desi sex kahani Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/desi-sex-kahani/ Hindipornstories.org Tue, 02 Nov 2021 07:40:46 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 लड़की पटाने की शर्त लगाई भाई से https://sexstories.one/ladki-patane-ki-bet-bhai-se-xxx/ Tue, 02 Nov 2021 07:40:46 +0000 https://sexstories.one/?p=3243 मेने उसके मुँह पर अपना मुँह रख दिया मेरा भी पूरा लंड अंदर नही गया था आ इसस्स पर मेने फिर से आगे धक्का दिया और इस बार “क्लीन बोल्ड!!!” पूरा अन्दर डाल दिया वो रो रही थी चीख रही थी और अब तक उसकी गालियाँ भी शुरू हो गयी थी....

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Ladki Patane Ki Bet Bhai XXX मेरा नाम अनुज है. ये बात पिछले साल की है जब शादीयों का मौसम चल रहा था और काफ़ी सारे इन्विटेशन मिले हुये थे अब सब जगह तो मेरे पापा जा नही सकते इसलिये कई जगह पर मेरे भाई और मुझे भेज देते थे और सच कहता हूँ दोस्तो मुझे शादीयो में जाना बहुत अच्छा लगता है कई सारी खूबसुरत लड़कियां कुछ नयी नयी जवान हुई लड़कियां मिल जाती है ऐसी ही एक शादी में मेरे भाई (आकाश) और मुझे भेज दिया.

दोपहर का वक़्त था और हम सब दूल्हे की तरफ से थे तो हम सब बस में बेठ गये क्योकी दूसरे नज़दीकी शहर में जाना था तो में और मेरे भाई को बस में बेठने की जगह मिल गयी अब हमारे आगे दो लड़कियां बेठी थी एक तो शादीशुदा थी और दूसरी शादीशुदा नही लग रही थी नाम नही जानता था पर काफ़ी सेक्सी थी उसकी उम्र लगभग 19-20 साल की थी और अभी अभी जेसे जवान हुई थी दिखने में भी काफ़ी फ्रेश और सुंदर थी और शादी के मेकअप में कुछ ज़्यादा ही खूबसुरत लग रही थी उसने श्याम-गुलाबी कलर की चनिया-चोली (गुजराती ड्रेस) पहना था और उसका पल्लू सेमी-ट्रान्सपरेंट था जिससे पता चलता था की उसने काफ़ी टाइट चोली पहनी थी.

अब बस चल पड़ी सबका गाना बजान शुरू हो गया मेरा भाई कई लोगो को जानता था तो सब खड़े होकर गाने और नाचने लगे मस्ती का माहोल था मेने देखा की मेरे भाई की भी उसी पर नज़र थी और वो लड़की भी कम नही थी काफ़ी फनी जोक्स उसके बाजू वाली के साथ शेयर कर रही थी और हँसते हँसते बार बार पीछे देख रही थी मेने भी चान्स ले लिया और आँख मार दी वो हंस पड़ी मुझे लगा चलो आगे बढ़ सकते है पर इधर मेरा भाई भी चालू हो गया था और वो उसे भी लाइन दे रही थी.

मुझे लगा यार ये क्या बला है बीच मे मेने उसका नाम पूछा तो उसने बताया उसका नाम नेहा है और वो देसार शहर से थी और अपनी बहन के ससुराल होने की वजह से यहा आई थी जब हम मेरिज हॉल पर पहुँच गये तो फिर सब शादी और डांस और कई सारी रस्मो में बिज़ी हो गये मुझे वो दिख नही रही थी एक्च्युयली मेरा एक दोस्त भी उसी शहर में रहता था हम कॉलेज में एक साथ पढ़ते थे में उसे कॉल करके हालचाल पूछ रहा था इतने में मेने देखा मेरा भाई नेहा के साथ खड़ा था और काफ़ी हंस हंस के बाते चल रही थी में मेरे भाई को अच्छी तरह से जानता हूँ और वो उसको सुलाने की तैयारी ही कर रहा था लेकिन में ये चान्स खोना नही चाहता था तो मेने एक प्लान बना दिया.

मेने मेरे दुकान (स्टोर) में कॉल किया और हमारे नौकर को पूछा पापा है वहा पर? नौकर बोला नही साहब नही है मेने पूछा कब आयेगे? बताया कुछ? नौकर ने कहा हाँ शाम तक आ जायेगे बताया था मुझे तो मेने कहा ठीक है एक काम कर आकाश को कॉल कर और बोल मुझे (यानी तुझे) अभी अर्जेंट डॉक्टर के पास जाना पड़ेगा और स्टोर को दिन में बन्द नही कर सकता और मुझसे रहा नही जा रहा है नोकर बोला पर अनुज भाई मुझे कुछ नही हुआ में झूठ बोलूँगा तो साहब मुझे नौकरी से निकाल देंगे मेने कहा अब सुन तो सही वहा आकाश के पहुँचने पर बताना की मेने बोला था यह कहने के लिये में संभाल लूँगा, कुछ नही करेगा मेरी गारन्टी है सोच ले मेरी बात मान और जेसा कहा है तू वेसा ही कर अरे दोस्त के लिये इतना नही कर सकता भरोसा रख नोकरी को कोई प्रोब्लम नही होगा. वो थोड़ा डरा हुआ था पर मान गया उसे पता है हम दोनो भाई में चलता है और इसे ही तो भाई कहते है.

में मेरे भाई के पास आ गया था और स्टोर से नौकर का कॉल आया भाई पापा के डर से तुरंत वहा जाने के लिये तैयार हो गया मुझसे कहा की इस पागल की भी अभी ही तबीयत बिगड़नी थी मेने पूछा अभी ही मतलब आकाश ने कहा दिख नही रहा में बिज़ी हूँ मेरी शाम बिगड़ी ना अब चल में जाता हूँ बाद में तू पहुँच जाना कुछ काम हो तो कॉल करना मेने कहा ओके भाई आप जाओ अब रास्ता साफ था पर मंज़िल अभी दूर थी अब मे नेहा के आस पास ही रहने लगा तारीफ करने लगा और अपनी मज़ाक बन के भी हंसने लगा वो सब कुछ कर रहा था जो लड़की पटाने में करना होता है उसने पूछा आपके भाई नही दिख रहे मेने कहा उसे अर्जेंट काम से स्टोर पर जाना पड़ा पर में तो हूँ ना वो मुस्कुराने लगी.

मेने कहा नेहा तुम ग़ज़ब की खूबसुरत हो सच में तो नेहा बोली तुम भी शेरवानी में ठीक लग रहे हो मेने कहा इसके बिना तो में हॉट लगता हूँ वो बोली क्या मेने कहा यानी दूसरे कपड़ो में तो हॉट लगता हूँ सब कहते है पर दोस्तो तीर निशाने पर लगा उसे जो समझना चाहिये था वो समझ गयी अब वो काफ़ी लाइन दे चुकी थी मेने जानबुझ के उसके पल्लू पर थोड़ा सा ऑरेंज जूस डाल दिया (पर जताया ऐसे की ग़लती से गिर गया) मेने कहा सो सॉरी नेहा नेहा ने कहा, ‘श! ये क्या किया…? अब में इसे केसे मेने कहा चिन्ता मत करो यहा वॉशरूम होगा तुम चलो में उसे वॉश रूम में ले गया वहा कोई था भी नही वो वॉशपेशन के पास खड़ी होकर पानी से साफ करने लगी वेसे ज्यादा नही गिरा था मुझे पता था की दाग चला जायेगा.

Hindi porn kahani दीदी को चोदा शादी के बाद

मेने कहा नेहा तुम हॉट लग रही हो वो बोली हाँ काफ़ी तारीफ कर चुके एक काम करो मेरी चोली का नाडा ठीक करो थोड़ा ढीला हो गया है अब मुझे पूरी तरह से लाइन मिल गयी थी मेने कहा उसके लिये तो इसे खोलना पड़ेगा वो हंस के बोली में जानती थी तुम्हारी नज़र मेरे पर ही है वेसे में रिस्क ले सकती हूँ क्योकी ये मेरा शहर नही है और तुम भी काफ़ी हॉट हो इतना बोलते ही मेने चान्स ना छोड़ते हुये उसके लिप्स को अपने लिप्स से जोड़ दिया आह क्या टेस्टी थी स्ट्रॉबेरी का टेस्ट था उंह उसने फिर थोड़ा धक्का देकर छुड़ाया और बोली यहा नही मेने कहा ठीक है अपनी बहन को बोल की उसके पल्लू पर दाग लगे है वो अभी मेरे साथ लॉनड्ररी पर जाती है और इसको साफ करवाती है बोलना काफ़ी महंगा ड्रेस है यह ड्रेस में कुछ देर में ही आती हूँ और दिखावे की लिये कुछ रुपये ले लेना और बोलना की पहले सादा ड्रेस भी खरीदना पड़ेगा.

तब ही यहाँ से निकल पाओगी वो बोली ओह माई गॉड क्या तुम रोज़ यही काम करते हो मेने तो अभी सोचना शुरू भी नही किया और तुमने सब कुछ सोचके रखा है…? और क्या क्या सोचा है? मे बोला तू चल तो बताता हूँ क्या क्या सोचा है इतने में मेरा भाई स्टोर पर पहुँच गया था और गुस्से और गलियों से भरा कॉल किया में कुछ बताऊँ उससे पहले ही बोलने लगा लोडू इससे झूठ क्यों बुलवाया मेरी शाम बिगाड़ी तूने तू आ में तुझे नही छोडूगा मेने कहा कूल डाउन भाई इस बार मेरी बारी थी और आप लाइन में घुस रहे थे और वेसे भी याद है दो साल पहले मेरी 6 महीने की मेंहनत के बाद मेरी गर्लफ्रेंड को मेरी जगह आपने पहले चोदा था.

बस तो समझ लो आज मेरा दिन था वो बोले लोडे तब तुम पूरे 18 के नही थे और मेने ही तो बताता था केसे पटाना है और आज तू मेरी मे बीच में ही बोला भाई चिन्ता मत करो उसको आपकी कमी महसुस नही करने दूँगा और वेसे भी ऐसे क्या भड़क रहे हो जेसे इससे शादी करने वाले थे…! अब मे थोड़ा बिज़ी हूँ बाद में कॉल करता हूँ और भाई बोले साले तू बड़ा हो गया है तब तक वो आ गयी थी और पूछा किससे बात कर रहे थे मेने कहा नही घर से कॉल आया था मेने कहा एक मिनिट रुक मेने मेरे दोस्त को कॉल किया और बताया की उसके फ्लेट की चाबी चाहिये कुछ घंटो के लिये क्योकी हमने कॉलेज एक साथ किया था तो काफ़ी अच्छे दोस्त थे वो बोला यार मेरा भी चान्स होना चाहिये.

मेने बोला चूतिये ये रांड नही है पटा कर ला रहा हूँ याद कर मेने कितनी बार तुझे मेरा कमरा दिया था..??’ वो बोला चल ठीक है एम.जे रोड पर आ जा में वही हूँ और चाबी दे देता और जल्दी आना मेने बोला तुझसे ज़्यादा मुझे जल्दी है अब में नेहा को लेकर ऑटो में पहले एम.जे रोड पर ले गया वहा से चाबी और एड्रेस लिया और उसके फ्लेट पर पहुँच गया दरवाजा खोलते ही में उस पर टूट पड़ा उसे दीवार से सटा के खड़ा करके स्मूच करने लगा और उसके बोल (ब्रेस्ट्स) दबाने लगा उसका पल्लू हटा दिया और वो भी पूरे मज़े से स्मूच कर रही थी मेने मज़ाक में कहा रानी कपड़े निकालो धोने नही है..!!?’ मेने अपनी शेरवानी उतार दी और पज़ामा भी उतार दिया में बता दूं मेरी बॉडी काफ़ी अच्छी है में 5’11 का हूँ गोरा हूँ क्लीन शेव हूँ और मेरी जिम बॉडी है.

अब मेने उसे दीवार की तरफ मुँह करके उसकी सिल्की पीठ को किस किया काटा भी वाऊ क्या माल था मेने सारे नाडे एक झटके में निकाल दिये और अब उसके मीडियम साइज़ के और काफ़ी तने हुये बोल (ब्रेस्ट्स) मेरे सामने थे आह.! उस पर रेड निपल तो मुझे पागल बना रहे थे मेने कहा मेरी माल क्या हॉट है तो मुझे लगा काफ़ी बड़े होंगे पर लगता है अभी अभी तू कच्ची कली से जवान हुई है नेहा ने कहा तो क्या तुम्हे लगता है में सबके साथ…??! मेने काफ़ी रोल प्ले किया है पर सेक्स नही यहा तो कोई रिस्क भी नही है और तुम भी इतने जानदार हो इतना कहते ही वो मेरी अंडरवेयर में हाथ डालने लगी और मेरा लंड सहलाने लगी अब ये पूरा तन गया मेने कहा आज तेरी वर्जिन चूत को में फाड़ने वाला हूँ बहुत प्यार करने वाला हूँ.

मेने तुरंत ही उसके बूब्स (ब्रेस्ट्स) को चूसना शुरू कर दिया और उसके निपल को काटने लगा आह क्या टेस्ट था वो और ज़्यादा और ज्याद कहने लगी और हाथ से मेरे लंड को सहलाने लगी… ह…मुझे लगा उसके बोल (ब्रेस्ट्स) मे जेसे कोई टेस्टी आइटम हो मेने काफ़ी चूसा और मसला और निपल बिल्कुल टाइट हो गये थे..ह…..में उसे मसलता रहा अब मेने उसकी चोली उतार दी वाउ..! क्या सिल्की पेर थे और उसकी कमर तो किसी मॉडल की तरह एकदम पतली और सेक्सी थी उसने अंडरगार्मेंट्स पहने थे और में भी अंडरवेयर में था मेने उसे उठाया और सीधा बाथरूम में ले गया बोला अब मेरी जान रेडी है…? धुलाने के लिये? मेने शॉवर चालू कर दिया और हम स्मूच करने लगे में उसके बोल (ब्रेस्ट्स) को मसलने लगा और वो मेरे लंड को सहलाने लगी.

अब वो नीचे की तरफ झुकी और मेरी अंडरवेयर हटाई मेरा लंड (8 इंच है) पूरा तना हुआ था वो बोली ‘श… इतना बड़ा लंड मेने कभी नही देखा और लपक के उसके मुँह में डाल दिया…अहह! और वो चूसने लगी अहह क्या मज़ा आ रहा था उसने काफ़ी सक किया उसके मुँह में पूरा लंड जा नही रहा था तो मेने उसका सिर पीछे पकड़ के ज़ोर ज़ोर से डालने लगा उसकी आँख में से पानी निकल गया पर मेंने बहुत इन्जॉय किया लगभग 20 मिनिट तक सक करने के बाद मेने शॉवर बंद किया उसके अंडरगार्मेंट को उतारा और हमने एक दूसरे की बॉडी को टावल से पोछा मेंने उसको उठा के सीधे बेड पर डाल दिया हम लोग बिलकुल नंगे थे और मेने उसकी चूत को चाटना शुरू किया उसकी चूत बिल्कुल टाइट थी काफ़ी पिंक कलर की थी और क्लीन शेव थी.

मेने उसको अपनी जीभ से चाटा वाऊ क्या सॉल्टी टेस्ट था और थोड़ी थोड़ी उंगली भी डालता था और बीच बीच में उसको चूमता और उसके बूब्स को भी काट लेता था चूम लेता था पर उसकी चूत मेने तय कर लिया की आज इसको फाड़ डालनी है में पागल हुये जा रहा था थोड़ी देर के बाद में उसके उपर आ गया और लंड डालने ही वाला था की वो बोली अरे क्या कर रहे हो मार दोगे क्या मुझे कुछ ऑयल लूब्रिकेंट लो इतना बड़ा लंड में केसे ले पाऊँगी मेने इससे पहले नही चुदवाया है मेरी चूत तो फट जायेगी में बोला मेरी रानी अब कुछ नही होगा वेसे भी चूत मे से थोड़ा थोडा पानी निकलने लगा है तू और तेरी चूत बिल्कुल रेडी है और वो कुछ बोले उसके पहले ही मेने उसकी चूत में मेरा 8 इंच का लंड डाल दिया आह ओह नही वो ऐसे चीख पड़ी.

मेने उसके मुँह पर अपना मुँह रख दिया मेरा भी पूरा लंड अंदर नही गया था आ इसस्स पर मेने फिर से आगे धक्का दिया और इस बार “क्लीन बोल्ड!!!” पूरा अन्दर डाल दिया वो रो रही थी चीख रही थी और अब तक उसकी गालियाँ भी शुरू हो गयी थी वो बोली इसे बाहर निकालो हरामखोर लंड कुत्ते मेरी चूत फाड़ दी तुने लंड बाहर निकाल तेरा मुझसे सहन नही होता मर जाउंगी में हाईईईई…अहह..ऑश…!!!’ मेने उसके मुँह पर हाथ रख के बोला मेरी रांड चुप रहो अभी शुरुआत में तो दर्द होगा ही ना और में ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा 5 मिनिट के बाद वो भी मेरा साथ देने लगी वो भी उसकी गांड आगे पीछे करने लगी.

मेने देखा उसकी चूत मे से थोड़ा सा खून भी निकला था पर ज़्यादा नही था 15 मिनिट तक चोदने बाद मेने उसकी चूत को रुमाल से साफ किया वो तो जेसे कोई अलग ही दुनिया में थी और में भी अब उसकी चूत लाल हो गयी थी और मेने कहा मेरी प्यारी रांड रानी अभी बाकी है. में उसे स्मूच करने लगा और उसके बूब्स को मसलने लगा मेरा लंड तो अब भी तना हुआ था मेने अब धीरे से मेरा लंड अंदर डाला वो फिर से चीखी पर इस बार बोली हाँ डालो इसे मुझसे रहा नही जाता और मेने पूरा डाल दिया…उईईइ अहह…तुम साले जानवर हो..हा और ज़ोर से चोद मुझे आआ और वो ज़ोर ज़ोर से आगे-पीछे होने लगी और में भी पूरे जोश में आगे धक्के देना लगा अब वो आह…आ… बोल रही थी मेरा लंड फुल स्पीड में धक्के दे रहा था आह वाऊ बता नही सकता कितना मज़ेदार था जेसे जन्नत मिल गयी हो.

अब 15 मिनिट के आस पास मेरा माल निकलने को तैयार था पर हम दोनो इस दुनिया में सफ़र कर रहे थे मेने और कुछ नही सोचा और अंदर ही छोड़ दिया और वो भी आह…कह कर मुझसे लिपट गयी फिर मेने मेरा लंड बाहर निकाला अभी भी इसमे से माल निकल रहा था तो उसे उसने अपने मुँह मे ले लिया और वो मेरे उपर ही लेट गयी मेने 1 घंटे का अलार्म लगा दिया और हम दोनो एक दूसरे को लिपट कर आराम करने लगे मुझे तो और भी आगे बडना था पर वो बिल्कुल टूट सी गयी थी मुझ मे सम सी गयी थी वेसे भी में उसके शहर से काफ़ी दूर नही रहता हूँ अभी तो कई पोजीशन बाकी है और उससे ज़्यादा कई और बार मज़े लेने भी बाकी है.

3 घंटे कब निकल गये पता ही नही चला और फिर अलार्म बजते ही हम तैयार हो गये और पास के मेडिकल स्टोर पर रुके और उसके लिये मेडिसिन ली और उसकी बहन को कॉल कर दिया और कहा दीदी पहले तो वो लॉनड्ररी वाला लेट आया फिर बोला की 2 दिन तक देनी पड़ेगी तो में तो वेसे ही वापस आ रही हूँ मेने उसको मेरा नंबर दिया और उसका नंबर लिया और में उसे मेरिज हॉल पर छोड़ कर मेरे शहर जाने के लिये निकल गया .

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पडोसन की चूत https://sexstories.one/padosan-ki-chooth/ Fri, 22 Oct 2021 07:07:33 +0000 https://sexstories.one/?p=3099 मेरे लंड का सुपाड़ा उसके अन्दर जाते ही वो जोर से बोली कि मुझे बहुत दर्द हो रहा है। फिर में वहीं पर रूक गया और उसकी चूचियों को सहलाने लगा और फिर उसके होठों को चूमने लगा। तभी थोड़ी देर में विनीता जोश में आ गई और अपने चूतड़ उठाने लगी।...

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Matwali Padosan ki Chooth Chudai हैल्लो फ्रैण्ड्स मेरा नाम ऋषि है , सच कहूँ तो मुझे बहुत मजा आता है ये कहानियाँ पढ़कर और मुझे लगा कि मुझे भी अपनी स्टोरी लिखनी चाहिए। जो कहानी आपको बताने जा रहा हूँ वो सच है और दो साल पहले की है। दोस्तों मेरी उम्र 21 साल की है और हाईट 5.11 फुट है और वजन 60 किलो है। मैं मोरादाबाद का वासी हु औऱ अभी अपने कॉलेज के आखरी साल पर हु। मुझे लड़कियों की चूत चाटना और मुझसे मेरे उम्र में बड़े लड़कियों के साथ चुदाई करना बहुत पसंद है। अब में सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ।

दोस्तों में दो साल पहले बहुत दिनों के बाद अपनी मौसी के घर गया था। तो मौसी मुझे देखकर बहुत ख़ुश हुई। मेरी मौसी के घर मौसी, मौसा कजिन ब्रदर जो मुझसे दो साल छोटा है। मेरा भाई मुझसे बहुत फ्रैंक है तो हम दोनों हर तरह की बातें शेयर कर लेते है। फिर रात को खाना खाने के बाद सोने की तैयारी होने लगी। तभी में और भाई छत पर सोने गए.. हमारी छत खुली थी।

आप तो जानते है कि गाँव में लोग बहुत घुले मिले है। फिर हुआ ये कि रात को पड़ोस वाले घर के जो मेरे मौसा जी के चाचा लगते है.. वो और उनकी वाईफ और उनकी एक बेटी भी सोने आ गए। वो लोग अपनी छत पर सो रहे थे और हम अपनी छत पर। इधर अजय (मेरा भाई) और में बातें कर रहे थे।

अजय ने मुझे बताया कि विनीता (जो पड़ोस वाले अंकल की बेटी है और छत पर ही सो रही थी) का गाँव के कई लड़कों के साथ चक्कर चल रहा है और कई बार तो में भी उसके साथ किस कर चुका हूँ लेकिन आगे मौका नहीं मिला। फिर मैंने भी कभी किसी लड़की को छुआ नहीं था तो आज मुझे थोड़ा सा अजीब लग रहा था और मजा भी बहुत आ रहा था।

फिर बातें करते करते बहुत देर हो गई और सभी लोग सो चुके थे लेकिन आज मुझे नींद कहाँ आनी थी। फिर अजय बोला में तो सो रहा हूँ तू क्या चाह रहा है। तभी मैंने कहा कि आज कुछ नहीं हो सकता.. तू अभी मत सो.. रुक देखते है अगर कुछ हो सके तो। मैंने विनीता को पहले कई बार देखा था। वो 5.5 फिट लम्बी थी। उसके बूब्स बहुत बड़े थे.. उसका साईज 32-28-34 था। रंग की बहुत गोरी थी.. उसके होंठ लाल थे.. लेकिन आज तक कभी मैंने उसके बारे में सोचा ही नहीं था। लेकिन आज उसकी बातें सुनकर एक तड़प सी उठ रही थी।

आज शायद मेरी किस्मत बहुत अच्छी थी। तभी ऊपर मच्छर काट रहे थे तो विनीता के मम्मी पापा नीचे चले गये सोने के लिये। फिर अजय बोला अब शायद कुछ हो जाय और तभी वो उठा और विनीता के पास जाकर सोने के लिए कहने लगा। फिर मुझे डर लग रहा था.. लेकिन अजय ने कहा कि कुछ नहीं होगा.. तो में भी उसके साथ चला गया।

अब हम लोग उसके साथ छत पर थे। पहले में, अजय फिर विनीता। तभी अजय ने विनीता की तरफ हाथ बड़ाया और उसे जगा लिया और फिर बूब्स पर हाथ डालने लगा। क्योंकि वो तो पहले भी कई बार सबकुछ कर चुके है तो उन्हें कोई डर ही नहीं लग रहा था। लेकिन विनीता मना कर रही थी कि नहीं अभी मेरा मूड नहीं है। फिर अजय नहीं माना तो वो मुझसे बोली जय तुम बड़े हो इसे मना करो ना प्लीज। तभी मैंने मना किया तो वो मान गया। फिर वो उठी और मेरी तरफ आकर लेट गई, अब में बीच में था।

Chudai pados wali bhabhi ki चूत की बिछ गयी है बिसात

फिर 12 बज चुके थे। फिर मैंने अजय को इशारा करके सुला दिया और अजय भी सो गया। अब मेरा भी मन विनीता को पकड़ कर अपनी तड़प मिटाने का था। फिर वो मेरी तरफ पीठ करके लेटी थी। फिर मैंने बहुत हिम्मत करके अपना पैर उसके पैरों से टच किया और उसके पैरों के बीच रख लिया। तभी उसकी कोई हलचल ना देखकर मेरी हिम्मत और बड़ गयी।

फिर थोड़े देर बाद पैर को अच्छी तरह उसकी पैरों के बीच फंसा दिया और फिर ऐसे ही लेटा रहा। तभी कुछ देर बाद मैंने अपना एक हाथ विनीता के गाल पर रख दिया और हल्के हल्के घुमाने लगा। फिर मेरी हिम्मत और तड़प दोनों बढ रही थी। विनीता कोई हलचल नहीं कर रही थी।

फिर मैंने हाथ को उसकी गर्दन पर लेकर धीरे से घुमाकर उसके बहुत पास आ गया। फिर धीरे धीरे मैंने हाथ उसकी छाती पर लगा दिया। फिर थोड़ी देर बाद में उसके बूब्स को सहलाने लगा और गर्दन पर अपनी सांसें छोड़ने लगा। अब मुझे लगा कि वो सो गई है। तभी मैंने उसे कमर से पकड़ा और अपनी और खींचा.. तभी वो एकदम से मेरी तरफ पलटी और बोली कि में तो इधर लेटी थी कि तुम मुझे बचा लोगे.. लेकिन तुम तो खुद ही शुरू हो गये.. प्लीज मुझे क्यों नहीं सोने देते?

फिर मैंने कहा कि तुम बहुत सो चुकी.. अब मत सोओ और फिर ये कहकर उसे कमर से पकड़कर अपनी तरफ खींच लिया। अब वो मेरे बिल्कुक पास थी। तभी वो बोली ये ठीक नहीं है। मैंने कहा कि मुझे सब पता है.. तुम्हारा भी मूड है फिर भी तुम क्यों इतना टाईम लगा रही हो? तभी वो हंस गयी और फिर एकदम से उसने मेरे होंठ पर किस कर लिया और फिर बोली कि रुको में अभी आई।

फिर वो उठकर नीचे गयी और 5 मिनट में आ गई। फिर मैंने पूछा कि तुम कहाँ पर गई थी? तभी बोली कि मम्मी पापा को देखने गई थी कि वो सो गये या वो भी चुदाई में व्यस्त है।

फिर वो साथ में क्रीम और तेल भी लेकर आई थी। फिर मैंने कहा कि इधर अजय है चलो उधर दूसरी तरफ चलें। फिर हम दूसरी छत पर आ गए और लेटते ही मैंने उसे पकड़ कर उसके होंठो को अपने होंठो से दबा लिया और फिर उसे चूमने लगा। फिर पांच मिनट किस करने के बाद में नीचे हुआ और उसके बूब्स को कुर्ती के ऊपर से दबाने लगा। दोस्तों ये मेरी लाईफ का पहला मौका था..

जब में किसी लड़की के इतने पास था और उसके बूब्स दबा था। तभी विनीता की भी सांसे तेज होती जा रही थी। फिर उसने मुझे अपने ऊपर खींच लिया और में उसके ऊपर था और उसके बूब्स दबा रहा था और फिर उसकी गर्दन को अपनी जीभ से चाट रहा था।

तभी में ऊपर से हटा और फिर उसे बैठाकर उसकी कुर्ती को उतार दिया.. उसने ब्रा नहीं पहनी थी। फिर जैसे ही मैंने कुर्ती उतारी उसके गोर गोर 32 के बूब्स मेरे सामने आ गए। में पागल सा होने लगा और विनीता को नीचे दबाकर उसके बूब्स पर टूट पड़ा। फिर एक हाथ से उसके सीधे बूब्स को और जोर से और फिर दूसरे बूब्स को मेरे मुहं में लेकर चूस रहा था और हल्के हल्के दबा रहा था।

फिर मेरे हर बार दबाने के साथ विनीता का जोश बढ़ता जा रहा था और फिर वो मेरे सर को पकड़कर अपने बूब्स में दबा रही थी। में भी भूखे शेर की तरह उन पर टूट पड़ा और उनको जोर से चूसने और मसलने लगा। विनीता को भी मजा आने लगा और उसके मुँह से सिसकियाँ निकलने लगी उम्म हहाहा मरी में थोड़ा धीरे चूसो प्लीज सीईईई। क्या मस्त चूचियाँ थी उसकी.. बहुत गोरी, सॉफ्ट और बहुत ही नाज़ुक में बेकाबू हो गया था।

फिर मैंने उसकी चूचियों को जी भर कर चूसा और चूसते-चूसते ही में एक हाथ से उसकी चूत पर ले गया और सलवार के ऊपर से ही उसकी चूत सहलाने लगा। फिर थोड़ा नीचे आकर उसकी चूत पर जीभ फैरने लगा तो वो पागल हो उठी। फिर में धीरे-धीरे उसकी सलवार में हाथ डाल कर पेंटी के अन्दर अपना हाथ ले गया और उसकी चूत को सहलाने लगा।

सच में विनीता की चूत बहुत ही सेक्सी और कोमल थी.. में तो बस मदहोश हो गया था। फिर में धीरे धीरे उसकी चिकनी चूत को सहलाने लगा और उसकी चूत के दाने को उँगलियों से धीरे धीरे मसलने लगा। तभी उसकी चूत बहुत गीली हो चुकी थी और वो अपने पैरो को सिकोड़ने लगी थी।

तभी में समझ गया कि अब ये पूरी तरह से गरम हो चुकी है। फिर मैंने जल्दी से उसकी सलवार का नाड़ा खोलकर उसे उतार दिया और फिर पेंटी के ऊपर से ही उसको चूसने लगा। तभी वो मेरे सर को जोर जोर से दबाने लगी और में भी जोश में आकर उसकी चूत को चूसने लगा। तभी में अपने आपे से बाहर हो रहा था। फिर मैंने अब मौका गंवाए बिना उसकी पेंटी को भी उतार फेंका। फिर में अपना मुँह उसकी चूत के पास लेकर गया और फिर उस पर चूम लिया। तभी उसने अपने दोनों पैर चौड़े कर दिये थे।

फिर उसकी चूत को देख कर साफ़ पता लग रहा था कि उसने अपने बाल आज ही साफ़ किये थे.. मतलब आज वो चुदाई लिए तैयार थी। फिर में उसके दाने को जीभ से चाट रहा था और जीभ को अंदर भी डाल रहा था। फिर वो बहुत गरम हो गई थी और अपनी कमर उठाकर मेरी जीभ को अंदर लेने लगी। फिर उनके हाथ मेरे सर पर थे और वो मेरे सर को दबा कर मेरा मुँह अपनी चूत के और पास ले जाने की कोशिश कर रही थी।

Padosan ki chooth स्वीटी भाभी की स्वीट चुदाई

तभी में उठा और जल्दी से अपने कपड़े उतार दिए और फिर में जल्दी से नीचे आया और फिर अपने दोनों पैर फैलाकर लेट गया और उसे अपने ऊपर खींच लिया। तभी वो समझ गई और मेरे लंड को हाथ में लेकर ऊपर नीचे करने लगी। फिर जैसे ही उसने हिलाना शुरू किया.. में तो जन्नत का मजा महसूस करने लग। पहली बार किसी लड़की के हाथ में मेरा लंड था। फिर मैंने उसे मुहं में लेने कहा वो तुरंत मान गई। फिर धीरे-धीरे उसने लंड के टोपे को मुँह में ले ही लिया और लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी। फिर कुछ 15 मिनट तक उसने मेरे लंड को चूसा होगा।

फिर वो बोली कि अब कंट्रोल नहीं होता जान अब डाल दो। में भी अब तैयार था। फिर मैंने एक तकिया उसकी कमर के नीचे लगाया और फिर उसकी जाँघें अपनी जाँघों पर चढ़ा लीं। फिर में अपने लंड को उसकी चूत पर फैरने लगा। अब उसकी चूत तन्दूर की भट्टी की तरह गरम थी। तभी उसने कहा कि उसने कभी चुदवाया नहीं है और मेरा इतना मोटा लंड उसकी चूत में कैसे जायेगा?

तभी मैंने कहा कि थोड़ा सा दर्द होगा लेकिन बाद में बहुत मज़ा भी आएगा। डर तो मुझे भी था.. क्योंकि मेरा भी पहली बार था.. पता नहीं था कि कैसे करूं? फिर मैंने अपने लंड और उसकी चूत पर क्रीम लगाई और अपना लंड धीरे से उसकी चूत में घुसाने लगा लेकिन उसकी चूत बहुत टाईट थी।

मेरे लंड का सुपाड़ा उसके अन्दर जाते ही वो जोर से बोली कि मुझे बहुत दर्द हो रहा है। फिर में वहीं पर रूक गया और उसकी चूचियों को सहलाने लगा और फिर उसके होठों को चूमने लगा। तभी थोड़ी देर में विनीता जोश में आ गई और अपने चूतड़ उठाने लगी। तभी मैंने ऊपर से थोड़ा जोर लगाया, तभी मेरा लंड उसकी चूत में तीन इंच घुस गया। तभी वो जोर से चिल्लाने लगी.. तो मैंने अपने होंठ उसके होंठो पर रख दिये। अब मुझे महसूस हुआ की कोई चीज लंड को अंदर जाने से रोक रही है।

तभी में समझ गया की ये उसकी चूत की झिल्ली है जो अभी तक फ़टी नहीं है। फिर में बहुत खुश हो रहा था कि मुझे पहली चुदाई में बिना चुदी हुई चूत मिली है। फिर विनीता आँखें बंद किये सिसकियां भर रही थी। तभी मुझे सही मौका मिला और अचानक मैंने एक जोर का झटका दिया और अपना पूरा 8 इंच का लंड उसकी चूत में घुसेड़ दिया। तभी वो बहुत जोर से चीखी और जोर से तड़पने लगी। तभी में वहीं पर रूक गया और उसकी चूत में से खून निकलने लगा था। तभी वो जोर जोर से रोने लगी। तभी मैंने उसे प्यार से समझाया कि मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चल गया है। अभी थोड़ा सा दर्द होगा.. लेकिन बाद में जो मज़ा आएगा वो तुम्हे तुम्हारा पूरा दर्द भुला देगा।

फिर मैंने उसके लाख कहने पर भी अपना लंड उसकी चूत से बाहर नहीं निकाला। फिर पाँच मिनट तक में सिर्फ़ उसके बूब्स को चूसता रहा और उसके पूरे शरीर पर हाथ फैरता रहा। तभी धीरे धीरे उसका दर्द कम हुआ और फिर उसे जोश आने लगा और वो मुझसे चिपक गई और अपने चूतड़ उठाने लगी। उसकी चूत मेरे लंड को कभी जकड़ती और कभी ढीला छोड़ती। फिर में इशारा समझ गया और मैंने धीरे धीरे अपने लंड को उसकी चूत में अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया।

तभी थोड़ी देर में उसे भी मज़ा आने लगा और वो भी हिल हिल कर चुदाई का मज़ा लेने लगी। फिर करीब 15 मिनट तक में उसे बिना रुके चोदता रहा और इतनी देर में उसकी चूत गीली हो गई और उसका दर्द कम हो गया और वो बहुत मज़े लेकर चुदवाने लगी। फिर वो भी नीचे से गांड हिला कर मेरा साथ दे रही थी और बोल रही थी अह्ह्ह ईईइ जोर से तेज और तेज करो.. मुझे चोदते रहो जोर से और जोर से चोदो मुझे मीईईइ।

Chooth chudai बीवी और डोली भाभी

तभी मैंने लंड को चूत से बाहर निकाल कर फिर से मैंने उसके दोनों पैरो को अपने कंधे पर रखकर अपने लंड को उसकी चूत में डाल दिया और तेज तेज धक्के लगाने शुरू कर दिए। फिर उसकी चूत से खून आ रहा था लेकिन अब दर्द नहीं था। तभी वो एकदम से अकड़ने लगी और मेरी पीठ और कन्धों पर नाख़ून चुभाने लगी और फिर एकदम से मुझसे लिपट गई और झड़ गई। लेकिन में तो अभी भी जोश में था। तभी विनीता बोली कि रुको मत.. पता नहीं कब मौका मिले। फ़िर उसकी आँखों से आँसू निकल पड़े लेकिन में रुका नहीं। फिर में अपने लंड को अंदर बाहर करता रहा और कुछ देर बाद उसे फिर मज़ा आने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी।

तभी वो अपनी कमर को मेरे साथ साथ आगे पीछे करने लगी। चूँकि वो अभी अभी झड़ी थी इसलिए दोबारा इतनी जल्दी झड़ना मुमकिन नहीं था। इसलिया मज़ा और ज़्यादा आने लगा। ऐसा करते करते कुछ देर बाद वो फिर झड़ गयी। उसकी गरम चूत गीली हो गई और वो शांत पड़ गई। लेकिन में रुका नहीं और फिर में उसे चोदता रहा। तभी उसने मुझे अब रुकने को कहा.. लेकिन में रुका नहीं और अपना काम करता रहा। फिर लगभग 5 मिनट के बाद में झड़ने लगा तो मैंने पूछा कि बाहर निकाल दूँ.. तो वो बोली कि मेरा पहला मौका है में मजा लेना चाहती हूँ अंदर ही डाल दो। तभी मैंने जल्दी जल्दी झटके मारे और फिर थोड़ी देर में अपना सारा वीर्य विनीता की चूत में निकाल दिया।

दोस्तों क्या बताऊँ जिस टाईम में झड़ रहा था तो ऐसा लगा कि में सातवें असमान में उड़ रहा हूँ ऐसा मजा मुझे आज तक नहीं मिला था। पहली बार था तो बहुत गाड़ा और बहुत ज्यादा वीर्य निकला था। तभी विनीता बोली कि तुम्हारे गर्म वीर्य को में अपनी चूत में साफ साफ महसूस कर रही हूँ। तभी मैंने पूछा कि तुम्हे मजा आया ना? फिर बोली कि अभी पूरी रात है तुम तो बिना रुके मजा रहो। फिर उस रात हमने 3 बार और सेक्स किया और फिर हम दोनों वापस से अपनी जगह पर आकर सो गये। फिर में सुबह उठकर अपने घर चला आया। फिर मुझे उसे चोदने का कभी दुबारा मौका नहीं मिला।

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तुम मुझे समझते हो https://sexstories.one/mote-lund-se-chudi-main/ Mon, 22 Feb 2021 14:31:28 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%a4%e0%a5%81%e0%a4%ae-%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%9d%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a4%9d%e0%a4%a4%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%8b-indian-sex-stories/ मेरे पिताजी पुलिस में हैं और वह बड़े ही सख्त मिजाज के हैं उनसे हमारे मोहल्ले में सब लोग डरते हैं और मैं भी अपने कॉलेज के बाद अपने घर पर ही थी लेकिन मेरा ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मेरे पिताजी पुलिस में हैं और वह बड़े ही सख्त मिजाज के हैं उनसे हमारे मोहल्ले में सब लोग डरते हैं और मैं भी अपने कॉलेज के बाद अपने घर पर ही थी लेकिन मेरा कई बार मन होता कि मैं किसी स्कूल में पढ़ाऊँ लेकिन अपने पिताजी के सामने मेरी हिम्मत ही नहीं हो पाती और मैं घर के अंदर ही रहती। mote lund

मैं घर से बाहर बहुत कम ही निकलती थी. Mote lund se meri chudai

मेरी मम्मी भी मेरे पापा से डरती हैं और मेरे भैया भी मेरे पापा से कुछ भी नहीं कहते शायद उनकी मेरे प्रति गलत धारणा है इसीलिए वह मुझे कहीं बाहर जाने नहीं देते। मैं घर के अंदर ही अंदर घुटती रहती हूं और मुझे काफी दिक्कतें होती हैं मैं सिर्फ शाम के वक्त अपने छत पर टहलने के लिए चली जाती हूं और जब कुछ जरूरी काम होता है तो अपने मम्मी के साथ मैं मार्केट जाया करती बस इतने ही मेरी जिंदगी थी और इससे ज्यादा मेरे जीवन में कुछ भी नहीं था।

एक दिन हमारे पड़ोस में कुछ लड़के पतंग उड़ा रहे थे.. Mote lund se meri chudai

मैं उन्हें देखी जा रही थी और मैं खुश हो रही थी तभी पतंग हमारी छत पर आकर गिरी मैंने वह पतंग उठाई तो सामने से एक लड़का आया जब मैंने उसे देखा तो शायद मैं उसे अपना दिल दे बैठी थी क्योंकि वह देखने में इतना ज्यादा हैंडसम था कि मैंने उसे अपना दिल दे दिया। मुझे उसका नाम भी नहीं पता था मैं जब भी छत में जाती तो मुझे हर शाम वह छत में दिखाई देता एक दिन वह मेरे पास आया उनकी छत और हमारी छत बिल्कुल ही सटी हुई थी..

मुझे नहीं मालूम था कि उसका नाम क्या है। Mote lund se meri chudai

वह मेरे पास आया और उसने मुझसे बात की तो मुझे अच्छा लगा उसने मुझसे मेरा नाम पूछा मैंने उस अपना नाम बताया वह कहने लगा क्या तुम हमेशा शाम को छत पर आती हो? मैंने उसे कहा हां। मुझे उसका नाम पता चल चुका था उसका नाम सार्थक है और वह दिल का बहुत अच्छा है सार्थक और मैं हमेशा छत पर ही मिला करते थे जैसे ही शाम के 5:00 बजते तो मैं छत पर चली जाया करती सार्थक भी छत पर चला आता था।

सार्थक और उसका परिवार कुछ समय पहले ही हमारे पड़ोस में रहने के लिए आए थे, सार्थक ने मुझसे कहा क्या तुम कभी घर से बाहर नहीं निकलती तो मैंने उसे बताया नहीं मैं घर से बाहर कम ही जाती हूं लेकिन मैंने उसे यह बात नहीं बताई थी कि मैं अपने पिताजी की डर की वजह से घर से बाहर नहीं जाती। एक दिन सार्थक मुझे कहने लगा आजकल एक बड़ी ही अच्छी सी मूवी लगी है क्या तुम मेरे साथ मूवी देखने चलोगी..

मैंने सार्थक से कहा नहीं मैं नहीं आ पाऊंगी मैंने सार्थक से कहा लेकिन मैं घर से बाहर ही नहीं निकलती हूं तो हम लोग मूवी देखने कैसे चलेंगे। सार्थक कहने लगा तुम बस हां कह दो फिर हम लोग मूवी देखने के लिए चलेंगे मैंने उसे कहा ठीक है सार्थक मुझे कहने लगा तुम ठीक 5:00 बजे छत पर आ जाना और तैयार होकर आना मैंने सार्थक से कहा ठीक है। उस दिन ना जाने इतना लंबा समय क्यों लग रहा था शाम के 5:00 ही नहीं बज रहे थे जैसे ही 4:30 बजे तो मैंने मम्मी से कहा मम्मी मैं छत पर जा रही हूं मम्मी कहने लगी ठीक है बेटा।

मैं छत पर चली गई और ठीक 5:00 बजे सार्थक छत पर आ गया.. mote lund

सार्थक ने मुझे कहा तुम छत से इधर आ जाओ सार्थक ने मेरा हाथ पकड़ा और मैं सार्थक के छत पर चली गई वहां से हम लोग सीढ़ी से नीचे उतरे। सार्थक के घर पर कोई नहीं था सार्थक ने जल्दी से बाइक स्टार्ट की और मैं उसके पीछे बैठ गई मैंने अपने मुंह पर अपना दुपट्टा लपेट लिया था और हम लोग वहां से मूवी देखने के लिए चले गए। हम लोग 15 मिनट बाद पहुंच गए और वहां मूवी शुरू हो गई..

मुझे बहुत अच्छा लग रहा था.. mote lund

क्योंकि इतने समय बाद मैं खुलकर अपनी जिंदगी जी पा रही थी और इतने समय बाद मैंने मूवी देखी थी। सार्थक के साथ मैं बहुत खुश थी मैंने सार्थक का हाथ पकड़ा और उसे कहा मैं तुम्हारा धन्यवाद कैसे कहूं मुझे कितना अच्छा लग रहा है। सार्थक मुझे कहने लगा तुम्हें मुझे धन्यवाद कहने की जरूरत नहीं है तुम्हारे साथ मैं भी मूवी देखने के लिए आ गया नहीं तो मैं भी बहुत कम ही आया करता हूं।

हम दोनों ही मूवी देख रहे थे और जैसे ही मूवी खत्म हुई तो हम लोग वहां से जल्दी से बाहर निकले.. mote lund

और सार्थक ने बड़ी तेजी से बाइक चलाई हम लोग जल्दी ही घर पहुंच गए और सार्थक ने मुझे मेरे छत पर उतार दिया मैं वहां से अपने घर चली आई। मेरी मम्मी कहने लगी बेटा तुम इतनी देर से छत में क्या कर रही थी मेरी मम्मी बहुत कम छत पर आया करती हैं मैंने मम्मी से कहा मम्मी बस छत में बैठी हुई थी मैंने मम्मी से पूछा पापा नहीं आए वह कहने लगी नहीं अभी तो तुम्हारे पापा नहीं आए हैं।

मैं उस दिन बहुत खुश थी और उस दिन जब मैंने सार्थक से बात की तो मुझे बहुत अच्छा लगा मैंने सार्थक से कहा मैं काफी समय से अपनी जिंदगी जीना चाहती थी लेकिन मुझे ऐसा मौका ही नहीं मिल पाया लेकिन तुमने आज मेरे सपनों को पूरा कर दिया और मुझे ऐसा लगा जैसे कि मैं अपनी जिंदगी जी रही हूं। अब यह सिलसिला चलता रहा सार्थक मेरी हर खुशियों को पूरा करता उसने मुझे एक दो बार गिफ्ट भी दिए थे..

मुझे समझ नहीं आ रहा था कि सार्थक और मेरे बीच में क्या रिश्ता है.. mote lund

लेकिन मुझे सार्थक के साथ समय बिताना अच्छा लगता। जब भी हम दोनों साथ में होते तो मुझे बहुत ही खुशी होती लेकिन मैं जब इस बारे में सोचती कि कभी इस बात का पता मेरे पापा को चल गया तो वह मुझे बहुत डांटेंगे और वह कहीं सार्थक को भी कोई नुकसान ना पहुंचा दे। मैंने सार्थक से एक दिन इस बारे में बात की सार्थक मुझे कहने लगा तुम घबरा क्यों रही हो जब मुझे डर नहीं लग रहा तो तुम्हें डरने की क्या जरूरत है। सार्थक के यह कहने पर मुझे लगा कि सार्थक बिल्कुल सही कह रहा है हम दोनों चोरी-छिपे मिलने लगे थे और हम दोनों के बीच शायद प्यार पनपने लगा था।

Bhai behan ki sexy kahani aur .

हम दोनों एक दूसरे को प्यार करने लगे थे और मुझे बहुत अच्छा लगता है जब भी मैं सार्थक के साथ समय बिताया करती सार्थक ने मेरे अंदर जैसे एक हिम्मत पैदा कर दी थी मैं चाहती थी कि मैं अब किसी स्कूल में पढ़ाने के लिए जाऊं। मैंने अपनी मम्मी से इस बारे में बात की तो मेरी मम्मी कहने लगी बेटा तुम पढ़ा कर क्या करोगी और तुम्हें तो पता है कि तुम्हारे पापा कभी भी तुम्हें पढ़ाने के लिए नहीं भेजेंगे।

मैंने अपनी मम्मी से कहा लेकिन आप एक बार तो पापा से बात कीजिए मेरी मम्मी ने कहा ठीक है मैं कोशिश करूंगी। जब पापा ऑफिस से लौटे तो उनका मूड काफी अच्छा था और वह बहुत खुश नजर आ रहे थे मेरी मम्मी ने उनसे जब इस बारे में बात की तो वह कुछ देर तक तो मेरी मम्मी के चेहरे को देखते रहे। मुझे बहुत डर लग रहा था क्योंकि मैं अंदर दरवाजे से यह सब देख रही थी उन्होंने मुझे आवाज देते हुए बुलाया और कहा पायल तुम यहां आना।

जब मैं उनके पास गई तो मैंने अपनी नजरें झुका ली.. mote lund

मुझे बहुत डर लग रहा था पापा ने मुझसे पूछा क्या तुम बढ़ाना चाहती हो तो मैंने उनसे कहा जी पापा मैं घर में अकेली रहती हूं तो मुझे लगता है कि मुझे भी पढ़ाना चाहिए। उन्होंने उस दिन मुझे हां कह दिया मैं बहुत खुश हो गई और मैं इंटरव्यू देने के लिए जाने लगी मेरा सिलेक्शन एक प्राइवेट स्कूल में हो गया अब मैं और सार्थक एक-दूसरे से मिला करते थे हम दोनों की नजदीकियां बहुत बढ़ चुकी थी। मैं जब भी सार्थक से मिलती तो मुझे बहुत अच्छा लगता और ऐसा लगता वह मुझे बहुत अच्छे से समझता है और बहुत ज्यादा मेरा ध्यान रखता है।

एक दिन मैं अपने स्कूल से घर गई तो उस दिन मुझे सार्थक छत पर मिला और कहने लगा आज घर पर कोई नहीं है क्या तुम मेरे लिए खाना बनाओगी। मैंने उसे कहा ठीक है मैं अभी आती हूं मैं सार्थक के छत पर चली गई और वहां से उसके घर चली गई। जब हम दोनों साथ में बैठ कर बात कर रहे थे तो सार्थक ने कहा तुम कुछ बना दो मैंने उसके लिए खाना बना दिया। जब उसने खाना खाया तो वह कहने लगा तुम्हारे हाथों में तो जादू है आज मुझे मजा आ गया।

हम दोनों एक दूसरे से बात कर रहे थे… bada mote lund

लेकिन ना जाने मेरे अंदर उसको देखकर उस दिन ऐसी क्या फीलिंग आई और सार्थक के अंदर भी मुझे लेकर कुछ चल रहा था। सार्थक मेरे पास आया तो उसने मेरे होठों को किस किया और मैंने भी उसके होठों को चूमते हुए उसे काफी देर तक किस किया। हम दोनों को ही मजा आने लगा था जैसे ही सार्थक ने अपने 9 इंच मोटे लंड को बाहर निकाला तो मैंने उसक सकिंग करना शुरू किया और मै उसे सकिंग करती तो मुझे बहुत मजा आता।

मुझे उसके लंड को अपने मुंह में लेने में काफी मजा आ रहा था और मैंने काफी देर तक उसके लंड को सकिंग किया। जैसे ही सार्थक ने मुझे बिस्तर पर लेटा कर मेरे दोनों पैरों को चौड़ा करते हुए मेरी चूत के अंदर अपने लंड को डाला तो मेरी सील टूट चुकी थी और मेरी चूत से खून आने लगा। उसमें मुझे एक मीठा सा दर्द हो रहा था और वह मुझे बड़ी तेजी से धक्के देते जाता उसके धक्के इतने तेज होते कि मेरा पूरा शरीर हिल जाता।

जब उसका लंड मेरी योनि के अंदर बाहर होता तो मेरे अंदर एक अलग ही जोश पैदा हो रहा था.. mote lund

मैंने उसका साथ काफी देर तक दिया। mote lund

जब मैं झड़ गई तो मैंने अपने दोनों पैरों से उसे पकड़ लिया मेरी योनि से खून निकल रहा था लेकिन वह मुझे बड़ी तेज गति से चोदता रहता। वह मुझे इतनी तेजी से चोद रहा था कि मुझे बहुत मजा आता जैसे ही उसने अपने वीर्य को मेरे स्तनों पर गिराया तो मुझे बहुत अच्छा लगा उसके बाद तो यह सिलसिला जारी रहा हम दोनों चोरी छुपे मिलते हैं और एक दूसरे से सेक्स का मजा लेते हैं।

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क्या तुम अब तक कुंवारी हो? https://sexstories.one/ajnabi-uncle-ke-saath-sex/ Tue, 09 Feb 2021 10:57:08 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%a4%e0%a5%81%e0%a4%ae-%e0%a4%85%e0%a4%ac-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%81%e0%a4%82%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b9%e0%a5%8b/ मेरा नाम सागरिका है. मैं बिहार के एक छोटे से गांव की रहने वाली हूं, मेरी पैदाइश गांव में ही हुई थी लेकिन वहां पर अच्छी शिक्षा ना होने के कारण हम लोगों ने पटना ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मेरा नाम सागरिका है. मैं बिहार के एक छोटे से गांव की रहने वाली हूं, मेरी पैदाइश गांव में ही हुई थी लेकिन वहां पर अच्छी शिक्षा ना होने के कारण हम लोगों ने पटना जाने की सोची, मेरे पिताजी मुझे और मेरे भाई को पटना ले आए। मेरे पिताजी की आय उस वक्त इतनी ज्यादा नहीं थी लेकिन उन्होंने मेहनत कर के हमें एक अच्छे स्कूल में दाखिला करवा दिया. uncle sex

हमारे स्कूल की फीस उस वक्त काफी ज्यादा थी और मेरे पिताजी की इतनी ज्यादा तनख्वाह होती नहीं थी परंतु उन्होंने हमारी पढ़ाई में कोई कमी नहीं रखी, मेरी मां को भी ऐसा लगा कि शायद मेरे पापा के काम करने से घर का खर्चा उतना अच्छे से नहीं चल पा रहा है इसलिए उन्होंने भी सिलाई बुनाई का काम शुरू कर दिया और वह सिलाई बुनाई कर के जो पैसे कमाती उससे वह घर के राशन में लगा देते।

Ajnabi Uncle ke saath Sex Kia!

उन दोनों ने हमारे लिए बहुत बड़ा योगदान दिया.. uncle sex

और जब हम दोनों भाई-बहनों की पढ़ाई पूरी हो गई तो उसके बाद मुझे वकालत करने का मौका मिला, मैं एक बड़ी वकील बन गई लेकिन मेरे जीवन में इतनी कठिनाइयां होने के बावजूद भी मेरे माता-पिता ने कभी भी हार नहीं मानी और उन्होंने मुझे एक अच्छे स्कूल में पढ़ाया और एक अच्छी तालीम दी जिससे कि मैं आज एक अच्छी वकील हूं, मैं पढ़ाई में इतना ज्यादा खो गई थी कि मैंने अपनी निजी जिंदगी के बारे में कभी सोचा ही नहीं और शायद इसी वजह से मैं कभी इस तरफ ध्यान ही नहीं दे पाई.

लेकिन तब तक मेरी उम्र निकल चुकी थी और जब मुझे लगा कि मेरे सारे रिश्तेदारों के बच्चों की शादी हो चुकी है तो मैंने भी अपने पिताजी से शादी के बारे में बात की,  वह कहने लगे बेटा यह फैसला तुम अब खुद ही लो क्योंकि हमने कभी भी तुम्हें तुम्हारी पढ़ाई के बीच परेशान नहीं किया और यदि तुम्हें कोई लड़का पसंद है तो तुम हमें बता सकती हो लेकिन मेरी उम्र निकल चुकी थी और मैंने कभी भी इस तरफ देखा भी नहीं था परंतु अब मुझे लगने लगा कि मुझे किसी जीवन साथी की जरूरत है और मैं उसी की तलाश में थी परंतु मुझे कोई भी अच्छा लड़का नहीं मिला।

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एक बार मैं अपनी स्कूटी से घर लौट रही थी तो रास्ते में मेरी स्कूटी खराब हो गई, मैं रास्ते के किनारे ही खड़ी थी तभी एक व्यक्ति मेरे पास आया और कहने लगे क्या आपकी स्कूटी खराब हो चुकी है?

मैंने उन्हें कहा हां मेरी स्कूटी खराब हो चुकी है. uncle sex

वह कहने लगे मैं आपको आपके घर तक छोड़ देता हूं लेकिन मैंने उनके साथ जाना ठीक नहीं समझा क्योंकि मैं उन्हें पहचानती नहीं थी, उनकी उम्र 50, 55 वर्ष के करीब थी, मैंने उन्हें कहा मैं आपके साथ नहीं आ सकती क्योंकि मैं आपको पहचानती नही हूं, वह मुझे कहने लगे तुमने मुझे नहीं पहचाना लेकिन मैं तुम्हें पहचानता हूं, मै उसके चेहरे को बड़े ध्यान से देखने लगी लेकिन मुझे समझ नहीं आया कि आखिर यह कौन हैं, वह मुझे कहने लगे तुम मुझे नहीं पहचान पाओगे, मैंने उन्हें कहा आप मुझे बताइए कि आप कौन हैं? वह मुझे कहने लगे मैं तुम्हारे गांव का चाचा हूं और मैंने तुम्हें पहचान लिया।

Meri geeli chut chudne wali thi aaj!

जब उन्होंने मुझे अपना नाम बताया तो मुझे ध्यान आया कि हां यह मेरे गांव के ही चाचा हैं वह मुझे कहने लगे बेटा मैंने सुना है तुम अब वकील बन चुकी हो, मैंने उन्हें कहा हां चाचा मैं वकील बन चुकी हूं लेकिन आप हमारा गांव के लोगों से कोई संपर्क ही नहीं रह गया है इसलिए मैं आपको नहीं पहचान पाई इसके लिए मैं आपसे क्षमा मांगती हूं, वह कहने लगे कोई बात नहीं यदि हम इतने वर्षों बाद किसी को मिले तो शायद मैं भी नहीं पहचान पाता लेकिन वह तो मुझे तुम्हारे पिताजी अक्सर मिलते रहते हैं तो उन्होंने मुझे तुम्हारी तस्वीर दिखाई थी इसलिए मैंने तुम्हें पहचान लिया।

अब मुझे उन पर पूरा भरोसा हो चुका था. uncle sex

इसलिए मैं उनके साथ उनकी गाड़ी में बैठ गई, वह मुझसे पूछने लगे तुम्हारा काम तो अच्छा चल रहा है, मैंने उन्हें कहा जी चाचा जी सब कुछ अच्छा चल रहा है, वह मुझे कहने लगे कि तुमने शादी का फैसला नहीं लिया, मैंने उन्हें कहा चाचा अभी शादी के बारे में तो नहीं सोचा लेकिन यदि कोई अच्छा लड़का मिल जाएगा तो मैं शादी का निर्णय ले लूंगी, वह कहने लगे कोई बात नहीं बेटा शादी हो जाएगी। मैंने उनसे पूछा चाचा आप क्या करते हैं? वह कहने लगे मैं भी सरकारी विभाग में नौकरी करता हूं और जब मैंने तुम्हें देखा तुम्हारी स्कूटी खराब है तो मैंने सोचा तुम्हें मैं लिफ्ट दे दूं। मैंने चाचा से कहा चाचा आपने तो यह बड़ा अच्छा किया कम से कम इसी बहाने हमारी मुलाकात तो हो गई।

जब मेरा घर आ गया तो मैंने चाचा से कहा चाचा मैं आपको धन्यवाद कहती हूं यदि आपको कभी भी कोई जरूरत हो तो आप मुझे बता दीजिएगा, चाचा कहने लगे ठीक है बेटा मुझे कभी भी जरूरत होगी तो मैं तुम्हें जरूर फोन कर दूंगा, मैंने उन्हें कहा आप घर में नहीं बैठेंगे? वह कहने लगे नहीं मैं अभी चलता हूं फिर कभी आऊंगा, अभी मुझे कहीं जाना है, यह कहते हुए चाचा जी चले गए, जब मैं घर में आई तो मैंने पापा को उनके बारे में बताया तो पापा कहने लगे वह तो बड़े ही अच्छे व्यक्ति हैं और यदि किसी को भी कभी उनकी आवश्यकता होती है तो वह जरूर उनकी मदद करते हैं, मैं उन्हें बचपन से जानता हूं और वह बड़े ही नेक दिल इंसान हैं।

पिताजी ने उनकी काफी तारीफ की तो मुझे भी लगा कि वह अच्छे हैं.. uncle sex

हमारा हमेशा की तरह अपने काम पर जाना होता था उसी दौरान मेरी मुलाकात उन्ही चाचा से हो गई, चाचा कहने लगे अरे बेटा आज तो तुम मिल गए अच्छा हुआ मैं तुम्हें ही याद कर रहा था, मैंने चाचा से कहा हां चाचा कहिए क्या परेशानी है, वह कहने लगे कि हमारे घर के पास एक जमीन है जो कि मेरे एक मित्र ने ली थी लेकिन उस पर किसी व्यक्ति ने कब्जा कर लिया है और उसी के लिए मैं तुमसे मदद लेना चाहता हूं।

Maine chacha ka mota lund liye apne chut me

मैंने उन्हें कहा कोई बात नहीं चाचा आप कि मैं मदद कर देती हूं आप उनके खिलाफ मुकदमा दायर करवा दीजिए, मैंने उन्हें सब कुछ बता दिया और उसके बाद चाचा कहने लगे बेटा यदि तुम भी घर पर आकर उस जगह को देख लो तो तुम्हें भी अंदाजा हो जाएगा, मैंने कहा ठीक है चाचा मैं आपके साथ चलती हूं। मैं चाचा के साथ उनके घर पर चली गई.

उन्होंने मुझे वह जमीन दिखाई तो वह कहने लगे कि यही वह जमीन है जिस पर कुछ लोगों ने अपना कब्जा कर लिया है। uncle sex

जब हम लोगों ने वह जगह देख ली तो चाचा जी कहना लगे आओ बेटा घर पर बैठते है। हम दोनों उनके घर पर बैठ कर बात कर रहे थे और उसी बीच चाचा ने मेरी मेरी शादी की बात छेड दी।

चाचा कहने लगी तुम तो इतनी सुंदर हो तुम्हें कोई लड़का अभी तक कैसे नहीं मिल रहा यदि मैं जवान होता तो मैं तुमसे शादी कर लेता। चाचा की यह बात सुनकर मुझे थोड़ा अजीब सा लगने लगा लेकिन उनकी बातों से मुझे अच्छा भी लग रहा था, इतने बरसों बाद मैंने कभी किसी की तरफ सेक्सी नजरों से देखा था। चाचा कहने लगे बेटा तुम वाकई में बहुत सुंदर हो मैंने चाचा से कहा चाचा तो फिर आप मुझसे शादी क्यों नहीं कर लेते।

चाचा कहने लगे मैं तुम्हारे साथ कैसे शादी कर सकता हूं तुम तो रिश्ते में मेरी बेटी हो उनके पास आकर बैठ गई और उनकी छाती को मैं सहलाने लगी, जब उनका शरीर भी गरम हो गया तो वह मेरे होठों को चूमने लगे और कहने लगे तुम्हारे होंठ बड़े मुलायम और अच्छे हैं। जब हम दोनों पूरी तरीके से गरम हो गए तो उन्होंने मेरे कपड़े उतारते हुए मेरी योनि के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवा दिया।

लड़ बढ़ाने का उपाय अंकल से सीख लो!

जब उनका मोटा लंड मेरी योनि के अंदर बाहर होता तो मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा था मैंने अपने जीवन में पहली बार किसी के लंड को अपनी योनि में लिया था। जिस प्रकार से उन्होंने मुझे चोदा मुझे बहुत अच्छा लग रहा था, मैं पूरे चरम सीमा पर पहुंच गई थी जैसे ही चाचा का वीर्य पतन हुआ। उन्होंने अपने लंड को मेरी योनि से बाहर निकाल लिया, वह मुझे कहने लगे क्या तुम्हारी अभी तक सील नहीं टूटी थी।

मैंने उन्हें कहा नहीं चाचा मैं तो कब से कुंवारी बैठी हुई थी आज आपने ही मेरी इच्छा को पूरा किया। उस दिन चाचा का लंड मुझे अपनी चूत में लेने में बहुत अच्छा लगा और उस दिन के बाद मुझे बुड्ढो के लंड लेने की आदत हो चुकी थी, मुझे बुजुर्ग लोगों के लंड लेने में बहुत मजा आता है क्योंकि वह पूरी तरीके से अनुभवी होती है। मैं चाचा के साथ तो कई बार सेक्स कर चुकी थी, मैने उसके अलावा और भी कई लोगों के साथ सेक्स का आनंद लिया है।

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कुछ अलग करने की चाह https://sexstories.one/desi-cuckold-story/ Mon, 04 Jan 2021 19:43:13 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%95%e0%a5%81%e0%a4%9b-%e0%a4%85%e0%a4%b2%e0%a4%97-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b9/ पेट में बढ़ी हलचल सी हो रही थी और मेरी तबीयत भी कुछ ठीक नहीं थी मैंने सोचा शायद गर्मी की वजह से यह सब हो रहा होगा क्योंकि गर्मी भी बहुत ज्यादा थी। मुझे ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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पेट में बढ़ी हलचल सी हो रही थी और मेरी तबीयत भी कुछ ठीक नहीं थी मैंने सोचा शायद गर्मी की वजह से यह सब हो रहा होगा क्योंकि गर्मी भी बहुत ज्यादा थी। मुझे समझ नहीं आया कि गर्मी की वजह से यह सब है या फिर मेरी तबीयत ही खराब हो गई है। मैं उस दिन कम से कम दो-तीन बार तो फ्रेश होने के लिए जा ही चुकी थी। अब मेरी तबीयत ज्यादा खराब होने लगी थी तो मैंने अपने पति को फोन किया वह मुझे कहने लगे तुम जाकर दवा क्यों नहीं ले लेती। desi cuckold

मैं घर में अकेली थी मेरे सास-ससुर किसी रिश्तेदार की शादी में गए हुए थे इसलिए उस दोपहर की गर्मी में मुझे ही जाना पड़ा। मैं जब घर से बाहर निकली तो मै अपने पिंक कलर के छाते को लेकर अपने घर के पास केमिस्ट की दुकान पर गई। जब मैं वहां गयी तो मैंने देखा वहां पर कोई भी नहीं था दुकान का शटर बंद था मैंने सोचा थोड़ा आगे चली जाती हूं क्योंकि 200 मीटर की दूरी पर ही एक और केमिस्ट की दुकान है मैं वहां पर चली गई।

जब मैं वहां गई तो मैंने देखा वह दुकान खुली हुई थी. desi cuckold

मैंने उन्हें बताया कि मेरे पेट में कुछ गड़बड़ हो रहा है आप उसके लिए मुझे दवाई दे दीजिए। उन्होंने मुझे दवाई दे दी और कहा कि आपको इससे जरूर आराम मिलेगा उसके बाद मैं वहां से अपने घर के लिए आ रही थी। दोपहर के वक्त पूरी गली में सन्नाटा था कोई भी दिखाई नहीं दे रहा था तभी आगे से एक महिला और एक पुरूष आते मुझे दिखाई दिए। मैं भी बड़ी तेजी से अपने घर की ओर बढ़ रही थी लेकिन जैसे ही वह महिला और पुरुष मुझे सामने आते हुए दिखाई दिए तो मुझे ऐसा एहसास हुआ कि जैसे मैं उन्हें जानती हूं।

उन्होंने भी मेरी तरफ देखा.. desi cuckold

तो मैंने अपनी सहेली को पहचान लिया वह मेरे साथ स्कूल के समय में पढ़ती थी। वह मुझसे कहने लगी अरे शिवानी तुम कहां जा रही हो मैंने उससे कहा मैं तो यही रहती हूं लेकिन तुम लोग कहां जा रहे हो। मेरी सहेली का नाम आशा है आशा मुझे कहने लगी यह मेरे पति हैं आशा के पति का नाम दिनेश है। मैंने जब उससे कहा तुम लोग कहां से आ रहे हो तो वह कहने लगी हम लोगों के रिलेटिव यहां पर रहते हैं हम लोग उनसे ही मिलने के लिए आए हुए थे।

मैंने आशा और दिनेश से कहा आप लोग मेरे घर पर चलिए तो वह कहने लगी कभी और आएंगे लेकिन मैं उन्हें अपने साथ अपने घर पर ले ही आई। जब मैं उन दोनों को अपने साथ अपने घर पर लाई तो मैंने आशा से पूछा तुम्हारे पति क्या करते हैं। दिनेश ने मुझे कहा मैं एक प्राइवेट संस्थान में नौकरी करता हूं और आज मेरी छुट्टी थी तो सोचा यहां पर अपने रिलेटिव से मिल लेता हूं तभी आपसे मुलाकात हुई तो अच्छा लगा। मैं और आशा अपने पुराने दिनों की बात करने लगे और दिनेश हम दोनों की बातें सुन रहे थे वह ज्यादा कुछ नहीं कह रहे थे मैंने उन दोनों से कहा मैं तुम्हारे लिए खाना बनाती हूं।

Mast biwi ki chudai

मैंने उन दोनों के लिए दोपहर का लंच बना दिया और उन्होंने उस दिन मेरे साथ ही लंच किया समय का पता ही नहीं चला कि कब शाम के 4:00 बज चुके हैं। वह लोग कहने लगे अब हम चलते हैं कभी आपसे दोबारा मुलाकात करेंगे मैंने आशा से कहा तुमने तो अब घर देख ही लिया है तुम मुझसे मिलती रहना। आशा कहने लगी ठीक है मैं तुमसे मिलने के लिए आऊंगी और यह कहते हुए दिनेश और आशा ने मुझसे इजाजत ली और कहा अब हम लोग चलते हैं। वह लोग चले गए मैंने भी केमिस्ट की दी हुई दवाइयां खाई और उसके बाद मेरे पेट का दर्द थोड़ा ठीक हो चुका था।

शाम के वक्त मेरे पति घर लौटे. desi cuckold

तो वह मुझे कहने लगे अब तुम्हारी तबीयत कैसी है। मैंने उन्हें बताया अब तो ठीक है लेकिन सुबह के वक्त तो मेरी हालत खराब हो गई थी और घर पर आज कोई था भी नहीं। मैंने उन्हें बताया कि आज मेरी पुरानी सहेली मुझे मिली तो वह कहने लगी चलो यह तो अच्छा हुआ जो तुम्हारी मुलाकात आज तुम्हारी सहेली से हो गई। मैंने अपने पति से कहा हां काफी वर्षों बाद वह मुझे मिली और इत्तेफाक से आज हमारी मुलाकात हो गई। उन लोगो ने दोपहर में मेरे साथ ही लंच किया। मेरे सास ससुर भी कुछ दिनों बाद लौट आये और मेरे ससुर जी के पैर में आते वक्त ना जाने कैसे चोट लगी तो उन्हें भी मुझे डॉक्टर के पास ले जाना पड़ा। मेरे पति के पास समय नहीं होता है इसलिए मुझे ही घर का सारा काम देखना पड़ता है।

मेरी शादी को अभी 3 वर्ष हुए हैं लेकिन इन 3 वर्षों में मुझे कुछ पता ही नहीं चला कि कब हमारी शादी को 3 वर्ष बीत गए। मेरे पति को ऑफिस की तरफ से एक घूमने के लिए टूर का पैकेज मिला क्योंकि उन्होंने इस वर्ष अपने ऑफिस में बहुत अच्छा काम किया था इसलिए उन्हें कंपनी ने घूमने के लिए गोवा के टूर के लिए ऑफर दिया। वहां की सारी व्यवस्था ऑफिस की तरफ से ही होनी थी उन्होंने मुझे कहा कि तुम अगले महीने तैयार हो जाना हम लोग अगले महीने घूमने के लिए जाने वाले हैं। मैं इस बात से बहुत खुश थी और जब मुझे मेरे पति ने कहा कि अब तुम घूमने की तैयारी करो तो मैं इस बात से इतना एक्साइटेड हो गई कि मैंने अपनी सहेली आशा को भी बताया। आशा मुझे कहने लगी हम लोग भी घूमने के लिए गोवा का ही प्लान बना रहे थे क्यों ना हम लोग साथ में ही चले।

मैंने उससे कहा इससे अच्छी बात क्या हो सकती है मुझे भी कंपनी मिल जाएगी और मेरे पति  को भी दिनेश का साथ मिल जाएगा और हम दोनों की मुलाकात भी हो जाएगी। इस बात से मैं और आशा बहुत खुश थे हम दोनों ने सारी तैयारी कर ली थी आशा ने भी मुझे बता दिया था कि दिनेश घूमने के लिए तैयार हो चुके हैं। हम लोगों ने टिकट करवा ली थी उसके बाद हम लोग गोवा चले गए परन्तु हम लोगों की दूसरी ट्रेन थी और वह लोग किसी और ट्रेन से आने वाले थे। पहले हम लोग गोवा पहुंचे उसके बाद वह लोग भी गोवा पहुंच गए थे लेकिन हम लोग एक ही होटल में रुके थे।

जब पहली बार दिनेश और मेरे पति मिले तो उन दोनों को एक दूसरे से मिलकर अच्छा लगा। desi cuckold

मेरे पति दिनेश की बहुत तारीफ कर रहे थे और कहने लगे दिनेश बहुत अच्छे हैं उस रात हम लोग घूमने के लिए साथ में ही बीच पर गए। बीच के किनारे छोटे-छोटे होटल थे और वहां पर लाइट लगी हुई थी जिसे देखते ही गोवा का माहौल बन रहा था। कुछ लोग रात को भी पानी में टहल रहे थे और कुछ पानी के किनारे ही चल कर जा रहे थे यह सब देख कर हम लोग आनंदित हो रहे थे। हम लोगों को बहुत अच्छा लग रहा था मैंने आशा से कहा हम लोग भी चलेंगे, आशा भी मेरे साथ पानी में आ गई। हम दोनों साथ ही थे तभी दिनेश और मेरे पति भी आ गए तो हम लोग पानी में ही काफी देर तक रहे और जब हम बाहर आए तो हम पूरी तरीके से भीग चुके थे।

धीरे-धीरे हमारे कपड़े भी सूखने लगे थे। मैंने अपने पति से कहा कुछ खा लेते हैं हम लोग वहीं पास के एक छोटे से रेस्टोरेंट में चले गए और वहां पर हमने रात का डिनर किया लेकिन दिनेश की नजर मुझे कुछ अलग ही तरीके से देख रही थी। मैं भी गोवा घूमने के लिए आई थी तो कुछ अलग ही करना चाहती थी लेकिन मैंने दिनेश की प्यासी नजरो को भाप लिया था वह मुझसे क्या चाहता है। अगले दिन मैंने दिनेश के बदन को ऐसे छुआ जैसे कि वह मेरी तरफ खीचा चला आया उस रात दिनेश मेरी तरफ पूरी तरीके से फिसल चुका था अब सिर्फ हम दोनों को मौका चाहिए था। हमे मौका भी मिल चुका था क्योंकि उस रात मेरे पति ने कुछ ज्यादा ही शराब पी ली थी जिस वजह से वह बहुत ज्यादा गहरी नींद में सो चुके थे मैंने दिनेश को अपने कमरे में बुला लिया।

वह जब मेरे पास आया तो कहने लगा शिवानी तुम तो वाकई में लाजवाब हो। desi cuckold

मैंने तुम्हारे बदन को ऐसे नहीं देखा था लेकिन जब से तुमने भी मुझे अपनी नशीली आंखों से देखना शुरू किया तो मेरे अंदर भी तुम्हें लेकर सेक्स की भावना पैदा होने लगी। मैंने दिनेश से कहा देखो अभी बात करने का समय नहीं है हम लोग जल्दी से अपनी प्यास को बुझाते हैं और यह कहते ही मुझे दिनेश ने अपनी बाहों में ले लिया।

जब उसने मुझे अपनी बाहों में लिया तो वह मेरे होठों को बड़े ही फिल्मी अंदाज में किस कर रहा था वह मुझे जिस प्रकार से किस करता उससे मेरे अंदर एक अलग ही बेचैनी महसूस होती और मुझे ऐसा लगता जैसे कि मेरे अंदर से गर्मी बाहर की तरफ को निकल रही है। हम दोनों ही पूरी तरीके से अपने कंट्रोल से बाहर हो चुके थे मैंने भी सुरेश के लंड को बाहर निकाला और उसे अपने मुंह के अंदर समा लिया। मैंने उसके 9 इंच मोटे लंड को एक ही झटके में अपने मुंह के अंदर ले लिया तो वह कहने लगा तुम बड़ी लाजवाब हो।

मैं उसके लंड को अपने मुंह में ले रही थी जिससे कि मेरे लिए उसका लंड चूसने मे मजा आता। काफी देर तक मैंने ऐसा ही किया जब उसके मोटे लंड से पानी बाहर की तरफ को निकल आया तो मैंने अपने बदन से पूरे कपड़े उतारे और दिनेश ने मेरी योनि पर अपने लंड को सटाते हुए अंदर की तरफ धकेल दिया मेरी योनि की दीवार से उसका लंड टकराने लगा था वह मुझे बड़ी तेजी से धक्के मारने लगा।

जिससे कि हम दोनों पसीना पसीना होने लगे थे यह सिलसिला काफी देर तक चलता रहा.. desi cuckold

लेकिन जब मैं झड़ने वाली थी तो मैंने दिनेश को अपने दोनों पैरों के बीच में जकड़ लिया। उसे कहा तुम ऐसे ही मुझे धक्के देते रहो उसने मुझे काफी देर तक चोदा और मेरी योनि के मजे ले लिए लेकिन जब उसने अपने गरम वीर्य को मेरी योनि में प्रवेश करवाया तो मुझे बड़ा सुकून मिला और वह जल्दी से अपने रूम में चला गया।

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भाभी और देवर चुदाई करने लगे पति के ना रहने पर https://sexstories.one/devar-bhabi-ki-sex-kahani/ Wed, 30 Dec 2020 11:09:46 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b5%e0%a4%b0-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%97/ हैल्लो दोस्तों आज मैं आप सभी को अपनी लाइफ की सबसे कठिन सच्चाई बताने जा रहा हूँ | मुझे पता हैं कि आप लोगो को मेरी कहानी पढकर जरुर मजा आयेगा | दोस्तों मेरा नाम ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हैल्लो दोस्तों आज मैं आप सभी को अपनी लाइफ की सबसे कठिन सच्चाई बताने जा रहा हूँ | मुझे पता हैं कि आप लोगो को मेरी कहानी पढकर जरुर मजा आयेगा | दोस्तों मेरा नाम अजय हैं और मैं इंदौर का रहने वाला हूँ |मेरी उम्र 20 साल हैं और लम्बाई 5 फीट 6 इंच हैं |मेरे घर मेंभी सभी लोग रहते है | devar bhabi sex

मेरे भैया भोपाल में जॉब करते हैं इसलिए भैया और भाभी भोपाल में रहते हैं और मैं भी भैया-भाभी के साथ भोपाल में रहता हूँ |

और भोपाल के टी.आई.टी कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढाई कर रहा हूँ | devar bhabi sex

दोस्तों अब मैं अपनी कहानी पर आता हूँ | devar bhabi sex kahani

दोस्तों मैं अपने बड़े भैया की शादी के बाद से ही अपने भैया-भाभी के साथ भोपाल में रहने लगा| दोस्तों मेरी भाभी मुझे बहुत अच्छी लगती थी | वो देखने मैं बहुत ही सुंदर और सैक्सी हैं उनका नाम रौशनी हैं | मेरे भैया देखने में बहुत ही सीधे सादे हैं | वो रोज सुबह 8 बजे अपनी जॉब पर चले जाते हैं और शाम को 7 बजे घर वापस आते हैं |मैं भी अपने कॉलेज चला जाता हूँ लेकिन मैं अपनी भाभी के कारण कॉलेज से जल्दी घर आ जाता था |

कभी कभी तो मैं कॉलेज भी नहीं जाता था क्यूंकि भाभी को देख कर मुझे बहुत जोश आता था | मुझे तो बस उनको चोदने का मन करता था | भाभी मेरा बहुत ख्याल रखती थी और हमेशा मुझे देखकर मुस्कुराती रहती थी | मैं दिन भर भाभी से बात करता रहता था और वो भी देवर समझ कर मुझसे हंस कर बातें किया करती थी | पर उन्हें क्या पता था की मैं उन्हें चोदने की फ़िराक में रहता था |

उनके दूध इतने मस्त हैं कि मैं क्या बताऊ मुझे तो बस उनके दूध पीने का मन करता था| वो जब भी मेरे पास आती तो मैं उनके दूध को ही देखता रहता और भाभी से बहुत मस्ती मजाक करता रहता था | मैं भाभी से सभी प्रकार कि बातें कर लेता था और वो भी बुरा माने बिना साथ देती थी |

वो हमेशा मुझसे पूछती रहती थी कि अजय तुम्हारी गर्लफ्रेंड कौन हैं मुझे बताओ | devar bhabi sex

और में हमेशा भाभी से कहता था कि भाभी मेरी कोई गर्ल फ्रेंड नहीं है फिर भी वो हमेशा मुझसे मजाक करती रहती थीऔर पूछती रहती किअजय बताओ न तुम्हारी गर्ल फ्रेंड कौन हैं |

कोई तो होगी कॉलेज मेंबता दो मुझे में भी हमेशा उनसे यही कहता था कि भाभी मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं हैं | मैं कैसे बताऊ कि मैं तो आप को ही पसंद करता हूँ और चोदना चाहता हूँ | फिर उसके बाद मैंने तो सोच ही लिया था कि अब भाभी ने अगर मुझसे पूछा कि अजय अपनी गर्लफ्रेंड बताओ कौन हैं तो मैं उनसे कह दूंगा कि भाभी मेरी गर्लफ्रेंड तो नहीं हैं लेकिन मैं आपको बहुत पसंद करता हूँ |

फिर एक दिन मैं अपने कमरे में कॉलेज जाने के लिए तैयार हो रहा था | devar bhabi sex

तभी भाभी मेरे लिए नाश्ता लेकर मेरे कमरे में आई| उस समय मैंने जेसे ही भाभी को देखा तो में उन्हें देखता ही रह गया भाभी माल लग रही थी | उन्होंने मस्त साड़ी पहनी थी और उस साड़ी में वो बहुत ही मस्त लग रही थी और उनके दूध भी दिख रहे थे और उनकी कमर पूरी खुला दिख रही थी | उनकी गांड तो और भी मस्त लग रही थी | में तो उन्हें देखता ही रह गया |उस समय मेरा लंड भी खड़ा हो गया था और उस समय तो मुझे ऐसा लग रहा था कि भाभी को पकड़कर चूम लू |

उसके बाद भाभी मुझसे नाश्ता देकर वापस चली गयी| जाते जाए मुस्कुरायी और मुझसे मुस्कुराते हुए कहा कि अजय तैयार होकर कहा जा रहे हो अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने औरफिर मैंने भाभी से कहा मेरी गर्लफ्रेंड नहीं हैं |

में कॉलेज जा रहा हूँ | devar bhabi sex antarvasna

अगली सुबह भाभी ने मुझसे पूछा कोई तो होगी तुम्हारे कॉलेज मैं जिसे तुम पसंद करते होगे | तो मैंने सोच ही लिया था कि अब तो बोल ही देता हूँ और फिर मैंने भाभी से मुस्कुराते हुए मजाक में बोल ही दिया कि भाभी मेरी कोई गर्लफ्रेंड तो नहीं हैं और न ही में किसी को पसंद करता हूँ | लेकिन एक लड़की हैं जिसे में बहुत पसंद करता हूँ फिर भाभी ने मुझसे मुस्कुराते हुए कहा बताओ कौन हैं वो लड़की |

उसके बाद मुझे से बिलकुल कंट्रोल नहीं हुआ और उसी समय मैंने भाभी का हाथ पकडकर अपनी तरफ खींचा और उनकी आँखों में देखकर कहा कि भाभी वो लड़की आप हो मैं आपको बहुत पसंद करता हूँ आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो |

Bangla choti golpo me padhiye indain group sex story

उसके बाद उसी समय भाभी शर्मा कर हस्ते हुए मुझसे बोली कि सही में अजय तुम मुझे पसंद करते हो | फिर मैंने उन्हें पकड़कर दीवार पर टिका लिया और उनसे कह दिया कि सही में भाभी मैं आपको बहुत पसंद करता हूँ | और उसके बाद भाभी शर्मा कर तुरंत कमरे से चली गई | उसके बाद में अपने कॉलेज चला गया और जब कॉलेज से वापस घर आया तो भाभी मुझे देखकर हस रही थी | मुझसे हस्ते हुए खाना खाने को कहा और में भी उन्हें देखकर हसने लगा और खाना खाकर अपने कमरे पर चला गया|

उसके बाद भैया शाम को जब घर आये तो उन्होंने बताया कि इंदौर में पापा कि तबियत बहुत ख़राब हो गई हैं तो वो कुछ दिन कि छुट्टी लेकर इंदौर जा रहे हैं पापा का इलाज करवाने के लिए और फिर दूसरे दिन भैया इंदौर चले गए | फिर उसके बाद में बहुत खुश हो गय क्योकि घर पर सिर्फ में और भाभी थे | में अपने कॉलेज कि फाइल बना रहा था और उसी समय भाभी नहा रही थी |

में फाइल बनाते बनाते उन्ही के बारे में सोच रहा था | devar bhabi sex

मुझे बहुत चोदने का मन कर रहा था | फिर उसी समय भाभी की आवाज़ आई और वो मुझे बुला रही थी | फिर में उनकी नहानी के पास जाकर कहा क्या हो गया भाभी | फिर भाभी ने मुझसे बोला कि अजय मेरी तौलिया ला कर दे दो मैं कमरे में भूल गई हूँ | फिर उसके बाद मैंने तौलिया लेकर देने गया तो मुझे भाभी कि गांड और गोरे गोरे दूध दिख गए | उसी समय मेरा लंड खड़ा हो गया |

फिर वो बोली कि जल्दी तौलिया लाकर दो अजय और मैं फिर सीधा नहानी के अंदर घुस गया देने के लिए. | उस समय का नजारा देखने लायक था | भाभी मुझे बाहर जाने को कह रही थी | लेकिन में उनके पास गया और उनको पकड़कर गले से लगा लिया और उनके पूरे बदन को चूमने लगा और उनके दूध दबाने लगा | भाभी ने मुझे छोड़ने को कहा कि …..अजय छोड़ो मुझे ऐसा मत करो आआह्ह्ह ….. लेकिन में कहा छोड़ने वाला था |

फिर में भाभी कि गोरी गांड में ऊँगली डाली | devar bhabi sex

तो भाभी को भी बहुत मजा आने लगा और फिर उसके बाद भाभी भी मुझसे लिपट गयी और अपने होटो से मेरे होटो को किस करने लगी | फिर उसके बाद में भाभी को अपने हाथो से उठा कर उनके कमरे में लेकर गया और पलंग पर पटक दिया और फिर उसके बाद भाभी ने मुझे अपने तरफ खीच लिया और अपने दूधो को मेरे मुह में लगाया | फिर मेरे लंड को अपने हाथ से पकड़कर अपनी गांड में डाला और उचकने लगी | भाभी को बहुत मजा आ रहा था वो मुझे छोड़ ही नहीं रही थी | लकिन उनसे ज्यादा मजा तो मुझे आ रहा था |

फिर में भी भाभी के गाड में अपना लंड डालता हूँ और चोदने लगता हूँ | chudas devar bhabi sex

भाभी को बहुत मजा आ रहा था वो और चोदने को बोल रही थी | और अआहाह  आह्ह ऊउह्ह उह्ह कर रही थी | फिर उसके बाद मैंने अपने लंड को भाभी के मुह में डाल दिया | वो मेरे लंड को बहुत चूस रही थी | अपने दूधो को मुझसे दबाने को बोल रही थी | फिर में उनके दूध बहुत देर तक दबाता रहा और खूब निप्पल चूस रहा था | अलग अलग तरीके से भाभी को मैं चोदे जा रहा था |

भाभी को मजा आ रहा था और वो आह्ह ऊह्ह आह्ह चिल्लाये जा रही थी | पूरी रात भर में भाभी को चोदता रहा | फिर उसके बाद भाभी ने मेरे होटो को अपने होटो से लगाकर चूमती रही और में भी उनको चूमते रहता हूँ | फिर उसके बाद सुबह हो गयी और उसके बाद भाभी उठी और वो बहुत खुश थी चुदाई से | फिर उसके बाद रोज भाभी मुझसे चुदती थी |

पर जब भैया घर अ गए तब थोडा सा विराम लग गया हमारी चुदाई पर | devar bhabi sex

फिर भी जब भैया जॉब पर चले जाते थे तो मैं कभी भी जब मेरा मन होता था तो भाभी को चोदता रहता था और भाभी को भी बहुत मजा आता था और वो हमेशा मुझसे चुदने के लिए तैयार रहती थी | तो दोस्तों कुछ ऐसी ही थी मेरी कहानी और मैं धन्य हो गया ऐसी भाभी पाकर | दोस्तों आप लोगों को मेरी ये कहानी कैसी लगी कमेंट में जरुर बताइयेगा |

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लंड चुसवाने का मज़ा ही कुछ और है.. https://sexstories.one/sexy-chudaibhaise/ Thu, 05 Nov 2020 22:14:57 +0000 https://sexstories.one/?p=1438 हैल्लो दोस्तो क्या हाल है आपका. मेरा नाम नीरज है ओर मैं हरीयाणा मैं रहता हूँ. ये मेरे पहली कहानी है जो अपनी बहन के साथ किये हुए सेक्स की है. अगर कोई ग़लती हो ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हैल्लो दोस्तो क्या हाल है आपका. मेरा नाम नीरज है ओर मैं हरीयाणा मैं रहता हूँ. ये मेरे पहली कहानी है जो अपनी बहन के साथ किये हुए सेक्स की है. अगर कोई ग़लती हो जाए तो प्लीज माफ़ करना. ओर अब में बता रहा हूँ. मेरी उम्र 23 साल की है. ओर हमारे घर पर मेंरे पापा मम्मी ओर मेरी एक छोटी बहन है जिसका नाम परी है ओर वो 1st ईयर मैं पडती है. chudaibhaise

उसकी उम्र 21साल की है. मेरे पापा व्यपारी है ओर मम्मी बैंक मैं नोकरी करती है. chudaibhaise

ओर मुझे क्रिकेट का बहुत शोक है. मैं क्रिकेट खेलता भी हूँ. ओर मेरी बहन मुझसे हमेशा लडती थी. ओर कहती है की भाई आप क्रिकेट मत खेला करो. आपके कपड़े खराब हो जाते है ओर बाद मैं आप मुझे अपनी क्रिकेट की कहानी बताते हो. फिर भी मैं जब भी क्रिकेट खेल कर आता था तो उस को बताता था. ओर वो मुझसे नाराज़ हो जाती थी.

एक दिन की बात है. मैं क्रिकेट खेल कर घर आया तो मैं सीधा परी के कमरे पर चला गया. ओर मैने देखा कि बाथ कमरे का दरवाजा हल्का सा खुला था. ओर परी नहा रही थी तो मैंने परी को नहाते देखा तो मैं दंग रह गया. पूरा नंगा बदन था ओर उस पर उसकी चड़ती जवानी थी उफ़ क्या बात है.

Hindi chudaiऐसा चोदना की मैं रो पडू

ये गोरी गोरी ओर मोटी गांड ओर गुलाबी चूत ओर वो भी पानी में गीली. मेरा तो लंड ही खड़ा हो गया ओर मेरा दिल कह रहा था कि अभी जाकर अपनी ही बहन को चोदूँ मगर मेरी हिम्मत ही नही हुई तो मैं वापस अपने कमरे मैं चला गया वहाँ जाकर परी के बारे मैं सोचने लगा ओर उसके नाम की मुठ मारने लगा.

मुठ मारते ही मैने सोच लीया था. कि मैं अब अपनी बहन को चोदूँगा. चाहे कुछ भी हो जाए. एक दिन में अपने कमरे मैं लेटा हुआ था तब में परी के बारे मैं सोच रहा था. ओर मेरा लंड खड़ा था तो इतने समय मैं दरवाजा खुलने की अवाज़ आई ओर मैंने आंखे बंद कर ली. इतने मैं परी अंदर आई ओर मेरा खड़ा लंड देख कर एक दम बोल पड़ी भैया ये क्या है ओर ये बोल कर बाहर आ गई. chudaibhaise

ओर मैंने आँख खोली तो वो कमरे से जा चुकि थी. मैं बिस्तर से उठ कर कमरे के बाहर चला गया ओर नहा कर दोस्तों के साथ घूमने चला गया ओर वहाँ मैंने अपने एक अच्छे दोस्त सौरव से बात की ओर उसको मैने ये नही बताया कि वो लड़की मेरी बहन है या कोई ओर मैंने कहा मैं एक लड़की को चोदना चाहता हूँ.

तो कैसे चोदू तब उसने बताया की वो भी किसी लड़की को चोदना चाहता था. मैंने पूछा कैसे तो उसने कहा यार मैने एक कमरे लीया था. ओर रात को वहाँ टीवी का चेनल ही ऐसा था कि वो भी राज़ी हो गयी. अच्छा यार मगर मैं तो बहुत डरता हूँ. सौरव ने कहा यार डरोगे तो कुछ भी नही कर पाओगे एक बार उसे बाहर लेकर जाओ. ओर वहा कोई अपना नही हो मैने कहा ठीक है. फिर मैं घर आया ओर मैंने परी को कहा कि इंडिया का मैच दिल्ली मैं है. क्या तुम मेरे साथ दिल्ली चलोगी प्लीज तो परी ने कहा मैं नही आ सकती हूँ तुम्हारे साथ.

मेरे बार बार मनाने पर उसने कहा पापा ओर मम्मी नही मानेंगे. तो मैने कहा कोई बात नही मम्मी को मैं मना लूँगा ओर पापा को तुम मना लेना. परी ने कहा पागल हो क्या? मैं पापा से बात करूंगी मुझे पागल कुत्ते ने काटा है क्या? तो मैने कहा प्लीज तो उसने कहा ठीक मैं कोशिश करती हूँ. पापा मानेंगे या नही फिर मैं अपने कमरे में आ कर सो गया ओर परी भी सो गयी फिर सुबह हुई तो परी पापा के पास गई पापा को मनाने के लिए. ओर मैं मम्मी के पास गया मम्मी को मनाने के लिए मम्मी तो मान गई. मगर पापा नही माने ओर मैने मम्मी को कहा प्लीज हमारी छुट्टीया है.

ओर अभी दो महीने बाकि है कालेज खुलने मैं आप पापा को कहो ना प्लीज एक महीने की तो बात है ना प्लीज मम्मी. तो मम्मी ने पापा को भी माना लीया. तब एक दिन हम दिल्ली जा रहे थे कि अचानक सौरव ही मिल गया. मैं परेशान हो गया अगर सौरव को पता चल गया की ये अपनी ही बहन को चोदना चाहता है तो मैं मर जाऊंगा. तभी सौरव ने कहा क्या बात है? कहाँ जा रहे हो मैने कहा यार दिल्ली जा रहा हूँ. chudaibhaise

मैंने तुम्हारी तरकीब इस्तमाल की थी मगर एक प्रॉब्लम है यार मेरे साथ मेरी छोटी बहन भी है. उसको भी साथ मैं लेकर ही जाऊंगा, क्या करूँ. सौरव ने कहा यार क्या करे तेरे ही घर वाले नही चाहते कि तू उसके साथ जाये. ये बोल कर वो चला गया तो मैं घर आया ओर सामान पेक करके मै परी को लेकर हम लोग बस पर आए ओर मम्मी पापा हमे छोड़ कर चले गये. मैने परी को देखा तो वो बहुत खुश थी.

मैंने परी को कहा मैं होटल मैं फोन कर लूं जब मैने दिल्ली फोन किया तो मैनेजेर ने कहा कि हमारे पास सिर्फ़ एक ही कमरा है. तो मैने परी को नही बताया ओर बस मैं बैठ गये ओर दिल्ली आ गये. दिल्ली आते ही होटल की तरफ़ से एक लड़का आया ओर हमको होटल ले गया वहाँ जाने के बाद परी को पता चला कि एक ही कमरा खाली है. तो मैंने कहा कि क्या करूँ? तो परी ने कहा कोई बात नही भाई एक ही कमरे मैं रहेंगे हम दोनो. हम कमरे मैं आ गये ओर मैने परी को कहा कि बेड एक ही है क्या करें?

अब तो उसने कहा भाई कोई बात नही है. मैं तो खुश हो गया हम लोग दिल्ली की होटल में रहे वहाँ की शाम भी बड़ी निराली थी. इस होटल में एक क्लब भी था. जिसमैं सेक्सी डांस होता था. मैने सोचा कि क्यू ना परी को ऐसी जगह घुमाऊ जिससे उसको सेक्स का शोक हो. तो मैं अगले ही दिन उस को मैं घुमाने लेकर गया जहाँ अँग्रेज़ भी थे. जो कि सिर्फ़ ब्रा मैं ओर पेंटी मैं थे.

वहाँ का माहोल बिल्कुल सेक्सी था. तो मैने कहा परी चलो नहाते है. तो परी ने कहा भाई मैं नही नहाउंगी मुझे शर्म आती है. आप ही नहा लो तो मैंने उस को कहाकि हम दूर चलकर नहाते है ठीक है. तो उसने कहा ठीक है तो हम बहुत दूर आ गये. chudaibhaise

वहाँ आकर मैने अपनी शर्ट उतारी ओर अपनी जीन्स भी उतार दी. अब मैं सिर्फ़ चड्डी मैं था परी देख कर बोली भाई आप को शरम नही है. कि मैं यहाँ हूँ ओर आपने अपने कपडे उतार दिए. तो मैंने कहा वो सब भी तो चड्डी मैं ही है ना तो क्या हुआ अगर मैं भी चड्डी मैं हूँ तो. उनको देख सकती हो ओर मुझे नही तो वो चुप हो गयी ओर बोली जो मन मैं आये करो ठीक मैने उसको कहा तुम भी नहा लो प्लीज मज़ा आएगा लेकिन वो नही मानी.

ओर मैं चलता गया पानी मैं. मेरी सफेद कलर की चड्डी थी. मैं नहा कर वापस परी के पास आया तो परी ने मेरी चड्डी की तरफ देखा तो एक दम देख कर खड़ी रह गई मैने कहा क्या हुआ? अब तो उसने कहा भाई आप कपड़े पहन लो. मैने जब नीचे देखा तो मेरी चड्डी मैं से मेरा लंड सॉफ नज़र आ रहा था.

जिसको देख कर वो बोली की भाई आप कपडे पहन लो प्लीज. तभी मैने कपड़े पहन लिए अब हम वापस होटल मैं आए तो मैने कहा तुमको डांस आता है. तो उसने कहा नही तो मैंने कहा चलो आज हम क्लब जायेंगे उसने कहा नही भाई पता नही वो कैसी जगह है.

मुझे अच्छा नही लगेगा मैने कहा मेरे कहने पर आज चलो प्लीज तो वो मान गयी. हम लोग रात को 11:00 बजे क्लब मैं आए तो हम हैरान हो गये कि लडकियाँ लड़कीयाँ डांस करती करती अपनी गांड लड़कों के लंड पर लगा रही है. परी ने कहा भाई तुम ये किस गन्दी जगह लेकर आए हो मैं जाती हूँ.

मैने कहा सिर्फ़ थोड़ी देर प्लीज तो वो रुकि इतनी देर मैं एक लड़की मेरे पास आई ओर मुझे किस करने लगी ओर अपनी चूत मेरे लंड पर लगाने लगी तो परी देख कर वाहा से गुस्सा हो कर चली गयी. मैं वापस कमरे मैं गया तो देखा कि वो रो रही थी मैंने कहा कि क्या हुआ तो उसने कहा भाई आप मुझे कैसी कैसी जगह लेकर जाते हो. मैने कहा ठीक है मुझे माफ़ करो मैं तुम को अब नही लेकर जाऊंगा. तो उसको चुप करवा कर मैने खान खाने के लिये बोला.

Sexy bhabhi – बगल की भाभी ने चुदाई की मुराद पूरी की

ओर खाना खा कर हम दोनो सोने लगे इतने मैं परी को नींद आ गयी. ओर मुझे नींद नही आ रही थी. मैने देख कि परी सो गई है तो मैने अपनी एक टांग उसकी टाँगों के उपर रख दी ओर अपना एक हाथ उसकी छाती पर रख दिया ओर मेरा हाथ बिल्कुल उसकी छाती पर था. मगर डर भी लग रहा था कि वो उठी तो क्या कहेगी. मैं उसकी छाती को मसलने लगा ओर लंड को भी आगे पीछे करने लगा. chudaibhaise

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रिक्शावाले का मोटा लंड https://sexstories.one/rikshawale-ka-mota-lund/ Tue, 27 Oct 2020 11:04:00 +0000 https://sexstories.one/?p=1378 हेलो दोस्तों मैं सरोज आप सभी का हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर स्वागत करती हूँ। मैं आगरा की रहने वाली हूँ। मैं बहुत गोरी और जवान लड़की हूँ। मेरा बदन बहुत गोरा और सुडौल ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हेलो दोस्तों मैं सरोज आप सभी का हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर स्वागत करती हूँ। मैं आगरा की रहने वाली हूँ। मैं बहुत गोरी और जवान लड़की हूँ। मेरा बदन बहुत गोरा और सुडौल है। मेरा फिगर कमाल का है। छरहरा और बिलकुल फिट। 36, 30, 34 का फिगर है मेरा। मैं २३ साल की एक जवान, आकर्षक नवयौवना हूँ। desi mota lund

मेरा जिस्म बहुत ही छरहरा और सेक्सी है। बदन तो इतनी गोरी और मुलायम है की स्वर्ग की अफ़सराये भी मुझसे शरमा जाए। मैं बहुत सुंदर लड़की हूँ। मेरे ओठ, मम्मे, मेरे रेशमी काले बाल, मेरी लचकती कमर और उफनती चूत सब कुछ बहुत मस्त है। मुझे सेक्स करना बहुत पसंद है और रात में नियमित रूप से चूत में मोटा लंड खाना बहुत पसंद है। लंड न मिलने पर मैं चूत में ऊँगली, अंगूठा, या डिलडो डालकर जल्दी जल्दी चला लेती हूँ और भरपूर मजा ले लेती हूँ।

आज आपको अपनी स्टोरी सुना रही हूँ। desi mota lund

दोस्तों मेरे घर के सामने ही एक रिक्शेवाला रहता था। उसका नाम बब्बन था। मेरी मम्मी और पापा अक्सर उसके रिक्शे पर बैठा करते थे और शाम को सब्जी खरीदने जाया करते थे। मेरी मम्मी तो बब्बन को बड़ा लगाव करती थी। कई बार त्यौहार में उसे बक्शीश दे दिया करती थी। हर होली दिवाली में उसे मिठाई का डिब्बा देती थी। कई बार तो लगता था की बब्बन हमारे घर का कोई मेमबर है। वो हर बार जब हम लोगो को कॉलेज, या बजार लेकर जाता था जल्दी पैसे नही लेता था। पर मैं हर बार उसे पैसे दे देती थी। बब्बन काफी गरीब था। उसके 2 बच्चे थे। एक दिन रास्ते में मुझे कुछ लड़के छेड़ रहे थे।

Sexy Bhabhi – हॉट भाभी और उसकी सहेली

वो मेरे कॉलेज के लड़के थे। वो मुझे चोदना चाहते थे। “सरोज जान !! बस एक बार अपनी रसीली चूत के दर्शन करा दे हम तुझे दुबारा नही छेड़ेंगे” वो आवारा लड़के बोल रहे थे। अचानक बब्बन रिक्शेवाला वहां आ गया। उसने उन लड़को को दौड़ा लिया और 2 को तो पकड़कर लात ही लात मारा भी। उस दिन से मैं बब्बन रिक्शेवाले की बड़ी इज्जत करने लगी।

अब मैं उसे कभी रिक्शेवाला कभी नही बोलती थी। desi mota lund

मैं उसे बब्बन भैया कहकर बुलाती थी। उस रात जब मैं घर पर पहुची तो बब्बन की मेरे जहन में आ रहा था। किस बहादुरी से उसने उन गुंडों से लडाई की थी। कितनी बहादुरी से उसने मेरी बचा ली वरना मैं किसी को मुंह भी नही दिखा पाती। अंदर ही अंदर मैं बब्बन रिक्शेवाले से प्यार करने लगी थी। मैं उसको अपनी रसीली गुलाबी चूत देकर उसको थैंक यू कहना चाहती थी। मैं मौका तलाश रही थी। अगले दिन मेरे पापा मम्मी किसी रिश्तेदार के घर गये थे। दोपहर के 1 बजे थे। अचानक घर की घंटी बजी।

“कौन है????” मैंने पूछा desi mota lund

“सरोज बेबी मैं बब्बन। एक बोतल फ्रिज का पानी चाहिए था” बब्बन रिक्शेवाला बोला

उसकी आवाज सुनकर मैं चहक गयी। मैंने दरवाजा खोला और उसे अंदर ले गयी। दरवाजा मैंने बंद कर लिया और पीछे से उसे पकड़ लिया।

“सरोज बेबी….ये… ये क्या??” बब्बन रिक्शेवाला चौंक गया

“ओह्ह्ह्ह आई लव यू बब्बन। कमोंन फक मी टूडे!” मैंने कहा और उसे पीछे पीठ से मैंने पकड़ लिया। वो इंग्लिश नही जानता था। पर वो समझ गया था की मैं उसे चोदने के लिए बोल रही थी। फिर मैंने उसे अपनी तरफ घुमा लिया और उसके जिस्म से चिपक गयी। वो हैरान था। ये कहानी आप हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है।
“ओह्ह्ह बब्बन!! मुझे तुमसे बेपनाह प्यार हो गया है। मेरे प्यार को मत ठुकराओ। प्लीस मुझे चोद दो आज!!!!” मैं किसी चुदासी छिनाल की तरह बोली

उसके बाद वो भी मुझे किस करने लगा। वो मुझे मेरे गाल और होठो पर किस करने लगा। मुझे अच्छा लग रहा था। मैंने टॉप और स्कर्ट पहन रखा था। मैं सुंदर और जवान युवती थी। बब्बन रिक्शेवाला मुझे गरमा गर्म किस करने लगा। उसके बाद हम दोनों कमरे में चले गये। मैंने जल्दी जल्दी अपनी टॉप और स्कर्ट निकाल दी। फिर ब्रा और पेंटी भी खोल दी। बब्बन ने अपना शर्ट पेंट निकाल दिया। उसका लौड़ा 8” का था। बहुत लम्बा और बहुत मोटा।

मैं फड़कती चूत का दीवाना

धीरे धीरे उसका गधे जैसा लौड़ा होने लगा। desi mota lund

दोस्तों, मेरे स्तन बहुत सुंदर थे। बड़े बड़े गोल और बिलकुल मक्कन की टिकिया जैसे नर्म। इतने सुंदर दूध को देखकर तो बब्बन बिलकुल पागल हुआ जा रहा था। मेरी अनार जैसी लाल लाल निपल्स, जो मेरे स्तनों में चार चाँद लगा रहे थे। अगर कोई भी मर्द मुझे इस तरह मेरे नग्न मम्मो को देख लेता तो मुझे बिना चोदे ना जाने देता।

मेरी मस्त गदराई और उफनती छातियों को देखकर बब्बन बेचैन हो गया और अपने हाथ से कस कसकर दबाने लगे. मैं सिसक कर बोली पर उस पर कोई असर ना हुआ। वो मजे से मेरे दूध दबा रहा था जैसे कोई मुसम्मी का रस निकालने के लिए उसे हाथ में लेकर निचोड़ देता है। इसके साथ ही वो मेरे रसीले स्तनों को मुंह में लेकर पी और चूस रहा था। इधर मेरी जो जान ही निकली जा रही थी। ऐसा लग रहा था की आज बब्बन मेरा सारा दूध पी जाएंगा और मेरे होने वाली पति के लिए कुछ नही छोड़ेंगे।

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नगमा को चाहिए मेरा फौलादी लंड https://sexstories.one/nagma-sex-ki-bhukhi/ Sun, 25 Oct 2020 20:35:46 +0000 https://sexstories.one/?p=1368 नमस्कार मेरे प्यारे चूत के दीवानों और लंड की प्यासी लड़कियों | मैं जग्गू फिर से हाजिर हुआ हूँ अपनी कुछ अनकही कहानी ले कर | मैंने पिछली दो कहानिया लिखी थी उसमे मुझे बहुत ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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नमस्कार मेरे प्यारे चूत के दीवानों और लंड की प्यासी लड़कियों | मैं जग्गू फिर से हाजिर हुआ हूँ अपनी कुछ अनकही कहानी ले कर | मैंने पिछली दो कहानिया लिखी थी उसमे मुझे बहुत से कमेंट्स और मेल्स आये | मुझे वो सब पढ़ कर बहुत खुशी हुई कि आप सभी को मेरी कहानी इतनी पसंद आई | इसलिए आज मैं फिर से आया हूँ चुदाई के सफ़र की दास्तान बताने | आप सभी मुझे जानते है इसलिए मैं सीधा कहानी में आता हूँ बिना वक़्त बरबाद किये | nagma sex

दोस्तों, पिछली कहानियो में मैंने आपको बताया था मेरी और नगमा की चुदाई के बारे में | मेरी और ऋचा मैडम की चुदाई और मेरी, नगमा और ऋचा मैडम की चुदाई के बारे में | 12 वी पास करने के बाद हम सभी अलग अलग हो गये | अब किसी से उतना मिलना जुलना नहीं हो पाता था | मेरा मोबाइल गुम हो जाने के कारण मेरा नंबर किसी के पास नहीं था और मेरे पास भी नहीं था किसी का भी नंबर |

मैं अब वेल्लोर जा कर कॉलेज की पढाई में जुट गया था चेन्नई में मेरा एक दोस्त रहता था | तो उसने मुझे एक रूम दिलवाया वहां बस मैं ही अकेले किराय से रहता था | मैं जिस घर में रहता था वहां एक 60-65 साल की बुढ़िया और एक जवान शादीशुदा महिला रहती थी जिसका नाम अफरीदा था | मैं जिनके घर किराय से रहता था वो एक मुस्लिम्स परिवार था | मैंने उस अफरीदा का चेहरा कभी नही देखा था | पर चुदाई के बाद तो सब देख लिया | वो बहुत अच्छी फॅमिली थे |

हिन्दू-मुस्लिम में कोई फर्क नहीं समझते थे | nagma sex

एक दिन की बात है मैं अपने कमरे में नहा रहा था |

अफरीदा की माँ कहीं गयी हुई थी | अफरीदा मेरे लिए रोज कॉफ़ी बना कर लाती थी | मेरी आदत थी कि मैं नंगे हो कर नहाता था | जब नहा कर निकलता था तो नंगा ही निकलता था | मैं नहा कर बाहर निकला और अपने शरीर को पोछने लगा | तभी वहां अफरीदा आ गयी कॉफ़ी ले कर और मुझे नंगा देख कर कोई रिएक्शन ही नहीं दिया | मैंने अपना लंड उसके सामने तक कर दिया तब भी उसने ऐसा किया जैसे कुछ हुआ ही नहीं | वो बस कॉफ़ी दे कर चली गयी |

कुछ देर बाद एक हॉस्पिटल से फ़ोन आया कि आपकी माता जी का का एक्सीडेंट हो गया है जल्दी हॉस्पिटल आइये | तब तक मैं रेडी हो चुका था कॉलेज जाने के लिए | तभी अफरीदा मेरे पास आई और बताया कि ऐसा ऐसा हो गया है | तो मैंने भी तुरंत एक्शन लिया और ऑटो करके हम दोनों हॉस्पिटल पंहुचे | तो डॉ, ने बताया कि घबराने वाली बात नही है ये बेहोश हो गयी थी एक्सीडेंट की वजह से |

उनके सर में बस हलकी सी चोट आई थी | nagma sex

उसके बाद हम तीनो घर आ गये | उनकी अम्मी की तबियत ठीक ना होने कि वजह से मैंने उन्हें आराम करने दे दिया और फिर खाना खिला कर दवा दे दी और वो कुछ मिनट में सो गयी | मैं उस दिन कॉलेज नही जा पाया था | अपने रूम में आ कर मैं ऐसे ही बैठा था और पीएसपी में गेम खेल रहा था | तभी अफरीदा आई और मेरे पास आ कर बैठ गयी | मैंने उनसे पूछा आप यहाँ कुछ काम है क्या ? तो उन्होंने कहा हाँ काम तो है पर कैसे कहूं कुछ समझ नही आ रहा | तो मैंने उनके हाँथ में अपना हाँथ रख कर कहा कि आप मुझे अपना ही समझिये और बताइए क्या बात है ? तो उन्होंने कहा कि आज जब मैंने तुम्हारा लंड देखा था तब से मुझे कुछ कुछ होने लगा |

Desi sex kahani – मुझे बच्चा चाहिए, प्लीज चोदो मुझे

तो मैंने भी मुस्कुराते हुए पूछा क्या हो रहा है ? तो उन्होंने बताया शरमाते हुए कि उसे छूने का मन हो रहा है | इतना सुनते ही मेरा लंड खड़ा हो गया | उसके बाद मैंने अपना लंड बाहर निकाला | उसकी आँखे मेरे लंड को देख के चमक उठी और वो उसे छूने लगी | मुझे बहुत अच्छा लग रहा था | उसने मुझसे कहा कि क्या मैं तुमहरा लंड चूस सकती हूँ | तो मैंने कहा ये भी कोई पूछने की बात है | लेकिन तुम्हे अपने पूरे कपडे उतार के ये सब करना होगा | वो झट से तैयार हो गयी और अपना बुरखा एक ही मिनट में अपने शरीर से अलग कर दी |

मैंने उसका चेहरा और बदन पहली बार देखा क्या कमायत थी यार देख के मुंह में पानी आ गया था | अब यो मेरे लंड के पकड़ के हिलाने लगी और अपनी जीभ से चाटने लगी | मैं बस अपनी आँखे बंद कर के आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगा |

मुझे बहुत अच्छा लग रहा था क्यूंकि इतना टाइम हो गया था और मुझे चूत नहीं मिली थी | nagma sex

अब वो मेरे लंड को जोर जोर अपनी जीभ से मेरे लौड़े को चाट रही थी | मैं भी सिस्कारिया भरते हुए आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ कर रहा था |

अब मेरे लंड को अच्छे से चाट के उन्होंने गीला कर दिया | अब वो मेरे लंड को मुंह में डाल कर चूसने लगी और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगा | वो बहुत अच्छे से मेरे लौड़े को चूस रही थी जैसे ब्लू फिल्म में लौंडिया चूसती हैं | मेरे लंड को 15 मिनट तक खूब अच्छे से चूसी और चाटी | फिर जब वो खड़ी हुई तो मैंने अपने होंठ उनके होंठ में रख दिए |

अब मैं उसके होंठ को चूसने लगा और वो मेरे होंठ को चूसने लगी | nagma sex

मैंने उसके होंठ चूसते हुए उसके दूध को भी दबाना शुरू कर दिया | 10 मिनट तक किस करने के बाद मैं अब उनके दूध को जोर जोर से मसलते हुए दूध पीना चालू कर दिया था | वो भी मदहोशी के आलम में आ चुकी थी और आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया भर रही थी |

Rishton me chudai ki kahani zaroor padhiye.

मैं उनके दूध जोर जोर से दूध चूसने लगा और साथ में जोर जोर से दबा रहा था | वो इतना गरम हो चुकी थी कि आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए एक बार झड चुकी थी | मैंने उनके दूध 10 मिनट तक खूब चूसा | उसके बाद मैंने उन्हें जमीन पर ही लेटा दिया चादर बिछा कर | अब मैंने उनकी टाँगे चौड़ी करते हुए अपना मुंह उसकी भीगी चूत में लगा दिया और उनकी चूत चाटने लगा |

वो मछली जैसे तडपते हुए अपनी गांड उठा उठा के चूत चटवा रही थी और आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ कर रही थी | मैं उनकी चूत में ऊँगली डाल कर चोद रहा था और चाट रहा था और वो मदहोशी में आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी थी | उनकी चूत बहुत गीली हो चुकी थी | उन्होंने मुझसे कहा कि अब इंतजार नही होता अब मुझे चोद दो | मैं तुम्हारी हो चुकी हूँ और अपने आप को तुम्हे सौंप दिया है |

फिर उतने में मैंने अपना लंड उनकी चूत में टिका कर एक ही झटके में अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया और मेरा फौलादी लंड चूत में जगह बनाते हुए घुस गया | अब मैं उनकी चूत चोदने लगा और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मेरी छाती को सहला रही थी | मैं जोर जोर से उसकी चूत की चुदाई कर रहा था और उसके दूध मसल रहा था | वो मुझसे चुदवाते हुए आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए 2 बार और झड़ चुकी थी |

उसकी आधे घंटे तक चुदाई के बाद मैंने अपना माल उसकी चूत के ऊपर ही निकाल दिया | nagma sex

फिर हम दोनों वहीँ लेट गये |

दोस्तों, ये कहानी यहीं समाप्त होती है | मुझे उम्मीद है कि आप लोगो को पसंद आई होगी | ये मत समझना कि पिक्चर ख़त्म हो गयी है |

अभी तो बहुत सी चुदाई का खुलासा बाकी है जो मैं आप लोगो को आगे की कहानी में बताता जाऊँगा और आपको मज़े दिलाता जाऊंगा तो इंतज़ार करिएगा मेरा और हाँ मुठ मारना न भूलना |

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मेरे घमंड से मुझे लुंड मिले – पार्ट 1 https://sexstories.one/mere-ghamand-se-mile-mujhe-lund/ Mon, 28 Sep 2020 08:31:46 +0000 https://sexstories.one/?p=211 हैलो, दोस्तो मेरा नाम पुजा है, मैं सामूहिक चुदाई (samuhik chudai) और गांड चुदाई (gaand chudai) की शौक़ीन हूँ और हिंदी सेक्स कहानियां (hindi sex kahaniyan) बड़े रूचि से पढ़ती हूँ। मेरी उम्र 23 साल ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हैलो, दोस्तो मेरा नाम पुजा है, मैं सामूहिक चुदाई (samuhik chudai) और गांड चुदाई (gaand chudai) की शौक़ीन हूँ और हिंदी सेक्स कहानियां (hindi sex kahaniyan) बड़े रूचि से पढ़ती हूँ। मेरी उम्र 23 साल है, मेरा रंग गोरा चेहरा गोल, पतली कमर, बडे़ बडे़ चुचे, भारी और उभरे हुये नितंभ और लम्बाई 5 फुट 5 इंच है, मुझे देख कर कोई भी लड़का बड़ी आसानी से मेरी तरफ आकर्षित हो जाता है| बात आज से लगभग 4 साल पहले की है उस दिन अचानक मेरी जिन्दगी बदल गई मेरे साथ हुई वो घटना मे आप सब को बताने जा रही हुं कोई गलती हो तो माफ कर देना|

मुझे बचपन से ही शादियों मे जाने का बहुत शौक था और मैं शादियों मे जाकर बहुत मस्ती करती थी क्योकि मे बहुत ही खुले विचार और निडर लड़की हुँ और मै जिस शादी मे जाती थी उसमे पुरा रंग जमा देती थी सभी मुझे ही देखते रहते|
उस दिन मेरी सहेली रजनी की शादी थी और मैं भी पुरी तरह से तैयार होकर उसके घर पहुच गई..

मैने नीले रंग का लहंगा और पीले रंग की चोली पहनी थी जिसमे मे किसी पटाखे से कम नही लग रही थी सब मुझे ही देख रहे थे और मै चारों तरफ उछल कुंद कर रही थी तभी रजनी की बारात आ गई और हम सब लड़कियां बारात का स्वागत करने पहुच गयीं | बारात मे बहुत सारे लड़के आये हुये थे सब मस्ती कर रहे थे लड़कियों को छेड रहे थे और लड़कियों से हसी मजाक कर रहे थे ज्यादातर लडकों का ध्यान मेरी तरफ ही था और कुछ लडके तो मजाक मे कह रहे थे कि दुल्हन के साथ तुमको भी लेकर जायेंगे मगर एक लड़का शांत खड़ा था और दुल्हे के ही आसपास था कुछ लडके आपस मे बात कर रहे थे कि आज इस शादी मे लडकियों के हाथ कुछ नही लगेगा बिचारी हाथ मलती रह जायेंगी मैं उन लडको के पास गई और उनसे पुछा तुम ऐसा क्यों कह रहे हो?

उन लडकों ने बताया की जिस शादी मे राजबीर जाता है उस शादी मे जुते चोरी नही होते ये उसी खासियत है आजतक उसके रहते कोई भी लडकी जुते नही चुरा पाई|

मुझे ये सुनते ही गुस्सा आ गया और मैने उन लडकों से कहा कि लेकिन आज इस शादी मे जुते जरूर चोरी होंगे क्येंकि मै जिस शादी में जाती हुँ वहॉ पे जुते जरूर चोरी होते हैं वैसे कौन है ये राजबीर मैने पुछा?

लडकों ने बताया वो जो दुल्हे के साथ खडा है वही है राजवीर..

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मैं वहॉ से सीधे राजवीर के पास पहुची और उसको सामने से खुली चुनौती दे दी

मै- हैलो क्या तुम ही राजवीर हो.

राजवीर- जी हॉ आप कौन..?

मै- मेरा नाम पुजा है मैने सुना है कि तुम जिस शादी मे जाते हो वहॉ पर जुते चोरी नही होते लेकिन आज मै तुम्हारी ऑखों के सामने ही जुते चुरा कर ले जाऊंगी और तुम कुछ भी नही कर पाओगे..

राजवीर- पुजा देखो वैसे तो मेरा आज मुड नही था लेकिन तुम जब कह रही हो तो चुरा लेना..

मैने उससे कहा कैसे मुझसे डर गये क्या?..

राजवीर- मुझे किसी से डर नही लगता वैसे भी तुम कोई डरने वाली चीज नही हो मुझे तो तुम पर तरस आ गया था इस लिये मै पीछे हट रहा था लेकिन अब अगर तुम जुते नही चुरा पाईं तो क्या करोगी..

मैने कहा- शर्त लगा लो..

राजवीर बोला अगर मैं जीता तो तुमको सबके सामने मेरे होठों पे चुम्बन देना होगा..

मैने भी कहा कि अगर मैं जीती तो तुम सबके सामने मेरी जुती को सबके सामने चुमोंगे..

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वो तैयार हो गया|

ये शर्त लगा कर मैने सबसे बडी गलती कर दी थी..

शादी का क्रायकर्म जोर शोर से चल रहा था मैं अपनी सहेली के साथ जुते चुराने कि तैयारी मे लग गई और बहुत कोशिश के बाद मैने जुते चुरा भी लिये लेकिन मेरे होश तब उड गये जब दुल्हे के जुते मांगने पर राजवीर ने जुते लाकर दुल्हे को दे दिये और राजबीर मेरी तरफ देख कर मुस्कुराने लगा और अपने होठ पर अंगुली ऱख कर किस करने का इशारा करने लगा..

मैने अपना सर नीचे कर लिया और सोचने लगी की जो जुते मैने चुराये वो किसके है..

तभी राजबीर मेरे पास आया और बोला क्या हुआ शर्त दुल्हे के जुते चुराने की लगी थी तुम तो मेरे ही चुरा कर ले गई अब अपनी शर्त पुरी करो..

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