biwi ne choot patwai Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/biwi-ne-choot-patwai/ Hindipornstories.org Sat, 20 Feb 2021 04:19:33 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 देवर का मोटा लंड https://sexstories.one/meri-choot-me-devar-ka-mota-lund/ Sat, 20 Feb 2021 04:19:33 +0000 https://sexstories.one/?p=2870 नमस्कार दोस्तोँ, मेरा नाम नेहा शर्मा है. मैँ एक 36 साल की औरत हूँ. मेरी शादी को हुए 8 साल बीत चुके हैँ. मेरी एक लडकी है जिसकी उम्र 6 साल है. मेरे पति एक ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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नमस्कार दोस्तोँ, मेरा नाम नेहा शर्मा है. मैँ एक 36 साल की औरत हूँ. मेरी शादी को हुए 8 साल बीत चुके हैँ. मेरी एक लडकी है जिसकी उम्र 6 साल है. मेरे पति एक बैंक मैनेजर हैँ और मैँ एक हाऊस वाईफ हूँ.मुझे अपने घर की देख रेख करना बहुत अच्छा लगता है. लेकिन मुझे सब्से ज़्यादा कोई चीज़ खलती है मेरी लाईफ मेँ तो वो है सेक्स. मुझे घर मेँ सेक्स का सुख नहीँ मिलता है. Devar ka lund

मेरे पति अक्सर थक कर घर आते हैँ और सेक्स से कतराते हैँ. Devar ka lund

उन्हेँ सेक्स पसन्द हुआ करता था लेकिन जब से वो मैनेजर बने हैँ, बस उन्हेँ सिर्फ और सिर्फ काम ही नज़र आता है. अपनी मदमस्त चूचीयोँ और भरी हुई गांड वाली बीवी पर तो उनकी नज़र पडती ही नहीँ है. बस इसी फिराक मेँ मुझे यहाँ वहाँ नज़र दौडानी पडती है. लेकिन समाज के डर से मैँ बाहर कुछ भी नहीँ कर सकती हूँ तो इसलिये मुझे अपनी चूत की आग को अपनी हथेली और ऊंगली से बुझाना पडता है.

लेकिन एक दिन ऐसा हुआ जिसने मेरी ज़िन्दगी बदल दिया. Devar ka lund

पूरी तरह से. जी हाँ, मेरे घर मेँ मेरे पति का कज़िन मैँ मोहित रहने आया अपनी छुट्टियाँ बिताने के लिये. उसकी उम्र 20 साल की है. लम्बा चौडा लडका है. और स्वभाव से भी काफी हंसमुख है. उसे देखकर मुझे लगा क्योँ ना इसे ट्राय करूँ, हो सकता है यह मेरी प्यास बुझा दे. यही सोच कर मैँने एक प्लान बनाया ताकि मोहित मेरे हुस्न और चूत के जाल मेँ फंस कर मुझे खुद ब खुद अपना लंड सौंप दे. और उस लंड से मैँ अपनी प्यास जब चाहे तब बुझा सकूँ. बस इसी आस मेँ मैँने अपने प्लान को पूरा करना शुरु कर दिया. बात एक ह्फ्ते पहले की है.

एक दिन मोहित मेरे सामने सोफे पर बैठ कर टी वी देख रहा था. उसने शौर्ट और बनियान पहन रखा था. मैँने भी कैप्री और टी शर्ट पहना हुआ था. वो मुझे बीच बीच मेँ देखे जा रहा था क्युंकि सामने टी वी मे एक किस सीन चल रहा था और मैँ मोहित को कंखियोँ से देख रही थी. उसकी टांगेँ वासना के मारे कांप रही थी, यह सब मैँ समझ और देख पा रही थी. मुझे लगा कि इसे पटाना बहुत आसान है. तो इसलिये मैँने उसके कन्धे के पास अपना हाथ रख दिया. वो मुझे देखने लगा और मैँ बिना उसे देखे ही मुस्कुराने लगी. उसने थूक निगला और थोडा सा मेरी ओर सरक आया. मेरी धडकनेँ भी बढने लगीँ. मुझे यह सब अच्छा लगने लगा था.

मैँने जानबूझ कर अपना हाथ नीचे उसकी जांघ के पास रख दिया. Devar ka lund

अब मेरे हाथ उसकी जांघोँ को छू रहे थे. मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. और वो भी ज़ोर ज़ोर से सांसेँ ले रहा था. मैँने अपनी हथेल धीरे धीरे बढा कर उसकी नंगी जांघोँ पर रख दी. वो कांपने लगा. यह देखकर मुझे बहुत मज़ा आने लगा. घर मेँ सेक्स की कल्पना से ही मेरी चूची कडी और मेरी चूत गीली हो गई. मान्सल जांघोँ को छोने और सह्लाने मेँ बहुत मज़ा आ रहा था. एकदम फौलादी जांघ थी उसकी.

उसका लंड भी मैँ देख पा रही थी उसके चौर्ट्स मेँ उभार बना रहा था. मुझे इतना अच्छा लगा कि मन किया कि अभी उसे पकड कर मुर्गे की तरह उसकी भी गरदन मरोड दूँ. किसी तरह मन को रोका और उसे कुछ करने के लिये उकसाने की प्लानिंग करने लगी. मैँने अपनी एक ऊंगली उसकी चड्ढी मेँ घुसा दिया और उसे घुमाने लगी. वो पसीने पसीने होने लगा और उसने मेरे कन्धे पर हाथ रख दिया.

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अब मैँ फील करने लगी उसके बढते हाथ मेरी गोल गोल सुन्दर गोरी चूची के बहुत पास थे. अचानक से जैसे ही मेरी ऊंगली उसके लंड के करीब पहुंची, उसने झट से मेरी चूची को पकड लिया और लगा उसे कस कस कर दबाने. मैँने आंखेम बन्द कर लिया और उसके लंड को पकड कर उसे दबाने लग गई. वाह क्या मज़ा आ रहा था.

उसने मेरी टी शर्ट को निकाल दिआ और मैँने भी उसकी बनियान और चड्धी को खींच कर बाहर कर दिया, अब मैँ कैप्री मेँ थी और वो अंडरवीयर मेँ. उसने मुझे कस कर दबोच लिया और कस कस कर मेरे लिप्स को किस करने लगा. मुझे भी रिस्पोंस करने मेँ मज़ा आने लगा. फिर मैँने उसके लंड को अंडरवीयर से आज़ाद कर दिया. और उसने भी मेरी कैप्री को निकाल दिया और मेरी गांड को मेरी पैंटी के अन्दर हाथ डाल कर सह्लाते हुए मेरे गांड और चू के छेद से खेलने लगा.

मैँ एकदम से गीली होती जा रही थी. Devar ka lund chusa bhabhi ne

हमारी सांसेँ फूल रही थी. बहुत मज़ा आने लगा था. उसने मेरी पैंटी को निकाल कर मुझे एकदम नंगा कर दिया और मुझे सोफे पर बिठा कर मेरी टांगोँ को फैलाकर मेरे चूत को चाटने लगा. हाय.. सी ..उउउ म्म्म.. इस तरह आवाज़ निकालने मेँ बहुत मज़ा आने लगा मुझे. और यह आवाज़ सुनकर वो भी जोश मेँ आकर मुझे और चाटने लगा.

थोडी देर बाद वो उठा और अपने लंड को सहलाते हुए मेरे मुख के पास उसे रख दिया जिसे मैँने गप से चूसना शुरु कर दिया. वाह क्या लंड था साले का. मोटा तगदा जवान, वीर्य से भरपूर. जैसे वैनिला कैंडी. मज़ेदार लंड था उसका. घर मेँ सेक्स का अनोखा आनन्द हम दोनोँ ही लूट रहे थे आज. ऐसा आनन्द जो हम दोनोँ को ही कभी नहीँ मिला था.

मैँ जितनी बार उसे पकड कर मरोडती उतना ही ज़्यादा वो बडा और कडक होता जा रहा था जैसे कोई काला नाग हो और संपेरे से लड रहा हो. उसके लंड की ताकत देख कर ही मेरी चूत के बाल खडे हो गये और मेरी चूत गीली होने लगी. मेरे चूत के दाने को उसने अपनी ऊंगलियोँ के बीच फंसाया और बडे प्यार से चुभलाने लगा. असीम आन्नद की अनुभूति मेरे सारे शरीर मेँ दौड गई.

ऐसा लगा जैसे वो मुझे लिफ़्त मेँ बैठा कर स्वर्ग ले जा रहा हो और लिफ्ट का बटन मेरी चूत का दाना हो. बहुत बडा खिलाडी लग रहा था वो. मुझे अहसाह हो गया कि आज कोई आ गया है मेरी टक्कर का जो धक्के से धक्का मिला कर मुझे चुनौती देगा और मेरी सारी थकान दूर कर देगा. इसी आस मेँ मैँ नीचे झुकी उसके लंड को सलाम करने के लिये और फिर उसे आंखोँ से लगा कर उसकी गर्मी महसूस किया और उसे मुख मेँ ले कर चूसने लगी.

वाह्ह्ह्ह… क्या स्वाद था साले के लंड का. Devar ka mota lund

बहुत टेस्टी था. मैँ चूसती गई लेकिन उसका लंड मेरे मुख मेँ पूरा नहीँ समा रहा था. आखिर मैँने उसे बहुत चूसा तो वो मुझे लिटा कर मेरी चूत चाटने और चूसने लगा. हम दोनोँ ही पागल हो गये और सुध बुध खो बैठे.

थोडी देर बाद उसने मुझे सीधा लिटा दिया और मेरी चूत पर लंड टिका कर अनदर डालने लगा. आह्ह्ह्ह … बहुत मोटा है तुम्हारा लंड मोहित प्लीज़ थोडा धीरे से डालो यह कहा मैँने और यह सुनकर वो मुस्कुराया और बडी बेदर्दी के साथ एक ज़ोरदार ठाप मारा और उसका आधा लौडा मेरी चूत को नश्तर की तरह फाड कर अन्दर घुस गया. मैँने उसे कस कर पकड लिया और मेरे नाखून उसके जिस्म मेँ घुसा दिये.

उसने गुस्से मेँ एक के बाद एक धक्के मेरी चूत मेँ मारने शुरु कर दिये जैसे कि वो बदला ले रहा हो. और हम दोनोँ की यह चुदाई वाली जंगली लडाई और भी ज़्यादा हिंसक होने लगी. थोडी देर बाद उसने मेरे होंठोँ को चूसना और काटना शुरु कर दिया फिर वो नीचे झुका और चोदते हुए मेरी चूची को चूसते हुए उसे भी काटने लगा.

इस तरह की चुदाई से मैँ आज तक वाकिफ नहीँ हुई थी. मुझे बहुत मज़ा आने लगा. मैँ भी गांड उठा उठा कर उसके लंड की ठाप का जवाब अपनी चूत से देने लगी. घर मेँ सेक्स का वातावरण बहुत ज़्यादा घुल चुका था और अचानक से हम दोनोँ ही कचकचा कर एक साथ झड गये. उस दिन हमने फिर से 4 बार चुदाई किया और एक दूसरे को संतुष्ट किया.

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पड़ोस के व्यक्ति का दुख https://sexstories.one/desi-bur-ki-chudai/ Sat, 13 Feb 2021 23:03:03 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%aa%e0%a4%a1%e0%a4%bc%e0%a5%8b%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%96/ मेरा नाम सुरभि है मैं जयपुर में रहती हूं, मेरी उम्र 32 वर्ष है। मेरी शादी को 4 वर्ष हो चुके हैं, मेरे पति विदेश में रहते हैं और वह बहुत कम ही घर आते ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मेरा नाम सुरभि है मैं जयपुर में रहती हूं, मेरी उम्र 32 वर्ष है। मेरी शादी को 4 वर्ष हो चुके हैं, मेरे पति विदेश में रहते हैं और वह बहुत कम ही घर आते हैं, मैं उनसे जब भी फोन पर बात करती हूं तो वह मुझे हमेशा कहते हैं कि मैं कुछ समय बाद घर आ जाऊंगा लेकिन उन्हें काफी समय हो चुका है जब से वह घर नहीं आए हैं। bur ki chudai

मैं कई दिनों से फोन पर बात कर रही थी और मैंने फोन पर बात करते हुए उन्हें कहा कि मैं कुछ दिनों के लिए अपने घर जाना चाहती हूं, वह मुझे कहने लगे ठीक है तुम कुछ दिनों के लिए अपने घर हो आओ, मुझे कोई भी आपत्ति नहीं है। मैंने अपने सास-ससुर से पूछ लिया, जब मैंने उनसे पूछा तो वह कहने लगे ठीक है तुम कुछ दिनों के लिए अपने घर हो आओ।

मैं अब वहां से अपने मायके चली आई, मेरा माइका  अजमेर के पास है। bur ki chudai

मैं जब अपने घर आई तो मेरे पिताजी कहने लगे तुम बहुत ही सही समय पर घर आई हो क्योंकि कुछ दिनों बाद तुम्हारे भैया और भाभी जी घर पर आने वाले हैं, मैंने उन्हें कहा कि क्या भैया भाभी भी काफी समय से घर पर नहीं आए हैं, वह कहने लगे हां वह लोग भी काफी समय से घर पर नहीं आए हैं, तुमने बहुत अच्छा किया कि तुम इस वक्त घर पर आ गई।

मैं अपनी मम्मी से मिलकर बहुत खुश थी। bur ki chudai

कुछ दिनों बाद मेरे भैया भाभी आए तो मैंने उन्हें कहा कि आप लोग तो मुझे काफी समय से मिले भी नहीं है, उन्होंने मेरे पति के बारे में पूछा तो मैंने उन्हें कहा कि वह तो काफी समय से घर भी नहीं आए हैं और मैं उन्हें बहुत मिस करती हूं। मेरी भाभी और मेरी जब बात हो रही थी तो मेरी भाभी मुझसे पूछने लगी तुम्हें तुम्हारे पति की याद नहीं आती, मैंने उन्हें कहा कि मुझे तो उनकी बहुत याद आती है परंतु वह घर ही नहीं आते।

मैं अपने भैया और भाभी से मिलकर बहुत खुश थी, उनका एक छोटा लड़का भी है उसकी उम्र 5 वर्ष है। मुझे उसके साथ खेलना बहुत अच्छा लगता है वह बहुत ही प्यारा है और बहुत शरारत भी करता है। एक दिन मैं उसे लेकर बाहर टहल रही थी तभी आगे से एक लड़का बड़ी तेज स्पीड में बाइक से आ रहा था, मुझे वह आता हुआ नहीं दिखाई दिया, जब उसकी टक्कर मुझसे हुई तो मैं आगे जाकर गिर गई और मैं बेहोश हो गई थी।

जब मेरे भैया और मेरे पापा मुझे अस्पताल ले गए तो उसके बाद मुझे होश आया. bur ki chudai

मैं जब उठी तो मैंने अपने भैया से कहा कि क्या गोलू ठीक है, गोलू मेरे भैया के लड़के का नाम है। वह कहने लगे गोलू तो ठीक है लेकिन तुम्हें बहुत ज्यादा चोट आ गई थी,   मैंने उन्हें कहा कोई बात नहीं। भैया पूछने लगे कि तुमने उस लड़के को देखा नहीं जिसने तुम्हें टक्कर मारी, मैंने उन्हें कहा मुझे कुछ भी पता नहीं चला वह बड़ी तेज स्पीड में आ रहा था और मैं उससे टकरा गई, उसके बाद वह वहां से भाग गया।

मेरे भैया और मेरे पापा बहुत ज्यादा परेशान हो गए थे, मैंने उन्हें कहा आप चिंता मत कीजिए। कुछ देर में डॉक्टर भी आ गए और डॉक्टरों ने मुझे वहां से डिस्चार्ज कर दिया, मैं जब घर पर आई तो कुछ दिनों तक मैं घर पर ही आराम कर रही थी, मैंने अपने पापा से कहा कि यह बात आप मेरे ससुराल वालों को पता मत चलने देना, नहीं तो मेरे पति बहुत चिंतित हो जाएंगे। वह कहने लगे तुम चिंता मत करो हम लोग किसी को भी नहीं बताएंगे। मैं जब घर में लेटी हुई थी तो एक दिन सामने के घर से बहुत तेज आवाज आ रही थी, मैं काफी देर से सुन रही थी..

जब मेरी मम्मी रूम में आई.. bur ki chudai

तो मैंने उनसे पूछा कि वह कौन लोग हैं जो इतना तेज शोर रहे है, मेरी मम्मी कहने लगी यह पड़ोस में ही रहते हैं  यह लोग बहुत ज्यादा शोर शराबा करते हैं, इन दोनों पति-पत्नी के आपस में बिल्कुल भी नहीं बनती। मैंने उन्हें कहा क्यों इन दोनों की आपस में क्यों नहीं बनती, वह कहने लगी कि ना जाने इन दोनों को आपस में किस बात की दिक्कत है हमेशा ही यह लोग झगड़ा करते रहते हैं, काफी दिनों से इन लोगों का झगड़ा नहीं हुआ था लेकिन आज फिर से इन लोगों के बीच में झगड़ा शुरू हो गया।

मुझे भी बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था और मैंने अपनी मम्मी से कहा कि क्या यह लोग इसी प्रकार से चिल्लाते हैं, मेरी मम्मी कहने लगी हां यह लोग इसी प्रकार से चिल्लाते हैं और हमेशा ही यह इसी प्रकार की बातें करते हैं। मैंने उन्हें कहा क्या कोई मोहल्ले में इन्हें बोलता नहीं है, वह कहने लगे कि ऐसे में कौन बीच में जाता है यह इनके आपस का मामला है, सब लोग तो बचने की कोशिश करते हैं।

यह कहते हुए मेरी मम्मी भी रूम से चली गई. bur ki chudai

, मैं रूम में ही बैठी हुई थी और मैंने भी टीवी ऑन कर ली। मुझे भी लगा कि अब कोई फायदा नहीं है इसलिए मैं टीवी देखने लगी और टीवी देखते हुए मुझे नींद आ गई। अगले दिन जब मैं उठी तो मैंने बाहर एक व्यक्ति को जाते हुए देखा, मैंने अपनी मम्मी से पूछा कि क्या यह वही है तो मेरी मम्मी कहने लगी हां यह वही हैं। मैं थोड़ा ठीक हो चुकी थी इसलिए मैं उनके पीछे गई और मैंने उनसे बात की तो वह कहने लगे कि हां हम दोनों पति पत्नी के बीच में बहुत झगड़ा रहता है। मैंने उन्हें कहा कि यहां पर और लोग भी रहते हैं उन्हें भी आपकके झगडो से डिस्टर्ब होता है।

जब उन्होंने मुझे पूरी बात बताई तो मैं सुनकर बड़ी दंग रह गई उन्होंने मुझे कहा मेरी पत्नी एक कॉल गर्ल है और वह हर जगह अपना मुंह मारती फिरती है इसलिए मैं अब उससे बिल्कुल भी प्रेम नहीं करता। मुझे उन पर तरस आ रहा था वह उस दिन वह मुझे अपने घर ले गए उन्होंने मुझे अपनी पत्नी की तस्वीर दिखाई। मैं उनके बगल में ही बैठी हुई थी जब उनका हाथ मेरे स्तनों पर लगा तो मुझे ऐसा लगा जैसे मेरी मैं भी आज अपनी इच्छा पूरी कर लू। हम दोनों की सेक्स को लेकर बातें हुई हम दोनों एक दूसरे के साथ सेक्स करने के लिए राजी हो गए।

जब उन्होंने मेरे सारे कपड़े उतारे.. bur ki chudai

तो मैं बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गई थी मै सोचने लगी आज तो मैं अच्छे से संभोग करती रहूंगी, जैसे ही मैंने उनके लंड को अपने मुंह में लिया तो वह बहुत खुश हो गए और बड़े अच्छे से मैं उनके लंड को सकिंग कर रही थी, मैंने काफी देर तक उनके लंड को सकिंग किया जब उनका पानी बाहर की तरफ निकलने लगा तो मैं अपने आप को नहीं रोक पाई। मैंने अपने दोनों पैर चौडे कर लिए, उन्होंने काफी देर तक मेरे स्तनों का रसपान किया और मेरे स्तनों पर उन्होंने अपने दांतों के निशान भी मार दिए, जब मेरे स्तनों से खून आ गया तो उन्होंने मेरी योनि का भी बहुत अच्छे से रसपान किया।

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वह काफी समय तक मेरी योनि को चाटते रहे. bur ki chudai

जब उन्होंने अपने मोटे लंड को मेरी योनि के अंदर डाला मुझे ऐसा लगा जैसे ना जाने कितने दिनों बाद मेरी इच्छा पूरी हो रही हो। उनका लंड मेरी योनि की पूरी गहराई में उतर चुका था, मैंने उन्हें कहा कि आप ऐसे ही मुझे धक्के देते रहिए उन्होंने मुझे बड़ी तेज गति से झटके दिए। वहां इतनी तेजी से मुझे चोद रहे थे उनका लंड मेरी योनि के अंदर तक जाता।

मुझे ऐसा प्रतीत हो रहा था उनका लंड कही मेरी योनि को फाडते हुए मेरे पेट के अंदर ना चला जाए, काफी देर उन्होंने ऐसे ही मेरे साथ संभोग किया। मैं उनके ऊपर से लेट गई तो उन्होंने मेरी योनि के अंदर अपने लंड को डाल दिया, मुझे बड़ा मजा आता। मैं भी अपनी चूतडो को उनसे मिलाने लगी और बड़ी तेजी से मैं भी अपनी चूतडो को हिला रही थी लेकिन जब मेरी चूतडे उनके लंड पर लगती तो वह भी ज्यादा समय तक मेरी गर्मी को नहीं झेल पाए। मैं भी झड़ने वाली थी इसलिए मैंने भी अपनी योनि को टाइट कर लिया और वह मुझे बड़ी तेजी से झटके मार रहे थे, जब उनका वीर्य गिरने वाला था तो मैंने उन्हें कहा आप मेरे मुंह के अंदर अपने वीर्य को डाल दीजिए।

उन्होंने जैसे ही अपने वीर्य को मेरे मुंह में डाला तो मैंने उनके वीर्य को एक ही झटके में निगल लिया। उस दिन मेरी इच्छा पूरी हुई मैं जितने दिन अपने मायके में रही तो उनके साथ मैने सेक्स का आनंद लिया। हम दोनों ने एक दूसरे को बहुत सुख दिया।

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टाइट चूत का मज़ा https://sexstories.one/tight-choot-ka-mazaa/ Wed, 06 Jan 2021 03:51:14 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%9f%e0%a4%be%e0%a4%87%e0%a4%9f-%e0%a4%9a%e0%a5%82%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%9b%e0%a4%be-indian-sex-stories/ हेल्लो मेरे दोस्तों कैसे हो आप सब मेरा नाम अंकित है और मैं चिरई डोंगरी में रहता हूँ | मैं एक लड़का हूँ नाम से तो पता चल ही गया होगा | मैंने कभी कहानी ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हेल्लो मेरे दोस्तों कैसे हो आप सब मेरा नाम अंकित है और मैं चिरई डोंगरी में रहता हूँ | मैं एक लड़का हूँ नाम से तो पता चल ही गया होगा | मैंने कभी कहानी लिखी नहीं है पर आज मैं एक कोशिश कर रहा हूँ जो मुझे लगता है आपको पसंद आएगी और अगर नहीं आएगी तो मेरा बाल नहीं पटा लोगे | मैं एक 25 साल का नौजवान हूँ और प्राइवेट नौकरी करता हूँ काल सेंटर में | मेरे घर में सब रहते है जैसे एक जोड़ी माँ बाप एक छोटा भाई और एक दादा जी | tight choot

अब मैं आप लोगों को ये बता देता हूँ कि ये कहानी किस पर आधारित है | जी हाँ ये कहानी मेरी चुदाई के बारे में ही है | देखो गाँव में चुदाई करना थोड़ी मुश्किल है और शहर में ये चीज़ थोड़ी सरल है क्यूंकि वहां की लडकियां खुली हुयी होती हैं | खुली से मेरा मतलब खुली किताब नहीं जिसे कोई भी पढ़ ले | मेरा मतलब है आप उनसे बात करो अपने मन की बात बताओ तो वो तमाशा नहीं बनती और अपनी प्रतिक्रिया अपने हिसाब से देती हैं | मैं भोपाल में नौकरी करता हूँ और यहाँ की बात ही अलग है|

दोस्तों आप सब ने पोहा जलेबी का नाम तो सुना ही होगा और भोपाल उसके लिए मशहूर है | tight choot

मैं हर रोज़ नाश्ते में यही खाता हूँ और बहुत बड़े बड़े लोग और ना जाने कितनी खूबसूरत लड़कियां ऐसी दुकानों पे यही खाने आती हैं | मुझे भी इसका शौक था और मैं तो चाहता ही था कि मुझसे कोई लड़की पट जाए इसलिए जो मेरी कॉलोनी की सबसे फेमस दूकान थी वहां अपना खाता खुलवा लिया था | मुझे जब भी खाना होता मैं जाता और हिसाब महीने के आखिर में करता | ऐसे ही कुछ महीने गुज़र गए और मुझे भी मज़ा आने लगा इसमें क्यूंकि हमारे गाँव में एक ही दूकान है और वो भी ढंग से नहीं बना पाता | एक दिन की बात है एक लड़की आई और उसने एक प्लेट पोहा जलेबी खा लिया | उसके बाद जैसे ही उसने पैसे देने के लिए अपने पर्स में हाथ डाला तो उसके पास पैसे नहीं थे और वो परेशान सी हो गयी | उसने कहा भैया मैं अपना पर्स कहीं भूल आई हूँ प्लीज आप मुझे कुछ समय दे दो | उसने कहा नहीं मैडम आप नहीं आये तो |

फिर मैंने सोचा चलो अच्छा माल है मैं इसकी मदद कर देता हूँ | tight choot

मैंने कहा कोई बात नहीं आप पैसे ले आओ मैं अपने खाते में आपका पैसा लिखवा देता हूँ और आपकी ज़मानत मैं लेता हूँ | उसने मुझसे कहा नहीं मैं आपको नहीं जानती | मैंने कहा मैडम आप पैसे ले आइये इसमें नहीं जानती वाली बात कहाँ से आ गयी | वो मुझसे कहने लगी मुझे आपकी कोई मदद नहीं चाहिए मैं खुद कर लूंगी | मेरा हुआ दिमाग ख़राब और मैंने कहा पिंटू भाई मत लिखना और अब तू देख ले मैं तो चला | उसने कहा मैडम पैसे दो नहीं तो गन्दी प्लेट धो | मैं आधे रास्ते तक पहुँच गया और जैसे ही अपने फ्लैट में घुसने घुसने को हुआ तो वो आई और कहा सुनिए प्लीज मेरी मदद कर दीजिये | मैंने कहा आप कौन हैं मैं आपको नहीं जानता | उसने कहा प्लीज मैं अभी पैसे ले आउंगी तो मैंने कहा आपको तो मेरी मदद नहीं चाहिए ना तो जाइये यहाँ क्यूँ आई हैं आप ? उसका चेहरा उदास हो गया और वो जाने लगी तो मुझे अच्छा सा नहीं लगा और मैंने कहा रुकिए मेरा दिल बहुत बड़ा है किसी की भी मदद कर देता हूँ |

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मैंने पिंटू को इशारा कर दिया और फिर वो चली गयी | उसके बाद जब मैं अगली सुबह गया तो वो वहीँ मिली और उसने कहा आज पोहा जलेबी मेरी तरफ से | मैंने कहा क्या बात है और उसने कहा कल के लिए थैंक्स मेरा नाम आन्या है | मैंने कहा काफी नया नाम है आपका | उसने कहा हाँ वो तो है और उसने पूछा आपका नाम क्या है ? मैंने कहा मेरा नाम अंकित है | उसने कहा ओह्ह्ह तो आप हो अंकित मैंने कहा हाँ क्यूँ | उसने कहा मेरे पापा इस कॉलोनी के अध्यक्ष हैं और उन्होंने बताया कि अंकित नाम का लड़का पूरी कॉलोनी का सबसे अच्छा लड़का है किसी कि भी मदद कर देता और आपने अपने फ्लैट के आगे मस्त गार्डन भी बनाया है | मैंने कहा हाँ वो मेरे पापा किसान है ना तो उन्ही से सीखा है | उसने कहा वाह आई लव किसान | मैंने कहा हमारी काफी खेती है और हमारी फैक्ट्री भी है जिसमे खाद बनती है | उसने कहा तो आप यहाँ जॉब क्यूँ कर रहे हो | मैंने कहा यार मैं पढ़ाई के लिए आया था तो सोचा काम करके थोडा खर्च निकाल लूँ |

उसने कहा वाह तब तो आपसे दोस्ती करनी पड़ेगी और हम दोस्त बन गए | tight choot

उसके पापा को भी कोई ऐतराज़ नहीं था हमारी दोस्ती पर | हम काफी घने दोस्त बन रहे थे और वो सारा दिन मेरे घर में पड़ी रहती थी और अपना काम और पढ़ाई करती रहती थी और हम दोनों एक दुसरे की मदद भी करते थे | फिर हमारे एक्साम्स आ गए और मैंने उससे कहा यार अब तो तरीके से पढ़ाई करनी पड़ेगी क्यूंकि मुझे टॉप करना है | उसने कहा हो जाएगा तू तो है ही होशियार | मैंने कहा यार मुझे मैथ्स में सबसे ज्यादा दिक्कत आती है | उसने कहा कहाँ आती है तो मैंने बताया ज्योमेट्री में | उसने कहा बस इतनी सी बात मैं पढ़ा दूंगी मैं सिविल इंजीनियर हूँ पगले | मैंने कहा अच्छा ठीक है तो उसने मुझे दो महीने तक लगातार पढ़ाया और कहा चल दो दिन बाद मैं तेरा टेस्ट लूंगी | मैंने कहा ठीक है मैं और तैयारी कर लूँगा | मुझे लग रहा था इस बार तो मैं सारे रिकॉर्ड तोड़ दूंगा क्यूंकि जिस चीज़ में मैं कमज़ोर था उसी में मुझे महारत हासिल हो गयी थी |

फिर मैंने उसे दो दिन बाद काल किया और कहा आजा जानेमन तेरा टेस्ट बाकी है | tight choot

उसने कहा आ रही हूँ रुक दस मिनट | ठीक दस मिनट बाद मेरे घर की घंटी बजी और सामने वो खड़ी थी बिलकुल सेक्सी अंदाज़ में | मैंने कहा टेस्ट लेने आई है या मेरी लेने आई है | उसने कहा ततेरी लेने आई हूँ | मैंने पूछा कैसे तो उसने कहा अगर तूने सही जवाब दिए तो मैं एक एक कपड़ा उतारते जाउंगी | मैंने कहा बेटा दी महीने की म्हणत है तू पूरी नंगी हो जाएगी | उसने पहला सवाल किया और मैंने जवाब दिया तो उसने अपना टॉप उतार दिया | उसका इतना सेक्सी ब्रा और कमर देख के मेरा लंड खड़ा हो गया | उसके बाद उसने दूसरा सवाल किया और मैंने उसका भी जवाब दे दिया और उसने अपनी पेंट भी उतार दी | उसकी लाल पेंटी और चिकनी टाँगे मेरे लंड को चड्डी फाड़के बाहर आने पर मजबूर कर रहीं थी | पर मैंने जैसे तैसे खुद को रोका | उसके बाद उसने तीसरा सवाल किया और मैं फस गया | उसने तुरंत अपना टॉप उठाया और कहने लगी अब ख़त्म | मैंने उसको पकड़ा और अपनी बाँहों में भर लिया और कहा अब शुरू |

मैंने उसको पूरा नंगा कर दिया और उसको चूमने लगा और फिर मैंने उसके होंठों को किस करना शुरू किया और वो कहने लगी क्या कर रहे हो ? तो मैंने कहा वही जो तुम करने आई थी | फिर मैंने अपने कपडे भी उतार दिए और उसके दूध पीने लगा | उसके बाद तो वो अपना आप ही खो बैठी | वो भी मुझसे पागलों की तरह चिपक गयी और मुझे भी चूमने लगी | उसके बाद उसने मेरे लंड को पकड़ा और वो अच्छे से उसे चूसने लगी | जैसे ही उसने मेरा लंड अपने मुंह में लिया मेरे मुंह से सिकारियां निकलने लगी | मैंने आआह्हह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊऊऊऊ ऊउम्म्ह ऊओह्हह्ह आआह्हह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊऊऊऊ ऊउम्म्ह ऊओह्हह्ह कर रहा था | उसके बाद उसने हिलाते हुए कहा पहला लंड कितना प्यारा है | मैंने कहा मेरी भी पहली चूत है | इतना कहते हुए मैंने उसे लेटा दिया और उसकी चूत पर मुंह लगाके उसको चाटने लगा | वो आआह्हह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊऊऊऊ ऊउम्म्ह ऊओह्हह्ह आआह्हह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊऊऊऊ ऊउम्म्ह ऊओह्हह्ह करने लगी | उसके बाद उसने कहा बस अब मुझे चोदने लगो |

मैंने भी उसको कहा एक मिनट बस और कंडोम पहना | tight choot

मैंने उसकी चूत पे लंड टिकाया और एक झटके अन्दर कर दिया | उसकी चूत काफी टाइट थी इसलिए उसे दर्द हुआ | पर उसने ज्यादा नहीं चिल्लाया और आआह्हह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊऊऊऊ ऊउम्म्ह ऊओह्हह्ह आआह्हह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊऊऊऊ ऊउम्म्ह ऊओह्हह्ह करते हुए चुदवाने लगी | उसके बाद मैंने उसे काफी जोर जोर से चोदा और मेरा लंड उसकी चूत में अन्दर तक जा रहा था | वो भी मज़े से चुदवा रही थी | बीस मिनट बाद मेरा माल झड़ गया और उसने मुझे प्यार से किस किया और कहा कितना हसीं एहसास था |

आज तक हम साथ हैं | tight choot

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मैं फड़कती चूत का दीवाना https://sexstories.one/choot-chudai-ki-kahani/ Sun, 25 Oct 2020 10:12:08 +0000 https://sexstories.one/?p=1364 नमस्कार दोस्तों! मैं अमन, मेरे पुराने पाठक तो मुझे जानते ही होगें। और अपने नये पोर्न स्टोरी पाठको को मेरा परिचय यह है कि मैं साउथ दिल्ली से हूं और एक किराये के मकान में ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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नमस्कार दोस्तों! मैं अमन, मेरे पुराने पाठक तो मुझे जानते ही होगें। और अपने नये पोर्न स्टोरी पाठको को मेरा परिचय यह है कि मैं साउथ दिल्ली से हूं और एक किराये के मकान में रहता हूं। दोस्तों आप को पता ही होगा कि कैसे मैंने अपनी मकान मालकिन की चुदाई की थी और अपने अड़ियल लंड से पूरी रात चोद कर उनकी चूत की गर्मी शांत की थी। और उस दिन से वह मेरे लंड की दिवानी हो गयी और जब कभी भी मौका मिलता तो वे चुदने के लिये मुझे बुला लेती थी और मैं भी उनकी भरपूर चुदाई करता था। choot chudai

और इस तरह मैंने उसे पूरा रंडी बना दिया। choot chudai

पिछले गुरूवार की बात है, उस दिन फिर आंटी अकेली थी, क्योंकि अंकल की शिफ्ट बदल चुकी थी। और वे रात को आॅफिस चले गये । और फिर आंटी चूत खुजलायी तो उन्होंने मुझे ही याद किया। दोस्तों अब मैं एक ही चूत चोद चोद कर ऊब चुका था पर आंटी की भूख शांत ही नहीं होती। लेकिन वह मेरी मकान मालकिन हैं, इस कारण मैं उनको मना भी नहीं कर सकता था और जब भी वे बुलाती मुझे जाना पड़ता। और उस दिन भी ऐसा ही हुआ।

Mami ki chudai – मामी की झांट

मैं उनके कमरे में गया तो वह ब्रा और पैंटी में अपने बेड पर लेटी थी। मैं चुपचाप जा कर उनके पास बैठ गया तो उन्होंने मेरा लंड निकाल लिया और उससे खेलने लगी पर मैंने कोई हरकत नहीं की, इसलिये वह जल्द ही समझ गयी कि आज मैं उन पर खास ध्यान नहीं दे रहा था। और मुझसे बोली कि आखिर बात क्या हैं, तो मैंने भी अपने दिल की सारी बात उनको बता दी। choot chudai

इस पर वे हंस कर बोली कि बस इतनी सी बात। इसके बाद वे बोली कि उनकी एक दोस्त है, जिसका नाम मोना है। उन्होंने उसको हमारी चुदाई का किस्सा बताया था, और तब से वह मेरे लंड के दर्शन करना चाहती है। और उन्होंने कई बार आंटी से मुझसे मिलने के लिये कहा। यह सुनते ही मैं खुशी से उछल गया, और आंटी से बोला कि प्लीज आंटी एक बार मिलवा दो ना। तो वह बोली कि ठीक है, मैं उसे कल शाम को बुला लूंगी।

यह सुनकर मेरे ठंडे पड़े शरीर में जान आ गयी और आंटी की सहेली के बारे में सोचते हुये रात भर मैंने आंटी की खूब चुदाई की और हमेशा की तरह सुबह होने से पहले चुपचाप छत पर आकर अपनी चारपाई पर सो गया। अगला दिन शुरू हुआ, मैं उठा, पर मेरे दिमाग में आंटी की बात गूंज रही थी और पूरी शिद्दत से उनकी फ्रेंड मोना के आने का इंतजार कर रहा था। और इस तरह इंतजार में पूरा दिन पहाड़ जैसा लग रहा था।

इस बीच मैं कई दफें मकान मालकिन के कमरे के चक्कर काट चुका था। और दोपहर को जब मैं उनके पास गया तो आंटी ने मुझसे कहा कि जब मोना आये तो उसे यह पता न चले कि मैं पहले से उसके बारे में जानता हूं.. choot chudai

तो मैंने उनकी सारी बात समझ ली और हां में सिर हिला दिया और फिर अपने रूम में वापस चला आया। और पढ़ाई करने लगा पर मेरा मन पढ़ने में भी नहीं लग रहा था और इस तरह धीरे धीरे शाम हो गयी। करीब छः बजे थे और मैं यह देखने के लिये मकान मालकिन के कमरे की ओर बढ़ा कि उनकी दोस्त मोना आयी है, या नहीं। और जैसे ही मैं उनके डोर पर पहुंचा तो मुझे आंटी के साथ किसी अन्य महिला की आवाजें आ रही थी।

Aunty ki chudai – आंटी की गुलाबी चूत

मैं तुरंत ही समझ गया कि वह उनकी दोस्त मोना है। पर आंटी के कहे अनुसार अंजान बन कर मैंने अंदर प्रवेश किया, तो देखा कि आंटी और उनकी फ्रेंड सामने सोफे पर बैठी थी। मैं चुपचाप बहाने से उनके पास गया और बोला कि आंटी मैं बाजार जा रहा हूं, आपको कोई काम तो नहीं है। उन्होंने कहा नहीं है, फिर जैसे ही मैं मुड़ा तो आंटी ने पीछे से मुझे आवाज लगाई, तो मैं पलट गया।

और उसके बाद उन्होंने मेरा परिचय अपनी फ्रेंड मोना से कराया और तब मैंने मोना को भरपूर नजरों से निहारा। साली एक नंबर माल थी ऊपर से लेकर नीचे तक, और उसके हुस्न का झटका का मुझे ऐसा लगा कि मेरा लंड भी पैंट के अंदर से फड़फड़ाने लगा पर फिर मैंने किसी तरह उसे थाम लिया। वह बहुत ही गोरी बिल्कुल वन टच माल थी और देखने में उम्र करीब 28 साल की लग रही थी। choot chudai

गोल गोल बूब्स से भरी उसकी छाती और भरे भरे गालों के साथ उसकी नशीली आंखें मुझे नशे में कर रही थी। और होठों की बनावट तो ऐसी थी, अगर कोई एक बार उनका रस चूसना शुरू करे तो रूकने का नाम ही न ले। मोना डार्लिंग की खूबसूरती के आगे मेरी मकान मालकिन भी भीकी थी। उनका बेहद टाइट कसा कुर्ता उनकी मस्त बत्तीस इंची कमर पर चिपका था।

फिर आंटी ने मुझे सामने सोफे पर बैठने को कहा तो मैं बैठ गया और इस तरह हम तीनों आपस में गपशप करने लगे। और बीच बीच में मोना आंटी मुझे तिरछी नजरें से तड़ लेती थी और मैं भी आखों ही आखों में उनके शरीर के हर हिस्से को निहार रहा था। जब वह पैर पर पैर रख कर बैठी थी तो कुर्ते के किनारों से दिखती उनकी मांसल जांघे और भी ज्यादा सेक्सी थी।

और इस तरह हमनें खूब बातें की और लगभग एक घंटे बाद आंटी किचेन में खाना रेडी करने चली गयी और मोना भी जाकर उनका हाथ बटानें लगी, तो मैं भी वापस अपने कमरे में आ गया और रात होने का इंतजार करने लगा। choot chudai

रात को खाना खाने के बाद मैं हमेशा की तरह बाहर चारपाई बिछाकर लेट गया और मोना आंटी की याद में आसमान को देखकर करवटे बदलते रहा। और दस बजे के आस पास मैं धीरे से आंटी के कमरे में गया और पूछा कि मोना कहां है तो आंटी ने बताया कि वह बगल वाले कमरे में सो रही है, यह सुनकर मैं मोना के कमरे की ओर बढ़ा और मकान मालकिन अपने बच्चों के साथ फिर से सो गयी।

Bhabhi group sex – तीन भाभीयों की एक साथ चुदाई

मैंने बिना आहट किये मैंने मोना के कमरे के डोर को धक्का दिया तो वह खुल गया। और मैं भी यह समझ गया कि उन्होंने भी चुदने की पूरी व्यवस्था कर रखी थी। और फिर मैं बेड की ओर बढ़ा तो मैंने देखा कि मोना आंटी करवट लिये लेटी थी और उनके बदन पर एक हल्की क्रीम कलर की नाइटी थी जिसमें से उनकी बाॅडी के सभी उभार बखूबी दिख रहे थे। फिर मैंने अपनी शर्ट और लोवर उतार दी और बेड पर जाकर उनसे सट कर लेट गया।

और कमर मैं हाथ डालकर उसे सहलाते हुये सीमा मेरी जान बोला ताकि अगर कुछ गड़बड़ी हो मैं यह कह सकूं कि मैं उन्हें सीमा आंटी समझ रहा था और बच सकूं क्योंकि सीमा मेरी मकान मालकिन का नाम था। choot chudai

और फिर मैंने अपने हाथों को ऊपर करते हुये उनके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया। इस पर भी मोना आंटी चुपचाप अपनी करवट लेटी रही और मैं समझ गया आज वह पूरे चुदने के मन आयी है। और उनकी खामोशी को हां समझ कर मैंने उनके बूब्स को और जोर से मसलना शुरू कर दिया तो धीरे धीरे उनकी सिसकियां निकलने लगी। इसी बीच मेरा लंड भी अपना आकार बढ़ाने लगा और उनकी फूली गाड़ से टकराने लगा।

आज बहुत दिन बाद मेरा लंड किसी नई और हरी भरी गाड़ से टकरा रहा था। फिर मैं उनको सीधा करके जब मैं उनके होठों के पास पहुंचा तो जानबूझ कर झटके से उठकर उनसे अलग हो गया और बोला कि मोना आंटी आप हैं, मैं तो अपनी मकान मालकिन को समझ रहा था और साॅरी बोलकर झूठे मन से कमरे के बाहर आने लगा तो मोना ने मेरा हाथ पकड़कर मुझे रोक लिया और बोली कि ऐसा क्या तुम्हारी सीमा आंटी में जो मुझमें नहीं, मैं भी स्मार्ट हूं, जवान हूं और अगर मैं चाहू तो मेरे पीछे भी लड़को की लाइन लग जाये, पर मैंने सीमा से तेरी बहुत तारीफ सुनी थी इसलिये मैं तेरे पास आयी हूं और इतना कहते ही वह मेरे पास आयी और मेरे कंधो में अपने हाथ डालकर अपने रसीले होठों को मेरे होठों पर रख दिया और धीरे धीरे से चूमने लगी।

अब मैं भी मन ही मन खुश था क्योंकि मेरा प्लान एकदम सही रास्ते पर जा रहा था। choot chudai

पर फिर भी मैंने जानबूझ कर कोई रिसपांस नहीं दिखाया तो मोना आंटी ने मेरे होठों को दबाना शुरू कर दिया तो फिर मुझसे न रहा गया और मैं भी उनका साथ देने लगा और उनके होठों को दबाकर चूमने लगा। फिर मैंने अपने दोनों हाथों से उनको बेड पर लाकर पटक दिया और उन पर चढ़ कर बेकरारी से चूमने लगा।

और चूमते चूमते हमारें मुंह खुले हुये थे जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थी और हमारे मुंह में एक दूसरे का स्वाद घुल रहा था।

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मुस्लिम सब्ज़ीवाले ने मेरी बड़ी चूची वाली बीवी को चोदा – Part 2 https://sexstories.one/muslim-sabziwale-ne-biwi-ko-choda-2/ Wed, 30 Sep 2020 09:18:55 +0000 https://sexstories.one/?p=214 नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम शेखर है. मैं हिंदी सेक्स कहानियां (hindi sex kahani) पढ़ने का शौक़ीन हु। और मैं असम में सरकारी नौकरी करता हु. मेरी बीवी का नाम कुसुम है और वह एक हाउसवाइफ है. ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम शेखर है. मैं हिंदी सेक्स कहानियां (hindi sex kahani) पढ़ने का शौक़ीन हु। और मैं असम में सरकारी नौकरी करता हु. मेरी बीवी का नाम कुसुम है और वह एक हाउसवाइफ है. आप ये कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है. मेरी बीवी के चूचियां बड़ी है. लगभग ३६ब के साइज वाली. उसकी गांड भी काफी उभरी है और मस्त चाल है उसकी. गोरा बदन और सुन्दर चेहरा. मस्त है उसका पूरा सुडौल शरीर. मैं तो उसको हमेशा ही चोदने के मूड में रहता हु.

मैं आशा करता हु के अपने इस कहानी का पहला भाग (मुस्लिम सब्ज़ीवाले ने मेरी बड़ी चूची वाली बीवी को चोदा) ज़रूर पढ़ा होगा।

अब आगे की कहानी पढ़िए…

कुसुम सदमे में थी. उसने सब्ज़ी रखी और बैडरूम जाने के लिए पीछे मुड़ी तो हसन से टकरा गयी। हसन अचानक कुसुम के पीछे आ खड़ा हुआ था और सिर्फ कुर्ते में था। उसने अपनी लुंगी अंदर आते वक़्त उतार दी थी।
कुसुम सेहमी, उसका हाथ अचानक हसन के लंड से टकरा गया। वो घबरा कर निचे देखने लगी।

कुसुम के आँखें बड़ी हो गयी थी.. उसने पहले कभी एक मुस्लिम खतना किया हुआ लंड नहीं देखा था…

“हाथ में ले के देखो भाभीजी.. “, हसन मुस्कुराते हुए बोलै..

पता नहीं क्यों कुसुम मंत्रमुग्ध से हो कर आगे बढ़ी और हसन के लंड को अपने हाथ में ले कर सहलाने लगी…

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“हाँ…. ऐसे ही सेहलाओ इसे… आज तुम्हे जन्नत की सैर करवाएगा ये… “, हसन ने ये कहते हुए कुसुम के बाथरोब खोल दिया..

कुसुम पूरी नंगी हसन के सामने कड़ी थी और उसका लंड सेहला रही थी. हसन ने अपना कुर्ता निकाल दीया। दोनों नंगे खड़े थे एक दूसरे के सामने ने..

मोटा, छोटा पर मुस्तैद हसन… और नाज़ुक, गोरी, बड़े चुचे और मोटी गांड वाली मेरी बीवी कुसुम… एक दूसरे को देख रहे थे…

तभी कुसुम नीचे बैठी और हसन का लंड मुँह में लेके चूसने लगी… मैं अवाक् रह गया.. उसने कभी मेरा लंड नहीं चूसा और एक बदसूरत मुस्लमान सब्ज़ीवाले का गन्दा लंड चूस रही थी…

‘आह्ह्ह्हह्ह…. आअह्हह्ह्ह्ह…”, हसन सिसकारी भरने लगा. उसने कुसुम का सर पकड़ा और उसका मुँह चोदने लगा…

कुछ देर मुँह चोदने के बाद उसने कुसुम को अपने से अलग किआ और गोद में उठा कर बैडरूम में ले गया…

मैंने कैमरा चेंज किआ और बैडरूम का नज़ारा देखने लगा… हसन खुद बेड पर लेट गया और कुसम को कुछ इशारा किआ.

कुसुम उठी और उल्टा लेट गयी. उसकी मुँह हसन के लंड पर और चूत हसन के मुँह के पास… 69 पोजीशन में…

साली रांड, मेरे साथ को कभी ऐसा नहीं किआ उसने… मुझे ये सब देख के बहूत गुस्सा आ रहा था…

खैर.. मैं देखने लगा.. मुझे पता था के कुसुम की छूट की वाट लगी होगी बुरी तरह… हसन बड़े नामवाला चोदू था…

10-12 मिनट तक दोनों ने एक दूसरे को चूसा… हसन कुसुम की चूत चूस रहा था गांड में ऊँगली भी कर रहा था…. कुसुम अपनी गांड हिला रही थी और हसन का लंड चूस रही थी… उसके घने बालोंवाला बदबूदार और गन्दा लंड… और उसके आंड से भी खेल रही थी…

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हसन उठा और कुसुम को उठा कर बेड पे लिटा दिया… कुसुम तो जैसे किसी जादू में लहरा रही थी.. उसे तो बस जल्दी से चुदना था…

हसन के उसकी टाँगे फैलाई… उसकी बालोंवाली चूत साफ़ दिख रही थी… उसकी चूत बैडरूम के लाइट में चमक रही थी… हसन के थूक और खुद अपने चूत के रस से…

हसन ने उंगलियों से उसके बाल हटाए और फिर से कुसुम को चूत चाटने लगा… इस बार और जोरसे… कुसुम उछल रही थी… पागलो जैसी… सर इधर-उधर कर रही थी… एक हाथ से हसन के सर पकड़ा था और दूसरे हाथ से अपनी एक चूची दबा रही थी…

हसन उसकी चूत ऐसे ही करीब 5-7 मिनट चाटता रहा… कुसुम गर्मी के मारे पागल हुई थी…

“चोद दे मुझे हसन, अब कण्ट्रोल नहीं होता..”, वो बड़बड़ायी….

“अभी नहीं रंडी… “, हसन उठा और बोलै… ,” अभी तो पूरा दिन है.. तेरे पूरे बदन से खेलूंगा…. फिर चोदुँगा …. ”

वो अब कुसुम के बड़े चचे दबाने लगा… कुसुम कराहने लगी.. उसकी एक ऊँगली छूट में थी…

हसन एक हाथ में एक चूची दबा रहा था और दूसरे चुचे को दाथ से काट-चबा रहा था…

कुसुम बिन पानी के मछली जैसे छटपटा रही थी… पागल थी हसन के लंड चुत में लेने के लिए.. पर उसे क्या पता था के हसन उसकी क्या हालत करने वाला था…

बाकी के कहानी अगले अंक में पढ़ना न भूलें…

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