मैंने झट से अपना हाथ उसके मुहं पर रख दिया और एक हाथ से उसकी कमर को पकड़ रखा था, वो मुझसे दूर जाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन मैंने नहीं जाने दिया और वो उस दर्द से बहुत ज़ोर ज़ोर से चीख रही थी। फिर वो मुझसे लंड को बाहर निकालने के लिए कह रही थी, लेकिन मैंने उसकी एक भी बात ना सुनी और में उसी पोज़िशन में धीरे धीरे लंड को अंदर बाहर करने लगा।
फिर वो कुछ देर बाद जाकर थोड़ा शांत हुई और मैंने देखा कि उसकी आँखों से आँसू बाहर आ रहे थे। bhosda
फिर मैंने थोड़ी देर बाद एक और तेज़ झटका दिया तो मेरा आधा लंड उसकी चूत के अंदर चला गया और उसकी साँस ऊपर की ऊपर और नीचे की नीचे रह गई। उसका आधे से ज्यादा बदन बिस्तर से ऊपर उठ चुका था, वो चिल्लाना चाहती थी, लेकिन मैंने उसका मुहं बंद किया हुआ था और अब वो रो रही थी, वो मुझसे लगातार छूटने की कोशिश कर रही थी, लेकिन मैंने भी उसकी कमर को बहुत कसकर पकड़ा हुआ था।
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फिर ऐसे ही मैंने मौका देखकर एक और तेज़ झटका दे दिया।
जिसकी वजह से मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया और उसकी आँखों से आँसू गिरने लगे, उसे बहुत दर्द हो रहा था और फिर में थोड़ी देर ऐसे ही रहा और वो भी धीरे धीरे शांत होने लगी। उसका पूरा बदन पसीने से भीगा हुआ था और वो एकदम निढाल होकर चुपचाप पड़ी हुई थी। अब मैंने उसके मुहं से अपना हाथ हटा लिया और उसे किस करने लगा और धीरे धीरे उसके बूब्स को दबाने लगा तो मैंने महसूस किया कि वो एकदम शांत हो गई थी।
फिर मैंने धीरे धीरे उसकी चुदाई करना शुरू किया तो उसे अब भी बहुत दर्द हो रहा था और वो मुझे धक्के देने से रोक रही थी, लेकिन में धीरे धीरे चुदाई करता रहा। फिर थोड़ी देर बाद उसे भी बहुत मज़ा आने लगा था और वो भी अब अपनी कमर को ऊपर नीचे करने लगी थी।
में समझ गया कि इसे भी मज़ा आ रहा है, तो मैंने अपने धक्कों की हल्की हल्की स्पीड को बढ़ा दिया और उसे चोदने लगा और अब पिंकी भी अपने पूरे जोश में आ गई थी और वो मुझसे लगातार तेज़ तेज चुदाई करने के लिए बोलने लगी थी, वो कह रही थी हाँ थोड़ा और अंदर जाने दो उफ्फ्फ्फ अब जब तुमने इतना अंदर आह्ह्हह्ह डाल ही दिया है तो फिर क्यों अच्छे से नहीं चोदते, तुम्हे अब किस बात का डर है उईईईईइ माँ तुम्हारा लंड बहुत मोटा है, हाँ पूरा अंदर तक जाने दो स्स्सईईईईईई।
फिर मैंने भी उसकी बात को सुनकर और भी जोश में आकर उसकी कमर को कसकर पकड़ लिया और अब मैंने उसे तेज़ तेज़ झटके देना शुरू कर दिए। जिसकी वजह से वो पूरी हिलने लगी थी। उसके बूब्स हर एक धक्के पर आगे पीछे होने लगे थे और वो अब मेरे धक्कों से खुश होकर मस्त मस्त आवाज़ निकाल रही थी।
मेरा मूड और ज़ोर से धक्के देने का बन रहा था और वो लगातार सिसकियाँ भरती जा रही थी।
अब में उसके बूब्स को दबाता और कभी अपनी उंगली उसके मुहं में डाल देता और वो उसे बहुत प्यार से चूसती रही और ऐसे ही करीब 10-15 मिनट लगातार ताबड़तोड़ धक्के देकर चुदाई करने के बाद वो अब ज़ोर ज़ोर से हिलने लगी और मैंने भी अपनी स्पीड को बड़ा दिया था और वो भी नीचे से अपने चूतड़ को उठा उठाकर मेरे साथ साथ धक्के दे रही थी और अब हम दोनों अपनी पूरी स्पीड से सेक्स करने लगे थे। फिर कुछ देर बाद वो मुझसे बोली कि में अब झड़ने वाली हूँ।
फिर वो और तेज़ होकर अचानक से रुक गई। bhosda
शायद वो उस समय झड़ चुकी थी और मुझे उसके चेहरे पर वो संतुष्टि साफ साफ नजर आ रही थी और में भी उसको 10-15 धक्के देने के बाद झड़ गया और मैंने अपना सारा गरम लावा उसकी चूत की गहराईयों में छोड़ दिया। में कुछ देर वैसे ही रुका रहा और अपनी एक एक बूंद को चूत में गिराता रहा। उसके बाद हम दोनों किस करते रहे और एक दूसरे में खोने लगे।
दोस्तों उस रात हमने तीन बार चुदाई करके बहुत मज़े लिए और उसने मेरा पूरा पूरा साथ दिया, वो हर बार बहुत ज्यादा जोश में आकर मुझसे अपनी चुदाई करवा रही थी और मैंने भी हर बार उसकी चूत को बहुत अच्छी तरह से चोदकर उसकी आग को शांत किया और फिर सुबह करीब 5 बजे में उठकर उसी रास्ते से अपने घर पर आ गया और में उसकी चुदाई से बहुत थक चुका था, इसलिए में घर पर आते ही लेट गया और अब में अपनी पड़ोसन की वर्जिन चूत को चोदकर अपने घर पर आने के बाद मन ही मन उसकी चुदाई को लेकर सोचता रहा।
में बहुत खुश था, क्योंकि आज मैंने उसकी सील को तोड़ दी थी। bhosda
फिर मुझे पता ही नहीं चला कि कब में सो गया, लेकिन उसके बाद मेरा जब भी उसकी चुदाई करने का मन करता, तो में उसको फोन कर देता और वो मुझे दोबारा फोन करके घर पर सभी के सो जाने और रास्ता साफ हो जाने पर बता देती और में तुरंत अपनी छत से होता हुआ उसके घर पर चला जाता और उसकी चूत को बहुत जमकर चोदता।
दोस्तों मैंने ऐसा बहुत बार किया और अब उसको मेरे लंड की और मुझे भी उसकी चूत की एक जरूरत सी महसूस होने लगी थी, लेकिन फिर कुछ समय के बाद उसकी शादी हो गई और वो मुझे दूर अपने ससुराल चली गई । bhosda