उसके दांत मेरी नर्म चूचियों को बार बार चुभ जाते थे. पर उसने मुझे अनसुना कर दिया। मेरी दोनों बड़ी बड़ी मुसम्मी को वो आधे घंटे तक चूसता और पीता रहा। मुझे अभी बहुत अच्छा लग रहा था। मैं गर्म हो रही थी। अब मैं भी बब्बन से कसकर चुदना चाहती थी। वो मेरी चूचियों को अपनी औरत की चूचियां समझकर दबा रहे था। ऐसा बार बार करने से मेरी चूत गीली हो चुकी थी। मैं जल्दी से चुदना चाहती थी और चूत में मोटा लंड खाना चाहती थी।
बब्बन ने मेरे हाथ में अपना लंड दे दिया। हाय दादा!! कितना बड़ा लौड़ा था उसका। 8” लम्बा और 2” मोटा था। मैंने हाथ में लिया तो मैं डर गयी थी। मुझे डर लग रहा था की इतना बड़ा लंड मेरी चूत में कैसे अंदर जाएगा। फिर मैं जल्दी जल्दी उसका लंड फेटने लगी। कुछ ही देर में बब्बन का लंड खड़ा हो गया था। वो देखने में बहुत ही सेक्सी लंड लग रहा था। जैसे किसी गधे का लंड हो।
मैं जल्दी जल्दी उसे उपर नीचे करके फेटने लगी। desi mota lund
बब्बन को भी बहुत मजा आ रहा था। वो आह आह की आवाज निकाल रहा था। मैं और जल्दी जल्दी उसका लंड फेटने लगी। फिर मुंह में लेकर मैं चूसने लगी। बार बार मेरे बाल नीचे गिर जाते थे। बार बार मुझे बालों को उपर कान के पीछे ले जाना पड़ता था। ये कहानी आप हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है।
मेरे रिक्शेवाले का लंड तो बहुत ही रसीला था। मैं मुंह में लेकर जल्दी जल्दी चूसने लगी। बब्बन मेरी चूत और सहलाने लगा। धीरे धीरे मैं गर्म हुई जा रही थी। फिर मैंने उसके लंड को गले में अंदर तक भर लिया। बड़ी देर तक मैंने लंड बाहर ही नही निकाला। फिर कुछ मिनट बाद मैंने उसका लंड बाहर निकाला। उसे मेरा ये कारनामा बड़ा अच्छा लगा। फिर मैंने जल्दी जल्दी मेहनत से अपने रिक्शेवाले का लंड चूसने लग गयी।
अब उसका लंड और जादा फूलकर बड़ा हो गया था। desi mota lund
मैं डर रही थी की कहीं उसका लंड मेरी चूत ना फाड़ दे। बब्बन ने मेरे दोनों पैर खोल दिये। मेरी उभरी हुई रसीली चुद्दी ठीक उसके सामने थी। उसने चूत पर सिर झुका लिया और दोनों हाथ के अंगूठे से मेरा गुलाबी भोसड़ा खोल दिया। मेरी चूत मीठी चाशनी से भरी थी। फिर बब्बन जल्दी जल्दी मेरी चुद्द को चाटने लगा। उसकी लम्बी जीभ मेरी चूत के बिलकुल अंदर तक जा रही थी और बड़ी खलबली मचा रही थी।
मैं “उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी….. ऊँ—ऊँ…ऊँ….” बोलकर सिसक रही थी। मुझे बहुत मजा मिल रहा था। बड़ी जोर की यौन उत्तेजना हो रही थी। मुझे इतना जूनून चढ़ गया की लगा कहीं मेरी चूत फट ना जाए। बब्बन बड़ी जोर जोर से मेरी बुर पी रहा था। जैसे वो चूत नही कोई आइसक्रीम हो। फिर वो मेरे झांट को भी अपनी जीभ से चूमने लगा। फिर बब्बन जोर जोर से मेरी बुर में ऊँगली करने लगा और जल्दी जल्दी मेरी चूत फेटने लगा। मैं बड़े प्यार से उसके सर में अपना हाथ फिराने लगी। मेरी चूत बड़ी पनीली हो गयी थी, क्यूंकि बब्बन उसको जल्दी जल्दी फेट जो रहा था।
कमरे में मेरी चूत को फेटने की पनीली फच फच करती आवाज आ रही थी। मैं ये सब बर्दास्त नही कर पा रही थी। मैं जल्द से जल्द चुदवाना चाहती थी। “…उई..उई..उई…. माँ…माँ….ओह्ह्ह्ह माँ….अहह्ह्ह्हह..” मैं चिल्ला रही थी। अपनी दोनों गोरी गोरी टाँगे उठा उठाकर बब्बन से चूत में ऊँगली करवा रही थी। मैं जानती थी की मुझसे बड़ी छिनाल इस दुनिया में दूसरी नही मिलेगी। दोस्तों, ये बात मैं अच्छी तरह से जानती थी।
मेरे भोसड़े में जैसा सुनामी आ रही थी। desi mota lund
फिर बब्बन ने अपने सीधे हाथ की बीच की 2 ऊँगली मेरे भोसड़े में पेल दी और चूत के छेद में डालने लगा और बार बार अंदर बाहर करने लगा। उसके बाद बब्बन ने मेरी कमर के नीचे २ मोटे तकिया लगा दिए जिससे मेरी रसीली चुद्दी अब उपर आ गयी। उसने अपना 8” का मोटा लंड मेरी चूत पर रख दिया और उपर नीचे करके मेरे चूत के दाने को घिसने लगा।
फिर बब्बन ने मेरी चूत के छेद पर लंड रख दिया और हल्का सा धक्का मारा। लंड अंदर चूत में चला गया। मेरा रिक्शेवाला बब्बन अब मुझे चोदने लगा। उसका लौड़ा २ इंच मोटा था। इसलिए मुझे उसकी मोटाई अपनी चुद्दी में महसूस हो रही थी। बब्बन जल्दी जल्दी मुझे चोदने लगा। मैंने आँखें बंद कर ली थी। मेरे मुंह से “…..ही ही ही ही ही…….अहह्ह्ह्हह उहह्ह्ह्हह….. उ उ उ…” की आवाज ही निकल रही थी।
मैं बार बार अपने ओठो को चबा रही थी। desi mota lund
मेरा गला बार बार सूख रहा था क्यूंकि मेरा रिक्शेवाला जल्दी जल्दी मुझे चोद रहा था। उनका लौड़ा तो बहुत मोटा ताजा लग रहा था, जल्दी जल्दी मेरे भोसड़े में घुस जाता था। वो मुझे सट सट करके चोदने लगा।
मुझे लग रहा था की मुझे हजारों चींटे एक साथ काट रहे हो। उसके बाद तो बब्बन बहुत तेज तेज धक्के मेरी चूत में मारने लगा। 25 मिनट बाद वो मेरी चुद्दी में ही झड़ गया।
मैंने उसे किस करने लगी।