desiporn Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/desiporn/ Hindipornstories.org Wed, 29 Jun 2022 14:17:16 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 मम्मी की दोस्त की चूत और हमारी अन्तर्वासना https://sexstories.one/mummy-ki-saheli-ki-chut-ki-antervasna/ Wed, 29 Jun 2022 14:16:34 +0000 https://sexstories.one/?p=6172 आंटी के साइड बूब्स मुझसे टच हो रहे थे और मेरा लंड खड़ा हो गया | मैंने कहा आप इनती मस्त हैं की आपको देखके समझदारी अपने आप निकल जाती है | मुम्मी ने कहा ऋतू मैं थोड़ी देर में आती हूँ बगल वाले के घर से..

The post मम्मी की दोस्त की चूत और हमारी अन्तर्वासना appeared first on Antarvasna.

]]>
हेल्लो मेरे प्यारे दोस्तों कैसे हैं आप सब मैंने सोचा आज आपसे कुछ शेयर कर लेता हूँ क्यूंकि मुझे चुप नहीं रहा जाता | तो दोस्तों आज की कहानी में चुदाई तो है ही पर मुझे आपको ये बताना है की मैंने एक चुदाई नहीं की है | मैंने कई चुदाई की है और मुझे ये बताना है कि मैंने अपनी मैडम से लेके अपनी कुतिया तक चोदा है | हाँ ये अजीब बात है पर मेरी सेक्स की चाहत इतनी है कि मैं खुद को रोक नहीं पाता |

इसलिए मैने जो सामने आए उसको चोद डाला | अब मैं आपको एक एक करके बताऊंगा मैंने कैसे चुदाई की और किस किस को पेला मैंने तबीअत से | इसलिए तैयार हो जाइए चुदाई की कहानी सुनने के लिए | मैं हूँ मनीष और मैं रहता हूँ पुराने कंचनपुर में | इमली के पेड़ के पास मेरा घर है | मुझे ब्लू फिल्म देखने का बहुत शौक है | और मैं पहेलवान भी हूँ तो मेरे अन्दर गर्मी बहुत है | अब मुझे अपनी कहानी सुनाने में आना चाहिए क्यूंकि मैंने अपने बारे में आपको सब बता दिया और अब आप कहानी का मज़ा लीजिये | चलिए अब आरम्भ होती है मेरी चुदाई क्रिया और ये रहा आपके सामने पहला दृश्य |

आप सब तो जानते हैं हर मम्मी की कोई न कोई दोस्त होती है मेरी मम्मी की भी है | उनको मैं बड़े प्यार से ऋतू आंटी बोलता हूँ | मैंने पहली बार उनको एक पार्टी में देखा था जहाँ वो एक सलवार सूट में आई थीं | कमाल लग रही थी पता ही नहीं चल रहा था कि वो ४० साल की हैं | मैंने उनको देखते ही मन में सोचा कास ऐसी बीवी मुझे मिल जाए कभी किसी को चोदने का मन नहीं करेगा बस इसकी चूत में ही लंड डाल के रखूँगा जिंदगी भर | पहले जब उन्होंने मुझे देखा तो कहा अरे तनु तेरा बेटा कितना बड़ा हो गया है | उन्होंने मेरे कंधे पे हाथ रखा और कहा मनीष बेटा मुझे पहचानता है |

मैंने कहा नहीं तो उन्होंने कहा बेटा जब तू छोटा था न तू मेरी गोद में ही रहता था हमेशा | मेरे ऊपर कितनी बार पेशाब की है तू जानता है न | अब कोई और होता तो इस बात पे शर्मा जाता पर मैं सोच रहा था बचपन में मैं इस माल के ऊपर रहता था | कितना हसीन होगा वो मंज़र जब ये मुझे सीने से लगाती होगी और इतना देखके ही मेरी नज़र उसके दूध पर पड़ गई | मस्त बड़े बड़े थे और उसके बीच की नाली साफ दिख रही थी | मैंने सोचा मम्मी की इतनी अच्छी दोस्त मुझसे आज तक क्यूँ नहीं मिली | फिर मम्मी और वो बात करने लगे | मैं अहि खड़ा था तो मुझे पता चला उनके पति ने उनको छोड़ दिया है और उनके बच्चे भी नहीं है | मैंने सोचा कि ऐसा मौका तो किस्मत वालों को ही मिलता है | बस फिर क्या था मैंने इंतज़ार शुरू कर दिया उनके घर आने का |

मैंने सोचा क्या होगा अगर मैंने इसके साथ जबरदस्ती कर दी तो | पर मैं ये नहीं चाहता था क्यूंकि इससे हर तरफ ढिंढोरा पिट जाता | इसलिए मैंने विगोरा की गोली लाके रख ली और बस करने लगा इंतज़ार | सब्र का फल मीठा होता है ये बस सुना था मैंने पर इस बार मेरा सपना सच हो गया | पर मुझे एक बात समझ नहीं आई की आंटी मुझसे चिपक बहुर रही थी पर फिर भी मैंने सोचा की दवाई का पूर्ण इस्तमाल करूँगा | जैसे ही आंटी घर आई मुम्मी ने कहा मनीष बेटा आंटी को पानी दे | मैंने आंटी के पानी में दवाई मिला दी और उनको पिला दिया | आंटी ने मुझे पास बैठाया और गले में हाथ डालके कहा क्यों बच्चे इतने समझदार हो गए तुम |

आंटी के साइड बूब्स मुझसे टच हो रहे थे और मेरा लंड खड़ा हो गया | मैंने कहा आप इनती मस्त हैं की आपको देखके समझदारी अपने आप निकल जाती है | मुम्मी ने कहा ऋतू मैं थोड़ी देर में आती हूँ बगल वाले के घर से आज रात तो तू वैसे भी यहीं रुकेगी तो आराम से चली जाना | मैंने सोचा वाह लाटरी लग गयी | आंटी को दवाई का असर होने लगा और मुझसे थोडा दूर होक बैठ गयी | आंटी का हाथ मेने फिर से अपने गले में डाला और कहा आप बताओ न क्या चल रहा है | आंटी ने बताना शुरू किया और मेरे गले पे हाथ फिराने लगी | मैंने भी हलके से आंटी के साइड बूब्स पे हाथ फेरने लगा |

फिर एक दम से हटा लिया आंटी ने कहा कर लो बड़े तो हो ही गए कार्लो जो कर रहे थे | अब तो मेरा हौसला आसमान के ऊपर था और मैंने तुरंत आंटी के बूब्स को सामने से दबाना चालु कर दिया | अब आंटी ने अपने बूब्स बाहर निकाले ब्रा से और कहा अच्छे से करो | मैंने थोड़ी देर तक उनके बूब्स को दबाया और निपल्स को भी मसला फिर उन्होंने मेरा मुह अपने निप्प्लस पे लगाके कहा चूसो इनको | मैंने चूसते हुए उनके निप्प्लस को कड़क कर दिया और वो आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करने लगी | मैंने कई बार उनसे कहा आंटी थोडा धीरे करो पर वो सुन ही नहीं रही थी |

फिर उन्होंने अपना पूरा सूट उतार दिया अब उन्होंने मेरा एक हाथ अपनी चूत पे रखवा दिया और खुद ही रगड़ने को बोलने लगी | मैंने उनकी चोट को अपनी बीच की उन्ग्लू से रगड़ना चालु किया और वो आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करती रही | फिर मैंने अपनी ऊँगली से ही उनको चोदना चालु कर दिया |

उसके बाद उन्होंने मेरा लंड खोला और मुझे सामने बुलाया और कहा इसको डालो अन्दर | मैंने अपना लंड डाला तो मुझे गरम गरम लगा | मैं आगे पीछे हो रहा था और वो आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः कर रही थी |

करीब आधे घंटे तक चुदने के बाद जैसे ही मम्मी ने आवाज़ लगायी उन्होंने मेरा लंड निकला और अपने मुह के ऊपर हिलाने लगी | मैंने आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः कर ज़ोरदार मुठ की बारिश उनके मुह पे कर दी |

पर अब मुझे और चुदाई की तलब लगने लगी और आंटी भी दवाई के नशे से बाहर आ गयी | मुझे तो लगा बस अब तो सारा मज़ा किरकिरा हो गया | मैं रात को खाना खाने के बाद अपने रूम में गया और आंटी और मम्मी गप्पे मार रही थी | रात के 12 बजे मैंने अपना निकाल के उसको हिलाना चालु कि तभी मेरा दरवाज़ा खुला और आंटी आ गयी | वो मेरा लंड पकड़ के चूसने लगी और मेरे मुह से आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः की आवाज़ निकलने लगी | इन्होने मेरा लंड मस्त चूसा और मुझे झडवा भी दिया | उसके बाद वो अपनी छोट मेरे लंड पे रगड़ने लगी और उसके बाद मेरे मुह के पास अपनी चूत लेके आई और कहा इसको चाटो | मैंने उनकी चूत को चाटना शुरू किया |

उनकी बड़ी बड़ी गांड मेरे मुह से टकरा रही थी तो मैंने एक ऊँगली उनकी गांड के छेद में डाल दी और उसको चोदने लगा | आंटी आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः ही कर रही थी | फिर थोड़ी देर बाद मैंने उनकी चोट को चाटना बंद किया और उनके छेद में अपना लंड डाला पर इस बार गांड के छेद में डाला | मैंने उन्हें घोड़ी बना के चोदा और वो बस अपनी चूत को रगड़ते हुए सिस्कारियां ले रही थी | इतना मज़ा आया उनको चोदने में कि क्या बताऊँ मैं आपको | पूरी रात की चुदाई के बाद आंटी ने कहा अब मैं यही बाजू वाले घर में रहने आ गयी हूँ तो तु कभी भी आ जाना |

मेरी तो सच में लाटरी लग गयी और मम्मी भी खुश अपनी दोस्त से और लड़का भी खुश मम्मी की दोस्त की चूत से |

The post मम्मी की दोस्त की चूत और हमारी अन्तर्वासना appeared first on Antarvasna.

]]>
रेशमा की काली चूत https://sexstories.one/reshma-ki-jawani-kaali-choot/ Mon, 24 Jan 2022 07:11:12 +0000 https://sexstories.one/?p=5119 थोड़ी देर हम दोनों लिपट कर बातें करने लगे , रेशमा बोलने लगी कि अब तो हर रात उसे मेरे साथ रंगीन करनी है , और वह मेरी रंडी बनकर मेरे साथ चुदती रहेगी , रेशमा के ऊपर लेटते हुए उसकी बातें सुनकर लन्ड फिर से खड़ा हो गया...

The post रेशमा की काली चूत appeared first on Antarvasna.

]]>
Reshma ki Jawani aur Kaali Choot – नमस्कार मेरे चूत के दीवानों और लंड की मस्तानियों! मेरा नाम विशाल शर्मा है और मैं एक 28 साल का नौजवान लड़का हुँ , मैं जयपुर में रहता हुँ , ये कहानी मेरी और एक जवान लड़की रेशमा के बीच की अद्भुत सेक्स कहानी है जिसने मेरी जिंदगी को बदलकर रख दिया , रेशमा मेरे पड़ोसी अंकल की बहु है जो 30 साल की है और जिसकी शादी जैद से हो गयी थी , मेरी कहानी शुरू करने से पहले उसके कामुक बदन की सैर कर लीजिए..

रेशमा करीब 5 फुट 5 इंच की भरे पूरे गदराए बदन की मालकिन है , जिसका फिगर देख कर ही लंड पागल होकर फड़कने लग जाता है , रेशमा 36-32-38 फिगर की मालकिन है , और एक बात जो रेशमा को सबसे खास बनाती है वो है उसका काला रंग , इस बारे में हम आगे जानने वाले हैं, रेशमा की शादी 18 साल की उम्र में ही जैद से ही चुकी थी , जैद शादी के 1 महीने बाद ही दुबई में नौकरी करने चला गया था , जैद कभी कभी साल में 1 , 2 बार घर आता है लेकिन जब भी आता है रेशमा को चोद चोदकर बुरा हाल करके ही जाता ..

यह मुझे तब पता चला जब एक बार मैंने गलती से छत पर उन्हें चुदाई करते देख लिया था, लेकिन रेशमा फिर भी जैद से खुश नही थी , इसका कारण था जैद का दुबई से मोहब्बत करना , असल मे जैद घर पर बहुत कम रुकता था यहां तक कि दुबई से इंडिया आने के बाद भी वो घर न आकर जगह जगह घूमता रहता था इसके पीछे का राज उसकी हवस थी , जिसके बारे में मुझे बाद में पता चला , यूं तो रेशमा का फिगर किसी भी लंड की पिचकारी निकालने के लिए काफी है लेकिन जैद रेशमा को पसंद नही करता था क्यों कि रेशमा देखने मे खूबसूरत नही थी…

इसके बावजूद भी रेशमा की चूत के पीछे कई लोग पागल थे , अब थोड़ा मेरे बारे आप को बता दूं , मैं जयपुर में एक फ्रीलेन्सर हु और अच्छी खासी कमाई हो जाती है साथ ही मेरे पास खाली समय भी रहता है जिसमे मुझे तरह तरह की लड़कियों की चूत मारने का समय मिल जाता है कभी टिंडर से तो कभी किसी मस्त चिकनी लड़की को पटाकर उसकी चूत का भोसड़ा बनाने का मौका मिल जाता है लेकिन रेशमा के फिगर को देखकर कई बार उसके नाम की मुठ मारकर लन्ड की हालत खराब कर दी…

असल मे मुझे ऐसी लड़कियां काफि पसंद आती है जो देखने मे बदसूरत लगे लेकिन उनके फिगर को देखकर किसी का भी पानी निकल जाए साथ ही काली चूत का मैं हमेशा से दीवाना रहा हु , न जाने गोरी चूत से ज्यादा काली चूत चोदने में मुझे ज्यादा मजा क्यों आता है खैर….! रेशमा अधिकतर घर के काम काज में व्यस्त रहती थी इसलिए मुझे कभी उस से अकेले में बात करने का मौका नही मिला नही तो मैं उसे कब का अपनी जान बनाकर चूत की धज्जियां उड़ा देता , पर संयोग से एक दिन रेशमा छत पर घूम रही थी ,छत पर वह बुर्का लगाकर रहती है कसम से बुर्के में उसे देखकर लन्ड अचानक पेंट से बाहर निकलने के लिए तड़प उठता लेकिन जैसे तैसे मैने खुद को संभाला और रेशमा के गदराए बदन पर अपनी हवस भारी नजर डाली , मैं बेशर्म होकर उसे देख रहा था और रेशमा भी मुझे देख रही थी ।

हमारी छत एक दूसरे के पास थी इसलिए वह मुझसे ज्यादा दूर नही थी , जब वह कपड़े सुखाते सुखाते मेरी तरफ आयी तब मैंने कहा

और भाभी आप तो पहली बार दिखाई दिए हो मुझे तो पता ही नही था इस घर मे कोई लड़की रहती भी है या नही ( रेशमा से एक दो बार उसके की मौजूदगी में मेरा परिचय हो रखा था )

रेशमा – शर्माते हुए , क्या करे काम काज बहुत रहता है

मैं बोला – और भाभी जैद भैया कब आने वाले है उनके बिना आप अकेले कैसे रह लेती हो

रेशमा -अब क्या बताऊँ वो तो साल में एक दो बार ही दर्शन देते हैं बाकी समय तो मैं मन मसोस कर……

मैं – ओह्ह यह तो बड़ी परेशानी है शादी के 10 साल से ज्यादा हो गए फिर तो आप जैद भैया के साथ ज्यादा देर तक राह नही पाए , दुबई जाने से पहले के दिन तो आपके लिए यादगार होंगे

रेशमा – कौनसे दिन , आपके भैया तो मुझे बिल्कुल पसंद नही करते , उन्हें मेरी शक्ल बिल्कुल पसंद नही , बस शरीर को ही नोच….. (इतना कहते ही रेशमा भाभी रुक गयी क्यों कि जैद का ठरकी बाप ऊपर आ चुका था । में भी सोचने लगा असली point की बात आते ही ये मादरचोद कबाब में हड्डी बनके आ गया अब भाभी नीचे चली गयी और मैं उस ठरकी अंकल से politics को लेकर बकचोदी करने लग गया )

इसके बाद रेशमा भाभी कई बार छत पर आने जाने लगी और हमारी नॉर्मल बातें होती रही , बीच बीच में मैं रेशमा भाभी की दुखती रग पर हाथ रख देता जिस से उनकी उत्तेजना बढ़ जाती , वो समझ चुकी थी कि मैं बार बार उनकी सेक्स life के बारे में indirectly क्यों जिक्र करता हूँ )

एक दिन मैंने पूछ लिया भाभी आप उस दिन क्या कह रही थी , जो कहते कहते रुक गयी ।

तब रेशमा भाभी ने मुझे बताया कि वो जैद से बहुत परेशान है , न तो वो उसे पसंद करता है , न उससे प्यार से सेक्स करता है , शादी उसने जबरदस्ती ही कि थी क्यों कि वो दिखने में काफी बदसूरत है और रेशमा भी गरीब परिवार से थी , सो दोनों तरफ से जबरदस्ती शादी हुई ,जैद को रेशमा की शक्ल बिल्कुल पसंद नही थी , न जाने उसे करीना कपूर जैसी सुंदर और गोरी लड़की क्यों चाहिए थी जबकि खुद दिखने में राजपाल यादव जैसा था और 8 वी फैल पर सपने बड़े बड़े

भाभी ने यह भी बताया कि शुरुआत में कुछ समय तक तो औरत का भूखा जैद उनसे मजे लेकर सेक्स करता था लेकिन 1 महीने बाद जब वो दुबई गया और एक साल बाद वापस आया तो वह उनसे मार पिटाई करके wild सेक्स करता था , जो रेशमा को पसंद नही आता था और जैद साल में 1,2 बार ही घर आता था , जिससे रेशमा की फुदकती चूत की आग बढ़ती ही जा रही थी ।

रेशमा भाभी ने बताया कि जैद दुबई में रहकर अच्छे पैसे कमाकर रंडियों के साथ चुदाई करता था उसने कई गोरी चिट्टी लड़कियों को पटा रखा था साथ ही जब इंडिया में आता तो यहां भी रंडियों के पास ही रात गुजरता , वह अपने ज्यादा पैसे इसी अय्यासी में उड़ा देता था , कभी बेंगलोर कंही पुणे जाकर होटल में किसी सुंदर रांड को बुलाकर उसके साथ हमबिस्तर होता था ।

ये वजह थी कि रेशमा की सेक्स life बिल्कुल सुनी थी ।

मैंने पूछा भाभी आपको ये सब कैसे पता चला ?

तब भाभी ने कहा ये हरामी खुद ही मुझे ये सब बताता है ताकि मैं परेशान हो जाउ और कहता है कि तू बिल्कुल सुंदर नही मैं तो सुंदर लड़कियों के ही मजे लेता रहूंगा , पैसे दे देकर

खैर….. मैने बात बदलते हुए कहा

छोड़ो भाभी , आपका पति तो आपको संतुष्ट नही कर सकता लेकिन आपकी जवानी अभी काफी बाकी है इस से अच्छा आपको भी कोई और रास्ता खोजना चाहिये ।

भाभी बोली – क्या मतलब ?

मैंने कहा – क्या आप खुद को कंट्रोल कर पाते हो सेक्स के लिए

तो भाभी ने कहा – बिना सेक्स के मेरी हालत खराब हो जाती है लेकिन जैसे तैसे करके मुझे कंट्रोल करने ही पड़ेगा अब क्या करू आपके पास कोई रास्ता ह क्या ? (भाभी और मैं एक दूसरे को हवस भरी नजरों से देख रहे थे )
मैंने जानबूझकर कहा – आपको तो अब अपनी उंगली से ही काम चलाना पड़ेगा अब यही रास्ता बचा है

तो भाभी बोली – उंगली से ही तो 10 साल निकाल दिये, मैने तो सोचा आप कोई मर्दों वाली बात करोगे

तो मैंने कहा – मेरी मर्दानगी आपकी चीखें निकाल सकती

रेशमा ने कहा – अब चाहे कितनी चीखें निकले मुझे परवाह नही

यह सुनकर मै अपनी छत से उनकी छत पर गया और जैसे ही रेशमा भाभी के पास गया तो वो दूर हट गई

तो मैंने कहा – लगता है आपकी भी गांड में दम नही

रेशमा भाभी – ने शर्म लाज छोड़कर अपना पल्लू गिराके मेरे लंड की तरफ देखकर अपने होठों को काटते हुए मेरे पास बढ़ी

मैने लपक कर भाभी को अपनी बाहों में भर लिया और उसके मोटे मोटे होटों पर अपने होंठ रख कर बेतहासा चूमने लगा , होंठ चूमते हुए मेरा एक हाथ भाभी की पीठ को सहला रहा था तो एक हाथ उसकी मोटी गांड को दबा रहा था
5 मिनट तक रेशमा के काले होंठो रस पीने के बाद हम एक बार के लिए एक दूसरे से अलग हुए

रेशमा बोली चलो कमरे में चलते है

रेशमा ने छत का दरवाजा बंद कर दिए और मैं उसे अपनी गोदी में उठाकर कमरे में ले गया , और कमरे में ले जाकर मैने उसे बिस्तर पर पटक कर गिरा दिया

उसका पल्लू गिर चुका था , उसके मोटे मोटे boobs बाहर आने को बेताब थे ।

उसके चेहरे पर सालों की प्यास आसानी से दिखाई दे रही थी और मेरा लन्ड भी एक काली चूत की गहराइयो में जाने को बेताब हो रहा था ।

मैं रेशमा के ऊपर टूट पड़ा

फिर से उसके होंठों को चूमते हुए एक हाथ उसके मोटे मोटे काले काले मम्मों को ब्लाउज के ऊपर से दबा रहा था और दूसरे हाथ उसके सर को कस के पकड़ कर उसके होठों को मैं खा रहा था ।

बेतहासा चूमते हुए मैंने रेशमा को लिटाते हुए अपना हाथ उसकी साड़ी ऊपर करके उसकी चूत के ऊपर ले गया और मेरा हाथ उसकी चूत को चड्डी के ऊपर से मसलने लगा , रेशमा की चूत पानी छोड़ने लगी ।

रेशमा को लगातार kiss करते हुए मेरा हाथ उसकी चूत की गहराई में जाने को तड़प रहा था और वहीं रेशमा ने अपने हाथ से मेरे लन्ड को कच्छे के ऊपर से मसलना शुरू कर दिया ।

10 मिनिट तक उसके होंठों को चूसने के बाद रेशमा ने मेरी पेंट की जिप खोली और मेरे लौड़े को बाहर निकाल कर आजाद कर दिया ।

2 सेकेंड़ के लिए मेरे uncut लौड़े को देखकर उसने अपनी लार टपकाते हुए लौड़े पर एक प्यासी नजर से देखा और तपाक से पूरे लौड़े को मुंह मे ले लिया

मेरा लन्ड रेशमा के होंठो की गिरफ्त में आ चुका था , रेशमा किसी लॉलीपॉप की तरह लंड को मस्त चुन्स रही थी ।

सालों से प्यासी रेशमा लन्ड पर ऐसे टूट पड़ी जैसे प्यासा पानी पर टूट पड़े ।

किसी पोर्नस्टार की तरह मस्ती से आह आह उम्म उम्म करते हुए रेशमा मेरे लन्द को बेतहासा आगे पीछे करते हुए चुन्स रही थी

में जन्नत की सैर कर रहा था

Hindipornstories वेट्रेस के साथ गैंगबैंग

5 मिनिट तक लौड़े की बेतहासा चुसाई के बाद मैंने रेशमा को पकड़ कर लिटा दिया और एक एक करके उसके सारे कपड़े खोल दिए

रेशमा को नंगी बदनं के साथ कोई एक बार देख ले तो उस से सुंदर दुनिया मे कोई औरत नही लग सकती

रेशमा के मोटे मोटे पहाड़नुमा मम्मे देखकर मैं पागल हो गया

उसके nipples काफी लंबे थे यह देख मेरा लन्ड फड़क उठा

नीचे देखते ही लंड हिलोरे मारने लगा , रेशमा की काली चूत उसकी भूरी झांटो के पीछे छिपी हुई शर्मा रही थी ।

अब मुझसे रहा नही गया

मैम रेशमा की चूत पर टूट पड़ा

69 पोज़िशन मैं और रेशमा नंगे होकर एक दूसरे के अंग को चुन्स रहे थे ।

एक तरफ मैं रेशमा की काली चूत को बेतहासा चूँस चूँस कर चूत को गीला करता जा रहा था वहीं रेशमा उतने ही जोश से मेरे लन्ड की भयंकर चुदायी कर रही थी ।

रेशमा कभी तो लन्ड के टोपी को जीभ से चारो तरफ घुमा कर चुंसती तो कभी पूरा लन्ड आगे पीछे कर मुंह मे अंदर तक लौड़े को सैर करवाती ।

वहीं मैं रेशमा की चूत के अंदर जीभ डाल डाल कर जीभ से उसे चोदते हुए चूत रस पान कर रहा था ।

रेशमा मेरे लौड़े को अपने गले के अंदर तक उतार उतार कर अपनी मुंह की चुदायी करने लगी

अब लंड जवाब देने लगा ,

रेशमा के गले मे उतरते हुए लन्ड ने पिचकारी छोड़ दी और रेशमा ने पूरा माल सीधे गले मे ही गटक लिया

इधर रेशमा भी कुछ देर बाद चूत चुसाई से अपने रस छोड़ने लगी ।

अब थोड़ी देर हम दोनों लिपट कर बातें करने लगे , रेशमा बोलने लगी कि अब तो हर रात उसे मेरे साथ रंगीन करनी है , और वह मेरी रंडी बनकर मेरे साथ चुदती रहेगी , रेशमा के ऊपर लेटते हुए उसकी बातें सुनकर लन्ड फिर से खड़ा हो गया
इस बार मैंने ज्यादा समय न गवांकर रेशमा को तुरंत उल्टा किया और उसके बाल खींचते हुए गांड की तरफ अपना लन्ड उसकी चूत में डाल दिया

और रेशमा के बालों को खींचते हुए उसे पीछे से चोदने लगा

रेशमा जोर जोर से बोलने लगी

हाय अल्लाह मेरी चूत का भोसड़ा बना दे

चोद साले चोद बहनचोद अपनी रंडी को

चोद मेरी काली चूत को

बुझा दे मेरी बरसो की प्यास

इधर में उसकी गंदी बातें सुनते हुए उसकी चूत में धक्के पेल रहा था , रेशमा की काली चूत में मैं आसानी से पेलम पेलाई कर रहा था और उसे गालियां देकर अपनी रंडी बनाकर चोद रहा था ।

उसके मुंह को घुमाकर उसके होंठों को चुंस्ते हुए उसकी चूत का भोसड़ा बनाने लगा ।

रेशमा जोर जोर से चुदने लगी

अब रेशमा मेरे ऊपर बैठकर cowgirl पोजिशन में आ चुकी थी और तूफान एक्सप्रेस की drive करने लगी और अपनी चूत को आगे पीछे करके चुदवाने लगी

क्यों साली तेरा पति तेरी चूत नही चोदता क्या

बहन की लौडी

ले ले मेरा लौडा

गालियां दी देकर उसकी चूत का बाजा मैं बजाता रहा रेशमा भी जोश में गंदी बाते बोलकर चुदवा रही थी

साले हरामी मादरचोद

मेरी काली चूत का भोसड़ा बना

मेरा पति नामर्द है बहुत दिन बाद एक मर्द हाथ लगा तेरे लन्ड को पूरा निचोड़कर कर ही मानूँगी

मार मेरी छिनाल चूत को , फाड़ दे इस काली रंडी को

अब मैंने उसे फिर से उल्टा लिटाकर उसकी चूत बजानी शुरू कर दी इसी बीच मैनी अचानक अपना लंड चूत से निकालकर उसकी गांड में डालने लगा

रेशमा की गांड के छेद ने मेरे लौड़े को आसानी से अपने अंदर ले लिया मानो रेशमा को इसी का इंतजार था

मैने सोचा – जरूर रेशमा ने अपनी गांड कई लोगो से मरवाई होगी वर्ना बिना थूंक लगाए इतनी आसानी लौडा अंदर नही जा सकता था

जरूर रेशमा ने अपने मर्द के गैर मौजूदगी में कई लौंडों से अपनी प्यास बुझाई होगी

ये सोचकर मैं लगातार उसकी गांड फाड़कर चोदने लगा

रेशमा बोली चोद भोसडीके चोद

फाड़ दे मेरी काली गांड को

मैं रेशमा की मोटी 38 इंच की गांड को मस्ती से चोदने लगा

करीब 15 मिनिट बाद मैं रेशमा की गांड में ही झड़ गया ।

अब रेशमा और मैं एक दूसरे से लिपटकर बतियाने लगे कि अचानक उसकी ठरकी ससुर ने उसे नीचे से आवाज लगाई इसलिए उसे जाना लेकिन रात में 8 बजे रेशमा फिर से ऊपर और फिर करीब 1 घण्टे फिर से मैंने रेशमा की चूत और गाँड़ के मजे लिए ।

इस तरह पिछले 2 साल से रेशमा और मैं चूत लंड की मस्त दुनिया मे घूम रहे हैं । रेशमा के साथ मैने आगे और क्या क्या गुल खिलाये कैसे रेशमा के नए राज खुले , किसे उसकी बहन और सहेलियों को मैंने पटाकर उनकी चूत ली यह बताऊंगा मैं आपको अगले हिस्से तो दोस्तो इस कहानी पर अपना प्यार जरूर बरसाए और मुझे जरूर बताएं कि आपको ये कहानी कैसी लगी मेरी mail id पर मुझे प्रतिक्रिया जरूर दें ताकि मैं जल्द से जल्द दूसरा भाग आपके लिए ला सकूं ।

The post रेशमा की काली चूत appeared first on Antarvasna.

]]>
कश्मीर का सफर https://sexstories.one/kashmir-ka-safar-me-chudi/ Tue, 11 Jan 2022 08:03:17 +0000 https://sexstories.one/?p=5092 मैंने जोश मेँ आके अपनी नाईटइ उतार दी और अपने बूब्स को जोर जोर से दबाने लगी मैं ठण्ड मैं भी पसीना पसीना हो रही थी मैं जोर जोर से बेलन को अंदर दाल रही थी.. पर बेलन का पतला डंडा मेरी चुत को कसावट नहीं दे पा रहा

The post कश्मीर का सफर appeared first on Antarvasna.

]]>
Safar me Chudi – मेरा नाम पूनम लखनऊ की रहने वाली हूँ मेरी उम्र 33 साल है मेरे पति 3 साल पहले एक एक्सीडेंट में वो नहीं रहे.. मेरी कोई औलाद नहीं है है क्यूंकि हमारी शादी के 3 से साल के अंदर वो नहीं रहे और तब तक हम लोगो ने बच्चे की कोई प्लानिंग नहीं की थी.. खैर जो हुआ सो हुआ मेरे पति के पास पैसा काफी था घर बड़ा था तो मुझे कोई दिक्कत होती थी.. ऐस और आराम की हर चीज़ मेरे पास थी बस नहीं था तो प्यार हा हां वही बिस्तर वाला प्यार तो बस ये कहानी उसी बिस्तर वाले प्यार को पाने की कहानी है अच्छी लगे तो जरूर बताइयेगा /

एक दिन की बात है मेरी एक फ्रेंड दिल्ली से लखनऊ आयी तो मुज से मिलने आयी

टिंग टोंग

मैं दरवाज़ा खोलती हूँ

अरे रजनी ओह माय गॉड इतने दिनों बाद अचानक

रजनी:- अरे है यार वो मैं लखनऊ आयी थी सोचा मिल लून तुज भी।

पूनम :- अरे यार थैंक्स अऊ अंदर आओ

रजनी :- बिलकुल यार अपना है

पूनम :- बिलकुल तुम्हारा हे घर है

पूनम :- रुक तू मैं चाय लाती हूँ ओके

रजनी :- अरे नहीं रुक यहाँ इतने दिनों बाद मिले है चाय छोर और बता क्या हो रहा है आज कल

पूनम :- कुछ नहीं तू बता

रजनी :- मैं क्या बताऊ और बताओ अच्छा जीजू कहा है

पूनम :- जीजू तुम्हे कुछ पता नहीं चला क्या

रजनी :- नहीं क्या हुआ कोई बात क्या

पूनम :- साल पहले एक्सीडेंट हो गया था

रजनी :- ओह्ह सॉरी बहन

पूनम :- कोई बात नहीं

फिर हम लोग इधर उधर की पुराणी बाते नई बाते करने लगते है घंटो बैठे रहते है पति के जाने बाद क्या क्या हुआ क्या नहीं मेरी हताश जिंदगी यू ही सांत पानी की तरह मायूस जिंदगी ये सब होती रही

फिर उसने अपना फ़ोन निकला और मुझे कुछ फोटो दिखने लगी गोवा की पिक्स हिमाचल की पिक्स और कश्मीर की पिक्स मुझे बहुत अच्छा लगा बातो बातो में उसने कहा तुम भी कही घूम आओ थोड़ा मूड फ्रेश होगा

पूनम :- मैं अकेले कहा जाऊ यार

रजनी :- क्यों नहीं तभी तो और मज़े कही भी आओ जाओ कोई रोक टोक नहीं हम्म

पूनम :-बात तो सही है लेकिन जाऊ कहा

रजनी :- तू न कश्मीर जा वहा इस समय खूब ठण्ड होगी बर्फ होगी मज़े ले जाके

पूनम:- हम्म चलो देखती हूँ

ये सब बाते होते होते कब रात हो गयी पता हे चला

रजनी से मैंने रुकने को बोला तो वो मान गयी और रात वही रुक गयी

हम लोग खाना खा के सोने चले जाते है

बिस्तर पर भी हम देर तक बाते करते रहते है और फिर 12 बजे करीब सो जाते है

कुछ देर बाद हे शायद मैं काफी गहरी नींद में चली गयी

मुझे एहसास हुआ की मेरी जंगो पर से कोई हाथ फेरता हुआ मेरी चुत तक ला रहा था

मुझे बहुत अच्छा लग रहा था मेरी आंखे बंद थी मैं देख नहीं पा रही थी और न हे आंखे खोलना चाहती थी

धीरे धीरे वह हाथ सिर्फ मेरी चुत की दरारों को सहलाने लगा पर कोण था वो रजनी तो नहीं हा लेकिन वो इस

तरह थी नहीं फिर भी पर क्या हुआ मुझे अच्छा लग रहा था वो एहसास मैं ने थोड़ी से टांगे फैलाई रजनी जान गयी की मैं कुछ चाहती हूँ उसने वहा से हाथ हटा के पीछे ले मुझे बुरा लगा लेकिन अगले पल फिर वो हाथ मेरी चुत पर आ मैं सिहर गयी अह्ह्ह अहह सससससस मैं अपने बाल पकड़ ले रजनी ने एक ऊँगली मेरी चुत मैं दाल दी उफ्फ्फ्फ़ अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह मैं कुछ नहीं समझ पा रही थी तब तक उसने मेरी ३४ की गोलाई चूची को मसलना सुरु कर दिया उफ्फ्फ उफ्फ्फ्फ़ फूउ शह्ह्ह्ह शह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह

प्लस रजनी करो उसने मेरे ऊपर मेरे होंटो को चूमना सुरु कर दिया

हम दोनों बेतहाशा एक दूसरे की होटो को चूमने लगे

वो अपनी टांग]को मेरी छूट पर रगड़ रही थी मुझे बहुत अच्छा लग रहा था

अह्ह्ह अह्ह्ह उफ्फफ्फ्फ़

मैं भी अपनी पूरी ताकत से चुत उसके पैरो पर रगड़ रही थी ये एहसास मुझे पागल कर रहा था

रजनी मेरे ऊपर से हट कर मेरी छूट चाटने लगती है

अह्ह्ह्ह

अह्ह्ह्हह

रजनी उफ्फफ्फ्फ़ क्या कर दिया

उफ़्फ़्फ़ा

उफ्फ्फ्फ़ उसने फिर एक ऊँगली डाली उफ्फ्फ्फ़

अह्ह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह उफ्फ्फ

रजनी जोर से जोर से करो और तेज़

उफ्फ्फ्फ़ाआ

रजनी की जीब मुझे मदहोस कर रही थी उसकी उंगली मुझे पागल

रजनी :- उठो पूनम

रजनी:-पूनम पूनम

Sexy story सालियों की अदला-बदली

और मेरी आंख खुल जाती ये हसीन सपना टूट जाता है रजनी मुझे बाय करके चली जाती मैं कुछ बोल नहीं पाती

लेकिन कोई बात नहीं ये सपना पहली बार नहीं था लेकिन एहसास अनोखा था

मैं उठ किचेन में जाती हूँ और फ्रिज खोल कर कुछ लम्बा ढूंढ़ती हूँ लेकिन कुछ नहीं था मैं पागल होने लगती हूँ फिर मेरी नजर बेलन पर पड़ती मैं

उसको उठा लेती और बाथरूम मैं जाती हूँ कमोड पर चुत को ऊपर कर के बैठ जाती हूँ

मेरी चुत एक दम गीली थी मैं बेलें को अंदर डाला

और जोर जोर अंदर बाहर करने लगती हूँ मेरी भवनए आसमान चुने लगती है और मेरी

अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ अह्ह्ह्हह ाऊऊऊ अह्ह्ह्ह

मैं जोर जोर अंदर बाहर कररही थी अह्ह्ह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह

मैंने जोश मेँ आके अपनी नाईटइ उतार दी और अपने बूब्स को जोर जोर से दबाने लगी मैं ठण्ड मैं भी पसीना पसीना हो रही थी मैं जोर जोर से बेलन को अंदर दाल रही थी

पर बेलन का पतला डंडा मेरी चुत को कसावट नहीं दे पा रहा

था मैं यू ही नंगे नंगे फिर फिर बाहर आयी कुछ ढूंढ़ने लगी मुझे कुछ नहीं मिल रहा था तभी मुझे आवाज़ आयी आलू ले लो टमाटर ले लो मैं झट से अपनी नाईटइ पहनी और दुपट्टा लिया और नीचे गयी मैंने १ कग आलू टमाटर मिर्च ली ताकि कोई सुबह सुबह सब लम्बे लम्बे ले रहे है तो शक न हो फिर मैंने गाजर ली बैंगन लिया और केले कच्चे लिए और ऊपर आ गयी और फिर एक केला तोडा और मुँह मैं दाल कर चूसने लगी और सोफे पर टांगे फैला के अंदर डालने लगी अब्ब थोड़ा लुंड का एहसास हुआ

बस कोई झटके देने वाला होता तो मज़ा आ जाती मैं जोर जोर से डालती रही फिर मेरी नज़र एक बैगन पर पड़ी जो केले से ज्यादा मोटा और लंबा था मैंने उसे उठाया और केला को मुँह मैं और बैगन को छूट मैं दाल लिया अब्ब हहहह अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह्हह्ह्ह्ह अह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह अह्हह्ह्ह्ह अह्हह्ह्ह्ह मैं छूट गयी मैं छूट गयी मैं छूट गयी

अब होश आया बैगन अभी चुत मैं ही था उसकी कसावट अब मुझे दर्द देने लगी थी मैं धीरे से उसे बहार किया और साथ साथ मेरे चुत की लार भी टपकने लगी सब शांत हो गया होश भी था पर अफ़सोस था की यही पल अगर किसी मर्द के साथ होता तो अभी तक उसकी बहे मुझे कस रही होती

मैंने नहाया धोया चाय बनाई फिर बैठ कर टी.व् देखने लगी न्यूज़ देखने का भी मन हुआ लगा दी न्यूज़ पर अगले हसीन पल की तस्वीर आ रही थी

न्यूज़ पर कश्मीर की बर्फ भरी वादियों के चर्चे हो रहे थे

वहा गिर रही बर्फ मौसम की न्यूज़ चल रही थी मुझे रजनी की कही बात याद आ गयी मैंने कुछ देर सोचा फिर नेट से एक ट्रेवल एजेंट नम निकला और उससे पूछा की क्या खर्च होगा और सब बाते करके मैंने उससे ३ दिन बाद की टिकट कराने और होटल बोल दिया और मैं तइयारी मैं लग गयी….

The post कश्मीर का सफर appeared first on Antarvasna.

]]>
एक चुडक्कड़ परिवार की कहानी https://sexstories.one/desi-indian-family-ki-incest-porn-kahani/ Fri, 17 Dec 2021 08:09:33 +0000 https://sexstories.one/?p=5020 उसने उसके दाहिने स्तन को खोल दिया और पहली बार उसने उसके नग्न भव्य स्तन को देखा, वह उसके खुले स्तन के ऊपर झुक गया और उसके निप्पल पर चूमा, लेकिन वह और अधिक चाहता था...

The post एक चुडक्कड़ परिवार की कहानी appeared first on Antarvasna.

]]>
Desi Indian Family ki Incest Porn Kahani – आरव अपने पिता द्वारा खरीदा गया रंगीन टीवी देखकर खुश था, यह उसके गाँव का पहला रंगीन टीवी था और वह अपने दोस्तों को इसके बारे में शेखी बघारते नहीं थकता था। आरव एक 18 साल के बच्चे के लिए थोड़ा अपरिपक्व था और उसकी काया ने मदद नहीं की या तो कोई उसे आसानी से 15 या 16 साल के लिए भूल जाएगा। इसके कुछ लाभ भी थे; उसके पिता उसे खेती में शामिल नहीं करते थे।

पिछली बार जब उनके पिता उन्हें चावल की बुवाई के लिए खेत में ले गए, तो उन्होंने एक ही छेद में सारे बीज डाल दिए, अपने बचाव में उन्होंने कहा “पिताजी, आपने मुझे बीज को जमीन में डालने के लिए कहा था, आपने कुछ भी नहीं बताया इसे समान रूप से फैलाने के बारे में। ” उस घटना के बाद उसके पिता उसे कभी खेत में नहीं ले गए।

“माँ, आरव मुझे परेशान करता है, वह मुझे मेरा एपिसोड देखने नहीं दे रहा है, मैं एक महीने से इसका पालन कर रहा हूँ।” आरती ने अपनी मां से शिकायत की।

“माँ, मुझे शक्तिमान देखना है, मैं एक साल से इसका पालन कर रहा हूँ।” आरव ने कहा कि वह जानता है कि उसकी मां उससे ज्यादा प्यार करती है और उसकी किसी भी इच्छा से इनकार नहीं किया; आखिर वह घर का इकलौता बेटा था।

“अरे तब हमारे पास टीवी नहीं था।” आरती अपने भाई पर चिल्लाई।

“आरती, अपने भाई को टीवी देखने दो, क्या तुमने बर्तन बनाए।” शालिनी कुएं से चिल्लाई।

वह गाँव के बाहर नदी में स्नान करने वाली अन्य महिलाओं के विपरीत, अपने घर के ठीक बाहर गाँव के कुएँ में स्नान करना पसंद करती थी। आमतौर पर महिलाएं कुएं से पानी अपने घर ले जाती थीं, लेकिन चमत्कारिक रूप से जब भी शालिनी स्नान करतीं तो कई पुरुष कुएं से पानी लेने आते। ऐसा नहीं था कि शालिनी को यह नहीं पता था, लेकिन गाँव के कुएँ में नहाना दिन का उसका पसंदीदा हिस्सा था, वह पूरे दिन उसका इंतजार करती थी।

“कमबख्त वेश्या।” आरती ने अपनी सांस के नीचे अपनी मां को बताया।

आरव ने अपने अहंकार को और भी अधिक चोट पहुँचाने पर विजयी रूप से मुस्कुराया और खुद को टीवी देखने में लगा दिया।

आरती ने बर्तन लिए और उन्हें साफ करने के लिए कुएं पर चली गई, लेकिन वह अपने सामने की जगह को देखकर चौंक गई, उसकी माँ का ब्लाउज गीला था और उसके लाल निप्पल स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे थे, वह देख सकती थी कि दो आदमी खुलेआम अपनी आँखें उस पर दावत दे रहे हैं। . भले ही वह उससे नाराज़ थी, फिर भी उसने अपनी सुरक्षा महसूस की और उसने उसे चेतावनी देने का फैसला किया।

“अरे, माँ क्या तुम मुझे कुएँ से कुछ पानी खींचोगी।” आरती ने अपनी माँ से यह उम्मीद करते हुए पूछा कि वह उसकी ओर मुड़ेगी ताकि वह उसे अपनी स्थिति के बारे में बता सके।

Desi Maa ki Incest Sex – माँ ने चुदवा लिया मुझसे – 3

“माँ, तुम्हारा ब्लाउज।” आरती ने अपनी माँ को इशारा किया कि वह उससे बाल्टी लेने के लिए उसकी ओर मुड़ी।

“ओह …” उसने हैरान होकर अपने ब्लाउज को समायोजित किया, उसे पछतावा हो रहा था कि उसने उसे व्यंजन करने के लिए बुलाया और उसने एक मानसिक नोट लिया, अगली बार जब वह स्नान करेगी तो वह उसे टीवी देखने देगी।

“माँ, आपने खाने में क्या बनाया है?” आरव ने पास बैठी आरती पर प्यार से चेहरा बनाते हुए अपनी माँ से पूछा।

वे मिट्टी और लकड़ी से बने एक बहुत छोटे से घर में रहते थे, छत सूखी झाड़ियों से बनाई जाती थी जो बारिश के पानी को घर में रिसने से रोकती थी, जिससे फर्श मैला हो जाता था, उनके पास दो छोटे कमरे थे। उन्होंने एक कमरे में खाना पकाने की सामग्री और दूसरे में घरेलू सामान रखा था, दोनों कमरे एक छोटे से दरवाजे के साथ मिट्टी की दीवार में एक छोटे से छेद से जुड़े थे।

“आरती, आज अपने भाई के साथ सो जाओ।” अपनी माँ की शर्मीली आवाज सुनकर आरती एक मुस्कान को दबा नहीं पाई, वह अपने भाई की तरह गूंगी नहीं थी, यह समझने के लिए कि जब भी वे एक साथ कुछ निजी समय बिताने के मूड में होते, तो उसे अपने भाई के साथ सोने के लिए भेज दिया जाता था अन्यथा वह सो जाती थी माँ के साथ और उसका भाई अपने पिता के साथ सोएगा।

आरती ने लाल रंग की फूलदार स्कर्ट पहनी थी जो मुश्किल से उसकी जांघों के बीच में आती थी और कई जगहों पर सिल दी जाती थी, उसने अपने भाई को मुस्कुराते हुए देखा जब उसने सुना कि वह उसके साथ सो रही है।

“यदि आप आज कुछ भी करते हैं, तो मैं पिताजी को बता दूँगा और वह आपकी बकवास को हरा देंगे।” आरती ने अपने भाई से दृढ़ता से कहा, पिछली बार जब वह अपने भाई के साथ सोई थी, तो वह किसी तरह अपना हाथ उसके ऊपर डालने में कामयाब रहा था और उसके स्तनों को सहला रहा था, आरती उस पर नाराज थी लेकिन वह इसकी गंभीरता को जानती थी इसलिए उसने नहीं किया उसके माता-पिता के साथ उसका भंडाफोड़ किया और खुद चीजों को संभालने का फैसला किया।

“मैंने कुछ नहीं किया।” आरव ने साहसपूर्वक उत्तर दिया, वह जानता था कि वह झांसा दे रही है।

आरती ने उसे अनसुना कर दिया, वह बिस्तर बनाने में व्यस्त हो गई, उसने फर्श पर छोटी-सी चटाई बिछा दी और तकिया बनाने के लिए चादर घुमा दी। उसकी माँ ने उसके पिता को रंगीन टीवी खरीदने के लिए राजी किया था, जबकि वे उस पैसे से कई घरेलू सामान खरीद सकते थे।

आरव उत्तेजना से सो नहीं पा रहा था, वह उसके स्तनों की कोमलता के बारे में सोच रहा था, यह उसके हाथों में कैसा लगा, वह जानता था कि वह बादाम के आकार की आँखों से सुंदर थी, प्यारी छोटी नाक, उसके बेदाग गुलाबी गाल लेकिन सबसे अच्छा उसके चेहरे का हिस्सा उसके होंठ थे, स्वाभाविक रूप से गुलाबी रंग और ऐसा लग रहा था कि यह उसके चेहरे पर तराशा गया हो। “क्या बात है, क्या मैं सोच रहा हूँ कि वह एक झटका है।” उसने सोचा, उसे अपनी बहन की इस तरह सराहना करते हुए अजीब लगा।

आरव ने करवट बदली और देखा कि उसकी बहन गहरी नींद सो रही है, वह सोते समय बहुत सुंदर लग रही थी, वह उसके गुलाबी होंठों को देखकर उत्तेजित हो गया और उसे चूमना चाहता था, लेकिन इसके बजाय उसने अपना बायाँ हाथ ब्लाउज से ढके उसके स्तन पर घुमाया, उसने उसके स्तन दबा दिए थोड़ा और उसका चेहरा देखा कोई प्रतिक्रिया देखने के लिए, कोई नहीं। उसने धीरे से उसके ब्लाउज के बटन खोले और अपने हाथों को उसके ब्लाउज के अंदर खिसका दिया, उसे अपने हाथों में उसके नग्न स्तन को थपथपाना बहुत अच्छा लगा, और वह उसके निप्पल को अपनी हथेली से चरते हुए महसूस कर सकता था।

उसने धीरे से अपना हाथ उसके स्तन को घुमाते हुए घुमाया और वह उसके निप्पल को अपने हाथों में बढ़ता हुआ महसूस कर सकता था, उसने उसके दाहिने स्तन को खोल दिया और पहली बार उसने उसके नग्न भव्य स्तन को देखा, वह उसके खुले स्तन के ऊपर झुक गया और उसके निप्पल पर चूमा, लेकिन वह और अधिक चाहता था इसलिए वह नीचे झुक गया और भूख से उसके आधे स्तन को अपने मुंह में ले लिया और उसके चिकने, मुलायम लेकिन कोमल स्तनों को बेतहाशा चूस रहा था।

आरती को उत्तेजना महसूस हुई, वह एक उन्माद में थी कि वह समझ नहीं पा रही थी कि उसके स्तन को क्या हो रहा है, उसे ऐसा लग रहा था कि कोई उसके स्तन को उसके शरीर से बाहर निकालने की कोशिश कर रहा है और इसने उसे उत्तेजना से जंगली बना दिया है। तब उसने महसूस किया कि यह उसका भाई है जो उसकी छाती को चूस रहा है, वह एक झटके के साथ अपना सिर एक तरफ करके बैठ गई।

“आप क्या कर रहे हो।” आरती ने पूछा, एक ही समय में दोहरी भावनाओं को महसूस करते हुए, वह उस पर गालियाँ देना चाहती थी, लेकिन वह अपनी उत्तेजित अवस्था के कारण ऐसा नहीं कर सकी। वह उत्तेजना से भर गई थी, उसके गाल लाल हो गए थे और उसने उसकी ओर देखा लेकिन उसे नहीं पता था कि क्या करना है।

“मुझे बहुत खेद है, आप बहुत सुंदर लग रहे थे, मैं खुद को नियंत्रित नहीं कर सका, मुझे वास्तव में खेद है, कृपया पिता को मत बताना।” आरव चिंता से बौखला गया, वह जानता था कि वह बहुत दूर चला गया है, छूना एक बात है लेकिन उसके स्तनों को चूसना पूरी तरह से अलग था, वह एक रेखा थी।

वह शांत हो गई जब उसने अपने भाई को यह कहते हुए सुना कि वह सुंदर दिखती है, किसी ने उसे कभी नहीं बताया कि वह सुंदर थी, वह हमेशा अपने बारे में सचेत रहती थी, वह हमेशा सोचती थी कि वह अच्छी दिख रही है या नहीं, इसलिए जब उसने अपने भद्दे भाई (जो एक ट्रिलियन वर्ष में उसकी किसी भी चीज़ की प्रशंसा न करें) उसके पूरक के रूप में, उसने अपने भीतर गर्व की लहर महसूस की।

“क्या आपको लगता है कि मैं सुंदर हूँ।” उसने अपने भाई से बाकी सब कुछ भूल जाने के लिए कहा, जो उसके अभी भी खुले स्तन को देख रहा था।

उसने महसूस किया कि उसने उसकी कमजोर जगह को छू लिया है। “बेशक, तुम सुंदर हो।” उसने मुस्कराहट दबाते हुए उत्तर दिया।

“चलो सो जाते हैं, लेकिन कोई शरारत नहीं।” आरती ने गंभीर स्वर में आरव से कहा।

to be continued..

The post एक चुडक्कड़ परिवार की कहानी appeared first on Antarvasna.

]]>
ऐसा मौका नहीं मिलेगा दोबारा https://sexstories.one/meri-girlfriend-anjali-ki-mast-chudai/ Fri, 10 Dec 2021 06:06:37 +0000 https://sexstories.one/?p=3392 मैंने उसे अपनी तरफ कर लिया और उसके होंठ पर अपने होंठ लगा कर किस करने लगा तो वो भी मेरा साथ देते हुए मेरे होंठ को किस करने लगी | मैं उसके होंठ को चूसते हुए उसकी गांड को भी सहला रहा था...

The post ऐसा मौका नहीं मिलेगा दोबारा appeared first on Antarvasna.

]]>
Meri Girlfriend Anjali ki Mast Chudai हाय दोस्तों, कैसे हैं आप सभी ? मैं आशा करता हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे और चुदाई जैसी महतवपूर्ण क्रिया को समय जरुर दे रहे होंगे | मेरा नाम समीर पाठक है और मैं खुजराहो का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 23 साल है और मैं अभी कुछ नहीं करता हूँ बस दिन भर घर में कभी टीवी देखूंगा तो कभी मुट्ठ मारूंगा चुदाई की कहनियाँ पढ़ते हुए या ब्लू फिल्म देख कर | मैं दिखने में सांवला हूँ और मेरी हाईट 5 फुट 10 इंच है और मेरा बदन सेक्सी है | मैं इस साईट का दैनिक पाठक हूँ और मुझे इस साईट पर चुदाई की कहानियां पढना अच्छा लगता है | दोस्तों आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी पेश करने जा रहा हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की सच्ची घटना है | मैं आशा करता हूँ कि आप सभी को मेरी कहानी जरुर पसंद आयगी | तो अब ज्यादा बकवास न करते हुए मैं अपनी कहानी लिखना चालू करता हूँ |

ये घटना काफी समय पहले की है उस समय मैं 18 साल का था और स्कूल में कक्षा 12 वी में पढाई करता था | मेरे घर में, मेरे पापा, मम्मी, बड़ी बहन, रहते हैं | जब मैं 10वी कक्षा में पढता था तब से ही मेरी मुट्ठ मारने की आदत बन चुकी थी और मैं रोज रात में मुट्ठ मारा करता था | मेरी एक दोस्त हुआ करती थी जिसका नाम अंजलि था और वो मेरी बहुत अच्छी दोस्त थी | उस समय मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी और मैं सिंगल ही रहता था अपने दोस्तों के साथ ही रहता था | मेरी दोस्त मुझसे हर बात शेयर करती थी चाहे वो गन्दी बात हो या अच्छी | मैं भी उससे सारी बात शेयर किया करता था | हम दोनों घर के अगल बगल रहते हैं और हमारे घर के सम्बन्ध भी अच्छे हैं | हम दोनों स्कूल भी साथ में जाया करते और घर भी एक साथ ही आया करते | हम दोनों साथ में कोचिंग क्लास भी जाया करते | एक बार हम दोनों के घर वालो ने वैष्णोदेवी घूमने का प्लान बनाया और सभी को साथ में ही जाना था और सभी तैयार भी थे सिवाए मेरे और अंजली के क्यूंकि हमारे प्रिबोर्ड के एग्जाम होने वाले थे | घर वाले अपना प्लान कैंसिल न करे इसलिए हमने कहा कि आप लोग टेंशन ना ले |

हम दोनों घर संभल लेंगे | घरवालो जानते थे कि हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं इसलिए कोई हमारे बारे में गलत नहीं सोचता था | घर वाले सभी स्टेशन गए और वहां से ट्रेन पकड़ ली | अब हम दोनों घर में अकेले थे तो मैंने अंजली से कहा कि चल यार अपन पार्टी करते हैं | वो भी रेडी हो गई और घर वाले हमे खर्चे के लिए पैसे दे कर गए थे | हम दोनों मस्त पिज़्ज़ा बर्गर और काफी सारी चीज़े आर्डर कर दी | उसके बाद मैं बार से जा कर बियर की दो बोतल ले कर आ गया तो उसने पुछा कि ये क्यूँ लाये हो ? तो मैंने कहा देख फिर कभी ऐसा मौका नहीं मिल पायेगा तो आज ही कर लेते हैं अपन | उस समय रात के 8 बज रहे होंगे | फिर हम दोनों मस्त गाने सुनते हुए खा पी रहे थे और जब सब खत्म हो गया और हमे हल्का नशा भी हो गया था | कुछ समय बाद मैंने उससे कहा कि यार मुझे मुट्ठ मारने का मन कर रहा है तो उसने कहा मैं मार दूं मुट्ठ तो मैंने कहा ये सब रहने दे और चल चुदाई करते हैं | वो भी हाँ बोल करने लगी और फिर मैं उसे रूम में ले गया और फिर वहां पंहुच कर मैंने दरवाजा बंद कर दिया | उसके बाद मैंने उसे पीछे से पकड़ लिया और उसकी गर्दन को चूमते हुए उसके मम्मों को मसलने लगा और वो आँख बंद कर के सिहर रही थी |

फिर मैंने उसे अपनी तरफ कर लिया और उसके होंठ पर अपने होंठ लगा कर किस करने लगा तो वो भी मेरा साथ देते हुए मेरे होंठ को किस करने लगी | मैं उसके होंठ को चूसते हुए उसकी गांड को भी सहला रहा था और वो मेरे होंठ को चूसते हुए मेरे चेहरे को सहला रही थी | हम दोनों ने लगभग एक दूसरे को 10 मिनट तक चूसा | फिर मैंने उसके टॉप को निकाल दिया और ब्रा के ऊपर से ही उसके मम्मों को मसलने लगा और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां लेने लगी | फिर मैंने उसके ब्रा को उतार कर उसके प्यारे मम्मों पर हाँथ फेरा और एक निप्पल को चूसने लगा और दूसरे को मसलने लगा और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां लेने लगी | कुछ देर बाद मैं दूसरे निप्पल को चूसने लगा और पहले को मसलने लगा और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए आँखे बंद कर के मजे लेने लगी | फिर मैंने दोनों मम्मों को अपने मुंह में ले कर चूसने लगा और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए मेरे बालो को सहलाने लगी | उसके बाद मैंने उसकी जीन्स को उतार कर उसे पलंग पर लेटा दिया और पेंटी को अपने दांत में दबा कर खींच कर उतार दिया |

Chudai story – पहले प्यार को दिया धोखे का अंजाम

उसकी चूत एक दम गोरी और चिकनी गुलाबी लग रही थी | फिर मैंने उसकी टांगो को चौड़ा कर दिया और अपनी जीभ से उसकी चूत को चाटने लगा और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए मचलने लगी | मैं उसकी चूत को चाटते हुए उसके मम्मों को भी मसल रहा था और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए जोर जोर से सिस्कारियां ले रही थी | उसके बाद मैं अपनी ऊँगली से उसकी चूत को चोदने लगा और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए पानी छोड़ दिया | फिर उसने मेरे शर्ट को उतार दिया और जीन्स को भी और उसके बाद उसने मेरे अंडरवियर को भी उतार कर नंगा कर दिया | अब वो मेरे लंड को अपने हाँथ में ले कर सहलाने लगी और फिर अपनी जीभ उस पर फेरने लगी और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए उसके बाल को पीछे करने लगा | वो मेरे लंड को चाट रही थी और सुपाड़े को भी चाट रही थी जीभ से गोल गोल घुमा कर और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए मजे लेने लगा | फिर उसने मेरे लंड को अपने मुंह में ले कर चूसने लगी और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए उसके निप्पल को मसलने लगा |

वो मेरे लंड को जोर जोर से चूस रही थी और अन्टोलो को भी सहला रही थी और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए उसके मुंह को चोद रहा था | फिर मैंने उसे लेटा दिया और अपने लंड को उसकी चूत में रगड़ने लगा और फिर अन्दर डाल कर चोदने लगा और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए चुदाई के मजे लेने लगी | फिर मैंने अपनी चुदाई तेज कर दी और उसकी चूत को चोदने लगा जोर जोर से धक्के मारते हुए और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए अपने मम्मों को मसलने लगी | फिर मैंने उसे घोड़ी बना दिया और उसके पीछे जा कर उसकी चूत को एक बार और चाटा और फिर लंड को अन्दर डाला कर चोदने लगा और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां लेने लगी | मैं जोर जोर से उसकी चूत को चोद रहा था और मम्मों को भी मसल रहा था और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए अपनी गांड आगे पीछे करते हुए चुदवा रही थी | करीब आधे घंटे की चुदाई के बाद मैंने अपना माल उसकी गांड के ऊपर ही छोड़ दिया |

तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी | मैं आशा करता हूँ कि आप सभी को मेरी कहानी जरुर पसंद आई होगी |

The post ऐसा मौका नहीं मिलेगा दोबारा appeared first on Antarvasna.

]]>
बस में मिली लड़की की चुदाई https://sexstories.one/bus-me-anjan-ladki-ki-chudai/ Wed, 01 Dec 2021 07:13:44 +0000 https://sexstories.one/?p=3402 मैं उसके दूध के निप्पल को मुंह में रख कर खीच खीच कर चूसने लगा तो उसकी तेज सांसे चलने लगी और वो सांसे कुछ ही देर में सिसकियों में बदल गयी | मैं उसकी तेज सांसे को सुनकर और जोश में आ गया..

The post बस में मिली लड़की की चुदाई appeared first on Antarvasna.

]]>
anjan ladki ki chudai हेल्लो दोस्तों मेरा नाम रामनिवाश है और मैं रहने वाला एक छोटे से गाँव का हूँ | मैं आज आप लोगो के सामने अपनी एक कहानी लेकर आया हूँ | मैं जो आज आप लोगो के सामने कहानी पेश करने जा रहा हूँ ये मेरे जीवन की सच्ची कहानी है और सबसे हसीन पल जिसको मैं कभी भूल नही पाऊँगा | दोस्तों तो मैं आज आपने उस हसीन पल के बारे में बताने जा रहा हूँ | मैं कहानी को शुरू करने से पहले अपने बारे में बता देता हूँ | मेरा रंग दूध की तरह गोरा है और मेरी हाईट 6 फुट 3 इंच है | मेरी हाईट ठीक है इसलिए मैं जिम भी करता हूँ तो मेरी बॉडी बहुत अच्छी है जिससे लड़की पट जाती है | मैं आप सभी लोगो से उम्मीद करता हूँ जो मैं आज कहानी आप लोगो के सामने पेश करने जा रहा हूँ ये कहानी आप लोगो को पसंद आएगी और इस कहानी को पढने में आप लोगो को बहुत मज़ा आएगा |

दोस्तों एक बार की बात है जब मैं अपने घर रहता था तो मेरा मन हुआ की अपनी मामी जी के यहाँ घूम आता हूँ | दोस्तों मुस्किल की बात तो ये थी की मैं इससे पहले अपनी मामी के घर गया नही था तो मैंने अपनी मम्मी से उनके यहाँ का पता लिया | फिर घर से निकल गया | मैं मामी के यहाँ जाने के लिए निकाल था और बस का इंतजार कर रहा था | मैं जब बस का इंतजार कर रहा था तो कुछ देर में बस भी आ गयी | मैं बस में बैठ गया और मुझे सीट भी मिल गई | मैं सीट पर बैठ कर फ़ोन में म्यूजिक चला लिया सुनते हुए जा रहा था | मैं बैठा रहा और कई स्टॉप बाद एक लड़की बस में चढ़ी वो दिखने में मेरी तरह गोरी थी और उसका फिगर तो जानलेवा था | उसके बड़े बड़े बूब्स जो ऊपर की और उठे थे और साफ दिख रहे थे | उसकी गांड बहुत सेक्सी थी जिसको देखकर मेरा लंड पैन्ट को ऊपर चढाने लगा |

मैं उसको घुर रहा था और वो मुझे घुर रही थी | मैं उसे देख रहा था तो मेरे दिल में कुछ कुछ होने लगा | मैं उसको ऐसे ही कुछ देर तक निहारता था और वो मुझे देखती रही | फिर मेरी किस्मत ने मेरा साथ दिया और मेरे पास जो आदमी बैठा था वो अगले स्टॉप पर उतर गया | तब वो मेरे पास आकर बैठ गयी | वो मेरे पास आकर बैठ गयी तो मेरे दिल की धड़कने तेज हो गयी | जब उसका जिस्म मेरे शरीर से रगड़ता तो मेरे अन्दर आग लग जाती | वो मेरे पास ऐसे ही कुछ देर तक बैठी रही फिर मुझसे बात करने लगी |

वो – हाय ?

मैं – हाय |

वो – आपका नाम क्या है ?

मैं – मैंने उसे अपना नाम बता दिया और उसका नाम पूछा ?

वो – मेरा नाम सोनाली है और आप कहाँ से हो ?

मैंने उसे बताया और उससे पूछा आप कहाँ की रहने वाली हो ?

दोस्तों जब मैंने उससे पूछा तो उसने उसी जगह का नाम बता दिया मैं जहाँ जा रहा था | तब मैंने उससे कहा की मैं भी वहीँ जा रहा हूँ जहाँ की आप रहने वाली हो पर मैं पहली बार जा रहा हूँ तो मुझे पता नही है कहाँ जाना है | तब सोनाली ने मुझसे पूछा की आप को ये तो पता है की आप किसके घर जा रहे हो तो मैंने उसे अपने मामा जी का नाम बता दिया | तब उसने कहा कोई बात नही मैं उसने घर छोड़ दूंगी | तब मैंने कहा थैंक्स और उससे ऐसे ही कुछ देर तक बाते करता रहा | मैं उससे बाते कर ही रहा था की उसने मुझे नीचे उतरने को कहा और मैं नीचे उतर गया |

फिर उसने मेरे हाथ को अपने हाथ में पकड लिया और बात करती हुई चल दी | दोस्तों वो जिस तरह से मुझसे बात कर रही थी मैं समझ गया था की ये मुझ पर लट्टू है और मुझसे चोदना चाहती है | फिर उसने मुझसे मेरा नम्बर माँगा और मैंने उसे दे दिया | मैं और वो कुछ ही देर में मामी के घर पहुच गया | वो मुझे छोड़कर चली गयी और कुछ देर बाद आई और मेरी तरफ देख कर आंख मार दी | जब उसने मेरी तरफ आंख मारी तो मैंने भी उसकी तरफ देख कर किस कर दी | अब वो मुझे मस्ती करती थी और मैं उससे मस्ती करता था | वो मेरे मामी के घर के पास में ही रहती थी और रोज ही किसी ना किसी टाइम आ जाती थी | जब वो आती तो मैं उससे मजाक मजाक में उसके बड़े बूब्स को छु लेता था |

एक दिन की बात है जब वो घर आई उस टाइम सब छत पर थे और मैं नीचे ही था | जब वो घर में आई तो मैं अन्दर कमरे में चला गया | वो मुझे देखकर कमरे में आ गयी तो मैंने उसे कस के पकड लिया | जब मैंने उसे कस के पकड लिया तो वो मुझसे छोड़ने के लिए कहने लगी | दोस्तों मैंने भी उससे कह दिया की पकड़ा है तो छोड़ने के लिए नही पकड़ा है | तब वो मुझसे बोली ठीक है कभी मत छोड़ना ऐसे ही पकडे रहना | मैंने भी कह दिया और उसने मेरी होठो को पर किस कर दिया जब उसने मेरी होठो पर किस कर दी तो मैंने उसकी होठो को मुंह में रख कर चूसने लगा |

Free Sexy Kahani मेरी प्रेमिका के साथ पहला सेक्स अनुभव

जब मैं उसकी होठो को मुंह में रख कर चूसने लगा तो वो मेरी होठो को जोर जोर से चूसने लगी | मैं उसकी होठो को चूसने के साथ उसके बड़े और मोटे बूब्स को कपडे के ऊपर से दबाने लगा | मैं उसेक बूब्स को दबाने के साथ उसकी लेगी में हाथ डाल दिया | मैंने जब उसकी लेगी में हाथ डाल दिया तो मुझे उसकी चूत एकदम साफ्ट लगी जैसे की किसी 10 साल की लड़की की चूत हो | दोस्तों मुझसे रहा नही गया तो मैंने अपनी ऊँगली उसकी चूत में घुसा दी तो के मुंह से आहे निकल गयी | तभी छत से मामी की आवाज आई तो मैंने उसे छोड़ दिया और छत पर चला गया |

उस दिन उसके साथ इतना करने के बाद मेरे मन में और सब करने की इच्छा होने लगी थी | उसके 5 दिन बाद की बात है जब मैंने उसे रात को मिलने के लिए बुलाया तो वो मुझसे मिलने आई तो मैं उसे मामी के घर में स्टोर रूम में ले गया जिसमे सामन रक्खा जाता है | फिर मैंने उसको अपनी बाँहों में भर लिया और चूमने लगा | मैं उसको चूमने लगा और वो मुझे चूमने लगी | दोस्तों आग दोनों तरफ लगी हुई थी तो मैं बिना टाइम को बर्बाद करते हुए उसके कपडे निकाल दिए जिससे वो मेरे सामने ब्रा और पैंटी में आ गयी | मैं उसको ब्रा और पैंटी में देख कर पागल हो गया और उसकी ब्रा को खोल कर उसके एक दूध को मुंह में रख कर चूसने लगा और दुसरे दूध को हाथ में पकड़ कर मसलने लगा |

मैं उसके दूध के निप्पल को मुंह में रख कर खीच खीच कर चूसने लगा तो उसकी तेज सांसे चलने लगी और वो सांसे कुछ ही देर में सिसकियों में बदल गयी | मैं उसकी तेज सांसे को सुनकर और जोश में आ गया और उसकी चूत में अपने मुंह को घुसा कर चाटने लगा | मैं उसकी चूत को चाटने के साथ उसकी घुलाबी चूत में ऊँगली घुसा दी जिससे उसके मुंह से अह अह हाँ हाँ उई उई उई हाँ…….. सी उई सी उई सी आ आ आ…. की आवाजे करने लगी | मैं उसकी वो आवाजे सुनकर जोर जोर से ऊँगली को अन्दर बाहर करने लगा | मैं उसकी वो आवाजे सुनकर जोर जोर से अन्दर बाहर कुछ देर तक करने के बाद अपने कपडे निकाल दिए |

फिर अपने 7 इंच लम्बे लंड उसके मुंह में घुसा दिया | वो मेरे लंड को मुंह में रख कर जोर जोर से अन्दर बाहर करती हुई चाटने लगी | वो मेरे लंड को मुंह में रख कर चाटने के साथ मेरे गोली को मुंह में रख कर चूसती | वो मेरे लंड को ऐसे ही जोर जोर से कुछ देर तक चाटने के बाद मेरे लंड को मुंह से निकाल दिया | जब उसने मेरे लंड को मुंह से निकाल दिया तो उसकी टांगो को फैला कर उसकी चूत में एक ही धक्के में आधा लंड घुसा दिया | मेरा लंड जैसे ही उसकी चूत में घुसा तो उसके मुंह से जोरदार दर्द भरी आवाजे निकलने लगी | मैं उसकी वो आवाजे सुनकर धक्के मारने बंद कर दिए | फिर कुछ देर बाद उसकी पतली कमर को पकड़ कर जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगा | मैं उसकी चूत में जोरदार धक्के मारने के साथ उसके बड़े बड़े बूब्स को मसल रहा था और उसको चोद रहा था |

वो मस्त होकर चुदाई का मज़ा ले रही थी | मैं उसकी चूत में जोरदार धक्के मार रहा था | मेरे हर धक्के पर वो उछल जाती और मैं उसकी कमर को पकड कर अपनी और खीच लेता और जोर जोर अन्दर बाहर करते हुए उसको चोदने लगा | मैं उसको ऐसे ही जोरदार धक्को के साथ चोद रहा था जिससे उसकी चूत से पानी निकल गया और वो झड़ गयी | जब वो झड़ गयी तो उसके झड़ने के बाद मैं उसको 5 मिनट तक और जोरदार धक्के मारता रहा फिर मैं भी झड़ गया | जब मैं झड़ गया तो उसने अपने कपडे पहन लिए और चली गयी | उस दिन के बाद मैं जब तक मामी के घर रुका उसको रोज उसी कमरे में चोद और वो मुझसे चुदती रही और चुदाई के मज़े लेती थी |

फिर मैं कुछ दिन बाद अपने घर चला आया |

धन्यवाद………

The post बस में मिली लड़की की चुदाई appeared first on Antarvasna.

]]>
कर लो अपनी हवस पूरी https://sexstories.one/desi-ladki-ke-saath-chudai-ki-hawas-poori-ki/ Mon, 29 Nov 2021 06:46:46 +0000 https://sexstories.one/?p=3363 मैंने तुरंत ही उसकी योनि में अपने मोटे लंड को डाल दिया। उसकी योनि  बहुत ज्यादा टाइट थी। मुझे अपने लंड को घुसाने में बहुत ही दिक्कत हो रही थी लेकिन मैंने एक झटके में अपने लंड को उसकी योनि में डाल दिया...

The post कर लो अपनी हवस पूरी appeared first on Antarvasna.

]]>
chudai ki hawas मेरा नाम रमन है और मैं लखनऊ का रहने वाला हूं। मैं एक 24 वर्ष का युवा हूं। मेरे घर में मेरे पिताजी मेरी माता और मेरी बहन गरिमा है। गरिमा और मैं बेकरी का काम चलाते हैं। यह हमारे पिताजी ने शुरू किया था और इस काम को हम बहुत समय से करते हुए आ रहे हैं। मेरे पिताजी को यह काम करते हुए 30 वर्ष से ऊपर हो चुके हैं। अब हमारी दुकान बहुत ही अच्छी चलती है। जितने भी हमारे इलाके में बर्थडे होते हैं सब लोग हमारे से ही केक लेकर जाते हैं। क्योंकि हम लोगों उन्हें फ्रेश केक देते हैं और जितना भी बेकरी का आइटम होता है वह सब हमारे यही से लेकर जाते हैं। जिस वजह से हमारी बेकरी शॉप बहुत ही अच्छे से चल रही है। इसलिए हम दोनों बेकरी शॉप में ही काम देख रहे हैं। वहां पर हमारे कुछ कर्मचारी भी हैं जो कि हमारा काम देखा करते हैं।

वह बेकरी में आइटम तैयार करते हैं। उन्हें भी हमारे यहां काम करते हुए कई वर्ष हो चुके हैं। वह मेरे पिताजी के साथ से काम करते हुए आ रहे हैं। हम लोगों की बेकरी शॉप घर के पास ही है। जिस वजह से जितने भी लोग हमारे मोहल्ले में या आस-पास के एरिया में रहते हैं, उन सब से हम बहुत ही अच्छे से परिचित हैं। वह लोग हमारे पास आते हैं और हम से ही सामान ले जाते हैं। एक दिन हमारे पड़ोस में एक डॉक्टर रहने आई। वह डॉक्टर शादीशुदा नहीं थी और उनकी पढ़ाई अभी कंपलीट हुई थी। इसलिए उनका ट्रांसफर हमारे शहर में हो गया था और वह हमारे पास वाले घर में ही रहती थी। एक दिन जब वह हमारी बेकरी शॉप में आई तो वह मुझसे सामान ले गई और मुझे वह बहुत ही पसंद आई। उन्होंने जिस तरीके से मुझसे बात की और उनका बात करने का अंदाज मुझे बहुत ही अच्छा लगा लेकिन मैं उनका नाम नहीं पूछ पाया और उस दिन कुछ तो मेरी तबीयत थोड़ा खराब होने लगी। मैं घर पर आराम कर रहा था। मैं घर पर ही था तो मेरी बहन दुकान का काम संभाल रही थी और उसने बहुत ही अच्छे से दुकान में काम संभाल लिया था।

गरिमा बहुत ही अच्छे से दुकान में काम संभाल रही थी और कुछ दिनों बाद मेरी तबीयत ठीक हो गई। मैं वापस से दुकान में चला गया। जब मैं अपनी शॉप में अपनी बहन के साथ गया तो वह मुझे कहने लगी, चलो तुम अब शॉप में आ गए हो तो मेरा मन बहला रहेगा। नहीं तो मैं बोर होने लगी थी। मैंने अब दोबारा से अपना काम शुरू कर दिया था और एक दिन वह डॉक्टर हमारी दुकान पर आ गई और वह मेरी बहन से बहुत ही अच्छे से बात कर रही थी। मुझे ऐसा लग रहा था जैसे उन दोनों के बीच में दोस्ती हो चुकी है। मुझे बिल्कुल भी पता नहीं चला कि उन दोनों के बीच में दोस्ती हो चुकी है। वह दोनों बहुत ही अच्छे से बात कर रही थी और उसके बाद उसने मुझे डॉक्टर से मिलाया। मेरी बहन ने जब हम दोनों का इंट्रोडक्शन कराया तो उस दिन उनका नाम मुझे पता चला। उसका नाम रेखा था। रेखा बहुत ही सुंदर थी।

Chudai ki kahani मेरी प्रेमिका के साथ पहला सेक्स अनुभव

वह मुझसे बहुत ही अच्छे से बात कर रही थी। वह मुझे उससे बात कर के बहुत ही अच्छा लग रहा था। रेखा से अब मेरी मुलाकात भी हो चुकी थी और मैं अब उससे बात भी करने लगा था। मुझे बहुत ही अच्छा लगता था उससे बात करके। उसका स्वभाव बहुत ही अच्छा था। अब जब भी वह हमारी शॉप में आती तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता था और मैं उससे अच्छे से बात किया करता था और वह भी मुझसे बहुत ही अच्छी तरीके से बात किया करती थी। अब हम दोनों के बीच में भी बहुत अच्छी बातचीत होने लगी और मैंने उससे उसका नंबर भी ले लिया। जब मैंने उसका नंबर लिया तो उसके चेहरे पर भी एक मुस्कुराहट सी थी और कभी जब वह हमारी शॉप से आर्डर करवाती तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता और मैं दुकान से खुद ही उसके घर पर सामान ले जाता था।

एक दिन उसका बर्थडे था और उसने हमारे शॉप में एक बहुत बड़ा केक आर्डर करवाया और जब उसने वह केक आर्डर करवाया तो उसने मेरी बहन और मुझे फोन करके इनवाइट करा था। अब हम दोनों उस के बर्थडे में गए और बहुत ही अच्छे से रेखा ने अरेंजमेंट करवा रखा था। काफी सारा सामान तो हमारी दुकान से ही  ले गई थी। मैंने उससे उसके पैसे नहीं लिए और कहा कि यह हमारी तरफ से आपके लिए बर्थडे गिफ्ट है। वह बहुत ही खुश हुई और जब हम उसके घर में थे तो हम लोगों ने बहुत ही मौज मस्ती की। अब मैं रेखा से मिलने भी लगा था। मैं उससे फोन पर भी बात करने लगा और हम दोनों के बीच में बहुत ज्यादा नज़दीकियां हो गई।

एक दिन रेखा ने हमारी शॉप में फोन करके पेस्ट्री का आर्डर दिया लेकिन मेरी बहन वह ऑर्डर भूल गई। हम अपने काम में ही बहुत व्यस्त थे थोड़े समय बाद दोबारा से रेखा का फोन आया। तो मेरी बहन कहती है कि तुम जल्दी से रेखा का ऑर्डर दे आओ नहीं तो वह बहुत ही गुस्सा हो जाएगी। मैंने तुरंत ही वह पेस्ट्री पैक करवाई और मैं दौड़ते हुए उसके घर पर चला गया। जैसे ही मैं उसके घर के अंदर पहुंचा तो उसका दरवाजा खुला हुआ था और वह अपने सोफे पर पैंटी और ब्रा में थी। मैंने जैसे ही उसे देखा तो मेरा मन पूरा खराब हो गया उसका शरीर इतना ज्यादा मुलायम और गोरा था कि वह मुझे दूर से ही दिखाई दे रही थी। उसने नीली कलर की पैंटी ब्रा पहनी हुई थी और मैं जैसे ही उसके पास गया तो मैंने उसके बदन को हाथ लगाया वह भी पूरी उत्तेजना में आ गई और बहुत ही ज्यादा खुश हो गई।

उसने तुरंत ही मेरे होंठों को चूमना शुरू कर दिया। मैंने वह पेस्ट्री निकालते हुए अपने हाथ से उसे खिलाना शुरू कर दिया और उसके स्तनों पर पेस्ट्री लगा दी। अब मैं  उसके स्तनों को चाटता तो वह पेस्ट्री मेरे मुंह में लग जाती और मुझे बहुत ही मजा आता। मैंने अपने लंड पर भी बहुत पेस्ट्री लगा दी और वह उसे चूसने लगी। उसे बहुत ही मजा आ रहा था वह बहुत अच्छे से मेरे लंड को चूस रही थी। थोड़े समय बाद मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया उसकी योनि से कुछ ज्यादा ही चिपचिपा पदार्थ बाहर निकल रहा था। मैंने उसे अब उसी सोफे पर लेटा दिया।

जैसे ही मैंने उसे उस सोफे पर लेटाया तो उसका शरीर पूरा गरम हो गया था और मैंने तुरंत ही उसकी योनि में अपने मोटे लंड को डाल दिया। उसकी योनि  बहुत ज्यादा टाइट थी। मुझे अपने लंड को घुसाने में बहुत ही दिक्कत हो रही थी लेकिन मैंने एक झटके में अपने लंड को उसकी योनि में डाल दिया। अब मै अपने लंड को अंदर बाहर करता जाता। मैं उसकी योनि से अपने लंड को अंदर बाहर कर रहा था और मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। मुझे बड़ा ही मजा आता जब मैं उसकी योनि में अपने लंड को प्रवेश करवा रहा था और मैं उसके स्तनों को अपने मुंह में लेकर चूस रहा था। उसके स्तन बड़े ही गोल-गोल और अच्छे थे उसके होंठ भी बड़े नाजुक और मुलायम थे। मुझे ऐसा लग रहा था जैसे उसके होठों को मैं हमेशा ही किस करता रहूं। मैं जब भी उसके शरीर को देख रहा था तो मेरा मन  भर ही नही रहा था।

मैं बहुत ही खुश हुआ जा रहा था मुझे इतना अच्छा लग रहा था। मैं सोच रहा था इसे बस चोदता ही रहूं और मैं उसे बड़ी तीव्रता से धक्के दिए जा रहा था। अब वह भी अपने दोनों पैरों को और चौड़ा कर लेती। वह भी उत्तेजना में आ जाती वह कुछ ज्यादा ही खुश हो रही थी और उसे बहुत ही मज़ा आ रहा था। मैं भी उसे बड़ी तीव्रता से धक्के दिया जा रहा था और उसका शरीर अब पूरा गरम हो गया था। हम दोनों पसीने-पसीने होने लगे और एक समय ऐसा आया जब मेरा वीर्य गिरने वाला था। मैंने अपने लंड को बाहर निकालते हुए उसके स्तनों पर सारा वीर्य गिरा दिया। वह बहुत ही ज्यादा खुश हो गए और मुझे कहने लगी अब से तुम ही मेरे लिए सामान लाया करो। वह जब मुझसे सामान मंगाती तो मैं डॉक्टर रेखा की चूत जरूर मारता था। वह बहुत ही ज्यादा खुश होती थी और कहती थी कि मुझे बहुत ही मज़ा आता है जब तुम मेरी चूत मारा करते हो। मैं भी बहुत खुश था डॉक्टर रेखा की मुलायम और नरम चूत मारकर क्योंकि मैंने कभी सोचा नहीं था कि मैं किसी डॉक्टर को कभी चोद पाऊंगा मेरी इच्छा पूरी हो चुकी थी।

The post कर लो अपनी हवस पूरी appeared first on Antarvasna.

]]>
नयी दुल्हनिया के तीखे तेवर https://sexstories.one/dulhan-ki-chut-chudai/ Fri, 26 Nov 2021 07:01:03 +0000 https://sexstories.one/?p=3388 मैं समझ गयी ये दोनों एक दुसरे को चूम रहे हैं | मैंने और पास जाके देखा तो दोनों एक दम नंगे थे रिषभ का खड़ा हुआ लंड और मीनू की गांड साफ़ दिख रही थी | मीनू उसके लंड को सहला रही थी और रिषभ उसके दूध को चूस रहा था...

The post नयी दुल्हनिया के तीखे तेवर appeared first on Antarvasna.

]]>
Dulhan ki Chut Chudai – वह आराम से ९ बजे सोके उठती और नहाने धोने के बाद चाय पीती मानो कहीं की रानी हो | फिर चहक चहककर लोगों से बतियाने लग जाती, क्यूंकि मायका तो बगल में ही है मेमसाहब का और तो और माता पिता से दूर होने का गम भी नहीं सताता था उसे | बारह एक बजे वापस अपने कमरे में घुस जाना फिर एक मस्त से नींद का आनंद उठाना | फिर शाम को खाने और चाय पीने के लिए बाहर निकल के आना | दिनभर उसके भतीजे और भतीजियाँ घर घेरे रहते थे | बुआ के लिए ये भेजा है उनकी माँ ने उन्हें ये बहुत पसंद है |

आप सोच रहे होंगे कि ये क्या बकवास कर रही हूँ मैं | तो आपको बता दूँ ये बकवास तो बिलकुल नहीं हैं क्यूंकि हमारे घर के पड़ोस वाली मीनू बनी थी “नयी दुल्हनिया हमारे प्यारे रिषभ की” | मैं हूँ लीला और मैं हर खबर रखती हूँ | मोहल्ले में अगर कोई इधर की उधर भी करता है तो मुझे पता होता है जी | और इन दोनों ने तो हर हद पार कर दी थी अब मैं क्या बताऊ हमारा रिषभ तो बेचारा फस गया था मीनू के जाल में | “दैय्या रे दैय्या” बेचारा सीधा सादा लड़का कहा से इस कमबख्त से शादी कर बैठा |

पर एक बात बता रही हूँ आपको गौर से सुनना “ये अन्दर की बात है” | जब ये दोनों प्यार के पंछी चुदाई करते हैं न तो मेरे रोम रोम में उत्साह भर जाता है | जोश भर देते हैं अन्दर बिलकुल ऐसा कि मैं भी अपने पति को इतना गरम कर देती हूँ जिससे वो मुझे एक नयी दुल्हन की तरह चोदते हैं | पर मैं ये बात आपसे बता रही हूँ | तो चलिए शुरू करते हैं “नयी दुल्हनिया हमारे प्यारे रिषभ की”

बार बार आवाज़ लगाने पर भी कोई जवाब नहीं आया | चाय ठंडी हुए जा रही थी और रिषभ का कोई अत पता नहीं था | विवश होकर बेचारी शीतल भाभी खुद ही छत पर गयी | मीनू छत पे रिषभ से बतिया रही थी और उनकी “गुटर गूं” निरंतर जारी थी | “नमस्ते आंटी” रिया बोली पर लज्जा उसे बिलकुल ना आई | भाभी ने भी अभिवादन किया और बद्बदते हुए नीचे आ गयी | माँ के सामने ही उसके लड़के के साथ प्यार के पींगे पादेगी को कौन भला बर्दाश्त करेगा |

“माँ कहाँ हो तुम ? और कहाँ है मेरी चाय ? रिषभ नीचे आके पूछने लगा |

सुन रिषभ !!! अब तू बड़ा हो गया है और एक अच्छी खासी नौकरी कर रहा है | छत पे तुम दोनों क्या बातें कर रहे थे ? मन छोटे में साथ खेले हो तब मैंने ध्यान देना ज़रूरी नहीं समझा | बड़े होकर साथ में कॉलेज गए तब भी मैं चुप रही | पर अब क्या बातिएँ करते हो तुम दोनों ? शीतल भाभी ने एक गुस्से भरे अंदाज़ में कहा |

“माँ काहे चिंता करती हो हम दोनों एक बहुत लम्बे समय से एक दुसरे को जानते हैं और अब आदत सी हो गई है बात करने की “ तुम फ़ालतू के ख्याल दिमाग में मत लाओ ऐसा कुछ भी नहीं है | मैंने ये बात जैसे ही सुनी तो मुझे लगा अभी कुछ कहना ठीक न होगा मैं शाम को भाभी के पास जाउंगी | पर भाभी के लबों से जो शब्द निकले मानो मेरे ही हों |

“बात को आगे बढ़ने में ज्यादा समय नहीं लगता है रिषभ” पता नहीं क्यूँ उन्हें रिषभ की बात पे कहीं न कहीं भरोसा नहीं था | और मीनू के बदले तेवर अलग ही कहानी बयां कर रहे थे कभी भजिये तो कभी हलवा लेके घर के चक्कर मारती रहती थी |

जैसा कि मैंने कहा था मैं शाम को भाभी से मिलने गयी | भाभी के माथे पर पड़ रहीं लकीरों को देख के लगा जैसे वो अन्दर से तू रहीं हैं | फिर उन्होंने कहा लीला तुझे तो सब पता चल ही गया होगा | क्यूँ सही कहा ना मैंने ? मदद कर लीला ! लड़का भोला है मेरा | मैंने कहा भाभी रुको अपना खून मत जलाओ मैं चाय बना के लाती हूँ आपके लिए | मैं कित्चें में चाय बना ही रही थी कि अचानक दरवाज़े पे कुछ आवाज़ हुयी और मैं बहार आई |

कौन है भाभी चाय ज्यादा बनाऊ क्या ? बस इतना कहते ही मेरे होश उड़ गए | सामने देखा तो मीनू जी खड़ी थी साड़ी पेहेन के |

Dulhan ki Chut Chudai रिक्शावाले ने चोदा बारिश में..

आंटी जी !! देखिये न कैसी लग रही हूँ में ? मैंने कहा मीनू आप वाकई साड़ी दिखाने आये हो या भजिये तलने हैं ?

जो समझना है समझो लीला भाभी पर पहले बताओ मैं लग कैसी रही हूँ ? चाय उबलते उबलते कब उफन के गिर गयी परता ही नहीं चला और शीतल भाभी को तो जैसे सांप सूंघ गया था | हम दोनों बस उसे ही देख रहे थे इठलाते हुए | लीला वो गयी, अच्छा कहाँ गयी भाभी, अरे !! लीला मीनू गयी | शीतल भाभी ने मुझे धक्का मारते हुए कहा |

अच्छा भाभी, अरे हाँ नहीं ! भाभी क्या वो गयी ? अरे हाँ पागल जा चाय ला फिर से बना के जल गयी सारी | भगवान् इस मुसीबत से बचाए कहाँ से आ गयी | चाय बनी और हम दोनों एक दुसरे का चेहरा देखते हुए चाय पी ही रहे थे कि रिषभ आया और सीधा छत पे गया | मैंने कहा भाभी कही उस चुड़ैल ने मोहिनी मंत्र तो नहीं मार दिया अपने बच्चे पे ? नहीं रे लीला अभी उसकी माँ जिंदा है ऐसा कैसे कर पाएगी वो ? मैंने कहा भाभी देखो आक अमावस्या की काली रात है कही कुछ गलत न घट जाए ? शुभ शुभ बोल लीला कुछ भी मत कहा कर | खुद तो डरती है और मुझे भी डरा देती है | मैंने कहा भाभी आज हम दोनों रात में इन दोनों की तकवारी करेंगे आप सो मत जाना | मैं अपनी छत पे रहूंगी और आप भी मुझे खबर करती रहना सो मत मत जाना |

इतना मैंने भाही से कहा और मैं चली गयी अपने घर | रात के ८ बजे मैंने खाना खाया और तुरंत भाभी को फोन लगाके पुछा भाभी अपना लड़का कैसा है ? भाभी ने कहा खाना खा रहा है अभी पर फोन से चिपका हुआ है | मैं समझ गयी और टपक से कहा भाभी फोन पे लगा है खाते समय मतलब छत पे तेहेलने भी जाएगा | आप तैयार रहना मैं तो हूँ और इतना कहके मैं बर्तन मांजने लगी | फिर मुझे याद आया भाभी तो दवाई खाती हैं दर्द की और उससे उन्हें नींद आती है | मैं छत पे गयी और जैसे ही फोन लगाया तो सामने दिखा रिषभ | 10 बजे थे रात के पर वो बैठा था और भाभी भी फोन नहीं उठा रही थी | मैं समझ गयी हो गया बेडा पार आज |

पर ये रिषभ बैठा हुआ क्यूँ है ?

थोड़ी पास गयी तो आआआअह्हह्हह्ह आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊईईईईइमा ऊऊऊह्हह ऊऊऊउम्म्म्म का स्वर मुझे सुनाई दिया | मैं समझ गयी ये दोनों एक दुसरे को चूम रहे हैं | मैंने और पास जाके देखा तो दोनों एक दम नंगे थे रिषभ का खड़ा हुआ लंड और मीनू की गांड साफ़ दिख रही थी | मीनू उसके लंड को सहला रही थी और रिषभ उसके दूध को चूस रहा था | मेरा मन व्याकुल हो गया और मैंने अपनी पति को बुला लिया और कहा जैसा वो लोग करें वैसा तुम करो | हम दोनों भी नंगे हो गए | रिषभ मीनू की चूत चाटने लगा और मैंने भी अपने पति का मुह अपनी चूत से लगा दिया | मेरी रसभरी चूत जैसे वापस जीवित हो उठी थी |

आआआअह्हह्हह्ह आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊईईईईइमा ऊऊऊह्हह ऊऊऊउम्म्म्म आराम से करो न रिषभ, मीनू ने मादक स्वर में कहा | मीनू ने उसका लंड चूसना शुरू किया पर मेरे पति से चूत चटवाने का आनंद मुझे पहली बार प्राप्त हुआ था इसलिए मैंने जारी रखा | रिषभ भी आआआअह्हह्हह्ह आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊईईईईइमा ऊऊऊह्हह ऊऊऊउम्म्म्म कर रहा था और 10 मिनट बाद मीनू के मुह में अपना वीर्य छोड़ दिया | मैंने भी अपना पानी अपने पति के मुह में छोड़ दिया | मैं सुस्त पड़ गयी पर रिषभ ने अपना लंड जैसे ही मीनू की चूत में डाला वो चीख उठी | निकाल फट गयी मेरी चूत ! पर रिषभ घोड़े की तरह चोद रहा था और कुछ देर बाद वो आआआअह्हह्हह्ह आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊईईईईइमा ऊऊऊह्हह ऊऊऊउम्म्म्म करने लगी | मेरे पति ने भी मेरी गांड मारना चालु कर दिया था पर मैं शोर नहीं कर सकती थी | आधे घंटे तक ये चला और हम दोनों फिर से झड़ गए | फिर मैंने सोचा अब ये हो गया है तो क्या फायदा और हम दोनों नीचे आ गए |

सुबह मेरी नींद खुली तो चिल्लाने की आवाज़ आई | ये क्या किया मेरी बेटी के साथ तुमने ? बताओ अब क्या होगा इसका ? अंकल मैं आज ही इससे शादी करूँगा | रिषभ ये कहके निकला और बाजु में खड़ी शीतल भाभी की आँखे नम थी और उनको देख के मेरा भी दिल दुख गया | बाकि उसकी आदत आपने ऊपर पढ़ ही ली होंगी |

तो दोस्तों सब करो पर अपने माँ के बेपनाह प्यार की इज्ज़त भी करो और किसी गलत लड़की के लिए उसका भरोसा मत तोड़ो |

The post नयी दुल्हनिया के तीखे तेवर appeared first on Antarvasna.

]]>
बीवी को कज़िन से चुदवाया https://sexstories.one/biwi-ko-chudwaya-cousin-se/ Fri, 19 Nov 2021 09:01:00 +0000 https://sexstories.one/?p=3433 मैने अपनी वाइफ के बूब्स दबाने शुरू किये उसने पहले तो मना कर दिया लेकिन फिर मेरा लंड पकड़ के नेकर के उपर से दबाने लग पड़ी में समझ गया की यह गर्म हो चुकी है. मैने उसकी पूरी नाइटी उतार दी अब वो सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी..

The post बीवी को कज़िन से चुदवाया appeared first on Antarvasna.

]]>
Biwi Ko Chudwaya Cousin Se मेरी वाइफ की उम्र 26 है और मेरी 29 साल हम गुडगाँव में रहते है और हमारी शादी को 3 साल हो गये हैं मेरी वाइफ का नाम सोनम है और वो दिखने में बहुत ही सेक्सी है उसके बूब्स का साइज़ 36 और गांड 34 है पिंक निपल्स और गोरे बदन की वजह से वो बहुत ही सेक्सी लगती है मेरी यह स्टोरी 6 महीने पहले की है सेक्स करके में बोर हो चुका था और में कुछ नया चाहता था मुझे एक अलग सी तलब लग गयी थी की सोनम के बूब्स का दीदार और भी लड़के करें मतलब उसे नंगा दिखाने में मुझे अलग सी एग्ज़ाइट्मेंट फील होती थी में यह सोच कर मूठ भी मारने लग पड़ा था हमारा एक रूम का फ्लेट है गुडगाँव में और 6 महीने पहले मेरा कज़न हमारे घर रहने के लिए आया था.

मैने अपनी वाइफ को ट्रान्सपरेंट कपड़े पहनने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया वो समझ गयी थी की में यह चाहता हूँ की मेरा कज़न उसके नंगे बदन का दीदार करे मेरे कज़न की भी सोनम पर बहुत सालों से नज़र थी क्योकि सोनम को कोई एक बार देख ले तो बिना मूठ मारे नही सो सकता मेरा कज़न दिन में दो बार मूठ मारता था तो मेरे मन में एक प्लान आया मैने उससे उस टाइम मूठ मारने को कहा जब मे नहाने जाता हूँ पर उसने बोला की भाभी आ जायेगी मैने कहा कोई बात नही उसे भी पता है की तू मूठ मारता है सब लड़के मूठ मारते है तो वो मान गया और जैसे ही में नहाने गया में अपना केमरा छुपा गया रूम में ताकि में सब देख सकूँ.

मेरे बेडरूम में टी.वी लगा कर बैठा हुआ था और में टी.वी में गाने देख रहा था और जैसा की मैने उससे बोला था उसने धीरे से अपनी नेकर नीचे की और अपना लंड हिलाने लग पड़ा उसने उपर ब्लंकेट ली हुई थी जिससे की उसका लंड विज़िबल नही था 2 मिनिट के बाद सोनम रूम में आई तो वो डर गया और मूठ मारते मारते वहीं पर रुक गया सोनम को शायद शक़ हो गया था की वो मूठ मार रहा था वो अपनी तिरछी नज़रों से वहीं देख रही थी मेरे कज़न का लंड अब पूरा खड़ा हो गया था सोनम को देख कर उसने धीरे धीरे से ब्लंकेट के अंदर ही अपना लंड हिलाने लग पड़ा.

फिर 3 मिनिट के बाद उसने अपना ब्लंकेट हटा दिया और ऐसे शो किया की जैसे उसे नही पता की सोनम देख रही है और तेज़ तेज़ अपना लंड उपर नीचे करने लग पड़ा यह देख कर सोनम की आँखें खुली की खुली रह गई वो भी मज़े से उसे लंड हिलाते हुये देख रही थी और 1 मिनिट में उसका लंड झड़ गया और सारी मूठ उसके कपड़े में गिर गयी यह देख कर सोनम घबरा गयी और किचन में चली गयी 10 मिनिट के बाद में नहा कर आ गया मेरे कज़न ने मुझे बोला की भाभी ने मुझे मूठ मारते हुये देख लिया मैने कहा कोई बात नही उसने बोला की और शायद मेरा लंड भी देख लिया है मैने उसे डाँटते हुये कहा की वो तेरी भाभी है तुझे ऐसा नही बोलना चाहिये तो वो चुप हो गया लेकिन अब उसकी नज़रे बदल चुकी थी वो सोनम के बूब्स घूर घूर के देख रहा था ऐसा लग रहा था की टी शर्ट फाड़ के बूब्स चूस लेगा और सोनम भी उसकी पेन्ट की तरफ बार बार देख रही थी.

Free Sexy Kahani मेरी नौकरानी और मेरी अन्तर्वासना

मेरे कज़न को बहुत तड़प मच गयी थी उसने मुझे कहा की वो एक बार और मूठ मारना चाहता है तो मैने उससे बोला की रात को मार लेना अब रात को एक ही रूम होने की वजह से वो हमारे साथ सो रहा था रात होते ही मैने अपनी वाइफ के बूब्स दबाने शुरू किये उसने पहले तो मना कर दिया लेकिन फिर मेरा लंड पकड़ के नेकर के उपर से दबाने लग पड़ी में समझ गया की यह गर्म हो चुकी है मैने उसकी पूरी नाइटी उतार दी अब वो सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी और मैने अपने भी सारे कपड़े उतार दिये मेरा कज़न हल्की खुली आँखो से सब नज़ारा देख रहा था मेरा यह देख कर लंड पूरा खड़ा हो गया की मेरा कज़न मेरी नंगी सोनम का दीदार कर रहा है फिर मैने उसकी रेड ब्रा और रेड पेंटी उतार दी और अब उसके बड़े बड़े बूब्स चूसवाने के लिये जैसे तरस रहे थे मैने निपल मुँह में डाल कर दूसरा बूब्स दबाने लग पड़ा हल्की लाइट की वजह से मेरा कज़न यह सब देख रहा था.

थोड़ी देर बाद सोनम ने मुझे बोला की प्लीज मुझे चोदो। मैने उसकी गांड पीछे की और अपना खड़ा लंड उसकी गांड में डाल दिया मेरा कज़न उसकी मोटी गांड देख कर तो जैसे पागल हो गया था मैने नोटीस किया की वो अब ब्लंकेट में मूठ मारने लग पड़ा था सोनम ने पोज़िशन चेंज करने को कहा अब वो मेरे उपर आना चाहती थी जिसका में वेट कर रहा था अब मेरा कज़न मेरी सोनम के बूब्स का पूरा दीदार कर सकता था उसके बूब्स उपर नीचे हिल रहे थे मुझे डर था की कहीं मेरा कज़न उसके बूब्स ना दबा दे लेकिन वो मूठ मारने में बिज़ी था सोनम ने यह देख लिया और मुझसे कहा की आपका कज़न मूठ मार रहा है.

मैने कहा कोई बात नही तुम करती रहो उसने कहा नही प्लीज अच्छा नही लगता वो मुझे देख रहा है मैने कहा कोई बात नही उसने बोला की वो सुबह भी मूठ मार रहा था वो पूरी गर्म थी मैने कहा तुमने उसका लंड देखा उसने कहा चुप हो जाओ मैने कहा प्लीज बताओ ना उसने कहा हाँ मैने कहा कितना बड़ा था तो वो शर्मा गयी उसने कहा की उसका लंड झड़ गया था और सारी मूठ वहीं पर गिर गयी थी यह मेरा कज़न भी सुन रहा था यह सुन कर उसने ब्लंकेट हटा दिया और हमारे सामने अपना लंड हिलाने लग पड़ा हम ऐसा शो कर रहे थे की जैसे हमें नही पता लेकिन सोनम की चूत पूरी गीली हो चुकी थी क्योकि में उसकी चूत मार रहा था और मेरा कज़न लंड हिला रहा था बहुत ही सेक्सी नज़ारा था मेरे कज़न का लंड झड़ गया और वो ब्लंकेट उपर करके अब हमें सेक्स करते हुये देख रहा था उसके बाद मैने सोनम को घोड़ी बना कर चोदा और उसके बूब्स अपने कज़न की तरफ कर दिये और निपल पूरे खड़े हुये थे और बूब्स हिल रहे थे क्या सीन था वो और में 2 मिनिट के बाद झड़ गया और हम दोनो नंगे ही वहीं पर सो गये.

मेरे कज़न ने सोनम के बूब्स, चूत और गांड के पूरे दीदार किये सुबह उठने के बाद मेरे कज़न ने फिर से सोनम के सामने मूठ मारी और अपने घर चला गया आज भी जब भी उसे मोका मिलता है वो अपना लंड सोनम को दिखाता है और सोनम अपनी चूत और बूब्स मेरे कज़न को लेकिन आज तक उन दोनो ने चुदाई नही की पिछले वीक मेरे कज़न ने मेरी वाइफ की पेंटी में मूठ मारी थी जिससे मेरी वाइफ इतनी गर्म हो गयी थी की हमने तीन बार सेक्स किया उस रात।

The post बीवी को कज़िन से चुदवाया appeared first on Antarvasna.

]]>
हवस चुदाई की https://sexstories.one/havas-chudai-ki/ Thu, 18 Nov 2021 10:00:59 +0000 https://sexstories.one/?p=3337 पापा सोफे पर बैठ गए पापा ने मम्मी को अपने लंड को चूसने को कहा . फिर पूछा की अग्रवाल की मोंत के बाद रजनी कहा है. मम्मी ने कहा की अग्रवाल ने उसे पास ही में एक घर दिला दिया है वो वही रहती है अपनी बेटी के साथ ...

The post हवस चुदाई की appeared first on Antarvasna.

]]>
havas chudai ki – पापा ने पूछा आगे बताओ. मम्मी बोली की- उस दिन अग्रवाल ने जाने का नाटक किया जैसा मेने कहा था और घर की एक दुप्लीकेट चाभी उसे दे दी . फिर मेने रजनी को अपने कमरे में ले गयी और गुस्से में उससे पूछा की तुम मेरे कमरे में क्यों झाँक रही थी कल . वो डर गयी बोली मालकिन में तो झाड़ू लगाने आई थी . में किसी से नहीं कहूँगी सच . और वो रोने लगी मेने और जोर की आवाज में कहा की जा साली तेरे कहने से क्या होता है. मेरा पति मुझे बहुत प्यार करता है वो ये सुनते ही तुझे जान से मार देगा. वो बहुत दर गयी हाथ जोड़ कर मेरे पैरो में गिर कर बोली मालकिन सच में कभी अपना मुह नहीं खोलूंगी . मुज पर दया कीजिये आप जैसा कहोगी में वैसा करुँगी आज से . मेने कहा ठीक है जा एक गिलाश पानी ला मेरे लिए वो जल्दी से पानी ले आई . में बेद पर लेट गयी और उससे जमीं पर बैठने को कहा .

मेने उससे पूछा की तेरे पति को मरे हुए कितना टाइम हुआ है ? उसन कहा की मालकिन २ साल . मेने उससे उम्र पूछी तो बोली की ३३ साल है मेने बचो का पूछा तो कहा इ एक भी नहीं मेने पूछा की क्यों तो उसने कहा की मेरा पति नामर्द था . उसका तो खड़ा ही नहीं होता था . इसी लिए उसने आत्माहत्या कर ली . मैं ये सुनकर खुस हो गयी . मेने उसे कहा की मेरी अलमारी में नीचे के खाने से पुराणी ब्रा और पैंटी निकाल. उससना तुरंत कहना माना. मेने उससे कहा की मेरा साइज़ तुजे थोडा बड़ा पड़ेगा पर इसे पहन ले तेरे पास ये चीजे नहीं है .

पापा ने हँसते हुए कहा की हा तुम्हारे बूब्स तो शुरू से ही बहुत बड़े है.

मम्मी ने आगे कहा की वो दुसरे कमरे में जाकर ब्रा और पंटी पहन कर आ गयी .में एकदम चिल्लाई साली कुतिया मेने कहा था की सिर्फ ब्रा और पंटी पहन कर आना . उसने कहा नहीं मालकिन आपने तो सिर्फ पहनने के लिए कहा था . में फिर गुस्से में बोली साली जुबान लड़ती है .. चल यहाँ आ . वो आई तो मेने खीच कर उसकी साडी उतर दी . बेचारी सिर्फ मालकिन मालकिन करती रह गयी . फिर मेने उसका ब्लौसे और पेटीकोट भी उतार दिया .उसका फिगर भी काफी अचछा था .

फिर मेने भी अपने कपडे उतारे और पूछा की तेरे घर में कोन कोन है? उसने कहा की सास और में बस . मेने पूछा किसी से करने का मन नहीं करता तो बोली की करता है पर क्या करू . मना कहा की में तुजे लंड दिलाऊ तो और तुजे बच्चा भी पैदा करवाऊ तो वो दर कर बोली नहीं मालकिन बहुत बदनामी होगी . मेने कहा की तेरी सास अच्छी है? उसन कहा नहीं कमीनी है मुझे मारती भी है .

मेने कहा की तू उसे छोड दे उसके साथ क्यों रहती है ? तो बोली मालकिन कहा जाउंगी ? मेने कहा की ये कपडे भी उतार . हम दोनों नंगी हो गयी थी में उसके बोबे दबाने लगी फिर वो भी मूड में आ गयी मेने उसकी चूत में ऊँगली घुसाई तो वो नहीं घुसी वो चिल्लाई आह्ह्हह्ह उसकी चूत बहुत टाइट थी मेने बहुत देर तक उससे अपनी चुद चटवाई . फिर उसे बेद पर लिटा कर उसकी साडी से उसकी आँख बाँध दी .

मेने कहा की मुझे शर्म आ रही है . मेने अग्रवाल को इशारा किया वो रूम में आ गया फिर वो रजनी की चूत चाटने लगा . फिर जब रजनी झड गयी तो में रजनी के साथ लेट गयी और उसके बोबे दबाने लगी अग्रवाल मेरी चूत चाटने लगा . जड़ में झेड गयी तब मेने रजनी से कहा की में तुम्हारी चुद में एक खीर डालूंगी . मेने उससे कहा की अपनी टाँगे पूरी तरह से फेला ले . मेने अग्रवाल से इशारे में कहा की बिना इसे टच किये . फिर वो अपने लंड को उसकी चुद पर फिरने लगा रजनी की हालत ख़राब हो रही थी . कहने लगी मालकिन जल्दी अब सब्र नहीं होता . अग्रवाल ने धीरे धीरे लंड उसकी चुद में घुसना चलू किया तो रजनी की चीख निकाल गयी .

ये सुनकर पापा का लंड फिर तन गया . वो सोफे पर लेट गए और मम्मी को अपने खड़े लंड पर बैठने को कहा . मम्मी पापा के लंड पर बैठ गयी और ऊपर नीचे होने लगी . पापा ने पुछा की वैशाली तुमने मुझे ये बाते पहले क्यों नहीं बताई ? मम्मी बोली की अग्रवाल ने मुझे टीना की कसम दी थी की मेरे मरने के पहले ये बाते अपने पति को मत बताना इसलिए . आप मुझे माफ़ कर दे . पापा ने कहा की कोई बात नहीं . आगे बताओ

मम्मी पापा के लंड पर ऊपर नीचे हो रही थी. मेरी ऊँगली भी अपनी योनी में धीरे धीरे अन्दर जा रही थी .

मम्मी बोली- अग्रवाल ने पहला झटका जोर से मारा तो रजनी की चीख निकाल गयी मालकिन धीरे धीरे अग्रवाल ने पहले ही झटके में अपना आधा लुंड उसकी चुद में घुसा दिया था . फिर वो धीरे धीरे लंड चुद में अन्दर बहार करने लगा . रजनी बोली मालकिन बहुत मजा आ रहा है . फिर मेरे इशारे पर अग्रवाल ने लंड उसकी छुए से निकाल लिया तो वो बोली मालकिन थोड़ी देर और . उसकी आवाज में याचना थी . में बोली रुक में तुजे अब चोदूंगी . उसन पूछा कैसे ? मेने कहा की ये खीर बहुत बड़ा है इसे में अपनी चुद में पूरा डाल लेती हु . फिर भी ये इतना बहार बचा है जितना बड़ा मर्द डा लंड होता है . बस उसी से में तुझे चोदुन्गी उसने कहा मालकिन जल्दी बड़ा मजा आएगा . मेने कहा ठीक है और अग्रवाल को इशारा किया वो तुरंत उस पर चढ़ गया और उसकी चुद में लंड घुसा दिया . आधा लंड उसकी चुद में जाने के बाद उसने ऐसा झटका मारा की पूरा लंड उसकी चुद में उतार गया . वो झंझाना गयी फिर अग्रवाल उसे धीरे धीरे छोड़ने लगा वो भी उसके साथ कमर हिला रही थी . १५ मिनुत की चुदाई के बाद वो झड़ने लगी तो चिल्लाई मालकिन में तो गयी . तभी अग्रवाल भी झड गया .और पूरा वीर्य उसकी चूत में निकाल दिया .

आह्ह्ह कहकर मम्मी और पापा भी दोनों झड गए . पापा के लंड से होकर चुद से पापा का वीर्य और मम्मी का पानी निकलने लगा पापा ने मलाई का बर्तन उठाया और मम्मी की चुद के नीचे कर दिया . पूरा वीर्य और मम्मी का पानी मलाई ने गिर गया . पापा ने कहा की जानू में आज ये मलाई खाऊंगा थोडा सा जोर लगाकर अपनी चुद से पूरा माल इसमें में निकाल दो . मम्मी ने कहा की नहीं की ठीक है पर में शर्त लगाती हु की तुम इसे नहीं खा पाओगे . पापा ने कहा की ठीक है नाश्ते मई कल सुबह में यही खाऊंगा . मम्मी हसी और कहा की देखो . पापा उनकी चुद देखने लगे मम्मी ने थोडा दम लगाया और फिस्स्स्स की आवाज आई मेने देखा की मम्मी ने बर्तन में थो दी सी पेसाब कर दी थी वो पेसाब बहुतगाढ़ी थी उसमे मम्मी की चुद का पानी मिक्स था . मम्मी ने कहा की अब मलाई खाओगे ? पापा ने कहा उठो फिर उन्होंने भी थोसी सी वीर्य मिश्रित पेसाब बर्तन में कर दी उसे चम्मच से मिक्स करने लगे और कहा की सुबह मुझे नाश्ते में यही देना .पापा मम्मी दोनों फिर सोफे पर लेट गए .

Sexstories मीटर बदलने का इनाम चूत चुदाई

मम्मी ने आगे कहा पता है

जब अग्रवाल का गर्म वीर्य उसकी चुद में जाने लगा

तब जाकर रजनी को अहसास हुआ की उसकी चुद में असली लंड है . उसने आँख से तुरंत साडी हटाई तो अग्रवाल को देखकर दंग रह गयी . उसने उठने की कोशिस की तो अग्रवाल ने उसे बांहोंमें भर लिया वो कहने लगी की मालकिन ये आपने क्या किया . अब बच्चा हो गया तो में क्या करुँगी? मेने कहा की तू फिक्र मत कर तू इनके फार्म हाउस पर इनकी बीबी बनकर रहना ये बच्चा चाहते है . तुम जिन्दगी भर आराम से रहना . वो खुस हो गयी .

अग्रवाल ने चार दिन तक हम दोनों की बहुत चुदाई की फिर तुम्हारे घर आने के तीन घंटे पहले रजनी को लेकर चले गया . तुम्हे पता है . वो हीरे का हार मुझे सड़क पर नहीं मिला था . वो अग्रवाल ने मुझे चुदाई का इनाम दिया था .

आप मुझे मेरे एक गुनाह के लिया माफ़ करेंगे ?मम्मी ने गंभीरता के साथ कहा. पापा ने पूछा कैसा गुनाह ? मम्मी ने कहा की उसके बाद जब भी आप टूर पर जाते वो और रजनी यहाँ आ जाते और हम सेक्स करते थे ..

पापा ने कहा की ये कब तक चलते रहा ? मम्मी बोली की जब तक टीना ७ साल की नहीं हो गयी तब तक . फिर जब भी अग्रवाल आता टीना पूछने लगती की ये कोन है तब मेने उसे माना कर दिया की अब यहाँ मत आना .

पापा ने कहा की वो हर बार तुम्हे कुछ देता था तो मम्मी ने कहा की हां . वो साब चीजे मेने टीना के दहेज़ के लिए लोकर में रखी है .

पापा ने गुस्से में कहा की में तुम्हे एक अच्छी पत्नी समझता था तुम तो रंडी निकली पैसा ले कर चुद्वाती हो . बताओ कितनो के साथ चुदवाया है ? मम्मी चुप हो गयी धीमी आवाज में कहा की और किसी से नहीं . पापा बोले की तुम्हे तो कोठे पर बैठना था बहुत माल कमाती .

मै ये भी नहीं सोच सकती थी की मेरे बाप ने अपनी पत्नी को एक कोन्टरेक्ट के लिए चुदवाया .मै ये भी नहीं सोच सकती थी की मेरा बाप असल मै मेरा बाप ही नहीं है . .मै ऐसा कुछ सोच भी नहीं सकती थी की मेरी माँ एक रंडी हो सकती है .
थोड़ी देर बाद मम्मी ने कहा की तुम मुझे रंडी बोल रहे हो पर मुझे रंडी किसने बनाया ? किसने मुझे अग्रवाल के निचे सोने के लिए कहा था? किसने मुझे अग्रवाल का गर्भ गिराने को रोका था? किसने अतुल किसने? वो तुम थे अतुल तुम . हा में रंडी हु पर सिर्फ और सिर्फ तुम्हारे कारण अतुल. एक बात बताओ अगर अग्रवाल तुमसे कहता की में तुम्हारे टूर पर जाने के बाद तुम्हारी बीबी को चोदुंगा तो तुम मना कर पाते? बोलो अतुल बोलो ? पापा कुछ नहीं बोल पाए . मम्मी ने कहा की तुम्हे उसे झक मार कर इज़ाज़त देनी पड़ती . और तुम हर बार टूर से आकर मुझे कई लकडियो को छोड़ने के किस्से सुनते थे मेने तो कभी कुछ नहीं कहा? तुम तो बहुत बड़े रंडी बाज़ हो और मुझसे ऐसी बात करते हो ?

पापा थोड़ी देर तक चुप रहे फिर कहने लगे मुझे माफ़ कर दो वैशाली में ये सुनकर अपने पर काबू नहीं रख पाया की साला अग्रवाल तुम्हे ६ साल तक चोदता रहा . मुझे माफ़ कर दो . पापा की आँखों में आंसू थे . मम्मी बोली ठीक है पर आज के बाद कभी ऐसा मत कहना . .

फिर पापा ने पूछा की रजनी को लड़का हुआ? मम्मी ने कहा की पहली बार तो लकड़ा हुआ पर जन्म के २ घंटे बाद वो मर गया था . दूसरी बार एक लकड़ी हुई है वो १२ साल की है इप्शिता और उसमे ३ दिन का अंतर है . उसका नाम रूपल है .

थोड़ी देर बाद पापा ने मम्मी से कहा की तुम खिड़की के पास चलो . पापा के टेबल लेकर खिड़की के पास गए पापा ने मम्मी से कहा की खिड़की पकड़ लो और एक पैर टेबल पर रख लो. फिर पापा ने अपना सनसनाता हुआ लंड मम्मी की चुद में घुसा दिया और मम्मी को चोदने लगे . मेरी हालत बहुत ही ख़राब थी में एक ही दिन में ४ बार झड चुकी थी मुझे नींद भी आ रही थी .पापा किसी घोड़े की तरह मम्मी को चोदे जा रहे थे मम्मी की हालत बहुत ख़राब थी वो पूरी तरह लाल हो गयी थी तभी आवाज आई चट्ट मम्मी में मुह से चीख निकल गयी . पापा ने मम्मी के नितम्बो पर जोर से चाटा मारा था .

फिर तड़क तड तड पापा हर धक्के के साथ मम्मी के बड़े बड़े नितम्बो पर चांटे मार रहे थे .थोड़ी देर बाद पापा ने मम्मी को टेबल पर लिटा दिया और उनकी टाँगे फेला दी . मम्मी की चुद देख कर मेरे होश फक्त हो गए . मम्मी की चुद बहुत फ़ैल गयी थी . पापा का लंड एक झटके में दोबारा उनकी चुद में दाल दिया . पापा फिर से उसी स्पीड में मम्मी को चोदने लगे १५ मिनिट की जबरजस्त चुदाई के बाद वो दोनों झड गए . पापा मम्मी की चुद में लंड डाले हुए ही उन्हें गोद में उठा कर मलाई के बर्तन के पास ले गए और फिर से सारे माल बर्तन में निकल दिता फिर मम्मी को उसमे पेशाब करने को बोला और फी खुद ने भी थोड़ी पेसाब उस में कर दी .

पापा सोफे पर बैठ गए पापा ने मम्मी को अपने लंड को चूसने को कहा . फिर पूछा की अग्रवाल की मोंत के बाद रजनी कहा है. मम्मी ने कहा की अग्रवाल ने उसे पास ही में एक घर दिला दिया है वो वही रहती है अपनी बेटी के साथ . उसकी देती रूपल इप्शिता की ही क्लास में पड़ती है . अग्रवाल ने उसके नाम भी ८ लाख रुपये और रजनी के नाम ५ लाख रुपये कर दिए थे. में रूपल को पहचानती थी वो बहुत अच्छी लड़की थी मेने सोच में पड़ गयी वो मेरी बहन थी .
पापा ने फिर पूछा की अब वो किससे चुदवाती है? मम्मी ने कहा की किसी से भी नहीं उसकी लड़की बड़ी हो गयी है . तो पापा ने कहा की तुम चाहो तो उसे कभी कभी घर बुला लिया करो जब बच्चिया स्कूल जाये तब में तुम दोनों को उसी तरह चोदुंगा जैसे अग्रवाल चोदता था . सच कहू तो में उस समय उसे चोदना चाहता था.

जब टीना तुम्हारे पेट में थी पर मोका ही नहीं मिला. मम्मी ने कहा की ठीक है रजनी के नाम से ही तुम्हारा लंड खड़ा हो रहा है .

पापा ने कहा की अब फिर से डोगी स्टाइल में में तुम्हे चोदुंगा.मम्मी ने कहा की नहीं तुमने आज इतनी जोर जोर से धक्के मारे है की मेरी चूत की दीवारे जलन कर रही है . पापा ने कहा की नहीं में तो चोदुन्दा या अपनी गांड मरवाओ. मम्मी ने कहा की पिछली बार आधा लंड ही गया था और में ५ दिन तक सही से लेट्रिन नहीं कर पाई थी . प्लीज़ रहने दो . पापा ने कहा की पहली बार में ही दर्द होता है. इस बार टूर पर मेने एक १५ साल की लड़की को छोड़ा था . उसने मुझे गांड मरने को भी कहा था. मम्मी ने कहा की वो कैसी थी ? पापा ने कहा की टीना जैसी बस उसके बोबे टीना के बोबो से छोटे थे . मम्मी ने हस्ते हुस कहा की अपनी लड़की को कैसी नजरो से देहते हो . पापा ने कहा की नहीं में तो बता रहा था.
मम्मी बड़ी मुश्किल से राजी हुई . पापा ने थोड़ी करें मम्मी की गांड के छेद पर मसल दी .

अपने लंड को पूरा करें में लपेट लिया . फिर धीरे धीरे दबाव डालने लगे मम्मी कह रही थी की धीरे धीरे . फिर मम्मी एकदम चिल्लाई आआआ ह्ह्ह पापा के लाना का आगे का गोल सिरा मम्मी की गांड में घुस गया था . पापा ने एक जोर का झटका दिया तो मम्मी की तो जैसे सांस ही अटक गयी हो . पापा का आधा लंड उनकी गांड में था वो भू जोर से चिल्ला रही थी आःह्ह अतुल नहीं अझ निकल लो वापस आह्ह्ह्ह बहुत दर्द हो रहा है . में मर जाउंगी . आह्ह्ह . पापा ने कहा की चुप रहो नहीं तो लडकिया जाग जाएगी .मम्मी गिडगिडा रही थी तभी पापा ने अपना पूरा वजन और एक जोर दार झटका डाला . पापा की कमर मम्मी की कमर से चिपक गयी . उनका पूरा लंड मम्मी की गांड में था . पपने मम्मी का मुह उसी समय हाथ से बंद कर लिया था नहीं तो मम्मी इतनी जोर से चिल्लाती की पडोशी भी आवाज़ सुनकर आ जाते . मम्मी बिस्तर पर निढाल पड़ी थी . पापा कुछ देर उनके ऊपर लेते रहे फिर धीरे धीरे धक्के मरने लगे . मम्मी को कुछ आराम मिला .फिर थोड़ी देर बाद मम्मी भी पापा के साथ अपनी कमर हिलाने लगी . १० मिनिट बाद बाप झेड गए फिरा दोनों निढाल होकर सोफे पर लेट गए .

इसी बीच में भी २ बार झड चुकी थी . कमरे में जहा में कड़ी थी निचे गीला गीला हो रहा थो मेने अपनी पंटी से उसे साफ़ किया .

कुछ देर बाद मम्मी ने मलाई का बरतल ले जाकर किचेन में रख दिया .मम्मी को चलने में तकलीफ हो रही थी वो लंगड़ा कर चलरही थी . उन्होंने अपने और पापा के कपडे लेकर अपने बेडरूम में रख दिए . फिर खली गिलाश धो कर रख दिए . फिर पापा और मम्मी अपने रूम में जाकर सो गए .

मेने भी अपने कपडे पहने और पापा मम्मी के रूम में देखा तो दोनों नंगे ही एक दुसरे की बाहों में सो रहे थे में भी अपने रूम में जाकर सो गयी …………….

The post हवस चुदाई की appeared first on Antarvasna.

]]>