desi bhabhi ki chudai Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/desi-bhabhi-ki-chudai/ Hindipornstories.org Sat, 20 Feb 2021 14:25:11 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 Padosan Bhabhi Ne Pataya Aur Chudwaya https://sexstories.one/padosan-bhabhi-ne-chudwaya/ Mon, 04 Jan 2021 16:26:10 +0000 https://sexstories.one/padosan-bhabhi-ne-pataya-aur-chudwaya-xxx-storiez/ मेरा नाम शेखर है। मेरी उम्र 25 साल है, मेरी हाईट 5 फुट 9 इंच है, में जिम जाता हूँ और में पंजाब का रहने वाला हूँ। ये स्टोरी मेरी और मेरे घर के बगल ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मेरा नाम शेखर है। मेरी उम्र 25 साल है, मेरी हाईट 5 फुट 9 इंच है, में जिम जाता हूँ और में पंजाब का रहने वाला हूँ। ये स्टोरी मेरी और मेरे घर के बगल में रहने वाली भाभी की है, जिसकी उम्र अब 30 साल है, हाईट 5 फुट 6 इंच है, वो देशी पंजाबन है, सेक्सी बदन भरा हुआ, बूब्स 34 साईज के है, गांड भी मोटी है.. Padosan Bhabhi Ne Chudwaya

उसका फेस कट एकदम मस्त है, कलर गोरा है। भाभी के एक 2 साल का लड़का है, उसके पति एक कंपनी में मार्केटिंग का जॉब करते है और दिन में वो बस अकेली रहती है और कई बार उसके पति को कंपनी बाहर भेजती है, तो वो मेरी माँ को कहकर जाते है कि ध्यान रखना।

ये बात साल पिछली की सर्दियों की है। Padosan Bhabhi Ne Chudwaya

एक दिन में छत पर सुबह धूप ले रहा था। जब धूप अच्छी थी, तभी भाभी छत पर कपड़े सुखाने के लिए आई, जब भाभी ने सलवार सूट पहन रखा था। अब में उनकी छत की तरफ़ मुँह करके बैठा हुआ था और उन्हें कपड़े तार पर डालते हुए देख रहा था, वो मस्त सेक्सी लग रही थी। उन्हें भी पता था कि में उन्हें देख रहा हूँ और उनकी सलवार गीली थी और सूट एकदम टाईट था, जिसकी वजह से उनके बूब्स का शेप एकदम मस्त दिख रहा था। अब उन्हें देखकर मेरे दिमाग़ में कुछ चल रहा था कि भाभी कितनी सेक्सी है, भाई साहब को तो बहुत मज़ा आता होगा। ये सब सोच ही रहा था कि भाभी नीचे चली गई। इसके बाद अब तो मुझ पर जैसे भाभी का नशा चढ़ गया हो। अब जब भी सेक्स की बात दिमाग़ में आती तो मेरे ख्यालों में बस भाभी नज़र आती। मैंने कई बार तो उनके नाम की मुठ भी मारी और अब तो मुझे जब भी मौका मिलता तो में भाभी को घूरने लगता था।

एक रविवार को भाभी छत पर बैठी हुई स्वेटर बुन रही थी, तो में भी छत पर गया। अब हम बातें कर रहे थे कि बातों ही बातों में मैंने पूछा कि भैया नहीं दिख रहे कहाँ गये है? तो उन्होंने बताया कि वो 10 दिन के लिए कल से ही मुंबई गये हुए है। फिर मैंने कहा कि ठीक है और फिर ऐसे ही नार्मल बातें हो रही थी, इस वक़्त में भाभी की आँखो में अपनी आँखे डालकर बात कर रहा था। अब भाभी भी स्माईल कर रही थी और फिर तभी भाभी ने मुझसे पूछ ही लिया कि क्या बात है शेखर आजकल तुम मुझे घूरते क्यों हो? अब मुझे तो जैसे साँप सूंघ गया हो।

अब में उनसे आँखे नहीं मिला रहा था और चुप हो गया। Padosan Bhabhi Ne Chudwaya

फिर थोड़ी देर की खामोशी के बाद भाभी बोली कि तुम्हारे कोई गर्लफ्रेंड है? Padosan Bhabhi Ne Chudwaya

तो मैंने कहा कि पहले थी, लेकिन अब नहीं है। फिर उन्होंने पूछा कि क्या बात है, अब क्यों नहीं? तो मैंने उन्हें बताया कि वो अब दूसरी सिटी में चली गई है और अब हमारी बात भी नहीं होती है। अब हमारी यहीं सब बातें हो रही थी कि मुझे माँ ने बुलाया और में नीचे चला गया। फिर शाम को जब में आया तो खाना खाने के बाद जब में सोने लगा तो माँ ने कहा कि आज तू कुलदीप के यहाँ सो जा, तेरी भाभी अकेली है। फिर मैंने कहा कि पहले भी तो अकेली रहती थी, तो माँ ने कहा कि जशन जो उनका लड़का है उसकी तबियत थोड़ी खराब है तो इसलिए। फिर मैंने कहा कि ठीक है। फिर मैंने रात 10 बजे भाभी का दरवाजा खटखटाया। फिर भाभी ने दरवाजा खोला और बोली कि अंदर आ जाओ, उनके घर में दो बेडरूम है, एक में वो लोग सोते है और दूसरा रूम खाली ही रहता है।

फिर में अंदर गया तो भाभी मुझे अपने बेडरूम में लेकर गई, वहाँ उनका लड़का सोया हुआ था। फिर मैंने पूछा कि कैसी तबियत है इसकी? तो उन्होंने कहा कि अब तो काफ़ी ठीक है। फिर में बेड पर बैठ गया। फिर भाभी ने पूछा कि खाना खाओगे या खाकर आए हो? तो मैंने कहा कि में खाकर आया हूँ भाभी। फिर वो थोड़ी देर में नाईटी पहनकर आई, वो लाल कलर की नाईटी पहनकर आई थी। फिर वो बेड पर पैर रखकर बैठ गई और मुझसे बोली कि मैंने ही आंटी को तुम्हें यहाँ भेजने को कहा था कि अगर अकेले रात में कोई प्रोब्लम हुई तो दिक्कत आ जायेंगी।

फिर मैंने कहा कि हाँ मम्मी बता रही थी। Padosan Bhabhi Ne Chudwaya

फिर वो बोली कि नींद आ रही है क्या? तो मैंने कहा कि नहीं अभी तो नहीं, तो वो बोली कि तो बैठो बातें करते है। जब ठंड का मौसम था तो उन्होंने अंदर से दरवाजा बंद कर दिया था और इस पर मेरे दिमाग़ में एक बात आई कि में सोऊंगा कहाँ? फिर वो आई और रज़ाई में पैर डालकर बैठ गई और मुझसे बोली कि तुम भी बैठ जाओ, तो में भी बैठ गया और फिर हमारी इधर उधर की बातें होने लगी।

फिर वो बोली कि शेखर आज बताओं कि तुम मुझे घूरते क्यों हो? Padosan Bhabhi Ne Chudwaya

अब मेरी फटने लगी थी। फिर वो बोली कि शरमाओ मत और बोलो तुम्हें मुझमें ऐसा क्या दिखता है? तो मैंने कहा कि भाभी आप बहुत खूबसूरत हो तो नज़र तो वैसे ही चली जाती है। फिर उन्होंने कहा कि चलो ठीक है, अच्छा ये बताओं जो तुम्हरी गर्लफ्रेंड थी उसके साथ कुछ किया था या नहीं? अब में तो उनका मुँह देखता ही रह गया। फिर वो बोली कि बताओं? अब में समझ नहीं पाया कि क्या बोलूं? फिर मैंने कहा कि नहीं कुछ नहीं। फिर वो बोली कि झूठ तो मत बोलो, अब क्या करते हो, जब कुछ करने का मन करता है? तो मैंने कहा कि कुछ नहीं भाभी और अब में चला सोने। फिर उसने कहा कि यहीं सो जाओ, तो अब बीच में उनका लड़का और हम दोनों अलग-अलग साईड में सो गये। फिर भाभी ने लाईट ऑफ कर दी और सोने के लिए रजाई में आ गई, अब वो और उनका लड़का एक रजाई में और उन्होंने मेरे लिए एक अलग रजाई दी थी।

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अब मुझे तो नींद नहीं आ रही थी। Padosan Bhabhi Ne Chudwaya

अब में बस भाभी के बारे में ही सोच रहा था और मेरा लंड एकदम टाईट था। अब करीब रात के 11 बजे होगे। फिर भाभी उठी और लाईट जलाई और मेरे बगल में आकर बैठ गई। अब में तो जाग रहा था और सोने का नाटक कर रहा था। तभी भाभी ने मुझे जगाना शुरू किया और फिर थोड़ी देर में दो बार बुलाने पर में जाग गया। फिर वो बोली कि उन्हें नींद नहीं आ रही थी, चलो बातें करते है। अब नींद तो मुझे भी नहीं आ रही थी तो मैंने कहा कि ठीक है। फिर वो बोली कि चलो दूसरे रूम में चलते है, हमारी आवाज़ से बच्चा जाग जायेगा। अब वो रूम की तरफ़ मेरे आगे- आगे चली और में भी उनके पीछे-पीछे चला गया। उस रूम में सोफा लगा हुआ था और एक बेड था। अब में सोफे पर जाकर बैठ गया और भाभी बेड पर रजाई में पैर डालकर बैठ गई। फिर थोड़ी देर तक बात करने के बाद वो बोली कि वहाँ क्यों बैठे हो? रज़ाई में आ जाओ, ठंड लग जायेगी, वैसे मेरे पैरों पर ठंड तो लग रही थी तो में भी रजाई में चला गया।

अब ऐसे ही इधर उधर की बातें करते हुए भाभी गली में एक औरत की बात करने लगी, जो कई लड़को से चुद चुकी थी, वो दिखने में भी ठीक थी। फिर भाभी ने पूछा कि उसके बारे में क्या जानते हो? तो मैंने कहा कि बस ज्यादा नहीं, यहीं कि वो अच्छी औरत नहीं है। तभी भाभी ने बताया कि वो तो हर रोज किसी ना किसी के साथ सेक्स करती है। जब भाभी ने ये बातें शुरू की तो मेरा लंड खड़ा होने लग गया और मेरी नज़र थोड़ी नीचे हो गई। इस पर भाभी ने कहा कि शरमाओ मत यार तुम मेरे दोस्त हो और फिर भाभी ने अपना पैर मेरे पैर के साथ टच किया, जो बहुत ही ठंडा था। फिर वो बोली कि तुम्हारा पैर कितना ठंडा है, इतनी देर से अभी तक गर्म नहीं हुआ। अब वो अपने पैर को मेरे पैर से रगड़ने लगी थी, अब मुझे एहसास हो चुका था कि भाभी कुछ करना चाहती है।

फिर थोड़ी देर तक ऐसा करने के बाद भाभी बोली कि शेखर में तुम्हें कैसी लगती हूँ? तो मैंने कहा कि ठीक हो, आप खूबसूरत हो। फिर वो बोली कि और क्या अच्छा लगता है मुझमें? तो मैंने कहा कि आप अच्छी लगती हो। फिर वो ये सुनकर मेरे और करीब आई और बोली कि तो ये बताओ जब तुम मुझे घूरते हो तभी तुम्हारी पेंट क्यों टाईट हो जाती है? तुम मेरे बारे में क्या सोचने लगते हो?

तो मैंने भी सोचा कि अब तो शरमाना नहीं है। Padosan Bhabhi Ne Chudwaya

फिर मैंने कहा कि भाभी आप बहुत सेक्सी हो, आपका पूरा बदन बहुत सेक्सी है, मेरा दिल करता है कि चूम लूँ और सोचता हूँ कि भैया की किस्मत कितनी अच्छी है, जिसको इतनी सेक्सी पत्नी मिली है, आप तो उन्हें हर रात खुश कर देती होगी ना। फिर इस पर वो बोली कि हाँ वो तो खुश हो ही जाते है, लेकिन वो करते ही कभी-कभी है, उन्हें तो बस पैसे कमाने है और इतना कहने के बाद वो मेरे करीब आ गई और अपने होंठो से मेरे होंठो को चूसने लगी। अब में भी जोश में आ गया था और उनका साथ देने लगा था। दोस्तों सच में वो बहुत मस्त स्मूच कर रही थी।

अब में उनके बूब्स को भी दबा रहा था। Padosan Bhabhi Ne Chudwaya

फिर करीब 5 मिनट तक चूमने के बाद वो बोली कि तुम्हें ये बूब्स पसंद है ना, तो मैंने कहा कि हाँ। फिर वो बोली कि तो इन्हें चूस लो ना, तो फिर मैंने उसकी नाईटी उतार दी और अब वो मेरे सामने सिर्फ़ पेंटी में थी। फिर मैंने भी अपने सारे कपड़े उतार दिए और उसके बूब्स को चूसने लगा, क्या मस्त बूब्स थे उसके? और काले कलर के निप्पल थे और बड़े-बड़े बूब्स थे। अब उसके मुँह से मूऊुआहह की आवाज़े आ रही थी। अब मैंने उसे अपनी बगल में गोद में बैठाया और उसे किस करने लगा। फिर में अपना एक हाथ उसकी चूत तक ले गया और उसकी पेंटी में हाथ डालकर सहलाने लगा। अब वो पूरी तरह से मदहोश हो चुकी थी। अब उसकी आँखे बंद हो चुकी थी और वो बस-बस बोले जा रही थी। अब में उसके होंठो को चूस रहा था, ऐसी सेक्सी लेडी वो क्या मस्त कयामत लग रही थी? अब उसका चेहरा तो नंगा होने पर और सेक्सी हो गया था।

फिर थोड़ी देर तक किस करने के बाद मैंने उसके बूब्स को फिर से चूसना शुरू किया, अब वो मेरे लंड को अपने हाथ से सहला रही थी। अब मेरा लंड उसकी चूत में जाने के लिए एकदम टाईट खड़ा था। फिर मैंने उसके पैरों को फैलाया और उसकी चूत पर अपना मुँह रख दिया तो वो सिहर सी गई और उसके मुँह से आह्ह्ह्ह की आवाज़ आई। फिर थोड़ी देर तक में उसकी चूत को चाटता रहा। फिर में उठा और उसकी टांगो को फैलाया और फिर अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ने लगा। अब वो मुझे बहुत ही कातिल नज़र से देख रही थी और अपनी आँखो से ही कह रही थी कि अब बस डाल दो, चोद दो उसकी चूत को और हमारी आँखे एक दूसरे की आँखो से कुछ कह रही थी। तभी मैंने एक ज़ोर का धक्का मारा तो उसने अपनी आँखे टाईट से बंद करके आह्ह्ह्ह की आवाज़ निकाली। फिर मैंने एक और धक्का मारा तो मेरा लंड उसकी चूत में पूरा चला गया। अब मेरा लंड उसकी चूत में डालने के बाद मैंने उसको किस किया और फिर धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए।

अब मेरा लंड अंदर बाहर चूत में जाने आने लगा था और अब में उसके चेहरे को देख रहा था, तो वो भी इतनी सेक्सी निगाहों से मुझे देख रही थी मानो सेक्स की देवी हो। अब में उसे चोदे जा रहा था और वो आह्ह्हह्ह उह्ह्ह्ह की आवाज़े निकालती जा रही थी। अब में उसको उसी पोज़िशन में करीब 10 मिनट तक चोदता रहा। अब वो मेरे लंड के धक्को को महसूस कर रही थी और आह्ह्ह उईईईईइ की आवाज़े निकाल कर, वो मुझसे कह रही थी कि और ज़ोर से करो, तो में भी अपने धक्को की स्पीड तेज करता जा रहा था। फिर करीब 15 मिनट तक चोदने के बाद अब मेरा निकलने वाला था तो मैंने अपनी स्पीड और तेज कर दी और ज़ोर-ज़ोर से उसे चोदने लगा। अब वो भी मेरा साथ दे रही थी और आह्ह्ह्ह उह्ह्हह्ह उईईई की आवाज़े निकाल रही थी। फिर करीब 1 मिनट के बाद मेरा निकलने वाला था, तो मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकालना चाहा, तो उसने मेरी कमर को जकड़ लिया और बोली कि अंदर ही निकालना।

फिर मैंने भी ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने शुरू कर दिए, अब वो आअहह आआअहह आअहह आअहह आअहह ऊओह कर थी। फिर कुछ ज़ोर के धक्को के साथ मेरे लंड ने अपना सारा पानी उसकी चूत में डाल दिया। अब वो अपनी आँखे बंद करके मेरे लंड से निकले पानी को महसूस करने लगी थी। फिर में भी अपना लंड उसकी चूत में डाले ही उसके ऊपर आ गया। अब हम दोनों की साँसे ज़ोर-ज़ोर से चल रही थी। फिर 10 मिनट के बाद में उठा तो हम दोनों की नज़र एक दूसरे से मिली और फिर हम दोनों ही मुस्कुराए और फिर मैंने उसे एक जोर की स्मूच की। फिर में उसकी साईड में आया और हम दोनों ने रजाई ओढ़ ली। फिर उसने अपना एक हाथ मेरे लंड पर रखा और सहलाते हुए बोली कि अच्छा सेक्स करते हो तुम, जैसा सेक्स आज किया वैसा मैंने अभी तक शादी के बाद नहीं किया था। तुम्हारा लंड भी बहुत मजबूत है और फिर उसने मुझे किस किया।

फिर बोली कि एक बात कहूँ तो मैंने कहा कि बोलो। Padosan Bhabhi Ne Chudwaya

फिर वो बोली कि आज से मुझे भाभी मत कहना तुम मुझे सिमरन नाम से बुलाना, तो मैंने कहा कि ठीक है। फिर वो बोली कि मेरे बॉयफ्रेंड बनोगे? तो मैंने कहा कि अभी भी कोई शक है। फिर वो बोली कि ठीक है, अब जब तुम्हारे भैया जायेंगे तो में तुम्हें बुलाउंगी तो तुम आ जाया करना, हम बहुत मजा करेंगे, लेकिन किसी को हमारे बारे में बताना मत। फिर मैंने कहा कि चिंता मत करो। फिर हमने किस किया और वो देखने गई कि उसका लड़का सो रहा है या नहीं और फिर वापस आई। उसके बाद हमने उस रात 3 बार सेक्स किया और पूरी रात मजा किया। फिर उसके बाद तो जब भी मौका मिलता है तो में उसे चोदता हूँ ।

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भाभी संग चूत से खेली मुठ की होली https://sexstories.one/padosan-bhabhi-ki-chudayi/ Fri, 13 Nov 2020 04:57:04 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%97-%e0%a4%9a%e0%a5%82%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%96%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%a0-%e0%a4%95%e0%a5%80/ हेलो फ्रेंड्स मैं जोधपुर में पला हुआ हूँ| आज मुझे भी ऐसा लगा की मैं अपनी सच्ची स्टोरी आप सभी से शेयर करूँ तो मैं आज आप सभी को अपनी एक सच्ची स्टोरी सुनाने जा ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हेलो फ्रेंड्स मैं जोधपुर में पला हुआ हूँ| आज मुझे भी ऐसा लगा की मैं अपनी सच्ची स्टोरी आप सभी से शेयर करूँ तो मैं आज आप सभी को अपनी एक सच्ची स्टोरी सुनाने जा रहा हूँ| दोस्तो मेरा नाम विजय है और मेरे घर में पिछले 3 महीनों से एक नये किरायेदार रहने के लिए आए हुए है| उनकी फॅमिली में 3 लोग है भाभी, भैया और उनकी एक छोटी लड़की और वो लोग मेरे घर के सबसे उपर वेल हिस्से में रहते हैं| bhabhi ki chudayi

जहाँ पर 3 रूम है और एक किचन है और एक टाय्लेट बाथरूम अटॅच है| भाभी के पति वीक में 5 दिन बाहर रहते हैं और सनडे को ही पूरा दिन साथ में रहते थे| भाभी दिखने में अच्छी थी और उन्हे देखकर लगता था की शादी को केवल अभी 3 या 4 साल हुए हैं| मेरा रूम भी छत पर ही था|

भाभी रात तक काम करती थीं और वो मेरे सामने कई बार आती जाती थीं … क्यूंकी किचन रूम के बाहर था और इतना ज़्यादा बार बार दिखने की वजह से मेरा मन उनको बार बार देखने को होता था| और मैं छत पर कुछ समान फैंकने के बहाने या फोन पर बात करने के बहाने से उनके सामने बार बार जाता था|

फिर मैं रात को भी उनके बारे में सोचने लगा| bhabhi ki chudayi

उनके ख़याल से ही मेरा 7 इंच का लम्बा लंड खड़ा हो जाता था| तभी मैने एक प्लान बनाया क्यूँ ना भाभी से बात की जाए और फ्रेंडशिप बढाई जाए और फिर मैं उनसे कभी पानी मगाने के बहाने जाता या कुछ और काम से और मैने उनसे बाते करना शुरू कर दिया| धीरे-धीरे हमारी दोस्ती बढ़ने लगी और मैं उनसे बहुत सी बातें करने लगा| उनको कोई समान माँगना होता तो वो मुझसे कहने लगती थीं और धीरे-धीरे वो मुझे बहुत अच्छी लगने लगी|

तभी एक दिन मैने इनसे कहा भाभी हम फिल्म देखने चले तो उन्होने मना कर दिया और यह सुनकर मुझे उनके उपर बहुत गुस्सा आया…. लेकिन मैं क्या कर सकता था ?  फिर एक दिन मैं कंप्यूटर पर थोड़ी तेज़ आवाज़ में गाने सुन रहा था तो भाभी मेरे रूम में आई और उन्होने मुझसे कहा की क्या तुम्हारे पास कंप्यूटर है ?  और तुमने मुझे कभी बताया ही नही वो क्यों ?  फिर मैने उनसे बोला की इसमें बताने वाली क्या बात है ?  तो उन्होने कहा की उन्होने पिछले 6 महीनो से कोई नयी फिल्म नही देखी है और बोली एक अच्छी सी फिल्म की डीवीडी लेकर आओ और हम साथ में फिल्म देखेंगे|

तभी मैने कहा ठीक है और फिर मैने उनसे पूछा की क्या आपको इंग्लिश फिल्म पसंद है ? bhabhi ki chudayi

वो बोली- हाँ| bhabhi ki chudayi

मैने कहा की मेरे कंप्यूटर में 100 से ज़्यादा फिल्म है क्या आप देखोगी ?  उन्होने कहा की हाँ लेकिन खाना खाने के बाद| मैने कहा कि ठीक है और वो जल्दी से खाना बनाने चली गयी और मैने भी खाना खाने के बाद अपने रूम का डोर बंद कर दिया और लाइट बुझा दी और मुझे लगा की भाभी नही आने वाली है तो मैने क्या किया की अपने कपड़े उतारे और केवल अपनी चड्डी में ही सो गया|

रात को करीब 11:30 बजे मेरे रूम के डोर पर आवाज़ हुई तो मैने झटके से डोर खोला तो क्या देखा भाभी सामने खड़ी है और मई उनके सामने चड्डी में ही था और मैने इस पर पर ज़्यादा ध्यान नही दिया और फिर मैने उनसे बोला की मुझे लगा की आप नही आयोगी… तो उन्होने कहा की चलो अंदर चल कर बात करें| तभी यह सुनकर मेरा लंड एकदम खड़ा होने लगा… खैर मैने उनके सामने शर्ट पहनी और बैठ गया| वो बोली मैं सोच रही थी की बेबी सो जाए तब आराम से फिल्म देखेंगे| भाभी ने उस समय सूट पहन रख था और दुपट्टा नही डाला हुआ था और मेरी नज़ारे बार बार उनकी चूची को देख रही थी और तभी भाभी ने मुझे फिल्म चलाने को कहा और मैने फिल्म चलाई|

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45 मिनिट देखने के बाद भाभी बोली की कोई हिन्दी फिल्म नही है तुम्हारे पास ? bhabhi ki chudayi

तभी मैने कहा की एक है तो उन्होने कहा की चलो तो मैने बोला की ठीक है और मैने मर्डर फिल्म लगा दी… फिल्म चलने लगी भाभी सोफे पर लेट कर फिल्म देख रही थी और मैं अपने बिस्तेर पर|

फिर जब फिल्म चल रही थी तो मैं भाभी को बार बार देख रहा था और भाभी भी कभी कभी मुझे देखती तभी बहुत गरम सीन शुरू हुआ और भाभी मुझे धीरे से देखकर मंद मंद मुस्कुरई| और मैं भाभी को धीरे से देखता और मुस्कुरा देता| तभी मैने भाभी से कहा की आप बिस्तर पर आराम से लेटो और मैं सोफे पर लेट जाता हूँ| तभी उन्होने कहा कि ठीक है और मैं उठकर गया और फिर मेरे लंड ने मेरे कपड़ो में टेंट बनाया हुआ था और भाभी ने भी यह देख लिया था और उन्होने लंड को देखकर अपनी गर्दन को हल्का सा घुमा लिया और मूह उधर की तरफ घुमा कर हल्का सा मुस्कुरई| मुझे यह देखकर माज़ा आ गया| फिर मैं सोफे पर लेट गया और भाभी बिस्तेर पर आराम से लेटी हुई थी| मेरा लंड एकदम लम्बा सरिया बन चुका था… मन तो कर रहा था की अभी भाभी को लिटाकर पूरा का पूरा लंड उनकी चूत में डाल दूँ लेकिन हिम्मत नही हो रही थी|

तभी मैने अपने लंड पर बार बार हाथ फेरना शुरू किया.. sexy bhabhi ki chudai

और मैं भाभी को भी देख रहा था और वो भी हल्का हल्का मुस्कुराती और जब उनसे मेरी नज़ारे मिली तभी फिल्म ख़तम हो गयी और फिर मैने दूसरी इंग्लिश फिल्म जो की हिन्दी में डब थी वो लगा दी| फिल्म चलते चलते 2 बाज चुके थे और भाभी को जब मैने मुड़कर देखा तो वो किसी भी तरह से नही हिल रही थी| फिर मैने उठकर उनको पास से देखा क्या  ग़ज़ब लग रही थी… मैने मोबाइल की लाइट जला कर देखा तो वो सो चुकी थी|

मेरे लंड का बुरा हाल हो चुका था और फिर मैने हिम्मत की और उनके पास में लेट गया| करीब 20 मिनिट लेटने के बाद मैने धीरे से उनको टच किया… लेकिन वो कुछ नही बोली और मैने फिर से उनको कसकर टच किया  और उनकी पीठ पर हाथ फेरा तो उन्होने कोई विरोध नही किया और मैने धीरे से उनकी चूत सहलाई| क्या बताऊ दोस्तो दिल की धड़कन तेज़ी से बढ़ती जा रही थी और इतना मज़ा आ रहा था की क्या बताऊ और अब डर पूरी तरह से ख़तम हो चुका था|

मैने उनके सूट के अंदर हाथ डालकर चूचियो को दबाना शुरू किया और उनके निप्पल को रगड़ना शुरू किया| लेकिन यह सब ठीक से नही हो पा रहा था| बार बार ब्रा बीच में फँस रही थी| फिर मैने भाभी का सूट उतारा और जब सूट पीठ तक आया तो उपर नही हो पा रहा था| तभी मैने भाभी को हल्का सा उपर उठाया और मैं क्या बताऊ दोस्तो… मैं उनके उपर कूद पड़ा और उनको पागलो की तरह किस करने लगा|

तभी भाभी उठी और उन्होने अपनी सलवार को भो उतार दिया| bhabhi ki chudayi

मैने उनकी चूचियो को मूह में लिया और ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा| मुझे इतना मज़ा कभी नही आया था और मैने उनको बहुत देर तक चूसा, चांटा और दबाया| तभी मैने अपनी शर्ट और चड्डी उतार दी और मेरा लंड भाभी की नाभि और उनके पेट पर लग रहा था|

मैने एक हाथ से उनकी पेंटी को उतरा और उनकी चूत को सहलाने लगा… उनकी चूत पर बहुत छोटे-छोटे बाल थे| लगता था 5 दिन पहले उन्होने अपनी झांटे सॉफ की थी और फिर मैने बीच की उंगली को उनकी चूत में डाल दिया| उनकी चूत से पानी निकल रहा था और मैं उनकी चूचियो को लगातार चूस रहा था|

अब भाभी ने कहा की बस ब मुझसे रहा नही जाता… प्लीज़ डालो ना इसे मेरी चूत में| बहुत दिनों से यह लंड की प्यासी है प्लीज़| तभी मुझे और भी जोश आ गया और मैने अपना लंड उनकी चूत पर सेट किया और जोश में आकर एक ज़ोर का झटका मारा और मेरा पूरा लंड उनकी गीली चूत में एक बार में चला गया और उनके चेहरे से सॉफ पता चल रहा था की उनको कितना दर्द हुआ है|

थोड़ी देर बाद वो सिस्कारियां लेने लगी और मैं धीरे-धीरे लंड को चूत में आगे पीछे करने लगा और चुदाई में वयस्त हो गया| फिर करीब 20 मिनिट की चुदाई के बाद मैं उनकी चूत में ही झड़ गया और पूरा का पूरा मुठ चूत में डाल दिया और उनके उपर ही पड़ा रहा और उनकी चूचियो को चूसने लगा और वो मस्त होकर चुदाई के मज़े ले रही थी और कुछ देर बाद में मैं उठा और अपना लंड बहार निकला तो पूरी बेडशीट मुठ से गीली हो चुकी थी|

फिर हमने उठकर कपड़े पहने और भाभी अपने रूम पर चली गयी… bhabhi ki chudayi

लेकिन उसके बाद हमारी चुदाई के सिलसिला जारी रहा और हमने बहुत बार चुदाई का मज़ा लिया|

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मकान मालिक की मस्त बेटी https://sexstories.one/makaan-maalik-ki-mast-beti/ Fri, 20 Mar 2020 09:30:12 +0000 https://sexstories.one/?p=468 हैलो फ़्रेंड्स, मेरा नाम आर्यन है, और मै उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर का रहने वाला हूं। इस समय मेरी उम्र 28 वर्ष है। मेरी हाइट 5 फिट 4 इंच है और मेरे लन्ड की ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हैलो फ़्रेंड्स, मेरा नाम आर्यन है, और मै उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर का रहने वाला हूं। इस समय मेरी उम्र 28 वर्ष है। मेरी हाइट 5 फिट 4 इंच है और मेरे लन्ड की साइज 6 इंच से ज्यादा है। यह मेरी पहली कहानी है जो एक सच्ची घटना पर आधारित है। यह घटना आज से 4 वर्ष पहले घटित हुई थी।

बात उस समय की है जब मैं इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर इलाहाबाद यूपीएससी की तैयारी करने पहुँचा। काफी मशक्कत के बाद एक रूम किराये पर मिल सका। रुम बहुत छोटा सा था। लेकिन एक अच्छाई यह थी कि मैं वहाँ पर अकेला किराएदार था। और मेरा कमरा ऊपर था और सामने बहुत बड़ा छत खाली था। जबकि नीचे के रुम में मकान मालिक अपने पत्नी और तीन बच्चों के साथ रहते थे। उनका बड़ा बेटा कहीं जॉब करता था उसकी उम्र लगभग 30 वर्ष थी उससे छोटा वाला बेटा एमएससी फर्स्ट ईयर में था। सबसे छोटी लड़की थी जिसका नाम मनस्वी था। उसकी उम्र 19 वर्ष के आस पास थी।

Antarvasna Hindi sex stories – मकान मालिक की बेटी को चोदा

मनस्वी एक मध्यम सी दिखने वाली लड़की थी। परंतु उसका फिगर लाजबाब था। उसका कोई तोड़ नही था। उसका साइज 36-28-34 था। उसको देखने के बाद कोई भी लड़का बिना मुठ मारे नहीं रह सकता। उसकी पूरी फैमिली हसमुख स्वभाव की थी।

मेरे आने के कुछ महीनों बाद ही गांव में प्रधानी का चुनाव होने वाला था। मेरे मकान मालिक गांव में सरपंच बनना चाहते थे। इसलिए वे और उनकी पत्नी गांव चले आये। अब यहाँ पर उनके तीनो बच्चे ही थे। बड़ा बेटा सुबह 10 बजे जॉब पर जबकि छोटा 9 बजे ही क्लास करने चला जाता था। छोटे बेटे का नाम मनु था वह बहुत अय्याश किस्म का था।

उसकी कई गर्लफ्रैंड थी। मम्मी पापा के जाने के बाद तो अब वह पूरे पूरे दिन गायब रहता था। मनस्वी पूरे दिन घर पर अकेली रहती थी। जिसके कारण अब मैं मनस्वी से बातचीत करने लगा था। उसने बताया कि उसका ग्रेजुएशन इसी वर्ष पूरे हुआ है। और अब घर वाले उसे आगे नहीं पढ़ा रहे हैं। तो मैंने उसे एसएससी के तैयारी की सलाह दी। और मैथ्स और जीएस भी पढ़ने का वादा किया। भाइयो के जाने के बाद अब वो पूरे दिन मेरे साथ पढ़ाई करने लगी थी।

एक दिन मनु अपनी एक गर्लफ्रैंड को घर पर लेकर आ गया। और अंदर कमरे में ले जाकर सेक्स करने लगा। उस समय मनस्वी मेरे साथ पढ़ाई कर रही थी। वह किसी काम के लिए अचानक नीचे गयी तो उसे कमरे से आह उह की आवाज आती सुनाई दी। उसने खिड़की से देखा तो पाया कि उसका भाई और उसकी गर्लफ्रैंड दोनों नंगे थे और 69 के पोजीशन में लन्ड और चूत को चाट रहे थे। उसने पहली बार ऐसा देखा था तो वही खड़ी होकर देखने लगी। वो काफी देर तक नहीं आयी तो मैं खुद नीचे गया।

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उसे मेरे आने का अहसास नही हुआ मैंने देखा कि वो कपड़े के ऊपर से ही अपने चूत को मसल रही थी। मैं दबे पांव उसके पास गया और कमरे का सीन देखकर आवाक रह गया। अंदर मनु अपने लण्ड को चूत में डालने की कोशिश कर रहा था। कोशिश करने में ही वह झड़ गया। जिसे देखकर उसकी गर्लफ्रैंड गुस्सा हो गयी और अनाप सनाप बकने लगी। इसको देखते हुए मनस्वी अचानक पलटी और मुझे देखकर शर्मा कर अपने कमरे में भाग गई और अंदर से दरवाजा बंद कर ली। मैं ऊपर अपने कमरे में चल आया। और मुठ मारने लगा तभी मैंने मनु के जाने की आवाज सुनी।

मैं तुरंत मनस्वी को चोदने का प्लान बनाने लगा। मैं तुरंत नीचे आया और मनस्वी को पढ़ने के बहाने बुलाने लगा। लेकिन कोई प्रतिक्रिया ना होते देख दरवाजे को धक्का दिया तो देखा कि वो अब भी अंदर से बंद था। मैंने दरवाजे के छेद से अंदर देखा तो पाया कि मनस्वी मोबाइल में कुछ देख रही थी और एकदम नंगी होकर अपने चूत को सहला रही थी। यह देखकर मेरे अंदर और आग लग गयी। और मैं अंदर जाने का जुगाड़ खोजने लगा। मुझे याद आया कि मनु के कमरे का दरवाजा मनस्वी के रूम में खुलता है। मैंने मुख्य दरवाजे पर ताला लगा दिया और मनु के कमरे में घुस गया।

सौभाग्य से दरवाजा बंद नहीं था मैं धीरे से अंदर घुस गया। मनस्वी अब आँखे बंद कर अपनी चूत को सहला रही थी। मैं धीरे से उसके पास गया और उसकी खूबसूरती को निहारने लगा। उसकी चुचियाँ एकदम टाइट लग रही थी। उसकी कमर लाजबाब थी कमर पकड़ कर उसे तुरंत ही चोदने का मन कर रहा थाऔर चूत पर अभी छोटे छोटे रोयें आ रहे थे।

शायद उसको मेरे आने का अहसास हो गया था परंतु वह इतना उत्तेजित थी कि आँखे खोलकर देखा ही नहीं। मैंने अपने होंठों को उसके गुलाबी होठों पर रख दिया। उसके शरीर में कंपकंपी छूट गयी और उसने तेजी के साथ मुझे अपनी बाहों में भर लिया। मैं उसके ऊपर गिर सा गया। मैं उसके ओठों को चूसने लगा तो मेरे पीठ पर उसके हाथों का दबाव बढ़ता ही गया। मैंने धीरे धीरे अपनी साँसों से उसके पूरे चेहरे का चुम्बन किया।

धीरे धीरे उसके गालों से होते हुए उसके गले पर हल्के से अपना दाँत गड़ा दिया, उसने अति उत्तेजना में मेरे पीठ पर अपने नाखून गड़ा दिए। उसके कान और कान के पीछे कीस करने पर तो वह बेकाबू सी हो गयी और मेरे कपड़े उतारने की कोशिश करने लगी। मैंने उसकी दोनों चुचियों को हाथ से सहलाने लगा। वह आह उह की आवाज करने लगी। मै अपनी जीभ से उसकी चुचियों को चाटने लगा। वह पागल सी होती जा रही थी ।

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लगभग 30 मिनट तक यह सब चलता रहा मैंने उसे उल्टा लेटा दिया और अपने कपड़ों को उतारकर अंडरवियर पर आ गया। मैं पीछे से उसके शरीर से चिपक गया और दोनों हाथों से उसकी चुचियों को सहलाने लगा। फिर धीरे धीरे अपने जीभ से उसके पीठ पर गोल गोल करने लगा। वह बिस्तर पर अपने हाथों से रगड़ रही थी। जीभ से उसके पीठ को धीरे धीरे छूते हुए उसके नितंबों तक गया उसके नितम्बो पर धीरे से काट लिया। उत्तेजना के कारण वह अपनी गांड को ऊपर नीचे करने लगी।

मैं कीस करते हुए उसके पैरों पर नीचे गया तो उसने सीधा होते हुए मुझे बिस्तर पर गिरा दिया और मेरे अंडरवियर को निकाल दिया। मेरा लण्ड आज़ाद होकर ऊपर की तरफ तन गया। उसने उसे हाथ से पकड़ लिया और दबाने लगी। मैंने अब उसे फिर बिस्तर पर गिर दिया और उसकी चुचियों को चूसने लगा।

धीरे धीरे अपने हाथ को उसके चूत पर ले गया तो पाया कि वह गीली हो गई थी। मैंने अपनी उंगलियों से उसकी चूत को रगड़ना आरम्भ किया तो अब वह मुझे बार बार गिराने का प्रयत्न करने लगी। एक तरफ मैं उसकी चुचियों को चूस रहा था तो दूसरी तरफ हाथों से उसकी चूत को रगड़ रहा था वह अतिउत्तेजना में मेरे लण्ड को पकड़ कर अब अपनी चूत की तरफ खींच रही थी। अब मैंने धीरे धीरे नीचे जाते हुए उसकी चूत पर कीस कर लिया।

उसके बाद अपने जीभ के छोर से उसके चूत को चाटना शुरू कर दिया। वह अपने पैरों को सिकोड़े जा रही थी। मैंने अचानक से अपने जीभ को उसके चूत में घुसा दिया वह आह कर उठी । अब वह मेरे सिर को अपने चूत पर दबाने लगी थी। मैं अपनी जीभ को उसके छूट में अंदर बाहर करने लगा। अचानक से उसने मुझे धक्का दे दिया और मेरे ऊपर आ गयी और मेरे लण्ड को अपने मुंह मे ले लिया और अंदर बाहर करने लगी।

अब हम दोनों 69 की अवस्था मे आ गए। मैं उनकी पूरी चूत को अपने मुंह मे लेकर चूस रहा था और रह रह कर अपने जीभ को उसकि चूत में डाल कर अंदर बाहर करता और वह मेरे लैंड को अपने जीभ से चाटती और अपने मुंह मे अंदर बाहर कर रही थी कुछ समय बाद मैंने उसे बिस्तर पर लेटा दिया और अपने लण्ड को उसके चूत पर लगाया तो वह चिहुँक सी पड़ी और अपने गांड को ऊपर करने लगी परंतु मैं उसके चूत पर ही अपने लण्ड को रगड़ने लगा।

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वह पगलों की तरह बार बार लण्ड को चुत में डालने का प्रयास कर रही थी। अब मैं भी डालने के मूड में आ गया था। मैंने लण्ड को चूत पर सेट किया और जोर लगाने लगा तो वह फिसल गई। तब मैंने उसके दोनों पैरों को उठा कर अपने कंधे पर रख लिया जिससे उसकी चूत खुल गयी।

अब मैंने चूत पर लण्ड रखते हुए धीरे से धक्का दिया तो लण्ड का सूपड़ा अंदर घुस गया और वह दर्द से बिलबिलाने लगी मैंने देर ना करते हुए वैसे ही उसके पैरों को कंधे से उतार कर उसके ऊपर लेट गया और उसे पकड़ते हुए अपने लण्ड का दबाव बढ़ाया धीरे धीरे लण्ड अंदर जाने लगा। वह चिल्लाने लगी लेकिन वहां पर कोई नहीं था इएलिये कोई डर भी नही था।

मैं उसे सांत्वना देते हुए उसकी चुचियों को चूसने लगा जब दर्द कुछ कम हुआ तो मैंने एक तेज धक्के के साथ पूरा लण्ड उनकी चुत में घुसा दिया और उनके कभी उसके ओठों को चूमता तो कभी उसके चुचियों को चूमता। धीरे धीरे उसे आराम हुआ तो मैंने धक्का लगाना शुरू किया शुरू में तो उसे दर्द हो रहा था परंतु बाद में वह उछल उछल कर साथ देने लगी। कभी उसके एक पैर को उठा कर चोदता तो कभी दोनों पैरों को। वह पूरा साथ दे रही थी ।

कुछ समय बाद वह मेरे ऊपर आ गयी और खुद धक्का मारने लगी। प्रत्येक धक्के के साथ हम दोनों को आनंद की अनुभूति हो रही थी। अचानक उनके धक्कों की रफ्तार बढ़ गयी। और लगभग आधे घंटे लगातार धक्के के बाद हम दोनों स्खलित हो गए। मेरे गर्मागर्म वीर्य को वह आंखे बंद कर आनंद ले रही थी और मैं तो उसकी चूत का दीवाना हो गया।

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अब शाम हो चुकी थी तो हम दोनों ने अपने कपड़े पहने और मुख्य दरवाजे का ताला खोलकर मैं अपने रूम में आ गया।

उसके बाद हम दोनों को जब भी मौका मिलता एक दूसरे में समा जाते थे।

अब अगले कहानी में पढ़े की किस तरह मनस्वी की सहायता से मैंने मनु की गर्लफ्रेंड को कैसे चोदा।

आपको यह कहानी कैसी लगी, मुझे ईमेल कर जरूर बताएं। मेरा ईमेल आईडी है- aryanmaurya740[at]gmail.com

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