chodayi stories Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/chodayi-stories/ Hindipornstories.org Fri, 10 Dec 2021 07:20:34 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 शदीशुदा पंजाबी आंटी की चुदाई https://sexstories.one/shadi-shuda-punjabi-aunty-ki-chudai-xxx/ Fri, 10 Dec 2021 07:20:34 +0000 https://sexstories.one/?p=3453 उसने एक सिल्क की साड़ी पहन रखी थी और वो ग़ज़ब का माल लग रही थी। वो अंदर आई और बात करने लगी। में उसके पास गया और उसे किस करना शुरू कर दिया। उसने कहा कि आराम से और में किस किये जा रहा था...

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Shadi-shuda Punjabi Aunty Ki Chudai – मैंने नई जॉब जॉइन की थी और मेरी पोस्टिंग ग्रेटर नॉएडा के ऑफीस में हुई थी। वहाँ पर करीब 25 लोगों का स्टाफ था.. करीब 5 लेडीस और 20 जेंट्स और में जेंट्स में सबसे कम उम्र का था। मेरी उम्र 22 साल थी.. वैसे कॉलेज के वक़्त मेरी कई गर्लफ्रेंड थी और बहुत बार सेक्स भी कर चुका था.. लेकिन पिछले करीब 6 महीने से सूखा था और लंड महाराज को चूत के दर्शन नहीं हुए थे। लंड किसी चूत से मिलने को तड़प रहा था और मुठ मार के ही काम चलाना पड़ता था। में 5 लेडीस में सबसे छोटी उम्र वाली को सेट करने के चक्कर में था। सबसे छोटी वाली लड़की की उम्र 19 साल थी और एकदम कच्ची कली थी.. ऐसा लगता था कि उसकी तो सील भी नहीं टूटी होगी। मैंने सबसे पहले उसी पर लाईन मारना शुरू किया और उससे अच्छी दोस्तीं भी हो गई थी।

एक दिन उसका पीछा करते-करते में नॉएडा तक गया.. तो देखा कि वो तो हमारे मैनेजर के साथ लगी हुई है। साले दोनों कार को अंधेरे में खड़ा करके चुम्मा चाटी कर रहे थे और फिर सोचा की इस हसीना की चूत तो में नहीं मार सकता और उस कमसिन हसीना को छोड़कर मैंने 30 साल की औरत को सेट करने की ठानी.. वो पंजाबन थी और दिखने में एकदम मस्त शादीशुदा थी और उसके एक बेटी भी थी। कुछ खास दोस्तों से पता चला कि उसकी और उसके पति के बीच में नहीं बनती है और वो काफी परेशान है। बस यही मौका तो में ताक रहा था। मैंने उससे दोस्ती की और काफ़ी सीधा दिखना शुरू कर दिया और कुछ ही दिन बाद में उसका करीबी दोस्त बन गया.. वो अब मुझसे अपनी हर बात शेयर करती थी।

एक दिन हम सब लंच पर गये.. तो वो काफ़ी उदास थी। मैंने पूछा कि क्या हुआ.. तो वो रो पड़ी मुझे लगा कि यही सही टाइम है उसके पास आने का और मैंने अपना कंधा आगे बढ़ा दिया। वो रोती जा रही थी और में उसे सपोर्ट कर रहा था। थोड़ी देर बाद वो चुप हुई.. तो मैंने कहा कि तुम्हारा पति तुम्हे क्यो नहीं पसंद करता.. अगर में होता तो तुम्हे देखकर हमेशा खुश रहता.. बस इतना कहना था कि वो इमोशनल ही हो गई और मुझसे लिपट गई। अब वक़्त था दूसरा कदम उठाने का मतलब सेक्स की और बड़ने का.. मैंने उसे एक एडल्ट जोक भेजा और सोचा कि देखता हूँ उसका क्या नतीजा होता है। अगर कुछ गड़बड़ हुआ.. तो सॉरी कह दूँगा.. वो जोक ऐसा था कि अगर कोई नॉर्मल लड़की पढ़ ले.. तो मुझे थप्पड़ ही मार दे। फिर वो कुछ देर बाद मेरे कैबिन में आई.. में कुछ डर तो गया था.. लेकिन वो बोली ये क्या भेजा है मैंने कहा जोक था और वो मुस्कुराने लगी मुझे लगा कि हँसी तो फंसी।

मैंने शाम को उसे लिफ्ट ऑफर की और उसे मेरे साथ कॉफी पीने के लिए कहा.. तो वो तैयार हो गई। हम नॉएडा गये हमने कॉफी पी और वो मेरी फैमिली और गर्लफ्रेंड के बारे में पूछती रही। मैंने कहा कि मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है उसने फिर पूछा कि कभी सेक्स किया है। मैंने कहा कि नहीं बस तुम्हारा ही इंतज़ार कर रहा था.. वो ज़ोर-ज़ोर से हँसने लगी। अब मेरी भी हिम्मत बड़ने लगी थी। मैंने भी उसकी सेक्स लाईफ के बारे में पूछा.. तो उसने कहा कि उसकी सेक्स लाइफ नॉर्मल नहीं है.. वो 2-3 महीने में एक बार सेक्स करते है.. उसका पति घर के बाहर रंडियों को चोदता है। मैंने कहा कि तुम क्यों नहीं करती.. तो फिर ये सुनकर वो मेरी और अजीब से देखने लगी और कहा कि चलो.. मुझे लगा कि वो बुरा मान गई है खैर में चुप रहा और कार में बैठ गया। हम घर की और चल दिये.. हम घर पहुँचने ही वाले थे कि उसने कार एक सुनसान रास्ते की और मुड़वाई और वहीं रूकने को कहा तो मैंने कार रोक दी। एकदम अंधेरा और सुनसान रोड था.. उसने कार अंदर से बंद की और लाइट भी ऑफ कर दी.. वो मेरे करीब आई और बोली कभी किसी औरत को किस किया है.. तो मैंने कहा कि नहीं। वो मेरे और करीब आई और बोली तो फिर करो।

मैंने कहा मतलब.. तो वो बोली मुझे किस करो। मैंने जल्दी से छोटा सा किस कर दिया.. वो मुस्कुराई और बोली शायद तुम सच कह रहे हो.. तुमने अभी तक किसी लड़की को नहीं छुआ है.. वो बोली में बताती हूँ कि किस कैसे करते है। उसने अपने दोनों हाथ मेरे होठों पर रख दिए और जीभ को अंदर बाहर करने लगी। वो ऐसे कर रही थी कि मेरा लंड एकदम तन गया और उसे चोदने को बेताब होने लगा। वो भी ये सब भांप चुकी थी। उसने कहा की अभी तो तुम मुझे नहीं चोद सकते हो.. क्योंकि घर जल्दी जाना है.. लेकिन में तुम्हे जल्द ही जन्नत दिखाउंगी। उसने मेरी चैन खोली और अंडरवेयर से लंड को बाहर निकाला.. तो लंड को देखकर वो बोली कि काफ़ी बड़ा है तुम्हारा लंड। फिर उसने लंड की खाल नीचे की.. फिर उसने प्यार से थप्पड़ मारकर बोला कि झूठ बोलते हो.. तुम्हारा लंड पहले भी चूत चोद चुका है। मैंने कहा हाँ एक दो बार.. फिर वो मेरे लंड को सहलाने लगी और फिर उसे मुँह में ले लिया और लंड को चूसने लगी।

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में इतना ज्यादा उत्तेजित था कि कुछ ही देर में उसके मुँह में झड़ गया। उसने पूछा कि मज़ा आया.. तो मैंने कहा कि मज़ा तो आया.. लेकिन अधूरा। वो हँसी और बोली कि कल सुबह हम दोनों ऑफीस नहीं जायेंगे और वो मेरे घर 9 बजे आ जायेगी और पूरे दिन हम साथ रहेंगे। फिर जितना चाहो चूत की पूजा और दर्शन करना। मैंने फिर उसे घर छोड़ दिया और घर पहुँच कर में सुबह का ही इंतज़ार कर रहा था। में सुबह 6 बजे ही जाग गया और उसे फोन किया तो वो बोली कि अभी तो 6 ही बजे है। मैंने कहा कि बस जल्दी आ जाओ बस.. अब इंतजार ही नहीं हो रहा है। सुबह करीब 8:30 बजे बेल बजी और मैंने दरवाज़ा खोला.. तो सामने वो खड़ी थी।

उसने एक सिल्क की साड़ी पहन रखी थी और वो ग़ज़ब का माल लग रही थी। वो अंदर आई और बात करने लगी। में उसके पास गया और उसे किस करना शुरू कर दिया। उसने कहा कि आराम से और में किस किये जा रहा था। फिर में एक हाथ से उसकी निप्पल और दूसरे हाथ से उसकी चूत रगड़ रहा था। अब वो भी धीरे-धीरे गर्म हो रही थी। मैंने उसे बेड पर लेटाया और नंगा कर दिया.. फिर मैंने अपने भी सारे कपड़े उतार दिए। अब हम दोनों बिल्कुल नंगे थे और चोदन क्रिया को तैयार थे। मैंने लंड को पकड़ा और उसकी चूत में लंड डाला.. काफ़ी टाईट चूत थी उसकी.. लगता था कि बहुत कम चुदी हुई है। में धीरे-धीरे धक्के मार रहा था और वो भी धीरे-धीरे मधहोश हुये जा रही थी। उसकी चूत एकदम साफ थी.. मैंने पूछा कि बड़ी चिकनी है तेरी चूत.. तो वो बोली सुबह-सुबह तेरे लिए ही साफ की है.. वरना कल तो बालों से भरी हुई थी। अब मैंने धक्को की स्पीड बड़ा दी.. वो कहने लगी कि चूत के बाहर झड़ना.. वरना कहीं बाद में गड़बड़ ना हो जाये। में इतनी ज़ोर-ज़ोर से धक्के मार रहा था कि साला लंड अंदर ही झड़ गया.. वो एकदम उठी और भागी और मूतने लगी। में बाहर खड़ा हो कर उसे मूतते हुए देख रहा था।

मैंने कहा कि इतनी जल्दी क्या थी मूतने की.. तो वो बोली ताकि बाद में ज्यादा गड़बड़ ना हो.. वो खड़े होकर मेरे पास आई और मेरे लंड को पकड़कर बोली.. अब तो भूख मिट गई होगी तेरे लंड की। मैंने उसके दोनों बूब्स पकड़ लिए और दबाने लगा। पहला सेक्स किये हुये हमे 15 मिनट ही हुए थे और में दूसरे राउंड के लिये तैयार था। हम बाथरूम में ही थे.. में उसके पीछे गया और उसके बूब्स बहुत ज़ोर से दबाने लगा। उसके निप्पल रगड़ने में तो बहुत ही मज़ा आ रहा था। उसके बूब्स भी एकदम तन गये थे। अब मैंने उसे आगे की और झुकाया और पीछे से लंड उसकी चूत में प्रवेश कराया.. जैसे जैसे लंड अंदर जा रहा था वैसे वैसे उसकी सिसकियाँ तेज हो रही थी। में धक्के पर धक्के मारे जा रहा था और वो सिसकियाँ लेती जा रही थी। लगभग 15-20 मिनट के बाद लंड झड़ने को तैयार था और इस बार मैंने लंड उसके बूब्स पर झाड़ दिया।

अब करीब 10 बजे थे। मैंने उससे कुछ नाश्ता बनाने को कहा और उसने ब्रेड-आमलेट बना दिया। मैंने वो खा लिया और अब 11 बज चुके थे.. मैंने उससे पूछा कि तुम क्या खाओगी? तो वो बोली जो तुम खिलाओ। मैंने कहा कि जेम रोल बनाकर खिलाता हूँ.. वो बोली कि ये क्या है? मैंने कहा थोड़ा इन्तजार करो.. में किचन में गया और 2 मिनट बाद वापस आया। मैंने अपने लंड को पेपर से ढक रखा था.. वो बोली क्या है दिखाओ? मैंने पेपर हटाया और वो देखकर वो ज़ोर-ज़ोर से हँसने लगी। मैंने अपने लंड पर जेम और बटर लगा रखा था। मैंने कहा कि नाश्ता तैयार है खा लीजिये.. वो हंसते हुए लंड को हाथ में लेकर चाटने लगी और फिर चूसने लगी.. क्योंकि हम 3 घंटे में 2 बार पहले ही सेक्स कर चुके थे.. इसलिये लंड अब जल्दी नहीं झड़ा। उसने आराम से लंड को चाटा और चूसा.. लेकिन लंड नहीं झड़ा।

अब फिर से बारी थी उसे चोदने की.. एक बार उसे डॉगी स्टाइल में चोदना था। वो डॉगी स्टाइल में बैठ गई.. फिर मैंने लंड चूत में ना डालकर उसकी गांड में डाल दिया.. अरे क्या ग़ज़ब का टाईट छेद था, मज़ा आ गया.. लेकिन उसकी तो चीख निकल गई। मैंने कहा कि कुछ देर सहन कर लो फिर मज़ा आयेगा। 10 मिनट चोदने के बाद लंड को उसकी गांड में ही झाड़ दिया। अब हम नहाकर कुछ देर बाहर घूमने मार्केट में गये। मैंने उससे कहा कि घर पहुँचकर और भी स्टाईल ट्राई करेंगे.. तो वो मुस्कुराने लगी।

उस दिन हम पहले ही 3 बार सेक्स कर चुके थे और घर पहुँचकर हमने 3 बार फिर से सेक्स किया और अब रात के 8 बज चुके थे और उसके घर जाने का टाईम हो चुका था। वो घर जाने लगी तो मैंने कहा कि एक बार आखरी बार और कर लो.. तो अब उसने मुझे लेटाया, मेरी चैन खोली और लंड निकाला। उसने अपनी पेंटी उतारी साड़ी ऊपर की और वो लंड पर बैठ गई। अब हम कपड़े पहनकर ही सेक्स कर रहे थे.. वो लंड चूत के अंदर लेकर उछले जा रही थी। कुछ देर बाद में झड़ गया.. लेकिन कुछ बूंदे उसकी साड़ी पर भी गिर गई। उस पूरे दिन हमने 7 बार सेक्स किया और शाम तक में पूरी तरह से थक चुका था। मैंने 2 ग्लास जूस पिया। फिर कुछ जान में जान आई.. उसके बाद हमने ना जाने कितनी बार सेक्स किया ।।

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ट्रेनिंग के दौरान किया चुदाई https://sexstories.one/training-me-chodai/ Wed, 20 Oct 2021 05:34:11 +0000 https://sexstories.one/?p=3072 वह मुझे इतना समझा रही थी लेकिन मेरे दिमाग में कुछ भी बात नहीं घुस रही थी। मैं सिर्फ उसके होठों को देख रहा था और उसके बड़े बड़े स्तनों को देखे जा रहा था। मैंने उसे कसकर पकड़ लिया और अपने नीचे दबोच लिया। वह छटपटाने लगी लेकिन मैंने उसके होठों को अपने होठों में..

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desi porn chodai kahani, hindi sex stories मेरा नाम सोनू है और मैं कक्षा 12वीं में पढ़ने वाला एक छात्र हूं। मेरी उम्र 17 वर्ष है और मैं अपने स्कूल का सबसे एक्टिव स्टूडेंट हूं। हमारे स्कूल में जितने भी प्रतियोगिताएं होती हैं उन सब में मैं हिस्सा लेता हूं और सब टीचर मुझे बहुत ही पसंद करते हैं। मुझे भी बहुत अच्छा लगता है जब मैं प्रतियोगिता में हिस्सा लेता हूं। मेरे पिताजी हमेशा ही मुझे कहते रहते हैं तुम बहुत ही अच्छे हो पढ़ने में इसलिए तुम अपनी पढ़ाई में पूरा ध्यान दिया करो। उसके बाद तुम किसी अच्छी प्रतियोगिताओं की तैयारी करना।

जिससे कि तुम एक अच्छी जगह पर नौकरी पा सको। एक बार हमारे स्कूल में खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन हमारे स्कूल के द्वारा किया गया। उसमें और स्कूलों से भी बच्चे आए हुए थे। उनके साथ में टीचर भी आई हुई थी। मैंने भी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया हुआ था। मैंने एक मैडम देखी तो वह मुझे बहुत ही सुंदर लगी और ना जाने मुझे उनकी तरफ अट्रैक्शन सा हो गया। अब मैं उनका नाम जानने के लिए उत्सुक हो गया। क्योंकि मैं किसी भी तरीके से उनका नाम जानना चाहता था। उनकी शादी नहीं हुई थी। मेरे स्कूल के टीचरों से मेरी बहुत ही अच्छी बातचीत थी तो मैंने अपनी एक मैडम से पूछा जिन मैडम ने पिंक कलर की साड़ी पहनी हुई है क्या आप उन्हें जानते हैं। वह कहने लगे की हां उनका नाम मालती है।

मुझे उन मैडम का नाम पता चल चुका था और मैं बहुत ही खुश था। मैं जब अपने घर गया तो मैंने मालती मैडम को फ्रेंड रिक्वेस्ट सेंड कर दी लेकिन उन्होंने मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट नहीं की थी और मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट पेंडिंग में ही पड़ी हुई थी। अब हमारे स्कूल की प्रतियोगिताएं भी समाप्त हो चुकी थी। मैं चाहता था मालती मैडम से मेरी बात हो पाए। एक दिन उन्होंने मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लिया और जब उन्होंने मुझसे पूछा क्या मैं तुम्हें जानती हूं। तब मैंने उन्हें बताया कि हां आप हमारे स्कूल में कुछ दिन पहले आई थी। अब हमारी बात मैसेजेस में ही होने लगी और वह मेरे बारे में पूछने लगी।

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मैं भी उनके बारे में पूछ लिया करता था। एक बार मैंने मालती मैडम से पूछा क्या आप मुझे ट्यूशन पढ़ा सकती हैं। मैं घर पर ही पढ़ाई कर रहा हूं। परंतु अब मैं चाहता हूं कि मैं इस वर्ष अच्छे अंको से पास हो जाऊं और उसके लिए मैं ट्यूशन पढ़ना चाहता हूं। वह कहने लगे कि मैं तुम्हें ट्यूशन पढ़ा दूंगी। उनके पास बहुत सारे बच्चे ट्यूशन पढ़ने आया करते थे और मैं भी उनके पास ट्यूशन पढ़ने के लिए चला गया। जब मैं उनके पास पहले दिन ट्यूशन पढ़ने गया तो उन्होंने मुझसे पूछा, तुमने अब तक अपने स्कूल में क्या पढ़ाई की है। मैंने उन्हें सब कुछ बता दिया कि मैंने स्कूल में कितना पढ़ा है। अब वह शुरू से मुझे पढ़ाने लगी। जब भी मालती मैडम मुझे पढ़ाती तो मैं उनकी तरफ देखा करता था।

मुझे बहुत ही अच्छा लगता है जब मैं उनकी तरफ देखता जाता हूं लेकिन जैसे ही वह मुझे देखती तो मैं अपनी नजरें झुका लिया करता हूं। मुझे उन्हें देखकर शर्म लगती थी और अब ऐसे ही हमारी बात होती चली गई। वह मुझे बहुत ही अच्छा पढ़ाती थी। वह जब भी मुझे पढ़ाती तो मुझे सब कुछ समझ आ जाया करता। कुछ दिनों बाद उनकी इंगेजमेंट होने वाली थी और जब उनकी इंगेजमेंट हुई तो उन्होंने हमें मिठाई भी खिलाई थी। मुझे अंदर ही अंदर से बहुत बुरा भी लग रहा था और मैं सोच रहा था की काश मैं बड़ा होता तो मैं मालती मैडम से शादी कर पाता लेकिन मेरी उम्र बहुत ही कम है और वह मुझसे बड़ी थी। अब मेरा पढ़ाई में भी मन नहीं लग रहा था और मैं पढ़ाई भी नहीं कर पा रहा था। मालती मैडम मुझे बहुत डांट दिया करती थी और कहती थी कि तुम पढ़ाई में अपना ध्यान नहीं लगा रहे हो।

अगर तुम इसी तरीके से पढ़ते रहोगे तो तुम अच्छे नंबर नहीं ला पाओगे। मैं उन्हें कहता कि आजकल पता नहीं क्यों मेरा मन पढ़ाई में नहीं लग पा रहा है। मेरे दिमाग में बहुत सारी चीजें चल रही है इसकी वजह से मैं अच्छे से पढ़ भी नहीं पा रहा हूं। जब मैंने उनसे यह बात कही तो वह मुझे कहने लगी तुम मुझे बताओ तुम्हारे दिमाग में क्या चीज चल रही है। मैंने सोचा मैं इन्हें बताऊंगा तो मैडम को बुरा लग जाएगा लेकिन मैंने हिम्मत करते हुए उन्हें बताइए दिया कि आपके लिए मेरे दिल में कुछ फीलिंग है तो वह जोर जोर से हंसने लगी और कहने लगी अभी तुम्हारी उम्र बहुत कम है। तुम्हें पता नहीं है कि मेरी इंगेजमेंट हो चुकी है।

मैंने उन्हें कहा मुझे तो पता है लेकिन मेरे दिल में आपके लिए ऐसा कुछ हुआ तो वही मैंने आपको बताया। उन्होंने मुझे कहा कि अभी तो मैं बिजी हूं। तुम एक काम करना कल तुम थोड़ा जल्दी आ जाना। उसके बाद में मैं तुमसे इस बारे में बात करूंगी। अगले दिन जब मैं जल्दी चला गया तो मैडम मुझे कहने लगी तुम इन फालतू चीजों में मत पड़ो। तुम सिर्फ अपना ध्यान पढ़ाई पर रखो। वह मुझे बहुत ही ज्यादा समझा रही थी लेकिन मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था। क्योंकि मेरे दिल में उनके लिए कुछ चीजें चल रही थी।

वह मुझे इतना समझा रही थी लेकिन मेरे दिमाग में कुछ भी बात नहीं घुस रही थी। मैं सिर्फ उसके होठों को देख रहा था और उसके बड़े बड़े स्तनों को देखे जा रहा था। मैंने उसे कसकर पकड़ लिया और अपने नीचे दबोच लिया। वह छटपटाने लगी लेकिन मैंने उसके होठों को अपने होठों में किस करना शुरू किया तो उसकी सारे समझदारी उसकी चूत मे चली गई और उसकी चूत से पानी टपकने लगा। अब मैंने उसके सारे कपड़े खोल दिया और उसके स्तनों को अपने मुंह में समा लिया। जब मैंने उसका बदन देखा तो वह बहुत ही ज्यादा गोरा और मुलायम था। मैंने उसके स्तनों को बहुत ही अच्छे से चाटा उसके स्तनों से थोड़ा बहुत दूध भी निकल रहा था। मैंने जब अपने लंड को बाहर निकाला तो वह हैरान रह गई और उसने तुरंत ही अपने हाथों में मेरे मोटे लंड को ले लिया। उसने अपने मुंह के अंदर लंड को समा लिया।

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मैंने भी इतना तेज धक्का मारा कि उसके गले के अंदर तक मेरा लंड चला गया। अब उसकी उत्तेजना बहुत बढ़ चुकी थी मैंने उसके चूत के अंदर अपने लंड को जैसे ही डाला तो उसकी हालत खराब हो गई और वह बड़ी तेज आवाज में चिल्लाने लगी। मुझे बड़ा ही मजा आ रहा था जब मैं उसे धक्के दिए जा रहा था। मैंने इतनी तेजी से उसे चोदना शुरू किया कि उसका पूरा शरीर हिलता जा रहा था और वह मुझसे कह रही थी सोनू तुम तो मुझे बहुत ही अच्छे से चोद रहे हो। उसने अपने दोनों पैरों को भी खोल लिया था अब वह बहुत ज्यादा मूड में आ गई तो मैंने उसे अपने लंड के ऊपर बैठा लिया। जैसे ही मैंने उससे अपने ऊपर बैठाया तो उसकी योनि के अंदर मेरा पूरा लंड जा चुका था। अब मैंने बड़ी तेजी से उसे धक्का देना शुरु कर दिया था और मेरा शरीर भी पूरा  गर्म होने लगा था।

वह भी पूरे मूड में आ गई मुझसे मालती मैडम के स्तनों को देखा नहीं जा रहा था और मैं उन्हें अपने मुंह में लेकर चूस रहा था। मैंने उन पर अपने दांत भी काट दिए थे जिससे कि मुझे बड़ा मजा आता और उन्हें भी बहुत आनंद आ रहा था। अब वह अपनी चूतड़ों को इतनी तेजी से ऊपर नीचे करने लगी कि मेरा लंड बुरी तरीके से छिल चुका था उनकी योनि भी बहुत बुरी तरीके से रगड़ रही थी। मुझे इतना मजा आ रहा था मैंने उनके होठों को किस करते हुए थोड़े समय बाद उन्हें घोडी बना दिया। मैंने जैसे ही उनकी योनि में अपने लंड को डाला तो वह चिल्ला उठी मुझे बहुत मजा आया जब मैंने उनकी योनि में अपने लंड को डाला।

वह भी अपने चूतड़ों को मुझसे सटाए जा रही थी और बहुत ही मजे ले रही थी। जैसे ही मैं उन्हें आगे की तरह  धक्के देता तो वह अपने चूतड़ों को पीछे कर लेती। उनके चूतड़ों से बहुत तेज फच फच की आवाज आ रही थी। उनकी बड़ी-बड़ी चूतडे मेरे हाथ में भी नहीं आ रही थी फिर भी मैंने उन्हें कस कर पकड़ा हुआ था। मुझे इतना मजा आ रहा था उन्हें धक्के देने में कि मेरा शरीर पूरा गर्मी छोड़ने लगा और उनकी योनि से भी आग निकलने लगी। मुझे प्रतीत हो गया कि थोड़े समय बाद मेरा वीर्य गिरने वाला है और मैंने बड़ी तेज तेज झटके दिए उन्हीं झटकों के बीच में मेरा वीर्य पतन हो गया।

मालती मैडम उसके बाद मुझे कुछ नहीं कहती और अपनी चूत मुझसे ही मरवाती हैं।

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दोस्त और उसकी बीवी के साथ ग्रुप सेक्स https://sexstories.one/dost-ke-biwi-ki-saath-groupsex/ Tue, 12 Oct 2021 08:01:29 +0000 https://sexstories.one/?p=2979 मैं रानी के स्तनों को अपने मुंह में ले रहा था और मेरा  दोस्त अब भी मेरी पत्नी को चोदने मे लगा हुआ था। मैंने उससे पूछा तुम्हारा अभी नहीं हुआ है वह कहने लगा नही यार मुझे बहुत मजा आ रहा है तेरी बीवी को चोदने में मैंने उसे कहा आज के बाद ऐसे ही चोदना। मैंने तुरंत रानी के मुंह में अपने लंड को दे दिया और वह मेरे लंड को चूसने लगी।

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antarvasna, groupsex stories हम लोगों का कपड़े का कारोबार है। मेरी दुकान बहुत ही अच्छी चलती है। मेरी पत्नी मेरी दुकान में काफी सहायता कर देती है। जब मैं दुकान पर नहीं होता हूं तो, वही दुकान का सारा काम संभालती है। मेरा नाम अजय है और मेरी पत्नी का नाम शालिनी है। जब से उसने दुकान में मेरा हाथ बटाना शुरू किया है तब से मेरा काम काफी अच्छे से चलने लगा है। जितनी भी लेडीस कस्टमर आती हैं उन सब को वहीं संभालती है। ताकी हमारे यहां जो भी लेडीस कस्टमर आये उन्हें  कोई समस्या न हो और वह उसके पास ही सारा सामान लेते हैं।

अब  कुछ समय बाद सर्दियां पढ़ने वाली है। तो हमने सोचा कि क्यों ना लुधियाना से ही सामान ले आए। वहां सर्दी का सामान काफी अच्छे और सस्ते दामों पर मिलता है। हम लोगों ने लुधियाना जाने का प्लान कर लिया। कुछ दिनों में मेरे एक दोस्त का फोन आया। उसकी भी कपड़ों की दुकान है। वह मुझे कहने लगा कि मैं भी सोच रहा था कि लुधियाना जाकर कुछ कपड़े ले आऊं। तो मैंने उससे कहा कि मैं और मेरी पत्नी भी वहां जा रहे हैं, तो तुम भी अपनी पत्नी को साथ में ले आओ। वह कहने लगा ठीक है। मैं भी अपनी पत्नी को अपने साथ ले आता हूं। कुछ दिन हम लोग वहां पर घूम भी लेंगे और अपना सामान भी ले आएंगे। मैंने उसे कहा ठीक है। इस तरीके का प्रोग्राम बना लेते हैं और  कुछ दिनों बाद  हम लोग लुधियाना के लिए  निकल पड़ेंगे।

मैंने अपने दुकान का जितना भी हिसाब किताब और जो भी लेनदेन बाकी था वह सब क्लियर करने के बाद अपने दोस्त को दोबारा से फोन किया। मेरे दोस्त का नाम सुमित है और उसकी दुकान भी बहुत अच्छी चलती है। जब भी मेरे पास कुछ सामान नहीं होता तो मैं उससे ही वह सामान मंगा लेता हूं। जब मैंने अपने दोस्त को फोन किया तो मैंने उसे बताया कि मेरा सारा काम हो चुका है। अगले हफ्ते हम लोग जाने का प्लान कर लेते हैं। दोस्त ने कहा ठीक है मैं भी तब तक 1 हफ्ते में अपना काम निपटा लेता हूं। उसके बाद हम लोग चल पड़ेंगे। मैंने उससे पूछा कि मैं टिकट करवाऊं या तुम ही टिकट करवा लोगे। तो उसने बोला कि तुम टिकट करवा लो। उसके बाद जितना भी पैसा होगा वह हम आपस में देख लेंगे। मैंने कहा ठीक है मैं टिकट करवा देता हूं अब मैंने ट्रेन की टिकट करवा ली और हमारा जाने का फाइनल हो गया।

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जब हम स्टेशन पहुंचे तो सुमित भी वहां अपनी पत्नी के साथ खड़ा था। सुमित ने अपनी पत्नी से हमें मिलाया। मैं उसकी पत्नी से पहली बार ही मिला था। क्योंकि उसके घर पर मेरा आना जाना इतना नहीं था। उसने अपनी पत्नी नाम बताया। उसकी पत्नी का नाम रानी था। अब हम लोग ट्रेन में बैठ गए और अगले दिन लुधियाना पहुंच गए। हमने उस दिन तो आराम किया। क्योंकि हम लोग काफी थक चुके थे। अब हम शाम को मार्केट निकल गए और जो हमारी पहचान के कपड़ो की दुकाने थी उन सब से हमने अपना सामान पैक करवा लिया। हम लोगों ने अपना सारा सामान ट्रांसपोर्ट से ही भिजवा दिया था। हम लोग घूमने के प्लान से भी आए थे तो हम लोग लुधियाना ही घूमने लगे। आसपास की जितने भी घूमने की जगह थी वहां पर भी हम काफी घूमे। मैंने सुमित से कहा कि एक काम करते हैं, आज रात को डिनर पर कहीं अच्छी जगह चलते हैं।

अब हम लोग एक अच्छे से रेस्टोरेंट में चले गए। वहां हम लोगों ने काफी अच्छे से बात किया। हम सब बहुत हंसी मजाक कर रहे थे।मेरी पत्नी का नेचर भी बहुत ज्यादा फ्रैंक है और उसकी पत्नी का भी नेचर फ्रेंक था। दोनो का नेचर बहुत अच्छा था। उन दोनों की आपस में बहुत अच्छी दोस्ती हो गई थी। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था जब हम लोग काफी इंजॉय कर रहे थे। क्योंकि बहुत समय बाद ऐसा हुआ था कि मुझे कहीं बाहर जाने का समय मिल पाया था। नहीं तो मैं सिर्फ अपनी  दुकान में ही रहता था। मैंने सुमित से कहा यार बहुत अच्छा लग रहा है। काफी समय बाद ऐसा माहौल बना है। वह भी बहुत खुश था कि इतने समय बाद वह भी कहीं घूमने के लिए गया था। अब हम लोग वापस होटल चले गए। हम चारों ने बहुत ही एंजॉय किया।

हम दोनों ने रास्ते में बात कर ली थी कि हम दोनों एक दूसरे की बीवी को आज चोदेंगे। यह बात हमारी पत्नियों पता नहीं थी और जैसे हम होटल में पहुंचे तो हम दोनों एक दूसरे के कमरे में चले गए। मेरा दोस्त मेरी पत्नी के कमरे में चला गया और मैं उसके कमरे में चला गया। हमारी पत्नियां हमें देख कर बहुत ज्यादा शॉक्ड हो गई हम दोनों उनके सामने नंगे थे। मेरी पत्नी शालिनी मुझे कहने लगी तुम दूसरे कमरे में क्या कर रहे हो। मैंने उसे पकड़कर किस कर लिया और मेरे दोस्त ने भी अपनी पत्नी को किस कर लिया। हम दोनों उन्हें वही बिस्तर पर लेटा कर किस करने लगे।

मैंने अपने  लंड को अपने दोस्त की बीवी के मुंह में घुसेड़ दिया और मेरे दोस्त ने शालिनी के मुंह में अपना लंड डाल दिया। अब वह दोनों हमारे लंड को अच्छे से चूसने लगी और हम दोनों बड़ी तेज आवाज में चिल्ला रहे थे। मुझे तो बहुत ही मजा आ रहा था जब उसकी बीवी मेरे लंड को अच्छे से चूस रही थी। हमने ऐसे ही अब उन्हें बिस्तर पर लेटा दिया मैंने रानी की चूत को चाटना शुरु किया और उसने मेरी पत्नी शालिनी की चूत को चाटना शुरू किया। वह दोनों बहुत ही ज्यादा मस्त हो गई थी और बड़ी तेज सिसकियां लेने लगी। हम दोनों भी ऐसे काफी देर तक उन्हें चाटते रहे।

अब मैंने थोड़ी देर अपनी पत्नी की भी योनि में चाटना शुरु किया और अपनी पत्नी शालिनी की चूत में अपना लंड डाल दिया। थोड़ी देर तक तो मैं उसे ही चोदता रहा लेकिन अब मैंने रानी की चूत मे अपना लंड डाल दिया और मेरे दोस्त ने मेरी पत्नी शालिनी की चूत मे अपना लंड डाल दिया। हम दोनों ने उन दोनों को ऐसा चोदा कि वह बड़ी तेजी से चिल्ला रही थी। उनकी तेज आवाज पूरे होटल में गूंजने लगी लेकिन हम दोनों रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे। जिस पोज में मैं उसकी पत्नी को चोद रहा था वह भी उसी पोज में मेरी पत्नी को चोद रहा था। मेरा वीर्य तो जल्दी ही गिर गया लेकिन मेरे दोस्त क अभी भी नहीं गिरा था और शालिनी बड़ी तेजी से चिल्लाए जा रही थी।

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मैं रानी के स्तनों को अपने मुंह में ले रहा था और मेरा  दोस्त अब भी मेरी पत्नी को चोदने मे लगा हुआ था। मैंने उससे पूछा तुम्हारा अभी नहीं हुआ है वह कहने लगा नही यार मुझे बहुत मजा आ रहा है तेरी बीवी को चोदने में मैंने उसे कहा आज के बाद ऐसे ही चोदना। मैंने तुरंत रानी के मुंह में अपने लंड को दे दिया और वह मेरे लंड को चूसने लगी।

मेरा लंड खड़ा हो गया जैसे ही मेरा लंड खड़ा हुआ तो मैंने उसे वही बिस्तर पर लेटा दिया और उसके चूतड़ों को पकड़ते हुए उसकी चूत मे अपना लंड डाल दिया। जैसे ही मैंने अपने लंड को दोबारा से उसकी योनि में डाला तो वह बड़ी तेजी से चिल्लाने लगी और मैं उसकी चूतडो को पकड़ते हुए ऐसे ही बड़ी तीव्र गति से झटके मारता जाता। जिससे कि उसका पूरा शरीर हिल रहा था और उसकी चूतडे बड़ी तेजी से मेरे आगे आ रही थी और मैं ऐसे ही उसे धक्के देकर शांत कर देता। अब मेरे दोस्त ने भी शालिनी के मुंह में अपना वीर्य गिरा दिया था और उसने वीर्य निगल लिया था।

उसने भी मेरी पत्नी को घोड़ी बनाकर चोदना शुरू कर दिया और वह बड़ी तेजी से उसे धक्के देते जा रहा था। वह तो इतनी तेजी से झटके मार रहा था कि मुझे ऐसा लग रहा था कि कहीं वह बेहोश ना हो जाए। मैंने भी रानी को बड़ी तीव्र गति से धक्के देना शुरू किया और उसके चूतड़ों से फच फच की आवाज आने लगी। जैसे ही मैं उसे चोदता तो मेरा दोस्त शालिनी को बड़े गंदे तरीके से चोद रहा था। उसका पूरा शरीर हिल रहा था जो कि मुझे साफ दिखाई दे रहा था उसके स्तन बहुत ही बड़े थे। इस बार मेरे दोस्त का वीर्य जल्दी से गिर गया लेकिन मेरा वीर्य अब भी नहीं गिरा था और मैं ऐसे ही उसे चोदता जा रहा था 5 मिनट के बाद मेरा वीर्य गिरने को हो गया।

मैंने वह रानी के मुंह के अंदर ही डाल दिया। अब हम चारों ऐसे ही बैठ कर बातें करने लगे हम चारों यह बात कर रहे थे।

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चूत और गांड मे लंड https://sexstories.one/choot-aur-gand-me-lund/ Fri, 08 Oct 2021 07:13:42 +0000 https://sexstories.one/?p=4459 जैसे ही मेरा लंड खड़ा हो गया तो मैंने कामिनी से कहा तुम तो बडी ही लाजवाब हो मैंने उसे कहा तुम मेरे लंड को अपने मुंह में ले लो उसने अपने गले के अंदर तक मेरे लंड को उतार लिया वह उसे अच्छे से सकिंग करने लगी। वह बड़े अच्छे से मेरे लंड को सकिंग करती जिससे कि मेरे अंदर बहुत ज्यादा जोश आ जाता मैं पूरी तरीके से उत्तेजित हो जाता मुझे बड़ा मजा आ रहा था

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Hindi sex kahani, antarvasna choot aur gand ki chudai ki –  मोहन और कामिनी के बीच में अक्सर झगड़े होते रहते थे और उनके झगड़ों की वजह से पूरे मोहल्ले वाले परेशान हो जाते थे क्योंकि कामिनी और मोहन के झगड़े इतने ज्यादा बढ़ चुके थे कि कामिनी पुलिस को बुला लिया करती थी और सब लोग इस बात से परेशान रहते थे। कई बार मैंने और मेरी पत्नी ललिता ने दोनों को समझाया लेकिन वह दोनों समझ ही नहीं रहे थे और एक दूसरे से झगड़ा करते रहते थे। दोनों की वजह से पूरा माहौल खराब होने लगा था और जब एक दिन मैंने मोहन को कहा तुम दोनों आपस में क्यों झगड़ा करते रहते हो हम लोगों ने तुम्हें इतनी बार समझाया है लेकिन उसके बावजूद भी तुम दोनों कितना झगड़ते हो।

मोहन कहने लगा यार अब तुमसे क्या छुपाना तुम्हें तो मालूम ही है कि जब से मेरी शादी कामिनी से हुई है तब से मेरी जिंदगी पूरी तरीके से खत्म हो चुकी है। हम दोनों ने लव मैरिज की थी लेकिन उसके बाद भी इतने झगड़े हम दोनों के बीच होंगे मैंने कभी सोचा नहीं था। मैंने किसी भी चीज को लेकर आज तक कामिनी को कमी नहीं होने दी लेकिन उसके बावजूद भी कामिनी मुझसे झगड़ा करती रहती है। मैं इस बात से इतना ज्यादा परेशान हो गया हूं कि मुझे कई बार लगता है कि क्या हम दोनों ने इसीलिए शादी की थी, मैंने कामिनी से कई बार कहा की यदि हम दोनों साथ में नहीं रह सकते तो हम दोनों को अलग हो जाना चाहिए लेकिन कामिनी चाहती ही नहीं है कि हम दोनों अलग हो जाएं। मैं किसी भी सूरत में अब कामिनी के साथ आगे अपने जीवन को बर्बाद नहीं कर सकता। मैंने मोहन को समझाया और कहा तुम दोनों एक दूसरे से बात तो करो तभी तो इस चीज का कोई जवाब निकलेगा लेकिन वह दोनों तो आपस में बात करने के बाद भी झगड़ते रहते थे। एक दिन मोहन ने कामिनी पर हाथ उठा दिया उस दिन कामिनी के परिवार वालों ने मोहन के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया और मोहन को अपनी पत्नी के साथ हिंसा के आरोप में पुलिस ने पकड़ लिया। मोहन अब जेल में ही था कामिनी को भी इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ रहा था कि वह जेल में है कामिनी उसे जेल में मिलने तक नहीं गई।

वह उसकी जिंदगी बर्बाद करना चाहती थी इसके लिए उसने पूरी तरीके से सोच लिया था कि उसकी जिंदगी कैसे बर्बाद करेगी। उसने उसके माता-पिता का जीना भी हराम कर दिया था उनका परिवार बहुत ही अच्छा परिवार है मैं उन्हें काफी वर्षों से देखता हुआ आ रहा हूं। कामिनी ने उनके साथ बहुत गलत किया उन्हें भी वह परेशान करने लगी मोहन जेल जा ही चुका था लेकिन इसका कामिनी पर कोई असर ही नहीं पढ़ रहा था। एक दिन उनके माता-पिता भी घर छोड़ कर चले गए उनका परिवार तो पूरी तरीके से खत्म हो चुका था यह सब कामिनी ने जानबूझकर किया था। वह मोहन को अपनी जिंदगी से निकालना चाहती थी उसके बाद वह पूरे घर पर अपना कब्जा करना चाहती थी और उसने ऐसा ही किया। जब मुझे इस बात का पता चला तो मैं इस बात से बहुत ज्यादा दुखी हो गया क्योंकि कामिनी कि मैं बहुत इज्जत किया करता था लेकिन उसने मोहन के परिवार के साथ बहुत बड़ा धोखा किया।

Sexy gand aur choot chudai ki kahani गांड चुदाई एक हॉट मारवाड़ी भाभी की

मोहन ने उस पर आंख बंद कर के भरोसा किया लेकिन कामिनी ने उसके भरोसे को चकनाचूर कर दिया और उसे किसी भी जिसकी कोई चिंता नहीं थी। हमारे पूरे मोहल्ले में कोई भी कामिनी से बात नहीं किया करता था मैंने भी कामिनी से बात करना लगभग बंद ही कर दिया था। एक दिन मैं अपने घर पर बैठा हुआ था तभी मेरी पत्नी आई और वह कहने लगी आपको मालूम है कि कामिनी ने दूसरी शादी कर ली। मैंने ललिता से कहा तुम क्या बात कर रही हो उसने कब दूसरी शादी की वह मुझे कहने लगी सब लोग तो इस बात से अचंभित हैं कि आखिरकार उसने मोहन के साथ ऐसा क्यों किया। मोहन तो उसे बहुत ज्यादा प्यार करता था लेकिन उसने मोहन के साथ बहुत बड़ा धोखा किया। मोहन तो इस सदमे को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं कर पाया और वह पागल हो गया।

कामिनी ने अब दूसरी शादी कर ली थी और वह हमारे मोहल्ले में ही रहती थी लेकिन उसके बावजूद भी उसका रवैया बिल्कुल बदला नहीं था वह अभी भी पहले जैसे ही थी। हम लोग तो उससे बचने की कोशिश किया करते थे क्योंकि मुझे कामिनी पर बिल्कुल भी यकीन नहीं था कि वह किसी के साथ कभी अच्छा भी कर सकती है। जिस प्रकार से उसने मोहन और उसके परिवार को घर से निकाल फेंका वैसा ही वह किसी के साथ भी कर सकती है इसीलिए मैं तो बिल्कुल भी कामिनी से बात नहीं किया करता था मैं उससे बचने की कोशिश किया करता था। एक दिन मैं अपने ऑफिस के लिए घर से निकला ही था तभी मेरे सामने कामिनी आ गई मैंने जब उसे देखा तो मुझे इस बात की चिंता होने लगी कि अब कामिनी के दिमाग में क्या चल रहा होगा। कामिनी मुझे कहने लगी अरे सूरज भैया आप कैसे हैं मैंने उसे कहा मैं तो अच्छा हूं तुम सुनाओ तुम कैसी हो वह मुझे कहने लगी बस मैं भी ठीक हूं। वह मुझसे बात करने लगी तो मुझे बड़ा अजीब सा महसूस हो रहा था लेकिन वह मुझसे बात करते जा रही थी ना जाने उसके दिल और दिमाग में क्या चल रहा था। मुझे तो उसे देख कर बहुत ज्यादा डर लग रहा था कि उसके दिमाग में ना जाने क्या चल रहा होगा और इसी के चलते मैंने कामिनी से पूछा और कामिनी आजकल क्या कर रही हो। वह कहने लगी बस कुछ नहीं मैं तो घर पर ही रहती हूं आप से मुझे एक जरूरी काम था।

मैंने उससे कहा कि हां कहो क्या काम था वह मुझे कहने लगी दरअसल मोहन की मानसिक स्थिति तो खराब हो चुकी है और अब मैं नहीं चाहती कि वह यहां पर आए इसीलिए यदि वह आपसे मेरे बारे में कुछ पूछे तो आप उसे कह दीजिएगा कि कामिनी ने यह घर बेच दिया है और अब यहां पर कोई और ही रहता है। मैं मन ही मन सोचने लगा कि कामिनी कितनी ज्यादा चालाक महिला है उसने पहले तो उनकी जिंदगी बर्बाद की और अब अपनी जिंदगी आराम से जी रही है। मुझे जब मालूम पड़ा कि कामिनी उस घर को बेचने वाली है तो मैं यह सुनकर दंग रह गया। कामिनी किसी भी हद तक जा सकती थी इसलिए उस पर भरोसा कर पाना बिल्कुल मुश्किल था और उसने उस घर के लिए ना जाने कितने लोगों से बात की हुई थी लेकिन उसे सही दाम नहीं मिल पा रहा था इसलिए वह उस घर को नहीं बेच पा रही थी। उसी बीच मोहन और उसके माता-पिता एक दिन हमारे घर पर आए और वह मुझसे पूछने लगे कि क्या कामिनी घर पर है।

मैंने उनसे कहा मुझे कुछ नहीं मालूम लेकिन वह अब यहां नहीं रहती है मैंने सुना है कि उसने घर भी बेच दिया है। मैं बिल्कुल भी कामिनी और मोहन के झगड़ों में नहीं पड़ना चाहता था क्योंकि कामिनी ने मोहन की जिंदगी तो पूरी तरीके से बर्बाद कर ही दी थी। यदि उसे यह मालूम पड़ता कि मैंने उसके बारे में मोहन को बता दिया तो वह शायद मुझे भी कॉलोनी में नहीं रहने देती इसलिए मैंने सोचा कि उन्हें मैं कह दूँ कि कामिनी अब यहां नहीं रहती। मैंने उनसे कहा आप लोग कैसे हैं वह कहने लगे बस आपको क्या बताएं हम लोग तो अपना पूरा जीवन बर्बाद कर चुके हैं और हमारे पास कुछ भी नहीं बचा। उनके चेहरे पर बहुत ज्यादा तनाव था लेकिन मैं कुछ भी नहीं कर सकता था और थोड़ी देर बाद वह वहां से चले गए। कामिनी दिन-ब-दिन बहुत ज्यादा सेक्सी होती जा रही थी जब भी मैं उसे देखता तो उसे देख कर मेरा लंड खड़ा हो जाता परंतु एक दिन उसने मुझे कहा चलो आज आप भी मजे ले ही लो।

मैंने उसे कहा तो क्या तुमने यह काम भी शुरू कर दिया वह मुझे कहने लगी हां लेकिन मैं उसके बदले तुम से पैसे जरूर लूंगी। मैंने उससे कहा ठीक है मैं तुम्हें पैसे दे दूंगा मैंने उसे पैसे दिए उसके बाद उसने मुझे कहा मैं पैसों के लिए कुछ भी कर सकती हूं जब उसने मेरे सामने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए तो मेरा लंड खड़ा होने लगा। जैसे ही मेरा लंड खड़ा हो गया तो मैंने कामिनी से कहा तुम तो बडी ही लाजवाब हो मैंने उसे कहा तुम मेरे लंड को अपने मुंह में ले लो उसने अपने गले के अंदर तक मेरे लंड को उतार लिया वह उसे अच्छे से सकिंग करने लगी। वह बड़े अच्छे से मेरे लंड को सकिंग करती जिससे कि मेरे अंदर बहुत ज्यादा जोश आ जाता मैं पूरी तरीके से उत्तेजित हो जाता मुझे बड़ा मजा आ रहा था जिस प्रकार से वह मेरा साथ दे रही थी। काफी देर तक तो उसने मेरे लंड को मुंह मे लिया पर जब मैंने उसके दोनों पैरों को खोल कर उसकी योनि के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवाया तो वह चिल्लाने लगी मैं उसे बड़ी तेजी से धक्के देने लगा।

मुझे उसे चोदने में बहुत मजा आ रहा था काफी देर तक मैं उसकी चूत के मजे लेता रहा जब वह पूरी तरीके से संतुष्ट हो गई तो मुझे कहने लगी मजा तो आज बहुत आ गया। मैंने उसे कहा लेकिन मुझे अभी मजा नहीं आया है वह कहने लगी तुम एक बार मेरी चूत और मार लो। मैंने उसे कहा मुझे तुम्हारी गांड मारनी है क्या तुम अपनी गांड मारने का मौका मुझे दोगी। पहले तो वह मना करती रही लेकिन जब उसने मेरे लंड को अपने हाथों में लिया तो उसका भी मन मचलने लगा और वह तैयार हो गई। उसने मेरे लंड पर अच्छे से तेल की मालिश की और जैसे ही उसने मेरे सामने अपनी गांड को किया तो मैंने भी उसकी गांड के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवा दिया और उसे बड़ी तेजी से मैं धक्के मारने लगा। मुझे उसे धक्के देने में बहुत आनंद आता मैं लगातार तेजी से उसे धक्के दिए जा रहा था मैंने उसकी गांड से खून भी निकाल कर रख दिया था जिससे कि वह पूरी तरीके से संतुष्ट हो चुकी थी जब मेरे वीर्य पतन उसकी गांड मे हुआ तो उसे भी मजा आ गया। उसका जिससे मन होता उससे वह अपनी चूत मरवाती।

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गांड चुदाई एक हॉट मारवाड़ी भाभी की https://sexstories.one/gand-chudai-marwari-hot-bhabhi-ki/ Fri, 08 Oct 2021 07:11:32 +0000 https://sexstories.one/?p=4460 मैंने उसकी साड़ी को उसकी जाँघ तक उठा लिया और उसकी जाँघ को जीभ से चाटने लगा और वो बिन पानी की मछली की तरह तड़पने लगी। फिर में उसके ऊपर आकर ब्लाउज के ऊपर से बूब्स दबाने लगा.. वो सिर्फ़ मोन कर रही थी और तड़प रही थी। फिर मैंने उसका ब्लाउज खोल दिया और ब्रा में से बूब्स निकालकर उसके निप्पल चूसने लगा।

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Gand Chudai Marwari Bhabhi Ki – मेरा नाम राज शर्मा है और में असम का रहने वाला हूँ। ये बात 2010 की है.. ये दुर्गा पूजा के दिन की बात है। घूमते वक़्त मुझे एक मारवाड़ी भाभी दिखी और में उसके पीछे चल दिया। जब उसको पता चला कि में उसका पीछा कर रहा हूँ तो वो अपने पति का हाथ पकड़कर साईड में चलने लगी। फिर जब हम पूजा मंडप पहुंचे तो वहां पर फास्ट फूड का स्टॉल लगा हुआ था। उसके पति ने उसको कुछ लाने के लिये भेजा और वो पूजा मंडप के अंदर चला गया। मुझे ये अच्छा मौका मिला और में भी उसके पीछे जाकर खड़ा हो गया.. वो दुकानदार से पावभाजी ले रही थी। फिर मैंने भी ऑर्डर किया और उसके साईड में खड़ा हो गया। उसने मुझे गुस्से से देखा.. लेकिन मैंने एक सिंपल सा स्माईल दिया। उसका कंधा और मेरा हाथ बिल्कुल चिपके हुये थे। वो चाहकर भी हटा नहीं सकी और में और ज़्यादा उससे चिपकने लगा।

फिर वो थोड़ा आगे हुई तो इससे उसकी गांड (40) मेरे लंड से चिपकी गई। ये बात उसको भी पता थी.. लेकिन मजबूरी में वो भी कुछ नहीं कर सकती थी। मेरा तो बुरा हाल हो रहा था.. लंड एकदम कड़क हो गया और मैंने थोड़ा सा धक्का दिया और पीछे होकर उसके कंधे के पास से उसके कान में सॉरी कहा। उसने हल्की स्माईल के साथ इट्स ओके कहा। अब मुझे यकीन हो गया कि ये मारवाड़ी माल मुझसे पट जायेगी और फिर हम दोनों पावभाजी लेकर आ गये.. वो और उसका पति मुझसे 10 फीट की दूरी पर खड़े थे और में उसे घूरे जा रहा था और वो शरमा रही थी और बीच बीच में स्माईल भी दे रही थी।

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फिर मैंने मौका देखकर उसको नंबर के लिये इशारा किया.. लेकिन उसने कुछ रिप्लाई नहीं दिया।

फिर उसके पति के दोस्त आ गये और वो उनके साथ व्यस्त हो गया और वो कोल्ड ड्रिंक लेने के लिये गई और में भी उसके पीछे पीछे चल दिया और उसके पीछे जाकर खड़ा हो गया। उसने अपने पति को पलटकर देखा और मुझसे कहा कि नंबर क्यों चाहिये? फिर मैंने कहा कि आप बहुत खूबसूरत है और वो शरमा गई। फिर मैंने कहा कि प्लीज.. तो उसने अपने पति को देखा और कहा कि लिखो। फिर उसने अपना नंबर दिया। में तुरंत वहां से हट गया और मोबाईल निकालकर नम्बर नोट किया और फिर उसके नंबर पर रिंग किया और काट दिया.. वो अपने पीछे देख रही थी। फिर उसने मेरी तरफ देखा और मैंने इशारे से कहा कि मेरा नम्बर है और फिर वो अपने पति के साथ चली गई। अगले दिन दशहरा था। मैंने उसको फोन किया और उसने हेल्लो बोला.. फिर मैंने कहा कि कल आपने नंबर दिया था ना.. तो उसने कहा कि क्या काम है मुझसे? मैंने कहा कि बस आप मुझे अच्छी लगी और में आपसे बात करना चाहता था.. इसलिये आपका नम्बर लिया। फिर हम नॉर्मल बातें करने लगे। फिर उसको कोई काम आ गया.. उसने फोन रख दिया।

फिर मैंने 3-4 दिन तक उसको फोन नहीं किया। अगले दिन उसका मिस कॉल आया। फिर मैंने रिप्लाई कॉल किया.. उसने फोन उठाया और कहने लगी क्या हुआ? 3-4 दिनों से फोन नहीं किया। मैंने कहा कि थोड़ा बिज़ी था। फिर मैंने पूछा कि क्या रही हो अभी.. तो उसने बताया कि घर पर कोई नहीं है.. बोर हो रही थी तो तुम्हे फोन कर दिया। मैंने पूछा कहाँ गये सब? तो उसने बताया कि उसके ससुर की तबीयत ठीक नहीं है.. इसलिये उनको हॉस्पिटल ले गये है और सास भी साथ गई है। फिर मैंने उससे कहा कि मुझे आपसे मिलने का मन कर रहा है तो उसने कहा कि कैसे और कहां मिलेंगे? मैंने कहा कि आपके घर पर.. तो उसने कहा कि नहीं.. मेरे पड़ोस में बहुत लोग रहते है। फिर मैंने कहा कि कोई बात नहीं.. में सेल्समैन बनकर आ जाऊंगा। कुछ सामान लेकर तो उसने मना कर दिया। फिर उसने कहा कि अगर मेरे पति और सास ससुर आज वापस नहीं आयेंगे.. तो तुम शाम को अंधेरा होने के बाद आ सकते हो। उसने कहा कि में तुम्हे फोन कर दूँगी और फिर हमने फोन रख दिया और में बैचेनी से उसके फोन का इंतज़ार कर रहा था।

फिर शाम को 6 बजे उसका फोन आया और उसने कहा कि अब तुम आ सकते हो। मैंने फोन रखा और तैयार होकर निकल गया। फिर उसके घर से कुछ दूर बाईक पार्क की और सबकी नज़रो से बचते हुये उसके घर के दरवाज़े पर पहुंचा.. जैसे ही मैंने बेल बजाई तो उसने दरवाज़ा खोला और अंदर बुलाया। फिर मैंने पूछा कि आपकी बेटी कहाँ है तो उसने कहा कि मैंने उसको सुला दिया.. वरना वो अपने पापा से बोल देगी कि एक अंकल आये थे। उसने ग्रीन कलर की साड़ी पहनी थी.. जो नाभि से थोड़ी नीचे थी और ब्लाउज से भी.. उसकी लाईन दिख रही थी। उसने कहा कि ऐसे क्या देख रहे हो.. कभी कोई और नहीं देखी क्या? मैंने कहा कि औरत तो बहुत देखी है.. लेकिन आप जितनी खूबसूरत नहीं देखी। आपके पति कितने ख़ुशनसीब होंगे। फिर उसने कहा अब इतनी भी तारीफ़ मत करो कि मुझे शर्म आ जाये। फिर मैंने कहा कि आप हो ही तारीफ़ के काबिल। फिर उसने मुझे कहा कि बैठो में चाय लेकर आती हूँ। में सोफे पर बैठकर उसके घर को देखने लगा।

फिर में उठकर किचन की और जाने लगा.. वो खड़ी होकर चाय बना रही थी.. जब मैंने उसको पीछे से देखा तो मन हुआ कि अभी उसकी साड़ी उठाकर उसकी गांड चाट लूँ। फिर उसने पलटकर मुझे देखा और कहा कि तुम बैठो में चाय लेकर आती हूँ। मैंने कहा कोई नहीं.. में यही ठीक हूँ आपके पीछे। उसने पलटकर एक नॉटी स्माईल दी। फिर वो चाय लेकर आई.. हमने चाय पी। फिर उसने कहा कि तुम जल्दी चले जाना.. वरना कोई आ गया तो मुसीबत हो जायेगी। फिर मैंने कहा कि ओके। फिर वो बेडरूम में गई और वहां से मुझे आवाज़ दी और में गया तो वो वहां मुझे हेल्प करने को कह रही थी और मैंने अनजान बनते हुये हाथ उसकी गांड पर रख दिया.. उसने कुछ नहीं कहा। फिर में गांड की लाईन में हाथ को सहलाने लगा.. उसने मेरी तरफ देखा और कहा कि तुम्हे मेरी पीछे की साईड इतनी अच्छी लगती है क्या?

दोस्त की साली को चोदा moti gand ki chudai

फिर मैंने थोड़ा ज़ोर से उसकी गांड को पकड़ा और उसके बिल्कुल पास जाकर कहा कि जब से देखा है.. बस इसका दीवाना हो गया हूँ और में उसके सामने घुटनों पर बैठ गया और उसकी गांड को ज़ोर से पकड़ लिया। फिर उसकी नाभि पर किस करने लगा.. वो एकदम से मचल गई और उसने मेरे सर को ज़ोर से पकड़ लिया और कहा आआहहा आअहह् प्लीज राज। फिर मैंने उसे बेड पर लेटा दिया और उसकी नाभि को किस करने लगा और उसने दोनों पैरो को मोड़ लिया। फिर मैंने उसकी साड़ी को उसकी जाँघ तक उठा लिया और उसकी जाँघ को जीभ से चाटने लगा और वो बिन पानी की मछली की तरह तड़पने लगी। फिर में उसके ऊपर आकर ब्लाउज के ऊपर से बूब्स दबाने लगा.. वो सिर्फ़ मोन कर रही थी और तड़प रही थी। फिर मैंने उसका ब्लाउज खोल दिया और ब्रा में से बूब्स निकालकर उसके निप्पल चूसने लगा। 10 मिनट तक निप्पल चूसने के बाद मैंने नीचे से उसकी साड़ी को पूरा कमर तक उठा दिया। उसने अंदर पेंटी नहीं पहनी थी.. बिल्कुल क्लीन शेव चूत थी। एकदम 18 साल की लड़की की तरह। में उसकी चूत चाटने लगा और वो मेरे सर को अपनी चूत पर ज़ोर से दबाने लगी। 5 मिनट चूत चाटने के बाद उसने कहा कि प्लीज राज अब कुछ करो और सहन नहीं होता है।

फिर मैंने अपना पेंट खोला और 8 इंच का लंड बाहर निकालकर उसकी चूत के ऊपर रखा। उसकी चूत एकदम आग की भट्टी की तरह जल रही थी.. उसने मुझसे विनती की.. प्लीज मत तड़पाओ.. अब डाल भी दो वरना में मर जाउंगी। फिर मैंने धीरे से अपना लंड का सुपाड़ा उसकी चूत में घुसाया.. वो थोड़ी तड़प उठी। फिर उसने नीचे से थोड़ी गांड ऊपर उठाई और मेरा लंड आधा घुस गया.. वो पूरी तड़प गई और मैंने एक ज़ोर का झटका मारा और उसके मुँह से चीख निकल गई। में उसके ऊपर आ गया और उसके होठों को चूसने लगा। फिर कुछ देर चूसने के बाद मैंने धीरे धीरे धक्का देना शुरू किया और वो भी मेरा साथ दे रही थी और कह रही थी.. आह्ह्ह्ह राज चोदो मुझे.. फाड़ दो मेरी चूत.. आज बहुत मज़ा आ रहा है तुम्हारे लंड में.. अब तो हमेशा तुमसे ही चुदवाऊंगी.. आज से में तुम्हारी रंडी.. मेरी चूत का भोसड़ा बना दो। मेरी गांड भी तुम्ही मारना।

मैंने आज तक कभी गांड नहीं मरवाई है.. अब तुमसे ही अपनी गांड भी मरवाऊंगी.. आह्ह्ह बहुत मज़ा दिया तुमने मुझे और फिर मैंने तेज़ी से धक्का देना चालू किया और उसने मुझे कसकर पकड़ लिया। वो झड़ गई और में भी 4-5 धक्को के बाद झड़ गया।

फिर हम वैसे ही लेटे रहे। उसके बाद वो उठी और मेरे लिप्स पर किस दिया और थैंक्स कहा और कहा कि अब तुम जाओ.. अगर कल मौका मिला तो में तुम्हे बता दूंगी। कल तुम मेरी चूत और गांड दोनों फाड़ देना। फिर मैंने एक बार और उसको पकड़कर उसकी गांड को सहलाया और चाटने लगा और फिर में वहां से चला आया ।।

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माँ को बरसात में चोदा https://sexstories.one/maa-ko-barsaat-mein-choda-kproxy/ Fri, 01 Oct 2021 07:34:38 +0000 https://sexstories.one/?p=4393 मैने माँ के बूब्स पकड लिए और उन्हे दबाने लगा तो माँ ने भी हाथ आगे करके मेरे लंड को अपने हाथ मे थाम लिया और रब करने लगी। फिर क्या था मैने माँ के बूब्स को बारी बारी से दबाना चालू कर दिया और उसे मुँह मे लेकर चूसने लगा

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मेरा नाम वरुण है। में पुणे मुंबई का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 19 साल है। में बी.कॉम. प्रथम वर्ष का स्टूडेंट हूँ। मेरी लम्बाई 5.8 इंच है। रंग गोरा लंड का साइज़ 8 इंच है। मेरी फेमिली मे 4 मेंबर है। मेरे पापा श्याम तलपडे जिनकी उम्र 40 साल है। मेरी माँ प्रिया उम्र 38 साल है। रंग गोरा फिगर 38-36-38 है। पेशे से स्कूल टीचर है दिखने मे काफ़ी हॉट हैं। मेरी छोटी बहन नेहा जिसकी उम्र 18 साल है। रंग गोरा और फिगर 36-34-36 है। वक़्त से पहले जवान हो गई है। दोस्तो ये घटना अभी कुछ दिन पहले की है। सुबह से ही बरसात हो रही थी और उस दिन बहुत ज्यादा बरसात हो रही थी। माँ स्कूल गई थी और पापा ऑफीस गये थे। पापा का ऑफीस तो पास मे ही है पर माँ को काफ़ी दूर जाना पड़ता था। काफ़ी बारिश होने के कारण सब कुछ ठप हो गया था तो शाम को पापा का फोन आया की वरुण तुम जा कर अपनी माँ को रिसीव कर लेना।

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मैं एक ऑटो पकड़ कर माँ के स्कूल 7:30 बजे पहुँचा और उन्हे लेकर बाहर आ गया पर बाहर काफ़ी तेज़ बारिश हो रही थी। जिसके कारण कोई भी गाड़ी नही मिल रही थी। हम वही एक जगह खड़े हो कर इंतज़ार करने लगे धीरे धीरे अंधेरा हो रहा था और सड़क पर कोई भी गाड़ी नज़र नहीं आ रही थी। काफ़ी देर इंतज़ार करने के बाद हम कुछ दूर पैदल ही चल पड़े बारिश मे माँ की साड़ी भीग जाने के कारण उनका फिगर काफ़ी अच्छा लग रहा था। पूरी सड़क सुनसान पड़ी थी हम काफ़ी भीग चुके थे और अब हमे उम्मीद नही थी कि कोई गाड़ी हमेमिलेगी तो मैने माँ से कहा की माँ अब लगता है कि कोई गाड़ी नही मिलेगी यहीं पास के मोहल्ले मे ही मेरे दोस्त का घर है जो उसने मुझे किराये के लिए दिया था और में उसकी चाबी भी ले आया हूँ अगर आप कहे तो आज की रात हम वही गुजार ले तो माँ ने कहा ठीक है।

अब इसके अलावा कोई चारा भी नही है तो फिर हमने घर पर पापा को फोन पर बताया की आज हमे कोई गाड़ी नही मिल रही है और हम यही पास के एक मकान मे रुक रहे हैं। तो पापा ने कहाकी कोई बात नही बस तुम लोग आराम से तो हो ना कल सुबह जब बारिश कम होगी तो आ जाना। फिर हम आगे बड़े तो माँ ने कहा की मुझे तो भूख भी लगी है। तो मैने कहा की पास ही एक ढाबा है। जहाँ अच्छा खाना मिलता है और हमने वहा से खाना पैक कराया।
ढाबे के सामने एक बीयर और वाइन शॉप थी तो मैने माँ से कहा की माँ मुझे काफ़ी ठंड लग रही क्या में एक बीयर ले लूँ। तो माँ ने मौके की नज़ाकत को देखते हुये हाँ कर दी तो मैने वहां से दो बीयर ली और चल पड़े दोस्तके घर पहुंचे और ताला खोला और वहां कोई हमारे पास कोई कपड़ा नहीं था और हमारे सारे कपड़े भीग गये थे। तो माँ ने कहा कि अब क्या करे तो मैने कहा की माँ यहाँ पर कोई नही है और आप चाहे तो अपने कपड़े निकाल कर रह सकती है। क्या करे? हमारी मज़बूरी है अगर नही निकाले तो ठंड लग जायेगी तो मैने और माँ ने अपने आधे कपड़े निकाल दिए और फिर हमने खाना खाया और फिर मैने एक बीयर पी मैने माँ से कहा कि माँ आप भी एक दो घूंट ले लो इससे आराम मिलेगा पहले तो माँ ने मना कर दी पर बाद मे ले ली।

पहले तो माँ को थोडी कड़वी लगी पर बाद मे माँ ने आधी से ज्यादा बोतल ख़त्म कर दी माँ को धीरे धीरे नशा चड़ने लगा साड़ी और ब्लाउज मे माँ भीगी हुई काफ़ी सेक्सी लग रही थी। तो मैने माँ से कहा की माँ अगर आप ये भी कपड़े उतार दे तो आपको ठंड नही लगेगी और आपको यहाँ कोई देख भी नहीं रहा। तो माँ ने अपने साड़ी ब्लाउज भी निकाल दिया माँ पिंक कलर की ब्रा और पेंटी मे थी। उनके गोरे और मोटेबूब्स ब्रा से बाहर आ रहे थे। उन्हे देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था और मेरे मन मे अजीब सी अकुलाहट हो रही थी। मन कर रहा था की माँ को चोद दूँ। फिर माँ ने मुझसे भी अपनी टी शर्ट और पेंट निकालने को कहा और मैने उसे निकाल दिया। फिर मैने माँ से कहा की माँ आपकी तो ब्रा पेंटी भी भीग गई है। आप इसे भी उतार दो वरना आपके शरीर पर धब्बे पड जायेंगे। तो माँ ने कहा की हाँ वरुण तू सही कह रहा है और तुझसे क्या शर्माना और माँ ने अपनी ब्रा और पेंटी भी उतार दी।

अब उनके मोटे मोटे बूब्स मेरी आँखो के सामने झूल रहे थे। जिसे देख कर मेरा लंड एकदम तन के लोहा हो गया था जो मेरी अंडरवियर के उपर से साफ दिखाई दे रहा था। तो माँ ने कहा कि बेटा तेरा भी अंडरवियर भीग गया है तो तू भी इसे उतार दे तो मैने भी अपना अंडरवियर उतार दिया। फिर क्या था मेरा 8 इंच लंड एकदम माँ के सामने था और माँ की नज़र मेरे लंड पर थी उसे देख कर माँ ने कहा की बेटा तू तो अब काफ़ी जवान हो गया है तेरी तो अबशादी करनी पड़ेगी। तो मैने माँ से कहा की माँ अगर आपको बुरा ना लगे तो एक बात कहूँ तो माँ ने कहा कि क्या तो मैने कहा की माँ आप भी बहुत सेक्सी है तो माँ ने कहा कि क्या तेरा ये हाल मेरे ही कारण है।

फिर मैने कहा की माँ आप इतनी सेक्सी है कि आपको देख कर तो भूतो का भी लंड खड़ा हो जाए तो माँ ने कहा की बेटा तेरा भी लंड इतना बड़ा है कि किसी भी औरत का मन तुझसे चुदाने को करेगा। तो मैने कहा की माँ क्या आपको भी मन कर रहा है। तो माँ नेकुछ नही कहा और एक हल्की सी स्माइल दे दी। मैं समझ गया की माँ की हाँ है और झट से मैने माँ के बूब्स पकड लिए और उन्हे दबाने लगा तो माँ ने भी हाथ आगे करके मेरे लंड को अपने हाथ मे थाम लिया और रब करने लगी। फिर क्या था मैने माँ के बूब्स को बारी बारी से दबाना चालू कर दिया और उसे मुँह मे लेकर चूसने लगा। माँ के मुँह से आवाज़ निकल रही थी आआहाआ फिर काफ़ी देर के बाद माँ नीचे झुकी और मेरा लंड अपने मुँह मे ले लिया और चूसने लगी।

गांव की एक लड़की को पूरी रात पेला

मुझे तो जैसे स्वर्ग के दर्शन हो रहे थे कि एक तो बारिश का सुहाना मौसम और ऊपर से माँ जैसी सेक्सी औरत मेरा लंड चूस रही हो काफ़ी देर बाद मैने माँ को खड़ा किया और उनकी चूत पर हाथ फेरा और अपनी एक उंगली उनकी चूत मे डाली और कहा माँ आपकी चूत तो अभी भी बहुत टाइट है क्या पापा आपको चोदते नही है। तो माँ ने कहा की नही बेटा वो तो महीने दो महीने मे एक बार चोदते है और वो भी कुछ देर के लिए। तो मैने कहा की माँ आपचिंता मत करो अब मैं हूँ ना मुझे आप अपना दूसरा पति समझो और जब भी मन करे आ जाना मेरा लंड तुम्हारे लिए खड़ा है। तो माँ ने कहा की सच बेटा अब देर मत कर और जल्दी से अपनी माँ को अपना बना ले।

फिर मैने माँ को घोड़ी बनाया और अपने लंड पर थोड़ा सा थूक लगाकर माँ की चूत पर लगाया और एकदम जोरदार धक्का मारा और आधा लंड माँ की चूत मे उतार दिया माँ जोर से चिल्लाई और उनकी आँखो मे आँसू आ गये तो मैने कहा कि माँ ज्यादा दर्द हो रहा होतो बाहर निकाल लूँ। तो माँ ने कहा की नही बेटा ये तो ख़ुशी के आंसू है और इस दर्द के लिए तो ना जाने मैं कब से तरस रही हूँ। बस तू मुझे चोद और ज़ोर से चोद फाड़ दे अपनी माँ की चूत को। फिर क्या था मैने धक्के लगाने चालू किए तो पहले तो माँ को काफ़ी दर्द हो रहा था पर बाद मे उनका दर्द कम होता रहा और वो भी गांड उठा उठा कर मेरा साथ देने लगी पूरे कमरे मे हमारी चुदाई की आवाज़ गूँज रही थी और करीब 35 मिनिट के बाद मुझे लगा कि में अब झड़ने वालाहूँ। इस बीच माँ दो बार झड़ चुकी थी और फिर मैने अपनी स्पीड और तेज़ कर दी और अपना माल माँ की चूत मे ही छोड़ दिया और फिर माँ ने मेरा लंड अपनी चूत से बाहर निकाल कर उसे चूसा और कहा बेटा मज़ा आ गया।

फिर मैने कहा की माँ असली मज़ा तो अब आयेगा जब मैं आपकी गांड मारूँगा तो माँ ने कहा की बेटा मेरी गांड तो कब से प्यासी है। फिर मैने माँ की गांड भी मारी और उस रात मैने माँ को 5 बार चोदा 3 बार उनकी चूत मारी और दो बार उनकी गांड मारी फिर सुबह बारिश रुकने के बाद हम घर पहुंचे और उस दिन के बाद मैं लगभग रोज़ माँ को चोदता हूँ।

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