chudai kahani Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/chudai-kahani/ Hindipornstories.org Mon, 20 Dec 2021 09:15:14 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 गर्लफ्रेंड की बुआ को चोदा https://sexstories.one/girlfriend-ki-bua-ko-choda/ Mon, 20 Dec 2021 09:14:52 +0000 https://sexstories.one/?p=5047 हम दोनों उनके जाने के बाद फिर सेक्स करने लगे और करीब आधे घंटे तक उसे अलग अलग पोजीशन में चोदा और 5 मिनट तक उसके मुंह में लुंड डाल कर उसके मुंह को बेरहमी से चोदा और उसके मुंह में ही झड़ गया...

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Girlfriend ki bua ko choda – मेरा नाम राजदीप है मैं एक छोटे परिवार से हु। फल मैं आपलोग को अपने बारे में बता दूं कि मेरा हाइट 5’9 और हट्टा कट्टा नौजवान हु और मेरा लन्ड 6 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है मैं दिखने में एवरेज हूं।
अब मैं सीधा अपने सच्ची कहानी बता रहा हु जिसके 2 और किरदार एक मेरी gf है और एक उसकी बुआ।

मेरी gf का फिगर 34-30_36 है और उसकी बुआ उससे वी ज्यादा सेक्सी है 36-32-40 है जो किसी का भी लन्ड खड़ा कर देती है।

ये बात अब से 2 साल पहले की है जब हम ( मैं और मेरी gf) gf की घर में ही सेक्स कर रहे थे चुकी उसके बेडरूम का 2 दरवाजा एक सीधा बाहर और एक घर के अंदर से था।

मैं और मेरी gf सेक्स कर रहे थे तो हम सेक्स कर रहे थे कि अचानक से मेरी नजर गेट की तरफ गया तो मैं नजारे देखता ही रह गया वहा पर gf की बुआ हमे देख रही थीं और उनका एक हाथ उनकी साड़ी के अंदर से अपनी चुत्त सहला रही थी।
मैं उठा तो उनका पूरा ध्यान मेरे 7 इंच के लन्ड पर टिका हुआ था जिसे मैं जान गया की वो भी मेरे लन्ड से चुदाने के लिए तैयार हैं में उठ कर उन्हें हग किया और किस करने लगा मेरा उनसे चिपके होने के कारण मेरा खड़ा लन्ड सीधा उनकी चुत्त से लग कर उनकी चुत्त को सलामी देने लगा।

उधर मेरी gf अब भी बेड पर लेट कर अपनी चुत्त को सहला रही थी मुझे उसकी बुआ से चिपका हुआ देख कर वो उठ कर आई और अपनी बुआ की चुत्त को जोड़ से मसलने लगी जिसका परिणाम यह हुआ कि उसकी बुआ जोर जोर से कामुक सीत्कार निकालने लगी और अब वो भी हमारे साथ मजे लेने लगी मैं उनको करीब 2 मिनट के अंदर सिर्फ ब्रा और पैंटी में छोड़ दिया वो काले रंग की ब्रा पैंटी पहनी थी जिसमे उनके 36 के चूचे और 40 की लन्ड खड़ा कर देने वाली गांड़ और वी ज्यादा सेक्सी लग रही थी।

फिर हम तीनो बेड पर लेट गए और लन्ड और चुत्त चुसाई का खेल स्टार्ट हो गया मैं gf की बुआ की चुत्त चूस रहा था जो उसकी बुआ बहुत मस्ती से चुसवा रही थी और धीमे स्वर में कामुक आवाज निकलने लगी।

मेरी जीएफ मेरा लन्ड चूस रही थी जिससे मैं आसमान परसैरकरने लगा था आपलॉग को बता दूं कि मैं और मेरी gf अक्सर सेक्स वीडियो देख कर सेक्स किया करते थे जिससे वो ब्लोजॉब देना सीख गई थी।

और gf की बुआ मेरी gf की चुत्त चाट रही थी और उससे पूछने लगीं कि इतना बड़ा और मोटा लुंड कैसे झेल ली थी पहली बार आप्लोग के लिए वो कहानी मैं फिर कभी लिखूंगा।

Desi Incest Sex Story – एक चुडक्कड़ परिवार की कहानी – 2

ये लन्ड और चुत्त चुसाई का खेल 20-25 मिनट तक चला फिर मैं झड़ गया और तब तक बुआ 2 बार झड़ चुकी थी। फिर हम तीनो 10 मिनट ऐसे ही लेटे रहे और थोड़ी देर बाद gf की बुआ ने मेरे लुंड को अपने मुंह में ले लिया और 5 मिनट तक मेरा लन्ड चूस कर खड़ा किया और मुझे kiss करते हुए कहा “इतना मस्त लन्ड सामने रख कर मुझे अब और मत तड़पाओ पेल दो इसे मेरी चुत्त मे ” मैं आपको बता दूं कि gf की बुआ की शादी उस वक्त तक नही हुए थी पर वो पहले से किसी और से चुद चुकी थी।

मैं उन्हें थोड़ा और तड़पने के लिए उन्हें मिशनरी पोजीशन में किया और चुत्त के दानों को चाटने लगा और वो मीठी व कामुक सीत्कार निकलने लगी।

5 मिनट बाद उनकी चुत्त में से प्रीकम निकलने लगा तो मैं और देर न करते हुए हटा कर लुंड सेट किया और धक्का लगा दिया और उन्हें चोदने लगा जिससे उनकी चीख निकलने वाली थी पर वो खुद पर काबू किया और कराहती हुई आवाज में बोली “धीरे कीजिए दमादजी” ये सुन कर मैं उन्हें और जोर से चोदने लगा और वो बहुत दर्द भरी कामुक सीत्कार करने लगी।

मेरी gf ने अपनी चूत्त उनके मुंह पर रगड़ने लगी। बुआ की चुदाई 20 मिनट मिसनर पोज में करने के बाद बुआ झड़ गई और मेरा भी होने वाला था तो मैं उनके चूचों पर बैठ गया तो मेरी gf की बुआ ने मेरे लन्ड को पकड़ कर अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी 1 मीन चाटने के बाद मैं बुआ के चेहरे पीआर ही झड़ गया और उनके चूचों पर ही बैठ कर अपनी gf को kiss करने लगा।

फिर 10 में बाद मेरा लन्ड लेटी हुई बुआ की मुंह पे लगा होने के कारण उन्होंने मेरा लन्ड चूसना शुरु कर दिया जिससे मेरा लन्ड फिर से खड़ा हो गया में बुआ को डॉगी स्टाइल में होने को कहा तो वो तुरंत पोजीशन में आ गई।

मैं उनकी चुत्त और गांड़ को पीछे से चाटने लगा करीब 5 मीन चाटने के बाद मैं अपनी एक उंगली उनकी गांड़ में डाल दिया इस अचानक हुए हमले से वो चिहुंक गई और मेरा इरादा समझ कर मना करने लगी पर मैं तो काली पैंटी में उनके चूतड़ों को देख कर ही ठान लिया था की आज इनकी गांड़ जरूर मरूंगा।

मैं उनकी चुत्त को चाटते हुए उनके गांड़ मे अब 2 उंगली पेल दिया और gf को कहा की वैसलीन या तेल ले आए gf ने बोरोलिन ले आई और उनकी गांड़ मे घसते हुए मेरे लन्ड को चूसा और थोड़ा लुंड पर भी लगा दी।

मैं तैयार था उनकी गांड़ मारने को में अपना लुंड उनकी गांड़ पर सेट किया और धीरे धीरे अंदर बाहर कर के पहले थोड़ा रास्ता बना लिया अब उनका गांड़ थोड़ा खुल चुका था तो मैंने अपना लन्ड बाहर निकाला और फिर सेट किया और अपनी gf को कहा की बुआजी से अपनी चुत्त चतवालो तो उसने उनके मुंह पर अपना चुत्त रख दी।

बुआ उसकी चुत्त चाटने लगी तो मैंने मौका देख कर एक जोर का धक्का मार दिया जिससे मेरा लन्ड उनकी गांड़ में आधा घुस गया उनकी आंख से आंसू निकलने लगी मेरी gf ने उनके मुंह को अपनी चुत्त पर दबाए रखा जिससे वो चिल्ला नही सकी बीएस उंह उंह कर पा रही थी और एक हाथ पीछे कर के मुझे हटाने की कोशिश कर रही थी जिसमे वो असफल रहीं।

मैं रुका नही और लन्ड को बाहर खींचा और फिर पूरा दम लगा कर पूरा का पूरा लुंड उनकी गांड़ में पेल दिया जिससे वो बेहोश सी हो गई पर मैं रुका नही उन्हें पेलता रहा करीब 15 मिनट बाद वो फिर से दर्द भरी कामुक आवाज निकलने लगी करीब 20मिनट बाद मैं उनकी गांड़ में ही झड़ कर अपना लन्ड उनकी गांड़ के अंदर ही छोड़ कर उनके उपर ही लेट गया ।

करीब 20 मीन बाद मैं उठा और टाइम देखा तो 1 bj रहे थे मैं उनके उपर से हट कर देखा तो उनकी गांड़ खून से लतपत था।

में अपनी gf को उठा कर सोफा पर ले गया और उसे भी हचक कर चोद रहा था की बुआ उठी और मुझे kiss किया और बोली की मैं जानती हूं की तुमलोग हर week में 2-3 बार सेक्स करते हो मैंने तुमलोग को पिछले महीने से हर बार सेक्स करते देखती थी और अब से हर सप्ताह में एक बार मुझे जरूर चोदना मैं तुम लोगो के बारे में किसी को कुछ नही बताऊंगा और मेरे लौड़े को मेरी gf की चुत्त से बाहर निकाल कर 1 मिनट चूसी और एक kiss किया और i love you बोली और चली गई।

हम दोनों उनके जाने के बाद फिर सेक्स करने लगे और करीब आधे घंटे तक उसे अलग अलग पोजीशन में चोदा और 5 मिनट तक उसके मुंह में लुंड डाल कर उसके मुंह को बेरहमी से चोदा और उसके मुंह में ही झड़ गया।
हम सोफे पर ही लेटे थे तभी अचानक से मेरी gf ने मुझसे पूछ लिया की तुम्हे सेक्स में कौन पसंद आई मैं या बुआ जिसका जवाब में मैं उसे चिढ़ाने के लिए बुआ बोला और i love you बोल कर उसके माथे पर kiss किया और हम बेड पर सो गए।

करीब 2:30 घंटे बाद मुझे kiss किया गया जिससे मेरी नींद खुल गई और वो कोई और नही मेरी gf की बुआ थी उन्होंने मेरी जीएफ को भी उठाया और उसे बोली की मुझे दामादजी अच्छे लगे और मुझे टाइम बताया और घर जाने का बोला और मेरे लन्ड को kiss की तब तक मेरा लन्ड फिर से अपनी आकर में आने लगा था फिर दोनो ने मेरे लन्ड को चूस कर उसका वीर्य को बुआ ने अपने चुचियों पार गिराया जिसे मेरी gf और बुआ दोनो ने चाटा और बुआ bye बोल कर चली गई।

इसके बाद हम हर सप्ताह में एक दिन थ्रीसम सेक्स करने लगे और ये सिलसिला 1 साल तक चला फिर gf की बुआ की शादी हो गई है और वो अब वी मुझसे चुदाने के लिए बोल रही है आप लोग बताइए क्या अब मुझे उनके साथ सेक्स करना चाहिए या नहीं।

धन्यवाद ।

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माता-पिता बनने के लिए एक जोड़े की मदद की – 2 https://sexstories.one/shadishuda-couple-ke-saath-sex-kiya/ Thu, 16 Dec 2021 07:24:46 +0000 https://sexstories.one/?p=4980 मैं उसकी खूबसूरत योनी को चाटने लगा और कहने लगा, "ओह सुंदर चूत, ओह कोमल चूत, तुम कितनी कोमल और सुंदर हो! ओह माय हनी, तुम कितनी स्वादिष्ट हो" मैं उससे कह रहा था "ओह माय डियर...

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Sex with couple – मैं फौरन उसके गालों की तरफ झुका और उसके गालों पर किस किया। वह थोड़ा शरमा गई। अगला तुरंत मैंने उसके होठों पर चूमा। वो मुझे किस करने भी लगी। उसके होंठ बहुत कोमल और स्वादिष्ट थे। हम पागलों की तरह एक दूसरे को चूम रहे थे। बीच में मैंने उसकी टी-शर्ट और लेगिंग भी उतार दी। उसने वास्तव में इनर नहीं पहना हुआ था इसलिए उसकी नग्न सुंदरता मेरे सामने दिखाई दी और मेरे सामने टिमटिमा रही थी। मैं उसकी सुंदरता को देखकर मंत्रमुग्ध हो गया। यह 1000 पूर्णिमा के दिनों की चांदनी सुंदरता का संयोजन होना चाहिए।

मैंने उसे वही बताया और वह मेरी प्रशंसा से साफ-सुथरी गेंदबाजी कर रही थी। मैं उसे इतने जोश से चूम रहा था और बीच में कह रहा था कि “ओह औरत, तुम बहुत खूबसूरत हो। तुम मुझे पागल बना रहे हो। तुम्हारी सुंदरता मुझे मार रही है। मैं तो बस तुम्हारा दीवाना हो रहा हूँ। मैं तो बस तुम्हें अनंत प्रेम देना चाहता हूं। आज मैं वह सभी अधिकतम यौन सुख दूंगा जो एक पुरुष एक महिला को दे सकता है। आज मैं आपको एक नए तरीके से अपना परिचय दूंगा। आज मैं वो सारी खुशियाँ दूंगा जो तुम्हारी सुंदरता की हकदार है और तुम वंचित रह गए हो। आज मैं आपसे वादा करता हूं कि यह आपके जीवन का एक शानदार दिन होगा। आप जीवन के इस खूबसूरत पल को हमेशा के लिए नहीं भूल पाएंगे।”

Couple sex story part 1 – माता-पिता बनने के लिए एक जोड़े की मदद की

उसने कहा “ओह यार, मुझे वह सारी खुशी दो जिसकी मुझे जरूरत थी और मैं हकदार हूं और मुझे देखने दो कि तुम एक महिला को कितनी खुशी दे सकते हो, बस मुझे अपना प्यारा बीज दो जो एक नन्ही परी (वह एक बच्ची चाहती थी) उत्पन्न कर सकती है। मैं अपनी गोद में एक नन्ही परी के आने का इंतजार कर रहा था और उसे अपना सारा ममतामयी प्रेम दिखाना चाहता हूं। मैं वास्तव में अब और इंतजार नहीं कर सकता। बस मुझे माँ बना दो।” मैं देख सकता था कि वह बच्चा पैदा करने के लिए कितनी उत्सुक है। उसकी आँखों से आँसू की दो बूँदें भी आईं जो मैंने लीं और चूम लिया। मैंने उससे वादा किया था कि मैं उसका सपना पूरा करूंगा। उसके शब्द भी मुझे उसे और तलाशने के लिए प्रेरित कर रहे थे।

हमने लगभग 10 मिनट तक किसिंग की और धीरे-धीरे और मैं उसके स्तनों के पास आ गया। उसके स्तन शुद्ध सफेद रंग के थे। मैंने उसके बाएँ स्तन को अपने मुँह में लिया और बीच-बीच में उसे चूसने और गुदगुदी करने लगा। मेरा दूसरा हाथ उसके दाहिने स्तन को दबा रहा था। वह आनंद ले रही थी और किसी भी चीज की तरह कराह रही थी। मैंने लगभग दस मिनट उसके बाएं स्तन के साथ खेला और उसके स्तन को काट लिया और फिर उसके दाहिने स्तन को मुंह में ले लिया और बाएं स्तन को हथेली में ले लिया। मैं स्तन निचोड़ रही थी और दाहिनी चूची चूस रही थी। यह उसे नौ बादल पर बना रहा था।

मैं एक महिला को खुश करने में माहिर था और मैं उन टोटकों को लागू कर रहा था जो एक महिला को बेहद खुशी देते हैं। उसके स्तनों को चूसने के 10 मिनट बाद, मैं उसके नाभि पर आ गया। यह वास्तव में पेट जैसा भावपूर्ण स्पंज था। यह टिमटिमा रहा था जैसे दूधिया रास्ता धरती पर आ गया, यह एक शुद्ध दूध के मक्खन की तरह था जिसे कटोरे में डाल दिया गया था और मुझे आनंद लेने और चाटने के लिए दिया गया था। मैंने उसे वही बताया। मैंने उनकी खूबसूरती की तारीफ करने का कोई मौका नहीं छोड़ा। वह मेरी बातें सुनकर खुश हुई और खुद को उपहार के रूप में मुझे दे दी और वह भी उपहार के रूप में आनंद ले रही थी। मैंने उसे बाएँ से दाएँ और ऊपर से नीचे तक सुनहरी चूत तक लगभग 20 मिनट तक चूमा और चाटा। उसकी सुनहरी चूत तब तक चूत के रस से रिस रही थी।

उसकी चूत पूरी तरह गीली थी। मैं उसकी चूत के पास गया और उसे चूमा। उसकी योनी से शहद जैसी महक आ रही थी और वह सचमुच सोने के खजाने की तरह थी। वह शहद की बोतल की तरह चाटने को तैयार था। मैंने उसे वही बताया और वो पूरी तरह से शरमा रही थी और मुझे अपनी चूत की तरफ खींच कर पूरी तरह चाटने लगी। उसकी चूत को चूमना असल में मेरा सपना था, जब से मैंने उसे सुबह देखा, मैं उसकी सुनहरी चूत की कल्पना कर रहा था। जब मैंने उसकी प्यारी चूत को देखा तो मैं वास्तव में खुद को नियंत्रित नहीं कर पा रही थी। छोटे प्यूबिक बाल थे लेकिन फिर भी, मैं चमकते बिल्ली के होंठ देख पा रहा था। वे सचमुच गुलाब की पंखुडियों की तरह थे, इतने कोमल और इतने नाजुक। वे बिल्कुल मुरलीवाला पान के पत्तों की तरह थे। मुझे भी लगा कि वे मेरे छूने और चाटने से उसके शरीर में जा सकते हैं।

मैं उसकी खूबसूरत योनी को चाटने लगा और कहने लगा, “ओह सुंदर चूत, ओह कोमल चूत, तुम कितनी कोमल और सुंदर हो! ओह माय हनी, तुम कितनी स्वादिष्ट हो” मैं उससे कह रहा था “ओह माय डियर, तुम्हारी चूत और उसका रस मुझे मार रहा है। तुम्हारी चूत मुझे पूजा के लिए बुला रही है। आपकी चूत मुझे यौन सुख के खजाने में स्वागत दे रही है। तुम्हारी चूत मुझे एक महान चाट और चूसने के लिए आमंत्रित कर रही है। तेरी चूत मुझे दीवाना बना रही है। तेरी चूत मेरी मर्दानगी को चुनौती दे रही है। तेरी चूत खुशी का न्यौता दे रही है जिसे मैंने कभी पूरा नहीं किया। तुम्हारी चूत चाँद की तरह है और मुझे उसे छूने, चखने, चूसने, चाटने के लिए आमंत्रित करती है।” मैं सब उसकी चूत को चाट रहा था और उसके होठों को चूस रहा था, बीच-बीच में काट रहा था और खुशियों के आसमान तक पहुँचा रहा था। मैं बिल्ली के होठों के चारों ओर बिल्ली के घेरे खींच रहा था और योनी के होठों को बबलगम की तरह चबा रहा था जिस पर वह बिल्कुल नाच रही थी।

मेरी मोटी जीभ उसकी चूत पर चमत्कार कर रही थी और उसकी चूत का रस सागर से पानी की तरह आ रहा था। मैंने उसे वह सब यौन सुख प्राप्त करने के लिए बनाया जिसके बारे में वह नहीं जानती थी। मैंने उसे सेक्स में सबसे ज्यादा खुशी का स्वाद चखाने के लिए बनाया। उसने मुझे वही बताया। मैंने उसका सारा रस चाटा और उसकी सुनहरी चूत से और भी बहुत कुछ निकल रहा था। यह एक अक्षय पात्र की तरह था (कभी कम / रुकता नहीं)।

मैंने वही बताया और उसे अक्षय पात्र का अर्थ बताया। वह पूरी तरह से शरमा गई और मुझे फिर से अपनी चूत पर खींच लिया। मैंने फिर कहा “तुम्हारी चूत का रस मीठे नीबू शहद की तरह है। जितना अधिक मैं इसे चख रहा था, उतना ही मेरा दिल, मुंह और पेट उम्मीद कर रहा था। रस भी अनंत की तरह बह रहे हैं।”

मैं उसका जूस पी रहा था और उसे पूरी तरह से चाट रहा था और अचानक उसने मेरा चेहरा अपनी योनी की ओर खींच लिया और कुछ देर वहीं रखा और एक बड़ा विलाप किया और अपने दोनों हाथों को मेरे चारों ओर रख दिया। उसने जितना हो सके मेरे चेहरे को चूत में खींच लिया। उसे ऑर्गेज्म हो रहा था। मैंने उसे संभोग सुख का अनुभव करते देखा और उसकी चूत पर स्थिर रहा। मैं उसे वह महान संभोग सुख दे सकता था जो बहुत से पुरुष एक महिला को नहीं दे पाएंगे।

मैं ऑर्गेज्म दे सकता था, जिसके बारे में उसे बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी। वह बहुत थका हुआ महसूस कर रही थी और कुछ आराम कर रही थी क्योंकि वह यौन सुख की ऊंचाइयों पर पहुंच गई थी और उसे लगा कि कुछ और चाहिए। मैं भी उसकी चूत पर आराम कर रहा था और 10 से 15 मिनट तक वहीं लेटा रहा जब तक कि वह इस दुनिया में नहीं आ गई।

उसने मुझे महान यौन सुख देने के लिए धन्यवाद दिया, उसने मुझे अपने होठों की ओर खींच लिया और मुझे एक बार फिर से एक चुंबन दिया और एक बड़ा आलिंगन भी दिया क्योंकि हम दोनों को लगा कि विशेष रूप से धन्यवाद देने के लिए चुंबन देने से बेहतर कोई तरीका नहीं है जब आप एक महान प्राप्त करते हैं उपहार / खुशी की भावना।

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घर की छत पर गर्लफ्रेंड की चुदाई https://sexstories.one/ghar-ki-chat-pe-girlfriend-ki-chodai/ Thu, 02 Dec 2021 09:36:49 +0000 https://sexstories.one/?p=3379 जैसे ही हम छत पर पहुँचे तो मैंने उसे पीछे से हग किया और मेरा लंड उसकी गांड पर रब करने लगा और ऐश की गर्दन पर किस करने लगा। अब उसको भी कंट्रोल नहीं हो रहा था...

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Ghar Ki Chat Pe Girlfriend Ki Chodai – मेरा नाम रोनक है और में दिल्ली का रहने वाला हूँ, में अभी एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता हूँ और में 24 साल का हूँ। मेरी हाईट 6 फुट है, मस्त बॉडी, 7 इंच लम्बा लंड है। यह स्टोरी मेरी और मेरी गर्लफ्रेंड की है और यह घटना 2 महीने पहले हुई थी। अब में आपका समय ख़राब ना करते हुए सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ। मेरी गर्लफ्रेंड का नाम ऐशना है और वो मुझसे 3 साल बड़ी है, हम जब कॉलेज में थे तब हमारी रिलेशनशिप थी।

वो मेरी सीनियर थी और हम काफ़ी सीरीयस थे, उसका फिगर साईज 36-28-38 है, फेयर कलर, हाईट 5 फुट 8 इंच और वो दिखने में बहुत सेक्सी है। मुझे कॉलेज में लोग बहुत इज्जत देते थे, क्योंकि मुझे ऐश जैसी लड़की मिली थी और सारे लड़के उस पर पागल थे। अब उसका कॉलेज ख़त्म हो गया था, तभी हमारा भी ब्रेक-अप हो गया, क्योंकि फिर हम दोनों की लाईफ इतनी अलग हो गई थी कि रिलेशनशिप हैंडल करना मुश्किल था, लेकिन वो कभी-कभी मेरे पास सेक्स करने के लिए आती थी और हमारी सेक्स लाईफ बहुत अच्छी थी, लेकिन वो भी फिर ख़त्म हो गयी, फिर 2 महीने पहले मुझे उसका मैसेज आया।

ऐश : हाय, हाउ आर यू?

में : हाय, आई एम गुड लोंग टाईम यू?

ऐश : बस सब ठीक है, अच्छा सुनो, मुझे पता है कि हमें मिले काफ़ी टाईम हो गया है और मैंने अगले हफ्ते मेरे घर पर और मेरी रूममेट ने एक पार्टी रखी है, तुम आ सकते हो?

में : ओह वाउ, हाँ हाँ बिल्कुल में तुम्हें काफ़ी टाईम से मिला भी नहीं हूँ, अच्छा है में वहाँ आ जाऊंगा।

फिर में उस दिन का इंतजार करता रहा। उस टाईम उसका नया बॉयफ्रेंड भी था, जो पार्टी में आने वाला था इसलिए मेरी ऐश के साथ सेक्स करने की ऐसी कोई इच्छा नहीं थी, लेकिन वो सेक्सी बॉडी, बाउनसिंग बूब्स और सॉफ्ट गांड के बारे में सोचकर मेरा उससे मिलने का मन करने लगा था।

फिर एक हफ़्ता बीत गया और पार्टी का दिन आया। अब में उसके घर पर हाउस वॉरमिंग गिफ्ट लेकर और फ्लावर्स के साथ गया, वो घर एक बंगलो था, जिसका टॉप फ्लोर उसका और उसकी रूममेट का था, जहाँ से छत पर भी जा सकते थे। फिर जैसे ही मैंने बेल बजाई, तो ऐश ने दरवाज़ा खोला। अब वो एक सेक्सी रेड ड्रेस में थी, जो स्ट्रेपलेस था, रेड लिपस्टिक, ब्लेक हील्स ओह माई गॉड। अब में तो इतनी गॉर्जियस, खूबसूरत, सेक्सी लड़की को देखता ही रह गया था। फिर हमने तुरंत एक दूसरे को देखकर हग किया, उस पार्टी में उसके और उसकी रूमेट के काफ़ी फ्रेंड्स थे और ऐश का नया बॉयफ्रेंड भी था। फिर उसने मुझे उससे मिलाया और उसको देखकर मुझे पता लग गया कि यह मुझे ज़्यादा पसंद नहीं करने वाला है। फिर ऐश मुझे ड्रिंक्स लेने के लिए कहने लगी और फिर मेरे साथ कुछ टाईम बिताकर वो दूसरे फ्रेंड्स के साथ चली गयी। अब पूरे टाईम पार्टी में में और ऐश एक दूसरे को देखते रहे।

फिर कुछ टाईम के बाद उसका बॉयफ्रेंड कुछ जरुरी काम के लिए चला गया और अब हम डांस करने लगे थे। अब हम दोनों ने थोड़ी ड्रिंक्स ले रखी थी और अब हम दोनों एक दूसरे के बहुत करीब थे। अब लगभग सारे फ्रेंड्स जा चुके थे और बाकी रूम में थे। अब उसके हाथ मेरे कंधो पर थे और वो मेरे बालों में अपनी उंगलियाँ घुमा रही थी और अब मैंने उसे मेरी तरफ और खींच लिया था। अब मेरे हाथ उसकी सेक्सी सी सॉफ्ट गांड पर थे और मेरा लंड उसकी चूत के पास टच कर रहा था। अब मेरा लंड धीरे-धीरे खड़ा होने लगा था और अब उसे देखकर पता चल गया था कि उसे यह सब अच्छा लग रहा है। अब हम ऐसे ही कुछ टाईम तक एक दूसरे को टच करते है और फिर उसकी आँखें धीरे-धीरे बंद होने लगी। अब मुझे इससे पता लग गया था कि वो गर्म और हॉर्नी हो रही थी और मेरे खड़े 6 इंच के लंड पर रब कर रही थी।

ऐश : पता है में अभी भी हमारे टाईम के बारे में सोचती हूँ।

में : अच्छा? उसमें क्या ऐसा याद आता है?

ऐश : तुझे पता है हमारी सेक्स लाईफ सबसे अच्छी थी।

में : हाँ वो तो पता है।

अब यह सुनकर वो मेरा हाथ पकड़कर छत की तरफ जाने लगी।

अब तो हम दोनों को पता चल गया था कि आगे क्या होने वाला है? लेकिन वो कंट्रोल करने की कोशिश कर रही थी, क्योंकि उसके बॉयफ्रेंड था, लेकिन मेरे लंड ने मुझे पूरा अपने कंट्रोल में कर लिया था और अब में बहुत हॉर्नी था। फिर जैसे ही हम छत पर पहुँचे तो मैंने उसे पीछे से हग किया और मेरा लंड उसकी गांड पर रब करने लगा और ऐश की गर्दन पर किस करने लगा। अब उसको भी कंट्रोल नहीं हो रहा था और फिर वो भी घूमकर मेरा साथ देने लगी थी। फिर उसने मुझे किस किया और फिर में भी उसकी जीभ के साथ उसे किस करने लगा। अब हम दोनों किस करते-करते एक दूसरे को टच करने लगे थे। फिर उसका हाथ सीधे मेरे खड़े लंड पर गया और वो मेरी जीन्स के ऊपर से ही उसे रगड़ने लगी और अब मेरा हाथ उसकी गांड को दबा रहा था श फुक्कककक, आई एम सो वेट, अब ऐश मौन करने लगी थी।

Chodai story मेरी कामुक चाची

अब मेरा एक हाथ उसकी गांड पर था और दूसरा हाथ उसके बूब्स पर था और अब वो बहुत मौन करने लगी थी। फिर मैंने उसे एक दीवार से चिपका दिया और उसके बूब्स चूसने लगा। अब ऐश आआआहहहह ऊहह यस यस चूसो कहकर मेरा सिर अपने बूब्स पर प्रेस दबाने लगी थी। अब मेरा दूसरा हाथ उसकी चूत पर था, अब वो इतनी गर्म थी कि उसकी पेंटी भी गीली हो गई थी और में उसकी चूत के दाने को रब कर रहा था। अब ऐश आहह यस यस कितना अच्छा लग रहा है, ऐसे ही उंगली करो मुझे बेबी, कितना मिस किया तेरी उंगली को मेरे अंदर, मेरी चूत को फाड़ दो बोले जा रही थी। अब में उसे फिंगरिंग कर रहा था और बूब्स चूस रहा था। अब वो पागल हो गई थी, फिर 3-4 मिनट के बाद उसने अपना काम किया आअहह आई एम कमिंग फुक-फुक मी यसस्स कम करके, वो मेरी जीन्स उतारने लगी।

अब मेरा लंड जीन्स उतारते ही ऊपर उठ गया था। फिर मैंने उसे उठाकर उसका फेस दीवार की तरफ करते हुए खड़ा किया और डॉगी स्टाइल में उसकी चूत में मेरा लंड घुसा दिया। अब ऐश ऑश फुक्कक यस यसस्स बेबी, चोदो मुझे फुक मी, मुझे यह लंड चाहिए और घुसाओ बोले जा रही थी। अब में उसे चोदने लगा। हम दोनों बहुत जोरदार सेक्स करते थे और तब भी वही कर रहे थे। फिर मैंने अपने एक हाथ से उसकी गर्दन पकड़ी और ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा। अब उसके बूब्स मेरी छाती से दब रहे थे। अब ऐश आआआआह्ह आहहहह ऑह गॉड चोदो, आज तुम मेरी चूत फाड़ दो, कितना मिस किया है तुम्हारे लंड को मेरे अंदर और और और बोले जा रही थी।

फिर मैंने ऐसे ही 15 मिनट तक उसे चोदा और उसने 2 बार और अपना काम किया और फिर मेरा काम उसने अपने बूब्स पर ले लिया और हम वहीं छत पर गिर पड़े, यह सोचकर कि हमें शायद कुछ लोगों को एक शो दिया हो। फिर हम अपने कपड़े ठीक करके नीचे गये और फिर थोड़ी ड्रिंक्स लेकर में वहाँ से निकल गया ।।

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मेरी कामुक चाची https://sexstories.one/kamuk-chachi-ki-chudai-ki-sexy-kahani/ Thu, 02 Dec 2021 08:58:40 +0000 https://sexstories.one/?p=4904 सकी आँखें बंद थीं और मेरे स्पर्श पर प्रतिक्रिया नहीं कर रही थी। जब मैंने उसकी स्कर्ट के अंदर अपना हाथ डाला, तो मैंने देखा कि कोई पैंटी नहीं थी! उसकी रसदार चुत चाटने लग. मैं उसकी चूत चाट रहा था और उसने एक छोटा सा कराह दिया..

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Kamuk Chachi ki Chudai – नमस्ते दोस्तों, मैं हूँ कमल। मैं 5’9” का औसत बॉडी बिल्ट के साथ हूं और आप सभी को बता दूं कि मैं एक औसत लण्ड वाला एक औसत भारतीय लड़का हूं और मैं दूसरों की तरह झूठ नहीं बोलने वाला हूं। आइए कहानी शुरू करते हैं। यह 100% काल्पनिक कहानी है। इसकी शुरुआत मेरी मौसी से हुई, जिन्हें मैं बचपन से हमेशा से पसंद करती रही हूं। जैसे-जैसे मैं बड़ा हुआ मैंने उसके साथ सेक्स की कल्पना करना शुरू कर दिया।

कुछ साल बाद वे एक नए घर में चले गए। उन्हें डिप्रेशन था, जिसकी वजह से उन्होंने अच्छी नींद लेने के लिए नींद की गोलियां लेना शुरू कर दिया था। मेरे चाचा अपने व्यवसाय के कारण देश और विदेश में बहुत यात्रा करते थे। ऐसे ही एक अवसर पर उन्होंने मुझे अपने घर सोने के लिए आमंत्रित किया और मैं चला गया क्योंकि उनके बच्चे अभी बहुत छोटे थे।

खाना खाने के बाद सब सो गए। केवल हमने विभिन्न विषयों के बारे में घंटों बात की और फिर उसने मुझसे मेरी प्रेमिका के बारे में पूछा, जिस पर मैंने सच कहा कि मेरे पास कोई नहीं है।

कुछ देर बाद उसने सोने का फैसला किया और उसने अपनी गोली ले ली। जब मैंने यह देखा तो मैंने इसके बारे में पूछा। उसने कहा कि वह गोलियों के बिना सो नहीं सकती। मैंने गोलियों का पैक लिया और सामग्री पढ़ी। बहुत भारी खुराक थी! जल्द ही उसे नींद आ गई। चूंकि सर्दियों का समय था, हम उसके बेडरूम में सो रहे थे। मैं पानी लेने गया और एसी चालू कर दिया। तब मैंने अपने फोन का उपयोग करने का फैसला किया क्योंकि मुझे अभी नींद नहीं आई थी।

1:00 बजे थे। मैं अपने इंस्टाग्राम पर सेक्सी तस्वीरें और वीडियो देखकर गर्म महसूस कर रही थी, इसलिए मैंने कुछ कामुक सेक्स कहानियों को पढ़ने का फैसला किया। मेरी यौन इच्छा 2:30 तक बहुत अधिक बढ़ गई थी। मैं खुलेआम अपना लंड सहला रहा था। मैंने पलट कर देखा तो मेरी मौसी मेरे बगल में सो रही थी। उसके विशाल स्तन ने उसकी कमीज में पहाड़ बना दिया। मैंने उसके स्तनों को छूना शुरू किया और उसके निप्पल को धीरे से महसूस किया और उसकी कमर को सहलाया। वह थोड़ा हिल गई। मुझे पता था कि वह नहीं उठेगी, क्योंकि डोज़ अधिक था.. फिर मैंने धीरे से उसकी कमीज़ में अपना हाथ डाला और उसके स्तन उसकी ब्रा के ऊपर महसूस होने लगा। मैंने उन्हें धीरे से दबाया।

फिर मैंने उसके होठों पर हल्का सा किस किया और कमीज के ऊपर से उसका दाहिना बूब निकाला और उसे चूसने लगा। साथ ही मैं उसके बाएं स्तन को दबाने लगा। वह नींद में कराह उठी। फिर मैंने दूसरे चूचे को निकाल कर प्यार से चूसा और दाहिनी ओर दबा दिया। धीरे-धीरे मैंने अपना हाथ उसकी ट्रैक पैंट के ऊपर से उसकी चूत की ओर घुमाना शुरू किया, फिर मैंने अपना दाहिना हाथ उसकी पैंटी के माध्यम से उसकी पैंट में डाला, और उसके स्तन को चूसते हुए उसकी चूत को महसूस करने लगा।

फिर मैंने धीरे से उसकी पैंट उतारी। मैंने उसकी 36 इंच आकार की फूलों वाली काली पैंटी देखी। मैं उसकी जाँघों को बिना जगाए धीरे-धीरे चूमने लगा फिर मैं उसकी पैंटी के किनारे उसकी चूत के पास गया और उसकी चूत चाटने लगा। कितनी रसीली नमकीन चूत थी। उसे नींद में दर्द हो रहा था। मैंने उसे कुछ देर तक चूसा जब तक कि वह संभोग सुख तक नहीं पहुंच गई, मैंने उसका रस चाट लिया। यह मेरा पहली बार था, हालांकि मुझे स्वाद पसंद नहीं आया, मैंने कुछ चाट लिया और अपने रूमाल से उसकी चूत को साफ किया। मुझे प्यास लग रही थी तो थोड़ा पानी पीने चला गया और पता चला कि रात के लगभग 3:30 बजे हैं और मैं यह सब लगभग एक घंटे से कर रहा हूँ।

मैंने उन सभी चीजों की कोशिश की जो मैंने इंटरनेट से सीखी थी, लेकिन अंतिम चरण नहीं। समय कम था। मैंने अपनी पैंट और जॉकी उतार दी। मेरे लंड को मुक्त किया और उस पर कुछ वैसलीन लगा दी, ताकि वह आसानी से उसकी चूत में प्रवेश कर सके। चूँकि मुझे पता था कि वह मेरे चाचा द्वारा लंबे समय तक चुदाई नहीं की गई थी, जैसा कि मैंने उसकी चूत को चाटते हुए महसूस किया था। मैंने उसके ऊपर जाकर उसकी टांगों को अलग कर दिया और धीरे से अपना लंड डाला। शुरू में मुझे कुछ समस्या का सामना करना पड़ा, क्योंकि यह आसानी से नहीं जा रहा था।

फिर मैं उस पर झुकी और उसके स्तन चूसे। मैंने उसका टॉप नहीं हटाया क्योंकि वह टाइट था। फिर मैं धीरे-धीरे उसकी चूत चोदने के लिए आगे-पीछे होने लगा। मेरा वीर्य जल्दी गिरा, क्योंकि यह मेरा पहली बार था। फिर मैंने अपना लंड साफ किया। मुझे पता था कि यह सुरक्षित है, क्योंकि उसने अपने तीसरे बच्चे के जन्म के कुछ साल पहले अपने गर्भाशय को हटा दिया था। कुछ देर बाद फिर से मैंने कामुक महसूस किया और उसे चोदने के लिए अपना लंड उसमें डाला।

इस बार मैं लंबा चला। और उसे अच्छी तरह से चोद दिया। कमरा “थप थाप” के शोर से भर गया था। उसने अपनी नींद में कुछ चाल चली। उसने कुछ मिनटों के बाद अपनी चूत का रस निकाल दिया और मैंने अपनी गति बढ़ा दी, उसके स्तन और होंठ चूसकर उसे चोदा। जल्द ही मैंने अपना वीर्य फिर से उसकी गर्म चूत में गिरा दिया। मैंने अपना लंड निकाला और उसके पास लेट गया। लगभग 4:20 बजे थे। कुछ देर बाद मैंने सब कुछ साफ किया और अपना रस साफ करने के लिए अपना रूमाल उसकी चूत में डाल दिया। फिर मैंने उसे पैंटी और पैंट पहनाई, उसके स्तन वापस उसकी ब्रा और टॉप में डाले और सो गया।

सुबह जब मैं उठा तो 10 बज चुके थे और उसके बच्चे फिर से स्कूल जा चुके थे.. हम दोनों अकेले रह गए थे।

वह मेरे पास आई और नाश्ते के लिए आने को कहा। वह तरोताजा दिख रही थी क्योंकि वह नहा चुकी थी। जब मैं बाथरूम में गया तो मैंने उसकी काली पैंटी और मैरून कलर की 34 साइज की ब्रा देखी। मैं उसकी ब्रा और पैंटी चाटने लगा। फिर मैंने उसके पैंटी में अपना लंड हिला कर उसका माल गिरा दिया। फिर मैंने कुछ गर्म पानी के लिए गीजर चालू किया। मेरे पूरे शरीर में बिजली का झटका लगा! यह इतना शक्तिशाली था कि मैं चिल्लाया! और नीचे गिर गया।

मेरी चाची ने शोर सुना और वह दरवाजे पर आ गई। उसने दरवाजा पीटना शुरू कर दिया और चिल्लाने लगी! मैं हिल नहीं पा रहा था, क्योंकि मैं अपने घुटने में मोच के कारण टेबल से गिर गया था। मैंने दरवाज़ा किसी तरह खोला तो मेरी आंटी अंदर आईं। उसने मुझसे पूछा कि क्या हुआ? मैंने बताना शुरू किया कि मुझे बिजली का झटका कैसे लगा…

Chachi ki Chudai कर लो अपनी हवस पूरी

मैंने महसूस किया कि वह कामुक टकटकी में मेरे अर्ध-खड़े लंड को देख रही थी, और उसने फर्श पर अपनी ब्रा और पैंटी भी देखी। वह स्थिति को समझ गई और मुझे एक तौलिया के साथ बेडरूम में ले गई और मुझे लेटने के लिए कहा।

उसने मुझसे पूछा कि क्या मुझे चोट लगी है, और फिर मैंने उसे अपनी मोच दिखाई.. जिस पर वह एक मरहम ले आई और उसे लगाने लगी.. वह बैठ कर कर रही थी, मैं बिस्तर पर था, मुझे उसके आधे स्तन की एक झलक मिली उसके गाउन में। जल्द ही मेरा लण्ड खड़ा हुआ और तौलिये में तंबू बना दिया।

उसने मेरा लंड देखा और यह भी कि मैं उसके स्तनों को देख रहा था। फिर उसने मुझे लेटने को कहा और चली गई। कुछ देर बाद मैंने कपड़े पहने और किचन में नाश्ता करने चला गया। उसने मुझे नाश्ता दिया। मैंने देखा कि उसने अपने कपड़े बदल लिए हैं। उसने अब एक लंबी स्कर्ट और ढीली टॉप पहन रखी थी और उसमें उसकी नेवी ब्लू ब्रा दिखाई दे रही थी।

किसी तरह दिन ढल गया। रात को करीब 12 बजे सोने के दौरान, मैं फिर से उसके साथ खेलने लगा, यह सोचकर कि वह सो गई है …. लेकिन मैं गलत था। उसकी आँखें बंद थीं और मेरे स्पर्श पर प्रतिक्रिया नहीं कर रही थी। जब मैंने उसकी स्कर्ट के अंदर अपना हाथ डाला, तो मैंने देखा कि कोई पैंटी नहीं थी! उसकी रसदार चुत चाटने लगी। मैं उसकी चूत चाट रहा था और उसने एक छोटा सा कराह दिया। फिर उसने मेरे बालों में अपना हाथ रखा और अपनी चूत की तरफ दबने लगी… मुझे एहसास हुआ, वो जाग रही थी… मैंने उसकी चूत को और ज़ोर-ज़ोर से चाटना शुरू कर दिया !!

जैसे ही मैंने क्लिट के साथ शुरुआत की, उसने अपनी चूत का रस निकलने दिया और जोर-जोर से सांस ले रही थी। मैं ऊपर गया और उसे चूमने लगा। वह अच्छी प्रतिक्रिया दे रही थी। फिर मैंने उसका टॉप हटा दिया और उसके स्तन को उसकी ब्रा के ऊपर दबा दिया.. फिर मैंने उसके बूब्स को चाटते हुए अपनी एक उँगली उसकी चूत में डाल दी।

वो कराह रही थी आआआहा उह्म्म्म उहम्म… फिर मैंने अपने कपड़े उतारे और अपना लंड उसके हाथ में दे दिया. वह उसे अपनी जीभ से चाटने लगी। मैं बहुत उत्साहित महसूस कर रहा था और बहुत जल्द मैंने अपना माल उसके मुँह में गिरा दिया। वह मेरे बगल में लेट गई। कुछ देर बाद फिर वो मेरे लंड को सहला रही थी. और मैं उसके स्तनों से खेल रहा था।

उसने कहा कि ऊपर आओ और उसे चोदो। यह पहली बार था जब हमने फोरप्ले के दौरान बात की थी। फिर मैं ऊपर आ गया और अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा। मैंने अपना लंड सीधे उसकी चूत में नहीं डाला तो उसे गुस्सा आ गया। उसने मेरा लंड अपने हाथ में लिया और उसे अपनी चूत के अंदर सरकाकर धक्का देने को कहा। मैंने धीरे-धीरे शुरू किया और धीरे-धीरे अपनी गति बढ़ा दी। वह परमानंद के साथ कराह रही थी .. आह्ह्ह !!! उम्म ….! ऊह्ह्ह्ह!!!!… उसके कोमल कराह बहुत सेक्सी थे!

फिर मैंने अपना लंड निकाल कर एक बार में पूरी तरह से डाल दिया! वो चीखी… और अपनी टांगें मेरी कमर पर बंद कर ली… और मुझे चूमने लगी… थाप-थाप-थाप के शोर से कमरा भर गया। मैं उसके स्तन दबा रहा था और उसे चोद रहा था और उसके होंठों को काट रहा था। वह कराह उठी।

फिर मैंने उसे मुड़कर पेट के बल लेटने को कहा। मैं फर्श पर खड़ा था और वह बिस्तर पर लेटी हुई थी। मैं उसे कोने में ले गया और फिर से अपना लंड पीछे से उसकी चूत में डाला और उसे चोदने लगा।

मैं पीछे से उसके स्तन दबा रहा था और उसे चोद रहा था .. वह मेरा नाम चिल्ला रही थी और मैं सुन सकता था कि दीईईप ओह्ह्ह्ह्ह्ह .. भर दो ओह्ह्ह्ह्ह्ह … जल्द ही उसने अपनी चूत का रस गिरा दिया और मैंने अपनी गति बढ़ा दी और अपना वीर्य उसके अंदर गिरा दिया चूत और उसके ऊपर लेट गया..

कुछ देर बाद हम बाथरूम में गए और सफाई की। जब हम वापस आए तो उसने कहा, यह एक अच्छा सेक्स अनुभव था… लगभग 4 महीने बाद उसने इस तरह से सेक्स किया।

उसने पूछा मुझे कैसा लगा?

मैंने उसे उसके लिए अपनी लंबी वासना के बारे में बताया और कल रात मैंने उसे कैसे चोदा…

मुझे मौका देने के लिए मैंने उसे धन्यवाद दिया… हम एक दूसरे की बाहों में नग्न थे.. उसने मुझे चूमा और हम सो गए…

हमने अगले सात दिनों तक अपनी चुदाई जारी रखी, जब तक कि मेरे चाचा नहीं आए। दिन-रात वह सिर्फ गाउन और मुझसे चुदाई करवा रही थी में थी। सात दिन बाद जब मैं जा रहा था तो कुछ लाने के बहाने उसे स्टोर रूम में ले गया… मेरे चाचा हमेशा की तरह टीवी देख रहे थे। हमें मस्त चुदाई की। फिर मैं अपने घर चला गया

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नयी दुल्हनिया के तीखे तेवर https://sexstories.one/dulhan-ki-chut-chudai/ Fri, 26 Nov 2021 07:01:03 +0000 https://sexstories.one/?p=3388 मैं समझ गयी ये दोनों एक दुसरे को चूम रहे हैं | मैंने और पास जाके देखा तो दोनों एक दम नंगे थे रिषभ का खड़ा हुआ लंड और मीनू की गांड साफ़ दिख रही थी | मीनू उसके लंड को सहला रही थी और रिषभ उसके दूध को चूस रहा था...

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Dulhan ki Chut Chudai – वह आराम से ९ बजे सोके उठती और नहाने धोने के बाद चाय पीती मानो कहीं की रानी हो | फिर चहक चहककर लोगों से बतियाने लग जाती, क्यूंकि मायका तो बगल में ही है मेमसाहब का और तो और माता पिता से दूर होने का गम भी नहीं सताता था उसे | बारह एक बजे वापस अपने कमरे में घुस जाना फिर एक मस्त से नींद का आनंद उठाना | फिर शाम को खाने और चाय पीने के लिए बाहर निकल के आना | दिनभर उसके भतीजे और भतीजियाँ घर घेरे रहते थे | बुआ के लिए ये भेजा है उनकी माँ ने उन्हें ये बहुत पसंद है |

आप सोच रहे होंगे कि ये क्या बकवास कर रही हूँ मैं | तो आपको बता दूँ ये बकवास तो बिलकुल नहीं हैं क्यूंकि हमारे घर के पड़ोस वाली मीनू बनी थी “नयी दुल्हनिया हमारे प्यारे रिषभ की” | मैं हूँ लीला और मैं हर खबर रखती हूँ | मोहल्ले में अगर कोई इधर की उधर भी करता है तो मुझे पता होता है जी | और इन दोनों ने तो हर हद पार कर दी थी अब मैं क्या बताऊ हमारा रिषभ तो बेचारा फस गया था मीनू के जाल में | “दैय्या रे दैय्या” बेचारा सीधा सादा लड़का कहा से इस कमबख्त से शादी कर बैठा |

पर एक बात बता रही हूँ आपको गौर से सुनना “ये अन्दर की बात है” | जब ये दोनों प्यार के पंछी चुदाई करते हैं न तो मेरे रोम रोम में उत्साह भर जाता है | जोश भर देते हैं अन्दर बिलकुल ऐसा कि मैं भी अपने पति को इतना गरम कर देती हूँ जिससे वो मुझे एक नयी दुल्हन की तरह चोदते हैं | पर मैं ये बात आपसे बता रही हूँ | तो चलिए शुरू करते हैं “नयी दुल्हनिया हमारे प्यारे रिषभ की”

बार बार आवाज़ लगाने पर भी कोई जवाब नहीं आया | चाय ठंडी हुए जा रही थी और रिषभ का कोई अत पता नहीं था | विवश होकर बेचारी शीतल भाभी खुद ही छत पर गयी | मीनू छत पे रिषभ से बतिया रही थी और उनकी “गुटर गूं” निरंतर जारी थी | “नमस्ते आंटी” रिया बोली पर लज्जा उसे बिलकुल ना आई | भाभी ने भी अभिवादन किया और बद्बदते हुए नीचे आ गयी | माँ के सामने ही उसके लड़के के साथ प्यार के पींगे पादेगी को कौन भला बर्दाश्त करेगा |

“माँ कहाँ हो तुम ? और कहाँ है मेरी चाय ? रिषभ नीचे आके पूछने लगा |

सुन रिषभ !!! अब तू बड़ा हो गया है और एक अच्छी खासी नौकरी कर रहा है | छत पे तुम दोनों क्या बातें कर रहे थे ? मन छोटे में साथ खेले हो तब मैंने ध्यान देना ज़रूरी नहीं समझा | बड़े होकर साथ में कॉलेज गए तब भी मैं चुप रही | पर अब क्या बातिएँ करते हो तुम दोनों ? शीतल भाभी ने एक गुस्से भरे अंदाज़ में कहा |

“माँ काहे चिंता करती हो हम दोनों एक बहुत लम्बे समय से एक दुसरे को जानते हैं और अब आदत सी हो गई है बात करने की “ तुम फ़ालतू के ख्याल दिमाग में मत लाओ ऐसा कुछ भी नहीं है | मैंने ये बात जैसे ही सुनी तो मुझे लगा अभी कुछ कहना ठीक न होगा मैं शाम को भाभी के पास जाउंगी | पर भाभी के लबों से जो शब्द निकले मानो मेरे ही हों |

“बात को आगे बढ़ने में ज्यादा समय नहीं लगता है रिषभ” पता नहीं क्यूँ उन्हें रिषभ की बात पे कहीं न कहीं भरोसा नहीं था | और मीनू के बदले तेवर अलग ही कहानी बयां कर रहे थे कभी भजिये तो कभी हलवा लेके घर के चक्कर मारती रहती थी |

जैसा कि मैंने कहा था मैं शाम को भाभी से मिलने गयी | भाभी के माथे पर पड़ रहीं लकीरों को देख के लगा जैसे वो अन्दर से तू रहीं हैं | फिर उन्होंने कहा लीला तुझे तो सब पता चल ही गया होगा | क्यूँ सही कहा ना मैंने ? मदद कर लीला ! लड़का भोला है मेरा | मैंने कहा भाभी रुको अपना खून मत जलाओ मैं चाय बना के लाती हूँ आपके लिए | मैं कित्चें में चाय बना ही रही थी कि अचानक दरवाज़े पे कुछ आवाज़ हुयी और मैं बहार आई |

कौन है भाभी चाय ज्यादा बनाऊ क्या ? बस इतना कहते ही मेरे होश उड़ गए | सामने देखा तो मीनू जी खड़ी थी साड़ी पेहेन के |

Dulhan ki Chut Chudai रिक्शावाले ने चोदा बारिश में..

आंटी जी !! देखिये न कैसी लग रही हूँ में ? मैंने कहा मीनू आप वाकई साड़ी दिखाने आये हो या भजिये तलने हैं ?

जो समझना है समझो लीला भाभी पर पहले बताओ मैं लग कैसी रही हूँ ? चाय उबलते उबलते कब उफन के गिर गयी परता ही नहीं चला और शीतल भाभी को तो जैसे सांप सूंघ गया था | हम दोनों बस उसे ही देख रहे थे इठलाते हुए | लीला वो गयी, अच्छा कहाँ गयी भाभी, अरे !! लीला मीनू गयी | शीतल भाभी ने मुझे धक्का मारते हुए कहा |

अच्छा भाभी, अरे हाँ नहीं ! भाभी क्या वो गयी ? अरे हाँ पागल जा चाय ला फिर से बना के जल गयी सारी | भगवान् इस मुसीबत से बचाए कहाँ से आ गयी | चाय बनी और हम दोनों एक दुसरे का चेहरा देखते हुए चाय पी ही रहे थे कि रिषभ आया और सीधा छत पे गया | मैंने कहा भाभी कही उस चुड़ैल ने मोहिनी मंत्र तो नहीं मार दिया अपने बच्चे पे ? नहीं रे लीला अभी उसकी माँ जिंदा है ऐसा कैसे कर पाएगी वो ? मैंने कहा भाभी देखो आक अमावस्या की काली रात है कही कुछ गलत न घट जाए ? शुभ शुभ बोल लीला कुछ भी मत कहा कर | खुद तो डरती है और मुझे भी डरा देती है | मैंने कहा भाभी आज हम दोनों रात में इन दोनों की तकवारी करेंगे आप सो मत जाना | मैं अपनी छत पे रहूंगी और आप भी मुझे खबर करती रहना सो मत मत जाना |

इतना मैंने भाही से कहा और मैं चली गयी अपने घर | रात के ८ बजे मैंने खाना खाया और तुरंत भाभी को फोन लगाके पुछा भाभी अपना लड़का कैसा है ? भाभी ने कहा खाना खा रहा है अभी पर फोन से चिपका हुआ है | मैं समझ गयी और टपक से कहा भाभी फोन पे लगा है खाते समय मतलब छत पे तेहेलने भी जाएगा | आप तैयार रहना मैं तो हूँ और इतना कहके मैं बर्तन मांजने लगी | फिर मुझे याद आया भाभी तो दवाई खाती हैं दर्द की और उससे उन्हें नींद आती है | मैं छत पे गयी और जैसे ही फोन लगाया तो सामने दिखा रिषभ | 10 बजे थे रात के पर वो बैठा था और भाभी भी फोन नहीं उठा रही थी | मैं समझ गयी हो गया बेडा पार आज |

पर ये रिषभ बैठा हुआ क्यूँ है ?

थोड़ी पास गयी तो आआआअह्हह्हह्ह आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊईईईईइमा ऊऊऊह्हह ऊऊऊउम्म्म्म का स्वर मुझे सुनाई दिया | मैं समझ गयी ये दोनों एक दुसरे को चूम रहे हैं | मैंने और पास जाके देखा तो दोनों एक दम नंगे थे रिषभ का खड़ा हुआ लंड और मीनू की गांड साफ़ दिख रही थी | मीनू उसके लंड को सहला रही थी और रिषभ उसके दूध को चूस रहा था | मेरा मन व्याकुल हो गया और मैंने अपनी पति को बुला लिया और कहा जैसा वो लोग करें वैसा तुम करो | हम दोनों भी नंगे हो गए | रिषभ मीनू की चूत चाटने लगा और मैंने भी अपने पति का मुह अपनी चूत से लगा दिया | मेरी रसभरी चूत जैसे वापस जीवित हो उठी थी |

आआआअह्हह्हह्ह आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊईईईईइमा ऊऊऊह्हह ऊऊऊउम्म्म्म आराम से करो न रिषभ, मीनू ने मादक स्वर में कहा | मीनू ने उसका लंड चूसना शुरू किया पर मेरे पति से चूत चटवाने का आनंद मुझे पहली बार प्राप्त हुआ था इसलिए मैंने जारी रखा | रिषभ भी आआआअह्हह्हह्ह आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊईईईईइमा ऊऊऊह्हह ऊऊऊउम्म्म्म कर रहा था और 10 मिनट बाद मीनू के मुह में अपना वीर्य छोड़ दिया | मैंने भी अपना पानी अपने पति के मुह में छोड़ दिया | मैं सुस्त पड़ गयी पर रिषभ ने अपना लंड जैसे ही मीनू की चूत में डाला वो चीख उठी | निकाल फट गयी मेरी चूत ! पर रिषभ घोड़े की तरह चोद रहा था और कुछ देर बाद वो आआआअह्हह्हह्ह आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊईईईईइमा ऊऊऊह्हह ऊऊऊउम्म्म्म करने लगी | मेरे पति ने भी मेरी गांड मारना चालु कर दिया था पर मैं शोर नहीं कर सकती थी | आधे घंटे तक ये चला और हम दोनों फिर से झड़ गए | फिर मैंने सोचा अब ये हो गया है तो क्या फायदा और हम दोनों नीचे आ गए |

सुबह मेरी नींद खुली तो चिल्लाने की आवाज़ आई | ये क्या किया मेरी बेटी के साथ तुमने ? बताओ अब क्या होगा इसका ? अंकल मैं आज ही इससे शादी करूँगा | रिषभ ये कहके निकला और बाजु में खड़ी शीतल भाभी की आँखे नम थी और उनको देख के मेरा भी दिल दुख गया | बाकि उसकी आदत आपने ऊपर पढ़ ही ली होंगी |

तो दोस्तों सब करो पर अपने माँ के बेपनाह प्यार की इज्ज़त भी करो और किसी गलत लड़की के लिए उसका भरोसा मत तोड़ो |

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लड़की पटाने की शर्त लगाई भाई से https://sexstories.one/ladki-patane-ki-bet-bhai-se-xxx/ Tue, 02 Nov 2021 07:40:46 +0000 https://sexstories.one/?p=3243 मेने उसके मुँह पर अपना मुँह रख दिया मेरा भी पूरा लंड अंदर नही गया था आ इसस्स पर मेने फिर से आगे धक्का दिया और इस बार “क्लीन बोल्ड!!!” पूरा अन्दर डाल दिया वो रो रही थी चीख रही थी और अब तक उसकी गालियाँ भी शुरू हो गयी थी....

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Ladki Patane Ki Bet Bhai XXX मेरा नाम अनुज है. ये बात पिछले साल की है जब शादीयों का मौसम चल रहा था और काफ़ी सारे इन्विटेशन मिले हुये थे अब सब जगह तो मेरे पापा जा नही सकते इसलिये कई जगह पर मेरे भाई और मुझे भेज देते थे और सच कहता हूँ दोस्तो मुझे शादीयो में जाना बहुत अच्छा लगता है कई सारी खूबसुरत लड़कियां कुछ नयी नयी जवान हुई लड़कियां मिल जाती है ऐसी ही एक शादी में मेरे भाई (आकाश) और मुझे भेज दिया.

दोपहर का वक़्त था और हम सब दूल्हे की तरफ से थे तो हम सब बस में बेठ गये क्योकी दूसरे नज़दीकी शहर में जाना था तो में और मेरे भाई को बस में बेठने की जगह मिल गयी अब हमारे आगे दो लड़कियां बेठी थी एक तो शादीशुदा थी और दूसरी शादीशुदा नही लग रही थी नाम नही जानता था पर काफ़ी सेक्सी थी उसकी उम्र लगभग 19-20 साल की थी और अभी अभी जेसे जवान हुई थी दिखने में भी काफ़ी फ्रेश और सुंदर थी और शादी के मेकअप में कुछ ज़्यादा ही खूबसुरत लग रही थी उसने श्याम-गुलाबी कलर की चनिया-चोली (गुजराती ड्रेस) पहना था और उसका पल्लू सेमी-ट्रान्सपरेंट था जिससे पता चलता था की उसने काफ़ी टाइट चोली पहनी थी.

अब बस चल पड़ी सबका गाना बजान शुरू हो गया मेरा भाई कई लोगो को जानता था तो सब खड़े होकर गाने और नाचने लगे मस्ती का माहोल था मेने देखा की मेरे भाई की भी उसी पर नज़र थी और वो लड़की भी कम नही थी काफ़ी फनी जोक्स उसके बाजू वाली के साथ शेयर कर रही थी और हँसते हँसते बार बार पीछे देख रही थी मेने भी चान्स ले लिया और आँख मार दी वो हंस पड़ी मुझे लगा चलो आगे बढ़ सकते है पर इधर मेरा भाई भी चालू हो गया था और वो उसे भी लाइन दे रही थी.

मुझे लगा यार ये क्या बला है बीच मे मेने उसका नाम पूछा तो उसने बताया उसका नाम नेहा है और वो देसार शहर से थी और अपनी बहन के ससुराल होने की वजह से यहा आई थी जब हम मेरिज हॉल पर पहुँच गये तो फिर सब शादी और डांस और कई सारी रस्मो में बिज़ी हो गये मुझे वो दिख नही रही थी एक्च्युयली मेरा एक दोस्त भी उसी शहर में रहता था हम कॉलेज में एक साथ पढ़ते थे में उसे कॉल करके हालचाल पूछ रहा था इतने में मेने देखा मेरा भाई नेहा के साथ खड़ा था और काफ़ी हंस हंस के बाते चल रही थी में मेरे भाई को अच्छी तरह से जानता हूँ और वो उसको सुलाने की तैयारी ही कर रहा था लेकिन में ये चान्स खोना नही चाहता था तो मेने एक प्लान बना दिया.

मेने मेरे दुकान (स्टोर) में कॉल किया और हमारे नौकर को पूछा पापा है वहा पर? नौकर बोला नही साहब नही है मेने पूछा कब आयेगे? बताया कुछ? नौकर ने कहा हाँ शाम तक आ जायेगे बताया था मुझे तो मेने कहा ठीक है एक काम कर आकाश को कॉल कर और बोल मुझे (यानी तुझे) अभी अर्जेंट डॉक्टर के पास जाना पड़ेगा और स्टोर को दिन में बन्द नही कर सकता और मुझसे रहा नही जा रहा है नोकर बोला पर अनुज भाई मुझे कुछ नही हुआ में झूठ बोलूँगा तो साहब मुझे नौकरी से निकाल देंगे मेने कहा अब सुन तो सही वहा आकाश के पहुँचने पर बताना की मेने बोला था यह कहने के लिये में संभाल लूँगा, कुछ नही करेगा मेरी गारन्टी है सोच ले मेरी बात मान और जेसा कहा है तू वेसा ही कर अरे दोस्त के लिये इतना नही कर सकता भरोसा रख नोकरी को कोई प्रोब्लम नही होगा. वो थोड़ा डरा हुआ था पर मान गया उसे पता है हम दोनो भाई में चलता है और इसे ही तो भाई कहते है.

में मेरे भाई के पास आ गया था और स्टोर से नौकर का कॉल आया भाई पापा के डर से तुरंत वहा जाने के लिये तैयार हो गया मुझसे कहा की इस पागल की भी अभी ही तबीयत बिगड़नी थी मेने पूछा अभी ही मतलब आकाश ने कहा दिख नही रहा में बिज़ी हूँ मेरी शाम बिगड़ी ना अब चल में जाता हूँ बाद में तू पहुँच जाना कुछ काम हो तो कॉल करना मेने कहा ओके भाई आप जाओ अब रास्ता साफ था पर मंज़िल अभी दूर थी अब मे नेहा के आस पास ही रहने लगा तारीफ करने लगा और अपनी मज़ाक बन के भी हंसने लगा वो सब कुछ कर रहा था जो लड़की पटाने में करना होता है उसने पूछा आपके भाई नही दिख रहे मेने कहा उसे अर्जेंट काम से स्टोर पर जाना पड़ा पर में तो हूँ ना वो मुस्कुराने लगी.

मेने कहा नेहा तुम ग़ज़ब की खूबसुरत हो सच में तो नेहा बोली तुम भी शेरवानी में ठीक लग रहे हो मेने कहा इसके बिना तो में हॉट लगता हूँ वो बोली क्या मेने कहा यानी दूसरे कपड़ो में तो हॉट लगता हूँ सब कहते है पर दोस्तो तीर निशाने पर लगा उसे जो समझना चाहिये था वो समझ गयी अब वो काफ़ी लाइन दे चुकी थी मेने जानबुझ के उसके पल्लू पर थोड़ा सा ऑरेंज जूस डाल दिया (पर जताया ऐसे की ग़लती से गिर गया) मेने कहा सो सॉरी नेहा नेहा ने कहा, ‘श! ये क्या किया…? अब में इसे केसे मेने कहा चिन्ता मत करो यहा वॉशरूम होगा तुम चलो में उसे वॉश रूम में ले गया वहा कोई था भी नही वो वॉशपेशन के पास खड़ी होकर पानी से साफ करने लगी वेसे ज्यादा नही गिरा था मुझे पता था की दाग चला जायेगा.

Hindi porn kahani दीदी को चोदा शादी के बाद

मेने कहा नेहा तुम हॉट लग रही हो वो बोली हाँ काफ़ी तारीफ कर चुके एक काम करो मेरी चोली का नाडा ठीक करो थोड़ा ढीला हो गया है अब मुझे पूरी तरह से लाइन मिल गयी थी मेने कहा उसके लिये तो इसे खोलना पड़ेगा वो हंस के बोली में जानती थी तुम्हारी नज़र मेरे पर ही है वेसे में रिस्क ले सकती हूँ क्योकी ये मेरा शहर नही है और तुम भी काफ़ी हॉट हो इतना बोलते ही मेने चान्स ना छोड़ते हुये उसके लिप्स को अपने लिप्स से जोड़ दिया आह क्या टेस्टी थी स्ट्रॉबेरी का टेस्ट था उंह उसने फिर थोड़ा धक्का देकर छुड़ाया और बोली यहा नही मेने कहा ठीक है अपनी बहन को बोल की उसके पल्लू पर दाग लगे है वो अभी मेरे साथ लॉनड्ररी पर जाती है और इसको साफ करवाती है बोलना काफ़ी महंगा ड्रेस है यह ड्रेस में कुछ देर में ही आती हूँ और दिखावे की लिये कुछ रुपये ले लेना और बोलना की पहले सादा ड्रेस भी खरीदना पड़ेगा.

तब ही यहाँ से निकल पाओगी वो बोली ओह माई गॉड क्या तुम रोज़ यही काम करते हो मेने तो अभी सोचना शुरू भी नही किया और तुमने सब कुछ सोचके रखा है…? और क्या क्या सोचा है? मे बोला तू चल तो बताता हूँ क्या क्या सोचा है इतने में मेरा भाई स्टोर पर पहुँच गया था और गुस्से और गलियों से भरा कॉल किया में कुछ बताऊँ उससे पहले ही बोलने लगा लोडू इससे झूठ क्यों बुलवाया मेरी शाम बिगाड़ी तूने तू आ में तुझे नही छोडूगा मेने कहा कूल डाउन भाई इस बार मेरी बारी थी और आप लाइन में घुस रहे थे और वेसे भी याद है दो साल पहले मेरी 6 महीने की मेंहनत के बाद मेरी गर्लफ्रेंड को मेरी जगह आपने पहले चोदा था.

बस तो समझ लो आज मेरा दिन था वो बोले लोडे तब तुम पूरे 18 के नही थे और मेने ही तो बताता था केसे पटाना है और आज तू मेरी मे बीच में ही बोला भाई चिन्ता मत करो उसको आपकी कमी महसुस नही करने दूँगा और वेसे भी ऐसे क्या भड़क रहे हो जेसे इससे शादी करने वाले थे…! अब मे थोड़ा बिज़ी हूँ बाद में कॉल करता हूँ और भाई बोले साले तू बड़ा हो गया है तब तक वो आ गयी थी और पूछा किससे बात कर रहे थे मेने कहा नही घर से कॉल आया था मेने कहा एक मिनिट रुक मेने मेरे दोस्त को कॉल किया और बताया की उसके फ्लेट की चाबी चाहिये कुछ घंटो के लिये क्योकी हमने कॉलेज एक साथ किया था तो काफ़ी अच्छे दोस्त थे वो बोला यार मेरा भी चान्स होना चाहिये.

मेने बोला चूतिये ये रांड नही है पटा कर ला रहा हूँ याद कर मेने कितनी बार तुझे मेरा कमरा दिया था..??’ वो बोला चल ठीक है एम.जे रोड पर आ जा में वही हूँ और चाबी दे देता और जल्दी आना मेने बोला तुझसे ज़्यादा मुझे जल्दी है अब में नेहा को लेकर ऑटो में पहले एम.जे रोड पर ले गया वहा से चाबी और एड्रेस लिया और उसके फ्लेट पर पहुँच गया दरवाजा खोलते ही में उस पर टूट पड़ा उसे दीवार से सटा के खड़ा करके स्मूच करने लगा और उसके बोल (ब्रेस्ट्स) दबाने लगा उसका पल्लू हटा दिया और वो भी पूरे मज़े से स्मूच कर रही थी मेने मज़ाक में कहा रानी कपड़े निकालो धोने नही है..!!?’ मेने अपनी शेरवानी उतार दी और पज़ामा भी उतार दिया में बता दूं मेरी बॉडी काफ़ी अच्छी है में 5’11 का हूँ गोरा हूँ क्लीन शेव हूँ और मेरी जिम बॉडी है.

अब मेने उसे दीवार की तरफ मुँह करके उसकी सिल्की पीठ को किस किया काटा भी वाऊ क्या माल था मेने सारे नाडे एक झटके में निकाल दिये और अब उसके मीडियम साइज़ के और काफ़ी तने हुये बोल (ब्रेस्ट्स) मेरे सामने थे आह.! उस पर रेड निपल तो मुझे पागल बना रहे थे मेने कहा मेरी माल क्या हॉट है तो मुझे लगा काफ़ी बड़े होंगे पर लगता है अभी अभी तू कच्ची कली से जवान हुई है नेहा ने कहा तो क्या तुम्हे लगता है में सबके साथ…??! मेने काफ़ी रोल प्ले किया है पर सेक्स नही यहा तो कोई रिस्क भी नही है और तुम भी इतने जानदार हो इतना कहते ही वो मेरी अंडरवेयर में हाथ डालने लगी और मेरा लंड सहलाने लगी अब ये पूरा तन गया मेने कहा आज तेरी वर्जिन चूत को में फाड़ने वाला हूँ बहुत प्यार करने वाला हूँ.

मेने तुरंत ही उसके बूब्स (ब्रेस्ट्स) को चूसना शुरू कर दिया और उसके निपल को काटने लगा आह क्या टेस्ट था वो और ज़्यादा और ज्याद कहने लगी और हाथ से मेरे लंड को सहलाने लगी… ह…मुझे लगा उसके बोल (ब्रेस्ट्स) मे जेसे कोई टेस्टी आइटम हो मेने काफ़ी चूसा और मसला और निपल बिल्कुल टाइट हो गये थे..ह…..में उसे मसलता रहा अब मेने उसकी चोली उतार दी वाउ..! क्या सिल्की पेर थे और उसकी कमर तो किसी मॉडल की तरह एकदम पतली और सेक्सी थी उसने अंडरगार्मेंट्स पहने थे और में भी अंडरवेयर में था मेने उसे उठाया और सीधा बाथरूम में ले गया बोला अब मेरी जान रेडी है…? धुलाने के लिये? मेने शॉवर चालू कर दिया और हम स्मूच करने लगे में उसके बोल (ब्रेस्ट्स) को मसलने लगा और वो मेरे लंड को सहलाने लगी.

अब वो नीचे की तरफ झुकी और मेरी अंडरवेयर हटाई मेरा लंड (8 इंच है) पूरा तना हुआ था वो बोली ‘श… इतना बड़ा लंड मेने कभी नही देखा और लपक के उसके मुँह में डाल दिया…अहह! और वो चूसने लगी अहह क्या मज़ा आ रहा था उसने काफ़ी सक किया उसके मुँह में पूरा लंड जा नही रहा था तो मेने उसका सिर पीछे पकड़ के ज़ोर ज़ोर से डालने लगा उसकी आँख में से पानी निकल गया पर मेंने बहुत इन्जॉय किया लगभग 20 मिनिट तक सक करने के बाद मेने शॉवर बंद किया उसके अंडरगार्मेंट को उतारा और हमने एक दूसरे की बॉडी को टावल से पोछा मेंने उसको उठा के सीधे बेड पर डाल दिया हम लोग बिलकुल नंगे थे और मेने उसकी चूत को चाटना शुरू किया उसकी चूत बिल्कुल टाइट थी काफ़ी पिंक कलर की थी और क्लीन शेव थी.

मेने उसको अपनी जीभ से चाटा वाऊ क्या सॉल्टी टेस्ट था और थोड़ी थोड़ी उंगली भी डालता था और बीच बीच में उसको चूमता और उसके बूब्स को भी काट लेता था चूम लेता था पर उसकी चूत मेने तय कर लिया की आज इसको फाड़ डालनी है में पागल हुये जा रहा था थोड़ी देर के बाद में उसके उपर आ गया और लंड डालने ही वाला था की वो बोली अरे क्या कर रहे हो मार दोगे क्या मुझे कुछ ऑयल लूब्रिकेंट लो इतना बड़ा लंड में केसे ले पाऊँगी मेने इससे पहले नही चुदवाया है मेरी चूत तो फट जायेगी में बोला मेरी रानी अब कुछ नही होगा वेसे भी चूत मे से थोड़ा थोडा पानी निकलने लगा है तू और तेरी चूत बिल्कुल रेडी है और वो कुछ बोले उसके पहले ही मेने उसकी चूत में मेरा 8 इंच का लंड डाल दिया आह ओह नही वो ऐसे चीख पड़ी.

मेने उसके मुँह पर अपना मुँह रख दिया मेरा भी पूरा लंड अंदर नही गया था आ इसस्स पर मेने फिर से आगे धक्का दिया और इस बार “क्लीन बोल्ड!!!” पूरा अन्दर डाल दिया वो रो रही थी चीख रही थी और अब तक उसकी गालियाँ भी शुरू हो गयी थी वो बोली इसे बाहर निकालो हरामखोर लंड कुत्ते मेरी चूत फाड़ दी तुने लंड बाहर निकाल तेरा मुझसे सहन नही होता मर जाउंगी में हाईईईई…अहह..ऑश…!!!’ मेने उसके मुँह पर हाथ रख के बोला मेरी रांड चुप रहो अभी शुरुआत में तो दर्द होगा ही ना और में ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा 5 मिनिट के बाद वो भी मेरा साथ देने लगी वो भी उसकी गांड आगे पीछे करने लगी.

मेने देखा उसकी चूत मे से थोड़ा सा खून भी निकला था पर ज़्यादा नही था 15 मिनिट तक चोदने बाद मेने उसकी चूत को रुमाल से साफ किया वो तो जेसे कोई अलग ही दुनिया में थी और में भी अब उसकी चूत लाल हो गयी थी और मेने कहा मेरी प्यारी रांड रानी अभी बाकी है. में उसे स्मूच करने लगा और उसके बूब्स को मसलने लगा मेरा लंड तो अब भी तना हुआ था मेने अब धीरे से मेरा लंड अंदर डाला वो फिर से चीखी पर इस बार बोली हाँ डालो इसे मुझसे रहा नही जाता और मेने पूरा डाल दिया…उईईइ अहह…तुम साले जानवर हो..हा और ज़ोर से चोद मुझे आआ और वो ज़ोर ज़ोर से आगे-पीछे होने लगी और में भी पूरे जोश में आगे धक्के देना लगा अब वो आह…आ… बोल रही थी मेरा लंड फुल स्पीड में धक्के दे रहा था आह वाऊ बता नही सकता कितना मज़ेदार था जेसे जन्नत मिल गयी हो.

अब 15 मिनिट के आस पास मेरा माल निकलने को तैयार था पर हम दोनो इस दुनिया में सफ़र कर रहे थे मेने और कुछ नही सोचा और अंदर ही छोड़ दिया और वो भी आह…कह कर मुझसे लिपट गयी फिर मेने मेरा लंड बाहर निकाला अभी भी इसमे से माल निकल रहा था तो उसे उसने अपने मुँह मे ले लिया और वो मेरे उपर ही लेट गयी मेने 1 घंटे का अलार्म लगा दिया और हम दोनो एक दूसरे को लिपट कर आराम करने लगे मुझे तो और भी आगे बडना था पर वो बिल्कुल टूट सी गयी थी मुझ मे सम सी गयी थी वेसे भी में उसके शहर से काफ़ी दूर नही रहता हूँ अभी तो कई पोजीशन बाकी है और उससे ज़्यादा कई और बार मज़े लेने भी बाकी है.

3 घंटे कब निकल गये पता ही नही चला और फिर अलार्म बजते ही हम तैयार हो गये और पास के मेडिकल स्टोर पर रुके और उसके लिये मेडिसिन ली और उसकी बहन को कॉल कर दिया और कहा दीदी पहले तो वो लॉनड्ररी वाला लेट आया फिर बोला की 2 दिन तक देनी पड़ेगी तो में तो वेसे ही वापस आ रही हूँ मेने उसको मेरा नंबर दिया और उसका नंबर लिया और में उसे मेरिज हॉल पर छोड़ कर मेरे शहर जाने के लिये निकल गया .

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पडोसन की चूत https://sexstories.one/padosan-ki-chooth/ Fri, 22 Oct 2021 07:07:33 +0000 https://sexstories.one/?p=3099 मेरे लंड का सुपाड़ा उसके अन्दर जाते ही वो जोर से बोली कि मुझे बहुत दर्द हो रहा है। फिर में वहीं पर रूक गया और उसकी चूचियों को सहलाने लगा और फिर उसके होठों को चूमने लगा। तभी थोड़ी देर में विनीता जोश में आ गई और अपने चूतड़ उठाने लगी।...

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Matwali Padosan ki Chooth Chudai हैल्लो फ्रैण्ड्स मेरा नाम ऋषि है , सच कहूँ तो मुझे बहुत मजा आता है ये कहानियाँ पढ़कर और मुझे लगा कि मुझे भी अपनी स्टोरी लिखनी चाहिए। जो कहानी आपको बताने जा रहा हूँ वो सच है और दो साल पहले की है। दोस्तों मेरी उम्र 21 साल की है और हाईट 5.11 फुट है और वजन 60 किलो है। मैं मोरादाबाद का वासी हु औऱ अभी अपने कॉलेज के आखरी साल पर हु। मुझे लड़कियों की चूत चाटना और मुझसे मेरे उम्र में बड़े लड़कियों के साथ चुदाई करना बहुत पसंद है। अब में सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ।

दोस्तों में दो साल पहले बहुत दिनों के बाद अपनी मौसी के घर गया था। तो मौसी मुझे देखकर बहुत ख़ुश हुई। मेरी मौसी के घर मौसी, मौसा कजिन ब्रदर जो मुझसे दो साल छोटा है। मेरा भाई मुझसे बहुत फ्रैंक है तो हम दोनों हर तरह की बातें शेयर कर लेते है। फिर रात को खाना खाने के बाद सोने की तैयारी होने लगी। तभी में और भाई छत पर सोने गए.. हमारी छत खुली थी।

आप तो जानते है कि गाँव में लोग बहुत घुले मिले है। फिर हुआ ये कि रात को पड़ोस वाले घर के जो मेरे मौसा जी के चाचा लगते है.. वो और उनकी वाईफ और उनकी एक बेटी भी सोने आ गए। वो लोग अपनी छत पर सो रहे थे और हम अपनी छत पर। इधर अजय (मेरा भाई) और में बातें कर रहे थे।

अजय ने मुझे बताया कि विनीता (जो पड़ोस वाले अंकल की बेटी है और छत पर ही सो रही थी) का गाँव के कई लड़कों के साथ चक्कर चल रहा है और कई बार तो में भी उसके साथ किस कर चुका हूँ लेकिन आगे मौका नहीं मिला। फिर मैंने भी कभी किसी लड़की को छुआ नहीं था तो आज मुझे थोड़ा सा अजीब लग रहा था और मजा भी बहुत आ रहा था।

फिर बातें करते करते बहुत देर हो गई और सभी लोग सो चुके थे लेकिन आज मुझे नींद कहाँ आनी थी। फिर अजय बोला में तो सो रहा हूँ तू क्या चाह रहा है। तभी मैंने कहा कि आज कुछ नहीं हो सकता.. तू अभी मत सो.. रुक देखते है अगर कुछ हो सके तो। मैंने विनीता को पहले कई बार देखा था। वो 5.5 फिट लम्बी थी। उसके बूब्स बहुत बड़े थे.. उसका साईज 32-28-34 था। रंग की बहुत गोरी थी.. उसके होंठ लाल थे.. लेकिन आज तक कभी मैंने उसके बारे में सोचा ही नहीं था। लेकिन आज उसकी बातें सुनकर एक तड़प सी उठ रही थी।

आज शायद मेरी किस्मत बहुत अच्छी थी। तभी ऊपर मच्छर काट रहे थे तो विनीता के मम्मी पापा नीचे चले गये सोने के लिये। फिर अजय बोला अब शायद कुछ हो जाय और तभी वो उठा और विनीता के पास जाकर सोने के लिए कहने लगा। फिर मुझे डर लग रहा था.. लेकिन अजय ने कहा कि कुछ नहीं होगा.. तो में भी उसके साथ चला गया।

अब हम लोग उसके साथ छत पर थे। पहले में, अजय फिर विनीता। तभी अजय ने विनीता की तरफ हाथ बड़ाया और उसे जगा लिया और फिर बूब्स पर हाथ डालने लगा। क्योंकि वो तो पहले भी कई बार सबकुछ कर चुके है तो उन्हें कोई डर ही नहीं लग रहा था। लेकिन विनीता मना कर रही थी कि नहीं अभी मेरा मूड नहीं है। फिर अजय नहीं माना तो वो मुझसे बोली जय तुम बड़े हो इसे मना करो ना प्लीज। तभी मैंने मना किया तो वो मान गया। फिर वो उठी और मेरी तरफ आकर लेट गई, अब में बीच में था।

Chudai pados wali bhabhi ki चूत की बिछ गयी है बिसात

फिर 12 बज चुके थे। फिर मैंने अजय को इशारा करके सुला दिया और अजय भी सो गया। अब मेरा भी मन विनीता को पकड़ कर अपनी तड़प मिटाने का था। फिर वो मेरी तरफ पीठ करके लेटी थी। फिर मैंने बहुत हिम्मत करके अपना पैर उसके पैरों से टच किया और उसके पैरों के बीच रख लिया। तभी उसकी कोई हलचल ना देखकर मेरी हिम्मत और बड़ गयी।

फिर थोड़े देर बाद पैर को अच्छी तरह उसकी पैरों के बीच फंसा दिया और फिर ऐसे ही लेटा रहा। तभी कुछ देर बाद मैंने अपना एक हाथ विनीता के गाल पर रख दिया और हल्के हल्के घुमाने लगा। फिर मेरी हिम्मत और तड़प दोनों बढ रही थी। विनीता कोई हलचल नहीं कर रही थी।

फिर मैंने हाथ को उसकी गर्दन पर लेकर धीरे से घुमाकर उसके बहुत पास आ गया। फिर धीरे धीरे मैंने हाथ उसकी छाती पर लगा दिया। फिर थोड़ी देर बाद में उसके बूब्स को सहलाने लगा और गर्दन पर अपनी सांसें छोड़ने लगा। अब मुझे लगा कि वो सो गई है। तभी मैंने उसे कमर से पकड़ा और अपनी और खींचा.. तभी वो एकदम से मेरी तरफ पलटी और बोली कि में तो इधर लेटी थी कि तुम मुझे बचा लोगे.. लेकिन तुम तो खुद ही शुरू हो गये.. प्लीज मुझे क्यों नहीं सोने देते?

फिर मैंने कहा कि तुम बहुत सो चुकी.. अब मत सोओ और फिर ये कहकर उसे कमर से पकड़कर अपनी तरफ खींच लिया। अब वो मेरे बिल्कुक पास थी। तभी वो बोली ये ठीक नहीं है। मैंने कहा कि मुझे सब पता है.. तुम्हारा भी मूड है फिर भी तुम क्यों इतना टाईम लगा रही हो? तभी वो हंस गयी और फिर एकदम से उसने मेरे होंठ पर किस कर लिया और फिर बोली कि रुको में अभी आई।

फिर वो उठकर नीचे गयी और 5 मिनट में आ गई। फिर मैंने पूछा कि तुम कहाँ पर गई थी? तभी बोली कि मम्मी पापा को देखने गई थी कि वो सो गये या वो भी चुदाई में व्यस्त है।

फिर वो साथ में क्रीम और तेल भी लेकर आई थी। फिर मैंने कहा कि इधर अजय है चलो उधर दूसरी तरफ चलें। फिर हम दूसरी छत पर आ गए और लेटते ही मैंने उसे पकड़ कर उसके होंठो को अपने होंठो से दबा लिया और फिर उसे चूमने लगा। फिर पांच मिनट किस करने के बाद में नीचे हुआ और उसके बूब्स को कुर्ती के ऊपर से दबाने लगा। दोस्तों ये मेरी लाईफ का पहला मौका था..

जब में किसी लड़की के इतने पास था और उसके बूब्स दबा था। तभी विनीता की भी सांसे तेज होती जा रही थी। फिर उसने मुझे अपने ऊपर खींच लिया और में उसके ऊपर था और उसके बूब्स दबा रहा था और फिर उसकी गर्दन को अपनी जीभ से चाट रहा था।

तभी में ऊपर से हटा और फिर उसे बैठाकर उसकी कुर्ती को उतार दिया.. उसने ब्रा नहीं पहनी थी। फिर जैसे ही मैंने कुर्ती उतारी उसके गोर गोर 32 के बूब्स मेरे सामने आ गए। में पागल सा होने लगा और विनीता को नीचे दबाकर उसके बूब्स पर टूट पड़ा। फिर एक हाथ से उसके सीधे बूब्स को और जोर से और फिर दूसरे बूब्स को मेरे मुहं में लेकर चूस रहा था और हल्के हल्के दबा रहा था।

फिर मेरे हर बार दबाने के साथ विनीता का जोश बढ़ता जा रहा था और फिर वो मेरे सर को पकड़कर अपने बूब्स में दबा रही थी। में भी भूखे शेर की तरह उन पर टूट पड़ा और उनको जोर से चूसने और मसलने लगा। विनीता को भी मजा आने लगा और उसके मुँह से सिसकियाँ निकलने लगी उम्म हहाहा मरी में थोड़ा धीरे चूसो प्लीज सीईईई। क्या मस्त चूचियाँ थी उसकी.. बहुत गोरी, सॉफ्ट और बहुत ही नाज़ुक में बेकाबू हो गया था।

फिर मैंने उसकी चूचियों को जी भर कर चूसा और चूसते-चूसते ही में एक हाथ से उसकी चूत पर ले गया और सलवार के ऊपर से ही उसकी चूत सहलाने लगा। फिर थोड़ा नीचे आकर उसकी चूत पर जीभ फैरने लगा तो वो पागल हो उठी। फिर में धीरे-धीरे उसकी सलवार में हाथ डाल कर पेंटी के अन्दर अपना हाथ ले गया और उसकी चूत को सहलाने लगा।

सच में विनीता की चूत बहुत ही सेक्सी और कोमल थी.. में तो बस मदहोश हो गया था। फिर में धीरे धीरे उसकी चिकनी चूत को सहलाने लगा और उसकी चूत के दाने को उँगलियों से धीरे धीरे मसलने लगा। तभी उसकी चूत बहुत गीली हो चुकी थी और वो अपने पैरो को सिकोड़ने लगी थी।

तभी में समझ गया कि अब ये पूरी तरह से गरम हो चुकी है। फिर मैंने जल्दी से उसकी सलवार का नाड़ा खोलकर उसे उतार दिया और फिर पेंटी के ऊपर से ही उसको चूसने लगा। तभी वो मेरे सर को जोर जोर से दबाने लगी और में भी जोश में आकर उसकी चूत को चूसने लगा। तभी में अपने आपे से बाहर हो रहा था। फिर मैंने अब मौका गंवाए बिना उसकी पेंटी को भी उतार फेंका। फिर में अपना मुँह उसकी चूत के पास लेकर गया और फिर उस पर चूम लिया। तभी उसने अपने दोनों पैर चौड़े कर दिये थे।

फिर उसकी चूत को देख कर साफ़ पता लग रहा था कि उसने अपने बाल आज ही साफ़ किये थे.. मतलब आज वो चुदाई लिए तैयार थी। फिर में उसके दाने को जीभ से चाट रहा था और जीभ को अंदर भी डाल रहा था। फिर वो बहुत गरम हो गई थी और अपनी कमर उठाकर मेरी जीभ को अंदर लेने लगी। फिर उनके हाथ मेरे सर पर थे और वो मेरे सर को दबा कर मेरा मुँह अपनी चूत के और पास ले जाने की कोशिश कर रही थी।

Padosan ki chooth स्वीटी भाभी की स्वीट चुदाई

तभी में उठा और जल्दी से अपने कपड़े उतार दिए और फिर में जल्दी से नीचे आया और फिर अपने दोनों पैर फैलाकर लेट गया और उसे अपने ऊपर खींच लिया। तभी वो समझ गई और मेरे लंड को हाथ में लेकर ऊपर नीचे करने लगी। फिर जैसे ही उसने हिलाना शुरू किया.. में तो जन्नत का मजा महसूस करने लग। पहली बार किसी लड़की के हाथ में मेरा लंड था। फिर मैंने उसे मुहं में लेने कहा वो तुरंत मान गई। फिर धीरे-धीरे उसने लंड के टोपे को मुँह में ले ही लिया और लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी। फिर कुछ 15 मिनट तक उसने मेरे लंड को चूसा होगा।

फिर वो बोली कि अब कंट्रोल नहीं होता जान अब डाल दो। में भी अब तैयार था। फिर मैंने एक तकिया उसकी कमर के नीचे लगाया और फिर उसकी जाँघें अपनी जाँघों पर चढ़ा लीं। फिर में अपने लंड को उसकी चूत पर फैरने लगा। अब उसकी चूत तन्दूर की भट्टी की तरह गरम थी। तभी उसने कहा कि उसने कभी चुदवाया नहीं है और मेरा इतना मोटा लंड उसकी चूत में कैसे जायेगा?

तभी मैंने कहा कि थोड़ा सा दर्द होगा लेकिन बाद में बहुत मज़ा भी आएगा। डर तो मुझे भी था.. क्योंकि मेरा भी पहली बार था.. पता नहीं था कि कैसे करूं? फिर मैंने अपने लंड और उसकी चूत पर क्रीम लगाई और अपना लंड धीरे से उसकी चूत में घुसाने लगा लेकिन उसकी चूत बहुत टाईट थी।

मेरे लंड का सुपाड़ा उसके अन्दर जाते ही वो जोर से बोली कि मुझे बहुत दर्द हो रहा है। फिर में वहीं पर रूक गया और उसकी चूचियों को सहलाने लगा और फिर उसके होठों को चूमने लगा। तभी थोड़ी देर में विनीता जोश में आ गई और अपने चूतड़ उठाने लगी। तभी मैंने ऊपर से थोड़ा जोर लगाया, तभी मेरा लंड उसकी चूत में तीन इंच घुस गया। तभी वो जोर से चिल्लाने लगी.. तो मैंने अपने होंठ उसके होंठो पर रख दिये। अब मुझे महसूस हुआ की कोई चीज लंड को अंदर जाने से रोक रही है।

तभी में समझ गया की ये उसकी चूत की झिल्ली है जो अभी तक फ़टी नहीं है। फिर में बहुत खुश हो रहा था कि मुझे पहली चुदाई में बिना चुदी हुई चूत मिली है। फिर विनीता आँखें बंद किये सिसकियां भर रही थी। तभी मुझे सही मौका मिला और अचानक मैंने एक जोर का झटका दिया और अपना पूरा 8 इंच का लंड उसकी चूत में घुसेड़ दिया। तभी वो बहुत जोर से चीखी और जोर से तड़पने लगी। तभी में वहीं पर रूक गया और उसकी चूत में से खून निकलने लगा था। तभी वो जोर जोर से रोने लगी। तभी मैंने उसे प्यार से समझाया कि मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चल गया है। अभी थोड़ा सा दर्द होगा.. लेकिन बाद में जो मज़ा आएगा वो तुम्हे तुम्हारा पूरा दर्द भुला देगा।

फिर मैंने उसके लाख कहने पर भी अपना लंड उसकी चूत से बाहर नहीं निकाला। फिर पाँच मिनट तक में सिर्फ़ उसके बूब्स को चूसता रहा और उसके पूरे शरीर पर हाथ फैरता रहा। तभी धीरे धीरे उसका दर्द कम हुआ और फिर उसे जोश आने लगा और वो मुझसे चिपक गई और अपने चूतड़ उठाने लगी। उसकी चूत मेरे लंड को कभी जकड़ती और कभी ढीला छोड़ती। फिर में इशारा समझ गया और मैंने धीरे धीरे अपने लंड को उसकी चूत में अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया।

तभी थोड़ी देर में उसे भी मज़ा आने लगा और वो भी हिल हिल कर चुदाई का मज़ा लेने लगी। फिर करीब 15 मिनट तक में उसे बिना रुके चोदता रहा और इतनी देर में उसकी चूत गीली हो गई और उसका दर्द कम हो गया और वो बहुत मज़े लेकर चुदवाने लगी। फिर वो भी नीचे से गांड हिला कर मेरा साथ दे रही थी और बोल रही थी अह्ह्ह ईईइ जोर से तेज और तेज करो.. मुझे चोदते रहो जोर से और जोर से चोदो मुझे मीईईइ।

Chooth chudai बीवी और डोली भाभी

तभी मैंने लंड को चूत से बाहर निकाल कर फिर से मैंने उसके दोनों पैरो को अपने कंधे पर रखकर अपने लंड को उसकी चूत में डाल दिया और तेज तेज धक्के लगाने शुरू कर दिए। फिर उसकी चूत से खून आ रहा था लेकिन अब दर्द नहीं था। तभी वो एकदम से अकड़ने लगी और मेरी पीठ और कन्धों पर नाख़ून चुभाने लगी और फिर एकदम से मुझसे लिपट गई और झड़ गई। लेकिन में तो अभी भी जोश में था। तभी विनीता बोली कि रुको मत.. पता नहीं कब मौका मिले। फ़िर उसकी आँखों से आँसू निकल पड़े लेकिन में रुका नहीं। फिर में अपने लंड को अंदर बाहर करता रहा और कुछ देर बाद उसे फिर मज़ा आने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी।

तभी वो अपनी कमर को मेरे साथ साथ आगे पीछे करने लगी। चूँकि वो अभी अभी झड़ी थी इसलिए दोबारा इतनी जल्दी झड़ना मुमकिन नहीं था। इसलिया मज़ा और ज़्यादा आने लगा। ऐसा करते करते कुछ देर बाद वो फिर झड़ गयी। उसकी गरम चूत गीली हो गई और वो शांत पड़ गई। लेकिन में रुका नहीं और फिर में उसे चोदता रहा। तभी उसने मुझे अब रुकने को कहा.. लेकिन में रुका नहीं और अपना काम करता रहा। फिर लगभग 5 मिनट के बाद में झड़ने लगा तो मैंने पूछा कि बाहर निकाल दूँ.. तो वो बोली कि मेरा पहला मौका है में मजा लेना चाहती हूँ अंदर ही डाल दो। तभी मैंने जल्दी जल्दी झटके मारे और फिर थोड़ी देर में अपना सारा वीर्य विनीता की चूत में निकाल दिया।

दोस्तों क्या बताऊँ जिस टाईम में झड़ रहा था तो ऐसा लगा कि में सातवें असमान में उड़ रहा हूँ ऐसा मजा मुझे आज तक नहीं मिला था। पहली बार था तो बहुत गाड़ा और बहुत ज्यादा वीर्य निकला था। तभी विनीता बोली कि तुम्हारे गर्म वीर्य को में अपनी चूत में साफ साफ महसूस कर रही हूँ। तभी मैंने पूछा कि तुम्हे मजा आया ना? फिर बोली कि अभी पूरी रात है तुम तो बिना रुके मजा रहो। फिर उस रात हमने 3 बार और सेक्स किया और फिर हम दोनों वापस से अपनी जगह पर आकर सो गये। फिर में सुबह उठकर अपने घर चला आया। फिर मुझे उसे चोदने का कभी दुबारा मौका नहीं मिला।

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दोस्त और उसकी बीवी के साथ ग्रुप सेक्स https://sexstories.one/dost-ke-biwi-ki-saath-groupsex/ Tue, 12 Oct 2021 08:01:29 +0000 https://sexstories.one/?p=2979 मैं रानी के स्तनों को अपने मुंह में ले रहा था और मेरा  दोस्त अब भी मेरी पत्नी को चोदने मे लगा हुआ था। मैंने उससे पूछा तुम्हारा अभी नहीं हुआ है वह कहने लगा नही यार मुझे बहुत मजा आ रहा है तेरी बीवी को चोदने में मैंने उसे कहा आज के बाद ऐसे ही चोदना। मैंने तुरंत रानी के मुंह में अपने लंड को दे दिया और वह मेरे लंड को चूसने लगी।

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antarvasna, groupsex stories हम लोगों का कपड़े का कारोबार है। मेरी दुकान बहुत ही अच्छी चलती है। मेरी पत्नी मेरी दुकान में काफी सहायता कर देती है। जब मैं दुकान पर नहीं होता हूं तो, वही दुकान का सारा काम संभालती है। मेरा नाम अजय है और मेरी पत्नी का नाम शालिनी है। जब से उसने दुकान में मेरा हाथ बटाना शुरू किया है तब से मेरा काम काफी अच्छे से चलने लगा है। जितनी भी लेडीस कस्टमर आती हैं उन सब को वहीं संभालती है। ताकी हमारे यहां जो भी लेडीस कस्टमर आये उन्हें  कोई समस्या न हो और वह उसके पास ही सारा सामान लेते हैं।

अब  कुछ समय बाद सर्दियां पढ़ने वाली है। तो हमने सोचा कि क्यों ना लुधियाना से ही सामान ले आए। वहां सर्दी का सामान काफी अच्छे और सस्ते दामों पर मिलता है। हम लोगों ने लुधियाना जाने का प्लान कर लिया। कुछ दिनों में मेरे एक दोस्त का फोन आया। उसकी भी कपड़ों की दुकान है। वह मुझे कहने लगा कि मैं भी सोच रहा था कि लुधियाना जाकर कुछ कपड़े ले आऊं। तो मैंने उससे कहा कि मैं और मेरी पत्नी भी वहां जा रहे हैं, तो तुम भी अपनी पत्नी को साथ में ले आओ। वह कहने लगा ठीक है। मैं भी अपनी पत्नी को अपने साथ ले आता हूं। कुछ दिन हम लोग वहां पर घूम भी लेंगे और अपना सामान भी ले आएंगे। मैंने उसे कहा ठीक है। इस तरीके का प्रोग्राम बना लेते हैं और  कुछ दिनों बाद  हम लोग लुधियाना के लिए  निकल पड़ेंगे।

मैंने अपने दुकान का जितना भी हिसाब किताब और जो भी लेनदेन बाकी था वह सब क्लियर करने के बाद अपने दोस्त को दोबारा से फोन किया। मेरे दोस्त का नाम सुमित है और उसकी दुकान भी बहुत अच्छी चलती है। जब भी मेरे पास कुछ सामान नहीं होता तो मैं उससे ही वह सामान मंगा लेता हूं। जब मैंने अपने दोस्त को फोन किया तो मैंने उसे बताया कि मेरा सारा काम हो चुका है। अगले हफ्ते हम लोग जाने का प्लान कर लेते हैं। दोस्त ने कहा ठीक है मैं भी तब तक 1 हफ्ते में अपना काम निपटा लेता हूं। उसके बाद हम लोग चल पड़ेंगे। मैंने उससे पूछा कि मैं टिकट करवाऊं या तुम ही टिकट करवा लोगे। तो उसने बोला कि तुम टिकट करवा लो। उसके बाद जितना भी पैसा होगा वह हम आपस में देख लेंगे। मैंने कहा ठीक है मैं टिकट करवा देता हूं अब मैंने ट्रेन की टिकट करवा ली और हमारा जाने का फाइनल हो गया।

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जब हम स्टेशन पहुंचे तो सुमित भी वहां अपनी पत्नी के साथ खड़ा था। सुमित ने अपनी पत्नी से हमें मिलाया। मैं उसकी पत्नी से पहली बार ही मिला था। क्योंकि उसके घर पर मेरा आना जाना इतना नहीं था। उसने अपनी पत्नी नाम बताया। उसकी पत्नी का नाम रानी था। अब हम लोग ट्रेन में बैठ गए और अगले दिन लुधियाना पहुंच गए। हमने उस दिन तो आराम किया। क्योंकि हम लोग काफी थक चुके थे। अब हम शाम को मार्केट निकल गए और जो हमारी पहचान के कपड़ो की दुकाने थी उन सब से हमने अपना सामान पैक करवा लिया। हम लोगों ने अपना सारा सामान ट्रांसपोर्ट से ही भिजवा दिया था। हम लोग घूमने के प्लान से भी आए थे तो हम लोग लुधियाना ही घूमने लगे। आसपास की जितने भी घूमने की जगह थी वहां पर भी हम काफी घूमे। मैंने सुमित से कहा कि एक काम करते हैं, आज रात को डिनर पर कहीं अच्छी जगह चलते हैं।

अब हम लोग एक अच्छे से रेस्टोरेंट में चले गए। वहां हम लोगों ने काफी अच्छे से बात किया। हम सब बहुत हंसी मजाक कर रहे थे।मेरी पत्नी का नेचर भी बहुत ज्यादा फ्रैंक है और उसकी पत्नी का भी नेचर फ्रेंक था। दोनो का नेचर बहुत अच्छा था। उन दोनों की आपस में बहुत अच्छी दोस्ती हो गई थी। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था जब हम लोग काफी इंजॉय कर रहे थे। क्योंकि बहुत समय बाद ऐसा हुआ था कि मुझे कहीं बाहर जाने का समय मिल पाया था। नहीं तो मैं सिर्फ अपनी  दुकान में ही रहता था। मैंने सुमित से कहा यार बहुत अच्छा लग रहा है। काफी समय बाद ऐसा माहौल बना है। वह भी बहुत खुश था कि इतने समय बाद वह भी कहीं घूमने के लिए गया था। अब हम लोग वापस होटल चले गए। हम चारों ने बहुत ही एंजॉय किया।

हम दोनों ने रास्ते में बात कर ली थी कि हम दोनों एक दूसरे की बीवी को आज चोदेंगे। यह बात हमारी पत्नियों पता नहीं थी और जैसे हम होटल में पहुंचे तो हम दोनों एक दूसरे के कमरे में चले गए। मेरा दोस्त मेरी पत्नी के कमरे में चला गया और मैं उसके कमरे में चला गया। हमारी पत्नियां हमें देख कर बहुत ज्यादा शॉक्ड हो गई हम दोनों उनके सामने नंगे थे। मेरी पत्नी शालिनी मुझे कहने लगी तुम दूसरे कमरे में क्या कर रहे हो। मैंने उसे पकड़कर किस कर लिया और मेरे दोस्त ने भी अपनी पत्नी को किस कर लिया। हम दोनों उन्हें वही बिस्तर पर लेटा कर किस करने लगे।

मैंने अपने  लंड को अपने दोस्त की बीवी के मुंह में घुसेड़ दिया और मेरे दोस्त ने शालिनी के मुंह में अपना लंड डाल दिया। अब वह दोनों हमारे लंड को अच्छे से चूसने लगी और हम दोनों बड़ी तेज आवाज में चिल्ला रहे थे। मुझे तो बहुत ही मजा आ रहा था जब उसकी बीवी मेरे लंड को अच्छे से चूस रही थी। हमने ऐसे ही अब उन्हें बिस्तर पर लेटा दिया मैंने रानी की चूत को चाटना शुरु किया और उसने मेरी पत्नी शालिनी की चूत को चाटना शुरू किया। वह दोनों बहुत ही ज्यादा मस्त हो गई थी और बड़ी तेज सिसकियां लेने लगी। हम दोनों भी ऐसे काफी देर तक उन्हें चाटते रहे।

अब मैंने थोड़ी देर अपनी पत्नी की भी योनि में चाटना शुरु किया और अपनी पत्नी शालिनी की चूत में अपना लंड डाल दिया। थोड़ी देर तक तो मैं उसे ही चोदता रहा लेकिन अब मैंने रानी की चूत मे अपना लंड डाल दिया और मेरे दोस्त ने मेरी पत्नी शालिनी की चूत मे अपना लंड डाल दिया। हम दोनों ने उन दोनों को ऐसा चोदा कि वह बड़ी तेजी से चिल्ला रही थी। उनकी तेज आवाज पूरे होटल में गूंजने लगी लेकिन हम दोनों रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे। जिस पोज में मैं उसकी पत्नी को चोद रहा था वह भी उसी पोज में मेरी पत्नी को चोद रहा था। मेरा वीर्य तो जल्दी ही गिर गया लेकिन मेरे दोस्त क अभी भी नहीं गिरा था और शालिनी बड़ी तेजी से चिल्लाए जा रही थी।

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मैं रानी के स्तनों को अपने मुंह में ले रहा था और मेरा  दोस्त अब भी मेरी पत्नी को चोदने मे लगा हुआ था। मैंने उससे पूछा तुम्हारा अभी नहीं हुआ है वह कहने लगा नही यार मुझे बहुत मजा आ रहा है तेरी बीवी को चोदने में मैंने उसे कहा आज के बाद ऐसे ही चोदना। मैंने तुरंत रानी के मुंह में अपने लंड को दे दिया और वह मेरे लंड को चूसने लगी।

मेरा लंड खड़ा हो गया जैसे ही मेरा लंड खड़ा हुआ तो मैंने उसे वही बिस्तर पर लेटा दिया और उसके चूतड़ों को पकड़ते हुए उसकी चूत मे अपना लंड डाल दिया। जैसे ही मैंने अपने लंड को दोबारा से उसकी योनि में डाला तो वह बड़ी तेजी से चिल्लाने लगी और मैं उसकी चूतडो को पकड़ते हुए ऐसे ही बड़ी तीव्र गति से झटके मारता जाता। जिससे कि उसका पूरा शरीर हिल रहा था और उसकी चूतडे बड़ी तेजी से मेरे आगे आ रही थी और मैं ऐसे ही उसे धक्के देकर शांत कर देता। अब मेरे दोस्त ने भी शालिनी के मुंह में अपना वीर्य गिरा दिया था और उसने वीर्य निगल लिया था।

उसने भी मेरी पत्नी को घोड़ी बनाकर चोदना शुरू कर दिया और वह बड़ी तेजी से उसे धक्के देते जा रहा था। वह तो इतनी तेजी से झटके मार रहा था कि मुझे ऐसा लग रहा था कि कहीं वह बेहोश ना हो जाए। मैंने भी रानी को बड़ी तीव्र गति से धक्के देना शुरू किया और उसके चूतड़ों से फच फच की आवाज आने लगी। जैसे ही मैं उसे चोदता तो मेरा दोस्त शालिनी को बड़े गंदे तरीके से चोद रहा था। उसका पूरा शरीर हिल रहा था जो कि मुझे साफ दिखाई दे रहा था उसके स्तन बहुत ही बड़े थे। इस बार मेरे दोस्त का वीर्य जल्दी से गिर गया लेकिन मेरा वीर्य अब भी नहीं गिरा था और मैं ऐसे ही उसे चोदता जा रहा था 5 मिनट के बाद मेरा वीर्य गिरने को हो गया।

मैंने वह रानी के मुंह के अंदर ही डाल दिया। अब हम चारों ऐसे ही बैठ कर बातें करने लगे हम चारों यह बात कर रहे थे।

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साक्षी भाभी से सेक्स का पाठ https://sexstories.one/sakhi-bhabhi-ka-chodan/ Thu, 19 Aug 2021 02:52:11 +0000 https://sexstories.one/?p=4153 दोस्तो यह उस वक्त की बात है जब मेरी मुलाकात साक्षी भाभी से पहली बार हुई थी उनसे मेरी मुलाकात बड़े ही अजीब ढंग से हुई उन्होंने हमारे फ्लैट के नीचे वाला फ्लैट खरीद लिया ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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दोस्तो यह उस वक्त की बात है जब मेरी मुलाकात साक्षी भाभी से पहली बार हुई थी उनसे मेरी मुलाकात बड़े ही अजीब ढंग से हुई उन्होंने हमारे फ्लैट के नीचे वाला फ्लैट खरीद लिया था। मैं एक दिन अपनी सीढ़ियों से उतर रहा था उस समय लिफ्ट खराब थी इसलिए मुझे सीढ़ियों से जना पड़ा, मैं जैसे ही सीढ़ियों से नीचे उतर रहा था तो मेरा पैर फिसल गया और मैं बड़ी तेजी से नीचे की तरफ को गिरा, उसी वक्त साक्षी भाभी भी अपना दरवाजा खोल कर बाहर आ रही थी और उनसे मेरी टक्कर इतनी जोरदार हुई की हम दोनों ही वहां नीचे गिर पड़े और जैसे ही हम दोनों जमीन पर गिरे तो उन्होंने मेरा चेहरा देखा, मैंने जब अपने चेहरे से उनके बालों को हटाते हुए उनके चेहरे की तरफ देखा तो मैं उन्हें देखते ही उनका दीवाना हो गया।Bhabhi sex stories aur antervasna

उसके बाद मैं उनके पीछे ही पड़ गया लेकिन मुझे नहीं पता था कि वह बड़ी ही सीधी और शरीफ महिला है इसलिए मुझे उन्हें पटाने में काफी समय लगा हालांकि उनके पति बड़े ही अच्छे हैं लेकिन मेरा दिल भी साक्षी भाभी पर आ चुका था क्योंकि उनकी सुंदरता का मैं बहुत ही कायल हो गया था और इसलिए मैं किसी भी हालात में अब कोई कॉम्प्रोमाइज नहीं करना चाहता था, मैंने सोच लिया कि मैं साक्षी भाभी को अपना बना कर ही रहूंगा। मेरी भी शादी नहीं हुई थी लेकिन मेरे घर वाले भी मेरे लिए लड़की देख रहे थे परंतु उन्होंने मुझे जितनी भी लड़कियां दिखाई वह सब साक्षी भाभी के आगे फैल थी, मैंने जब एक दिन उन्हें कहा कि भाभी आप मेरे साथ क्या घूमने चल सकती हैं? वह मुझे कहने लगे मैं ऐसे ही किसी के साथ भी नहीं जा सकती। मैंने उन्हें कहा क्या हम आज ऐसे ही हो गए? वह कहने लगे मुझे पता है आजकल का माहौल कैसा है यदि मैं तुम्हारे साथ आऊंगी तो सब लोग मेरे बारे में गलत सोचेंगे इसलिए मैं तुम्हारे साथ नहीं आना चाहती और ना जाने तुम्हारे दिल में मेरे लिए क्या चल रहा हो।

जब उन्होंने यह बात कही तो मैंने दिल ही दिल में सोचा कि उनके लिए तो मेरे दिल में बहुत कुछ चल रहा है परंतु मैं कह नहीं सकता और उस वक्त उन्होंने मुझे साफ मना कर दिया लेकिन मैंने भी अब यह पूरी तरीके से ठान लिया था कि मैं उन्हें अपना बना कर ही रहूंगा इसलिए मैंने उन्हें अपना बनाने की सोच ली और एक दिन वह ऑटो से आ रही थी, जब वह ऑटो से आ रही थी तो उस वक्त उनका साड़ी का पल्लू ऑटो से बाहर की तरफ लटक रहा था मैं भी बिल्कुल उसी वक्त उनके पीछे आ रहा था, मैंने जब देखा कि उनका साड़ी का पल्लू नीचे लटक रहा है और वह एक जगह टायर में उलझ गया उनका साड़ी का पल्लू टायर में उलझ गया..

मैंने भी बिल्कुल सही वक्त पर एंट्री मारी और जैसे ही मैंने ऑटो वाले को कहा कि ब्रेक मारे तो उसने तुरंत ब्रेक मार दिया, ऑटो वाले को तो यह बात पता ही नहीं चल रही थी कि उनकी साड़ी का पल्लू एकदम टायर के बीच में आ चुका है और वह टायर पर फसने लगा है जब उन्होंने मुझे देखा तो साक्षी भाभी मुझे कहने लगी मैं तुम्हें कैसे शुक्रिया कहूं, मैंने उन्हें कहा मुझे शुक्रिया कहने की कोई आवश्यकता नहीं है मैं तो बस आपसे इतनी उम्मीद करता हूं कि आप मेरे साथ कभी कहीं बाहर चले मैं उतने में ही खुश हूं, वह कहने लगे कि लगता है अब तो मुझे तुम्हारे एहसान का बदला उतारना ही पड़ेगा।

उन्होंने मुझे कहा कि चलो फिर देरी किस बात की है हम लोग अभी कहीं चलते हैं, मैंने उन्हें कहा आज आप मेरे घर पर चलिए मैं आपको गरमा गरम कॉफी पिलाता हूं, वह कहने लगी ठीक है आज तुम्हारे घर पर ही मैं बैठ जाती हूं, वह मेरे घर पर आ गई और मैंने उनके लिए कॉफी बनाई,  जब मैंने उन्हें कॉफी दी तो वह कहने लगी तुम कॉफी तो बड़ी अच्छी बनाते हो, इसमें खुशबू भी बहुत अच्छी आ रही है, मैंने उन्हें कहा मुझे तो बस कॉफी बनाना आता है और मैं ज्यादा कुछ बना नहीं सकता क्योंकि मुझे खाना बनाना नहीं आता, वह कहने लगी तुम अकेले रहते हो और तुम्हें खाना बनाना नहीं आता तो तुम खाना कैसे खाते हो? मैंने उन्हें कहा कभी कबार मेरी मम्मी पापा मेरे साथ रहते आ जाते है लेकिन अधिकतर वह गांव में ही रहने लगे हैं इसलिए मैं अकेला ही रहता हूं, मैं खाना बाहर से ही आर्डर करवा लेता हूं, वह मुझे कहने लगी मैं तुम्हें खाना बनाना सिखा दूंगी तुम उसकी बिल्कुल चिंता मत करो, मैंने उन्हें कहा यदि आप मुझे खाना बनाना सिखा दें तो मेरे ऊपर बहुत मेहरबानी होगी।

मैं बाहर का खाना खाकर वाकई में बहुत परेशान हो चुका हूं मुझ से बाहर का खाना ज्यादा समय तक नहीं खाया जाता लेकिन मेरी मजबूरी है इसलिए मैं बाहर खाना खाता हूं, वह कहने लगे कि चलो जब तुम्हारे पास वक्त हो तो तुम मुझे बता दिया करना, मैंने उन्हें कहा मेरे पास तो वक्त होगा लेकिन आपको तो मेरे लिए समय निकालना पड़ेगा, वह कहने लगी क्यों नहीं मैं तुम्हारे लिए जरूर समय निकाल लूंगी और उसके बाद हम दोनों अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में बात करने लगे। वह मुझे अपने पति के बारे में बताने लगी और कहने लगी मेरे पति बहुत ही अच्छे हैं। मैंने उस वक्त सोचा कि क्या मैं साक्षी भाभी का ख्याल अपने दिल से निकाल दूं लेकिन उन्हें देखकर मेरे दिल की धड़कने और भी तेज हो जाती। मैं भी अपने आपको ज्यादा समय तक नहीं रोक पाया। मै उनके पास में जाकर बैठ गया मैंने जब उनके बालों को सहलाना शुरु किया तो वह कहने लगी क्या तुम्हें मेरे बाल इतने पसंद है। मैंने उन्हें कहा भाभी मुझे तो आपका पूरा बदन पसंद है यह कहते ही उन्होंने मेरे हाथ को पकड़ लिया और कहने लगी तुम ऐसे मत करो यह बिल्कुल अच्छा नहीं है।

मैंने उनकी कमर पर हाथ लगा दिया, जब उनकी नंगी कमर पर मैंने हाथ लगाया तो वह अपने हाथ को मुझसे छुड़ाने की कोशिश करने लगी लेकिन मैंने भी उन्हें सोफे पर लेटा दिया। मैने जब उनके स्तनों को दबाना शुरू किया तो वह अपने मुंह से आवाज निकालने लगी। मैंने जैसे ही उनकी साड़ी को ऊपर किया तो वह कहने लगी तुम यह क्या कर दिया। मैंने भी उनकी योनि के अंदर अपनी उंगली डाल दी, जैसे ही मेरी उंगली उनकी चूत मे गई तो मुझे बहुत अच्छा महसूस हुआ। वह कह रही थी ऐसा मत करो लेकिन मैंने रुकने का नाम नहीं लिया। मैंने अपने लंड को पैंट से बाहर निकाला तो मैंने उनकी योनि के अंदर अपने लंड को डाल दिया। जैसे ही मेरा लंड उनकी योनि में प्रवेश हुआ तो मुझे बहुत अच्छा लगने लगा, मैं उन्हें बड़ी तेजी से चोदने लगा उनकी चूतडे जब मुझसे टकराती और उनके साड़ी भी उनके पेट तक पहुंच चुकी थी। मैंने उनके बलाउज को खोलते हुए उनके स्तनों को बाहर निकाल दिया, जब मैंने उनके स्तनों को चूसना शुरू किया तो उनकी योनि से गर्म पानी बाहर निकलने लगा। जब मैंने अपनी जीभ को उनके निप्पल पर लगाया तो मुझे उनकी कमजोरी पता चल गई।

जैसे ही मै उनके निप्पल को चूसता तो वह बहुत ज्यादा उत्तेजित हो जाती, वह मेरा पूरा साथ देने लगती। मैंने उन्हें कहा जब मैं आपके निप्पलो को चूस रहा हूं तो आपको बड़ा अच्छा लग रहा है। वह मुझे कहने लगी यदि कोई भी मेरे निप्पलो को चूसता है तो मुझे बहुत अच्छा लगता है, उनकी योनि से लगातार तेज पानी बाहर की तरफ निकल रहा था मैंने भी उन्हें तेज गति से चोदना प्रारंभ कर दिया। मै बड़ी तेजी से अपने लंड को उनकी योनि के अंदर बाहर करता जाता, जब मेरा वीर्य पतन होने वाला था तो मैंने उन्हें कहा भाभी मेरा वीर्य गिरने वाला है क्या मैं आपकी योनि के अंदर अपने वीर्य को गिरा दू। वह मुझे कहने लगी हां तुम मेरी चूत के अंदर गिरा दो, मैंने भी एक ही झटके में उनकी योनि के अंदर अपने वीर्य को गिरा दिया, जब मेरा वीर्य उनकी योनि मे गिरा तो मुझे बहुत अच्छा लगा।

उसके बाद तो साक्षी भाभी मेरी हो चुकी थी और वह मुझे जब भी खाना बनाना सिखाती तो मैं उससे पहले उनकी चूत मारता, मुझे बहुत मजा आता है। उनके साथ मैंने सेक्स का पाठ पढ़ा और उन्होंने मुझे सेक्स के बारे में बताया, कौन से सेक्स के पोज होते है और कैसे अच्छे से सेक्स किया जाता है। मैंने भाभी से कहा आपने तो मुझे काफी खुशी कर दिया है अब मै शादी करने के लिए तैयार हो चुका हूं। वह मुझे कहने लगी अगर तुम शादी कर लोगे तो मेरी इच्छाओं को कौन पूरा करेगा।

मैंने उन्हें कहा आपकी इच्छाओं को मै जिंदगी भर पूरा करता रहूंगा लेकिन अब मुझे भी नई चूत की तलाश है, मुझे भी अब शादी करनी ही पड़ेगी।

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सबीना की चूत का मैं दीवाना https://sexstories.one/sabina-ki-chut-chudai/ Thu, 10 Jun 2021 02:05:45 +0000 https://sexstories.one/?p=3761 दोस्तों आज मैं अपने कॉलेज की एक कहानी बताने जा रहा हूँ यह कहानी मस्त है | मुझे पता है की आप सभी को यह कहानी पढ़कर बहुत ज्यादा मजा आयेगा | अब मैं अपनी ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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दोस्तों आज मैं अपने कॉलेज की एक कहानी बताने जा रहा हूँ यह कहानी मस्त है | मुझे पता है की आप सभी को यह कहानी पढ़कर बहुत ज्यादा मजा आयेगा | अब मैं अपनी कहनी आप सभी को बता रहा हूँ | दोस्तों मेरा नाम अभिलाश ठाकुर है और मैं भोपाल का रहने वाला हूँ | दोस्तों जब मैं इंजीनियरिंग की पढाई कर रहा था  तो मेरे कॉलेज मैं न्यू एडमिशन हुए थे | और बहुत सारे लडको ने और लडकियों ने भी एडमिशन लिया था |

उस समय मै अपने कॉलेज मैं सिनियर था और बहुत कम कॉलेज जाया करता था फिर मेरे एक दोस्त ने मुझे बताया कि भाई कॉलेज में एक से एक माल ने एडमिशन लिया है | फिर मैंने अपने दोस्त से बोला कि तो फिर चलो भाई कल कॉलेज चलते है और माल भी देखते है कि कितने मस्त मस्त आये है | और जब हम लोग कॉलेज गये और जब हम दोनों ने अपने जूनियर को देखा तो देखते ही रह गये |

कॉलेज में वाकई बहुत मस्त मस्त लडकियों ने एडमिशन लिया था और देखने में सुंदर और बहुत ही ज्यादा सेक्सी भी थी | मैं तो  फिर उसके बाद से रोज कॉलेज जाने लगा और जब में कॉलेज जाने लगा तो कॉलेज में मेरा एक दोस्त था जिसका नाम आर्यन खान था | आर्यन से मेरी बहुत ही अच्छी दोस्ती थी | में जब भी कॉलेज जाता था तो आर्यन मेरे ही साथ कॉलेज में घूमा करता था |

फिर मुझे आर्यन ने बताया कि  उसकी छोटी बहन ने भी कॉलेज में एडमिशन लिया है | फिर मैंने आर्यन से बोला दिखा तेरी बहन कहाँ है मुझे देखना है तेरी बहन को फिर उसके बाद आर्यन ने ओनी बहन को बुलाया और मुझसे फ्रेंडशिप करवाई | आर्यन की बहन का नाम सबीना-बी था | मुझे तो आर्यन की बहन को देखते ही उससे प्यार हो गया था | आर्यन की बहन सबीना-बी बहुत ही सेक्सी थी और सुंदर भी थी |

फिर मैंने तो सोच ही लिया था कि आर्यन की बहन सबीना -बी को अपनी गर्लफ्रेंड बनाना है फिर उसके बाद जब मैं कॉलेज गया और जब में कंप्यूटर लैब में गया तो वहन सबीना -बी भी बैठी हुई थी | वो मुझे देख कर हसने लगी फिर जब में सबीना -बी के पास गया और और उसे बात करने लगा और सबीना-बी को लाइन मारने लगा और खूब अच्छी अच्छी बातें करने लगा तो मेरी और सबीना-बी की बहुत अच्छी फ्रेंडशिप हो गई |

सबीना -बी मुझसे बात करने में कभी नहीं शर्माती थी | वो हर बात मुझसे शेअर करती | वो मुझे बहुत अच्छी लगती थी वो जब भी मेरे सामने आती तो मुझे बस उसे चोदने का मन करता था | मुझे किसी भी तरीके से उस को पटाना था | फिर उसके बाद पता चला कि दो दिन बाद कॉलेज में कुछ छोटा सा प्रोग्राम रखा गया है | और फिर आर्यन अपनी बहन के साथ मेरे पास आया और मुझसे कहने लगा की भाई अभिलाश कॉलेज में प्रोग्राम हो रहा है और उस प्रोग्राम में मैंने भी डांस में भाग लिया है और मुझसे ज्यादा डांस नहीं आता है | इसलिए तू मुझे डांस सिखा देगा |

फिर मैंने आर्यन को डांस सिखाने के लिए हाँ कह दिया | यह बात सुनकर सबीना- मैं मुझसे कहने लगी की अभिलाश सर आप डांस भी सिखाते हो |

वो हमेशा मुझे अभिलाश सर कहती थी तो फिर आर्यन ने सबीना से बताया कि अभिलाश को पूरा कॉलेज डांसर के नाम से जानता है | अभिलाश बहुत अच्छा डांस करता है | यह सुनकर वो बहुत खुश हो गई और मुझसे कहने लगी कि अपने पहले क्यों नहीं  बताया कि आप डांस भी करते हो ? फिर उसके बाद मैं आर्यन को डांस सिखाने के लिए उसके घर गया था | जब मैं आर्यन के घर गया और जब उसकी बहन सबीना को घर के कपड़ों में देखा तो इतनी सेक्सी लग रही थी कि मेरा दिल फिसल गया |

मेरा मन तो आर्यन को डांस सिखाने की जगह सबीना को चोदने का कर रहा था | जब मैंने सबीना से पूछा की आर्यन कहाँ है | तो फिर सबीना ने बताया की भैया कोचिंग गये है बस आने ही वाले है |

फिर उसने मुझे बैठने को कहा और मेरे लिए पानी लेकर आई और मेरे पास बैठ कर मुझसे बाते करने लगी और मुझसे कहने लगी की अभिलाश सर जबसे मैंने आपके डांस की तारीफ सुनी है कि आप बहुत अच्छा डांस करते हो | उस दिन से मैं आपको बहुत पसंद करने लगी हूँ | वो कहने लगी कि क्या आप मुझे भी डांस सिखाओगे | फिर उसकी बात सुनने के बाद मैंने भी कहा हां बिलकुल जब तुम बोलो तब सिखा दूंगा |

जोश जोश मैंने भी सबीना से कह दिया की मैं भी तुमको बहुत पसंद करता हूँ क्या तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी | तो यह बात सुनकर सबीना ने तुरंत हां कर दिया और कहने लगी मैं भी यही चाहती थी कि आप मेरे बॉयफ्रेंड बनो | फिर तो मेरा लंड खड़ा हो चुका था ठरकी जो था | मैंने उसी समय सबीना का हाथ पकड़कर उसको अपनी तरफ खीचा और किस करने लगा | सबीना के होंठ बहुत मस्त थे मुझे किस करने में बहुत मज़ा आ रहा था और उसके दूध को मैं अपने हाथो से दबा रहा था | दूध दबाते समय सबीना आआह्ह्ह आआअह्ह्ह आःह्ह आआअह्ह्ह्ह आआह्ह्ह कर रही थी |

फिर उसके बाद जब मैंने सबीना से कहा की मुझे तुम्हे चोदना है अभी तो उसने मना कर दिया कि अभी नहीं भैया घर आने ही वाले है | आप कल आना मुझे डांस सिखाने के लिए तो फिर मुझे चोदना मुझे भी आपसे चुदने का बहुत मन कर रहा है | कल मैं कॉलेज नहीं जाउंगी और आप भी कॉलेज मत जाना | कल जब भैया कॉलेज चले जायंगे तो उसके बाद आप डांस सिखाने घर आना और मुझे बहुत चोदना ठीक है बेबी !!!! उतने में आर्यन कोचिंग से आ गया और मैं आर्यन को डांस सिखाने में मस्त हो गया डांस सिखा कर मैं सबीना बे से मिलते हुए अपने घर चला गया |

फिर जब में दूसरे दिन आर्यन के कॉलेज जाने के बाद आर्यन के घर सबीना को डांस सिखाने गया | तो उस समय सबीना नहा रही थी और घर के दरवाजे भी अंदर से बंद थे | मैंने सबीना को अवाज लगाई और उसके बाद वो आई और उसने दरवाजा खोला और मुझे जल्दी से घर के अंदर करके दरवाजे को बंद कर दिया | उस समय सबीना पूरी पानी से गीली थी उसने सिर्फ ब्रा पहनी हुई थी और टॉवल लपेटी हुई थी | वो मुझे देख कर बहुत खुश हो रही थी | मुझे तो सबीना का पूरा गीला शारीर देख कर और उसके मस्त चिकने चिकने दूध को देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया |

फिर वो मेरे पास आई और मुझसे लिपट गई मैंने भी उसको दीवार पर पर टिकाया और उसके पूरे पानी से गीले गोर बदन को चूमने लगा | फिर मैं ब्रा उतार कर सबीना के दूध पीने लगा और सबीना की टॉवल भी उतार दी और फिर पलंग पर मैं बेठ गया | मैंने उसको को अपनी गोद में बैठाया फिर मैंने अपना खड़ा हुआ लंड सबीना की चूत में डाला जेसे ही मैंने अपना लंड उसकी चूत में डाला वो अह्ह्ह्ह आह्ह्हह्ह ऊऊह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह  आःह्ह करने लगी और मुझसे लिपट गई और मेरे हाथ पकड़कर अपने दूध दबबाने लगी | मुझे उसको चोदने में बहुत मजा आ रहा था |

में अलग अलग स्टेप से उसको चोद रहा था | सबीना को बहुत मजा आ रहा था और फिर वो मुझसे कहने लगी कि आपने पहले भी किसी को चोदा है क्या ? आपको इतना आइडिया है चोदने का | तो मैंने उसको बताया कि मेरी स्कूल में एक दोस्त थी और वो मुझसे पटी हुई थी | उसे मैं हेमेशा चोदते रहता था | मैंने फिर चोदना चालु किया और चोदते समय वो बहुत जोर से आआह्ह्ह आआह्ह्ह आआह्ह्ह ऊऊह्ह्ह ऊउह्ह आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हा अ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहा हहा ऊउन्न्ह ऊउ म्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः कर रही थी |

मैं पूरा दिन चुदाई में मस्त था | फिर उसके बाद आर्यन का कॉलेज से घर आने का समय हो गया तो फिर उसने मुझसे कहा कि जल्दी जल्दी चोदो भैया घर आने वाले हैं | में मस्त सबीना की टांग उठा उठा कर चोद रहा था और उसको तो बहुत मजा आ रहा था वो बहुत सिस्कारियां भर रही थी और आआअह्ह्ह आआह्ह्ह ऊह्ह्ह कर रही थी और कह रही थी और चोदो और चोदो |

मुझे भी जोश चढ़ा हुआ था | ऐसा लग रहा था की बस चोदता ही जाऊ लकिन क्या करता मैं आर्यन का घर आने का समय हो गया था | इसलिए मैंने उसको मस्त चोदा और फिर उसके बाद अपने घर के लिए निकल गया क्यूंकि मुझे उसको एक बार चोदने का कोई शौक नहीं था |

अब तो मैं कभी भी डांस के बहाने जाता और उसको चोद के अपने लंड की प्यास बुझाता रहता

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