Cheating Wife sex stories - Antarvasna XXX Kahani https://sexstories.one/category/cheating-wife/ Hindipornstories.org Tue, 22 Mar 2022 11:15:50 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 भाई के ऑफिस में बहन चुद गयी https://sexstories.one/bhai-ke-office-mein-behan-chud-gayi/ Tue, 22 Mar 2022 11:15:50 +0000 https://sexstories.one/?p=3520 मैं अपने कपड़े बदल चुकी थी और जब अपने छोटे भाई को देखा तो सिर पर दुपटा लेकर उसका स्वागत करने पहुची. मैने अपने भाई के चरण स्पर्श किए जैसे की हमारा रिवाज़ है...

The post भाई के ऑफिस में बहन चुद गयी appeared first on Antarvasna.

]]>
Bhai Ke Office Mein Behan Chud Gayi – मैं सीमा हूँ..और मेरी फिगर 36-25-38 है. गणेश मेरा भाई अभी कुँवारा है.मैं भी कई महीनो से एक अच्छे लंड की तलाश में थी, जो कहीं आज मिला था मुझे. मेरा पति साला 4 इंच का लंड लेकर मुझे चोदने लगता है तो मैं संतुष्ट नहीं हो पाती. कई मर्दों के साथ संबंध बना चुकी हूँ, लेकिन
मेरी चूत हमेशा भूखी रह जाती है.

मेरे पति के बॉस ने मुझे एक बार अपने पार्ट्नर के साथ मिल कर दो दो लंड के साथ चोदा था, लेकिन कुछ वक्त से पति के बॉस का भी तबादला हो गया और अब मुझे लंड की कमी महसूस होती है.” सीमा, मेरी प्यारी दीदी, तू भी हमारी मम्मी जैसी चुदकर हो. मम्मी का भी एक मर्द से गुज़ारा नहीं होता।

आज सुबह जब वो रसोई में खाना बना रही थी तो उसकी चुचि ब्लाउस से बाहर झाँक रही थी. उसी वक्त फोन आया तो मम्मी ने उठाया. दूसरी तरफ से मनोहर अंकल ने कहा” रानी, आज अपनी चूत को शेव कर लो, तुझे मैं और दिलबाघ दोनो चोदने वाले हैं… दिलबाघ तुझे ना जाने कब से चोदने के लिए मिन्नते कर रहा है… तुम ठीक 5 बजे होटल संगम पहुँच जाना, मेरी रानी.., आज तेरी दीवाली मनाएँगे…” मैं उस वक्त उन दोनो की बातें सुन रहा था. मेरा तो दिल कर रहा था की मम्मी को वहीं चोद डालूं, पर मैं इस बात पर खुश था की आज शाम को अपनी सीमा दीदी के साथ मजे करूँगा. सच सीमा, मैने आज तक तेरे जैसी औरत नहीं चोदी…”

Chudai story भाभी ने बुझाई हवस ही आग

मेरे बारे में मेरे भाई को कुछ दिन पहले ही पता चला था. मेरा भाई मुझसे मिलने आया था. मेरा पति अपनी दुकान और मेरी सास बाज़ार गयी हुई थी. मुझे यही मौका था और मैं अपने जवान नौकर से चुदवाने लगी. मेरा नौकर रामू भी जानता था की मैं लंड की प्यासी हूँ क्योंकी वो मेरे पति की नामर्दानगी के बारे में जानता था।

रामू उस वक्त टेबल सॉफ कर रहा था जब मेरी सास बाज़ार गयी. मैने रामू को पीछे से पकड़ लिया और उसके मस्ताने लंड से खेलने लगी, ” क्या बात है.., मालकिन, आज बड़ी मस्ती में हो.., कहीं मेरा केला खाने का इरादा तो नहीं है?” मैने उसके पजामे को नीचे सरकाते हुए उसका लंड मुहँ में डाल लिया. रामू मेरी आदत जानता था की मुझे केला खाने की आदत है।

रामू बोला,” सीमा मालकिन क्यों ना आज तुझे तेरी सास के बिस्तर पर चोदा जाए… उसको भी मेरा केला बहुत पसंद है..अब तो सास बहू दोनो को एक ही लंड से गुज़ारा करना पड़ेगा… साली बुडिया भी लंड की शौकीन है, आपकी तरह..”

रामू मुझे उठा कर सासू माँ के बिस्तर पर ले गया और मुझे नंगा करने लगा. मेरे चूतड़ पर हाथ फेर कर बोला,” सीमा आज ना जाने क्यों तुझे कुत्तिया बनाने का मन कर रहा है… तुम मालकिन भी हो और मेरी रांड़ भी… अगर मैने अपनी मालकिन की सवारी नहीं की तो दुनिया क्या कहेगी? आपकी सास तो मेरे लंड की सवारी करने का शौक रखती है… आपके चूतड़ मुझे बहुत आकर्षित करते है..अगर एतराज़ ना हो तो जल्दी घोड़ी बन जाओ… बुडिया का कोई पता नहीं कब आ टपके..”

मैं झट से घोड़ी बन गयी. वैसे तो मैं हर आसन में चुदाई का आनंद ले चुकी हूँ, लेकिन घोड़ी बन के मर्द के सामने झुकना मुझे मर्द के आगे समर्पण करने के बराबर लगता है. मैं नौकर के आगे झुकी तो उसके चेहरे पर जीत भरी मुस्कान थी. उसने एक ही धक्के में अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया. उसके हाथों ने मुझे चूतड़ से कस के पकड़ रखा था. लंड मेरी चूत चोद रहा था और मेरी चूत सावन के गीत गा रही थी. रामू ने मुझे बालों से खींच कर चुदाई शुरू कर दी. वो मेरे बालों को एसे खींच रहा था जैसे घोड़ी की लगाम खींच रहा हो।

हम दोनो को पता ही नहीं चला की कब से मेरा भाई गणेश हम दोनो को देख रहा था. हम जल्दी में डोर बंद करना भूल गये. मैने उत्तेजना वश आँखें बंद कर रखी थी और एक कुत्तिया की तरह हाँफ रही थी. रामू का लंड किसी पिस्टन की तरह मुझे चोद रहा था,” अहह…..ज़ोर से चोद….रामू….चोद मुझे माँदरचोद….मेरी चूत की आग बुझा साले रामू, चोद ज़ोर से मेरी चूत….है मैं मरी जा रही हूँ…बहनचोद ज़ोर से डाल,” मैं चीख रही थी और रामू लगातार तेज़ धक्के मार रहा था।

उसका लंड भी अब झड़ने को था और वो बोल रहा था,” सीमा…साली रांड़…क्या मस्त माल है तू….अच्छी है तेरा पति नामर्द है वरना एसी मख्खन जैसी चूत मेरी किस्मत में कहा होती….वा मालकिन…मेरी रंडी मालकिन…..चुदवा रामू के मस्त लंड से,”

हम दोनो थोड़ी देर में झड़ गये और रामू काम करने लग गया. गणेश शायद हमारी बेशर्मी देख कर दरवाज़े से हट गया और बाहर चला गया था क्युकि वो थोड़ी देर से घर में दाखिल हुआ. मैं अपने कपड़े बदल चुकी थी और जब अपने छोटे भाई को देखा तो सिर पर दुपटा लेकर उसका स्वागत करने पहुची. मैने अपने भाई के चरण स्पर्श किए जैसे की हमारा रिवाज़ है. कमरे में कोई नहीं था. गणेश मुझे अजीब नज़रों से देख रहा था. उसने मुझे आलिंगन में लेते हुए सीने से लगा लिया।

मेरी चुचिजो के बहुत बड़ी है, मेरे भाई के सीने में धस गयी. उसने मेरे चेहरे को अपने हाथों में लेते हुए पूछा,” दीदी, क्या नौकर अब पति से बढ़ कर है तेरे लिए? जब मैने आपको उसके सामने मर्दजात नंगी होकर घोड़ी बने हुए देखा तो मुझे बहुत शर्म आई… क्या अब रामू का दर्ज़ा मेरे जीजा का हो चुका है? क्या अब मेरे घर की इज़्ज़त नौकर के लंड की मोहताज़ हो चुकी है? क्या अब इस घर में मर्दों की कमी है? अगर जीजा जी में दम नहीं था तो कम से कम अपने भाई तो अपना लिया होता… गणेश साला, रंडी के कोठे पर पैसे देकर चूत मागता फिरता है और उसकी बहन नौकरों को फ्री में बाँट रही है… सीमा, तुझे नंगी देख कर मैं पागल हो चुका हूँ… अब से रामू की छुट्टी कर दो और मुझे अपना पति बना लो… मेरे लंड को देख लो, पूरा 9 इंच का है,” कहते ही उसने अपनी पेंट की ज़िप खोल डाली।

उसका मोटा लंड बहुत प्यारा लगा. लेकिन एक बात मुझे सता रही थी,” गणेश, बहनचोद साले अपनी ही बहन को चोदोगे तुम? अगर ऐसा ही करना था तो मेरी शादी उस नपुंसक से क्यों की थी, जिसकी कमी मैं नौकर से पूरी कर रही हूँ… भाई, बहन को भाई नहीं चोदा करते… भाई के लिए तो भाभी होती है..”

गणेश मेरी बात पर हंस कर बोला,”सीमा, अगर रामू तुझे चोद सकता है तो गणेश में क्या कमी है? जीजा जी की कमज़ोरी का दुख तुझे ही क्यों उठना पड़े? भाई का फ़र्ज़ बनता है की अपनी बहन को हर मुश्किल से निकाले, उसको हर खुशी दे जिस पर उसका हक बनता है… और दीदी, तुझ जैसी सुन्दर और सेक्सी औरत की सेवा करना तो खुशकिस्मत भाई को ही मिलता है… मेरा बस चलता तो मैं तेरी शादी कभी ना होने देता… तुझे अपना बना कर रखता… लेकिन फिकर मत करना… अब तुम मेरी हो… आज से तुझे चूत ठंडी करवाने के लिए किसी के पास जाने की ज़रूरत नहीं है… मैं तेरी सास को बोल दूँगा की मेरे पास अपनी दीदी के लिए अपने ऑफीस में काम है जिसको कर के दीदी के पैसे भी बन जाएँगे और टाइम भी पास हो जाएगा… बुडिया लालची है, शक नहीं करेगी और मान जाएगी… तुम रोज़ मेरे ऑफीस चली आना और हम मेरे कमरे में खूब मौज करेगे… मैने वहाँ बिस्तर पहले ही लगा रखा है.” गणेश ने अपनी पूरी स्कीम मुझे बता डाली।

“लेकिन गणेश, लोग क्या कहेंगे? किसी को शक नहीं होगा?” मैने अपने मन की आशंका बताई.” दीदी, शक कैसा? तुम मेरी बहन हो… क्या बहन अपने भाई के ऑफीस में जॉब नहीं कर सकती? अब सोच विचार का वक्त नहीं है, तुम हां कर दो… बाकी मैं खुद देख लूँगा.” मेरी चूत ने मुझे सोचने का मौका ही नहीं दिया. साली अपने भईया के लंड की खुशबू सूंघ कर मस्ती से भर गयी और मैने भईया की ऑफर मान ली. सासू माँ ने गणेश की बात झट से स्वीकार कर ली. शायद उसके लिए अब रामू से चुदवाने का खुला मौका था. खैर अगले दिन मैं गणेश के ऑफीस जा पहुँची।

आगे कि कहानी अगले भाग में . . .

The post भाई के ऑफिस में बहन चुद गयी appeared first on Antarvasna.

]]>
घोड़ी बन गयी बबिता https://sexstories.one/ghodi-ban-gayi-babita-chudwa-li/ Mon, 28 Feb 2022 09:01:17 +0000 https://sexstories.one/?p=4323 मेने उसको घोड़ी बनाया ओर उसकी चूत मै पीछे से अपना 9″ लंबा लॅंड जब डाला तो बस उसकी हालत तो एसी हो गई जेसे अभी मर जायगी. क्योकि लंड का साइज़ कुछ ज्यादा ही बड़ा था. ओर उसकी कुवांरी चूत थी तो बर्दाश्त करना..

The post घोड़ी बन गयी बबिता appeared first on Antarvasna.

]]>
Ghodi Ban Gayi Babita aur Chudwa li – सब से पहले मै अपने बारे मै बता दूँ मेरा नाम राज है. हर जवान दिल की ख्वाइश होती है काश मुझे कोई कुँवारी चूत मिल जाय. मेरी भी यही ख्वाइश थी. लेकिन मै हमेशा ख़ामोश ही रहता हूँ ज्यादा कुछ बोलता नही हूँ. लेकिन पिछले 2 सालो से मै बदल गया.

जब मै घूमने गया अपने मामा के यहाँ. मेरे अंकल कानपुर मै रहते है. वहाँ अंकल के पडोस मै 1 लड़की रहती थी. जिसका नाम था बबिता उसकी उम्र कम से कम 20साल की रही होगी उसका फिगर. 30,26,28 रहा होगा. पहले भी जब मै कभी मामा के यहा जाता था. तो मै उस लड़की की जवानी देखकर हमेशा सोच मै पड़ जाता था.

की काश मुझे इसकी चूत मिल जाय फिर. लेकिन अब मै खुद को इस लायक समझता था. की मै अब इसे पटा सकता हूँ. मै 1दिन घर के गेट पर खड़ा था. तो बबिता भी अपने गेट पर खड़ी वो मुझे देख देख कर कुछ बोल रही थी. ओर बार बार मुझे देख के हँस रही थी. मै समझ गया के लाइन दे रही है.

मेने तभी इशारे से पूछा, क्या हुआ, उसने भी इशारे मै कहा कुछ नही, फिर हम काफ़ी देर तक वही गेट पर एक दूसरे को देखते रहे, अचानक उसने मुझे 1 इशारा करा जिसे देखकर मै हेरान हो गया. उसने इशारे से मुझे ऊपर छत पर आने के लिए कहा, मेने सोचा आज तो मुन्ना तेरी ज़िंदगी बन गई, मै जल्दी से ऊपर गया.

वहाँ वो मुझसे पहले ही पहूँच गई. पहले तो मै उस से इशारो मै बातें कर रहा था. मगर जब लगा की आस पास कोई भी नही है तो मै उसके घर की दीवार कूद कर उसके घर मै चला गया. वो कुछ घबरा रही थी मगर मै उतावला था. आज उसके घर मै कोई भी नही था. बस उसकी दादी थी जो कभी ऊपर नही आती हमेशा नीचे ही रहती है.

आज बबिता के घर मै कोई नही था. ऊपर बस 1 रूम था जिसमे उसके भाई ओर भाभी रहती है, मै उससे बात करता रहा बात करते करते शाम से रात हो गई. सब कुछ इतना जल्दी जल्दी हो रहा था की मुझे भी कुछ समझ नही आ रहा था. की क्या करू ओर क्या ना करू. लेकिन मोका ऐसा मिला था की आज किसी कुवारी चूत के मै मज़े ले सकता था.

तो बस मै बेचैन था की जल्द से जल्द मुझे चूत मिले मै पहले तो शराफ़त से भरी बातें करने लगा. फिर मेने उसे देखा वो बार बार अपनी आंखे इस तरह बंद कर रही थी. जेसे उसे किसी चीज़ की तड़प हो शायद मेरे लंड की तड़प, फिर मेने उससे कुछ अलग किस्म की बातें यानी के सेक्स से रिलेटेड बातें करने लगा वो भी बडे मज़े से मेरी बाते सुनने लगी, मै समझ गया की आज तो मुन्ना की ख्वाइश पूरी हो गई.

बस कुछ देर बातें करते करते वो भी खामोश हो गई. ओर मै भी फिर मेने उससे पूछा क्या हुआ वो खामोश रही फिर मै उसके करीब गया मेने फिर पूछा क्या हुआ. वो फिर कुछ नही बोली मेरी हिम्मत बनी ओर मेने उसका चेहरा अपने दोनो हाथो से पकड़ा और उसके लिप्स को चूमने लगा. जेसा मेंने कभी किसी मूवी मै देखा था. किस करती हुए वेसे ही मै उसके किस करने लगा.

वो तो बस खामोश थी कुछ भी नही कर रही थी. पर मुझे उसकी खामोशी से ही पता चल गया की उसकी हाँ है, ओर मै फिर उसके चुचियो को दबाने लगा. उसके मुहँ से आह निकल रही थी. बार बार ह्म्‍म्म्म………ममममम ………..हह हाय…………..राम प्लीज मगर मै कहा रुकने वाला था.

मै उसे उसके भाई के रूम मै ले गया. वाहा जाकर मेने सब से पहले उसके कपड़े उतरना शुरू किया. उसकी चुचिया देखा कर तो मेरे होश ही गुम हो गये बाहर से कुछ ओर अंदर से कुछ ओर मै तो बस उन्हे देखते ही पागल हो गया. ओर ज़ोर ज़ोर से उन्हे दबाने लगा वो सिसकिया भरती रही. फिर मेने अपने कपड़े उतरना शुरू किए उसने कहा नही प्लीज एसा कुछ मत करो मुझे जाने दो, मगर मै समझ गया.

की अब ये नखरे कर रही है, पर मै कहा रुकता जेसे ही वो बोलती मै उसके लिप्स को चूमने लगता फिर वो जोश मै आ जाती तो फिर मै अपना काम शुरू कर देता. फिर जब मेने अपने कपडे पूरी तरह उतार दिए तो वो ओर मै अब बिल्कुल नंगे थे. एक दूसरे के सामने, उसने मेरा लंड देखा तों सोच मे पड गई.

और कहने लगी ऊई द…य्याया कितना बड़ा लंड है आपका मै तो मर ही जाऊँगी, मेने कहा पहले पहले दर्द होगा लेकिन फिर बाद मै मज़ा आने लगेगा तुम्हे, मेरा लंड 9” इंच का है, फिर मै उसकी चूत मै पहले तो उंगली करने लगा की जिससे वो गरम हो जाय ओर लंड मांगने लगे.

अचानक मेने उंगली करने की रफ़्तार कुछ बड़ा दी वो बिल्कुल बिन पानी की मछली की तरहा तड़प रही थी. फिर मेने सोचा की मेरा इतना बड़ा लंड इसकी चूत मै जायगा केसे फिर अचानक मेरी नज़र पास मै रखे हेयर आयँल पर पड़ी मेने बोतल मै से आयँल लिया ओर पहले तो उसकी चूत पर लगाया ओर फिर अपने लंड मै सेंटर से सेंटर मिलाके पहले तो मैने हल्का सा झटका मारा तो वो चिल्ला उठी.

ऊई……………मा……….आआआआआआआ मर गई आआआआ…ऊऊऊऊऊ…….. हाय………रा..आआआआआ………म धीरे से प्लीज मे रुक गया. ओर फिर उसके लिप्स को चूमने लगा, कुछ देर रुक कर फिर से मेने सेंटर से सेंटर मिलाया ओर फिर से 1 झटका दिया कुछ इंच तो अंदर घुसा लेकिन उसे काफ़ी दर्द हो रहा था मगर, मै वही रुक गया. लंड को उसकी चूत मै कुछ देर के लिए रोक दिया.

कुछ देर रुकने के बाद मेने फिर से 1 झटका दिया. करीब 5 इंच अब उसके चूत मै घुस गया. अब मुझसे नही रुका गया ओर 1 ज़ोर का धक्का दिया वो ज़ोर से चि…ल्ल्ला……ई आा…………..आआईय……….ईईईईईईई मर गई मा…………….आआआआआ ……..ऊऊऊऊऊओ मार डाला आपने। मेने कहा अभी तुम्हे मज़ा आने लगेगा. फिर कुछ देर मै उसे भी मज़ा आने लगा लेकिन मेरा लंड कुछ ज्यादा ही बड़ा था. तो अंदर ओर बाहर ओर धक्के मारने मै दर्द बडता जाता था.

लेकिन अब मै नही रुक सकता था. मुझे किसी की परवाह नही थी. मै ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा. वो चिल्ला रही बार बार बोलती रही प्लीज रूको मुझे दर्द हो रहा है. प्लीज रूको मगर मै नही रुका फिर वो भी खामोश हो गई अब उसे भी मज़ा आने लगा था. ओर वो मुझे कमर उठा उठा के रिप्लाइ भी करने लगी. वो पूरी तरह से मेरा लंड ले रही थी.

Porn Story भाभी ने बुझाई हवस ही आग

मै अपनी पूरी ताक़त से धक्के मार रहा था. बस वो तो अपनी आखे बंद करके आआआः………….. उहह…………….. ……………….इईईई …………………….उफफफ्फ़ करे जा रही थी. मै बार बार उसके लिप्स के चूमता रहता, उसके लिप्स कुछ ज्यादा ही नर्म थे. बार बार मै उनको पेप्सी समझकर पीता रहता था बिल्कुल लाल थे. लिप्स मेने चूम चूम के सुर्ख लाल कर दिए. अब मेने सोचा क्यों ना फिल्मी अंदाज़ मै इसकी चूत मारी जाय.

फिर मेने उसको घोड़ी बनाया ओर उसकी चूत मै पीछे से अपना 9″ लंबा लॅंड जब डाला तो बस उसकी हालत तो एसी हो गई जेसे अभी मर जायगी. क्योकि लंड का साइज़ कुछ ज्यादा ही बड़ा था. ओर उसकी कुवांरी चूत थी तो बर्दाश्त करना कुछ ज्यादा मुश्किल था,

लेकिन बंदी एसी थी अब कुछ भी नही बोल रही थी, मेने उसेको घोड़ी के पोज़ मै उसकी कमर को पकड़ के धक्के देना शुरू किए. ज़ोर…..ओर……..ज़ोर से देने लगा उसके कमर पे मेरी पकड़ कुछ मस्त थी. इसलिए धक्के देने मै कुछ ज्यादा ही मज़ा आ रहा था.

मै जब तक धक्के दे रहा था तों मेने सोचा अब किसी ओर पोज़ मै चूत मारी जाय फिर मै बेड पर लेट गया ओर लंडा को सीधा किया ओर उससे कहा की अब तुम मेरे लंड पर बेठो वो आराम आराम से उठी ओर जेसा मेने कहा था वेसे ही करने लगी.

मुझे पता था एसे पोज़ मै चूत मरने का मज़ा ही कुछ ओर होगा. एसे पोज़ मै लड़की की जान निकल जाती है. जब पूरा लंड अंदर जाता है, पहले तो वो मेरे लंड पर आराम से बैठ गई. ओर मेरा पूरा लंड अंदर ले गई फिर कुछ देर रुकी रही फिर अचानक खुद ही धक्के देने लगी. मुझे ओर मज़ा आने लगा ओर मै नीचे से भी धक्के देने लगा वो भी धक्के दे रही थी ओर मै भी.

फिर मुझे लगा की मै झड़ने वाला हूँ मेने उसकी गीली चूत मै ओर ज़ोर से धक्के देना शुरू कर दिये. जेसे ही मै झड़ने वाला था मेने उसे पकड़ के लिटा दिया. ओर मै उसके ऊपर चड के बेठ गया ओर उसकी चूचियो के ऊपर झड़ गया, ओर उठ के उसके बराबर मै लेट गया. फिर उसने अपने बोब्स को कपड़े से साफ किया ओर मेरे ही बराबर मै लेट गई.

हम कुछ देर तक आराम से लेटे रहे फिर मै उठा ओर फिर से उसके लिप्स को चूमने लगा काफ़ी देर तक चूमने के बाद मै हट गया ओर फिर मेने कपड़े पहनने शुरू किए टाइम काफ़ी हो रहा था. उसका भाई भी ऑफीस से आने वाला था. इसलिए वो भी जल्दी से अपने कपड़े पहनने लगी, ओर पूछने लगी की आप वापस कब जा रहे हो, मेने कहा 2 या 4 बार मज़े लेने के बाद ही अब जाऊँगा.

वो कहने लगी पता नही फिर एसा मोका कब मिले मेने कहा कल फिर जब तुम्हारे भेय्या ऑफीस चले जायंगे तब… वो कहने लगी ओके लेकिन 2 बजे तक ही आना वरना दादी शक हो जायगा मेने कहा नो प्रोबलम. मेने उसे 3 दिन रोज़ चोदा वो भी खुशी खुशी चुदवाती रही.

अब काफ़ी दिन से मामा के यहा नही गया हूँ. लेकिन उसके फोन आते रहते है, बुलाती रहती है, तो मेने फेसला किया है जल्दी जाने का, ओर जब मै वाहा से वापस आऊँगा तो आप सब को फिर से अपने न्यू एक्सपीरियेन्स के बारे मै ज़रूर बताऊँगा.

The post घोड़ी बन गयी बबिता appeared first on Antarvasna.

]]>
चूत मरवाने के लिए चली गई https://sexstories.one/maine-apni-chut-marwai/ Sat, 29 Jan 2022 07:37:43 +0000 https://sexstories.one/?p=4527 मेरे शरीर से इतनी ज्यादा गर्मी निकलने लगी कि मैं अपने आप पर काबू नहीं रख पा रही थी उन्होंने कपड़े खोलकर मुझे नंगा कर दिया, उन्होंने मेरी चूत को चाटा और मुझे कहने लगे तुम्हारी चूत बहुत ही टाइट है...

The post चूत मरवाने के लिए चली गई appeared first on Antarvasna.

]]>
Maine apni sexy chut marwai एक दिन मामा जी हमारे घर पर आये और वह मुझे कहने लगे कि तुम्हारी मम्मी कहां है, मैंने मामा जी से कहा मामा जी मम्मी तो अभी कहीं गई हुई हैं और पापा भी अभी कुछ देर में आने वाले होंगे। मामा घर में बैठ गए और वह मुझसे बात करने लगे वह मुझसे पूछने लगे बेटा तुम्हारी पढ़ाई कैसी चल रही है मैंने उन्हें कहा मामा जी बस ठीक ही चल रही है, आप सुनाइए आप कैसे हैं तो मामा कहने लगे बेटा मैं भी ठीक हूं। मैंने मामा से पूछा आज आप काफी दिनों बाद घर आ रहे हैं मामा कहने लगे हां बेटा तुम्हें तो पता ही है कि मैं अपने काम की वजह से कितना बिजी रहता हूं लेकिन अब कुछ समय बाद मैं रिटायर होने वाला हूं उसी के लिए मैंने घर में एक छोटी सी पार्टी रखी है जिसमें कि अपने सारे रिश्तेदारों को मैं बुलाना चाहता हूं और इसीलिए मैं आज तुम्हारे घर आया था, मैंने मामा से पूछा मामा आप कब रिटायर हो रहे हैं वह कहने लगे बस अगले महीने मैं रिटायर होने वाला हूं।

मेरे मामाजी दिल के बहुत अच्छे हैं और वह बड़े ईमानदार आदमी भी हैं उनकी सब लोग बहुत तारीफ करते हैं, जैसे ही मेरी मम्मी आई तो वह मुझे कहने लगी तुमने मामा को चाय पानी कुछ पिलाया मैंने मम्मी से कहा हां मम्मी मैंने मामा को कॉफी पिला दी थी फिर मम्मी और मामा साथ में बैठ गए मामा जी ने मम्मी से कहा कि मैंने अगले महीने अपने रिटायरमेंट की पार्टी रखी है और आप लोगों को घर पर आना है मम्मी कहने लगी अगले महीने तुम रिटायर हो रहे हो? मामा जी ने कहा हां बहन मैं अगले महीने रिटायर हो रहा हूं।

मम्मी और मैं मामा के साथ मैं भी बैठे हुए थे, मम्मी ने कहा देखो समय कितनी तेजी से चलता है समय का कुछ पता ही नहीं चला अब तुमने अपने बच्चों की भी शादी कर दी है और हमारी भी बच्चों की शादी हो चुकी है बस प्रियंका की शादी होनी बची है और सब कुछ कितने जल्दी से हो गया तुम अब रिटायर भी होने वाले हो मम्मी मामा से कहने लगी तो मामा जी ने भी कहा हां बहन तुम बिल्कुल सही कह रही हो समय का तो बिलकुल पता ही नहीं चला कैसे समय इतनी तेजी से गुजर गया मुझे भी अपनी नौकरी का भी कुछ पता नहीं चला कि मुझे इतने वर्ष नौकरी करते हुए हो गए मुझे कुछ मालूम ही नहीं पड़ा।

मैंने मामा जी से कहा मामा जी आप फिर पार्टी में क्या क्या कर रहे हैं मामा कहने लगे बेटा तुम आ जाओ अभी से बता कर कोई फायदा नहीं है, मैंने मामा से कहा ठीक है मामा जी मैं तो वैसे भी आऊंगी और थोड़ी देर बाद मामा जी घर चले गए जब मामा जी चले गए तो उसके कुछ देर बाद ही पापा आ गए और मैंने पापा से कहा पापा आज मामा जी आए थे मम्मी भी कहने लगी कि वह अगले महीने रिटायर हो रहे हैं और वह हमें बुलाने के लिए आए थे, पापा कहने लगे चलो यह तो अच्छी बात है। कुछ समय बाद हम लोग मामा के घर चले गए जब हम लोग मामा के घर गए तो वहां पर काफी भीड़ थी हम लोगों ने मामा जी को रिटायरमेंट की बधाइयां दी और उन्हें कहा अब आप का आगे का जीवन बड़ा ही अच्छा बीते आपने इतने समय अपने नौकरी को दिए हैं अब कुछ समय अपने परिवार को भी दीजिए, पापा ने उन्हें गले लगा लिया और मम्मी ने भी उन्हें बहुत बधाइयां दी इस बात से मामा जी भी बहुत ज्यादा खुश हो गए थे और मामा जी कहने लगे आप लोग आज हमारे घर ही रुकेगा पापा ने कहा ठीक है आपकी बात कैसे टाल सकते हैं आज आप इतने खुश हैं तो और आज के बाद आप तो अपने परिवार को ही समय देंगे।

मैं भी बहुत ज्यादा खुश थी इतने समय बाद हमारा पूरा परिवार एक साथ था मैं सब को देख कर बहुत खुश थी और सब लोग बड़े ही मस्ती में थे मामा जी ने भी उस दिन डांस किया उनका डांस देखकर मुझे बहुत हंसी आ रही थी लेकिन उनकी खुशी में हम लोग शामिल होने आए थे और मैंने भी उस दिन जमकर डांस किया लेकिन जब एक व्यक्ति वहां पर डांस करने आये तो वह बड़ा ही अच्छा डांस कर रहे थे उनकी तरफ सब देख रहे थे और सब लोग तालियां बजा रहे थे मैं उन्हें जानती नहीं थी लेकिन उनके डांस से बहुत ज्यादा प्रभावित हो गई थी मैं उनके बारे में जानना चाहती थी और मैंने उनसे ही यह बात पूछ ली, उन्होंने मुझे कहा मेरा नाम अमित है और मैं यही पास में रहता हूं।

मैंने उन्हें बताया कि आप का डांस मुझे बहुत अच्छा लगा तो वह कहने लगे मैं आपका बहुत बहुत धन्यवाद कहता हूं जो आपने मेरे डांस की तारीफ की और उसके बाद मैं उनसे बात कर के अपने आप को बहुत अच्छा महसूस करने लगी, उनकी बातों में भी जैसे एक अलग ही जादू था मैं उनकी तरफ पूरी तरीके से खिंची चली गई मेरे साथ पहली बार ही ऐसा हुआ था कि कभी मैं किसी की बातों से ज्यादा प्रभावित हुई थी और कोई व्यक्ति मुझे इतना ज्यादा प्रभावित कर पाया था मैंने अमित जी से कहा की सर क्या आप मुझे भी डांस सिखाएंगे तो वह कहने लगे क्यों नहीं आपको जब भी मौका मिले तो आप मुझे मिल लीजिएगा मैं आपको जरूर डांस सिखाऊंगा।

उनके चेहरे पर बहुत ही खुशी थी लेकिन उस खुशी के पीछे शायद उनका दर्द भी छुपा हुआ था, मैं उनके बारे में ज्यादा नहीं जानती थी लेकिन जब मुझे मेरे मामा जी ने बताया कि वह दिल के बहुत ही अच्छे हैं वह जिस भी पार्टी में जाते हैं तो वहां पर वह चार चांद लगा देते हैं लेकिन उनके साथ बहुत ही बुरा हुआ, मैंने मामा जी से पूछा कि आखिर ऐसा क्या हुआ तो मामा जी कहने लगे अमित की शादी करीब 5 वर्ष पहले हुई थी हम लोग भी वहां पर गए थे और हम लोग शादी में बड़ा ही इंजॉय कर रहे थे क्योंकि अमित सबकी खुशियों में हमेशा शरीक होते हैं और वह सब के दुख में भी शरीक होते हैं वह दिल के बहुत ही अच्छे व्यक्ति हैं।

उन्होंने लव मैरिज की थी और जिस लड़की से उनकी शादी हुई थी वह भी उनसे बहुत प्यार करती थी लेकिन ना जाने ऐसा क्या हुआ कि एक दिन वह घर से भाग गई और इस बात का अमित पर बहुत ज्यादा बुरा प्रभाव पड़ा लेकिन उसके बाद भी वह बिल्कुल नहीं बदले हैं वह हमेशा खुश रहने की कोशिश करते हैं और उन्हें देखकर कोई भी यह नहीं कह सकता कि वह इतनी ज्यादा तकलीफ में है लेकिन वह किसी से भी यह बात नहीं कहते हैं। इस बात को सुनकर मुझे भी बहुत बुरा लगा और लगा कि अमित के साथ कितना ज्यादा बुरा हुआ मैं उनकी बातों से बहुत ज्यादा प्रभावित होती, उनसे मैंने उसके बाद काफी देर तक बात की उस दिन हम लोग वहीं रुकने वाले थे इसलिए मैंने मम्मी से कहा मम्मी मैं अभी आती हूं, मैं जब रात के वक्त छत में टहल रही थी तो मेरे दिमाग में सिर्फ यही बात आ रही थी कि अमित जी के साथ कितना बुरा हुआ और उनके जैसे व्यक्ति को उनकी पत्नी ने कैसे छोड़ दिया वह दिल के बहुत अच्छे हैं और ना जाने ऐसा उनके साथ क्या हुआ कि उनकी पत्नी को उन्हें छोड़ना पड़ा मैं इसी दुविधा में थी और मेरे दिमाग में सिर्फ यही बात चल रही थी।

Bur Chudai रेशमा की काली चूत

मैंने अपनी एक सहेली को फोन किया और उसे अमित जी के बारे में बताया तो वह कहने लगी अरे यार उनके साथ तो बहुत बुरा हुआ और ऐसे लोगों के साथ इतना गलत होना वाकई में बहुत ही बुरा है। मैंने जब फोन रखा तो मेरी मम्मी मुझे आवाज देने लगी और मुझे वह नीचे बुलाने लगी मैंने मम्मी से कहा मम्मी बस कुछ देर बाद आती हूं। मैंने देखा सामने की छत में कोई व्यक्ति सिगरेट पी रहे थे लेकिन उनका चेहरा नहीं दिखाई दे रहा था वह मेरी तरफ देख रहे थे तब मैंने अपने मोबाइल की टॉर्च से देखा तो मुझे पता चला वह तो अमित जी हैं, मैं उन्हें देखते रही।

वह मुझे हाथ से इशारे करने लगे और कहने लगे तुम छत में क्या कर रही हो। मैंने उन्हें कहा बस ऐसे ही टहल रही हूं लेकिन मेरा उनसे मिलने का मन होने लगा। जब रात को सब लोग सो गए तो मैं चुपके से घर से बाहर निकल आई अमित जी उस वक्त भी छत पर ही थे मैं उनके साथ उनके घर में चली गई। मुझे नहीं पता था कि उनके घर में कोई नहीं है जब हम दोनों साथ में थे तो वह मुझे अपनी दुख भरी कहानी सुनाने लगे। मै उनकी तरफ पूरी तरीके से खींची चली गई, उन्होंने मुझे कहा मैं क्या कर सकता हूं लेकिन मुझे खुश रहना पड़ता है। मुझे भी उन पर दया आने लगी मैंने उनके होठों को किस कर लिया जब मैंने उनके होठों को चूमना शुरू किया तो वह भी मुझे अपनी बाहों में लेने लगे उन्होंने मुझे वहीं नीचे लेटा दिया, उन्होंने मेरे स्तनों को चुसना शुरू किया तो मेरे अंदर से गर्मी निकलने लगी और मुझे बहुत अच्छा महसूस होने लगा।

मेरे शरीर से इतनी ज्यादा गर्मी निकलने लगी कि मैं अपने आप पर काबू नहीं रख पा रही थी उन्होंने कपड़े खोलकर मुझे नंगा कर दिया, उन्होंने मेरी चूत को चाटा और मुझे कहने लगे तुम्हारी चूत बहुत ही टाइट है, तुम्हारी चूत में एक भी बाल नहीं है उन्होंने मेरी चूत का बहुत देर तक रसपान किया। जब उन्होंने अपने 10 इंच मोटे लंड को मेरी योनि के अंदर डाला तो मैं चिल्लाने लगी मुझे दर्द होने लगा मेरी योनि से खून का बाहव होने लगा। मैंने उन्हें कहा आपने तो मेरी चूत फाड़ दी अमित जी ने कुछ नहीं कहा। वह मुझे धक्के देते रहे उनके धक्के इतने तेज थे मेरा शरीर पूरा तरीके से हिलने लगा। मुझे ऐसा लगा उनका लंड मेरे पेट के अंदर तक जा रहा है परंतु उन्होंने मेरे साथ बहुत देर तक संभोग किया, मेरी चूत में बहुत ज्यादा दर्द होने लगा था।

मैंने उन्हें कहा मैं अब चलती हूं मैं वहां से चुपचाप रात के वक्त चली आई, रात भर मेरी योनि में दर्द होता रहा लेकिन मुझे उसके बाद बहुत प्यारी नींद भी आ गई, मेरी सील अमित जी ने तोड़ दी थी।

उसके बाद में अमित जी से कभी नहीं मिली लेकिन उनकी यादें अब भी मेरे दिल में है।

The post चूत मरवाने के लिए चली गई appeared first on Antarvasna.

]]>
समाज सेवा के साथ चूत सेवा https://sexstories.one/office-me-manager-ko-choda/ Mon, 24 Jan 2022 07:18:59 +0000 https://sexstories.one/?p=5113 उसके बाद फिर से हम थोड़ी देर के लिए चुप हो गए. लेकिन दोनों ही समझ चुके थे कि हम एक दूसरे के साथ सेक्स करने के लिए तैयार हैं. इंतजार सिर्फ इस बात का है की पहल कौन करता है. मेरे तन बदन में गुदगुदी सी हो रही थी.

The post समाज सेवा के साथ चूत सेवा appeared first on Antarvasna.

]]>
Office me Choda – मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता हूं. एक अधिकारी के माध्यम से मेरी पहचान बैंक की असिस्टेंट मैनेजर से हुई. वो अविवाहित थी. हम दोनों की दोस्ती हुई और बात चुदाई तक पहुँच गयी. दोस्तो, मेरा नाम दीप है यह मेरी पहली कहानी है. पिछले कई वर्षों से मैं सेक्स कहानियां पढ़ रहा हूं लेकिन कभी कहानी लिखने का मौका नहीं मिला.

आज मैं आपसे कुछ महीनों पहले अपने साथ हुई एक हसीन घटना शेयर करूँगा.

पहले मैं आपको अपने बारे में बताता हूं. मैं एक सामाजिक संगठन का सदस्य हूँ और हिमाचल के मंडी जिले में रहता हूँ. मेरी उम्र 28 साल है. बॉडी फिट है और लंड का साइज़ भी काफी मोटा है.

यह कहानी मेरी और कँगना की है. कँगना बैंक में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत है. हालांकि कँगना उम्र में मुझसे बड़ी है वो लगभग 32 वर्षीय एक अविवाहित लड़की है और एक सोसाइटी में फ्लैट लेकर अकेली रहती है.

कँगना दिखने में काफ़ी सुंदर है. उसका फ़िगर 34-30-36 का होगा. रंग गोरा है और आंखें गहरी और नीली हैं.

कँगना से मेरी पहचान एक मेरे परिचित पुलिस अधिकारी के माध्यम से हुई. क्योंकि मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता हूं और कई अधिकारियों के साथ मेरे अच्छे संबंध हैं.

उस पुलिस अधिकारी ने एक दिन बातों बातों में मुझसे कहा- मेरी एक दूर की रिश्तेदार कँगना यहां बैंक में कार्यरत है. और उसके घर वालों ने उसकी शादी के लिए लड़का ढूंढने की जिम्मेदारी मुझे दी है.

उन्होंने मुझसे कहा- अगर तुम्हारी नजर में कोई लड़का हो तो तुम जरूर बताना. और तुम एक बार कँगना से बात कर लो.

और उन्होंने मुझे कँगना का नंबर व्हाट्सएप पर सेंड कर दिया.

उस समय मैंने बात को इतनी गंभीरता से नहीं लिया. लेकिन कुछ दिनों बाद उनके फिर से जिक्र करने पर मैंने कँगना को कॉल किया.

फोन पर कँगना की आवाज़ में एक मुझे एक मस्ती सुनाई दी.

मैंने उसे बताया कि आपके रिलेटिव पुलिस अधिकारी ने मुझे आपका नंबर दिया है.

वो बहुत फ्रैंकली मुझसे बात कर रही थी. उस समय हम दोनों में थोड़ी बात हुई और बाद में बात करना तय हुआ.

दो दिन बाद उसका फोन आया और उसने काफी देर तक मुझसे बात की.

इस दौरान मैंने उससे पूछा- शादी के लिए तुम्हें किस तरह का लड़का चाहिए?

तो उसने मुझे अपनी पसंद बताई.

बातों बातों में कँगना ने कहा- कभी समय मिले तो मुझसे मिलने आना.

मैंने पूछा- कहाँ पर?

तो उसने कहा- बैंक में भी आ सकते हो और घर पर भी.

मैंने कहा- ठीक है.

लगभग दो सप्ताह बाद मैंने कँगना को वाट्सएप पर मैसेज किया कि मुझे बैंक का कुछ काम है और आपसे मिलना है.

तो उसने कहा कि परसों रविवार को मैं घर पर आ जाऊँ और उसने मुझे अपना एड्रेस सेंड कर दिया.

उस समय तक मैं नहीं जानता था कि कँगना फ्लैट में अकेली रहती है.

रविवार को मैं कँगना के घर पहुंचा. कँगना ने दरवाज़ा खोला और मेरा स्वागत किया.

थोड़ी देर बैठने के बाद मैंने पूछा- घर में और कोई नहीं है?

तो कँगना ने बताया- नहीं, यहां मैं अकेली ही रहती हूँ और छुट्टियों में अपने घर जाती हूँ.

तब मुझे लगा कि कँगना काफी खुले विचारों की और फ्रेंक लड़की है. तभी तो एक अंजान को घर पर बुला लिया.

हम दोनों में उस दिन बहुत सारी बातें और हंसी मज़ाक हुआ.

उस दिन के बाद कँगना से मेरी मैसेज और फोन से आये दिन बातें होने लगी. मेरे मन में हर वक्त कँगना का ख्याल रहने लगा और उसका भी शायद यही हाल था.

पता ही नहीं चला कि मैं कब कँगना के प्रति सेक्सुअली आकर्षित हो गया. अब मैं हर वक्त कँगना को चोदने के बारे में सोचता रहता था लेकिन अपनी तरफ से कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहता था.

एक दिन कँगना का फ़ोन आया और हमारी सामान्य बातचीत हुई बातों ही बातों में उसने मुझे मिलने के लिए बुलाया.

इस बार मैं कँगना से मिलने के लिए उत्साहित था. मैं चाहता था कि बात किसी भी तरह से आगे बढ़े.

कँगना ने उस दिन हरे रंग का टाइट शर्ट और लेगी पहनी हुई थी. इन कपड़ों में उसके सभी अंगों का उभार और आकार साफ देखा जा सकता था. उसका सेक्सी फ़िगर देखकर मेरी साँसें तेज़ हो गई.
उस दिन कँगना के चेहरे पर एक खास चमक थी.

हमने चाय नाश्ता किया और बातें करने लगे.

मैंने देखा कि कँगना मुझसे बात करने वक्त अपनी आंखें नहीं मिला रही थी. तो मैंने पूछा- आंखें क्यों नहीं मिला रही हो?

तो वो और ज्यादा शर्मा गई और नीचे की तरफ देखने लगी.

मैं समझ गया कि बेचैनी उसके मन में भी है.

मैंने उससे दोबारा जोर देकर पूछा तो उसने शर्माते हुए कहा- पता नहीं क्यों तुमसे नजरें नहीं मिला पाती हूं. तुम जब मेरी तरफ देखते हो तो कुछ कुछ होता है.

मैंने पूछा- क्या होता है?

तो वह चुप हो गई और दूसरी तरफ देखने लगी.

मैंने मौके का फायदा उठाते हुए कहा- मैं जानता हूं कि क्या होता है. और जो तुम्हें होता है वह मुझे भी होता है.

इसके बाद हम दोनों थोड़ी देर के लिए शांत हो गए और मंद मंद मुस्कुराते रहे.

थोड़ी देर बाद मैंने उससे पूछा- अगर तुम बुरा न मानो तो एक बात पूछूं?

उसने कहा- पूछो.

मैंने कहा- तुम इतनी पढ़ी लिखी हो, सेल्फ डिपेंड हो. और घर से बाहर अकेली रहती हो. क्या तुमने कभी सेक्स किया है?

तो उसने मुस्कुराते हुए बोला- नहीं! हालांकि मैं अकेली रहती हूं और खुले विचारों की भी हूं. इसलिए इस बात पर तुम्हारे लिए यकीन करना मुश्किल होगा लेकिन मैंने आज तक कभी सेक्स नहीं किया.

फिर उसने मुझसे पूछा- क्या तुमने किया है?

तो मैंने कहा- हां, मैंने आज तक तीन बार सेक्स किया है.

उसके बाद फिर से हम थोड़ी देर के लिए चुप हो गए. लेकिन दोनों ही समझ चुके थे कि हम एक दूसरे के साथ सेक्स करने के लिए तैयार हैं. इंतजार सिर्फ इस बात का है की पहल कौन करता है.

मेरे तन बदन में गुदगुदी सी हो रही थी. मुझे पूरा माहौल अनुकूल लग रहा था और मैं इस मौके को छोड़ना भी नहीं चाहता था इसलिए मैंने कँगना से स्पष्ट कह दिया.

मैंने उससे कहा- तुम मुझ पर पूरी तरह भरोसा कर सकती हो. मैं तुम्हें किसी भी हाल में नुकसान नहीं पहुंचाऊंगा. तुम मुझे अच्छी लगती हो मैं तुम्हारे प्रति आकर्षित हूं और तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहता हूं. अगर तुम्हें ये सब बुरा लगा हो तो तुम मुझसे साफ-साफ कह सकती हो. आगे से मैं कभी भी इस तरह की बात नहीं करूंगा.

उसने कहा- नहीं, मुझे बुरा नहीं लगा.

इतना कहकर वह रुक गई और मुस्कुराने लगी.

अब मैं समझ गया कि ग्रीन सिगनल मिल चुका है. मैंने उठकर कँगना का हाथ पकड़ लिया. उसने अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश नहीं की तो मैंने उसे अपनी बांहों में भर लिया. वह भी मुझसे लिपट गई.

थोड़ी देर बाद हम दोनों अलग हुए और कँगना मेरा हाथ पकड़ के मुझे बेडरूम की तरफ ले गई.

बेडरूम में लाइट काफी कम थी.

मैंने अपने जूते उतारे और बेड पर लेटते ही कँगना को अपनी ओर खींच लिया. कँगना भी पूरी तरह से मुझसे लिपट कर लेट गई. थोड़ी देर बाद मैं कँगना के ऊपर लेट गया और उसके होठों को चूमने लगा.

कँगना ने भी मेरे होठों को चूसना शुरू कर दिया. कँगना के अंदाज से साफ पता चल रहा था कि वह भी वासना की आग में जल रही थी.

मैंने कँगना के होंठों को चूसते हुए नीचे से उसके शर्ट के अंदर हाथ डाल दिया. कँगना के मुँह से आह निकल गई.

हम दोनों की गर्म साँसें एक दूसरे से टकरा रही थी.

मैंने कँगना के कपड़े उतारने शुरू कर दिए. पहले मैंने उसका कमीज उतारा और फिर नीचे से उसकी पजामी को भी उतार दिया.

अब वह सिर्फ पेंटी और ब्रा में मेरे सामने लेटी हुई थी. शर्म की वजह से उसने अपने चेहरे को हाथों से ढक लिया.

उसका गोरा बदन देखकर मेरा लंड भी सख्त हो गया.

Officesex मम्मी ने मुझे सेक्स करना सिखाया

मैंने ब्रा के ऊपर से उसकी चूचियों को दबाना शुरू किया और उसके पूरे गोरे बदन पर हाथ फिराया. चूची, पेट से लेकर जांघों तक हाथ फिराने से मेरा लंड लोहे की रॉड की तरह सख्त हो गया था.

मेरे सामने अर्धनग्न लेटी हुई कँगना किसी मछली की तरह मचल रही थी. मचलते हुए कँगना ने दूसरी ओर करवट बदल ली और मेरी तरफ अपनी पीठ कर ली.

मैंने अपनी शर्ट और जीन्स उतारी और कँगना के शरीर से सटकर लेट गया. फिर पीछे से उसकी ब्रा का हुक खोलने लगा. नीचे से मेरा लंड कँगना की गांड से लग रहा था. तब तक मैंने अपना अंडरवियर नहीं उतारा था. मेरा लंड अंडरवियर के अंदर से ही उसके चूतड़ों के बीच में घुसने को तैयार था.

शायद अपनी गांड पर मेरे लंड का स्पर्श पाकर कँगना को भी अच्छा लग रहा था. इसीलिए वो भी अपने चूतड़ों को मेरे लंड पर दबा रही थी.

अब मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया और उसके स्तनों को आजाद कर दिया. मैं पीछे से ही उसकी दोनों चूचियों को सहलाते हुए उसकी गर्दन को चूमने लगा. नीचे से अपने लंड को उसकी गांड पर रगड़ना भी जारी था. इस अवस्था में दोनों को बहुत मज़ा आ रहा था.

फिर ना जाने कब कँगना का हाथ आकर मेरे लंड पर रखा गया. पहले उसने लंड पर हाथ रखा और फिर उसने अंडरवियर के ऊपर से ही मेरे लंड को सहलाना शुरू कर दिया.

मैंने भी अपना हाथ उसके स्तनों से हटा कर उसकी चूत पर रख दिया.

उसकी चूत पर मेरे हाथ पहुंचते ही कँगना ने लंड को मुट्ठी में भर लिया. मैं कँगना को सामने से नंगी देखना चाहता था इसलिए मैंने उसे सीधा लेटने के लिए हाथ से जोर दिया.

कँगना सीधी मेरे सामने लेट गई. कँगना के बदन पर सिर्फ पेंटी थी.

उसके गोरे और मोटे स्तनों को देखकर मैंने तुरंत उन्हें चूसना शुरू कर दिया. स्तन का निप्पल मेरे मुँह में जाते ही कँगना आह आह की आवाज़ कर रही थी.

स्तनों को चूसते हुए मैंने उंगलियों से उसकी पेंटी को नीचे खिसकाया और कँगना ने पेंटी को अपने जिस्म से अलग कर दिया. अब वो पूरी तरह नंगी हो चुकी थी.

मैंने उसकी चूत पर हाथ रख कर उसे सहलाना शुरू किया. उसकी चूत बिल्कुल चिकनी थी शायद चुदने का मन होने की वजह से कँगना ने चूत के बाल साफ किये थे. मैंने कँगना की चूत में उंगली घुसाई तो कँगना ने दोनों टांगों को आपस में भींच लिया.

कँगना ने मेरा अंडरवियर नीचे की तरफ खींच कर उसे उतारने का इशारा किया. मैंने देर ना करते हुए अपना अंडरवियर और बनियान उतार दिया. अब हम दोनों ही पूरी तरह नंगे हो गए. मैंने कँगना की टांगें फैलाई और उसकी दोनों टांगों के बीच में बैठ गया.

अब चुदाई का खेल शुरू होने वाला था.

पहली बार मैंने सामने से कँगना की चूत देखी. कँगना की चूत एकदम कसी हुई थी और चूत की फांकें एकदम गुलाबी थी. गुलाबी फांकें देख कर मुझसे रुक नहीं गया और मैंने कँगना की चूत को चाटना शुरू कर दिया.

मेरी जीभ का चूत पर स्पर्श पाकर कँगना के मुँह से तेज़ सिसकारी निकल गई. मैं लगातार चूत को चाटता रहा.

फिर मैं रुक कर इस तरह लेट गया कि मेरा लंड कँगना के मुँह की तरफ आ गया और मेरा मुँह कँगना की चूत के पास. जिसे 69 की पोजिशन भी कहते हैं.

मैं देखना चाहता था कि क्या कँगना भी मेरा लंड चूसना चाहती है.

मैं फिर से उसकी चूत को चाटने लगा.

कँगना ने भी देर नहीं कि पहले उसने मेरे लंड को पकड़कर सहलाया और फिर उस पर अपनी जीभ फिराने लगी. कँगना की जीभ और होंठों को लंड से छूने पर मेरे अंदर करंट सा दौड़ गया और मैंने भी अपनी जीभ कँगना की चूत के छेद में अंदर तक घुसा दी.

मेरी जीभ चूत में अंदर जाते ही कँगना जोश से भर गई और मेरा पूरा लंड अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी. कँगना की मुँह की गर्मी को मैं अपने लंड पर महसूस कर रहा था. मैं भी उसकी चूत को अपनी जीभ से चोद रहा था. करीब पांच मिनट तक चूसने और चाटने का सिलसिला चलता रहा. हम आपस में बात नहीं कर रहे थे लेकिन चुदाई के खेल में दोनों एकदूसरे का भरपूर साथ दे रहे थे.

अब मैं उठा और कँगना की दोनों टांगों के बीच में जाकर उसकी चूत पर अपना लंड रखा और बिना रुके धीरे से धक्का लगाया.

लंड पर थूक लगा होने के कारण लंड सीधा कँगना की चूत में प्रवेश कर गया. कँगना को हल्का दर्द हुआ तो उसके मुख से निकला- उम्म्ह… अहह… हय… याह… उसने दोनों हाथों से बैड की चादर को पकड़ लिया.

अब मैं पोजिशन बदलते हुए पूरी तरह कँगना के ऊपर लेट गया और धक्के लगाने शुरू कर दिए. धक्कों के साथ कँगना की चूचियाँ भी फुदक रहीं थीं.

एक हाथ को बैड पर टिकाकर मैंने कँगना की चूची को भी दूसरे हाथ से जकड़ लिया और उसे मसलते हुए कँगना की चुदाई करने लगा. हम दोनों के मुँह से सिसकारियाँ निकल रही और तेज धक्के लगातार जारी थे.

थोड़ी देर ऊपर लेट कर चोदने के बाद मैंने लंड निकाला और साइड में लेट गया.

कँगना समझ गई कि मैं क्या चाहता हूं. वो उठी और मेरे ऊपर आकर बैठ गई. उसने मेरे लंड को हाथ से पकड़कर चूत के छेद को लंड के सामने किया और चूत को लंड पर दबा दिया जिससे पूरा लंड उसकी चूत में समा गया.

अब उसने लंड पर बैठकर ऊपर नीचे होना शुरू कर दिया. मैं अपने दोनों हाथों से उसके स्तनों को दबाने लगा. करीब दस मिनट तक ऐसे ही चुदने के बाद कँगना पूरी तरह मेरे ऊपर लेट गई और मेरे होंठों को चूसने लगी.

मैं समझ गया कि वो झड़ने वाली है. मैंने भी नीचे लेटकर ही तेज़ तेज़ धक्के लगाने शुरू कर दिए.

उसकी चूत से आ रही फचक फचक की आवाज के बीच हम दोनों एक साथ झड़ने लगे. झड़ते वक्त कँगना मेरे बालों को पकड़ लिया और मैंने भी उसके स्तनों को मसल डाला.

थोड़ी देर तक हम दोनों ऐसे ही लेटे रहे और उसके बाद कँगना ऊपर से हटकर बराबर में लेट गई और हमें गहरी नींद आ गई. करीब आधे घंटे बाद हम उठे और कपड़े पहनने लगे.

कपड़े पहनते हुए मैंने कँगना से पूछा- कैसे लगा?

उसने मुस्कुराते हुए कहा- अच्छा लगा.

फिर मैंने कँगना के गाल को चूमा और वहां से निकल गया.

उसके बाद भी कई बार मैंने कँगना की चुदाई की.

The post समाज सेवा के साथ चूत सेवा appeared first on Antarvasna.

]]>
जिग्ना की कामुकता https://sexstories.one/jigna-ki-kamukta/ Tue, 21 Dec 2021 07:16:05 +0000 https://sexstories.one/?p=5056 उसने अपनी चुतड़ को गद्दे से ऊपर धकेल दिया, घुमाते हुए और अपने बट को हिलाते हुए, सचमुच मेरे लंड को अपनी गांड से घुमा रही थी। "मैं आपके गर्म तंग छोटे बटहोल में अधिक समय तक नहीं रह सकता।"...

The post जिग्ना की कामुकता appeared first on Antarvasna.

]]>
Jigna ki Kamukta – यह अनिवार्य रूप से एक सच्ची कहानी है, जिसमें शामिल लोगों की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए नाम और घटनाओं को संशोधित किया गया है। यह बहुत विस्तृत है, एकतरफा प्यार और छूटे हुए अवसर, रोमांटिक और कोमल की कहानी है, लेकिन इसके गुदा विषयों को भी तीव्र करती है। यह जिग्ना के साथ मेरे थोड़े समय की कहानी है, एक ऐसी महिला जिससे मैं प्यार करता था और जिसके बारे में मैं अक्सर सोचता रहता हूं।

जिग्ना… जब मैं बिक्री विभाग में था, मुझे हमेशा नए, अनुभवहीन ग्राहक सेवा प्रतिनिधि सौंपे जाते थे; मेरे पास एक उत्कृष्ट प्रशिक्षक होने का रिकॉर्ड था, उन्हें कार्यालय में सर्वश्रेष्ठ होने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा, और फिर उन्हें किसी अन्य बिक्री प्रतिनिधि को फिर से सौंपा जाएगा जो मुश्किल से सक्षम था और अपने व्यवसाय को एक साथ रखने के लिए एक अत्यधिक सक्षम ग्राहक सेवा प्रतिनिधि की आवश्यकता थी। हर एक युवा, महिला, आकर्षक और बहुत बार, छह आंकड़े बिक्री प्रतिनिधि या ऊपर और आने वाले युवा प्रबंधक को प्राप्त करने में बहुत दिलचस्पी थी — कई ने किया। मैंने अपने बॉस के पूरक की सराहना की, लेकिन हमेशा प्रशिक्षण मोड में रहने के कारण अक्सर निराश होता था।

कॉलेज के ठीक बाहर जिग्ना बोर्ड पर आई; नौकरी के लिए अधिक शिक्षित और बहुत उज्ज्वल, उसने एक प्रबंधन, प्रवेश स्तर की नौकरी के लिए साक्षात्कार किया था, कार्य के लिए काफी नहीं देखा गया था और एक घंटे की नौकरी लेने के लिए सहमत हो गया था; यह आसानी से उसके घर आ गया था और सड़क के नीचे पुनर्मूल्यांकन का वादा किया गया था। चूंकि वह मेधावी थी और उसने एक शीर्ष नाम के विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी की शिक्षा प्राप्त की थी, उसने आश्चर्यजनक रूप से जल्दी सीखा और एक शानदार ग्राहक सेवा प्रतिनिधि बन गई।

मैंने कार्यालय के कर्मचारियों के साथ कभी बेवकूफ़ नहीं बनाया; वे सभी गपशप थे, यह मनोबल के लिए बुरा होता और अधिकांश दुकान की लड़कियों से थोड़ा अधिक थे। जिग्ना अलग थी। मेरी पहली शादी भी आखिरी पायदान पर थी; मेरे पूर्व और मैं अलग हो गए थे, तलाक आसन्न था और मैंने शायद जिग्ना के साथ अपनी अधिक निराशा साझा की, जो कि एक दुकान की लड़की नहीं थी, जितना मुझे होना चाहिए था। हम फोन पर बहुत गैर-यौन रूप से मजाक करते थे, वह अगले दरवाजे की क्लासिक लड़की थी, और मैं उसके लिए एक वास्तविक स्नेह बढ़ा। मैं उसे सप्ताह में कई बार कार्यालय में देखता था और कभी-कभी उसे अपने ग्राहकों से मिलने के लिए सड़क पर ले जाता था। वह छोटे स्तनों और कॉलेज फ़ुटबॉल और चीयरलीडिंग से एक एथलेटिक शरीर के साथ लगभग पाँच छ: की थी। उसकी फोन आवाज शानदार थी और हमारे सभी ग्राहक उससे प्यार करते थे। उसके गंदे गोरे बाल थे और सुंदर चेहरा नहीं तो प्यारा था। वह मेरे पास या मेरे पास कभी नहीं आई। मैं उनका बहुत सम्मान करता था और सम्मान परस्पर था।

Kamukta2 गाँव की देसी लड़की की अन्तर्वासना

मैं उसके माता-पिता से मिला था और मेरे मन में यह सवाल नहीं था कि वह एक अच्छी लड़की है। जिस लड़के ने आखिरकार उससे शादी की, वह सेल्स फोर्स में एक युवा, अच्छा दिखने वाला लड़का था। वह उसके साथ प्यार में सिर के बल गिर गया; उसने एक बार मुझसे कहा था कि जब तक उनकी शादी नहीं हो जाती, वह उसे अपनी पैंट में नहीं बैठने देगी। मैं उसकी शादी में गया था; उसका परिवार स्थानीय रूप से प्रमुख था और यह एक बहुत बड़ा और भव्य मामला था। जब सेल्स फ़ोर्स के अन्य लोगों की बात आती है तो मैं उसके लिए सुरक्षात्मक था और उस पर कभी प्रहार नहीं किया।

एक दिन मैं एक विशेष रूप से कठिन ग्राहक की सेवा से संबंधित कुछ समस्याओं पर विचार करने के लिए कार्यालय में था। जिग्ना और मैं ऑप्स मैनेजर के साथ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक छोटे से सम्मेलन कक्ष में गए। उस बैठक में लगभग 30 मिनट लगे; संचालन प्रबंधक चला गया और जिग्ना और मैंने कुछ और मिनट बात की और फिर उसने मुझसे पूछा कि क्या मैं टेनिस खेलता हूं। मैंने उसे हाँ कहा, लेकिन बुरी तरह से। उसने कहा कि वह हाल ही में जिस कॉन्डो में आई थी, उसके माता-पिता के घर से बाहर जाने के बाद पहली बार उसके पास बहुत अच्छे कोर्ट थे, लेकिन किसी ने भी उनका इस्तेमाल नहीं किया। जिग्ना जल्दी उठने वाली थी, जैसा कि मेरे अधिकांश अधिक मांग वाले ग्राहक थे, इसलिए वह सुबह 6:00 बजे आकर और दोपहर 2:00 बजे तक काम करके बहुत खुश थी, जो मेरे और मेरे प्रमुख ग्राहकों के शेड्यूल से पूरी तरह मेल खाता था। जिग्ना ने पूछा कि क्या मैं उसके साथ कुछ समय टेनिस खेलना चाहूंगी। मैंने निश्चित रूप से कहा, और उसे याद दिलाया कि सप्ताह में कुछ दिन मैं वास्तव में ग्राहकों को फोन कर रहा था, जहां से वह रहती थी … आज की तरह, उदाहरण के लिए। उसका चेहरा खिल उठा, और वह व्यापक रूप से मुस्कुराई, और पहली बार जब से मैंने उसके साथ काम करना शुरू किया था, उसके चेहरे पर यहाँ आने का वह संकेत मिला, लगभग मोहक जैसा कि मैंने बाद में देखा, लेकिन मैं वास्तव में संकेतों से चूक गया, उस सुबह।

मैंने उससे कहा कि मेरे पास कार में हमेशा मेरा टेनिस सामान होता है और उसने कहा कि मैं उसके स्थान पर बदल सकता हूं। हमने लगभग 3:00 बजे मिलने का फैसला किया और उसने मुझे सटीक निर्देश दिए। मैं कसम खाता हूँ कि मेरे मन में कोई यौन विचार नहीं था।

मैं नियत समय पर उसके कोंडो में गया, उसके शयनकक्ष में व्यवसायिक पोशाक से बदल कर, उसे बहुत ही शानदार ढंग से सजाए गए घर की प्रशंसा की और देखा कि, टेनिस टॉग्स में, उसका दृढ़, एथलेटिक शरीर बहुत आकर्षक रूप से प्रदर्शित किया गया था। मौसम गर्म था। हमने लगभग एक घंटे तक जोरदार टेनिस राउंड खेला। मुझे यह स्वीकार करना होगा कि इस समन्वित युवती को काम करते हुए देखना अदालत का अंत बहुत उत्तेजित करने वाला था। एक घंटे के बाद हम दोनों इसे एक दिन कहने के लिए तैयार थे। उसने मैच को समाप्त करने के लिए एक शानदार शॉट बनाया और मुझे एक बड़ा गले लगाने के लिए बाध्य किया, जो कि मेरी अपेक्षा से बहुत कम प्लेटोनिक था। वापस कॉन्डो में, उसने मुझसे कहा कि मैं पहले शॉवर ले सकती हूं, इसलिए मैंने बेडरूम का दरवाजा बंद कर दिया, कपड़े उतार दिए और शॉवर में कूद गई।

कुछ ही मिनटों में मैं पूरी तरह से चौंक गया जब उसने दरवाजा खोला और अंदर कदम रखा, अपनी पूरी युवा सुंदरता में नग्न। उसने अपनी उँगली अपने होठों से ऐसे पकड़ रखी थी मानो कह रही हो, ‘एक शब्द भी मत कहो’, और प्यार से मेरी पीठ धोने लगी…और मेरी गांड और मेरा लंड। बेवजह, मैंने एहसान वापस कर दिया, उसके स्तन, योनी और गधे को ऊपर उठाते हुए। मैं घुटनों के बल बैठ गया और उसकी चूत खा ली… वह कुछ ही सेकंड में आ गई। वह अपने कूबड़ पर नीचे चली गई और मुझे एक मिनट से भी कम समय में संभोग सुख के लिए उड़ा दिया। हमने चूमा, टटोला और प्यार किया। हमने एक दूसरे के बाल धोए; मेरा डिक फिर से सख्त था।

“बेडरूम में मेरे लिए रुको।” वह फुसफुसाई। वह कुछ मिनट बाद बाथरूम से बाहर आई और मुझे उन अविश्वसनीय पोस्ट ऑर्गेज्म में से एक दिया, मैला गीला और गर्म चुंबन।

उसने कहा – “पहले दिन से ही मुझे आप पर क्रश है। एक छोटी सी समस्या है। मैं कुंवारी हूं। मैं अपनी शादी की रात तक इसी तरह रहने का इरादा रखती हूं। मुझे पुराने जमाने का बुलाओ। मुझे वास्तव में जरूरत है अभी कुछ आराम है, और आपके जीवन में जो कुछ भी चल रहा है, मुझे पता है कि आप भी करते हैं। मैं तुमसे प्यार करना चाहता हूं। लेकिन मैं तुम्हें अपनी चूत में नहीं जाने दे सकता … वह आरक्षित है।’

उसने जारी रखा – ‘अगर तुम बहुत ज्यादा ग्रॉस आउट नहीं होते, तो मैं तुम्हें अपनी चुतड़ देना चाहती हूँ। नहीं तो मुझे बुरा नहीं लगेगा। मैंने इसे पहले बट में लिया है और इसका आनंद लिया है, और मैंने यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं कि मेरी गांड साफ और अच्छी तरह से चिकनाई हो। क्या तुमने कभी…आह, ऐसा पहले किया है?”

मैंने उससे कहा कि मुझे उस विभाग में अनुभव है और हम मजे करेंगे। मैं उसकी गांड के छेद में अपनी उँगली डालने लगा। यह बहुत अच्छी तरह से लथपथ था। मैंने उसे उसके सामने लुढ़कने के लिए कहा और धीरे से रिम करना शुरू कर दिया … और फिर अधिक सख्ती से … जीभ उसकी रमणीय छोटी भूरी आंख को चोदती है, जबकि ध्यान से उसके भगशेफ को छूती है।

उसने अपना रस छोड़ दिया और लुढ़क गई।

“मेरी गांड को सामने से ले लो।” वह सहम गई।

मैं सहमत। उसने बिस्तर की मेज से एस्ट्रो-ग्लाइड की एक बोतल ली, प्यार से मेरे लंड को चिकना किया, वह मुस्कुराई और धीरे से मुझे हरकत में लाने का आग्रह किया। “मुझे अब इसकी ज़रूरत है बेबी, कृपया मुझे चोदो।”

उसने अपने मांसपेशियों वाले पैरों को अपने छोटे, दृढ़ स्तनों के खिलाफ वापस रखा; मैं अपने घुटनों पर बैठ गया और अपने लंड का सिर उसकी गांड में डाल दिया।

“मैंने यह काफी समय से नहीं किया है, इसलिए मुझे इसकी आदत डालने दें।” वह फुसफुसाई।

उसे समायोजित होने में कुछ मिनट लगे, लेकिन अंत में उसने कहा, “मैं अब तैयार हूं, मुझे करो।”

मैंने एक धीमी गति से स्ट्रोक शुरू किया, उसका हाथ लिया और उसे अपनी बिल्ली पर रख दिया ताकि वह खुद को किनारे पर लाने में मदद कर सके। हम लय में आ गए और मैंने गति बढ़ा दी। मैंने हिलना बंद कर दिया और उसके कान में फुसफुसाया। “इसे ले लो जिग्ना, मेरे लंड को अपनी गांड से चोदो।”

उसने अपनी चुतड़ को गद्दे से ऊपर धकेल दिया, घुमाते हुए और अपने बट को हिलाते हुए, सचमुच मेरे लंड को अपनी गांड से घुमा रही थी। “मैं आपके गर्म तंग छोटे बटहोल में अधिक समय तक नहीं रह सकता।” मैंने कहा।

“बस एक और मिनट, मैं बहुत करीब हूँ।” वह कराह उठी।

उसके विलाप बढ़ गए, वह हांफने लगी…

उसका सिर पीछे की ओर लुढ़क गया… और उसने अपनी चूत का रस गिरा दिया..

उसके गुदा नहर पर उसके संभोग के संकुचन मुझे किनारे पर ले गए और मैंने उसके मलाशय में गर्म सह का एक ताजा भार डाला। मेरा डिक उसकी गांड से निकल गया और हम गले मिले और चूमा और प्यार किया। वह बिस्तर से उठी, कुछ मिनट बाद एक गर्म कपड़े और दो गिलास रेड वाइन के साथ लौटी। उसने मेरे लंड को साफ किया, और मेरी गांड को, मेरे बट पर अच्छी तरह से चिपकी हुई उंगली डालते हुए और फिर अब नरम सदस्य को अपने मुँह में ले लिया और अपनी जीभ से उसे इधर-उधर घुमाया। मुझे पता था कि मैं फिर से जा सकता हूं, लेकिन ठीक होने के लिए आधे घंटे या उससे भी ज्यादा समय लगेगा। हमने अपनी शराब पी ली, वस्तुतः बिना किसी शब्द के और वह मेरे बगल में आ गई।

“मुझे लगता है कि हम दोनों को थोड़ा झपकी लेने की ज़रूरत है।” जिग्ना ने सुझाव दिया।

हम आधे घंटे से अधिक समय तक सोए रहे, जब मैं उठा, मैं अपनी गांड को उसके सामने रखकर लुढ़क गया था और वह मेरे बट के छेद को चीरने के लिए आगे बढ़ रही थी। उसे बिस्तर की मेज से कुछ मिला, जो मुझे जल्दी से पता चला कि एक छोटा हिल बट प्लग था, इसे ऊपर की ओर बढ़ाया और इसे मेरी गुदा नहर में डालना शुरू कर दिया। “मुझे बताओ कि क्या यह दर्द होता है, या आपको यह पसंद नहीं है, और मैं रुक जाऊंगा।” वह सहम गई, क्योंकि वह मेरे लंड को उठाने के लिए अपने दूसरे हाथ का उपयोग करते हुए ध्यान से एक हाथ से मेरी गांड में प्लग डालने के लिए आगे बढ़ी ताकि वह नीचे की तरफ चाट सके। उसके मौखिक ध्यान और बट घुसपैठ के संयोजन ने मुझे एक बार फिर हड्डी की तरह कठोर कर दिया।

फिर उसने पूरी प्लग को मेरी गांड में धकेल दिया, और पूछा, “क्या आप इसे वहाँ पकड़ सकते हैं?”

to be continued…

The post जिग्ना की कामुकता appeared first on Antarvasna.

]]>
गर्लफ्रेंड की बुआ को चोदा https://sexstories.one/girlfriend-ki-bua-ko-choda/ Mon, 20 Dec 2021 09:14:52 +0000 https://sexstories.one/?p=5047 हम दोनों उनके जाने के बाद फिर सेक्स करने लगे और करीब आधे घंटे तक उसे अलग अलग पोजीशन में चोदा और 5 मिनट तक उसके मुंह में लुंड डाल कर उसके मुंह को बेरहमी से चोदा और उसके मुंह में ही झड़ गया...

The post गर्लफ्रेंड की बुआ को चोदा appeared first on Antarvasna.

]]>
Girlfriend ki bua ko choda – मेरा नाम राजदीप है मैं एक छोटे परिवार से हु। फल मैं आपलोग को अपने बारे में बता दूं कि मेरा हाइट 5’9 और हट्टा कट्टा नौजवान हु और मेरा लन्ड 6 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है मैं दिखने में एवरेज हूं।
अब मैं सीधा अपने सच्ची कहानी बता रहा हु जिसके 2 और किरदार एक मेरी gf है और एक उसकी बुआ।

मेरी gf का फिगर 34-30_36 है और उसकी बुआ उससे वी ज्यादा सेक्सी है 36-32-40 है जो किसी का भी लन्ड खड़ा कर देती है।

ये बात अब से 2 साल पहले की है जब हम ( मैं और मेरी gf) gf की घर में ही सेक्स कर रहे थे चुकी उसके बेडरूम का 2 दरवाजा एक सीधा बाहर और एक घर के अंदर से था।

मैं और मेरी gf सेक्स कर रहे थे तो हम सेक्स कर रहे थे कि अचानक से मेरी नजर गेट की तरफ गया तो मैं नजारे देखता ही रह गया वहा पर gf की बुआ हमे देख रही थीं और उनका एक हाथ उनकी साड़ी के अंदर से अपनी चुत्त सहला रही थी।
मैं उठा तो उनका पूरा ध्यान मेरे 7 इंच के लन्ड पर टिका हुआ था जिसे मैं जान गया की वो भी मेरे लन्ड से चुदाने के लिए तैयार हैं में उठ कर उन्हें हग किया और किस करने लगा मेरा उनसे चिपके होने के कारण मेरा खड़ा लन्ड सीधा उनकी चुत्त से लग कर उनकी चुत्त को सलामी देने लगा।

उधर मेरी gf अब भी बेड पर लेट कर अपनी चुत्त को सहला रही थी मुझे उसकी बुआ से चिपका हुआ देख कर वो उठ कर आई और अपनी बुआ की चुत्त को जोड़ से मसलने लगी जिसका परिणाम यह हुआ कि उसकी बुआ जोर जोर से कामुक सीत्कार निकालने लगी और अब वो भी हमारे साथ मजे लेने लगी मैं उनको करीब 2 मिनट के अंदर सिर्फ ब्रा और पैंटी में छोड़ दिया वो काले रंग की ब्रा पैंटी पहनी थी जिसमे उनके 36 के चूचे और 40 की लन्ड खड़ा कर देने वाली गांड़ और वी ज्यादा सेक्सी लग रही थी।

फिर हम तीनो बेड पर लेट गए और लन्ड और चुत्त चुसाई का खेल स्टार्ट हो गया मैं gf की बुआ की चुत्त चूस रहा था जो उसकी बुआ बहुत मस्ती से चुसवा रही थी और धीमे स्वर में कामुक आवाज निकलने लगी।

मेरी जीएफ मेरा लन्ड चूस रही थी जिससे मैं आसमान परसैरकरने लगा था आपलॉग को बता दूं कि मैं और मेरी gf अक्सर सेक्स वीडियो देख कर सेक्स किया करते थे जिससे वो ब्लोजॉब देना सीख गई थी।

और gf की बुआ मेरी gf की चुत्त चाट रही थी और उससे पूछने लगीं कि इतना बड़ा और मोटा लुंड कैसे झेल ली थी पहली बार आप्लोग के लिए वो कहानी मैं फिर कभी लिखूंगा।

Desi Incest Sex Story – एक चुडक्कड़ परिवार की कहानी – 2

ये लन्ड और चुत्त चुसाई का खेल 20-25 मिनट तक चला फिर मैं झड़ गया और तब तक बुआ 2 बार झड़ चुकी थी। फिर हम तीनो 10 मिनट ऐसे ही लेटे रहे और थोड़ी देर बाद gf की बुआ ने मेरे लुंड को अपने मुंह में ले लिया और 5 मिनट तक मेरा लन्ड चूस कर खड़ा किया और मुझे kiss करते हुए कहा “इतना मस्त लन्ड सामने रख कर मुझे अब और मत तड़पाओ पेल दो इसे मेरी चुत्त मे ” मैं आपको बता दूं कि gf की बुआ की शादी उस वक्त तक नही हुए थी पर वो पहले से किसी और से चुद चुकी थी।

मैं उन्हें थोड़ा और तड़पने के लिए उन्हें मिशनरी पोजीशन में किया और चुत्त के दानों को चाटने लगा और वो मीठी व कामुक सीत्कार निकलने लगी।

5 मिनट बाद उनकी चुत्त में से प्रीकम निकलने लगा तो मैं और देर न करते हुए हटा कर लुंड सेट किया और धक्का लगा दिया और उन्हें चोदने लगा जिससे उनकी चीख निकलने वाली थी पर वो खुद पर काबू किया और कराहती हुई आवाज में बोली “धीरे कीजिए दमादजी” ये सुन कर मैं उन्हें और जोर से चोदने लगा और वो बहुत दर्द भरी कामुक सीत्कार करने लगी।

मेरी gf ने अपनी चूत्त उनके मुंह पर रगड़ने लगी। बुआ की चुदाई 20 मिनट मिसनर पोज में करने के बाद बुआ झड़ गई और मेरा भी होने वाला था तो मैं उनके चूचों पर बैठ गया तो मेरी gf की बुआ ने मेरे लन्ड को पकड़ कर अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी 1 मीन चाटने के बाद मैं बुआ के चेहरे पीआर ही झड़ गया और उनके चूचों पर ही बैठ कर अपनी gf को kiss करने लगा।

फिर 10 में बाद मेरा लन्ड लेटी हुई बुआ की मुंह पे लगा होने के कारण उन्होंने मेरा लन्ड चूसना शुरु कर दिया जिससे मेरा लन्ड फिर से खड़ा हो गया में बुआ को डॉगी स्टाइल में होने को कहा तो वो तुरंत पोजीशन में आ गई।

मैं उनकी चुत्त और गांड़ को पीछे से चाटने लगा करीब 5 मीन चाटने के बाद मैं अपनी एक उंगली उनकी गांड़ में डाल दिया इस अचानक हुए हमले से वो चिहुंक गई और मेरा इरादा समझ कर मना करने लगी पर मैं तो काली पैंटी में उनके चूतड़ों को देख कर ही ठान लिया था की आज इनकी गांड़ जरूर मरूंगा।

मैं उनकी चुत्त को चाटते हुए उनके गांड़ मे अब 2 उंगली पेल दिया और gf को कहा की वैसलीन या तेल ले आए gf ने बोरोलिन ले आई और उनकी गांड़ मे घसते हुए मेरे लन्ड को चूसा और थोड़ा लुंड पर भी लगा दी।

मैं तैयार था उनकी गांड़ मारने को में अपना लुंड उनकी गांड़ पर सेट किया और धीरे धीरे अंदर बाहर कर के पहले थोड़ा रास्ता बना लिया अब उनका गांड़ थोड़ा खुल चुका था तो मैंने अपना लन्ड बाहर निकाला और फिर सेट किया और अपनी gf को कहा की बुआजी से अपनी चुत्त चतवालो तो उसने उनके मुंह पर अपना चुत्त रख दी।

बुआ उसकी चुत्त चाटने लगी तो मैंने मौका देख कर एक जोर का धक्का मार दिया जिससे मेरा लन्ड उनकी गांड़ में आधा घुस गया उनकी आंख से आंसू निकलने लगी मेरी gf ने उनके मुंह को अपनी चुत्त पर दबाए रखा जिससे वो चिल्ला नही सकी बीएस उंह उंह कर पा रही थी और एक हाथ पीछे कर के मुझे हटाने की कोशिश कर रही थी जिसमे वो असफल रहीं।

मैं रुका नही और लन्ड को बाहर खींचा और फिर पूरा दम लगा कर पूरा का पूरा लुंड उनकी गांड़ में पेल दिया जिससे वो बेहोश सी हो गई पर मैं रुका नही उन्हें पेलता रहा करीब 15 मिनट बाद वो फिर से दर्द भरी कामुक आवाज निकलने लगी करीब 20मिनट बाद मैं उनकी गांड़ में ही झड़ कर अपना लन्ड उनकी गांड़ के अंदर ही छोड़ कर उनके उपर ही लेट गया ।

करीब 20 मीन बाद मैं उठा और टाइम देखा तो 1 bj रहे थे मैं उनके उपर से हट कर देखा तो उनकी गांड़ खून से लतपत था।

में अपनी gf को उठा कर सोफा पर ले गया और उसे भी हचक कर चोद रहा था की बुआ उठी और मुझे kiss किया और बोली की मैं जानती हूं की तुमलोग हर week में 2-3 बार सेक्स करते हो मैंने तुमलोग को पिछले महीने से हर बार सेक्स करते देखती थी और अब से हर सप्ताह में एक बार मुझे जरूर चोदना मैं तुम लोगो के बारे में किसी को कुछ नही बताऊंगा और मेरे लौड़े को मेरी gf की चुत्त से बाहर निकाल कर 1 मिनट चूसी और एक kiss किया और i love you बोली और चली गई।

हम दोनों उनके जाने के बाद फिर सेक्स करने लगे और करीब आधे घंटे तक उसे अलग अलग पोजीशन में चोदा और 5 मिनट तक उसके मुंह में लुंड डाल कर उसके मुंह को बेरहमी से चोदा और उसके मुंह में ही झड़ गया।
हम सोफे पर ही लेटे थे तभी अचानक से मेरी gf ने मुझसे पूछ लिया की तुम्हे सेक्स में कौन पसंद आई मैं या बुआ जिसका जवाब में मैं उसे चिढ़ाने के लिए बुआ बोला और i love you बोल कर उसके माथे पर kiss किया और हम बेड पर सो गए।

करीब 2:30 घंटे बाद मुझे kiss किया गया जिससे मेरी नींद खुल गई और वो कोई और नही मेरी gf की बुआ थी उन्होंने मेरी जीएफ को भी उठाया और उसे बोली की मुझे दामादजी अच्छे लगे और मुझे टाइम बताया और घर जाने का बोला और मेरे लन्ड को kiss की तब तक मेरा लन्ड फिर से अपनी आकर में आने लगा था फिर दोनो ने मेरे लन्ड को चूस कर उसका वीर्य को बुआ ने अपने चुचियों पार गिराया जिसे मेरी gf और बुआ दोनो ने चाटा और बुआ bye बोल कर चली गई।

इसके बाद हम हर सप्ताह में एक दिन थ्रीसम सेक्स करने लगे और ये सिलसिला 1 साल तक चला फिर gf की बुआ की शादी हो गई है और वो अब वी मुझसे चुदाने के लिए बोल रही है आप लोग बताइए क्या अब मुझे उनके साथ सेक्स करना चाहिए या नहीं।

धन्यवाद ।

The post गर्लफ्रेंड की बुआ को चोदा appeared first on Antarvasna.

]]>
मेरी चुड़क्कड़ बहन https://sexstories.one/bhai-bhain-ke-chudai/ Sat, 18 Dec 2021 07:31:25 +0000 https://sexstories.one/?p=3488 वह मेरे सामने एक खुली तिजोरी की तरह थी एकदम नंगी फिर उसने कहा सुनील अब मत रुको अब तो मुझे दे ही दो, फिर उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए उसने जैसे ही मेरा लंड देखा उसने कहा यह बहुत बड़ा है...

The post मेरी चुड़क्कड़ बहन appeared first on Antarvasna.

]]>
Bhai Bhain ke chudai – हेलो दोस्तों मेरा नाम सुनील है मैं 19 साल का हूं..मैं आज आपको अपनी जिंदगी का एक हादसा बताना चाहता हूं  दरअसल कि मेरी ताऊजी की लड़की के बारे में है उसका नाम सुमन है और वह 23 साल की है उसका   फिगर एकदम सनी लियोन के जैसा है उसके फुटबॉल जैसे बूब्स है.. चलो मैं शुरू करता हूं एक दिन मैं उसके घर गया उस समय उसके घर पर कोई भी नहीं था सब  कहीं गए हुए थे दरअसल मुझे चाय के लिए चीनी लेनी थी पर वहां कोई नहीं था इसलिए मैं सीधा घर के अंदर चला गया..

मैंने अंदर जाते ही रूम में  सुमन को उल्टा सोता हुआ देखा मैं वापस जा रहा था कि मेरी नजर उसकी गांड पर पड़ी सही में उस समय वह बहुत ही ज्यादा मोटी दिख रही थी मेरा मन तो था कि मैं उसको अपने हाथों से सेलाऊ पर मैं उस समय कुछ नहीं कर सका बस मैंने उसको देखकर वही मुठ मारी  और वापस आ गया सही में  उतना मजा मुझे मुठ मारने में आज तक नहीं आया..

अब मेरा दिमाग खराब हो रहा था क्योंकि मैंने उस समय उसकी नहीं मारी फिर  ऐसे ही दो-तीन दिन निकल गए फिर मैं एक बार और उसके घर गया तब वह नहा कर आई थी रूम में  वह अपने बाल सुखा रही थी तभी मैं पहुंच गया  कपड़े तो पहन रखे थे पर  गिला शरीर होने के कारण कपड़े सहारे उसके बदन से  चिपके हुए थे और चिपकने के कारण उसकी  काले कलर की ब्रा साफ साफ नजर आ रही थी जैसे ही उसने मुझे देखा वह बोली बाहर बैठो मैं आ रही हूं दो-तीन मिनट बाद वह बाहर आ गई उसने बोला कोई काम था क्या मैंने कहा नहीं बस ऐसे ही आ गया ..

उसने कहा चलो ठीक है मैं आपके लिए चाय बना कर लाती हूं जब वह किचन की तरफ जा रही थी तो उसकी गांड  मुझे साफ साफ नजर आ रही थी क्योंकि कपड़े भी गीले थे और चिपक भी रहे थे अब मुझसे रहा नहीं गया मैंने अपना मोबाइल निकाला और सर्च किया सिस्टर पोर्न वीडियो और मैं वही देखने लगा आवाज ना आए इसलिए मैंने हेडफोन लगा  लिए थोड़ी देर बाद मुझे लगा कि मेरे पीछे कोई है जैसे ही मैंने पीछे मुड़ कर देखा मुझे सुमन नजर आई अब उसने सब कुछ देख लिया था मैं बहुत डर गया औरउससे माफी मांगने लगा..

वह कुछ भी बिना बोले अंदर वाले रूम में चली गई मैं बहुत डर गया था मुझे लगा कि अगर  आज तो यह सबको बता देगी कुछ समझ में नहीं आ रहा था क्या करूं फिर थोड़ी देर बाद अंदर से आवाज आई सुनील यहां आना जैसे तैसे मैंने हिम्मत की और मैं अंदर चला  गया अंदर गया तो देखा सुमन एक कोने में बैठी हुई थी,उसने कहा यहां बैठ  मुझे तुझसे कुछ बात करनी है मैं अभी भी सॉरी सॉरी बोल रहा था फिर थोड़ी देर बाद उसने कहा देख मेरे भाई  पोर्न सब देखते हैं मैं भी देखती हूं इसे देखना कोई गलत नहीं है मैं भी एक बायो की स्टूडेंट हूं और मैं जानती हूं कि इस समय क्या क्या होता है  इस स्टेज में…

मैंने कहा नहीं पर मैं तुम्हारे बारे में सोच रहा था यह गलत था ना, उसने कहा वह तो है पर मैं एक लड़की भी तो हूं, फिर वह मुझसे पूछने लगी कि तु मुझे कब से देख रहा है और तुमने मेरा कौन कौन अंग देखा है, फिर मैंने भी बता दिया कि मैंने उसे दो-तीन बार नहाते हुए और कपड़े चेंज करते हुए देखा है, फिर थोड़ी देर बाद उसने भी बताया कि मैं मैंने भी तुझे बिना कपड़ों के देखा है, मैंने उससे पूछा कब, उसने कहा छोड़ दूं इन बातों को और अपने घर जा, मैंने कहा नहीं पहले मुझे भी बता तुमने मुझे नंगा कब देखा..

उसने कहा कि जब तीन-चार दिन पहले तुम मुझे देखकर मुट्ठ मार रहे थे तब मैं  जग रही थी, मैंने फिर से कहा सॉरी उसने कहा कोई बात नहीं पर अब घर चला जा मैंने कहा नहीं अब मेरा घर जाने का मन ही नहीं हो रहा, मैं उसे रिक्वेस्ट करने लगा कि मैं एक बार तुम्हारे बूब्स को  छू लूं, थोड़ी देर रिक्वेस्ट करने के बाद उसने कहा चल ठीक है छू ले पर तू उसके बाद घर चला जाएगा ना मैंने कहा पक्का ठीक है, मैंने उसको अपनी ब्रा उतारने को कहा उसने उतार दी जैसे ही मैंने उसके बूब्स को छुए यह मेरी लाइफ का सबसे अलग एहसास था…

Kamuk Kahania मेरा लंड मैडम का साथी

मैं उसके बूब्स को सेलाता गया, मेरे सैलाने से उसने अपनी आंखें बंद कर रखी थी मैंने यह मौका देखा और उसके होठों पर किस करने लगा, उसने मुझे मना किया पर मैंने उसको जबरदस्ती नीचे दबाकर चूसने लगा, अब मुझे एहसास हो रहा था कि वह भी गरम हो रही है, अब उसके भी मुंह से  हम हम हम की आवाजें आने लगी थी, थोड़ी ही देर में मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए, वह मेरे सामने एक खुली तिजोरी की तरह थी एकदम नंगी फिर उसने कहा सुनील अब मत रुको अब तो मुझे दे ही दो, फिर उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए उसने जैसे ही मेरा लंड देखा उसने कहा यह बहुत बड़ा है इससे मुझे दर्द होगा मैंने कहा कुछ नहीं होगा बस और ही ज्यादा मजा आएगा, फिर वह मेरे लंड को चूसने लगी, अब मुझे परम आनंद प्राप्त हो रहा था..

थोड़ी देर बाद वो बोली भाई अब नहीं रुका जा रहा अब जल्दी से इसे मेरी चुत में डाल दो मैंने अपना लंडउसकी चुत पर रखा हो और एकदम से ही उसके अंदर पूरा का पूरा घुसा दिया, वो जोर से चिल्लाई और बोली ओ भाई जरा आराम से डालो, फिर मैंने उससे घोड़ी बनाया और उसको तब भयंकर चोदा ना कि क्या बताऊं, फिर उसे उल्टा लेटा कर चोदा, फिर मैं सीधा सो गया फिर उसने मेरा लंड पकड़ा और अपनी चुत में देकर ऊपर नीचे होने लगी, उस दिन मैंने उसे लगभग 15 मिनट तक खतरनाक तरीके से चोदा…

उसके बाद मैंने अब अपना मुंह खोलो वह मना करने लगे कि नहीं मैं तुम्हारा दूध अपने मुंह में नहीं दूंगी मुझे उल्टी आती है मैंने कहा नहीं यह तो लेना ही पड़ेगा, फिर मैंने कहा या तो मुंह में ले लो वरना मैं तुम्हारी चुत में छोड़ दूंगा तो तुम प्रेग्नेंट हो जाओगी, तभी उसने कहा नहीं चुत में मत छोड़ना मैं मुंह में ले लूंगी, फिर मैंने उसका मुंह अपने दूध से भर दिया फिर उसको जो जबरदस्ती पिला दिया , अब तक तो उसकी हालत बहुत खराब हो गई थी उसे अब उठा भी नहीं जा रहा था फिर मैंने कहा भगवान तुम्हारी जैसी बहन सबको दे जो अपने भाई की इच्छा पूरी करें, फिर उसने कहा कि भैया अगली बार जब भी आओ ना तो कंडोम लेकर आना ऐसे प्रेग्नेंट होने का डर रहता है मैंने कहा चलो ठीक है उसके बाद मैंने उसे बहुत बार चोदा अभी तक मैं लगभग उसको भी 25 से 30 बार चोद चुका हूं

दोस्तों अगर मेरी यह सच्ची घटना पसंद आई हो तो स्टोरी को लाइक कर देना और अपने जिगरी दोस्तों तक भी भेजें.. धन्यवाद

The post मेरी चुड़क्कड़ बहन appeared first on Antarvasna.

]]>
अपनी वर्जिनिटी खोई https://sexstories.one/virgin-ladki-ko-choda/ Fri, 17 Dec 2021 09:21:34 +0000 https://sexstories.one/?p=5036 मैंने उसे उसके बिस्तर पर खींच लिया और उसकी गुलाबी जाँघिया फाड़ दी... उसकी चूत से कुछ कामुक गंध आ रही थी... मैंने उसकी चूत चूसना शुरू कर दी... क्योंकि मैं एक पोर्न किंग हूँ मुझे पता है...

The post अपनी वर्जिनिटी खोई appeared first on Antarvasna.

]]>
Virgin Ladki ke Saath Chudai – नमस्ते, मैं हैदराबाद से हूँ। यह मेरी पहली कहानी है (असली अनुभव) अगर मुझसे कुछ गलती हो जाए तो मुझे माफ़ कर देना, तो चलिए मैं आपको अपने बारे में बताता हूँ! मैं 24 साल का हूं, हैदराबाद में अपना GRE कर रहा हूं, सुंदर, मुझे 7.8 इंच का डिक मिला है, मुझे इसे महिलाओं के लिए ऑनलाइन दिखाने में खुशी हो रही है।

कहानी की बात करें तो 4 साल पहले की बात है। मैं हमेशा एक कामुक प्रकार का लड़का हूं, मैंने लगभग हर समय सेक्स साइटों पर बिताया, मैं अपना कौमार्य खोने के लिए बहुत उत्सुक था, इसलिए हमेशा की तरह मैं Xhamster साइट ब्राउज़ कर रहा था मैं मैक्सिकन बेब के साथ चैट कर रहा था … फिर मैंने देखा दिल्ली की एक लड़की ऑनलाइन…

लेकिन मैं इस मैक्सिकन बेब को अपने डिक की तस्वीरें भेज रहा था … बाद में लगभग हर लड़की चली गई …. तब यह दिल्ली की लड़की अभी भी ऑनलाइन थी !!!

आधी रात हो गई थी, इसलिए मेरे दिमाग में एक विचार आया कि मैं इस महिला से अपना कौमार्य खो सकता हूं जो 23 साल की थी … इसलिए उसके साथ बातचीत की …

15 मिनट के बाद हम सेक्स के बारे में बात कर रहे थे, उसने मुझे अपनी नग्न तस्वीरें भेजीं और मैंने उससे कहा कि मैं उसे चोदना चाहता हूं।

उसने माना किया..

तब मैंने उससे कहा कि वह बहुत सुंदर है और मैं भाग्यशाली होगा कि मैं उससे अपना कौमार्य खो दूं। मैंने उससे इतने दिनों के लिए एक बकवास सत्र के लिए अनुरोध किया लेकिन उसने मेरे सभी अनुरोधों को अस्वीकार कर दिया। आखिरकार एक दिन वह मान गई।

Desi chudai story – माँ ने चुदवा लिया मुझसे – 3

मैंने उससे पूछा कि मैं कहाँ आऊँ? उसने मुझे अपना पता दिया, उसका फ्लैट नई दिल्ली इलाके में था। मुझे किसी भी समय आने के लिए कहा क्योंकि वह उस फ्लैट में अकेली रह रही थी।

वह एक अमीर परिवार से थी। वह दुबई से अपना वीज़ा रिन्यू कराने आई थी, इसलिए वह बिल्कुल अकेली थी!!!

मैं उस रात सो नहीं सका… मैंने उसके बारे में सोचकर 3 बार मास्टरबेशन किया!

अगली सुबह मैंने अपने माता-पिता से कहा कि मैं अपने दोस्त के घर जा रहा हूं (मेरी सेमेस्टर की छुट्टी थी) और जब मैं दिल्ली पहुंचा तो विमान से उसके शहर गया।

मैंने एक कैब बुक की… रास्ते में मेरा डिक हर समय चट्टान की तरह सख्त था।

उसका घर ढूंढना मुश्किल था, क्योंकि उसने मुझे अपना मोबाइल नंबर नहीं दिया था। तो मैंने दरवाज़ा खटखटाया, वहाँ वो मेरे सामने खड़ी थी… मेरी खूबसूरत सेक्सी लड़की!

उसने लाल साड़ी पहनी हुई थी… हे भगवान !! वह फोटो की तुलना में अधिक सुंदर दिख रही थी .. वह 32D- 28-30 आकार की थी .. मुझे ठीक से पता नहीं है … लेकिन उसके स्तन 32D थे … मैंने बाद में इसकी पुष्टि की … उसने मेरा स्वागत किया एक अनौपचारिक मुस्कान के साथ… मैं सोफे पर बैठ गया… उसने दरवाज़ा बंद कर लिया…

वह कुछ कोल्ड ड्रिंक ले आई और वह मेरे बगल में बैठ गई… हम एक-दूसरे की आंखों में देख रहे थे… मैं बहुत घबराई हुई थी, क्योंकि यह मेरा पहली बार था…

मैंने धीरे से अपना एक हाथ उसकी जाँघों पर और दूसरा हाथ उसके चेहरे पर रखा और उसे चूमा…

वह मुझ पर हंस पड़ी और बोली- मैं तुम्हें दिखाऊंगी कि कैसे चूमना है…

उसने मुझे 2 मिनट तक किस किया… मेरी सांस फूल रही थी… फिर मैंने उसके स्तनों पर हाथ रखा और उन्हें महसूस करने लगा.. वो बड़े खरबूजे थे… वह अब तक बहुत गर्म हो चुकी थी… फिर उसने मेरी टी-शर्ट उतार दी।

मैंने उसकी गुलाबी ब्रा उतार दी और उन स्तनों को चूसने लगा… मैं चूस रहा था फिर एक मेरा… कम से कम 15 मिनट के लिए…. स्तन मेरी कमजोरी थे…. उन स्तनों को चूसने से मेरा दिन बन गया… उसके बहुत मुलायम और बड़े स्तन थे….

उसने अपना हाथ मेरी पैंट में डाला और मेरे लंड को सहलाने लगी….

उसने कहा – यह वास्तव में कड़क है और वह इसे चूसना चाहती है ..

वो झुकी और मेरा लंड चूसने लगी…. दोस्तों !! वह बहुत अच्छा चूस रही थी … वह ऐसे चूस रही थी जैसे 10 दिनों से भूखी हो ….

मैंने अपना सारा वीर्य उसके मुँह में डाल दिया… उसने एक ही बार में सब पी लिया….

फिर वो मुझे अपने बेडरूम में ले आई….

मैंने उसे उसके बिस्तर पर खींच लिया और उसकी गुलाबी जाँघिया फाड़ दी… उसकी चूत से कुछ कामुक गंध आ रही थी… मैंने उसकी चूत चूसना शुरू कर दी… क्योंकि मैं एक पोर्न किंग हूँ मुझे पता है कि अच्छा कैसे चूसना है… .वह अपने शरीर को मजे से घुमा रही थी…. वह इतनी खुश थी कि उसने मेरे पूरे शरीर को चूम लिया…..

उसने कहा – मैं अब और इंतजार नहीं कर सकती… बस मुझमें डाल दो…

मैं इंतजार कर रहा था उन जादुई शब्दों का…

मैंने अपना 7″ डिक उसकी पुसी के मुंह में डाल दिया और उसे चोदने लगा…

हो .. हू .. हू .. वाह !!

अब मुझे पता है कि लोग सेक्स करना क्यों पसंद करते हैं, आनंद और गंध सब कुछ बहुत अच्छा है …

मैं आराम से अंदर और बाहर जा रहा था, भले ही उसकी चूत थोड़ी तंग थी, मुझे यकीन है कि वह कई बार गड़बड़ कर चुकी थी। और अंदर और बाहर जब मेरे हाथ मेरे स्तन पर थे और इसी तरह मैं सहने वाला था, मैंने उससे कहा कि उसने मुझे बताया कि यह इसे बाहर ले जाता है, उसने मेरे डिक को सहलाया और मैंने उसके स्तन में एक शिटलोड सह दिया, उसने इसे साफ किया और हम फिर से सेक्स के लिए तैयार थे, एक और सवारी के लिए गए इस बार हमने कुत्ते की शैली की कोशिश की, मैं उसे पागल की तरह चोद रहा था, मुझे पता था कि मैं हर समय भाग्यशाली नहीं रहूंगा, इसलिए मैंने तब तक चुदाई की जब तक कि मैं थक नहीं गया।

हमने दोपहर का भोजन किया और हम 2 घंटे सोए फिर हमने एक साथ स्नान किया मैं उसके साथ टब पर था, मैंने उसके स्तन पानी के माध्यम से चूसा, फिर हम फ्रेंच कम से कम 10 मिनट के लिए चुंबन करते हुए उसके हाथों को चूमते हुए मेरे डिक पर थे और मेरा हाथ था उसके स्तन और बिल्ली पर और फिर हम फिर से चोदने लगे इस बार हम एक दूसरे को चूम रहे हैं जबकि मैं अपना डिक उसकी चूत में डालने की कोशिश कर रहा हूँ, वह चिल्ला रही थी आआ आआआआआआआआह और मैं एक राक्षस था उसे वास्तव में तेजी से चोदना उसने कहा कि वह जा रही है एक संभोग करने के लिए,

मैंने अपनी गति बढ़ा दी और उसे तब तक चोद दिया जब तक कि हम दोनों टब में नहीं थे, मुझे कुछ भी महसूस नहीं हुआ जब वह सह गई, सिवाय उसकी बिल्ली के मेरे डिक को कस रही थी, इस प्रकार हमारी कमबख्त समाप्त हो गई। यह मेरे लिए एक अद्भुत अनुभव था दोस्तों, मेरे पास बहुत वीडियो कैम सेक्स था लेकिन असली सेक्स सबसे अच्छा है। शाम को मैंने उसे धन्यवाद दिया और उसे अलविदा चूमा। य

The post अपनी वर्जिनिटी खोई appeared first on Antarvasna.

]]>
माता-पिता बनने के लिए एक जोड़े की मदद की – 2 https://sexstories.one/shadishuda-couple-ke-saath-sex-kiya/ Thu, 16 Dec 2021 07:24:46 +0000 https://sexstories.one/?p=4980 मैं उसकी खूबसूरत योनी को चाटने लगा और कहने लगा, "ओह सुंदर चूत, ओह कोमल चूत, तुम कितनी कोमल और सुंदर हो! ओह माय हनी, तुम कितनी स्वादिष्ट हो" मैं उससे कह रहा था "ओह माय डियर...

The post माता-पिता बनने के लिए एक जोड़े की मदद की – 2 appeared first on Antarvasna.

]]>
Sex with couple – मैं फौरन उसके गालों की तरफ झुका और उसके गालों पर किस किया। वह थोड़ा शरमा गई। अगला तुरंत मैंने उसके होठों पर चूमा। वो मुझे किस करने भी लगी। उसके होंठ बहुत कोमल और स्वादिष्ट थे। हम पागलों की तरह एक दूसरे को चूम रहे थे। बीच में मैंने उसकी टी-शर्ट और लेगिंग भी उतार दी। उसने वास्तव में इनर नहीं पहना हुआ था इसलिए उसकी नग्न सुंदरता मेरे सामने दिखाई दी और मेरे सामने टिमटिमा रही थी। मैं उसकी सुंदरता को देखकर मंत्रमुग्ध हो गया। यह 1000 पूर्णिमा के दिनों की चांदनी सुंदरता का संयोजन होना चाहिए।

मैंने उसे वही बताया और वह मेरी प्रशंसा से साफ-सुथरी गेंदबाजी कर रही थी। मैं उसे इतने जोश से चूम रहा था और बीच में कह रहा था कि “ओह औरत, तुम बहुत खूबसूरत हो। तुम मुझे पागल बना रहे हो। तुम्हारी सुंदरता मुझे मार रही है। मैं तो बस तुम्हारा दीवाना हो रहा हूँ। मैं तो बस तुम्हें अनंत प्रेम देना चाहता हूं। आज मैं वह सभी अधिकतम यौन सुख दूंगा जो एक पुरुष एक महिला को दे सकता है। आज मैं आपको एक नए तरीके से अपना परिचय दूंगा। आज मैं वो सारी खुशियाँ दूंगा जो तुम्हारी सुंदरता की हकदार है और तुम वंचित रह गए हो। आज मैं आपसे वादा करता हूं कि यह आपके जीवन का एक शानदार दिन होगा। आप जीवन के इस खूबसूरत पल को हमेशा के लिए नहीं भूल पाएंगे।”

Couple sex story part 1 – माता-पिता बनने के लिए एक जोड़े की मदद की

उसने कहा “ओह यार, मुझे वह सारी खुशी दो जिसकी मुझे जरूरत थी और मैं हकदार हूं और मुझे देखने दो कि तुम एक महिला को कितनी खुशी दे सकते हो, बस मुझे अपना प्यारा बीज दो जो एक नन्ही परी (वह एक बच्ची चाहती थी) उत्पन्न कर सकती है। मैं अपनी गोद में एक नन्ही परी के आने का इंतजार कर रहा था और उसे अपना सारा ममतामयी प्रेम दिखाना चाहता हूं। मैं वास्तव में अब और इंतजार नहीं कर सकता। बस मुझे माँ बना दो।” मैं देख सकता था कि वह बच्चा पैदा करने के लिए कितनी उत्सुक है। उसकी आँखों से आँसू की दो बूँदें भी आईं जो मैंने लीं और चूम लिया। मैंने उससे वादा किया था कि मैं उसका सपना पूरा करूंगा। उसके शब्द भी मुझे उसे और तलाशने के लिए प्रेरित कर रहे थे।

हमने लगभग 10 मिनट तक किसिंग की और धीरे-धीरे और मैं उसके स्तनों के पास आ गया। उसके स्तन शुद्ध सफेद रंग के थे। मैंने उसके बाएँ स्तन को अपने मुँह में लिया और बीच-बीच में उसे चूसने और गुदगुदी करने लगा। मेरा दूसरा हाथ उसके दाहिने स्तन को दबा रहा था। वह आनंद ले रही थी और किसी भी चीज की तरह कराह रही थी। मैंने लगभग दस मिनट उसके बाएं स्तन के साथ खेला और उसके स्तन को काट लिया और फिर उसके दाहिने स्तन को मुंह में ले लिया और बाएं स्तन को हथेली में ले लिया। मैं स्तन निचोड़ रही थी और दाहिनी चूची चूस रही थी। यह उसे नौ बादल पर बना रहा था।

मैं एक महिला को खुश करने में माहिर था और मैं उन टोटकों को लागू कर रहा था जो एक महिला को बेहद खुशी देते हैं। उसके स्तनों को चूसने के 10 मिनट बाद, मैं उसके नाभि पर आ गया। यह वास्तव में पेट जैसा भावपूर्ण स्पंज था। यह टिमटिमा रहा था जैसे दूधिया रास्ता धरती पर आ गया, यह एक शुद्ध दूध के मक्खन की तरह था जिसे कटोरे में डाल दिया गया था और मुझे आनंद लेने और चाटने के लिए दिया गया था। मैंने उसे वही बताया। मैंने उनकी खूबसूरती की तारीफ करने का कोई मौका नहीं छोड़ा। वह मेरी बातें सुनकर खुश हुई और खुद को उपहार के रूप में मुझे दे दी और वह भी उपहार के रूप में आनंद ले रही थी। मैंने उसे बाएँ से दाएँ और ऊपर से नीचे तक सुनहरी चूत तक लगभग 20 मिनट तक चूमा और चाटा। उसकी सुनहरी चूत तब तक चूत के रस से रिस रही थी।

उसकी चूत पूरी तरह गीली थी। मैं उसकी चूत के पास गया और उसे चूमा। उसकी योनी से शहद जैसी महक आ रही थी और वह सचमुच सोने के खजाने की तरह थी। वह शहद की बोतल की तरह चाटने को तैयार था। मैंने उसे वही बताया और वो पूरी तरह से शरमा रही थी और मुझे अपनी चूत की तरफ खींच कर पूरी तरह चाटने लगी। उसकी चूत को चूमना असल में मेरा सपना था, जब से मैंने उसे सुबह देखा, मैं उसकी सुनहरी चूत की कल्पना कर रहा था। जब मैंने उसकी प्यारी चूत को देखा तो मैं वास्तव में खुद को नियंत्रित नहीं कर पा रही थी। छोटे प्यूबिक बाल थे लेकिन फिर भी, मैं चमकते बिल्ली के होंठ देख पा रहा था। वे सचमुच गुलाब की पंखुडियों की तरह थे, इतने कोमल और इतने नाजुक। वे बिल्कुल मुरलीवाला पान के पत्तों की तरह थे। मुझे भी लगा कि वे मेरे छूने और चाटने से उसके शरीर में जा सकते हैं।

मैं उसकी खूबसूरत योनी को चाटने लगा और कहने लगा, “ओह सुंदर चूत, ओह कोमल चूत, तुम कितनी कोमल और सुंदर हो! ओह माय हनी, तुम कितनी स्वादिष्ट हो” मैं उससे कह रहा था “ओह माय डियर, तुम्हारी चूत और उसका रस मुझे मार रहा है। तुम्हारी चूत मुझे पूजा के लिए बुला रही है। आपकी चूत मुझे यौन सुख के खजाने में स्वागत दे रही है। तुम्हारी चूत मुझे एक महान चाट और चूसने के लिए आमंत्रित कर रही है। तेरी चूत मुझे दीवाना बना रही है। तेरी चूत मेरी मर्दानगी को चुनौती दे रही है। तेरी चूत खुशी का न्यौता दे रही है जिसे मैंने कभी पूरा नहीं किया। तुम्हारी चूत चाँद की तरह है और मुझे उसे छूने, चखने, चूसने, चाटने के लिए आमंत्रित करती है।” मैं सब उसकी चूत को चाट रहा था और उसके होठों को चूस रहा था, बीच-बीच में काट रहा था और खुशियों के आसमान तक पहुँचा रहा था। मैं बिल्ली के होठों के चारों ओर बिल्ली के घेरे खींच रहा था और योनी के होठों को बबलगम की तरह चबा रहा था जिस पर वह बिल्कुल नाच रही थी।

मेरी मोटी जीभ उसकी चूत पर चमत्कार कर रही थी और उसकी चूत का रस सागर से पानी की तरह आ रहा था। मैंने उसे वह सब यौन सुख प्राप्त करने के लिए बनाया जिसके बारे में वह नहीं जानती थी। मैंने उसे सेक्स में सबसे ज्यादा खुशी का स्वाद चखाने के लिए बनाया। उसने मुझे वही बताया। मैंने उसका सारा रस चाटा और उसकी सुनहरी चूत से और भी बहुत कुछ निकल रहा था। यह एक अक्षय पात्र की तरह था (कभी कम / रुकता नहीं)।

मैंने वही बताया और उसे अक्षय पात्र का अर्थ बताया। वह पूरी तरह से शरमा गई और मुझे फिर से अपनी चूत पर खींच लिया। मैंने फिर कहा “तुम्हारी चूत का रस मीठे नीबू शहद की तरह है। जितना अधिक मैं इसे चख रहा था, उतना ही मेरा दिल, मुंह और पेट उम्मीद कर रहा था। रस भी अनंत की तरह बह रहे हैं।”

मैं उसका जूस पी रहा था और उसे पूरी तरह से चाट रहा था और अचानक उसने मेरा चेहरा अपनी योनी की ओर खींच लिया और कुछ देर वहीं रखा और एक बड़ा विलाप किया और अपने दोनों हाथों को मेरे चारों ओर रख दिया। उसने जितना हो सके मेरे चेहरे को चूत में खींच लिया। उसे ऑर्गेज्म हो रहा था। मैंने उसे संभोग सुख का अनुभव करते देखा और उसकी चूत पर स्थिर रहा। मैं उसे वह महान संभोग सुख दे सकता था जो बहुत से पुरुष एक महिला को नहीं दे पाएंगे।

मैं ऑर्गेज्म दे सकता था, जिसके बारे में उसे बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी। वह बहुत थका हुआ महसूस कर रही थी और कुछ आराम कर रही थी क्योंकि वह यौन सुख की ऊंचाइयों पर पहुंच गई थी और उसे लगा कि कुछ और चाहिए। मैं भी उसकी चूत पर आराम कर रहा था और 10 से 15 मिनट तक वहीं लेटा रहा जब तक कि वह इस दुनिया में नहीं आ गई।

उसने मुझे महान यौन सुख देने के लिए धन्यवाद दिया, उसने मुझे अपने होठों की ओर खींच लिया और मुझे एक बार फिर से एक चुंबन दिया और एक बड़ा आलिंगन भी दिया क्योंकि हम दोनों को लगा कि विशेष रूप से धन्यवाद देने के लिए चुंबन देने से बेहतर कोई तरीका नहीं है जब आप एक महान प्राप्त करते हैं उपहार / खुशी की भावना।

The post माता-पिता बनने के लिए एक जोड़े की मदद की – 2 appeared first on Antarvasna.

]]>
टैक्सी ड्राइवर से बीवी को चुदवाया https://sexstories.one/taxi-driver-se-biwi-ko-chudwaya/ Sun, 12 Dec 2021 08:02:18 +0000 https://sexstories.one/?p=4966 मैंने उसकी टांगें फैला दीं और उसकी चूत को कुछ देर साड़ी पर रगड़ा... फिर मैं वापस अपनी कुर्सी पर बैठ गया और उन्हें देखने लगा... अब तक उसने उसके दोनों बूब्स निकाल कर चूसा, दबाया और काटा।...

The post टैक्सी ड्राइवर से बीवी को चुदवाया appeared first on Antarvasna.

]]>
Taxi driver se biwi ko chudwaya – नमस्ते, मैं राज हूं, फिर से एक कहानी के साथ, मेरी पत्नी के बारे में जो एक टैक्सी ड्राइवर के साथ सेक्स मस्ती के लिए साझा की गई थी। जैसा कि मैंने आपको पहले बताया है, मैं 32 वर्ष का हूं। मैं गोवा से एक अर्ध सरकारी संगठन के लिए काम कर रहा हूं। मेरी शादी को 3 साल हो चुके हैं। मेरी पत्नी कीर्ति 29 साल की है। अब चलो सेक्स कहानी पर चलते हैं।

हम आंध्र प्रदेश में एक शादी के लिए गए थे और मेरी पत्नी साड़ी में हॉट और सेक्सी लग रही थी, ब्लाउज थोड़ी गहरी गर्दन और बिना आस्तीन का था, पार्टी में उन पर कई निगाहें थीं, जिन्हें मैंने देखा और आनंद लिया।

मैं अपनी पत्नी को किसी और द्वारा चोदते हुए देखने के लिए एक लंबे समय से कल्पना कर रहा था। मैंने उसे इसके बारे में बताया था और उसे अपने किसी पुराने दोस्त या किसी ऐसे व्यक्ति के साथ करने के लिए कहा जिस पर वह भरोसा करती है ताकि मैं अपनी कल्पना को पूरा कर सकूं लेकिन वह डरी हुई थी। जैसे-जैसे पार्टी चल रही थी, मैंने अपनी पत्नी से कहा कि मुझे उन लोगों को देखने में मज़ा आ रहा है जो उसके स्तन और गांड को देख रहे हैं। वह मुस्कुराई और चुप रही।

पार्टी के बाद वह थोड़ी नशे में थी लेकिन होश में थी। हम सब पार्टी से बाहर आए और अपने होटल जाने के लिए टैक्सी मंगवाई। हम टैक्सी में सवार हो गए.. मैंने उसे अपने होटल का पता बताया और हम आगे बढ़ गए। थोड़ी देर बाद मैंने देखा कि ड्राइवर कार के शीशे से मेरी पत्नी को देख रहा है। उसके कोमल स्तन आधे दिखाई दे रहे थे।

मुझे एक विचार आया है…

मैंने अपनी स्थानीय भाषा में अपनी पत्नी से पूछा कि क्या वह टैक्सी ड्राइवर के साथ सेक्स करना चाहेगी? उसने मना कर दिया .. लेकिन मैंने उसे यह कहते हुए मना लिया कि हम दूसरे राज्य में हैं और कोई हमें नहीं जानता … और यह ठीक रहेगा … वह मान गई और पूछा कि उसे क्या करना होगा … मैंने उससे कहा कि चिंता मत करो .. मैं सब कुछ व्यवस्थित कर दूंगा…

मैंने ड्राइवर से बात करना शुरू किया.. उसका नाम नरेश था.. उसने मेरे और मेरी पत्नी के बारे में पूछा.. मैंने कुछ बने-बनाए नाम बताए और उससे कहा कि, वह मेरी पत्नी नहीं है, बल्कि मेरी दोस्त है… और वह मेरे साथ आई थी क्योंकि उसका पति अपने काम में व्यस्त था।

उसने मेरी तरफ देखा और कहा कि तुम सच में भाग्यशाली आदमी हो। तुम्हारे साथ किसी और की खूबसूरत बीवी है… जो साड़ी में हॉट और सेक्सी लग रही है… और नशे में भी..

मैं हँसा .. हम चलते रहे … उसने मेरी पत्नी को अपनी आँखें बंद करते हुए देखा और मुझसे पूछा, ‘क्या मुझे उसके साथ कुछ करने का मौका मिल सकता है? ‘

मैंने कहा ज़रूर.. कोशिश करूँगा, होटल पहुँचकर।

उसका चेहरा लाल था और उसकी निगाह सिर्फ मेरी पत्नी पर थी।

मैंने उनसे पूछा, क्या उन्हें कभी मौका मिला है.. ऐसी किसी महिला के साथ कुछ भी करने का?

उसने कहा नहीं.. मैं तुम्हारी तरह अच्छा दिखने वाला और अमीर नहीं हूं।

फिर मैंने पूछा कि क्या मैं तुम्हें यह मौका दूंगा, क्या तुम उसके साथ ऐसा करोगे?

Sex kahani शादी से पहले शारीरिक जरूरतें पूरी करवा ली

उसने तुरंत कार रोक दी और मुझसे कहा कि इस विषय पर मजाक मत करो..

मैंने उससे कहा कि मैं गंभीर हूँ… जिससे उसका चेहरा चमक उठा और कहा कि क्या यह संभव है?

मेरी पत्नी यह सब सुन रही थी। मैंने अपनी पत्नी से हमारी भाषा में कहा कि मैंने उसे मना लिया है तो क्या आप इसके लिए तैयार हैं या नहीं.. उसने तुरंत कहा – ठीक है।

मैंने नरेश से कहा कि वह ठीक है.. अगर आप किसी को नहीं बताते हैं और इसे हमारे बीच में रखते हैं।

वह बहुत खुश हुआ और उसने मेरी पत्नी को धन्यवाद दिया।

उसने कहा कि हम यह उसके घर पर कर सकते हैं, क्योंकि वह अकेला रहता है।

मैं मान गया और उसने पूछा कि क्या वह उसे छू सकता है.. मैंने हाँ कहा और उसने उसका हाथ पकड़ कर उसे चूमा और कहा- मैडम आप बहुत कोमल हैं..

मेरी पत्नी मुस्कुराई और नीचे देखा..

मैंने साड़ी को उसके बूब्स से सरकाया और कहा- ये देखो, ये सॉफ्ट है फिर उसका हाथ और उसे छूने को कहा..

उसने उसके एक स्तन को सहलाया और धीरे से उसे दबाया। मैंने उसे अपने घर की ओर गाड़ी चलाने के लिए कहा।

उसने अपने हाथों को उसके स्तन से हटा दिया, लंड को सेट किया, और गाड़ी चलाने लगा।

15 मिनट में हम उसके घर पहुँच गए.. बीच-बीच में मैं उसके बूब्स दबा रहा था और उसे किस कर रहा था.. ताकि वो देख सके और अपना लंड सख्त रख सके.

यह तीन मंजिला इमारत थी। वह ऊपर की मंजिल पर रह रहा था। हमने अंदर प्रवेश किया, उसका कमरा उतना साफ नहीं था.. कॉलेज के लड़कों के कमरे जैसा।

मैं और कीर्ति सोफे पर बैठ गए और उन्होंने पानी की एक बोतल ली और मुझसे कहा सॉरी नो ग्लास..

मैंने 1 घूंट लिया और मेरी पत्नी ने भी लिया। वह हर समय उसे घूर रहा था इसलिए मैंने उससे कहा कि अगर तुम चाहो तो शुरू करो। वो उसके पास आया और उसके होठों को छुआ और उसे 2-3 मिनट तक किस किया… यह देख कर मेरा लंड सख्त हो गया। फिर उसने अपना हाथ उसके बाएं स्तन पर रख दिया और उसके होंठों को चूसते हुए उसे दबाने लगा।

मेरी बीवी की कॉलेज लाइफ में उसके 2-3 बॉयफ्रेंड थे.. इसलिए उसके लिए नरेश के साथ एडजस्ट करना इतना मुश्किल नहीं था. मैंने उसे उसके होठों को चूसकर उसके चुंबन का जवाब देते देखा। मैंने अपने लंड को अपनी पैंट में मला और एडजस्ट किया।

मैं गया और उसके बगल में बैठ गया … और उसके स्तनों को दबाने लगा … और उसके ब्लाउज के 2 बटन खोल दिए … और नरेश के लिए एक उल्लू निकाल दिया … उसने उसे देखा और उसके निपल्स को दबाने लगा। फिर वह उसके निप्पलों को चूसने और चाटने लगा।

मैंने अपनी पत्नी का हाथ लिया और उसकी पैंट के ऊपर उसके लंड के हिस्से पर रख दिया… यह बहुत सख्त था… इसलिए उसके लिए उस पर हाथ रखना मुश्किल नहीं था… उसने उसे दबाना शुरू कर दिया।

मैंने उसकी टांगें फैला दीं और उसकी चूत को कुछ देर साड़ी पर रगड़ा… फिर मैं वापस अपनी कुर्सी पर बैठ गया और उन्हें देखने लगा… अब तक उसने उसके दोनों बूब्स निकाल कर चूसा, दबाया और काटा। और उन्हें हल्का गुलाबी कर दिया।

मैंने नरेश से कहा कि वह उसकी साड़ी उतारकर बेडरूम में ले जाए।

नरेश खड़ा हो गया और मैं देख सकता था कि उसका लंड सख्त था और उसके प्री-कम की पैंट पर एक छोटा सा गीला पैच था।

उसने मेरी पत्नी को खड़े होने के लिए कहा। वह उठ खड़ी हुई और नरेश ने साड़ी उतार दी। मेरी पत्नी पेटीकोट और ब्लाउज में अपने बूब्स के साथ खड़ी थी। नरेश ने उसे फिर से गले लगाया और उसे किस करने लगा और उसकी गांड दबाने लगा।

मैं देख सकता था, मेरी पत्नी का हाथ फिर से उसके लंड पर था और उसे सहला रहा था। फिर वह उसे बेडरूम में ले गया और मैंने उसका पीछा किया। मेरी पत्नी जाकर पलंग के किनारे पर बैठ गई और नरेश उसके सामने। मैंने अपनी पत्नी से अपने कपड़े उतारने को कहा। नरेश अपनी कमीज उतारने लगा और मेरी पत्नी ने उसकी पैंट उतार दी.. अब वह अंडरवियर में खड़ा था।

मैंने उसका ब्लाउज खोल दिया और उसे पूरी तरह से हटा दिया। वह उसके बड़े स्तनों को देख रहा था और अपने लंड को रगड़ रहा था, मैंने अपनी पत्नी को उसके पास जाने का इशारा किया और वह चली गई और उसने अपने स्तन दबाए और उसके निप्पल चूसे।

उसने मेरी तरफ देखा और उसके अंडरवियर में हाथ डाला और बाहर निकाल लिया। नरेश काँप उठा जैसे बिजली का झटका लगा हो।

उसके पास 7 इंच का लंड था !! मेरे लंड से थोड़ा बड़ा। उसके लंड का पानी उसके सिर के ऊपर चमक रहा था। मेरी पत्नी ने उसे बिस्तर पर बिठाया और वह घुटनों के बल बैठ गई और उसके लंड को सहलाने लगी।

नरेश को मज़ा आ रहा था.. मेरी पत्नी ने अपनी दूसरी उंगली से उसके लंड के सिरे को छुआ और उसके वीर्य की एक बूंद लेकर उसके मुँह में डाल दी और नरेश की ओर देखा और कहा- उम्म्म…

मैंने भी अपना लंड निकाला और उसे सहलाने लगा। मेरी पत्नी ने अब कुछ देर के लिए अपना लंड चाटा और अपने मुँह में ले लिया। वह वेश्या की तरह उसका लंड चूस रही थी.. वह स्वर्ग में था… कुछ देर बाद मैं अपनी पत्नी के पीछे आया और उसकी चूत को छूने के लिए उसके पेटीकोट के अंदर अपना हाथ रखा.. वह गीली थी… और मैं महसूस कर सकता हूँ चिपचिपाहट, उसकी जाँघिया पर।

to be continued…

The post टैक्सी ड्राइवर से बीवी को चुदवाया appeared first on Antarvasna.

]]>