Tarak Mehta Jethalal aur Aayushi ka dhamaal sex – जैसा की आपने देखा कि बबीता ने फैसला कर लिया था की वो जेठालाल के साथ सेक्स कभी नहीं करेगी. अब आगे… जेठालाल अभी भी आयुषी के दूध पर सर टीका के सोया हुआ था लेकिन अब आयुषी को वॉशरूम जाना था लेकिन वो जेठालाल को अभी भी उठान नहीं चाहती थी इसलिये बड़े प्यार से जेठालाल को जन्म पाई सुला दिया या एक चादर ओधा दी या खुद जींस या टॉप पहनने ली बिना ब्रा या पैंटी के क्यूकी आयुषी को लगा की इति रात को कोन होगा बहार ले जाने के लिए इस्तेमाल करें उसे एक अजीब सी स्माइल आई आयुषी ने वो गंध बरदाश्त नहीं हो रही थी उसे अपने मुह पाई हाथ रखना पड़ा…
आयुषी को ट्रेन के प्योर हॉल वे पर कुछ चिप चिपा सा लगा हुआ देखा दीया
आयुषी (मन में) – ये सफ़ेद सफ़ेद सा क्या है
आयुषी ने उसे हाथ नहीं लगा लेकिन उस से ठीक से गंध लेने की कोशिश की तो वो हैरान रह गई..
आयुषी – ये तो लिंग का माल है !! लेकिन इतना सारा !! ..याहा तो हर जग यही है लगता है लोगो ने मुझे और जेठाजी को सेक्स करते हुए देख लिया, अब क्या होगा???
आयुषी की जैसे सांस ही रुक गई थी लेकिन आयुषी ने हिम्मत करके वॉशरूम जाने की कोशिश की ..
जैसे ही उसने वाशरूम का दरवाज़ा खोला उसे वहां पर भी वही नज़ारा दिखाई दिया… है जगह लंड का माल दिखाई दे रहा था… आयुषी किसी तरह से फ्रेश हुई और फिर वापस जेठालाल के पास जा रही थी की तभी उसे एक आवाज़ सुनाई दी..
आआअह्ह्ह्ह!!! जेठाजी… आराम से… दर्द हो रहा है…
आयुषी – ये तो किसी लड़की को आवाज़ है.. लेकिन वो जेठाजी के साथ क्या कर रही है..?
आयुषी दौड़ के जेठालाल के पास जाती है लेकिन…
आयुषी – अरे जेठाजी तो सो रहैं है… तो वो लड़की की आवाज़ किसकी थी… ?
आयुषी फिर इधर उधर दौड़ने लगती है.. की वो लड़की की आवाज़ कहा से आ रही थी…
आयुषी बार बार हर बिर्थ को चेक करती है ये जानने के लिए की उसके साथ ऐसा मज़ाक किसने किया… तभी उसे वो आवाज़ें तेज़ होती सुनाई दी… आयुषी उस आवाज़ का पीछा करते हुए आगे बढ़ती गई.. और उसे वो जगह मिल गयी जहाँ से वो आवाज़ें आ रही थी..
आयुषी बड़ी हिम्मत करके वो दरवाज़ा खोलती है और अवाक रह जाती है.. उसका एक हाथ उसके सर पर होता है दूसरा उसके मुँह पर..
आयुषी ने जो नज़ारा देखा उसे देख कोई भी लड़की अवाक रह जाती…
एक जगह खरीद १५-२० लोग बैठ के लैपटॉप पे आयुषी की सेक्स वीडियो देख रहे थे.. ज़रूर किसी ने मौके का फायदा उठा के आयुषी और जेठालाल की वीडियो बना ली थी…
आयुषी को कुछ समाझ नहीं आ रहा था… की अब उसे क्या करना चाहिए.. क्योकि अगर वो उन लोगों से सीधे जा कर वीडियो डिलीट करने को कहेगी तो वो कभी नहीं करेंगे… लेकिन किसी भी हालत में आयुषी को अपनी वो वीडियो डिलीट करनी थी.. वरना उसके साथ साथ जेठाजी की भी इमेज ख़राब हो जायेगी… और फिर वो अपनी दया भाभी को क्या मुँह दिखाएंगे..
तभी वह अंदर बैठे आदमी को गेट पर किसी की हाथ दिखाई पड़ी.. उसने अपने बॉस से कहा “देखो बॉस कोई दरवाज़े पर है”…
तभी उसके बॉस ने कहा अरे यो तो किसी लड़की का हाथ लगता है.. जा उसे पकड़ ला.. और हाँ ध्यान रही कोई भी आवाज़ न हो.. आज रात को मज़ा आ जायेगा..
फिर वो धीरे धीरे गेट के तरफ आगे बढ़ा और झट से आयुषी का हाथ पकड़ लिया और उसे अंदर खींच लिया..
बेचारी आयुषी को हेल्प बोलने का भी मौका नहीं मिला… लेकिन वैसे भी आयुषी किसी को बुलाती तो भी वहा कोई नहीं आता क्योकि कम्पार्टमेंट के सारे पैसेंजर्स वही पर थे और जेठालाल इतना थक गया था की अब वो सुबह तह नहीं उठने वाला था…
तभी उन लोगो का बॉस कहता है, “अबे लाइट जला… हम भी तो देखें की किसकी इतनी हिम्मत है जो हमारे गेट से चुप चाप हमे देख रही है… ”
जैसे ही उसके आदमी ने लाइट जलाया, सबके मुँह खुले के खुले रह गए.. उनके बॉस के हाथ से लैपटॉप गिर जाता है…
किसी को भी यकीन नहीं हो रहा था की जिस लड़की को उन्होंने चुड़ते हुए थोड़ी देर पहले देखा, जिसके चुत के मज़े ले कर सब मुठ मार रहे थे वो उनके सामने खड़ी थी…
उस समय आयुषी ने अपनी आँखे बंद कर ली थी क्योकि उसके सामने १५-२० अनजान लोग अपने लंड को हाथ में लेके खड़े थे… उसके बॉस ने अपना हाथ आयुषी के गाल पर रखा और कहा ” अरे देखो तो हमारी तशरीफ़ में कौन आया है… हुस्न की मलिका..”
“अबे चलो, गेट बंद करो.. साड़ी खिड़कियाँ बंद करो…आज हम उसके साथ जशन मनाएंगे…”
फिर उस आदमी ने आयुषी के बालों को पीछे की तरफ खींचा और आयुषी की कान में कहा, “क्यों जब मैं तेरे पास सामने से आया था तो तूने मुझे थप्पड़ मारा था ना… ”
आयुषी की चीख निकल जाती है…. आआह्ह्हह्ह्ह्ह दर्द हो रहा है….
उस आदमी ने फिर से कहा ” उस समय तो तुझे पुलिस वालों ने बचा लिया था लेकिन अब तुझे कौन बचाएगा?”
आयुषी को एक बात अच्छे से समझ में आ गयी थी की आज चाहे कुछ भी हो जाये लेकिन उसे इन दरिंदो के हाथों से कोई नहीं बचा सकता…
आयुषी ने मन में सोचा “अब मेरा रेसिस्ट करने का कोई फायदा नहीं है.. अब मैं फस चुकी हूँ, अब मुझे इसके साथ जबरदस्ती सेक्स करना पड़ेगा… लेकिन मैं अपना पूरा ध्यान उस लैपटॉप पर रखूंगी ताकि मैं जेठाजी की इज़्ज़त बचा सकूँ…”
तभी वो आदमी आयुषी के मुँह में अपना रुमाल डाल देता है और उसके दोनों हाथ पैर रस्सी से बर्थ पर बांध देता है.. “क्या सीन था वो… आयुषी की दोनों टाँगे और हाथ रस्सियों से बंधे हुये थे और रस्सियों के सहारे हवा में झूल रही थी..”
तभी साड़ी लोग आयुषी के पास आने लगते है… तभी उसके बॉस ने सबको पीछे करा और एक ज़ोरदार आवज़ में कहा ” ये मेरा शिकार है, इसे सबसे पहले मैं चोदुँगा बाद में चाहे कोई भी चोदे, मुझे फर्क नहीं पड़ता.. ”
जैसे ही उस आदमी ने अपनी पंत उतारी, आयुषी की आखें एकदम फटी की फटी रह गयी… उस आदमी के लंड करीब ९ इंच का था… आयुषी ने ज़िन्दगी में कभी भी ९ इंच का लंड नहीं लिया था.. यहाँ तक की जेठालाल का भी सिर्फ ८ इंच का था… उसे लेने में ही आयुषी की इतनी दिक्कत हुई तो फिर ये ९ इंच का उसका क्या हाल करेगा..
अब वो आदमी अपनी पोजीशन ले चूका था.. वो अब बस किसी भी समय अपना लंड आयुषी की नाज़ुक चूत में दाल सकता था…
आयुषी उससे कहने की कोशिश कर रही थी की वो इतना बड़ा नहीं ले पाएगी.. लेकिन बेचारी के मुँह में रुमाल होने के वजह से वो कुछ नहीं कह पायी…
लेकिन ये बात आयुषी भी अचे से जानती थी की वो लोग उसकी नहीं सुनेंगे….
— अगले पार्ट में कंटिन्यू होगा —