हैल्लो दोस्तों, यह बात उन दिनों की है जब मेरी मौसी जिनका नाम सपना है वो सहारनपुर से आई हुई थी जो मेरी मम्मी से उम्र में छोटी थी। उनकी उम्र करीब 35 साल थी और उनके तीन भी बच्चे थे तब उनके साथ बच्चे भी आए हुए थे और उनकी शादी 16 साल पहले हुई थी और उनके पति किसी विभाग में सरकारी नौकरी करते थे और मेरी वो सपना मौसी अपने बूब्स का बहुत ख्याल रखती थी। mausi ki chudai
दोस्तों एक तो उनका वो रंग बहुत गोरा था और उनके गाल भी हमेशा गुलाबी रहा करते थे। उनके बूब्स वैसे बहुत ज़्यादा बड़े नहीं थे, लेकिन हाँ उनकी गांड बहुत ज़बरदस्त थी। जब भी वो चलती थी तो मेरा ध्यान अक्सर उनकी गांड पर अटक जाता था और वो हमेशा साड़ी ही पहना करती थी। कसम से साड़ी में वो बिल्कुल मस्त क़यामत लगती थी और उनका साड़ी बाँधने का तरीका भी कुछ नया था। आप ये सेक्सी अन्तर्वासना सेक्स स्टोरी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं…
वो हमेशा अपनी साड़ी को उनकी नाभि के बहुत नीचे बाँधती थी और वो हमेशा आधी बांह का गहरे गले का ब्लाउज ही पहना करती थी, जिससे कि जब भी वो नीचे झुकती थी तो उनके गोरे गोलमटोल बूब्स का वो नज़ारा में बहुत आराम से देख लिया करता था और अपनी मम्मी और बुआ यहाँ तक की कई बार अपनी बहन की चुदाई करने के बाद में अब बहुत ही चुदक्कड़ हो चुका था और मेरे वैसे मेरी कहानियों को पढ़ने वाले तो अच्छी तरह से जानते ही होंगे कि बड़ी उम्र की औरतें शुरू से मेरी कमज़ोरी रही है।
मैंने एक रात को अपनी मम्मी की चुदाई करते हुए जब मौसी की तारीफ उनके सामने करना शुरू किया, तब मम्मी ने मेरी वो बातें सुनकर मुझसे कहा कि साले मादारचोद मुझे तो पहले से ही पता चल गया था कि तू मेरी बहन को बिना चोदे नहीं छोड़ेगा, क्योंकि में तुझे उसके बूब्स को घूर घूरकर उनकी तरफ झांकते हुए कई बार देख चुकी हूँ और तू जब भी उसकी कूल्हों की तरफ देखता था तब में तुरंत समझ जाती थी कि तू साला बहनचोद अब अपनी मौसी की गांड भी जरुर एक दिन मारेगा और वो छिनाल भी हमेशा ब्लाउज भी ऐसे ही पहना करती है कि उसके पूरे बोबे बाहर लटके रहते है, रंडी साली वो ऊपर का हुक भी नहीं लगाती है, कई बार तो तेरे पिता जी भी मुझसे उसको सही से कपड़े पहने के लिए मुझसे कह चुके है और वो उस दिन मुझसे बोले थे कि तुम ही समझा लो मेरी साली को वरना बाद में तुम मुझसे ना कहना कि मैंने उसके बूब्स को दबा दिया है और में हमेशा उनकी उस बात को हंसकर टाल जाती थी। अब आज तू भी अपनी मौसी को चोदने की बात मुझसे कह रहा है, तू भी साला बहुत बड़ा हरामी हो गया है। mausi ki chudai
दोस्तों मेरी मम्मी को चुदाई करवाते समय गालियों से बात करना बहुत अच्छा लगता है और तभी में जो इतनी देर से अपनी मम्मी की वो बातें बकवास को सुने जा रहा था। में अब उनके बड़े आकार के मुलायम बूब्स और सेक्सी बदन को दबाते हुए बोला कि तो साली मेरे ऐसा कहने सोचने में हर्ज़ ही क्या है? अगर अपनी बहन को मेरा लंड खिला देगी तो जीवन का असली मज़ा आ जाएगा, क्योंकि जब तुझे ही मेरे लंड को लेने में इतना मज़ा आता है तब वो तो तुम से उम्र में बड़ी छोटी है और मौसा जी भी बाहर ही ज़्यादा रहते है, इसलिए उसकी चूत भी हमेशा प्यासी ही रहती होगी, कसम से जब मेरा लंड उसकी टाइट चूत में जाएगा तब मुझे और उसको बड़ा मज़ा आएगा। मम्मी प्लीज एक बार चुदवा दो ना।
अब मम्मी ने कहा कि अच्छा अच्छा अब अभी तो तू मन लगाकर मेरी चुदाई कर और उसके बाद में तुझे बताती हूँ और उसके बाद मैंने मम्मी की चूत को चाटकर उनकी चूत में बहुत ही जोरदार ढंग से अपना पूरा पांच इंच का लंड डालकर बहुत बेरहमी से उनको चोदा था और मैंने मम्मी को थोड़ी देर बाद ही उनकी चूत में अपने लंड का पानी छोड़ दिया और फिर मैंने एक बार पलटकर उनकी गांड मारी जिससे मेरी माँ बहुत ही थक चुकी थी।
आप ये सेक्सी अन्तर्वासना सेक्स स्टोरी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं…अब हम दोनों चुदाई के पूरे मज़े लेकर उसकी वजह से बहुत थककर सो गये। फिर दूसरे दिन जब में नहा रहा था तो मुझे अपनी मम्मी की आवाज़ सुनाई दी वो मेरी सपना मौसी से कह रही थी सपना तुम कुछ उदास सी लग रही हो क्या बात है?
तब मौसी ने कहा कि कुछ नहीं दीदी बस थोड़ा सा थक गयी हूँ इसलिए आपको शायद ऐसा लग रहा है, लेकिन अब मम्मी ने उनसे कहा कि नहीं तुम्हारे मन में कुछ तो बात है जिसको तुम मुझसे छुपाने की कोशिश कर रही हो, लेकिन तुम्हे बनाते में कुछ डर झिझक महसूस हो रही है इसलिए तुम मुझे नहीं बता रही हो प्लीज मुझे बताओ में तुम्हारी उसमे मदद जरुर करूँगी और तब तक में भी बाथरूम से बाहर निकल आया था। mausi ki chudai
मौसी अब कुछ कहने ही जा रही थी, लेकिन मुझे देखकर वो फिर से चुप हो गयी। तब में अपने रूम में चला गया और मैंने दरवाजा बंद करके अपने कान इधर ही लगा दिया, में बहुत ध्यान से सुनने लगा। फिर मौसी ने झिझकते हुए बोलना शुरू किया क्या बताऊँ दीदी आजकल मेरे जीवन में उनको लेकर बहुत समस्या आ रही है, तब माँ ने उनसे कहा कि तुम मुझे ऐसे नहीं पूरी तरह से खुलकर बताओ कि वो क्या बात है जो तुम्हे इतना परेशान किए जा रही है? अब मौसी ने कहा कि दीदी आजकल रिंकू के पापा मुझ पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे और जबकि मेरी शादी के बाद से अभी चार साल पहले तक तो वो मेरे साथ हमेशा रोज़ ही सोते थे।