दोस्तों पारुल बहुत खुले दिमाग की लकड़ी थी। सेक्स के मामले में वो काफी खुली हुई थी। उसे रोज सेक्स करना पसंद था। उसे रोज मोटा लंड चूत में लेना बेहद पसंद था। पायल बहुत गोरी और सुंदर लड़की थी। उसका बदन बहुत गोरा, भरा हुआ और सुडौल था। फिगर कमाल का था। वो बहुत सेक्सी और हॉट माल थी। 34, 28, 30 का फिगर था उसका। छरहरा और बिलकुल फिट जिस्म था।
वो 20 साल की एक जवान, आकर्षक नवयौवना है। उसके बदन की खाल तो इतनी गोरी और मुलायम थी की स्वर्ग की अफ़सराये भी उससे शरमा जाए। उसके ओठ, मम्मे, रेशमी काले बाल उसकी खूबसूरती बढ़ा देते थे। उसकी लचकती छरहरी पतली कमर बहुत कामुक थी और चूत सबसे जादा बहुत मस्त थी। पायल को सेक्स करना बहुत पसंद था। उसके मम्मे 34” के थे। बहुत बड़े बड़े गोल गोल और रसीले थे। कोई भी लड़का उसके नंगे बूब्स को अगर एक बार देख लेता तो उसे चोदकर ही मानता। पारुल इतनी खूबसूरत माल थी।
उसकी बात सुनकर मैं समझ गया की वो मुझे खुलकर चुदाई का महासुख देगी। फिर मैंने सोफे पर बैठे बैठे ही उसे पकड़ लिया और बाहों में भरने लगा। पारुल ने बड़ा अच्छा सा सेंट लगाया था। वो सिर से पाँव तक खुश्बू से महक रही थी। मैंने उसे बाहों में भर लिया और उसके गालो पर किस करने लगा। दोस्तों पारुल के गाल तू इतने मुलायम थे की मैं आपको क्या बताऊं। मैं बार बार उसके गालों को हाथ से सहला रहा था और किस कर रहा था।
पारुल ने जींस टॉप पहन रखा था। उसका टॉप झक सफ़ेद कलर का था। और जींस नीली रंग की थी। फिर मैंने उसे अपनी गोद में बिठा लिया और उसके होठ चूसने लगा। मुझे जन्नत जैसा मजा मिल रहा था। पारुल अपूर्व सुंदरी थी। उसकी ऑंखें तो ऐशवर्या की तरह नीली नीली थी। वो भी मेरा पूरा सहयोग कर रही थी। हम दोनों ने काफी देर तक किस किया। दोस्तों उसके ओंठ तो गुलाबी गुलाबी और बिलकुल अंगूर जैसे थे। मैने जी भरकर उसके रसीले होठ चूसे। आप ये सेक्सी अन्तर्वासना सेक्स स्टोरी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं…
“जान अपना टॉप उतारो” मैंने पारुल से कहा new chudai stories
उसने अपने दोनों हाथ उपर किये और टॉप निकाल दिया। फिर ब्रा भी खोल दी। फिर मैंने पारुल को बिस्तर पर लिटा था। उसके खुले काले लम्बे बाल और उपर से उसका गोरा गदराया जिस्म तो जैसे मुझ पर कहर ढा रहे थे। उसकी आँखों में शर्म थी। मैंने अपने हाथ पारुल के 34 के बड़े बड़े गोल गोल मम्मो पर रख दिए। उसने अपनी आँखें बंद कर ली। मैं नीचे की ओर झुका और एक बार फिर से मैंने उसके रसीले होठो का स्वाद लिया।
अब मेरा फोकस उसके रसीले मम्मो पर था। ओह्ह्ह्ह….कितने बड़े बड़े और कितने गोल गोल। यही मेरी पहली प्रतिक्रिया थी। मैंने पारुल के दूध को दबाना शुरू कर दिया। उसने कुछ नही कहा। क्यूंकि वो भी आज चुदाई के फुल मूड में थी। मेरी उँगलियाँ उसके गोल गोल बूब्स पर नाचने लगी और उसे दबाने लगी। “….हाईईईईई, उउउहह, आआअहह” पारुल के मुंह से निकला। धीरे धीरे मुझे मजा आने लगा और मैं तेज तेज उसके दूध दबाने लगा।
कितने मुलायम मक्खन जैसे नर्म स्तन थे उसके। मैं कितना किस्मत वाला हूँ की आज इस कुवारी लौंडिया के दूध अपने हाथ से दबाने को मिल रहे है। धीरे धीरे मेरी वासना बढती गयी और मैं तेज तेज पारुल के टमाटर [यानी उसके चुच्चे] दबाने लगा। बड़ी बड़ी नुकीली गदराई सुंदर छातियों को हाथ में लेकर मुझे गर्व का अहसास हो रहा था। पारुल की चूचियों के निपल्स के चारो ओर 5 6 सेंटीमीटर की चौड़ाई वाले लाल लाल घेरे थे जो बरबस ही मेरा ध्यान खीच रहे थे। हिन्दुस्तान में जादातर लड़कियों के निपल्स के चारो ओर काले घेरे होते है पर कुछ के भूरे या गहरे लाल रंग के घेरे होते है।
पारुल उन कुछ लड़कियों में से एक थी जिसकी चूचियों की निपल्स के चारो ओर लाल लाल अनार जैसे रंग वाले घेरे थे। लग रहा था की मैंने किसी अनार को हाथ में ले रखा था। फिर मैंने तेज तेज पारुल के अनार दबाने लगा और मुंह में लेकर पीने लगा। मैंने पारुल की चूत में अपना 8 इंची लौड़ा सरका दिया और मजे से चोदने लगा। किसी चुदासी छिनाल की तरह मैं उसकी दोनों दूधिया जांघे मैंने एक के उपर क्रोस करके रख दी और दोनों पैरो को कसके हाथ से पकड़ के पक पक पारुल को चोदने लगा।
वो “आआआअह्हह्हह….ईईईईईईई…ओह्ह्ह्हह्ह….अई—अई—अई….अई….” करके चिल्ला रही थी। दोंनो टांगो को क्रोस करके रखने से उसकी चूत उपर की तरफ फूल गयी थी और उसमे मुझे बड़ी गहरी पकड़ मिलने लगी और मैं गचागच उसको चोदने लगा। दोस्तों सबसे कमाल की बात थी की मेरी मयंक की गर्लफ्रेंड की चूत बिलकुल गुलाबी और रबड़ी जैसी थी। new chudai stories
हम दोनों सेक्स में इतने भूखे थे की पारुल को पता ही नही चला की कब उसकी चूत में मेरा 8” मोटा लंड घुस गया। मैं आज इस खूबसूरत माल लड़की को घपाघप ठोंक रहा था। मैं जोर जोर से अपने धक्के लगा रहा था उसकी रसीली चूत में। पारुल मेरा विशाल लंड खा रही थी और मजे से चुदवा रही थी। वो “…सी सी सी सी.. हा हा हा ….ऊऊऊ ….ऊँ…ऊँ….ऊँ….उनहूँ उनहूँ….हाईईईईई, उउउहह, आआअहह” पारुल गर्म सांसे ले रही थी।
कुछ देर बाद मैंने ढेर सारा माल उसकी चूत में छोड़ दिया। मैंने मैं मयंक की हॉट और सेक्सी गर्लफ्रेंड को किस करने लगा। उसके रसीले बूब्स को मैंने काफी देर तक हाथो से दबाया और मुंह में लेकर फिर से चूसा। जिन्दगी स्वर्ग सी बन गयी थी। new chudai stories
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