Antarvasna Sex stories - Antarvasna hindi story app https://sexstories.one/category/antarvasna-sex-stories/ Hindipornstories.org Mon, 28 Feb 2022 09:05:27 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.1 बंद कमरा, मैं और वो https://sexstories.one/chudas-padosan-ko-choda/ Mon, 28 Feb 2022 09:05:27 +0000 https://sexstories.one/?p=4322 वह अपनी चूत के अंदर उंगली कर रही थी और मैंने जब उनकी चूत के अंदर अपनी उंगली को डाला तो वह मुझे कहने लगी मुझे अच्छा लग रहा है। मैंने उनकी चूत के अंदर बाहर अपनी उंगली को करना जारी रखा..

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Chudas Padosan ko Choda हमारा पूरा परिवार अभी संयुक्त परिवार में रह रहा है घर में छोटी मोटी अनबन तो होती ही रहती हैं लेकिन फिर भी मेरी मां ने आज तक घर की बागडोर संभाल कर रखी हुई है और वह परिवार को एकजुट करने में हमेशा ही लगी रहती हैं। पिताजी के देहांत के बाद हम चारों भाइयों ने हीं घर की जिम्मेदारी को अपने कंधों पर संभाल लिया घर में मैं ही सबसे बड़ा था इसलिए मेरे ऊपर ही सब की जिम्मेदारी है। मेरी पत्नी मीना ने भी मेरा बहुत साथ दिया और हम लोग अभी भी सब साथ में रहते हैं हम चारों भाइयों ने मिलकर अपना कारोबार शुरू किया और अभी तक हम उस कारोबार को करते आ रहे है हमारा काम बहुत ही अच्छे से चल रहा है। मेरी पत्नी कई बार मुझे कहती है कि तुमने अपने परिवार के लिए इतना कुछ किया है लेकिन तुम्हारे भाई तुम्हें बिल्कुल भी नहीं मानते हैं। मैंने अपनी पत्नी को कई बार समझाया कि तुम ऐसी बातें मेरे सामने मत किया करो क्योंकि मुझे नहीं लगता कि तुम कुछ सही कहती हो।

मेरी पत्नी एक बड़े घराने की है और वह चाहती थी कि हम लोग अलग हो जाएं लेकिन मैं कभी भी अपने भाइयों से अलग नहीं होना चाहता था और ना ही वह मुझसे अलग होना चाहते थे। हमारे पत्नियों के बीच में हमेशा ही झगड़े होते रहते थे लेकिन उसके बावजूद भी मेरी मां ने अपने घर को एकजुटता में बांधा हुआ था। अब हम लोग अपने कारोबार को और बढ़ाना चाहते थे और उसके लिए हम लोगों ने दिल्ली तक काम करने के बारे में सोच लिया था क्योंकि दिल्ली में हम लोगों के कारोबार की खबर बहुत ज्यादा होने वाली थी इसलिए हम लोग अब दिल्ली में अपना काम शुरू करना चाहते थे। लखनऊ से हम लोगों ने दिल्ली में अपना काम शुरू करने के बारे में सोचा तो मैंने कुछ दिन दिल्ली में रहने के बारे में अपने मन में ख्याल बना लिया। मैं कुछ दिनों तक दिल्ली में ही था मैं अपने मसाले के बिजनेस के लिए ढूंढ रहा था ताकि मुझे कोई डिस्ट्रीब्यूटर मिल सके और हमारे सामान को बाजार तक पहुंचा पाए।

मेरी एक दो डिस्ट्रीब्यूटर से बात तो हुई थी लेकिन उनके साथ कुछ बात नहीं जमी इसलिए मैंने फिलहाल तो दिल्ली में अपना काम शुरू करने के बारे में अपने दिमाग से ख्याल निकाल दिया था लेकिन कुछ ही समय बाद जब मुझे एक डिस्ट्रीब्यूटर का फोन आया और वह कहने लगे कि मुझे आपका नंबर रतन ने दिया है। मैंने उन्हें कहा हां भाई साहब कहिये तो वह मुझे कहने लगे कि मैं आपसे यह कहना चाहता हूं कि आप दिल्ली में कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो मैं उसमे आपकी मदद कर सकता हूं। मैंने उन्हें कहा यदि आप मेरी मदद कर दे तो मुझे बहुत खुशी होगी और आपको भी उसमें मुनाफा हो जाएगा वह मुझे कहने लगे कि क्या आप मुझसे मिलने आ सकते हैं। मैंने उन्हें कहा हां क्यों नहीं मैं आपसे मिलने के लिए आ जाता हूं।

मेरा छोटा भाई रतन जो कि काम को लेकर बहुत ही ज्यादा ईमानदार और वफादार है रतन ने हीं मेरा नंबर अभिषेक को दिया था। अभिषेक से मिलने के लिए मैं जब दिल्ली गया तो मेरी और अभिषेक की बात हुई अभिषेक ने मुझे कहा कि भाई साहब आप बिल्कुल भी फिक्र ना करें मैं आपके कारोबार को यहां दिल्ली में पूरी तरीके से सेट कर दूंगा। मैंने अभिषेक से कहा चलो यदि ऐसा हो जाता है तो आपको भी हम लोग उसमें अच्छा खासा मुनाफा दे देंगे। वह मुझे कहने लगे कि देखिए अजय भाई साहब मुझे काम शुरू करने में कोई भी परेशानी नहीं है लेकिन यदि आप मुझे बता देते कि आप मुझे सामान किस दाम में देने वाले हैं तो आगे चलकर भी हम लोगों का व्यापार अच्छा रहेगा।

मैंने अभिषेक को सब कुछ बता दिया तो अभिषेक भी मान गए अब अभिषेक ने दिल्ली में काम करना शुरू कर दिया था दिल्ली में हमारे मसाले का कारोबार चलने लगा था और धीरे-धीरे वह और भी आगे बढ़ने लगा। हमारे पास अब दिल्ली से काफ़ी ऑर्डर आने लगा था यह सब अभिषेक की वजह से ही हो पाया था इसलिए अभिषेक को हम लोगों ने दिल्ली में डिस्ट्रीब्यूटर बना दिया था और वही अपने माध्यम से बाजार में सामान बेचा करते थे। मुझे भी काफी मुनाफा हो रहा था इसलिए मैंने दिल्ली में ही अब एक छोटी सी फैक्ट्री डालने के बारे में सोच लिया था जिससे कि थोड़ा बहुत पैसा बच सके। दिल्ली में मैंने अब एक फैक्ट्री शुरू कर दी थी और हम लोगों का मसाला काफी बिकने लगा था इसलिए मुझे अब दिल्ली में ही काम संभालना पड़ा।

मेरे तीनो भाई लखनऊ में ही काम संभाल रहे थे क्योंकि लखनऊ में बहुत ज्यादा काम था इसलिए वहां पर वह तीनों मिलकर काम कर रहे थे। दिल्ली में भी अब काम बहुत अच्छा चलने लगा था अभिषेक से मेरी मुलाकात हर रोज हो जाया करती थी मुझे दिल्ली में और भी लोगों के फोन आ रहे थे लेकिन मैंने सब को मना कर दिया था क्योंकि अभिषेक के साथ मेरा व्यवहार बहुत ही अच्छा था और वह मुझे अच्छा काम भी कर के दे रहे थे मुझे और किसी की जरूरत ही नहीं थी। अब धीरे-धीरे दिल्ली के आसपास के जितने भी छोटे-मोटे इलाके थे वहां तक भी हमारा सामान पहुंचने लगा था अभिषेक के साथ मेरी अच्छी बोल चाल हो गई थी तो मैं उनसे मिलने के लिए उनके घर पर चला जाया करता था। अभिषेक के परिवार में भी अब सब लोग मुझे पहचानने लगे थे और अभिषेक मुझे कहने लगे कि अजय भाई साहब आप की बदौलत ही आज मैंने यह घर खरीदा है। अभिषेक ने कुछ दिनों पहले ही नया घर खरीदा था और वह सब अच्छा कारोबार चलने की वजह से ही हो पाया था। मैंने अभिषेक से कहा कि यदि ऐसा ही काम चलता रहा तो तुम जल्दी और तरक्की कर लोगे अभिषेक कहने लगा हां जी भाई साहब आप बिल्कुल ठीक कह रहे हैं यदि ऐसा ही काम चलता रहा तो जल्द ही और भी तरक्की हो जाएगी।

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अभिषेक न एक दिन अपने घर पर एक छोटी सी पार्टी रखी हुई थी और उस दिन का अभिषेक ने मुझे घर पर डिनर के लिए भी इनवाइट किया था। मैं अभिषेक के घर पर चला गया और जब मैं उस दिन अभिषेक के घर गया तो अभिषेक के पड़ोस में रहने वाली एक महिला भी आई हुई थी मुझे वह बहुत अच्छी लगी अभिषेक ने मुझे बताएं कि उनके पति नहीं है और उनके पति का देहांत कुछ वर्षों पहले हो गया था। मुझे भी तो कोई ऐसा चाहिए था जिससे कि मैं दिल्ली में रह कर बात कर सकूं मैंने उनसे बात करनी शुरू कर दी उनका नाम बबीता है और बबीता से बात करना मुझे अच्छा लगता। हम लोग आपस में बात करते तो मैं उनसे कई बार सेक्स की डिमांड कर दिया करता था लेकिन वह मुझे कहती कि घर में बच्चे होते हैं इसलिए मैं आपको घर पर नहीं बुला सकती।

मैंने उन्हे कहा आप मेरे पास ही आ जाइए लेकिन वह मुझे तड़पाती रहती थी परंतु वह मुझे कितने दिन तक तड़पाती एक दिन मैंने उन्हें अपने घर पर बुला लिया। मैं घर पर अकेला ही रहता था जब वह मेरे पास आई तो मैंने उन्हें अपनी गोद में बैठा लिया और जब मैंने उन्हें गोद में बैठाया तो उनकी गांड से मेरा लंड टकराने लगा था और मुझे भी अच्छा लग रहा था। काफी देर तक मैंने उनके होठों को अपने होठों में लेकर चूमा और गर्मि बढ़ती ही जा रही थी हम दोनों के चुम्मा चाटी के बाद मैंने जब उनके ब्लाउज को खोला तो उनके स्तन मेरे सामने थे। मै अपने हाथो से उनके स्तनों को दबाने लगा जब मैंने उनके स्तनो को मुंह में लिया तो बबीता को भी मजा आने लगा और मुझे भी अच्छा लग रहा था।

मैंने उनके बड़े स्तनों को बहुत देर तक चूसा और उनके स्तनों से मैंने पानी निकालकर रख दिया था उनके स्तनों से खून निकलने लगा था और वह तड़पने लगी थी। वह अपनी चूत के अंदर उंगली कर रही थी और मैंने जब उनकी चूत के अंदर अपनी उंगली को डाला तो वह मुझे कहने लगी मुझे अच्छा लग रहा है। मैंने उनकी चूत के अंदर बाहर अपनी उंगली को करना जारी रखा और उन्हें बहुत ही मजा आ रहा था उनकी चूत गिली हो चुकी थी और गरम भी हो चुकी थी। उनकी चूत से गर्मी इतनी ज्यादा बाहर निकलने लगी थी जैसे ही उनकी चूत के अंदर मेरा लंड प्रवेश होने लगा तो वह खुश होने लगी।

वह मुझसे लिपट चुकी थी मेरा लंड उनकी चूत के अंदर जाते ही वह चिल्लाने लगी और वह बड़ी तेज आवाज मे सिसकिया ले रही थी मैंने अपने हाथ को उनके मुंह पर रखते हुए कहा कि आप आराम से सिसकिया लिजिए कही कोई आ ना जाए लेकिन वह तो बड़ी तेज आवाज म सिसकिया ले रही थी। उनकी सिसकियां इतनी तेज होती कि मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे मेरा माल अभी गिर जाएगा। मुझे बहुत अच्छा लगा लेकिन काफी देर तक ऐसा करने के उपरांत जब मेरा वीर्य बाहर गिरने वाला था तो मैंने अपने वीर्य को बबीता जी की योनि के अंदर ही प्रवेश करवा दिया और अपने लंड को बाहर निकाल कर मैंने अपने लंड को बबीता के मुंह मे डाल दिया।

उन्होंने मेरे लंड को बहुत ही अच्छे से चूसा और मुझे उन्होंने पूरा मजा दिया काफी देर ऐसा करने के बाद जब मेरे लंड दोबारा से तन कर खड़ा हुआ तो उनकी चूत से टपकता हुआ वीर्य अब भी टपक रहा था। मैंने अपने लंड को उनकी गांड पर सटाते हुए अंदर की तरफ को धकेलना शुरू कर दिया था। मैंने जब अपने लंड को उनकी गांड मे घुसाया तो वह चिल्लाने लगी और मुझे कहने लगी मुझे बहुत ज्यादा गर्मी महसूस हो रही है। मैंने बबीता की गांड के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवा दिया था वह कहने लगी तुमने तो आज मेरी पूरे गांड फाड दी है।

मैंने बबीता से कहा कि यही तो मेरा अंदाज है मै ऐसे ही गांड मारता हूं अब उनकी गांड के अंदर बाहर मेरा लोड आसानी से हो रहा था क्योंकि उनकी गांड क चिकनाई बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी और गांड की चिकनाई बहुत ज्यादा बढ़ चुकी थी। मेरा लंड आसानी से गांड के अंदर बाहर हो रहा था जब मेरा वीर्य निकलने वाला था तो मैंने अपने लंड को बबीता के मुंह के अंदर डाला और आपने वीर्य को बबीता के मुंह के अंदर घुसा दिया उन्होने सब चाट कर साफ कर दिया था।

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गांड का छेद माल से भर डाला https://sexstories.one/naukrani-ki-gaand-me-lund-daala/ Mon, 31 Jan 2022 07:21:00 +0000 https://sexstories.one/?p=4378 नौकरानी की उभरी हुई गांड को देखकर में उसे चोदने  के बारे में सोचने लगा। वह मेरे पास आई और वह मुझे कहने लगी साहब पानी पी लो जब उसने मुझे पानी दिया तो मैंने देखा कि उसके स्तनों बाहर झांक रहे हैं..

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Naukrani ki Gaand – रोहित और मेरी दोस्ती पूरे कॉलेज में बड़ी फेमस थी.. हम दोनों ही एक दूसरे के साथ हमेशा ही खड़े नजर आते थे.. एक दिन रोहित मुझसे कहने लगा यार अब तो कॉलेज भी खत्म होने वाला है तुमने क्या सोचा है। मैंने रोहित से कहा मैं क्या सोचूंगा पापा ने मुझे पहले ही कह दिया है कि तुम मेरा काम संभालोगे और इसके अलावा तो शायद मैं और कुछ भी नहीं सोच सकता। मुझे रोहित कहने लगा चलो पारस तुमने तो अच्छा किया जो अपने पापा की हां में हां मिला दी लेकिन मैं कुछ अलग करना चाहता हूं मैं चाहता हूं कि मैं अपना फैमिली बिजनेस ना संभाल कर कुछ और काम शुरू करूं। मैंने रोहित से कहा लेकिन इसमें तुम्हें दिक्कत भी हो सकती है रोहित कहने लगा अरे यार इसमें दिक्कत वाली क्या बात है अब तुम ही मुझे बताओ कि मैं भी क्या करूं मेरा मन पापा के बिजनेस को करने का बिल्कुल भी नहीं है और मैं अपनी जिंदगी जीना चाहता हूं।

मैंने रोहित से कहा वह तो तुम अपने पापा का काम संभाल कर भी कर सकते हो और उन्होंने इतने साल की मेहनत की है उसके बाद तुम्हे ही तो सारा काम संभालना है। रोहित और मेरे बीच में काफी समानताएं थी रोहित के पिताजी भी एक बिजनेसमैन है और मेरे पिताजी भी बिजनेसमैन है हम दोनों ही घर में एकलौते हैं लेकिन रोहित चाहता था कि वह कुछ अलग करें इसलिए उसने अमेरिका जाने के बारे में सोच लिया था। मैंने रोहित से कहा कि तुमने क्या अपना पूरा मन बना लिया है कि तुम अमेरिका चले जाओगे रोहित मुझे कहने लगा हां पारस मैंने पूरा मन बना लिया है अब मैं अमेरिका में ही कुछ काम शुरू करना चाहता हूं।

रोहित के पिताजी भी शायद उसे मना ना कर सके और वह अमेरिका चला गया। मैं दिल्ली में रहकर ही अपने पापा का काम संभालने लगा और देखते ही देखते कब समय बीत गया कुछ मालूम ही नहीं पड़ा समय बड़ी तेजी से निकला और मुझे काम करते हुए 5 वर्ष हो चुके थे। इन 5 वर्षों में मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला था और यह सब पापा की वजह से ही संभव हो पाया था क्योंकि पापा ने ही मुझे अपने बिजनेस के तौर तरीके और अपने काम की बारीकियों को सिखा दिया था।

रोहित से मेरी बात तो होती रहती थी लेकिन उससे मेरी मुलाकात सिर्फ एक या दो बार ही हो पाई थी अब वह अमेरिका में ही सेटल हो चुका था। एक दिन उसका मुझे फोन आया तो वह मुझे कहने लगा पारस मैं दिल्ली आ रहा हूं मैंने रोहित से कहा चलो यह तो बहुत अच्छा है कम से कम इतने समय बाद तुम मुझे मिलोगे तो सही पिछले दो वर्षों से हम लोगों की मुलाकात भी नहीं हो पाई है। रोहित मुझे कहने लगा हां क्यों नहीं मैं बस तुम्हारे पास अगले हफ्ते पहुंच जाऊंगा मैंने रोहित से कहा चलो ठीक है तो फिर हम लोग मुलाकात करते हैं।

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रोहित कहने लगा मैं तुम्हें पहुंच कर फोन करता हूं मैंने उससे कहा हां तुम मुझे पहुंच कर फोन कर देना, रोहित जब अपने घर पहुंच गया था तो उसने मुझे फोन किया और उसके बाद मैं उससे मिलने के लिए उसके घर पर गया। जब मैं उसके घर पर गया तो उसके पापा का चेहरा उतरा हुआ था मेरी तो कुछ समझ में नहीं आया मैं सोफे पर बैठा हुआ था रोहित के पापा मेरी तरफ देख रहे थे उन्होंने मुझसे पूछा पारस बेटा तुम क्या कर रहे हो। मैंने उन्हें बताया कि अंकल मैं तो अपने पापा का ही काम संभाल रहा हूं, रोहित के घर पर मैं काफी सालों बाद गया था तो रोहित के पापा के मन में कई सवाल थे।

वह मुझसे कुछ पूछने लगे तो मैंने उनके सवालों का जवाब दे दिया लेकिन वह रोहित को कहने लगे कि देखा पारस भी तो अपने पापा का काम संभाल रहा है और एक तुम हो कि तुम हमें अकेला छोड़ कर अमेरिका चले गए। मैंने रोहित और उसके पापा के बीच में बोलना उचित नहीं समझा इसलिए मैंने कुछ भी नहीं कहा और जब रोहित ने मुझे कहा कि चलो मेरे रूम में चलते हैं तो हम दोनों उसके रूम में चले गए। रोहित और मैं साथ में बैठे हुए थे रोहित ने मुझे कहा कि तुम्हारा काम कैसा चल रहा है मैंने रोहित से कहा मेरा काम तो अच्छा चल रहा है लेकिन तुम सुनाओ तुम तो लगता है अमेरिका में ही सेटल हो चुके हो। रोहित मुझे कहने लगा यार अब तुम्हें क्या बताऊं यहां रहने का बिल्कुल भी मन नहीं करता है और मैं तो सोच रहा हूं कि अमेरिका में ही शादी करूं।

रोहित की बातों से इतना तो प्रतीत हो चुका था कि उसने अपने लिए कोई लड़की देख ली है रोहित मुझे कहने लगा कि क्या तुमने अपने लिए कोई लड़की देख ली है। मैंने उसे कहा कहां यार मैंने तो अपने लिए कोई लड़की नहीं देखी है लेकिन इतना जरूर है कि पापा और मम्मी मेरे लिए लड़की देख रहे हैं। रोहित मुझे कहने लगा अच्छा तो वह तुम्हारे लिए लड़की देख रहे हैं मैंने कहा हां वह लोग मेरे लिए लड़की देख रहे हैं। रोहित ने मुझे जब नताशा की फोटो दिखाई तो वह कहने लगा यह तुम्हारे होने वाली भाभी हैं मैंने उसे कहा अच्छा तो तुम्हारी इतनी आगे बात बढ़ चुकी है और तुम मुझे अब बता रहे हो। रोहित मुझे कहने लगा कि नताशा और मैंने सगाई भी कर ली है मैंने रोहित से कहा लेकिन तुमने तो घर में किसी को भी नहीं बताया। रोहित कहने लगा यार यदि मैं घर में यह सब बताऊंगा तो पापा मुझ पर गुस्सा हो जाएंगे इसलिए मैंने उन्हें यह सब बताना ठीक नहीं समझा।

मैंने रोहित से कहा लेकिन तुम्हें उन्हें बता देना चाहिए रोहित कहने लगा उन्हे मैं कुछ समय बाद बता दूंगा। रोहित पूरी तरीके से बदल चुका है वह पहले वाला रोहित नहीं रह गया है जो कि पहले बातें सीधा ही किया करता था। रोहित अब बातों को बहुत ही तोड़ मरोड़ कर पेश किया करता है।

रोहिता पूरी तरीके से बदल चुका था और वह पहले वाला रोहित नहीं रह गया था मैं उसके साथ बैठा हुआ था और उससे बात कर रहा था। मैंने रोहित से कहा रोहित मैं घर जा रहा हूं तो वह कहने लगा कि चलो मैं तुमसे दोबारा मुलाकात करता हूं। मैंने रोहित से कहा ठीक है, मैं जब घर आया है तो मैं सोचने लगा कि रोहित कितना बदल चुका है क्योंकि वह तो बिल्कुल भी पहले जैसा नहीं रहा और उसके बदलने का कारण सिर्फ यही था कि वह अमेरिका चला गया था। वह अपने पापा के साथ रहना ही नहीं चाहता था यही कारण था कि उसके पापा और उसके बीच में अब दूरियां पैदा होने लगी थी। रोहित अपनी जिंदगी अच्छे से जी रहा था वह अपने जीवन को पूरा एंजॉय करना चाहता था। जब में रोहित के घर दोबारा से गया तो उसके घर में 22, 23 वर्ष की उसकी नौकरानी थी।

मैंने रोहित से पूछा नौकरनी कब रखी तो वह कहने लगा पापा ने ही रखी है मुझे तो इसके बारे में ज्यादा नहीं मालूम और ना ही मैं उनसे इस बारे में बात करता हूं। उसकी नौकरानी की उभरी हुई गांड को देखकर में उसे चोदने  के बारे में सोचने लगा। वह मेरे पास आई और वह मुझे कहने लगी साहब पानी पी लो जब उसने मुझे पानी दिया तो मैंने देखा कि उसके स्तनों बाहर झांक रहे हैं। मैंने उसे कहा आओ ना मेरे पास बैठो मैंने उसे अपने पास बैठा दिया वह शर्मा रही थी रोहित मुझे कहने लगा मैं कुछ देर बाद आता हूं।

रोहित भी चला गया था मैं अकेला ही था इसलिए मैं उसे चोदना चाहता था मैंने उसे कुछ पैसे दिए और वह भी पैसों के लालच में आ गई। मैंने उससे अपने लंड को चूसने के लिए कहा वह मेरे लंड को अच्छे से मुंह में लेकर चूस रही थी और मुझे भी बड़ा मजा आ रहा था। काफी देर तक उसने ऐसे ही मेरे लंड को अपने मुंह मे लेकर चूसा। जब मैंने उसके बदन से कपडे उतारे तो उसकी जालीदार पैंटी और उसका सावला रंग मेरे सामने था। मैंने उसकी चूत के अंदर उंगली को डाला लेकिन उंगली जा ही नहीं रही थी।

मैंने उसे कहा लगता है तुम्हारी चूत मैं अपने लंड को ही घुसाना पड़ेगा। उसने अपनी गर्दन नीचे कर ली और कहने लगी साहब अगर कोई आ गया। मैंने उसे कहा कोई बात नहीं तुम बिस्तर में लेट जाओ वह बिस्तर में लेट गई। जब वह लेटी मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया मैं उसकी गांड मारना चाहता था मुझे बड़ा मजा आ रहा था। मैंने उसके स्तनों के बीचो-बीच अपने लंड को लगाया और अपने लंड को उसके स्तनों पर रगडने लगा लेकिन जब उसने दोबारा से मेरे लंड को अपने मुंह में लिया तो उसे अच्छा लग रहा था। वह लंड को ऐसे ही चूस रही थी लेकिन जैसे ही मैंने उसकी चूत मे लंड घुसाना शुरू किया तो मेरा लंड उसकी योनि के अंदर तक घुस चुका था। मेरा लंड उसकी योनि में जाते ही उसके मुंह से चीख निकल और उसकी चीख के साथ मैंने उसक चूतडो को खोल कर रख दिया। उसके दोनों पैरों को मैंने चौड़ा कर लिया था मैंने उसे तेज धक्के देने शुरू कर दिए वह पूरी तरीके से चिल्लाने लगी थी।

वह मुझे कहने लगी कि मुझसे नहीं रहा जा रहा मैंने उसे कहा कोई बात नहीं तुम्हें अब अच्छा लगने लगेगा। मैंने उसके दोनों पैरों को अपने कंधों पर रखकर उसे तेजी से धक्के मारने शुरू कर दिए और मैंने इतनी तेज गति से उसे धक्के मारे। वह मुझे कहने लगी मालिक मुझे छोड़ दो लेकिन मैंने उसे अपनी बाहों में जकड़ लिया था और उसे छोड़ने का तो कोई सवाल ही नहीं था। मैंने उसे कहा मैं तुम्हें और पैसे दूंगा तुम मुझसे अपनी गांड मरवा लो पैसे के लालच में वह आ गई और मुझसे भी गांड मरवाने के लिए तैयार हो गई।

मैंने जब अपने लंड पर थूक लगाते हुए उसके अंदर प्रवेश करवाया तो मेरा लंड उसकी गांड मे जाने को बेताब था जैसे ही मेरा लंड अंदर की तरफ घुसा तो उसके मुंह से तेज चीख निकल पड़ी। वह कहने लगी मुझसे नहीं रहा जाएगा वह अपनी चूतडो को पकडकर मेरी तरफ करने लगी। मैं उसकी चूतड़ों के अंदर बाहर अपने लंड को कर रहा था और 5 मिनट के बाद जब मेरे वीर्य की बूंदों से मैंने उसकी गांड के छेद को भर दिया तो वह मुझे कहने लगी कि मुझे मजा आ गया। मैंने उसे कहा अच्छा तो तुम्हें अब मजा आ गया लेकिन तुमने मुझे बहुत अच्छा मजा दिया।

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माता-पिता बनने के लिए एक जोड़े की मदद की – 4 https://sexstories.one/couple-ke-biwi-ko-choda/ Mon, 20 Dec 2021 07:36:43 +0000 https://sexstories.one/?p=4986 मैं उसकी चूत को जितना हो सके खाली कर रहा था। वो भी मेरी गेंदों और लिंग को खूब चाट रही थी। हमारे पास एक और 15 मिनट के लिए बहुत अच्छा और सुंदर मौखिक सेक्स सत्र था...

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Couple ke biwi ko choda – उसे वास्तव में 69 पोजीशन पसंद थी और मैं फिर से अपना बेहतरीन चाट कौशल दिखा रहा था। वो बहुत कराह रही थी और मेरे लंड को चूम रही थी. मैं उसके सारे प्यार के रस पी रहा था जैसे कल नहीं है। वह बड़ी-बड़ी आवाजें कर रही थी और अपनी चूत को मेरे मुंह पर जोर दे रही थी।

मैं उसकी चूत को जितना हो सके खाली कर रहा था। वो भी मेरी गेंदों और लिंग को खूब चाट रही थी। हमारे पास एक और 15 मिनट के लिए बहुत अच्छा और सुंदर मौखिक सेक्स सत्र था और वह फिर से एक और सुंदर संभोग के साथ समाप्त हुई। हम कुछ समय के लिए एक ही स्थिति में लेटे रहे और मैंने उसे कुछ और समय के लिए कामोन्माद महसूस करने दिया। कुछ देर बाद मैं उसके ऊपर आ गया और अपना लंड योनि के सामने रख दिया और उसकी चूत में 7 से 8 जोर के जोर से धक्का दिया और जो वीर्य उसकी चूत में था उसे बहा दिया।

Couple sex story part 3 – माता-पिता बनने के लिए एक जोड़े की मदद की – 3

उसने इसे फिर से स्वीकार किया और मेरे नितंबों को अपने पैरों से गोल किया। मेरा वीर्य फिर से उसके गर्भ में पहुँच रहा था। हम एक दूसरे को गले लगाकर कुछ देर तक स्थिर रहे। कुछ मिनटों के बाद मैंने खुद को उसके पास रखा। वह पिछले दिन की तरह ही गतिविधि कर रही थी ताकि वीर्य की एक बूंद भी बाहर न आ सके ताकि वह गर्भवती हो सके। मैंने उसे आश्वासन दिया कि वह इस बार अपने पीरियड को जरूर मिस करेगी और वह मुझे केवल खुशखबरी सुनाएगी।

वह अच्छी बातें सुनकर खुश हुई।

उसने फिर से मुझे चूमा और धन्यवाद दिया। मैंने भी उसकी पीठ को चूमा और वापस अपने कमरे में आ गया। मुझे एक ऐसे दंपति की मदद करने में खुशी हुई, जो कम बच्चे थे क्योंकि मुझे पता था कि एक महिला पर गर्भवती होने का दबाव होता है। मैंने अपनी आँखें बंद की और दिन के लिए सो गया और सुबह उठ गया। मैं तैयार होकर अपने घर वापस आ गया।

20 दिन बीत गए और उम्मीद के मुताबिक, मुझे उसके पीरियड मिस होने और प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आने की खुशखबरी मिली। उन्होंने मुझे बहुत धन्यवाद दिया और मैंने उनका धन्यवाद स्वीकार किया। श्रद्धा ने मुझे व्यक्तिगत रूप से फोन पर फोन किया और मुझे धन्यवाद दिया और फोन पर एक चुंबन दिया और मुझे बताया कि दिल से धन्यवाद कहने के लिए चुंबन से बेहतर कोई तरीका नहीं है।

उसकी आंखों से आंसू छलक पड़े। मैं उसकी स्थिति को समझ गया था और मैंने भी उसे फोन पर एक चुंबन दिया और कहा कि खुश रहो क्योंकि बहुत जल्द नन्ही परी उसकी गोद में होगी। उसने मुझसे वादा किया कि बच्चे के जन्म के बाद वह मेरे साथ फिर से एक मौखिक सत्र करेगी और वह फिर से उन अनमोल पलों का बेसब्री से इंतजार कर रही होगी, हालांकि वे मुझसे दोबारा नहीं मिलना चाहते थे, उसके पास फिर से 2-3 मौखिक सत्र होंगे और वह होगी निश्चित रूप से उसके ओर्गास्म को याद कर रहा है।

मैंने उससे कहा कि मैं भी उसकी फिर से 2-3 बार सेवा करने की प्रतीक्षा कर रहा हूँ, लेकिन उससे अधिक नहीं।

तो एक प्यारे जोड़े को माता-पिता बनने में मदद करने का यह बहुत अच्छा अनुभव था।

अगर कोई जोड़ा या महिला इसी तरह की मदद या खुशी की तलाश में है, तो वे मुझे मेल भी कर सकते हैं। खुशी और गोपनीयता सुनिश्चित है।

अगर मेरे लेखन में कोई गलती हो तो कृपया ध्यान न दें।

फिलहाल के लिए धन्यवाद….

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मेरा लंड मैडम का साथी https://sexstories.one/mera-lund-madam-ke-choot-ka-saathi/ Sat, 18 Dec 2021 07:22:31 +0000 https://sexstories.one/?p=3485 डायरेक्टर सर का जब भी मन करता था मैडम को चोदने का तो वो अपने बंगले में मैडम को बुला कर खूब चोदते थे | स्कूल में हम लोगो का लास्ट साल था मेरा मन तो नहीं कर रहा था इस स्कूल से जाने का क्योकि मुझे मैडम को चोदना था..

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Mera lund madam ke choot ka saathi दोस्तों आज मैं आप लोगो को अपने स्कूल की प्रिंसिपल मैडम की रियल कहानी बताने जा रहा हूँ | इस कहानी पढने में आप लोगो को चोदने की खूब उत्सुकता मिलेगी और आप लोगो को पढने में भी बहुत मजा आएगा | इस कहानी के पढने के बाद चोदने के लिए आप लोग बेताब हो जाओगे और सोचोगे कि काश कोई लड़की चोदने के लिए मिल जाये |

दोस्तों मैं भोपाल का रहने वाला हूँ और मेरा नाम अतुल है मेरी उम्र 26 साल है और लम्बाई 6 फीट २ इंच है | मेरे चेहरे का रंग सांवला है और अब जबलपुर में रहता हूँ | जबलपुर में मैं टाटा कंपनी में मनेजर हूँ | मेरे मम्मी पापा भोपाल मैं ही रहते है | हां तो दोस्तों अब आप लोग तैयार हो जाओ क्योकि अब मैं आप लोगो को अपनी कहानी बताने जा रहा हूँ |

दोस्तों जब मैं 19 साल का था तो मैं एन के जे हाई सेकेन्ड्री स्कूल भोपाल में पढता था | मेरे स्कूल में एक बहुत ही सेक्सी प्रिंसिपल मैडम थी | उनका नाम सुल्जा कोरी था पूरा स्कूल उनकी खूबसूरती का दीवाना था | स्कूल के सभी सर लड़के और कर्मचारी तक मैडम को पटाने में लगे हुए थे | मुझे भी मैडम बहुत अच्छी लगती थी ऐसा लगता था कि बस एक बार मैडम चोदने को दे दें | मुझे उनको चोदने का खूब मन करता था | वो बहुत ही ज्यादा सेक्सी थी और खूब गोरी थी उनके उनके दूध बहुत ही अच्छे थे जब भी मैं उनके सामने जाता था तो उनको देख कर मेरा लंड खड़ा हो जाता था और उनको चोदने का खूब मन करता था |

मैडम मुझसे बहुत अच्छे से बात किया करती थी स्कूल में हम दो तीन दोस्त बहुत ही फेमस थे क्योकि स्कूल में जब कोई भी कार्यक्रम होता था तो हम लोग ही पूरे कार्यक्रम की तैयारी करते थे | मैं स्कूल का प्रेसिडेंट भी था तो मेरी मैडम से अच्छी बनती थी | फिर एक दिन पता चला कि डायरेक्टर सर भी मैडम को पाटने में लगे हुए है | डायरेक्टर सर भी दिखने में बहुत स्मार्ट थे | वो प्रिंसिपल मैडम से खूब बात किया करते थे | इसी तरह धीरे धीरे प्रिंसिपल मैडम डायरेक्टर सर की लाइन में आ गई और डायरेक्टर सर से पट गई | प्रिंसिपल मैडम डायरेक्टर सर से बहुत चुदती थी डायरेक्टर सर मैडम को अपने बंगले में बुला कर बहुत चोदते थे | उस टाइम मैडम कि शादी नहीं हुई थी और प्रिंसिपल मैडम डायरेक्टर सर से इसलिए पट गई थी क्योकि मैडम के पास जो कुछ भी गाड़ी घर था वो सब डायरेक्टर सर ने मैडम को दिया था |

Antrawasna एक चुडक्कड़ परिवार की कहानी

मैडम बाहर से थी वो बिहार की रहने वाली थी प्रिंसिपल मैडम की पूरी फैमिली बिहार में ही रहती थी | प्रिंसिपल मैडम अपनी जॉब के कारण यही रहती थी | डायरेक्टर सर से खूब चुदती थी | डायरेक्टर सर का जब भी मन करता था मैडम को चोदने का तो वो अपने बंगले में मैडम को बुला कर खूब चोदते थे | स्कूल में हम लोगो का लास्ट साल था मेरा मन तो नहीं कर रहा था इस स्कूल से जाने का क्योकि मुझे मैडम को चोदना था लेकिन मैं क्या करता मेरी पढाई पूरी होने वाली थी फिर उसके कुछ दिन बाद हम लोगो की बिदाई हो गयी | बिदाई होने के बाद प्रिंसिपल मैडम ने हम लोगो को अपने ऑफिस में बुलाया और हम लोगो का मोबाइल नंबर ले लिया और कहा जब भी इस स्कूल में कोई भी कार्यक्रम होगा तो मैं तुम लोगो को फ़ोन करके स्कूल में बुलाऊंगी और तुम लोगो को स्कूल आना पड़ेगा | उसके बाद जब भी स्कूल में कार्यक्रम होता था तो प्रिंसिपल मैडम हम लोगो को जरुर बुलाया करती थी |

हम लोग हमेशा स्कूल जाया करते थे जब भी स्कूल में कार्यक्रम होता था | मैं तो मैडम से हमेशा मिलने जाया करता था क्योकि मुझे मैडम बहुत अच्छी लगती थी और मुझे उनको चोदना था | मैं जब भी उनसे मिलने के लिए जाता था तो मेरी नजर सीधे उनके दूध में जाती थी और मेरा लंड खड़ा हो जाता था उनको चोदने का खूब मन करता था पर अफ़सोस डायरेक्टर अपनी माँ चुदा रहा था | उसके एक साल बाद मैडम की शादी हो गयी और अपनी शादी में भी मैडम ने हम लोगो को भी बुलाया था | शादी हो जाने के बाद भी प्रिंसिपल मैडम अपने पति के साथ यही रहती थी और डायरेक्टर सर से खूब चुदती थी | यह बात मैडम के पति को नहीं मालूम थी कि मैडम डायरेक्टर सर से पटी है और और उनके बंगले में जाके उनसे खूब चुदती है | फिर उसके कुछ महीनो बाद मैडम को लड़का हो गया |

दो लोगों से चुदती थी इसलिए इतनी जल्दी मैडम को लड़का हो गया था | सब लोगो को तो शक भी था कि ये लड़का मैडम के पति का है कि डायरेक्टर सर का क्योकि सबको यह बात पता थी कि मैडम डायरेक्टर सर से चुदती है | जब मैं एक दिन मैडम के लड़के को देखने स्कूल गया तो उनका लड़का बहुत सुंदर था उसका नाम मैडम ने आदि रखा था | फिर एक दिन मैडम का फ़ोन मेरे पास आया और मैडम मुझसे कहने लगी कि अतुल तुम आज मेरे घर आ सकते हो मुझे तुमसे कुछ काम है | मैंने मैडम से कहा बिलकुल आ जाऊंगा मैडम मैं आपके घर |

यह बात सुनकर मेरा मन खुश हो गया मुझे लग रहा था कि शायद आज मुझे मैडम को चोदने मिल जाये | जब में मैडम के घर पहुंचा और जब मैडम को देखा तो देखता ही रह गया क्योकि घर में मैडम ने गाउन पहना था और वो उसमे में बहुत ही ज्यादा सेक्सी लग रही थी उनके दूध भी दिख रहे थे | मेरा लंड खड़ा हो गया था | मैंने मैडम से बोला आपको क्या काम था मुझसे तो मैडम बोलने लगी कुछ काम नहीं है आदि के बाल कटवाना है तुम इसे अपने साथ ले जाओ और अपने जैसे बाल कटा दो |

मैंने मैडम से बोला ओके मैडम कटवा दूंगा बाल | प्रिंसिपल मैडम को मेरे बाल और हेअर स्टाइल बहुत अच्छी लगती थी इसलिए उन्होंने मुझे आदि के बाल कटवाने को बोला | जब मैडम ने आदि के बाल कटे देखे तो खुश हो गयीं और मुझसे कहने लगी कि अतुल तुम अभी जाना नहीं मैं खाना बना रही हूँ खाना खा कर जाना और सबसे पहले आदि को नहला के सुला दिया | मैडम खाना बनाने लगी पर मुझे तो उस टाइम बस मैडम को चोदने का मन कर रहा था में तो बैठे बैठे मैडम को ही देख रहा था और उनके दूध भी दिख रहे थे | मैं तो उनके दूध को ही देख रहा था और सोच रहा था कि कब मैडम के दूध पीने मिलेंगे | और मेरा लंड भी खड़ा था बेठने का नाम भी नहीं ले रहा था |

मैडम ने मुझे देख लिया कि मैं उनके दूध को देख रहा हूँ और उनकी नजर भी मेरे लंड में पढ़ गयी और फिर मैडम मेरे पास आकर बैठ गयीं | वो मुझसे कहने लगी अतुल मैं बहुत देर से देख रही हूँ तुम मेरे दूध देख रहे हो और जब भी तुम मुझसे मिलने आते थे तो तुम्हारा लंड खड़ा रहता था और आज भी खड़ा है | क्या मुझे चोदने का मन कर रहा है ? मैंने मैडम से बोला आपको देख कर किसका लंड खड़ा नहीं होगा और चोदने का मन नहीं करेगा आप हो ही इतनी सेक्सी, किसी का भी लंड आपको देख कर खड़ा हो जायेगा और चोदने का मन करेगा |

यह बात सुनकर मैडम ने अपने गाउन के आगे की चेन पूरी दी और मेरा मुंह पकड़कर अपने दूध में लगा दिया | मैं बहुत खुश हो गया फिर मैं उनके मस्त दूध पीने लगा | उसके बाद मैडम ने मेरा लंड अपने हाथ से पकड़कर बाहर निकाला और पीने लगी | उसके बाद मैडम ने अपना गाउन उतार दिया और फिर मैंने मैडम को पलंग में लेटा कर उनके दूध के बीच में लंड हिलाने लगा | मैडम मुझसे कहने लगी कि अब मेरे दूध से ही खेलते रहोगे कि चोदोगे भी | वो मेरा लंड अपनी चूत में डालने को कहने लगी | फिर मैंने अपना लंड में की चूत में डाला और उनको बहुत चोदा |

मैं मैडम को बहुत तेज मन लगा कर चोद रहा था | मैडम आह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह ऊह्ह्ह कर रही थी और कह रही थी कि अतुल मुझे तुमसे चुदने में बहुत मजा आ रहा है और खूब आह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह ऊह्ह्ह्हह उह्ह्हह्ह कर रही थी | मैडम ने उस दिन अपने घर मैं ही रोक लिया मुझे और पूरी रात मुझसे चुदती रही | उनको मुझसे चुदने में बहुत मजा आ रहा था और मुझे तो मजा आ गया था | मेरा मन तो कर रहा था कि बस चोदता ही जाऊ | मेरा सुपाडा मैडम को चोदने के बाद फूल गया था | मैडम अब बस मेरे लंड से ही अपनी प्यास बुझाती थी |

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अपनी वर्जिनिटी खोई https://sexstories.one/virgin-ladki-ko-choda/ Fri, 17 Dec 2021 09:21:34 +0000 https://sexstories.one/?p=5036 मैंने उसे उसके बिस्तर पर खींच लिया और उसकी गुलाबी जाँघिया फाड़ दी... उसकी चूत से कुछ कामुक गंध आ रही थी... मैंने उसकी चूत चूसना शुरू कर दी... क्योंकि मैं एक पोर्न किंग हूँ मुझे पता है...

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Virgin Ladki ke Saath Chudai – नमस्ते, मैं हैदराबाद से हूँ। यह मेरी पहली कहानी है (असली अनुभव) अगर मुझसे कुछ गलती हो जाए तो मुझे माफ़ कर देना, तो चलिए मैं आपको अपने बारे में बताता हूँ! मैं 24 साल का हूं, हैदराबाद में अपना GRE कर रहा हूं, सुंदर, मुझे 7.8 इंच का डिक मिला है, मुझे इसे महिलाओं के लिए ऑनलाइन दिखाने में खुशी हो रही है।

कहानी की बात करें तो 4 साल पहले की बात है। मैं हमेशा एक कामुक प्रकार का लड़का हूं, मैंने लगभग हर समय सेक्स साइटों पर बिताया, मैं अपना कौमार्य खोने के लिए बहुत उत्सुक था, इसलिए हमेशा की तरह मैं Xhamster साइट ब्राउज़ कर रहा था मैं मैक्सिकन बेब के साथ चैट कर रहा था … फिर मैंने देखा दिल्ली की एक लड़की ऑनलाइन…

लेकिन मैं इस मैक्सिकन बेब को अपने डिक की तस्वीरें भेज रहा था … बाद में लगभग हर लड़की चली गई …. तब यह दिल्ली की लड़की अभी भी ऑनलाइन थी !!!

आधी रात हो गई थी, इसलिए मेरे दिमाग में एक विचार आया कि मैं इस महिला से अपना कौमार्य खो सकता हूं जो 23 साल की थी … इसलिए उसके साथ बातचीत की …

15 मिनट के बाद हम सेक्स के बारे में बात कर रहे थे, उसने मुझे अपनी नग्न तस्वीरें भेजीं और मैंने उससे कहा कि मैं उसे चोदना चाहता हूं।

उसने माना किया..

तब मैंने उससे कहा कि वह बहुत सुंदर है और मैं भाग्यशाली होगा कि मैं उससे अपना कौमार्य खो दूं। मैंने उससे इतने दिनों के लिए एक बकवास सत्र के लिए अनुरोध किया लेकिन उसने मेरे सभी अनुरोधों को अस्वीकार कर दिया। आखिरकार एक दिन वह मान गई।

Desi chudai story – माँ ने चुदवा लिया मुझसे – 3

मैंने उससे पूछा कि मैं कहाँ आऊँ? उसने मुझे अपना पता दिया, उसका फ्लैट नई दिल्ली इलाके में था। मुझे किसी भी समय आने के लिए कहा क्योंकि वह उस फ्लैट में अकेली रह रही थी।

वह एक अमीर परिवार से थी। वह दुबई से अपना वीज़ा रिन्यू कराने आई थी, इसलिए वह बिल्कुल अकेली थी!!!

मैं उस रात सो नहीं सका… मैंने उसके बारे में सोचकर 3 बार मास्टरबेशन किया!

अगली सुबह मैंने अपने माता-पिता से कहा कि मैं अपने दोस्त के घर जा रहा हूं (मेरी सेमेस्टर की छुट्टी थी) और जब मैं दिल्ली पहुंचा तो विमान से उसके शहर गया।

मैंने एक कैब बुक की… रास्ते में मेरा डिक हर समय चट्टान की तरह सख्त था।

उसका घर ढूंढना मुश्किल था, क्योंकि उसने मुझे अपना मोबाइल नंबर नहीं दिया था। तो मैंने दरवाज़ा खटखटाया, वहाँ वो मेरे सामने खड़ी थी… मेरी खूबसूरत सेक्सी लड़की!

उसने लाल साड़ी पहनी हुई थी… हे भगवान !! वह फोटो की तुलना में अधिक सुंदर दिख रही थी .. वह 32D- 28-30 आकार की थी .. मुझे ठीक से पता नहीं है … लेकिन उसके स्तन 32D थे … मैंने बाद में इसकी पुष्टि की … उसने मेरा स्वागत किया एक अनौपचारिक मुस्कान के साथ… मैं सोफे पर बैठ गया… उसने दरवाज़ा बंद कर लिया…

वह कुछ कोल्ड ड्रिंक ले आई और वह मेरे बगल में बैठ गई… हम एक-दूसरे की आंखों में देख रहे थे… मैं बहुत घबराई हुई थी, क्योंकि यह मेरा पहली बार था…

मैंने धीरे से अपना एक हाथ उसकी जाँघों पर और दूसरा हाथ उसके चेहरे पर रखा और उसे चूमा…

वह मुझ पर हंस पड़ी और बोली- मैं तुम्हें दिखाऊंगी कि कैसे चूमना है…

उसने मुझे 2 मिनट तक किस किया… मेरी सांस फूल रही थी… फिर मैंने उसके स्तनों पर हाथ रखा और उन्हें महसूस करने लगा.. वो बड़े खरबूजे थे… वह अब तक बहुत गर्म हो चुकी थी… फिर उसने मेरी टी-शर्ट उतार दी।

मैंने उसकी गुलाबी ब्रा उतार दी और उन स्तनों को चूसने लगा… मैं चूस रहा था फिर एक मेरा… कम से कम 15 मिनट के लिए…. स्तन मेरी कमजोरी थे…. उन स्तनों को चूसने से मेरा दिन बन गया… उसके बहुत मुलायम और बड़े स्तन थे….

उसने अपना हाथ मेरी पैंट में डाला और मेरे लंड को सहलाने लगी….

उसने कहा – यह वास्तव में कड़क है और वह इसे चूसना चाहती है ..

वो झुकी और मेरा लंड चूसने लगी…. दोस्तों !! वह बहुत अच्छा चूस रही थी … वह ऐसे चूस रही थी जैसे 10 दिनों से भूखी हो ….

मैंने अपना सारा वीर्य उसके मुँह में डाल दिया… उसने एक ही बार में सब पी लिया….

फिर वो मुझे अपने बेडरूम में ले आई….

मैंने उसे उसके बिस्तर पर खींच लिया और उसकी गुलाबी जाँघिया फाड़ दी… उसकी चूत से कुछ कामुक गंध आ रही थी… मैंने उसकी चूत चूसना शुरू कर दी… क्योंकि मैं एक पोर्न किंग हूँ मुझे पता है कि अच्छा कैसे चूसना है… .वह अपने शरीर को मजे से घुमा रही थी…. वह इतनी खुश थी कि उसने मेरे पूरे शरीर को चूम लिया…..

उसने कहा – मैं अब और इंतजार नहीं कर सकती… बस मुझमें डाल दो…

मैं इंतजार कर रहा था उन जादुई शब्दों का…

मैंने अपना 7″ डिक उसकी पुसी के मुंह में डाल दिया और उसे चोदने लगा…

हो .. हू .. हू .. वाह !!

अब मुझे पता है कि लोग सेक्स करना क्यों पसंद करते हैं, आनंद और गंध सब कुछ बहुत अच्छा है …

मैं आराम से अंदर और बाहर जा रहा था, भले ही उसकी चूत थोड़ी तंग थी, मुझे यकीन है कि वह कई बार गड़बड़ कर चुकी थी। और अंदर और बाहर जब मेरे हाथ मेरे स्तन पर थे और इसी तरह मैं सहने वाला था, मैंने उससे कहा कि उसने मुझे बताया कि यह इसे बाहर ले जाता है, उसने मेरे डिक को सहलाया और मैंने उसके स्तन में एक शिटलोड सह दिया, उसने इसे साफ किया और हम फिर से सेक्स के लिए तैयार थे, एक और सवारी के लिए गए इस बार हमने कुत्ते की शैली की कोशिश की, मैं उसे पागल की तरह चोद रहा था, मुझे पता था कि मैं हर समय भाग्यशाली नहीं रहूंगा, इसलिए मैंने तब तक चुदाई की जब तक कि मैं थक नहीं गया।

हमने दोपहर का भोजन किया और हम 2 घंटे सोए फिर हमने एक साथ स्नान किया मैं उसके साथ टब पर था, मैंने उसके स्तन पानी के माध्यम से चूसा, फिर हम फ्रेंच कम से कम 10 मिनट के लिए चुंबन करते हुए उसके हाथों को चूमते हुए मेरे डिक पर थे और मेरा हाथ था उसके स्तन और बिल्ली पर और फिर हम फिर से चोदने लगे इस बार हम एक दूसरे को चूम रहे हैं जबकि मैं अपना डिक उसकी चूत में डालने की कोशिश कर रहा हूँ, वह चिल्ला रही थी आआ आआआआआआआआह और मैं एक राक्षस था उसे वास्तव में तेजी से चोदना उसने कहा कि वह जा रही है एक संभोग करने के लिए,

मैंने अपनी गति बढ़ा दी और उसे तब तक चोद दिया जब तक कि हम दोनों टब में नहीं थे, मुझे कुछ भी महसूस नहीं हुआ जब वह सह गई, सिवाय उसकी बिल्ली के मेरे डिक को कस रही थी, इस प्रकार हमारी कमबख्त समाप्त हो गई। यह मेरे लिए एक अद्भुत अनुभव था दोस्तों, मेरे पास बहुत वीडियो कैम सेक्स था लेकिन असली सेक्स सबसे अच्छा है। शाम को मैंने उसे धन्यवाद दिया और उसे अलविदा चूमा। य

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टैक्सी ड्राइवर से बीवी को चुदवाया – भाग 2 https://sexstories.one/taxi-driver-ne-ki-biwi-ki-chudai/ Tue, 14 Dec 2021 08:02:30 +0000 https://sexstories.one/?p=4969 इस हरकत से नरेश का लंड पहले धक्का के साथ अंदर चला गया, और फिर 4-5 स्ट्रोक के बाद वह आसानी से उसे चोद रहा था... मैंने सामने जाकर कीर्ति के मुँह में अपना लंड डाला और उसका मुँह चोदने लगा।..

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Taxi driver ne ki biwi ki chudai मैंने नरेश से कहा कि तुम्हारे लंड ने उसे गीला और भूखा बना दिया है। मैंने उसे खड़े होने के लिए कहा और नरेश से कहा कि मेरी पत्नी का पेटीकोट उठाकर देख लो..उसने धीरे से उसे उठा लिया.. उसकी आंखों में खुशी देखी जा सकती थी, हल्की नीली पैंटी को देखकर गीला हिस्सा साफ दिखाई दे रहा था। नरेश उसकी चूत के पास गया और उसे सूंघने लगा और बोला सर जी, बहुत अच्छी महक आ रही है और वो उसकी पैंटी से चाट कर रस चूसने लगा।

मैंने उससे कहा कि अंदर और भी है उसकी जाँघिया हटाओ और देखो। उसने उसकी पैंटी नीचे खींच ली। मेरी पत्नी ने अपनी टांगें खोल दीं, ताकि वह उसकी चूत को साफ-साफ देख सके।

वह क्लीन शेव थी.. नरेश ने कहा – उसने अपने जीवन में बहुत सारी चूत देखी है, लेकिन मैडम आपकी बहुत सुंदर चुत है … और वह उसे सूँघने और चूमने लगा।

मेरी पत्नी ने अपनी टांगें फैला दीं ताकि वह उसकी चूत चाट सके। मैंने अपना लंड उसके हाथ में दे दिया… और उसे किस करने लगा। उसे अपने दोनों होंठों को चूमने में मज़ा आ रहा था।

Part 1 – टैक्सी ड्राइवर से बीवी को चुदवाया

नरेश ने दोनों हाथों से चूत खोली और अपनी जीभ अंदर डालकर चाटा। फिर मेरी पत्नी ने अपना पेटीकोट उतार दिया और पूरी तरह से नग्न होकर बिस्तर पर बैठ गई.. मैंने उसकी दोनों टांगें उठाकर खोल दीं। अब नरेश को उसकी चूत और गांड के छेद का पूरा नज़ारा मिल सकता था। वह बैठ गया और उसकी चूत को चाटने लगा और चूमने लगा। मैंने अपनी पत्नी से कहा कि उसके लिए अपनी चूत के होंठ खोलो.. उसने अपनी चूत को फैलाया ताकि उसे अपनी चूत का भीतरी भाग दिखा सके।

नरेश उसे पागलों की तरह चाट रहा था। मैंने अपना लंड उसके मुँह में दे दिया और वो चूसने लगी.. 5 मिनट बाद नरेश ने उसकी गांड के छेद को छुआ और मुझसे पूछा कि क्या वह इसे चोद सकता है।

मैंने उसकी गांड में 3-4 बार चुदाई की थी, इसलिए मैंने अपनी पत्नी की तरफ देखा, जो अपनी ही दुनिया में थी, मेरा लंड चूस रही थी.. मैंने उसे हरी झंडी दे दी। उसने उसकी गांड को चाटा और अपनी उंगली उसके छेद में डालने की कोशिश की। यह आसानी से चला गया.. वह अपनी उंगली से उसकी गांड और चूत को चोदने लगा.. और उसके दोनों छेदों को चाटता रहा।

15-20 मिनट के बाद वह रुक गया.. इस बीच, मेरी पत्नी को 2 बार ऑर्गेज्म हुआ।

वह उठ खड़ी हुई और नरेश से पूछा कि उसे पेशाब करने के लिए वॉशरूम कहाँ है। नरेश ने बाईं ओर अपनी उंगली दिखाई और वह अंदर चली गई।

नरेश उसके पीछे चला गया..मैं बिस्तर पर बैठा था। मुझे पता चला कि वह क्यों गया था, तो मैंने अपनी पत्नी से कहा कि दरवाजा बंद मत करो, नरेश तुम्हारे पीछे आ रहा है … उसे देखने दो..

उसने दरवाजा खुला रखा और अंदर चली गई। यह एक भारतीय शौचालय था इसलिए वह जाकर बैठ गई।

नरेश ने कहा मैडम इस तरफ मुड़ो मैं नहीं देख सकता।

वह उठी और वॉशरूम के बीच में आ गई और बैठ गई और अपनी टांगें चौड़ी कर लीं।

नरेश उसके सामने जाकर बैठ गया।

मैं इसे बिस्तर से देख रहा था।

वह पेशाब करने लगी… नरेश उसकी बहती चूत से अपनी आँखें नहीं हटा सका।

उसने पेशाब करना समाप्त कर दिया और धोने के लिए पानी का गिलास ले लिया।

नरेश अभी भी इस दृश्य का आनंद ले रहे थे। दोनों बाहर आए और वह मेरे बगल में बिस्तर पर लेट गई… अपनी टांगें खोलकर… नरेश को आने और चोदने के लिए कहा।

वो उसकी टांगों के बीच में आ गया.. और फिर से उसकी चूत और गांड में 2-3 मिनट तक उँगली मारी… फिर उसने एक डिब्बे से कंडोम का पैकेट निकाला और उस पर डालने ही वाला था कि मेरी पत्नी ने कहा कि वह कर देगी। ..उसने उसके लंड पर थूक लगाया और उस पर कंडोम लगा दिया.. फिर लंड को अपनी चूत पर रख कर मला।

मैं यह सब देख रहा था और इसका आनंद ले रहा था।

उसने धीरे से उसकी चूत में लंड डाला.. मैं अपनी पत्नी के चेहरे पर रंग बदलते हुए देख सकता था। उसने अपनी आँखें बंद कर लीं… वो और अंदर चला गया.. 3-4 स्ट्रोक में, वो पूरी तरह से उसके अंदर था.. अब उसने धीरे-धीरे अपनी गति बढ़ा दी। वह आनंद ले रही थी “आह्ह्ह्ह अह्श हास्स एसएसएसएस ओउम्मम्मम ओउम्मम की आवाजें उसके मुंह से आती रहीं!

मेरी पत्नी का शरीर मुड़ने लगा और मैंने महसूस किया कि वह अपनी योनि का रस निकालने वाली है। नरेश भी समझ गया और उसे जोर-जोर से चोदने लगा। मेरी पत्नी ने नरेश की कमर के चारों ओर अपनी पकड़ मजबूत की और मुझे कसकर गले लगा लिया।

‘नरेश मैं झड़ रही हूं, आह्ह्ह। रुको मत… मुझे जोर से चोदो… हां हां हां… और वो कांप उठी… मैं उसकी योनि का रस बहते हुए देख सकता था…

नरेश रुक गया।

उसने मेरी पत्नी को मुड़ने और कुतिया की मुद्रा में आने के लिए कहा .. वह मुड़ी .. इस बार वह उसकी गांड के छेद को चोदना चाहता था।

छेद उसके मोटे लंड के लिए बहुत छोटा था.. फिर भी उसने अपना लंड उसके छेद में डालने की कोशिश की। मैं अपनी पत्नी के चेहरे पर दर्द देख सकता था।

नरेश ने अपना लंड उसकी चूत में डाला और 5-6 ज़ोर के झटके दिए और गीला कर दिया.. और फिर कोशिश की।

वह कराह उठी..

इस हरकत से नरेश का लंड पहले धक्का के साथ अंदर चला गया, और फिर 4-5 स्ट्रोक के बाद वह आसानी से उसे चोद रहा था… मैंने सामने जाकर कीर्ति के मुँह में अपना लंड डाला और उसका मुँह चोदने लगा।

नरेश उसे जानवर की तरह चोद रहा था… लेकिन यह उसके लिए काफी नहीं था… उसने मेरे लंड को अपने मुँह से निकाल दिया… और नरेश से कहा – मेरे बाल पकड़ो और मुझे जोर से चोदो..

फिर से उसने मेरा लंड लिया और चूसने लगी।

नरेश ने उसके बाल लिए और उसे पीछे खींचने लगा… और जितना हो सके उतना गहराई तक जाने की कोशिश की… वो मेरे मुंह में मेरा लंड लेकर कराह रही थी।

मैं झडने ही वाला था… मैंने उसे चेतावनी दी और उसके मुँह में झड दिया।

उसने इसे बाहर नहीं थूका।

उसने मेरी तरफ देखा और मुँह खोला। मैंने अपना वीर्य उसके मुंह के अंदर देखा। उसने इसे निगल लिया और मुझे देखकर मुस्कुराई।

वह कराह उठी – ओह, मुझे चोदो। मुझे चोदो…. आआआआआआआआआआ…. यस्स्स आ… आ… आ आ… यह सुनकर नरेश ने अपना लंड उसकी गांड से निकाला और उसकी चूत में डाल दिया… मेरी पत्नी ने कहा – हाँ, मुझे चोदो, नरेश… चोदो … आआआ… मैं झड़ रही हूं, मैं झड़ रही हूं”।

उसने अपना सारा रस उसके लंड पर छोड़ दिया। लेकिन नरेश ने उसकी चूत चोदना बंद नहीं किया। उसने पूछा – क्या वह उसके मुंह में डिस्चार्ज कर सकता है और क्या वह उसका वीर्य निगल जाएगी? जैसे आपने सर के वीर्य का क्या किया?

मेरी पत्नी मुस्कुराई और बोली- हां दे दो.. मैं सब पी लुंगी।

उसने अपने गर्म लंड से कंडोम उतार दिया.. मेरी पत्नी ने इस बार एक हार्ड-कोर ब्लोजोब देना शुरू कर दिया। उसका लंड उसके गले से नीचे उतर गया और उसका दम घुटने लगा।

“आआ…. मेडम… धीरे धीरे… थोड़ा धीमा…”, उन्होंने कहा।

लेकिन कीर्ति ने ऐसा नहीं किया। वह लगातार चूसती रही और उसका आंड निचोड़ने लगी।

अब वह अपने वीर्य स्राव को और नहीं रोक सकता था। वह अपना वीर्य उसके मुँह में डालने लगा.. वह उसके लंड को सहलाती रही और उसका वीर्य निगलती रही.. जब तक कि वह पूरी तरह से खाली नहीं हो गया और उसका लंड नरम हो गया।

वे दोनों बिस्तर पर गिर पड़े और मैं हॉल में धूम्रपान के लिए निकल गया।

15 मिनट के बाद, मैं अंदर आया, मैंने देखा कि मेरी पत्नी नरेश का लंड हाथ में लिए सो रही है। उस रात हमने 3 बार और चुदाई की.. और सुबह उसने हमें हमारे होटल में छोड़ दिया.. उसने मुझे और मेरी पत्नी को धन्यवाद देते हुए कहा – उसे इतनी खूबसूरत महिला को चोदने का मौका कभी नहीं मिलता.. अगर हमने अनुमति नहीं दी होती उसे।

उन्होंने यह भी कहा कि अगर हम फिर से आएं, तो उन्हें बुलाओ ताकि हम फिर से चुदाई कर सकें…

मैंने अपनी पत्नी से पूछा – क्या उसे मज़ा आया और अपने पति के सामने किसी अजनबी द्वारा चोदने का अनुभव कैसा रहा?

उसने मुझे गले लगाया और मुझे चूमा और कहा- उसे बहुत मजा आया और किसी के साथ भी करने को तैयार है…

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माता-पिता बनने के लिए एक जोड़े की मदद की https://sexstories.one/maata-pita-banane-ke-liye-ek-jode-kee-madad-kee/ Tue, 14 Dec 2021 07:24:37 +0000 https://sexstories.one/?p=4975 मैं बड़े उत्साह के साथ उनके मास्टर बेडरूम की ओर चल पड़ा और वह बिस्तर पर बैठी थी। वह थोड़ी नर्वस भी थी। मैं बस अंदर गया और उसके पास बैठ गया और बातचीत शुरू कर दी...

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Couple sex story – नमस्कार दोस्तों, मैं दक्षिण भारत का एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति हूं। मैंने कुछ डेटिंग साइट में एक विज्ञापन दिया कि मैं असंतुष्ट महिलाओं, विधवाओं और निःसंतान दंपत्ति को माता-पिता बनने में मदद करना चाहता हूं। कुछ दिनों के बाद मुझे बैंगलोर के एक मारवाड़ी जोड़े सचिन और श्रद्धा (असली नाम नहीं) से जवाब मिला और उन्हें माता-पिता बनने के लिए मेरी मदद की जरूरत थी। वह एक बड़ी कंपनी में आईटी कर्मचारी है और वह एक होम मेकर है। उनकी शादी को छह साल हो चुके थे और अभी तक कोई बच्चा नहीं है।

उन्हें एक बच्चे की बहुत सख्त जरूरत थी। कोई बच्चा हो या बच्ची, उन्हें एक बच्चे की बहुत सख्त जरूरत थी। दंपति के पति ने बताया कि उन्हें एक मेडिकल समस्या है जिसके कारण वह अपनी पत्नी को गर्भवती नहीं कर सकते हैं और वे आईवीएफ नहीं कर सकते क्योंकि यह एक महंगा मामला है जिसे वे बर्दाश्त नहीं कर सकते। उन्होंने सोचा कि उन्हें किसी अज्ञात व्यक्ति की मदद मिलेगी और दंपति की महिला गर्भवती होने के लिए स्वाभाविक रूप से एक/दो बार सेक्स करेगी। जब उन्हें इस तरह का विचार आ रहा था तो उन्होंने मेरा विज्ञापन देखा और उन्होंने मुझे जवाब दिया।

मैंने भी उन्हें जवाब दिया कि मैं वास्तव में इस संबंध में उनकी मदद कर सकता हूं और उन्हें यह पूरी तरह से गुप्त और गोपनीय रखना होगा। वे भी यही चाहते थे और मुझे कुछ निर्देश दिए कि इसे कैसे निष्पादित किया जाना है। मेरी पुष्टि से पहले, उन्होंने मेरी शक्ति के बारे में भी पूछा। मैं शर्मीला नहीं था, मैंने अपनी बेटी की तस्वीरें साझा कीं। मेरी बेटी की फोटो देखकर वे बहुत खुश हुए क्योंकि वह एक गुड़िया की तरह है और एक छोटी परी की तरह दिखती है। मेरी बेटी की तस्वीर देखने के बाद, दंपति वास्तव में खुश थे और उसी तरह के बच्चे की उम्मीद कर रहे थे। मैंने अपनी तरफ से पुष्टि दी और वे भी आगे बढ़ने के लिए तैयार थे।

हम दोनों आपसी शर्तों पर सहमत हुए हैं कि हमें जीवन में कभी भी एक दूसरे से नहीं मिलना चाहिए और यह हमेशा के लिए गुप्त रहेगा। उन्होंने यह भी बताया कि यह अफेयर अँधेरे में होगा और हमेशा अँधेरे में रहेगा।

दंपति के पति ने मुझे समय-समय पर निर्देशों का पालन करने के लिए कहा क्योंकि यह उनकी पत्नी को गर्भवती करने का एक जोखिम मुक्त तरीका था। मैंने उससे फिर से पुष्टि की कि उसकी पत्नी ने भी उसे इसके लिए स्वीकार किया था या नहीं। उसने मुझे पुष्टि की कि उसने अपनी स्वीकृति दे दी है क्योंकि वह एक महीने को याद करने के लिए बहुत उत्सुक है क्योंकि वह वास्तव में एक निःसंतान दंपति के रूप में अपने परिवार और अपने पति के परिवार के दबाव को सहन नहीं कर सकती है। उन दोनों ने मुझे बताया कि जीवन को खुशहाल बनाने के लिए उनके लिए एक बच्चा पैदा करना उनका सपना बन गया है और इसे हासिल करने के लिए उन्हें मेरी मदद की जरूरत है। मैंने उन्हें अपनी पूरी सहमति दी क्योंकि मुझे विश्वास है कि मैं एक असहाय जोड़े के लिए अच्छा काम कर रहा हूं और उनके जीवन को कुछ खुशियों से भर रहा हूं।

फिर ऐसे ही चल पड़ा….

सचिन ने मुझे 2 दिन के लिए उनके घर बंगलौर आने के लिए कहा और अगर कोई नोटिस करेगा तो वे मुझे अपनी पत्नी के चचेरे भाई के रूप में पेश करेंगे।

Couple sex story – शादी के बाद लडको से चुदाई के मजे लिए

वे 2 दिन उसके मासिक धर्म के 13-14 दिन होंगे जो गर्भाधान के लिए उपजाऊ दिन होंगे। उन्होंने मुझे तारीखें बताईं और मैंने बंगलौर जाने के लिए उन 2 दिनों की छुट्टी ली। सौभाग्य से 2 दिन सप्ताहांत (शनिवार और रविवार) पर आ रहे थे। मैं शनिवार की सुबह तय किए गए अनुसार बैंगलोर में उतरा और मैं उनके द्वारा बुक की गई कैब में उनके घर गया। यह 2 बीएचके का फ्लैट था और उन्होंने मेरा बहुत अच्छे से स्वागत किया और वह महिला बिल्कुल सुंदर थी। वह एक हिंदी फिल्म की नायिका की तरह दिखने वाली एक पूर्ण मारवाड़ी सुंदरता थीं। मैं उनसे बात कर रहा था और अंतराल में उसकी जाँच कर रहा था। उसने लेगिंग और टॉप पहना था और अंदर कोई इनर नहीं था। उसके स्तन नाच रहे थे और मेरा लंड भी अंदर नाच रहा था और वह मुस्कुरा रही थी जैसे समझ रही हो। दंपति के पति ने मुझे रात तक इंतजार करने और आराम करने को कहा। मैंने दोपहर का भोजन किया और आराम किया और शाम को उठा। शाम को मुझे चाय दी गई और मुझे उनका एल्बम दिया गया।

मैंने उनकी शादी और ऊटी और मैसूर के दौरे की तस्वीरें चेक कीं। वह अपने सभी परिधानों में तेजस्वी सौंदर्य थी और मैं बिना वेशभूषा के सोच रहा था कि वह कितनी सुंदर होगी। मैं उसकी सुंदरता का आनंद लेने के लिए थोड़ी तेजी से आगे बढ़ने के लिए प्रार्थना कर रहा था। सचिन वहां आए और मुझसे बातें करने लगे और बताया कि उनकी शादी कैसे हुई और बैंगलोर में उनका जीवन कैसा रहा है, उनके कंधों पर उनके घर में एक बच्चे के लिए कितना दबाव है क्योंकि उनकी शादी 6 साल पहले हुई थी। उसे अपनी नपुंसकता पर थोड़ा दुख हुआ और उसने बताया कि उसकी नपुंसकता उसकी पत्नी के लिए अभिशाप नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आईवीएफ के लिए भी प्रयास किया जो बैंगलोर में बहुत महंगा था और वे इसे वहन नहीं कर सकते। इसलिए उन्होंने आईवीएफ के लिए जाने के बजाय यह कदम उठाने का फैसला किया। उन्होंने मेरी मदद के लिए सामने आने के लिए मुझे धन्यवाद दिया। उसने कहा कि लगभग 9 बजे वह घर से बाहर निकलेगा और 11 बजे आएगा और वह समय हमारे लिए पर्याप्त होना चाहिए क्योंकि उसकी उपस्थिति उसकी पत्नी को स्वतंत्रता नहीं दे सकती है। उनकी भी यही राय थी। जल्द ही रात के 9 बजे का समय हो गया और वह फिर से मेरे कमरे में आया और मुझसे कहा कि वह बाहर जा रहा है और मुझे सारी शुभकामनाएं दीं। मैंने उसे खुश रहने के लिए बधाई दी। सब कुछ ठीक हो जाएगा। उसने मुझे बताया कि उसकी पत्नी अपने बेडरूम में मेरा इंतजार कर रही है और बाहर चली गई।

मैं बड़े उत्साह के साथ उनके मास्टर बेडरूम की ओर चल पड़ा और वह बिस्तर पर बैठी थी। वह थोड़ी नर्वस भी थी। मैं बस अंदर गया और उसके पास बैठ गया और बातचीत शुरू कर दी। मैंने उससे कहा कि वह हिंदी हीरोइनों की तरह बहुत खूबसूरत है। मैं उसकी सुंदरता की बहुत प्रशंसा कर रहा था ताकि वह मानसिक और शारीरिक रूप से भी खुल सके क्योंकि मुझे पता था कि एक शानदार मैथुन के लिए मानसिक तैयारी एक मजबूरी है। मैंने कहा कि वह अपनी शादी की सभी तस्वीरों में और उनके दौरे की तस्वीरों में भी बहुत खूबसूरत थी। उसका पति एक भाग्यशाली व्यक्ति है जिसके पास ऐसी सुंदरता है। उसके पति ने अपने पिछले अवतार में बहुत अच्छे काम किए होंगे जिसके कारण उसे इतनी सुंदर पत्नी मिली। यह कहकर मैंने उसका हाथ अपनी हथेली में लिया और उसे किस कर लिया। उसने मेरा चुंबन लिया और अपना हाथ केवल मेरे हाथ में रखा। मैंने उसके दोनों हाथों पर करीब 20 किस किए। उसने अपनी आँखें बंद कर लीं और मेरे चुंबन का आनंद ले रही थी।

to be continued…

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शादी के बाद लडको से चुदाई के मजे लिए https://sexstories.one/meri-pyasi-chut-ki-chudai-sex-story/ Sun, 12 Dec 2021 07:20:10 +0000 https://sexstories.one/?p=3466 वो मेरी कमर में हाथ डाल कर अपनी और खीच कर मेरी होठो पर अपनी होठो को रख दिया | मैं उसकी होठो को मुंह में रख कर चूसने लगी | वो मेरी होठो को चूसने लगा | वो मेरी होठो को चूसने के साथ में मेरी गांड को दबा रहा था...

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Meri pyasi chut ki sex story – हेल्लो दोस्तों मेरा नाम रूचि है | मैं रहने वाली कश्मीर की हूँ | मेरी शादी हो चुकी है | मेरी शादी को 2 साल हो चुके हैं | मैं दिखने में गोरी हूँ | मेरे बदन भरा हुवा है और मेरा चेहरा गोल है | जिससे मैं दिखने में काफी सुन्दर लगती हूँ | मेरे उम्र 24 साल है | मेरा फिगर सेक्सी है | मैं आप लोगो को बता देती हूँ की मेरे पति दिखने में गोरे हैं और उनके बदन गठीला है | वो काफी हट्टे कट्टे हैं | वो दिखने में तो बहुत अच्छे लगते हैं | वो किसी पहलवान से कम नही हैं | मेरे पति की उम्र 28 साल है | उनके शरीर की तरह उनका उनका लंड भी दमदार है और काफी लम्बा और मोटा है |

जब मैं उनके साथ सेक्स करती हूँ तो मुझे वो मंजा नही मिल पता है | जो मुझे कम उम्र के लडको के लंड से चुदने में मिलता है | अब मेरी इच्छा कम उम्र के लडको से चुदने की होती थी | वो मुझे बहुत ही अच्छे से चोदते हैं पर मुझे अब मज़ा नही आता है | मैं अब कम उम्र के लडको के लंड को अपनी चूत में कल्पना करके बहुत अच्छा महसूस करती हूँ | मैं बहुत बार अपने पति की नजरो से बच कर लडको के साथ सेक्स का मज़ा ले चुकी हूँ | मुझे तब से ही कम उम्र के लडको से चुदाई करने में मज़ा आता है | मैं अब अपनी कहानी पर आती हूँ | मैं कल्पना करती हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आयेगी |

दोस्तों जब मेरी शादी नही हुई थी | उस टाइम मेरी उम्र 17 -18 तक ही होगी | तब मैंने पहली बार 10 साल के लड़के को अपने घर से कुछ ही दूर पर एक सुनसान जगह है | मैं उस लड़के को अपने साथ ले गयी थी | फिर मैंने उस लड़के से अपने स्तन को  मुंह में लेकर चूसने को कहा | वो मेरे बूब्स को मुंह में रख कर चूसने लगा | वो मेरे निप्पल को मुंह में रख कर जोर जोर से दबाते हुए चूस रहा था | मुझे उस दिन बहुत मज़ा आया था और मैं सोच रही थी की इसमें इतना मज़ा आता है | तब चुदाई में कितना मज़ा आता होगा | मैं अपने स्तन को चुसाने के बाद उस लड़के से बोली की अब तुम ये बात किसी से मत बोलना नही तो तुम्हे मार पड़ेगी | वो बोला की ठीक है किसी से नही कहूँगा | उसके 3 -4 महीने के बाद की बाद है जब मैंने अपन पहली चुदाई अपने घर के पीछे करवाई थी |

उस दिन मेरे मोहल्ले के  लड़के ने ही मेरी चूत की सील तोड़ी थी | उस दिन में एक मछली की तरह तड्पी थी | वो मेरी चूत में लंड को डाल कर मुझे पहली चुदाई का मज़ा दिया था | उसके बाद वो मुझे कभी कभी चोदने आ जाता था | मैं अपने घर के पीछे ही रात में चुद लिया करती थी | कुछ दिन बाद ही मेरी शादी के लिए कुछ लोग मुझे देखने आये | वो लोगो ने मुझे पसंद कर लिया और उसके 1 महीने बाद ही मेरी शादी हो गयी | मेरी सुहागरात के दिन मेरे पति ने मुझे पूरा नंगा करके मेरी चुदाई की थी | मैं उस रात पहली बार पूरी नंगी हो कर किसी से अपनी चुदाई करवा रही थी | उसके बाद मेरे पति मुझे अक्सर चोदा करता हैं |

इस तरह से मेरी शादी को धीरे धीरे  2 साल हो गए | अब मैं फिर से कम उम्र के लडको से चुदने के लिए सोचने लगी | एक दिन की बाद है जब मैं मार्केट में सब्जी लेने के लिए गयी थी | उस दिन एक लड़का मेरे पीछे पीछे घूम रहा था क्यूंकि में इतनी हॉट हूँ और मैं कहीं से शादीशुदा नही लगती हूँ | वो लकड़ा दिखने में अच्छा था इसलिए मैंने उसे माना नही किया | अब जब मैं काफी भी मार्केट जाती थी तो वो लकड़ा मुझे लाइन मारता और मेरा पीछा करता था | एक दिन की बात है जब वो लड़का बहुत हिम्मत करके मेरा पास आया |

वो लड़का – हाय कैसी हो आप ?

मैं – अच्छी हूँ आप ?

वो लड़का – मस्त हूँ और आप क्या करती हो |

मैं – कुछ नही अपने घर काम करती हूँ और तुम हो कौन जो ये सब मुझसे पूछ रहे हो |

वो लड़का – मेरा नाम सूरज है और आपका नाम क्या है ?

मैं – ठीक है तुम्हारा नाम सूरज है | ये सब आप मुझसे क्यूँ बोल रहे हो |

वो लड़का – मैं तुम्हे पसंद करता हूँ आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो |

मैं – बेटा अपनी उम्र देखो और मेरी उम्र देखो फिर मुझसे फिर प्यार करना |

मैं ये बोल कर वहां से चली आई | मुझे सूरज पसंद था पर औरत होने की वजह से कुछ नही बोली | एक दिन की बात है जब वो लड़का मुझे फिर मिल गया और बोला की आप मुझे अपना नाम तो बता दो | मैंने उस दिन उस लडको को अपना नाम बताया | फिर उसने मुझे अपना नम्बर देकर बोला आप एक बार कॉल कर देना और चला गया | मैंने उसे उस दिन कॉल नही की उसके कुछ दिन बाद की बात है जब मैंने उसे कॉल की और उससे बात करने लगी | फिर मेरी उससे रोज ही बात होने लगी जब मेरे पति घर पर नही होते थे तो मैं उससे बात करती थी |

वो मुझे कॉल पर किस भी करता था | इस तरह से मुझे उससे बात करते हुए 2 -3 महीने तक हो गये | अब वो मुझसे सेक्स के लिए भी कहता था | मैं भी उसके लंड की भूखी थी और मौका देखती थी की कब में उसके लंड का मज़ा ले पाऊँगी | उसके कुछ दिन के बाद की बात है जब वो मुझसे बोला की चलो कहीं घुमने चलते हैं | मैं और सूरज जब भी मिलते थे | वो मेरी होठो पर किस करता था | जब वो मुझे किस करता था तो मुझे अच्छा लगता था |

उस दिन वो मुझे घुमाने ले गया था | उसके बाद उसने मुझसे कहा मेरे घर पर आज कोई नही है और न ही कोई आज आएगा तो घर चलते थे | अब मुझे लगा की मुझे आज उसके लंड का मज़ा मिल जायेगा | वो मुझे अपने घर ले गया | मैं और सूरज बैठ कर बात करने लगे | तब वो मेरी कमर में हाथ डाल कर अपनी और खीच कर मेरी होठो पर अपनी होठो को रख दिया | मैं उसकी होठो को मुंह में रख कर चूसने लगी | वो मेरी होठो को चूसने लगा | वो मेरी होठो को चूसने के साथ में मेरी गांड को दबा रहा था | वो मेरी गांड को दबाने के साथ मुझे किस कर रहा था |

Chudai ki Kahaniya दो बार चुदाई एक रात में

मों कुछ देर में गर्म हो गयी और वो तो मेरी चुदाई करने के लिए तैयार था | फिर उसने अपने कपड़े निकाल दिए साथ में मेरे भी निकाल दिए | मैं उसके सामने ब्रा और पैंटी में आ गयी | मैं उस दिन हल्के रेड कॉलर की ब्रा और पैंटी पहनी हुई थी | वो मेरे एक दूध को ब्रा के ऊपर से दबाते हुए मुंह में रख कर चूसने लगा | मैं उसके लंड को अंडरवियर के ऊपर से सहला रही थी | जब मैं उसके लंड को सहला रही थी तो मुझे इसका लंड काफी बड़ा और मोटा लग रहा था | वो मेरे बूब्स को चूसने के साथ में मेरी ब्रा के हुक को खोल दिया | फिर वो मेरे दूध के निप्पल को मुंह में रख कर चूसने लगा |

मैं उसके सर को पकड कर आ आ आ आ.. हूँ हूँ हूँ.. ह ह ह ह.. अ अ अ अ अ…. सी सी सी सी… उई की सिसकियाँ लेने लगी | वो मेरे निप्पल को मुंह से पकड कर खीच खीच कर चूस रहा था | वो मेरे बूब्स को ऐसे ही कुछ देर तक चूसने के बाद मुझे सोफे पर लेटा दिया | फिर मेरी चूत में अपनी जीभ को घुसा कर मेरी चूत को चाटने लगा | मैं अपने स्तन के निप्पल को दबाती हुई उ उ उ उ… आ आ आ आ… सी सी सी सी…. ऊ ऊ ऊ ऊ… की सेक्सी आवाजे कर रही थी | वो मेरी चूत को चाटने के साथ में मेरी चूत में अपनी ऊँगली भी घुसा दी जिससे मेरी चुत में आग सी लगा गयी |

फिर वो अपनी अंडरवियर से अपने लंड को निकला | मैं उसके लंड को देखकर बोली ओ माई गॉड लंड है ये कोई लाठी | उसका लंड मेरे पति से बहुत मोटा और लम्बा था | मैं अपने घुटने के भल बैठकर उसके लंड को हाथ में पकड़ कर मुंह में रख कर चूसने लगी | मैं उसके लंड को मुंह में रख कर अन्दर बाहर करती हुई चूसने लगी | मैं उसके लंड को मुंह में रखकर कुछ देर तक ऐसे ही चूसती रही |

फिर वो अपने लंड को मेरे मुंह से निकाल कर मेरी टांगो को फैला कर मेरी चूत के ऊपर लंड को रगड़ने लगा | वो मेरी चूत पर लंड को रगड़ते हुए मेरी चूत में अपने लंड को एक ही धक्के में आधा घुसा दिया | मेरी चूत गीली होने की वजह से उसका लंड मेरी चूत में आराम से घुसा गया | मेरी चूत में जोर से दर्द होने लगा तो मैं सोफे को कस के पकड कर अ अ अ अ.. ऊ ऊ ऊ ऊ.. हुई हुई हुई…आ आ आ… की सेक्सी आवाजे कर रही थी | वो मेरी चूत में अपने लंड को जोर जोर धक्को के साथ मुझे चोद रहा था | वो मेरी चूत में जोरदार धक्के मार रहा था |

तब मेरे बड़े और चिकने बूब्स हिल रहे थे | फिर उसने मेरी चूत से अपने लंड को निकाल कर मुझे घोड़ी बनने को कहा | मैं घुटने के बल सोफे को पकड कर खाड़ी हो गयी | वो मेरी चूत में पीछे से लंड को डाल मेरी कमर को पकड कर चोदने लगा | वो मुझे ऐसे ही 20 मिनट तक चोदने के बाद झड़ गया | फिर वो मेरी चूत के पानी निकलने तक मेरी चूत में अपनी ऊँगली को डाल कर हिलाता रहा जिससे मेरी चूत से कुछ ही देर में पानी निकल गया | मैं अपने कपडे पहन लिए और उसने अपने कपडे पहन लिए | वो मुझे मेरे घर तक छोड़ने आया |

उस रात मैंने उससे 15 मिनट तक बात की थी | उसके बाद मुझे कम उम्र के लडको से चुदने में ज्यादा ही मज़ा आने लगा |

दोस्तों मुझे उम्मीद है की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आई होगी |

मेरे प्यारे दोस्तों को मेरी कहानी पढने के लिए मैं धन्यवाद बोलती हूँ |

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एक्स-गर्लफ्रेंड की वर्जिन बेस्ट फ्रेंड https://sexstories.one/chudai-ex-girlfriends-virgin-best-friend/ Tue, 30 Nov 2021 10:13:40 +0000 https://sexstories.one/?p=3116 मेरे हाथ उसकी पीठ के चारों ओर घूमने लगे, और अंत में उनके भाग्य, बड़े नरम और गोल पहाड़ों की खोज की, और उन्हें जोर से दबाने लगे, और उसे मेरे करीब धकेल दिया। उसने भी जवाब देना शुरू कर दिया...

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Chudai Ex-Girlfriend’s Virgin Best Friend – वह मेरे लिए बहुत अच्छी सुबह नहीं थी, कल रात मैंने अपनी प्रेमिका के साथ संबंध तोड़ लिया था, हम पिछले 2 साल से रिश्ते में थे, लेकिन कल रात अचानक उसने कहा…

मेरा पूर्व: मैं तुम्हारे साथ संबंध तोड़ना चाहता हूं, क्योंकि किसी कारण से हमारा रिश्ता कहीं नहीं जा रहा है; पता नहीं क्या, लेकिन हमारे रिश्ते में बस कुछ कमी रह गई है। हमारे रिश्ते में वह चिंगारी नहीं है। हम 2 साल से साथ हैं लेकिन मैं आपके लिए कुछ भी महसूस नहीं कर सकता। मुझे गलत मत समझिए कि आप अच्छे दिखते हैं, अच्छी नौकरी करते हैं, और एक अच्छे इंसान भी हैं, लेकिन मैं आप में एक अकेला साथी नहीं देख सकता।

मैंने बस यही सोचा कि मैं दुनिया का सबसे बड़ा मूर्ख हूं जिसने मेरे कीमती 2 साल एक ऐसी लड़की के साथ बर्बाद किए जो मेरे बारे में कुछ भी महसूस नहीं करती है।

2 मिनट के मौन के बाद उसने चुप्पी तोड़ी और कहा,

मेरा पूर्व: अरे! उदास मत हो यार, किसी भी रिश्ते के खत्म होने से जिंदगी खत्म नहीं होती, हम अभी भी अच्छे दोस्त हैं।

मैं: हम्म, ठीक है, कोई बात नहीं, शुभ रात्रि, मुझे जाना है।

मेरा पूर्व: ठीक है, अलविदा, शुभरात्रि।

और मुझे गले लगाने के लिए आगे आया, लेकिन मैं उसे गले लगाने के लिए तैयार नहीं हूं और बस हाथ मिलाने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया, और फिर से शुभ रात्रि कहा और आँसुओं की दो बूंदों को छिपाने के लिए अपना चश्मा लगा लिया। और उसका घर छोड़ दो।

उस रात, मैं सो नहीं सकता; पूरी रात मैं पिछले 2 साल की सुनहरी यादों में जी रहा था। मैंने उसे कैसे प्रपोज किया, हमारा पहला आलिंगन, हमारा पहला चुंबन, हमारी पहली मुलाकात आदि।

लगभग 11:00 बजे मैं सामान्य हो रहा हूं, और मैंने सोचा कि मैं कोई फिल्म देखने जाऊं। उसी समय किसी ने मेरे फ्लैट का दरवाजा खटखटाया। मुझे लगा कि मैं दूधवाला हूँ, जो सुबह नहीं आया था। मैं बस अपने शॉर्ट्स में थी, और शर्ट को खोजने की कोशिश की, लेकिन फिर उस व्यक्ति ने दरवाजा खटखटाया और चिल्लाने लगा।

क्या बकवास है, वह यहाँ क्यों आई और मुझ पर चिल्ला रही थी।

मैं: आ रहा हूँ।

मैंने दरवाज़ा खोला और देखा कि मेरे पूर्व का सबसे अच्छा दोस्त उनके साथ खड़ा है, गुस्से में चेहरे के साथ एक हाथ में पीतल की अंगुली और दूसरे में बेसबॉल का बल्ला, और उसके सिर पर कोई टाई जैसी चीज़ और उसके माथे पर लिपस्टिक का तिलक।

मैंने जल्दी से उसके सामने दरवाजा बंद कर दिया, और वह फिर से चिल्लाने लगी, “हे कायर, कुतिया के बेटे, दरवाज़ा खोलो कमीने”।

मैं: चले जाओ; मैं अपनी बुलेट प्रूफ ड्रेस के बिना यह दरवाजा नहीं खोलने जा रहा हूं, जो अब वाटर प्रूफ भी है।

और मैं यह याद करके हँसा कि वह कैसी दिख रही है।

वह: हंसो, तुम कितना चाहते हो, लेकिन एक बात याद रखना, यह इस दुनिया में तुम्हारे दयनीय अस्तित्व का आखिरी दिन है।

वह फरिश्तों के शरीर में एक शैतान की तरह है, हमेशा दूसरों के लिए आपदाएं पैदा करती है, यह उसका शौक है। लेकिन मेरे दिल के किसी कोने में उसके लिए कुछ अजीब सा एहसास है, मुझे उससे बहस करना और लड़ना अच्छा लगता है।

जब मुझे कोई पलायन दिखाई नहीं दे रहा था, तो आखिरकार दरवाजा खोलने का फैसला किया।

तब मैंने थोड़ा दरवाजा खोला था, और उससे कहा था, “अगर तुम बात करना चाहते हो तो पहले अपने सारे हथियार सौंप दो।

लेकिन उसने मेरे नंगे सीने पर, पीतल के पोर से मुक्का मारा।

Mastaram Chudai – पूर्णा का सेक्सी एडवेंचर

मैं: अरे इसे दूर रखो, इससे चोट लग सकती है।

वह: तुमने मेरी सबसे अच्छी दोस्त को छोड़ दिया था, तुम माँ कमीने।

उसने बेस बॉल के बल्ले से मुझे मारने की कोशिश की, लेकिन थोड़ा खुला दरवाजा होने के कारण यह मुझे चोट नहीं पहुंचा सकता।

मैं: मैंने तुम्हारे दोस्त को डंप नहीं किया था, तुम कुतिया; हम दोनों ने आपसी सहमति से एक दूसरे से ब्रेकअप का फैसला लिया है।

वह: हर आदमी कहता है कि, क्या उसके पास कोई विकल्प था, जब आपने उससे कहा कि आप उससे संबंध तोड़ना चाहते हैं।

उसने दो बार बेसबॉल के बल्ले की कोशिश की, लेकिन जब देखा तो वह मुझे बल्ले से चोट नहीं पहुंचा सकती, उसने फिर से अंगुली की कोशिश की, लेकिन मैं इस बार तैयार था और दरवाजा बंद कर दिया, और उसका पंच दरवाजे पर उतरा।

वह अचानक रोने लगती है और चिल्लाती है, “ओह माँ, तुम बदमाश, तुमने मेरा हाथ तोड़ दिया”।

मैंने पूरा दरवाजा खोला, और उसके चेहरे पर दर्द देखकर हंसने लगा।

वह: तुम बदमाश, तुम मेरी हड्डियों को तोड़ने के बाद हंस रहे हो ।

उसके द्वारा सारे हथियार गिरा दिए गए, और वह सचमुच रोने लगी, मेरे अंदर का डॉक्टर जाग गया, और मुझे उसकी चिंता हुई, क्योंकि मैंने उसे कभी रोते हुए नहीं देखा था।

मैं: क्या यह ठीक है? मुझे अपने हाथ दिखाओ।

और मैंने ध्यान से उसका कोमल हाथ अपने हाथ में लिया और उसे अंदर ले गया। अपने में एक खूबसूरत लड़की का हाथ होना हमेशा अच्छा लगता है।

उसने मेरी छाती को देखा, चौड़ी आँखों से, उन आँखों में चमक के साथ, मुझे पता है कि वह मेरे शरीर से प्रभावित थी।

मुझे झूमना पसंद है, और इसलिए एक मजबूत शरीर और छाती है।

कुछ सेकंड के बाद

वह: क्या तुम इतने गरीब हो कि तुम्हारे पास कमीज है।

यद्यपि वह क्रोधित होने का नाटक करती है, लेकिन जो मैं उसकी आँखों में देखता हूँ वह मेरे शरीर की वासना है, वह लगातार मेरे नंगे बालों वाली छाती को निहारती रहती है।

मुझे इतना अजीब लग रहा है कि मैंने अपने हाथों को अपनी छाती के सामने रख लिया।

वह हंसने लगी और बोली, “तुम एक लड़की की तरह क्यों व्यवहार कर रहे हो”?

मैं: एक लड़का और क्या कर सकता है, अगर आप जैसी डाकू रानी एक लड़के के सामने खड़ी हो और उसे घूर रही हो जैसे कि वह उसका बलात्कार करने जा रही है।

वह (गुस्से में मेरी ओर देखती है, और कहती है): क्या मैंने इस पर हंसने की सोची थी। मेरा बल्ला कहाँ है? मैं यहाँ तुम्हें मारने आया था, कमीने।

और उसके बेसबॉल के बल्ले की खोज की, और उसे दरवाजे के पास पाया, वह बल्ला लेकर दौड़ी और मुझे पीटने के लिए दौड़ने लगी।

मैं: क्या तुम पागल हो? यह चोट पहुँचा सकता है। आप पहले से ही खुद को चोट पहुँचा रहे हैं, क्या यह आज के लिए पर्याप्त नहीं है?

हाथ में तलवार की तरह बल्ला लेकर रानी लक्ष्मी बाई जैसी दिखती हैं, एक ब्रिटिश सैनिक को मारने आ रहा है, और मैं गरीब ब्रिटिश सैनिक हूँ।

मैं भाग कर अपने शयनकक्ष में गया, उसने मेरा पीछा किया; मैं बिस्तर के दूसरी ओर चले गए बिस्तर पर कूद गया।

वह बिस्तर पर चढ़ गई, और संतुलन खो बैठी और पेट के बल गिर गई, और उसकी बड़ी उछलती हुई गांड देखने के लिए आती है। मैं एक पल के लिए मंत्रमुग्ध हो गया था; उसने खुद को इकट्ठा किया और मुझे बल्ले से मारने की कोशिश की, लेकिन मैंने बल्ले को पकड़ लिया और उसे फेंक दिया, उसने मुझे मुक्का मारने की कोशिश की, लेकिन मैंने उसका हाथ पकड़ लिया, फिर उसने मुझे लात मारी, लेकिन मैं वापस जाने और देखने के लिए जल्दी थी उसका संतुलन फिर से टूट गया, लेकिन मैंने उसे कमर से पकड़ लिया और नीचे गिरने से रोक दिया। और अचानक मैंने पाया, उसके स्तन मेरे मुंह के सामने उसके ढीले टॉप में ढके हुए थे। और मैं अंदर ढीला टॉप देख सकता हूं। 2 बड़े खरबूजे चूसने का इंतजार कर रहे हैं। और तभी, वह चिल्लाती है

वह (चिल्लाते हुए): कॉकरोच

फिर वह मेरे चारों ओर पैर बांधकर मुझ पर कूद पड़ी। और अचानक हमारे होंठ आपस में चिपक गए। मैं बस चौंक गया, और 440 wt महसूस कर रहा हूं। मेरे शरीर में करंट चल रहा है। और अनजाने में मेरे होंठ और हाथ वहाँ काम करने लगते हैं, और मैं उसके होठों को चूसने लगा था। और मेरे हाथ उसकी पीठ के चारों ओर घूमने लगे, और अंत में उनके भाग्य, बड़े नरम और गोल पहाड़ों की खोज की, और उन्हें जोर से दबाने लगे, और उसे मेरे करीब धकेल दिया। उसने भी जवाब देना शुरू कर दिया, और मेरे ऊपरी होंठ को चूसने और काटने लगती है, और मेरे बालों को एक हाथ से पकड़ती है और उन्हें खींचना शुरू कर देती है, और दूसरे हाथ के नाखूनों से मेरी पीठ को खरोंचना शुरू कर देती है। चुंबन के दौरान वह बहुत जंगली थी, हम एक-दो मिनट तक एक ही स्थिति में लिप लॉक रहे, और फिर अचानक उसने मुझे छोड़ दिया और मुझे धक्का दे दिया। हम दोनों की सांसें तेज चल रही हैं।

मैंने उसे फिर से पकड़ने की कोशिश की लेकिन उसने मुझे धक्का दे दिया।

अचानक वह चिल्लाने लगती है, “बकवास – मैं तुम्हारे जैसे राक्षस के साथ कैसे कर सकता हूं, मैं अपने हथियारों के साथ यहां आया था, धूर्त, तुमने मेरी परी को धोखा देने की हिम्मत कैसे की, वह तुम्हारी वजह से रो रही है”

मैं (हैरान): वह मेरी वजह से रो रही है ??? (मैं चिल्लाना शुरू करता हूं) और उसे विस्तार से बताया कि कल रात क्या हुआ था।

मैं: मुझे ही चोट लगी थी, फिर वह क्यों रो रही है?

वह: लेकिन वह परेशान दिखती है।

मैं; बेशक वह परेशान होगी, अगर आपका पालतू जानवर भी मर जाता है तो आप कुछ दिनों के लिए दुखी हो जाते हैं, और हमारा रिश्ता इससे कहीं ज्यादा है, या कम से कम मुझे ऐसा लगता है।

बीती रात की यादों को याद करके मैं फिर रूठ गया।

फिर वो मेरे पास आई और बोली, परेशान मत होइए, आप बहुत हैंडसम लड़के हैं, जल्द ही आपको कोई ऐसा मिलेगा जो आपसे सच्चा प्यार करता है।

मैं: लंच का समय हो गया है क्या आप कुछ खाना चाहते हैं।

वह: क्या आप खाना बनाना जानती हैं?

जारी………..

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मेरी प्रेमिका के साथ पहला सेक्स अनुभव https://sexstories.one/fucked-my-desi-girlfriend/ Mon, 29 Nov 2021 06:34:44 +0000 https://sexstories.one/?p=4871 मैंने उसकी पैंट खोली और उतार दी और वह मेरे सामने पूरी तरह से नंगी है। उसका शरीर इतना कोमल है और अपने शरीर को देखता रहता है। फिर मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया और उसके पैर फैला दिए और वहाँ उसकी चूत थी...

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Fucked my desi girlfriend हेलो इंडियन सेक्स स्टोरीज रीडर्स। आप कैसे हैं? वैसे भी, मुझे लगता है कि मुझे इसके बजाय कहानी शुरू करनी चाहिए। बात तब की है जब मैं बी.टेक में था। मैं 20 साल का हूं और गर्लफ्रेंड भी 20 साल की है। हम कुछ ही महीनों के लिए प्यार में हैं। हम खूब बातें करते थे। और सेक्स के बारे में बातें करने लगे।

मैंने उससे उसके शरीर, उसके स्तन और चूत के बारे में पूछा। पहले तो उन्हें शर्म महसूस हुई लेकिन बाद में उन्होंने खुलकर जवाब दिया। यह सिलसिला हफ्तों तक चलता रहा और हम सीधे कॉल्स पर ही किस करते थे, सीधे तौर पर नहीं। एक दिन मैंने उससे किस करने के लिए कहा तो उसने कहा ठीक है लेकिन मुझसे पूछा कि हम इसे कैसे करने वाले हैं। मैंने कहा कि मैं योजना बनाऊंगा।

अगले दिन जब हम कॉलेज में थे तो दोपहर के समय हमारा प्रयोगशाला सत्र था। प्रयोगशाला सत्र के दौरान, मैंने उसे ऊपरी मंजिल पर अंतिम कक्षा में आने के लिए कहा जो उस दिन के अंत में खाली हो जाएगी। उसने कहा ठीक है। हमने प्रयोगशाला सत्र पूरा किया। मैं पहले उस कक्षा में गया और प्रतीक्षा करने लगा।

5 मिनट के बाद वह किसी और पर शक न करने के लिए दूसरे रास्ते से आई। जैसे ही उसने प्रवेश किया उसने मुझे देखा और मुझे एक शर्मीली मुस्कान दी। मेरी धड़कन तेज हो गई थी और मुझे पसीना आ रहा था। यह बहुत तनावपूर्ण क्षण था क्योंकि यह मेरा पहला चुंबन था। वह ऐसा ही महसूस कर रही थी। हम 5 मिनट तक घूरते रहे।

मैंने पहल की और उसके करीब गया। वह जोर जोर से सांस ले रही थी और मैं भी। फिर मैंने उससे पूछा कि क्या हम किस करें और उसने कहा ठीक है। फिर हम करीब आ गए और मैंने उसके गाल पर किस किया। इसके बाद वह पीछे हट रही थी। फिर मैंने उसका हाथ पकड़ा और उसे अपनी ओर खींच लिया और लिपलॉक कर दिया।

यह एक सुंदर चुंबन था। मैंने पहली बार उसका स्वाद महसूस किया और यह बहुत अच्छा था। हमने एक मिनट तक किस किया और किसी के आने की आवाज सुनकर रुक गए। फिर हम मुस्कुराए और कक्षा से विपरीत दिशाओं में चले गए। उस रात हमने अपने चुंबन के बारे में बात की। मैंने उससे पूछा कि हमें सेक्स करना चाहिए।

Sex story भिखारी लड़की के जलवे

उसने कहा ठीक है। फिर उसने मुझे बताया कि उसके माता-पिता अगले महीने एक समारोह के लिए शहर से बाहर जा रहे हैं। मैंने कहा कि यह हमारे लिए एकदम सही है। और हमने सपने देखने और इस बारे में बात करने के लिए एक महीने तक इंतजार किया कि हमें इसे कैसे करना चाहिए। जैसे ही दिन आया उनके माता-पिता सुबह करीब छह बजे निकल गए।

जैसा कि मुझे पता था कि मैं पहले से ही तैयार हो गया था और उनके घर के पास उनके जाने का इंतजार कर रहा था। जैसे ही उसके माता-पिता चले गए, उसने मुझे फोन किया और मुझे दूसरी दिशा से उनके घर आने के लिए कहा। मैंने उसके निर्देशों का पालन किया और गली या आस-पास के घरों में किसी का ध्यान न रखते हुए धीरे-धीरे घर में प्रवेश किया।

अंदर घुसते ही मैं हॉल में एक कुर्सी पर बैठ गया। वह अभी-अभी स्नान करके बाथरूम से आई और अपने माता-पिता के बेडरूम में प्रवेश कर गई। उसने दरवाजा बंद किया लेकिन ताला नहीं लगाया। मैं बहुत तनाव में था और समझ नहीं पा रहा था कि उस कमरे में प्रवेश करूँ या बस इंतज़ार करूँ। मैं इंतजार करता रहा और वो कपड़े पहन कर बाहर आ गई.

फिर हम गले मिले और उसने मुझे किस किया। अब मैं रिलैक्स हो गया और वो मेरा हाथ पकड़ कर अपने बेडरूम में ले गई। कमरा छोटा था और बिस्तर हम दोनों के लिए काफी था। हम हाथ पकड़कर बिस्तर पर अगल-बगल बैठ गए। फिर मैंने उसके गालों और माथे पर किस किया और उसके होठों पर किस किया।

फिर हम जोश से किस करने लगे। हम चूमते हुए बिस्तर पर लुढ़क गए। मैं उसकी पोशाक के ऊपर अपने हाथों से उसके पूरे शरीर को छू रहा था। फिर मैंने उसके स्तनों पर हाथ रखा और धीरे से उन्हें दबाया। उसने एक विलाप दिया। मैं उन्हें धीरे से दबाता रहा और किस करता रहा।

फिर मैंने उसका टॉप उतार दिया। मैंने पहली बार उसके स्तन देखे क्योंकि उसने कोई ब्रा नहीं पहनी हुई थी। मैंने उन पर हाथ रखा और वह स्पर्श अद्भुत था। मैंने उसके दाहिने स्तन को चूमा और अपने हाथ से बायीं ओर दबा दिया। फिर मैंने लेफ्ट वन को किस किया और कुछ मिनटों तक ऐसा ही करती रही।

वह कराहती रही और मेरे सिर को अपने स्तनों से दबाती रही। मैंने उसकी पैंट खोली और उतार दी और वह मेरे सामने पूरी तरह से नंगी है। उसका शरीर इतना कोमल है और अपने शरीर को देखता रहता है। फिर मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया और उसके पैर फैला दिए और वहाँ उसकी चूत थी। सुंदर और ताज़ा।

मैंने उसकी चूत के होठों पर एक छोटा सा किस किया और उसे शर्म आ रही थी। तब मैं उठा, और नंगा हो गया, और उसके पास लेट गया। मैंने उस पर एक पैर रखा और हम फिर से किस करने लगे। मैं सब कुछ दबाते हुए उसके पूरे शरीर पर हाथ फेर रहा था। फिर मैं उसके स्तन चाटने लगा और उसके निप्पलों को अपने होठों से सहलाने लगा।

वह उत्तेजित हो गई और मेरे सिर को उसके स्तनों से दबा दिया। फिर मैं उसके नाभि के पास आया और उसे भी चाटा और उसके स्तन दबाता रहा। फिर मैंने उसे अपनी टांगें फैलाने को कहा और उसकी टांगों के बीच आ गया और उसकी चूत को धीरे से चाटा। उसका स्वाद बहुत अच्छा है। मैंने अपना हाथ उसके बूब्स पर रखा और उसकी चूत को दबा कर चाटा।

उसकी चूत इतनी गीली हो गई थी और उसमें से रस निकल रहा था। मैंने उन्हें चखा और उसके होठों पर चूमा ताकि वह अपने रस का स्वाद ले सके। फिर मैं वापस उसकी चूत के पास आया और फिर से उसकी चूत में एक उंगली डाली और उसकी भगशेफ को चाटा। धीरे-धीरे मैं अपनी उंगली अंदर-बाहर कर रहा था क्योंकि वह कुंवारी थी। पहले तो उसे थोड़ा दर्द हुआ।

लेकिन मैं अपनी उंगली हिलाता रहा और उसे खुशी हुई। मैं उसकी चूत को चाटता रहा और उसे छूता रहा। अब वह पूरे मूड में थी। और वह इसका आनंद ले रही थी। मैंने उसके ऊपर जो कुछ भी आया उसे रोक दिया और उसे किस करना शुरू कर दिया। जैसे ही हम चूम रहे थे उसने मेरे बट पर हाथ रखा और एक निचोड़ दिया।

फिर मैंने उससे कहा कि मुझे एक मुखमैथुन दे दो। उसे शर्म आ रही थी और उठकर मेरा सीधा लंड अपने हाथों में ले लिया और उसे देख रहा था। फिर उसने धीरे से अपने होठों को मेरे लंड के ऊपर रख दिया और एक किस कर दिया। फिर ऊपर से धीरे-धीरे चाटने लगा। फिर मैंने अपना लंड उसके मुँह में धकेल दिया और उसका सिर पकड़कर अंदर रख दिया।

फिर वह मुख-मैथुन देने लगी। वो मेरा सारा लंड चाट रही थी और मुँह में जोर जोर से चाट रही थी और फिर से चाट रही थी। फिर मैंने उसे मेरी गेंदों को चूसने के लिए कहा। उसने मेरी गेंदों को पकड़ लिया और उनके साथ खेल रही थी। उसने एक-एक करके गेंद अपने मुँह में डाली और एक मिनट तक चूसती रही।

फिर वो मेरे ऊपर आ गई और मेरा लंड अपनी चूत में डालने लगी। जैसा कि यह हमारा पहली बार था, इसने काम नहीं किया। फिर मैं मिशनरी पोजीशन में उसके पास आया और धीरे से अपना लंड उसकी चूत में डाला। यह कड़ा था और यह पूरी तरह से अंदर नहीं गया था। मैंने धीरे-धीरे एक हरकत की ताकि मेरा लंड अंदर चला जाए।

मैं उसे धीरे-धीरे चोदता रहा। मेरा लंड उसकी चूत में घुसते ही उसे हल्का सा दर्द हुआ। 5 मिनट की धीमी चुदाई के बाद, मेरा लंड अंदर आ गया और उसे तेजी से चोदने लगा। वह जोर से कराह रही थी और उसने अपने पैर ऊपर कर लिए और मेरी कमर में लपेट लिया। मैं उसे चोदता रहा और उसे किस करता रहा और बीच-बीच में उसके स्तन चूसता रहा।

मैंने 10 मिनट तक चुदाई की और मैंने उससे कहा कि मैं कमिंग कर रहा हूँ। उसने पहले ही हमारे पास एक बेकार कपड़ा रख दिया था क्योंकि मैंने कोई कंडोम पहना हुआ था। फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और एक पुराना कपड़ा अपने लंड के चारों ओर रख दिया और उसमें सह दिया। फिर मैंने उसे उसके ओर्गास्म के लिए उँगलियाँ दीं। फिर हम गले मिले और कुछ देर ऐसे ही रहे और फिर किस किया।

10 मिनट के बाद मैं फिर से तैयार हो गया और हमने चुदाई की। इस बार हमने लगभग आधे घंटे तक चुदाई की और डॉगी स्टाइल, काउगर्ल आदि जैसे अलग-अलग एंगल में चुदाई की। उसके बाद, मुझे उसके दादाजी के आने पर जाना पड़ा।

यह मेरा सेक्स अनुभव है और पूरी तरह से विस्तृत नहीं हो सकता है। लेकिन ऐसा ही हुआ था। जब भी उसके माता-पिता बाहर जाते थे, तब भी हम सेक्स करते रहते थे, भले ही वह 1 घंटे का ही क्यों न हो।

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