aurat ki chudai Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/aurat-ki-chudai/ Hindipornstories.org Wed, 09 Jun 2021 02:40:45 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 कंपनी की सहकर्मी को चोदा https://sexstories.one/company-me-chudai/ Wed, 09 Jun 2021 02:40:45 +0000 https://sexstories.one/?p=3745 हेलो दोस्तों सभी लंड मालिकों को प्रणाम और चुत की मालकिनों को मेरे लंड का प्रणाम। मेरा नाम अभय और मैं राजस्थान से हु। और जयपुर रह कर एक आईटी कंपनी में नौकरी कर रहा ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हेलो दोस्तों सभी लंड मालिकों को प्रणाम और चुत की मालकिनों को मेरे लंड का प्रणाम। मेरा नाम अभय और मैं राजस्थान से हु। और जयपुर रह कर एक आईटी कंपनी में नौकरी कर रहा हु ।आज की इस कहानी में बताऊंगा की कैसे मैंने मेरी सह कर्मी की चुदाई की। Company me chudai ki sex kahani

सबसे पहले जिसके बारे में कहानी है उसका परिचय करवा दू, उसका नाम है रीना इसकी हाइट 5’11” होगी और उसका शरीर ठीक ठाक है पर उसकी गांड फूली हुई है जब भी उसकी गांड देखता हु तो मन करता है अभी खोल के लंड ठूस दू ।

अब कहानी पर आते है बात आज से 2 साल पहले की है मैं और रीना एक ही IT कंपनी में काम करते थे उसे भी इस कंपनी में आये 15 दिन ही हुए थे और मैं भी इस कंपनी में नया नया ही आया था। कुछ दिन तो कंपनी में ऐसे ही चलता था फिर एक दिन कम्पनी में इंटरनेट नहीं आ रहा था और आप सभी जानते है आईटी कंपनी इंटरनेट बिना कुछ नहीं है, तो बस ऐसे ही सभी बैठे थे ..

तो आपस में बातचीत शुरू हुई थोड़ी बहुत जान पहचान उसने भी बी.टेक किया था और मैंने भी बी.टेक तो बाते चलती गई 2-3 घटे कब उसके बोबो को देखते देखते निकल गए पता ही नहीं चला इसी बीच मोबाइल नंबर भी अदला बदली कर ली । अब उसके बाद कुछ नहीं रोज वही गुड मॉर्निंग होती और लंच सभी के साथ करते तो वह बात होती 2 महीने इसी में निकल गए।

2 महीने बाद किस्मत ने जागना शुरू किया जब उसके पास जो बैठता था उसने कंपनी छोड़ दी और उसके 3-4 दिन बाद मेरा कंप्यूटर ख़राब हो गया तो मैनेजर ने मुझे उसके पास ही बैठा दिया उसके पास बैठ कर बहुत खुशी हुई अब लगा की बात कुछ आगे बढ़ेगी । अब रोज बाते होने लगी कभी रात को व्हाट्सअप पर भी हो जाती थी फ़ोन पर रात को बात नहीं होती थी क्योकि उसका जयपुर में ही घर था तो सभी घर पर ही रहते थे ।

उसके करीब 1 महीने बाद एक बार मैंने ऐसे ही अपने दोस्तों के साथ पार्टी की थी तो उसकी फोटोज उसे बता रहा था तो उसने पूछा की तुम ड्रिंक भी करते हो मैंने कहा हा बस फिर क्या था उसने कहा यार कभी बैठते है न बहुत दिन हो गए दारु पिए ।

मैंने कहा कोई बात नहीं अगले शनिवार का प्रोग्राम बनाते है। 3 दिन बाद शनिवार था तो पक्का हो गया की शनिवार को दारु पार्टी होगी लेकिन उसने बोला की इस बारे में किसी और को पता नहीं लगना चाइये । अब तो मेरे मन में भी लड्डू फुट रहे थे की अब तो शनिवार को हो सकता है चुत मिल जाये।

उसने भी अपने घर पर बोल के की दोस्तों के साथ रात को मूवी और फिर उसके बाद दोस्तों के पास ही रुक जाउंगी। तो घर वालो ने भी परेशान भी नहीं किया ।

अब आते है पार्टी वाले दिन जैसे हमने पक्का किया था की मैं ऑफिस से जल्दी निकल जाऊंगा और बियर खरीद लूंगा और साथ नहीं जायेंगे तो किसी को शक भी नहीं होगा, मैं जल्दी निकल गया और मैंने 10 बियर खरीद ली इतनी तो पीते नहीं लेकिन क्या पता कब जरूरत पद जाये तो मैंने एक्स्ट्रा ही खरीद की और साथ में चकना और सिगरेट के 2 पैकेट खरीद लिए क्योकि वो रीना खुद भी सिगरेट पीती थी और खाना हमने बहार ही आर्डर करके मंगवा लिया..

अब तय समय पर हम बाहर बाजार में मिले क्योकि डायरेक्ट घर नहीं जा सकते क्योकि में एक अपार्टमेंट वाली बिल्डिंग में एक २ BHK फ्लैट में किराये से रहता था तो जल्दी के समय सभी रहते है तो सोचा थोड़ा घूम लिया जाये और फिर थोड़ा लेट चलेंगे हम थोड़ा मार्किट घूमे और ९ बजे करीब अब हम घर के लिए निकल गए घर पर जाते ही मैंने सभी दरवाजे बंद किये और घर पैक कर लिया ।

अब रीना ने आते ही थोड़ा फ्रेश होकर कपडे चेंज किया और एक शॉट्स और एक पतली सी टी-शर्ट पहन ली उसकी गोरी गोरी जाँघे देख कर मेरा लंड पहले से ही फड़फड़ाने लग गया मैंने उसे शांत किया और दारु पीने की तैयारी की और कमरे में पीने बैठ गए ।

पहले एक-एक गिलास पी और फिर हम सिगरेट पीने लगे और हमने सोचा की कुछ देखा जाये तो हम मिर्जापुर वेब सीरीज देखने लग गए और साथ साथ दारु पी भी रहे थे, फिर बीच में मुन्ना भैया की चुदाई वाल सीन आ गया और रीना ने उसे बंद कर दी बोली की कुछ अपनी बाते करते रहे और पीते रहे हम 8 बॉटल ख़तम कर चुके तेह मैंने बोला की अब खाना कहा लिया जाये अगर इच्छा होगी तो बाद में फिर पी लेंगे…

उसने बाद हमने खाना खा कर रात के करीब 12 बजे ऊपर छत पर आ गए ऊपर खुली हवा में दारु का नशा और छाने लगा उसके बाद हमने एक कोने में बैठ गए और सिगरेट पीने लगे सिगरेट हम रात के अँधेरे में धीरे-धीरे बाते कर रहे थे और सिगरेट पी रहे थे अचानक से वो मेरे कंधे पर सर रख कर बाते करने लगी मैं उसके गालो पर हाथ फेरने लगा फिर उसने अपना सर उठाया और मुँह नजदीक लागर kiss करने की कोशिश कर रही थी..

मैंने भी अपना मुँह आगे बढ़ाया और धीरे-धीरे किश करना शुरू..

अब 5 मिनट बाद मैंने उसे बोला की अब नीचे चलना चाइये वो आगे आगे चल रही थो और मैं पीछे-पीछे, जैसे ही हम कमरे में अंदर घुसे मैंने उसे पीछे से पकड़ लिया, और घुमा कर किश करना स्टार्ट कर दिया वो भी जोरो से मुझे किश करे जा रही थी किश करते करते मैंने उसकी पतली सी टी-शर्ट उतर दी और ब्रा भी अब मैं उसके बोबो को भी दबाना और चूसना स्टार्ट कर दिया । उसने भी अब मेरे निकर में हाथ डाला और मेरा लंड पकड़ लिया और उसे दबाने लग गई..

अब मैंने उसे पूरा नंगा कर दिया उसकी चुत एक दम साफ़ चिकिनी थी जैसे की आज ही साफ़ की हो और मैं उसकी चुत चाटने लगा वो बहुत आवाजे करने लग गई एक बार तो वो झड़ गई अब हम 69 की पोजीशन में आ गए वो मेरा लंड मजे से चूस रही थी 15-20 की इस प्रक्रिया के बाद वो दुबारा से झड़ गई थी और मैं भी झड़ गया था, उसके बाद हमने सोचा क्यों न एक-एक गिलास बियर और पी ली जाये…

अब हम दोनों ही नंगे थे और बियर पी रहे थे, उसे पता नहीं क्या सुझा उसने मेरा लंड उसके बियर के गिलास में डुबोया और उसे चूसने लगी मेरी बियर भी ख़तम हो चुकी थी, मेरे पास कंडोम हमेशा होते थे मैंने कंडोम निकला उसके बाद मैंने उसे लेटाया और उसके चुत पर लंड रख कर आहिस्ता-आहिस्ता अंदर घुसाया ताकि उसे भी मजा आये उसे दर्द हो रहा था उसके बाद में उसके बोबे सहलाने लगा अब उसे भी मजा आ रहा था..

उसके बाद मैंने अपने धक्के स्टार्ट किये और धीरे धीरे स्पीड बढ़ाई, उसेक बाद लगातार चुदाई चलती रही फिर में उसे घोड़ी बनाया और धककम्पेल चुदाई चलती रही वो करीब 20 मिनट बाद वो झड़ गई थी उसके कुछ देर बार मैं भी झड़ गया और उसके ऊपर ही लेट गया ।

उसके बाद हमने सिगरेट पी , गर्मी का मौसम था क्यों न एक बार नहा लिया जाये उसके बाद सोयेंगे और हम दोनों एक साथ बाथरूम में शावर लेने लगे इसके साथ ही रीना ने फिर से मेरा लंड मसलना स्टार्ट कर दिया और चूसना शुरू किया उसके साथ ही मेरा लंड एक बार फिर से तैयार था मैंने उसे वही बाथरूम में घोड़ी बनाकर वही करीब 20 मिनट चोदने के बाद लंड बहार निकला और उसके मुँह में दे दिया..

उसके बाद 2 मिनट चूसने के बाद उसने मुँह में ही झड़ गया उसके बाद हम नहाये और एक दूसरे को पोंछ कर नंगे ही सो गए उसके बाद सुबह करीब 6 बजे मेरी नीच खुली तो देखा रीना पहले हु उठ गई थी और मेरे लंड के साथ खेल रही थी मैं उसे किस करने लगा और हमने एक बार और चुदाई की उसके बाद वो तैयार होकर अपने घर चली गई और मैं 12 बजे तक सोया । इसके बाद हमें जब भी मौका मिलता हम चुदाई करते और बहुत मजे किये, तो दोस्तों किसी लगी मेरी ये कहानी..

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Andar Ki Aurat Ko Jagaya https://sexstories.one/andar-ki-aurat-ko-jagaya-xxx/ Sat, 24 Apr 2021 08:12:03 +0000 https://sexstories.one/?p=2940 में हिना (नाम बदला हुआ) उम्र 24 साल. में लखनऊ से हूँ, में दिखने में सुन्दर कलर गोरा है, लम्बाई 5’11,वजन 81 किलो, और मेरे बूब्स बड़े बड़े और टाइट है में आप को एक ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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में हिना (नाम बदला हुआ) उम्र 24 साल. में लखनऊ से हूँ, में दिखने में सुन्दर कलर गोरा है, लम्बाई 5’11,वजन 81 किलो, और मेरे बूब्स बड़े बड़े और टाइट है में आप को एक मसालेदार स्टोरी बताने जा रही हूँ जो की एक सच्ची घटना है तो दोस्तों मुझे आशा हे की आपको मेरी यह स्टोरी जरुर पसन्द आयेगी.

तो अब स्टोरी पर आते है.मैने फेसबुक पर एक मेच्यूर टॉप लड़के से दोस्ती करी उनका नाम विपिन था, और में उनसे काफी खुल गयी थी हम सेक्सी बाते भी करते थे और काफी दिनों तक हम बाते करने लगे और वो वैसे वो जयपुर से थे पर उन्होने बताया की वो अक्सर लखनऊ आते रहते है और 20 तारीख को लखनऊ आ रहे है,

तो हमारे बीच यह फिक्स हुआ की जिस होटल मे वो रुकते है वहा मिलेगे. करीब दो हफ़्ता चेट होने के बाद वो दिन आ ही गया, मैने भी एक रात पहले पूरी बॉडी स्मूद कर ली थी ब्रा-पेंटी और एक नाइट्गाउन अरेंज कर लिया था. 20 तारीख की सुबह हम अपने डिसाइड स्पॉट पर मिले, वो करीब 5’8 के और गोर थे और दिखने में अच्छे थे, हम बाते करते करते उनके होटल के रूम तक पहुचे, मेरा दिल बहुत ज़ोर से धड़क रहा था.

हम रूम मे अन्दर गये मैने अपना बेग जिसमे मेरे फीमेल कपड़े थे कुर्सी पर रखा, इतने मे विपिन ने दरवाजा बंद किया और पीछे मेरे चूचे हल्के से दबा कर गर्दन पर किस लिया और बोले जाओ हिना रानी तैयार हो कर आओ. मै बाथरूम मे गयी जल्दी से शावर लिया, बॉडी पर लोशन लगाया और फिर ब्रा पेंटी पहन ली, ब्रा की फीटिंग बिल्कुल मस्त थी वो मेरे चूचो को दबा के बीच मे धारी बना रही थी, और मेरी टाइट पेंटी मेरे रसीले चूतडो के बीच मे घुस के मेरे चूतडो को और भी मादक बना रही थी,

फिर मैने उसके उपर नाइट्गाउन पहना, और नज़ाकत से मटकते हुये रूम मे आई. विपिन जी बेड के ऊपर पर बैठे थे और उनकी पेन्ट मे उनका लंड खड़ा था जो एक बड़ा टेंट बनाये हुये था, मुझे यह देख शर्म आ गयी.

विपिन जी ने मुझे देख बड़ी गंदी तरह से अपना लंड मसला और बोले हाय रानी आज तो तुझे अपने बच्चो की माँ बना दूँगा, और मेरा हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खीच लिया, उनका खड़ा लंड सीधे मेरी जांघो के बीच मे घुस गया और मेरे मुँह से आ निकल गयी, विपिन जी ने मुझे चूमना शुरू कर दिया और नाइटी के उपर से ही मेरे बदन पर हाथ रगड़ने लगे,

मै लगातार आहे भर रही थी और वो गंदी बाते बोल रहे थे जैसे” हाये क्या माल है, तेरा पति तेरी गर्मी कहा ठंडा कर पाता होगा, मेरी रखैल बन जा, तेरी चूत मे तो लंड डालूँगा, तेरे दूध खाली कर दूँगा और भी बहुत कुछ बोला. फिर उन्होने मुझे अपने सामने खड़ा करके मेरा नाइट गाउन उतार दिया अब मै सिर्फ़ ब्रा पेंटी मे थी, वो मेरे चूतड़ नोचते हुये बोले ज़रा रंडी की तरह नाच के तो दिखा और मेरी गांड पर थपड मारा.

मुझे शर्म तो बहुत आई पर मैने भी उनके सामने अपनी गांड मटकना शुरू कर दी उनके सामने झूक के अपने चूचे दबाये, अपने चूतड़ फैलाकर अपने होल पर पेंटी की स्ट्रिंग की पतली सी डोर भी दिखाई. अब उन्होने मुझे घसीट कर बेड पर पटका और मेरी ब्रा को नीचे कर मेरे चूचे आज़ाद कर दिये और उन पर टूट पड़े, वो उन्हे मसल रहे थे नोच रहे थे काट रहे चूचक ऐसे चूस रहे थे मानो सारा दूध पी जायेगे, मैने भी मस्ती मे उनके लंड को पकड़ के बाहर निकाल लिया काफ़ी बड़ा था ऑलमोस्ट 8 इंच और बहुत हार्ड था मै उनकी मूठ मारने लगी तभी वो उठे और मेरे मुँह मे लंड घुसेड के ज़ोर से मुँह की चुदाई चालु कर दी, मेरे आंसू निकल आये पर वो नही रुके बीच बीच मे तो मेरी साँस रुकी जा रही थी.

फिर 5 मिनिट बाद मेरे बाल पकड़ कर मुँह अलग किया और मेरी आँखों मे देखते हुये बोले, तू मेरी रखैल है, मैने भी जवाब दिया हाँ मै आपकी रखैल हूँ नाजायज़ बीवी हूँ, लूट लो मेरे जिस्म को. फिर उन्होने मुझे बिस्तर पर उल्टा लिटाया और मेरे चूतडो को खोल के पेंटी की डोर को किनारे पर किया और अपना मुँह घुसेड के मेरे छेद को चाटने लगे, मुझे असीमित आनंद मिल रहा था में मजे से पागल हो कर सिसकारियां और आहे भर रही थी, फिर उन्होने ऑयल की बोतल से बहुत सारा ऑयल मेरे चूतडो के बीच छेद पर डाला, ऑयल चूतडो की घाटी के बीच में भर के नीचे बह रहा था.

फिर मेरी होल मे उंगली डाल कर मेरे होल मे उंगली करते रहे, 2 मिनिट बाद मेरे चतड़ो के बीच लंड दबाके रगड़ने लगे और अपने लंड को भी चिकना कर लिया, फिर मेरे होल पर लंड का टोपा रखा, मैने उनसे रिक्वेस्ट की धीरे से करे क्योकि में बहुत कम चुदी हूँ और इतना बड़ा कभी नही लिया था, पर उन्होने मेरी बात अनसुनी करके एक ही ज़ोरदार झटके से मेरी गांड चूत फाड़ दी मेरे मुँह से चीख निकल गयी और मेरा वही बेड पर पेशाब निकल गया. वो यह देखकर बहुत खुश हुये और बोले वाह मेरी रखैल मज़ा आ गया.

फिर उन्होने ज़ोरदार चुदाई शुरू कर दी, में भी मज़ा ले कर चुद रही थी, पर करीब 15 मिनिट की चुदाई के बाद रूम की बेल बजी में डर गयी वो बोले डरो नही रानी मैने खाना मँगवाया था. उन्होने मुझे चादर से ढका उसी हालत मे और खुद पेन्ट पहन कर दरवाज़ा खोला उनका लंड पूरा खड़ा था मुझे बहुत शर्म आ रही थी, वेटर भी सब समझ गया था पर सिर्फ़ स्माइल दे रहा था.

विपिन फिर से मेरे पास चादर मे घुस आये और अंदर ही पेन्ट उतार दी, उन्होने वेटर से खाना सर्व करने को कहा, जैसे ही वेटर दूसरी तरफ मुड़ा विपिन जी ने मेरे चूतड़ फैला कर लंड मेरी गांड चूत मे डाल दिया मेरी हल्की सी चीख निकल गयी पर विपिन जी ना रुके और हल्के हल्के झटके देने लगे लेकिन यह सब चादर के अंदर हो रहा था पर फिर भी वेटर से कुछ ना छुपा था, बेड भी हिल रहा था.

अब में भी बेशर्म हो कर आहे भर रही थी और मोन कर रही थी, वेटर ने खाना सर्व कर दिया और हमारी तरफ घूमा, अब चादर कमर तक नीचे हो चुकी तो उसे मेरी ब्रा मे फंसी नंगी चूचे भी साफ साफ दिख रहे थे फिर विपिन जी ने उसे जाने को कहा और उसे 100 रुपये टिप देकर भेज दिया, फिर मुझसे बोले कैसा लगा मेरी रंडी, मैने शरमाते हुये कहा आप बहुत गंदे हो. वो अब उठे और मुझे बाथरूम मे ले गये फिर मुझे झुका कर मेरी गांड चूत मे लंड घुसेड दिया और मेरे चूचे मसलने लगे, उन्होने बड़ी बेरहमी से मुझे चोदना शुरू कर दिया .

फिर हम दोनो नहाये और सफाई के बाद बेडशीट बदलाई, और खाना ख़ाके थोड़ी देर आराम किया, चुदाई के अलावा विपिन जी बहुत ही पोलाइट और हंबल थे. उसके बाद भी उस रात उन्होने मुझे दो बार और चोदा. मुझे आशा हे आप लोगो को मेरी यह कहानी पसंद आयेगी,

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गदराई आंटी के मस्त दूध निचोड़े https://sexstories.one/aurat-ka-doodh/ Wed, 18 Nov 2020 18:08:51 +0000 https://sexstories.one/?p=1522 मेरी माँ की सहेली सुनीता की उम्र करीब 40 से ज्यादा ही होगी पर वो लगती नही थी। उनके पति ऑफीस के काम से अक्सर बाहर जाते थे और उनके 2 बच्चे थे। एक लड़का ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मेरी माँ की सहेली सुनीता की उम्र करीब 40 से ज्यादा ही होगी पर वो लगती नही थी। उनके पति ऑफीस के काम से अक्सर बाहर जाते थे और उनके 2 बच्चे थे। एक लड़का जो होस्टल में पड़ता था और एक लड़की जिसकी कुछ टाइम पहले शादी हुई थी। वो मेरी माँ की कुछ टाइम पहले ही नई सहेली बनी थी। aurat ka doodh

फिर वो मेरे घर आने लगी सुनीता आंटी हमेशा साडी ही पहनती है। में उनके बारे में कभी कुछ गलत नही सोचता था। आंटी मेरे घर आई और मेरी माँ से कहने लगी। मेरे घर में कोई नही होता हे। में आशीष से कभी कुछ काम होगा तो उससे करा लूंगी।

मेरी माँ ने हाँ कह दिया आप कोई भी काम हो इस को बोल दिया करो। ये कर देगा फिर क्या था सुनीता आंटी मुझको एक दो दिन मैं कुछ ना कुछ समान मगाती रहती थी और में उन के घर में जाता रहता पर कभी घर के अंदर नही जाता था। बाहर से उनको समान दे कर चला जाता था।

एक दिन आंटी ने मुझको कॉल किया की आशीष मेरे साथ तुम मार्केट चलो मुझको कुछ समान लेना है। उन दीनो बारिश हो रही थी। मैं आंटी के घर के बाहर आया और कॉल की आंटी मैं आ गया हूँ….. आंटी ने क्या साडी पहनी थी। रेड सिल्क कलर की सिल्की साडी। मैने इतना ध्यान नही दिया क्यूकी में आंटी के बारे में कभी भी गलत नही सोचता था।

में आंटी को बाइक में ले जाने लगा और आंटी को मार्केट ले आया। आंटी ने कुछ घर का समान लिया और फिर आंटी एक शॉप में गयी। जहा पेंटी और ब्रा मिलता था। में शॉप के बाहर ही रुक गया। aurat ka doodh

आंटी बोली आशीष क्या हुवा में बोला आंटी आप ही जाइए आंटी ने बोला चलो ना कोई दिक्कत नही है। आंटी के साथ अंदर चला गया आंटी ने शॉपकीपर से कुछ पेंटी और ब्रा मंगवाई। आंटी का साइज़ 42 था। आंटी ने 3 पेंटी और ब्रा पसंद कर ली और आंटी को में घर लाने लगा तभी बारिश होने लगी।

आंटी और में तोड़ा भीग गये। हम जैसे आंटी के घर पहुचे तभी बारिश तेज़ हो गयी। आंटी बोली आशीष अंदर चलो जल्दी से मैं बाइक लगा के आंटी के घर चल दिया।

आंटी ने अपने घर का दरवाजा खोला और हम अंदर गये। मैं आंटी के घर के अंदर पहली बार गया था। आंटी ने कहा आशीष ये लो टॉवल जल्दी से ड्रेस उतार लो नही तो ठंड लग जायगी।

मैं कहा आंटी कोई बात नही में बारिश कम होते ही चला जाउगा। आंटी ने कहा अरे आशीष तुम्हारी ड्रेस पूरी भीग गयी है। तुम बीमार हो जाओगे। मैने आंटी की बात मान ली और ड्रेस उतार ली और टॉवल को पहन लिया और आंटी भी ड्रेस चेंज करने चली गयी। अपने रूम में। आंटी जब वापस आई तो क्या लग रही थी। वो पिंक कलर की नाइटी में आई और मेरे सामने आ कर बैठ गयी।

फिर आंटी बोली आशीष में चाय बना कर लाती हू। उस टाइम तक मेरे लिए आंटी के लिए कुछ ग़लत नही सोच रहा था। फिर आंटी चाय लेकर आई और मेरे सामने आ कर बेठ गयी और हम दोनो चाय पिने लगे और आंटी इधर उधर की बाते करने लगी की।। आशीष तुम क्या करते और क्या करना चाहते हो।

फिर आंटी कहने लगी आशीष में ब्रा चेक कर लू की साइज़ सही है या नही अगर सही नही होगा तो तुम चेंज कर लाना। फिर आंटी अंदर गयी और थोड़ी देर बाद आंटी ने मुझको आवाज़ मारी। आशीष ज़रा अंदर आना।

में टॉवल में ही अंदर गया और अंदर जाते ही मेरी आँखे खुली की खुली रह गयी। aurat ka doodh

आंटी पेंटी और ब्रा में थी। ब्रा पहनने की कोशिस कर रही थी।

आंटी बोली अंदर आ जाओ। में हिम्मत करके अंदर गया और आंटी बोली आशीष ज़रा इसको पहनाना मुझसे हुक लग नही रहा। में बोला आंटी में… आंटी बोली तो क्या हुआ… में आंटी की ब्रा का हुक लगाने लगा और चुपके चुपके उनके मोटे बोब्स देख रहा था। आंटी मुझसे पूछने लगी आशीष तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है…. मैं उस टाइम चुप रहा आंटी फिर बोली बताओ ना मैं किसी को नही बोलूंगी…..

मैं बोला आंटी ऐसी कोई बात नही हे। मेरी कोई गर्लफ्रेंड नही है। आंटी क्यू झूट बोल रहा हे। मैं बोला आंटी कोई मिली नही. . .

आंटी बोली तुमको किस तरह की लड़की चाहिए।। मैं बोला जो मुझको प्यार करे। आंटी बोली हा सही है. . मैने आंटी के ब्रा का हुक लगा दिया। आंटी मेरे सामने सीधी हो कर खड़ी हो गयी। उनके मोटे मोटे बोब्स देखा कर लंड खड़ा हो गया और टॉवल से साफ दिखने लगा। आंटी ने देख लिया।

फिर आंटी बोली आशीष ज़रा वो वाली लाना जो बाद में है।। मैं उस दूसरी ब्रा लेने गया। तब तक आंटी ने अपनी ब्रा उतार दी और मेरे सामने सिर्फ़ पेंटी मैं थी। मेरे दिमाग़ ही काम नही कर रहा था।

आंटी बोली लाओ। मैं लेकर आंटी के पास गया। aurat ka doodh

आंटी बोली क्या हुवा आशीष कभी किसी ओरत को ऐसे नही देखा… मैं कहा नही आंटी… मेरे लंड की तरफ़ देखकर बोली ये क्या है… में बोला आंटी कुछ नही… आंटी मेरे पास आई और मेरे लंड को छूने लगी।

में पागल सा हो रहा था। आंटी ने मेरा टॉवल निकाल दिया। मैं अपने अंडरवेयर में था। आंटी मेरे लंड को अंडरवेयर के बाहर से हिलाने लगी मुझसे कंट्रोल नही हुआ मैं आंटी को बाहो में भर लिया और उन को किस करने लगा।

आंटी बोली आशीष काफ़ी टाइम से तेरे अंकल ने मुझको प्यार नही किया। इस लिए मैने ये सब करा अगर मैं तुझसे बोलती तो तू मुझसे बात भी नही करता क्योकि तुमको मुझ मैं क्या मिलेगा।

मैने बोला आंटी ऐसी बात नही है। में आपको आज से प्यार करुगा। आंटी मुझको किस करने लगी। मैंने आंटी को गोद में लिया और बेड में लेटा दिया।

मैने आंटी की पेंटी के उपर से ही उनकी चूत मसलने लगा और उनके बोब्स को चूसने लगा। आंटी मस्त आवाज़ निकालती जा रही थी। मैने आंटी की पेंटी उतार दी मैने देखा आंटी की चूत में एक भी बाल नही है पूरी लाल चूत थी।

आंटी बोली मैंने आज ही साफ किया है। मुझे आज तुझसे जो मिलना था.. मैने कहा क्या बात है साली…

वो हँसने लगी और मेरे लंड को आगे पीछे करने लगी। में उसके बोब्स चूसते चूसते उसकी नाभि को किस और चाटने लगा। उसने कहा आशीष अपनी आंटी को मत तड़पाओ प्लीज़ अपना लंड डालो। मैंने कहा अच्छा। मैने आंटी के पेरो को फेलाया और उनकी चूत में अपना लंड रखा। धीरे से अंदर डालना शुरू किया।

एक झटका दिया आंटी की चीख निकल गयी और मैंने अपनी स्पीड बड़ा ली और आंटी की आवाज़ मुझको दीवाना करने लगी। हहा…आ.आ.. हम्म हहा…आई… मैने स्पीड से उनकी चूत के अंदर बाहर अपने लंड करता रहा। आंटी ने अपना पानी छोड़ दिया। पर मेरी स्पीड चल रही थी। 15 मिनट बाद मेरा भी निकलने वाला था।

मैंने पूछा आंटी कहा निकालू वो बोली बाहर निकाल दो। aurat ka doodh

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