | उसके दूध बहुत ही ढीले थे और मैं उनके दूध को मुंह में रख कर चूसने लगी | मैं उनके निप्पल को अपनी होठो से खीच खीच कर चूसने लगी तो मम्मी के मुंह से गर्म सांसे लेती हुई ऊ ऊ ऊ… आह्ह्ह अह्ह्ह उई उई उई सी सी सी….. हाँ हाँ हाँ हाँ……. उई उई उई उई……. की सिसिकियाँ लेने लगी जिससे मुझमे और आग भड़क गयी और मैं उनकी बूब्स को मुंह से चूसती हुई उनकी चूत को भी सहलाने लगी | मैं उनकी चूत को कुछ देर तक ऐसे ही सहलाती रही | फिर मम्मी ने अपनी टांगो को फैला दिया और मैं उनकी चूत में मुंह को घुसा कर चाटने लगी |

मैं उनकी चूत की पंखुडियां को अपनी होठो से पकड पकड़ कर खीचने लगी तो उनके मुंह से ई ई ई ई……. ओह्ह ओह्ह….. उई उई उई उई….. सी सी सी सी…… उह्ह उह्ह उह्ह… की सिसिकियाँ लेने लगी | मैं उनकी चूत में अपनी जीभ को भी घुसा दिया और उनकी चूत की पंखुडियां को अपनी उँगलियों से फैला कर उनकी चूत में जीभ को घुसा कर चाटने लगी | मैं उनकी चूत में ऐसे ही जीभ से चाटने के साथ में उनकी चूत में ऊँगली को घुसा कर जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगी |

तब मम्मी मदहोश करने वाली आवाजे करने लगी और मैं सेक्स के नसे में उनकी चूत को जोर जोर से चाट रही थी | वो अपने दूध के निप्पल को अपने मुंह में रख कर चूसने लगी | मैं उनकी चूत में जोर जोर से ऊँगली को अन्दर बाहर करती हुई चाटने लगी | तब वो ह्ह्ह ह्ह्ह ऊ ऊ ऊ उ,…… सी सी सी…. उई उई उई…. हाँ हाँ हाँ…. आआआअ…….. करती हुई अपनी चूत को आगे पीछे करने लगी और साथ में अपनी चूत को अपने हाथ से सहलाने लगी | मैं भी उनकी चूत में जोर जोर से चाट रही थी और वो बहुत ही जल्दी बेड से उठ कर मेरे मुंह पर अपनी चूत के मुंह को टीका दिया | फिर अपनी चूत जोर जोर से अपने हाथ से हिलाने लगी और कुछ ही देर में उनकी चूत से गर्म पानी की धार निकल पड़ी | मैं पानी सब पी गयी उस पानी का नमकीन सा स्वाद था |

फिर वो मुझे बेड पर लेटा कर मेरे ऊपर लेट गयी और मेरे स्तन के निप्पल को पकड कर मुंह में रख कर जोर जोर से खिचती हुई मेरे गोल चिकने दूधो को चुसने लगी तो मेरे मुंह से ऊ ऊ ऊ उ,…… सी सी सी…. उई उई उई…. हाँ हाँ हाँ…. आआआ…… की सिसिकियाँ निकल गई | फिर वो मेरी चूत में अपने मुंह को घुसा कर मेरी चूत में अपनी जीभ को घुसा का अन्दर बाहर करने लगी तो मैं ऊ ऊ .. सी सी सी…. उई उई उई…. हाँ हाँ हाँ…. आआआआआ… करती हुई अपने बूब्स को मसलने लगी |

वो मेरी चूत के दोनों पंखुड़ियों को फैला कर जोर जोर से अपनी जीभ को अन्दर बाहर करने लगी साथ में मेरी चूत को अपनी होठो से पकड़ पकड़ कर खीचने लगी तो मेरे जिस्म में आग सी लग गयी और मैं तदपने लगी | तब मम्मी ने मेरी चूत में अपनी उँगलियों को डाल कर जोर जोर से मेरी चूत में हिलाने लगी तो मैं ऊ ऊ ऊ उ… सी सी सी…. उई उई उई…. हाँ हाँ हाँ…. आआअ.. करती हुई अपने दूध के निप्पल को मसलती हुई चूत को चुसाने लगी | अब मुझसे रहा नही जा रहा था तो मैं मम्मी को सर को पकड कर दबाने लगी और वो मेरी चूत में अपनी उँगलियों को जोर जोर से हिला रही थी जिससे मेरी चूत से कुछ ही देर में गर्म पानी की धार निकल पड़ी | वो सब पानी गटक गयी और मेरी चूत को चाट चाट कर साफ कर दिया तब मैं मम्मी से बोली मम्मी मुझे अपनी चूत में लंड लेना है तब मम्मी ने कहा फिर कभी मैं तुम्हे लंड से चुदवाउंगी |

अब मैं आप लोगो को अगले भाग में बताउंगी की मम्मी ने मुझे किसके लंड से चुदवाया |

मैं उम्मीद करती हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आई होगी |

कहानी पढने के लिए धन्यवाद |

The post मम्मी ने मुझे सेक्स करना सिखाया appeared first on Antarvasna.

]]>
माँ ने चुदवा लिया मुझसे – 2 https://sexstories.one/maa-ne-chudai-karwai-mujhse/ Wed, 15 Dec 2021 15:02:31 +0000 https://sexstories.one/?p=4995 मैंने उन्हें दो से तीन मिनट तक सुना क्योंकि तब तक मेरा डिक धड़क रहा था और मैं खुद को रोक नहीं पाया। आवेग में आकर मैं जल्दी से उठा, अपने बाएं हाथ से उसका दाहिना हाथ पकड़ लिया...

The post माँ ने चुदवा लिया मुझसे – 2 appeared first on Antarvasna.

]]>
Maa ne chudai karwai mujhse – कमरे में अँधेरा था और खिड़की से कुछ रोशनी ही आ रही थी। जब मैं अपने बिस्तर पर लेटा, तो मैं अपनी माँ को चोदने के मूड में था, लेकिन उसके पास जाने की हिम्मत नहीं थी। दस मिनट के बाद मुझे नींद नहीं आई और मुझे हस्तमैथुन करना पड़ा। मुझे अपनी मां के साथ ऐसा करने में शर्म आ रही थी लेकिन मैं इसकी मदद नहीं कर सका। तो मेरी अपनी माँ जो मेरे बगल में सो रही है, मेरी ड्रीम गर्ल बन गई क्योंकि मैंने उसके बगल में हस्तमैथुन किया था। काम खत्म करने के बाद मुझे धीरे-धीरे नींद आने लगी।

कुछ देर बाद अचानक कुछ कराहों से मेरी नींद खुल गई। जैसे ही मैंने अपनी आँखें खोलीं, मुझे स्पष्ट रूप से माँ की कराह सुनाई दे रही थी। मैं चौंक गया था लेकिन साथ ही मुझे भी चालू कर दिया गया था। मैं नहीं देख सकता था कि क्या वह कराहते हुए खुद उंगली चोद रही है लेकिन मैंने उसके विलाप का आनंद लिया क्योंकि उन्होंने मेरा लंड बढ़ाया। मैंने उन्हें दो से तीन मिनट तक सुना क्योंकि तब तक मेरा डिक धड़क रहा था और मैं खुद को रोक नहीं पाया। आवेग में आकर मैं जल्दी से उठा, अपने बाएं हाथ से उसका दाहिना हाथ पकड़ लिया, और उसके ऊपर चला गया और कहा “मुझे तुम्हारी देखभाल करने दो माँ!”

Part 1 – माँ ने चुदवा लिया मुझसे

जैसे ही मैंने उसके होठों को चूम कर उसे दबा दिया, माँ चौंक गई और चिल्लाई। मैंने जल्दी से अपना दाहिना हाथ हिलाया और अपनी माँ के बड़े बाएँ ब्लाउज से ढके स्तन को पकड़ लिया और उसे सहलाया। माँ ने संघर्ष किया लेकिन थोड़ा ठंडा हो गया क्योंकि मैंने उसके होठों को जाने दिया और उसने कहा “नहीं! तुम मेरे बेटे हो!”

“भूल जाओ मैं थोड़ी देर के लिए बेटा हूँ माँ!” मैंने जोड़ा “आपको मेरी ज़रूरत है और मुझे अब आपकी ज़रूरत है!”

“नहीं!” उसने फिर कहा “यह गलत है!”

“मुझे परवाह नहीं है माँ! मैं आपको चाहता हूं!” मैंने बाधित किया।

इससे पहले कि वह कुछ कहती “मुझे पता है कि तुम्हें भी मेरी ज़रूरत है!”

मैंने जल्दी से अपना दाहिना हाथ उसकी साड़ी की उलझनों को दूर करने के लिए घुमाया और उसके टीले को सहलाने लगा और कहा “मुझे पता है कि मैं इस माँ की देखभाल कर सकती हूँ! कृपया मुझे एक अवसर दें!”

माँ कुछ कहना चाहती थी लेकिन चुप रही और मेरी उँगलियों ने उसके भगशेफ को छुआ और एक छोटा सा कराह दिया।

तभी मुझे लगा कि मैंने उसे उसके सींगों से पकड़ लिया है।

मैंने उसका हाथ जाने दिया और मैंने जल्दी से उसकी साड़ी को उसके सीने से अपने बाएं हाथ से उतार दिया क्योंकि मेरा दाहिना हाथ अभी भी उसकी पेटीकोट से ढकी चूत को सहला रहा है।

माँ गलत कहने के सिवा कुछ नहीं कर रही और मैं उसका बेटा! मैंने उसके स्तन और चूत को कुछ देर तक तब तक सहलाया जब तक मुझे लगा कि मेरी माँ के कपड़े उतारना सुरक्षित है। जैसे ही मैं उसके ब्लाउज के हुक हटाने के लिए रुकी, वह वहीं लेट गई और सम्मोहित महिला जैसा कुछ नहीं किया।

मैंने धीरे से उसका ब्लाउज खोला क्योंकि उसके नग्न स्तन कम रोशनी में चमक रहे थे क्योंकि वे और अधिक दिखाई देने लगे थे। जैसे ही मैंने सभी हुक खोले और उसके निप्पल देखे, मैं उन पर चूसने के लिए आगे बढ़ने के लिए इंतजार नहीं कर सका। बेटे की वृत्ति हो सकती है या प्रेमी की हो सकती है, मुझे बहुत अच्छा लगा जब मैंने अपनी माँ के निप्पल को अपने मुँह में लिया। मुझे नहीं पता कि मैं उसके स्तनों के साथ कितनी देर तक खेलता रहा क्योंकि मैं उनके साथ खेलते हुए ऊब नहीं सकता था। माँ ने हालाँकि अपनी आँखें बंद कर लीं और शायद मेरे कामों का आनंद ले रही थीं।

कुछ मिनटों के बाद, मुझे एहसास हुआ कि मेरा लंड लंबे समय से सख्त है और मुझे दर्द हो रहा है जैसे कि वह मेरी माँ की योनी तक पहुँचना चाहता है। इसलिए मैं उठ बैठी और उसकी साड़ी की उलझी हुई टंगलों को पकड़कर बाहर खींच लाई। जैसे ही साड़ी की उलझन ढीली हो गई और किनारे पर गिर गई, मैं देख सकता था कि साड़ी की एक परत के साथ उसका पेटीकोट अभी भी उसे लपेट रहा है। मैं उसका पेटीकोट उतारना चाहता था क्योंकि मैं माँ की नग्नता को देखने के लिए बेताब था, लेकिन मेरा डिक अब मुझे नियंत्रित कर रहा है। तो मुझे माँ की नग्न योनी को जल्दी से पाने का एक आसान तरीका खोजना पड़ा। तो मैंने उसका पेटीकोट ऊपर उठाना शुरू कर दिया। स्कूल में हम मजाक में कहा करते थे कि साड़ी का मुख्य लाभ महिला की चूत तक आसानी से पहुंचना है क्योंकि साड़ी और पेटीकोट दोनों को ऊपर उठाया जा सकता है। यदि महिला ने कोई जाँघिया नहीं पहनी है (जैसा कि अधिकांश माताएँ नहीं पहनती हैं) तो आपके पास तुरंत चोदने के लिए एक मोटा और रसदार योनी है।

जैसे ही मैंने अपनी माँ का पेटीकोट उठाया और स्कूल की बात को याद किया, मुझे विश्वास हो गया कि यह एक सच्चाई है। मेरी माँ की नग्नता तक पहुँचने के लिए उसके कपड़े ऊपर उठाना बहुत आसान था क्योंकि यह उसके पैरों से पहले उसके बालों से ढकी मोटी मोटी चूत में प्रकट हो रहा था। मुझे उम्मीद थी कि माँ कुछ कहेगी क्योंकि मैं उसका टीला देखने के करीब पहुँच रहा था लेकिन वह आँखें बंद करके चुप रही।

मैंने अपना सारंग उतार दिया, क्योंकि मैं पहले उसे चोदना चाहता था और बाद में सब कुछ करना चाहता था क्योंकि मेरा लंड एक असली योनी की मांसपेशियों द्वारा मालिश करने के लिए धड़क रहा था। जैसे ही मैंने खुद को माँ के पैरों के बीच रखा, माँ ने मुझे अपनी योनी तक बेहतर पहुंच देने के लिए पैरों को अलग कर दिया। तब मुझे यकीन हो गया था कि माँ को मेरा लंड उतना ही बुरा चाहिए जितना मुझे उसकी चूत चाहिए।

मैंने कोई समय बर्बाद नहीं किया क्योंकि मैंने अपने बहुत निराश खड़े डिक को अपने दाहिने हाथ से पकड़ लिया क्योंकि मैं अपने डिक को उसकी योनी के अनुरूप लाने के लिए आगे बढ़ा। जैसे ही मैंने उसके योनी होंठों को अपनी उँगलियों से महसूस किया, मैं अपनी रीढ़ से काँप रहा था क्योंकि मुझे एहसास हुआ कि मेरा सपना सच हो रहा है। जैसे ही मेरे डिक ने उसकी चूत के होठों को छुआ, माँ थोड़ी कराह उठी और मैं महसूस कर सकती थी कि उसके होंठ अलग हो रहे हैं ताकि मेरा लंड उसकी योनि में समा जाए। मैं अपने डिक को माँ की योनी में डालने के हर हिस्से का आनंद लेना चाहता था क्योंकि मैंने धीरे-धीरे उसे उसके अंदर धकेल दिया। कोई घर्षण नहीं है, क्योंकि मैं उसकी योनी को बहुत गीला महसूस कर सकता था, सिवाय उसकी योनी की मांसपेशियों के मेरे डिक को रास्ता दे रही थी और मेरे जन्मस्थान के आंतरिक गर्भगृह में पहुंच गई थी।

जैसे ही मैंने अपना लंड उसकी योनी में डाला, मैं रुक गया और माँ के चेहरे की ओर देखा। मेरा अंडकोश पूरी तरह से उसके नारीत्व के खिलाफ दबा हुआ है। मेरा डिक पूरी तरह से उसकी योनि में डाला गया था। मेरी गेंदें उसके निचले योनी होठों से टकरा रही हैं और मेरे जघन के बाल उसके साथ जुड़ गए हैं। मेरे रुकते ही माँ ने अपनी आँखें खोलीं और मैं उसकी आँखों में आनंद महसूस कर सकता था। वह उस अंधेरे में दीप्तिमान लग रही थी और मैं उससे कुछ कहना चाहता था। मैंने उससे फुसफुसाया “मैं आखिरकार तुम्हें चोद रहा हूँ माँ! मैंने अभी-अभी अपनी माँ की योनि पर विजय प्राप्त की है!” माँ सहमति में मुस्कुराई।

मैं उसकी मुस्कान को देखकर पूरी तरह से उत्साहित हो गया क्योंकि मैंने पूरी तरह से बाहर निकाला और फिर से उसके गर्भ में वापस थपकी दी। माँ को चोदने के मेरे हर जोर के लिए मुझे अपनी माँ की योनी का उल्लंघन करने का एक अतिरिक्त उत्साह था। मुझे उस परमानंद का अनुभव हुआ जब माँ के साथ अनाचार करने का विचार मेरे दिमाग में कौंध गया। मैंने सोचा कि मुझे पूरी दुनिया का आनंद है क्योंकि मैंने अपनी मां की पवित्रता के वर्जित फल का आनंद लिया है।

माँ की योनि में हर जोर ने मुझे बताया कि मैं उसकी मोटी योनी की मिठास का आनंद ले रहा हूँ। हर मेढ़े ने अपनी गर्म चूत में अपनी और अधिक शुद्धता मुझे सौंप दी। जब तक मुझे लगा कि मेरा गर्म सह अब मेरी माँ के गर्भ को भरने के लिए तैयार है, उन विचारों ने मुझे और अधिक जोर देते हुए आगे बढ़ाया। और यह किया! माँ की योनी में मेरे वीर्य को उगलते ही मेरा लंड अकड़ गया। यह अनुभव करने के लिए एक बहुत अच्छी बात थी क्योंकि मेरा सह बाहर निकल गया क्योंकि मैं माँ के गर्म ओवन में चढ़ाई कर रहा था और महसूस किया कि शॉवर उसके सभी आंतरिक गर्भगृह पर छिड़काव कर रहा था जहां मैंने आकार लिया था। मेरी यौन इच्छा को दूर करने के लिए माँ की चूत का उपयोग करने के रोमांच ने मेरे अधिक वीर्य को उसके गर्भ में धकेल दिया। जैसे ही मुझे लगा कि मेरी गेंदें खाली हो रही हैं, मैं सांस लेने के लिए हांफते हुए उसके ऊपर गिर पड़ा और मेरा डिक खुद को माँ में खाली कर दिया।

मैं उस पर कुछ देर तक लेट गया जब तक माँ ने मुझे अपने होठों पर चूमा, इस बार सब अपने आप से। मुझे अंत में माँ की प्रतिक्रिया मिली। कुछ चुंबन बाद में माँ बाथरूम जाना चाहती थी इसलिए मैं उससे दूर चला गया। जैसे ही मैं उसके गद्दे के पास फर्श पर गया, मैंने देखा कि माँ बिस्तर पर बैठी है और उसने अपने ब्लाउज को फिर से जोड़ा है। इसने मुझे उन फिल्मों के दृश्यों की याद दिला दी जहां एक महिला अपने ब्लाउज को टांगती है जबकि एक आधा नग्न पुरुष उसके बिस्तर के पास होता है। यह कहने का एक बिना सेंसर वाला तरीका था कि उन्होंने सिर्फ सेक्स किया था और मैं यह जानकर रोमांचित था कि यह मेरी अपनी माँ है जो मेरे वास्तविक जीवन में मेरे साथ दृश्य को चित्रित कर रही है। जैसे ही वह उठी, उसने अपने आस-पास की बची हुई साड़ी को उतार दिया और ब्लाउज और पेटीकोट में बाथरूम में चली गई। जैसे ही मैंने उसकी ओर देखा, मुझे लगा कि यह अविश्वसनीय है कि कुछ क्षण पहले तक मेरी माँ का वह शरीर मेरे लिए वर्जित फल था। अब, उस फल का स्वाद चखा गया और मैंने इसके हर हिस्से का आनंद लिया।

जैसे ही मेरी माँ मुझसे दूर चली गई, मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि मैंने उसके साथ गर्म सेक्स किया है। उसका शरीर अब मेरे सेक्स जूस को वहन करता है। माँ के बाथरूम जाने के बाद, मैंने उसका पीछा किया। मैंने बाथरूम में रोशनी देखी और दरवाजा खुला था और जैसे ही मैं कमरे के करीब गया, मुझे माँ की पेशाब की आवाज़ सुनाई दे रही थी और यह निश्चित रूप से जितना मैंने सुना था, उससे कहीं ज्यादा तेज़ था। मैंने किसी से सुना है कि एक महिला की पेशाब की आवाज से पता चलता है कि उसे चोदा गया है या नहीं। बकवास जितना अच्छा होगा, शोर उतना ही तेज होगा! मेरी माँ की पेशाब की आवाज़ सुनकर भी मेरे लिए एक कामुक आवाज़ बन गई। मैंने तब तक इंतजार किया जब तक माँ खुद को राहत देने के लिए बाहर नहीं आई। जैसे ही मैं वापस आया, मैंने देखा कि माँ पहले से ही अपने बिस्तर पर थी।

to be continued…

The post माँ ने चुदवा लिया मुझसे – 2 appeared first on Antarvasna.

]]>
बुआ की लड़की को पटाया https://sexstories.one/bua-ki-ladki-ko-pataya-aur-chod-daala/ Wed, 15 Dec 2021 07:09:39 +0000 https://sexstories.one/?p=3473 मैने अपना हाथ उसकी पेंटी से बाहर निकालकर उसको पीछे से जकड़ कर एक झटका अपनी लेफ्ट साइड दिया जिससे मैं उसकी पीठ पर लेट गया अब वो मेरे नीचे थी और मैं उसके उपर उसके दोनो बूब्स को जकड़े हुए...

The post बुआ की लड़की को पटाया appeared first on Antarvasna.

]]>
Bua Ki Ladki Ko Pataya – मेरा नाम अनुज है मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ मेरी उम्र 32 साल है आज मैं आपको अपनी एक स्टोरी के बारे मैं बताता हूँ ये मेरी रियल स्टोरी है ये स्टोरी उस समय की है जब मैं इस साइट की स्टोरी बहुत पढ़ता था मेरी बुआ जी भी दिल्ली मैं रहती हैं उनकी 2 बड़ी लड़कियाँ हैं और एक छोटा लड़का है दोनो बड़ी लड़कियों किरण और मौली की उम्र 22, 18 साल है और प्रवीण 16 साल का है ऐसे तो दोनो ही सुंदर हैं लेकिन मौली कुछ ज़्यादा ही खूबसूरत है मेरे पास बुआजी का फोन आया की अनुज तुम्हारे फुफा जी और मैं प्रवीण के साथ कल से 3-4 दिनो के लिए गावं जा रहे हैं शिप्रा (मेरी वाइफ) तो मायके गयी हुई है.

तुम जब तक हम नही आते यही आकर सो जाना क्योकी किरण और मौली अकेली हैं मैने कहा ठीक है बुआ जी मैं वही आकर वही सो जाऊंगा कल आप सुबह निकल जाना मैं शाम को ऑफीस से सीधे वही पहुँच जाऊंगा आज तो गुरुवार है मेरी भी 2 दिन की शनिवार,रविवार की छुट्टी रहेगी सोमवार दिन की बात है मंगलवार को तो आप आ ही जाओगे बुआ जी बोली हाँ हम लोग मंगलवार को आ जायेगे वो लोग अगले दिन सुबह चले गये मेरे दिमाग़ में अपनी बुआ जी की लड़कियों को चोदने का विचार आने लगा मैं ऑफीस से 2 बजे ही लंच ख़त्म करके मैं बहाना करके निकल आया.

मैने रास्ते से 2 सेक्सी कहानियों की किताब ली जिसमें ज़्यादातर भाई बहन वाली स्टोरी थी। और एक ब्लू फिल्म की डी.वी.डी ली पहले मैं अपने रूम पर गया वहाँ से एक छोटा बैग लिया और उसमें अपने 2-3 दिन के लिए कपड़े और उसी बैग मैं एक पॉकेट मैं दोनो मैगज़ीन और सी.डी डाल दी और कपड़ों मैं अपने फोन का चार्जर रख दिया अपनी बाइक से मैं उनके घर पहुँच गया दरवाजा किरण ने खोला और मुझसे बोली भैया आप इतनी जल्दी कैसे आ गये अभी तो 3 बजे हैं मैने कहा हाँ किरण तुम लोग अकेले होगे सोचकर जल्दी आ गया वो बोली भैया आप सच मैं कितने अच्छे हो आपको हमारा कितना ख्याल है इसके बाद किरण ने मेरे लिए चाय बनाई और हम दोनो ने साथ बैठकर चाय पी मुझे मौली के बारे मैं पता था की वो पढ़ने गयी है और किरण अक्सर घर पर ही रहती है.

फिर भी मैने जानबुझ कर उससे पूछा मौली कहाँ है तो उसने कहा मौली अभी पढ़कर नही आई है वो तो 7 बजे तक कोचिंग से आती है मैने कहा तुम्हारा क्या है तुम नही जाती एम.बी.ए क्लास के लिए तो उसने कहा भैया एम.बी.ए कर रही हूँ उसमें कभी कभी क्लास होती है थोड़ी देर हम दोनो इधर उधर की बातें करते रहे और थोड़ी देर बाद मैं अपने प्लान के अनुसार बोला किरण मेरे बैग की पॉकेट मैं मेरे फोन का चार्जर रखा होगा ज़रा निकाल कर ले आना थोड़ा फोन चार्ज करूँगा वो बोली ठीक है भैया लेकर आती हूँ वो जैसे ही अंदर वाले कमरे मैं बैग से चार्जर लेने गयी मैं भी उसके पीछे पीछे गया और उसको पर्दे के पीछे से छुपकर देखने लगा जैसे ही उसने बैग की आगे वाली पॉकेट की चैन खोली उसने उसमें मस्तराम की बुक देखी और उसको देखकर जल्दी जल्दी से उसको पलटकर देखने लगी.

मैं वापस अपने उसी रूम मैं आ गया कुछ देर बाद वो मेरे पास आई और बोली भैया मैने पॉकेट चेक की मुझे तो चार्जर नही मिला मैने कहा हो सकता है कपड़ों मैं रख दिया हो कपड़ों के अंदर देख लो वो दोबारा गयी और चार्जर लेकर आई मैने फोन को चार्जिंग मैं लगाया और उसे कहा किरण मैं थोड़ा थक सा गया हूँ थोड़ा आराम कर लेता हूँ वो बोली ठीक है भैया मैं अपनी आँखों पर अपना हाथ रखकर सोने का बहाना करके उसे पड़ा पड़ा देखता रहा और वो वहीं टी.वी देखती रही कुछ देर बाद उसने आवाज़ लगाई भैया सो गये क्या मैं कुछ नही बोला वो टी.वी बंद करके चली गयी मैने देखा वो उसी कमरे मैं गयी है जिसमें मेरा बैग रखा है मैं भी 5 मिनिट बाद उस कमरे मैं गया और पर्दे से छुपकर देखा तो वो उसी बुक को पढ़ रही थी उसका एक हाथ उसकी पेंटी मैं था मैं समझ गया की उसको बुक पढ़ने मैं मज़ा आ रहा है मैं दबे कदम उसके पास पहुँच गया लेकिन उसको पता भी नही चला जैसे ही उसने मुझे अपने पास देखा वो बुरी तरह से डर गयी मुझे ऐसे लगा जैसे उसको 440 वोल्ट्स का करंट का झटका लगा हो.

Hindipornkahani – तान्या और उसकी बीडीएसएम कहानी

मैने कहा क्या पढ़ रही हो किरण उसने कहा भैया कुछ नही मैने कहा फिर डर क्यों गयी थी दिखाओ क्या है उसने डरते हुए बुक मुझे दी और कहा आपके बैग से निकाली थी तो मैने अंजान बनते हुए कहा मेरे बैग से? ये बुक्स शायद मेरे फ्रेंड की होंगी जिससे आज मैने ये बैग लिया था क्योकी मेरे पास कोई छोटा बैग नही था कपड़े रखने के लिए और मैने जब देखा तो ऐसे नाटक करते हुए मुस्कुराते हुए बोला ये तो सेक्स स्टोरी की किताब है अच्छा तो ये पढ़ रही हो छुप छुपकर वो बोली भैया सॉरी मैने कहा सॉरी किस लिए पढ़ो कोई बात नही और उसको बुक्स लौटाने लगा वो बोली भैया ये गंदी बुक है मुझको नही पढ़ना.

मैने मुस्कुराते हुए कहा अगर गंदी है तो फिर तुम्हारा एक हाथ पेंटी के अंदर क्यों था बोलो…..वो भी मुस्कुरा दी और अपनी नज़रें नीचे कर ली मैने अपने हाथ से उसकी ढाढ़ी पर हाथ लगाते हुए मुस्कुराकर बोला………बोलो……..बोलो….गंदी है तो क्यों पढ़ रही थी? मैने उसकी मुस्कुराहट का फ़ायदा उठाया और उसको जल्दी से लिप्स पर एक किस कर दिया वो ये देखकर हैरान रह गयी और बोली भैया आप ये क्या कर रहे हो मैं आपकी बहन हूँ मैने कहा जब गंदी बुक पढ़ती हो तो ये सब याद नही रहता है की इस बुक मैं जो स्टोरी हैं वो सब तो भाई बहन की ही हैं उन्हे पढ़कर मजा ले सकती हो लेकिन वास्तव मैं क्यों शर्म करती हो चलो शर्म छोड़ो चलो हम लोग साथ साथ पढ़ते हैं और उसके पास आकर बैठ गया वो बोली भैया नही ये गंदी बुक है इसको हम एक साथ कैसे पढ़ सकते हैं.

मैने कहा ये समझो मैं यहाँ नही हूँ थोड़ी देर पहले तो पढ़ रही थी अब क्या हुआ और ये कहते कहते मैने उसके सामने किताब खोलकर उसके हाथ मैं पकड़ा दी वो बोली भैया रहने दो ना प्लीज़ तो मैं बोला अच्छा ठीक है 3-4 स्टोरी दिल ही दिल मैं चुपचाप पढ़कर रख देंगे वो बोली नही भैया ठीक है 1 स्टोरी मैने कहा ओके ठीक है लेकिन स्टोरी मैं पसंद करूँगा वो बोली ठीक है मैने उसमें से एक लंबी सी स्टोरी निकाली जो की बुआ की लड़की की चुदाई की ही थी और मेरी स्टोरी से मिलती जुलती थी हम दोनो एक दूसरे के आजू बाजू बैठ गये और मन ही मन मैं पढ़ना शुरू किया मुझे पढ़ने मैं थोड़ी परेशानी हो रही है ये कहकर मैं उसके पीछे पैर लंबे करके बैठ गया और उसकी गर्दन की तरफ से देख कर पढ़ने लगा मैने पढ़ते पढ़ते उसकी गर्दन पर सिर रख दिया तो वो बोली भैया सीधे बैठे रहो.

मैने कहा यार किरण मेरी गर्दन दर्द करने लगी है इसलिये सिर रखा है धीरे धीरे मैं उसके कान मैं अपने मुँह और नाक से लंबी लंबी साँसे लेकर गर्म करने लगा बुक पढ़ते पढ़ते उसके हाथ और शरीर का कंपन मुझे साफ दिख रहा था वो भी अब गर्म हो चुकी थी मैने अपना एक हाथ बड़ी तेज़ी के साथ उसकी पेंटी के अंदर डाल दिया उसने गुस्सा दिखाते हुए बुक रख दी और बोली भैया ये क्या है हाथ बाहर निकालो मैने कहा कुछ देर पहले तो अपना हाथ डाल रखा था मेरे हाथ मैं क्या काँटे लगे हैं देखना मेरे हाथ से बहुत मज़ा आयेगा वो अपने आप को इधर उधर हिलाकर उठकर जाने का प्रयास करने लगी और मैने अपना दूसरा हाथ उसकी चूची पर रखकर उसको अच्छी तरह से जकड़ लिया.

वो बोली आप मान जाओ भैया। मैने कहा मान जाऊंगा लेकिन स्टोरी पूरी पढ़ने के बाद वो बोली ठीक है इससे ज़्यादा कुछ हरकत मत करना वरना देख लेना फिर मैने हँसते हुए कहा दिखाओंगी तो देख भी लूँगा वो बोली भैया आप बहुत गंदे हो आपके बारे मैं मैने कभी ऐसा नही सोचा था। और तभी मैने अपना हाथ उसकी पेंटी से बाहर निकालकर उसको पीछे से जकड़ कर एक झटका अपनी लेफ्ट साइड दिया जिससे मैं उसकी पीठ पर लेट गया अब वो मेरे नीचे थी और मैं उसके उपर उसके दोनो बूब्स को जकड़े हुए मैने किरण को कहा किरण तुम बहुत सुंदर हो मैं आज तुमको जी भरकर प्यार करना चाहता हूँ। उसका मन भी कर रहा था लेकिन वो शर्म से बोल नही पा रही थी इसलिए वो बोली ठीक है भैया लेकिन उपर उपर से करना अंदर मत डालना वरना मैं प्रेंग्नेंट हो जाउंगी मैने कहा मैं तुमको प्रेंग्नेंट नही होने दूँगा मैं कन्डोम से कर लूँगा.

वो बोली अभी रहने दो मौली का आने का टाइम भी हो रहा है शाम का खाना भी बनाना है रात को करेंगे मैं बोला ठीक है और हम दोनो खड़े हो गये वो शाम के खाने की तैयारी करती रही मौली 30-40 मिनिट के बाद आई लेकिन मैं तब तक उसके पीछे लगा लगा उसको कभी किस करता कभी उसकी चूचीयों को दबाता उसके हिप्स पर हाथ फेरता और वो इसका जवाब मुस्कुराकर देती वो भी चुदने के लिए बड़ी उतावली हो रही थी मौली जब घर आई तो उसने मुझे नमस्ते भैया बोला मैने उसको नमस्ते कहा और मैं उसको देखकर बिल्कुल दंग रह गया वो गजब की सुंदर हो गयी थी 18 साल की जो हो गयी थी तो मेरा दिल उसको देखकर ललचाने लगा मैने सोचा की काश किरण के साथ साथ इसकी भी मिल जाये तो मज़ा आ जाये.

मौली मुझे देखकर बोली भैया क्या सोचने लगे मैने उसके बूब्स की तरफ देखकर बोल ही दिया मौली तुम तो काफ़ी बड़ी हो गयी हो और पहले से काफ़ी सुंदर भी वो भी मुस्कुराकर बोली भैया आप काफ़ी दिनो बाद हमसे मिले हो शायद इसलिये आपको ऐसा लग रहा है किरण और मौली दोनो नाइट मैं एक बेड पर और उन्होने कहा भैया आप इसी कमरे मैं सोना चाहते हो तो इसमें एक चारपाई डाल दूँ या दूसरे कमरे मैं बेड पर सो जाओ मैं तो अलग कमरे मैं सोना चाहता था। इसलिये मैने कहा नही मैं दूसरे कमरे मैं सो जाऊंगा और मैं किरण को उस कमरे मैं आने का इशारा करके दूसरे कमरे मैं चला गया किरण, मौली के सोने के बाद करीब 10 बजे मेरे पास आई उसकी नज़रें झुकी हुई थी चेहरा शर्म से लाल हो रहा था लेकिन वो आज मज़ा लेना चाहती थी.

मैं बेड से उठा और उसके पास जाकर उसको बाहों मैं भर लिया और उसको बिस्तर पर लेटा दिया मैने उसके चेहरे पर अपने होठो से किस की बारिश सी कर दी उसने भी जवाब मैं मुझको 3-4 किस की वो अभी भी वो शर्मा रही थी। मैने रूम की लाइट बंद की और नाइट लेम्प ऑन कीया। मैने पहले उसकी टी-शर्ट उतारी और उसके बाद उसकी लोवर अब वो सिर्फ़ अंडरगारमेंट्स मैं थी गुलाबी ब्रा से उसके 36 साइज की चूचीयाँ निकलने को बेताब हो रही थी मैने उसकी ब्रा को भी उसके नीचे हाथ लगा कर खोल दिया उसकी चूचीयाँ बड़ी मस्त थी मैने पहले उनको किस किया और फिर धीरे धीरे से कभी उनको सहलाता और कभी उनको चूसता मैं कुछ मिनिट तक सिर्फ़ उसकी चूचीयों को ही प्यार करता रहा उसके बाद मैने उसकी पेंटी भी उतार दी उसने शाम को ही उसको साफ किया था एकदम चिकनी होकर आई थी वो चुदवाने के लिए.

मैने उससे पूछ ही लिया किरण दोपहर मैं तो चिकनी नही थी तुम्हारी ये कब चिकनी की? तो वो बोली भैया शाम को खाना बनाना के बाद अब मैं उसकी जांघों के नीचे बैठ गया और उसकी चूत को काफ़ी देर तक चूसा वो भी मस्त होकर अपने चूतडो को उठा उठा कर ये बता रही थी की उसको खूब मज़ा आ रहा है इसके बाद मैं उसके उपर चड गया और जैसे ही उसकी चूत पर अपना लंड रखा तो वो बोली भैया कन्डोम लगाया क्या?तो मैं बोला नही तो वो बोली भैया कुछ गड़बड़ ना हो जाए तो मैने कहा मैं अपना वीर्य बाहर निकाल दूँगा तुम चिंता मत करो वो बोली ठीक है मैने पहले उसको अच्छी तरह से जकड़ लिया और उसकी चूत पर अपना लंड रखकर एक ज़ोर का झटका दिया लगभग सारा लंड उसकी चूत मैं घुस गया वो ज़ोर से चिल्लाना चाहती थी लेकिन मैने उसका मुँह दबा दिया उसकी चीख वही दबकर रह गयी.

वो बोली भैया बहुत दर्द हो रहा है थोड़ी देर के लिए बाहर निकालो मैने कहा ऐसे ही रहने दो थोड़ी देर मैं ठीक हो जायेगा थोड़ी देर मैने कोई हरकत नही की मैने उसका ध्यान इधर उधर करने के लिए होठो पर किस किया और जब वो नॉर्मल हो गयी तो मैने अपनी स्पीड बड़ा दी कुछ देर बाद हम दोनो ही झड़ गये जब मैं उसके उपर से उठा तो देखा बेड शीट पर काफ़ी खून और वीर्य पड़ा है मैने किरण से बोला की इसको सुबह साफ कर देना वो बोली ठीक है उस रात मैने किरण को 2 बार आगे से और एक बार पीछे से चोदा और मैने अगली रात को मौली को चोदने के लिए भी प्रोग्राम बना लिया था उसके लिए मैने क्या किया ये मैं आपको अगली कहानी मैं बताउंगा..

मुझे आशा है आपको मेरी यह स्टोरी जरुर पसंद आयेगी.

The post बुआ की लड़की को पटाया appeared first on Antarvasna.

]]>
माँ ने चुदवा लिया मुझसे https://sexstories.one/maa-ne-chudwa-liya-mujhse/ Tue, 14 Dec 2021 08:02:14 +0000 https://sexstories.one/?p=4992 सारे सेक्स सीन दिखा रहे थे और पांच मिनट बाद मुझे और मां को थोड़ी बेचैनी होने लगी. मैंने माँ से पूछा कि क्या वह जाना चाहती है लेकिन उसने कहा कि अगर मैं चाहता हूँ! मैं बड़े पर्दे पर एक ब्लू फिल्म का मौका कैसे गंवा सकता हूं...

The post माँ ने चुदवा लिया मुझसे appeared first on Antarvasna.

]]>
Maa ne Chudwa liya Mujhse – मुझे हमेशा अपनी मां का सम्मान करना सिखाया गया। वास्तव में भारत में माताओं को भगवान से भी ऊंचा माना जाता है! इसलिए हम अपनी माताओं के प्रति बहुत सम्मान और निकटता रखते हैं। माताओं का भी अपने बेटे के साथ और पुरुष बनने के बाद भी बहुत करीबी रिश्ता विकसित होता है! वे अपने बेटे की पत्नी के प्रति भी बहुत सुरक्षात्मक हो जाते हैं।

मैंने हमेशा सोचा कि हर बेटे के लिए अत्यधिक सुरक्षात्मक माँ होना एक सामान्य बात है। लेकिन कुछ मनोविश्लेषण ग्रंथों को पढ़ने के बाद, मुझे पता चला कि भारतीय माताओं में ओडिपस कॉम्प्लेक्स का उलटफेर होता है। यानी माताएं अपने बेटों के प्रति भावनात्मक और यौन रूप से आकर्षित होती हैं। भारतीय माताओं की तुलना इतालवी और जापानी माताओं से भी की जाती है, जिनके अपने बेटे के साथ भी बहुत करीबी संबंध हैं। हालांकि वास्तविक जीवन में, यह सच हो भी सकता है और नहीं भी, क्योंकि हम अपनी माताओं की वास्तविक भावनाओं को नहीं जानते हैं।

लेकिन यह एक सिद्ध तथ्य है कि माताएं अपने बेटों को स्तनपान कराने में यौन आनंद लेती हैं। कुछ माताओं ने यह भी स्वीकार किया कि जब उनके बेटे उनके दूध से भरे स्तनों को चूस रहे थे, तब उन्हें कामोन्माद था। तो, वहाँ के सभी बेटों के लिए, हम सभी पहले ही आपकी माताओं के साथ यौन संबंध बना चुके होंगे और जब हम छोटे थे तब भी उन्हें संतुष्ट कर सकते थे!

मुझे स्वीकार करना होगा, मनोविश्लेषण को पढ़कर मैंने अपनी माँ को देखने का तरीका बदल दिया! अचानक वह मेरे लिए एक महिला बन गई। अब मैं उसका अधिक सम्मान करता हूं लेकिन मैं उसकी यौन प्रशंसा भी करता हूं। तब से मैंने उसके लिए यौन इच्छाएं पैदा कीं। हम पर्दे पर जितनी सेक्सी अभिनेत्रियों को देखते हैं, उससे कहीं ज्यादा वह मेरी वासना की वस्तु बन गई हैं। इसलिए जब भी मैं नग्न या कम पहने अभिनेत्रियों की तस्वीरें देखता हूं, तो मैं उन्हें अपने दिमाग में अपनी मां के साथ बदल देता हूं।

सच कहूं तो मेरी मां अभिनेत्रियों की तरह सेक्सी कुतिया नहीं हैं। वह 45 साल की हैं और एक गृहिणी के रूप में वह स्मृति ईरानी की तरह दिखती हैं। अब मैं आपको उसके शरीर की कल्पना करने दूँगा। यदि आप भारतीय माँ-घर-पत्नियों को उनके चालीसवें वर्ष में जानते हैं, तो आपने सूती साड़ी में लिपटी मोटी, रूखी और लटकी हुई कल्पना की होगी। ठीक ऐसी ही मेरी माँ है! लेकिन उसके पास एक महान और आकर्षक चेहरा है! लेकिन अगर आप उसके शरीर को देखें, तो वह एक सामान्य भारतीय माँ जैसी दिखती है; अच्छी तरह से गड़बड़ और बिस्तर पर इस्तेमाल किया, उसके पेट पर जन्म के बहुत सारे निशान हैं, और एक ऐसा चेहरा जिसने उसकी बढ़ती वासना को दबाना सीख लिया है।

हो सकता है कि वह आपको सेक्सी न लगे लेकिन वह मेरे लिए नॉकआउट है। मुझे यकीन है कि हर बेटा मेरे जैसा ही महसूस करेगा जब वे अपनी माँ को यौन इच्छा की वस्तु बना देंगे! मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि मुझे अपनी माँ के लिए यौन इच्छा है!

मेरी कहानी पर आने का समय! कहने की जरूरत नहीं है कि मेरी माँ का नाम करपगम है और मेरे पिताजी का नाम रामनाथन है! मैं उनका इकलौता बेटा हूं और मैं 23 साल का हूं। बूढ़ा है और मैंने अभी-अभी अपनी डिग्री पूरी की है और एक प्रशिक्षु के रूप में एक कंपनी में शामिल हुआ हूँ। मैं अपनी माँ के शरीर के लिए दो साल से अधिक समय से तरस रहा था और मैं हर रात उसके बारे में सोचकर हस्तमैथुन करता था। मैं लगातार उसे बहकाने के लिए एक मौके की तलाश में था लेकिन ऐसा करने की कभी हिम्मत नहीं हुई। ज्यादातर मेरे पापा की वजह से। मैं उसे चोट नहीं पहुँचाना चाहता था मुझे लगता है!

लेकिन मैंने कुछ ऐसा किया जो मेरे पापा कभी नहीं जान पाएंगे। मेरी माँ के गंदे कपड़े धोने की चोरी! हां! मेरी माँ हर दिन अपनी अंडरवियर बदलने के लिए काफी साफ-सुथरी हैं और मैंने हर दिन उनकी ताज़ा धुलाई का आनंद लिया। जब भी मैं उसे चोदना चाहता था, मैंने उसकी ब्रा, पैंटी और पेटीकोट चुराने की आदत बना ली। मैं उसके कपड़े अपने बिस्तर पर फैला देता था और उन पर हस्तमैथुन करता था। मैं उसकी ताज़ी इस्तेमाल की हुई जाँघिया और ब्रा जमा करता था और उसके पेटीकोट से अपना वीर्य भी मिटा देता था। मैं उन्हें अगली सुबह कपड़े धोने में वापस बदलने के लिए उपयोग करता हूं।

Desi Incest Porn – दो बार चुदाई एक रात में

कभी-कभी, मैं उसकी ताजी ब्रा, पैंटी और पेटीकोट भी चुरा लेता था और हस्तमैथुन के बाद उन पर अपना सह जमा कर देता था। जब वे पर्याप्त रूप से सूख जाते थे तो मैं उन्हें उसके ताजे कपड़ों में बदल देता था और उसे अपने सह भरे हुए कपड़े पहने देखने में मज़ा आता था। मैं अपने आप को इस तरह संतुष्ट करता था, कि कम से कम मेरा सह मेरी माँ के स्तनों और उसकी चूत को छू रहा है।

मेरी किस्मत बदल गई क्योंकि मेरा तबादला एक कस्बे में हो गया और यह हलवा के लिए बहुत प्रसिद्ध है। मेरे पिताजी और माँ ने फैसला किया कि मेरी माँ मेरे साथ आएगी। मैंने कभी भी इस फैसले को खारिज नहीं किया क्योंकि मैं अपनी मां को अकेले पाने के लिए उत्सुक था। एक साल पहले हम अप्रैल में वहां गए थे। गर्मी का समय है और बहुत गर्मी थी! हमने एक बेडरूम का घर किराए पर लिया। हम अपने साथ दो सिंगल गद्दे ले गए, जो हम एक ही कमरे में उन पर सोते थे। कहने की जरूरत नहीं है कि मैं पहले दिन से ही अपनी मां को चोदने का मौका ढूंढ रही हूं।

मौका तब आया जब मेरी मां एक शाम फिल्म देखना चाहती थीं। मैं 6 बजे के शो के लिए नहीं जा सका इसलिए हम 9 बजे के शो में गए। यह एक पारिवारिक फिल्म मानी जा रही थी लेकिन अचानक फिल्म के बीच में उन्होंने एक ब्लू फिल्म दिखानी शुरू कर दी। चूंकि हम इस शहर में नए थे, हमें उस थिएटर के बारे में पता नहीं था जो रात के शो के दौरान वयस्क बिट्स दिखाता है। यह एक धोखेबाज पत्नी की कहानी थी। वे सारे सेक्स सीन दिखा रहे थे और पांच मिनट बाद मुझे और मां को थोड़ी बेचैनी होने लगी. मैंने माँ से पूछा कि क्या वह जाना चाहती है लेकिन उसने कहा कि अगर मैं चाहता हूँ! मैं बड़े पर्दे पर एक ब्लू फिल्म का मौका कैसे गंवा सकता हूं और अपनी मां को ललचाने का एक संभावित मौका कैसे गंवा सकता हूं? मैं वापस बैठ गया और हमने देखा। मुझे पता है कि वह सेक्स सामग्री देखना पसंद करेगी क्योंकि मैं उसे देर रात टीवी पर देर रात की फिल्में देखता था। पैंतालीस मिनट के गर्म भाप से भरे सेक्स दृश्यों और धोखेबाज पत्नी को पांच से अधिक लोगों द्वारा चोदने के बाद, उन्होंने सामान्य फिल्म को फिर से शुरू किया।

जब फिल्म खत्म हुई तो मेरा दिमाग सेक्स सीन से भर गया था जो मैंने देखा था और मैं पूरी तरह भूल गया था कि असली फिल्म क्या थी। तब मैंने देखा कि हमारे आस-पास बहुत सारे जोड़े थे और वे सभी हमें अजीब तरह से देख रहे थे जब हम एक साथ बाहर निकले। जैसे ही हम घर आए, मैंने और माँ ने एक-एक मिनट ही बात की। हम घर आए, कपड़े बदले और माँ ने हमारे बिस्तर खोये हुए मोड में ठीक कर दिए। जैसे ही मैंने दरवाजे बंद किए और बेडरूम की लाइट बंद की, मैं माँ के नग्न मिड्रिफ मांस और चुतड़ को देखने के अलावा कुछ नहीं कर सका।

to be continued…

The post माँ ने चुदवा लिया मुझसे appeared first on Antarvasna.

]]>
तान्या और उसकी बीडीएसएम कहानी https://sexstories.one/tanya-and-her-bdsm-sex-story/ Tue, 14 Dec 2021 06:21:54 +0000 https://sexstories.one/?p=4972 सुचेता और तान्या बिष्णु के सामने नग्न खड़े थे। वह उनके निप्पल घुमा रहा था। फिर उसने सुचेता को चूसने के लिए नीचे धकेल दिया और तान्या को किस करने के लिए अपने पास खींच लिया...

The post तान्या और उसकी बीडीएसएम कहानी appeared first on Antarvasna.

]]>
Tanya loves BDSM Sex Story – तान्या अचानक उठ गई। उसका पूरा शरीर पसीने से लथपथ था। उसकी सांस तेज और उथली थी, उसे लगा जैसे उसने मैराथन पूरी कर ली हो। वह विचलित महसूस कर रही थी। उसने अपने सैमसंग गैलेक्सी S8+ को टैप किया। रात के साढ़े तीन बजे थे। फेसबुक या व्हाट्सएप पर कोई सूचना नहीं। एक कार जो सड़क पर आ गई। कौन इतनी देर से आया है उसने सोचा।

उसका पति जिमी चैन से सो रहा था। तान्या ने उसे कुछ देर तक देखा। ‘वह मोटा हो रहा है’, उसने सोचा। ‘और पुराना। धिक्कार है मैं बूढ़ा हो रहा हूँ।’

उसने सोचा कि क्या उसे अपने बच्चों की जाँच करनी चाहिए। लेकिन ऐसा लगा कि परेशान करना बहुत ज्यादा है। वह धीरे से वाशरूम में गई और अपने नग्न शरीर को तौलिये से पोंछा। वे हमेशा नंगे ही सोते थे। उसकी सनक। उसने कहीं पढ़ा है कि यह शरीर के लिए अच्छा है। उसने अपने शरीर को फुल लेंथ आईने में देखा। जैसे ही उसने अपने 32C स्तनों को सहलाया, उसे याद आया कि एक बार वे कितने छोटे थे और अपनी किशोरावस्था में वह कितना हीन महसूस करती थी। मातृत्व ने आखिरकार उसे आवश्यक थोक दिया था। फिर भी वे दिलेर थे, शिथिल नहीं। उसने सोचा कि क्या उसकी माँ या दादी जब तक तंग रहेगी।

तान्या परमाणु भौतिकी की प्रोफेसर हैं, जो आईआईटी में सबसे कम उम्र की फैकल्टी हैं। भले ही उनके शोध कितने ही पथ-प्रदर्शक क्यों न हों, उनकी राजनीतिक भागीदारी ने उन्हें प्रतिबंधित कर दिया। परमाणु हथियारों और यहां तक ​​कि परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के खिलाफ उनके कड़े रुख को देखते हुए कोई भी सरकार उन्हें रोजगार नहीं देगी। और वह अपने जीवन से प्यार करती थी। उन्हें युवा आशावादी दिमागों के आसपास रहना था, न कि सुस्त पुराने नौकरशाहों और राजनेताओं के।

समय-समय पर, उसे एक ऐसा छात्र मिल जाता, जिसे वह दूसरों से ज्यादा पसंद करती थी। वर्तमान में यह सुचेता थी। 80 की क्लास में क्रेडिट कोर्स करने वाली वह अकेली लड़की थी। उसने तान्या को अपने स्वयं के युवा स्व की याद दिला दी; एथलेटिक, सेक्सी और सचमुच प्रतिभाशाली। इसके अलावा, वह तान्या के गृहनगर से आई थी और वही स्थानीय बोली बोलती थी।

तान्या खुद को देखकर बुरी नहीं थी। वह अपनी दो सबसे करीबी दोस्तों अनीता और जोया के विपरीत कभी भी सेक्सी या सुंदर नहीं रही थी, लेकिन उनमें कुछ ऐसा था जो पुरुषों को आकर्षित करता था। और 35 साल की उम्र में भी वह 22 साल की उम्र की तरह जोश से भरी थी। वह हर सुबह 10 मील दौड़ती थी, जब वह 15 साल की थी, दो गर्भधारण के बावजूद उसे आकार में रखती थी। और उसे अपनी माँ से बहुत अच्छे जीन विरासत में मिले थे।

इसलिए तान्या ने अपने छात्रों, 18-20 के लड़कों का ध्यान आकर्षित किया। पौरुष से भरपूर, 10:100 के लिंगानुपात वाले संस्थान में फँस जाना, यह सामान्य था कि वे उसे इग्नोर करते; चाहे उनकी साड़ी में हो या शर्ट-जीन्स में। अक्सर जब वह टी-शर्ट और जींस में आती तो शिक्षक के बजाय एक छात्र की तरह दिखती। वास्तव में कुछ पोस्ट डॉक्स उससे बड़े थे। तान्या को अपने छात्रों का यौन ध्यान नापसंद नहीं था। इसने उन्हें कक्षा में उनके वीडियो गेम और नशे में झगड़ों से दूर रखा।

Sexy Kahaniya – शादी के बाद लडको से चुदाई के मजे लिए

सुचेता के आने से तान्या में एक पुरानी दिलचस्पी जगी थी। वे अक्सर सप्ताहांत पर बास्केटबॉल खेलते थे। उन दोनों को छोड़कर बाकी सभी लड़के थे। यह शायद ही अप्रत्याशित है: निडर एथलेटिक लड़कियां सुपर दुर्लभ हैं। खासतौर पर भारत में, जहां लड़कियों को करियर और गायन से लेकर खेलकूद तक में शादी को चुनना होता है।

तान्या को लड़कों के खिलाफ खेलने में मजा आता था, उसका वजन दोगुना था, हालांकि वह जानती थी कि ज्यादातर फैकल्टी उसे अस्वीकार करती है। लेकिन जॉक्स के एक गिरोह से घिरे हुए गेंद को डुबोने की एड्रेनालाईन की भीड़ में एक आकर्षण था कि वह जाने नहीं दे सकती थी। उसे पसीने से तर शरीरों के टकराने का बिल्कुल भी ऐतराज नहीं था। सार्वजनिक परिवहन के विपरीत, मैदान पर किसी ने भी उसे विकृत रूप से थपथपाया नहीं।

जैसे ही उसने अपनी गांड पोंछी, वह सपने की याद में हँस पड़ी। वह ताज़ी पिटाई के अनुभव के लिए तरस रही थी, आँसुओं का स्वाद उसके गालों पर लुढ़क रहा था। बचपन में पिटाई की सजा के रूप में पेश की गई, उसने इसके लिए एक यौन स्वाद विकसित किया है। यह परिवार में चला था। वह स्विच करने में स्वाभाविक थी, उसकी विनम्र आत्म और प्रभावशाली भूमिका कभी भी एक-दूसरे से बहुत दूर नहीं थी। हालांकि जिमी का नीचे होना बहुत स्वाभाविक नहीं था, उन्होंने शीर्ष पर बने रहना पसंद किया।

उसने पिटाई का सपना देखा था। बेल्ट से पिटाई की और फिर बेंत। नग्न, मेज पर झुकी हुई, उसकी एक छात्रा द्वारा। नहीं, सुचेता नहीं। सुचेता उसके बगल में थी, वही भाग्य भुगत रही थी। दो आत्मविश्वास से भरी युवतियों को नंगा किया और पिटाई की। यह विष्णु ने किया था।

बिष्णु एक विचित्र बालक था। अधिक वजन वाले, चश्मे वाले और अंतर्मुखी, उनके पास एक बुद्धि थी जिसने उन्हें सबसे प्यारा बना दिया। और बुद्धिमान भी; एक कंप्यूटर विज्ञान के छात्र के रूप में, परमाणु भौतिकी वास्तव में उसका डोमेन नहीं था और न ही उसके मूल पाठ्यक्रम में आवश्यक था, लेकिन उसके पास अक्सर गहरी अंतर्दृष्टि थी जो पाठ्यक्रम के स्तर से अप्रत्याशित थी। और तान्या के आश्चर्य से सुचेता ने बिष्णु को डेट करना शुरू कर दिया था।

यह एक मजेदार कहानी थी कि कैसे तान्या बिष्णु को पसंद करने लगी। यह तीसरा व्याख्यान था और तान्या ने इस अधिक वजन वाले लड़के को अपने स्तनों पर बिना दाढ़ी वाली दाढ़ी के देखा।

वह क्रोधित हो गई, उसने उसे खींच लिया और पूछा, ‘क्या मेरी टी-शर्ट पर कुछ ऐसा है जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता है?’ उसकी आवाज में कटाक्ष है। “हां मैम। दही ”जवाब सबसे अप्रत्याशित था। उसने नीचे देखा तो पाया कि दही उसके निप्पल में बिखरा हुआ था। उसने अपने 2 साल के लड़के के उद्देश्य को शाप दिया।

पीछे हटने में असमर्थ, उसे लड़के के पास जाना पड़ा, “मुझे लगता है कि आप इसे साफ करने में मेरी मदद करना चाहेंगे।” फिर से उसने सबसे अप्रत्याशित तरीके से अभिनय किया। उसने अपना रूमाल निकाला और धीरे से दही को बिना छुए मिटा दिया।

लेकिन सपने में बिष्णु ने उसे सबसे अनुचित तरीके से छुआ था। सुचेता और तान्या बिष्णु के सामने नग्न खड़े थे। वह उनके निप्पल घुमा रहा था। फिर उसने सुचेता को चूसने के लिए नीचे धकेल दिया और तान्या को किस करने के लिए अपने पास खींच लिया। उनकी जुबान उनके जुड़े हुए मुँहों के अंदर बंधी हुई थी, जबकि सुचेता ने अपनी जीभ बिष्णु के लंड के सिर के चारों ओर घुमाई।

उसके हाथों ने उसके बड़े स्तनों को पकड़ रखा था, उन्हें थोड़ा निचोड़ा हुआ था। एक कंपकंपी उसकी रीढ़ की हड्डी के नीचे भाग गई। तब उसने महसूस किया कि उसका तल गर्म महसूस हो रहा है। ऊह… विष्णु ने उसे पीटा था। उसकी मोटी चमड़े की बेल्ट जमीन पर पड़ी थी।

ऐसा क्यों हुआ? तान्या ने याद करने की कोशिश की। उसने और सुचेता ने कुछ ड्रिंक्स के लिए बाहर जाने का फैसला किया था। सुचेता अभी 18 साल की हुई थी और अपनी नई मिली आजादी का जश्न मनाना चाहती थी। नशे में वे तान्या के फ्लैट में दुर्घटनाग्रस्त हो गए।

दोनों स्त्रियाँ आपस में डर गईं और जल्द ही उनके नग्न शरीर एक-दूसरे के खिलाफ पीस रहे थे। तान्या अभी भी अपनी उभयलिंगीपन को नहीं समझ पाई थी।

फोन में ड्रंक कॉलिंग के लिए सेंसर होना चाहिए, तान्या ने कहा। नशे में सुचेता ने बिशप को बुलाकर बेहतरीन शब्दों में बताया कि कैसे तान्या की जीभ ने उसके लंड से बेहतर काम किया था। उस लड़के को तान्या के यहाँ आने में देर नहीं लगी।

दरवाजे पर उनकी नग्न प्रेमिका और नग्न प्रोफेसर ने उनका स्वागत किया। तान्या ने उसे बताया कि वह निराश है कि यह वह है न कि उसका पति। उसने गाली दी कि अगर वह उसका पति होता, तो वे दोनों टेबल पर झुक जाते और उनकी बॉटम्स बेल्ट से भून जाती।

तान्या और जिमी ने कॉलेज के दौरान अपनी फीस के लिए शौकिया तौर पर पोर्न शूट किया था। जहां तक ​​भारतीय स्पैंकिंग पोर्न का संबंध है, वे एक क्लासिक थे। बिष्णु को यह समझने में देर नहीं लगी कि उसके शिक्षक उससे क्या चाहते हैं।

उसने अनुरोध का पालन किया और उन दोनों को अलग-अलग कोनों में खड़े होने का आदेश दिया, पैर कंधे की लंबाई के अलावा फैले हुए, सिर के ऊपर हाथ, स्तन बाहर की ओर। तान्या मुस्कुराई क्योंकि उसने उस मुद्रा को पहचाना जो उसके परिवार ने भारतीय पोर्नोग्राफ़ी में पेश की थी। लेकिन सुचेता इसके लिए नई थीं, और मुद्रा की अत्यंत प्रदर्शनकारी प्रकृति ने उन्हें शरमाया।

The post तान्या और उसकी बीडीएसएम कहानी appeared first on Antarvasna.

]]>
दो बार चुदाई एक रात में https://sexstories.one/do-bar-chudai-ek-raat-mein-xxx/ Sun, 12 Dec 2021 07:09:00 +0000 https://sexstories.one/?p=3457 में उसके बूब्स काट रहा था फिर में निचे झुका और उसकी चूत को चाटने लगा वो भी मेरी तरह निचे की तरफ आई और मेरे लंड को लोलीपॉप की तरह चूसने लगी अब हम दोनों काफी एक्साईट हो चुके थे...

The post दो बार चुदाई एक रात में appeared first on Antarvasna.

]]>
Do Bar Chudai Ek Raat Mein – मेरा नाम महेश और मेरे पडोश में रहती रागिनी से मेरी दो साल पहले आँख मिली थी जब वो यहाँ नयी नयी रहने आई थी जब उसका हसबंड ऑफिस होता और उसको किसी काम की जरुरत पड़ती तो वो सीधे मुजको ही बुलालिया करती थी और में उसका काम कर देता था मेरी तो पहले से ही उस पर नजर थी..

वो दो बच्चो की माँ थी फिर भी उसका फिगर एसा था की कोई भी उसको देख कर ललचाए मेने सोचा मेरी रोटी कोई और ले जाए इससे पहले इ ही उसे खा लेता हूँ.

और धीरे धीरे वो यहाँ के माहोल में सेटल्ड हो गयी और मेरे साथ भी हमारा प्यार हद से ज्यादा गुजर चूका था हम दोनों एक दुसरे की भूख और प्यास को बजाते थे…..

में था कुवारा २८ साल का लड़का और वो थी मेरिड लेकिन उसका पति पूरा दिन काम करके आता और थक कर रात को सो जाता था वो सेक्स की भूकी थी और उसका पति उसकी महीने दो चार बार ही चुदाई करता था और उसे ये रोज खाना था. जो की में ही दे सकता था और देता था.

एक दिन रात के ठीक बजे थे और उसका फोन आया उसने मुझे फोन पर बताया की आज उसका पति बहार गया हे तो वो सीधे कल दोपहर को आएगा तो आज रात हम दोनों ने मिल कर चडाई का प्रोग्राम बनाया. उसने बोला था बच्चे सो जायेंगे तब में मिसकॉल दू तो तुम सीधे टेरेस पे आ जाना..

तो ठीक १० बजे उसका मिस कॉल आया तो में चला गया उसके घर वो नाईटसूट पहने टेरेस पर मेरी राह देख रही थी. मेने तो जाते ही उसे अपनी बाहों में ब्भर लिया और चूमने लगा और वो भी जेसे तैयार ही थी जब मेने उसकी चूत में हाथ डाला तो उसकी चूत गीली गीली थी और उसका मेसेज मिलते ही मेरा भी लंड खड़ा हो गया था और तब से ही खड़ा था..

मेने उसे चुमते चुमते ही उसके सारे कपडे उतार दिए और अपने भी वो सेक्स में चूर मुझे बाईट कर रहि थी.

और में उसके बूब्स काट रहा था फिर में निचे झुका और उसकी चूत को चाटने लगा वो भी मेरी तरह निचे की तरफ आई और मेरे लंड को लोलीपॉप की तरह चूसने लगी अब हम दोनों काफी एक्साईट हो चुके थे अब लंड चूत के अन्दर घुस मारने के लिए बेताब था और मेरे काबू में नहीं था में उठा और सीधे उसकी चूत में लंड घुसा दिया लंड अन्दर घुसते ही वो अपनी गांड हिला हिला के चुदाई का मज़ा ले रही थी.

थोड़ी देर तक मेने उसे छोड़ने दिया फिर मेने लंड को चूत के अन्दर बहार करके चोदना सुरु कर दिया १;३० घंटे तक मेने उसकी चुदाई की फिर में झड़ने वाला था की उसने कहा की चूत के अन्दर मत झड़ना मेरे बूब्स पर अपनी मलाई निकाल देना और में जल्दी से लंड निकाल के उसकी दो बूब्स के बिच में झड गया.

Chudayi kahani शादी से पहले शारीरिक जरूरतें पूरी करवा ली

ये तो इतना जल्दी हुआ था की जेस अभी अभी हम दोनों भूके और प्यासे थे और वेसे भी आज तो पूरी रत हम दोनों के नाम थी तो क्या केहना १ घंटा तक हम दोनों नंगे ही टेरेस पर बीएड पर बेठे रहे. एक दुसरे के अंगो को सहलाते हुए कभी वो मेरे लंड को पकड़ कर दबाती थी सहलाती थी तो कभी मुझे किस करती थी और में भी उसके बूब्स को पकड़ पकड़ कर बारी बारी दबा रहा था..

मेने उसके बूब्स को दबा दबा कर और चूस चूस कर लाल टमाटर जेसे कर दिए थे.

और एक हाथ मेरा था उसकी चूत में कभी में उसकी चूत को नरम नरम हाथो से सहलाता तो कभी दो उंगलिया उसकी चूत में घुसा कर उसकी चूत में घुमाता था जिससे वो और बभी एक्साईट हो रही थी मेरा तो दूसरी बार भी खड़ा हो चूका था और वो भी अब तो दूसरी बार भी पानी छोड़ चुकी थी.

इ तो पूरा का पूरा उसके ऊपर सो गया उसके पैर की उंगलिया मेरे पैर में मिलाता था और उसके बूब्स को एरे निपल से मिलाकर पुरे बदन को उसके बदन से घिस रहा था हम दोनों इस बार भी बहुत एक्साईट हो गए थे हम दोनों को सेक्स का नशा चदता ही चला था और फिर उसने अपने हाथ से ही अपनी चूत में मेरे कड़क कड़क लम्बे लंड घुसा दिया.

फिर मेरा तो क्या कहना में तो जोर जोर से उसे चोदने लगा इस बार हमारी चुदाई बहुत लम्बी चली और हमें भी लंबा चुदना था हम दोनों थक गए थे लेकिन नशा अभी भी बरकरार था.सेक्स की तलप हमें थकने नहीं देती थी मेने उसे बहुत जोर जोर से उसे छोड़ा वो आआआआआ ऊऊऊऊईईईईइमा ऊऊऊऊईईईईइमा जेसी सेक्सी आवाज़े निकाल रही थी और सेक्स का मज़ा लोट रही थी..

फिर युही चुदाई करते करते में दूसरी बार भी झड़ने की आरे पर था उसने पहले कहा था तो मेने झट से अपना लंड उसकी चूत में से निकाला और उसके दो बूब्स की बिच दबाया और में झड गया फिर थोड़ी देर बाद में कपडे पहन कर में वह से चला आया.

The post दो बार चुदाई एक रात में appeared first on Antarvasna.

]]>
ऐसा मौका नहीं मिलेगा दोबारा https://sexstories.one/meri-girlfriend-anjali-ki-mast-chudai/ Fri, 10 Dec 2021 06:06:37 +0000 https://sexstories.one/?p=3392 मैंने उसे अपनी तरफ कर लिया और उसके होंठ पर अपने होंठ लगा कर किस करने लगा तो वो भी मेरा साथ देते हुए मेरे होंठ को किस करने लगी | मैं उसके होंठ को चूसते हुए उसकी गांड को भी सहला रहा था...

The post ऐसा मौका नहीं मिलेगा दोबारा appeared first on Antarvasna.

]]>
Meri Girlfriend Anjali ki Mast Chudai हाय दोस्तों, कैसे हैं आप सभी ? मैं आशा करता हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे और चुदाई जैसी महतवपूर्ण क्रिया को समय जरुर दे रहे होंगे | मेरा नाम समीर पाठक है और मैं खुजराहो का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 23 साल है और मैं अभी कुछ नहीं करता हूँ बस दिन भर घर में कभी टीवी देखूंगा तो कभी मुट्ठ मारूंगा चुदाई की कहनियाँ पढ़ते हुए या ब्लू फिल्म देख कर | मैं दिखने में सांवला हूँ और मेरी हाईट 5 फुट 10 इंच है और मेरा बदन सेक्सी है | मैं इस साईट का दैनिक पाठक हूँ और मुझे इस साईट पर चुदाई की कहानियां पढना अच्छा लगता है | दोस्तों आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी पेश करने जा रहा हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की सच्ची घटना है | मैं आशा करता हूँ कि आप सभी को मेरी कहानी जरुर पसंद आयगी | तो अब ज्यादा बकवास न करते हुए मैं अपनी कहानी लिखना चालू करता हूँ |

ये घटना काफी समय पहले की है उस समय मैं 18 साल का था और स्कूल में कक्षा 12 वी में पढाई करता था | मेरे घर में, मेरे पापा, मम्मी, बड़ी बहन, रहते हैं | जब मैं 10वी कक्षा में पढता था तब से ही मेरी मुट्ठ मारने की आदत बन चुकी थी और मैं रोज रात में मुट्ठ मारा करता था | मेरी एक दोस्त हुआ करती थी जिसका नाम अंजलि था और वो मेरी बहुत अच्छी दोस्त थी | उस समय मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी और मैं सिंगल ही रहता था अपने दोस्तों के साथ ही रहता था | मेरी दोस्त मुझसे हर बात शेयर करती थी चाहे वो गन्दी बात हो या अच्छी | मैं भी उससे सारी बात शेयर किया करता था | हम दोनों घर के अगल बगल रहते हैं और हमारे घर के सम्बन्ध भी अच्छे हैं | हम दोनों स्कूल भी साथ में जाया करते और घर भी एक साथ ही आया करते | हम दोनों साथ में कोचिंग क्लास भी जाया करते | एक बार हम दोनों के घर वालो ने वैष्णोदेवी घूमने का प्लान बनाया और सभी को साथ में ही जाना था और सभी तैयार भी थे सिवाए मेरे और अंजली के क्यूंकि हमारे प्रिबोर्ड के एग्जाम होने वाले थे | घर वाले अपना प्लान कैंसिल न करे इसलिए हमने कहा कि आप लोग टेंशन ना ले |

हम दोनों घर संभल लेंगे | घरवालो जानते थे कि हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं इसलिए कोई हमारे बारे में गलत नहीं सोचता था | घर वाले सभी स्टेशन गए और वहां से ट्रेन पकड़ ली | अब हम दोनों घर में अकेले थे तो मैंने अंजली से कहा कि चल यार अपन पार्टी करते हैं | वो भी रेडी हो गई और घर वाले हमे खर्चे के लिए पैसे दे कर गए थे | हम दोनों मस्त पिज़्ज़ा बर्गर और काफी सारी चीज़े आर्डर कर दी | उसके बाद मैं बार से जा कर बियर की दो बोतल ले कर आ गया तो उसने पुछा कि ये क्यूँ लाये हो ? तो मैंने कहा देख फिर कभी ऐसा मौका नहीं मिल पायेगा तो आज ही कर लेते हैं अपन | उस समय रात के 8 बज रहे होंगे | फिर हम दोनों मस्त गाने सुनते हुए खा पी रहे थे और जब सब खत्म हो गया और हमे हल्का नशा भी हो गया था | कुछ समय बाद मैंने उससे कहा कि यार मुझे मुट्ठ मारने का मन कर रहा है तो उसने कहा मैं मार दूं मुट्ठ तो मैंने कहा ये सब रहने दे और चल चुदाई करते हैं | वो भी हाँ बोल करने लगी और फिर मैं उसे रूम में ले गया और फिर वहां पंहुच कर मैंने दरवाजा बंद कर दिया | उसके बाद मैंने उसे पीछे से पकड़ लिया और उसकी गर्दन को चूमते हुए उसके मम्मों को मसलने लगा और वो आँख बंद कर के सिहर रही थी |

फिर मैंने उसे अपनी तरफ कर लिया और उसके होंठ पर अपने होंठ लगा कर किस करने लगा तो वो भी मेरा साथ देते हुए मेरे होंठ को किस करने लगी | मैं उसके होंठ को चूसते हुए उसकी गांड को भी सहला रहा था और वो मेरे होंठ को चूसते हुए मेरे चेहरे को सहला रही थी | हम दोनों ने लगभग एक दूसरे को 10 मिनट तक चूसा | फिर मैंने उसके टॉप को निकाल दिया और ब्रा के ऊपर से ही उसके मम्मों को मसलने लगा और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां लेने लगी | फिर मैंने उसके ब्रा को उतार कर उसके प्यारे मम्मों पर हाँथ फेरा और एक निप्पल को चूसने लगा और दूसरे को मसलने लगा और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां लेने लगी | कुछ देर बाद मैं दूसरे निप्पल को चूसने लगा और पहले को मसलने लगा और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए आँखे बंद कर के मजे लेने लगी | फिर मैंने दोनों मम्मों को अपने मुंह में ले कर चूसने लगा और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए मेरे बालो को सहलाने लगी | उसके बाद मैंने उसकी जीन्स को उतार कर उसे पलंग पर लेटा दिया और पेंटी को अपने दांत में दबा कर खींच कर उतार दिया |

Chudai story – पहले प्यार को दिया धोखे का अंजाम

उसकी चूत एक दम गोरी और चिकनी गुलाबी लग रही थी | फिर मैंने उसकी टांगो को चौड़ा कर दिया और अपनी जीभ से उसकी चूत को चाटने लगा और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए मचलने लगी | मैं उसकी चूत को चाटते हुए उसके मम्मों को भी मसल रहा था और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए जोर जोर से सिस्कारियां ले रही थी | उसके बाद मैं अपनी ऊँगली से उसकी चूत को चोदने लगा और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए पानी छोड़ दिया | फिर उसने मेरे शर्ट को उतार दिया और जीन्स को भी और उसके बाद उसने मेरे अंडरवियर को भी उतार कर नंगा कर दिया | अब वो मेरे लंड को अपने हाँथ में ले कर सहलाने लगी और फिर अपनी जीभ उस पर फेरने लगी और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए उसके बाल को पीछे करने लगा | वो मेरे लंड को चाट रही थी और सुपाड़े को भी चाट रही थी जीभ से गोल गोल घुमा कर और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए मजे लेने लगा | फिर उसने मेरे लंड को अपने मुंह में ले कर चूसने लगी और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए उसके निप्पल को मसलने लगा |

वो मेरे लंड को जोर जोर से चूस रही थी और अन्टोलो को भी सहला रही थी और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए उसके मुंह को चोद रहा था | फिर मैंने उसे लेटा दिया और अपने लंड को उसकी चूत में रगड़ने लगा और फिर अन्दर डाल कर चोदने लगा और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए चुदाई के मजे लेने लगी | फिर मैंने अपनी चुदाई तेज कर दी और उसकी चूत को चोदने लगा जोर जोर से धक्के मारते हुए और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए अपने मम्मों को मसलने लगी | फिर मैंने उसे घोड़ी बना दिया और उसके पीछे जा कर उसकी चूत को एक बार और चाटा और फिर लंड को अन्दर डाला कर चोदने लगा और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां लेने लगी | मैं जोर जोर से उसकी चूत को चोद रहा था और मम्मों को भी मसल रहा था और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए अपनी गांड आगे पीछे करते हुए चुदवा रही थी | करीब आधे घंटे की चुदाई के बाद मैंने अपना माल उसकी गांड के ऊपर ही छोड़ दिया |

तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी | मैं आशा करता हूँ कि आप सभी को मेरी कहानी जरुर पसंद आई होगी |

The post ऐसा मौका नहीं मिलेगा दोबारा appeared first on Antarvasna.

]]>
खुल्लम खुल्ला चुदाई करेंगे हम दोनों https://sexstories.one/college-me-ladki-ke-saath-khule-me-sex-kiya/ Wed, 08 Dec 2021 11:45:25 +0000 https://sexstories.one/?p=3412 मैंने उसकी कार का पीछे का दरवाज़ा खोला और हम दोनों लिपट कर एक दुसरे को किस करने लगे | फिर मैंने उसका टॉप उठाया और उसकी ब्रा हटा के उसके दूध चूसने लगा | वो कहने लगी छोडो कोई आ जायेगा लेकिन मैं लगा रहा...

The post खुल्लम खुल्ला चुदाई करेंगे हम दोनों appeared first on Antarvasna.

]]>
College me ladki ke saath khule me sex kiya हैल्लो मेरे भाइयों और उनकी बहनों, मैं हूँ सूरज दास और मैं उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ | मेरी लम्बाई 6 फीट है और रंग सांवला है | मैं अपने कॉलेज में जाना माना डांसर हूँ और गिटार भी बजा लेता हूँ | और आपको तो पता ही है डांस करने वाले और गिटार बजाने वाले लड़के लड़कियों को बहुत पसंद है | मैं इन्ही सब चीज़ों का फयादा उठा कर एक से एक लड़कियां पटाता था | मैंने एक बार कॉलेज की एक लड़की को बाहर सुनसान रास्ते पे चोदा था | अब मैं सीधे अपनी कहानी पे आता हूँ |

मैं जब कॉलेज में पढता था और सेकंड इयर में था तो हमारी जूनियर्स में एक लड़की आई जो बहुत मस्त माल लगाती थी और गांड मटका के चलती थी | वो लड़की अमीर भी थी क्योंकि वो कॉलेज कार में आती थी और उसका ड्राईवर उसे छोड़ने आता था | जिस दिन मैंने पहली बार उसको देखा था तो मैंने सोच लिया था कि मेरी अगली गर्लफ्रेंड कोई बनेंगी तो यही बनेगी और सोचने लगा कि कैसे इसको पटाऊ |

एक बार कुछ लड़के उसकी रैगिंग ले रहे थे, तो मैंने देखा और उसके पास गया और कहा अरे ! तुम यहाँ हो चलो सर बुला रहे है ऊपर | फिर मैंने उसका हाँथ पकड़ा और उसे लेके वहां से चला गया | अन्दर जाते वक़्त उसने पूछा कि कौन से सर बुला रहे हैं ? तो मैंने कहा कोई नहीं बुला रहा है, वो तो लड़के तुम्हारी रैगिंग ले रहे थे इसलिए मैं तुम्हें वहां से ले आया | उसने स्माइल करते हुए कहा थैंक यू सो मच | फिर मैंने पूछा अच्छा तुम्हारा नाम क्या है ? तो उसने बताया मेरा नाम दीप्ति है और मैं अभी फर्स्ट इयर में हूँ |

मैंने उससे पूछा उन लडको ने कोई बद्तामिज़ी तो नहीं की | तो उसने कहा नहीं की लेकिन अगर आप नहीं आते तो शायद ज़रूर करते | तो मैंने सर झुकाते हुए कहा बंदा आपकी खिदमत में हमेशा हाज़िर है | तो उसने प्यारी सी स्माइल दी और कहा थैंक यू | फिर उसने पूछा आपकी ब्रांच कौन सी है तो मैंने कहा वही जो तुम्हारी है | तो उसने कहा वाओ मतलब मैं आपकी जूनियर हूँ, तब तो आपसे मिलना जुलना होता रहेगा | तो मैंने कहा हाँ तुमसे मिलने में भी मज़ा आएगा | तो हमने एक दुसरे को देखा और हस दिया | फिर वो गुड बाय कह कर चली गई और मैंने अपने दिल से उन लडको को दुआ दी जिसने उसकी रैगिंग की और मैंने बीच में से मौका मार लिया |

Antarwasna Kahani भाभी और उसकी सहेली रीना

हम दोनों कभी कभी मिलते थे और एक दिन कॉलेज में एक इवेंट था तो हम दोनों साथ बैठ गए और फिर मैंने अपनी सारी सैटिंग कर ली | मैंने उसका नंबर ले लिया और हमारी फ़ोन पर बातें शुरू हो गई | हम रात रात भर चैटिंग करते थे और फ़ोन पर बातें भी कर लिया करते थे लेकिन फ़ोन वही लगाती थी या फिर मैं मिस कॉल मार दिया करता था | एक बार उसने मुझसे कहा कि यार शौपिंग चलो न मेरा कोई फ्रेंड मेरे साथ नहीं जा रहा है | शौपिंग के लिए हम मॉल गए और मैं एक लड़की को देखने लगा तो वो गुस्सा हो गई और कहा ऐसे किसी भी लड़की को देखा गन्दी बात होती है | मैं समझ गया की लड़की सेट हो चुकी है बस बोलना बाकी है | फिर हम मॉल में घूम रहे थे तो मुझे एक जीन्स अच्छी लगी लेकिन वो बहुत महंगी थी 6500 की | तो उसने कहा ले लो तो मैंने कहा मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं, तो उसने कहा मेरी तरफ से गिफ्ट समझ के रख लो और उसने जबरदस्ती वो जीन्स मुझे दिलवा दी |

फिर उसने मुझे अपनी कार में मेरे घर छोड़ा और चली गई | उस दिन रात को उसका फ़ोन आया और उसने यहाँ वहां की बातें शुरू कर दी | उसने पूछा वो जीन्स तुम कल पहन के आना, तो मैंने कहा ठीक है | तो मैंने कहा मुझे एक बात कहनी थी तो उसने कहा मुझे भी कुछ कहना है | तो मैंने कहा ठीक है पहले तुम बताओ, मैंने कहा पहले तुम और 5-10 मिनिट तक यही करते रहे | फिर उसने कहा मुझे पता है तुम क्या कहना चाहते हो | मैंने कहा क्या बताओ ? तो उसने कहा यही न जीन्स बहुत महंगी थी और मुझे अच्छा नहीं लग रहा है लेकिन मैं जो कहना चाहती हूँ वो ज्यादा ज़रूरी है | तो मैंने कहा हाँ बताओ | तो उसने कहा तुमने कॉलेज में मुझे रैगिंग से बचाया, फिर मेरी कई बार पढाई में मदद की और तुम ही एक ऐसे लड़के हो जो मेरे बहुत अछे दोस्त हो | तो मैंने कहा हाँ तो | तो उसने कहा समझ जाओ अब तो मैंने कहा नहीं समझा बताओ | तो उसने कहा आई लव यू इडियट |

फिर मैंने कहा बस बाकी बातें कल करेंगे | अगले दिन हम मिले और कहीं घूमने जाने का मन बना कर निकल गए | हम एक जगह पहुंचे और जैसे ही मैं उतरा तो वो मेरे पास आकर मुझ से लिपट गई और आई लव यू कह कर मुझे गाल पर किस करने लगी | फिर हम वहीँ पर एक दुसरे का हाँथ पकड़ कर घूमने लगे और एक जगह जा कर बैठ गए | वहां पर ज्यादा कोई आता जाता नहीं था | मैंने मौका देख कर उसे होंठों पर किस कर दिया और भी मुझे किस करने लगी | हम अक्सर वहां पर आकर बैठते थे और किस किया करते थे और मैं कभी कभी उसके दूध दबा दिया करता था और चूत पे हाँथ लगा दिया करता था |

एक दिन हमने कहीं दूर जाने का प्लान बनाया और कॉलेज से बंक मार कर लम्बे से निकल गए | मुझे एक जगह पता थी तो मैं और वो उसकी कार में वहां पहुँच गए | हम वहां पहुंचे और उसने पूछा हम यहाँ क्यों आये है, यहाँ तो कुछ नहीं है और कोई दिखाई भी नहीं दे रहा है | तो मैं उसके पास गया और बड़े प्यार से उसे किस करने लगा वो भी मेरा साथ दे रही थी | फिर मैंने उसकी कार का पीछे का दरवाज़ा खोला और हम दोनों लिपट कर एक दुसरे को किस करने लगे | फिर मैंने उसका टॉप उठाया और उसकी ब्रा हटा के उसके दूध चूसने लगा | वो कहने लगी छोडो कोई आ जायेगा लेकिन मैं लगा रहा | उसके दूध एक दूँ सफेद थे लेकिन ज्यादा बड़े नहीं थे पर उन्हें चूसने में बड़ा मज़ा आ रहा था | मैं उसके निप्पल से खेल रहा था और वो ऊऊम्मम्म ऊऊम्म्म्म य्य्याय्य्य कर रही थी |

फिर मैंने उसकी जीन्स खोली और उतार दी और पैंटी भी उतारने लगा तो वो बोली फिर कभी कर लेंगे | मैंने कहा पहली बार है क्या, जो डर रही हो तो उसने कहा नहीं | तो मैंने उसकी तरफ देखा लेकिन फिर मैं उसकी पैंटी उतारने लगा और फिर मैंने उसकी पैंटी उतार दी | मैंने उसकी चूत देखी तो वो बहुत छोटी सी प्यारी सी और एक दम साफ़ थी | मैंने अपनी जीभ उसकी चूत में लगाई तो उसने कहा आअह्ह्ह्ह और फिर मैं उसकी चूत चाटने लगा |

उसकी चूत से पानी आ रहा था और वो पानी मैं पीता जा रहा था | फिर मने उसकी चूत में ऊँगली करना शुरू कर दिया और वो आह्ह्ह्हः आह्हह्हा य्याह्ह्ह्ह ऊऊम्म्म्म येह्ह्ह्हह्ह कि आवाजें निकालने लगी | फिर मैंने उसको उठाया और जीन्स से लंड बाहर निकल के कहा चूस डालो इसे | तो उसने थोड़ी देर तक मेरा लंड चूसा लेकिन मुझे मज़ा नहीं आया तो मैंने उसका सिर पकड़ा और उसके मुंह को चोदने लगा | मेरा लंड उसके मुंह के पुरे अन्दर तक जा रहा था | फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसे सीट पर लिटा दिया |

फिर मैंने उसकी चूत पे अपना लंड रखा और धीरे से अन्दर डाला तो मेरा लंड अन्दर नहीं गया | तो मैंने एक झटका मारा तो मेरा लंड ऊपर से थोडा सा अन्दर चला गया और उसने आवाज़ की जैसे मैंने चाकू घुसा दिया हो | फिर मैंने थोड़ी देर तक उसकी चूत में अपना लंड रहने दिया और बहुत धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा और वो आअह्ह्ह्ह ह्ह्हह्ह्ह्ह य्य्याह्ह्ह्ह ईएह्ह्ह्ह ऊम्म्म्म करने लगी | जैसे ही मुझे लगा कि उसका दर्द थोडा सा कम हो गया है तो मैंने ज़ोर ज़ोर के झटके मारना शुरू कर दिया और वो अब ज़ोर ज़ोर से आह्ह्ह्ह ऊउह्ह्ह्ह ऊऊम्म्म ह्हान्न्नन्न आःह्ह ऊह्ह्ह्ह करने लगी | मैंने करीब 15 मिनिट उसको चोदा और फिर मेरा मुट्ठ निकलने को हुआ तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसकी चूत के सामने हिलाने लगा | फिर मेरा मुट्ठ निकला और उसकी एक बूंद उसके दूध पर जा गिरी और वो एकदम से हिल गई |

फिर हमने कपडे पहने और घर चले गए और फिर्जब भी हमारा मन होता है तो हम यहीं पर आ जाते हैं और मस्त चुदाई करके घर चले जाते है | बस दोस्तों इतना ही था, तो दोस्तों कैसी लगी मेरी कहानी |

The post खुल्लम खुल्ला चुदाई करेंगे हम दोनों appeared first on Antarvasna.

]]>
मेरी कामुक चाची https://sexstories.one/kamuk-chachi-ki-chudai-ki-sexy-kahani/ Thu, 02 Dec 2021 08:58:40 +0000 https://sexstories.one/?p=4904 सकी आँखें बंद थीं और मेरे स्पर्श पर प्रतिक्रिया नहीं कर रही थी। जब मैंने उसकी स्कर्ट के अंदर अपना हाथ डाला, तो मैंने देखा कि कोई पैंटी नहीं थी! उसकी रसदार चुत चाटने लग. मैं उसकी चूत चाट रहा था और उसने एक छोटा सा कराह दिया..

The post मेरी कामुक चाची appeared first on Antarvasna.

]]>
Kamuk Chachi ki Chudai – नमस्ते दोस्तों, मैं हूँ कमल। मैं 5’9” का औसत बॉडी बिल्ट के साथ हूं और आप सभी को बता दूं कि मैं एक औसत लण्ड वाला एक औसत भारतीय लड़का हूं और मैं दूसरों की तरह झूठ नहीं बोलने वाला हूं। आइए कहानी शुरू करते हैं। यह 100% काल्पनिक कहानी है। इसकी शुरुआत मेरी मौसी से हुई, जिन्हें मैं बचपन से हमेशा से पसंद करती रही हूं। जैसे-जैसे मैं बड़ा हुआ मैंने उसके साथ सेक्स की कल्पना करना शुरू कर दिया।

कुछ साल बाद वे एक नए घर में चले गए। उन्हें डिप्रेशन था, जिसकी वजह से उन्होंने अच्छी नींद लेने के लिए नींद की गोलियां लेना शुरू कर दिया था। मेरे चाचा अपने व्यवसाय के कारण देश और विदेश में बहुत यात्रा करते थे। ऐसे ही एक अवसर पर उन्होंने मुझे अपने घर सोने के लिए आमंत्रित किया और मैं चला गया क्योंकि उनके बच्चे अभी बहुत छोटे थे।

खाना खाने के बाद सब सो गए। केवल हमने विभिन्न विषयों के बारे में घंटों बात की और फिर उसने मुझसे मेरी प्रेमिका के बारे में पूछा, जिस पर मैंने सच कहा कि मेरे पास कोई नहीं है।

कुछ देर बाद उसने सोने का फैसला किया और उसने अपनी गोली ले ली। जब मैंने यह देखा तो मैंने इसके बारे में पूछा। उसने कहा कि वह गोलियों के बिना सो नहीं सकती। मैंने गोलियों का पैक लिया और सामग्री पढ़ी। बहुत भारी खुराक थी! जल्द ही उसे नींद आ गई। चूंकि सर्दियों का समय था, हम उसके बेडरूम में सो रहे थे। मैं पानी लेने गया और एसी चालू कर दिया। तब मैंने अपने फोन का उपयोग करने का फैसला किया क्योंकि मुझे अभी नींद नहीं आई थी।

1:00 बजे थे। मैं अपने इंस्टाग्राम पर सेक्सी तस्वीरें और वीडियो देखकर गर्म महसूस कर रही थी, इसलिए मैंने कुछ कामुक सेक्स कहानियों को पढ़ने का फैसला किया। मेरी यौन इच्छा 2:30 तक बहुत अधिक बढ़ गई थी। मैं खुलेआम अपना लंड सहला रहा था। मैंने पलट कर देखा तो मेरी मौसी मेरे बगल में सो रही थी। उसके विशाल स्तन ने उसकी कमीज में पहाड़ बना दिया। मैंने उसके स्तनों को छूना शुरू किया और उसके निप्पल को धीरे से महसूस किया और उसकी कमर को सहलाया। वह थोड़ा हिल गई। मुझे पता था कि वह नहीं उठेगी, क्योंकि डोज़ अधिक था.. फिर मैंने धीरे से उसकी कमीज़ में अपना हाथ डाला और उसके स्तन उसकी ब्रा के ऊपर महसूस होने लगा। मैंने उन्हें धीरे से दबाया।

फिर मैंने उसके होठों पर हल्का सा किस किया और कमीज के ऊपर से उसका दाहिना बूब निकाला और उसे चूसने लगा। साथ ही मैं उसके बाएं स्तन को दबाने लगा। वह नींद में कराह उठी। फिर मैंने दूसरे चूचे को निकाल कर प्यार से चूसा और दाहिनी ओर दबा दिया। धीरे-धीरे मैंने अपना हाथ उसकी ट्रैक पैंट के ऊपर से उसकी चूत की ओर घुमाना शुरू किया, फिर मैंने अपना दाहिना हाथ उसकी पैंटी के माध्यम से उसकी पैंट में डाला, और उसके स्तन को चूसते हुए उसकी चूत को महसूस करने लगा।

फिर मैंने धीरे से उसकी पैंट उतारी। मैंने उसकी 36 इंच आकार की फूलों वाली काली पैंटी देखी। मैं उसकी जाँघों को बिना जगाए धीरे-धीरे चूमने लगा फिर मैं उसकी पैंटी के किनारे उसकी चूत के पास गया और उसकी चूत चाटने लगा। कितनी रसीली नमकीन चूत थी। उसे नींद में दर्द हो रहा था। मैंने उसे कुछ देर तक चूसा जब तक कि वह संभोग सुख तक नहीं पहुंच गई, मैंने उसका रस चाट लिया। यह मेरा पहली बार था, हालांकि मुझे स्वाद पसंद नहीं आया, मैंने कुछ चाट लिया और अपने रूमाल से उसकी चूत को साफ किया। मुझे प्यास लग रही थी तो थोड़ा पानी पीने चला गया और पता चला कि रात के लगभग 3:30 बजे हैं और मैं यह सब लगभग एक घंटे से कर रहा हूँ।

मैंने उन सभी चीजों की कोशिश की जो मैंने इंटरनेट से सीखी थी, लेकिन अंतिम चरण नहीं। समय कम था। मैंने अपनी पैंट और जॉकी उतार दी। मेरे लंड को मुक्त किया और उस पर कुछ वैसलीन लगा दी, ताकि वह आसानी से उसकी चूत में प्रवेश कर सके। चूँकि मुझे पता था कि वह मेरे चाचा द्वारा लंबे समय तक चुदाई नहीं की गई थी, जैसा कि मैंने उसकी चूत को चाटते हुए महसूस किया था। मैंने उसके ऊपर जाकर उसकी टांगों को अलग कर दिया और धीरे से अपना लंड डाला। शुरू में मुझे कुछ समस्या का सामना करना पड़ा, क्योंकि यह आसानी से नहीं जा रहा था।

फिर मैं उस पर झुकी और उसके स्तन चूसे। मैंने उसका टॉप नहीं हटाया क्योंकि वह टाइट था। फिर मैं धीरे-धीरे उसकी चूत चोदने के लिए आगे-पीछे होने लगा। मेरा वीर्य जल्दी गिरा, क्योंकि यह मेरा पहली बार था। फिर मैंने अपना लंड साफ किया। मुझे पता था कि यह सुरक्षित है, क्योंकि उसने अपने तीसरे बच्चे के जन्म के कुछ साल पहले अपने गर्भाशय को हटा दिया था। कुछ देर बाद फिर से मैंने कामुक महसूस किया और उसे चोदने के लिए अपना लंड उसमें डाला।

इस बार मैं लंबा चला। और उसे अच्छी तरह से चोद दिया। कमरा “थप थाप” के शोर से भर गया था। उसने अपनी नींद में कुछ चाल चली। उसने कुछ मिनटों के बाद अपनी चूत का रस निकाल दिया और मैंने अपनी गति बढ़ा दी, उसके स्तन और होंठ चूसकर उसे चोदा। जल्द ही मैंने अपना वीर्य फिर से उसकी गर्म चूत में गिरा दिया। मैंने अपना लंड निकाला और उसके पास लेट गया। लगभग 4:20 बजे थे। कुछ देर बाद मैंने सब कुछ साफ किया और अपना रस साफ करने के लिए अपना रूमाल उसकी चूत में डाल दिया। फिर मैंने उसे पैंटी और पैंट पहनाई, उसके स्तन वापस उसकी ब्रा और टॉप में डाले और सो गया।

सुबह जब मैं उठा तो 10 बज चुके थे और उसके बच्चे फिर से स्कूल जा चुके थे.. हम दोनों अकेले रह गए थे।

वह मेरे पास आई और नाश्ते के लिए आने को कहा। वह तरोताजा दिख रही थी क्योंकि वह नहा चुकी थी। जब मैं बाथरूम में गया तो मैंने उसकी काली पैंटी और मैरून कलर की 34 साइज की ब्रा देखी। मैं उसकी ब्रा और पैंटी चाटने लगा। फिर मैंने उसके पैंटी में अपना लंड हिला कर उसका माल गिरा दिया। फिर मैंने कुछ गर्म पानी के लिए गीजर चालू किया। मेरे पूरे शरीर में बिजली का झटका लगा! यह इतना शक्तिशाली था कि मैं चिल्लाया! और नीचे गिर गया।

मेरी चाची ने शोर सुना और वह दरवाजे पर आ गई। उसने दरवाजा पीटना शुरू कर दिया और चिल्लाने लगी! मैं हिल नहीं पा रहा था, क्योंकि मैं अपने घुटने में मोच के कारण टेबल से गिर गया था। मैंने दरवाज़ा किसी तरह खोला तो मेरी आंटी अंदर आईं। उसने मुझसे पूछा कि क्या हुआ? मैंने बताना शुरू किया कि मुझे बिजली का झटका कैसे लगा…

Chachi ki Chudai कर लो अपनी हवस पूरी

मैंने महसूस किया कि वह कामुक टकटकी में मेरे अर्ध-खड़े लंड को देख रही थी, और उसने फर्श पर अपनी ब्रा और पैंटी भी देखी। वह स्थिति को समझ गई और मुझे एक तौलिया के साथ बेडरूम में ले गई और मुझे लेटने के लिए कहा।

उसने मुझसे पूछा कि क्या मुझे चोट लगी है, और फिर मैंने उसे अपनी मोच दिखाई.. जिस पर वह एक मरहम ले आई और उसे लगाने लगी.. वह बैठ कर कर रही थी, मैं बिस्तर पर था, मुझे उसके आधे स्तन की एक झलक मिली उसके गाउन में। जल्द ही मेरा लण्ड खड़ा हुआ और तौलिये में तंबू बना दिया।

उसने मेरा लंड देखा और यह भी कि मैं उसके स्तनों को देख रहा था। फिर उसने मुझे लेटने को कहा और चली गई। कुछ देर बाद मैंने कपड़े पहने और किचन में नाश्ता करने चला गया। उसने मुझे नाश्ता दिया। मैंने देखा कि उसने अपने कपड़े बदल लिए हैं। उसने अब एक लंबी स्कर्ट और ढीली टॉप पहन रखी थी और उसमें उसकी नेवी ब्लू ब्रा दिखाई दे रही थी।

किसी तरह दिन ढल गया। रात को करीब 12 बजे सोने के दौरान, मैं फिर से उसके साथ खेलने लगा, यह सोचकर कि वह सो गई है …. लेकिन मैं गलत था। उसकी आँखें बंद थीं और मेरे स्पर्श पर प्रतिक्रिया नहीं कर रही थी। जब मैंने उसकी स्कर्ट के अंदर अपना हाथ डाला, तो मैंने देखा कि कोई पैंटी नहीं थी! उसकी रसदार चुत चाटने लगी। मैं उसकी चूत चाट रहा था और उसने एक छोटा सा कराह दिया। फिर उसने मेरे बालों में अपना हाथ रखा और अपनी चूत की तरफ दबने लगी… मुझे एहसास हुआ, वो जाग रही थी… मैंने उसकी चूत को और ज़ोर-ज़ोर से चाटना शुरू कर दिया !!

जैसे ही मैंने क्लिट के साथ शुरुआत की, उसने अपनी चूत का रस निकलने दिया और जोर-जोर से सांस ले रही थी। मैं ऊपर गया और उसे चूमने लगा। वह अच्छी प्रतिक्रिया दे रही थी। फिर मैंने उसका टॉप हटा दिया और उसके स्तन को उसकी ब्रा के ऊपर दबा दिया.. फिर मैंने उसके बूब्स को चाटते हुए अपनी एक उँगली उसकी चूत में डाल दी।

वो कराह रही थी आआआहा उह्म्म्म उहम्म… फिर मैंने अपने कपड़े उतारे और अपना लंड उसके हाथ में दे दिया. वह उसे अपनी जीभ से चाटने लगी। मैं बहुत उत्साहित महसूस कर रहा था और बहुत जल्द मैंने अपना माल उसके मुँह में गिरा दिया। वह मेरे बगल में लेट गई। कुछ देर बाद फिर वो मेरे लंड को सहला रही थी. और मैं उसके स्तनों से खेल रहा था।

उसने कहा कि ऊपर आओ और उसे चोदो। यह पहली बार था जब हमने फोरप्ले के दौरान बात की थी। फिर मैं ऊपर आ गया और अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा। मैंने अपना लंड सीधे उसकी चूत में नहीं डाला तो उसे गुस्सा आ गया। उसने मेरा लंड अपने हाथ में लिया और उसे अपनी चूत के अंदर सरकाकर धक्का देने को कहा। मैंने धीरे-धीरे शुरू किया और धीरे-धीरे अपनी गति बढ़ा दी। वह परमानंद के साथ कराह रही थी .. आह्ह्ह !!! उम्म ….! ऊह्ह्ह्ह!!!!… उसके कोमल कराह बहुत सेक्सी थे!

फिर मैंने अपना लंड निकाल कर एक बार में पूरी तरह से डाल दिया! वो चीखी… और अपनी टांगें मेरी कमर पर बंद कर ली… और मुझे चूमने लगी… थाप-थाप-थाप के शोर से कमरा भर गया। मैं उसके स्तन दबा रहा था और उसे चोद रहा था और उसके होंठों को काट रहा था। वह कराह उठी।

फिर मैंने उसे मुड़कर पेट के बल लेटने को कहा। मैं फर्श पर खड़ा था और वह बिस्तर पर लेटी हुई थी। मैं उसे कोने में ले गया और फिर से अपना लंड पीछे से उसकी चूत में डाला और उसे चोदने लगा।

मैं पीछे से उसके स्तन दबा रहा था और उसे चोद रहा था .. वह मेरा नाम चिल्ला रही थी और मैं सुन सकता था कि दीईईप ओह्ह्ह्ह्ह्ह .. भर दो ओह्ह्ह्ह्ह्ह … जल्द ही उसने अपनी चूत का रस गिरा दिया और मैंने अपनी गति बढ़ा दी और अपना वीर्य उसके अंदर गिरा दिया चूत और उसके ऊपर लेट गया..

कुछ देर बाद हम बाथरूम में गए और सफाई की। जब हम वापस आए तो उसने कहा, यह एक अच्छा सेक्स अनुभव था… लगभग 4 महीने बाद उसने इस तरह से सेक्स किया।

उसने पूछा मुझे कैसा लगा?

मैंने उसे उसके लिए अपनी लंबी वासना के बारे में बताया और कल रात मैंने उसे कैसे चोदा…

मुझे मौका देने के लिए मैंने उसे धन्यवाद दिया… हम एक दूसरे की बाहों में नग्न थे.. उसने मुझे चूमा और हम सो गए…

हमने अगले सात दिनों तक अपनी चुदाई जारी रखी, जब तक कि मेरे चाचा नहीं आए। दिन-रात वह सिर्फ गाउन और मुझसे चुदाई करवा रही थी में थी। सात दिन बाद जब मैं जा रहा था तो कुछ लाने के बहाने उसे स्टोर रूम में ले गया… मेरे चाचा हमेशा की तरह टीवी देख रहे थे। हमें मस्त चुदाई की। फिर मैं अपने घर चला गया

The post मेरी कामुक चाची appeared first on Antarvasna.

]]>