वो इतना ही कह पाई थी कि मेने थोड़ा पीछे हट कर एक धक्का और मारा!
वो बुरी तरह चीखी- उफ… आई… मां प्लीज…भैया प्लीज ओह…
और दर्द के मारे वो आगे कुछ नहीं कह पाई और अपने सिर को बेड से सटा लिया, उसकी आँखों में पानी आ गया था।
मेने कहा – बस एक दो इंच बचा है…अगर कहो तो डाल दूँ?
उसने कहा-…अब इतना दर्द नहीं है… भैया…अगर एक दो इंच ही रह गया है तो डाल दो… मैं झेल लूंगी…
मेने लण्ड को दो तीन इंच पीछे खीच कर एक जोर का धक्का मारा, उस्का मुँह बेड पर घिसटता हुआ सा आगे सरक गया,शायद उसको ऐसे लगा होगा जैसे किसी ने कोई तेज़ तलवार उसकी फ़ुद्दी में घुसा दी हो.
धीरे धीरे उस्का दर्द आनन्द में बदलने लगा था.
में अब थोड़ा जल्दी जल्दी अपने लंबे लण्ड को अन्दर-बाहर करने लगा.
Pados wali bhabhi – पडोस्वाली कुंवारी लड़की
वो बुरी तरह कांपने लगी थी, उसकी मुँह से कामुक आवाजें फ़ूट रही थी।
अब उसे भी बहुत मजा आने लगा था।
उसने कहा- भैया! ज़रा जोर-जोर से कीजिये! उफ…उफ…! वो टूटे शब्दों में बोली।
मेंने रफ़्तार बढ़ा दी, उसकी सिसकारियाँ और भी कामुक हो गई, फ़च फ़च की आवाज़ सारे कमरे में गूँज रही थी, उत्तेजना में उसने मेरी पीठ को नोचना शुरु कर दिया था, मेने उसके स्तनों को और उसके लबों को चूसना शुरु कर दिया.
वो हुच.. हुच. की आवाजों के साथ बिस्तर पर रगड़ खा रही थी.में अपने पूरे जोश में था, में उसके मम्मों को सहलाता तो कभी उसके चुचक को मसलते हुए आगे पीछे हो रहा था.
अब मेरे गति में और तेजी आ गई, वो दांतों तले होंठों को दबाये उनके लिंग द्वारा प्राप्त आनन्द के सागर में हिलोरें ले रही थी.
Pados wali bhabhi – देसी चूत की मस्त चुदाई
अब में चित्त लेट गया और उसको अपने लण्ड पर बिठा लिया और वो स्वयं ऊपर नीचे होने लगी, एसी चालू होने के बावजूद हम दोनों को पसीना आ गया था.
उसके बाद में बैठ कर उसको फिर पीठ के बल लिटा दिया और उसकी फ़ुद्दी में अपना लण्ड डाल कर जोर जोर से धक्के मारने लगा.
वो अपने चरम पर आ चुकी थी, फिर मेने अपना लिंग उसकी चुत से निकाल लिया और उसके मुँह में डालकर जोर जोर से धक्के मारे और फिर उसके सर को थाम कर ढेर हो गया.
में उसके मुहं में ही झड़ गया.
उसने लिंग को छोड़ा नहीं बल्कि उसे चूस चूस कर दोबारा उत्तेजित करने लगी।
मेने ने उनके मम्मों से खेलना शुरू कर दिया और बोला – क्यों? कैसा रहा…?
बहुत मजा आया भैया!… लेकिन मेरी फ़ुद्दी तो जैसे सुन्न हो गई है… उसने मेरी पीठ को सहलाते हुए कहा।
Pados wali bhabhi – सवेरे वाली चुदाई
यह सुन्नपन तो ख़त्म हो जायेगा थोड़ी देर में, पहली बार में तो थोड़ा कष्ट उठाना ही पड़ता है, अब तुम अगली बार देखना इतनी परेशानी नहीं होगी बल्कि सिर्फ मजा आएगा, मेने उसके स्तन को चूसते हुए कहा।
‘उफ भैया… इन्हें आप चूसते हैं तो कैसी घंटियाँ सी बजती है मेरे शरीर में!… प्लीज भैया चूसिये इन्हें!’ वो कामुक तरंग में खेलती हुई बोली।
अच्छा लो! कह कर मेने उसके गहरे गुलाबी रंग के निप्पलों को बारी बारी चूसने लगा , वो आनन्दित होने लगी.
उसने पूछा- आपने पहले किसी को चोदा है?
‘हाँ चोदा है लेकिन इससे पहले मैंने 22 साल से कम उम्र की किसी लड़की को कभी नहीं चोदा.
उसने फिर मेरा लंड मुहमें लेके चुसने लगी करीब 10मिनिट के बाद मेरा लंड फिर से खडा होगया.
फिर मेने उसको नीचे सुलाकर उसके बूब्स को अच्छे से चोदा और बाद में उसको बेड पर तकिया के बल पे सुलया और उसके दोनो पैर अपने कँधे पे रखने को बोला वो भी में जैसा बोल रहा था वैसे ही कर रही थी ..
Pados wali bhabhi – बारिश और मेरी चुत चुदाई
मेने उसके मम्मोको दाबते हुए हलके से चुत में लंड दालने लगा इस बार लंड को अंदर घुसाने में ज्यादा परेशानी नही हुयी आसनी से एक धक्के में मेरा पुरा लंड उसके चुत में घूस गया वो भी गांड उठा उठा के मेरा साथ दे रही थी और वो आअह्ह्ह्ह ह्ह्हह्ह्ह्ह य्य्याह्ह्ह्ह ईएह्ह्ह्ह ऊम्म्म्म करने लगी.
मुझे उसे चोदने में बहुत मजा आ रहा था. थप थप थप थप की आवाजो से पुरा कमरा गुंज उठा था जो की मूझे बहुत उत्तेजित कर रहा था.
करीब 20 मिनिट के बाद में झड गया और हम वैसे ही सो गये ..
वो सुबह उठ के कब एक्साम को गयी मेरेको नही मालूम हुआ लेकिन जब उस्का रिजल्ट आया तो उसने वो सब्जेक्ट में क्लास टॉपर थी.