chudai katha Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/chudai-katha/ Hindipornstories.org Mon, 18 Oct 2021 08:13:56 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 पड़ोस वाली आंटी की गांडमस्ती https://sexstories.one/aunty-ki-gand-chudai-ki-kahani/ Mon, 18 Oct 2021 08:12:56 +0000 https://sexstories.one/?p=3063 मेरे लंड को चाटने के बाद उसने मेरे लंड को अपने मुंह डाल लिया और चूसने लगी तो मेरे मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा....

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Aunty ki gand chudai ki kahani – Hindi Porn kahaniya हेल्लो फ्रेंड्स मेरा नाम अतुल है और मैं जमनादास कॉलोनी में रहता हूँ | मेरी उम्र 25 साल है रंग गोरा है | हाईट 5 फुट 8 इंच है | बाप का नाम जगन और मम्मी का नाम पार्वती है | बड़े भाई का नाम अनुज है और छोटे वाले भाई का नाम प्रत्युष है | मैं सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा हूँ | ऐसा नही लग रहा है जैसे मैं किसी जॉब के लिए अप्लाई कर रहा हूँ हाहाहा ! सॉरी यार मुझे ना मुहचोदी करने में बड़ा मजा आता है | दोस्तों, आज मैं पहली कहानी लिखने जा रहा हूँ क्यूंकि इससे पहले तो लिखी नहीं है |

ये जो मेरी कहानी है ये एक बहुत ही बड़ी चुदक्कड़ औरत की कहानी पर बेस है | मैं बताता हूँ कि इस चुदक्कड़ औरत की गंडमस्ती को कैसे उतारा | आप लोग बोर तो नहीं हुए न | अगर हो भी गए तो लौड़ा मुझे उससे क्या कौन सा सब यहाँ प्रवचन देने आते हैं | चलो दोस्तों, अब मैं ले चलता हूँ आप सभी को चुदाई की दुनिया में |

ये कहानी 2 साल पहले की है | मेरे घर के बाजू में एक औरत रहती है जिसका नाम तो मिनाक्षी है पर लौड़ी है बहुत बड़ी चुदक्कड़ | उसका पति कलकत्ता में जॉब करता है और साला मादरचोद खसुआ है लौंडो से गांड मरवाता है और उनका लंड चूसता है | अब हुआ यूँ कि ये तो चुदाई करता नहीं था अपनी बीवी की और वो साली रंडी कभी उसके पति के दोस्तों से तो कभी किसी से भी अपनी चूत की प्यास बुझा लेती थी | एक दिन की बात है दोस्तों, मैं छत में मुठ मार रहा था | मुठ मारते मारते मैने देखा कि वो रंडी दूध वाले के साथ छत पर चुदाई कर रही थी |

Aunty ki chudai चाची की जबरदस्त चुदाई

मैं भी लाइव ब्लू फिल्म देख कर मुठ मारने लगा | मैं मुठ मारते हुए सोचने लगा कि क्यूँ ना मैं भी इसके चूत के दर्शन कर लू और इसकी चूत को चोद के अपने लंड को तृप्त कर लूं | मैंने तुरंत अपना मोबाइल निकाला और उन दोनों का वीडियो बना लिया | एक दिन मम्मी ने मुझे सब्जी लेने के लिए मार्किट भेजा | मैं जब मार्किट गया तो देखा कि मिनाक्षी रंडी भी सब्जी ले रही थी | मैंने सोचा मौका सही है चौका मार ही देता हूँ | मैंने उनसे कहा नमस्ते आंटी आप भी सब्जी लेने आई हैं ? तो उन्होंने कहा कि नमस्ते बेटा हाँ मैं सब्जी लेने आई हूँ |

मैंने कहा अच्छा अरे सुनिए ना आपसे कुछ बात करनी है | तो उन्होंने कहा हाँ बोलो न ! तो फिर मैंने उनसे कहा कि कल जब आप दूधवाले के साथ चुदाई कर रहे थे तो मैंने आप दोनों का वीडियो बना लिया | उनकी ये सुन कर गांड फट गयी | वो बोलने लगी क्या बकवास कर रहा है तू मैंने कुछ नहीं किया समझा |

फिर मैंने कहा कि अरे आंटी चुदाई करते हो तो बोल दो न डरते क्यू हो ? वो कुछ नहीं बोली तो मैंने उन्हें वीडियो दिखा दिया | वो पसीना पसीना हो गयी | फिर उन्होंने कहा कि तू चाहता क्या है ? तो मैंने कहा कि देखो आंटी तुम तो दूसरो से अपनी चूत कि मरम्मत करवा लेती हो | मेरे लंड का भी स्वाद चख लो | ये सुन के उन्होंने कहा कि बेटा तू अभी बच्चा है कितना बड़ा है तेरा लंड जो तू मुझे चोदेगा ? अरे आंटी जिस दिन मेरा लंड लोगी ना तो और किसी का लंड लेने में मजा नही आयगी | तब उन्होंने बोली बहुत बोल रहा है चल आज आना तू शाम को 4 बजे | मैंने भी कह दिया ठीक है आ जाऊंगा | उसके बाद हम अलग अलग अपने घर चले गये |

मैं शाम को 4 बजे आंटी के घर गया और दरवाजा खटखटाया | उन्होंने दरवाजा खोला और अन्दर आने को कहा | मैं अन्दर गया तो उन्होंने तुरंत दरवाजे की कुंडी लगा ली | मैंने कहा हाँ आंटी कहाँ चुदना चाहोगी ? तो उसने कहा कि तू पहले अपना लंड दिखा जो तू खूब पकर पकर कर रहा था | मैंने कहा ओके और अपना जीन्स उतारा और फिर अंडरवियर भी | मेरा लंड सोये हुए भी 4 इंच का था | ये देख कर वो बोल पड़ी तेरा लंड तो सच में अच्छा है कितना लम्बा लंड है तेरा तो मैंने कहा इसको खड़ा कर खुद समझ जायगी ( मेरी बात करने की टोन बदल चुकी थी ) |

वो मेरे पास आई तब मैंने अपनी टी-शर्ट भी उतार दिया | अब वो मेरे लंड को पकड के हिलाने लगी | मुझे बहुत अच्छा लग रहा था उसका टच करना | जब मेरा लंड खड़ा हो गया तो वो अपनी जीभ से चाटने लगी और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की आवाज़े निकालने लगा | वो मेरे लंड को किस करते हुए अपनी जीभ से चाटने लगी तो मैंने भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसके दूध दबाने लगा कपड़ो के ऊपर से ही |

मेरे लंड को चाटने के बाद उसने मेरे लंड को अपने मुंह डाल लिया और चूसने लगी तो मेरे मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्कारिया निकलने लगी | वो मेरे लंड को बहुत मन लगा कर चूसने लगी तो मैंने पूछा कि कैसा है मेरा लंड तो उसने कहा कि तेरा लंड तो मस्त है ऐसा लग रहा है कि इसको अपनी चूत में डाले रहू और कभी ना निकालू |

Antaravasna नौकरानी की बेटी को चोदा

फिर वो चूसने लगी मेरे लंड को | उसके बाद उसने अपने कपडे उतारने चालू कर दिया | मै बड़े ध्यान से देख रहा था | खेर मैं तो वैसे भी उसे नंगा देख चुका था इसलिए मेरे लिए कोई नयी बात नहीं थी उसको नंगा देखना | जब वो नंगी हो गयी तो मैंने उसके होंठ में अपने होंठ रख दिया और चूमने लगा | वो भी मुझे चूम रही थी और मेरे लंड को हाँथ से पकड के हिला रही थी | कुछ देर किस करने के बाद मैं उसके दूध को दोनों हाँथ से पकड़ के दबाने लगा तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी | अब मैंने उसके दूध को दबाते हुए चूसने लगा तो वो आँखे बंद कर के आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी |

मैं समझ गया था कि इसको अच्छा लगने लगा है | तो मैं अब जोर जोर से उसके दूध को दबाने और चूसने लगा तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मेरे सिर को सहलाने लगी | कुछ देर उसके दूध पीने के बाद मैंने उसे लेटा दिया और उसकी चूत को चाटने लगा तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए कह रही थी कि और चाटो मेरी चूत को |

मैं उसकी चूत की अपनी जीभ से चुदाई भी कर रहा था और चटाई भी और वो बस आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ बेचैन हो रही थी मेरे लंड को अपनी चूत में लेने के लिए | उसके बाद मैंने अपने लंड को धीरे धीरे अन्दर डालते हुए उसकी चूत में पूरा घुसेड दिया | अब मैं उसकी चूत को चोदने लगा जोर जोर से और वो भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपने दूध को मसलने लगी |

मैं उसकी चूत की जोर जोर से चुदाई करते हुए उसके दूध को दबाने लगा तो वो भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ मेरे सीने पर हाँथ फेरते हुए सहलाने लगी | उसके बाद मैंने उसे घोड़ी बना दिया और पीछे से लंड डाल के चोदने लगा और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपनी गांड को आगे पीछे करते हुए चुदवाने लगी | कुछ देर चुदाई करने के बाद मैंने अपनी धात उसके मुंह में गिरा दिया और उसने पी लिया |

मैंने उसे तबियत से खूब चोदा था | वो अब सिर्फ मेरे ही लंड से चुदती है और किसी के लंड को उसको पसंद नहीं आते है | जब भी उसको चुदाई का मन होता है तो वो छत से इशारे कर देती है | दोस्तों, ये थी मेरी एक सच्ची दास्ताँ | आशा है आप लोगों को पसंद आई होगी | कमेंट करके अपने अपने विचार जरुर व्यक्त कीजियेगा |

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तुम रोशनी को अपना लो https://sexstories.one/roshni-ko-apna-bana-lo/ Tue, 12 Oct 2021 05:59:16 +0000 https://sexstories.one/?p=4481 वह मुझे कहने लगी क्या आज आपने यह सब देखा मैंने रोशनी से कहा मैंने तो तुम्हारी सुंदरता को कब से देख लिया था लेकिन आज तुम ज्यादा ही सुंदर लग रही हो, उसके स्तन मुझे साफ दिखाई दे रहे थे उसके गोरे और बड़े स्तन देखकर मेरा लंड एकदम तन कर खड़ा हो चुका था

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Hindi sex story, antarvasna kamuk kahani एक दिन रोशनी मुझसे मिलने के लिए घर पर आई रोशनी उस वक्त बहुत ज्यादा टेंशन में थी मैं रोशनी को देखते ही समझ गया कि उसे जरूर कोई परेशानी है। मैंने रोशनी से कहा तुम इतनी हड़बड़ी में कहां जा रही हो और तुम्हारे चेहरे पर बहुत ही परेशानी दिख रही है रोशनी ने मुझे कहा दीपक भैया मैं तुम्हें क्या बताऊं सुरेश भैया का कुछ मालूम ही नहीं पड़ रहा है वह ना जाने कल रात से कहां चले गए हैं वह ना तो अपना फोन उठा रहे हैं और ना ही उनका कोई अता-पता है। मैं भी इस बात से बहुत ज्यादा शॉक्ड हो गया मैंने रोशनी से पूछा क्या तुमने सुरेश को फोन किया था तो वह कहने लगी हां हम लोग कल रात से उन्हें फोन कर रहे हैं लेकिन वह फोन ही नहीं उठा रहे हैं मैंने रोशनी से कहा तुम चिंता मत करो मैं देखता हूं।

मैंने उसे पहले तो आराम से बैठने के लिए कहा वह सोफे पर बैठ गई मैंने अपनी मम्मी से कहा मम्मी आप रोशनी का ध्यान दीजिएगा और मैं वहां से चला गया मैं सीधा ही पुलिस स्टेशन गया वहां पर मैंने सुरेश की कंप्लेंट दर्ज करवा दी लेकिन शायद पुलिस वाले भी उसे नहीं ढूंढ पा रहे थे। इस बात को करीब एक हफ्ता हो चुका था सब लोग बहुत ज्यादा परेशान थे मुझे भी बहुत बुरा लग रहा था क्योंकि सुरेश मेरे बचपन का दोस्त है और हम दोनों ने साथ में अपनी पढ़ाई पूरी की परंतु ना जाने कुछ समय से  सुरेश की मानसिक स्थिति ठीक नहीं चल रही थी जिस वजह से वह बिना बताए ही कई बार घर से चला जाया करता था इससे सब लोग परेशान थे और अब सब लोगों को बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा था सुरेश का कुछ अता पता नहीं चल रहा था इस बात को काफी समय हो चुका था मेरी तो कुछ समझ में ही नहीं आ रहा था कि सुरेश के साथ आखिरकार हो क्या गया है। सुरेश पढ़ने में बहुत ही अच्छा था हर चीज में वह सबसे आगे रहता था लेकिन अचानक से उसका दिमागी संतुलन बिगड़ गया और जब से उसका दिमाग का संतुलन बिगड़ा है तब से वह हमेशा ही बिना बताए किहीं भी चला जाता है सुरेश घर का इकलौता है और अब रोशनी ही घर पर रह गई है हम लोगों ने सुरेश को बहुत ढूंढने की कोशिश की लेकिन वह कहीं नहीं मिला।

एक दिन मेरे फोन पर किसी अननोन नंबर से फोन आया मैंने जब वह फोन उठाया तो मैंने हेलो कहा सामने से एक व्यक्ति कहने लगा दीपक मैं सुरेश बोल रहा हूं मैंने सुरेश से कहा तुम कहां हो घर वाले तुम्हें ढूंढ रहे हैं और सब लोग बहुत परेशान हैं तो वह कहने लगा कि मैं लखनऊ में हूं, हम लोग दिल्ली में रहते हैं और सुरेश लखनऊ में चला गया। मैंने सुरेश से पूछा तुम वहां किसके साथ गए तो वह कहने लगा कि मैं अकेले ही लखनऊ चला आया मैंने उसे कहा लेकिन लखनऊ में तुम क्या कर रहे हो? उसने कोई जवाब नहीं दिया और फोन काट दिया। मैंने जब उसके घर में यह बात बताई तो सब लोग खुश हो गए सब लोग अब लखनऊ जाने की तैयारी करने लगे सुरेश को लखनऊ में ढूंढने के लिए हम सब लोग चले गए। मेरे पास वही नंबर था जिस नंबर से कॉल आया था मैंने उस नंबर पर कॉल किया तो किसी व्यक्ति ने वह फोन उठाया हमने उसे सारी बात बताई और जब हम लोग उनके बताए पते पर पहुंचे तो उन्होंने हमें बताया कि सुरेश को आए हुए यहां काफी समय हो चुका है वह हम लोगों के साथ ही रहता है।

मैंने उनसे पूछा कि आखिर कार वह आपको कहां से मिला तो वह व्यक्ति कहने लगे कि एक दिन मैं अपनी दुकान में बैठा हुआ था तभी मेरे पास सुरेश आया, मुझे उसकी बातों से तो यह लग चुका था कि यह किसी अच्छे घर का लड़का है लेकिन उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी इसलिए मैंने उसे अपने पास ही रख लिया मैंने उसे कई बार उसके घर का पता पूछा लेकिन उसने हमें कुछ भी नहीं बताया परंतु जब से वह हमारे साथ रह रहा है तो मुझे ऐसा लगा कि शायद अब यब दिमागी रूप से थोड़ा बहुत स्वस्थ होने लगा है और सब लोगों से वह सामान्य तरीके से बात करता है। जब हम लोग सुरेश से मिले तो उसके परिवार वाले रोने लगे उसके माता पिता की आंखों में आंसू थे और उन्होंने सुरेश को गले लगा लिया सुरेश को भी एहसास हो चुका था कि उसे शायद ऐसा नहीं करना चाहिए था लेकिन वह भी कुछ समझ ही नहीं पा रहा था और फिर हम लोग उसे लेकर वापस दिल्ली चले आए।

जब हम लोग दिल्ली वापस आ गए तो सुरेश के परिवार वालों ने उसका इलाज करवाने की सोची और अब उसका इलाज चलने लगा था वह थोड़ा बहुत ठीक होने लगा था लेकिन उसके ठीक होने की संभावनाएं पूरी तरीके से कम ही थी उसकी मम्मी और पापा हमेशा ही बहुत दुखी रहते हैं मैं जब भी उनके घर जाता तो वह हमेशा ही मेरे पास सुरेश के बारे में कहते मुझे भी लगता था कि सुरेश के साथ यह सब गलत हो रहा है लेकिन ना जाने ऐसा क्या हो गया था कि उसकी मानसिक स्थिति पूरी तरीके से खराब हो गयी और वह कभी भी घर से कहीं भी चले जाया करता था। एक दिन मुझे सुरेश की मम्मी ने कहा बेटा अब सुरेश के ठीक होने की उम्मीद तो कम ही है और अब हमारे कंधों पर रोशनी की जिम्मेदारी है हम चाहते हैं कि रोशनी से तुम शादी कर लो मैंने उन्हें कहा लेकिन आंटी यह संभव नहीं है वह मुझे भैया कहती है और मैंने कभी उसे उस नजर से नहीं देखा। उसकी मम्मी कहने लगी देखो दीपक हमें तुम पर पूरा भरोसा है और हम तुम्हें काफी समय से जानते हैं तुम्हारे जैसा लड़का रोशनी को मिल पाना संभव नहीं है मैंने उन्हें कहा आंटी यह सब तो ठीक है लेकिन मैं अपने दोस्त की बहन से कैसे शादी कर सकता हूं।

Kamuk kahani चूत और गांड मे लंड

उन्होंने मुझे कहा अब तुम ही बताओ हम क्या करें हम लोग भी तो इतनी परेशानी से जूझ रहे हैं उसके बावजूद भी  हमने कभी हार नहीं मानी लेकिन रोशनी को तुम्हारे जैसे लड़का मिल पाना शायद मुश्किल ही होगा मैं उनकी इस बात से पूरी तरीके से संतुष्ट नहीं था मैंने उन्हें कहा मुझे आप सोचने का मौका दीजिए। एक दिन मैंने इस सिलसिले में रोशनी को घर पर बुलाया रोशनी ने मुझसे कहा मैंने आपको कभी भी इस नजर से नहीं देखा है मैंने भी रोशनी से कहा मैं भी तुम्हारे साथ शादी नहीं करना चाहता लेकिन तुम्हारे माता-पिता मुझ पर जोर डाल रहे हैं।

हम दोनों ने एक दूसरे के साथ समय बिताने के बारे में सोचा क्योंकी हम लोग एक दूसरे को काफी समय से जानते हैं लेकिन मुझे रोशनी के बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं था कि उसे क्या चीज अच्छी लगती है और क्या बुरी इसी वजह से हम दोनों ने एक साथ समय बिताने की सोची और हम दोनों एक दूसरे के साथ समय बिताने लगे रोशनी के माता-पिता को इस बात से कोई आपत्ति नहीं थी और सुरेश के ठीक होने की संभावनाएं भी अब कम ही थी इसलिए वह चाहते थे कि मैं ही अब रोशनी से शादी करूं और बुढ़ापे में उन लोगों का सहारा बनूं। समय बीता जा रहा था और करीब तीन महीने हो चुके थे सुरेश का इलाज अब भी जारी था रोशनी और मैं साथ में समय बिताया करते मुझे जब भी समय मिलता तो मैं रोशनी के साथ ज्यादा समय बिताया करता था लेकिन मैंने उससे शादी करने की नहीं सोची थी। एक दिन रोशनी और मेरे बीच में वह सब हो गया जो हम लोग कभी नहीं चाहते थे। रोशनी उस दिन मेरे घर पर आई हुई थी, हम दोनों साथ में ही बैठे हुए थे तभी मैंने देखा रोशनी के स्तन मुझे दिखाई दे रहे थे उसके गोरे और बड़े स्तन देखकर मैं उत्तेजित हो गया था, मैं यह सब देखे जा रहा था। मैंने रोशनी से कहा तुम दिखने में तो बहुत सुंदर हो।

वह मुझे कहने लगी क्या आज आपने यह सब देखा मैंने रोशनी से कहा मैंने तो तुम्हारी सुंदरता को कब से देख लिया था लेकिन आज तुम ज्यादा ही सुंदर लग रही हो, उसके स्तन मुझे साफ दिखाई दे रहे थे उसके गोरे और बड़े स्तन देखकर मेरा लंड एकदम तन कर खड़ा हो चुका था। जब मैंने अपने लंड को रोशनी के मुंह में डाला तो वह मेरे लंड को चूसने लगी वह जब मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर सकिंग करती तो मेरे अंदर का जोश और भी ज्यादा हो जाता। मैंने रोशनी के स्तनों को भी बहुत देर तक चूसा जब मैंने उसकी योनि को चाटना शुरू किया तो उसकी योनि पर एक भी बाल नहीं था और वह पूरी तरीके से उत्तेजित हो गई थी। उसने मुझे कहा अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है मैंने भी उसकी योनि पर अपने लंड को रगडना शुरू किया और धीरे से अंदर की तरफ धकेला, वह चिल्ला उठी और मुझे उसने कसकर पकड़ लिया। मैंने उसे कहा तुम अपने दोनों पैरों को चौड़ा कर लो, उसने अपने दोनों पैरों को अच्छे से चौडा कर लिया, जब मैंने एक जोरदार झटके से उसकी योनि के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवाया तो वह चिल्ला उठी और मुझे कहने लगी मुझे बहुत दर्द हो रहा है।

मुझे उसे धक्के देने में बड़ा मजा आ रहा था और मुझे इतना ज्यादा मजा आता कि मैं उसे तेजी से झटके मारता जाता। मेरे झटके इतनी तेज होते कि उसका शरीर पूरी तरीके से हिल जाता है। वह मुझे कहती मेरे अंदर से एक अलग ही करंट निकल रहा है मैंने उस दिन रोशनी की सील भी तोड़ दी थी। वह एकदम फ्रेश माल थी और इस बात से मेरा दिल उस पर आ गया क्योंकि मैं जिससे शादी करना चाहता था वह एकदम फ्रेश और टाइट माल होनी चाहिए थी। मुझे इस बात का तो पता चल चुका था अब मैं रोशनी से शादी करने के लिए भी तैयार था। मैं बड़ी तेजी से उसे धक्के दिए जाता, जब मैं उसकी चूत की गर्मी को बर्दाश्त ना कर सका तो मेरा वीर्य बड़े ही तेज गति से बाहर की तरफ को निकला और मैंने अपने वीर्य को उसकी योनि के अंदर ही प्रवेश करवा दिया। हम दोनों एक दूसरे के हो चुके थे, मैं उससे शादी करने को भी तैयार था हम दोनों की शादी भी हो गई और अब मेरी ही कंधों पर उसके घर की भी जिम्मेदारी है, सुरेश अब भी पहले जैसा ही है।

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