Free Hindi sex story Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/free-hindi-sex-story/ Hindipornstories.org Mon, 09 Aug 2021 07:11:22 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 सहेली के भाई की साथ घर पर चुदाई https://sexstories.one/saheli-ke-bhai-ke-sath-ghar-akeli/ Mon, 09 Aug 2021 07:11:22 +0000 https://sexstories.one/?p=3137 मेरा नाम निशा गुप्ता है मे राजस्थान की रहने वाली हूँ मेरी फिगर 32-28-32 है और मेरा कलर फेयर है मेरी सहेलियां मुझे बोलती है की निशा तुम इतनी सेक्सी हो यार की लड़को का ... >> पूरी कहानी पढ़ें

The post सहेली के भाई की साथ घर पर चुदाई appeared first on Antarvasna.

]]>
मेरा नाम निशा गुप्ता है मे राजस्थान की रहने वाली हूँ मेरी फिगर 32-28-32 है और मेरा कलर फेयर है मेरी सहेलियां मुझे बोलती है की निशा तुम इतनी सेक्सी हो यार की लड़को का लंड तुमको देखकर ही खड़ा हो जाता होगा लेकिन मे तो अभी तक चुदी भी नही थी मन मे चुदवाने की बहुत इच्छा होती लेकिन शर्म आती की किसी लड़के को केसे बोलू की वो मुझे प्यार करते हुए मेरी चुदाई करे मेने अपने आसपास ध्यान दिया की कोई सुन्दर लड़का हो जो मुझे चोद सके और मुझे मज़ा दे सके.

मेरी सहेली ऋतु के घर मे बराबर जाती थी उसका भाई रितेश बहुत सुन्दर था और वो मुझे देखते ही मुस्कुरा देता था और मेरे बूब्स की तरफ प्यासो की तरह देखता था मेने सोचा की रितेश हो ही लाइन दूँ हो सकता है कोई मोका मिल जाये और रितेश मेरी प्यास बुझा दे इसके बाद मे जब भी ऋतु के घर जाती तो रितेश को देखकर मुस्कुरा देती शायद वो भी समझ गया था की मे भी चुदवाना चाहती हूँ एक बार जब ऋतु पानी लेने गई तो उसने चुपके से मुझे आँख मार दी मे शरमा गई इसी तरह रितेश के साथ मुस्कुराना चलता रहा.

एक दिन ऐसा मोका मिल गया की रितेश ने मुझे चोद चोद कर मेरी प्यास बुझा दी मे एक दिन ऋतु के घर गई और डोर बेल बजाई तो रितेश ने डोर खोला मे अंदर चली गई मेने पूछा रितेश यार ऋतु कहा है तो रितेश बोला यार निशा मम्मी पापा और ऋतु शादी मे आउट स्टेशन गये है कल दोपहर तक आयेगे मे सुनकर वापस जाने का नाटक करने लगी क्योंकी मे जाना नही चाहती थी मे सोच रही थी की आज अच्छा मोका है रितेश से चुदवा लूँ रितेश भी ब्लेक जींस और वाइट टी शर्ट मे बहुत सुन्दर लग रहा था.

मे जाने लगी तो वो बोला यार निशा चाय तो पी कर जाओ क्या ऋतु नही है तो रुकोगी भी नही मे भी यही चाहती थी मे बोली एक शर्त पर चाय पी सकती हूँ की चाय मे ही बनाउंगी क्योंकी मे आपको तकलीफ़ नही देना चाहती हूँ. रितेश बोला कोई बात नही यार तुम बना लो मे चाय बनाने चली गई मेने दो कप चाय बनाई एक कप रितेश को दिया और उसके सामने वाले सोफे पर बेठ कर मे भी चाय पीने लगी मेने सोचा आज मोका है कुछ ऐसा किया जाये की रितेश मुझे चोद कर मेरी प्यास बुझा दे रितेश मेरी तरफ प्यासी नज़रो से देख रहा था मे बोली रितेश ऐसे क्यों देख रहे हो तो वो बोला निशा तुम इस ड्रेस मे बहुत सुन्दर और सेक्सी लग रही हो.

मे मन ही मन खुश हो रही थी की रितेश भी मुझे चोदना चाहता है मेने चाय पीते पीते अपने कप को ज़रा सा टेढ़ा कर दिया जिससे थोड़ी चाय मेरे टॉप पर गिर गई मे चिल्लाई रितेश गर्म है उसको ऐसा ही लगा की ग़लती से चाय गिर गई है वो एक रुमाल लेकर आया उसको पानी में भिगोया और मेरे टॉप पर से चाय साफ करने लगा ऐसे करने से उसका हाथ मेरे बूब्स दबा रहा था मुझे बहुत अच्छा लग रहा था.

मेने देखा की रितेश की जीन्स भी आगे से उठ गई है मे समझ गई की उसका लंड भी मुझे चोदने के लिए खड़ा हो गया है मे शर्माने का नाटक करते हुए बोली रितेश ये क्या कर रहे हो तो वो बोला की चाय साफ कर रहा हूँ निशा तुमको जलन हो रही है क्या मे बोली नही रितेश जलन तो नही हो रही है लेकिन मेरा टॉप चाय से खराब हो गया है और मेरी ब्रा भी चाय से खराब हो गई है उसने कहा की ऋतु की ब्रा और टॉप पहन लो तो मेने ऋतु की ब्रा और टॉप ले ली और रितेश को बोला आप दूसरे रूम मे जाओ तो वो बोला मे आँख बंद कर लेता हूँ मे बोली नही यार मुझे शर्म आयेगी रितेश बोला और कोई नही है घर मे यार और मे आँखे बंद कर रहा हूँ तो मेने अपना टॉप उतार दिया और ब्रा भी उतार दी.

तब अचानक रितेश ने मुझे बाहों मे ले लिया मेने मना किया की ये चीटिंग है लेकिन वो नही माना बोला प्लीज मुझे मत रोको निशा डार्लिंग वरना मे पागल हो जाऊंगा मे भी मन ही मन खुश हो रही थी फिर भी दिखाने के लिए बोली नही रितेश ये ग़लत है मुझे छोड़ दो लेकिन वो नही माना मुझे बाहों मे लेकर मेरे लिप्स चूमने लगा काफ़ी देर तक मेरे लिप्स चूमता रहा फिर मुझे गोद मे उठाया और बेड पर लेटा दिया और मेरे बूब्स प्रेस करने लगा मुझे बहुत मज़ा आ रहा था लेकिन फिर मे बोलती रही नही रितेश नही यार लेकिन वो बोला निशा डार्लिंग सिर्फ़ एक बार प्लीज और ऐसे करते करते मेरे निपल चूसने लगा मेरे मुँह से सिसकारी निकल गई अहह रितेश ने निपल पर ज़ोर से काट दिया उईईईई रितेश धीरे धीरे आआअहह फिर रितेश ने अपनी टी शर्ट और बनियान भी निकाल दी उसकी चेस्ट देखकर मुझे नशा आने लगा मुझे लगा की रितेश से चुदवाने का मेरा सपना आज पूरा हो जायेगा.

रितेश मेरी जींस खोलने लगा तो में बोली नही रितेश ये सब ग़लत है लेकिन उसने मेरी ज़रा भी नही सुनी और मेरी जींस निकाल दी और फिर अपनी भी जींस निकाल दी अब वो चड्डी मे और मे पेंटी मे थी मुझे बहुत शर्म आ रही थी उसने अपनी चड्डी और मेरी पेंटी भी निकाल दी मे उसका लंड देखकर डर गई उसका लंड बहुत बड़ा और मोटा था वो बोला निशा केसा है मेरा मे बोली बहुत बड़ा है रितेश मे नही लूँगी मेरी बहुत छोटी है वो बोला निशा मुझे चुदाई का बहुत अनुभव है तुमको पता भी नही चलेगा तुम्हारी चूत मे पूरा चला जायेगा और वो मेरी टांगो के बीच आकर मेरी चूत चूसने लगा आअहह रितेश नहीईईई क्या कर रहे हो मुझे जाने दो लेकिन वो मेरी चूत चूसता रहा फिर मेरी पूरी बॉडी को किस करने लगा लिप्स नेक्स बूब्स लेग्स सब जगह किस किया उसने मुझे बहुत मज़ा आ रहा था फिर मे मुझे जाने दो ऐसे ही बोल रही थी.

फिर रितेश ड्रेसिंग टेबल पर से क्रीम लेकर आया और अपने लंड पर क्रीम लगाई और उंगली से मेरी चूत के अंदर भी क्रीम लगाई मे बोली नॉटी रितेश ये क्या कर रहे हो यार वो बोला निशा क्रीम लगाने से तुम्हारी चूत मे आसानी से चला जायेगा फिर उसने मेरे पैर ऊपर किये और अपना लंड मेरी चूत पर रखा और एक ज़ोर का धक्का दिया मुझे लगा जेसे मेरी जान निकल जायेगी मर गईईईईई निकालो रितेश मुझे बहुत दर्द हो रहा है बाहर निकालो लेकिन उसने मेरी नही मानी और मेरे बूब्स चूसने लगा और बोला कुछ नही होगा मेरी जान पहली बार चुद रही हो इसलिये थोड़ा दर्द हो रहा है उसके बूब्स चूसने से मेरा दर्द कम हुआ फिर रितेश ने ज़ोर का धक्का दिया तो उसका पूरा लंड मेरी चूत मे चला गया मुझे फिर दर्द हुआ क्या किया ये रितेश निकालो प्लीज मे मर जाउंगी लेकिन रितेश मेरे बूब्स चूसता रहा.

फिर वो लंड अंदर बाहर करके मुझे चोदने लगा मेरा दर्द भी कम हुआ और मुझे भी मज़ा आने लगा आअहहाआ चोदो रितेश तेज़्ज़्ज चोद रहा हूँ मेरी जान ऐसे बोलते हुए मुझे रितेश चोदने लगा वो भी आहह कर रहा था और चुद ले निशा ऐसे करते करते काफ़ी देर तक रितेश मुझे चोदता रहा फिर मेरी चूत मे गर्म गर्म टिप टिप गिरा मे समझ गई की रितेश झड़ रहा है मे भी डिस्चार्ज हो चुकी थी मुझे चुदवाने मे बहुत मज़ा आया था रितेश हाफ़ता हुआ मेरे उपर गिर गया फिर वो उठ गया मे भी उठी तो मेने देखा की मेरी चूत और बेडशीट खून से सनी हुई है मे डर गई की मेरी चूत मे ये क्या हो गया तो रितेश ने बताया की सभी लड़कियों को पहली बार चुदवाने पर खून आता ही है तो मेरा डर कम हुआ मेने बाथरूम मे जाकर अपनी चूत और बेडशीट को साफ़ किया.

रितेश बोला डार्लिंग केसा लगा मुझसे चुदवाने मे तो मे बोली यार रितेश मुझे पता होता की बॉय से चुदवाने मे इतना मज़ा आता है तो मे पहले से आपसे चुदवा लेती रितेश बोला मेरी जान एक बार और चुदवा लो आज बहुत अच्छा मोका है मुझे भी लगा रितेश सही बोल रहा है फिर रितेश ने ज़ोर ज़ोर से शॉट लगा कर एक बार और मेरी जमकर चुदाई की इस बार मुझे दर्द भी बहुत कम हुआ और मज़ा भी बहुत आया इसके बाद मुझे जब भी मोका मिलता है मे रितेश का लंड अपनी चूत मे डलवा कर चुदाई का स्वर्ग जेसा मज़ा लेती हूँ .

The post सहेली के भाई की साथ घर पर चुदाई appeared first on Antarvasna.

]]>
बिल्डर की पत्नी का दमदार बदन https://sexstories.one/builder-ke-patni-ka-sexy-badan/ Wed, 06 Jan 2021 11:53:33 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%a1%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a4%ae%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%ac/ मेरा नाम रजत है मैं हैदराबाद में रहता हूं, मेरी उम्र 35 वर्ष है, मैं एक शादीशुदा पुरुष हूं और मेरी शादीशुदा जीवन में मेरी पत्नी के आने से जैसे बाहर सी आ गई। मेरी ... >> पूरी कहानी पढ़ें

The post बिल्डर की पत्नी का दमदार बदन appeared first on Antarvasna.

]]>
मेरा नाम रजत है मैं हैदराबाद में रहता हूं, मेरी उम्र 35 वर्ष है, मैं एक शादीशुदा पुरुष हूं और मेरी शादीशुदा जीवन में मेरी पत्नी के आने से जैसे बाहर सी आ गई। मेरी शादी को 5 वर्ष हो चुके हैं और इन 5 वर्षों में मैंने अपनी पत्नी के साथ अच्छा वक्त बिताया है। मेरा काम भी अच्छा चल रहा था इसलिए मेरा जब भी मन करता तो मैं अपनी पत्नी को अपने साथ लेकर कहीं घूमने चला जाता, मेरी पत्नी का नाम खुशबू है। sexy badan

मेरी पत्नी भी स्कूल में पढ़ाती है, वह बहुत अच्छी टीचर भी हैं  और  वह एक अच्छी पत्नी भी हैं। मेरी एक छोटी बच्ची भी है जिसकी उम्र 3 वर्ष है। मैने एक दिन अपनी पत्नी से कहा कि मैं एक फ्लैट खरीदना चाहता हूं, मेरी पत्नी कहने लगी कि हां तुम फ्लैट खरीद लो मैं और मेरी वाइफ उस फ्लैट की बुकिंग करवाने के लिए चले गए, मैंने वहां पर बुकिंग अमाउंट भी दे दिया और उसके बाद वह फ्लैट मैंने बुक करवा लिया।

Hindi porn

काफी समय हो चुका था. sexy badan

लेकिन वह फ्लैट बन कर तैयार नहीं हुए थे, मैं एक दिन उनके पास गया और कहा कि यदि आप फ्लैट नहीं बना सकते तो मुझे मेरे पैसे वापस लौटा दीजिए लेकिन उन्होंने साफ इंकार कर दिया और कहने लगे कि आप हमारी पॉलिसी पढ़ लीजिए उसमें साफ शब्दों में लिखा है कि पैसे वापस नहीं लौटाये जाएंगे, यह सुनते ही मेरा पारा चढ़ गया और मैंने वहां के स्टाफ के साथ बहुत गाली गलौज की लेकिन उसका भी कोई फायदा नहीं हुआ, उसी दौरान मेरा काम भी बहुत कम हो गया था और मेरा काम भी अच्छा नहीं चल रहा था, इस वजह से मैं काफी तनाव में रहने लगा, मैं सोचने लगा कि मुझे ऐसा क्या करना चाहिए कि मेरा काम भी अच्छा चले और मेरी आजीविका भी अच्छी हो जाए लेकिन मेरा काम दिन ब दिन गिरता ही जा रहा था और मुझे बहुत नुकसान हो रहा था। मैंने इस बारे में अपनी पत्नी खुशबू के साथ बात की, खुशबू मुझे कहने लगी आप चिंता मत कीजिए आप कुछ दिन घर पर ही आराम कीजिए, मेरे सैलरी से घर का खर्चा चल सकता है।

जब उसने मुझे यह बात कही तो मुझे बहुत अच्छा लगा और उसकी इस बात से मैं काफी खुश भी था.. sexy badan

मैं कुछ दिनों तक घर पर ही रहने लगा और काफी दिनों तक मेरा तनाव भी कम होने लगा था, मैं सोचने लगा कि यदि खुशबू मेरा ऐसे ही साथ देगी तो मेरा जीवन संवर सकता है और हुआ भी ऐसा ही। मैं इतने दिन तक घर पर ही था तो मुझे अच्छा महसूस होने लगा और जब मैं बाहर निकला तो मेरे अंदर पॉजिटिव एनर्जी थी, मैंने अपना काम करने की सोच ली थी और उसके लिए मैं कोई इन्वेस्टर देखने लगा था लेकिन मुझे कोई इन्वेस्टर नहीं मिल रहा था परंतु मैंने हार नहीं मानी, मैंने अपना एक प्रोजेक्ट बना कर रखा था, जैसे कि मुझे कभी कोई इन्वेस्टर मिल जाए तो मैं उन्हें अपना प्रोजेक्ट दिखाता ताकि वह मुझे फाइनेंस कर सके।

अब मैं पूरी तरीके से अपने ऊपर भरोसा करने लगा और उसी बीच में मुझे एक बड़े बिल्डर मीले उनका नाम शांतनु है, शांतनु एक अच्छे बिल्डर भी हैं और वह एक अच्छे व्यक्ति भी हैं, जब मैंने उन्हें अपना प्रोजेक्ट दिखाया तो वह बहुत खुश हुए और कहने लगे कि मैं तुम्हें फंडिंग दूंगा। जब उन्होंने मुझे यह बात कही तो मैं बहुत ही खुश हो गया और उन्होंने मुझे कुछ पैसे भी दे दिये, मैंने उन पैसों से अपनी एक फैक्ट्री डेवलप की जिससे कि मुझे अच्छा मुनाफा होने लगा और धीरे-धीरे मेरा काम दोबारा से अच्छी चलने लगा।

मैं सोचाने लगा कि अब मेरा काम भी अच्छा चलने लगा है. sexy badan

तो मैं हर महीने शांतनु को भी पैसा दे दिया करता जिससे कि वह भी मुझसे बहुत खुश होने लगे और मुझे कहने लगे कि तुम मुझे अच्छा प्रॉफिट दे रहे हो इसलिए तुम्हें अगर आगे कोई और काम शुरू करना हो तो तुम मुझे बता देना, अब वह मेरे पीछे पैसा लगाने को तैयार हो गए थे। मैं एक दिन बैठा हुआ था और मैंने उनसे कहा कि मैंने कुछ समय पहले एक फ्लैट बुक किया था लेकिन अभी तक वह फ्लैट मुझे मिला नहीं है और मैं उसके बदले उन्हें बुकिंग अमाउंट पहले ही दे चुका हूं, मैंने जब उन्हें बिल्डर का नाम बताया तो वह कहने लगे कि वह तो घाटे में चल रहा है और वह तुम्हारे पैसे अब नहीं लौटाने वाला, मैंने उन्हें कहा कि फिर मैं अपने पैसे कैसे वसूल करूंगा, वह कहने लगे कि जिस दिन मेरे पास वक्त होगा तो उस दिन हम लोग वहां चलेंगे और मैं तुम्हें उससे डायरेक्ट ही मिलाऊंगा, मैंने उनसे कहा ठीक है।

एक दिन शांतनु के पास भी वक्त था और उस समय मैं भी फ्री था. sexy badan

मैंने उनसे कहा कि क्या आज आपके पास समय है, वह कहने लगे हां मेरे पास समय है, मैंने उन्हें कहा कि मैंने आपसे कुछ समय पहले कहा था कि मैंने एक फ्लैट बुक किया था, वह कहने लगे ठीक है तुम मेरे साथ चलो वह मुझे उस लड़के के घर पर ले गए। जब हम लोग उसके घर गए तो वह शांतनु को पहले से ही पहचानते थे, उन्होंने उन्हें पहचानते ही कहा कि सर आप कैसे हैं क्योंकि शांतनु भी एक अच्छे और बड़े बिल्डर हैं।

शांतनु ने उनसे बात की और कहा कि इन्होंने आपको बुकिंग अमाउंट दी थी लेकिन वह अभी तक इन्हें वापस नहीं मिली है, वह कहने लगे कि मैं कुछ समय बाद उन्हें वह पैसे लौटा दूंगा लेकिन उनकी बातों से बिल्कुल ऐसा प्रतीत नहीं हुआ कि वह पैसे वापस लौटाने के मूड में है। मैं शांतनु को बाहर ले गया और उन्हें कहा कि मुझे क्या करना चाहिए, वह कहने लगे की तुम यहीं बैठो मैं थोड़ी देर बाद आता हूं। वह बाहर चले गए और उन्होंने पता नहीं किसे फोन किया, उसके बाद उन्होंने मुझे भी बाहर अपने पास बुलाया और कहने लगे कि यह ऐसे पैसे नहीं देने वाला और ना ही तुम्हारे पैसे वापस मिलने वाले हैं, मैंने उन्हें कहा तो फिर मैं यह समझूं कि वह पैसे मेरे पानी में चले गए।

शांतनु ने मुझे कहा इसकी पत्नी एक कॉल गर्ल थी तुम उसे चोद कर अपने पैसे निकाल लो। sexy badan

शांतनु ने मेरे सामने उसे कहा तुम अपनी पत्नी को बुलाकर लाओ, वह अपनी पत्नी को बुलाकर ले आया। जब मैने उसे देखा तो सोचा मेरे पैसे तो मिलने वाले नहीं है लेकिन मै इस चोदकर अपनी इच्छा तो पूरी कर ही सकता हूं। मैने उसे कहा मुझे तुम्हारी पत्नी को चोदना है, वह कहने लगा ठीक है तुम उसके साथ सेक्स कर लो। वह मुझे अंदर कमरे में ले गई, उसने अपने कपड़े खोले तो मैं उसके बदन को देखकर खुश हो गया।

मैंने भी अपने लंड को बाहर निकाल लिया, उसने कुछ देर मेरे लंड को अपने हाथ से हिलाया, जैसे मेरा लंड कडक हो गया तो उसने अपने मुह से मेरे लंड को चुसना शुरू किया, उसने काफी देर तक मेरे लंड को मुंह में लेकर चूसा, जब मेरी इच्छा पूरी हो गई तो मैंने उससे कहा क्या मैं तुम्हारे बदन का सेवन करना चाहता हूं। मैंने भी ज्यादा देरी नहीं की, मैंने तुरंत ही उसकी चूत मे अपने लंड को घुसा दिया, मैंने उसे घोड़ी बना रखा था। मेरा लंड उसकी योनि के अंदर घुसा तो वह चिल्लाने लगी, उसकी गांड इतनी ज्यादा बड़ी थी कि वह मेरे लंड से टकराती तो मेरे अंदर जोश पैदा हो जाता।

वह अपनी गांड को मुझसे टकरा रही थी, मुझे कह रही थी तुम अपने पैसे वसूल कर लो मेरे पति तुम्हें कुछ भी नहीं देने वाले। मैंने उससे कहा ठीक है तुम उसकी चिंता मत करो, उसने भी अपनी चूतडो को मुझसे बड़ी तेजी से मिलाया और मैंने भी उसकी चूत में अपने लंड को बडी तेज गति से डाला। जब मेरा लंड उसकी योनि के अंदर जा रहा था तो वह बहुत तेज चिल्ला रही थी, मैंने उसके साथ 5 मिनट तक संभोग किया लेकिन 5 मिनट में उसने मुझे जो मजे दिए वह बडा मजेदार था, जब मेरा वीर्य पतन हुआ तो वह मुझे कहने लगी क्या मैं जाऊं? मैंने उसे कहा अभी तो मेरे पैसे वसूल नहीं हुए है।

मैंने अपने लंड पर तेल लगा लिया, जब मैंने उसकी चिकनी गांड क अंदर अपने लंड को डाला तो वह चिल्लाने लगी और कहने लगी तुमने तो मेरी गांड फाड़ दी। मैंने उसे कहा तुम्हारे पति ने मुझसे पैसे लिए थे, मैं कहां से वसूल करू मैंने बड़ी तेजी से उसे झटके दिए। मैने उस दिन बहुत अच्छे से सेक्स किया, मैं उसकी गांड कछ मिनट तक मार पाया और जब मेरा वीर्य गिर गया तो वह मुझे कहने लगी अब मैं जाऊं। हम दोनो बाहर चल गए, मैने उससे कहा अभी मेरे पैसे नहीं निकले हैं मैं दोबारा से आऊंगा और तुम्हारी पत्नी को चोद कर जाऊंगा।

वहां मुझे कहने लगा ठीक है तुम दोबारा आ जाना। sexy badan

The post बिल्डर की पत्नी का दमदार बदन appeared first on Antarvasna.

]]>
ऑफिस में काम करने वाले दोस्त की बहन https://sexstories.one/dost-ki-bahan-ko-choda/ Tue, 05 Jan 2021 15:48:25 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%91%e0%a4%ab%e0%a4%bf%e0%a4%b8-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%b8/ मेरा नाम सार्थक है में 26 वर्ष का मुंबई का रहने वाला हूं। मैं एक फाइनेंस कंपनी में नौकरी करता हूं और मुझे इस कंपनी में काम करते हुए एक वर्ष से ऊपर हो चुका ... >> पूरी कहानी पढ़ें

The post ऑफिस में काम करने वाले दोस्त की बहन appeared first on Antarvasna.

]]>
मेरा नाम सार्थक है में 26 वर्ष का मुंबई का रहने वाला हूं। मैं एक फाइनेंस कंपनी में नौकरी करता हूं और मुझे इस कंपनी में काम करते हुए एक वर्ष से ऊपर हो चुका है और इस एक वर्ष में हमारे ऑफिस में कई लोग आए है और कई लोग छोड़कर भी चले गए लेकिन मैं अपना काम अच्छे से करता हूं इसलिए मुझे किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं हुई। मेरे बॉस भी मुझसे बहुत खुश रहते हैं, मेरे ऑफिस में मेरा एक दोस्त रोहन है। dost ki bahan ko choda

मैं रोहन को इसी ऑफिस में मिला था और रोहन से अब मेरी बहुत अच्छी बातचीत हो चुकी है,  रोहन और मेरे बीच बहुत अच्छी दोस्ती है। एक दिन जब रोहन और मैं ऑफिस में ही थे तो रोहन ने आकर मुझे कहा कि तुम थोड़ी देर के लिए मेरे साथ बाहर चल सकते हो, मैंने उसे कहा कि क्या तुम्हे कुछ काम है, वह कहने लगा हां कुछ जरूरी काम है इसलिए मुझे तुमसे बात करनी है।

जब हम लोग बाहर गए तो उसकी बहन बाहर हमारा इंतजार कर रही थी। dost ki bahan ko choda

मैं रोहन की बहन से पहली बार ही मिला था और रोहन मुझे कहने लगा कि मुझे कुछ पैसों की आवश्यकता है, मैं अपनी सैलरी आते ही तुम्हे पैसे लौटा दूंगा। मैंने उसे कहा ठीक है मैं तुम्हें पैसे दे देता हूं क्योंकि वह पैसे सरिता को चाहिए थे, उसे अपनी कॉलेज की फीस भरनी थी। मैंने सरिता को पैसे दे दिए और उस दिन रोहन ने मेरा परिचय सरिता से करवाया। यह हमारी पहली मुलाकात थी। पहली मुलाकात से ही मुझे सरिता अच्छी लगने लगी लेकिन मैं यह बात रोहन से नहीं कह सकता था।

हम दोनों ऑफिस में साथ में ही काम किया करते थे। dost ki bahan ko choda

एक दिन जब मैं अपने घर लौट रहा था तो उस वक्त मुझे सरिता बस स्टॉप पर दिखी। मैंने अपनी बाइक रोकी और उसे कहा कि तुम कहां जा रही हो, वह कहने लगी कि मैं अपने घर जा रही थी लेकिन मैं अपनी किसी सहेली का यहां पर वेट कर रही हूं,  वह अभी तक नहीं आई इसीलिए मैं सोच रही हूं की अब घर चली जाऊं। मैंने सरिता से कहा कि मैं तुम्हें घर छोड़ देता हूं, मैंने सरिता को उसके घर छोड़ दिया और उस दिन मैंने सरिता का नंबर भी ले लिया था।

रास्ते में हम लोग बात कर रहे थे कि क्या तुमने फीस जमा कर दी, वह कहने लगी हां मैंने फीस जमा कर दी है और अब हमारे कुछ समय बाद एग्जाम भी होने वाले हैं। मेरी सरिता के साथ बहुत अच्छी बातचीत हो गई थी और उससे बात करना भी मुझे अच्छा लगता था। मैंने एक दिन सरिता को फोन पर मैसेज भेज दिया और उसने भी मुझे रिप्लाई कर दिया,  फिर हम दोनों बातें करने लगे थे।

सरिता भी अपने कॉलेज की फोटूऐं मुझे भेज दिया करती थी। dost ki bahan ko choda

मैं उसे कहता कि तुम बहुत ही सुंदर हो और बहुत अच्छी लगती हो। धीरे-धीरे हम दोनों के बीच बातें होने लगी थी लेकिन यह बात रोहन को नहीं पता थी और ना ही मैं चाहता था कि यह बात रोहन को पता चले इसलिए मैंने कभी भी रोहन से इस बारे में बात नहीं की और ना ही सरिता ने रोहन को कभी हमारे बारे में कुछ बताया। मुझे जब भी समय मिलता तो मैं सरिता के साथ ही घूमने चला जाता था और हम दोनों कई बार मूवी देखने चले जाते थे। मुझे सरिता के साथ समय बिताना भी अच्छा लगता था और सरिता को भी मेरे साथ में समय बिताना बहुत पसंद है।

सरिता एक दिन मुझसे कहने लगी कि यदि हम दोनों के बारे में भैया को पता चलेगा तो वह हम दोनों के बारे में क्या सोचेंगे, मैंने उसे कहा कि यह तुम बिलकुल सही बोल रही हो क्योंकि रोहन मेरा बहुत अच्छा दोस्त है यदि उसे हम दोनों के बारे में पता चलेगा तो वह हम दोनों के बारे में गलत सोचेगा, इसलिए हमें रोहन को इस बारे में सब कुछ बता देना चाहिए। सरिता कहने लगी मैं तो अपने भैया से इस बारे में बात नही कर सकती परंतु आप यदि भैया से बात कर लो तो अच्छा रहेगा। मैंने भी सोचा कि क्यों ना मैं रोहन को अपने और सरिता के बारे में बता दू।

एक दिन मैं और रोहन कैंटीन में बैठे हुए थे। dost ki bahan ko choda

मैंने रोहन से कहा कि मुझे सरिता अच्छी लगती है और हम दोनों ही एक दूसरे को पसंद करते हैं। रोहन ने मुझसे कहा कि मुझे मालूम है कि तुम एक अच्छे लड़के हो और यदि तुम्हारा और सरिता का रिश्ता हो जाता है तो मुझे बहुत खुशी होगी।

रोहन मुझसे कहने लगा कि मैं इस बारे में अपने घर पर भी बात करूंगा। मैंने रोहन को कहा कि अभी हमें कुछ समय चाहिए, उसके बाद ही हम लोग इस रिश्ते के लिए आगे बात कर सकते हैं क्योंकि अभी सरिता कॉलेज में पढ़ रही है और जब उसका कॉलेज पूरा हो जाएगा उसके बाद ही मैं इस बारे में अपने घर पर बात कर सकता हूं। रोहन कहने लगा ठीक है जैसा तुम्हें उचित लगता है। रोहन को भी हम दोनों के रिश्ते से बिल्कुल भी ऐतराज नहीं था और जब यह बात मैंने सरिता को बताई तो वह बहुत खुश हो गई और कहने लगी कि मुझे तो बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि भैया को हम दोनों के रिश्ते से कोई दिक्कत नहीं होगी, मुझे ऐसा लग रहा था कि कहीं भैया मुझे ही गलत ना समझे लेकिन मैंने सरिता से कहा कि रोहन एक बहुत ही अच्छा लड़का है और वह बहुत समझदार भी है, उसे अच्छे और बुरे की सब समझ है।

मैं रोहन को काफी समय से जानता हूं इसीलिए उसे भी हम दोनों के रिश्ते से कोई आपत्ति नहीं है और वह भी मुझे बहुत अच्छे से जानता है। हम दोनों के रिलेशन से रोहन को बिल्कुल भी कोई आपत्ति नहीं थी। हम दोनों को ही जब भी समय मिलता तो हम दोनों साथ में मिल लिया करते थे। मुझे भी बहुत अच्छा लगता था जब मैं सरिता से मिलता था।

एक दिन सरिता और मैं साथ में बैठे हुए थे। dost ki bahan ko choda

उस दिन सरिता बहुत ज्यादा सुंदर लग रही थी मैंने उसे आज तक कभी भी छुआ नहीं था। मैंने उसका हाथ पकड़ा तो मुझे बहुत अच्छा महसूस हुआ और वह भी बहुत खुश हो गई। मैंने उसकी जांघों को सहलाना शुरु कर दिया वह भी समझ चुकी थी कि मेरा मूड आज उसे चोदने का है इसीलिए वह मुझे कहने लगी कि हम लोग कहीं बाहर चलते हैं। मैंने उसे कहा कि आज हम लोग किसी होटल में चलते हैं और वहीं पर रुकेंगे। मै सारिता को होटल में लेकर गया। जब मैंने उसके कपड़ों को उतारा तो मुझे उसका यौवन देख कर बड़ा अच्छा लगने लगा और मैं काफी देर तक उसके स्तनों को चूसता रहा।

मैंने अपने लंड को बाहर निकालते हुए सरिता के मुंह में डाल दिया और उसने भी मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर तक समा लिया और बहुत अच्छे से सकिंग करने लगी। उसके बाद मैंने उसकी योनि को चाटा उसकी योनि से पानी बाहर की तरफ निकलने लगा था मैं उसके पानी को अपने अंदर ही ले लेता। कुछ देर बाद मैंने जैसे ही उसकी योनि पर अपने लंड को टच किया तो वह मचलने लगी और मैंने जैसे ही अपने लंड को धक्का देकर उसकी योनि के अंदर प्रवेश करवाया तो उसकी खून की पिचकारी मेरे लंड पर गिर गई। मैंने उसके दोनों पैरों को अपने कंधों पर रख लिया और बड़ी तेज गति से उसे धक्के देने लगा।

वह मेरा पूरा साथ दे रही थी और कहने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा है। dost ki bahan ko choda

मैंने काफी देर तक उसे ऐसे ही धक्के मारे उसके बाद मैंने उसे उठाते हुए अपने ऊपर लेटा दिया। जैसे ही उसकी योनि में मेरा लंड गया तो वह चिल्लाने लगी और अपने मुंह से मादक आवाज निकालने लगी। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था जब वह अपन चूतडो को हिला रही थी। मैंने उसे बड़ी तेज तेज धक्के मारे जिससे कि उसका पूरा शरीर गर्म होने लगा और मुझे भी बड़ा आनंद आने लगा। मुझे बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि सरिता का शरीर इतना मस्त है। मैं उसके स्तनों को अपने मुंह में ले रहा था और वह भी अपनी चूतड़ों को मुझसे मिलाए जा रही थी लेकिन कुछ समय बाद ही मेरा वीर्य उसकी योनि में गिर गया। अब हम दोनों ने अपने कपड़े पहन लिए और उसके बाद उसने घर पर कुछ बहाना बना दिया और मैंने रात भर सरिता को बड़े अच्छे से चोदा।

The post ऑफिस में काम करने वाले दोस्त की बहन appeared first on Antarvasna.

]]>
मुझे तुम्हे देखकर कुछ होता है https://sexstories.one/sexy-kamukta-hindi-chudai-kahani/ Fri, 01 Jan 2021 15:22:44 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%9d%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a5%81%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%b9%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%96%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%81%e0%a4%9b-%e0%a4%b9%e0%a5%8b%e0%a4%a4/ मैं कुछ समय से बहुत ज्यादा परेशान चल रहा था क्योंकि मेरे घर में मेरी पत्नी और मेरे बीच हमेशा ही झगड़े होते रहते थे मेरी खुशी की कोई वजह नहीं थी हमारी शादी को ... >> पूरी कहानी पढ़ें

The post मुझे तुम्हे देखकर कुछ होता है appeared first on Antarvasna.

]]>
मैं कुछ समय से बहुत ज्यादा परेशान चल रहा था क्योंकि मेरे घर में मेरी पत्नी और मेरे बीच हमेशा ही झगड़े होते रहते थे मेरी खुशी की कोई वजह नहीं थी हमारी शादी को इतने वर्ष होने के बाद भी हम दोनों जैसे एक दूसरे को समझ ही नहीं पाए थे। जब मेरी पहली बार मेरी पत्नी सुनीता से मुलाकात हुई थी.. hindi kamukta

तो मुझे लगा था कि सुनीता मुझे बहुत अच्छे से समझ पाएगी.   लेकिन जब हम दोनों की शादी हो गई तो उसके बाद हम दोनों के बीच हमेशा किसी न किसी बात को लेकर अनबन रहती। hindi kamukta

मैंने सुनीता को बहुत समझाने की कोशिश की लेकिन उसका रवैया तो बिल्कुल भी नहीं बदलता और वह हमेशा ही मुझसे झगड़ती रहती हालांकि हम दोनों जॉब करते हैं उसके बावजूद भी हम दोनों के बीच में बिल्कुल भी प्यार नहीं है मैं भी सरकारी नौकरी पर हूं और मेरी पत्नी सुनीता भी बैंक में नौकरी करती है।

सुनीता को मैंने कई बार समझाने की कोशिश की थी लेकिन अब मेरा समझाना भी उसके काम नहीं आने वाला था क्योंकि वह तो अब कुछ भी बात नहीं समझती थी और हम दोनों एक दूसरे से पूरी तरीके से अलग हो चुके थे हमारे बीच में ना तो प्यार था और ना हीं ऐसी कोई खुशियां थी जिसकी वजह से हम दोनों खुश हो पाते। यह सब कुछ सुनीता की मां की वजह से ही हुआ क्योंकि सुनीता अपनी मां के साथ घंटों तक बात किया करती थी और मैंने उसे कई बार समझाया कि यदि हम दोनों के बीच में कभी कुछ ऐसी बात हो जाती है तो तुम अपने घर में मत बताया करो लेकिन वह तो जैसे मेरी बात को समझती ही नहीं थी।

जब हमारे बीच में कोई भी छोटी सी लड़ाई होती.. hindi kamukta

तो वह अपने घर में बता दिया करती थी, अब मैं पूरी तरीके से सुनीता से अपने आपको अलग महसूस करता था। एक दिन मेरे दोस्त ने अपने घर में पार्टी रखी थी और उस दिन उसने वहां पर काफी लोगों को इनवाइट किया था मुझे नहीं मालूम था कि उस पार्टी में मेरी मुलाकात मीनाक्षी से हो जाएगी मीनाक्षी से जब मैं मिला तो उससे इतने वर्षों के मिलने के बाद भी वह बिल्कुल नहीं बदली थी और बिल्कुल पहले जैसी ही थी मीनाक्षी और मैं जब एक दूसरे से बात कर रहे थे तो मेरे दोस्त ने कहा क्या तुम एक दूसरे को पहचानते हो तो मैंने कहा मीनाक्षी और मैं एक साथ ही स्कूल में पढ़ा करते थे और हम दोनों एक दूसरे को बचपन से जानते हैं।

मीनाक्षी ने मुझे अपने पति से भी मिलवाया और जब उसने मुझे अपने पति से मिलवाया तो वह दोनों एक दूसरे के साथ बहुत खुश थे मीनाक्षी ने मुझसे पूछा क्या तुम्हारी पत्नी नहीं आई। मैंने उसे कहा दरअसल उसे पार्टियों में आना पसंद नहीं है इसलिए वह घर पर ही है लेकिन मैंने शायद मीनाक्षी से झूठ बोला था क्योंकि ऐसा कुछ भी नहीं था मेरे और मेरी पत्नी सुनीता के बीच में कोई भी बात नहीं होती थी जिस वजह से ना तो वह मुझे कुछ बताया करती और ना ही मैं उसे कभी कुछ बताता था इतने वर्षों बाद मुझे अच्छा लगा था और मैंने मीनाक्षी का नंबर ले लिया उस पार्टी में हम लोगों ने बड़ा एन्जॉय किया।

मुझे घर जाने में भी बहुत देर हो चुकी थी सुनीता सो चुकी थी.. hindi kamukta

मैं भी घर पहुंचते ही सो गया क्योंकि अगले दिन मुझे जल्दी ऑफिस निकालना था। सुबह मैं जल्दी उठा और मैं ऑफिस के लिए निकल पड़ा मैंने नाश्ता भी नहीं किया था क्योंकि मुझे जल्दी ऑफिस जाना था इसलिए मैंने नाश्ता भी नहीं किया और मैं अपने ऑफिस के लिए निकल पड़ा मैं जब ऑफिस पहुंचा तो वहां पर उस दिन कुछ ज्यादा ही काम था। एक दिन मुझे मीनाक्षी का फोन आया और वह कहने लगी सुमित तुम कहां हो?

Devar ka mota lund

मैंने उससे कहा मैं तो अभी ऑफिस में हूं वह कहने लगी मुझे तुमसे मिलना था.

मैंने मीनाक्षी से कहा लेकिन क्या तुम्हें कोई जरूरी काम था तो वह कहने लगी हां मुझे एक जरूरी काम था और उसके लिए ही मुझे तुमसे मिलना था लेकिन क्या तुम अभी मिल सकते हो। मैंने उसे कहा अभी तो मेरा मिल पाना मुश्किल होगा क्योंकि मैं ऑफिस में हूं मैं तुम्हें शाम के वक्त मिलता हूं और मैं जब मीनाक्षी से शाम के वक्त मिला तो मीनाक्षी मुझसे कहने लगी मुझे दरअसल तुमसे कोई जरूरी काम था मैंने उसे कहा ऐसा क्या जरूरी काम था जो तुम मुझे फोन पर नहीं बता सकती थी वह कहने लगी मेरी छोटी बहन को तुम जानते ही हो मैंने उसे कहा हां उसे तो मैं अच्छे से पहचानता हूं।

वह मुझे कहने लगी उसके लिए मेरे पापा ने एक लड़का देखा है और शायद वह लड़का भी तुम्हारा परिचित है इसलिए मैं पूछना चाहती थी कि उस लड़के का नेचर और स्वभाव कैसा है मैंने मीनाक्षी से कहा आखिरकार वह लड़का कौन है जिसे मैं जानता हूं। उसने जब मुझे उसकी तस्वीर दिखाई तो मैंने उसे पहचान लिया वह हमारे किसी दूर के रिश्तेदार का बेटा है लेकिन उससे मेरी ठीक-ठाक बातचीत है और कभी कबार हम लोगों की फोन पर भी बात हो जाती है मैंने मीनाक्षी से कहा वह तो बहुत अच्छा लड़का है और तुम्हारे पापा मम्मी को उस पर पूरा भरोसा कर लेना चाहिए क्योंकि वह बहुत ही अच्छा लड़का है और मैं उसे काफी समय से जानता हूं।

मैंने उसे कहा क्या तुम्हें और भी कोई काम था.. hindi kamukta

वह कहने लगी नहीं मुझे और कोई काम नहीं था बस मुझे तुम से यही पूछना था मैंने मीनाक्षी से कहा क्या तुम्हारी बहन की उसके साथ सगाई हो चुकी है तो वह कहने लगी हां उनकी सगाई बस एक-दो दिन में ही होने वाली है और इसीलिए मैं तुमसे पूछना चाहती थी क्योंकि मैंने जब तुम्हारे फेसबुक प्रोफाइल पर उस लड़के को तुम्हारी फ्रेंड लिस्ट में देखा तो मुझे लगा कि तुम उसे जरूर जानते होंगे इसलिए मैंने तुमसे पूछना ठीक समझा। मैंने मीनाक्षी से कहा ठीक है अभी मैं चलता हूं मुझे घर जाने के लिए देर हो रही है और मैं वहां से अपने घर चला आया कुछ समय बाद मीनाक्षी ने मुझे कहा तुम्हें मेरी बहन की सगाई में आना है।

मैं उसकी बहन की सगाई में चला गया उसकी बहन मुझे काफी समय से जानती है इसलिए उसने मुझे देखते ही पहचान लिया और कहने लगी आप तो बिल्कुल भी नहीं बदले हैं जैसे आप पहले थे आप आज भी वैसे ही हैं मैंने उसे कहा यह तो देखने वालों की नजरो में है। मैं और मीनाक्षी एक दूसरे के साथ बैठे हुए थे उसके पति भी हमारे साथ में थे उसके पति से बात कर के मुझे लगा कि वह बड़े ही अच्छे व्यक्ति हैं क्योंकि उनके बात करने का तरीका और उनके हाव-भाव से लग रहा था कि वह बड़े ही सज्जन किस्म के व्यक्ति हैं। मीनाक्षी ने मुझसे उस दिन पूछा कि तुम आज अपनी पत्नी को नहीं लाये तो मैंने उस दिन उसे यह बात टाल दी लेकिन उसे शायद अब मेरी बात पर शक हो चुका था और उसने मुझ पर जोर देते हुए कहा की तुम्हारा रिलेशन तो अच्छे से चल रहा है।

मैंने उसे कहा हां मेरा रिलेशन तो ठीक चल रहा है लेकिन तुम यह क्यो पूछ रही हो? hindi kamukta

तो उसने मुझसे कहा लेकिन मुझे नहीं लगता कि तुम्हारा रिलेशन ठीक चल रहा है क्योंकि जिस प्रकार से तुम अपनी पत्नी को नहीं लाते या फिर उसकी बात सुनते ही तुम्हारे चेहरे का रंग उतर जाता है तो मुझे लग रहा था कि तुम्हारे बीच में कोई दिक्कत जरूर है। मैंने मीनाक्षी से कुछ नहीं कहा लेकिन उसे शायद इस बात का आभास हो चुका था कि मेरे और मेरे पत्नी के बीच में कुछ ठीक नहीं चल रहा और उसने मुझसे यह बात पूछ ली तो मैंने उसे बता दिया कि मेरे और मेरी पत्नी के बीच में रिलेशन बिल्कुल भी ठीक नहीं है इस वजह से हम दोनों कहीं भी साथ में नहीं जाते और उसे मेरे साथ कहीं जाना अच्छा नहीं लगता। वह मुझे कहने लगी लेकिन तुम्हें अपनी पत्नी को समझाना चाहिए था मैंने उसे कहा मैंने तो कई बार समझाने की कोशिश की लेकिन वह समझती ही नहीं है।

मैंने मीनाक्षी से कहा अभी मैं चलता हूं मैं तुमसे कभी और मिलूंगा और मैं वहां से अपने घर चला आया। मीनाक्षी को मेरे रिलेशन के बारे में पता चल चुका था वह मुझे कई बार समझाने की कोशिश करती लेकिन मेरे रिश्ते उसके समझाने से ठीक नहीं होने वाले थे क्योंकि मेरे रिश्तो में अब बिल्कुल भी वह बात नहीं थी। कहीं ना कहीं मीनाक्षी ने मेरा साथ देना ठीक समझा, वह मुझे हमेशा कहती रहती सब कुछ ठीक हो जाएगा लेकिन मेरे जीवन में कुछ भी ठीक होने वाला नहीं था परंतु मेरे लिए यह ठीक था कि मीनाक्षी मुझे समझती थी। उसने मेरा बहुत साथ दिया जब मैंने उससे सेक्स की मांग की तो वह मुझे मना करने लगी लेकिन मेरी भी कुछ इच्छाएं थी मैंने उसे मना लिया। वह मना ना कर सकी वह मेरे साथ सेक्स करने के लिए तैयार हो गई एक दिन हम दोनों होटल मे चले गए, उस दिन मैंने मीनाक्षी के नरम होंठो का रसपान किया। उसके स्तनों का मैंने काफी देर तक रसपान किया, हम दोनों की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ गई थी मैंने मीनाक्षी के स्तनों को अपने मुंह में लेकर चूसना शुरू किया उसके स्तनों से मैंने दूध निकाल कर रख दिया।

मैंने जब अपने लंड को बाहर निकाला. hindi kamukta

तो मीनाक्षी ने उसे अपने मुंह में लेकर सकिंग करना शुरू कर दिया वह बड़े अच्छे से मेरे लंड को सकिंग करने लगी और मेरे अंदर का जोश बढने लगा। मीनाक्षी को मैने घोडी बना दिया और उसकी चूत के अंदर मैंने अपने लंड को डाल दिया उसके मुंह से चीख निकल पड़ी। जब उसकी योनि से आग निकलने लगी तो मेरे अंदर भी उत्तेजना बढ़ने लगी वह अपनी चूतडो को मुझसे मिलाने लगी जब वह मुझसे अपनी चूतडो को मिलाती तो मेरे अंदर का जोश बढ जाता और मैं बड़ी तेजी से उसे धक्के मारता। मैं उसे तेज गति से धक्के मारता मेरा लंड पूरी तरीके से छिल चुका था मीनाक्षी की योनि भी मैंने छिलकर रख दी थी। उसकी चूत से आग निकलने लगी और मेरे लंड से भी आग निकलने लगी जिसे हम दोनों ही बर्दाश्त ना कर सके और मेरा वीर्य गिर गया। जब मेरा वीर्य गिरा तो मैंने मीनाक्षी से कहा धन्यवाद तुमने मेरी इच्छा को पूरा किया, उसने मुझे कहा सुमित मुझे भी तुम्हें देखकर कुछ होता है इसीलिए तो मैंने तुम्हारे साथ सेक्स करने के लिए हामी भरी थी।

The post मुझे तुम्हे देखकर कुछ होता है appeared first on Antarvasna.

]]>
आखिर चूत मिल ही गई https://sexstories.one/bandh-ke-choda/ Thu, 15 Oct 2020 13:11:42 +0000 https://sexstories.one/?p=1281 हैल्लो दोस्तों मेरा नाम रमेश है मेरी उम्र 23 साल की है. में कोटा राजस्थान से हूँ. दोस्तों में पहली बार अपनी सच्ची स्टोरी आपके साथ शेयर कर रहा हूँ. ये कहानी मेरे पड़ोस मे रहने ... >> पूरी कहानी पढ़ें

The post आखिर चूत मिल ही गई appeared first on Antarvasna.

]]>
हैल्लो दोस्तों मेरा नाम रमेश है मेरी उम्र 23 साल की है. में कोटा राजस्थान से हूँ. दोस्तों में पहली बार अपनी सच्ची स्टोरी आपके साथ शेयर कर रहा हूँ. ये कहानी मेरे पड़ोस मे रहने वाली भाभी की है. वो अभी कुछ दिनो पहले ही रहने आई थी. उनके पति एक कम्पनी मे हैं. वो अपने बच्चो के साथ किराए पर रहने लगी थी. bandh ke choda

उनकी उम्र 32 के आस पास है. वो दिखने मे गोरी और ऊपर वाले ने उनके शरीर के हर हिस्से को तराशा हुआ है. उनके बूब्स 38-36-42 है, जो कि मुझे बाद मे पता चला. अब में स्टोरी शुरू करता हूँ.

वो भाभी दिखने मे बहुत सुंदर थी, में उन्हे रोज़ छुपकर देखता था. जब वो अपने घर के आँगन मे झाड़ू लगाती थी तो में अपने घर की छत पर से उन्हे घूर घूर कर देखा करता था. bandh ke choda

वो क्या माल थी. जब वो झुकती तब उनके बूब्स तो मुझे नहीं दिखते थे लेकिन कपड़ो के ऊपर से ही साइज़ देखकर मेरा लंड झटके मारने लगता और मे नीचे आकर बाथरूम मे जाकर उनके नाम की मुठ मारता था.

Also read – ड्राइवर के मोटे लंड की दीवानी मैं

जब भी वो चलती थी तो उनके चुतड़ ऐसे मटकते थे कि बूढ़े का भी लंड खड़ा कर दे जब भी वो घर से बाहर पैदल निकलती तो में भी कुछ भी बहाने से उनके पीछे हो लेता और उनके मदमस्त मोटे और गोल कूल्हे देखकर मन ही मन सोचता कि कब में मेरा लंड इनकी गांड मे डालूँगा और कब मेरा सपना पूरा होगा और कई बार भाभी ने मुझे नोटीस भी किया और वो मुस्कुरा देती और उनकी मुस्कान इतनी ग़ज़ब थी कि मुझसे कंट्रोल नहीं होता था.

दोस्तों एक दिन वो दिन आ ही गया जब मेरा सपना मुझे पूरा होता लगने लगा. तभी एक दिन मेरे मम्मी पापा तीन दिन के लिए आउट ऑफ स्टेशन गये थे.

में घर पर अकेला था और वो संडे का दिन था. दिन मे भी हमारी कॉलोनी सुनसान सी रहती है. तभी मैंने देखा कि भाभी अकेली बाहर बैठी हैं और फिर में भी बाहर घूमने लगा और फिर बार बार उनकी तरफ देख रहा था. तभी भाभी ने नोटीस किया और स्माईल पास की उन्होने फिर मैंने भी उन्हें स्माईल किया.

फिर वो बोली आप आज घर पर अकेले हो, आपके मम्मी पापा आउट ऑफ स्टेशन गये हैं. तभी मैंने कहा कि हाँ और सर हिला दिया. फिर उन्होने कहा आज आप खाना कहाँ खाओगे? मैंने कहा किसी होटल मे. फिर वो बोली नहीं आप बाहर मत खाओ बारिश का टाईम है, में आज आपका खाना यहीं मेरे घर पर ही बना लेती हूँ.

तभी मैंने बहुत मना किया लेकिन वो नहीं मानी तभी कुछ देर मे तेज़ बारिश शुरू हो गई. अब तो मे होटेल भी नहीं जा सकता था. bandh ke choda

वैसे मे खाना जल्दी ख़ाता हूँ, लेकिन अब मे बारिश रुकने का वेट करने लगा, लेकिन बारिश बहुत तेज़ थी. तभी कुछ देर बाद डोर बेल बज़ी अब मैंने गेट पर देखा तो वो मेरी पड़ोस वाली भाभी थी वो अपने हाथ मे खाना लिए हुए तभी वो बोली जल्दी से डरवाज़ा खोलो मे भीग रही हूँ.

फिर मे दौड़कर गया और डोर खोला बाहर बारिश बहुत तेज़ थी, भाभी का सूट पूरा भीग गया था. फिर मैंने उनके हाथ से खाना लिया तो वो बोली में तो हम दोनो का खाना यहीं ले आई हूँ.

हमारे घर पर टीवी नहीं चल रहा है तो मैंने सोचा कि में आपके यहाँ देख लूँगी मैंने कहा जरुर भाभी और फिर वो बहुत खुश हो गई थी. फिर मैंने बोला आप तो पूरी भीग गई हो, तभी वो बोली में अभी चेंज करके आती हूँ, तभी मैंने कहा कि भाभी आप ऐसा करो गाउन पहन लो मे अभी अंदर से आपको लाकर दे देता हूँ.

तभी वो बोली नहीं मैंने कहा कि भाभी मान जाओ नहीं तो भीग जाओगी वापस आने जाने के चक्कर में. अब उन्होने कहा कि ठीक है फिर मैंने उन्हे अंदर कमरे से लाकर गाउन दिया.

Also read – मैं चुदती रही उसके लम्बे लौड़े से

तभी वो उसे मुझसे लेकर अंदर बाथरूम मे चेंज करने गई और फिर थोड़ी देर बाद वापस चेंज करके आई और फिर हमने साथ मे बैठकर खाना खाया. अब में उन्हे एक नज़र से देखे जा रहा था वो ये सब नोटीस कर रही थी. लेकिन वो कुछ नहीं बोली फिर मैंने कहा कि अब में भी चेंज कर लेता हूँ और टॉयलेट करके आता हूँ.

आप इतनी देर टीवी देखिए, तभी भाभी ने भी खाना खा लिया था और फिर उन्होंने जैसे ही टीवी ऑन किया तो वो हैरान रह गई क्योंकि मैंने उसमे एक ब्लू मूवी लगा रखी थी. bandh ke choda

उसमे एक लड़का एक मोटी औरत की गांड मार रहा था. तभी उन्होने तुरन्त टीवी बंद कर दी और उन्हे पसीना आने लगा में जान करके अंदर ही देर लगा रहा था फिर उन्होने झाँक कर देखा मे बाथरूम में था.

तभी उन्होने फिर से टीवी चालू की और मूवी देख ही रही थी. कि इतने मे मैं आ गया था. अब मैंने उन्हे देखा तो वो एकदम से घबरा गई और तभी उन्होने जल्दी से टीवी बंद कर दी.

The post आखिर चूत मिल ही गई appeared first on Antarvasna.

]]>