फिर मेरे जन्मदिन से पिछली रात हम दोनों बात कर रहे थे तो ठीक 12 बजे उसने मुझे बर्थडे विश किया। और फिर हम सो गए। सुबह मैं क्लास लगा कर घर आया ही था कि परी का कॉल आया।
परी- क्या कर रहे हो
मैं- आया हूं अभी क्लास से
परी- ठीक है, एक काम करो जल्दी से बस स्टैंड आ जाओ, मैं हिसार पहुंचने वाली हूं।
मैं- अचानक कैसे हिसार।
परी- तुमने पहली बार कुछ मांगा और मैं ना देती तो बहुत बुरा लगता मुझे।
मैं- ठीक है मैं आता हूँ, फिर बात करते हैं।
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फिर मैं बस स्टैंड गया। कुछ देर में बस आयी और हम दोनों मिले। मैं उसे एक रेस्टोरेंट ले गया जिसमें अलग केबिन बने हुए थे कपल के लिए। फिर हमने खाना आर्डर किया। और कुछ देर बातें करते रहे।
मैंने परी को यहाँ आने के लिए थैंक्स बोला और उसे वापस दिल्ली वाली बस में भेज दिया क्योंकि उसको वापिस घर भी पहुंचना था शाम तक।
रात को हमारी बात हुई मुझे लगा ये सही मौका है परी को प्रोपोज़ करने का.. कुछ देर बात करने के बाद मैं परी को बोला। परी तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो, आई लव यू। परी बोली कितनी देर लगा दी ये बोलने में। मैं कब से ये सुनने के लिए वैट कर रही थी। उसने भी मुझे आई लव यू बोला।
यहाँ से हमारे लव स्टोरी स्टार्ट हुई। उस रात हमने देर रात तक बात की। ओर फिर कुछ ही दिनों में हम सेक्स चैट पर आ गए। वो भी अब मुझसे पूरी खुल चुकी थी। मन ही मन हम एक दूसरे को अपना पति-पत्नि मान चुके थे।
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एक दिन हम सेक्स चैट कर रहे थे। तो मैंने उसे बोला परी यार कब तक ऐसे चैट करेंगे, अब नही रहा जाता। तो बोली मुझे डर लगता है कहीं कुछ हो न जाये। मैंने बोला कुछ नही होगा मेरी जान। प्रोटेक्शन के साथ ही करेंगे। उसके मन मे फिर भी डर था लेकिन मेरे मनाने पर मान गयी।
तो मैंने अगले शनिवार को मिलने का तय किया और मैने एक अच्छे होटल में रूम बुक कर लिया। और मार्किट से 5 पैकेट कंडोम ले लिया।
आखिर वो दिन आ ही गया जिसका मुझे बेसब्री से इंतज़ार था। लेकिन मैं उसको सरप्राइज देना चाहता था। मैंने रास्ते से गुलाब के फूल की बहोत सारी पंखुड़ियां ली और कुछ मोमबत्ती ली। फिर मैं दिल्ली के लिए निकल गया।दोपहर के 12 बजे के करीब दिल्ली पहुंचा। हम कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर मिले। कुछ देर वही बैठ के बातें की।
फिर हम होटल की तरफ चल दिये। होटल पहुंच कर हमने चेक इन किया। बहुत अच्छा रूम था , साफ सफाई भी अछि थी और वेल डेकोरेटेड था। रूम पर पहुंचते ही मैंने उसको ज़ोर से गले लगा लिया। 5 मिनट हम ऐसे ही एक दूसरे के गले लगे रहे फिर मैंने हरकत की। और उसकी गर्दन पर किस किया।
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वो बोली रुको मुझे वाशरूम जाना है। वो वाशरूम गयी तो मैंने बाहर से वाशरूम का दरवाजा बंद कर दिया। क्योंकि मैंने उसके लिए एक सरप्राइज सोच था। मैंने जल्दी से जो गुलाब की पंखुड़ियां लाया था उससे बिस्तर पर दिल बनाया और बाकी पंखुड़ियां बिछा दी। इतनी में परी ने दरवाजा खटकाया।
मैं बोला 2 मिनट रुको जान तुम्हारे लिए एक सरप्राइज है। वो बोली ठीक है।
फिर मैंने रूम में मोमबत्ती जलायी जो मैं साथ लाया था। ओर कंडोम को तकिए के नीचे रख दिया। पूरी तैयारी हो चुकी थी। मैंने परी को बोला जान मैं दरवाजा खोल रहा हूं लेकिन तुम अपनी आंखों को बंद रखना। वो बोली क्यों। मैं बोला यार जितना बोला उतना कर न। वो बोली ठीक है मैने करली आंखे बंद, अब खोलो जल्दी।
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मैने दरवाजा खोला उसने आंखे बंद कर रखी थी। मैंने उसकी आँखों के आगे हाथ रखा और उसे वाशरूम से बाहर निकाला।
फिर मैंने जसकी आंखों के आगे से हाथ हटाया। उसने आंखे खोली ओर मेरा सरप्राइज देख के बहुत खुश हुई। उसने मुझे अपने गले लगा लिया। और खुशी के मारे उसकी आँखों मे ऑंसू आ गए थे।
मैं बोला क्या हुआ जान रो क्यों रही ही..
वो बोली मुझे नही पता था तुम मेरे लिए इतना बड़ा सरप्राइज तैयार करोगे। मैंने कभी नही सोचा था कि कोई मुझे इतना प्यार करेगा।