antarvasna sex kahani Archives - Antarvasna https://sexstories.one/tag/antarvasna-sex-kahani/ Hindipornstories.org Mon, 01 Nov 2021 08:35:30 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 प्रोजेक्ट मेरा चूत तेरी https://sexstories.one/chudai-chut-sex-kahani/ Mon, 01 Nov 2021 08:35:30 +0000 https://sexstories.one/?p=3235 फिर जैसे ही मैंने उसका टॉप उतारा उसके दूध कमाल लगे | ऐसे दूध रिया के नहीं थे | मैंने तुरंत उसके ब्रा को फाड़ के अलग कर दिया और उसके दूध को चूसने लगा | मैं इतने जोर से उसके दूध चूस रहा था कि उसे मदहोशी छा गयी और मुझे पीठ पर नाखून लगाने लगी....

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Chudai Chut Sex Kahani दोस्तों मैं आपका दोस्त निशांत खत्री अपनी कहानी लेकर हाज़िर हूँ आपके सामने | दोस्तों मैं हिमाचल प्रदेश का रहने वाला हूँ और आपको तो पता है हिमाचल की लड़कियाँ कितनी माल होती है | मैं भी उन्ही खूबसूरत लड़कियों का दीवाना हूँ वैसे उनकी चूत का | मैं अभी तक 4 लड़कियाँ चोद चुका हूँ और ये कहानी चौथी वाली के साथ चुदाई की है | वैसे मैं दिखने में अच्छा हूँ लेकिन मेरी शकल मासूमों वाली है और नीयत कमीनों वाली जिसका मुझे बड़ा फायदा मिलता है | ये कहानी मेरे कॉलेज के समय की है जब मैं कॉलेज में लास्ट ईयर में था और प्रोजेक्ट बना रहा था |

वैसे मैं क्लास में ज्यादातर अकेला ही रहता था क्यूंकि मेरे सारे दोस्तों की या तो बैक थी या फिर कुछ ने तो छोड़ ही दी थी | मैं इंजीनियरिंग का स्टूडेंट था वो भी कंप्यूटर साइंस ब्रांच तो लड़कियाँ बहुत ज्यादा और लड़के बहुत कम | तो ले दे के मेरे साथ कोई नहीं था तभी एक लड़की जिसका नाम खुशी था वो मेरे पास आई और कहा मुझे कुछ बात करनी है | मैं क्लास में पीछे वाली सीट पर अकेला बैठा था और अपने प्रोजेक्ट की प्लानिंग कर रहा था, तो मैंने कहा हाँ बोलो तो वो मेरे बाजू में बैठ गई और अपनी दुख भरी कहानी सुनाने लगी कि कोई उसको अपने ग्रुप मैं नहीं ले रहा है और भी वगैरह वगैरह, तो मैंने उससे कहा अच्छा ठीक है लेकिन तुम चाहती क्या हो ? तो उसने हिचकिचाते हुए कहा क्या तुम मुझे अपने ग्रुप में ले सकते हो ? तो मैंने कहा मेरा कोई ग्रुप नहीं है मैं अकेला काम करता हूँ | तो उसने कहा प्लीज़ ले लो और फिर अपनी गाथा शुरू कर दी, तो मैंने उससे कहा ठीक है और फिर उसने कहा थैंक यू और मुझसे चिपकने लगी |

वैसे मेरी भी एक छोटी सी कहानी है, इलेक्ट्रिकल ब्रांच में लड़की थी जिसका नाम रिया था और वो मेरी गर्लफ्रेंड थी और रिया और ख़ुशी बहुत अच्छी दोस्त थी | एक बार रिया ने मुझे बताया था कि ख़ुशी मुझे बहुत पसंद करती है लेकिन तुम मेरे बॉयफ्रेंड हो इसलिए कुछ नहीं कहती | मुझे भी उसकी हरकतों से ऐसा ही लगता था लेकिन मैं उसपे ज्यादा ध्यान नहीं देता था लेकिन माल तो ख़ुशी भी थी | वैसे मैंने सोचा था कि प्रोजेक्ट मैं अकेले ही बनाऊंगा क्यूंकि क्लास में ऐसा कोई था ही नहीं जिसको बनता हो और मैं हूँ भी सख्त लौंडा लेकिन जैसे ही उनसे झुककर मुझसे बिनती की मैं पिघल गया |

Chut chudai sex kahani भाभी के गांड पर टिकाया अपना लंड

फिर मैंने बैठा कर उसको पूरे प्रोजेक्ट का ब्रीफ दिया और उससे जो बन सकता था उसको वो काम दे दिया | वैसे एक लड़की और आई थी मेरे ग्रुप में जुड़ने के लिए लेकिन मैंने मना कर दिया था क्यूंकि वो इतनी कोई माल भी नहीं लगती थी | उसके बाद मैं और ख़ुशी रोज़ साथ बैठे रहते थे और मैं हमेशा प्रोजेक्ट की बात करता था और वो पता नहीं कहाँ कहाँ की | एक दिन वो मेरे साथ बैठी और मैं लैपटॉप पे प्रोजेक्ट का काम कर रहा था तभी मैंने अपना मोबाइल उठाया, तो उसने मेरा मोबाइल मुझसे छीन लिया और फिर मैं उससे मोबाइल लेने लग गया लेकिन वो नहीं दे रही थी और हम छीना झपटी करने लगे, फिर भी मोबाइल मेरे हाँथ नहीं लगा |

तभी उसने मोबाइल अपनी ब्रा में रख लिया और कहा अच्छा हिम्मत है तो अब ले के दिखाओ | तो मैंने कहा हिम्मत की बात मत करना मैं ले सकता हूँ लेकिन तुम्हें ही प्रॉब्लम होगी | तो उसने कहा नहीं होगी तुम करके तो दिखाओ, हम क्लास में बैठे थे और क्लास में हमें छोड़ के दो और लड़कियाँ थी जो अपने में लगी थी | तो मैंने ख़ुशी के हाँथ पकड़े और उसको घुमा दिया और पीछे से उसके हाँथ पकड़कर मैंने अपना एक हाँथ उसकी सलवार के अन्दर डाला और अपना मोबाइल निकाला और बाहर निकालकर रख दिया लेकिन मैंने उसका हाँथ नहीं छोड़ा और फिर से अन्दर हाँथ डाल दिया और उसके दूध के ऊपर ऊँगली फिराने लगा | तो उसने कहा मोबाइल मिल गया न अब छोड़ो, तो मैंने फिर आसपास देखा और कोई हमारी तरफ ध्यान नही दे रहा था तो मैंने कहा मोबाइल तो मिल गया और भी कुछ चाहिए है और उसके दूध दबाने लगा | उसने फिर झटके से अपना हाँथ छुड़ाया और मेरा हाँथ बाहर निकाला और चुपचाप बैठ गई | मैंने कहा हो गया, कर ली मन की, आ गया मज़ा और उसने मुझे मारना शुरू कर दिया धीरे धीरे और कहने लगी तुम बहुत बुरे हो और भी बहुत कुछ | फिर दो दिन बाद उसने मुझे प्रोपोस मार दिया और मैंने ये सोच के मना नही किया कि अगर मना करूँगा तो बुरा न मान जाए जो मेरे प्रोजेक्ट के लिए अच्छा नहीं होता | जिस दिन उसने मुझे प्रोपोस मारा मैंने सोच लिया था इसको कॉलेज ख़त्म होने से पहले चोदना है वरना साली लडकियां चली जाती है और देती भी नहीं है |

अगले दिन हम दोनों सबसे पीछे वाली सीट पर बैठे थे और ये वही जगह थी जहाँ की रिकॉर्डिंग कैमरे में नहीं आती थी और मैं इस बात का फायदा उठाना चाहता था | तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला और कहा हिलाओ, तो उसने कहा नहीं, तो मैंने कहा देखो मैं प्रोजेक्ट बना रहा हूँ और तुमसे ज्यादा कुछ करने के लिए बोल भी नहीं रहा हूँ और तुम इतना नही कर सकती मेरे लिए तो उसने थोडा बहुत सोचा और धीरे धीरे हिलाना शुरू किया और थोड़ी देर तक हिलाती रही | थोड़ी देर हिलाने के बाद मेरा मुट्ठ निकल गया और गिरा भी उसके हाँथ पे | फिर मेरा ऐसा ही चलता रहा कभी वो मेरा लंड हिलाती कभी चूसती या फिर कभी कभी मैं उसकी चूत में ऊँगली किया करता लेकिन मेरा असली मकसद तो उसको चोदना था जिसमें मैं अभी तक कामियाब नहीं हुआ था लेकिन मैंने प्लानिंग कर रखी थी पर हुआ कुछ अलग | एक दिन उसने मुझे फ़ोन करके कहा आज मेरे घर कोई नहीं है आ जाओ प्रोजेक्ट बनाते है |

वो तो सब जानते है मैं कौन सा प्रोजेक्ट बनाऊंगा वहां जाके | मैंने भी फुरती दिखाई और जल्दी से उसके घर पहुँच गया और जाके अन्दर बैठ गया | उसने दरवाज़ा बंद किया और मेरे पास आकर बैठ गई और कहा तुम बैग नहीं लाए प्रोजेक्ट कैसे बनाओगे ? उसकी आवाज़ सुनके ऐसा लग रहा था जैसे कि उसका मूड बना हुआ है बस चालू करने की देर है | मैंने भी मौके की नजाकत को समझते हुए कहा जानेमन तुम भी जानती हो कि तुमने मुझे किसलिए बुलाया है | उसने कहा तुम क्या सोच रहे हो तो मैंने कहा वही जो तुमने अधूरा छोड़ दिया |

इतना कहने के बाद मैंने उसको गले से लगा लिया और उसने एक मादक आवाज़ में कहा बस आज मेरे तन को तुमाहरा प्यार मिलेगा | मैंने कहा हां इसके लिए तुम सालों से प्यासी हो | वो मुझे किस करने लगी और मैं उसके दूध दबाने लगा | फिर जैसे ही मैंने उसका टॉप उतारा उसके दूध कमाल लगे | ऐसे दूध रिया के नहीं थे | मैंने तुरंत उसके ब्रा को फाड़ के अलग कर दिया और उसके दूध को चूसने लगा | मैं इतने जोर से उसके दूध चूस रहा था कि उसे मदहोशी छा गयी और मुझे पीठ पर नाखून लगाने लगी | वो आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः करते हुए मेरे उत्साह को बढ़ा रही थी |

फिर मैंने उसको अपना लंड दिया और उसने चूसना चालू कर दिया और मैं आराम से लेटा था | पर थोड़ी देर बाद जब उसने मेरे लंड को पूरा मुंह में लिया तब मेरे मुंह से आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः निकलने लगा और मेरा मुट्ठ उसने पी लिया | मेरा लंड शांत था पर माहोल गरम था इसलिए मैंने उसको लेटाया और उसकी चूत को दबा के चाटना चालु कर दिया |

जैसे ही मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया वो आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः करने लगी और कहने लगी बस अब प्यास बुझाओ और लंड डालो | मैंने थोड़ी देर के बाद अपना कड़क लंड उसकी चूत में पेल दिया और उसे बहुत दर्द होने लगा | वो कहने लगी हटाओ पर मैंने उसे अनसुना कर दिया और धीरे धीरे चोदता रहा |

फिर एक जोर के झटके से लंड आदर करके उसको जैम के चोदना शुरू किया और वो आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः करने लगी | हमारी चुदाई के बाद हम चले गए और अभी तक चुदाई करते है |

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Tarak Mehta (Tapu Sena Ko Gift) https://sexstories.one/tarak-mehta-tapu-sena-xxx/ Tue, 26 Jan 2021 10:56:09 +0000 https://sexstories.one/tarak-mehta-tapu-sena-ko-gift-xxx-storiez/ gokuldham mai subha ka waqth tha lekin ajj kuch khass tha ajj ke din gokuldham mai ek nai socity member ka swagat hone wala tha ayushi naa tha us member ka(please sonu ka kidnap wala ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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gokuldham mai subha ka waqth tha lekin ajj kuch khass tha ajj ke din gokuldham mai ek nai socity member ka swagat hone wala tha ayushi naa tha us member ka(please sonu ka kidnap wala chapter padh lena ye janne ke liye ki ayushi kon hai) tarak mehta xxx

bhide chahta tha ki nae member ki welcome party jabardast honi chahiye isliye taiyariyaan joro shoro se chal rahi tha

ab ageeee……. tarak mehta xxx

subha ke 8 baje the daya ne babpuji ko nashta khila diya ta lekin wo ek tiffin mai kissi ke liye khaanna pack karke le ja rahi thi to bapuji ne usse pucha ki

bapuji-are baya bahu ye khana kiske liye le jaa rahi ho

daya-wo bapuji hamari socity mai nai member ayi hai naa kal uske liye le jaa rahi hun bechari akele rehti hai pata nahi usne khana khaya hoga k nahi

bapuji-wah bahu ye to bahut hi acchi baat hai ja ja

fir daya ayushi ke flat tak pahuch jati hai or door bel bajati hai

ayushi-aii baba bas 1 min tarak mehta xxx

fir ayushi darwaza khol deti hai

ayushi-are daya bhabhi app yaha ayiye andar aiye

daya-kya baat hai ayushi ben kal hi app yaha ayi or apne apna kamra itna saff kar diya

ayishi-haa daya bhabhi puri raat kaam kiya hai

daya-chaliye aab bahut kaam ho gay ab kuch khaa lijiye

ayushi-are daya bhabhi apne takleef kyu uthai

daya-are app mughe apni behen mante ho naa ………mante ho ki nahi

ayushi-lekin mai….mai … tarak mehta xxx

daya-mai wo mai..kuch nahi app yaha baithiye mai apke liye kitchen mai jaka khana nikalti hun

daya kitchen mai jati hai or ayushi ke liye khana nikaldeti hai lekin wo gusse mai thhi (ayiye dekhte hai kyu)

daya-ayushi behen apne mere hote hue apni raat maggi kha ke guzari are app raat ke 1baje phone kardeti to bhi mai apke liye khana le ati
ayushi-sorry daya bhabhi maf kar do please

fir dono muskurane lagte hai or ayushi kahana khane lagti hai

daya-achha ayushi behen ab mai chalti hun koi kaam ho to batana ha

ayushi-are daya behen apse ek kaam tha

daya-haa boliye tarak mehta xxx

ayushi-kya app sare bachhoo ko club house mai bhej dengi

daya- kyu ayushi behen (muskurate hue)

ayushi-are daya bhabhi maine uske liye kuch gift kharide hai bas wahi dene hai

daya-aare wah ayushi behen app to bahut fast nikle thik hai mai tapu sena ko abhi 20min mai bhejti hun

ayushi-daya bhabhi ye tapu sena kon hai????

daya-are (haste hue) gokuldham mai sare bacho ki toli tapu sena ke naam se jani jati hai

ayushi-ohh to ye baat hai

daya-thik hai mai bhejti hu unhe haaaa

20min baad tapu sena club house mai pahuch jate hai

sonu,tapu,goli,gogi,pinku ek sath kehte hai -good morning aunty

ayushi-gud morning bacho ayo na baitho

mai tum saab ke liye gift lai hun dekhoge

tapu-waooo aunty thank you

sonu-so sweet of you aunty

ayushi-are app mughe aunty kyu keh rahe hoo mai sirf 23 ki hun

sonu-sach aunty ……..im sory maine fir se apko aunty kaha

ayushi-koi baat nahi beta tarak mehta xxx

sonu-tabhi mai kahu ki ap inti khoobsurat ho app aunty kaise ho sakti ho

ayushi-thank you sonu compliment ke liye acha apna gift dekhna chahti hoo

sonu-haa didi please dikhao naa pleaseeee

ayushi-ye lo apka gift

sonu gift ko kholti hai or uske muh se ek hi alfaz nikalta hai

sonu-wooooooo so preety

ayushi ne sonu ko ek pink colour ki top gift ki thi jispe ek dil bana hua tha

sonu-thank you sooo much didi

ayushi-tumhe passand aya

sonu-bahut tarak mehta xxx

ayushi-to please ise pehen ke dikao naa

sonu-neki or puch puch abhi ati hun

ayushi-tapu ye lo tumhara gift

tapu gift kholta hai usme se ek season bat hota hai

tapu-thank you didi mughe ye kab se chahiye tha

ayushi-to ab ise khoob sare sixes marna

tapu-lekin apko bhi hamare sath khelna hoga

ayushi muskurane lagti hai or tapu ke sar par haath ferti hai

ayushi-goli ab tumhari bari

ayushi goli ke gal pe haath rakhti hai or kehti hai

ayushi-apko kahane ka shook hai naa

goli-haa didi tarak mehta xxx

ayushi-to ye lo apka gift

goli-itna chota sa

ayushi-are khol ke dekho to sahi

goli-didi ke to debit card hai

ayushi-haa ab tumhe kabhi bhi kuch bhi khana ho to tum isse payment kar dena lekin bahar ka jayada mat khana

goli ayushi ko ek pyari si hug deta hai or thank you kehta hai

Moti bhabhi ki chudai

fir ayushi pinku ko ek remot contrled plane deti hai or gogi ko ek school bag issi doran sonu waha pai ayushi ki dress pehke aa jati hai

(kya lag rahi thi sonu usme ek to light colour ki dressn upar see sonu ke gulabi gaal ye dekh ke kisi ka bhi kahada ho jaae)

tapu goli or pinku ke muh khule ke khuule reh jate hai

sonu sabse pehle ayushi ke paas jati hai or use drees dikhati hai

ayushi-sonu apppe ye dress kitni jach rahi hai apka pasand ayi naa

sonu -haa didi baht pasand ayi tarak mehta xxx

ye bolte hi puri tapu sena ayushe se gale ek sath mil jate hai

2min tak wo sare ek dusre se ese hi chipke rahe

fir syushi boli

ayushi-accha baccho abb mughe aj raat ki party ke liye taiyaar hona hai or fir 6baje dress lene jana mai mere pass party mai pehenne ke liye kuch bhi nahi hai

fir sab ek dusre ko beey kehte hai or ayushi apne ghar chali jati hai

sonu-tapu ayushi didi kitni achhi hai naa

tapu- haa sonu tarak mehta xxx

sonu-hume bhhi unke liye kuch karna chahiye

tapu-right sonu kyu na hum unhe bhi ek dress gift karen

sonu-thaats a great idea tapu to hum abhi nikalte hai shopping ke liye

asli story to tapu or sonu ki shooping mai hai

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पड़ोसन भाभी की मस्त जवानी https://sexstories.one/desi-bhabhi-ki-chut-chudai/ Tue, 05 Jan 2021 11:47:07 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%aa%e0%a5%9c%e0%a5%8b%e0%a4%b8%e0%a4%a8-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%9c%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%80/ नमस्कार दोस्तों मेरा नाम रजत है मैं उन्नाव का रहनेवाला हूँ | और अब कानपुर में जॉब करता हूँ | मेरा रंग सावला है मेरा कद 5 फुट 8 इंच है | मेरे लंड की ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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नमस्कार दोस्तों मेरा नाम रजत है मैं उन्नाव का रहनेवाला हूँ | और अब कानपुर में जॉब करता हूँ | मेरा रंग सावला है मेरा कद 5 फुट 8 इंच है | मेरे लंड की लम्बाई 6 इंच है जिसे देख कर अच्छी-अच्छी भाभियों और कन्याओं की चूत गीली हो जाये | तो चलिए ज्यादा बकवास न करते हुए मैं अपनी कहानी पे आता हूँ | desi bhabhi ki chut

बात उन दिनों की है जब मैं कानपूर में नया आया था तो मैंने जहा रूम लिया था वो तीसरी मंज़िल पे था | वही दूसरी मंजिल पे एक किरायेदार रहते थे उनका नाम अनिल था उनकी पत्नी का नाम अर्चना था | क्या कमाल का फिगर था पूरी कोलोनी मैं चर्चे थे अर्चना भाभी के मेरा ईमान उनपे डोल चुका था मैं तो सोते जागते उन्ही के सपने देखता था | पर आज तक कुछ करने की हिम्मत नहीं हुई |

एक दिन मेरी छुट्टी थी मैं अपने रूम में था | तभी अनिल भैया आये और मुझ से पूछा की रजत आज तुम ऑफिस नहीं गए तो मैंने बताया की आज मेरे ऑफिस में छुट्टी है | उन्होंने कहा की यार रजत तुम्हारी भाभी को कुछ सामान खरीदना है मार्केट से तुम उनके साथ चले जाना मैं किसी काम से दिल्ली जा रहा हूँ तभी मैं तुम्हारी भाभी के साथ जा नहीं सकता | मैं तो ख़ुशी से उछल पड़ा की नेकी और पूछ कर मैंने हाँ कर दी की मैं चला जाऊंगा | थोड़ी देर बाद भैया दिल्ली के लिए निकल गए और मुझे कह गए की आज मैं उनके घर का ख्याल रखूँ | मैं थोड़ी देर बाद तैयार होकर पहुँच गया | भाभी भी तैयार बैठी थी जैसे की मेरा ही इंतज़ार कर रही हो |

हरी साडी मैं क्या गज़ब ढा रही थी. desi bhabhi ki chut

उनकी नाभि को देख कर मेरा तो मेरा लंड सलामी देने लगा बड़ी मुस्किल से उसे सम्हाला और हम शोपिंग के लिए मार्केट पहुंचे वहां भाभी ने कुछ समांन खरीदा और घर वापस आ रहे थे मेरी नज़र तो उन पर से हट ही नहीं रही थी | शायद इस बात का पता उनको भी चल गया था उन्होंने मुझ से पूछा रजत तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है | मैंने कहा नहीं भाभी आज तक कोई मिली नहीं | उन्होंने मुझ से पूछा अच्छा तुमको कैसी गर्लफ्रेंड चाहिए मेरे मुह से निकल गया की आप जैसी तो उन्होंने मुस्कुरा कर कहा चलो मेरे जैसी भी मिल जाएगी | तब तक हम घर पहुँच चुके थे |

हम दोनों उनके रूम पर पहुंचे हम दोनों बहुत थक चुके थे | फिर भाभी चाय बनाकर ले आई फिर हम दोनों ने चाय पी उनके मम्मे देख कर मेरा मन तो कह रहा था ककी उन्हें तुरंत चोद दूं | पर दर लग रहा था तो मैंने अपने आप को सम्हाला और कहा की अच्छा भाभी अब मैं चलता हूँ | तो भाभी ने कहा अरे रजत आज शाम का खाना मेरे घर ही खाना पहले मैंने मना किया पर उनके बार-बार कहने पर मैं मान गया मैं तो इसी मौके के इंतज़ार मैं था | शाम को उन्होंने मुझे फ़ोन किया और कहा रजत खाना तैयार है आ जाओ साथ मैं मिलकर खाते है | मैं उनके रूम की घंटी बजाई भाभी ने दरवाज़ा खोला नीले कलर की नाइटी में क्या कमाल लग रही थी उनके मुम्मे बाहर झाँक रहे थे | मैं उनके मम्मो को देख कर देखता ही रह गया शायद उनको पता चल गया था |

की मैं उनके मम्मो को देख रहा हूँ | desi bhabhi ki chut

उन्होंने कहा क्या हुआ रजत अन्दर नहीं आओगे | फिर हम दोनों अन्दर गए भाभी ने खाना लगाया पर मेरी नजर उनपर से हट ही नहीं रही थी | उन्होंने कहा की रजत तुम जब से आये हो कहा खोये हो | मैंने कहा भाभी आप मुझे बहुत अच्छी लगती है मैं आप से बहुत प्यार करता हूँ | उन्होंने कहा मुझे पता है की तुम मुझे कितना प्यार करते हो तुम्हारी पैन्ट देख कर पता लग रहा है | मेरा लंड जो की पैन्ट फाड़ कर बाहर आने की कोसिस कर रहा था | भाभी उसे ही देख रही थी | मैं भी समझ गया की आग बराबर दोनों तरफ लगी है |

Office sex stories

फिर उन्होंने मुझ से पूछा की रजत क्या तुमने कभी सेक्स किया है | मैंने बताया नहीं भाभी सेक्स तो नहीं किया है पर मूठ मारी है | भाभी ने कहा अरे मेरे राजा मेरे होते हुए तुमको मुट्ठ मारने की क्या जरूरत है आज से तुमको मुठ मारने की जरूरत नहीं है आज मैं तुमको जन्नत की सैर कराउंगी | मैं जान गया आज तो भाभी को चोदने की इच्छा पूरी हो जाएगी | खाना ख़तम होते ही भाभी ने कहा रजत आज तुम यंही रुको हम दोनों रात भर मस्ती करेंगे |

इतना कहते ही मैंने भाभी को अपनी बाँहों में भर लिया भाभी ने कहा की अरे रजत थोडा सब्र करो बेडरूम में चलो मैं अभी आती हूँ | मैं जाकर बेड पर लेट गया भाभी थोड़ी देर में आई और मेरी छाती पर बैठ कर मुझे जोर से किस करने लगी | मैं भी उनका पूरा साथ दे रहा था | फिर थोड़ी देर बाद मैंने झटके से उनको पलट कर मैं ऊपर आ गया और उनकी नाईटी निकाल फैंकी अब वो सिर्फ ब्रा और पैन्टी मेरे सामने थी | काली ब्रा-पैंटी में वो और भी कमाल लग रही थी | मैंने उनको उल्टा किया और उनकी पीठ और गले पर किस करने लगा वो गरम होने लगी | मुझे छुड़ाने की कोसिस करने लगी |

पर मैंने उनके ब्रा के हुक खोले और उनकी ब्रा निकाल कर उनके मम्मो को आजाद कर दिया | और उनको अपने हांथो से मसलने लगा भाभी को भी पूरा मज़ा आ रहा था | वो मदहोश होती जा रही थी | फिर उन्होंने मेरे सारें कपडे निकाल दिया | और मेरे लंड को बाहर निकाला मेरे लंड को देख कर वो डर गयी उन्होंने कहा रजत तुम्हारा हथियार तो बहुत बड़ा है और फिर उसको मुह मैं लेकर जोर से चूसने लगी |

मैं जोर–जोर से उनके मुह को चोद रहा था. desi bhabhi ki chut

मैंने अपना पूरा लंड उनके मुह में डाल दिया और तेज धक्के लगाने लगा शायद उन्हें सांस लेने मैं तकलीफ होने लगी क्योंकि उनकी आँखों से आंसू आ गए थे | मैंने अपना सारा रस उनके मुह में ही निकाल दिया और वो मेरा सारा माल गटक गयी | उसके बाद मैंने उनकी पैन्टी निकाल दी उनकी गुलाबी चूत पर एक भी बाल नहीं था | शायद आज ही साफ़ किये थे | मैंने अपना मुह उनकी चूत पर रख दिया और उनके चूत के दानो को अपनी जीभ से सहलाने लगा | वो मेरे सर को अपनी चूत में समां लेना चाहती थी |

अब हम 69 की पोजीशन मैं थे | वो मेरे लंड को बराबर चूस रही थी और अह्ह्ह आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह उम्ह्हह्ह यीएस्स्स्स ओह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह्ह उम्ह्ह्ह आह्ह्ह अह्ह्ह आह्ह्ह्ह की आवाज़े निकाल रही थी | अब वो बहुत गरम हो चुकी थी वो कहने लगी प्लीज अब मुझे मत तडपाओ डाल दो अपना लंड मेरी चूत मैं फाड़ दो इसे चोद कर भोसड़ा बना दो |

मैंने कहा रानी अभी इतनी भी क्या जल्दी है. desi bhabhi ki chut

मैंने अपनी जीभ उसकी चूत मैं डाल दी और उसे चोदने लगा फिर मैंने अपने लंड के सुपाडे पर थोडा थूक लगाया और एक झटके से मेरा आधा लंड उसकी चूत मैं उतार दिया और धीरे-धीरे झटके लगाने लगा उसके मुह से आह्ह्ह उह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह ओह आह्ह्ह आह अहह आःह आह्ह ओह्ह आह्ह उम्ह्ह अह्ह्ह ओह्ह्ह येस्स्स्स ओह्ह्ह मेरे राजा और चोदो जोर से आह्ह ओह्ह अह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह येस्स उम्ह्ह्ह आह्ह्ह ओह्ह्ह्ह आह्ह्ह की आवाज़े निकल रही थी इतनी मादक आवाज़े सुन के मेरा लंड और भी कड़ा हो गया मैंने धक्के और तेज़ कर दिए वो भी अपनी गांड उठा–उठा कर मेरा साथ दे रही थी |

मैंने उसके मम्मो को मसल कर लाल कर दिया था | और उसके होंठों को चूमे जा रहा था थोड़ी देर बाद उसका शरीर अकड़ने लगा वो झड़ने वाली थी | मैंने धक्के और तेज कर दिए और आह आह्ह्ह ओह्ह्ह आह्ह्ह ओह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह ओह्ह उम्ह्ह ओह्ह्ह अह्ह्ह ओह्ह्ह उम्ह्ह ओह्ह्ह येस्स ओह्ह्ह आह्ह्ह ओह्ह उम्ह्ह्ह ओह्ह्ह यीएस्स्स्स करके झड गयी पर मेरा अभी बाकी था | मैंने अपना लंड उसकी चूत में से निकाल दिया और उसके दोनों मम्मो को चोदने लगा और उसके मम्मो पर ही अपना सारा माल निकाल दिया |

थोड़ी देर हम दोनों एक दूसरे के ऊपर पडे रहे फिर भाभी बाथरूम मैं चली गयी | मैं वही लेटा रहा मेरे दिमाग मैं बात आई की चलो बाथरूम सेक्स करते है मैं भी बाथरूम मैं घुस गया भाभी अपने स्तनों को मसल-मसल कर साफ़ कर रही थी | और अपनी चूत में ऊँगली डाले हुई थी | मैंने कहा भाबी मेरे होते हुए आप ऊँगली से काम चला रही है कितने शर्म की बात है | भाभी ने कहा अरे मेरे राजा बहुत देर कर दी न तुमने आने में इसी लिए मैं ऊँगली डालकर काम चला रही हूँ |

मेरा उस्ताद तो पहले से ही तैयार था. desi bhabhi ki chut

मैंने भाभी को एक तरफ दीवाल पर चिपका दिया और उनके गले से लेकर उनके मम्मो तक किस करने लगा वो फिर से गरम होंने लगी उसने मेरा लंड अपने मुह में ले लिया और चूसने लगी मेरा लंड लोहे की राड की तरह सख्त हो चुका था | मैं धक्के लगाने लगा मैं उसके मुह को चोद रहा था पूरे बाथरूम में फ़च्छ फच की आवाज़ से गूँज रहा था|

मैंने उसे अपनी गोद में उठा लिया और उसकी चूत को चूसने लगा वो मदहोश हो चुकी थी चुदने के लिए एक दम तैयार थी मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और रगड़ने लगा एक जोर के झटके से मैंने अपना पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया और धक्के लगाने लगा 20 मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों अलग हुए फिर मैंने उस दिन से कई बार चुदाई की |

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सरिता की उसके फार्म हाउस में कड़क चुदाई https://sexstories.one/biwi-ki-kadak-lund-se-chudai/ Mon, 04 Jan 2021 03:37:44 +0000 https://sexstories.one/%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%89%e0%a4%b8%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ab%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%ae-%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%89%e0%a4%b8-%e0%a4%ae/ हैल्लो दोस्तों.. मेरा नाम सूरज है और में नागपुर में रहता हूँ. मेरी लम्बाई 5.7 है.. में नागपुर में कॉलेज का स्टूडेंट हूँ. दोस्तों में आपको एक ऐसी कहानी बताने जा रहा हूँ.. जो कि ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हैल्लो दोस्तों.. मेरा नाम सूरज है और में नागपुर में रहता हूँ. मेरी लम्बाई 5.7 है.. में नागपुर में कॉलेज का स्टूडेंट हूँ. दोस्तों में आपको एक ऐसी कहानी बताने जा रहा हूँ.. जो कि पूरी सच्ची है. हम 4 स्टूडेंट थे और हमारे कॉलेज की छुट्टियां लगी हुई थी.. तो हमने डिसाईड किया कि हम घर नहीं जायेंगे.. हम यही नागपुर में रहेंगे और एन्जॉय करेंगे. तो दोस्तों हम नागपुर में ही रुक गये. हमें कुल 15 दिन की छुट्टी थी.. ये दिन हमे पूरी तरह से एन्जॉय करना था. kadak chudai

तो दोस्तों हम सब एक दिन घूमने गये और हम थोड़ा बहुत घूमने के बाद एक बीयर बार में बैठ गये और हमने बियर पी. में वैसे ज्यादा बियर नहीं पीता.. लेकिन पार्टी में पी लेता हूँ. हम सब बार में ड्रिंक करने के बाद बाहर आये.. तो हम मेन रोड़ के साईड में थे.. तो मेरे एक दोस्त की लॉटरी की शॉप दिख गई.. जो कि ऑन-लाईन गोल्डन लॉटरी थी और हम पैसे कमाने लॉटरी शॉप में चले गये. वहां टाईम कैसे निकल जाता था.. पता ही नहीं चलता था.

उसके पास में सिनेमा घर था.. kadak chudai

तो बीच में हम वहां भी चले जाते थे. जब में लॉटरी की शॉप के बाहर खड़ा था.. तो वहां एक पुलिस वाला कार को लॉक लगा रहा था.. क्योंकि वो गाड़ी नो-पार्किंग एरिया में खड़ी हुई थी और में उस गाड़ी के पास ही खड़ा था.

थोड़ी देर बाद वहां एक औरत आई.. उसके साथ एक 6 साल का लड़का भी था.. क्या औरत थी यार कमाल की. उसने जींस पेंट और सलवार टॉप पहना था और उसकी स्किन टाईट थी.. जिससे उसकी गांड बाहर निकलकर दिख रही थी और बूब्स इतने बड़े थे कि मन कर रहा था कि बस अब जाकर पूरी तरह से मसल दूँ. वो बहुत गोरी थी और ऐसा लग रहा था कि वो किसी हाई प्रोफाईल अमीर फैमिली की मेंबर हो.

Erotica

फिर जैसे ही वो गाड़ी के पास आई.. kadak chudai

तो उसने देखा कि उसकी गाड़ी को लॉक लगा हुआ है. हैल्लो.. ये लॉक किसने लगाया.. उस औरत ने मुझसे पूछा.. में खुद को लकी महसूस कर रहा था कि उसने मुझसे पूछा. फिर मैंने उनसे बोला कि मेडम वो पुलिस वाले आये थे.. आपकी गाड़ी नो पार्किंग एरिया में थी तो वे इसे लॉक लगा गये.. वो घबरा गई और उसके चेहरे पर घबराहट साफ नज़र आ रही थी.. तो मैंने उनसे कहा कि घबराओ मत वहां एक पुलिस वाला है उनसे पूछो.. वो अपने लड़के के साथ उस पुलिस से पूछने चली गई.

जब मेरी पुलिस की गाड़ी पर नज़र गई.. तो मैंने मेडम को आवाज़ लगाई और उनके पीछे चला गया और मेडम से बोला कि वो पुलिस की गाड़ी वहां है.. वो गाड़ी निकलने ही वाली थी कि में तुरंत उसके पीछे भागा और उस गाड़ी को रुकवाया और पुलिस से बोला कि उस गाड़ी को लॉक लगा हुआ है प्लीज.. उसे खोलो.

जब तक वो मेडम अपने बच्चे को लेकर उस गाड़ी के पास आ गई थी. kadak chudai

फिर पुलिस वाले ने उस मेडम को गाड़ी में बैठने को कहा.. मेडम बैठ गई और फिर उसने मुझे भी बैठने को कहा.. क्योंकि में भागकर बहुत थक गया था.. हम गाड़ी में बैठ गये. में मेडम के बगल में बैठ गया.. उसकी बॉडी मुझसे टच हो रही थी. मुझे उसकी बॉडी का एहसास हो रहा था और जगह कम होने की वजह से उसकी जींस पेंट में से उसकी गांड बाहर आ रही थी और एक साईड से जी स्ट्रिंग पेंटी पहने हुए साफ दिख रही थी.. वाह क्या नजारा था.

हम फिर उस मेडम की गाड़ी के पास आ गये.. पुलिस वाले ने वो लॉक खोल दिया और पुलिस ने उससे 1000 रुपये जुर्माना माँगा.. तो मेडम ने मुझसे बोला कि बहुत ज्यादा है.. प्लीज कुछ कम करवाओ. फिर मैंने बोला कि मेडम दवाई लेने गई थी.. उनके पति बीमार है. फिर मैंने झूठ बोल दिया और मेडम ने भी पुलिस को हाँ बोल दिया.. तो पुलिस भी मान गई और उसने छोड़ दिया.

अब मेडम रिलेक्स तो हो गई थी.. kadak chudai

थैंक्स आप नहीं होते तो शायद मुझे यहाँ बहुत इंतजार करना पड़ता.. अरे ईट्स ओके थैंक्स किस बात की.. ये तो मेरा फ़र्ज़ था और आपकी जगह कोई भी होता.. तो में यही करता. फिर मैंने उनसे ऐसा कहा कि वो खुश हो गई.. उसने पार्किंग एरिया में गाड़ी लगाई और वो मॉल में शॉपिंग के लिए जा रही थी. तभी उसने मुझे आवाज़ दी.. ‍‌हैल्लो.. में पलटा और देखा कि वो मेडम मुझे आवाज़ लगा रही है. में उनके पास गया और बोला हाँ मेडम अब क्या काम है? तो उसने बोला कि क्या हर बार काम ही रहेगा क्या? में कुछ समझा नहीं था कि वो क्या बोलने जा रही है.

फिर उसने बोला क्या तुम मेरे साथ शॉपिंग करने चलोगे.. तो मेरे मन में लड्डू फूटने लग गये और मैंने हाँ कर दिया. उसके साथ उसका लड़का था.. तो वो मुझसे खुलकर बातें नहीं कर सकती थी. उसने मुझसे मेरा नाम पूछा. फिर मैंने मेरा नाम बताया और उसने उसका नाम सरिता बताया. हम एक शोरुम में गये.. उसको वहा से जींस लेनी थी.

फिर हम जींस देखने लग गये.. वहां शॉप का एक वर्कर आया और उसने हमसे कहा कि कोई हेल्प चाहिये.. तो मेडम ने उससे कहा नहीं.. हम जींस पेंट लेने आये है.. हम ही पसंद कर लेंगे और वो चला गया और हम जींस पेंट देखने लगे. मेडम ने कुछ पेंट देखी. उसने मुझसे कहा कि सूरज ये जींस कैसी है.. तो मैंने कहा अच्छी है.. आपको आ जायेगी.

फिर मैंने उनसे कहा कि आपकी साईज़ क्या है? kadak chudai

उसने मुझसे कहा 38 है.. तो मैंने कहा वाह क्या साईज है.. हाँ फिर तो आ जायेगी. फिर हम जींस पेंट लेकर बाहर आ गये.. हमने कुछ आईसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक पी और बिल उसने ही दिया था.

फिर हम पार्किंग में चले गये.. उसने मुझे थैंक्स कहा और मैंने उनसे पूछा कि मेडम क्या हम दोस्त बन सकते है? उसने मुझसे कहा ये भी कोई पूछने की बात है.. हम पहले से ही दोस्त है. हमने हमारा नम्बर एक्सचेंज किया और उसने बोला कि में आपको कॉल करूँगी. फिर उस रात को उसका मुझे कॉल आया. उसने मुझसे बोला हैल्लो.. हाँ सरिता मेडम बोलो.. उसने बोला कॉल में सिर्फ सरिता नोट मेडम. फिर मैंने कहा ओके सरिता.. उसने कहा कि मुझे शॉपिंग करनी है.. मेरे साथ चलोगे?

मैंने कहा कि हाँ जरुर.. में तो तैयार हूँ आपकी सेवा में और वो हंसने लग गई और नॉटी कहकर मुझसे बोली कि ठीक है में 3 बजे दोपहर में आपको लेने आउंगी. फिर मैंने भी उनसे बोला सरिता तुम मुझे भी तो नाम से पुकार सकती हो.. तो उसने कहा कि ओके बाबा सूरज और दूसरे दिन वो अपनी होंडा सिटी कार में मुझे लेने आई.. वो उस समय अकेले ही थी. मैंने उनसे कहा आपका लड़का नहीं आया.. तो उसने कहा कि तुम्हे मेरे साथ आना है या मेरे बेटे के साथ और हम हंसने लग गये और मैंने बोला आज का क्या प्रोग्राम है.. क्या शॉपिंग करनी है? उसने बोला मुझे बिकनी लेनी है.. अच्छी और महंगी. में मन ही मन में खुश होने लगा.

फिर हम एक अच्छी शॉप में गये.. kadak chudai

सरिता उस शॉप की रेग्युलर ग्राहक थी और वो उसके दोस्त की ही थी.. जिसका नाम राधा है. हम शॉप में गये और राधा को उसने गले से लगाया और फिर सरिता ने बोला मुझे बिकनी चाहिये.. तो उसने एक रूम का ईशारा किया और सरिता वहां जाने लगी.. में बाहर ही रुका हुआ था.. तो सरिता ने कहा चलो ना सूरज क्या हुआ और में भी उसके पीछे चला गया. मैंने अंदर जाकर देखा कि उस रूम में अलग अलग डिज़ाईन वाली बिकनी लगी हुई थी और चारो तरफ कांच लगे हुये थे. हम जैसे ही अंदर गये.. तो सरिता ने दरवाजा बंद कर दिया और बोला कि अब में आराम से बिकनी चेक कर सकती हूँ.. कोई मुझे देख नहीं सकता. फिर मैंने कहाँ में तो हूँ यहाँ.. तो उसने कहा तुम तो मेरे अच्छे दोस्त हो ना. फिर उसने एक नॉर्मल बिकनी ली और उसे ट्राई करने लगी.. उसने पहले अपनी जींस पेंट उतारी.. जो हमने कल खरीदी थी.

फिर उसने अपना टॉप निकाला.. में तो देखते ही परेशान हो गया था.. क्या बूब्स थे और क्या गांड थी उसकी.. क्या बताऊँ? दोस्तों मज़ा आ गया. फिर उसने एक टॉवल लिया और टॉवल लपेटकर वो चेंज करने लगी. फिर उसने कहा कि कैसी है ये बिकनी.. मैंने उससे कहा कि में पसंद करके दूँ.. तो उसने हाँ बोला. फिर मैंने उससे कहा कि पहले मुझे आपकी बॉडी का परफेक्ट शेप लेना होगा.. उसने कहा ओके. मैंने एक मेजरमेंट टेप ली और उससे बोला कि मुझे परफेक्ट साईज लेने के लिये आपकी ये बिकनी निकालनी होगी. फिर उसने थोड़ा सोचने के बाद बिकनी उतार दी.. मैंने उसको कहा कि आपका फिगर तो लाजवाब है.. उसने कहा मेनटेन करना पड़ता है. उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था.. मैंने उसकी फिगर साईज़ ली और में टेप लगाते वक़्त उसके बूब्स को थोड़ा ज्यादा ही प्रेस कर रहा था. फिर मैंने उसे एक टिनी बिकनी दी और बोला कि ये ट्राई करो.. उसने वो ट्राई की. दोस्तों आपको तो पता ही है कि टिनी बिकनी कैसी होती है.

उसके सिर्फ़ बूब्स और चूत ही ढके हुये थे और उसको वो बिकनी अच्छी लगी और उसने कहा क्या पसंद है औरतो की.. कहाँ से सीखा. फिर मैंने बोला कि ये मेरा फर्स्ट टाईम था.. ओह उसने कहा. फिर तो तुम सेक्स करना भी अच्छे से जानते होंगे. अब वो फुल मूड में आ चुकी थी.. तो मैंने कहा कि कभी ट्राई नहीं किया. फिर उसने कहा कि चलो मेरे फार्महाउस पर चलते है. फिर मैंने कहा आपके घर के लोग इंतज़ार करेंगे..

वो बोली कि में उनको फोन कर दूँगी. kadak chudai

फिर हम शॉप से निकलने के बाद फार्महाउस चले गये.. वहां कोई नहीं रहता था. उसने दरवाजा खोला और हम अंदर आ गये. उसने पूछा क्या लोगे? मैंने कहा कि पानी वो भी चूत का.. वो मुस्कुराई और बोली चल स्टुपिड. फिर वो पानी लेने किचन में चली गई. पानी पीने के बाद उसने बोला कि मेरी चूत का पानी पीना चाहता है. फिर मैंने कहा हाँ तो उसने अपने सारे कपड़े निकाल दिये और बोला कि ये लो पी लो.

मैंने उसे मेरी तरफ खींचा और बोला आज में तुझे बताऊंगा कि सेक्स क्या होता है. उसने बोला करो जो करना है और बना दो मुझे रांड.. में उसे क़िस करने लगा. फिर 15 मिनट किस करने के बाद उसने मेरे कपड़े निकाल दिये और उसने मेरा लंड देखा और बोली तेरा तो लंड स्टील रोड जैसा टाईट हो गया है जान.. जब ये तेरी चूत में जायेगा.. तो पता चलेगा.

फिर में उसकी चूत में मेरा लंड डालने लगा.. 2-4 झटको के बाद मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया. वो चिल्लाने लगी.. जल्दी निकालो इसे.. मुझे बहुत दर्द हो रहा है. फिर मैंने बोला ले तुझे रांड़ बनने का शौक है ना.. अब ले और उसे में ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लग गया.. वो चिल्लाने लगी. फिर 20 मिनट के बाद में झड़ गया.. वो 2 बार झड़ गई थी.

फिर मैंने मेरा माल उसकी चूत में डाल दिया और फिर उसको मैंने मेरी स्पेशल 8 तरह की स्टाईल में चोदा. फिर हम स्विमिंग पूल में नहाने गये.. स्विमिंग पूल में मैंने उसकी गांड मारी.. वो पहले मना करने लग गई.. लेकिन फिर मैंने उसे मना लिया. मैंने लंड जैसे ही उसकी गांड में डाला.. तो वो चिल्लाने लगी.. आआहह्ह्ह्ह और मेरा साथ देने लगी और वो बोल रही थी और ज़ोर से और ज़ोर से. फिर मैंने मेरी स्पीड तेज कर दी. अब मेरा पानी निकलने वाला था और मैंने मेरा पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया.

उसने बोला ऐसा सेक्स मैंने कभी नहीं किया.. थैंक्स सूरज.. तुम बहुत अच्छे बॉय हो. kadak chudai

फिर हम स्विमिंग पूल से बाहर आ गये और फिर हम अंदर हॉल में चले गये.. हम नंगे ही थे और हमने कपड़े नहीं पहने थे. उसने बोला कि ऐसे ही बैठो.. तो फिर वो सोफे पर मेरे बगल में बैठ गई और मेरे लंड से बोल रही थी कि छोटे सूरज मुझे छोड़कर कभी नहीं जाना.. मेरे पास ही रहना. में उसके बूब्स दबा रहा था और फिर हमे कब नींद लग गई.. पता ही नहीं चला.

फिर सुबह मेरी नींद खुली.. तो सरिता ने बोला कि चलो अब हमे जाना चाहिये.. घरवाले मेरा इंतजार कर रहे होंगे. फिर उसने मुझे मेरे घर के पास छोड़ा और उसने मुझे 2000 रूपये दिये और बोली कि अगले रविवार को तैयार रहना और वो चली गई.

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सविता भाभी की गुलाबी चूत https://sexstories.one/savita-bhabhi-ki-chudai/ Thu, 22 Oct 2020 20:59:41 +0000 https://sexstories.one/?p=1343 मेरा लंगोटिया यार बहुत सालो बाद मुझसे मिला। उसकी शादी हुई ही थी। सविता भाभी से मैं पहली बार मिल रहा था। कातिल बदन था उनका। बहुत ही ‘प्यारी’ है मेरी गोरी भाभी। मेरा नाम ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मेरा लंगोटिया यार बहुत सालो बाद मुझसे मिला। उसकी शादी हुई ही थी। सविता भाभी से मैं पहली बार मिल रहा था। कातिल बदन था उनका। बहुत ही ‘प्यारी’ है मेरी गोरी भाभी। मेरा नाम योगेश है। मैं और रजत बचपन के दोस्त हैं। बचपन में हम लोग पास-पास ही रहते थे, हम साथ-साथ खेलते और हम पढ़ते भी साथ थे। हमेशा हमलोग पढ़ाई में आगे रहते थे। savita bhabhi

हम सब दोस्त बचपन में मस्ती करते हुए चुनिआ से चुनिआ मिलाते थे और बड़े होने पर हम अपने लंड की लंबाई और मोटाई नापने लगे। मेरा लंड सबसे लम्बा और मोटा था। रजत के लंड की लंबाई छ: इंच और मेरे लंड की लंबाई आठ इंच थी। हम इन मस्ती के साथ बड़े हुए। हम दोनों ने बारहवीं की परीक्षा पास करने के बाद एक ही इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लिया और इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद हम दोनों को अलग-अलग कम्पनी में नौकरी लग गयी। यह 1995 की बात है! मैंने दिल्ली की एक एम.एन.सी में जॉयन किया और रजत ने मुम्बई में। रजत ने बाद में अपना खुद का बिज़नेस शुरू किया। उसे खूब सफ़लता मिली और अब वोह लाखों-करोड़ों में खेलने लगा था। उसने एक अलिशान फ़्लैट जूहू में खरीद लिया था। उसके पास इम्पॉर्टेड कार, नौकर इत्यादि सब कुछ था। उसकी देखा देखी मैंने भी दिल्ली में अपना बिज़नेस शुरू किया और भगवान की कृपा से मेरा भी बिज़नेस ज़ोरों से चल पड़ा। savita bhabhi

धीरे-धीरे मेरे पास भी आधुनिक जीवन की आवश्यक हर चीज़ हो गयी। हम अपने-अपने काम में काफ़ी मशगूल हो गये और हम एक दूसरे से नहीं मिल पाये लेकिन फोन और पत्रों के ज़रिये हमारा संबंध हमेशा बना रहा। एक दिन रजत का फोन आया कि वो सविता नाम की लड़की से शादी कर रहा है। उसने बताया कि सविता बेहद खूबसूरत है। रजत ने मुझे शादी पर आने का निमंत्रण दिया। लेकिन बिज़नेस के सिलसिले में मैं उस समय विदेश जा रहा था। मैंने अपनी मजबूरी बतायी और वादा किया कि विदेश से लौटने के बाद मैं उन लोगों के पास मिलने जरूर आऊँगा। दिन बीतते गये। मैं अपने काम में मशगूल होता गया और रजत के पास जाने का मौका नहीं मिला। लेकिन हम एक दूसरे के साथ सम्पर्क में रहे। रजत अक्सर मुझे अपने घर बुलाता रहा। एक दिन रजत का फोन आया और शिकायत करने लगा कि उसके बार-बार बुलाने पर भी मैं क्यों नहीं आ रहा हूँ। सौभाग्य से मैं एक हफ़्ते के बाद कुछ दिनों के लिए खाली रहने वालाथा। मैंने उससे कहा कि मैं अगले हफ़्ते में कुछ दिनों के लिए आ रहा हूँ। savita bhabhi

मैं मुम्बई पहुँचा और वहाँ एयरपोर्ट पे रजत और सविता मुझे लेने आये हुए थे। रजत ने अपनी बीवी से परिचय कराया। रजत की बीवी, सविता भाभी, वाकय में बेहद खूबसूरत औरत थीं। उनकी लंबाई करीब पाँच फुट चार इंच थी और उनके फिगर के तो क्या कहने। उनकी चूचियाँ काफी बड़ी बड़ी (छत्तीस इंच) थी, उनकी कमर तो बहुत ही पतली सी (छब्बीस इंच) थी और उनके चूत्तड़ बहुत भरे-भरे हुए थे। मेरे अंदाज़ में सविता भाभी कि गाँड कम से कम अढ़तीस इंच थी। वो हँसती थी तो उनके गाल पर डिम्पल पड़ रहे थे जिससे कि वो बहुत सैक्सी लग रही थीं। मैंने उनसे कहा कि, “सविता भाभी आप बहुत ही खूबसूरत हैं।”

अपनी तारीफ़ सुन कर सविता भाभी बहुत ही खुश हो गयीं। उस दिन हम लोग इधर-उधर दो-चार जगह घूमे और एक अच्छे से होटल में खाना खाया। दूसरे दिन भी हम लोग मुम्बई घूमने निकले और बाहर डीनर ले कर घर वापस आये। उस दिन रजत ने व्हिस्की की बोतल खोली और कहने लगा कि आज हम बहुत दिनों के बाद एक साथ बैठ कर साथ-साथ पियेंगे। रजत ने सविता भाभी से ग्लास, सोडा और कुछ खाने के लिए लाने को कहा। मैंने सविता भाभी से कहा, “भाभी आप को भी हमारा साथ देना होगा। अपने लिए भी एक ग्लास लाइयेगा।” रजत ने भी हाँ में हाँ मिलाई। सविता भाभी तीन ग्लास, सोडा और भुने हुए काजू ले आयीं। हम तीन लोगों का पीने का दौर शुरू हुआ। savita bhabhi

धीरे-धीरे हम सब पर व्हिस्की का नशा छाने लगा। कुछ पुरानी बात खुल गयी और फिर एक के बाद एक पुरानी बातें खुलती गयी। बात पुराने दिनों की मस्ती की आयी तो रजत ने कहा, “सविता तुम्हें एक बात बताते हैं, हमारे सभी दोस्तों में योगेश का लंड सबसे बड़ा और मोटा है।”

फिर रजत बात आगे बढ़ाते हुए वो सुब कुछ कहने लगा जो हम बचपन में करते थे। सविता भाभी ने पूछा, “क्या तुम लोगों ने एक दूसरे की गाँड मारी है, क्योंकि मैंने किताबों में पढ़ा है कि अक्सर होस्टल में रहने वाले लड़के एक दूसरे की गाँड मारते हैं।”

रजत ने कहा, “ऐसा कुछ भी नहीं है,किताब वाले अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए इस तरह की उल्टी-सीधी बात छाप देते हैं।” रजत कहने लगा, “हम जिगरी दोस्त हैं… होमो सेक्ज़ुअल थोड़ा ना हैं! वैसे भी मैंने ज़िंदगी में अब तक सिर्फ़ तुम्हारी ही गाँड मारी है।”

रजत की बात सुन कर मैंने सविता भाभी से पूछा, “भाभी आपको कैसा लगा जब रजत ने आपकी गाँड मारी?” savita bhabhi

सविता भाभी ने पहले आनाकानी की फिर मुस्कुरा के बोली, “पहले तो बेहद दर्द हुआ था, बाद में मज़ा आने लगा और अब तो माशाल्लाह बेहद मज़ा आता है।”

फिर मैं उनकी होस्टल की लाईफ के बारे में पूछने लगा। उस पर वो बोलीं, “हम खास सहेलियाँ आपस में काफी मज़े किया करती थीं। हम एक दूसरे की चूंची मसलतीं और चुसतीं, एक दूसरे की चूत में अँगुली करतीं और अपनी जीभ से एक दूसरे की चूत चाटा करती थीं। कभी-कभी हम एक दूसरे की चूत की घुँडी मुँह में लेकर जोर-जोर से चूसतीं और कभी-कभी हम एक दूसरे से आपस में चूत रगड़ा करती थें। इसमे हम लोगों को बेहद मज़ा आता था।”

सविता भाभी फिर शराब के झोँके में बोलने लगीं, “हमारे होस्टल में कुछ लड़कियाँ ऐसी भी थीं जो कि पैसे और मस्ती के लिए रात-रात भर होस्टल से बाहर रहतीं और जब वो सुबह आतीं तो साफ मालूम पड़ता था कि वो रात भर सोयी नहीं हैं और खूब रगड़-रगड़ कर उनकी चूत की चुदाई हुई है।”

मैंने फिर सविता भाभी से पूछा, “आप लोगों को कैसे पता लगता था कि वो लड़कियाँ रात भर अपनी चूत चुदा कर आयी हैं?”

सविता भाभी बोलीं, “अरे इसमे कौन सी बड़ी बात है? जब वो लड़कियाँ आती थीं तो उनकी चाल कुछ अटपटी होती थी। उनके चेहरे पर दाँत के निशान पड़े होते थे और उनकी कमर कुछ झुकी रहती थी।”

मैंने फिर पूछा, “क्या कमर झुकने का मतलब चुदाई से है?” savita bhabhi

उन्होंने कहा, “और नहीं तो क्या? जब कोई लड़की या औरत रात भर अपनी टाँगों को उठाये अपनी चूत में लंड पिलवाती है तो उसके बाद दो-तीन घंटों तक उनकी टाँगें सीधी नहीं हो पाती और वो झुक कर चलती हैं। लड़कियाँ चुदाई के बाद अपनी टाँगों को फैला कर ही चलती हैं।”

“क्यों,”

“अरे इसलिये कि लड़कियों की चूत पैर फैला कर ही चुदती है और चुदाई के बाद उनकी चूतसे निकल कर मर्द का पानी उनकी जाँघों पर बहता रहता है, जो कि काफी चिप-चिपा होता है और इसलिये लड़कियाँ चुदाई के बाद अपनी टाँगें फैला कर चलती हैं।”

सविता भाभी से मैंने फिर पूछा, “क्यों भाभी आपने कभी इन लड़कियों से उनकी चुदाई के बारे में पूछा था?” savita bhabhi

सविता भाभी बोलीं, “हाँ उन लड़कियों में से एक मेरे बगल वाले कमरे में रहती थी। एक दिन मैने उससे पूछा कि रात भर कहाँ थी। पहले तो उसने आनाकानी की मगर बाद में बोली कि रात भर वो और उसका बॉय फ़्रैंड, दोनों एक ऑर्गी-पार्टी में गये हुए थे। उस पार्टी में और भी लड़के और लड़कियाँ थी। रात को करीब बारह बजे उन सब ने ड्रिंक करने के बाद खाना खाया और एक बड़े से हाल में आ कर बैठ गये। कमरे में हल्की सी रोशनी थी और धीमे-धीमे म्युज़िक बज रहा था। फिर एक लड़का सब से बोला कि अब काफी रात हो गयी है और हम लोगों को पार्टी की आगे की कारवाही शुरू कर देनी चाहिए। इस पर सब ने हामी भरी और सब अपने अपने कपड़े उतारने लगे। लड़कियाँ सिर्फ़ ब्रा और पैंटी और लड़के सिर्फ़ अपने अंडरवियर पहने हुए थे। फिर सब लड़कों ने अपनी-अपनी गाड़ी की चाबी निकाल कर बीच की मेज पर रख दी और लाईट ऑफ कर दी गयी। अब लड़कियों ने उठ कर अन्धेरे में एक-एक चाबी उठा ली और उसके बाद लाईट ऑन कर दी गयी। जिस लड़की के पास जिस लड़के की चाबी थी वो लड़का उस लड़की को अपनी बाहों में उठा कर डाँस करने लगा। वो सब डाँस तो क्या, एक दूसरे के बाकी कपड़े उतार कर लिपट रहे थे। लड़के उन लड़कियों की चूंची मसल रहे थे और कभी-कभी झुक कर लड़कियों की चूंची मुँह में भर कर चूस रहे थे। कुछ लड़कियाँ भी कभी-कभी झुक कर लड़कों के लंड चूस रही थी। फिर इसके बाद सबने एक-एक करके उसी कमरे में, जहाँ जगह मिली, चुदाई शुरू की। चुदाई का दौर खतम होते ही लड़के अपनी-अपनी पार्टनर बदल कर फिर चुदाई करने लगे। यह पार्टनर बदल-बदल कर चुदाई का दौर रात भर चलता रहा।”

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मम्मी बानी घोड़ी अंकल के लंड के लिए https://sexstories.one/mummy-ki-chudai-khani/ Wed, 23 Sep 2020 04:57:07 +0000 https://sexstories.one/?p=1086 मेरा पहला सेक्स अनुभव मेरी विधवा माँ के साथ का है। हमें बच्चा जानकर वह हमारे एक अंकल जी के साथ खुलेआम नंगी होकर सेक्स कर लेती थी। जब अंकल जी रात को हमारे घर ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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मेरा पहला सेक्स अनुभव मेरी विधवा माँ के साथ का है। हमें बच्चा जानकर वह हमारे एक अंकल जी के साथ खुलेआम नंगी होकर सेक्स कर लेती थी। जब अंकल जी रात को हमारे घर रुक जाते तो मम्मी मुझे बहन के बिस्तर में सुला देती; नहीं तो मैं उनके साथ ही उन्हीं के बेड पर सोता था। हमने उनको नंगी होकर अंकल के साथ मस्ती करते खूब देखा था। मम्मी अक्सर अन्य मर्दों के साथ भी दिन में ही नंगी गुथमगुत्था कर लेती थी। लेकिन तब हम इन बातों का मतलब नहीं जानते थे। khani

एक रात अंकल मम्मी पर चढ़े हुए थे और मैं बहन के बिस्तर में था। अचानक मेरे भीतर कोई एक अनोखी तरंग पैदा हो गयी। अपने कमरे के दरवाजे को थोड़ा सा खोल के मैं मम्मी की रासलीला देखने लगा। मैंने भी अपने सारे कपड़े उतार फेंके और बहन को जगा लिया। मैंने कहा- चल मम्मी की तरह तू मुझसे लिपट जा। मैं अंकल की तरह तुझे ‘प्यार’ करूंगा। khani

बहन भी मम्मी की रास-लीला को मस्ती में देखने लगी। जब करंट बना तब मुझसे चिपट भी गयी। मेरा लंड पकड़ लिया। मैं उसके कपड़े उतारने लगा तो उसने विरोध नहीं किया। हमें यह नहीं पता था मुझे मेरे खड़े लंड का क्या करना है? ना ही बहन को पता था की उसकी गीली हो रही चूत का राज क्या है! फिर भी लिपटा-चिपटी में ही बड़ा मजा आया और हम अक्सर ऐसा करने लगे। sex khani

एक रात, जब मैं कोई 18 साल का हो गया था, माँ के साथ लेटा हुआ था। रात के करीब डेढ़ बजे आँख खुली तो मैंने पाया कि मेरा लंड कड़क हो रहा है। कमरे में नाइट बल्ब का गहरा गुलाबी प्रकाश फैला हुआ था। माँ की तरफ देखा तो मेरे भीतर फिर वही तरंग जाग उठी- पेटीकोट के उघड़ जाने से मम्मी की मस्त जांघे नंगी चमक रही थी। बिना ब्रा के ब्लॉउज में भी उनके तगड़े उरोज मुझे अपनी तरफ खींच रहे थे।

मैंने अंकल की तरह अपने कपड़े बड़ी तसल्ली से अपने कपड़े उतारे और बेफिकर हो मम्मी की चूत पर से रहा-सहा पेटीकोट का हिस्सा भी ऊपर को कर दिया। पूरी तसल्ली से उनकी चूत निहारते रहने के बाद मैंने उसे धीरे-धीरे सहलाना शुरू कर दिया। मम्मी निश्चित रूप से नींद में थी लेकिन उन्हें उसी दशा में जाने कितना मजा आने लगा कि वे अपनी टांगों को फैलाते हुए मदमस्ती में बोल उठी- आह जानी, अब चूसो इसे!

मुझे सिखाने की जरूरत नहीं थी। मैंने अंकल को यह सब करते खूब देखा था। मैं बिना समय गँवाये उनकी चूत को चाटने लगा। मम्मी भी अब तरंग में आने लगी। अपने पैरों को पूरा फैलाते हुए उन्होंने मेरे सिर को पकड़ के अपनी चूत पर दबाना शुरू कर दिया। साथ ही अपनी कमर को ऊँची करके चूत को मेरे मुंह में ठेलने लगीं। उनकी चूत अब तक इतनी गीली हो चुकी थी कि रस के मारे मेरा मुंह भरा जा था। chudai khani

“अब डाल दो! जल्दी से डाल दो अपना गर्म लंड! फाड़ दो मेरा भोंसड़ा!” मम्मी तड़पने लगी थी। mast kahani

मेरे कुछ समझ में नहीं आया तो मैं चूत चाटना छोड़ कर मम्मी के ऊपर पसर गया। उनके ब्लाउज के हुक खोल कर मस्त बूब्स को चूसने लगा। मम्मी ने आह-ऊऊऊह करते हुए टटोल कर मेरा लंड पकड़ लिया और उसे अपनी चूत पर सेट करके खुद ही नीचे से ऐसा धक्का दिया कि मेरा पूरा लंड सरसराते हुए अंदर चला गया। मजा तो मुझे बहुत आया और जैसा मैंने अंकल को पेलते हुए हुए देखा था उसी तरह मैं भी मम्मी को पेलने लगा।

एक बार कमर उठा के धक्का देते ही इतना मजा आया कि बता नहीं सकता। फिर तो मैंने धकापेल मचा दिया। झटके पर झटका देता चला गया। किसी मशीन की तरह अब मेरा लंड माँ की चूत में सटा-सट भीतर बाहर हो रहा था। अब तक मम्मी की नींद पूरी तरह टूट चुकी थी। शायद उन्हें शंका हुयी। kamleela

मजे लेते हुए ही वे पूछने लगीं- कौन हो तुम? आअह्ह! कैसी गजब की चुदाई! आह्ह, कितना मजा रहा है! आह्ह, पहले किसी ने मुझे ऐसा नहीं चोदा! इतना मजा किसी ने नहीं दिया! आह्ह्ह! पेलो, मुझे और भी जोर से पेलो! फाड़ दो मेरा भोंसड़ा! khani

मैंने उसे मजबूती से ऐसे पकड़ रखा था कि वह आस-पास देखने की स्थिति में भी नहीं थी। अचानक ही वह ईईईईईई करते हुए ढीली पड़ गयीं। लेकिन मैं पेलता रहा और तब अचानक मुझे ऐसा लगा मानो मेरा ‘पेशाब’ बेकाबू होकर उसकी चूत में निकला जा रहा हो।

मैं चिल्लाया- ओह, मम्मी! मेरा पेशाब निकल गया! aunty gaand

मैंने गौर किया कि अवाक् मम्मी की आँखें पथरा सी गयीं और मुंह खुला-का-खुला ही रह गया। उन्होंने मुझे अब पहचाना कि उनकी चूत के रास्ते उनको ‘गजब का मजा’ देनेवाला लंड कभी उन्हीं की चूत से निकला था। hindi sex story

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नयी नवेली भाभी की चुदाई कहानी https://sexstories.one/nayi-naveli-bhabhi-ki-chudai/ Fri, 10 Apr 2020 18:50:36 +0000 https://sexstories.one/?p=575 हैल्लो फ्रेंड्स मेरा नाम बंटी सिंह रावल है, और मै फिलहाल चेन्नई मे रहता हूँ। मेरी उम्र 20 साल की है। वैसे मै वैसे तो राजस्थान से हूँ, लेकिन मेरी जॉब यहाँ साउथ-इंडिया मे है। ... >> पूरी कहानी पढ़ें

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हैल्लो फ्रेंड्स मेरा नाम बंटी सिंह रावल है, और मै फिलहाल चेन्नई मे रहता हूँ। मेरी उम्र 20 साल की है। वैसे मै वैसे तो राजस्थान से हूँ, लेकिन मेरी जॉब यहाँ साउथ-इंडिया मे है। मै काफी दिनों से यहाँ रहता था। ये कहानी मेरे एयर भाभी की चुदाई की है। और फिर मेरे एक brother के दोस्त को भी चेन्नई मे ही जॉब ऑफर मिली। मेरे भाई ने कहा उसे कही रहने का इंतजाम कर देना।

भाई का दोस्त मेरे से उम्र मे 7 साल बड़ा था। और वो अपनी फेमली के साथ ही यहाँ आया था। उसकी फेमली मे उसकी बीवी और एक बच्चा थे। मैने उनके लिए एक घर का इंतजाम कर दिया। फिर मै संडे वगेराह को उनके घर जाता था और हम लोग काफी करीब हो चुके थे। मै उन लोगो को भैया और भाभी कह के ही बुलाता था। भाभी-जी दिखने मे एकदम मस्त थी। उनके चुचियों और गांड का शेप एकदम मस्त थे।

Antarvasna Sex Kahani – पडोस की सेक्सी भाभी

पहले पहले मै खुद पर काफी कंट्रोल सा किया लेकिन फिर मै उन्हें सोच के उत्तेजित होने लगता था। अक्सर मै उनके बच्चे को गोदी मे लेते वक्त जानबूझ के अपने हाथ को उनके चुचियों से टच कर देता था। और वो मेरे सामने ही अपने बच्चे को दूध भी पिला लेती थी। और तब मै भाभी के चुचियों के नज़ारे कर लेता था। मेरी प्यास बढती ही जा रही थी भाभी के लिए।

असली बात तो तब हुई जब उसके पति को कम्पनी वालो ने किसी काम से कुछ दिन के लिए हैदराबाद भेजा। और उन्होंने मुझे कहा की प्लीज़ मुझे 4 दिन से ज्यादा बहार जाना है, तो तुम देखना भाभी को। मै तो कुछ ऐसे ही मौके की तलाश मे था।

वैसे मैने भाभी के साथ चुदाई को ले के इतना सोचा नहीं था।

Antarvasna Sex Kahani – पड़ोसवाली भाभी की गुलाबी चुत

बस वो अराउस करने वाले टच वगेराह से ही काम चल रहा था। भैया ने मुझे भाभी को शोपिंग करवाने के लिए और दुसरे छोटे मोटे काम के लिए भाभी के साथ मे ही रहने के लिए कहा था। ऐसे ही एक दिन वो कपडे धो रही थी और पूरी भीगी हुई थी। उसने हलकी लाल ट्रांसपेरेंट नाईट गाउन पहनी थी जो भीगने पर तो एकदम ही रिवीलिंग हो चुकी थी। भाभी के बदन के नज़ारे मुझे दिख रहै, थे।

मै निरंतर भाभी के चुचियों को और उसकी गांड को घूरता रहा। भाभी को भी मेरी फिलिंग ज्ञात हो चुकी थी। और उसने अपनी गाउन को बदल के साडी पहन ली। लेकिन वो भी ट्रांसपरेंट सी ही थी और अन्दर मेचिंग ब्लाउज था। भाभी के चुचियों का हिस्सा साफ़ दिख रहा था और उसके नुकीले निपल्स भी।

भाभी का बच्चा भूखा हुआ था और वो रोने लगा। करीब 12:30 बजे थे दोपहर के। भाभी ने अपने ब्लाउज को ऊपर उठा के अपनी एक निपल बच्चे के मुहं मे दे दी।मै उसके चुचियों को ही देख रहा था। पांच मिनिट तक एक बूब से दूध पिलाने के बाद भाभी ने उसे चेंज कर दिया। मै तो मस्त देख रहा था और मेरा लंड कडक हो चूका था।

भाभी ने मुझे देखा और उसके चहरे के ऊपर हलकी सी स्माइल आ गई। फिर उसने मुझे कहा, ऐसे क्यूँ घुर रहै, हो मुझे? क्या तुम्हारी माँ ने कभी तुम्है, दूध नहीं पिलाया?

मै सोरी कहा और वो रूम से उठ के दुसरे कमरे मे चला गया। करीब 10 मिनिट के बाद मै वापस हॉल मे आ गया। वो अभी भी अपने बच्चे को दूध पिला रही थी। मैने फिर से कहा, सोरी भाभी?

वो बोली, क्या, क्यूँ?

Antarvasna Sex Kahani – ढोंगी बाबा से मैं और मेरी भाभी चुद गयी

मैने कहा आप बच्चे को दूध पिला रहै, थे तो मैने देखा इसलिए!

उसने कहा, अरे ये सब नार्मल है, इतना घबराओ नहीं।

और फिर भाभी ने हमारे लिए खाना पकाया। खाते हुए मेरे शोल्डर्स उसके चुचियों को टच हुए और उसके चुचियों सच मे बड़े ही हॉट थे! एकबार वो परोस रही थी तो मै दायें घुमा और मेरा मुहं ही उसकी चुचियों मे घुस गया। वो फिलिंग तो सब से बढ़िया थी।

परोसने के बाद वो सामने बैठ गई और हम खा रहे थे। उसका पल्लू निचे गिरा हुआ था और उसके लो कट ब्लाउज मे से उसके मस्त चुचियों मुझे दिख रहै, थे।भाभी की चुदाई

खाने के बाद हम दोनों सोफे के ऊपर बैठ के टीवी देख रहै, थे। टीवी मे एक मूवी चल रही थी जिसमे बरसात मे भीगी हुई एक औरत का चुदाईी गाना लगा हुआ था। और हीरो हिरोइन की नाभि को अपने होंठो से चूम रहा था और फिर वो दोनों होंठो से होंठो को मिला के किस कर रहै, थे। ये देख के मेरे अन्दर चुदाई का शैतान जागा। मैने हिम्मत कर के अपने लेग को आगे कर के अपनी जांघ को भाभी की जांघ से सटा दिया। वो कुछ भी नहीं बोली।

और फिर मैने अपने हाथ को भाभी के हाथ के ऊपर रख के धीरे से दबा दिया। भाभी की तरफ देखा तो उसकी आँखे भी लस्ट से भरी हुई थी। मैने लडखडाती हुई जबान मे भाभी को पूछा, क्या मै आप को एक किस कर सक्ता हूँ?

भाभी ने कहा मै तो कब से उसकी ही वेट कर रही हूँ!

Antarvasna Sex Kahani – भाभी की जमके चुदाई की

मैने पहले तो भाभी के गाल के ऊपर एक किस कर ली। और फिर हमारे होंठ करीब आ गए एक दुसरे के। हम दोनों एकदम मस्त फ्रेंच किस कर रहै, थे। और मेरे हाथ जैसे अपनेआप ही भाभी के चुचियों के ऊपर और उसकी कमर के ऊपर चलने लगे। मैने भाभी की साडी को हटा दिया और उसके चुचियों को दबाने लगा। करीब 10 मिनिट तक मैने उसकी चूचियां मसली। और फिर मैने भाभी को कहा मुझे भी आप का दूध पीनाहै। भाभी ने अपने ब्लाउज को हटा के कहा चुसो फिर।

मै छोटे बच्चे के जैसे भाभी के चुचियों को चूसने लगा। भाभी की चुचियों से दूध निकल रहा था जिसे मै पी रहा था। भाभी एकदम उत्तेजित हो गई थी। फिर उसने कहा मुझे लंड चुसनाहै। भाभी ने कहा मुझे भैया कभी लंड चूसने ही नहीं देतेहै।

भाभी मेरे लंड को चूसने लगी और मै उसके चुचियों को मसल रहा था। फिर मैने भाभी की पेंटी को खोल दी और उसकी चूत मे दो ऊँगली डाल दी और हिलाने लगा। भाभी मेरे से लिपट गई और 15 मिनिट तक मै ही भाभी को हग कर के उसके चुचियों दबाता गया और किस करता रहा।

फिर मै भाभी की फ्रिज से एक आइस क्यूब ले आया। भाभी की टांगो को फैला के मैने आइस को अन्दर डाला। भाभी को बड़ी गुदगुदी सी हुई। मै बर्फ खाते हुए भाभी की चूत को चाटने लगा था। और वो छटपटा रही थी।

Antarvasna Sex Kahani – पिंकी की चुत का भोसड़ा बनाया

भाभी ने कहा, अब इतना भी मत तडपाओ मुझे।भाभी की चुदाई

मैने कहा हां मेरी जान अभी देता हु तुझे मेरा लंड।

भाभी ने अपनी टाँगे खोल दी और मै उसके ऊपर आ गया। भाभी ने लंड को हाथ से पकड़ के अपनी चूत पर रखा। और मैने एक ही झटके मे लंड को पूरा अन्दर कर दिया। भाभी मुझे लिपट गई और मेरा लंड उसकी चूत के अन्दर धक्के देने लगा!

ये थी भाभी की चुदाई की कहानी

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