मम्मी ने उनको कहा कि पकड़ ले साली इतना क्यों नखरा दिखाती है और जल्दी से इसको चूस ले, तुझे असली मज़ा आने लगेगा। दोस्तों मम्मी ने मौसी से अपनी बात को खत्म करते हुए अपने सारे कपड़े भी उतार दिए और में तो पहले से ही नंगा था।
मैंने मौसी का ब्लाउज भी खोल दिया और मौसी मेरा लंड छोड़कर अपने बूब्स को छुपाने लगी और वो अपने दोनों हाथों को अपने दोनों बड़े आकार के बूब्स के ऊपर रखकर उन्हें छुपाने की कोशिश करते हुए बैठ गयी और तभी मम्मी पीछे की तरफ आई और उन्होंने मौसी के कान पर एक चुंबन लेते हुए वो बोली कि मेरी जान अब तो तू इतना शरमाना छोड़ दे, अब तो तुमने इसका लंड भी देख लिया है और यक़ीनन अब तुम्हारी चूत भी पनिया गयी होगी, इतना कहकर मम्मी ने मौसी के दोनों हाथों को एक झटका देकर दूर हटा दिया और में झट से मौसी के बूब्स को दबाने लगा, वाह वो बहुत ही मुलायम बड़े ही मज़ेदार भी थे उनके बूब्स जहाँ जिस हालत में थे वहीं मेरी मम्मी के दोनों बूब्स अब पहले से बहुत ज्यादा लटक चुके थे वहीं अभी मेरी मौसी के में बहुत कसावट बाकी थी और उनके निप्पल में गजब का आकार था, जिसे में अपनी चुटकियों से रगड़ रहा था और निप्पल को मसल भी रहा था। आप ये सेक्सी अन्तर्वासना सेक्स स्टोरी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं…
अब मम्मी पीछे से मौसी की पीठ पर अपने बूब्स को रगड़कर उनको गरम करने की कोशिश कर रही थी जिसकी वजह से अब मौसी के मुहं से ऊऊओफफ्फ़ आआआअहह स्सीईईईईइ की आवाज निकल रही थी। तो मैंने अपना हाथ सीधे उनके पेटीकोट के अंदर डाल दिया वो चीख पड़ी और मेरा हाथ दूर हटाने लगी, लेकिन में अब कहाँ मानने वाला था। mausi ki chudai
मैंने जल्दी से उनके पेटीकोट का नाड़ा ढीला कर दिया और पेटीकोट को भी मैंने उनके पैरों से खींचकर निकाल दिया और अब मौसी मेरे ऐसा करने से बिल्कुल नंगी हो चुकी थी। उन्होंने अपने दोनों हाथों से अपनी चूत को छुपा लिया था। तभी मम्मी ने पीछे से मौसी के दोनों हाथों को पकड़ लिए और वो मुझसे बोली कि राज चल अब अपनी मौसी की चूत को चाटने का मज़ा दे और इतना सुनकर में मौसी की बिना बालों वाली फूली हुई गुलाबी चूत को देखने लगा, जिसकी फांके बहुत सुंदर लग रही थी। में अपना हाथ मौसी की चूत पर फेरने लगा और फिर मेरा हाथ अपनी चूत पर पाकर मौसी चीख पड़ी और उनके मुहं से एक सिसकी निकलने लगी।
मैंने उनकी चूत की फांकों को अपने हाथ से फैलाकर उसकी चूत का में करीब से नज़ारा देखने लगा, जिसकी वजह से मुझे चूत के अंदर का गुलाबी भाग बहुत ही सुंदर लग रहा था और उसमें से भीनी भीनी खुशबू भी आ रही थी।
फिर मैंने जैसे ही अपनी जीभ को बाहर निकालकर उसकी चूत पर रखी तो मौसी एकदम उछल पड़ी और आईईईईईईई ईस्स्स्स्स्सस्स हईयईईईई राज उूउउफ्फ तुम यह क्या करते हो? दीदी प्लीज मुझे बहुत गुदगुदी हो रही है और तभी मौसी ने अपने दोनों हाथों से मेरा सर पकड़ लिया और अपनी चूत पर वो मेरा मुहं दबाने लगी थी।
कुछ देर चाटने के बाद मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ को घुसा दिया और मेरी जीभ जैसे ही उसकी चूत में गई वो उछल पड़ी आऐययईईईई राम दीदी यह राज कितना गंदा है उूउफफफफफ्फ़ मुझे बहुत गुदगुदी हो रही है। तो मम्मी बोली कि अभी तो यह सिर्फ़ तेरी चूत को चूस और चाट ही रहा है जब अपने खड़े लंड के झूले पर बैठाकर तुझे यह झूला झुलाएगा तब तू देखना कितना दम है इसके लंड में? और तुझे तब कितना मज़ा और मस्ती आएगी जो तुझे कभी पहले नहीं आई।
यह बात कहकर मम्मी ज़ोर ज़ोर से मौसी के बूब्स को मसलना शुरू कर दिया था और उसके निप्पल को भी वो दबा रही थी। ऐसा करने के साथ साथ कभी कभी अपने हाथों से मौसी के निप्पल को भी दबा देती। अब तो मौसी को दुगना मज़ा आ रहा था, एक तरफ में अपनी जीभ को उनकी चूत में डाले हुए था और मम्मी उसकी बूब्स को दबा रही थी। mausi ki chudai
अब तो मौसी के बदन में भी चुदाई की आग भड़क चुकी थी इसलिए वो सारी लाज़ शरम भुला चुकी थी और वो एकदम बेशराम होते हुए कह रही थी आओ मेरे चोदू राजा चूसकर पी जाओ मेरे पूरे माल को आआह्ह्ह्ह इसस्स्स्स्स्स्सस्स इस तरह का मज़ा आईईईईई तो मुझे कभी तेरे मौसा ने भी नहीं दिया है आआअहह और वो अपनी चूत को उचकाने लगी और में भी उनकी चूत की दरारों को फैलाकर उनके दोनों पैरों को अपने कंधे में फंसाकर बहुत ही जोरदार तरीके से उसकी चुसाई कर रहा था, आअहह मेरी छिनाल मम्मी आज तो तेरी बहन की चूत को चाटने में मुझे बहुत मज़ा आ रहा है यह तो बहुत ही मजेदार स्वादिष्ट है ऐसा तो मुझे पहले कभी स्वाद नहीं मिला।
अब मम्मी मुझसे कहने लगी अबे साले मदारचोद अब तू इसकी जल्दी से चूत का पानी निकाल दे इतनी देर से उसमे घुसा पड़ा है और अभी तक एक बार भी तू इसका पानी नहीं निकाल पाया। तू ऐसा क्या कर रहा है इसके साथ? तो मैंने कहा कि मम्मी इसकी चूत अभी तक इतना चुदी ही नहीं है और आज पहली बार ही तो इस बेचारी की चूत की जमकर चूसाई हो रही है फिर भला यह इतनी जल्दी कैसे अपना पानी छोड़ेगी और इसको कुछ देर और लगेगी और अब तेरी चूत की बात अलग है तेरी तो चूत अब पूरी तरह से भोसड़ा बन चुकी है जो कुछ देर में ही जोश में आकर अपनी पानी छोड़कर ठंडी पड़ जाती है।
अब तक मम्मी बहुत तप चुकी थी और मेरे सर पर एक हाथ मारते हुए वो मुझसे कहने लगी अब तू कभी मारना मेरी चूत, में तेरी गांड पर एक ज़ोर से लात मारूँगी, इतनी ज़ोर से कि तू उसी समय अपनी चुद्दो मौसी की चूत में ही पूरा घुस जाएगा और तभी मौसी बोली कि साले चोदू तू क्या बातें ही चोदेगा या अब मेरा पानी भी निकालेगा और वैसे में तुझे बता दूँ कि में अब झड़ने वाली हूँ इसलिए तू अब थोड़ा जल्दी जल्दी अपनी जीभ को मेरी चूत में चला हाँ और भी ज़ोर ज़ोर से धक्का मार और वो मुझसे इतना कहकर अब अपनी चूत को उचकाने लगी थी और उनके मुहं से उूउउइईईईईई प्लीज आह्ह्ह्ह जल्दी करो ऊऊह्ह्ह्ह राज आह्ह्ह्ह हाँ पूरा अंदर तक डालकर तू मेरी चूत को चूस और तभी इतना कहते हुए मेरी मौसी झड़ने लगी थी, जिसकी वजह से अब उनका ढेर सारा रस में बहुत ही चाव से पूरा पी गया.. mausi ki chudai
पूरी तरह से झड़ जाने के बाद मौसी अब थककर एक तरफ बेड पर लेट गयी और उसके बाद मैंने अपनी मम्मी की गांड मारी और मौसी को तो उस रात को मैंने चार बार चोदा और उसका भी भोसड़ा बना दिया था, जिसकी वजह से वो बहुत खुश पूरी तरह से संतुष्ट थी। hindi stories