boor Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/boor/ Hindipornstories.org Mon, 24 Jan 2022 07:11:12 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 रेशमा की काली चूत https://sexstories.one/reshma-ki-jawani-kaali-choot/ Mon, 24 Jan 2022 07:11:12 +0000 https://sexstories.one/?p=5119 थोड़ी देर हम दोनों लिपट कर बातें करने लगे , रेशमा बोलने लगी कि अब तो हर रात उसे मेरे साथ रंगीन करनी है , और वह मेरी रंडी बनकर मेरे साथ चुदती रहेगी , रेशमा के ऊपर लेटते हुए उसकी बातें सुनकर लन्ड फिर से खड़ा हो गया...

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Reshma ki Jawani aur Kaali Choot – नमस्कार मेरे चूत के दीवानों और लंड की मस्तानियों! मेरा नाम विशाल शर्मा है और मैं एक 28 साल का नौजवान लड़का हुँ , मैं जयपुर में रहता हुँ , ये कहानी मेरी और एक जवान लड़की रेशमा के बीच की अद्भुत सेक्स कहानी है जिसने मेरी जिंदगी को बदलकर रख दिया , रेशमा मेरे पड़ोसी अंकल की बहु है जो 30 साल की है और जिसकी शादी जैद से हो गयी थी , मेरी कहानी शुरू करने से पहले उसके कामुक बदन की सैर कर लीजिए..

रेशमा करीब 5 फुट 5 इंच की भरे पूरे गदराए बदन की मालकिन है , जिसका फिगर देख कर ही लंड पागल होकर फड़कने लग जाता है , रेशमा 36-32-38 फिगर की मालकिन है , और एक बात जो रेशमा को सबसे खास बनाती है वो है उसका काला रंग , इस बारे में हम आगे जानने वाले हैं, रेशमा की शादी 18 साल की उम्र में ही जैद से ही चुकी थी , जैद शादी के 1 महीने बाद ही दुबई में नौकरी करने चला गया था , जैद कभी कभी साल में 1 , 2 बार घर आता है लेकिन जब भी आता है रेशमा को चोद चोदकर बुरा हाल करके ही जाता ..

यह मुझे तब पता चला जब एक बार मैंने गलती से छत पर उन्हें चुदाई करते देख लिया था, लेकिन रेशमा फिर भी जैद से खुश नही थी , इसका कारण था जैद का दुबई से मोहब्बत करना , असल मे जैद घर पर बहुत कम रुकता था यहां तक कि दुबई से इंडिया आने के बाद भी वो घर न आकर जगह जगह घूमता रहता था इसके पीछे का राज उसकी हवस थी , जिसके बारे में मुझे बाद में पता चला , यूं तो रेशमा का फिगर किसी भी लंड की पिचकारी निकालने के लिए काफी है लेकिन जैद रेशमा को पसंद नही करता था क्यों कि रेशमा देखने मे खूबसूरत नही थी…

इसके बावजूद भी रेशमा की चूत के पीछे कई लोग पागल थे , अब थोड़ा मेरे बारे आप को बता दूं , मैं जयपुर में एक फ्रीलेन्सर हु और अच्छी खासी कमाई हो जाती है साथ ही मेरे पास खाली समय भी रहता है जिसमे मुझे तरह तरह की लड़कियों की चूत मारने का समय मिल जाता है कभी टिंडर से तो कभी किसी मस्त चिकनी लड़की को पटाकर उसकी चूत का भोसड़ा बनाने का मौका मिल जाता है लेकिन रेशमा के फिगर को देखकर कई बार उसके नाम की मुठ मारकर लन्ड की हालत खराब कर दी…

असल मे मुझे ऐसी लड़कियां काफि पसंद आती है जो देखने मे बदसूरत लगे लेकिन उनके फिगर को देखकर किसी का भी पानी निकल जाए साथ ही काली चूत का मैं हमेशा से दीवाना रहा हु , न जाने गोरी चूत से ज्यादा काली चूत चोदने में मुझे ज्यादा मजा क्यों आता है खैर….! रेशमा अधिकतर घर के काम काज में व्यस्त रहती थी इसलिए मुझे कभी उस से अकेले में बात करने का मौका नही मिला नही तो मैं उसे कब का अपनी जान बनाकर चूत की धज्जियां उड़ा देता , पर संयोग से एक दिन रेशमा छत पर घूम रही थी ,छत पर वह बुर्का लगाकर रहती है कसम से बुर्के में उसे देखकर लन्ड अचानक पेंट से बाहर निकलने के लिए तड़प उठता लेकिन जैसे तैसे मैने खुद को संभाला और रेशमा के गदराए बदन पर अपनी हवस भारी नजर डाली , मैं बेशर्म होकर उसे देख रहा था और रेशमा भी मुझे देख रही थी ।

हमारी छत एक दूसरे के पास थी इसलिए वह मुझसे ज्यादा दूर नही थी , जब वह कपड़े सुखाते सुखाते मेरी तरफ आयी तब मैंने कहा

और भाभी आप तो पहली बार दिखाई दिए हो मुझे तो पता ही नही था इस घर मे कोई लड़की रहती भी है या नही ( रेशमा से एक दो बार उसके की मौजूदगी में मेरा परिचय हो रखा था )

रेशमा – शर्माते हुए , क्या करे काम काज बहुत रहता है

मैं बोला – और भाभी जैद भैया कब आने वाले है उनके बिना आप अकेले कैसे रह लेती हो

रेशमा -अब क्या बताऊँ वो तो साल में एक दो बार ही दर्शन देते हैं बाकी समय तो मैं मन मसोस कर……

मैं – ओह्ह यह तो बड़ी परेशानी है शादी के 10 साल से ज्यादा हो गए फिर तो आप जैद भैया के साथ ज्यादा देर तक राह नही पाए , दुबई जाने से पहले के दिन तो आपके लिए यादगार होंगे

रेशमा – कौनसे दिन , आपके भैया तो मुझे बिल्कुल पसंद नही करते , उन्हें मेरी शक्ल बिल्कुल पसंद नही , बस शरीर को ही नोच….. (इतना कहते ही रेशमा भाभी रुक गयी क्यों कि जैद का ठरकी बाप ऊपर आ चुका था । में भी सोचने लगा असली point की बात आते ही ये मादरचोद कबाब में हड्डी बनके आ गया अब भाभी नीचे चली गयी और मैं उस ठरकी अंकल से politics को लेकर बकचोदी करने लग गया )

इसके बाद रेशमा भाभी कई बार छत पर आने जाने लगी और हमारी नॉर्मल बातें होती रही , बीच बीच में मैं रेशमा भाभी की दुखती रग पर हाथ रख देता जिस से उनकी उत्तेजना बढ़ जाती , वो समझ चुकी थी कि मैं बार बार उनकी सेक्स life के बारे में indirectly क्यों जिक्र करता हूँ )

एक दिन मैंने पूछ लिया भाभी आप उस दिन क्या कह रही थी , जो कहते कहते रुक गयी ।

तब रेशमा भाभी ने मुझे बताया कि वो जैद से बहुत परेशान है , न तो वो उसे पसंद करता है , न उससे प्यार से सेक्स करता है , शादी उसने जबरदस्ती ही कि थी क्यों कि वो दिखने में काफी बदसूरत है और रेशमा भी गरीब परिवार से थी , सो दोनों तरफ से जबरदस्ती शादी हुई ,जैद को रेशमा की शक्ल बिल्कुल पसंद नही थी , न जाने उसे करीना कपूर जैसी सुंदर और गोरी लड़की क्यों चाहिए थी जबकि खुद दिखने में राजपाल यादव जैसा था और 8 वी फैल पर सपने बड़े बड़े

भाभी ने यह भी बताया कि शुरुआत में कुछ समय तक तो औरत का भूखा जैद उनसे मजे लेकर सेक्स करता था लेकिन 1 महीने बाद जब वो दुबई गया और एक साल बाद वापस आया तो वह उनसे मार पिटाई करके wild सेक्स करता था , जो रेशमा को पसंद नही आता था और जैद साल में 1,2 बार ही घर आता था , जिससे रेशमा की फुदकती चूत की आग बढ़ती ही जा रही थी ।

रेशमा भाभी ने बताया कि जैद दुबई में रहकर अच्छे पैसे कमाकर रंडियों के साथ चुदाई करता था उसने कई गोरी चिट्टी लड़कियों को पटा रखा था साथ ही जब इंडिया में आता तो यहां भी रंडियों के पास ही रात गुजरता , वह अपने ज्यादा पैसे इसी अय्यासी में उड़ा देता था , कभी बेंगलोर कंही पुणे जाकर होटल में किसी सुंदर रांड को बुलाकर उसके साथ हमबिस्तर होता था ।

ये वजह थी कि रेशमा की सेक्स life बिल्कुल सुनी थी ।

मैंने पूछा भाभी आपको ये सब कैसे पता चला ?

तब भाभी ने कहा ये हरामी खुद ही मुझे ये सब बताता है ताकि मैं परेशान हो जाउ और कहता है कि तू बिल्कुल सुंदर नही मैं तो सुंदर लड़कियों के ही मजे लेता रहूंगा , पैसे दे देकर

खैर….. मैने बात बदलते हुए कहा

छोड़ो भाभी , आपका पति तो आपको संतुष्ट नही कर सकता लेकिन आपकी जवानी अभी काफी बाकी है इस से अच्छा आपको भी कोई और रास्ता खोजना चाहिये ।

भाभी बोली – क्या मतलब ?

मैंने कहा – क्या आप खुद को कंट्रोल कर पाते हो सेक्स के लिए

तो भाभी ने कहा – बिना सेक्स के मेरी हालत खराब हो जाती है लेकिन जैसे तैसे करके मुझे कंट्रोल करने ही पड़ेगा अब क्या करू आपके पास कोई रास्ता ह क्या ? (भाभी और मैं एक दूसरे को हवस भरी नजरों से देख रहे थे )
मैंने जानबूझकर कहा – आपको तो अब अपनी उंगली से ही काम चलाना पड़ेगा अब यही रास्ता बचा है

तो भाभी बोली – उंगली से ही तो 10 साल निकाल दिये, मैने तो सोचा आप कोई मर्दों वाली बात करोगे

तो मैंने कहा – मेरी मर्दानगी आपकी चीखें निकाल सकती

रेशमा ने कहा – अब चाहे कितनी चीखें निकले मुझे परवाह नही

यह सुनकर मै अपनी छत से उनकी छत पर गया और जैसे ही रेशमा भाभी के पास गया तो वो दूर हट गई

तो मैंने कहा – लगता है आपकी भी गांड में दम नही

रेशमा भाभी – ने शर्म लाज छोड़कर अपना पल्लू गिराके मेरे लंड की तरफ देखकर अपने होठों को काटते हुए मेरे पास बढ़ी

मैने लपक कर भाभी को अपनी बाहों में भर लिया और उसके मोटे मोटे होटों पर अपने होंठ रख कर बेतहासा चूमने लगा , होंठ चूमते हुए मेरा एक हाथ भाभी की पीठ को सहला रहा था तो एक हाथ उसकी मोटी गांड को दबा रहा था
5 मिनट तक रेशमा के काले होंठो रस पीने के बाद हम एक बार के लिए एक दूसरे से अलग हुए

रेशमा बोली चलो कमरे में चलते है

रेशमा ने छत का दरवाजा बंद कर दिए और मैं उसे अपनी गोदी में उठाकर कमरे में ले गया , और कमरे में ले जाकर मैने उसे बिस्तर पर पटक कर गिरा दिया

उसका पल्लू गिर चुका था , उसके मोटे मोटे boobs बाहर आने को बेताब थे ।

उसके चेहरे पर सालों की प्यास आसानी से दिखाई दे रही थी और मेरा लन्ड भी एक काली चूत की गहराइयो में जाने को बेताब हो रहा था ।

मैं रेशमा के ऊपर टूट पड़ा

फिर से उसके होंठों को चूमते हुए एक हाथ उसके मोटे मोटे काले काले मम्मों को ब्लाउज के ऊपर से दबा रहा था और दूसरे हाथ उसके सर को कस के पकड़ कर उसके होठों को मैं खा रहा था ।

बेतहासा चूमते हुए मैंने रेशमा को लिटाते हुए अपना हाथ उसकी साड़ी ऊपर करके उसकी चूत के ऊपर ले गया और मेरा हाथ उसकी चूत को चड्डी के ऊपर से मसलने लगा , रेशमा की चूत पानी छोड़ने लगी ।

रेशमा को लगातार kiss करते हुए मेरा हाथ उसकी चूत की गहराई में जाने को तड़प रहा था और वहीं रेशमा ने अपने हाथ से मेरे लन्ड को कच्छे के ऊपर से मसलना शुरू कर दिया ।

10 मिनिट तक उसके होंठों को चूसने के बाद रेशमा ने मेरी पेंट की जिप खोली और मेरे लौड़े को बाहर निकाल कर आजाद कर दिया ।

2 सेकेंड़ के लिए मेरे uncut लौड़े को देखकर उसने अपनी लार टपकाते हुए लौड़े पर एक प्यासी नजर से देखा और तपाक से पूरे लौड़े को मुंह मे ले लिया

मेरा लन्ड रेशमा के होंठो की गिरफ्त में आ चुका था , रेशमा किसी लॉलीपॉप की तरह लंड को मस्त चुन्स रही थी ।

सालों से प्यासी रेशमा लन्ड पर ऐसे टूट पड़ी जैसे प्यासा पानी पर टूट पड़े ।

किसी पोर्नस्टार की तरह मस्ती से आह आह उम्म उम्म करते हुए रेशमा मेरे लन्द को बेतहासा आगे पीछे करते हुए चुन्स रही थी

में जन्नत की सैर कर रहा था

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5 मिनिट तक लौड़े की बेतहासा चुसाई के बाद मैंने रेशमा को पकड़ कर लिटा दिया और एक एक करके उसके सारे कपड़े खोल दिए

रेशमा को नंगी बदनं के साथ कोई एक बार देख ले तो उस से सुंदर दुनिया मे कोई औरत नही लग सकती

रेशमा के मोटे मोटे पहाड़नुमा मम्मे देखकर मैं पागल हो गया

उसके nipples काफी लंबे थे यह देख मेरा लन्ड फड़क उठा

नीचे देखते ही लंड हिलोरे मारने लगा , रेशमा की काली चूत उसकी भूरी झांटो के पीछे छिपी हुई शर्मा रही थी ।

अब मुझसे रहा नही गया

मैम रेशमा की चूत पर टूट पड़ा

69 पोज़िशन मैं और रेशमा नंगे होकर एक दूसरे के अंग को चुन्स रहे थे ।

एक तरफ मैं रेशमा की काली चूत को बेतहासा चूँस चूँस कर चूत को गीला करता जा रहा था वहीं रेशमा उतने ही जोश से मेरे लन्ड की भयंकर चुदायी कर रही थी ।

रेशमा कभी तो लन्ड के टोपी को जीभ से चारो तरफ घुमा कर चुंसती तो कभी पूरा लन्ड आगे पीछे कर मुंह मे अंदर तक लौड़े को सैर करवाती ।

वहीं मैं रेशमा की चूत के अंदर जीभ डाल डाल कर जीभ से उसे चोदते हुए चूत रस पान कर रहा था ।

रेशमा मेरे लौड़े को अपने गले के अंदर तक उतार उतार कर अपनी मुंह की चुदायी करने लगी

अब लंड जवाब देने लगा ,

रेशमा के गले मे उतरते हुए लन्ड ने पिचकारी छोड़ दी और रेशमा ने पूरा माल सीधे गले मे ही गटक लिया

इधर रेशमा भी कुछ देर बाद चूत चुसाई से अपने रस छोड़ने लगी ।

अब थोड़ी देर हम दोनों लिपट कर बातें करने लगे , रेशमा बोलने लगी कि अब तो हर रात उसे मेरे साथ रंगीन करनी है , और वह मेरी रंडी बनकर मेरे साथ चुदती रहेगी , रेशमा के ऊपर लेटते हुए उसकी बातें सुनकर लन्ड फिर से खड़ा हो गया
इस बार मैंने ज्यादा समय न गवांकर रेशमा को तुरंत उल्टा किया और उसके बाल खींचते हुए गांड की तरफ अपना लन्ड उसकी चूत में डाल दिया

और रेशमा के बालों को खींचते हुए उसे पीछे से चोदने लगा

रेशमा जोर जोर से बोलने लगी

हाय अल्लाह मेरी चूत का भोसड़ा बना दे

चोद साले चोद बहनचोद अपनी रंडी को

चोद मेरी काली चूत को

बुझा दे मेरी बरसो की प्यास

इधर में उसकी गंदी बातें सुनते हुए उसकी चूत में धक्के पेल रहा था , रेशमा की काली चूत में मैं आसानी से पेलम पेलाई कर रहा था और उसे गालियां देकर अपनी रंडी बनाकर चोद रहा था ।

उसके मुंह को घुमाकर उसके होंठों को चुंस्ते हुए उसकी चूत का भोसड़ा बनाने लगा ।

रेशमा जोर जोर से चुदने लगी

अब रेशमा मेरे ऊपर बैठकर cowgirl पोजिशन में आ चुकी थी और तूफान एक्सप्रेस की drive करने लगी और अपनी चूत को आगे पीछे करके चुदवाने लगी

क्यों साली तेरा पति तेरी चूत नही चोदता क्या

बहन की लौडी

ले ले मेरा लौडा

गालियां दी देकर उसकी चूत का बाजा मैं बजाता रहा रेशमा भी जोश में गंदी बाते बोलकर चुदवा रही थी

साले हरामी मादरचोद

मेरी काली चूत का भोसड़ा बना

मेरा पति नामर्द है बहुत दिन बाद एक मर्द हाथ लगा तेरे लन्ड को पूरा निचोड़कर कर ही मानूँगी

मार मेरी छिनाल चूत को , फाड़ दे इस काली रंडी को

अब मैंने उसे फिर से उल्टा लिटाकर उसकी चूत बजानी शुरू कर दी इसी बीच मैनी अचानक अपना लंड चूत से निकालकर उसकी गांड में डालने लगा

रेशमा की गांड के छेद ने मेरे लौड़े को आसानी से अपने अंदर ले लिया मानो रेशमा को इसी का इंतजार था

मैने सोचा – जरूर रेशमा ने अपनी गांड कई लोगो से मरवाई होगी वर्ना बिना थूंक लगाए इतनी आसानी लौडा अंदर नही जा सकता था

जरूर रेशमा ने अपने मर्द के गैर मौजूदगी में कई लौंडों से अपनी प्यास बुझाई होगी

ये सोचकर मैं लगातार उसकी गांड फाड़कर चोदने लगा

रेशमा बोली चोद भोसडीके चोद

फाड़ दे मेरी काली गांड को

मैं रेशमा की मोटी 38 इंच की गांड को मस्ती से चोदने लगा

करीब 15 मिनिट बाद मैं रेशमा की गांड में ही झड़ गया ।

अब रेशमा और मैं एक दूसरे से लिपटकर बतियाने लगे कि अचानक उसकी ठरकी ससुर ने उसे नीचे से आवाज लगाई इसलिए उसे जाना लेकिन रात में 8 बजे रेशमा फिर से ऊपर और फिर करीब 1 घण्टे फिर से मैंने रेशमा की चूत और गाँड़ के मजे लिए ।

इस तरह पिछले 2 साल से रेशमा और मैं चूत लंड की मस्त दुनिया मे घूम रहे हैं । रेशमा के साथ मैने आगे और क्या क्या गुल खिलाये कैसे रेशमा के नए राज खुले , किसे उसकी बहन और सहेलियों को मैंने पटाकर उनकी चूत ली यह बताऊंगा मैं आपको अगले हिस्से तो दोस्तो इस कहानी पर अपना प्यार जरूर बरसाए और मुझे जरूर बताएं कि आपको ये कहानी कैसी लगी मेरी mail id पर मुझे प्रतिक्रिया जरूर दें ताकि मैं जल्द से जल्द दूसरा भाग आपके लिए ला सकूं ।

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कमसिन शबरीन https://sexstories.one/kamsin-shabrin-ki-chudai/ Tue, 02 Nov 2021 11:27:00 +0000 https://sexstories.one/?p=4725 मेरा बदन गर्म हो गया, शबरीन को नंगा देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया! जो लड़की इतनी गोरी, चिकनी और सुंदर है, वह लड़की मेरे सामने अपने भाई को बिना कपड़ों के चोद रही थी! उसके स्तन बड़े और गोल थे, हवा में उछल रहे थे! उसका गोरा शरीर लाल हो रहा था, उसका चेहरा लाल था...

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Kamsin Shabrin ki Chudai स्वागत है दोस्तों, एक बार फिर हमारी वेबसाइट पर एक रियल सेक्स स्टोरी के साथ! मेरे पड़ोस में रहने वाले दो भाई-बहनों की आज की कहानी मुस्लिम सेक्स स्टोरी! दोस्तों, मेरा नाम एंटोनियो है, मेरी उम्र 22 साल है और मैं यूके से हूँ!

दोस्तों मेरे पड़ोस में एक मुस्लिम परिवार रहता था जो बहुत अच्छा था, उनके दो बच्चे थे, एक बेटा और एक बेटी!

दोनों भाई-बहन का आपस में बहुत अच्छा व्यवहार रहता था, भाई छोटा था और बहन 24 साल की थी! दोनों देखने में खूबसूरत थे और हम मेरे भी अच्छे दोस्त हैं!

हम ज्यादातर एक साथ खेलते थे और उस दिन तक सब ठीक चल रहा था जब मेरी गेंद उनकी छत पर नहीं लगी!

यह वह दिन था जिसके बाद सब कुछ बदल गया और मैंने कुछ ऐसा देखा जो मेरे दिमाग से निकल नहीं सका!

अक्सर ये भाई-बहन अजीबोगरीब हरकतें करते थे जब इनके घरवाले नहीं होते, ये घर से बाहर नहीं निकलते या खेलने नहीं आते!

मुझे नहीं पता कि ये दोनों घर पर बहुत ज्यादा कहाँ रहते थे, लेकिन यह अजीब था!

हम अक्सर अपनी छत पर क्रिकेट खेलते थे, इसलिए एक दिन गेंद एक मुस्लिम लड़की के नाम शबरीन के घर चली गई!

हालाँकि अब तक कोई भी हिट नहीं करता था, लेकिन किस्मत मुझे वहाँ भेजना चाहती थी!

मैं उनके घर की छत पर गया, गेंद छत के कोने में थी, मैं गेंद के पास गया, तो मुझे नीचे से किसी की आवाज सुनाई दी!

मैं घबरा गया क्योंकि मुझे बताया गया कि घर पर कोई नहीं है!

मैंने अपना हाथ छत वाले गेट पर रखा जो बंद नहीं था बल्कि दरवाजा खुला था!

जब मैं सीढ़ियों से नीचे गया तो मुझे किसी की आवाज सुनाई दी!

जब मैं अपने निंजा के पैरों के साथ उसके कमरे की ओर गया, तो मैंने देखा कि शबरीन पूरी तरह से नग्न थी और उसका भाई नीचे नंगा पड़ा हुआ था!

वह कूद रही थी और अपने भाई के लंड पर चोद रही थी और उसका भाई उसके स्तन पकड़े हुए था!

शबरीन कह रही थी कि थोड़ा मजा तो आ रहा है ना?

छोटे भाई ने कहा हाँ दीदी को बहुत मज़ा आ रहा है और दोनों चोदने वाले थे !

उनके शरीर के आपस में टकराने की आवाज पूरे कमरे में आ रही थी।

मेरा बदन गर्म हो गया, शबरीन को नंगा देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया!

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जो लड़की इतनी गोरी, चिकनी और सुंदर है, वह लड़की मेरे सामने अपने भाई को बिना कपड़ों के चोद रही थी!

उसके स्तन बड़े और गोल थे, हवा में उछल रहे थे!

उसका गोरा शरीर लाल हो रहा था, उसका चेहरा लाल था, और उसका शरीर पसीने से लथपथ था!

मुझे लगा जैसे मर रहा हूं, लेकिन तभी उसके परिवार वालों ने दरवाजे की घंटी बजाई!

लेकिन दोनों भाई-बहनों को कोई फर्क नहीं पड़ा, शबरीन ने कहा, अम्मी अब्बू के पास आओ, जल्दी करो!

मुझे पता था कि वह बाहर आने वाली है, इसलिए मैं चुपचाप छत से निकल गया!

उधर मेरे दोस्त गाली देने लगे कि देर से मैंने बात घुमा दी कि गेंद कोने में छिप जाती है इसलिए मुझे समय लगता है!

लेकिन उस दिन मेरे दिमाग में वह दृश्य नहीं आया, मैं क्रिकेट में अच्छा था और उस दिन 3 बार 0 स्कोर पर आउट हुआ!

बार-बार वही हुआ, जिस तरह से वह सेक्स कर रही थी और घरवालों के आने पर बिल्कुल भी नहीं डरती थी, उससे साफ था कि वह लंबे समय से सेक्स कर रहा है!

अरे यार छत का दरवाज़ा बंद करना भूल गया, मुझे भी पता है, क्योंकि जब दरवाज़ा खुलता है तो आवाज़ नहीं होती

लेकिन बंद करते समय बहुत तेज आवाज आई, इसलिए मैं उसे खुला छोड़ कर भाग गया!

कुछ ही दिनों में लोकल क्रिकेट चैंपियन यानी मैं 0 पर आउट हो गया, मोहल्ले में फैल गई ये बात!

कोई भी इस पर विश्वास नहीं कर सकता था क्योंकि मैं क्रिकेट में अच्छा था और मुझे आउट करने वाला किड बॉलर था!

ये बात शबरीन तक पहुंची और वो भी हैरान, मेरे सामने आ गई!

मैं घबरा गया फिर आँखें मूँदने लगा, उसने कहा कि उस दिन क्या हुआ जो तीन-तीन बार आउट हुआ?

आँख मिलाने की हिम्मत नहीं हुई, मैंने कुछ नहीं कहा, बस गेंदबाज अच्छा था!

उसने कहा झूठ मत बोलो, गेंदबाज नया है और उसकी बेवकूफी भरी गेंदबाजी पर कोई आउट नहीं हुआ!

मैंने कहा अरे मुझे उसकी गेंद समझ में नहीं आई, मैंने नोटिस नहीं किया!

उसने कहा अच्छा, तुम्हारा ध्यान कहाँ था? आप क्या सोच रहे थे? आपके दिमाग में क्या चल रहा था?

वो मुझे घूरने लगी, मेरी हालत खराब थी, मेरा दिल तेजी से धड़क रहा था क्या कहूं?

क्या शबरीन को पता चला कि मैं उस दिन उसे देख रहा था?

क्या होता है इसके लिए अगला भाग पढ़ें

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लंड तो लेकर रहूंगी मैं https://sexstories.one/bur-me-lund-lekar-rahungi/ Mon, 25 Oct 2021 06:06:09 +0000 https://sexstories.one/?p=3117 मैंने सनी से कहा तुम देर मत करो जल्दी से तुम मेरी इच्छा पूरी कर दो। सनी ने भी अपने कपड़े खोल दिए उसका लंड ऊपर नीचे हो रहा था। जब सनी ने मेरे होठों को चूमना शुरू किया तो मेरे अंदर से गर्मी अधिक मात्रा में निकलने लगी, सनी ने जैसे ही मेरे स्तनों का रसपान किया...

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antarvasna, kamukta bur me lund sex मैं बहुत ही महत्वाकांक्षी महिला हूं मुझे जो चीज पसंद आ जाती है उसे में अपना बना कर ही छोडती हूं। मैं एक बार एक स्वीट शॉप में मिठाई लेने के लिए गई वहां पर मुझे एक गबरु जवान बहुत पसंद आया उसकी लंबाई लगभग 6 फुट के आसपास थी, उसे अपना बनाने की चाह मैंने अपने दिल में पल ली थी। मेरी चूत उसे लेकर बहुत प्यासी थी, उसका लंड मैं अपनी चूत में लेने के लिए तैयार बैठी थी मैं जानबूझकर उसकी शॉप में बार-बार जाने लगी ताकि उस लड़के से मेरी बातचीत हो सके लेकिन वह कभी-कभार ही मुझे वहां पर दिखाई देता था अधिकतर उसके पिताजी ही दुकान में होते थे। मैंने भी ठान ली थी कि उससे अपनी चूत की खुजली में मिटा कर ही रहूंगी मैंने उसका नाम पता करवा लिया उसका नाम सनी है। उसने ही मुझसे पहले बात की।

मैं सनी के पीछे एकदम हाथ धो कर पड़ गई थी और सनी को मेरे बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं था, मैं अपनी शादी से बिल्कुल भी खुश नहीं हूं मेरे पति बैंक में मैनेजर हैं और वह तो बिल्कुल भी रोमांटिक नहीं है यदि उनसे कभी भी कुछ प्यार की बातें करने की सोचो तो वह हमेशा ही अपना मुंह फेर लेते हैं और कहते हैं तुम्हें हमेशा यही सब सूझता रहता है तुम्हें पता है मैं अपने जीवन में कितनी मेहनत कर रहा हूं और उसी की वजह से हमारा घर चल पा रहा है। मैंने उनसे अब कुछ भी उम्मीद करना छोड़ ही दिया था लेकिन जब से मैंने सनी को देखा है उसके बाद से तो वह मुझे बहुत अच्छा लगने लगा मैं अधिकतर उसकी दुकान से ही मिठाई लेती थी।

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दिन मैं सनी की स्वीट शॉप में गई तो वहां पर सनी बैठा हुआ था जब मैंने पैसे कटवाए तो वह मुझे कहने लगा मैडम आप हमारी रेगुलर कस्टमर हैं मैं आपको हमेशा ही अपनी शॉप से मिठाई लेते हुए देखता हूं, मैंने सनी से कहा हां मैं अधिकतर आप की दुकान से ही मिठाई लेती हूं, सनी ने मेरा नाम पूछा मैंने सनी को अपना नाम बताया मैंने उसे कहा मेरा नाम शीला है और मैं यही पास में रहती हूं तुम्हारी दुकान की मिठाइयां मुझे अच्छी लगती है इसीलिए मैं तुम्हारी ही शॉप से हमेशा मिठाई लेकर जाती हूं।

सनी कहने लगा मैडम आप बहुत अच्छी बातें कर लेते हैं, मैंने सनी से कहा तुम भी दिखने में काफी अच्छे हो क्या तुम्हारी शादी हो चुकी है? सनी कहने लगा अभी शादी तो नहीं हुई है लेकिन मैं एक लड़की को पसंद करता हूं और उसी से मैं शादी करना चाहता हूं हम दोनों के बीच काफी समय से रिलेशन है और हम दोनों एक दूसरे को पसंद भी करते हैं। मैंने सनी से कहा क्या इस बारे में तुम्हारे माता-पिता को पता है? सनी मुझसे कहने लगा हां इस बारे में मैंने अपने माता पिता को बता दिया है और उन्हें लकी भी काफी पसंद है इसीलिए वह मेरी शादी उससे कराने को तैयार है लेकिन मुझे अभी कुछ और वक्त चाहिए, मैंने सनी से कहा तुम्हें किस चीज के लिए वक्त चाहिए तुम्हारी शॉप तो काफी अच्छी चलती है और मुझे जहां तक जानकारी है कि तुम अपने घर में इकलौते हो, सनी कहने लगा अपने घर में तो मैं एकलौता हूं लेकिन मैं अभी कुछ समय और चाहता हूं।

मैंने सनी से कहा मैं भी चलती हूं फिर कभी फुर्सत में हम लोग बात करेंगे जैसे ही मैं दुकान से बाहर जाने वाली थी तभी सनी ने मुझे आवाज दी और कहां मैडम आप हमारे शॉप से कार्ड लेकर चले जाइए यदि आपको कभी भी कुछ मंगवाना हो तो आप मंगवा सकती हैं, मैंने सनी से कहा ठीक है आप मुझे अपना कार्ड दे दीजिए, सनी ने मुझे अपना कार्ड दिया और उसी कार्ड में सनी का नंबर भी था मेरे लिए तो यह बहुत खुशी की बात थी कि सनी का नंबर मुझे मिल चुका था और मैं अब सनी से मैसेज में बात करने लगी सनी से जब भी मैं मैसेज में बात करती तो वह मुझसे ज्यादा बातें नहीं करता था और उसका ज्यादा रिप्लाई भी नहीं आता। एक दिन मैंने सनी को फोन कर दिया और सनी से कहा क्या आज तुम अपनी शॉप पर हो?

सनी कहने लगा नहीं शीला जी मैं आज कहीं बाहर गया हुआ हूं आप दूसरे नंबर पर फोन कर लीजिए। मैंने कहा ठीक है मैं दूसरे नंबर पर फोन कर लेती हूं लेकिन यह तो सिर्फ मेरा एक बहाना था मुझे सिर्फ सनी से बात करनी थी उस दिन के बाद तो सनी से मेरी अक्सर फोन पर बातें होने लगी सनी और मेरे बीच में जितनी भी बातें होती मुझे बहुत अच्छा लगता मैंने सनी को अपने बारे में सब कुछ बता दिया था मैंने सनी से कहा मैं अपनी शादीशुदा जीवन से बिल्कुल भी खुश नहीं हूं क्योंकि मेरे पति मुझ पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते।

एक दिन सनी और मैं फोन पर बात कर रहे थे मैंने सनी से पूछा क्या तुम अपनी गर्लफ्रेंड से बहुत ज्यादा प्यार करते हो? सनी कहने लगा हां मैं उससे बहुत ज्यादा प्यार करता हूं इसीलिए तो इतने वर्षों से हम दोनों के बीच रिलेशन है। मैंने सनी से कहा क्या तुम दोनों के बीच में कभी भी सेक्स संबंध बने हैं। सनी मुझसे कहने लगा आप यह किस प्रकार की बातें कर रहे हैं, मैंने सनी से कहा यदि तुम्हें यह बात बुरी लग रही है तो हम लोग कुछ और बात कर लेते हैं। सनी कहने लगा नहीं ऐसी कोई बात नहीं है मैंने सनी से दोबारा पूछा क्या तुम्हारे बीच में कभी सेक्स संबध बने हैं।

वह कहने लगा हां मेरे और मेरी गर्लफ्रेंड के बीच में बहुत बार सेक्स हुआ है, मैंने सनी से अपनी इच्छा भी जाहिर की और उसे कहा क्या तुम मेरी इच्छा भी पूरी कर सकते हो ? सनी कहने लगा नहीं मैडम मैं सिर्फ अपनी गर्लफ्रेंड से ही प्यार करता हूं और उसी के साथ रिलेशन में हूं। उस दिन तो मैंने फोन रख दिया लेकिन कुछ दिनों बाद में उसे अपनी नंगी तस्वीरें भेजने लगी जब मैं उसे अपनी नंगी तस्वीर भेजती तो वह मुझे कोई भी रिप्लाई नहीं करता। सनी भी अपने आपको कितने दिनों तक रोकता आखिरकार वह मेरे बदन पर फिसल गया। एक दिन सनी का फोन मुझे आया और कहने लगा क्या आप घर पर ही हैं? मैंने उसे कहा हां मैं घर पर ही हूं सनी उस दिन मेरे घर पर आ गया।

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जब वह घर पर आया तो सनी मुझे कहने लगा शीला जी आपकी नंगी तस्वीर देखकर मैं अपने आपको ज्यादा समय तक नहीं रोक पाया आपने मेरे अंदर की सेक्स भावना को जगा कर रख दिया है। मैंने सनी से कहा सनी मैं तो तुम्हारे लिए कब से तड़प रही हूं हम दोनों को ज्यादा देरी नहीं करनी चाहिए। मैंने सनी के सामने अपने कपड़े खोल दिए मै सनी के सामने एकदम नंगी खड़ी थी। जब सानी ने मेरे नंगे बदन को अपने हाथों से छुआ तो मेरे अंदर जैसे करंट सा दौड़ने लगा, सनी मुझे कहने लगा आपका बदन तो बड़ा ही गजब का है।

मैंने सनी से कहा तुम देर मत करो जल्दी से तुम मेरी इच्छा पूरी कर दो। सनी ने भी अपने कपड़े खोल दिए उसका लंड ऊपर नीचे हो रहा था। जब सनी ने मेरे होठों को चूमना शुरू किया तो मेरे अंदर से गर्मी अधिक मात्रा में निकलने लगी, सनी ने जैसे ही मेरे स्तनों का रसपान किया तो मैंने भी सनी से कहा मैं तुम्हारे लंड को चूसना चाहती हूं। मैंने सनी के लंड को बहुत देर तक सकिंग किया जब उसके लंड से पानी बाहर निकल आया तो मैंने उसे कहा तुम अब मेरी चूत की गहराइयों में अपने लंड को डाल दो।

उसने जैसे ही मेरी चूत के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवाया तो मेरी योनि पूरी तरीके से गीली हो चुकी थी मेरी योनि से बहुत अधिक मात्रा में पानी बाहर की तरफ निकल रहा था सनी उसका बखूबी इस्तेमाल कर रहा था। वह मेरी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को करता जाता उसने काफी देर तक मेरे साथ संभोग किया, जब मैं पूरी तरीके से उत्तेजित हो गई तो मेरे मुंह से सिसकियां निकलने लगी। उन सिसकिंयो के बीच में सनी का वीर्य पतन मेरी योनि में हो गया, हम दोनों ने एक दूसरे के साथ बहुत अच्छे से संभोग किया। मैंने कभी कल्पना नहीं की थी कि सनी के साथ में इतने अच्छे से सेक्स संबंध बना पाऊंगी उसने मेरी इच्छा को बखूबी पूरा किया।

जिस प्रकार से हम दोनों ने एक दूसरे के साथ सेक्स का आनंद लिया मुझे बहुत ही खुशी हुई।

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पता नहीं कैसे हुयी चुदाई https://sexstories.one/mama-ke-ladke-ne-ki-meri-chudai/ Thu, 01 Jul 2021 04:20:48 +0000 https://sexstories.one/?p=3867 मेरा नाम रीता है और मैं 26 वर्ष की मुंबई की रहने वाली होती हूं। मैं खुले विचारों की लड़की हूं। मैं जब अपने कॉलेज में पढ़ती थी तब से मैं एक बिंदास लड़की हूं ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मेरा नाम रीता है और मैं 26 वर्ष की मुंबई की रहने वाली होती हूं। मैं खुले विचारों की लड़की हूं। मैं जब अपने कॉलेज में पढ़ती थी तब से मैं एक बिंदास लड़की हूं और अपना जीवन खुद ही अपने तरीके से जीती हू। मेरे घर वालों ने भी मुझे कभी किसी चीज के लिए मुझ पर पाबंदी नहीं लगाई। मैं नाइट लाइफ को जीना बहुत ही पसंद करती हूं और मेरे ऑफिस के जितने भी दोस्त हैं हम सब लोग जमकर पार्टी किया करते हैं और मेरे कॉलेज के पुराने दोस्त जब भी मुझे मिलते हैं तो हम लोग अक्सर शराब पीने एक बार में जाते हैं। मुझे शराब पीने का बहुत ही शौक है और मैं हमेशा ही शराब पीती हूं।

क्योंकि मुझे उस की लत लग चुकी है लेकिन मेरे पिताजी को यह बात नहीं पता। यदि मेरे पापा को यह बात पता होती तो वह मुझ पर बहुत गुस्सा करते और ना ही यह बात मेरी मां को पता है। मैं अपने घर में एक लौती लड़की हूं। शायद इसी वजह से मैं इतनी बिगड़ गई हूं लेकिन मुझे फिर भी कभी भी अपनी इस चीज मैं कुछ गलत नहीं लगा और मुझे हमेशा ही ऐसा लगता है कि मैं अपनी लाइफ अपने तरीके से ही जीऊ। मैं जिस कंपनी में जॉब करती हूं वह कंपनी एक बहुत ही बड़ी कंपनी है और वहां पर मुझे जॉब करते हुए काफी समय हो चुका है।

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एक दिन मेरे मामा का मुझे फोन आया और मुझे कहने लगे कि हमारे लड़के का भी कहीं पर जॉब के लिए देख लो। मेरे मामा के लड़के का नाम शोभित है। उसने इसी वर्ष अपनी पढ़ाई पूरी की है तो मैंने उन्हें कहा कि मैं उसके लिए ऑफिस में जॉब देख लूंगी। आप मुझे उसका रिज्यूम भेज दीजिए। उन्होंने मेरा नंबर शोभित को दे दिया और शोभित नके अगले दिन मुझे फोन किया क्योंकि उसकी और मेरी बात इतनी ज्यादा नहीं होती वह बहुत ही शर्मीला नेचर का है और कम बात करता है। वह मुझसे छोटा भी है इस वजह से शायद वह मुझसे बात नहीं करता।

जब शोभित ने मुझे फोन किया तो मैंने उसे बताया कि तुम मुझे अपना रिज्यूम भेज देना और मैं तुम्हारा अपने ऑफिस में कहीं ना कहीं पर करवा दूंगी। अब उसने मुझे अपना रिज्यूम भिजवा दिया और मैंने अपने बॉस से इस बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि हमारे यहां पर 1 वैकेंसी खाली है तो तुम उसे बुला देना, मैं उसका इंटरव्यू ले लूंगा। अब मैंने उसे अपने ऑफिस में बुला लिया और अपने बॉस से मिलवाया।

मेरे बॉस ने उसे काम पर रख लिया। अब वह भी हमारे ऑफिस में ही काम करने लगा लेकिन वह मुझसे कम ही बात किया करता था। वह अपने काम में ही लगा रहता था और उसके बाद सीधा अपने घर चला जाता था। मैंने एक दिन शोभित से इस बारे में पूछा की क्या तुम मुझसे शर्माते हो। तो वह कहने लगा कि नहीं मैं तुमसे नहीं शर्माता। बस मैं ऐसे ही कम ही बात करता हूं। मैंने उसे कहा कि तुम कभी पार्टियों में भी जाते हो या सिर्फ घर में ही रहते हो। वह कहने लगा कि मुझे ऐसा कुछ शौक नहीं है।

मैं सिर्फ घर में रहना ही पसंद करता हूं लेकिन अब मैंने उसे कहा कि तुम कभी हमारे साथ भी पार्टी में चलो तो तुम्हें अच्छा महसूस होगा और तुम्हारा फ्रेंड सर्कल भी बढ़ने लगेगा। नहीं तो तुम घर में ही रहोगे। अब वह मुझे कहने लगा ठीक है मैं आज तुम्हारे साथ चलता हूं। रात को हम लोग क्लब में चले गए और वहां हमने जमकर शराब पी। जब उसने मुझे शराब पीते हुए देखा तो वह कहने लगा क्या तुम ड्रिंक भी करती हो।

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मैंने उसे कहा मैं तो हमेशा ही ड्रिंक करती हूं। मुझे तो कई वर्ष हो चुके हैं शराब पीते हुए। मैंने उसे पूछा क्या तुम ड्रिंक नहीं करते। वह मुझे कहने लगा नहीं, मैंने आज तक कभी भी नहीं की है। इसलिए मैंने उसे ज्यादा फोर्स नहीं किया और वह हमारे साथ बैठकर इंजॉय कर रहा था और चुपचाप एक जगह पर बैठा हुआ था। अब हम लोग घर चले गए मुझे ज्यादा नशा हो गया था। इसलिए शोभित ने मुझे घर पर छोड़ा और उसके बाद वह अपने घर चला गया। अब ऐसे ही शोभित ऑफिस में आ जा रहा है और मैं भी ऑफिस में जाती। अब धीरे-धीरे वह मुझसे बात करने लगा और हम दोनों की बातें होने लगी।

एक दिन मैंने उससे पूछा तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं। वह कहने लगा हां मेरी एक गर्लफ्रेंड है और मैं उससे फोन पर बात किया करता हूं। मैंने उसे कहा यह तो बहुत ही अच्छी बात है। कभी तुम मुझे भी उससे मिलवा दो। उसने कहा क्यों नहीं, मैं तुम्हें उससे जरूर मिलवा दूंगा। अब धीरे-धीरे वह मुझसे खुलने लगा था और हमारी बातें भी काफी होने लगी थी। मैं अब उसे अपने साथ पार्टियों में भी ले जाती थी और वह भी मेरे साथ पार्टी में आने लगा लेकिन वह शराब नहीं पीता था।

एक दिन हम लोग ऑफिस से जल्दी फ्री हो गए और हम सब दोस्तों ने प्लान बनाया कि हम लोग पब में चलते हैं। जब हम लोग पब में गए तो हम ने जमकर शराब पी लेकिन उस दिन मुझे कुछ ज्यादा ही शराब चढ़ चुकी थी। शोभित भी मुझे मना कर रहा था कि तुम इतनी शराब मत पियो तुम्हें बहुत नशा हो चुका है लेकिन मुझे उस दिन कुछ ज्यादा ही नशा हो गया। जब हम लोग वहां से अपने घर के लिए निकले तो मैं अच्छे से चल भी नहीं पा रही थी। शोभित मुझे मेरे घर तक छोड़ने आया और वह मुझे मेरे कमरे के अंदर छोड़ने आया लेकिन  मैंने उसे कसकर पकड़ लिया। मैने अपने स्तनों पर उसके मुंह को लगा दिया।

जैसे ही मैंने ऐसा किया तो उसका लंड भी खड़ा हो गया और उसने मेरे कपड़े खोल दिए। जब उसने मेरे कपड़े उतार दिए तो वह मेरे बदन को देख कर रह नहीं पा रहा था। उसने तुरंत अपने लंड को बाहर निकालते हुए मेरे मुंह के अंदर डाल दिया। जब उसने अपने लंड को मेरा मुंह में डाला तो मैंने उसे अच्छे से सकिंग करना शुरू कर दिया। मै बहुत ही अच्छे से उसके लंड को चसे जा रही थी। वह बहुत ही खुश हो रहा था और कहने लगा तुम तो बहुत ही अच्छे से मेरे लंड को अपने मुंह में ले रही हो।

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मैंने अपने दोनों पैरों को चौड़ा करते हुए उसे कहा कि तुम मेरी चूत मारो। उसने जैसे ही अपने मोटे और सख्त लंड को मेरी योनि के अंदर डाला तो उसे बहुत ही मजा आ गया। अब वह मेरे दोनों पैरों को पकड़कर मुझे बहुत तेजी से चोदने लगा। वह इतना तेज चोद रहा था कि मेरा पूरा शरीर टूट रहा था और मुझे ऐसा लग रहा था शोभित मेरी चूत का भोसड़ा बना देगा।

उसने मुझे इतनी तेज धक्के मारे कि मेरा शरीर पूरा हिल रहा था और वह मेरे स्तनों को अपने मुंह में लेकर उनका रसपान किए जा रहा था। कुछ समय बाद उसने मेरे होठों को भी बहुत अच्छे से चूसा और मुझे बड़ी तेजी से उसने धक्का देना शुरू किया। अब उसने मुझे अपने ऊपर बैठा दिया और जैसे ही उसने मेरी योनि में लंड डाला तो मैं चिल्ला उठी। वह बड़ी तेजी से झटके मारने पर लगा हुआ था। कुछ समय बाद मैंने भी अपने चूतडो को ऊपर नीचे करना शुरू कर दिया।

जब मैं अपने चूतडो को ऊपर नीचे करती जाती तो मुझे भी बहुत मजा आ रहा था और उसे भी बहुत ही मजा आ रहा था। वह बहुत ज्यादा खुश था वह कह रहा था कि तुम्हें चोदना में तो मुझे अलग ही तरीके की अनुभूति हो रही है जिससे कि मुझे बहुत मजा आ रहा है। वह मुझे बड़ी तीव्रता से धक्के दिए जा रहा था जिससे कि मेरी पूरी चूतड लाल हो चुकी थी। उसने मेरे स्तनों पर अपने दांत भी मार दिए थे जिससे कि मेरे स्तनों से खून भी निकलने लगा था। लेकिन मुझे उतना ही मजा आता जितना वह मुझे चोदता।

अब उसने अपनी स्पीड को ज्यादा ही बढ़ा लिया। जब उसने अपनी गति को तेज किया तो मेरे चूतड़ों पर कुछ ज्यादा ही दर्द होने लगा और मेरी योनि से खून टपकने लगा। क्योंकि मेरी योनि बुरी तरीके से छिल चुकी थी और उसका लंड भी बहुत बुरी तरीके से छिल चुका था क्योंकि मेरी योनि बहुत ही ज्यादा टाइट है। उसे अब इतना मजा आ रहा था कि उसने मुझे बड़ी तेजी से धक्का मारना शुरु किया थोड़ी देर में मेरी योनि से कुछ ज्यादा ही गर्मी निकलने लगी और उसने अपने वीर्य को मेरी योनि के अंदर ही गिरा दिया।

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ऑफिस के बगल वाले रेस्टोरेंट में https://sexstories.one/office-ke-bagal-me-chudai/ Thu, 15 Apr 2021 09:01:31 +0000 https://sexstories.one/?p=2851 मेरा नाम मनोज है मैं बेंगलुरु का रहने वाला हूं, मेरी उम्र 28 वर्ष है और मैं एक कंपनी में नौकरी करता हूं। मैं जिस कंपनी में नौकरी करता हूं उसमें काम करते हुए मुझे ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मेरा नाम मनोज है मैं बेंगलुरु का रहने वाला हूं, मेरी उम्र 28 वर्ष है और मैं एक कंपनी में नौकरी करता हूं। मैं जिस कंपनी में नौकरी करता हूं उसमें काम करते हुए मुझे बहुत समय हो चुका है। मेरे बड़े भैया भी नौकरी करते हैं और वह भी एक अच्छी कंपनी में जॉब पर हैं। मेरे पिताजी अब रिटायर हो चुके हैं इसलिए वह घर पर ही रहते हैं और ज्यादा समय अपना घर पर ही बिताते हैं।

वह और मेरी मम्मी अक्सर कहीं ना कहीं घूमने के लिए चले जाते हैं, कई बार मेरे पिताजी मेरे रिश्तेदारों के घर चले जाते हैं और वह उनसे मिलकर बहुत खुश होते हैं क्योंकि जब वह नौकरी में थे तो उस वक्त वह किसी से भी मिल नहीं पाते थे। मैं अपने काम के सिलसिले में ही बिजी रहता हूं इसलिए मैं अपने भैया से भी ज्यादा बात नहीं कर पाता और वह भी शाम के वक्त ही अपने ऑफिस से लौटते हैं इसलिए हम दोनों भाई एक दूसरे को बहुत कम समय दे पाते हैं।

एक दिन मेरे भैया मुझे कहने लगे कि मेरे दोस्त राकेश की बहन के लिए तुम अपने ऑफिस में यदि कोई काम देख लो तो अच्छा रहेगा। मैंने उनसे कहा कि आप मुझे उसका रिज्यूम दे दीजिए मैं अपने ऑफिस में बात कर लूंगा यदि हमारे ऑफिस में वैकेंसी हुई तो मैं आपको सूचित कर दूंगा क्योंकि मैं भैया के दोस्त को भी अच्छे से जानता था लेकिन मैं कभी भी उसकी बहन से नहीं मिला था।

एक दिन हमारे बॉस कहने लगे कि यदि तुम्हारे नजर में कोई लड़की डाटा एंट्री के लिए मिल जाए तो अच्छा रहेगा,  मैंने इस बारे में अपने भैया से बात की तो वह कहने लगे कि मैं राकेश से बात कर लेता हूं, मैं उससे बात करके उसकी बहन को कल तुम्हारे पास ऑफिस में भेज दूंगा। मेरे भैया ने अपने दोस्त से बात कर ली और उन्होंने अगले दिन अपनी बहन को मेरे ऑफिस में भेज दिया।

जब वह मुझसे मिली तो मुझे वह बहुत अच्छी लगी, उसका नाम राधिका है। मैंने उससे अपने बॉस से मिलवाया और मेरे बॉस ने उसे काम पर रख लिया, अब राधिका हमारे ही ऑफिस में काम करने लगी थी इसलिए मेरी बात उससे हो जाती थी। मैं जब राधिका के साथ बैठा होता तो मैं उससे उसके बारे में पूछ लेता हूं।

मैंने उससे पूछा कि क्या तुमने इससे पहले कहीं नौकरी की थी, वह कहने लगी कि मैं इससे पहले कहीं भी नौकरी नहीं कर रही थी,  मेरे कॉलेज के खत्म होने के बाद मैं काफी समय से घर पर थी इसलिए मुझे लगा कि मुझे कहीं पर कोई काम कर लेना चाहिए। मैंने राधिका से पूछा कि क्या तुम मेरे भैया को जानती हो तो वह कहने लगी कि हां वह कभी कबार हमारे घर पर आ जाते हैं क्योंकि मेरे भैया और उनके बीच में बहुत अच्छी दोस्ती है।

मैं भी राधिका के भैया से कई बार मिल चुका हूं। राधिका और मेरे बीच में अब बहुत बातें होने लगी थी और उसके साथ समय बिताना  मुझे अच्छा लगता था। एक बार हमारे ऑफिस के सब दोस्तों ने प्लान बनाया की हम लोग किसी दिन आउटिंग पर बाहर चलते हैं, शनिवार के दिन हमारी छुट्टी जल्दी हो जाती है इसलिए हम सब ने उस दिन फैसला किया कि हम लोग कहीं घूमने चलते हैं।

राधिका भी हमारे साथ में ही थी क्योंकि हमारे ऑफिस के सामने ही एक नया रेस्टोरेंट खुला था और उनसे हमारे बहुत ही अच्छे संबंध बन चुके थे तो हम जब भी कोई पार्टी करते थे तो उनके वहां पर ही हम लोग पार्टी करते थे। वह हमारे लिए बहुत ही अच्छे से व्यवस्था करते थे इसलिए हम लोग अक्सर वही पर जाते थे। जब हम लोग रेस्टोरेंट में सब लोग साथ में बैठे हुए थे और हमारे बॉस भी उस दिन हमारे साथ ही थे क्योंकि वह भी हमेशा कहते थे कि जब भी समय मिले तो तुम लोग बाहर चले जाया करो, हम लोगों ने उस दिन सोचा कि क्यों ना हम अपने बॉस को भी अपने साथ ले जाएं और उस दिन सब लोग आपस में बैठकर बातें कर रहे थे और एक दूसरे के बारे में जान रहे थे।

सब लोग अपने अपने बारे में कुछ न कुछ नई जानकारियां दे रहे थे और मैंने भी उस दिन अपने बारे में बताया, मैंने उस दिन राधिका को सबके सामने प्रपोज कर दिया और सब लोग बहुत जोर जोर से तालियां बजाने लगे। राधिका भी शर्माने लगी थी क्योंकि राधिका के दिल में भी मेरे लिए कुछ तो चल रहा था। मैंने उसे सबके सामने प्रपोज कर दिया तो वह शरमा गई।

जब उससे हमारे बॉस ने पूछा क्या तुम भी मनोज से अपना रिलेशन आगे बढ़ाना चाहती हो तो उसने हां कह दिया, अब हम दोनों की ही हां हो चुकी थी। अब हमें जब भी समय मिलता तो हम दोनों ही उस रेस्टोरेंट में आकर बैठ जाया करते थे। मैंने एक दिन राधिका से पूछा क्या तुमने अपने भैया को इस बारे में बताया है तो वह कहने लगी, मैंने अभी अपने रिलेशन के बारे में किसी को भी नहीं बताया है। उस रेस्टोरेंट के जो ओनर थे वह मुझसे बहुत ही अच्छे से परिचित हो गए थे।

उनके और मेरे बीच में एक दोस्ताना रिलेशन बन चुका था इसलिए मैं जब भी राधिका को वहां ले जाता तो वह बहुत ही अच्छे से हमें ट्रीट करते थे। हमारे रिलेशन के बारे में किसी को भी हमने नहीं बताया था,  सिर्फ हमारे ऑफिस में ही सबको हमारे रिलेशन के बारे में पता था। मेरे बॉस हमेशा ही मुझे छेड़ते रहते थे और कहते कि तुम दोनों का रिलेशन कैसा चल रहा है, मैं उन्हें कहता कि हमारा रिलेशन तो अच्छा चल रहा है।

वह बहुत ही मजाक किया करते है और जिस प्रकार से वह हम दोनों से बात करते थे हम दोनों ही उन्हें देखकर हंस पड़ते हैं। एक दिन मै राधिका को अपने साथ अपने ऑफिस के बगल वाले रेस्टोरेंट में ले गया। जब वह मेरे साथ बैठी हुई थी तो उस दिन उसने लाल रंग की लिपस्टिक लगाई हुई थी जिसे देख कर मेरा पूरा मूड खराब होने लगा। मैंने उसकी जांघों पर हाथ रख दिया।

मुझसे बिल्कुल भी उससे बर्दाश्त नहीं हो रहा था इसलिए मैंने रेस्टोरेंट के ओनर से बात की वह कहने लगे कि तुम मुझ से चाबी ले जाओ और अंदर एक कमरा है वहां पर कुछ देर के लिए बैठ जाओ। जब मैं उस कमरे में गया तो मैंने तुरंत अपने लंड को बाहर निकालते हुए राधिका के मुंह में डाल दिया और वह बहुत अच्छे से मेरे लंड को चूस रही थी। राधिका ने कुछ देर तक मेरे लंड को चूसा। मैंने उसके बाद उसके होठो को किस करना शुरू कर दिया और काफी देर तक उसके होठों को मैं किस करता रहा।

मैंने उसे वही जमीन पर लेटा दिया और उसके कपड़े खोल दिए। जब मैंने उसके कपड़े खोले तो मैं उसकी योनि को चाटने लगा। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था जब मैं राधिका की चूत को चाट रहा था उसकी योनि से बहुत ज्यादा पानी बाहर निकल रहा था। मैंने जब अपने लंड को उसकी योनि में डाला तो जैसे ही मेरा लंड उसकी योनि में गया तो वह चिल्ला उठी। उसने अपने दोनों पैरों को खोल लिया मुझे बहुत अच्छा लग रहा था जब मैं उसकी चूत मार रहा था।

मैंने उसके दोनों पैरों को खोला और बड़ी तेज गति से धक्के लगाए। मैंने  राधिका को इतने तेज धक्के मारे जैसे ही राधिका की योनि में मेरा माल गया तो मुझे बहुत अच्छा महसूस होने लगा। मैंने अपने लंड को बाहर निकालते हुए राधिका मुंह में डाल दिया और वह बहुत अच्छे से मेरे लंड को चूसने लगी। काफी देर तक उसने ऐसा ही किया लेकिन मेरा दोबारा से मन हो गया मैंने उसे घोड़ी बनाते हुए चोदना शुरू कर दिया। जब मेरा लंड राधिका की योनि में जाता तो उसे बहुत अच्छा लगता और वह मेरा पूरा साथ दे रही थी। मैं उसे बड़ी तीव्र गति से चोद रहा था जिससे कि मेरा पूरा शरीर गर्म होने लगा था और मुझे बहुत अच्छा लगने लगा।

वह भी अपने चूतडो को मुझसे मिला रही थी और उसकी नरम और मुलायम चूतडे मुझसे टकराती तो बहुत अच्छा महसूस होता। मैं ज्यादा देर तक उसकी चूत को नही झेल पाया और जैसे ही मेरा माल गिरा तो मैंने तुरंत अपने लंड को उसकी चूत से निकाल लिया। हम दोनों ने जल्दी से अपने कपड़े पहन लिए और उसके बाद मैंने रेस्टोरेंट के मालिक शुक्रिया कहा और हम दोनो वहा से अपने ऑफिस चले गए। मेरा मन जब भी राधिका को चोदने का होता है उसे वही लेकर जाता हूं और उन्हें उसके बदले कुछ पैसे दे दिया करता हू।

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कॉलेज प्रोफेसर और मेरी अन्तर्वासना https://sexstories.one/college-ki-chudai/ Thu, 31 Dec 2020 00:02:11 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%95%e0%a5%89%e0%a4%b2%e0%a5%87%e0%a4%9c-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%ab%e0%a5%87%e0%a4%b8%e0%a4%b0-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%85%e0%a4%a8/ हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम नीरज है और मैं भी आप लोगों की तरह Hindi Sex Kahaniyan का एक पाठक हूँ | आज मैंने आप लोगों के सामने अपनी एक सच्ची घटना लेकर आया हूँ | ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम नीरज है और मैं भी आप लोगों की तरह Hindi Sex Kahaniyan का एक पाठक हूँ | आज मैंने आप लोगों के सामने अपनी एक सच्ची घटना लेकर आया हूँ | चलिए अब ज्यादा टाइम न जाया करते हुए सीधा कहानी पर आता हूँ | दोस्तों ये घटना तब की है जब मैं कॉलेज में पढता था | college ki chudai

हमे जो टीचर इंग्लिश पढ़ाती थी वो शादीशुदा तो हैं ही पर मुझे पता चला की उनके पति बिज़नस के सिलसिले में अक्सर अफ्रीका में रहते हैं तो वो घर कम ही आते थे | मेरी टीचर का नाम मीना था और उनक फिगर मस्त था |

उनके दूध काफी बड़े थे | college ki chudai

ये तो हो गयी मैडम की तारीफ़ | अब आता हूँ बता पर | एक दिन की बात है मैडम का पीरियड था और मैडम पढ़ा रही थी | उस दिन क्लास में ही मैं मोबाइल में पोर्न देख रहा था | मैडम ने देख लिया और स्टाफ रूम में बुलाया |

मैं काफ़ी डर गया था कि यार अब क्या होगा ? college ki chudai

मैडम मुझे डाटेंगी तो नही ? कहीं ससपेंड न कर दे या डीन सर से न शिकायत कर दे | यही सब ख्याल मेरे दिमाग में आने लगे थे | फिर मैं डरते डरते मीना मैडम के पास गया | मीना मैडम ने मुझसे पूछा कि तुम ये क्या कर रहे थे ? तो मैंने मैडम से कहा कि सॉरी मैडम आगे से ऐसा नही करेंगे | वो बोलीं देखो बेटा ये सब अच्छी हरकते नही है | मैंने कोशिश की वो मान जायें तो उन्होंने कहा कि मैं तुम्हे एक ही शर्त पर माफ़ करुँगी | मेरे पूछने पर उन्होंने कहा कि तुम मेरे घर आना तब बताउंगी | मैंने ओके और सॉरी कहा फिर वापस अपनी क्लास में आ गया |

कॉलेज से क्लासेज ओवर होने के बाद मै घर गया और कपडे बदल कर मीना मैडम के घर गया |

मैडम का घर थोड़ी दूर पर था | college ki chudai

मैंने ऑटो पकड़ा और मीना मैडम के घर पहुंचा | मैंने दरवाजा खटखटाया तो मैडम ने दरवाजा खोला और मुझे अन्दर बुलाया | मुझे पता था लेकिन फॉर्मेलिटी के लिए मैंने उनसे पूछा कि आपके पति नही है क्या ?

तो उन्होंने बताया कि वो बिज़नस के सिस्लिये में अफ्रीका गये हुए हैं इसलिए कम ही घर आना हो पाटा है | फिर मैंने उनसे पूछा कि मैडम आपको मुझसे क्या बात करनी है ? वो बोलीं कि मैं बता तो दूँ पर तुम्हे ये बात राज  रखना पड़ेगा | तो मैंने कहा ठीक है मैडम मैं आपकी कही हुई बात किसी को नही बताऊंगा पर बात क्या है ?

अब वो बोलीं की मुझे तुम्हारा लंड चाहिए |

मेरी तो जैसे गांड ही फट गयी | अचानक से किसी की टीचर उससे उसका लंड मांग ले तो ये किसी के साथ भी होगा | मैंने बोला मैडम आप क्या बोल रही हैं ? वो बोलीं की मैंने देखा था तुम्हारी पैंट को जब तुम क्लास में पोर्न देख रहे थे |

तुम्हारा लंड काफी बडा है इस बात का अंदाजा मुझे उसी वक़्त हो गया था | मैंने सोचा की अब कोई चारा भी नही है और मेरा भी लंड खडा है तो क्यूँ न मौके का फायदा ले लिया जाये | मैं मान गया |

अब हम दोनों ने एक दूसरे को सीने से लगा लिए और एक दूसरे को रगड़ने लगे | college ki chudai

उसके बाद मैंने उसके होंठ में अपने होंठ रख दिए और उसके होंठ को चूसते हुए दूध भी मसलने लगा | वो भी मेरा साथ देते हुए मेरे होंठ को चूसने लगी और मेरा लंड को जीन्स के ऊपर से ही मसलने लगी |

फिर मैंने उसके गाउन को उतार दिया और ब्रा के ऊपर से जोर जोर से दूध को दबाने लगा तो वो आआ आह्ह हह ह ह्ह्ह ह्ह्ह्ह हह ह्ह्ह ह्ह्ह हह ह हाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्करिया लेने लगी |

मैंने उसके ब्रा को उतार दिया और उसके दोनों दूध को अपने मुंह में ले कर चूसने लगा जोर जोर से मसलते हुए | वो भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहा आअहाअ अहहहा हहहाआअ अहह हाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मेरे सिर के बालो को सहलाने लगी |

फिर उसने मुझे पूरा नंगा कर दी और अपने घुटनों के बल बैठ कर मुझे सोफे पर बैठा दिया | college ki chudai

फिर उसने मेरे लंड को अपने हाँथ से ले कर हिलाने लगी और फिर अपनी जीभ से चाटने लगी तो मेरे मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्करिया निकलने लगी |

मीना मैडम ने मेरे लंड को चाट चाट कर गीला कर दिया और फिर अपने मुंह में लंड डाल कर ऊपर नीचे करते हुए चूसने लगी और अपने एक हाँथ से मेरी छाती पे हाँथ फेरने लगी | मैं भी आँख बंद कर के आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया ले रहा था |

Desi Chudayi desibahu ki kahaniya

उसके बाद मैंने उसी सोफे पर बैठा दिया उसको और उसकी टाँगे  चौड़ी कर के उसकी चूत पर अपनी जीभ से रगड़ते हुए चाटने लगा और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मचलने लगी |

मैं उसकी चूत को चाटते हुए चूत के दाने को होंठ से दबा कर खींच खींच कर चूसने लगा… college ki chudai

तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहा आअहाअ अहहहा हहहा आह्ह्ह हह हह ह ह्ह्ह ह्ह्ह ह आअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मेरे सिर को अपनी चूत पर दबाने लगी | उसके बाद मैंने उसकी चूत को अपनी ऊँगली से चोदना चालू कर दिया तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपनी गांड मटकाने लगी |

फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत पे रगड़ते हुए अन्दर डाल दिया और शॉट लगाते हुए चोदने लगा | वो भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए चुदवाने लगी |

फिर मैंने अपनी चुदाई की स्पीड बढ़ा दिया.. college ki chudai

और जोर जोर से धक्के मारते हुए चोदने लगा तो वो भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपनी गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी |

उसके बाद मैंने उसे घोड़ी बना दिया और उसके पीछे जा कर अपने लंड पर थूक कर फिर से उसकी चूत में रगड़ते हुए अन्दर डाल दिया और चोदने लगा आराम से और वो भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए चुदाई के मजे ले रही थी |

अब मैं रफ़्तार बढ़ाते हुए जोर जोर से धक्के मारते हुए मीना मैडम को चोदने लगा… college ki chudai

तो वो भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अह हहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआ आःह्ह हह ह ह्ह्ह्हह हह ह ऊऊऊऊईइ ईईईई ईईई ईई ई आउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहा हह ह्ह्ह ह्ह्ह्ह ह्ह्ह्ह हह ह हूऊउ ऊऊऊऊईई इ ईई ईईईइ ईई ईई ईई ईई इ इ ईईई आःह्ह ह ह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हह्ह ह्ह्ह्हह्ह ऊईईई आःह्ह ह्ह्ह ह्ह्ह्ह ह्ह्ह्ह आह्ह आःह आहआ अहा करते हुए अपनी गांड आगे पीछे करते हुए चुदवाने लगी |

फिर उसने मेरे लंड को अपने मुंह में डाला और चूसने लगी | मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसके मुंह के अन्दर ही माल झड़ा दिया और उसने पी भी लिया |

उसके बाद से हम लोग अक्सर चुदाई करते थे |

ये थी मेरी सेक्स कहानी | college ki chudai kahani

आशा है की आप लोगों को ये सच्ची घटना पसंद आई होगी | चलिए दोस्तों, जल्द ही मिलता हूँ अगली कहानी के साथ | तब तक के लिए इजाजत चाहूँगा |

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चूत में लवड़ा डाल कर हिला दिया https://sexstories.one/chut-me-lavda/ Wed, 30 Dec 2020 15:10:45 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%b2%e0%a5%8c%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%be-%e0%a4%9a%e0%a5%82%e0%a4%a4-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%a1%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%be-%e0%a4%a6/ नमस्कार दोस्तों कैसे हो आप लोग | दोस्तों मैं आप लोगो के जीवन की मंगल कामना की दुवा करता हूँ जिससे की आप लोग रोज सेक्सी कहानियों पर अपना पूरा ध्यान दें | दोस्तों मेरा ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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नमस्कार दोस्तों कैसे हो आप लोग | दोस्तों मैं आप लोगो के जीवन की मंगल कामना की दुवा करता हूँ जिससे की आप लोग रोज सेक्सी कहानियों पर अपना पूरा ध्यान दें | दोस्तों मेरा नाम राहुल मिश्र है और मैं बिहार का रहने वाला हूँ | मेरी फॅमिली एक छोटी फॅमिली है जिसमे मेरे मम्मी-पापा और एक छोटा भाई रहता है | chut me lavda

दोस्तों मैं आप लोगो के लिए रोज एक नयी कहानी लिखता हूँ | mami ki chut me lavda

जिसे पढके आप लोग या तो मुठ मारते होगे या फिर जिसके पास चूत का प्रबंध है वो अपनी चूत की चुदाई करता होगा |

दोस्तों मैं आज आप लोगो को एक नयी कहानी बताऊंगा जो की मेरे ही जीवन पर आधारित है | इस कहानी में मैंने अपनी मामी जी की चूत को चोदा है और अपने लंड का माल उन्ही की चूत में छोड़ दिया है |

तो आइये दोस्तों मैं अपनी ज्यादा बकवास न करते हुए सीधा आप लोगो को कहानी की और ले चलता हूँ |

तो मेरे प्रिय भाइयों और बहनों ये बात उस समय की है.. chut me lavda

जब मैं अपनी पढाई अपने ही शहर में करता था | मैंने हाई स्कूल तक की पढाई अपने ही घर से नजदीकी स्कूल से की थी | मेरा स्कूल मेरे घर से लगभग 4-5 किलोमीटर की दूरी पर था | मैं अपने स्कूल अपनी स्कूटी से जाया करता था | एक मेरा दोस्त था सत्यम वो मेरे ही घर के पास में रहता था | वो भी मेरे ही साथ मेरी ही क्लास में पढता था | हम लोग अपने स्कूल अपने घर से एक ही साथ में निकलते थे |

मैंने अपने छोटे भाई को अपने साथ ले जाता था और वो अपनी छोटी बहन को अपने साथ स्कूटी पर बैठाल कर ले जाता था | हम लोगो की घर से लगा कर स्कूल तक में बहुत अच्छी दोस्ती थी | एक दिन मैं और मेरा दोस्त तैयार होकर अपने-अपने घर से स्कूल के लिए निकले | हम लोग बाहर स्कूटी लेके खड़े थे और अपने-अपने भाई और बहनों का वेट कर रहे थे वो अभी तक तैयार नही हो पाए थे |

हम लोग बाहर खड़े होकर बात कर रहे थे | sexy mami ki chut me lavda

तभी मेरे दोस्त सत्यम ने कहा की भाई आज स्कूल जाने का तो मन नही है | आज साला मैथ का टीचर हमारी कांपियां चेक करेगा और काम पूरा नही है | मैंने भी अपना दिमाक लगाया और कहा की भाई बात तो ठीक है पर किया क्या जाये | मेरे दोस्त ने अपना दिमाक लगाया की आज हम लोग स्कूल से बंक मारते हैं और भूल भुलैया चलते हैं | मैने उसे हाँ कर दी , हम लोग अपने भाई-बहन को बैठाल कर स्कूल ले गये और स्कूल के बाहर ही छोड़ दिया और भूल भुलैया चले गये |

हमारे कॉलेज से लगभग 12-13 किलोमीटर की दूरी पर भूल भुलैया थी जो की पुराने ज़माने में वहां के राजा विक्रम जीत सिंह ने बनवाई थी | हम लोग वहां पहुंचे अपनी-अपनी स्कूटी खड़ी की और वहां टहलने लगे | वहां हम लोगो के जैसे बहुत लड़के आते जाते थे | भूल भुलैया एक प्रकार से बक्चोद लडको का अड्डा बन गया था | वहां लड़के लडकियो को भी ले के आते थे और उनकी वहीँ भूल भुलैया में चुदाई करते थे |

एक प्रकार से भूल भुलैया में सब काम होते थे नशे से लगाकर चुदाई तक | chut me lavda

हम लोग वहां दुसरी बार गये हुए थे | हम लोग थोडा टहले और वहां एक अच्छी सी जगह पर बैठ कर वहां के नज़ारे ले रहे थे | हम लोगो को वहां अपने स्कूल की टाइमिंग तक रुकना था | इसलिए हम लोग अपने खाने-पीने का सामान अपने साथ में ले गये थे | वहां हम लोग बैठ कर कोल्डड्रिंक और चिप्स खा-पी रहे थे | तभी मेरी नज़र मेरी ही साइड में बैठे एक लड़के और लड़की पर पड़ी |

वो लोग आपस में चिपक कर बैठे हुए थे और बाते कर रहे थे | bur me lund

हम ओग अपने बैठकर खा रहे थे और उनकी बातो को सुनकर एन्जॉय कर रहे थे | थोड़ी देर तक उन लोगो ने बाते की और फिर लड़का लड़की को लेके पास के गन्ने के खेत में ले गया | हम लोग अपना खाना पीना खत्म किया और वहीँ बाहर बैठकर यह देख रहे थे की वो अन्दर क्या करने गये हैं |

थोड़ी देर तक हम लोग बाहर बैठे रहे और फिर अंदर गन्ने से जोर-जोर से लड़की की आह्ह आह्ह आह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह्हा हाहा हाहाह हाह आह्ह आह्ह अहह आह्ह आह्ह्ह हहहः उन्ह उन्ह उन्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह उन्ह उन्ह उन्ह की सिस्कारियां निकल रही थी | हम लोग बाहर बैठकर मौज ले रहे थे | थोड़ी देर के बाद वो बाहर निकले |

लड़की के बाल उलझे हुए थे और लड़के के घुटनों ने मिटटी लगी हुई थी | desi boor

हम लोग थोड देर तक बैठे और फिर अब हम लोगो के स्कूल में छुट्टी होने वाली थी और हम लोगो को अपने-अपने भाई-बहन को भी लेना था | हम लोग वहां से चल दिए और अपने स्कूल के बाहर खड़े हो गये | हम लोगो ने अपने-अपने भाई–बहन को लिया और घर चले आये | और जब रात हुयी तब मैं और मेरा दोस्त छत्त पर आये और साथ में मिलकर मुठ मारा | मेरा दोस्त बहुत जल्दी झड गया था और मैं लगभग 10 मिनट तक अपने लंड को हिलाया था तब कहीं जाके झडा था |

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धीरे-धीरे हम लोगो के एग्जाम हुए और पापा ने मेरा एडमिशन मेरा मामा जी के वहां करवा दिया था और मैं वहीँ रहता था | मामा जी घर पर रहते नही थी वो पुलिस में थे और मामी जी और उनकी एक छोटी लड़की घर पर अकेली रहती थी | इसलिए पापा-मम्मी ने मेरा एडमिशन मामा जी के वहां करवा दिया था | मुझे मेरे मामा जी के वहां रुकते-रुकते 6-7 महीने हो गये थे |

मैं सुबह अपने कॉलेज अपने मामा जी की लड़की को साथ में लेके जाता था | chut me lavda

और शाम को उसको अपने साथ ही लेके आ जाता था | दोस्तों जो मेरी मामी जी थी वो बहुत ही मस्त और सेक्सी थी | उनकी मेरे मामा जी के साथ नयी-नयी शादी हुयी थी | एक दिन मैं और मामी जी घर से बाहर घूमने के लिए गये | हम लोगो ने पहले तो मूवी देखि और फिर बाद में एक अच्छे से रेस्टोरेंट में खाना खाया और घर पे चले आये | मैं अपने कमरे में आराम से लेता हुआ था | तभी मुझे मेरी मामी जी ने आवाज लगे |

मैं उठकर उनके कमरे में गया तो देखा वो थी नहीं बाथरूम से आवाज आ रही थी | मैंने सोंचा की वो सायद अंदर होंगी और मैं मामी जी के कमरे में बैठकर मामी का वेट करने लगा | मैं मामी के बेड पर लेटा हुआ था और तभी मेरी नज़र बेड के साइड में टेबल पर रखी एक बुक पर गया | मैंने वो बुक उठाई और खोल के तो देखा वो सेक्सी कहानियों की थी | जो की मामी जी पढ़ती थी , मामी जी अभी आयी नही ही थी |

मैं उसे खोल के पढने लगा | chut me lavda

थोड़ी देर तक मैंने उस बुक को पढ़ा और जब मैं पढ़ते-पढ़ते गरम हो गया तब मैंने अपना हाँथ अपने पैन्ट के अन्दर डाल कर अपने लंड को सहला रहा था | मैं अपने लंड को सहलाने में इतना मगन हो गया था की कब मेरी मामी जी बाथरूम से आ गयी मुझे पता ही नही चला | वो मुझे खड़े होके देखे जा रही थी और मैं अपने लंड को सहलाने में बिजी था | थोड़ी देर तक मामी जी खड़ी रही और जब उनसे भी नही बर्दास्त हुआ तब वो आके मेरे पास बेड पर बैठ गयी और मेरे पैन्ट को खोलने लगी |

मामी जी ने जैसे ही मेरी पेंट को हाँथ लगाया मैं एकदम चौंक कर बैठ गया और अपना हाँथ अपनी पेंट से निकाला | मामी जी भी गरम थी और मैं भी गरम हो गया था | मेरा लंड एकदम फूला के तना हुआ था | मैं थोडा घबराया और बेड पर ही बैठा रहा | मामी जी ने मूझसे कहा की इतना शरमा क्यों रहे हो , मैं समझ सकती हूँ तुम्हारी फीलिंग को और फिर अपना हाँथ मेरी पेंट में डाल कर मेरे लंड को सहलाने लगी |

मैं चुप-चाप बेड पर बैठा था | chudas mami ki chudai

थोड़ी देर तक मामी ने मेरे लंड को पेंट के अन्दर सहलाया और फिर मेरी पेंट को खोल कर मेरा लंड अपने मुह में रख कर चूसने लगी | वो इतने अच्छे से मेरे लंड को चूस रही थी की मेरे मूह से आह आह आह आह आहा आह आह्ह आहा आह्ह अहह आह्ह अह्ह्ह औंह उन्ह उन्ह ऊंह उन्ह ओह्ह ओह्ह की सिस्कारिया निकल रही थी | फिर उसके बाद मामी ने मी और अपने सारे कपडे उतार दिए और जाके मामी जी बेड पर लेट गयी |

मैं भी अब अपनी शर्म कम कर चूका था और पूरी तरह से मामी के सामने खुल चूका था | मैंने मामी की दोनों पैरों को फैला दिया और अपना लंड मामी की चूत में डाल कर उनके ऊपर लेट गया | मैं मामी की चूत में धक्के देते-देते मामी जी के बूब्स को अपने मुह में रख कर पी रहा था और मामी जी भी अपने मुह से आह आह आह आः आह आः आह आहा आहा आह आः आह आः उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह आह आह इह्ह इह्ह इह्ह की सिस्कारिया निकाल रही थी |

थोड़ी देर तक मैंने मामी जी की चूत में धक्के दिए और फिर जब मैं झड़ने वाला था तब मूझे इतना मजा आ रहा था की मैंने अपना लंड मामी जी की चूत में हिला कर अपने लंड का माल छोड़ दिया था |

तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी इस तरह से मैंने अपनी मामी जी की चूत को चोदा और अपना लंड उनकी चूत में हिला कर अपने लंड का माल उनकी चूत में छोड़ दिया |

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