chut chudai kahani Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/chut-chudai-kahani/ Hindipornstories.org Tue, 30 Nov 2021 10:05:45 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1.1 बहन की चूत का दीवाना https://sexstories.one/behan-ki-chut-ka-diwana/ Tue, 30 Nov 2021 10:05:45 +0000 https://sexstories.one/?p=4539 मै सीधा अंदर चला गया और सुमन की चूचीयाँ चुसने लगा। एक हाथ से उसकी चूत दीदी भी सहलाने लगा। जैसा स्वाती दीदी ने मुझे सिखाया था बिल्कुल वैसा ही मै सुमन के साथ भी करने लगा। सुमन के मुहँ से मादक सिस्कारीया निकल रही थी..

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Behan Ki Chut Ka Diwana मै आपका दोस्त रविराज फ़िर से हाजीर हो गया हूँ एक नई कहानी लेकर। आपको ये कहानी जरुर पसंद आयेगी, में ऐसी उम्मीद करता हूँ। तो दोस्तो छुट्टीयों के दिन थे। गर्मी का मोसम चल रहा था। मेरी मौसी की लडकी सुमन छुट्टीया मनाने के लिये हर साल हमारे घर आती थी। सो इस साल भी वो आ गयी थी। इधर मेरी दीदी ने मुझे चोदने का चस्का लगा रखा था। एक भी दिन हमे चोदे बिना नहीं रहा जाता था । एक दिन खाना नहीं मिले तो चलेगा मगर मुझे हर रोज चूत चाहिये थी। मे इतना चुद्दक्कड बन गया था।

ये सब दीदी की मेहरबानी थी। मै हर रोज मेरी दोनो बहनों को चोदता था। कभी-कभी छोटी दीदी अपने लिये कोई नये लंड का इंतजाम कर लेती थी, पर मेरी बड़ी दीदी को सिर्फ़ मेरा लंड पसंद था। शायद उसने मेरे अलावा किसी ओर का लंड ना लेने की कसम खा रखी थी। ऐसे देखा जाये तो उसकी ये बात एक दम सही भी थी उसे जब चाहे घर मे बडी आसानी से मेरा लंड मिल जाता था। जिस दिन सुमन हमारे घर आयी थी। उस दिन हमे पूरा दिन बिना चोदे गुजारना पड़ा। न ही मै मेरी किसी भी दीदी के बोब्स दबा सका, और ना ही चूस सका। पूरा दिन ऐसे ही गुजर गया। फ़िर रात मे हम तीनो भाई- बहन ने खूब मजे लिये। पूरे दिन की कसर पूरी कर ली। पर सब कुछ बिल्कुल चुपचाप। ना कोई बात ना कोई शोर। एक दम सन्नाटा।

क्योंकी सुमन सोने के लिये हमारे कमरे मे आयी थी। कुछ देर बाद स्वाती दीदी ने मेरी तरफ मुहँ किया और मेरा हाथ पकडकर अपने चूचियों पर रख दिया। मै धीरे-धीरे उसके चूचीयाँ मसलने लगा, कुछ देर बाद मैने दीदी की एक चूची मुहँ मे लिया और चुसने लगा। और एक हाथ से दूसरी चूची दबाने लगा। उधर नेहा दीदी सुमन को बातों मे उलझा रही थी। कि उसका ध्यान हमारी तरफ़ ना आये। फ़िर मैने मेरी एक उंगली स्वाती दीदी की चूत मे डाल दी। और उसे धीरे-धीरे अंदर बाहर करने लगा। दीदी भी नीचे से गांड हिलाकर मेरा साथ देने लगी। फ़िर मैने दीदी की चूत मे दो उंगलिया डाल दी। और उन्हे अंदर-बाहर करने लगा। स्वाती दीदी अब बहुत गर्म हो गयी थी। उसकी चूत पानी छोड रही थी। दीदी से अब रहा नहीं जा रहा था। उसी करवट पर दीदी ने मेरा लंड अपनी हाथ मे पकडकर अपनी चूत पर लगा डाला। मैने मेरा मुहँ दीदी के मुहँ पर रखा और अपना पुरा लंड दीदी की चूत मे धकेल दिया। दीदी ने भी मेरा पूरा लंड अंदर लिया और कुछ देर तक उसे अंदर ही भींच लिया। और मेरा लंड अपनी टांगों के बीच दबाने लगी।

मुझे अच्छा महसूस हो रहा था। लेकिन मै दीदी के ऊपर चढकर उसे जोर-जोर से चोदना चाहता था। लेकिन हमारे कमरे मे सुमन के होने की वजह से हम ऐसी पोजीशन नहीं ले सकते थे। और मुझे दीदी को उसी पोज मे चोदना पड रहा था। ऐसा चोदने मे इतना मजा तो नहीं आ रहा था, लेकिन क्या करे हमारी मजबूरी थी। आदमी को एक ही स्टाइल मे भी मजा आता है क्या? लेकिन मजबूरी थी। मैने दीदी से धीरे से कहा,”दीदी सुमन का कुछ तो बंदोबस्त करना पडेगा।” मेरे राजा तू उसकी भी चूत मारना चाहता है क्या?” दीदी बोली। ऐसा तो मैने सोचा भी नहीं था। मैने कहा,”क्या दीदी सुमन भी मुझसे चुदवा लेगी?” तो दीदी बोली, “हाँ मेरे राजा, हर लडकी किसी-ना किसी से चुदवा ही लेती है। लेकिन मुझे नहीं लगता है कि उसने अभी तक किसी से चुदवाया है।” मै बोला, “दीदी फ़िर तो वो मुझसे चुदवायेगी। क्या तुम कोशिश करके देखोगी।”

दीदी बोली “मै कुछ चक्कर चला कर देखती हूँ। अगर बात बनती है तो तूझे सुमन की भी चूत मिलेगी।” मैने कहा,”फ़िर तो दीदी कुछ बात बनती हें। कोशिश करके जरुर देखो, मुझे पूरा विश्वास है तुम उसे चुदने के लिये तेयार कर सकती हो। “तो दीदी बोली,” हाँ मेरे राजा भैय्या, मुझे भी अलग-अलग स्टाईल से चुदवाने की आदत है, ऐसे बिस्तर मे चुदवाने मे मुझे भी बिल्कुल मजा नहीं आ रहा है। और अगर सुमन को पता चल गया तो कितनी बदनामी होगी, वो सबको बता देगी कि हम सगे भाई-बहन चुदाई करते है। फ़िर क्या होगा। ये सोच के मुझे तो डर लग रहा है।” मैने कहा,” हाँ दीदी तुम्हारी बात तो एकदम सही है। अगर सुमन हमारा साथ देती है तो फ़िर कोई बात नहीं। कहते है ना चोर-चोर मोसेरे भाई।” ”तू तो बहुत बडी-बडी बाते करता है रे। “दीदी ने कहा। मै चुप हो गया। और दीदी को चोदने लगा। थोडी देर बाद हमारा राउंड पूरा हो गया। हमारा काम होने के बाद मै पेशाब करने बाथरुम चला गया। और स्वाती दीदी ने सुमन दीदी की तरफ़ मुहँ फ़ेर लिया। दीदी जान गयी थी कि हमारी राउंड पूरा हो गया है। अब मजे लेने का नंबर नेहा दीदी का था। मै बाथरुम से आ गया, और सोने के लिये अपनी जगह गया तो स्वाती दीदी बोली, “राज, तुम नेहा कि तरफ सो जाओ।

मुझे बहुत गर्मी हो रही है। सच तो वो ये कहना चाहती थी की, राज तुम अब नेहा की चुदाई करो। मै समझ गया।

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मेरे कुछ बात करने से पहले ही सुमन ने स्वाती दीदी के पेट पर हाथ रख कर सोने की कोशिश करने लगी। मै नेहा दीदी के पास मे जाकर बैठ गया। और चद्दर के अंदर हाथ डाल कर दीदी के चूचीयाँ ढुंढ रहा था। मैने पाया की दीदी चद्दर के अंदर एकदम नंगी सोयी थी, मेरे लंड के इंतजार मे। मैने धीरे से उसके चूचीयाँ सहलाने लगा। तो वो बोली पूरी पिच गीली है, तुम डायरेक्ट बैटिंग करो। मै दीदी के चद्दर मे घुस गया। मैने देखा उसकी चूत गीली हो गयी थी। हमारी (मेरी और स्वाती दीदी की) चुदाई का कार्यक्रम नेहा दीदी को मालुम था। हमारे बिस्तर मे होने वाली हलचल उसने महसुस की थी। देर ना करते हुये नेहा दीदी ने मेरा लंड पकडा, और सीधा अपने चूत के मुहँ पे लगा दिया।

और क्या बताऊ दोस्तों मै फ़िर जोर से नेहा दीदी पे टूट पडा। लगभग चालीस मिनिट तक मै दीदी कि चूत ठोकता रहा। बिल्कुल एक राक्षस की तरह मैने नेहा दीदी कि चूत चोद दी। उधर स्वाती दीदी बिलकुल शांत सो रही थी। उसकी बाजु मे सुमन भी सो गयी थी। और मैने नेहा दीदी कि चूत को भी ठंडा कर दिया था। मै भी नेहा दीदी की चूत पे हाथ रखकर वही पर सो गया। अब मुझे इतजार था की कल की सुबह का, और देखना ये था की दीदी सुमन को चुदाई के लिये कैसे तैयार करती है। अब तो मेरी लाटरी निकलने वाली थी। मुझे मालूम था की मेरी बहना बहुत कमीनी किस्म की है। और वो जरुर सुमन को चुदने के लिये तेयार कर लेगी। मुझे मेरी दोनो दीदीयों पर पूरा भरोसा था। सुमन तो उभरा हुआ मस्त माल थी। उसकी चूचीयाँ बहुत बडी-बडी थी। नेहा दीदी से भी बडी। सुमन मेरे से एक साल बडी थी।

दूसरे दिन दोपहर का वक्त था। घर मे हम चारों के सिवा कोई भी नहीं था। मै बेड पर बैठकर कुछ पढ रहा था। और सुमन किताब देख रही थी। इतने मे नेहा दीदी और स्वाती दीदी बाहर से आ गयी और हम दोनो के आजु-बाजू मे बैठ गयी। थोडी देर मे स्वाती दीदी ने सुमन के चूचीयो को धीरे से दबाया। शायद सुमन को ये बात अच्छी नहीं लगी। उसने कहा “कुछ शर्म नाम की चीज भी है क्या?” वो गुस्से से बोली। मेरे अरमानों पर पानी फ़िरता हुआ नजर आ रहा था। स्वाती दीदी कुछ नहीं बोली। तो नेहा दीदी बोली,”क्यु इतना गुस्सा कर रही हो कोई न कोई तो तुम्हारी चूचियों के साथ खेलने वाला ही है। तो स्वाती ने दबाया तो क्या हो गया। इसमे गैर क्या है, हर लडकी की चूचीयाँ कोई ना कोई तो मसल ही देता है, और इससे तो हमे मजा भी मिलता है। “सुमन बोली,”तुम दोनो भी पागल हो गयी हो। सामने छोटा भाई बैठा है फ़िर भी तुम्हे शर्म नहीं आ रही है।” स्वाती दीदी बोली, “ये महारानी तू छोटा किसे बोल रही है। हमारा भाई तो अब बडा हो गया है।” सुमन बोली, “हाँ हो गया है तो शादी कर दो ना। हम भी देखते है हमारी भाभी कैसी होगी। “और सब हँसने लगे। थोडी देर मे, मै बाहर चला गया। घर मे नेहा दीदी, स्वाती दीदी और सुमन बैठकर बाते कर रही थी उन्हे बात करने मे आसानी हो जाये इस लिये मै बाहर चला आया था।

लगभग आधे घंटे बाद मै बेडरुम के अंदर जा रहा था तो मुझे कुछ जानी-पहचानी आवाज सुनाई पडी। जो आवाज मै हर दिन हर रात दीदी की चुदाइ करते वक्त आती थी। मैने धीरे से बेडरुम मे झांक के देखा तो नेहा दीदी और स्वाती दीदी सुमन के साथ वही खेल खेल रही थी। नेहा दीदी और स्वाती दीदी सुमन को चुदाई का सबक पढा रही थी। स्वाती दीदी ने बेडरुम के दरवाजे मे मुझे देखा तो हाथ से ईशारा करके मुझे अंदर बुला लिया। किसी के भी अंग पर कोई भी कपडा नहीं था। मै सीधा अंदर चला गया और सुमन की चूचीयाँ चुसने लगा। एक हाथ से उसकी चूत दीदी भी सहलाने लगा। जैसा स्वाती दीदी ने मुझे सिखाया था बिल्कुल वैसा ही मै सुमन के साथ भी करने लगा। सुमन के मुहँ से मादक सिस्कारीया निकल रही थी। वो बहुत उत्तेजित हो गयी थी। और उसकी दीदी अब बहुत गिली हो गयी थी। उसकी दीदी से चिप-चिपा सा पानी निकल रहा था। स्वाती दीदी ने मुझे सुमन के दो टांगों के बीच बैठने का ईशारा किया। मै सुमन के दो टांगों के बीच बैठ गया। आगे क्या करना था ये मै पहले से ही जानता था। अब तो मै चुदाई मास्टर बन गया था।

मैने अपना लंड सुमन की चूत पे लगाया, तो वो बोली, “नहीं राज ये पाप है, तुम रिश्ते मे मेरा भाई लगता है। झट से,, स्वाती दीदी बोली चुदाई के रिश्ते मे कोई किसी का भाई नहीं लगता है। और ना ही कोई किसी की बहन लगती है। चूत और लंड का रिश्ता तो सिर्फ़ चुदाई का है। सुमन अब बहुत गर्म हो गयी थी। वो अजीब-अजीब आवाजे निकाल रही थी। मैने इसी बात का फ़ायदा उठाया और सुमन की दीदी मे अपना लंड घुसाने लगा। मगर मेरा लंड तो उसकी दीदी मे नहीं जा रहा था। मैने बहुत कोशिश करके देखा पर सब मेहनत बेकार थी। उसकी दीदी बहुत कसी हुई थी। और मेरा लंड बहुत बडा था। जब मै नाकाम रहा तो, सुमन से रहा नहीं जा रहा था, तो उसने मेरा लंड अपने हाथ मे लिया। जैसे ही उसने मेरे लंड को हाथ मे पकडा, वो बोली, “हाय राम इतना बडा लंड है तेरा, तू तो मेरी चूत फ़ाड ही डालेगा। प्लीज मुझे छोड दो। मुझे बहुत तकलीफ़ हो रही है।

फ़िर मुझे नेहा दीदी ने अपने ऊपर लिया। और स्वाती दीदी तेल लाने के लिये किचन मे नंगी ही चली गयी। इधर मेरा और नेहा दीदी का रोमांन्स चालू हो गया। हमारा खेल देखकर सुमन भी मीठी आहे भरने लगी। स्वाती दीदी तेल लेकर आ गयी और उसने सुमन की चूत पर ढेर सारा तेल डाल दिया। नेहा दीदी ने मुझे अपने ऊपर से उतारा और मै फ़िर एक बार अपना लंड सुमन के चूत मे डालने की कोशिश करने लगा। इसके पहले सुमन ने कभी नहीं चुदवाया था। ये उसकी पहली बार थी। इसलिये उसे काफ़ी दर्द महसुस हो रहा था। थोडी ही देर मे मेरा थोडा सा लंड सुमन की चूत मे प्रवेश कर गया। सुमन जोर से चिल्लाई पर घर पर उसकी चीख सुनने वाला कोई भी नहीं था। उसकी मदद मेरी दोनो बहने कर रही थी। मैने धीरे से एक झटका लगाया, तो मेरा पुरा का पुरा लंड सुमन की चूत मे चला गया। उसकी चूत से गरम खून का निकल गया। खून देखकर सुमन बहुत डर गयी। पर स्वाती दीदी ने उसे समझाया हर लडकी को इस दोर से एक दिन गुजरना ही पडता है। वो बाते कर रही थी तो मै धीरे-धीरे धक्के लगा रहा था।

अब सुमन का दर्द थोडा सा कम हो गया था। और उसे भी मजा आ रहा था। मुझे मेरी दोनो बहनों की सील तोडने का मोका तो नहीं मिला था पर उनकी वजह से मैने आज मेरी मोसेरी बहन की सील को तोड दिया था। सुमन काफ़ी खुश थी। उसके बाद मैने नेहा दीदी को चोदा और फ़िर स्वाती दीदी को भी चोदा। मेरे लंड मे अब मुझे दर्द महसुस हो रहा था। आज मैने तीन –तीन चूतो को एक साथ चोदा था। चौथे राउंड मे फ़िर एक बार सुमन कि चूत ले ली। उस दिन से हम तीनो मिल के जब हमे मौका मिले तब चुदाई करते रहे। उस दौरान मेरी दीदी ने सुमन को चुदाई के बहुत सारे तरीके सिखा दिये। हम बहुत मजे लेते रहे। किसी का कोई टेंशन नहीं। घर की बात घर मे। हम लोग बहुत खुश है। मेरी दोनो बहनों की तो शादी हो गयी है लेकिन सुमन अभी कुंवारी ही है। उसकी चूत के लिये मेरा लंड तेयार है। जब मेरा दिल करता है मै मौसी को मिलने के बहाने से उनके गांव जाता हूँ। और सुमन की जी भर के चुदाई करके वापस आ जाता हूँ। और सुमन भी हमारे घर आकर एक महीना रहती है।

उस महीने मे, हम पिछ्ला पूरा हिसाब बराबर कर देते है।

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लिफ्ट लेने के बदले चुत मारवाई https://sexstories.one/lift-lene-ke-badle-chut-marwayi/ Sat, 27 Nov 2021 08:24:58 +0000 https://sexstories.one/?p=3463 उसकी जीभ मैने अपने मुह में ली और चूसने लगा. उसने अपने हाथ को मेरी पेंट में डाल दिया और मैने भी उसकी ड्रेस को कंधो पर से सरका दिया. उसकी ड्रेस अब उसके बूब्स पर थी. मैने अब अपनी जीभ उसके मुह में डाल दी..

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Lift Lene Ke Badle Chut Marwayi – मेरा नाम किंजल है और मैं वडोदरा, गुजरात में रहता हु. मेरी यहाँ पर जॉब चल रही है और मेरी उम्र २५ साल है और मेरी हाइट ५’१०” है और मेरा लुक जब तुम मिलोगे तो पता चल जायेगा. ये मेरी पहली स्टोरी है, आई होप आपको पसंद आएगी और अगर कोई गलती हो जाए, तो पहले से ही सॉरी.

तो अब मैं स्टोरी पर आता हु. बात एक वीक पहले की है, उस दिन मुझे कंपनी के काम की वजह से शाम तक रुकना पड़ा. वैसे तो मेरी कंपनी का टाइम जनरल शिफ्ट के हिसाब से होता है पर काम ज्यादा होने की वजह से मुझे सात बाज गये थे. अभी गुजरात में ठण्ड शुरू हो गयी है और शाम को थोडा अँधेरा हो जाता है और उस जब मैं कंपनी से निकला और रोड पर मस्त स्लो बाइक चला रहा था. तभी रास्ते में एक लेडी ने हाथ किया. उसकी उम्र कोई २८ साल रही होगी. एक्चुअली वो वो मेरी बाइक के पीछे आ रही थी और उसने ऑटो को हाथ किया था. मुझे मिसअंडरस्टैंड हुआ.

मैं उसके पास गया और बाइक खड़ी करके बोला – मैं सिटी की तरफ ही जा रहा हु, आपको कहाँ जाना है? वो हँसने लगी और बोली – मैं ऑटो वाले को हाथ कर रही थी. हम लोगो को इतनी ही बातो में उनकी ऑटो चली गयी. तो मैने बोला – ठीक है, लेकिन आपको कहीं रास्ते में जाना हो, तो मैं ड्राप कर सकता हु. वो बोली – कब से ऑटो का वेट कर रही हु, जो आया वो भी तुम्हारी वजह से चला गया. मैने बोला – चलो तो फिर और वो मेरी बाइक पर बैठ गयी. रास्ते में हम दोनों के बीच में बातें होने लगी और मैने उनसे उनके बारे में पूछा – तो उन्होंने अपना नाम रेशमा (बदला हुआ नाम) बताया और उनकी उम्र ३२ साल थी. वो एक टीचर थी और उनको उस पेपर चेक करने के वजह से देर हो गयी थी. फिर मैने उनके घर के लोगो के बारे में पूछा – तो उन्होंने बताया, कि उनकी ३ साल पहले शादी हुई थी और वो अपने हस्बैंड के साथ रहती है और उनके साँस-ससुर गावं में रहते है और उनके पति एक बड़ी कंपनी में सेल्स एग्जीक्यूटिव है. सॉरी, मैं उनका फिगर बताना भूल ही गया, वो मेरी हाइट से थोड़ी कम ही थी और उनका फिगर ३६-३०-३४ का था, जो मैने बाद में नापा.

रास्ते में मै बातो ही बातो में, मेरी बाइक की डिस्क-ब्रेक लगाता था, वो मुझसे टकरा जाती और मुझे पीठ में उनके बड़े चुचे गड जाते. मैने उनको बोला – अगर इतनी देर हो गयी थी, तो तुम्हे अपने पति को बुला लेना चाहिए था. वो बोली – वो ३ दिन से आउट ऑफ़ स्टेशन है और नेक्स्ट वीक आने वाले है. इन सब बातो में उनका घर आ गया. वो लोग एक २ BHK फ्लेट में रहते है. मैने उनको वहां ड्राप किया, तो उन्होंने मुझे थैंक्स बोला और मैने उनको भी वेलकम कहकर रिवर्ट किया. जा ही रहा था, तो उन्होंने मुझसे पूछा, कि पानी पीना है तो चलो अन्दर. मैने मन में सोचा, कि रूम पर जाकर क्या करूँगा. थोडा टाइम यहीं पास कर लेता हु. मैं पीजी में रहता हु. उनका फ्लेट ३rd फ्लोर पर था. मैं उनके पीछे उनके फ्लेट में चला गया. उन्होंने मुझे अन्दर बुलाकर डोर को लॉक कर दिया. फिर वो पानी लेकर आई और उसने साड़ी पहनी हुई थी ब्लू कलर की. और डीप गले वाला ब्लाउज. अब रौशनी में, मैं उन्हें घूर-घूर कर देख रहा था. और पानी पीने का बाद कुछ नार्मल बातें की और फिर मैने उनको बोला – आपको बुरा ना लगे, तो एक बात बोलू.

वो बोली – हाँ कहो. मैने कहा – आप एकदम अवीट लग रही हो. किसी किसी का भी मन हो जाए, आपको टाइट झप्पी करने का. तो वो हँसने लगी और नॉटी आवाज़ में बोली – तुमको लगानी है क्या? मैने बोला – इजाजत हो तो. तो उसने मुझे आँख मारी और स्माइल दी. मैं उसके पास चले गया और कसकर बाहों में ले लिया उसे और उसके मुह से अह्ह्ह्हह निकल गयी. मैं हग करते-करते उसकी पीठ में हाथ फेरने लगा. इससे वो कुछ नहीं बोली और मैने उसके ब्लाउज को एक साइड के कंधे से उसकी ब्रा की स्ट्रिप के साथ नीचे करने लगा और उसपर किस्सस करने लगा. वो एन्जॉय कर रही थी स्श्शश्स आआअ कर कर और फिर मैने उसकी आँखों में देखा, तो उसने अपनी साड़ी के पल्लू को गिरा दिया और ब्लाउज में वो क्या कयामत दिख रही थी. मुझसे रहा नहीं गया और मैने उसे सोफे पर लिटाके उसके ऊपर चड़ गया और लिप्स चूसने लगा. मैने अपनी जीभ उसके मुह में डाल दी और उसके बूब्स को ब्लाउज के ऊपर से ही रब करने लगा.

वो मोअनींग कर रही थी आआआआ हूहूहुहू आआअ स्सस्सस्सस मर गयी. मैने उसकी साड़ी किसिंग में ही निकाल कर फेंक दी. और उसके दोनों हाथो को ऊपर की तरफ करके किस करते हुए उसके बूब्स को प्रेस करने लगा. मैने अब किस करते हुए ही उसका ब्लाउज खीचा, तो उसके ब्लाउज के सारे बटन टूट गये और ब्लाउज खुल गया. उसने अन्दर वाइट कलर की फ्लावर वाली ब्रा पहनी हुई थी और अब मैने उसे मेरे ऊपर ले लिया और उसका ब्लाउज निकाल दिया. उसने अब नीचे से मेरी पेंट निकाल दी. वो मुझपर पूरी तरह से हावी थी और मेरे पुरे लिप्स को अपने मुह में लेकर चाट रही थी. मैं उसके पेटीकोट को ऊपर करने लगा और कमर तक ला दिया. उसकी एकदम मख्खन जेसी गांड पर हाथ फेरने लगा. क्या मस्त गांड थी उसकी. मैं उसपर जोर से चमाटे मारने लगा.

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उसकी वाइट पेंटी जो अब तक पूरी गीली हो चुकी थी, वो निकल दी और साथ में ही उसकी पीठ पर हाथ फेरते हुए, उसकी ब्रा का हुक भी भोल दिया. अब उसने मेरी पेंट और अंडरवियर निकाला. तो वो एकदम खुश हो गयी और मेरे लंड को चूमने लगी और मैने पूछा – क्या हुआ? तो वो बोली – आज मज़ा आएगा, तुम्हारा मेरे पति से बड़ा है यार. वो ब्लो जॉब करने लगी, मैं उसकी बॉडी पर हाथ फेर रहा था और बोल रहा था, खा जा पूरा दर्लिन्गग्ग्गग्ग्ग्ग पूरा का पूरा अहहहः और लंड चूस-चाट कर पूरा चिकना कर दिया. अब मैने उसको ऊपर खीचा और हॉट किस करने लगा. अब मैने बोला – मुझे तुम्हारा दूध चुसना है. वो बोली – आओ ना राजा, तुम्हे मना थोड़ी करुँगी. और मैने जैसे ही चूसने गया, तो उसने मुझे रोक दिया और बोली – वेट और फिर जाके फ्रिज में से आइसक्रीम लेके आई और उसके अपने बूब्स पर डाल दी और बोली – चलो मेरे बेबी,सारा चाट जाओ और खा जाओ मेरे बूब्स को.

मै उसे बाईट कर करके चुसना चाटने लगा. वो बहुत एक्साइट हो चुकी थी तो मै उसके निप्पल को अपनी जीभ से चाट रहा था और उसकी चूत के दाने को भी रब कर रहा था. वो मेरा मुह दबा-दबा के बूब्स चुसवा रही थी. थोड़ी देर उसने अपना बहुत सारा पानी छोड़ दियाऔर वो मुझे बोली – तूने तो मुझे इतने में ही सेटइसफाई कर दिया. मैं बोला – अभी तो बहुत कुछ बाकी है मेरी जान. फिर मैने अपना लंड उसके मुह में दे दिया और उसके ऊपर भी आइसक्रीम लगा दी और वो फुल्ली एन्जॉय करके मेरे लंड को चूस रही थी और मै उसके बूब्स और गांड बारी-बारी से प्रेस कर रहा था. अब मेरा भी निकलने वाला था. तो मैने उसको बोला – मेरा निकलने वाला है. वो बोली – मेरे मुह में ही निकाल दो पूरा. और वो फ़ास्ट हिला-हिलाकर चूसने लगी. मैने उसके बूब्स को मसल डाला और मेरा पूरा माल उसके मुह में छोड़ दिया और उसने एक ड्राप भी वेस्ट किये बिना पूरा चाट लिया. अब तक ९ बज चुके थे. फिर मैने उसे किस और वो बोली – आज की रात यहीं रुक जाओ, पूरी रात चुदाई करेंगे.

मैने बोला ठीक है डार्लिंग पर अभी मुझे अपने रूम पर जाना पड़ेगा और फ्रेंड को कुछ बहाना बताके आऊंगा, तेरी चूत और गांड मारने. इस बात में मैने फिर से उसके बूब्स मसल डाले और वो बोली ठीक है, मैं इंतज़ार करुँगी. फिर मैने कपडे पहने और उसे एक लोंग किस किया और हग करके अपने रूम पर चले गया.

मैं रात को उसके घर से अपने रूम के लिए निकल गया. उसने बोला था. कि तुम कहीं डिनर मत केर लेना. मै बनाकर रखूंगी और जल्दी आना, तो मैं अपने रूम पर आया और फ्रेश होकर अपने रूममेट को बोल आया – किसी काम से बाहर जा रहा हु, कल शाम तक वापस आऊंगा और मैने नेक्स्ट डे के ऑफिस के लिए कपडे भी ले लिए और निकल पड़ा.

रास्ते में मैने मेडिकल शॉप से २ पैकेट कंडोम के ले लिए और ४ सिल्क चॉकलेट ओर ये सब करते, मैं रात को १०:३० बजे उसके घर पर पंहुचा. मैने डोरबेल बजायी, तो उसने पूछा कौन है? मैं बोला – किंजल हु और उसने दरवाजा खोला, तो मेरे तो होश ही उड़ गये. वो सिर्फ नाईटइ में थी. वो उसकी गांड तक की थी और देख कर ही पता चल जाता था, कि उसने अन्दर कुछ भी नहीं पहना था. उसका फिगर ही ऐसा था, कि उसकी कोई भी चीज़ उसमे से छुपी नहीं रह सकती थी. मैं उसे देखे ही जा रहा था तो वो बोली – अन्दर आ जाओ. मैं अन्दर गया और वो जैसे ही डोर बंद करके मुड़ी, मैने एकदम ही हमला कर दिया और उसको डोर पर ही लगाकर किस करने लगा और साथ ही साथ उसके बूब्स मसलने लगा. वो बहुत मोअनींग कर रही थी अहहहहः अहहहः ऊऊऊऊ खा जाओ मुझे आज रात .. ऊऊऊ …आज की रात मुझे मस्त चोदना किंजल …. अहाहहः…

ये सब सुनकर मैं भी जोश में आ गया था और उसकी जीभ मैने अपने मुह में ली और चूसने लगा. उसने अपने हाथ को मेरी पेंट में डाल दिया और मैने भी उसकी ड्रेस को कंधो पर से सरका दिया. उसकी ड्रेस अब उसके बूब्स पर थी. मैने अब अपनी जीभ उसके मुह में डाल दी. वो क्या मस्ती में उसको चूस रही थी. अब मैने उसकी ड्रेस को उसके बूब्स पर से नीचे सरकाई, तो वो पूरी नीचे गिर गयी. मैं उसके बूब्स को बहुत जोर से मसलने लगा. इतना मसलने लगा, कि उसने मेरी जीभ को थोडा सा काट लिया और अब हमने करीब २० मिनट तक किस किया. फॉर वो बोली – चलो मैने तुम्हे खाना नहीं है. मैने बोला – डार्लिंग, मन कर रहा है, कि तुझे खा जाऊ. तो वो हँसने लगी और बोली – अच्छा बाबा, मुझे जो चाहो वो करना; पर पहले खा लो. तुम्हारे लिए मैने कितने प्यार से बनाया है. फॉर वो ऐसे ही नंगी किचन में गयी और मुझे सोफे के पास छोटे टेबल लाने को बोली. मैं टेबल ले आया और फिर वो सारी चीज़े लायी और प्यार से अपने हाथो से खिला रही थी.

उसने पनीर की सब्जी बनायीं थी और साथ में स्वीट में गुलाबजामुन भी बनाये थे. वो मुझे खिला रही थी और मैं उसकी पीठ, उसके बूब्स, उसकी कमर, जांघे, मुह, होठ, चूत सब पर हाथ फिरा रहा था, जैसा की मैने पहले बताया था. वो मुझे जानती थी और मैं ये बात नहीं जानता था. वो मुझे बोली – मैंने तुम्हारी बॉडी पहले भी देखी हुई है, मैं थोडा सा चौका, तो वो बोली – तुम जहा रहते हो, उसके सामने वाले फ्लेट में मेरी स्कूल की फ्रेंड रहती है. कल जब मैं उसको स्कूल के लिए लेने गयी थे, तो मैने तुमको वहां देखा था. तुम तभी-तभी नहाकर निकले थे और सिर्फ टॉवल में ही थे और कपडे सुखा रहे थे. इसलिए मैने तुमसे लिफ्ट ले ली थी. वरना मैं हर किसी लिफ्ट थोड़ी लेती हु. तो मैने उसको बोला – वही बता देना था, वरना वहीँ चोद देता था. फिर मैने एक गुलाबजामुन उठाया और उसकी चाशनी उसके दूध पर लगा दिया और उसको चाटने लगा. उसके निप्पल एकदम कड़े हो चुके थे और उसकी चूत अभी से गीली हो चुकी थी.

वो बोली – अब रहा नहीं जा रहा है. मैने थोडा सा पानी पिया और उसे वही सोफे पर लिटा के उसके ऊपर आ गया और उसको किस करने लगा. वो मेरी बेक पर हाथ फिरा रही थी और मेरे बम्म भी दबा रही थी. अब मैं सीधा हो गया और वो समझ गयी और मेरे लंड पर गुलाबजामुन वाली चाशनी लगाकर चाटने लगी और उसने अपने थूक से पूरा लंड चिपचिपा कर दिया. वो मेरे लंड को अपने मुह में पूरा लेने की ट्राई कर रही थी, लेकिन मेरा लंड पूरा अन्दर नहीं जा रहा था. एक दो बार तो वार्मइट जैसा हुआ, फिर भी उसने मेरा लंड चाटना नहीं छोड़ा. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था आआआआ ऊऊऊओ. अब मैने कंडोम निकाल लिया. वो मुस्कुराई और बोली – इससे क्यों लाये. मैने कहा – पगली, अभी तुझे माँ थोड़ी बनाना है. तो वो जोर से हँसने लगी और कंडोम लगा कर मेरे लंड के ऊपर चड़कर बैठ गयी. जैसे-जैसे मेरा लंड उसकी चूत में जाता, वो जोर से चिल्लाने लगती थी. मैने सामने उसके बड़े-बड़े बूब्स थे. मैं उनको मुह में लेकर चूसने लगा और उसे और भी एक्साइट कर दिया. उसके निप्पल पर बहुत जोर से जीभ से चाटने लगा और उसने मेरा पूरा लंड अन्दर ले लिया.

अब वो ऐसे ही रही थोड़ी देर मुझे किस करने लगी तो मैने उसकी गांड पकड़ ली और दबाने लगा और धीरे-धीरे मै उसकी गांड ऊपर नीचे करने लगा. वो किस किये जा रही थी. अब मैने उसकी गांड को ऊपर नीचे करना फ़ास्ट कर दिया. वो भी जोश में आ गयी और उछल-उछल कर चुदवाने लगी. अहहहः ऊऊऊ अहहहः सेक्सी मज़ा आ रहा है, ये सब बोल रही थी. वो मुझे बोल रही थी – वोव्वव्व्वो, राजा चोद मुझे ..आज की रात मुझे जमकर चोद … और तेज चोद और मेरी चूत का भोसड़ा बना दे.. मेरी जान. ये सब सुनकर मैने उसे सोफे पर पटक दिया और उसके ऊपर चढ़ कर चोदने लगा. शॉट पर शॉट मारने लगा और वो चिल्लाने लगी – ओर्र्र्रर्र्र्र तेज्ज्ज्जज्ज्ज्जज …तेज्ज्जज्ज्ज्जज्ज्ज. जोर से और जोर से चोदो और फिर मुझे अपनी बाहों में जकड लिया. मैं उसे चोदे जा रहा था. इतने में मुझे हॉट-हॉट फील हुआ और मैने उससे पूछा – तो उसने बोला कि उसका पानी निकल गया है और वो बहुत हैप्पी होकर मुझे किस देने लगी तो मैने भी उसे किस करते-करते उसके बूब्स को पकड़ लिया और फटाफट शॉट मारते हुए झड़ गया.

और मैने अपना लंड बाहर निकाला और उसके ऊपर ही लेट गया. वो मेरे हेड और गांड पर किस किये जा रही थी. मैं थोड़ी देर ऐसे ही लेटा रहा और फिर उसने मुझे साइड में किया और मेरे लंड से कंडोम निकाला और एक प्लास्टिक बेग में डाल दिया. मैने उससे पूछा – तुम्हारा फिगर क्या है? तो वो बोली – खुद ही नाप लो और उसने मुझे मेजरिंग टेप लाकर दे दी. पहले तो मैने उसके बूब्स को दबाया और फिर नापा तो वो ३६ के थे और उसकी कमर ३० की और फिर पहले उसकी गांड पर चाटा लगाया और किस किया और फिर नापा तो वो ३४ की थी. फिर मै उसके दूध चूसने लगा और हम पुरे पसीना-पसीना हो गये थे. फिर वो फ्रीज़ में से शरबत ले आई एनर्जी के लिए. मैने उसका एक सिप लिया और उसके हेयर पकड के नीचे की और खीच लिया. उसका मुह ऊपर की ओर हो गया. मैने उसके होठो पर अपने होठ रख के शरबत की पिचकारी उसके मुह में मारी, तो वो वो उसे पी गयी. फिर उसने सिप ली और किस से मुझे पिलाया. ऐसा करते हुए हम पूरा शरबत पी गये और फॉर से वो मेरे लंड पर बैठ गयी. मेरा लंड तो उसकी अदा देखकर ही खड़ा हो गया.

वो इतने सेक्सी एक्सप्रेशन दे रही थी, कि मुझसे तो रहा ही नहीं जा रहा था. तो मैने उसे सिल्क चॉकलेट दी और वो खुश हो गयी और बोली – मुझे ये बहुत पसंद है. मैने बोला – इसीलिए तो लाया हु डार्लिंग. वो बोली – अब तो मैं इसे अपने छोटे राजा पर लगाकर खाऊँगी और उसने पूरी चॉकलेट मेरे लंड पर लगा दी और उसे खाने लगी और चाटने लगी. वो चाटते हुए, मुझे आँख मार रही थी और मेरी चेस्ट पर हाथ फिरा रही थी. मुझे तो बस जन्नत का अहसास हो रहा था. दोस्तों, उसने करीब २० मिनट तक चाटा, मेरे लंड को. वो ऐसे चाटते हुए, पूरी चॉकलेट खा गयी और कभी-कभी मुझे भी चटा रही थी अपनी जीभ से मेरी जीभ को सटाकर. मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. अब मैने उसको साइड में ले कर लंड चूसने को बोला, ताकि मैं उसकी गांड पर हाथ फिरा सकू. उसकी गांड एकदम गोरी-गोरी और स्मूथ थी और उसपर हाथ फिराते हुए मै उस पर थपलिया मार रहा था, वो भी एन्जॉय कर रही थी. तो मैने उसकी गांड पूरी लाल कर दी थी. फिर मैने उसकी गांड अपनी गोद में आये ऐसे लिटाया और उसकी गांड पर किस और काटने लगा.

वो आगगुछ्ह्हह्ह औचुचुचुह ईई ऊऊऊऊओ कर रही थी और साथ में, मैने अपनी २ उंगलिया उसकी चूत में डाल दी. वो बोल रही थी – fasssstttttt ..करो ना जान. मै उसकी गांड पर किस कर रहा था और उसको अपनी उंगलियों से चोद रहा था. वो फिर से झड़ गयी. मैने उसे कहा – अब मेरा तेरी गांड मारने का इरादा है. तो वो बोली तुम्हारे लिए सब हाज़िर है मेरे राजा. पर मैने कभी मरवाई नहीं है, तो तू आराम से डालना. वरना तेरा लंड मेरी गांड फाड़ देगा. मैने बोला – गांड फाड़ने के लिए ही तो मार रहा हु और उसे किस दे दिया. वो स्माइल करते हुए डौगी हो गयी. मैने उसे दूसरा कंडोम दिया, तो वो बोली – धत, गांड तो ऐसे ही मरवाने में मज़ा आएगा, डिअर. तो मै उसके पीछे आ गया और उसकी कमर पकड के लंड को उसकी गांड में डालने लगा. उसकी गांड बहुत टाइट थी. लेकिन उसकी गांड इतनी गोरी थी, कि रहा ही नहीं जा रहा था और मैने पूरी जान लगाकर एक जोर का धक्का मारा, तो मेरा लंड का टॉप वाला हिस्सा अन्दर चले गया. वो चिल्लाई ऊऊऊय्य्यीईईईइ .. मा. मर गयी. रुक जाओ प्लीज.

तो मैं रुक गया और उसे पीछे से चिपक गया और उसके लटके हुए बूब्स हाथ में ले खेलने लगा और साथ ही साथ उसके कंधे पर किस करने लगा और उन पर काटने लगा. अब वो धीरे-धीरे आगे पीछे होने लगी और मैं उसके बूब्स मसल रहा था. वो अपने आप गांड मरवाने लगी. इससे मेरा लंड आधा अन्दर चले गया और फिर मैने उसकी कमर पकड़ कर जोर से शॉट मारा तो पूरा अन्दर चला गया और उसकी गांड मारने लगा. उसकी गांड खूब मारी और करीब २०-२५ मिनट हो गये थे. वो २ बार झड़ी थी. मेरा निकलने वाला था. मैने उसे पूछा, तो वो बोली कि अभी मेरी गांड बहुत प्यासी है, मेरी गांड में ही निकाल दो, मेरे राजा. ये सुनकर मैने फुल स्पीड में उसकी गांड मारनी शुरू कर दी और अब मेरा माल निकलने वाला था तो मैं उस से चिपक गया और उसके बूब्स को जोर से मसल दिया और मेरा सारा माल उसकी गांड में छोड़ दिया. अब हम बहुत थक चुके थे. वो बोली – चलो अब सो जाते है. मैने उसको बोला – मैं तो २ पैकेट लाया हु कंडोम के.

तो वो बोली – क्या आज ही ख़तम करोग? मैं बोला – तेरे जैसी जन्नत सामने हो, तो दो क्या ५ खाली कर दू. फिर उसने मुझे हग कर लिया और मुझे प्यार से समझाया, कि सुबह स्कूल जाना है डिअर. तो मैं बोला – ठीक है और फिर हम उसके बेड में आके एक चादर में एक दुसरे से पूरा चिपक कर सो गये. सुबह ६ बजे, उसने मुझे उठाया और फिर हमने बाथरूम में सेक्स किया डिफरेंट-डिफरेंट पोजीशन में. फिर उसने मुझे ब्रेकफास्ट खिलाया. उसके बाद, ७:३० बजे मैं उसको स्कूल छोड़कर आया. वो आधा घंटा लेट हो गयी थी. वहां से मैं अपनी कंपनी चले गया. शाम को उसके घर पर कोई गेस्ट आने वाला था, तो उसने मुझे फ़ोन करके मना कर दिया. अब उसका हस्बैंड भी वापस आ गया है. अब ना तो मैं उससे कांटेक्ट करने की कोशिश करता हु और ना ही वो मुझसे.

वो बस हम दोनों का एक अच्छा सेक्स एक्सपीरियंस था.

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मैं चुदती रही उसके लम्बे लौड़े से https://sexstories.one/mota-lund-aur-meri-chut/ Sun, 04 Oct 2020 20:56:39 +0000 https://sexstories.one/?p=1245 हलो दोस्तों मैं आप की सेक्सी निशि आज आप के लिए एक मस्त इंडियन सेक्स स्टोरी ले के आई हूँ. मैं 23 की हो चली हूँ और मेरा फिगर 34 26 34 का हे.. मैं ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हलो दोस्तों मैं आप की सेक्सी निशि आज आप के लिए एक मस्त इंडियन सेक्स स्टोरी ले के आई हूँ. मैं 23 की हो चली हूँ और मेरा फिगर 34 26 34 का हे.. मैं अपनी दीदी की प्रेग्नन्सी में जीजा के घर गई थी. तब वहां पर जीजा से अफेयर कर बैठी थी. और वो मुझे खूब चोदते थे. फिर वो मुझे एक दिन अपनी ऑफिस में ले गए. वहां पर उन्होंने बॉस को मेरा इंट्रो एस अ वाइफ ही करवाया. lund chut

जस्सी: सर आप मेरे प्रोमोशन का कुछ करो ना देखो मैं अपनी वाइफ को भी ले के आ गया.

और फिर जीजा जस्सी ने मेरे कान में कहा एक रंडी के जैसे मेरे बॉस का लंड ले लो. वो मुझे प्रोमोशन दे देंगा खुश हुआ तो.

मैं एकदम से दंग रह गई मैंने अपनी लाइफ में ऐसा कभी नहीं सोचा था की मेरे जीजू जस्सी इतने गिर सकते हे. साले कुत्ते कमीने ने ममुझे अपने गन्दी शकल वाले बॉस के हवाले कर दिया था. और वो उम्र में भी एक बूढा ही था.

बॉस ने मेरे कंधे के ऊपर हाथ रख के कहा, शरमाओ नहीं ये यहाँ इस ऑफिस का रुल हे जिसको प्रोमोशन चाहिए होता हे वो मुझे भोग देता हे अपने घर की औरतों का. तुम काफी सेक्सी हो वैसे! ये सेक्स कहानी आप हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहें हैं।

उसने मुझे चेयर के ऊपर बिठा दिया अपनी और वो मेरे बदन को देखने लगा. फिर वो निचे झुका और अपने होंठो से मुझे टच करने लगा. मैंने भी उसे किस दी क्यूंकि जीजा ने ऐसा कहा जो था की इस बॉस को खुश करना हे वरना वो मुझे आगे से चोदेगा नहीं. बूढ़े बॉस ने अब धीरे से मेरे बूब्स को अपने हाथ में ले के दबाये.

वो बोला, डार्लिंग अपनी टी=शर्ट तप उतार दो. lund chut

मैंने सोचा की मना किया तो जीजा गुस्सा करेगा और उसका प्रोमोशन भी अटक जाएगा. तो मैंने अपनी टी-शर्ट उतार दी और मैं इस बूढ़े की गोदी में बैठ गई. वो जैसे एकदम से पागल हो गया और मुझे बदन के ऊपर बाइट्स करने लगा. मैंने उसे अच्छा फिल करवाने के लिए पेंट्स मैं हाथ डाल के उसके लंड को सहलाया. वो मुझे फिर से किस करने लगा.

मैं बोली: सर यहाँ पर थोडा कम्फर्टेबल नहीं हूँ मैं, फिर कभी कोई अच्छी जगह चले?

बॉस: क्यूँ नहीं जानेमन पहले इसे तो अपना मजा दे दे और उसने ये कह के अपने लंड की तरफ इशारा किया.

मैंने सोचा की इस खड़े लंड को अब कैसे शांत करूँ. मैंने कहा, सर मैं लंड बहुत मस्त चुस्ती हूँ, क्या आप ममुझे मुहं में देना चाहते हो?

बॉस: वाऊ स्योर बेबी कम ओन सक माय डिक. lund chut

मैंने बॉस का काला और गन्दा लंड अपने मुहं में ले लिया और चूसने लगी. मैंने ऐसा लंड चूसा की इस बूढ़े को ऐसा मजा तो अपनी लाइफ में कभी नहीं मिला होगा. और जब मैंने उसे एकदम चरम सीमा पर ला खड़ा किया तो वो बोला, मुहं खोलो मैं चहरे के ऊपर कमशॉट दूंगा. साले ने मेरा मुहं एकदम से बिगाड़ दिया. और वो बड़ा खुश हुआ मेरे लंड चूसने के ढंग से और बोला, साली क्या गजब की छिनाल मिली हे जस्सी को. मेरे पास ऐसी बीवी होती तो मैं दिनभर चोदता रहता बस.

मैंने टिश्यू से अपने चहरे को साफ़ किया और खड़ी हो के कपडे पहनने लगी. मैं बहार तो आ गई लेकिन ऑफिस के सब लोग मुझे ऐसे देख रहे थे की पूछे नहीं. वो लोग भी जानते थे की बॉस की केबिन में अकेली लड़की सिर्फ सेक्स के लिए अन्दर जाती हे!

मैं: जस्सी घर चले?

जस्सी: चल रंडी, अगले हफ्ते ऑफिस के कुछ दोस्तों को भी घर बुलाया हे उनकी भी सेवा करनी हे तुझे.

जैसे तैसे मैं बहार निकली जीजा के साथ और फिर मैं उसके ऊपर गुस्से हो गई. मैंने कहा अरे ये भी कोई तरीका हे प्रोमोशन लेने का, साले हरामीपना हे ये तो पूरा के पूरा. मैं नहीं चुदवाउंगी उस गंदे कुत्ते से और न ही तुमसे!

ऐसी और सेक्सी कहानी पढ़े: 1 बार साली को 2 बार बीवी को चोदा lund chut

जस्सी: साली छिनाल, पूरा खानदान रंडीवाला हे तुम लोगों का, तेरी बीवी के पास लाइसेंस हे मेरा लंड लेने का. लेकिन तुझे और तेरी माँ को बी मैं चोद चूका हूँ साली छिनालो की बस्ती की कुतियाओ. साली तेरा एक लंड चूसने वाला क्लिप हे मेरे पास कसम से जिस से भी शादी की बात चलेगी उसे दिखा दूंगा, फिर पूरी जिन्दगी लंड ढूंढते रहना मेरे जैसो के!

मैं मन की मन में रख गई. दुसरे दिन बॉस के फार्म हाउस के ऊपर ले के गया जस्सी मुझे. वो एक बड़ा फ़ार्म हाउस था. वहां पर ऊँची औलाद के घोड़े और कुत्ते भी थे. साथ में बहुत सब फल और फूलों के पेड़ थे. बॉस बहार बरमूडा पहन के कुर्सी में बैठा था. उसके हाथ में बियर का टिन था. साथ में एक कामवाली थी जो पकोड़े तल के बाइटिंग बना रही थी. जस्सी मुझे जानबुझ के मुझे मिनी स्कर्ट और एकदम टाईट टी-शर्ट में ले के आया था. बॉस ने मुझे देखा तो बोला, वाऊ यु आर लुकिंग सो डाम हॉट बेबी, कम सिट हियर.

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पंजाबन लड़की की चुदाई https://sexstories.one/punjaban-ladki-ki-chudai/ Thu, 16 Apr 2020 20:16:53 +0000 https://sexstories.one/?p=596 पिछले एअर मे मुम्बई में जॉब कर रहा था। वहा मेरी मुलाकात एक ऐसी हसीन परी से हुई, जिसका नाम कुमकुम था। वो पंजाबन थी और आपको तो पता ही है कि पंजाबी लड़कियां कैसी ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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पिछले एअर मे मुम्बई में जॉब कर रहा था। वहा मेरी मुलाकात एक ऐसी हसीन परी से हुई, जिसका नाम कुमकुम था। वो पंजाबन थी और आपको तो पता ही है कि पंजाबी लड़कियां कैसी कड़क और एकदम माल जैसी दिखती हैं। कुमकुम भी एक ऐसी ही हसीना थी, जो उसे एक बार देख लेता। बस फिर वो उसे देखता ही रहता है।

क्या कहूँ उसके बारे में। बड़ी-बड़ी आँखें, पिंक कलर के होंठ और मदमस्त फिगर तो सन्नी लियोनी से भी अच्छा 32-28-34 का जानलेवा फिगर था। यारों वो चलती-फिरती किलर मशीन थी। उसका रंग तो ऐसा गोरा कि दूध भी शर्मा जाए। बस एक ही दिक्कत थी कि वो शादीशुदा थी। उसकी 3 साल पहले अरेंज मैरिज हो चुकी थी और उसका एक बेबी भी था।

Ladki ki chudai – ऑडिशन से चुत चुदाई तक का सफर

लेकिन समस्या ये थी कि उसका पति उसको सेक्स का सुख तो देता था लेकिन साथ में उसको मारता भी था।

उसकी और मेरी मुलाकात एक दिन जब हुई, जब वो अपनी सहेली से मिलने हमारे ऑफिस आई। वहा आकर वो रोने लगी कि कैसे उसके ससुराल वाले उस पर जुल्म किया करते थे। मे उसकी बातें वहीं एक तरफ बैठ कर ध्यान से सुनता रहा और बातें सुनने के साथ धीरे-धीरे उसको बार-बार देख भी रहा था।

अचानक उसने मुझे देख लिया कि मे उसे बार-बार देख रहा हूँ। मेरी तो गांड ही फट गई थी। मुझे लगा कहीं वो मुझे आकर कुछ बोल ना दे। फिर कुछ देर बाद वो वहा से चली गई, लेकिन मेने देर ना करते हुए उसकी सहेली से उससे फ्रेंडशिप करने के लिए बोला।

बहुत देर तक समझाने के बाद उसकी फ्रेंड मान गई और अगले ही दिन उसने कुमकुम को बोल दिया कि विराट तुमसे फ्रेंडशिप करना चाहता है।

लेकिन कुमकुम ने बोला कि क्या उसे पता है कि मेरी शादी हो चुकी है और मेरा बेबी भी है?

उसने कहा- हा उसे पता है।

लेकिन फिर भी कुमकुम ने मना कर दिया।

फिर मेने उसकी सहेली को बोला कि वो उससे रात में बात करके उसको मेरा नम्बर दे दे और उसकी सहेली ने ऐसा ही किया, उसने कुमकुम को मेरा नम्बर दे दिया।

फिर दो दिन बाद रात को करीब 11 बजे उसका व्हाटसैप पर मैसेज आया। मे समझ गया कि वो भी फ्रेंडशिप करना चाहती है।

हम लोग फिर बातें करने लगे और बात करते-करते रात कब निकल गई। कुछ पता ही नहीं चला।

फिर अगले दिन उसका कॉल आया और मेने उससे उसकी मॅरीड लाइफ के बारे में पूछा तो वो रोने लगी। फिर वो रोते हुए अपने पति के बारे में बताने लगी।

मेने उसे चुप कराया और कहा- पति की जगह मे हूँ ना।

वो हंस पड़ी और उसने मुझे ‘आई लाइक यू।’ बोला।

हम लोग ऐसे ही बात करते-करते सेक्स की बातें करने लगे।

फिर एक दिन ऐसा आया कि उसने मुझे अपने घर बुलाया क्योंकि उसका पति अक्सर बाहर ही रहता था। उस दिन जब मे उसके घर गया तो वो एक सोफे पर बड़ी मादक अंदाज में बैठी थी। इस तरह बैठे हुए वो एकदम स्वर्ग की अप्सरा सी लग रही थी। क्या मस्त ड्रेस पहन रखी थी उसने। ग्रीन सूट और सलवार में वो एकदम पटाखा लग रही थी।

Ladki ki chudai – पडोस की सेक्सी भाभी

उसके मम्मे पहले के मुक़ाबले और भी बड़े लग रहे थे। क्या उठी हुई गांड थी यार। मेरा तो लंड ही खड़ा हो गया।

मेरे अन्दर जाते ही वो खड़ी हो गई। वो मेरे लिए पानी लेकर आई और फिर कोल्डड्रिंक लेकर आई। मे धीरे-धीरे शिप करते हुए कोल्डड्रिंक पीने लगा और उससे बातें करने लगा। कुछ ही देर में मे उसके साथ मस्ती करने लगा।

इतना करने के बाद वो रोने लगी कि एक तुम हो जो मुझे बात-बात पर हंसाते हो और एक मेरा पति है जो मुझे मारता है।
मेने बोला- जानू मे हूँ ना तेरा पति।

मेरे इतना कहते ही वो मुझसे बोली- सिर्फ नाम के ही पति हो। या कुछ काम के भी हो?

मे समझ गया था कि आज ये पक्का चुदेगी मुझसे।

मे बोला- क्यों क्या काम करना है बताओ।?

वो शरमा गई।

फिर मेने आगे बढ़ कर उसके गाल पर किस किया उसने मुस्कुरा कर मेरे किस का स्वागत किया तो मेने अगला चूमा उसकी गर्दन पर अपनी गरम साँसें छोड़ते हुए किया। मेरे इतना करने पर वो एकदम हिल गई थी।

फिर उसने मुझे धक्का दिया और दूसरे कमरे में चली गई। कुछ पल रुकने के बाद मे अपनी कोल्डड्रिंक लेकर उसके पीछे गया तो देखा कि वो सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में मेरे सामने बेड पर लेटी है।

मेरे अन्दर आते ही वो मुझे उंगली के इशारे से बुलाने लगी। उसको इस कामुक अंदाज में देख कर लगा कि आज मुझे जन्नत का दरवाजा दिख रहा है।

वाकयी लग रहा था कि खुद स्वर्ग की अप्सरा मुझे अपनी चूत चोदने का बुलावा दे रही है।

मे भी देर ना करते हुए उसके पास गया। पहले उसके होंठ पर होंठ रख दिए। हम दोनों करीब 15 मिनट तक ऐसे ही बैठ कर एक-दूसरे के होंठ चूसते रहे।

अह। क्या रसीले होंठ थे उसके। एकदम मुलायम और रस भरे। मदमस्त चुसाई चल रही थी।

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फिर मेने उसकी गर्दन पर किस किया और धीरे-धीरे उसके मम्मों को ब्रा के ऊपर से ही चूसने लगा। इतने में ही वो तड़प उठी और उसने अपनी ब्रा उतार दी। फिर उसने मेरे मुँह में अपना एक चुची दे दी, मे उसको रगड़ कर पीने लगा। साथ ही मे उसकी पेंटी में हाथ घुसा कर चूत में एक उंगली करने लगा।

मेरे ऐसा करते ही वो और भी कामुकता से आहें भरने लगी ‘ऊहह। उम्म्ह… अहह… हय… याह… उम्म्म।’

उसकी मादक सीत्कारें सुनकर मे और मस्ती से चूत को कुरेदने में लगा रहा। फिर मेने उसकी पैंटी फाड़ दी और अपना मुँह उसकी चूत पर रख दिया और उसको अन्दर से चाटने लगा।

मेरे ऐसा करने पर वो तड़प उठी और बोली- यार मे मर जाऊँगी प्लीज़ अब चोद दे प्लीज़ यार आह।

इतना कहते ही करीब दो ही मिनट बाद वो झड़ गई और मे उसका पूरा पानी पी गया। अब मे अपने कपड़े उतारने लगा तो उसके मेरा अंडरवियर पकड़ कर मुझे अपने पास खींच लिया। मेरा लंड निकाल कर अपने मुँह में ले लिया और उसको लॉलीपॉप की तरह चाटने लगी और चूसने लगी।

Ladki ki chudai – ऑफिस में माधुरी को चोदा

करीब दस मिनट तक वो ऐसे ही करती रही। फिर ऐसा करने के बाद वो बोली- प्लीज़ विराट आज तुम मुझे अपनी बना लो। हमेशा के लिए। मे तुम्हारे साथ रहना चाहती हूँ। मुझे क्या ऐसे ही तड़पाओगे। आओ ना। आज मुझे चोद दो और मुझे अपना बना लो।

मेने ऐसा ही किया। उसकी चूत पर अपना लंड रखा और ज़ोर से धक्का दे मारा। इस तगड़े झटके से मेरा आधा लंड उसकी चूत में एक ही बार में चला गया। उसकी चीख निकल गई- क्या कर रहा है। भैनचोद ऐसे तो मेरा पति भी नहीं करता। आह। बाहर निकाल अपने लंड को। मे मर जाऊँगी प्लीज़ जल्दी से बाहर निकाल।

मेने उसको कुछ नहीं कहा और न ही उसकी बात पर कोई ध्यान दिया। बस मे उसके मम्मों को पीने लगा और चुपचाप उसके ऊपर लेट गया।
फिर उसके मुँह से सीत्कारें निकलने लगीं ‘आआ हह। उहह प्लीज़। आआह।’

अब मे धीरे-धीरे लंड को अन्दर-बाहर करने लगा। लेकिन अभी मेरा आधा लंड ही अन्दर था।

फिर अचानक मेने जोर से धक्का दिया तो इस बार मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ घुस गया।

वो फिर से तड़प उठी और बोली- मुझे नहीं बनाना तुझे अपना खसम। अआह। उउह। मार डाला बस कर।

अब वो मुझे गालियां देने लगी।

मुझे उस पर गुस्सा आ गया, मेने एक हाथ से उसका मुँह दबाया और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा। ऐसा करने पर उसका चेहरा लाल पड़ गया और उसकी आँखों से आंसू आ गए।

लेकिन कुछ देर बाद सब शांत हो गया और वो भी अब मुझे अन्दर लेने लगी। मेरा साथ देने लगी। फिर कभी उसको घोड़ी बना कर चोदता। तो कभी उसकी एक टाँग अपने कंधे पर रख कर चूत पेलता, उसको मम्मों को और होंठों को बारी-बारी से चूसता हुआ उसको चोदता।

उसको भी मजा आ रहा था।

करीब दस मिनट बाद वो अकड़ गई और झड़ गई। लेकिन मे उसे लगातार चोदता रहा। फिर 5 मिनट बाद मे भी झड़ गया। मेने अपना सारा पानी उसकी चूत में अन्दर ही छोड़ दिया।

Ladki ki chudai – शिमला में चुदाई

फिर हम दोनों एक-दूसरे के ऊपर लेट गए। उस दिन मेने उसकी चूत को 3 बार चोदा और उसकी गांड भी मारी।

बाद में मे जब जाने लगा तो वो बोली- आज से तुम ही मेरे पति हो और तुम जब कहोगे, मे तुम्हारे पास आ जाऊँगी।
उसके बाद हम लोग बार-बार मिलने लगे। वो काफ़ी रिच थी इसलिए वो मुझे पैसे भी देती थी।

एक दिन उसके पति को हमारे बारे में पता चल गया और फिर उसकी और मेरी बातें होना और मिलना बंद हो गया। पिछले महीने एक अननोन नम्बर से उसका कॉल आया था।
उसने बताया- तू बाप बन चुका है। मेने एक लड़के को पैदा किया है। जो कि तेरा है।

इतना कह कर उसने फोन कट कर दिया। आज भी मे उसको याद करता हूँ तो मूड खराब हो जाता है।

आपको मेरी हिंदी चुदाई कहानी कैसी लगी मुझे ज़रूर बताएं।

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पडोस्वाली कुंवारी लड़की https://sexstories.one/padoswali-ladki-ki-chudai-2/ Wed, 15 Apr 2020 19:48:30 +0000 https://sexstories.one/?p=594 नमस्कार फ्रेंड्स, मे आपको अपनी पड़ोसन कुंवारी लड़की की चुत की चुदाई की कहानी सुनने जा रहा हूँ। मेरा नाम राज है, मे लुधियाना का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 24 साल की है और ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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नमस्कार फ्रेंड्स, मे आपको अपनी पड़ोसन कुंवारी लड़की की चुत की चुदाई की कहानी सुनने जा रहा हूँ। मेरा नाम राज है, मे लुधियाना का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 24 साल की है और मे अविवाहित हूँ।

मेरी एक gf थी, उसका नाम नीलम था। मेरे घर के पास ही एक और लड़की रहती थी सिर्फ़ 18 साल की…। उसका नाम था संध्या… संध्या और नीलम आपस में सहेलियां थी, संध्या को नीलम और मेरे बारे में पता था। मे नीलम के घर फोन संध्या से ही करवाता था।
संध्या को सब पता होता था कि नीलम और मे कहाँ जा रहे हैं, क्या क्या करते हैं।

ये सब सुन सुन कर अब संध्या को भी सेक्स करने की इच्छा होने लगी थी, वह अक्सर मेरे घर पर आती और मुझसे पूछती- राज भैया, आपने कल नीलम के साथ क्या किया।

मे बोलता- तुझे इन सब बातों से क्या काम है?

तो वो शर्मा कर चली जाती।

मेने नीलम से पूछा तो उसने मुझे बता दिया कि वह हमारे बीच हुई सब बातें संध्या को बताती है।

मे समझ गया।

एक दिन जब मे अपने घर में काम कर रहा था तो संध्या मेरे पास आई और मुझसे बात करने लगी।

मेने उसको कहा- तू अभी जा… थोड़ी देर से आना, मुझे अभी काम करना है।

मगर वह नहीं मानी।

मेने उसे थोड़ी देर तक आने को बोला तो फिर वह चली गई।

मेरी मम्मी को मार्केट जाना था तो मम्मी ने मुझसे कहा- मे थोड़ी देर में वापस आ जाऊंगी, तुझे चाय पीनी हो तो संध्या को बोल देना, वह बना देगी!

मेने कहा- ठीक है!

मम्मी के जाने के ठीक बाद ही संध्या फिर से मेरे यहाँ आ गई और मुझे परेशान करने लगी।

मे अपना काम नहीं कर पा रहा था।

इतने में संध्या मेरे हाथ से पेन छीन कर मेरे कमरे में भागने लगी। मे उसको पकड़ने के लिए खड़ा हुआ, मेने उसको पीछे से पकड़ लिया। जब मेने उसको पकड़ा तो मेरे हाथ उसकी चुची पर थे। संध्या की चुची बहुत ही नर्म थी पर छोटी भी थी। मेरा लंड उसकी गांड पर था। थोड़ी देर तक पकड़ने के बाद उसने मुझे पेन दे दिया।

मे पेन नहीं लेना चाहता था मगर मेने उसे छोड़ दिया, मेने उसको कहा- मुझे चाय बना दे!

उसने कहा- ठीक है भैया!

और वह चाय बनाने के लिए चली गई।

Padoswali ladki ki chudai kahani – सुहागरात पर पहली बार चुदाई

मे थोड़ी देर तक सोचता रहा कि क्या करूँ, मगर अब मुझसे बिना सेक्स करे नहीं रहा जा सकता था। मे धीरे से उसके पास किचन में गया और उसके पीछे जाकर खड़ा हो गया, कहने लगा- अभी तक चाय नहीं बनी क्या?

मेरा लंड उसके चुतड़ों पर लग रहा था तो वह समझ गई थी, वह मुझसे कतराने लगी।

मे भी समझ गया कि यह अब मुझसे कतरा रही है।

उसने मुझे चाय दी और कहा- भैया, मे जा रही हूँ घर!

मेने कहा- रुक ना… चाय तो पीने दे, उसके बाद चली जाना!

उसने कहा- ठीक है, पी लो।

मे उसे अपने कमरे में ले गया। वह मेरे कमरे में एक कोने में चुपचाप खड़ी हो गई। मे सोच रहा था कि अब क्या किया जाए।

मेने उससे जान कर नीलम की बात को छेड़ा, मेने उससे पूछा- तेरी नीलम से कोई बात हुई है क्या?

उसने कहा- नहीं!

फिर मेने उसको कहा- तू नीलम को फोन कर के यहाँ बुला ले!

उसने कहा- क्यों? यहाँ क्यूँ बुला रहे हो भैया?

मेने कहा- मम्मी नहीं है ना इसलिए!

उसने कहा- ठीक है।

फिर वह बोली- मे फोन करके आती हूँ।

मेने कहा- रुक!

मेरे यह कहने से वह रुक गई और पूछने लगी- बोलो क्या?

मेने उससे पूछा- नीलम तुझे क्या क्या बात बताती है?।

तो उसने कहा- कुछ नहीं।

मे समझ गया कि यह अब डर रही है मुझसे बोलने में… मेने कहा- संध्या, तू मेरे पास आ!

वह बोली- क्यों?

मेने कहा- आ तो सही!

वह धीरे से मेरे पास आई, मेने उसको बेड पर बैठाया और कहा- संध्या, तुझे सब पता है ना मेरे और नीलम के सेक्स के बारे में?

तो वह कहने लगी- भैया, मुझे कुछ नहीं पता है कसम से!

वह उस समय डर गई थी।

फिर मेने कहा- कोई बात नहीं। तुझे हमारी बातें जानना हो तो मुझसे पूछ लिया कर… मगर नीलम से मत पूछा कर!

तो उसने तुरंत पूछा- क्यों?

मेने कहा- कहीं नीलम ने तेरी मम्मी से कह दिया तो?

उसने धीरे से हाँ की।

उसके बाद मेने उससे पूछा- तुझे जानना है क्या अभी बात?

तो उसने धीरे से अपने चेहरे को नहीं में हिलाया।

फिर भी मेने उसको बात बताना शुरू कर दिया। थोड़ी देर तक तो वह ना ना कर रही थी, उसके बाद वह गौर से सुनने लगी। मेने उसको एक बात तो पूरी बता दी।

उसके बाद उसने मुझसे कहा- भैया कोई और दिन की सुनाओ ना?

जब मेने उससे कहा- मे अब सुनाना नहीं करना चाहता हूँ।

वह एकदम से खड़ी हो गई।

मेने उसको आगे से पकड़ लिया और उसके होंठों पर चूमने लगा।

वह मुझसे छूटने की पूरी कोशिश कर रही थी मगर मेने उसको छोड़ा नहीं…

थोड़ी देर के बाद मेने उसको कहा- बेड पर लेट जा!

मगर वह बोली- मे चिल्ला दूँगी।

मेने कहा- ठीक है, तू चिल्ला!

मेने उसको अपने हाथों से उठाया और बेड पर लेटा दिया और उसके ऊपर लेट गया। मेने उसके हाथों को पकड़ लिया और उसको चूमने लगा।

थोड़ी देर तक तो वह ना ना करती रही फिर मेने अपने एक हाथ से उसके दोनों हाथ पकड़ लिए और एक हाथ से उसके सलवार का नाड़ा खोल दिया।

वह नहीं नहीं कर रही थी।

फिर मे उसके सलवार में हाथ डाल कर उसकी चुत को सहलाने लगा। थोड़ी देर तक यह करने के बाद वह भी गर्म होने लगी। मेने फिर उसके हाथ छोड़ दिए और उसके बाद मे समझ गया कि अब यह भी गर्म हो चुकी है, अब चुदाई में नखरे नहीं करेगी।

फिर मेने उसकी कुरती उतारी और उसके साथ उसकी समीज़ भी उतार दी। मे उसकी चुची को सहलाने लगा और उसकी चुत को हाथ से सहलाने लगा।

मुझे पता था कि यह पहली बार सेक्स कर रही है।

उसके मुख से ‘हह हह हह…’ की आवाज़ आ रही थी।

मेने उसको कहा- मे नीलम के साथ भी यही करता हूँ।

तो उसने अपनी बंद आँखें खोली और कहा- इसके बाद क्या करते हो?

मे समझ गया कि यह अब पूरी गर्म हो गई है, मेने उसके पूरे कपड़े उतार दिए, अब वह मेरे सामने पूरी नंगी थी।

मेने फिर अपने कपड़े उतारे और तेल की शीशी लेकर आया। मेने मेरे लंड पर तेल लगाया, उसके बाद उसकी चुत में तेल लगाया।

मेने उसको पूछा- मे अपना लंड डालूँ?

तो उसने कहा- डाल दो!

मेने जैसे ही अपना लंड थोड़ा सा उसकी चुत में डाला तो वह ज़ोर से चिल्ला दी- ऊऊओंम आआआअ ईईईईई नहियीईईईईईई भैयआआअ निकालओ।

मेने लंड निकाला और कहा- थोड़ा तो दर्द होगा। तू इतनी ज़ोर से मत चिल्ला!

उसने कहा- ठीक है, मगर भैया थोड़ी धीरे डालना!

मेने फिर से अपना लंड उसकी चुत में डाला तो वह जैसे ही चिल्लाई, मेने अपना मुँह उसके मुँह पर रख दिया और उसके होंठों को चूसने लगा।

थोड़ी देर के बाद उसका चिल्लाना कम हुआ।

फिर मेने अपनी कमर को थोड़ा पीछे कर के ज़ोर से एक झटका दिया और अपना पूरा लंड उसके चुत में डाल दिया। उसके बाद वह तो जैसे मर ही गई, इतनी ज़ोर से चिल्लाई- उम्म्ह… अहह… हय… याह… मम्मय्यययी नहियीईईईईईई भैयाआआ निकालऊऊऊऊऊऊ!

फिर मेने उसके होंठ अपने होंठों में ले लिए और ज़ोर ज़ोर से हिलने लगा।

उसकी चुत में से खून आने लगा और वह पागल सी हो गई।

मेने उसके चिल्लाने पर भी उसे चोदना नहीं छोड़ा और चोदता ही चला गया।

थोड़ी देर के बाद मेरा वीर्य निकल गया जो मेने उसकी चुत में नहीं जाने दिया, बाहर निकाल दिया।

और उसके ऊपर ही थोड़ी देर लेटा रहा।

मेरे लंड को उसकी चुत में से बाहर निकालने के बाद ही उसने चैन की सांस ली और कहा- भैया, अब मे आपसे कभी नहीं चुदुंगी।

मेने उसको कहा- तू अपना खून साफ कर ले और कपड़े पहन ले!

मेने अपने कपड़े पहन लिए और उसके बाद अपना काम करने लग गया।

थोड़ी देर के बाद वह कमरे से बाहर आई और कहा- भैया, मे जा रही हूँ।

मेने कहा- ठीक है, अब कब आएगी?

उसने कहा- जब टाइम मिलेगा।

आज भी मे उसको जब भी मौका मिलता है तो चोदता रहता हूँ।

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