कुंवारी मौसी और मैं

मौसी के नाख़ून मेरे चूतड़ो पर चुभ रहे थे। में ज़िंदगी में पहली बार अपना लंड किसी औरत के मुँह में डाल रहा था। मौसी किसी प्रोफेशनल रांड की तरह मेरा लंड और अंडे चूस रही थी, यहाँ तक कि उन्होंने मुझे घोड़ा बनाया और मेरी सारी गांड चाट डाली, मुझे शर्म भी आ रही थी…

मौसी के पड़ोस कि लड़की को चोदा

अब वो ब्रा और पैंटी में थी और मैं अंडरवियर और बनियान में था हम एक दूसरे को चूम रहे थे.. फिर मैंने सोनम की पैंटी उतार दी उसकी चुत पर बाल नहीं थे मैने उसको नीचे चटाई पर लिटा दिया और उसकी दोनो टांगे फैला कर उसकी चुत को चूसने लगा…

फेसबुक से चुदाई तक का साथ

मैं अब काफी दिनों से राकेश से बात नहीं कर रही थी। एक दिन वह मुझसे बातें करने लगा और कहने लगा कि तुम मुझसे बात नहीं कर रहे हो मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा। जब वह मेरे पास आकर बैठा था  तो मुझसे भी नहीं रहा गया और मैंने उसके हाथों को पकड़ लिया…

ससुराल वालों की खातिरदारी

दिब्या जल्दी से उठी और बाथरूम में घुस गई तो मैं भी दबे पाँव पाँव बाथरूम में घुस गया तो देखा कि दिब्या पेसाब कर रही थी दिब्या कि चूत से पेसाब करने कि इस तरह से आवाज निकल रही थी स्सी स्सीस्सीस्सीस्सीस्सी जैसे ही दिब्या ने मुझे देखा तो साड़ी से अपना मुह ढक लिया…

भाभी बोली, आ तुझे मर्द बनती हूँ

अब मेने भाभी के एक बूब्स को मुँह मे लेकर चूसना स्टार्ट कर दिया मुझे बहुत अच्छा लग रहा था क्योंकि ये मेरा पहला एक्सपीरियन्स था अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था तो मे भाभी के उपर चड गया ओर ज़ोर जोर से उनके बूब्स चूसने लगा कुछ ही देर मे भाभी की आँख खुल गई…

बटेर की चुदाई

कुछ देर लंड चाटने के बाद उसने मेरे लंड को अपने मुंह में भर कर चूसने लगी और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए उसके दोनों निप्पलस को दबा रहा था | वो मेरे लंड को आगे पीछे करते हुए चूस रही थी..

दोस्त की बीवी गैर मर्द की दीवानी

अब भाभी ने उसके लंड को कसकर पकड़ा और कहा कि सिर्फ़ पेटीकोट ही उतारना, उसने अब अपना अंडरवियर भी उतारा और पूरा नंगा हो गया। अब वो उसके लंड को ज़ोर ज़ोर से मसलने लगी, इस बीच उसने भाभी की मेक्सी को और पेटीकोट दोनों ऊपर उठाए….

ट्रैन में माँ को अजनबी ने चोदा

माँ लेट गयी और वो आदमी उनके पैर के तरफ उकडू बैठ गया… उसका काला लंड लुंगी के बाहर था… उसने फिर माँ के पैर से साड़ी ऊपर किया.. मैं आँखें बंद कर के पड़ी रही… फिर उसने साड़ी पूरी हटा दी… माँ ने तो पहले से ही सारे उन्देर्गर्मेन्ट्स उतार दिए थे..

पानी और चुत

मैने उसकी साड़ी खींच डाली उसकी पीठ से सट कर उसके बोब्स को ब्लाउस के उपर से ही दबाने लगा और उसके होंठ चूस रहा था. मेरा लंड टाइट होकर उसकी गांड से मस्ती कर रहा था. मैने अपने हाथ उसके ब्लाउस मे डाल दिए और उसके बोब्स दबाने लगा….

शादी का सुख – पार्ट २

उफ़्फ़ ! जब उसने अपनी जीभ मेरी चूत के दाने पर फेरी तो मेरे तो बदन में जैसे बिजलियाँ दौड़ गई। मैंने अपनी दोनों जांघों में उसका सर दबा लिया और अपने दोनों हाथ उसकी पीठ पर फिराने लगी। गर्मी तो पहले ही मेरे दिमाग में चढ़ी पड़ी थी, सो दो मिनट में ही मैं तो झड़ गई…