chudas bhabhi Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/chudas-bhabhi/ Hindipornstories.org Tue, 01 Feb 2022 09:14:01 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 भाभी ने बुझाई हवस ही आग https://sexstories.one/bhabhi-ko-chodne-ki-hawas/ Tue, 01 Feb 2022 09:14:01 +0000 https://sexstories.one/?p=3507 भाभी ने मेरे लण्ड को कस कर पकड़ा और धीरे से सामने की चमड़ी को पीछे करते हुए मेरे गुलाबी टोपे को बाहर निकाला। भाभी अपने दोनों होठो से मेरा गुलाबी टोपा चूस रही थी। मेरे लण्ड के टोपे को होंठो में जकड़कर...

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Bhabhi ko chodne ki hawas – हैल्लो दोस्तो मेरा नाम भावेश है और में इंदौर के पास एक छोटे से गाँव का रहने वाला हूं। मेरी उम्र 20 वर्ष है और कद 6 फ़ीट ओर लण्ड साढ़े 8 इंच का लंबा तगड़ा फौलाद है। आज मै आपसे अपनी एक सच्ची घटना साझा करने जा रहा हूँ कि कैसे मैने अपनी गोरी चिकनी भाभी की चुदाई का आंनद लिया और लेता आ रहा हूँ।

मेरे घर में 5 सदस्य हैं जिनमें मेरे बुढ़े माता पिता, बड़े भईया ओर भाभी है।

मेरी भाभी का नाम शीतल है और उनकी उम्र 35 साल है। दिखने में गोरी चिट्ठी, क़ातिलाना शक़्ल ओर बेहद चिकनी कमर वाली हुस्न की परी है। उनकी मोटी तगड़ी गांड का आकार देखकर कोई भी मर्द खड़े खड़े अपनी पेंट गीली कर दे। भाभी के टाइट तरबूज का स्वाद मै हमेशा से चकना चाहता था और वह मौका एक दिन मिल ही गया। तो चलिए दोस्तो बिना वक्त जाया किए मै चुदाई के रहस्य से पर्दा उठाता हूँ।

घर की हालत कुछ खास न होने के कारण बड़े भईया शहर में नौकरी करते हैं और ज्यादातर समय बाहर ही रहते हैं।

बचपन से में पोर्न और सेक्स की कहानियां पड़ता आ रहा हु जिससे कि मेरे अंदर की हवस बढ़ चुकी है और मेरी भाभी को देखकर मेरी हवस बेक़ाबू हो जाती हैं और में बाथरूम में जाकर उस आग को शांत कर देता हूँ।

गर्मियों के वक्त हम सब छत पर ही सोते हैं, बाउजी ओर अम्मा छत के एक कोने पर भाभी से अलग सोते है ताकि भाभी को आराम से नींद आये और मै भाभी के बगल में ही सोता हू क्योकि छत पर ज्यादा तर खेत का सामान पडा रहने के कारण जगह नही बचती। मैं कई बार रात को जब भाभी गहरी नींद में होती है तब धीरे से कभी अपना हाथ उनके बोबो पर रख देता हूं या कभी उनसे चिपकर सोते हुए अपना हाथ भाभी की मोटी झंगो पर रख देता हूं पर भाभी की जब नींद खुलती तो वे मेरा हाथ हटा देती है बिना कुछ बोले ओर फिर से सो जाती है। बस इससे ज्यादा मैं कुछ कर नही पा रहा था और सारा दिन मेरे मन में भाभी को पेलने के अलग अलग विचार आते रहते और बस में हाथ से काम चला रहा था पर कुछ करने का मौका मिल नही रहा था।

पर कहते हैं ना जब आप कुछ ठान लेते है तब रास्ते अपने आप खुलते हैं। बस एक दिन वह मौका आ ही गया।

एक दिन भाभी मेरे कमरे में आकर बोली के भावेश देखो ना यह फ़ोन में नेट सही से चल नही रहा। भाभी टाइट सलवार में क्या माल लग रही थी मन कर रहा था कि अभी लपेट लू , इतने में भाभी ने कहा मुझे मत देखो भावेश मेरा फ़ोन देखो। भाभी बिककुल मुझसे चिपकर खड़ी थी और अपने फोन को देख रही थी। में उनके सामने फ़ोन में सब कुछ चेक कर रहा था इतने में मैने देखा कि भाभी के फोन में सेक्स वीडियोस डाऊनलोड कर रखी थी,यह देखकर मैं दंग रह गया और भाभी की ओर एक शरारती हसी से देखा। भाभी मुझे देखकर शर्मा गयी और फ़ोन छीनकर बाहर जाने लगी और बोली बाद में ठीक कर लेना मुझे काम है और चली गयी।

अब मै समझ गया था कि भईया के दूर रहने के कारण भाभी के अंदर भी हवस उफान पर है और मौके पर चौका मार लेना चाहिए। और मैने मन ही मन थान लिया कि आज रात को भाभी को पेल ही लूंगा।

भाभी जब शाम की चाय बना रही थी तब फिरसे मेने खुराफात करने की सोची ओर ओर रसोई में एक शैतानी हसी लिए मेने भाभी से पूछा कि भाभी आपके फ़ोन में ये चीज़े?? तो नज़रे छुपाती भाभी धिरे से बोली के भईया तो है नही बस यही सहारा है तो मैने भी बिना शर्म के जवाब दिया कि मै हूंना। मेरे जवाब से भाभी एकाएक सन्न सी हो गई और बात को काटते हुए बोली हटो चाय ठंडी हो रही है, अम्मा बाउजी को दे आओ। मै भाभी के इस उत्तर को एक छोटा सा इशारा समझ चूका था,बस रात का इंतजार था।

अम्मा बाउजी जल्दी छत पर सो चुके थे और मैने भी रोज की तरह अपना बिस्तर भाभी के बगल में लगा लिया, भाभी मेरी तरफ अपनी पीठ करकर सो रही थी। मैने भाभी को फिरसे पूछा कि भाभी आपका फ़ोन ठीक कर देता हूं, पर भाभी ने जवाब नही दिया शायद गहरी नींद में थी तो मेने अपना हाथ भाभी की कमर पर रख दिया और भाभी की गांड से अपना लण्ड सटा कर औऱ नज़दीक आ गया ओर भाभी से धीरे से कहा कि भाभी आपको बोहोत समय से पेलने की इच्छा है पर कभी मौका नही मिला आपकी गांड बोहोत रसीली है।

भाभी को नींद में देखकर मेने भाभी की लाल टाइट सलवार को थोड़ा नीचे किया और देखा कि भाभी ने पेंटी नही पहन रखी है। भाभी की गोरी गट चिकनी गांड पर में हाथ धीरे धीरे सहला रहा था। अब मेने अपनी दोनों उंगलियों पर थूक लेकर भाभी की चूत पर धीमे धीमे सहला रहा था। भाभी की चूत एक दम क्लीन शेव औऱ नाजुक मुलायम सी थी। मैने एक बार फिर थूक से भीगी उंगीयो के बीच मे भाभी की चूत को पकड़ा और धिरे से अपनी उंगली भाभी की चूत में कर दी, ऐसा कई बार करने के बाद मैने आने फौलाद को चड्डी से बाहर निकाला और भाभी की चूत पर हल्के से रख दिया।

भाभी की गीली चूत से मेरे फौलाद का टोपा भीग चुका था, मैंने बिना ज्यादा समय लिए भाभी की चूत में अपने लण्ड का टोपा गुसा दिया। जैसे ही मेरा लण्ड भाभी की चूत में जाने लगा भाभी सिसकिया लेने लगी ‘सससस, उफ्फ’। भाभी की सांसें बढ़ गयी और तेज़ धड़कन को मै महसूस कर पा रहा था। भाभी नींद में नहीं थी, सब सुन रही थी बस सोने का नाटक कर रही थी।

मै घबरा गया और अपना लण्ड भाभी की चूत से बाहर निकाल कर भाभी से कहा “भाभी आप जग रही थी?”

भाभी ने बिना कोई उत्तर दिए अपनी मोटी गोल चिकनी गांड मेरे झांगो से बीच में चिपका दी ओर मेरा लण्ड अपने हाथों से अपनी चूत में डालती हुई बोली “रुक क्यो गए जल्दी करो”।

मुझे हरि झंडी मिल चुकी थी, मेने फिर से भाभी के पेट पर अपना हाथ रखा और अपना फौलाद को फिर से धीरे धीरे भाभी की चूत की गहराईयों में उतारने लगा।

हर एक इंच के अंदर जाने पर भाभी पहले से तेज़ सिसकियां ले रही थी। अब मेने एक जोर का ध्क्का मारकर अपना पूरा साढ़े 8 इंच का लण्ड भाभी की चूत में उतार दिया ओर भाभी धिरे से चीखी ” अरे मोरी मइया,उफ्फ्फ, आह”। में अब तेज़ी से भाभी की चूत में धक्के दे रहा था और भाभी तेज़ी से सिसकियां ले रही थी, अम्मा बाउजी रात में बहुत गहरी नींद में थे।

हम दोनों लेटे हुए थे, मै भाभी को बिना रुके पेल रहा था और कस कर भाभी की ब्रा में हाथ डालकर बोबो को दबा रहा था। मै भाभी की गर्दन को चूमते हुए भाभी की चूत में जोर जोर से धक्के दे रहा था और भाभी भी साथ दे रही थी। भाभी की चूत से निकलते पानी से मेरी झांगे तक गीली हो गयी थी पर मै बेक़ाबू हो चूका था। थोड़ी देर बाद मैने अपना रस भाभी की चूत में ही खाली कर दिया ओर धीरे धीरे धक्के देता रहा।

अब मै ओर भाभी दोनों पसीने से लथपथ एक दूसरे के पास में लेटे हुए थे, भाभी मेरे तरफ बढ़ी और मेरे कान के पास आकर धीमी आवाज़ में मुस्कराते हुए बोली ” भावेश तूने तो मेरी सालो की प्यास बुझा दी, तू तो छुपा रुस्तम निकला” और मेरे गालो पर चुम कर मुसकराने लगी। मैने भी भाभी को चूमते हुए कहा “भाभी अब यह प्यास में रोज़ बुझाया करूँगा” । हम दोनों ऐसे ही एक दूसरे को देखते रहे और न जाने कब सुबह हुई पता ही नही चला।

शीतल भाभी को चोदना अब भी मुझे सपने जैसा लग रहा था, मेरा मन कर रहा था कि भाभी से अलग ही न हु बस उनके गोरे बदन से लिपटा रहू ओर दिन रात चुदाई मचाता रहूं।

आज भाभी पहले से बहुत ज्यादा खुश और खिली खिली लग रही थी। सुबह सुबह भाभी को चाय बनाते देख मैने भाभी को पीछे से कस कर पकड़ लिया और उनकी गांड पर अपना लोडा रगड़ने लगा। भाभी की गर्दन को चूमते हुए कहा”क्यों भाभी रात को मज़ा आया,आप बोहोत सेक्सी हो, उममममम” ।

भाभी- “हटो भावेश बाद में, कोई देख लेगा, हटो”।

Chudas गांड का छेद माल से भर डाला

हमारा घर काफी छोटा होने के कारण भाभी को अम्मा बाउजी के होते चोदना खतरे से खाली नही था इसलिए में बस रात के भरोसे ही दिन काट रहा था। मैं भाभी को ठीक से चोदना चाहता था, उनके जिस्म के हर एक हिस्से हो नापना चाहता था पर कैसे करता, इसी सोच में बेचैन था।

लेकिन मेरी किस्मत ने मेरा साथ फिरसे दिया और सुबह सुबह मेरे चाचा घर आये। चाचा ने आकर अम्मा बाउजी को एक हफ़्ते की तीर्थ यात्रा पर चलने की तैयारी करने को कहा। चाचा चाय पीते हुए बोले “भावेश तू जल्दी से अम्मा बाउजी का सामान बांधकर तैयारी कर दे, बड़ी मुशकिल से कल सुबह ट्रैन की टिकिट मिली है, देरी मत करना”।

चाचा की यह बात सुनकर में खुशी से झूम उठा, मेरे मन मे बस भाभी को पेलने के ख्याल ही घूम रहे थे, मै भाभी को अच्छे से पेलने के लिए उतावला हो रहा था, मन मे लड्डू फुट रहे थे। मैने भाभी की और हवस वाली शैतानी नज़र से देखा और मुसकराने लगा, भाभी भी मुझे ही देख रही थी और मन्द मन्द मुस्कराह रही थी।

चाचा अपनी चाय खत्म कर के जल्दी में चल दिए। पूरा दिन अम्मा बाउजी के लिए तैयारी करते करते में ओर भाभी थक चुके थे और रात को बिना कुछ किए सो गए। मै अगली सुबह अम्मा बाउजी को चाचा के साथ ट्रैन में बैठा कर घर लौट आया।

मेरे अंदर हवस की सुनामी उफान पर थी। मै घर लौटकर सीधा भाभी के कमरे में गया। शीतल भाभी लाल रेशम की साड़ी में पूरी तरह सज संवर कर बैठी आईने के सामने अपने खुले बालो को संवार रही थी। मै भाभी के इस क़ातिलाना अवतार को देखकर एकाएक स्तम्ब रह गया,मेरे मुंह से मानो लार टपक रही थी। भाभी के डीप ब्लाऊज से दोनों बूब्स आपस में मानो बाहर आने को उतारू थे। मुझे भाभी के साथ सुहागरात वाली फीलिंग आने लगी।

मैने भाभी को चिकनी कमर से पकड़कर अपनी और खींचा, भाभी के तरबूज मेरी छाती से पूरी तरह दब चुके थे, भाभी ओर मेरे होंठो के बीच नाममात्र दूरी थी, मै भाभी की सांसो को महसूस कर पा रहा था, मेरा लोडा टावर कि तरह तन्न चुका था मानो बस पेंट फाड़कर बाहर आने को बेताब था।

मेने भाभी से कहा ” शीतल मेरी जान, आज तुझे चोद चोदकर पागल कर दूंगा”

भाभी- “भाभी से सीधा शीतल, नटखट”

मेने भाभी के लाल गुलाबी होंटो पर अपने होठ रखते एक कस कर चुम्बन लिया। मेने अपनी जीभ को पूरा भाभी के मुह में डालते हुए उनकी जीभ पर फेरा। मै भाभी को बुरी तरह चुम रहा था और भाभी भी पूरा साथ दे रही थी। भाभी के होठों को मै चूमता गया कभी गर्दन पर चुंबन ले रहा था तो कभी भाभी की जीभ को खा जाने वाला था हम दोनों चुम्बन में मदहोश थे, एक दूसरे से कस कर लिपटे हुए काफी देर तक चुबंन का मज़ा मै लूटता रहा।

अब मैने भाभी को अपनी बाहों में उठाकर बेड पर लेटाया। भाभी का पेटीकोट मैने घुटनो तक उठा दिया और भाभी की गोरी पिंडलियों को चूमने लगा।

अब मै थोड़ा और ऊपर बड़ा और भाभी के पेटीकोट में अपना सर डालकर भाभी की गोरी गोरी झांगो को चूमने लगा। चूमते चूमते मेने भाभी का पेटीकोट उतार कर दिया।भाभी की गोरी लाल चूत को देखकर मेरे मुंह में लार भर आयी। मैने लपकते हुए भाभी की चूत पर अपनी जीभ फेरकर लाल चूत को चाटने लगा। भाभी को चूत में पूरी जीभ डालकर में किसी प्यासे की तरह चूत चाट रहा था, इस बार भाभी जोर जोर से सिसकियां ले रही थीं। मै ओर उत्तेजना से भाभी की चूत चाट रहा था, भाभी ने मेरे बालो को खीचते हुए अपनी दोनों गोरी झांगो की बीच मे मेरा सर दबाया ओर अपने दोनों पैर मेरे कंधो पर रखकर “उफ्फ उम्म भावेश ओह्ह,और तेज और तेज़” कहती हुई चूत चटवा रही थी। भाभी के चूत के रस से मेरी हवस की प्यास और उत्तेजित हो रही थी। अब मैने भाभी को उल्टा लेटाकर भाभी की मोटी गांड के बीचों बीच अपना मुँह दे मारा। भाभी की गांड चाटने को मै दोस्तो किसी शब्दो मे बयां नही कर सकता। भाभी की गांड को मानो दोस्तो में खा जाऊ।

अब मेने दोस्तो भाभी की कमर को चूमते हुए भाभी का ब्लाऊज उतारा और बिना वक्त गवाएं भाभी के ब्रा का हूक खोलकर दोनों कैदी बोबो को रिहा करवाया। भाभी के गोरे गोल रसीले तरबूज़ जैसे बोबो को देख में झूम उठा। गोरे बोबो पर काले निप्पल “उफ्फ्फ ससससससस’। शितल भाभी वाक़ई हूर की परी है।

एक एक कर दोनों काले निप्पल समेत मैं भाभी के तरबूज को पूरा मुँह में डाल चूस रहा था, कभी दाई वाला बूब कभी बायीं वाला बूब कभी दोनों को कसकर दबाते हुए दोनों एक साथ चूस रहा था। दोनों रसीले बूब दूध से भरे हुए थे, में इस दूध को मुँह में भरकर मन्त्रमुक्त हो चुका था। मैंने भाभी की जिस्म के हर एक अंग को चूमा, चूमता गया।

शीतल भाभी का नंगा जिस्म मैं अपने होठों से भीगा चुका था। भीगी हुई भाभी बेड पर पूरी तरह से नंगी लेटी हुई थी। दोस्तो मैने पहली बार किसी औरत को नंगी देखा था और वह नंगी औरत मेरी शीतल भाभी थी, गोरी चिठ्ठी, लाल चूत और काले निप्पल वाली हवसी भाभी। मेरा लण्ड बुरी तरह से तन्न चुका था मानो पेंट से बाहर आने को तड़प रहा हो।

भाभी उठकर अपने घुटनों पर बैठते हुए । मेरे पेंट को खोलने लगी। मैने भी साथ देते हुए अपने सारे कपड़े उतार दिए केवल अंडरवियर में खड़ा था। भाभी ने जैसे ही मेरी अंडरवेयर उतारकर निचे की, मेरा फौलादी लण्ड कूद कर बाहर आ निकला। तीर की तरह सीधा, आसमां को सलामी देता हुआ मेरा साढ़े 8 इंच का मोटा तगड़ा लम्बा काला लण्ड भाभी के मुँह के सामने था।

भाभी की आँखे फ़टी की फ़टी रह गयी और मेरा लण्ड सहलाते हुए बोली “इतना लंबा लण्ड , तुमहारे भईया का तो कुछ नही इसके सामने” और मेरी तरफ देखकर हँसने लगी।

भाभी ने मेरे लण्ड को कस कर पकड़ा और धीरे से सामने की चमड़ी को पीछे करते हुए मेरे गुलाबी टोपे को बाहर निकाला। भाभी अपने दोनों होठो से मेरा गुलाबी टोपा चूस रही थी। मेरे लण्ड के टोपे को होंठो में जकड़कर जो भाभी ने अपनी जीभ घुमाई है “उफ़्फ़फ़, शीतल मेरी जान” ।

मैने भाभी के बालों को पकड़कर अपना लण्ड भाभी के मुँह में डालने के लिए आगे किया तो मेरा साढ़े 8 इंच का चॉकलेटी लोडा भाभी के मुँह से फिसलता हुआ गले तक जा उतरा। शीतल भाभी की आँखे बाहर आ गयी पर भाभी रुकी नही बल्कि आँखे बंद कर लण्ड तेज़ी से चूस रही थीं। शीतल भाभी लण्ड चूसने में किसी पोर्नस्टार से कम नही लग रही थी। भाभी ने मेरा पूरा लण्ड मेरे दोनों गोटो समेत मुँह में भर लिया और सब कुछ गिला कर दिया। भाभी ने एक क्षण के लिए भी मेरे लण्ड से अपना मुँह अलग नहीं किया मानो सदियों से लण्ड की प्यासी हो ।

भाभी के मुलायम होठ ओर गीली जीभ मेरे लण्ड पर जादू कर चुके थे और देखते ही देखते मैने अपना पुरा मुठ ,अपने पुरे वीर्य रस से भाभी का मुँह भर दिया भाभी अभी भी मेरा लण्ड हर तरफ से चूस रही थी मानो एक बूंद मुठ भी व्यर्थ ना चली जाए।

मै अब भी उतना ही जोश में था। मैने नंगी भाभी को एक बार फिर उठा कर बेड पर लेटा दिया। अपने लण्ड पर थूक लगाकर मै अपने औज़ार की धार तेज़ करने लगा।

भाभी की गोरी टांगो को मैने चौड़ी कर भाभी की चूत पर अपना थूक लगाया। फिर अपने लण्ड को भाभी की चूत पर रखकर एक धीरे से ध्क्का दिया। मेरा लण्ड अभी आधा भी अंदर नही गया था कि भाभी सिसकिया लेने लगी ” ओह्ह भावेश उफ़्फ़फ़ मैईया ससससस ,और अंदर भावेश उफ़्फ़फ़” ।

भाभी की सिसकियों में अलग ही नशा था, मै जोश में आ गया और भाभी की चूत में एक जोर का धक्का दिया और भाभी चीख़ उठी ” आआहहहहहहह ससस मार ही डालेगा भावेश उफ़्फ़फ़ ओह्ह ओह्ह और तेज़ आआआहहहह”।

मै शीतल भाभी को चूमते हुए बुरी तरह चोद रहा था। मेरा लण्ड भाभी की चूत में जोर जोर से धक्के मार रहा था ” पच्च पच्च पच्च” ओर भाभी भी बिना किसी शर्म ओर प्रवाह के चिल्ला रही थी “भावेश उफ्फ आह और अंदर और आहहहह ससस भावेश और तेज़” मै भाभी को लबालब चोद रहा था।

कभी भाभी को घोड़ी बनाकर चोदने लगा तो कभी भाभी को उल्टा लेटाकर पेलने लगा, कभी भाभी मुझपर तो कभी मै भाभी पर “आह भाभी आह एसस एसस उफ़्फ़फ़ शीतल मेरी रांड, उम्मम हह हह ऊऊएह” ।

भाभी के जिस्म का एक एक कोना मै नाप चुका था पर मै फिर भी रुका नही में चोदते रहा बिना रुके।

भाभी की मोटी गोरी गोल गोल चिकनी गांड मे मैने जोर जोर से धक्के दिए, भाभी को चोद चोद कर भाभी की गांड चौड़ी कर दी।

मै और भाभी चुदाई में पूरी तरह मस्त थे, पूरा कमरा हम दोनों ही चीख़ से गूँज रहा था पर हम बेपरवाह चुदाई मचा रहे थे।

मैने अपना पूरा रस भाभी की चूत में खाली कर दिया ओर अब भी लण्ड के धक्के भाभी की चूत में देता गया।

मै और भाभी पूरी तरह थक चुके थे और चुदाई करते करते रात कब हुई पता ही नही चला।

पसीने से लथपथ भाभी और मै एक दूसरे से अब भी लिपटे हुए थे। भाभी बोली ” भावेश ऐसी चुदाई तेरे भईया ने आज तक नहीं कि, तेरा लण्ड लण्ड नहीं फौलाद है, आज में सालो बाद संतुष्ट हुई हु” और यह कहने के बाद मै ओर भाभी दोनों एक साथ नहाने चले गए।

उस दिन के बाद दोस्तो शीतल भाभी और मैं लगभग रोज़ चुदाई करते हैं। जब कोई घर पर नही होता तो रसाई, बाथरूम कही भी चालू हो जाते हैं और जब कभी मौका नही मिलता तो रात को भाभी को चोदता हु।

दोस्तो भाभियों को चोदने में अलग ही मज़ा है।

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पति के पीठ पीछे, मीनू अपने बेस्ट फ्रेंड से चुद रही गई https://sexstories.one/meenu-ki-chudai-kar-di-maine/ Thu, 02 Dec 2021 09:44:18 +0000 https://sexstories.one/?p=3387 जैसे ही वो सीधी हुई मेने उसके पैरो को फैलाया और उसकी चूत के दर्शन किए। फिर चूत के पास गया और में मीनाक्षी की चूत को चाटना सुरु कर किया 5 मिनट चाटने के बाद में आगे बड़ा और अपना लन्ड उसके मुंह के पास ले गया..

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Meenu bhabhi ki Chudai ki kamuk kahani हैलो दोस्तों ये मेरी पहली कहानी है जो की पूरी तरह से सच्ची कहानी है। ये कहानी मेरी और मेरी शादीशुदा फ्रेंड मीनाक्षी (बदला हुआ नाम) की है। कहानी सुरु होने से पहले में हम दोनो के बारे में बता दू। मेरा नाम अमित(बदला हुआ नाम) है। मेरी हाईट 5.9″ है। और में कोटा शहर में रहता हुं। मीनाक्षी मेरी स्कूल की बेस्ट फ्रेंड है। हम दोनो ने दसवीं क्लास पास करके आगे की पढ़ाई के लिए अलग अलग स्कूल में एडमिशन ले लिया था और हम अलग हो गए थे।

कुछ टाइम बाद मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) को शादी हो गई। फिर मेरी उससे मुलाकात उसकी शादी के साल भर बाद हुई। वो अपने पेपर देने के लिए अपने होम टाउन कोटा आई। हम दोनो कॉलेज के गेट पर मिले और एक दूसरे के नंबर लिए और चले गये। फिर हमारी कुछ टाइम तक ही फोन पर बात हुई।

फिर मेरी काफी टाइम बाद मेरे पास मीनाक्षी ने कॉल किया और बताया कि वो और उसका पति कोटा में ही किराए से रहने लगे है और उसके पति को कोटा में जॉब की तलाश कर रहा है।
मेने उसके पति को एक अच्छी सी एम एन सी कम्पनी में जॉब लगवा दी। जिसकी खुशी में मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) और उसके पति ने मुझे पार्टी दी जिसके बाद मेरी लाइफ बदल गई और मेने कई बार मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) को चोदा और उसे प्रेग्नेंट भी किया।

मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) के पति को जॉब लगवा दी उसके एक महीने बाद मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) के पति ने मुझे कॉल किया और अपने घर पर बुलाया। और बोला की वो एक छोटी सी पार्टी दे रहे है
तो में श्याम को तैयार होकर एक फूलों का गुलदस्ता लेकर उनके घर पहुंच गया वहा पहुंच कर देखा की पार्टी ओन्ली मेरे लिए रखी थी क्योंकि मेने उसकी जॉब लगवाई थी।

हा में आपको बताना तो भूल ही गया था की मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) राजपूत लड़की थी। अब राजपूताना पार्टी और उसमे दारू न हों तो कैसे काम चलेगा। तो वहां पर दारू भी थी।

हमने खूब दारु पी। हम सब ने कुछ ज्यादा ही पी ली थी तो मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) के पति ने मुझसे बोला की में रात को वही रुक जाऊं फिर मीनाक्षी ने भी मुझे रुकने के लिए बोला। लॉकडाउन का भी टाइम चल रहा था तो बाहर पुलिस वाले भी थे तो में वहा रुक गया।

फिर कुछ टाइम बाद हम तीनो खाना खा कर सोने की तैयारी करने लगे। वो दोनो जिस किराए के कमरे में रहते थे उसमे उनके पास बस एक ही रूम था जिसमे वो दोनो सोते थे बट उस दिन मुझे भी वही सोना था। तो हमारा बिस्तर लग गया जहा पर एक तरफ मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) का पति सो रहा था और उसके थोड़ी सी दूरी पर मीनाक्षी थी जो फिर थोड़ी डिस्टेंस बनाकर मेरा बिस्तर था जिस पर में लेटा हुआ था। में और मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) थोड़ी देर बाते कर रहे थे फिर में सो गया।

उसके बाद शायद रात के 12 बजे थे में बाथरूम गया। जो की उनके कमरे के बिलकुल पास में था लेकिन जब में वापस सोने के लिए आया तब मुझे सिसकारियों की आवाज आई मेने दरवाजे की आड़ से अंदर की तरफ देखा तो देखता ही रह गया मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) का पति उसे चोद रहा था। मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) की चूत दरवाजे की तरफ थी तो मुझे उसकी बिना बालों वाली गुलाबी चूत साफ साफ दिख रही थी जिसे उसका पति चोद रहा था। में बहुत ध्यान से मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) को चुदते हुए देख रहा था बट शायद मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) में मुझे देख लिया था।

फिर थोड़ी देर में उसका पति मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) के अंदर झड़ गया और थक कर अपनी जगह पर सो गया लेकिन मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) की इच्छा पूरी नहीं हुई थी वो और चुदना चाहती थी पर वो कुछ नहीं कर पाई और नॉर्मल हो कर सो गई। में भी एक बार झड़ चुका था तो में वापस बाथरूम में गया अपने आप को शांत करके रूम में आ गया और अपनी जगह पर लेट गया।

में लेटा था की मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) ने मेरी तरफ अपना मुंह घुमा लिया। जैसे ही मेने उसे देखा मेरी अंदर की वासना भड़क गई में सोचने लगा की केसे मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) की चोदूं बट मुझे थोड़ा डर भी लग रहा था की उसका पति देख न ले या फिर मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) नाराज न हो जाए। बड़ी मुस्किल से मेने हिम्मत कर अपना बिस्तर मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) के बिस्तर के पास में खिसका दिया और मीनाक्षी की तरफ मुंह करके लेट गया।

Kamuk chudai घर की छत पर गर्लफ्रेंड की चुदाई

मेंने पहली बार मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) को हवस भरी निगाहों से देख रहा था। मेने अपनी थोड़ी और हिम्मत बड़ाई और मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) के एक साइड बूब्स की छूने लगा। उसके बूब्स का साइज नॉर्मल थे और मुलायम थे तो में मुझमें थोड़ी और हिम्मत बाद गई फिर मेने उसके दोनो बूब्स को अपने हाथो में लिया और उसके बूब्स को प्यार से मसलने दबाने लगा। अचानक से मेने नजर उसके चहरे पर पड़ी शायद उसे ये सब अच्छा लग रहा था उसकी आंखे बंद थी में आगे बड़ा और डरते डरते उसके होटों पर छोटा सा किस करके हट गया और अपने जगह पर लेट गया जैसे कुछ हुआ ही नहीं हो।

फिर मेने वापस मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) की तरफ देखा उसकी तरफ से कोई भी परिक्रिया नहीं हुई तो मेरी हिम्मत बाद गई फिर में आगे बड़ा वापस उसके होटों पर किस करने लगा इस बार मेने काफी लंबा किस किया उसे। किस करते करते मेने मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) को अपनी बाहों में लेने लगा और उसकी पीठ को सहलाने लगा था l इतना कुछ होने के बाद उसकी तरफ से जब कोई भी प्रतिक्रिया नहीं हुई तो मेरी हवस और मेरी हिम्मत चरम सीमा पर थी। मेने जल्दी के अपने कपड़े खोले और मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) को सीधा किया। जैसे ही वो सीधी हुई मेने उसके पैरो को फैलाया और उसकी चूत के दर्शन किए। फिर चूत के पास गया और में मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) की चूत को चाटना सुरु कर किया 5 मिनट चाटने के बाद में आगे बड़ा और अपना लन्ड उसके मुंह के पास ले गया और मुंह के अंदर डालने की कोशिश करने लगा बट मेरा लन्ड उसके मुंह के अंदर नहीं गया फिर मेने मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) की टी शर्ट को ऊपर करके उसके दोनो बूब्स को चूसना सुरू कर दिया मेने उसके एक एक करके दोनो बूब्स को कम से कम 20 मिनट तक चूसा।

फिर मेने उसके होटों पर अपने हॉट रख कर उसे फिर से किस करने लगा था और उसके ऊपर लेट गया था।

मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) को लिप किस करते हुए मेने उसके दोनो पैरो को अपने कमर के ऊपर रख दिए। और धीरे से अपने लन्ड को उसकी चूत के अंदर डालने लगा था। मेरा लन्ड एक ही बार में उसकी चूत के अंदर चला गया तब में उसे धीरे धीरे चोदता रहा और किस करता रहा। तभी मुझे पता चला की मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) सोई नहीं है वो जगी हुई है और चुदने का पूरा मजा ले रही है। तभी मेने सोचा की जो हो रहा है जैसा हो रहा है वैसा ही चलने दो फिर क्या था में बिना रुके मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) को चोदता रहा और फिर मेने अपना पूरा माल मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) की चूत के अंदर छोड़ दिया और उससे चिपककर लेटा रहा।

2 मिनट बाद में उसके ऊपर से उतरा और कपड़े ठीक करके अपनी जगह पर लेट गया। तभी मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) ने अपने पति की तरफ मुंह कर लिया और उसकी गान्ड मेरी तरफ कर दी। मुझसे फिर रहा नही गया में हिम्मत करके मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) के पीछे से चिपक गया। जिससे मेरा लन्ड उसकी गान्ड से चिपक गया था मेने वापस उसके बूब्स दबाना शुरू कर दिए थे। फिर में उसे कपड़ों के ऊपर से उसकी गान्ड को अपने लन्ड से सहलाते सहलाते वापस उसके कपड़ो को ऊपर किया और उसकी एक टांग उठा कर उसकी चूत में लन्ड डाल कर चोदने लगा इस बार मेने मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) को पीछे से और आगे से खूब चोदा किस किया और उसके दोनो बूब्स को खुद चूसा।

इस बार जैसे ही मेने उसकी चूत के अंदर अपना माल छोड़ा उसे कस कर गले लगा लिया और धीरे से मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) के कान में थैंक यू और आई लव यू बोला और उसे यह भी बताया की में जनता हु की वो सोई नहीं है और चुदने का पूरा आनंद ले रही। यह सुनते ही उसने भी मुझे कस कर पकड़ लिया थैंक यू और आई लव यू टू बोलकर किस करने लगी। फिर मेने एक बार और उसे जम कर चोदा।

चोदते टाइम उसके पति की तरफ देखा और में हस दिया और मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) को उसके पति की तरफ दिखा कर बोला पति के पीठ पीछे मीनू अपने बेस्ट फ्रेंड से चुद रही है वो यह बात सुनकर थोड़ी सी मुस्करा दी और मुझे बोली और चोदने को। फिर में उसे चोदता रहा इस बार मेने उसे लगातार 1 घंटे तक चोदा। फिर वापस उसके अंदर अपना माल छोड़ कर हम दोनो अलग अलग होकर अपनी अपनी जगह सो गए।

फिर जब में सुबह उठा तब तक मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) और उसका पति दोनो उठ चुके थे। उठते ही मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) ने मुझे बताया की उसका पति बाथरूम में है तो मेने मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) को पकड़ लिया और किस किया और उसके बूब्स को खुद दबाया और जब उसका पति बाथरूम से बाहर निकलने वाला था तब मेने मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) को छोड़ा और फिर हमने साथ में नाश्ता किया और में घर आ गया।

उसके बाद मेने कई बार मीनाक्षी(बदला हुआ नाम) को चोदा। और मेरी द्वारा की गई उसकी चुदाई के बाद वो प्रेग्नेंट भी हो गई।

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रसीली प्रज्ञा भाभी https://sexstories.one/pragya-bhabhi-ki-rasili-chooth/ Fri, 19 Nov 2021 08:53:22 +0000 https://sexstories.one/?p=3439 उसका मुरझाया हुआ लण्ड देख कर चकित रह गयी काला स्याह लण्ड मेरे पति के खड़े लण्ड से दो गुना लंबा और मोटा उसके लण्ड का टॉप भी हथौड़े के जैसा गोल मोटा ऐसा लण्ड सिर्फ आजतक विदेशी नंगी फिल्मो मैं नीग्रो का ही देखा था...

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pragya bhabhi ki rasili chooth – दोस्तो मेरा नाम कमल है मैं एक शादी शुदा आदमी हु लेकिन सेक्स मैं कम रुचि रखने वाली औरत है और फिर उसकी छतिया बहुत छोटी थी और सेक्स मैं जोश भी नही दिखा पाती थी जल्दी ही थक जाती पहली रात को ही जब मैंने अपने पाइप जैसे मोटे लण्ड से उसको चोदा तब से ही वो ख़ौफ़ मैं रहती थी.. तीन दिन तक वो सीधी नही चल पाई थी..

बुखार अलग आ गया था मैं बड़े और मांसल छातियों वाली औरत के लिए हमेशा बेकरार रहता उसने मेरे लण्ड की साइज के बारे मे अपनी माँ और भाभी को भी बताया उधर समस्या इसके बिल्कुल विपरीत थी उसकी भाभी गाव की थी मेहनतकश बदन और उसका पति कमजोर छोटे से लण्ड वाला वो जानता था कि मेरा लण्ड छोटा है इसलिए वो अक्सर उसकी पत्नी से झगड़ा करता था उसके दिमाग मे यही बात रहती थी कि ये किसी से चुदवा न ले भाभी उसका नाम प्रज्ञा था…

एक डिलीवरी के बाद उसका पति महीनों उसकी चड्डी नही खोलता और वो अपनी सभी कामुक इच्छाओ को दबा कर जीवन जी रही थी उसकी गाव की सहेलियां जब अपने पति की साइज़ का बड़ा चढ़ा के बखान करती थी तो उसका दुख और बड़ जाता मेरी सास भी अपनी बेटी की समस्या को जानती थी लेकिन क्या करती दूसरी तरफ बहु बेटे के रोज रोज के झगड़े होली के दिन की बात है प्रज्ञा का पति अपने दोस्तों के साथ होली खेलने चला गया पीछे से उसके दो दोस्त आये प्रज्ञा भाभी ने उसको ससम्मान चाय नास्ता कराया जाते जाते वो प्रज्ञा को गालो पर रंग लगा गए..

उसके बाद वो उसके पति से मिले तो मजाक मजाक मैं उसने बोल दिया कि हम तेरे घर पर होली खेल कर आये है भाभी से पूछना कहा कहा रंग लगाया है कपड़ो पर निशान दिख जाए गे इधर उन लड़कों के जाने के बाद पड़ोस की आंटी आयी प्रज्ञा को रंग लगाया तो उसने उसकी सफेद ब्रा पर अपने दोनों हाथों के निशान लगा दिए अब पति पी पा कर दोपहर को घर आया तब तक प्रज्ञा नहा चुकी थी वो नहाने बाथरूम गया वहां उसकी नज़र प्रज्ञा की सफेद ब्रा पर गयी दोनो बोबे पर लाल रंग के पंजे के निशान पास मैं पैंटी सुख रही थी वो भी चुत और गांड की तरफ पंजे के निशान वो गुस्से मैं पागल हो गया और खूब गली गलोच करने लगा..

उसको लगा ये सब काम उसके दोस्तों ने कर दिया है तभी मेरा वहा पहुचना हुआ दोनो खूब झगड़ रहे थे प्रज्ञा भी बोल पड़ी मेरी जवानी तुम्हारे तो किसी काम की नही किसी के काम आयी तो क्या हुआ मामला बहुत गर्म था जैसे तैसे ठंडा किया और समझाया कुछ दिन बाद मैं पत्नी को लेने ससुराल गया वहां एक दोस्त बहुत दिनों बाद मिल गया वो भी मेरे साथ ससुराल आ गया पत्नी और सासु जी दोनो किसी काम से बाजार निकल गए दोस्त मोहन जाट फोटोग्राफर था और जिम ट्रेनर भी लंबा पूरा गोरा हैंडसम बिल्कुल जॉन इब्राहिम जैसा दिखता था….

प्रज्ञा भाभी उस पर खूब लटकी उसके आगे पीछे घूमने लगी बात बात मैं उसको कई बार आंख मारी उसके जाने के बाद मैंने ड्रिंक करने बैठा प्रज्ञा ने मुजे किचन के पास वाले रूम मैं ही बैठने का फोर्स किया मैं समझ नही पा रहा था कि ये अचानक दीवानी क्यो हो रही है वो बहुत खुश थी मैंने ड्रिंक करना शुरू किया वो किचन मैं से मुजे देख देख मुस्कुरा रही थी मैंने उसको अपने पास बुलाया वो इठलाती बल खाती आई मेरे पूछने पर उसने बताया कि आप अपनी पत्नी से संतुष्ट नही मैं मेरे पति से तो मम्मी ने और दीदी हैम तीनो ने फैसला किया कि आप मम्मी जी और मुजे अब कभी भी मौका मिलते ही आप चोदना चाहये तो चोद सकते है घर की इज्जत घर मे ही रहे गी..

प्रज्ञा ने अपने ब्लाउस के हुक खोल कर अपनी सांवली नंगी बड़ी बड़ी छातियां मेरे सामने कर दी मैं भी उसकी बड़े बुब्ब्स को चूसने लगा प्रज्ञा बेहद उत्तेजित हो उठी वो मेरी पेंट खोलने की कोशिश करने लगी जब मैंने मेरा लण्ड निकाल कर उसके हाथ मे दिया वो उस पर अपना प्यार लुटाने लगी तभी उसके पति का फोन आया काफी देर तक नही उठाने पर मैने बोला उठाने को वो मेरे लण्ड को हाथ मे लेकर पति …इतनी देर हो गयी फोन उठाने मैं ….प्रज्ञा भाभी …अपने यार का लण्ड चूस रही हु ..पति ….नाराज़ हो …होली के दिन से ….प्रज्ञा मेरे लण्ड के टोपे को आवाज निकाल कर चाटने लगी बोली 30 मिनट बाद फोन लगाना यार से अपनी चुत चुदवा लू फिर …पति ….मजाक मत करो अरे …उसदिन …तुम्हारी ब्रा पर पंजे के निशान थे तो प्रज्ञा …..तो …क्या …तुम्हारा खड़ा नही होता तो इस मैं मेरी गलती है पति ….अरे नही …उस दिन मैं गलत था प्रज्ञा ….नही उस दिन तुम सही थे तुम्हारे दोनो दोस्तों ने मेरे बोबे चूसे भी दबाये भी और पेंटी मैं मेरी चुत मैं उंगली घुसा कर रंग लगाया था और आज के बाद मैं अपनी इच्छा से किसी से भी चुड़वाओ तुम कुछ नही बोलो गे पति ….मेरी इज्जत का क्या होगा प्रज्ञा …तुम्हारी इज्जत मेरे चुप रहने मैं ही है ….वार्ना मैं अभी मेरे पापा को फोन लगती हु तुम ईज्जत के साथ यहाँ रहना पति ….

अब इस मैं पापाजी कहा से आ गए चलो जब तक मैं ठीक नही होता हूं मैं तुम्हे कुछ नही कहुगा प्रज्ञा ….मैं आप की थी आप की ही रहूंगी लेकिन आप जानते हो आप मेरी मजबूरी समझते हो आज तक मैन ऐसा बोला क्या पति ….हा नही बोला लेकिन मैं समझता हूं प्रज्ञा .. आप को मेरी छोटी बहन आशा पति …हा हा प्रज्ञा …अपनी शादी के बाद यहाँ आयी थी तब आपने उसके निम्बू कई बार दबाये थे पति …अरे …वो ….तो प्रज्ञा …मैं भी चुप थी न समझो यार पतिदेव पति की आवाज भारी होने लगी थी आशा के नाम से प्रज्ञा …

16 साल की उफनती जवानी है जानू कुछ समझे पति ….ओ हा हा समझ गया प्रज्ञा …मजे लेना 16 साल की कुंवारी के मुजे भी मजे लेने दो आप की बीमारी ठीक हो जाये तो पक्का मंगलसूत्र की कसम पति …लेकिन ये बात हम दोनों मैं ही रखना और प्रज्ञा को पति की भी सहमति मिल गयी मैं ….वो ब्रा पर निशान प्रज्ञा …..मैंने खुद ही लगाए थे वो अपनी दोनों छातियों के बीच मैं मेरे लण्ड को मालिश करती बोली मैं .. मतलब उन लड़को से ….प्रज्ञा ….नही मेरा कोई संबंध नही है मैं …तो ये सब नाटक क्यो …प्रज्ञा …इनका बहुत छोटा है फिर एक डिलेवरी के बाद ये मुजे तेरी ढीली हो गयी बोल कर करते नही थे खड़ा इनका नही होता और रंडी मुजे बोलते हर सुंदर मर्द से मेरा नाम जोड़ते मैं भी सुनते सुनते पक गयी एक दिन दीवाली के समय इन्होंने एक लड़के को साफ सफाई के लिए पास की जुग्गी से घर भेजा वो बहुत काला लेकिन लंबा मजबूत था धूप दिन भर रोड और मकान का काम करता था पहले दिन ही उसकी कसी हुई मजबूत मांसपेशियों को मैने काम करने के दौरान महसूस किया वो एक प्रकार का नीग्रो जैसा था..

Chudayi stories दोस्त की कुंवारी बहन को पेला

बहुत ताकत थी उस मैं उसने 100 किलो का बोरा (बेग)सिर्फ एक हाथ से उठा कर ऊपर रख दिया शाम को जब वो आज का काम पूरा कर बाथरूम के बाहर हाथ मुह धो रहा था तभी मेरी नज़र उसकी धोती मैं चली गयी मैं उसका मुरझाया हुआ लण्ड देख कर चकित रह गयी काला स्याह लण्ड मेरे पति के खड़े लण्ड से दो गुना लंबा और मोटा उसके लण्ड का टॉप भी हथौड़े के जैसा गोल मोटा ऐसा लण्ड सिर्फ आजतक विदेशी नंगी फिल्मो मैं नीग्रो का ही देखा था मेरी निप्पले कल्पना मात्र से ही खड़ी हो गयी थी मेरी चुत मैसे गर्म लावा बह निकला अगले दिन मैंने ज्यादा खुले गले का ब्लाउस पहना उस समय मेरे दिमाग मे सिर्फ उसका खड़ा लण्ड देखने की इच्छा थी स्टोर रूम की ऊपर की सफाई के लिए उसको स्टूल पर ऊपर खड़ा कर मैं स्टूल पकड़ खड़ी हो गयी..

अपने ब्लाउस के ऊपर के दो बटन भी मैने खोल रखे थे साड़ी का पल्लू भी पिन से नही लगाया था पल्लू नीचे गिराया और उसको अपनी आधी खुली छातियों के दर्शन कराए वो मेरे ब्लाउस मैं झांक रहा था मैं उसकी धोती मैं काला लण्ड अब फूलने लगा था लगातार बड़ा हो रहा था काफी मोटा और बड़ा हो गया लण्ड का टॉप अजीब था उसका इतना मोटा टॉप तो फिल्मो मैं भी नही देखा था एक छोटे एप्पल की साइज़ का था मैं अपने आप को रोक नही पाई और उसकी जांघो की मांसपेशियों पर हाथ फेरने लगी मैने उसकी आँखों मे देखा शायद वो कन्फर्म ही कर रहा था उसने अपनी धोती की गठान खोल दी अजगर की भांति उसका काला मोटा लंबा लण्ड मेरी आँखों के सामने तलवार की तरह तना हुआ खड़ा था मुजे ये सब सपने की तरह लग रहा था मैने आपा खो दीया और लण्ड के टॉप पर उंगली फेर दी लण्ड जोर जोर से उछलने लगा और तन गया…

तभी मेरे सिर को उस लड़के ने पकड़ा और मेरे चेहरे पर अपना लण्ड का टॉप फेरने लगा मुजे ऐसा लगा मानो स्टील का पाइप मेरे चेहरे को छू रहा हो इतना सख्त मेरे होटो पर उसने टॉप को रखा और सिर पकड़ कर मेरे मुह मैं लण्ड फसा दिया मैं गगगगगग गुऊऊऊUऊ की आवाज निकाली लण्ड चूसने लगी वो फिर स्टूल से उतरा और दोनों हाथों से मेरी छातियां मसलने लगा मैं उसकी गुलाम हो गयी थी कब उसने मेरी साड़ी अन्य कपड़े निकाल दिए पता ही नही चला मैं अब पूरी नंगी थी उसने मुजे अपनी मजबूत बहो मैं उठाया और मैंने गिरने के डर से अपनी नंगी टांगे उसकी कमर पर लपेट दी उसका तलवार जैसा खड़ा लण्ड अपने आप जगह बनाता मेरी चुत मैं समा गया उसका बदबू दार पसीना और बीड़ी की बदबू मेरे नथुनों मैं समा गई..

लेकिन मैं पागलो की तरह उसके गाल चाट रही थी उसने मुजे ऐसे ही खड़े खड़े चुदाई का रस दीया मैं जल्दी झर गयी फिर उसने मुजे नीचे उतारा और अपने लण्ड का पानी मेरे मुह और छाती पर निकाला वो फिर जब तक काम करता रहा रोज मेरी प्यासी चुत को अपना पानी पिलाता उसके बाद मुजे अलग अलग मर्दो का स्वाद लग गया लेकिन मैं डरती थी अब तो लायसेंस मिल गया है अब पति डर गया वो जोर से हँसी और नीचे जमीन पर सो गई मैं उसकी मांसल जवानी का दीवाना उसपर चढ़ गया काफी देर तक प्रज्ञा भाभी की चुदाई करि और प्रज्ञा …जीजा जी मैं अब उसी के साथ मस्ती करू गी जिसे आप इजाजत दो गे

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भाभी बोली, आ तुझे मर्द बनती हूँ https://sexstories.one/chudas-bhabhi-ne-banaya-ladke-se-mard/ Tue, 26 Oct 2021 06:21:26 +0000 https://sexstories.one/?p=3131 अब मेने भाभी के एक बूब्स को मुँह मे लेकर चूसना स्टार्ट कर दिया मुझे बहुत अच्छा लग रहा था क्योंकि ये मेरा पहला एक्सपीरियन्स था अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था तो मे भाभी के उपर चड गया ओर ज़ोर जोर से उनके बूब्स चूसने लगा कुछ ही देर मे भाभी की आँख खुल गई...

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Chudas Bhabhi ne Chudwaya मेरा नाम राज है ये स्टोरी मेरे पहले सेक्स एक्सपीरियन्स की है मेरी भाभी के साथ ओर यह मेरी फर्स्ट स्टोरी है इस साइट पर अब मे अपनी स्टोरी पर आता हूँ हमारे घर मेरे 3 भाई ओर 1 बहन है बहन की शादी हो गई है ओर बड़े भैया की शादी हो गई है उनसे छोटे भैया अपनी पढाई के लिए दिल्ली मे रहते है ज़्यादातर मे मम्मी पापा ओर भैया भाभी ही घर पर रहते थे ये बात उन दिनो की है जब मे 12वी मे पढ़ता था मेरे भैया की शादी को 2 साल हो गये थे मे ज्यादातर अपनी पढाई मे बिज़ी रहता था इस वजह से मे अपनी भाभी से ज्यादा बात नही कर पाता था.

एक दिन मेरे सारे घरवाले किसी की शादी मे गये थे कुछ दिनो के लिए मे मेरे भैया ओर भाभी ही घर पर रुके थे भैया सरकारी जॉब में है इसलिये वो सुबह ही घर से चले जाते थे घर मे भाभी ओर मे ही रहते थे इसी बीच मे ओर भाभी ज्यादातर बाते करते थे बातो ही बातो मे भाभी के बारे मे बताना ही भूल गया मेरी भाभी का नाम सिमरन है। मेरी भाभी देखने मे सेक्स बॉम्ब है मुझे उनके लिप्स बूब्स और बेक बहुत सेक्सी लगती है मेने एक दो दिन मे देखा की भाभी मेरी तरफ आकर्षित होने लगी थी.

भाभी कभी कभी बातो मे मेरे गालो को पकड़ती तो कभी कभी मज़ाक मे मेरी पीठ पर हाथ मारती उस टाइम सेक्स की समझ ना होने की वजह से मे समझ नही पाया 12वी बोर्ड होने की वजह से मे अपनी पढाई मे बिज़ी रहा ओर मे समझ नही पाया ओर ऐसा ही कुछ दिन चलता रहा ओर मेरी नज़र मे भाभी मेरी प्यास बुझाने वाली नज़र आने लगी फिर घरवाले वापस आ गये ऐसे ही दिन महीने बीतते गये मेने 12वी पास कर लिया ओर बी.सी.ए जॉइन कर लिया बी.सी.ए की पढाई मुझे ज़्यादा कठिन नही लगी ओर मे घर पर ज़्यादा नहीं पढता था इसी बीच अब मे भाभी की तरफ आकर्षित होने लगा भाभी तो पहले से ही मेरी तरफ आकर्षित थी पर मेरे रेस्पॉन्स ना देने की वजह से भाभी खुल नहीं पाई थी.

एक दिन भाभी अपने कमरे मे थी तो मे भी उनके पास चला गया ओर मज़ाक करने लगा मेने मजाक मजाक मे भाभी को क़िस कर लिया तो उन्होने मुझसे कुछ नहीं कहा बस अरे कह कर रुक गई मेने ऐसे ही मज़ाक मज़ाक मे एक दो बार ओर भाभी को क़िस कर लिया तो भाभी कुछ नहीं बोली ओर अपने गाल छुपाने लगी मे जब भी भाभी को किस करने की कोशिश करता भाभी अपने गाल छुपाने लगती मेंने भाभी से कहा भाभी एक किस ओर तो भाभी ने मना कर दिया तो मेने कहा जब तक एक जब तक एक ओर क़िस नहीं दोगी मे नहीं जाऊंगा तो भाभी ने मना कर दिया मे ज़िद पर आ गया तो भाभी मान गई ओर मे क़िस लेकर चला गया अब जब भाभी मुझे अकेले मे मिलती मे उन्हे क़िस करता ऐसे ही किस्सिंग का सिलसिला शुरू हो गया.

एक दिन मे ओर भाभी उनके रूम मे बैठे थे तो भाभी ने मुझसे पूछा की तुम मुझे क़िस क्यो करते हो तो मेने कहा की आप मुझे अच्छी लगती हो भाभी ने कहा तुम्हारी गर्लफ्रेंड अच्छी नहीं है क्या मेने भाभी को इंप्रेस करने के लिए कहा की मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है भाभी ने कहा ऐसा हो ही नहीं सकता की तुम्हारे कोई गर्लफ्रेंड नहीं हो तुम इतने सुन्दर हो मेने कहा कॉलेज मे मुझे कोई लड़की पसंद नहीं है मुझे तो आप बहुत अच्छी लगती हो ओर सेक्सी भी भाभी मुस्कुराने लगी ओर कहा मुझमे तुम्हे क्या सेक्सी लगता है। मेने कहा आपके लिप्स भाभी ओर मेने कहा आपके बूब्स भाभी मुस्कुराने लगी ओर पूछा ओर क्या मेने कहा आपकी बेक तो भाभी हंसने लगी ओर कहा बस करो मेने कहा आप मुझे बहुत सेक्सी लगती हो ओर मेने भाभी के होठो पर क़िस कर लिया ये मेरा पहला किस था भाभी के होठो पर भाभी बोली अरे ये नहीं.

मे फिर भाभी के गाल पर क़िस करने लगा तो भाभी ने कहा कोई आ जायेगा तो मे हट गया ओर इस तरह मे कभी भाभी के गाल पर किस करता तो कभी भाभी के लिप्स पर कभी कभी तो मे भाभी की बेक पर हाथ फेरता रहता था भाभी बस मुस्कुरा देती थी ओर मेरी हिम्मत बडती गयी ओर एक दिन मे किचन मे पानी पी रहा था तभी भाभी आ गई तो मेने हिम्मत करके भाभी के गाल पर क़िस करते हुये भाभी के बूब्स को प्रेस कर दिया भाभी चोंक गयी ओर जल्दी से अपने रूम मे चली गयी मे थोड़ा सा डर गया था की कहीं भाभी किसी से कुछ कह नहीं दे पर भाभी ने कुछ नहीं कहा ओर इस तरह से मे कभी कभी भाभी के बूब्स भी प्रेस करने लगा मेने देखा की भाभी भी इसका मज़ा लेती थी उन दिनो गर्मियो का मोसम था ज्यादातर घरवाले छत पर सोना पसंद करते है और मे भी.

भाभी ओर मम्मी नीचे सोती थी क्योंकि भैया रात मे 11-12 बजे तक आते थे क्योंकी ऑफिस मे ज़्यादा काम चल रहा था मम्मी ओर भैया किसी काम से आउट ऑफ स्टेशन चले गये थे पापा भैया भाभी ओर मे ही घर पर बचे थे दिन भर कॉलेज मे रहने से मे थक गया था ओर घर आकर सो गया जब उठा तो घर के काम मे लग गया इसी वजह से मुझे भाभी के साथ टाइम नहीं मिल पाया शाम को मे अपने दोस्तो के साथ घूमने चला गया जब रात मे आया तो भाभी खाना बना कर सोने चली गईं थी मे भी खाना खा कर छत पर सोने के लिए जा रहा था तो पापा ने कहा आज तुम नीचे सो जाओ भाभी नीचे अकेली है तो मे नीचे सोने के लिए चला गया दिन मे सोने की वजह से मुझे नींद नहीं आ रही थी मे टी.वी देखने लगा अचानक लाइट चली गई तो मे बोर होने लगा था.

Chudas Bhabhi करवाचौथ का दिन मेरी बीवी की जबरजस्त चुदाई

अचानक मेरे दिमाग मे भाभी के बारे मे याद आया की मे ओर भाभी नीचे अकेले है तब मेने सोचा क्यो ना आज अपनी किस्मत को टेस्ट किया जाये ओर मेने भाभी के रूम के पास जा कर देखा की भाभी गहरी नींद मे सो रही तो मे भाभी के पास बेड पर जा कर लेट गया मे ज्यादातर सोते टाइम सिर्फ़ शॉर्ट पहनता हूँ ओर कुछ नहीं यहा तक की अंडरवेयर भी नहीं पहनता हूँ मेने धीरे धीरे भाभी के बूब्स को सहलाना स्टार्ट कर दिया कुछ देर बूब्स सहलाने के बाद मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था तो मेने भाभी के कुर्ते को उपर कर दिया भाभी ने ब्रा नहीं पहनी थी ये देख कर मे ओर पागल हो गया.

भाभी दिन भर थकी होने के कारण बहुत थकी हुई गहरी नींद मे सो रही थी ये देख कर ही लग रहा था अब मेने भाभी के एक बूब्स को मुँह मे लेकर चूसना स्टार्ट कर दिया मुझे बहुत अच्छा लग रहा था क्योंकि ये मेरा पहला एक्सपीरियन्स था अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था तो मे भाभी के उपर चड गया ओर ज़ोर जोर से उनके बूब्स चूसने लगा कुछ ही देर मे भाभी की आँख खुल गई ओर उन्होने मुझे अपने उपर से हटा दिया ओर अपने बूब्स को कुर्ते से छुपा लिया

भाभी :- ये क्या कर रहे हो राज.

मे :- भाभी आज आप बहुत अच्छी लग रही थी तो कंट्रोल नहीं हो रहा था.

भाभी :- नहीं राज ये सब इतनी जल्दी नहीं.

मे :- आज नहीं भाभी मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा है.

भाभी :- नहीं राज तुम्हारे भैया आने वाले है.

मे :- अभी नहीं आयेगे क्योंकि अभी सिर्फ़ 10 बजे हुये है.

भाभी :- नहीं राज जाओ ओर जा कर सो जाओ.

मे :- नहीं भाभी आज मे आपको प्यार करके ही जाऊंगा.

भाभी :- नहीं राज प्लीज़ जाओ सो जाओ.

मे :- नहीं भाभी मे आज नहीं सोऊंगा (ये कह कर मेने भाभी को बाहों मे भर लिया ओर किस करने लगा.)

भाभी :- नहीं राज प्लीज़ तुम्हारे भैया आ जायेगे.

मे :- नहीं भाभी आज कोई नहीं आयेगा.

भाभी :- राज आख़िर तुम आज करना क्या चाहते हो.

मे :- आज मे सेक्स करूँगा आपके साथ.

भाभी :- नहीं सेक्स नहीं राज तुम्हारे भैया आ जायेगे.

मे :- देखो भाभी कंट्रोल नहीं हो रहा है.(भाभी को शॉर्ट के उपर से अपना 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लंड दिखाते हुये जो शॉर्ट मे टेंट बना रहा था.)

भाभी :- जाओ राज इसे अपने हाथ से शांत कर लो.

मे :- नहीं भाभी आज मे इसे अपने हाथ से शांत नहीं करूँगा आज तो इसे आप ही शांत करेंगी.

भाभी :- अच्छा राज मे तुम्हारा लंड अपने हाथ से शांत कर देती हूँ.

मे :- हाथ से तो मे भी अपना लंड शांत कर सकता हूँ तो फिर आपकी क्या ज़रूरत.

भाभी :- अच्छा तो मे अपने मुँह से तुम्हारा लंड शांत कर दूँगी.

मे :- मेने सोचा की आज ये एक्सपीरियन्स भी आज़मा लिया जाए ओर मे राज़ी हो गया.

भाभी :- अपना शॉर्ट उतारो.

मे :- आप अपने हाथो से उतारो (ओर भाभी ने अपने हाथो से मेरा शॉर्ट उतार दिया बाहर आकर मेरा लंड भाभी को सलामी देने लगा मेने देखा मेरा लंड देख कर भाभी का चेहरा लाल हो गया था.)

भाभी :- राज तुम्हारा लंड बहुत ही लंबा ओर मोटा है तुम्हारी बीवी बहुत ही खुश रहेगी (ओर भाभी मेरा लंड मुँह मे लेकर चूसने लगी.)

मे :- आआअहह भाभी ओर प्यार से आआअहह भाभी.

भाभी :- उउन्न्ं आहह.

भाभी मेरा लंड चूस रही थी ओर मे भाभी के बूब्स दबा रहा था मेने देखा भाभी भी गर्म होने लगी थी मे भी बहुत गर्म हो गया था.

भाभी :- बस अब मेरा मुँह थक गया है तुम्हारा लंड चूसते चूसते.

मे :- भाभी बस कुछ देर ओर मे कुछ ही देर मे शांत हो जाऊंगा.

आहह उउउन्न्ञनह

मे :- भाभी जब मेरे लंड से पानी निकले तो सारा पानी अपने मुँह मे ही लेना अपना मुँह हटाना नहीं आअहह मेरा पानी निकलने वाला है.

भाभी :- आआहह उउउहह.

फिर मे भाभी के मुँह मे झड़ गया ओर भाभी ने मेरे लंड का सारा पानी अपने मुँह मे ले लिया ओर मे शांत हो गया कुछ देर बाद मे अपने रूम मे सोने चला गया।

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Mast Dukan Wali Bhabhi ko Choda https://sexstories.one/dukan-wali-bhabhi-ko-choda/ Thu, 18 Mar 2021 03:03:40 +0000 https://sexstories.one/?p=3161 भाभी मेरे सामने उपर से नंगी थी और मे उनकी चूचियों को देखता ही रहा गया तो भाभी बोली की सिर्फ़ देखेगा या फिर इने चूसेगा भी कहते ही मेरा सर अपने बूब्स पर लगाया मे उनके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा....

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Mast Dukan Wali Bhabhi ko choda aur gand bhi maari uski maine – मेंरा नाम सेंडी है में मुंबई (दादर) से हूँ और मेरी उम्र 20 साल है ये स्टोरी आज से 3 महीने पुरानी है मेरे घर के पास एक भाभी रहती है उनके एक छोटी सी दुकान है उनका नाम मंजू है उनकी उम्र 32 साल होगी और मस्त फिगर है बड़े बड़े बूब्स है और गांड तो कमाल की है जब भी वो चलती है तो सबका लंड खड़ा हो जाता है.

उनके घर मे उनके पति जो एक कंपनी मे वर्कर है तो रात मे लेट आते है और छोटा लड़का है 4th मे पढ़ता है बुधवार का दिन था मे सुबह उनकी दुकान पर सामान लेने गया तो भाभी कपड़े धो रही थी और वो भीगी हुई थी जब मे उनके यहा गया तो उनकी साड़ी का पल्लू नीचे था ओर उन्होंने अन्दर कुछ नही पहना था तो उनके बूब्स दिख रहे थे मे उन्हे ही देख रहा था तब भाभी बोली क्या चाहिये सेंडी?” मे होश मे आया और बोला बिस्किट लिया और जाने लगा पर मेरे दिमाग़ मे तो भाभी ही थी और मे कॉलेज चला गया मेरे पूरा ध्यान उनके यहा था.

Dukan wali bhabhi ke mote boobs mast the

मे जब दोपहर को घर आया और चेंज करके खेलने जाने ही वाला था की भाभी ने रोक लिया और बुलाया और बोला मेरा एक काम करोगे क्या?”पंखा चल नही रहा है?” तो मेने हाँ कहा और उनके घर चला गया मे पंखा देखने के लिये स्टूल पर चड़ा और भाभी नीचे थी पंखे की वायर निकली थी मेने नीचे भाभी की तरफ़ देखा तो उपर से उनके बड़े बड़े बूब्स दिख रहे थे मे थोड़ी देर तक चोर नज़रो से देख रहा था फिर कुछ देर बाद मेने पंखा ठीक किया और नीचे उतरा और घर जाने लगा तो भाभी ने मुझे रोका और कहा की अगर कुछ काम नही है तो मेरे साथ टाइम पास करो.

मे तो मन ही मन खुश हुआ और झट से हाँ कहा और भाभी कोपानी माँगा जब भाभी पानी लेने चली गई तो उनकी गांड हिल रही थी मेरा लंड तो खड़ा हो गया भाभी जब मुझे पानी देने झुकी तो उनका पल्लू नीचे गिर गया और उनके बूब्स के दर्शन हो गये ऐसा लग रहा था की वो अभी गिर जायेगे तो उन्होने मुझे देख लिया पर कुछ नही बोली और हमारे लिये चाय बनाने चली गई मे दुकान में ही बेठा था दोपहर को ज्यादा लोग नही आते थे.

Bhabhi dukan me hi chudwane ko raazi ho gayi

जब भाभी चाय देने झुकी फिर से उनका पल्लू नीचे गिरा पर इस बार भाभी ने जानबूझ कर गिराया और उनके ब्लाउज का उपर वाला बटन खोल रखा था अब मेरी हालत खराबहो गई थी भाभी ने मुझे चाय देते समय मेरी और देखा और एक सेक्सी स्माइल दी और अपना निचला होठ दांतों मे दबाते हुये खड़ी हो गई कुछ देर तक हम ऐसे ही बाते कर रहे थे मेरी चाय ख़त्म हो गई और मे जाने के लिये खड़ा हो गया तब भाभी बोली की कोई ज़रूरी काम नही है तो रुक जाओ मेरे साथ बाते करो?” और कहते ही चाय का कप उठाने के किये ऐसे झुकी की उनकी गांड मेरे लंड पर टच हो रही थी और रग़ड रही थी.

मेरा लंड तो पहले से ही खड़ा था अब पूरे जोश मे आ गया था भाभी कुछ देर ऐसे ही झुकी और सस्स्स्स्सस्सअयाया की सिसकारी करते उठ गई और फिर से एक स्माइल दी और चाय के कप रखने चली गई मे मन ही मन खुश हो गया और समझ गया की भाभी को चुदाई करने का मन कर रहा है तो क्यों ना मोके का फायदा उठाया जाये भाभी आई और मुझसे बाते करने लगी सेंडी तुम्हे गर्ल्स पसंद है या बड़ी उम्र की औरते?”मे ये सुनते ही हैरान हो गया और उनकी ओर देखने लगा फिर भाभी ने मुझे पूछा अरे क्या हुआ जवाब दो ना?”

मे : मुझे बड़ी उम्र की औरते पसंद है. Dukan Wali Bhabhi sex

भाभी : क्यों क्या होता है उनमे.

मे : वो एक्सपीरियन्स होती है.

भाभी : कोन सा एक्सपीरियन्स सेक्स का.

मे : हाँ उनके साथ सेक्स करने मे ज्यादा मज़ा आता है.

भाभी : मे तुम्हे केसी लगती हूँ कह के मुझ से चिपक के खड़ी हो गई.

मे : बहुत अच्छी सेक्सी लगती हो. Dukan Wali Bhabhi sex

भाभी : मुझमे क्या अच्छा लगता है कह के मेरे लंड को अपने हाथ से पेन्ट के उपर से सहलाने लगी.

Mast dukan wali bhabhi ko choda aur unko choot bhi chaati maine

मे : आपके बूब्स और मोटी गांड कह कर मेने उनके बूब्स पर हाथ रखा और दबाने लगा भाभी और मुझसे चिपक कर खड़ी हो गई और बोली की तुम मेरे साथ सेक्स करोगे ये कहते ही मे खुश हो गया और उनके बूब्स को दबाने लगा और भाभी ने मेरी पेन्ट के अन्दर हाथ डालकर लंड को सहलाने लगी मे अब उनको किस करने लगा भाभी भी मुझे रेस्पोंस दे रही थी और हम करीब 10 मिनिट तक किस कर रहे थे फिर मे किस करते करते नीचे उनके बूब्स पर आ गया और ब्लाउज के उपर से ही उनके बूब्स को चूसने लगा.

कुछ देर बाद मेने उनका ब्लाउज निकाल डाला. Dukan Wali Bhabhi sex

अब भाभी मेरे सामने उपर से नंगी थी और मे उनकी चूचियों को देखता ही रहा गया तो भाभी बोली की सिर्फ़ देखेगा या फिर इने चूसेगा भी कहते ही मेरा सर अपने बूब्स पर लगाया मे उनके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा और मसलने लगा तो भाभी बोल रही थी आहह और चूस्स्स्स जोर से दबा इन्हे ससस्स ऊऊओ एम्म्म” इस तरफ़ की आवाजे कर रही थी और मुझे और जोश आ रहा था फिर मेने 5 मिनिट के बाद उनकी साड़ी निकाल दी और पेटीकोट भी निकाल डाला अब भाभी मेरे सामने पूरी नंगी थी फिर भाभी ने मुझे नंगा किया और मेरे लंड को अपने मुँह मे लेकर चूसने लगी मुझे ऐसा मज़ा आ रहा था की जेसे मे जन्नत मे हूँ और मे “आआआअ मुऊऊुऊऊउउ” की आवाज़ निकाल रहा था.

Bhabhi ki geeli choot me apna lund daala maine

5 मिनिट तक भाभी मेरे लंड को चूस रही थी और मे झड़ने वाला था तो भाभी बोली की मेरे मुँह मे ही झड़ जा मुझे तेरा पानी चखना है कहते ही जोर से मेरे लंड को चूसने लगी और मे ज़ोर ज़ोर से उनके मुँह को चोदने लगा और एक जोरदार पिचकारी मेने उनके मुँह मे छोड़ दी वो पूरा का पूरा पी गई और बेड पर लेट गई और अपनी चूत के उपर हाथ फेरने लगी तो मे समझ गया की अब मेरी बारी है तो मेने झट से उनकी चूत पर अपना मुँह रख दिया और उनके दाने को चूसने लगा भाभी पहली बार चूत चूसवा रही थी अआह्ह्ह चूस और् जोर से चूस बहुत मज्ज़ज़ज्जा आआआअ रहा है मुझे चूत चूसवाने में चूत को खा जा इसे ऐसे बड़बड़ा रही थी और 5 मिनिट मे ही वो झड़ने वाली थी चूस और जोर से मेरे राजा मेरा होने वाला है चूस आआआअ में तो गई कहते ही मेरे मुँह पर ढेर सारा उनका पानी छोड़ दिया और मे उसे चाटने लगा.

आज मेरी इच्छा पूरी हो गई है सेंडी तेरे भैया कभी भी मुझे लंड चूसने को नही देते है कहते ही भाभी मेरे लंड को फिर से सहलाने लगी और मे उनके बूब्स को दबाने लगा कुछ देर बाद हम 69 पोज़िशन मे आ गये और अब भाभी बोली सेंडी अब नही सहा जाता अब चोद दे मुझे और मिटा दे इस चूत की सारी गर्मी कहते ही झट लेट गई और मुझे अपने उपर खीचा और मेरे लंड को अपने हाथो से अपनी चूत पर रखा मे लंड को उनकी चूत के दरवाजे पर रगड़ने लगा तो भाभी तड़प रही थी और बोल रही थी क्यों तडपा रहा है मुझे अब मुझसे सहन नही होता घुसेड दे तेरे लंड को और मुझे अपने उपर खीचा और किस करने लगी भाभी पूरी गर्म हो गई थी तो मेने अपने लंड को उनकी चूत पर रखा और एक झटका मारा तो मेरा पूरा का पूरा लंड उनकी चूत मे चला गया और भाभी “आआआआआअ आअराअम सीस्स्स्स डाल ना बहुत दिन से नही लिया है इसने किसी जवान लंड को और मुझे जोर जोर से क़िस कर रही थी.

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मे कुछ देर तक धीरे से चोद रहा था और उनके बूब्स को दबा रहा था भाभी और जोश मे आ गई और गांड उठा उठा कर चुदवा रही थी और बोली और जोर से धक्का मार फ़ाड डाल मेरी चूत को क्यों मस्त चोदता है तू ऊऊऊ दे धक्का मिटा दे मेरी खुजली आज से में तेरी रांड बन गई और मुझे ज़ोर ज़ोर से चोदने को बोल रही थी कुछ देर मे ही भाभी झड़ गई और मेरा अभी बाकी था तो भाभी पूरी थक गई थी तो मेने भाभी को घोड़ी बनने कहा और उनकी गांड पर लंड रग़डने लगा..

भाभी बोली की अब गांड फाड़ेगा मेरी. Dukan Wali Bhabhi sex

मे : हाँ मेरी रांड अब मे तुझे रोज चोदूंगा और तेरी गांड भी मारूंगा.

मुझे तेरी गांड बहुत पसंद है कहते ही मैने ज़ोर का शॉट मारा तो मेरा आधा लंड उनकी गांड मे चला गया तो भाभी चिल्लाई हरामी फ़ाड दी मेरी गांड मुझे नहीं मरवानी गांड निकाल इसे बाहर में मर जाऊंगी कुछ देर मे ऐसे ही उनके उपर झुका रहा और उनको किस कर रहा था और बूब्स को दबा रहा था फिर 5 मिनिट के बाद भाभी खुद ही अपनी गांड आगे पीछे करने लगी और मुझे धक्का देने को कहा अब मे पूरे जोश मे उनकी गांड को चोदने लगा और भाभी मुझे रेस्पोन्स दे ही थी और उछल उछल के बोल रही थी मार और जोर से मार बहुत मज़ा आता है रे गांड मरवाने में तेरे भैया को तो बस चूत ही चाहिये हाँ और जोर से हाँ मार मादरचोद जोर से मार.

Padhiye – स्कूल में मैडम की चुदाई

कुछ देर मे ही वो झड़ गई अब मे भी झड़ने करीब था तो मेने उन्हे पूछा की कहा निकालू तो वो बोली मेरे मुँह मे ही झड़ जा तेरा पानी तो बहुत मस्त है और वो मेरे लंड को चूसने लगी करीब 5 मिनिट के बाद मे झड़ गया और वो सारा पानी पी गई और चाट के मेरे लंड को साफ कर दिया भाभी बोली आज तक मे इतनी अच्छे से चुदी नही थी मज़ा आ गया कहा से सीखा ये सब मे बोला मे बी.एफ देखता हूँ और सेक्सी कहानियां भी पढ़ता हूँ इससे मुझे चोदने के तरीके और कैसे ओरत को सॅटिस्फाइड करना है समझा उसके बाद मेने कई बार भाभी को चोदा और उनकी माँ को भी चोदा उनके गावं मे जाकर. आगे की स्टोरी अगले पार्ट में.

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